\id MRK - Rana Tharu \ide UTF-8 \h मरकुस \toc3 मरकुस \toc2 मरकुस \toc1 मरकुस को लिखो भौ ईसु मसीह को सुसमाचार \mt2 मरकुस का लिखा हुआ ईसु मसीह का सुसमाचार \mt1 मरकुस को लिखो भौ ईसु मसीह को सुसमाचार \imt परिचय \ip मरकुस को लिखो भौ सुसमाचार कि किताब, बे चार नये नियम की किताब मैं से है, जोमैं ईसु मसीह के जिंदगी के बारे मैं बताओ गौ है। जे किताबन कै “गौस्पल” कहो जाथै। गौस्पल को मतलब “सुसमाचार” होथै। ईसु की मौत के बाद जे चार किताबन कै मत्ती, मरकुस, लूका, और यूहन्ना लिखीं। जे चारौ मैं से मरकुस को लिखो भौ सुसमाचार सबसे छोटी किताब है। ऐसो मानो जाथै कि जौ किताब सब सुसमाचारन से पहले मसीह के पैदा होन के 65-70 साल के बाद लिखी गई। और भौत से ईस्वर पंडितन को माननो है कि जौ रोम मैं रोमी मसीहियन कै प्रेरित करन ताहीं लिखी गई। \ip मरकुस जोकै जौन मरकुस करकै जानो जाथै प्रेरित पौलुस और बरनबास को संग बारो रहै। बाके मान-मरयादा कै बौ समय ठेस लगी, जब बौ पहली मिसनरी सफर के बीच मैं पौलुस और बरनबास कै बीचै मैं छोड़ दई \xt प्रेरितो 13:13\xt*। लेकिन बाद मैं हम देखथैं कि मरकुस बरनबास के संग दुबारा से सफर करथै \xt प्रेरितो 15:37-39\xt*। मरकुस कै पतरस को नजदीकी दिलबर करकै जानो जाथै \xt 1 पतरस 5:13\xt*। मरकुस ईसु की जिंदगी कै नाय देखी रहै। तहुँओं बौ पतरस की गभाई कै लिखे भै के बुनियाद मैं जौ किताब लिखी । जौ सुसमाचार मैं मरकुस चेलापन और ईसु की आखरी समय बारी सिक्छा मैं जोर देथै। \iot रूपरेखा \io1 1. मरकुस किताब को परिचय देथै। \ior 1:1-13\ior* \io1 2. मरकुस ईसु के गलील मैं करी सेवा के बारे मैं बताथै। \ior 1:14–8:21 \ior* \io1 3. जाके बाद बौ ईसु के यरूसलेम सफर के बारे मैं बताथै। \ior 8:22–10:52 \ior* \io1 4. ईसु को यरूसलेम मैं रहनो हुँआँ बाकी मौत और पुनरुत्थान होन के बारे मैं लिखकै किताब कै खतम करथै। \ior 11:1–16:8\ior* \c 1 \s यूहन्ना बपतिस्मा देनबारे को, प्रचार \r (मत्ती 3:1-12; लूका 3:1-18; यूहन्ना 1:19-28) \p \v 1 परमेस्वर को लौड़ा ईसु मसीह के सुसमाचार की सुरुवात। \v 2 जैसो यसायाह भविस्यवक्ता\f + \fr 1:2 \fr*\ft अग्गु की बात बतान बारो \ft*\f* भविस्यवाँड़ी करन बारे की किताब मैं लिखो है \q1 “परमेस्वर कही, ‘देख मैं अपने दूत कै तेरे अग्गु पनारथौं, \q2 जो तेरे ताहीं रहा सुधारैगो।’ \q1 \v 3 बन मैं एक पुकारन बारे की अबाज सुनाई दई है, \q2 ‘कि प्रभु के ताहीं रहा बनाबौ; \q2 और बाकी रहा सीधी करौ!’” \p \v 4 यूहन्ना बन मैं आओ, और बौ प्रचार करकै आदमिन से कहेन लागो, “अपने पापन से मन फिराबौ और बपतिस्मा लेबौ तभईये परमेस्वर तुम्हारे पापन से तुमकै माफ करैगो।” \v 5 तौ यहूदिया देस के और यरूसलेम सहर के सबै रहेन बारे निकरकै बाके झोने आए, और अपने पापन कै मानकै यरदन नदिया मैं बासे बपतिस्मा लईं। \p \v 6 यूहन्ना ऊँट के खाल के लत्ता पहनत रहै और अपने करिहाँओं मैं चमड़ा को कमरबंद भाँदे रहेत रहै, और बौ टींड़ा और बन को सहद खाए करत रहै, \v 7 और जौ बात को प्रचार करत रहै, “कि मेरे बाद जो आनबारो है, बौ महुँ से ताकतवर है, मैं लोहोक्कै बाके जूता की तनी खोलनौ लायक नाय हौं। \v 8 मैं तौ तुमकै पानी से बपतिस्मा दौ हौं, पर बौ तुमकै पवित्र आत्मा से बपतिस्मा देबैगो।” \s ईसु को बपतिस्मा और बाकी परिक्छा \r (मत्ती 3:13; 4:11; लूका 3:21-22; 4:1-13) \p \v 9 बेईं दिनन ईसु गलील देस के नासरत नगर से आए कै, यरदन नदिया मैं यूहन्ना से बपतिस्मा लई। \v 10 और जब ईसु पानी से निकरकै ऊपर आओ, तौ बौ बहे समय कै स्वर्ग खुलत और आत्मा कै कबूतर के हानी अपने ऊपर उतरत भौ देखी। \v 11 और स्वर्ग\f + \fr 1:11 \fr*\ft आसमान से अबाज आनो\ft*\f* से एक अबाज आई, “तू मेरो प्रिय लौड़ा है, तोसे मैं बड़ा खुस हौं।” \p \v 12 तौ पवित्र आत्मा बाकै तुरंतै बन घाँईं पनार दई। \v 13 और बन मैं चालीस दिन ले, सैतान बाकै लालच देत रहो। और बौ बन के जानवरन के संग रहो, और स्वर्गदूत बाकी सेवा करत रहे। \s ईसु के सेवा करन की सुरुवात \r (मत्ती 4:12-22; लूका 4:14-15; 5:1-11) \p \v 14 यूहन्ना के पकड़वाए जान के बाद ईसु गलील मैं आयकै परमेस्वर के राज्य को सुसमाचार को प्रचार करी, \v 15 और कही, “समय पूरो हुई गौ है, और परमेस्वर को राज्य झोने आए चुको है; मन बदलौ और सुसमाचार मैं बिस्वास करौ।” \s ईसु चार मछरेयन कै मस्काई \p \v 16 ईसु गलील देस की झील के डींड़े-डींड़े जात भै, बौ सिमौन और बाके भईय्या अन्द्रियास कै झील मैं जार डारत देखी; काहैकि बे मछरेया रहैं। \v 17 ईसु उनसे कही, “मेरे पच्छू आबौ; मैं तुमकै परमेस्वर के झोने कैसे आदमिन कै लाथैं बौ सिखांगो।” \v 18 बे तुरंतै जार कै छोड़कै बाके पच्छू हुई लईं। \p \v 19 और जरा सो अग्गु पुगकै, ईसु जब्दी के लौड़ा याकूब, और बाके भईय्या यूहन्ना कै, अपनी नईंयाँ मैं जार कै सुरजात भै देखी। \v 20 बौ तुरंतै उनकै मस्काई; और बे अपने दऊवा जब्दी कै मजदूरन के संग नईंयाँ मैं छोड़कै, बाके पच्छू हुई लईं। \s भूत पकड़े भै आदमी कै अच्छो करनो \r (लूका 4:31-37) \p \v 21 तौ फिर ईसु और बाके चेला कफरनहूम सहर मैं आए, और बौ तुरंतै साबत के दिन सभाघर\f + \fr 1:21 \fr*\ft यहूदियन को सभाघर\ft*\f* मैं जाएकै उपदेस देन लागो। \v 22 और लोग बाके उपदेस से चौहोंक गै; काहैकि बौ उनकै यहूदि नियम के सिक्छक के हानी नाय, बल्किन अपने अधिकार से उपदेस देत रहै। \p \v 23 और बहे समय, उनके सभाघर मैं एक आदमी रहै, जोके भीतर प्रेत आत्मा सटकी रहै। \v 24 बौ चिल्लाए कै कही, “हे ईसु नासरी, हमकै तोसे का काम? का तू हमकै नास करन कै आओ है? मैं तोकै जानथौं, तू कौन है? तू परमेस्वर को पवित्र आदमी है!” \p \v 25 ईसु बाकै झुकाएकै कही, “चुप्पा रहे; और बाके भीतर से निकर जा।” \p \v 26 तौ प्रेत आत्मा बाकै ऐंठाएकै, और बड़ा जोड़ से किक्याए कै बाके भीतर से निकर गौ। \v 27 जौ देखकै सब जनी चौहोंक गै, और सब आपस मैं बहस करन लग्गै, “कि जौ का बात है? जौ तौ अनोखो उपदेस है! बौ तौ अधिकार से प्रेत आत्मा कै आग्या देथै, और प्रेत आत्मा बाकी बात मानथैं।” \p \v 28 और ईसु को नाओं तुरंतै गलील के आस-पास के सबै जघन मैं फैल गौ। \s ईसु निरे बिमार आदमिन कै अच्छो करी \r (मत्ती 8:14-17; लूका 4:38-41) \p \v 29 और ईसु तुरंतै सभाघर मैं से निकरकै, याकूब और यूहन्ना के संग सिमौन और अन्द्रियास के घरै आओ। \v 30 और सिमौन की सास ततासेरी से बिमार रहै, और बे तुरंतै बासे, बाके बारे मैं कहीं। \v 31 तौ फिर ईसु बाके झोने जाएकै बाको हाथ पकड़कै उठाई; और बाको बुखार तुरंतै उतर गई, और बौ उनकी सेवा-खातिर करन लग्गई। \p \v 32 संजा खिन जब दिन डूब गौ तौ लोग सब बिमारन कै और उनकै, जोके भीतर प्रेत आत्मा सटकी रहैं, ईसु के झोने लाईं। \v 33 और पूरो सहर बाके घर के दुआरे जुराएगौ। \v 34 और बौ निरेन कै जो अलग-अलग तरहन की बिमारिन से परेसान रहैं, उनकै अच्छो करी, और निरे तरहन के भूतन कै निकारी, और प्रेत आत्मा कै मसकन तक नाय दई, काहैकि प्रेत आत्मा ईसु कै जानत रहैं। \s गलील सहर मैं ईसु को प्रचार \r (लूका 4:42-44) \p \v 35 और भुकभुको होन से भौत अग्गु, ईसु उठकै निकरो, और बन मैं गौ और बौ प्रार्थना करन लग्गौ। \v 36 तौ सिमौन और बाके संग बारे ईसु कै ढूँड़न गै। \v 37 जब ईसु मिलगौ, तौ बे बासे कहीं, “सब जनी तोकै ढूँड़ रै हैं।” \p \v 38 ईसु उनकै जबाब दई, “आबौ; आपन और कहूँ आसपास के गाँव मैं चलैं, मैं हुँओं प्रचार करंगो, काहैकि मैं जहे ताहीं निकरो हौं।” \p \v 39 और ईसु पूरे गलील मैं उनके सभाघर मैं जाए-जाएकै प्रचार करतो, और प्रेत आत्मा कै निकारे करत रहै। \s ईसु एक कोहढ़ी कै अच्छो करी \r (मत्ती 8:1-4; लूका 5:12-16) \p \v 40 एक कोहढ़ी ईसु के झोने आयकै, बासे नहोरे करी, और बाके अग्गु घूँटे टेक कै बासे कही, “अगर तू चाहबैगो तौ मोकै सुद्ध कर सकथै।” \p \v 41 ईसु बाके ऊपर तरस खाएकै बाके ऊपर हाथ बढ़ाई, और बाकै छुइ कै कही, “मैं चाहथौं कि तू सुद्ध हुई जा।” \v 42 और तुरंतै बाको कोहोढ़ चले गौ, और बौ सुद्ध हुई गौ। \v 43 फिर ईसु बाकै समझाए कै तुरंत पनार दई, \v 44 और बासे कही, “देख, कोई से कछु मत कहिये, और जाएकै अपने आपकै पुजारी\f + \fr 1:44 \fr*\ft पुजारी, यहूदिन की भासा को सब्द है\ft*\f* कै दिखा, और अपने सुद्ध होन के बारे मैं, जो कछु मूसा के नियम हैं, बाकै भेंट चढ़ा ताकी तेरे अच्छे होन को तू गभा बनै।\x + \xo 1:44 \xo*\xt लैव्यवस्था 14:1-32\xt*\x*” \p \v 45 पर बौ हुँआँ से जाएकै जौ बात को गजब प्रचार करी और हिंयाँ तक की ऐसे बात फैलान लग्गौ की ईसु फिर खुल्लम-खुल्ला नगर मैं नाय जाए पाई, पर बौ बाहर अलग्याँओं जघा मैं रहेत रहै; और लोग सब घाँईं से बाके झोने आत रहैं। \c 2 \s फालिस मारे भै बिमार आदमी कै अच्छो करनो \r (मत्ती 9:1-8; लूका 5:17-26) \p \v 1 थोड़ी दिन के बाद ईसु कफरनहूम सहर मैं आओ, और ऐसी खबर फैली की बौ अपने घर मैं है। \v 2 फिर इत्ते जनी जुराए गै की दुआरे तक जघा नाय मिली; और बौ उनकै बचन सुनात रहै। \v 3 और चार जनी एक फालिस मारे भै बिमार आदमी कै उठाएकै बाके झोने लै आईं। \v 4 जब बे भीड़ की बजह से बाके झोने नाय पुग पाईं, तौ बे बौ छत, जोके तरे ईसु रहै, उत्कार दईं; और बाकी खटिया कै जोमैं फालिस को बिमार आदमी लेटो रहै, बाकै हुँए से तरे उतार दईं। \v 5 ईसु उनको ऐसो बिस्वास देखकै बौ फालिस के बिमार आदमी से कही, “ओरे लौड़ा, तेरे पाप माफ हुईगै।” \p \v 6 तौ जो हुँआँ पर कुछ यहूदि नियम के सिक्छक बैठे पड़े रहैं, बे अपने-अपने मन मैं सोचन लागे, \v 7 “कि जौ आदमी ऐसो कैसे कह सकथै? जौ तौ परमेस्वर की बुराई कर रहो है! परमेस्वर के अलावा और कौन पाप माफ कर सकथै?” \p \v 8 ईसु तुरंतै अपने मन (आत्मा) मैं जानगौ, की बे अपने-अपने मन मैं ऐसो सोच रै हैं, और बौ उनसे कही, “तुम अपने मन मैं ऐसो काहेकै सोच रहे हौ? \v 9 आसान का है? का फालिस के बिमार आदमी से ऐसो कहनो कि तेरे पाप माफ हुईगै, या फिर जौ कहनो, कि उठ अपनी खटिया उठा और नेंग? \v 10 पर जासे तुम जानलेबौ की इंसान के लौड़ा कै दुनिया मैं पाप माफ करन को भी अधिकार है।” बौ फालिस के बिमार आदमी से कही, \v 11 “मैं तोसे कहथौं, उठ, अपनी खटिया उठाएकै अपने घरै चले जा।” \p \v 12 और बौ उठो, और तुरंतै अपनी खटिया उठाएकै सबन के अग्गु से निकरकै चले गौ। ऐसो देखकै सब चौहोंक गै, और परमेस्वर की बड़ाँईं करन लागे, और कहेन लागे, “हम ऐसो होत भौ कहुए नाय देखे।” \s लेवी कै बुलाओ जानो \r (मत्ती 9:9-13; लूका 5:27-32) \p \v 13 ईसु फिर निकरकै गलील झील के टिकारे गौ, और पूरी भीड़ बाके झोने आई\x + \xo 2:13 \xo*\xt मरकुस 1:45; लूका 5:15; यूहन्ना 6:2\xt*\x*, और बौ उनकै उपदेस देन लगो। \v 14 बौ जात भौ हलफई के लौड़ा लेवी कै लगान की चौकी मैं बैठो भौ देखी, और बासे कही, “मेरे पच्छू हुई ले।” और बौ उठकै, बाके पच्छू हुई लई। \p \v 15 जब ईसु लेवी के घरै खानु खान कै बैठो, तौ निरे जनी लगान लेन बारे और पापी, ईसु और बाके चेलन के संग खानु खान कै बैठे; और बे निरे जनी रहैं, और बाके पच्छू हुई लईं रहैं। \v 16 फरीसिन\x + \xo 2:16 \xo*\xt प्रेरितो 23:1\xt*\x* मैं से और नियम की सिक्छा देनबारे भौत से यहूदि नियम के सिक्छक लोग जौ सब देखकै, कि बौ तौ पापी और लगान लेन बारेन संग खानु खाए रौ है, बाके चेलन से कहीं, “बौ काहे लगान लेन बारेन और पापिन के संग खानु खाथै!” \p \v 17 ईसु जौ सुनकै उनसे कही, “अच्छे भलेन कै बैध की जरूरत नाय होथै, लेकिन बिमारन कै होथै। मैं धर्मिन कै नाय, पर पापिन कै मस्कान आओ हौं।”\x + \xo 2:17 \xo*\xt लूका 19:10; 1 तीमुथियुस 1:15\xt*\x* \r (मत्ती 9:14-17; लूका 5:33-39) \p \v 18 यूहन्ना बपतिस्मा देनबारे के चेला, और फरीसी बर्त रखत रहैं, तौ कुछ लोग आयकै ईसु से कहीं, “ऐसो काहे है कि यूहन्ना के चेला और फरीसिन के चेला तौ बर्त रखथैं, पर तेरे चेला तौ बर्त नाय रखथैं?” \p \v 19 ईसु उनकै जबाब दई, “एक बिहा बारे घर मैं जबले दुल्हा बरैतियन के संग रहथै, का बे बर्त रख सकथैं?” और जबले दुल्हा उनके संग है, तौले बे बर्त नाय रखथैं। \v 20 पर बे दिन आंगे, जब दुल्हा उनसे अलग करो जागो; बौ समय बे बर्त रखंगे। \p \v 21 “कोरे लत्ता को थिगरा पुराने लत्ता मैं कोई नाय लगाथै; ना तौ बौ थिगरा सुकर कै बामै से पुराने लत्ता से खींच लेगो, और जो भार है बौ पहले से अगरो फट जाबैगो। \v 22 नई दाखरस कै पुराने मसकन\f + \fr 2:22 \fr*\ft दाखरस रखन बारी खाल की थैलिया\ft*\f* मैं कोई नाय रखथै, ना तौ दाखरस\f + \fr 2:22 \fr*\ft अंगूर को रसा\ft*\f* मसकन कै फाड़ देगी, और दाखरस और मसका दोनों बरबाद हुई जांगे, पर नई दाखरस कै नये मसकन मैं भरो जाथै।”\fig अंगूर को रसा रखन बारो झोला|alt="Wineskin bag" src="lb00145c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="2:22"\fig* \s ईसु साबत\f + \fr 2:23 \fr*\ft सप्ताह को आखरी दिन जोकै परमेस्वर आराम करन को दिन बनाई है\ft*\f* के दिन को प्रभु \r (मत्ती 12:1-8; लूका 6:1-5) \p \v 23 ऐसो भौ कि ईसु साबत के दिन खेत से हुईकै जात रहै, और बाके चेला नेंगतै-नेंगत बाली तोड़न लग्गै। \v 24 तौ फरीसी ईसु से कहीं, “देख; साबत के दिन तेरे चेलन कै ऐसो करनो नियम के हिसाब से ठीक नाय है?” \p \v 25 ईसु उनकै जबाब दई, “का तुम जौ कहुए ना पढ़े हौ कि जब दाऊद कै जरूरत पड़ी, और जब बौ और बाके संग के भूंके भै, तौ बौ का करी रहै? \v 26 बौ कैसे अबियातार बड़ो पुजारी के समय\x + \xo 2:26 \xo*\xt 1 इतिहास 24:6; 2 समूएल 8:17\xt*\x*, परमेस्वर के घर मैं भेंट करी भई रोटी खाईं, जो रोटी खानो नियम के हिसाब से बड़े पुजारी के अलावा कोई नाय खाए सक्त रहै, और बौ अपने संग बारेन कै दई?” \p \v 27 तौ बौ उनसे कही, “साबत को दिन आदमिन के ताहीं बनाओ गौ है\x + \xo 2:27 \xo*\xt निर्गमन 23:12\xt*\x*, जौ न कि आदमी साबत के दिन ताहीं। \v 28 तभईये, इंसानन को लौड़ा साबत के दिन को भी मालिक है।” \c 3 \s फालिस मारे भै आदमी के हात कै अच्छो करनो \r (मत्ती 12:9-14; लूका 6:6-11) \p \v 1 ईसु फिर सभाघर मैं गौ\x + \xo 3:1 \xo*\xt मत्ती 4:23; मरकुस 1:21\xt*\x*, और हुँआँ एक आदमी रहै, जोके हात मैं फालिस मार दई रहै, \v 2 और कुछ लोग ईसु ऊपर इल्जाम लगान के ताहीं बाके ऊपर घात लगाएकै बैठे रहैं, कि देखैं तौ, बौ साबत के दिन बाकै अच्छो करथै की नाय। \v 3 ईसु फालिस मारे भै आदमी से कही, “बीच मैं ठाड़ जा।” \v 4 फिर बौ लोगन से पूँछी, “हमरो नियम साबत के दिन का कहथै? अच्छो करन ताहीं, कि बुरो करन ताहीं? कोई की ज्यान बचान ताहीं या मारन ताहीं?” पर बे सब चुप रहे। \p \v 5 ईसु उनको कर्‌रो मन देखकै उदास हुईकै, उनकै गुस्सा से सब घाँईं देखी, और बौ आदमी से कही, “अपनो हाथ अग्गु कर।” बौ अग्गु करी, और बाको हाथ फिर से अच्छो हुई गौ। \v 6 तौ फरीसी सभाघर से दुआरे जाएकै तुरंतै राजा हेरोद के संग ईसु मसीह के खिलाप मैं सलाह मस्वरा करन लागे कि बाको कैसे करकै नास करैं। \s गलील झील के किनारे भीड़ \p \v 7 ईसु अपने चेलन के संग गलील झील घाँईं चले गौ: और एक बड़ा बड़ी भीड़ बाके पच्छू हुई लई; जो कि गलील, यहूदिया, \v 8 यरूसलेम नगर, इदूमिया परदेस से, और यरदन नदिया के अगार की जघा से, और सूर और सैदा नगरन के आस-पास से आए रहैं। कि ईसु कैसे-कैसे अचम्मे काम करथै, जौ सुनकै बाके झोने आए रहैं। \v 9 और ईसु अपने चेलन से कही, “मेरे ताहीं एक छोटी नईंयाँ समारे रखाबौ” ताकी मोकै भीड़ चिबदाए नाय पाबै। \v 10 काहैकि बौ निरेन कै अच्छो करी रहै; तभईये जित्ते जनी बिमारी से दुखी रहैं, ईसु कै छून ताहीं मरे जात रहैं। \v 11 और प्रेत आत्मा, जब ईसु कै देखत रहैं, तौ बाके अग्गु गिर पड़त रहैं, और चिल्लाए कै कहेत रहैं की “तू परमेस्वर को लौड़ा है!” \p \v 12 और ईसु प्रेत आत्मा कै आग्या दैकै कही, कि जौ बात को जिकर कोई से नाय करै। \s ईसु बारह प्रेरितन\f + \fr 3:13 \fr*\ft उद्देस्य के संग ईसु के जरिये भेजे भै आदमी\ft*\f* कै चुनी \r (मत्ती 10:1-4; लूका 6:12-16) \p \v 13 फिर ईसु पहाड़ मैं चढ़गौ, और जोकै बौ चहात रहै उनकै अपने झोने बुलाई; और बे बाके झोने आए।\x + \xo 3:13 \xo*\xt मत्ती 5:1\xt*\x* \v 14 तौ बौ बारह आदमिन कै छाँटी और उनकै प्रेरित नाओं दई। और उनसे कही “मैं तुमकै मेरे संग रहेन ताहीं चुनो हौं, मैं तुमकै प्रचार करन ताहीं पनारंगो, \v 15 और प्रेत आत्मा कै निकारन को अधिकार तुमरे पास होगो।” \p \v 16 बे बारह छाँटे भै प्रेरितन के नाओं जे रहैं: सिमौन जोको नाओं बौ पतरस रखी,\x + \xo 3:16 \xo*\xt यूहन्ना 1:42\xt*\x* \v 17 और जब्दी को लौड़ा याकूब और याकूब को भईय्या यूहन्ना, इन भईय्यन को नाओं बौ बुअनरगिस मतलब “गरजन को लौड़ा” रखी; \v 18 और अन्द्रियास, और फिलिप्पुस, और बरतुल्मै, और मत्ती, और थोमा, और हलफई को लौड़ा याकूब, और तद्दै, और सिमौन कनानी\f + \fr 3:18 \fr*\ft देसभक्त\ft*\f*, \v 19 और यहूदा इस्करियोती, जो ईसु कै बाद मैं पकड़बाई रहै। \s ईसु और बालजबूल\f + \fr 3:20 \fr*\ft भूतन के मुखिया से कहथैं\ft*\f* \r (मत्ती 12:22-32; लूका 11:14-23; 12:10) \p \v 20 तौ फिर ईसु घरै आओ: और हूँना पर ऐसी भीड़ जुरानी, कि ईसु और बाके चेला खानु तक नाय खाए पाईं।\x + \xo 3:20 \xo*\xt मरकुस 6:31\xt*\x* \v 21 जब ईसु के घर बारे जौ बात सुनीं, तौ बे बाकै लेन कै चल दईं; काहैकि लोग-बाग कहेन डटे रहैं कि, बाकी अकल खराब हुई गई है। \p \v 22 थोड़ी यहूदि नियम के सिक्छक जो यरूसलेम से आए रहैं, ऐसे कहेत रहैं, “की बाके भीतर बालजबूल है,” और बहे अपने अधिकार से प्रेत आत्मा कै निकारन के ताहीं ईसु कै ताकत देथै। \p \v 23 और ईसु उनकै अपने झोने बुलाएकै उनसे कहानी\f + \fr 3:23 \fr*\ft जौ कहानी असली जिंदगी से ना है, जोकै दृस्टान्त कहथैं\ft*\f* के जरिये कहेन लगो:\x + \xo 3:23 \xo*\xt मरकुस 4:2\xt*\x* “सैतान कै सैतान कैसे निकार सकथै?” \v 24 और अगर कोई राज्य मैं फूट पड़ जाबै, तौ बौ राज्य कैसे टिको रह सकथै? \v 25 और अगर कोई के घर मैं फूट पड़ जाबै, तौ बौ घर कैसे टिको रह सकथै? \v 26 और अगर सैतान अपनेई खिलाप हुईकै और अपनेई मैं फूट डारै, तौ बौ कैसे टिको रह सकथै? बाको तौ नामो निसान खतम हुई जातो। \p \v 27 “पर कोई इंसान, कोई तगड़े आदमी के घर मैं घुसकै बाको माल जेबर नाय लूट सकथै, जबले की पहले बौ तगड़े आदमी कै भाँद ना लेबै; तौ जाएकै बाको घर लूट पागो।” \p \v 28 “मैं तुमसे सच्ची कहथौं कि इंसानन की औलादन के सब पाप और बुराई जो बे करथैं, बे माफ करे जांगे, \v 29 पर जो कोई पवित्र आत्मा के खिलाप बुराई करैगो, बौ अनंतकाल तक माफ न करो जागो\x + \xo 3:29 \xo*\xt लूका 12:10\xt*\x*: और बौ कहु ना खतम होन बारो पाप को कसूरवार मानो जागो।” \v 30 ईसु जौ कही, काहैकि बे जौ कहेत रहैं, कि “ईसु मैं प्रेत आत्मा है।” \s ईसु की अईय्या और बाके भईय्या \r (मत्ती 12:46-50; लूका 8:19-21) \p \v 31 तभईये ईसु की अईय्या और बाके भईय्या आए, और दुआरे ठाड़कै ईसु कै मस्कान ताहीं एक जनी कै पनारीं। \v 32 भीड़ बाके आसपास बैठी रहै, और बे बासे कहीं, “देख तेरी अईय्या और तेरे भईय्या-बहेनिया तोकै दुआरे ढूँड़ रै हैं।” \p \v 33 ईसु उनकै जबाब दई, “मेरी अईय्या और मेरो भईय्या कौन है?” \v 34 और जो ईसु के आसपास बैठे रहै, उनके घाँईं देखकै बौ कही, “देखौ, मेरी अईय्या और मेरे भईय्या जे हैं। \v 35 परमेस्वर जो कहथै बहे बौ करैगो, बहे मेरो भईय्या, मेरी बहेनिया, और मेरी अईय्या है।” \c 4 \s बीज बोन बारे की कहानी \r (मत्ती 13:1-9; लूका 8:4-8) \p \v 1 ईसु फिरौंकी, गलील झील के डींड़े से उपदेस देन लगो: और हुँआँ पर इत्ती भीड़ लागी कि बौ झील मैं एक नईंयाँ के ऊपर चढ़कै बैठगौ, और पूरी भीड़ झील के डींड़े मैं ठाड़ी रइ।\x + \xo 4:1 \xo*\xt मरकुस 2:13; लूका 5:1-3\xt*\x* \v 2 और ईसु उनकै कहानी के जरिये भौत सी बात सिखान लग्गौ,\x + \xo 4:2 \xo*\xt मरकुस 3:23\xt*\x* और अपने उपदेस के जरिये उनसे कही, \p \v 3 “सुनौ! एक बीज बोन बारो बीज बोन ताहीं निकरो। \v 4 बीज बोत पोती थोड़ी रहा किनारे गिरो और चिरईंयाँ आयकै बाकै चुग लईं। \v 5 थोड़ी पथरिया बारी जमीन मैं गिरो जहाँ बाकै अगरी मट्टी नाय मिलपाई, और गहरी मट्टी नाय मिलन से बीज जल्दी जमेंआओ, \v 6 और जब दिन निकरो तौ भुर्स गौ, और जड़ न पकड़न से सूख गौ। \v 7 थोड़ी झाड़ी मैं गिरे, और झाड़ी बड़ी हुईकै बीज कै दबाय दई, और बे फल-फूल नाय पाईं। \v 8 पर कुछ बीज अच्छी जमीन मैं गिरे, और बे जमें और खूबै फल लाईं; कोई तीस गुना, कोई साठ गुना और कोई सौ गुना फल लाईं।” \p \v 9 तौ ईसु कही, “जोके कान होमैं, बौ सुन लेबै!” \s कहानी को मतलब \r (मत्ती 13:10-17; लूका 8:9-10) \p \v 10 जब ईसु अकेलो रहगौ, तौ बाके बारह प्रेरित बासे बौ कहानी के बारे मैं पूँछीं। \v 11 ईसु उनसे कही, “तुमकै तौ परमेस्वर के राज्य\x + \xo 4:11 \xo*\xt मत्ती 3:2\xt*\x* के भेद की समझ दई गई है,” पर बाहर बारेन कै कहानी के जरिये समझाओ जाथै, \v 12 तभईये तौ, \q1 “उनकै सुजात तौ है \q2 लेकिन उनकै सुजाई ना देथै; \q1 बे सुनत तौ हैं, \q2 लेकिन कछुए समक ना पाथैं। \q1 ऐसो ना होबै, कि बे फिरैं \q2 और माफी पाए जामैं।” \s ईसु बीज बोन बारी कहानी कै समझाथै \r (मत्ती 13:18-23; लूका 8:11-15) \p \v 13 फिर ईसु उनसे कही, “का तुम जौ कहानी\f + \fr 4:13 \fr*\ft कहानी\ft*\f* नाय समझपाए? तौ फिर और सबै कहानिन कै कैसे समझैगे? \v 14 बोन बारो परमेस्वर के बचन कै बोथै।\x + \xo 4:14 \xo*\xt मरकुस 16:20\xt*\x* \v 15 जो रहा किनारे के हैं जहाँ बचन बोओ जाथै, जे बे हैं कि जब बे बचन कै सुनीं, तौ सैतान तुरंत आयकै बचन कै जो उनमैं बोए गौ रहैं, उठाए लै जाथै। \v 16 बैसिये जो पथरिया बारी जघा मैं बोए जाथै, जे बे हैं जो बचन कै सुनकै तुरंत खुसी से अपनाय लेथैं। \v 17 पर अपने भीतर टिकाउ जड़ ना होन की बजह से बे थोड़िये दिन के होथैं; जाके बाद जब बचन के बजह से उनमैं दुख और कलेस होथै, तौ बे तुरंतै पच्छू ओहोर जाथैं। \v 18 जो झाड़ी मैं बोए गै, जे बे हैं जो बचन कै सुनीं, \v 19 और युग भर की फिकर, और धन को धोका,\x + \xo 4:19 \xo*\xt मरकुस 10:23,34\xt*\x* और चीजन को लालच उनमैं समाएकै बचन कै दबाय देथैं और बौ (फल नाय देन बारो) रह जाथै। \v 20 और जो अच्छी जमीन मैं बोए गै, बे जे हैं जो बचन सुनकै अपनाथैं और फल लाथैं: कोई तीस गुना, कोई साठ गुना और कोई सौ गुना।” \s छपरिया तरे दिया \r (लूका 8:16-18) \p \v 21 ईसु उनसे कही, “का दिया कै जहे ताहीं लाथैं कि छपरिया या खटिया के तरे रखो जाबै? का जौ ताहीं नाय कि डीट मैं रखो जाबै? \v 22 ऐसो कछु नाय है, जो लुको है और खुलो न जाबैगो और ना कछु लुको है, जो उजियारे मैं ना लाओ जागो। \v 23 अगर कोई के सुनन ताहीं कान होमैं, तौ बौ सुन लेबै।”\x + \xo 4:23 \xo*\xt मत्ती 11:15\xt*\x* \p \v 24 फिर बौ उनसे कही, “ध्यान से सुनौ! जो नपना से तुम नापथौ बहे से तुम्हऊँ कै नापो जागो, और तुमकै अगरो दौ जागो। \v 25 जोके झोने है, बाकै और दौ जागो; और जोके झोने नाय है, बासे बहो जो बाके झोने है, लै लौ जागो।”\x + \xo 4:25 \xo*\xt मत्ती 13:12\xt*\x* \s जमन बारे बीज की कहानी \p \v 26 फिर ईसु कही, “परमेस्वर को राज्य बौ आदमी के हानी है, जो जमीन मैं बीजन कै छिटक दई, \v 27 और रात मैं जाएकै सोए गौ, सुबेरे बौ उठकै देखी कि बीज जमकै निकर रौ है, कैसे निकर रौ है, जौ बौ खुद नाय जानथै। \v 28 जमीन अपने आप जमाथै, सबसे पहले नकुवा, फिर बाली, और बाके बाद बालिन मैं दाने। \v 29 और जब दाने पक जाथैं, बौ बिना देरी करे दरांती से काट लेथै, काहैकि बाकी फसल तैयार है।”\x + \xo 4:29 \xo*\xt योएल 3:13; प्रकासितवाक्य 14:15\xt*\x* \s राया के गूदा की कहानी \r (मत्ती 13:31-32,34; लूका 13:18-19) \p \v 30 फिर बौ कही, “परमेस्वर के राज्य की बराबरी कौन से करी जाए सकथै?” और कौनसी कहानी के जरिये जाकी बात बताई जाए सकथै? \v 31 “बौ राया के गूदा के हानी है: जब जमीन मैं बोओ जाथै तौ जमीन के सबै गूदन से छोटो होथै, \v 32 लेकिन जब बोओ गौ, तौ जमकै बौ सब सागपातन से बड़ो हुई जाथै, और बाकी ऐसी बड़ी हँगईय्या निकरथैं कि आसमान की चिरईंयाँ बाकी छाँईं मैं घोसला बनाएकै रह सकथैं।” \p \v 33 ईसु निरेन कै कहानी बताए-बताए कै उनकै बचन सुनाए करत रहै,\x + \xo 4:33 \xo*\xt यूहन्ना 16:12\xt*\x* ताकी बे समझ पामैं। \v 34 और बिना कहानी के, बौ उनसे कछुए नाय कहेत रहै;\x + \xo 4:34 \xo*\xt यूहन्ना 16:25\xt*\x* पर बौ अलग्याँओं मैं अपने खुद के चेलन कै सब बातन को मतलब समझात रहै। \s ईसु आँधी कै सांत करी \r (मत्ती 8:23-27; लूका 8:22-25) \p \v 35 बहे दिन जब संजा भइ, तौ बौ चेलन से कही, “आबौ, आपन झील के बौ पाँजर चलैं।” \v 36 और बे भीड़ कै छोड़कै, ईसु कै नईंयाँ मैं संग लै चल दईं;\x + \xo 4:36 \xo*\xt मरकुस 3:9; 5:2,21\xt*\x* और बाके संग औरौ नईंयाँ रहैं। \v 37 तौ अनकाचीति एक बड़ी आँधी आई, और लहरैं नईंयाँ मैं ऐसी टक्कर खामैं, कि पानी से नईंयाँ भरी जाबै। \v 38 पर ईसु नईंयाँ के पच्छू के सिरा मैं तकिया लगाएकै सोत रहै। तौ ईसु के चेला जाएकै कहीं, “गुरुजी, का तोकै फिकर नाय है कि हम डूबे जाए रै हैं?” \p \v 39 तौ फिर ईसु उठकै आँधी कै आग्या दई, और पानी से कही, “सांत हुई जा, रुक जा!” और आँधी रुक गई और सब घाँईं सांति छाए गई। \v 40 और बौ अपने चेलन से कही, “तुम काहे डराथौ? का तुमकै हबै तक बिस्वास नाय है?” \p \v 41 बे गजबै डराय गै और आपस मैं बतकाईं, “जौ कौन है कि आँधी और पानी की लहरैं जाकी बात मानथैं?” \c 5 \s प्रेत आत्मा पकड़े भै आदमी कै अच्छो करनो \r (मत्ती 8:28-34; लूका 8:26-39) \p \v 1 ईसु और बाके चेला गलील झील के पच्छू गिरासेनियों नाओं के देस मैं गै, \v 2 जब ईसु नईंयाँ मैं से उतरो तौ तुरंतै एक आदमी जोके अंदर प्रेत आत्मा रहै, कबर मैं से निकरो और ईसु से मिलो। \v 3 बौ मरघटान मैं रहत रहै और बाकै साँकर से कोईये नाय भाँद पात रहै, \v 4 काहैकि बाकै निरे बार जंजीर और बेड़ियन से भाँदो गौ रहै, तहुँओं बौ साँकर और बेड़ियन कै कछुए नाय समझत रहै सब तोड़-ताड़ कै टुकड़ा-टुकड़ा कर देत रहै, और कोई के पास बाकै बस मैं करन ताहीं सक्ति नाय रहै। \v 5 बौ दिन-रात कबर और पहाड़न मैं चिल्लात फिरत रहै, और अपने आपकै पथरन से चोट पहोंचात रहै। \p \v 6 बौ ईसु कै दूरै से देखकै दौड़ो, बाकै घुपटियाय कै नमस्ते करी, \v 7 और खूब जोड़न से चिल्लाए कै कही, “ईसु, परमप्रधान परमेस्वर को लौड़ा, तोकै मोसे का काम? मैं तोकै परमेस्वर के नाओं से नहोरे करथौं कि मोकै सजा मत देबै।” \v 8 काहैकि ईसु कही रहै, “प्रेत आत्मा, जौ आदमी मैं से निकर जा!” \p \v 9 ईसु बासे पूँछी, “तेरो नाओं का है?” आदमी जबाब दई, “मेरो नाओं पलटन\f + \fr 5:9 \fr*\ft सेना\ft*\f* है; काहैकि हम निरे हैं।” \v 10 और बौ ईसु से बड़ा नहोरे करी, “हमकै जौ देस से जान मत कहबै।” \p \v 11 उतै पहाड़ मैं सोरन को बड़ा भारी झुंड चुगत रहै। \v 12 प्रेत आत्मा ईसु से नहोरे करकै कहीं, “हमकै सोरन के भीतर भेज दे।” \v 13 ईसु प्रेत आत्मा से कही और प्रेत आत्मा निकरकै सोरन के अंदर समाए गै और झुंड, जो करीब दुई हजार रहैं, ढाव से झिपटाए कै झील मैं जाए गिरे और डूबकै मर गै। \p \v 14 उनके बरदिया भाजत-भाजत नगर और गाँवन मैं सब किस्सा कह सुनाई, और जो भौ रहै, सब जनी देखन आए। \v 15 बे ईसु के झोने आयकै जोके भीतर प्रेत आत्मा की पलटन रहैं बाकै लत्ता पहने और सांत बैठे देखकै डराय गै। \v 16 जोकै प्रेत आत्मा पकड़ी रहैं और सोरन के संग जो कछु भौ रहै देखन बारे जौ सब देखकै हुँआँ के आदमिन कै सब कछु कह सुनाईं। \p \v 17 तौ बे सब जनी ईसु से नहोरे करकै कहीं की तैं हमरी हद से चलो जा। \p \v 18 जब बौ नईंयाँ मैं चढ़न लगो तौ जोके अंदर प्रेत आत्मा रहैं, ईसु से नहोरे करन लागो, “मोकै अपने झोने रहेन दे।” \p \v 19 पर ईसु बाकै मना करी, और बासे कही, “अपने घरै जा और सब जनिन कै बता। कि तेरे ऊपर दया करकै प्रभु कितनो बड़ो काम करी है।” \p \v 20 बौ जाएकै दिकापुलिस मैं जौ प्रचार कै फैलान लागो कि ईसु मेरे ताहीं कित्ते बड़े काम करी है; और सबै सुनकै अचम्मो करीं। \s याईर की लौड़िया और एक रोगी बईय्यर जो ईसु के लत्ता के कुंछ कै छुइ \r (मत्ती 9:18-26; लूका 8:40-56) \p \v 21 जब ईसु नईंयाँ से झील के बौ पाँजर गौ, तौ झील के किनारे एक भारी भीड़ बाके झोने जुराए गई। \v 22 याईर नाओं को आदमी जो सभाघर को मुखिया मैं से एक रहै आओ, और बाकै देखकै बाके पाँव मैं गिर गौ, \v 23 और जौ कहकै बासे नहोरे करी, “मेरी छोटी लौड़िया मरन पड़ी है; तैं आयकै बाके ऊपर हात रख कि बौ अच्छी हुईकै जिंदी रहाबै।” \p \v 24 तौ, बौ बाके संग जान लगो और पूरी भीड़ बाके पच्छू हुई गई; हिंयाँ तक कि लोग बाके ऊपर गिरागिर करैं। \p \v 25 एक बईय्यर रहै, जोकै बारह साल से खून बहेन की बिमारी रहै। \v 26 बौ निरे बैधिन कै दिखाए डारी रहै, और अपनो सबै रुपईया-पैसा उठाए डारी रहै तहुँओं कछु आराम नाय मिलो, लेकिन औरौ जाधे बिमार हुई गई रहै। \v 27 बौ ईसु के बारे मैं सुनी रहै जहे बजह से भीड़ कै हटात भइ पच्छू से आयकै बाके लत्ता कै छुइ, \v 28 काहैकि बौ अपने आपकै कहेत रहै, “अगर मैं बाके लत्ता कै छुइ लेंगो, तौ अच्छी ही जांगो।” \p \v 29 और तुरंतै बाको खून बहनो बंद ही गौ, और बौ अपनी सरीर मैं महसूस कर लई की मैं बौ बिमारी से ठीक ही गौ हौं। \v 30 तुरंतै ईसु के भीतर से सामर्थ्य निकरी, तौ बाकै पता लग्गौ कि, कोई तौ मोकै छुओ है। और पच्छू घूमकै भीड़ से पूँछी, “मेरो लत्ता कौन छुओ है?” \p \v 31 बाके चेला जबाब दईं, “तैं तौ देखिये रौ है कि तेरे ऊपर भीड़ गिरी जाए रइ है, तहुँओं तू कहथै कि मोकै कौन छुओ?” \p \v 32 पर मेरे लत्ता कौन छुओ देखन ताहीं सब घाँईं देखन लगो। \v 33 बौ बईय्यर सोची मेरे संग अच्छोई भौ है, तौ डरात और थरथरात भइ आई, और बाके गोड़े मैं गिरकै सब कछु उनकै सच-सच कह सुनाई। \v 34 ईसु बासे कही, “मेरी लौड़िया, तेरो बिस्वास तोकै अच्छो करी है: सांति से जा, और जौ बिमारी से बची रहिये।” \p \v 35 ईसु जौ कहतै रहै तभईये सभाघर को मुखिया के घर से कोई आदमी आयकै कही, “तेरी लौड़िया तौ मर गई, अब गुरुजी कै काहे दुख दे रौ है?” \p \v 36 जो बात बे कहेत रहैं, बौ बात कै ईसु ना सुनी, सभाघर के मुखिया से कही, “मत डराबै; सिरफ बिस्वास कर।” \v 37 और बौ पतरस और याकूब और याकूब को भईय्या यूहन्ना कै छोड़, और कोईयन कै अपने संग नाय आन दई। \v 38 जब बौ मुखिया के घरै पहोंचो तौ हूँना बैठे भैन कै रोबा पिटाउ करत देखी। \v 39 तौ बौ भीतर जाएकै उनसे कही, “तुम काहेकै रोत और हुल्ल गदड़ मचाथौ? लौड़िया तौ मरिये नाय है, बौ सोए रइ है।” \p \v 40 लेकिन हूँना पर जो आदमी रहैं बाके ऊपर हसन लागे, तभईये बौ सबन कै दुआरे भजाए दई सिरफ लौड़िया के अईय्या-दऊवा और अपने तीन चेलन संग घर के भीतर जितै लौड़िया लेटी रहै, झोने गै। \v 41 और लौड़िया को हात पकड़कै कही, “तलीता कूमी!” जोको मतलब है, “ओ छोटी लौड़िया, मैं तोसे कहथौ, उठ!” \p \v 42 और लौड़िया उठकै नेंगन लगी; बौ बारह साल की रहै। जौ देखकै सबै चौहोंक गै। \v 43 फिर बौ उनकै चहाचीतो करकै कही कि जौ बात कोईये कै नाय पता चलै और कही, “जाकै कछु-कछा खान कै दियौ।” \c 6 \s नासरत गाओं मैं ईसु कै ठुकरानो \r (मत्ती 13:53-58; लूका 4:16-30) \p \v 1 फिरौंकी ईसु बौ जघा कै छोड़कै अपने सहर कै चल पड़ो, बाके चेलौ बाके संग रहैं। \v 2 साबत के दिन सभाघर मैं उपदेस देन लगो, और भौत से आदमी सुनकै चोहोंक गै और कहेन लगे, “जाकै इत्ती बढ़िया-बढ़िया बात कितै से आए गईं?” जाकै इतनी अकल कहाँ से आए गई? जौ इतने सामर्थ्य के काम कैसे करकै करो? \v 3 का जौ बहे बढ़ईया ना है, जो मरियम को लौड़ा, और याकूब, योसेस, यहूदा और सिमौन को भईय्या है? का बाकी बहेनिया आपनैं संग गाओं मैं नाय रहथैं? बे ईसु कै अपनाईये ना पामैं। \p \v 4 फिर ईसु उनसे कही, “भविस्यवक्ता कै अपने घर, गाओं-सहर, और अपने हितुआ, और कुरमन कै छोड़कै और कहुए अनादर ना होथै।” \p \v 5 ईसु हुँआँ जाधे सामर्थ्य के काम करिये ना पाई, कतई जराएक आदमिन के ऊपर हात रखकै बिमारिन से अच्छो कर पाई। \v 6 बौ उनको कतईये बिस्वास नाय देखकै बड़ा अचम्मो भौ। फिर बौ गाओं-गाओं मैं सिक्छा देत भै घूमन लगो। \s ईसु अपने बारह चेलन कै भेजथै \r (मत्ती 10:5-15; लूका 9:1-6) \p \v 7 ईसु अपने बारह चेलन कै अपने झोने बुलाई और दुई-दुई करकै भेजन लगो; बौ उनकै प्रेत आत्मा के ऊपर अधिकार दई, \v 8 और एक भौत जरूरी बात समझाई, “तुम अपने संग एक लठिया के अलावा कछु मत लियो। ना तौ रोटी लियो, ना झोला, ना गोझा मैं रुपईया-पैसा। \v 9 तुम चप्पल तौ पहेनियो पर दुई जोड़ी कुरता मत लियो।” \v 10 और बौ उनसे कही, “चाँहे जोसे घर मैं तुम रहबौ, हूँना से ना जान तक हूँनै रहियो। \v 11 जो गाँव के आदमी तुमकै ना अपनामैं और तुमरी एकौ ना सुनैं, तौ तुम हुँआँ से नेंगतै खिना अपनी टाँग के तरबन से धूदर झार दियो, बौ उनके ताहीं चितौनी होगी।” \p \v 12 फिर बे हूँना से चले गै। और बे पापन से मन बदलन ताहीं प्रचार करन लगे। \v 13 बे भौत आदमिन कै प्रेत आत्मा से छुड़ाईं और भौतन कै जो रोगी रहैं उन्हैं जैतून को तेल लगाएकै अभिसेक करकै अच्छो करी। \s बपतिस्मा देनबारे यूहन्ना की मौत \r (मत्ती 14:1-12; लूका 9:7-9) \p \v 14 राजा हेरोद जब ईसु के बारे मैं सुनी; बौ समय ईसु को नाओं भौत फैल गौ रहै। कुछ जनी कहेत रहैं “बपतिस्मा देन बारो यूहन्ना मरे भैन मैं से जिंदो ही गौ है, तभईये बौ जे सामर्थ्य के काम करथै।” \p \v 15 दुसरे आदमी कहेत रहैं, “कि बौ एलिय्याह भविस्यवक्ता है।” थोड़ी आदमी और कहमैं, कि ना! “जौ पुराने जमाने को कोई भविस्यवक्ता है।” \p \v 16 इन सबन की बात जब राजा हेरोद सुनी, तौ बौ कही, “बपतिस्मा देन बारो यूहन्ना, जो की गरदन मैं कटबाओ रहौं, बहे जिंदो हुई गौ है!” \v 17 काहैकि हेरोद खुदै यूहन्ना कै बंधी बनान और कैदखाना मैं डारन ताहीं हुकम दई रहै। बौ अपने भईय्या फिलिप्पुस की बईय्यर जोको नाओं हेरोदियास रहै बहे की बजह से, बाकै आदमिन से पकड़बाई और कैदखाना मैं डरबाए दई रहै; हेरोद हेरोदियास कै बिहाए लई रहै। \v 18 काहैकि यूहन्ना हेरोद से कही रहै, “अपने भईय्या की बईय्यर तैं बिहाए तौ लौ है पर ठीक ना है।” \p \v 19 तहीं के मारे हेरोदियास की बईय्यर यूहन्ना कै अच्छो ना मानत रहै और बौ जहे चहात रहै कि बौ बाकै मार डारै; पर राजा हेरोद के बजह से कहुए ना भौ, \v 20 काहैकि हेरोद राजा यूहन्ना कै धर्मी और पवित्र आदमी मानकै बासे डरात रहै, बौ मर ना जाबै बाकै बचात रहेत रहै, और यूहन्ना की बात सुनकै गजबै परेसान रहै, लेकिन खुस हुईकै सुनतौ रहै। \p \v 21 एक दिन आओ जब हेरोद को जनम दिन रहै; बौ दिन ऊँचे और बड़े-बड़े अधिकारिन, सेनापतिन और गलील नगर के खास लोगन कै न्युतो दैकै खान-पीन को इंतजाम करी। \v 22 बौ जनम दिन के मौका मैं हेरोदियास की बईय्यर की लौड़िया हूँना जाएकै नाची और हूँना बैठे भै लोगन कै खुस कर दई। तौ राजा हेरोद बौ लौड़िया से कही, “तैं जो कछु आज मोसे माँगैगी मैं तोकै देंगो।” \v 23 और बाकै कसम दैकै कही, “तैं मोसे जो कछु भी माँगैगी तौ मैं तोकै दै दुंगो, हिंयाँ तक कि मैं तोकै आधो राज्य पाट दै दुंगो।” \p \v 24 बौ रइ सो दुआरे गई और अपनी अईय्या हेरोदियास से पूँछी, “मैं का माँगौं?” बौ कही, “बपतिस्मा देनबारे यूहन्ना की मुड़िया।” \p \v 25 बौ तुरंतै राजा झोने बापस आई और बासे नहोरे करी, “मैं चाहथौं कि तैं कतई अभईये यूहन्ना बपतिस्मा देनबारे की मुड़िया कटवाए कै एक थरिया मैं मंगवाए दे।” \p \v 26 जौ सुनकै राजा को मोहों पुस्केयाए गौ, लेकिन अपना जो कसम हितुअन के अग्गु दई रहै बाकी बजह से मना ना कर पाई। \v 27 राजा तुरंतै एक जल्लाद से कही कैदखाना मैं जा और यूहन्ना की मुड़िया काटकै लैयाबौ। \v 28 बौ ताराबास मैं जाएकै बाको मूड़ काटी, और एक थरिया मैं धर लाई और लौड़िया कै दई, और लौड़िया रइ सो अईय्या कै दै दई। \v 29 जो भौ रहै सुनकै यूहन्ना के चेला आए, और यूहन्ना के सरीर कै लै जाएकै कबर मैं दफनाए दईं। \s ईसु हजारन कै खानु खबाई \r (मत्ती 14:13-21; लूका 9:10-17; यूहन्ना 6:1-14) \p \v 30 प्रेरित लोग ईसु के झोने जुराए गै, जो कछु बे करीं और लोगन कै सिखाईं, सब कछु ईसु कै बताईं। \v 31 ईसु उनसे कही, “आबौ आपन एक अलग्याँओं जघा मैं जाएकै थोड़ी देर सैंताए लेमैं।” काहैकि हुँआँ भौत आदमी आन जान लग गै रहै, और उनकै तौ खानौ की संकता ना रहै। \v 32 तभई के मारे बे नईंयाँ से, अलग्याँओं सुनसान जघा मैं चले गै। \p \v 33 बहे समय निरे जनी उनकै जात देख डारीं और जानगै कि जे बेईं हैं, और सब नगरन से जुराए कै नेंगतै-नेंगत ईसु और बाके चेलन से पहलिये पौहौंच गै। \v 34 ईसु नईंयाँ मैं से उतरिये पाई रहै कि बड़ा जोड़ भीड़ देखी, और बाकै भीड़ ऊपर बड़ा तरस आओ, काहैकि बे उन भेंड़न हानी रहैं, जिनकी देखाभारी करन बारो कोईये ना रहै: फिर बौ उनकै निरी बात सिखान लगो। \v 35 जब दिन जराएक बचो, तौ बाके चेला बासे कहेन लगे, “जौ बड़ा सूनी जघा है, और दिनौ जराएक बचो है। \v 36 उनकै पनार दे कि बे इतै-उतै गाँव और बस्तियन मैं जाएकै कछु-कछा मोल लैकै खाएलेमैं।” \p \v 37 ईसु उनकै जबाब दई, “तुम्हईं उनकै खान कै देबौ।” बे ईसु से कहीं, “का हम दुई सौ चाँदी के सिक्का कि रोटी मोल लैकै खान कै देमैं?” \p \v 38 ईसु उनसे कही, “जाएकै देखौ तौ, तुमरे झोने कितका रोटी हैं?” फिरौंकी पूँछ-पाँछ कै बे कहीं “पाँचै रोटी और दुईये मच्छी हैं।” \p \v 39 फिर ईसु चेलन से कही, “जौ हरी-हरी घाँस मैं सबन कै लैनबार से बैठार देबौ।” \v 40 तभईये बे सौ-सौ, पचास-पचास करकै लैनबार से बैठत गै। \v 41 बौ पाँच रोटी और दुई मच्छी कै लैकै, ऊपर स्वर्ग के घाँईं देखी और धन्यवाद करी, और रोटियन कै तोड़कै चेलन कै देत गौ, ताकी बे सब जनिन ताहीं परसा परसैं, और बे दुई मच्छी सबन कै बाँट दईं। \v 42 सब जनी खूबै छक कै खाए लईं। \v 43 और फिर बाके चेला मच्छी और रोटी की बहारै छपरिया बची भईं उठाईं। \v 44 जित्ते जनी खाईं, उनमैं खाली लोगै-लोग पाँच हजार रहैं। \s ईसु पानी ऊपर नेंगी \r (मत्ती 14:22-23; यूहन्ना 6:15-21) \p \v 45 फिर ईसु चेलन से कही जल्दी-जल्दी नईंयाँ से तुम झील के बौ पाँजर बैतसैदा गाँव चले जाबौ, तौले मैं भीड़ पनार लेमौं। \v 46 उनकै पनारकै ईसु पहाड़ मैं प्रार्थना करन चले गौ। \v 47 जब संजा खिन ही गई तौ नईंयाँ झील के बीच-बाच रहै, खाली ईसु इकल्लो डींड़े मैं रहै। \v 48 जब बौ देखी कि चेला पतवार चलात-चलात थक गै हैं, काहैकि ब्यार उल्टा उन्हईं घाँईं चलै, तौ तीन से छ: बजे के करीब मैं भुकभुको होन से पहले बौ पानी के ऊपर नेंगत भै चेलन के झोने आओ; और बौ चेलन से अग्गु जान ताहीं करै, \v 49 लेकिन बे बाकै पानी ऊपर नेंगत देखकै डराय गै और चिल्लाए पड़े, उनकै लगो की भूत है। \p \v 50 बे सबै ईसु कै देखकै डराय गै रहैं, लेकिन ईसु जल्दी से उनसे बात करन लगो और कही, “हिम्मत भाँदौ: मैं हौं; डराबौ मति!” \v 51 फिर ईसु उनके झोने नईंयाँ मैं आए गौ, और ब्यारौ रुक गई: और बे बड़ा अचम्मो करैं। \v 52 बे कुछ समय पहले की पाँच हजार लोगन कै रोटी खबान की बात ना समझ पाईं रहैं, काहैकि उनके मन कर्‌रे ही गै रहैं। \s गन्नेसरत परदेस मैं बिमारन कै अच्छो करनो \r (मत्ती 14:34-36) \p \v 53 ईसु झील के बौ पाँजर जाएकै गन्नेसरत परदेस समुंदर के डींड़े मैं पुगे, और नईंयाँ कै डींड़े मैं करीं और भाँद दईं। \v 54 और जब बे नईंयाँ मैं से उतरे, तौ आदमी तुरंतै उनकै जानगै, \v 55 बौ परदेस के सब घाँईं जाए-जाएकै, बे जितने बिमार रहैं; उनकै खटिया मैं लिटाए कै, जितै-जितै ईसु मसीह की खबर मिलै बे उतई-उतई लै-लै फिरैं। \v 56 और जितै कहूँ बौ गाँव, नगरन और बस्तियन मैं जात रहैं, तौ आदमी बिमारन कै बजारौ मैं लै चले जात रहैं और बासे नहोरे करकै कहेत रहैं कि तैं अपने लत्ता के कुंछ कै छून दे: जित्ते बाकै छूत रहैं, सबै अच्छे ही जात रहैं। \c 7 \s बड़े-बूढ़ेन की सिक्छा \r (मत्ती 15:1-9) \p \v 1 तौ फरीसी और एक काद यहूदि नियम के सिक्छक जो यरूसलेम नगर से आए रहैं, ईसु झोने जुराए गै, \v 2 और बे बाके कुछ चेलन कै रीत के हिसाब से छिया-पछारे हातन से खानु खात भइ देखीं, बे फरीसियन के कहेन के हिसाब से खान से अग्गु हात नाय धोईं रहैं। \p \v 3 काहैकि बे फरीसी और यहूदि जाति के लोग रहैं, बे अपने पुरखन की रीत रबईय्या मानकै ही चलत रहैं, बे जबले खूबै अच्छे से हात नाय धोए लेते तौले खानु ना खात रहैं। \v 4 बजार-घाट से आए कै, बिना हंदाए धोए तौ खानु खातै ना रहैं; औरौ दुसरी परम्परा माने करत रहैं, जैसे कटोरा, लोटा, फूल के बर्तन और खटिया कै माँजनो-धोनो। \p \v 5 तभई के मारे फरीसी और यहूदि नियम के सिक्छक ईसु से पूँछी, “तेरे चेला काहेकै पुरखन की रीत रबईय्या कै ना मानथैं, और रीत के हिसाब से छिया-पछारे हातन से खाए लेथैं?” \p \v 6 इतका कहतै खिना ईसु बोल उठो, “यसायाह भविस्यवक्ता जो रहै बौ तुम कपटियन ताहीं कतईये ठीकै-ठीक भविस्यवाँड़ी करी है” जैसे कि लिखो पड़ो है: \q1 “जे आदमी, मोहों से तौ मेरो आदर करथैं, \q2 लेकिन उनको मन तौ मोसे लगोई ना है। \q1 \v 7 उनकै मेरी उपासना करकै कोई फायदा ना है, \q2 कैसे बे इंसानन की बनाई भइ बातन कै \q2 परमेस्वर को नियम करकै सिखाथैं!” \p \v 8 “काहैकि तुम तौ परमेस्वर के आग्या कै टालमटोल करकै इंसानन की रीत-रबईय्यन कै मानत रहथौ।” \p \v 9 बौ दोहराए कै उनसे कही, “तुम तौ अपनी रीत मानन ताहीं परमेस्वर के आग्या कै एक घड़ी मैं टाल देथौ! \v 10 जौ बात मूसा नाओं को भविस्यवक्ता हुकम दै रखाई है, ‘अपने अईय्या-दऊवा को आदर करिये,’ और ‘जो कोई अपनी अईय्या-दऊवा कै भलो-बुरो कहबै, बौ सच्ची मैं मरिये जाबै।’ \v 11 लेकिन तुम तौ कहथौ कि अगर कोई इंसान अपने अईय्या-दऊवा से कहबै कि तोकै मोसे जो मदत\f + \fr 7:11 \fr*\ft मूल भासा मैं कुर्बान\ft*\f* होने रहै, बौ तौ दान है, मतलब जौ परमेस्वर को है। \v 12 तौ-तौ बे उनके अईय्या-दऊवा की सेवा साति करन ताहीं कतईये मनै कर देथैं। \v 13 जहे की बजह से तुम अपनेई रीत-रबईय्या से परमेस्वर की बात कै टाल देथौ। और ऐसियै तुम भौत कछु करथौ।” \s इंसानन कै असुद्ध करन बारी बातैं \r (मत्ती 15:10-20) \p \v 14 तौ ईसु सबन कै अपने झोने बुलाएकै कही, “तुम सब जनी मेरी सुनौ और समझौ। \v 15 ऐसी कोई चीज हईये नाय जो इंसानन कै बाहर से भीतर जाएकै गंदो करै, बल्किन जो चीज इंसानन के भीतर से निकरथै, बहे बाकै गंदो करथै।” \v 16 जो-जोके सुनन के कान हैं बौ सुन लियै।\f + \fr 7:16 \fr*\ft एकाद हस्तलेखन मैं जौ पद नाय है।\ft*\f* \p \v 17 जब बौ भीड़ छोड़कै घरै गौ, तौ बाके चेला बौ कहानी के बारे मैं पूँछन लगे। \v 18 तौ बौ उनसे कहेन लगो कि “तुम्हऊँ ना समझपाए का? का तुम ना जानथौ? कि जो चीज इंसान के भीतर जाथै, बासे बौ असुद्ध ना होथै। \v 19 काहैकि बौ तौ पेट मैं जाएकै सरीर से मल के जरिये निकर जाथै बौ मन मैं थोड़ी ना रहथै जौ सब कछु कहकै बौ सब खानबारी चीजन कै साफ बताई।” \p \v 20 फिर बौ कहेन लगो, “जो कछु इंसानन के भीतर से निकरथै, बहे से बौ गंदो, होथै। \v 21 काहैकि इंसानन के भीतर सेई मन मैं बुरी-बुरी सोच, छिनरइपना, चोरी करनो, मार डारनो, \v 22 व्यभिचार, लालच, सबै तरहन के बुरे काम, छल-कपट, असलीलता, चिड़नो, बदनामी करनो, गुमान करनो, और मूर्खता की बात निकारनो। \v 23 जे बातैं मन के भीतर सेई निकरथैं और इंसानन कै असुद्ध करथैं।” \s बईय्यर को बिस्वास \r (मत्ती 15:21-28) \p \v 24 फिरौंकी ईसु उतै से सूर नाओं के देस मैं आओ; और एक घर मैं चले गौ, पर बौ ना चहात रहै कि कोई बाकै देखै; लेकिन बौ अपने आपकै लुकाईये ना पाई। \v 25 और तभई एक बईय्यर आई, जोकी छोटी लौड़िया के अंदर प्रेत आत्मा रहै, बौ ईसु के बारे मैं सुनकै बाके झोने आई, और पाँव लागी। \v 26 बौ यूनानी और सुरुफिनीकी\f + \fr 7:26 \fr*\ft गैर यहूदि\ft*\f* जाति की बईय्यर रहै। बौ बासे नहोरे करी कि मेरी लौड़िया के अंदर से प्रेत आत्मा निकार दे। \v 27 ईसु बौ बईय्यर से कही, “पहले बालकन कै तौ खाए लेन दे, काहैकि उनको परसो भौ परसा उनसे छीन कै कुत्तन कै देनो ठीक ना समझथौं।” \p \v 28 पर बईय्यर कही, “सच्चियै बात है प्रभु, तहुँओं कुत्तौ तौ बालकन के नीचे को पड़ो-पड़ाव रोटी को करकूना खाईये लेथैं!” \p \v 29 ईसु बासे कही, “तैं अब जौ कहोई है तौ चली जा प्रेत आत्मा तेरी लौड़िया के अंदर से निकर गई है।” \p \v 30 जब बौ घरै आयकै देखी तौ लौड़िया खटिया मैं लेटी है, और प्रेत आत्मा निकर गई। \s ईसु गूँगा-बैहरा आदमी कै अच्छो करी \p \v 31 फिरौंकी बौ सूर के देस से निकरकै सैदा से हुईकै दिकापुलिस से होत भौ गलील की झील झोने पुगो। \v 32 और फिर निरे आदमी एक बैहरा कै लाईं जो गूँगौ रहै, ईसु के झोने लायकै बासे नहोरे करीं कि बौ अपनो हात बाके ऊपर रखै। \v 33 तौ ईसु बाकै भीड़ से अलग्याँओं लैगौ, और अपनी उँगरिया बाके कान मैं डारकै थूकी, और बाकी जीभ कै छुइ; \v 34 और स्वर्ग घाँईं देखकै आँह भरी, और बासे कही, “एफ्फाथा!” मतलब “खुल जा।” \p \v 35 और बाके कान खुल गै, और बाकी जीभ की गाँठियौ खुल गई, और बौ सपा-सपा बोलन लगो। \v 36 तौ ईसु लोगन कै उपदेस दई और कही कतई कोई से मत कहियो; जो हिसाब से बौ बाकै हुकम दई रहै, बौ औरौ हुलगदड़ मचाई। \v 37 हुँआँ के आदमी बड़ा अचम्मो करकै कहेन लगे, “बौ जो कछु करी है अच्छोई करी है; बौ बहरन कै जो पहले सुन ना पात रहैं सुनन लगे, और गूँगा जो बोल ना पात रहैं बोलन लगे।” \c 8 \s ईसु चार हजार आदमिन कै खानु खबाई \r (मत्ती 15:31-39) \p \v 1 बे दिनन फिर से एक मौका आओ तौ बड़ा जोड़ भीड़ जुराए गई, और उनके झोने खान कै कछुए नाय रहै, तौ ईसु अपने चेलन कै झोने बुलाएकै कही, \v 2 “मोए जौ भीड़ के ऊपर बड़ा तरस आए रहो है, काहैकि निठाठौर जे तीन दिन से मेरे संगै हैं, और उनके झोने खानौ ताहीं कछु नाय है। \v 3 बौ कही मैं इन्हैं भूंको भेज दौ तौ, जे थक हार कै अधरस्ता मैं रह जांगे, और एक-काद तौ दूरौ के हैं।” \p \v 4 बाके चेला बासे कहीं, “हिंयाँ बन मैं ढेर रोटी कोई कितै से लागो कि जे छक सकथैं?” \p \v 5 ईसु उनसे पूँछी, “तुमरे झोने कितका रोटी हैं?” बे कहीं “सात।” \p \v 6 फिर बौ सबन से कही, कि जमीन मैं बैठ जाबौ, और सात रोटी लैकै धन्यवाद दैकै तोड़ी, और अपने चेलन कै देत जाबै कि उनके अग्गु रखै, फिर चेला सबन अग्गु परस दईं। \v 7 उनके झोने जराएक छोटी मच्छियौ रहैं: बौ धन्यवाद दैकै उन्हऊँ कै बाँटन कही। \v 8 बे भर पेट खाए लईं और चेला बचे कुचे टुकड़ा के सात बितौला भरे भै उठाईं। \v 9 और हूँना चार हजार के लमसम आदमी रहैं। फिर बौ उनकै पनार दई, \v 10 और बौ तुरंतै अपने चेलन संग नईंयाँ से दलमनूथा जिला मैं चलो गौ। \s फरीसियन को चमत्कार को निसान माँगनों \r (मत्ती 16:1-4) \p \v 11 कुछ फरीसी आयकै ईसु से बहस करन लगे, और बाकै अजमान ताहीं स्वर्ग को कोइसो भी चिन्ह माँगी। \v 12 पर बौ अपने मन मैं आँह भरी और कही, “जौ समय के आदमी पता नाय काहेकै, कोई चिन्ह ढूँड़त फिरथै? ईसु उनसे कही मैं तुमसे सच्ची कहथौं हबै के आदमिन कै कोईये निसानी नाय दई जागी।” \p \v 13 और फिर ईसु उनकै हूँन छोड़कै नईंयाँ से झील के बौ पाँजर चले गौ। \s फरीसियन और राजा हेरोद को खमीर\f + \fr 8:14 \fr*\ft जो रोटी कै फुलान मैं मदत करथै\ft*\f* \r (मत्ती 16:5-21) \p \v 14 चेला खान ताहीं कम खानु लईं, और जब बे नईंयाँ मैं रहैं तौ उनके झोने एकै रोटी रहै। \v 15 ईसु उनकै चिताए कै कही, “देखौ फरीसियन के खमीर और हेरोद राजा के खमीर से चौकन्ने रहियो।” \p \v 16 बे आपस मैं बतकान लगे, तभई जौ ऐसो कहबै काहैकि “हमरे झोने रोटी नाय हैं।” \p \v 17 जो बे कहेत रहैं बौ जानकै ईसु कही, “तुम काहे रोटी नाय होन मैं एक दुसरे से बतकाथौ? का तुम हबै तक नाय जान और समझपाए हौ? का तुमरो मन इत्तो कर्‌रो हुई गौ है? \v 18 तुमरी आँखी होत भै तुम नाय देख पाथौ? और तुमरे कान होत भै भी नाय सुन पाथौ? तुमकै यादौ नाय है \v 19 कि जब मैं पाँच हजारन के ताहीं पाँचै रोटी तोड़ो तौ तुम कित्ते टुकड़ा भरी भई छपरिया उठाए?” बे बासे कहीं, “बारह छपरिया।” \p \v 20 “और जब चार हजारन के ताहीं सात रोटी रहैं, तौ तुम कित्ते टुकड़ा भरी भई छपरिया कै उठाए रहौ?” बे फिर बासे कहीं “सात छपरिया।” \p \v 21 बौ उनसे कही, “का तुम हबै तक समझिए नाय पाए?” \s ईसु बैतसैदा मैं एक अंधरा कै अच्छो करथै \p \v 22 फिर बे बैतसैदा मैं आए; तौ आदमी एक अंधरा कै ईसु के झोने लैयाईं और बासे नहोरे करीं कि बाकै छुइबै। \v 23 बौ अंधरा को हात पकड़कै गाँव के दुआरे लैगौ, और बाकी आँखी मैं थूक कै बाके ऊपर हात धरकै, बासे पूँछी, “तू कछु देखथै कि नाय?” \p \v 24 बौ आँखी उठाएकै कही, “मैं लौड़ा कै तौ देखत जरूर हौ लेकिन बे मोकै नेंगत भै पेंड़ के तराहनी दिखाई देथैं।” \p \v 25 फिरौंकी बौ दुबारा से बाकी आँखी मैं हात रखी, और अंधरा गौर से देखी। और का देखरौ है कि बौ अच्छो हुई गौ है, और सपा-सपा देखरौ है। \v 26 ईसु बासे जौ कहकै घरै भेजी, “जौ गाँव के भीतर दुबारा पाँव मत धरिये।” \s ईसु को चेला पतरस, ईसु कै मसीह मानी \r (मत्ती 16:13-20; लूका 9:18-21) \p \v 27 ईसु और बाके चेला कैसरिया फिलिप्पी के गाँव मैं गै। जब बे रस्ता मैं रहैं तौ अपने चेलन से पूँछन लगो, “आदमी मोसे का कहथैं बताबौ?” \p \v 28 “बे बासे कहीं, एकाद यूहन्ना बपतिस्मा देन बारो; लेकिन एकाद-जनी एलिय्याह भविस्यवक्ता और दुसरे भविस्यवक्तन मैं से एक कहमैं।” \p \v 29 “लेकिन ईसु उनसे पूँछी, तुम मोसे का कहथौ?” पतरस बासे कही, “तू मसीह है।” \p \v 30 तौ ईसु उनकै आग्या दई, “मेरे बारे मैं जौ बात कोई से मत कहियो।” \s ईसु अपनेई दुख और मरन के बारे मैं बताथै \r (मत्ती 16:21-28; लूका 9:22-27) \p \v 31 तौ फिर ईसु उनकै सिखान लगो कि “इंसानन के लौड़ा के ताहीं जरूरी है कि बौ खूबै दुख उठाबैगो, और बड़े-बूढ़े और मुखिया पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक बाकै ठुकराए कै मार डारंगे, फिर बौ तीन दिन बाद फिर जिंदो हुई जाबैगो।” \v 32 ईसु जौ बात कै उनसे सपा-सपा कह दई। जौ बात से पतरस ईसु कै अलग्याँओं लैजाय कै झुकान लगो, \v 33 लेकिन बौ मुरक्कै अपने चेलन घाँईं दुबारा से देखी, और पतरस कै झुकाएकै कही, “ए सैतान मेरे अग्गु से दूर हुई जा; काहैकि तैं परमेस्वर की बातन के ऊपर नाय, लेकिन इंसानन की बातन के ऊपर मन लगाथै।” \p \v 34 बौ चेला समेत भीड़ कै अपने झोने बुलाई और कही, “जो मेरे पच्छू आनो चाहथै, बौ अपने आपकै इंकार करै और अपनो क्रूस उठाएकै, मेरे पच्छू आबै। \v 35 काहैकि जो अपनी ज्यान बचानो चहागो बौ बाकै गबागो, लेकिन जो अपनी ज्यान मेरे ताहीं और सुसमाचार के ताहीं खोबैगो, बौ बाकै बचाए लेगो। \v 36 अगर इंसान पूरी दुनिया कै पाए लेबै और अपनी ज्यान कै गबाबै, तौ बाकै का फायदा? \v 37 इंसान अपनी ज्यान के बदले मैं का दै सकथै? \v 38 जो कोई व्यभिचारी और पापी पीढ़ी के बीच मोसे और मेरी बातन से सर्मागो, तौ इंसान को लौड़ा भी जब बौ पवित्र दूतन के संग अपने दऊवा की महिमा समेत आगो, तौ बहो से सर्मागो।” \c 9 \p \v 1 ईसु उनसे कही, “मैं तुमसे सच्ची कहथौं कि जित्ते भी इतै ठाड़े हैं, इनमैं से कित्ते ऐसे हैं, कि जब तक परमेस्वर के राज्य कै सामर्थ्य संगै आत भइ नाय देख लेमंगे, तब तक नाय मरंगे।” \s ईसु को रूप बदलनो \r (मत्ती 17:1-13; लूका 9:28-36) \p \v 2 छै दिन बाद ईसु पतरस और याकूब और यूहन्ना कै संग लई, और ऊँचे पहाड़ मैं लैगौ। जहाँ बे इकल्ले रहैं, हुँआँ उनके अग्गु, देखतै-देखत बाकी सकल पूरिये बदल गई, \v 3 और बाके लत्ता ऐसे चमकन लागे, कि दुनिया मैं लत्ता धोन बारूओ इतनो सेतो नाय कर पातो। \v 4 तौ बे तीनौ चेलन कै मूसा के संग एलिय्याह दिखाई दई, बे ईसु के संग बतकात रहैं। \v 5 और पतरस ईसु से कही, “गुरुजी, जौ अच्छी बात है कि हम हिंयाँ रहमैं: तभईये हम तीन तम्बु बनाए; एक तेरे ताहीं, एक मूसा ताहीं, और एक एलिय्याह ताहीं।” \v 6 बे बड़ा जोड़ डराय गै रहैं, जहे बजह से पतरस नाय जानत रहै कि का जबाब देबै। \p \v 7 तौ एक बादर उनकै छाए लई, और बौ बादर मैं से जौ अबाज निकरी, “जौ मेरो प्रिय लौड़ा है, जाकी सुनौ।” \v 8 तुरंतै बे सब घाँईं देखन लगे, और ईसु कै छोड़कै अपने संग और कोई कै नाय देखी। \p \v 9 पहाड़ से उतरत पोती बौ उनकै हुकम दई, “जब तक इंसान को लौड़ा मरे भै मैं से जिंदो नाय ही जाबै, तब तक जो कछु तुम देखे हौ बौ कोई से मत कहियो।” \p \v 10 बे जौ बात कै याद रखीं; और एक दुसरे से सोच बिचार करन लगे, “मरे भै मैं से जिंदो होन को का मतलब है?” \v 11 और बे बासे पूँछन लगे, “यहूदि नियम के सिक्छक काहे कहथै कि एलिय्याह को पहले आनो जरूरी है?” \p \v 12 बौ उनकै जबाब दई, “एलिय्याह सच्ची मैं पहले आयकै सब कछु सुधारैगो, पर इंसान के लौड़ा के बारे मैं सास्त्र कहथै कि बौ बड़ा दुख उठाबैगो, और ठुकराओ जागो? \v 13 पर मैं तुमसे कहथौ, कि एलिय्याह तौ आए चुको, और जैसो सास्त्र मैं बाके बारे मैं लिखो है, लोग जैसो चाँहीं बाके संग करी।” \s प्रेत आत्मा पकड़े भै बालका कै अच्छो करी \r (मत्ती 17:14-20; लूका 9:37-43) \p \v 14 जब बौ बचे भै चेलन के झोने आओ, तौ देखी की उनके चारौ घाँईं बड़ी भीड़ लगी है, और यहूदि नियम के सिक्छक उनके संग बहस कर रै हैं। \v 15 लोग ईसु कै देखत खिना कि बड़ा चौहोंक गै, और बाके घाँईं दौड़कै बाकै नमस्ते करीं। \v 16 ईसु उनसे पूँछी, “तुम इनसे काहे बहस कर रै हौ?” \p \v 17 भीड़ मैं से एक जबाब दई, “गुरुजी, मैं अपने लौड़ा कै तेरे झोने लाओ रहौं, जोमैं प्रेत आत्मा समाई रहै और बौ बतकाए नाय पाथै। \v 18 जहाँ कहूँ बौ बाकै पकड़थै, हुँए पद्द दिना गिराय देथै: और बाके मोहों मैं से बुजबुजा आन लगथै, और बाके दाँत मिस जाथैं, और बौ ऐंठ जाथै, मैं तेरे चेलन से कहो रहौं की बाकै निकार दे, लेकिन उनमैं निकारन की हिम्मत नाय रहै।” \p \v 19 जौ सुनकै बौ उनकै जबाब दैकै कही, “हे अविस्वासी लोगौ, मैं कब तक तुमरे संग रहमंगो? और मैं कब तक तुमरी सकारंगो? लौड़ा कै मेरे झोने लाबौ।” \p \v 20 तौ बे बाकै बाके झोने लाईं: और जब बौ बाकै देखी, तौ प्रेत आत्मा बाकै तुरंत मरोड़ दई; और बौ जमीन मैं गिर गौ, और बाके मोहों मैं से बुजबुजा निकरै और बौ पल्टईंयाँ खान लग गौ। \p \v 21 बौ बाके दऊवा से पूँछन लगो, “जौ हालत जाकी कब से है?” बौ कही, “बचपन से।” \v 22 “जहे प्रेत आत्मा जाकै खतम करन ताहीं कहु आगी और कहु पानी मैं गिराई; अगर तू कछु कर सकै तौ हमरे ऊपर तरस खा और मदत कर।” \p \v 23 “हाँ” ईसु उनकै जबाब दई, “बिस्वास करन बारे के ताहीं सब कछु ही सकथै।” \p \v 24 लौड़ा को दऊवा तुरंतै गिड़गिड़ाए कै कही, “प्रभु, मैं बिस्वास तौ करथौं, और जद्धा बिस्वास करन ताहीं मेरी मदत कर।” \p \v 25 तौ ईसु देखी कि लोग दौड़कै भीड़ लगाए रै हैं, तौ बौ प्रेत आत्मा कै जौ कहकै झुकाइ, गूँगी और बैहरी आत्मा मैं तोकै आग्या देथौं तू बाके भीतर से निकर जा। गूँगी और बैहरी आत्मा, “मैं तोकै आग्या देथौं, बामै से निकर जा, और फिर बामै कहुए मत घुसिये।” \p \v 26 तौ बौ चिल्लाए कै और बाकै बड़ा जोड़ से मरोड़ कै, निकर आई; और सबै जनी कहेन लागे “बौ मर गौ है।” \v 27 लेकिन ईसु बौ लौड़ा को हाथ पकड़कै उठाई, और बौ ठाड़गौ। \p \v 28 जब ईसु घरै आओ, तौ बाके चेला अकेले मैं पूँछी, “हम प्रेत आत्मा कै काहे नाय निकार पाए?” \p \v 29 ईसु उनकै जबाब दई, “ऐसो भूत प्रार्थना के अलावा और कोई तरीका से नाय निकर सकथै।” \s ईसु अपने मरन के बारे मैं दुबारा से बताथै \r (मत्ती 17:22-23; लूका 9:43-45) \p \v 30 ईसु और बाके चेला हुँआँ से निकरकै गलील नगर होत भै जात रहैं। बौ नाय चहात रहै की बौ कहाँ हैं, कोई कै पता चलै, \v 31 काहैकि बौ अपने चेलन कै उपदेस देत और उनसे कहेत रहै, “इंसान को लौड़ा आदमियन के हाथ मैं पकड़बाओ जागो, और बे बाकै मार डारंगे; और बौ मरन के तीन दिन बाद जिंदो हुई जाबैगो।” \p \v 32 पर बौ जो उपदेस देत रहै बौ बात उनकी समझ मैं नाय आई, और बे बासे पूँछन से डरात रहैं। \s सबसे बड़ो कौन \r (मत्ती 18:1-5; लूका 9:46-48) \p \v 33 ईसु और बाके चेला कफरनहूम मैं आए; और घर मैं आए कै बौ उनसे पूँछी, “रस्ता मैं तुम कौनछी बात मैं सोच-बिचार करत रहौ?” \p \v 34 बे चुप रहैं, काहैकि रहामैं बे हममैं से बड़ो कौन है बौ बात के बारे मैं सोच-बिचार करत रहैं। \v 35 बौ बैठकै बारहों कै बुलाई और उनसे कही, “अगर कोई बड़ो होनो चाहबै, तौ अग्गु सबसे छोटो और सबकी सेवा करन बारो सेवक बनै।” \v 36 और बौ एक बालक कै लायकै उनके बीच मैं ठड़बाए दई, और बाकै गोदी मैं लैकै उनसे कही, \v 37 “जो कोई मेरे नाओं से ऐसे बालकन मैं से एक कै भी मानथै, बौ मोकै मानथै; और जो कोई मोकै मानथै, बौ मोकै नाय, बल्किन मेरे भेजन बारे कै मानथै।” \s जो खिलाप मैं नाय, बौ मेरे घाँईं है \r (लूका 9:49-50) \p \v 38 तौ यूहन्ना ईसु से कही, “गुरुजी, हम एक आदमी कै तेरे नाओं से प्रेत आत्मा कै निकारत देखे और हम बाकै मना करन लगे, काहैकि बौ हमरे झुंड को नाय रहै।” \p \v 39 ईसु कही, “बाकै मत मना करौ,” ऐसो कोई नाय है जो मेरे नाओं से सामर्थ्य को काम करै, और जल्दी से मोकै बुरो कह सकै, \v 40 काहैकि जो हमरे खिलाप मैं नाय हैं, बे हमरे घाँईं हैं। \v 41 जो कोई एक कटोरा पानी तुमकै पिबाबै कि तुम मसीह के हौ तौ मैं तुमसे सच्ची कहथौं कि बौ अपनो इनाम नाय हरबाबैगो। \s ठोकर की बजह बननो \r (मत्ती 18:6-9; लूका 17:1-2) \p \v 42 “जो कोई इन छोटे मैं से मेरे ऊपर बिस्वास करथै, अगर कोई बाके बिस्वास खोन को बजह बनै तौ बाके ताहीं अच्छो जौ है कि एक बड़ी चक्की को पटला बाकी घेंट मैं लटकाओ जाए और समुंदर मैं डार दौ जाए। \v 43 अगर तेरो हाथ तेरे बिस्वास खोन को बजह बनै तौ बाकै काट दे। टुन्डा हुईकै जिंदगी बितानो तेरे ताहीं अच्छो है कि दुई हाथ होत भइ तू नरक की आगी मैं डारो जाए जो कहुए बुतन की नाय है। \v 44 जहाँ पर बाको कीरा नाय मरथै और आगी भी नाय बुतथै।\f + \fr 9:44 \fr*\ft जौ आयत कुछ दस्तावेजन मैं नाय मिलथै।\ft*\f* \v 45 अगर तेरो पाँव तेरे बिस्वास कै खोन को बजह बनै तौ बाकै काट दे। लंगड़ा हुईकै जिंदगी बितानो तेरे ताहीं अच्छो है कहूँ दुई पाँव होन के बाबजूद भी तू नरक की आगी मैं खेंक दौ जाबै, \v 46 जहाँ पर उनको कीरा कहुए नाय मरथै और आगी भी कहुए नाय बुतथै। \v 47 अगर तेरी आँखी तेरे बिस्वास कै खोन को बजह बनै तौ बाकै निकार दे। काना हुईकै परमेस्वर के राज्य मैं आनो तेरे ताहीं अच्छो है। कहीं ऐसो नाय होबै दुई आँखी होन के बाबजूद तू नरक की आगी मैं खेंक दौ जाबै। \v 48 जहाँ पर बाको कीरा नाय मरथै और आगियौ नाय बुतथै।” \p \v 49 काहैकि हर एक आदमी कै आगी से सुद्ध करौ जाबैगो जैसे कि भेंट कै नून से सुद्ध करो जाथै। \p \v 50 “नून अच्छो है; और अगर नून को नुनियानपन चले गौ तौ बाकै कासे नुनियान करैगे?” \p “अपने मैं दिलबराने को नुनियानपन रखौ, और एक दुसरे के संग सांति से रहबौ।” \c 10 \s तलाक के बारे मैं ईसु की सिक्छा \r (मत्ती 19:1-12; लूका 16:18) \p \v 1 फिर ईसु हूँना से उठकै यहूदिया की सीमा से यरदन नदिया के पार आओ। लोगन की भीड़ फिर से बाके झोने आई और बौ हमेसा तराहनी सिखान लागो। \p \v 2 तौ फरीसी बाके झोने आए कै बाकै फसान की कोसिस करीं। “बे ईसु से पूँछीं,” हमकै बता, “का हमरो नियम एक आदमी कै बाकी अपनी बईय्यर कै छोड़न को अधिकार देथै?” \p \v 3 तौ बौ उनकै जबाब दई। “मूसा तोकै का नियम दई है?” \p \v 4 बे कहीं “मूसा अपनी बईय्यर कै नियम के जरिया एक चिट्ठी लिखकै छोड़न ताहीं इजाजत दई है।” \p \v 5 ईसु उनसे कही, “तुमरे कर्‌रे मन की बजह से जौ आग्या बौ तुमरे ताहीं लिखी। \v 6 सास्त्र ऐसो कहथै, जौ दुनिया की सुरुवात से परमेस्वर लोग और बईय्यर करकै उनकै बनाई है। \v 7 तौ जहे बजह से आदमी अपनी अईय्या और दऊवा से अलग हुईकै अपनी बईय्यर के संग रहागो, \v 8 तौ बे दोनों एक तन हीकै एक संग रहमंगे; काहैकि अब बे दुई नाय बल्किन एक सरीर हैं। \v 9 काहैकि जोकै परमेस्वर जोड़ी है, उनकै आदमी अलग नाय करै।” \p \v 10 घर मैं आयकै चेला जाके बारे मैं बासे फिर पूँछीं। \v 11 बौ उनसे कही, “एक आदमी अपनी बईय्यर कै तलाक दैकै दुसरी से बिहा करथै तौ बौ पहली बारी के खिलाप व्यभिचार करथै; \v 12 जहे हानी अगर बईय्यर अपने लोगा कै तलाक दैकै दुसरे लोग से बिहा करथै तौ बौ भी व्यभिचार करथै।” \s ईसु बालकन कै आर्सिवाद दई \r (मत्ती 19:13-15; लूका 18:15-17) \p \v 13 फिर लोग बालकन कै ईसु के झोने लान लगे की बौ उनके ऊपर हाथ धरै, तौ बाके चेला उनकै झुकाईं। \v 14 ईसु जौ देखकै गुस्सा हुईकै चेलन से कही, “बालकन कै मेरे झोने आनदेयौ उनकै रोकौ मत्ती, काहैकि परमेस्वर को राज्य ऐसियनै को है। \v 15 मैं तोसे सच्ची कहथौं कि जो कोई परमेस्वर के राज्य कै बालकन जैसी नाय मानैगो, बौ परमेस्वर के राज्य मैं कहुए नाय पुगैगो।” \v 16 फिरौंकी बौ बालकन कै गोदी मैं लई, और उनके ऊपर हाथ धरकै आर्सिवाद दई। \s सेठ आदमी \r (मत्ती 19:16-30; लूका 18:18-30) \p \v 17 ईसु हुँआँ से निकरकै रहामैं जातै रहै, तौ एक आदमी भाजत भौ बाके झोने आओ, और बाके अग्गु घूँटे टेक कै बासे पूँछी, “अच्छो गुरुजी, अनंत जिंदगी पान ताहीं मैं का करौं?” \p \v 18 ईसु बासे कही, “तू मोकै अच्छो काहे मानथै? कोई अच्छो नाय है, खाली परमेस्वर है। \v 19 तू आग्यन कै जानतै होगो: ‘हत्या मत करिये, व्यभिचार मत करिये, चोरी मत करिये, झूठी गभाई मत दिए, ठगिये मत्ती, अपने दऊवा और अईय्या को कहनो मानिये।’” \p \v 20 बौ बासे कही, “गुरुजी, इन सबन कै मैं बचपन से मानत आओ हौं।” \p \v 21 ईसु बाकै प्यार से देखकै बासे कही, “तेरे मैं एक बात की कमी है। जा, जो कछु तेरो है बाकै बेंच कै कंगालन कै दैदे, और तोकै स्वर्ग मैं धन मिलैगो, और मेरे पच्छू हुई ले।” \v 22 और जौ बात से बाको मोहों पुस्केयाए गौ, बौ दुखी हुईकै चले गौ, काहैकि बौ बड़ा सेठ रहै। \p \v 23 ईसु सब घाँईं देखी और अपने चेलन से कही, “सेठ आदमी को परमेस्वर के राज्य मैं आनो बड़ा मुस्किल है।” \p \v 24 चेला बाकी बात से अचम्मे भै। और फिर ईसु उनसे कही, “अरे बालकौ, जो धन के ऊपर भरोसो रखथै, उनको परमेस्वर के राज्य मैं जानो बड़ा मुस्किल है! \v 25 सुईं के भार से ऊँट कै निकर जानो तौ आसान है पर परमेस्वर के राज्य मैं सेठ आदमी को घुसनों कतई मुस्किल है।” \p \v 26 चेला बड़ा अचम्मे हुईकै आपस मैं कहेन लगे, “तौ फिर कौन, बचाओ जाओ सकथै?” \p \v 27 ईसु उनके घाँईं देखकै कही, “आदमिन से तौ जौ नाय हुई सकथै, लेकिन परमेस्वर से हुई सकथै; काहैकि परमेस्वर से सब कछु हुई सकथै।” \v 28 पतरस उनसे कहेन लागो, “देख हम तौ सब कछु छोड़कै तेरे पच्छू हुई लै हैं।” \v 29 ईसु कही, “मैं तुमसे सच्ची कहथौं कि ऐसो कोई नाय है जो मेरे सुसमाचार के ताहीं घर या भईय्यन या बहेनियन या अईय्या-दऊवा या बाले-बच्चन या खेतन कै छोड़ दई होबै, \v 30 बौ अब जौ समय खूबै पाबैगो। बौ सौ गुना अगरो घर, भईय्यन, बहेनियन, अईय्या, बाल-बच्चन, खेतन, सताव, और दुसरे युग मैं अनंत जिंदगी पाबैगो। \v 31 पर बे जो बड़ा जोड़ जनी पहले से हैं, पच्छू होमंगे; और जो पच्छू हैं, बे अग्गु होमंगे।”\fig सहर की दीवार और फाटक के बाहर बेचन बारो ऊँट कै दिखात भइ|alt="Merchant leading a camel outside a city wall and gate" src="hk00041c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="10:25"\fig* \s ईसु तिसरी बार अपने मरन के बारे मैं बताथै \r (मत्ती 20:17-19; लूका 18:31-34) \p \v 32 बे यरूसलेम कै जात भै रहामैं रहैं, और उनके अग्गु-अग्गु ईसु जात रहै: चेला अचम्मे होन लागे। बे जो बाके पच्छू-पच्छू आत रहैं बे डरात रहैं। तौ बौ फिरौंकी बारहों कै लैकै उनसे कहेन लागो, जो बाके ऊपर आनबारी रहै, \v 33 “देखौ हम यरूसलेम कै जानथैं, इंसान को लौड़ा कै पकड़वाए कै मुखिया पुजारिन और यहूदि नियम के सिक्छकन के हाथ मैं दै दौ जागो, और बे बाकै मारन ताहीं बाकी बुराई करंगे, और गैर यहूदि कै दै देंगे। \v 34 बे बाकी मजाक बनांगे, और बाके ऊपर थूकंगे, बाकै कोड़ा मारंगे और बाकै मार डारंगे और बौ तीन दिन बाद जिंदो हुई जागो।” \s याकूब और यूहन्ना की बिनती \r (मत्ती 20:20-28) \p \v 35 तौ जब्दी को लौड़ा याकूब और यूहन्ना बाके झोने आए कै कहीं, “गुरुजी, जो कुछ हम तोसे माँगै बौ तू हमरे ताहीं करै।” \p \v 36 बौ उनसे कही, “तुम का चाहथौ?” \p \v 37 तौ बे बासे कहीं, “हमैं जौ दे कि तेरे राज्य के सिंघासन की महिमा मैं जब तैं बैठैगो तौ हममैं से एक तेरे दाँए और दुसरो तेरे बाँए बैठै।” \p \v 38 ईसु उनसे कही, “तुम नाय जानथौ की तुम का माँग रै हौ? जो कटोरा मैं, मैं पीन बारो हौं, का तुम पी सकथौ? और जो बपतिस्मा मैं लेन बारो हौं, का तुम लै सकथौ?”\x + \xo 10:38 \xo*\xt लूका 12:50\xt*\x* \p \v 39 बे बासे कहीं, “हमसे हुई सकथै।” ईसु उनसे कही, “जो कटोरा मैं पीन बारो हौं, तुम पीबैगे; और जो बपतिस्मा मैं लेन बारो हौं, बाकै लेगे। \v 40 पर जौ अधिकार मेरो नाय है और दाँए-बाँए बैठारन को मेरो काम नाय है। जोके ताहीं जघा समारो गौ है, उनकै परमेस्वर खुद बैठारैगो।” \p \v 41 जौ सुनकै बे दसौ चेला याकूब और यूहन्ना से खिसियान लगे। \v 42 तौ ईसु उनकै झोने बुलाएकै उनसे कही, “तुम जानथौ की गैर यहूदि के हाकिम माने जाथैं; और बे उनके ऊपर राज्य करत रहैं; और उनमैं जो बड़ो है, उनके ऊपर अधिकार दिखात रहै। \v 43 पर तेरे मैं ऐसो न है, जो कोई तुम मैं से बड़ो होनो चाहथै बौ तुमरी सेवा करन बारो सेवक बनै; \v 44 और जो कोई तुम मैं से मुखिया बननो चाहबै सबको दास बनै। \v 45 इंसान को लौड़ा जाके ताहीं नाय आओ है कि बाकी सेवा करी जाबै, बल्कि जाके ताहीं आओ कि बौ खुद सेवा करै, और दुसरेन कै छुड़ान ताहीं अपनी ज्यान देबै।” \s अंधरा बरतिमाई कै आँखी दई \r (मत्ती 20:29-34; लूका 18:35-43) \p \v 46 ईसु और बाके चेला यरीहो मैं आए, और बे एक बड़ी भीड़ संग यरीहो से निकरत रहैं, तौ तिमाही को लौड़ा बरतिमाई, एक अंधरा भिकमंगा रस्ता टिकारे बैठो रहै। \v 47 बौ जौ सुनकै की ईसु नासरी है, तौ चिल्लाए-चिल्लाए कै कहेन लगो, “दाऊद को लौड़ा, ईसु मेरे ऊपर दया कर।” \p \v 48 सबै जनी बाकै झुकाइ की चुप्पा रहा, बौ और चिल्लान लागो, “ए दाऊद को लौड़ा, मेरे ऊपर दया कर।” \p \v 49 तौ ईसु रुक कै कही, “बाकै बुलाबौ।” और बे आदमी अंधरा कै बुलाएकै बासे कहीं, “हिम्मत भाँद! उठ! बौ तोकै बुलाए रौ है।” \p \v 50 बौ अपनो लत्ता खेंक कै तुरंत उठो, और ईसु के झोने आओ। \p \v 51 तौ फिर ईसु बासे कही, “तू का चाहथै कि मैं तेरे ताहीं करौं?” अंधरा बासे कही, “गुरु, मैं फिर से देखन लगौं।” \p \v 52 ईसु बासे कही, “चले जा, तेरो बिस्वास तोकै अच्छो करी है।” बौ तुरंत देखन लगो, और रस्ता मैं बाके पच्छू हुई लई। \c 11 \s यरूसलेम मैं जीत को सफर \r (मत्ती 21:1-11; लूका 19:28-40; यूहन्ना 12:12-19) \p \v 1 जब ईसु और बाके चेला यरूसलेम झोने, जैतून पहाड़ के बैतफगे और बैतनिय्याह के झोने आओ, बौ अपने चेलन मैं से दुई कै जौ कहकै पनारी, \v 2 “झोने के गाँव मैं जाबौ, हूँना पुगकै एक गधईया को बच्चा, जोके ऊपर कोई नाय बैठो है, बंधो भौ तुमकै मिलैगो। बाकै खोल लाबौ। \v 3 तुमसे कोई पूँछै जाको तुम का करैगे, तौ कहियो, ‘गुरु कै जरूरत है,’ और बौ तुरंतै बाकै हिंयाँ पनार देगो।” \p \v 4 बे जाएकै बौ बच्चा कै दुआरे फाटक के झोने खुटी मैं बंधो भौ पाईं, तौ खोलन लगे। \v 5 बामै से जो हूँना ठाड़े रहैं, कोई-कोई कहेन लागे, “गधईया के बच्चा कै काहे खोल रै हौ?” \p \v 6 जैसी ईसु उनसे कही, बैसिये बे उनसे कह दईं; तौ लोग उनकै जान दईं। \v 7 बे बच्चा कै ईसु के झोने लाईं और बे बाके ऊपर लत्ता डारीं और बौ बाके ऊपर बैठगौ। \v 8 तौ निरे जनी अपने लत्ता रहामैं बिछाईं और दुसरे आदमी खेत मैं से हँगईय्या तोड़-तोड़कै रहामैं फैलाय दईं, \v 9 जो बाके अग्गु-अग्गु जात रहैं और जो बाके पच्छू-पच्छू आत रहैं, चिल्लाए-चिल्लाए कै कहेत जात रहैं, “होसन्ना! धन्य है बौ जो प्रभु के नाओं से आथै। \v 10 हमरो दऊवा राजा दाऊद को राज्य जो आए रौ है; धन्य है! होसन्ना\f + \fr 11:10 \fr*\ft स्तुति\ft*\f*।” \p \v 11 ईसु यरूसलेम पुगकै मंदिर मैं आओ, और सब चीज देखकै बारहों के संग बैतनिय्याह गौ, काहैकि संजा खिन हुई गई रहै। \s ईसु अंजीर के रूखा कै बद्‌दुआ देथै \r (मत्ती 21:18-19) \p \v 12 दुसरे दिन ईसु और बाके चेला बैतनिय्याह से निकरे तौ बाकै भूंक लगी। \v 13 बौ दूर से अंजीर को एक हरो रूखा देखकै बाके झोने गौ की बामै कछु होबै: बामै पत्ता के अलावा कछुए नाय पाई; काहैकि बौ समय फरन की बेरा नाय रहै। \p \v 14 तौ बौ बासे कही, “अब से तेरो फरा कहुए कोई नाय खागो!” और बाके चेला सुनत रहैं। \s ईसु मंदिर गौ \r (मत्ती 21:12-17; लूका 19:45-48; यूहन्ना 2:13-22) \p \v 15 बे फिर यरूसलेम मैं आए, और बौ मंदिर मैं गौ; जो हूँना खरीदन और बेचन को काम करत रहैं उनकै दुआरे निकारन लागो, रुपईया-पैसन कै बदलन बारेन और कबूतर बेचन बारेन की मेज कै पलट दई। \v 16 और मंदिर मैं से हुईकै कछुए लैकै नाय आन-जान दई। \v 17 और उपदेस दैकै उनसे कही, “का जौ सास्त्र मैं नाय लिखो है कि मेरो घर सब देस के लोगन के ताहीं प्रार्थना को घर कहो जाबै? और तुम जाकै डकैतन की जघा बनाए दै हौ।” \p \v 18 जौ सुनकै मुखिया पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक ईसु कै मार डारन की सोचन लागे; काहैकि बे बासे डरात रहैं, और बाके उपदेस से पूरो झुंड अचम्मो मानत रहैं। \p \v 19 संजा भौ तौ ईसु और बाके चेला सहर से दुआरे चले गै। \s सूखे अंजीर के रूखा से सिक्छा \r (मत्ती 21:20-22) \p \v 20 भोर भौ तौ ईसु और बाके चेला उतै से जात रहैं तौ बे अंजीर के रूखा कै जड़ तक सूखो भौ देखीं। \v 21 पतरस कै बौ बात याद आई, और बौ उनसे कही, “गुरु, देख! जौ अंजीर को रूखा जोकै तू बद्‌दुआ दौ रहै, सूख गौ है।” \p \v 22 ईसु बाकै जबाब दई, “परमेस्वर के ऊपर बिस्वास रखौ। \v 23 मैं तोसे सच्ची कहथौं कि जो कोई जौ पहाड़ से कहबै, तू उखड़ जा, और समुंदर मैं गिर जा, और अपने मन मैं संका नाय करै, बल्किन जौ बिस्वास करै कि जो कहो हौं बौ हुई जाबैगो, तौ बाके ताहीं बहे होगो। \v 24 जहेमारे मैं तुमसे कहथौं कि जो कुछ तुम प्रार्थना करकै माँगौ, तौ भरोसो कर लेयौ कि तुमकै मिलगौ, और तुमरे ताहीं हुई जाबैगो। \v 25 जब कहूँ तुम ठाड़कै प्रार्थना करथौ, तुमरे मन मैं कोई के ताहीं गुस्सा होबै, तौ माफ कर दियौ: तभई तुमरो स्वर्ग को दऊवा जो बात तुम गलत करे हौ माफ करैगो। \v 26 अगर तुम माफ नाय करौ तौ तुमरो दऊवौ जो स्वर्ग मैं है, तुमरो पाप माफ नाय करैगो।”\f + \fr 11:26 \fr*\ft कुछ दस्तावेजन मैं जौ आयत नाय मिलथै\ft*\f* \s ईसु के अधिकार मैं सबाल \r (मत्ती 21:23-27; लूका 20:1-8) \p \v 27 ईसु और बाके चेला फिरौंकी यरूसलेम मैं आए, और जब बे मंदिर मैं फिरत रहैं तौ मुखिया पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक और बड़े-बूढ़े बाके झोने आए कै पूँछन लगे, \v 28 “तू जे काम कौन्छे अधिकार से करथै? और जौ अधिकार तोकै कौन दौ है?” \p \v 29 ईसु उनसे कही, “महुँ तुमसे एक बात पूँछ थौं; मोकै जबाब देयौं तौ मैं तुमकै बतांगो कि जौ काम कौन्छे अधिकार से करथौं। \v 30 यूहन्ना को बपतिस्मा का स्वर्ग से रहै की आदमियन के घाँईं से रहै मोकै बताबौ?” \p \v 31 तौ बे आपस मैं बातचीत करन लागे अगर हम कहमैं: “स्वर्ग की घाँईं से” तौ बौ कहगो, “तुम बाके ऊपर बिस्वास काहेकै नाय करे? \v 32 और अगर हम कहमैं, ‘आदमियन की घाँईं से, तौ उनकै लोगन को डर रहै, काहैकि सब जानत रहैं कि यूहन्ना सच मैं भविस्यवाँड़ी करन बारो रहै।’” \p \v 33 और बे ईसु कै जबाब दईं, “हम नाय जानथैं।” ईसु उनसे कही, “महुँ तुमकै नाय बतांगो की जौ काम कौन के अधिकार से करथौं।” \c 12 \s अंगूर की बारी के किराय दारन की कहानी \r (मत्ती 21:33-46; लूका 20:9-19) \p \v 1 फिर ईसु कहानी मैं उनसे बात करन लागो: “एक आदमी अंगूर की बारी लगाई, और बाके चारौ तरफ बेहड़ा लगाई, और रस के ताहीं गड्डा खोदी, और गुम्मट बनाई। और कमईंयन कै बाको ठेका दैकै दुसरे देस कै चलो गौ। \v 2 फिर फरा बारे महेना के बेरा मैं, बौ किसानन के झोने एक दास कै पनारी कि किसानन से अंगूर की बारी के फरा को हिस्सा लै आबै। \v 3 पर बे बाकै पकड़कै भौत मारीं और खाली हाथ लौटाय दईं। \v 4 फिर बौ एक और दास कै उनके झोने पनारी; बे बाको मूड़ फोड़ दईं और बाकी बेजती करीं। \v 5 फिर बौ एकौर कै पनारी, बाकै बे मारडारीं; तौ बौ निरे जनी कै पनारी, उनमैं से बे कुछ एक कै पीटीं, और कुछन कै मारडारीं। \v 6 अब एक रहगौ रहै, जो बाको प्रिय लौड़ा रहे। और आखरी मैं बाकै जौ सोचकै पनारी कि ‘बे मेरे लौड़ा की इज्जत’ करंगे। \v 7 बे कमईंयाँ आपस मैं कहीं, ‘जहे तौ बारिस है; आबौ हम जाकै मार डारैं, तौ जमीन हमरी हुई जाबैगी!’” \v 8 और बाकै पकड़कै मारडारीं और अंगूर की बारी के दुआरे फेंक दईं। \p \v 9 “तौ अब, अंगूर की बारी को मालिक का करैगो?” बौ आए कै बे कमईंयन कै बरबाद कर देगो, और अंगूर की बारी दुसरे कै दै देगो। \v 10 का तुम जौ बचन पवित्र सास्त्र मैं नाय पढ़े हौ? \q1 “जो पथरा कै राजमिस्त्री ठुकराई \q2 बहे मकान के कोहने को खास हिस्सा हुई गौ। \q1 \v 11 जौ प्रभु की मरजी से भौ; \q2 और हमरी नजर मैं अचम्मो है!” \p \v 12 तौ यहूदि नेता बाकै पकड़न ताहीं करीं; काहैकि बे समझ गै कि बौ उनसे कहानी मैं उनके खिलाप मैं कही है। पर बे लोगन से डरात रहैं, और बाकै छोड़कै चले गै। \s कैसर कै लगान देन के बारे मैं सबाल \r (मत्ती 22:15-22; लूका 20:20-26) \p \v 13 तौ ईसु कै बातन मैं फसान ताहीं फरीसियन और हेरोदियन कै बाके झोने पनारी। \v 14 बे आयकै बासे कहीं, “गुरुजी हम जानथैं, कि तू सच्चो है, और कोई की परबाह नाय करथै; काहैकि तू आदमिन को मोहों देखकै बात नाय करथै, पर परमेस्वर की रहा अच्छे से बताथै। तौ का कैसर कै नियम से हिसाब से लगान देनो अच्छो है या नाय?” \p \v 15 हम देमैं, या नाय देमैं, “बौ उनको कपट जानकै उनसे कही, मोकै काहे परखथौ? एक चाँदी को सिक्का मेरे झोने लाबौ, कि मैं बाकै देखौं।” \p \v 16 बे लै आईं, और बौ बासे कही, “जौ छापो और नाओं कौन को है?” तौ बे कहीं, “कैसर को।” \p \v 17 ईसु उनसे कही, “जो कैसर को है बौ कैसर कै, और जो परमेस्वर को है बौ परमेस्वर कै देबौ।” तौ बे बड़ा अचम्मो मानन लागे। \s पुनरुत्थान के बारे मैं सबाल \r (मत्ती 22:23-33; लूका 20:27-40) \p \v 18 फिर कुछ सदूकी, जौ कहेत रहैं कि मरे भैन को जिंदो होनो हईये नाय, ईसु झोने आयकै बासे पूँछी, \v 19 “ओ गुरु, मूसा हमरे ताहीं लिखी है कि अगर बाको भईय्या बिना बालक के मर जाबै और बाकी बईय्यर रह जाबै तौ बाको भईय्या बासे बिहा कर लेबै और अपने भईय्या के ताहीं बालक पैदा करै। \v 20 सात भईय्या रहैं। सबसे बड़ो बारो बिहा करकै बिना बालक के मर गौ। \v 21 तौ दुसरो भईय्या बौ बईय्यर से बिहा कर लई और बिना बालक के मर गौ; और बैसिये तीसरो बारो भी करी। \v 22 और सातौ भईय्या से बालक नाय भै। और सबन के पच्छू बौ बईय्यर भी मर गई। \v 23 अच्छेया तौ जिंदो होन के बाद बौ कौनकी बईय्यर होगी? काहैकि बौ सातौ की बईय्यर बन चुकी रहै।” \p \v 24 ईसु उनसे कही, “का तुम जौ बजह से भूल मैं नाय पड़े हौ कि तुम पवित्र सास्त्र कै नाय जानथौ, और नाय परमेस्वर कि सामर्थ्य कै? \v 25 काहैकि जब बे मरे भै मैं से जिंदे हुई जामंगे, तौ ना बे बिहा करंगे और ना बिहा कर सकंगे, और स्वर्ग मैं दूतन के हानी होंगे। \v 26 मरे भै के जिंदो होन के बारे मैं का तुम मूसा की किताब झाड़ी की कहानी मैं नाय पढ़े? कि परमेस्वर बासे कही, ‘मैं अब्राहम को परमेस्वर, और इसहाक को परमेस्वर, और याकूब को परमेस्वर हौं।’ \v 27 परमेस्वर मरे भैन को नाय बल्किन जिंदेन को परमेस्वर है; तुम बड़ा भूल मैं हौ।” \s सबसे बड़ी आग्या \r (मत्ती 22:34-40; लूका 10:25-28) \p \v 28 यहूदि नियम के सिक्छकन मैं से एक आयकै उनकै लड़त भइ सुनी, और जौ जानकै कि ईसु उनकै सई-सई जबाब दई, बासे पूँछी, “सबसे बड़ी आग्या कौन सी है?” \p \v 29 ईसु उनकै जबाब दई, “सब आग्यन मैं से जौ अच्छी है: ‘अरे इस्राएल सुन! प्रभु हमरो परमेस्वर एकै परमेस्वर है, \v 30 और प्रभु अपने परमेस्वर से अपने पूरे मन से, और अपनी पूरी ज्यान से, और अपनी पूरी अकल से, और अपनी पूरी ताकत से प्यार रखनो।’ \v 31 और दुसरी आग्या जौ है, ‘कि तू अपने पड़ोसी से अपने हानी प्यार रखिये।’ जासे बड़ी और कोई आग्या नाय है।” \p \v 32 यहूदि नियम के सिक्छक बासे कही, “अरे गुरु बड़ा अच्छो! तू सच्ची कहो कि बौ एकै है, और बाकै छोड़ और कोई नाय। \v 33 और परमेस्वर से पूरे मन, और पूरी बुद्धि, और पूरी ज्यान से, और पूरी ताकत से प्यार रखनो; और पड़ोसी से अपने हानी प्यार रखनो, सारे पसु बलियन और सबै बलिदान से बढ़कै है।” \p \v 34 तौ ईसु देखी कि बौ समझदारी से जबाब दई, तौ बासे कही, “तू परमेस्वर के राज्य से दूर नाय।” और कोई की भी बासे कछु पूँछन की हिम्मत नाय पुगी। \s मसीहा के बारे मैं सबाल \r (मत्ती 22:41-46; लूका 20:41-44) \p \v 35 फिर ईसु मंदिर मैं उपदेस देत भइ जौ कही, “यहूदि नियम के सिक्छक काहे कहथैं कि मसीह दाऊद को लौड़ा है?” \v 36 दाऊद खुद पवित्र आत्मा मैं हुईकै जौ कही है: \q1 “प्रभु मेरे प्रभु से कही: \q2 मेरे दहने बैठ \q2 जब तक मैं तेरे बैरियन के बंस कै तेरे टाँग तरे नाय कर देयौं।” \m \v 37 दाऊद तौ खुद बाकै “प्रभु कहथै; फिर बौ बाको लौड़ा कहाँ से भौ? और भीड़ के आदमी बाकी मगन हीकै सुनत रहैं।” \s यहूदि नियम के सिक्छकन से बचे रहाबौ \r (मत्ती 23:1-36; लूका 20:45-47) \p \v 38 बौ अपने उपदेस मैं बासे कही, “यहूदि नियम के सिक्छकन से चहाचीते रहबौ, जो लम्बे-लम्बे चोंगा पहनकै फिरथैं और बजारन मैं नमस्ते, \v 39 और सभाघर मैं अच्छे-अच्छे आसन और हटकना मैं अच्छी-अच्छी जघा भी चाहथैं। \v 40 बे बिधवन के घरन कै खाए जाथैं, और दिखान ताहीं बड़ी देर तक प्रार्थना करत रहथैं। बे भौत सजा पांगे।” \s बिधवा को दान \r (लूका 21:1-4) \p \v 41 ईसु मंदिर के भंडार के सामने बैठकै देखत रहै कि आदमी मंदिर के भंडार मैं कैसे पैसा डारथैं; और सेठ आदमी गजब-गजब डारीं। \v 42 इत्ते मैं एक कंगाल बिधवा आयकै दुई ताँबे के छोटे सिक्का डारी। \v 43 तौ बौ चेलन कै झोने मस्काए कै उनसे कही, “मैं तुमसे सच्ची कहथौं कि मंदिर के भंडार मैं डारन बारेन से जौ कंगाल बिधवा सबसे जाधा डारी है; \v 44 काहैकि सब अपनी जाधा सम्पत्ति मैं से डारी हैं, लेकिन जौ अपनी घटी मैं से जो कुछ बाको रहै, बौ सब डार दई है।” \c 13 \s मंदिर उजड़न की बात \r (मत्ती 24:1-2; लूका 21:5-6) \p \v 1 जब ईसु से मंदिर से निकरत रहै, तौ बाके चेलन मैं से एक बासे कही, “ए गुरु, देख कैसे बड़े-बड़े पथरा और इमारत हैं!” \p \v 2 तौ ईसु बासे कही, “का बड़ी-बड़ी इमारत देखथौ: हींना पर एकौ पथरा नाय बचैगो जो गिराओ नाय जागो।” \p \v 3 ईसु मंदिर के अग्गु जैतून पहाड़ मैं बैठो रहै, तौ पतरस, याकूब, यूहन्ना और अन्द्रियास इकल्ले मैं बाके झोने आए। \v 4 बासे पूँछी, “हमकै बता जे बात कब होंगी? और जे जब सब बात पूरी होन बारी होंगी बौ समय को का चिन्ह होगो?” \p \v 5 ईसु उनसे कहेन लागो, “चहाचीते रहियो कोई तुमकै भरमाबै ना। \v 6 निरे मेरो नाओं लैकै कहमंगे, ‘मैं बहे हौं!’ और निरेन कै बहकामंगे।” \v 7 जब तुम लड़ाई की बात सुनौ, तौ मत डरईयो; काहैकि इनको होनो जरूरी है, लेकिन बौ अंत ना होगो। \v 8 देस एक दुसरे से लड़ंगे, राज्य एक दुसरे ऊपर हमला करंगे और सब कहूँ हालाचाला होंगे, और सूखा पड़ैगो। जौ सब कछु बालका होन के अग्गु को पीर हानी होगो। \p \v 9 पर तुम चहाचीते रहियो; काहैकि आदमी तुमकै पंचायतन मैं सौंपंगे और सभाघरन मैं पीटे जांगे और सुसमाचार के बजह से तुमकै हाकिमन और राजाओं के अग्गु खड़ो करौ जागो, ताकी उनके ताहीं गभाई होबै। \v 10 और जौ जरूरी है कि अग्गु सुसमाचार को प्रचार सब आदमिन मैं करो जाबै। \v 11 जब बे तुमकै लै जाएकै सौंपैं, तौ अग्गु से चिंता मत करियो कि हम का बोलंगे; और तुमकै जैसो बताओ जाबै बैसोई कहियो; काहैकि बोलन बारे तुम ना बल्किन पवित्र आत्मा है। \v 12 भईय्या-भईय्या कै और दऊवा लौड़ा कै मरन के ताहीं सौंप देंगे, बालका अपने अईय्या-दऊवा के खिलाप मैं उठंगे और उनकै जान से मरबाए देंगे। \v 13 और मेरो नाओं की बजह से सब जनी तुमसे बुरो बर्ताव करंगे। लेकिन जो आखरी तक सबर रखैगो, बहे को उद्धार होगो। \s बरबाद करन बारी चीज \r (मत्ती 24:15-28; लूका 21:20-24) \p \v 14 “जब तुम बौ ‘बरबाद करन बारी बुरी चीजन’ कै जहाँ ठीक नाय हूँना बाकै ठाड़ी देखौ।” पढ़न बारो समझ जाए: तौ जो यहूदिया मैं होमैं, बे पहाड़ मैं भाज जामैं! \v 15 जो कोई छत के ऊपर हैं, बौ अपने घर मैं से कछु लेन ताहीं तरे ना आमै और ना भीतर जामैं; \v 16 और जो खेत मैं हैं, बे अपनो लत्ता लेन पच्छू ना लौटैं। \v 17 बे दिनन मैं जो गरब से होंगी, और जो दूद पिबान बारी होंगी उनके ताहीं कित्तो भयानक होगो। \v 18 और प्रार्थना करौ कि ऐसो जाड़ो के समय ना होबै \v 19 काहैकि जे दिनन मैं ऐसो दुख आगो जो दुनिया की सुरुवात से परमेस्वर बनाई है, अब तक ना तौ भौ, और ना कहुए दोहराए कै होबैगो। \v 20 अगर प्रभु बे दिनन कै ना घटातो, तौ कोईये लोग ना बचते। लेकिन बे छटे भै की बजह से जिनकै बौ चुनी, तभई जौ समय कै घटाई। \p \v 21 “बहे समय कोई भी तुमसे कहबै, देखौ, मसीह! हींना है, ‘देखौ, हूँना है!’ तौ भरोसा मत करियो।” \v 22 काहैकि झूठे मसीह और झूठे भविस्यवक्ता ठाड़ जामंगे। चिन्ह और तरह-तरह के चमत्कार दिखांगे ताकी चुने भै आदमिन कै भी भरमाए देमैं। \v 23 लेकिन तुम चहाचीते रहियो; देखौ जे सब बात होन से अग्गुए बताए देथौं। \s इंसान के लौड़ा को दुबारा आनो \r (मत्ती 24:29-31; लूका 21:25-28) \p \v 24 “बे दिनन मैं दुख के बाद दिन अंधियारो मैं बदल जागो, और जोनी उजियारो नाय देगी, \v 25 और आसमान से तारा गिरन लगंगे, और आसमान की सक्तियन कै हलाओ जागो। \v 26 तौ आदमी इंसान के लौड़ा कै पूरी सामर्थ्य, और महिमा के संग बादर मैं आत देखंगे। \v 27 बहे समय बौ अपने स्वर्गदूतन कै पनारकै, दुनिया के एक छोर से दुसरे छोर तक, चारौ घाँईं से अपने चुने भै आदमिन कै जोरैगो।” \s अंजीर के रूखा से सीख \r (मत्ती 24:32-35; लूका 21:29-33) \p \v 28 “अंजीर के रूखा से जौ कहानी सिकौ: जब बाकी हँगईय्या मुलायम होथैं, और उनमैं से कन्ति निकरथैं; तौ तुम पता लगाए लेथौ कि गर्मी को मौसम आनबारो है। \v 29 अगर जे बात ऐसो होत भै देखैगे, तौ जान लियो, कि बौ झोने है बल्किन दुआरे है। \v 30 मैं तुमसे सच्ची बात कहथौं, ऐसो जब तक पूरो ना होगो, तब तक कोई पीढ़ी खतम नाय होबैगी। \v 31 दुनिया और आसमान मिट जागो, लेकिन मेरी बात कहुए नाय मिटंगी।” \s दिन और घड़ी कोई ना जानथै \r (मत्ती 24:36-44) \p \v 32 “बाकई मैं बौ दिन या पल कब आगो ऐसो कोईये नाय जानथै, ना स्वर्ग के स्वर्गदूत ना लौड़ा; सिरफ दऊवा जानथै। \v 33 जगत रहियो, चहाचीते रहियो; तुमकै ना पता है बौ समय कब आए जागो। \v 34 जौ बौ आदमी के गत की तरह है जो परदेस जान पोती अपनो घर छोड़ जाबै, और अपने सेवक कै काम सौंपै, और सबन कै बाकी जिम्मेदारी देबै, और रखबरिया कै जगत रहेन कि आग्या देबै। \v 35 जहेमारे जगत रहियो, काहैकि तुम कछु नाय जानथौ कि घर को मालिक कब आए जाबै, संजा कै या आधी रात कै या मुर्गा के बास देन के समय या दिन निकरन से अग्गु। \v 36 ऐसो ना होबै कि अनकाचीति आए कै, और तुमकै सोत भै पाबै। \v 37 और जो भी बात तुमकै बताओ, मैं सबसे कहथौं: जगत रहियो!” \c 14 \s ईसु के खिलाप योजना \r (मत्ती 26:1-5; लूका 22:1-2; यूहन्ना 11:45-53) \p \v 1 दुई दिन के बाद फसह\f + \fr 14:1 \fr*\ft निर्गमन 12 अखमीरी रोटी को त्योहार\ft*\f* और अखमीरी रोटी को त्योहार आनबारो रहै। मुखिया पुजारी, यहूदि नियम के सिक्छक जौ ताक मैं रहैं कि ईसु कै कैसे धोका से पकड़कै जान से मार डारैं। \v 2 “फिर बे कहेन लागे त्योहार के दिन नाय,” कहीं ऐसो न होबै, “कि आदमिन मैं हुलगदड़ मच जाबै।” \s बैतनिय्याह मैं ईसु को अनादर \r (मत्ती 26:6-13; यूहन्ना 12:1-8) \p \v 3 जब ईसु बैतनिय्याह मैं सिमौन कोहढ़ी के घर मैं खानु खान बैठो तभई बाके झोने एक बईय्यर संगमरमर के बर्तन मैं जटामांसी की कीमती सुद्ध इत्तर संग लाई; और बाके मूड़ इत्तर अखनाए दई। \v 4 तौ कुछ आदमी गुस्सा करत भै कहेन लागे, “जौ इत्तर कै काहे बरबाद करो गौ? \v 5 जबकी जौ इत्तर तीन सौ चाँदी के सिक्का से जाधे मैं बेचकै गरीबन मैं बाँट देते!” और बाके ऊपर गुस्सा होन लगे।\fig बर्तन मैं जटामांसी को इत्तर|alt="Jars with spikenard" src="hk00117c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="14:3"\fig* \p \v 6 ईसु उनसे कही, “बाकै छोड़ देबौ! बाकै काहे सताथौ? बौ तौ मेरे संग भलो करी है। \v 7 गरीब तौ तुमरे संग हमेसा रहेंगे, और कहु भी उनके संग भलाई कर लेगे, लेकिन मैं तुमरे संग हमेसा ना रहेंगो। \v 8 बौ जो कुछ कर सकी, बौ करी, बौ मेरे दफन होन की तैयारी से अग्गु मेरे सरीर कै जटामांसी नाओं के तेल से अभिसेक करी है। \v 9 मैं सच्ची-सच्ची कहथौं पूरी दुनिया मैं कहूँ भी सुसमाचार बताओ जागो, बाके काम की बात की बड़ाँईं जरूर करी जाबैगी।” \s यहूदा इस्करियोती को ईसु कै पकड़वान ताहीं राजी होनो \r (मत्ती 26:14-16; लूका 22:3-6) \p \v 10 और यहूदा इस्करियोती जो बारहों मैं से एक रहै, और बौ मुखिया पुजारिन के झोने गौ ताकी उनके हाथ ईसु कै पकड़वाए सकै। \v 11 जे बात बाकी सुनकै बे बड़ा खुस भै, और बाकै रुपईया देन के ताहीं वादा करीं; और बौ मौका ढूँड़न लागो कि ईसु कै कौन सी तरकीब से पकड़बामैं। \s ईसु चेलन संग फसह त्योहार को खानु खाईं \r (मत्ती 26:17-25; लूका 22:7-14; लूका 22:21-23; यूहन्ना 13:21-30) \p \v 12 अखमीरी रोटी त्योहार के पहले दिन, जामैं बे फसह त्योहार कै डंगर को यानी भेंड़ के बच्चा कै मारत रहैं, तौ ईसु के चेला बासे पूँछी, “तू कितै जानो चाहथै कि हम तेरे ताहीं फसह खानु को बंदोबस्त करैं?” \p \v 13 ईसु अपने दुई चेलन कै जौ कहकै पनारी: “गाँव मैं जाबौ, और एक आदमी तुमकै पानी से भरो घल्ला उठात भै मिलैगो। तौ बाके पच्छू जात रहियो \v 14 और बौ जो घर मैं जाबै, बौ घर के मालिक से कहियो: ‘गुरु कही है, कि अलग से बैठन की जघा कहाँ है?’ जोमैं मैं अपने चेलन के संग फसह को खानु खाए सकौं। \v 15 बौ तुमकै एक सजी सजाई, और सब बंदोबस्त करी भइ ऊपर की एक कुठरिया बताए देगो, बामै हम सबन के ताहीं फसह के खानु की तैयारी करियो।” \p \v 16 बाके कहेन के मुताबिक चेला नगर मैं आए, और जैसो ईसु कही रहै, बैसोई पाईं; और बौ जघा मैं फसह तैयार करीं। \p \v 17 जब संजा भइ, तौ हूँना बारहों चेलन कै लैकै आओ। \v 18 जब सब बे खानु खान बैठन लगे, तौ ईसु कहेन लागो, “मैं तुमसे सच्ची कहथौं, तुम मैं से एक, जो मेरे संग खानु खाए रौ है, मोकै पकड़बागो।” \p \v 19 तभई सब चेला निरास हुईगै और पाली-पाली से बासे पूँछन लागे, “का बौ मैं हौं?” \p \v 20 ईसु उनकै जबाब दई, “बौ बारह मैं से एक है, जो मेरे संग थरिया मैं हात डारथै। \v 21 जैसो इंसान के लौड़ा के बारे मैं लिखो है, बौ हुईकै रहगो; लेकिन कित्तो भयानक बौ आदमी के ताहीं होगो जो मोकै पकड़बागो!” \s प्रभु भोज \r (मत्ती 26:26-30; लूका 22:14-20; 1 कुरिन्थियों 11:23-25) \p \v 22 जब बे खात रहैं, तौ ईसु रोटी लई, और धन्यवाद की प्रार्थना करकै रोटी तोड़ी, और उनसे कही। लेबौ, “जौ मेरी सरीर है।” \p \v 23 तौ फिर बौ कटोरा लई और धन्यवाद करकै दई; और सब बामै से पीं। \v 24 और बौ उनसे कहेन लागो, जौ मेरो वाचा को बौ खून है, “जो सबन के ताहीं बहाओ जाथै। \v 25 मैं तुमसे सच्ची कहथौं, बौ दिन तक दाखरस नाय पीहौं, जबले परमेस्वर के राज्य मैं नई दाखरस नाय पियौं।” \p \v 26 फिर बे गीत गात जैतून पहाड़ मैं चले गै। \s पतरस के मुकर जान की भविस्यवाँड़ी \r (मत्ती 26:31-35; लूका 22:31-34; यूहन्ना 13:36-38) \p \v 27 तौ ईसु उनसे कही, “तुम सब मोकै छोड़कै भाज जाबैगे, ऐसो सास्त्र मैं लिखो है, ‘मैं बरदिया कै मारंगो, और भेंड़ तितर-बितर हुई जांगी।’ \v 28 लेकिन मैं अपने जिंदो होन के बाद तुमसे अग्गु गलील कै जांगो।” \p \v 29 पतरस बासे कहेन लागो, “सबै तोकै छोड़ देमैं लेकिन मैं नाय छोड़ंगो।” \p \v 30 ईसु बासे कही, “मैं तोसे सच्ची कहथौं, आजै जहे रात मैं मुर्गा के दुई बार बासन के अग्गु, तू तीन बार मोसे मुकर जागो।” \p \v 31 लेकिन बौ और जोर दैकै कहेन लागो, “अगर मोकै तेरे संग मरन भी पड़ै, तहुँओं कहुए नाय मुकरंगो!” और सबै चेला बासे ऐसिये कहीं। \s गतसमनी मैं ईसु की प्रार्थना \r (मत्ती 26:36-46; लूका 22:39-46) \p \v 32 ईसु और बाके चेला गतसमनी नाओं की एक जघा मैं आए, और बौ अपने चेलन से कहेन लागो, “जहे जघा मैं बैठे रहियो जबले मैं प्रार्थना कर लेमौं।” \v 33 और बौ पतरस, याकूब और यूहन्ना कै अपने संग लैकै गौ। फिर बौ बड़ा बेचैन और उदास होन लागो, \v 34 और बौ उनसे कहेन लागो, “मेरो मन बड़ा बेचैन है, हींना तक की मेरी जान निकरन कै है। तुम हीनैं रुकियो और चौकन्ने रहियो।” \p \v 35 फिर बौ जरा अग्गु बढ़ो और हूँनै घुपटियाय कै जमीन मैं प्रार्थना करन लागो, कि हुई सकै तौ जौ दुख मेरे ऊपर से हट जाबै। \v 36 और ऐसे कहेन लागो, “हे परमपिता तोसे तौ सबै कछु हुई सकथै, जौ कटोरा मेरे अग्गु से हटाय दे। तहुँओं जैसो मैं चाहथौं बौ नाय लेकिन जो तू चाहथै बहे होबै।” \p \v 37 बौ फिर बापस आओ और उनकै सोत भै देखी। और पतरस से कही, “अरे सिमौन, तू का सोए रौ है? तेरे मैं एक घड़ी भी जगन की हिम्मत नाय है? \v 38 जगत और प्रार्थना करत रहियो ताकी तुम परिक्छा मैं ना फसौ। आत्मा तौ तैयार है, लेकिन सरीर तौ कमजोर है।” \p \v 39 और दुबारा से फिर बापस गौ और बैसिये प्रार्थना करन लागो। \v 40 फिर लौटकै देखी तौ उनकै सोत भै पाई काहैकि उनकी आँखी निंधानि भइ रहैं। तौ उनके पास कछु बोल ना बचे कि हम बाकै का जबाब देमैं। \p \v 41 तौ तिसरी बार आयकै उनसे कही, “अब तुम सोत रहबौ और सैंतात रहबौ? काहैकि बौ समय आए गौ! देखौ इंसान को लौड़ा पापिन के हाथ पकड़बाओ जाथै। \v 42 अब उठौ, नेंगौ। देखौ, मेरो पकड़ान बारो मेरे झोने आए चुको है!” \s ईसु को पकड़ो जानो \r (मत्ती 26:47-56; लूका 22:47-53; यूहन्ना 18:3-12) \p \v 43 ईसु जौ कहेतै रहै कि तुरंतै यहूदा इस्करियोती जो बारह चेलन मैं से एक रहै, अपने संग मुखिया पुजारी, यहूदि नियम के सिक्छक और बड़े-बूढ़ेन के घाँईं से एक बड़ी भीड़ तलवार और लठिया लै तुरंतै आए पुगे। \v 44 बाको पकड़वान बारो उनकै जौ चिताए दई रहै, कि मैं “जो आदमी कै चूमौं बौ बहे होगो। बाकै पकड़कै अपने संग लै जाबौ।” \p \v 45 और बाके झोने आयकै बासे कहेन लागो, “गुरुजी!” और बाकै प्यार से चूमन लागो। \v 46 तौ बे ईसु कै तुरंतै धर दबोचीं। \v 47 पर ठाड़ें मैं से एक तुरंतै अपनी तलवार निकारी और बड़ो पुजारी के सेवक के ऊपर चलाई, और बाको एक कान काट दई। \v 48 ईसु उनसे कहेन लागो, “का तुम डकैत जानकै मोकै पकड़न के ताहीं तलवार और लठिया लैकै निकरे हौ? \v 49 मैं तौ सब दिन मंदिर मैं तुमरे संग रहकै उपदेस देत रहौं, तौ तुम मोकै नाय पकड़े: काहैकि ऐसो जहे ताहीं भौ कि पवित्र सास्त्र की बात पूरी होबै।” \p \v 50 तभईये बाके संग के सबै चेला बाकै छोड़कै भाज गै। \p \v 51 तौ एक ज्वान आदमी नंगी सरीर मैं चद्दर ओढ़े ईसु पच्छू हुई लई; तौ बे आदमी बाकै पकड़न ताहीं कोसिस करीं, \v 52 लेकिन बौ चद्दर छोड़कै, नंगोई भाज पड़ो। \s पंचायत के अग्गु ईसु \r (मत्ती 26:57-68; लूका 22:54-55; लूका 22:63-71; यूहन्ना 18:13-14; यूहन्ना 18:19-24) \p \v 53 फिर बे ईसु कै बड़ो पुजारी के झोने लैकै गै, और मुखिया पुजारी, यहूदि नियम के सिक्छक और बड़े-बूढ़े बाके दरबार मैं सब जुराए गै। \v 54 पतरस उनसे दूर-दूर और पच्छू-पच्छू बड़ो पुजारी के आँगन के भीतर तक चले गौ। और रखबरियन के संग बैठकै आगी तापन लगो। \v 55 मुखिया पुजारी और पूरी पंचायती ईसु कै मार डारन के ताहीं बाके खिलाप गभाई ढूँड़त रहैं, लेकिन नाय मिलो। \v 56 निरे बाके खिलाप मैं गलत गभाई देत रहैं, लेकिन उनकी गभाई एक दुसरे से मेल नाय खामैं। \p \v 57 तभई कुछ आदमी बाके खिलाप उठकै जौ गलत गभाई दईं। \v 58 “हम जासे जौ बात कहेत सुने हैं, ‘कि मैं अपने हाथ के बनाए भै मंदिर कै उजाड़ दुंगो और तिसरे दिन मैं दुसरो बनाए दुंगो, बौ इंसानन के हाथ को बनो भौ नाय होगो।’” \v 59 जामैं भी उनकी गभाई एक सी नाय बैठी। \p \v 60 तौ बड़ो पुजारी सबन के बीच मैं ठाड़कै ईसु से पूँछी; जे सब जनी जो तेरे ऊपर दोस लगाए रै हैं “तैं उनकै कोई जबाब काहे ना देथै?” \v 61 लेकिन बौ चुप्पा रहो, और कछु नाय जबाब दई। बड़ो पुजारी बासे फिर पूँछी, “का तू आसीसित परमेस्वर को लौड़ा मसीह है?” \p \v 62 ईसु कही, “मैं हौं: और तुम सबै इंसान के लौड़ा कै सर्वसक्तिमान परमेस्वर के दाँए घाँईं बैठो, और आसमान के बादरन संग आत देखैगे।” \p \v 63 तौ बड़ो पुजारी अपने लत्ता फाड़कै कही, “अब हमकै जाके खिलाप गभन की का जरूरत है? \p \v 64 तुम जौ बदनामी सुने। तुम सबन की का सलाह है?” बे सब बाके खिलाप बोलीं और कहीं जौ तौ कसूरवार है और जाकै मौत की सजा मिलनो चाहिए। \p \v 65 तब कोई बाके ऊपर थूकन, और कोई बाको मोहों ढोकैं और बाकै घूँसा मारैं, और बासे कहमैं, “अगर तैं भविस्यवक्ता है तौ बता, तोए कौन मारो!” और रखबरिया भी बाकै पकड़कै चाँटा मारीं। \s पतरस ईसु को इंकार करनो \p \v 66 जब पतरस दुआरे आँगन मैं रहै, तौ बड़ो पुजारी की एक सेविका हूँना आई, \v 67 और पतरस कै आगी तापत देखकै बाके घाँईं एक टक भाँदकै देखी और बासे कहेन लागी, “तहूँ तौ बहे ईसु नासरी के संग रहै।” \p \v 68 लेकिन बौ मुकर गौ, और कहेन लागो, “मैं कछु नाय जानथौं की तू कौनके बारे मैं कह रइ है।” और बाके दुआरे डेहरी मैं आत खिना की मुर्गा बास दई। \p \v 69 सेविका बाकै देखकै झोने ठाड़े आदमिन से दुबारा कहेन लागी, जहो तौ उनके संग रहै। \p \v 70 लेकिन पतरस फिर मुकर गौ, थोड़ी देर बाद बे जो बाके झोने ठाड़े रहैं फिर पतरस से कहेन लागे, “सच्ची तहूँ उनमैं से एक है; काहैकि तहूँ गलीली है।” \p \v 71 लेकिन पतरस धिक्कारन और कसम खान लागो, “मैं बौ आदमी कै जोकी तुम बातचीत कर रै हौ, नाय जानथौं।” \p \v 72 तभई तुरंतै मुर्गा बास दई। तौ पतरस कै बौ बात जो ईसु बासे कही रहै समक आई, “कि मुर्गा के दुई बार बास देन से अग्गु तैं तीन बार मेरो इंकार करैगो।” और बौ जोर-जोर से रोन लगो। \c 15 \s ईसु कै पिलातुस के अग्गु ठड़वानो \r (मत्ती 27:1,2,11-14; लूका 23:1-5; यूहन्ना 18:28-38) \p \v 1 भोर होतै खिना मुखिया पुजारी, खास बड़े-बूढ़े, यहूदि नियम के सिक्छकन, और पूरी सभा आपस मैं फैसला करीं और ईसु कै बंधबाए कै पिलातुस के हात मैं सौंप दईं। \p \v 2 पिलातुस बासे पूँछी, “का तू यहूदिन को राजा है?” ईसु जबाब दई, “तू खुदै बताए रौ है।” \p \v 3 और मुखिया पुजारी बाके ऊपर निरी बातन को दोस लगात रहे। \v 4 पिलातुस बासे फिर पूँछी, “तू जबाब काहे ना देथै? देख जे तेरे ऊपर कित्ते बातन को दोस लगाए रै हैं।” \p \v 5 ईसु फिर कछु जबाब नाय दई; तौ पिलातुस कै बड़ा अचम्मो भौ। \s ईसु कै मौत की सजा को आदेस \r (मत्ती 27:15-26; लूका 23:13-25; यूहन्ना 18:39; यूहन्ना 19:16) \p \v 6 पिलातुस हर फसह के त्योहार मैं कोई एक कैदी कै जोकै लोग चहात रहैं, उनके ताहीं छोड़ देत रहै। \v 7 बरअब्बा नाओं को एक आदमी बे दंगाईयन के संग कैदी रहै, जो दंगा मैं हत्या करी रहैं। \v 8 तौ भीड़ ऊपर जाएकै बासे नहोरे करन लागी, जैसो तू हमरे ताहीं करत आओ है बैसोई कर दे। \v 9 तौ पिलातुस उनकै जबाब दई, “का तुम जौ चाहथौ कि तुमरे ताहीं यहूदियन के राजा कै छोड़ देयौं?” \v 10 काहैकि बौ सब जानत रहै, कि मुखिया पुजारी बाकै धोके से पकड़बाई है। \p \v 11 लेकिन मुखिया पुजारी आदमिन कै भड़काईं, और जौ बोलन कै कही कि बौ बरअब्बा कै उनके ताहीं छोड़ देबै। \v 12 जौ सुनकै पिलातुस उनसे फिर पूँछी, “तौ जोकै तुम यहूदिन को राजा कहथौ, बाको मैं का करौ?” \p \v 13 बे फिर चिल्लाईं, “बाकै क्रूस मैं टँगबाए दे!” \p \v 14 पिलातुस उनसे कही, “काहे? बौ का बुरो काम करी है?” लेकिन भीड़ और जोड़ से चिल्लाए उठी बाकै क्रूस मैं टाँगौ। \p \v 15 पिलातुस भीड़ कै सांत करन के ताहीं बरअब्बा कै उनके ताहीं छोड़ दई, और ईसु कै कोड़ा लगबाए कै क्रूस मैं टाँगन ताहीं सौंप दई। \s सिपईय्या ईसु को मजाक उड़ाईं \p \v 16 सिपईय्या ईसु कै राज्यपाल के महल के भीतर के आँगन मैं लैगै, और हूँना पूरी पलटन बुलाएकै इखट्टो करीं। \v 17 तौ बाकै बैंजनी लत्ता पहनाईं और कांटो को मुकुट बनाएकै बाके मूड़ मैं पैंधाय दईं। \v 18 और बासे जौ कहीं “ओ यहूदियन के राजा तेरी लम्बी उमर होबै!” \v 19 और बे बाके मूड़ मैं डंडा मारते, थूकते, और घुपटियाय कै बासे नमस्ते करतै रहे। \v 20 जब बाको बे मजाक उड़ाए चुके, तौ बाके ऊपर से बैंजनी लत्ता उतारकै बहे के लत्ता पहनाए दईं; और फिर बाकै क्रूस मैं टँगलान ताहीं दुआरे लाए कै चल दईं। \s ईसु को क्रूस मैं टाँगो जानो \r (मत्ती 27:32-44; लूका 23:26-43; यूहन्ना 19:17-27) \p \v 21 सिकन्दर और रूफुस को दऊवा सिमौन, जो एक कुरेनी आदमी रहै, बौ कोई गाँव से आत रहै और बौ बहे रस्ता से गुजरो; तौ बाकै आदमी जबरजत्ती पकड़ लईं ताकी बाको क्रूस उठाएकै पहुँचाए आबै। \v 22 बे ईसु कै गुलगुता (जाको मतलब खोपड़ी की जघा) मैं लैकै आए। \v 23 हूँना बे ईसु कै मुर्र मिली भइ दाखरस पिबामैं, लेकिन बौ नाय पी। \v 24 तौ बे बाकै क्रूस मैं चढ़ाईं, और बाके लत्ता ताहीं परची डारीं फिर आपस मैं बाँट लईं। \v 25 सुबेरे के नौ बजे रहैं, जब बे बाकै क्रूस मैं टाँगीं। \v 26 और बाके दोसपत्‌र मैं जौ लिखकै बाके ऊपर टाँगो गौ “यहूदियन को राजा।” \v 27 बे बाके संग दुई चुट्टन कै क्रूस मैं टाँगीं, एक कै दहने घाँईं और दुसरो बाके बाँए घाँईं। \v 28 जौ लेख कि “ईसु अपराधिन संग गिनों गौ” और पूरो भौ।\f + \fr 15:28 \fr*\ft जौ आयत कुछ दस्तावेजन मैं नाय मिलथै \ft*\f* \p \v 29 रहामैं आन-जान बारे आदमी अपनो मूड़ हलाए-हलाए कै ईसु की बुराई करत भै जात रहैं, “देखौ! मंदिर कै गिरान बारो और तीन दिन मैं बनानबारो! \v 30 क्रूस मैं से उतरकै अपने आपकै बचा!” \p \v 31 बैसिये मुखिया पुजारी यहूदि नियम के सिक्छक मिलकै बाको मजाक उड़ात भौ कहमैं; “जौ औरन कै बचाई लेकिन अपने आपकै काहे ना बचाए पाई। \v 32 अब इस्राएल को राजा मसीह क्रूस तरे उतर आबै तौ हम बाके ऊपर बिस्वास करैं।” जिनकै ईसु के संग टाँगीं रहैं, बेऊँ ईसु की बेजती करीं। \s ईसु की मौत \r (मत्ती 27:45-56; लूका 23:44-49; यूहन्ना 19:28-30) \p \v 33 और दुपारी मैं सबै देस मैं अंधियारो छाए गौ और तीन घंटा रहो। \v 34 दुपारी के तीन बजे ईसु जोड़ से चिल्लाए कै कही, “इलोई, इलोई, लमा सबक्तनी?” जाको मतलब है “मेरे परमेस्वर, मेरे परमेस्वर, तू मोकै काहे छोड़ दौ?” \p \v 35 जो बाके झोने ठाड़े रहैं उनमैं से जौ सुनकै कोई कहीं, “देखौ बौ एलिय्याह कै पुकार रौ है।” \v 36 तौ उनमैं से एक दौड़कै बरछा कै सिरका के सोकता मैं डुबाई, और डंडा के सिरा मैं भाँदकै बाकै चुसाय कै बासे कहन लागो, “देखैं, एलिय्याह जाकै क्रूस से तरे उतारन आथै कि ना।” \p \v 37 तौ ईसु जोड़ से चिल्लाई और ज्यान त्याग दई। \p \v 38 मंदिर को परदा ऊपर से तरे ले फटकै दुई टुकड़ा हुई गौ। \v 39 हूँना बाके अग्गु ठाड़ो कप्तान ईसु कै चिल्लात और ज्यान छोड़त भै देखी, तौ बौ कही, “सच्ची मैं जौ आदमी, परमेस्वर को लौड़ा रहै।” \p \v 40 बाकै तमान बईंय्यरैं दूर से देखत रहैं, बामै मरियम मगदलीनी, छोटो याकूब और योसेस की अईय्या मरियम और सलोमी रहैं। \v 41 जब बौ गलील मैं रहै तौ जे बाके पच्छू हुई लेत रहैं; और बाकी सेवा-टहल करत रहैं। औरौ निरी बईंय्यरैं रहैं; जो बाके संग यरूसलेम मैं आई रहैं। \s ईसु को गाड़ो जानो \r (मत्ती 27:57-61; लूका 23:50-56; यूहन्ना 19:38-42) \p \v 42 जब संजा खिन हुई गई काहैकि जौ दिन तैयारी को रहै, जौ साबत के एक दिन के अग्गु को रहै। \v 43 अरिमतियाह को रहेन बारो यूसुफ आओ, और बौ महासभा को मानो भौ मनतरी रहै। और खुद बौ परमेस्वर के राज्य के इंतजार मैं रहै। बौ हिम्मत भाँदकै पिलातुस के झोने गौ और ईसु की लास माँगी। \v 44 पिलातुस कै अचम्मो भौ की बौ इत्ती जल्दी मर गौ; और बौ सूबेदार कै बुलाएकै पूँछी, कि बाके मरे कित्ती देर भइ है? \v 45 फिरौंकी बौ सूबेदार से सब खबर लैकै यूसुफ कै ईसु की लास दिबाए दई। \v 46 तौ बौ एक लीनन को चद्दर लई, और लास कै बामै लिपटाए दई, और एक कबर मैं जो चट्टान मैं खोदी गई रहै धरी, और कबर के मोहोंट मैं एक भारी पथरा ढुरकाय दईं। \v 47 मरियम मगदलीनी और योसेस की अईय्या मरियम देखत रहैं कि बाकै कहाँ धरी हैं। \c 16 \s ईसु को जिंदो होनो \r (मत्ती 28:1-8; लूका 24:1-12; यूहन्ना 20:1-10) \p \v 1 जब साबत को दिन बीत गौ, तौ मरियम मगदलीनी, और याकूब की अईय्या मरियम, और सलोमी महाकनबारी चीज मोल लैकै आईं कि आयकै ईसु के सरीर मैं मलकै अभिसेक करैं। \v 2 इतवार के दिन तड़के भोर, जब दिन निकरतै रहै, तौ बे कबर मैं आईं, \v 3 बे आपस मैं कहेत रहैं, “हमरे ताहीं कबर के मोहोंट मैं से पथरा कौन ढुरकाबैगो?” काहैकि पथरा निरो बड़ो रहै। \v 4 तौ हूँना पौहौंच कै देखीं कि पथरा तौ पहले सेई ढुरको भौ है! \v 5 तौ कबर के भीतर घुसतै, बे एक ज्वान आदमी कै सेतो चोंगा पहने भै दहने घाँईं बैठो भौ देखीं, और बड़ा अचम्मो मैं पड़ गईं। \p \v 6 बौ उनसे कही, “अचम्मो मत करौ, तुम ईसु नासरी कै, जो क्रूस मैं टाँगो गौ रहै, बाकै ढूँड़थौ। जिंदो हुई गौ है, हिंयाँ नाय है; जौ बहे ठिया है, जहाँ बाकै धरी रहैं। \v 7 अब जाबौ, बाके चेलन कै और पतरस कै बताबौ कि बौ तुमसे अग्गु गलील मैं जागो। जैसो बौ तुमसे कही रहै।” \p \v 8 तौ बे ईसु की कबर से निकरतै भाज लईं; बे थर-थरान लागीं, बे कोईये से कछु नाय कहीं, काहैकि बे सच मैं बड़ा डराय गईं रहैं जाके बाद बे पतरस और सब चेलन कै अपनी गभाई बताईं। \s मरियम मगदलीनी कै ईसु दिखाई दई \r (मत्ती 28:9-10; यूहन्ना 20:11-18) \p \v 9 ईसु जिंदो होन के बाद इतवार बारे रोज भोर होत खिना, सबन से अग्गु मरियम मगदलीनी जोके भीतर से बौ सात प्रेत आत्मा कै निकारी रहै, बाकै दिखाई दई। \v 10 बौ जाएकै जौ खबर ईसु के संग बारेन कै सुनाई, जो सोक मैं डूबे रोत रहैं। \v 11 चेला जौ सुनकै कि बौ ईसु कै जिंदो देखी है, बे बाकी बात मैं बिस्वास नाय करीं। \s ईसु दुई चेलन कै दिखाई दई \r (लूका 24:13-35) \p \v 12 जाके बाद ईसु दुई जनी कै दुसरे तराहनी दिखाई दई। जब बे गाँव घाँईं जात रहैं। \v 13 बेऊँ जौ खबर औरन कै बताईं, लेकिन उन्हऊँ को भरोसो नाय करीं। \s ईसु ग्यारह चेलन कै दिखाई देथै \r (मत्ती 28:16-20; लूका 24:36-49; यूहन्ना 20:19-23; प्रेरितो 1:6-8) \p \v 14 आखरी मैं जब बे ग्यारह चेला खानु खान बैठे रहैं। तौ ईसु उनकै दिखाई दई, उनके अविस्वास और कर्‌रे मन होन पर समझाई कि बिस्वास करौ। जो बाकै जिंदो होन के बाद देखी रहै, बे उनके ऊपर भरोसो नाय करी रहैं। \v 15 ईसु उनसे कही, “जाएकै पूरी दुनिया के आदमिन कै जौ सुसमाचार प्रचार करौ। \v 16 जो बिस्वास करैगो और बपतिस्मा लेगो बाको उद्धार होगो, लेकिन जो बिस्वास नाय करैगो बाकी बुराई करी जागी। \v 17 बिस्वास करन बारेन मैं जौ चिन्ह होगो कि बे मेरे नाओं से प्रेत आत्मा कै निकारंगे, और नई-नई भासा बोलंगे; \v 18 साँपन कै उठाए लेमंगे, और अगर जहरौ पी लेमैं तहुँओं कछु नुकसान नाय होगो; और बे बिमारन के ऊपर हाथ धरंगे और बे अच्छे हुई जांगे।” \s ईसु कै स्वर्ग मैं उठाओ लौ जाथै \r (लूका 24:50-53; प्रेरितो 1:9-11) \p \v 19 प्रभु ईसु उनसे बात करन के बाद स्वर्ग के ऊपर उठाए लौ गौ, और परमेस्वर के दहने घाँईं बैठगौ। \v 20 चेला निकरकै सब जघा ईसु को प्रचार करीं, और प्रभु उनके संग रहकै काम करत रहो, बे चिन्ह चमत्कार के जरिया जो चेलन संग होत रहै, बचन कै मजबूत करत रहो। आमीन।