\id LUK - Rana Tharu \ide UTF-8 \h लूका \toc3 लूका \toc2 लूका \toc1 लूका को लिखो भौ ईसु मसीह को सुसमाचार \mt2 लूका का लिखा हुआ ईसु मसीह का सुसमाचार \mt1 लूका को लिखो भौ ईसु मसीह को सुसमाचार \imt परिचय \ip लूका के अनुसार सुसमाचार नये कानून की चार किताबन मैं से एक है जो ईसु मसीह के जिंदगी को वर्ड़न करथै। उनमैं से हर एक कै “सुसमाचार” कहो जाथै, जोको मतलब है “अच्छी खबर।” बे मत्ती मरकुस लूका और यूहन्ना के जरिये ईसु की मौत के बाद लिखी गईं रहैं। लूका ना खाली ईसु के जिंदगी की कहानी लिखी, बल्कि बौ बे चीजन के बारे मैं भी लिखी, जो ईसु के चेला बाकी मौत और पुनरुत्थान के बाद करी, जो प्रेरितो के काम नाओं की किताब है। कोई ना जानथै लूका के अनुसार सुसमाचार कौन से समय लिखो गौ रहै या कहाँ लिखो गौ रहै, लेकिन जाधेतर विद्धवान जौ बात से सहमत हैं कि जौ हुई सकथै ईसु के जनम के लमसम 70 साल बाद लिखो गौ रहै। \ip लेखक लूका, जो एक बैध रहै। बाकी लिखावट और भासा को इस्तमाल करन को तरीका बताथै कि बौ एक सिक्छित आदमी रहै। लूका ईसु की जिंदगी को एक सई विवरड़ लिखनो चहात रहै, घटनन कै उनके घटित होन के तरीका से बतात रहै, ताकी दूसरे लोग जाकै पढ़न से फायदा उठाए सकैं। बौ यहूदि ना रहै और बौ जौ तरीका से लिखी कि गैर यहूदि लोग समझ सकैं। \xt कुलुस्सियों 4:10-14\xt* जौ यहूदि रीति-रिवाजन की ब्याख्या करन के तरीका से स्पस्ट रूप से देखो जाथै \xt 1:8\xt*। \ip लूका के हिसाब से सुसमाचार ईसु कै इस्राएल के प्रतिग्या उद्धारकर्ता और पूरी मानव जाति के उद्धारकर्ता दोनों के रूप मैं प्रस्तुत करथै। लूका लिखी है कि ईसु कै प्रभु की आत्मा के जरिये “गरीबन कै सुसमाचार सुनान” के ताहीं बुलाओ गौ रहै \xt 4:18\xt*, और जौ सुसमाचार सब तरहन की जरूरतमंद लोगन के ताहीं चिंता से भरो भौ है। \ip लूका के हिसाब से सुसमाचार भौत हद तक मत्ती और मरकुस की किताबन से मिलथै-जुलथै, काहैकि बे एक जैसी चीजन को वर्ड़न करथैं और ऐसे करकै। तीन किताबन मैं, लूका, यूहन्ना बपतिस्मा देनबारे के जनम के बारे मैं सबसे जाधे विवरड़ देथै। लूका माफ के ऊपर भी जोर देथै \xt 3:3\xt*\xt 11:4\xt* \xt 17:3-4\xt* \xt 23:34\xt*\xt 24:47\xt* और प्रार्थना \xt 3:21\xt* \xt 5:16\xt* \xt 6:12\xt* \xt 11:1-12\xt* \xt 22:32\xt*। \iot रूपरेखा \io1 1. लूका अपने सुसमाचार को परिचय देथै और बताथै कि बौ जाकै काहे लिखी। \ior 1:1-4 \ior* \io1 2. फिर बौ ईसु के जनम को वर्ड़न करथै और कैसे बौ सेवकाई के ताहीं तैयार भौ। \ior 1:5–4:13\ior* \io1 3. बचे भै सुसमाचार के सबसे बड़े भाग के ताहीं, लूका बौ काम के बारे मैं बताथै जो ईसु करी रहै, खासकर बाके जरिये करे गै चमत्कार और जो बातैं बौ सिखाई रहै। \ior 4:14–21:38 \ior* \io1 4. आखरी मैं, बौ वर्ड़न करथै कि कैसे ईसु की मौत भइ, बाकै दफनाओ गौ, और मरे भैन मैं से जी उठो। \ior 23:1–24:1-53 \ior* \c 1 \s परिचय \p \v 1 प्रिय थियुफिलुस: भौत जनी बे बातन कै जो हमरे बीच मैं बीती हैं लिखन कि पूरी कोसिस करीं हैं। \v 2 बे लिखी हैं कि हम बे सेवकन से का कहे हैं जो परमेस्वर के चेला सुरुवात से जे चीजन कै देखीं और जौ खबर को प्रचार करीं। \v 3 और इसलै, थियुफिलुस, काहैकि महुँ सुरु सेई जे सब मामलेन कै चौकन्नो हुईकै परखो हौं, मैं सोचो कि तेरे ताहीं एक लैनबार से खाता मैं लिखनो अच्छो होगो। \v 4 मैं ऐसो इसलै करथौं ताकी तोकै हर बौ यकीन चीज के बारे मैं पूरी सच्चाई पता चल जाबै जो तोकै सिखाओ गौ है। \s यूहन्ना बपतिस्मा देनबारे कि जनम कि घोसड़ाँ \p \v 5 यहूदिया के राजा हेरोद के समय अबिय्याह के दल मैं जकर्याह नाओं को एक पुजारी\f + \fr 1:5 \fr*\ft पुजारी\ft*\f* रहै, और बाकी बईय्यर हारून के बंस की रहै, जोको नाओं एलिसिबा रहै। \v 6 और बे दोनों जनी परमेस्वर के सामने सिरफ धर्मी रहैं, और प्रभु की सबै आग्या और कानून मैं निर्दोस चलन बारे रहैं। \v 7 उनकी कोई औलाद ना रहै, काहैकि एलिसिबा बाँझ रहै, और बे दोनों बुढ्‌ढे रहैं। \p \v 8 एक दिन जकर्याह मंदिर मैं परमेस्वर के अग्गु पुजारी के रूप मैं सेवा करत रहै, रोजाना सेवा मैं अपनी बारी लेत रहै। \v 9 पुजारी पंचायत के रीत के हिसाब से बाके नाओं से चिट्ठी निकरी, कि प्रभु के मंदिर मैं जाएकै धूप बत्ती जलाबै,\x + \xo 1:9 \xo*\xt निर्गमन 30:7\xt*\x* \v 10 और धूप बत्ती जलान पोती लोगन की पूरी मन्डली दुआरे प्रार्थना करत रहै। \v 11 इत्ते मैं प्रभु को एक स्वर्गदूत बेदी की धूप बत्ती के दहने घाँईं ठाड़ो भौ बाकै दिखाई दई। \v 12 और जकर्याह देखकै डराएगौ और बाकै बड़ा डर बैठगौ। \v 13 लेकिन स्वर्गदूत बासे कही, “हे जकर्याह, डराबै मत्ती काहैकि तेरी प्रार्थना सुन लई गई है और तेरी बईय्यर एलिसिबा से तेरे ताहीं एक लौड़ा पैदा होगो, और तू बाको नाओं यूहन्ना रखिये। \v 14 और तोकै खुसी होगी, और भौत जनी बाके जनम लेन कि बजह से खुस होंगे! \v 15 काहैकि बौ प्रभु के सामने महान होगो। और दाखरस और दारु कहु ना पीगो। और बौ अपने जनम से ही पवित्र आत्मा से भर जागो,\x + \xo 1:15 \xo*\xt इफिसियों 5:18; न्यायियों 13:4-5 \xt*\x* \v 16 और इस्राएल के लोगन मैं से भौतन कै उनके प्रभु परमेस्वर के घाँईं करैगो। \v 17 बौ एलिय्याह भविस्यवक्ता की आत्मा और सामर्थ्य मैं हुईकै बाके अग्गु-अग्गु चलैगो, कि दउवन को मन बाल-बच्चन के घाँईं फेर दे; और नियम ना मानन बारेन कै धर्मी कि समझ मैं लाबै; और प्रभु के ताहीं सिरफ काबिल आदमी कै तैयार करै।”\x + \xo 1:17 \xo*\xt मलाकी 4:5-6\xt*\x* \p \v 18 जकर्याह स्वर्गदूत से पूँछी, “जौ मैं कैसे जानौ? काहैकि मैं तौ बुढ़रा हौं; और मेरी बईंय्यरौं बुढ़िया हुई गई है।” \p \v 19 स्वर्गदूत बाकै जबाब दई, “मैं जिब्राईल\x + \xo 1:19 \xo*\xt दानिय्येल 8:16; दानिय्येल 9:21\xt*\x* हौं, मैं परमेस्वर के सामने ठाड़ो रहथौ; और मैं तोसे बतकान और तोकै जौ सुसमाचार सुनान के ताहीं भेजो गौ हौं। \v 20 और देख, जो दिन ले जे बातैं पूरी ना हुई लेमैं, बौ दिन ले तू अपनो मोहों बंद रखागो, और बोल ना पागो, इसलै कि तैं मेरी बातन कै जो अपने समय मैं पूरी होमंगी, उनके ऊपर तैं बिस्वास ना करो।” \p \v 21 लोग जकर्याह कै असियात रहैं और अचम्मो मानन लागे, कि बाकै मंदिर मैं इतनी देर काहेकै लग रइ है? \v 22 जब जकर्याह दुआरे आओ, तौ बौ कछु बोल ना पाई और आखरी मैं बे जानगै, कि जकर्याह कै मंदिर मैं कछु दर्सन मिलो है; जकर्याह उनसे इसारन मैं बतान की कोसिस करत रहो, लेकिन बौ गूँगा बनो रहगौ। \p \v 23 जब जकर्याह को मंदिर मैं सेवा करन को पूरो समय हुई गौ, तौ बौ अपने घरै चले गौ। \v 24 थोड़ी दिनन के बाद बाकी बईय्यर एलिसिबा पेट से हुई गई; और पाँच महेना ले अपने आपकै जौ कहकै लुकाए रखाई। \v 25 कि “इंसानन मैं मेरी बेजती दूर करन के ताहीं प्रभु जे दिनन मैं किरपा करकै मेरे ताहीं ऐसो करी है!”\x + \xo 1:25 \xo*\xt उत्पत्ति 30:23\xt*\x* \s ईसु की जनम की घोसड़ाँ \p \v 26 एलिसिबा के गरब के छठमें महेना मैं परमेस्वर की तरफ से जिब्राईल नाओं को स्वर्गदूत गलील के नासरत नगर मैं, \v 27 एक कुवाँरी के झोने भेजो गौ। जोको नाओं मरियम रहै बाकी दिखनौरी यूसुफ नाओं दाऊद के बंस के एक आदमी से भइ रहै। \v 28 और स्वर्गदूत बाके झोने आयकै कही, “तोकै सांति मिलै! प्रभु तेरे संग है और बौ तेरे ऊपर दया करी है!” \p \v 29 मरियम स्वर्गदूत के संदेस से बड़ा परेसान रहै, और बौ सोचत रहै कि बाकी बातन को का मतलब है। \v 30 स्वर्गदूत बासे कही, “हे मरियम; डराबै मति, काहैकि परमेस्वर की अनुग्रह तेरे ऊपर भइ है। \v 31 और देख, तैं पेट से होबैगी, और एक लौड़ा कै जनम देगी, तैं बाको नाओं ईसु रखिये।\x + \xo 1:31 \xo*\xt यसायाह 7:14 \xt*\x* \v 32 बौ महान होगो; और परमप्रधान परमेस्वर को बालका कहो जागो। और प्रभु परमेस्वर बाके दऊवा दाऊद की सिंहासन बाकै देगो,\x + \xo 1:32 \xo*\xt भजन संहिता 132:11; यसायाह 9:6-7\xt*\x* \v 33 और बौ याकूब के बंस मैं हमेसा राज्य करैगो; और बाको राज कहुए खतम नाय होगो!” \p \v 34 मरियम स्वर्गदूत से कही, “मैं एक कुवाँरी हौं। फिर ऐसे कैसे हुई सकथै?” \p \v 35 स्वर्गदूत बाकै जबाब दई, “पवित्र आत्मा तेरे ऊपर उतरैगी, और परमप्रधान परमेस्वर की सामर्थ्य तेरे ऊपर आबैगी; जौ बजह से पवित्र बालका कै परमेस्वर को लौड़ा कहो जागो। \v 36 अपनी हितुनिया एलिसिबा कै समक। जौ कहो जात रहै कि बाकै बालका नाय हुई सकथैं, लेकिन बौ अब छै महेना पेट से है, भलेई बौ बड़ा बुढ़िया होबै। \v 37 काहैकि ऐसो कुछ भी ना है जो बात परमेस्वर ना कर सकथै।”\x + \xo 1:37 \xo*\xt मत्ती 19:26; यिर्मयाह 32:27\xt*\x* \p \v 38 मरियम कही, “देख, मैं प्रभु की दासी हौं, जैसो तैं बात कहो है, बैसोई मेरे संग होबै।” फिर स्वर्गदूत बाके झोने से चले गौ। \s मरियम एलिसिबा के झोने जाथै \p \v 39 कुछ समय बाद मरियम तैयार भइ और जल्दी से पहाड़ी देस मैं यहूदा के एक सहर मैं चली गई। \v 40 बौ जकर्याह के घरै जाएकै एलिसिबा कै नमस्ते करी। \v 41 जब एलिसिबा मरियम को नमस्ते सुनीं, तुरंतै एलिसिबा को बालका बाके पेट मैं उछलो, और एलिसिबा पवित्र आत्मा से भर गई \v 42 और एलिसिबा जोड़न से चिल्लाए कै कही, “तैं बईंय्यरन मैं परमधन्य है, और आसीसित है बौ बालका जोकै तैं जनम देगी! \v 43 और जौ दया मेरे ऊपर कहाँ से भइ, कि मेरे प्रभु की अईय्या मेरे झोने मिलन कै आई? \v 44 काहैकि जैसी मैं तेरो नमस्ते सुनों, मेरे भीतर को बालका खुसी से उछल पड़ो। \v 45 तोकै जौ बिस्वास करन मैं कितनी खुसी है कि प्रभु को संदेस तेरे ताहीं सच होगो!” \s मरियम की स्तुति को गीत \p \v 46 मरियम कही, \q1 “अपने आप मेरो मन प्रभु की स्तुति करथै; \q2 \v 47 मेरी आत्मा मेरो उद्धार करन बारे परमेस्वर से खुस भइ है, \q2 \v 48 काहैकि बौ अपनी दीन दासी कै याद करी है! \q1 अब से सब लोग मोकै धन्य कहमंगे,\x + \xo 1:48 \xo*\xt 1 समूएल 1:11; लूका 1:42; मलाकी 3:12\xt*\x* \q2 \v 49 काहैकि परमेस्वर मेरे ताहीं महान काम करी है। \q1 बाको नाओं पवित्र है; \q2 \v 50 और बाकी दया उनके ऊपर \q2 जो बासे डरथैं, पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहथै। \q1 \v 51 बौ अपने हातन की ताकत दिखाई \q2 और जो अपने मन मैं घमंड करथै, उनकै बिखेर दई। \q1 \v 52 बौ सक्तिसाली सासकन कै उनके सिंहासन से नीचे उतारी, \q2 और दीन कै ऊपर उठाई।\x + \xo 1:52 \xo*\xt 1 समूएल 2:7; अय्यूब 5:11; भजन संहिता 113:7-8\xt*\x* \q1 \v 53 बौ भूंके कै अच्छी चीजन से भर दई, \q2 और सेठन कै खाली हाथ भेज दई। \q1 \v 54 बौ हमरे बड़े-बूढ़ेन से करो भौ वादा निभाई, \q2 और बौ अपने सेवक इस्राएल के ऊपर दया और मदत करन आओ है। \q1 \v 55 बौ अब्राहम और बाके पूरे बंस के ऊपर दया करनो \q2 हमेसा याद रखी है!”\x + \xo 1:55 \xo*\xt उत्पत्ति 22:17; मीका 7:20\xt*\x* \p \v 56 मरियम लमसम तीन महेना एलिसिबा के संग रहकै अपने घरै बापस चली गई। \s यूहन्ना बपतिस्मा देनबारे को जनम \p \v 57 एलिसिबा के बालका को जनम लेन को समय आए गौ और बौ एक लौड़ा कै जनम दई। \v 58 बाके पड़ोसी और हितुआ जौ सुनकै, कि प्रभु बाकै ऊपर बड़ा दया करी है, एलिसिबा के संग बड़ा खुस भै। \p \v 59 जब बालका एक सप्ताह को रहै, तौ बे बाको खतना करन कै आए और बाको नाओं बाके दऊवा के नाओं मैं जकर्याह रखनो चहात रहैं।\x + \xo 1:59 \xo*\xt उत्पत्ति 17:12; लैव्यवस्था 12:3\xt*\x* \v 60 लेकिन बाकी अईय्या कही, “न! बाको नाओं यूहन्ना रखो जाबै।” \p \v 61 बे एलिसिबा से कहीं, “तेरे हितुअन मैं कोई को जौ नाओं ना है!” \v 62 फिर बे बाके दऊवा घाँईं इसारा करकै पूँछीं, कि तैं लौड़ा को नाओं का रखनो चाहथै। \p \v 63 जकर्याह लिखन बारी पटिया माँग कै लिख दई, “बाको नाओं यूहन्ना है,” और सब बड़ा हैरान भै! \v 64 बहे समय जकर्याह फिर से बोलन मैं सक्छम भौ, और बौ आसीसित परमेस्वर को धन्यवाद करन लागो। \v 65 बाके पड़ोसी सब बड़ा डराएगै; और बे सब बात की खबर यहूदिया के पूरे पहाड़ी देस मैं फैल गई। \v 66 जो भी जाके बारे मैं सुनीं, बौ जाके बारे मैं मन मैं सोचीं और पूँछीं, “जौ बालका को का होन बारो है?” काहैकि जौ स्पस्ट रहै कि प्रभु की सक्ति बाके ऊपर रहै। \s जकर्याह की भविस्यवाँड़ी \p \v 67 यूहन्ना को दऊवा जकर्याह पवित्र आत्मा से भरो पड़ो रहै, और बौ परमेस्वर की भविस्यवाँड़ी सुनाई: \q1 \v 68 “आबौ हम इस्राएल के परमेस्वर प्रभु की स्तुति करैं! \q2 बौ अपने लोगन को छुटकारा और आसीस देन ताहीं आओ है, और उनकै आजाद करी है। \q1 \v 69 बौ हमरे ताहीं एक सक्तिसाली उद्धारकर्ता, \q2 अपने सेवक दाऊद की पीढ़ी दई है। \q1 \v 70 बौ सुरुवातै से अपने पवित्र भविस्यवक्ता के जरिये वादा करी रहै \q2 \v 71 कि बौ हमैं हमरे बैरियन से बचागो, \q2 बे सबन की ताकत से जो हमसे बैर रखथैं उनके हात से हमरो उद्धार करी है। \q1 \v 72 बौ कही कि बौ हमरे पुरखन के ऊपर दया करैगो \q2 और अपनी पवित्र वाचा कै याद रखैगो। \q1 \v 73 हमरे पुरखा अब्राहम के ताहीं एक गंभीर कसम के संग \q2 \v 74 बौ हमैं हमरे बैरियन से बचान को वादा करी \q2 और हमैं बिना कोई डर के बाकी आराधना करन की इजाजत दई, \q1 \v 75 ताकी हम जिंदगी भर बाके सामने पवित्रता \q2 और धार्मिकता से बाकी सेवा करत रहमैं। \q1 \v 76 हे मेरे बालका, परमप्रधान परमेस्वर को भविस्यवक्ता कहो जागो।\x + \xo 1:76 \xo*\xt मलाकी 3:1; यसायाह 40:3\xt*\x* \q2 काहैकि तैं प्रभु को रहा बनान \q2 के ताहीं बाके अग्गु-अग्गु चलैगो, \q1 \v 77 अपने लोगन कै उद्धार को ग्यान दे, \q2 कि उनके पापन कै माफ करन से बे बच जांगे। \q1 \v 78 हमरो परमेस्वर दया और प्यार से भरो और कोमल है। \q1 बौ हमरे ऊपर उद्धार को उजितो बारो भोर निकारैगो। \q2 \v 79 और बे सबन के ऊपर जो मौत के अंधकारमै छाया मैं रहथैं, स्वर्ग से चमकन के ताहीं, \q2 सांति के रहामैं हमरे कदम को मार्गदर्सन करै।”\x + \xo 1:79 \xo*\xt यसायाह 60:1-2; यसायाह 9:2\xt*\x* \p \v 80 और बौ बालक यूहन्ना, बढ़त और आत्मा मैं ताकतबर होत गौ। यूहन्ना बौ दिन ले जंगल मैं रहो, जब तक कि बौ इस्राएल के आदमी के सामने सार्वजनिक रूप से सामने ना आओ। \c 2 \s ईसु को जनम \r (मत्ती 1:18-25) \p \v 1 बौ समय कैसर सम्राट औगुस्तुस के हात पूरी जग के साम्राज्य मैं जनगड़ना पंजिका करन को आदेस दई रहै। \v 2 जौ पहली जनगड़ना\f + \fr 2:2 \fr*\ft जनगड़ना\ft*\f* बौ समय भइ, जब किरिनियुस सीरिया को राज्यपाल रहै। \v 3 और सब जनी अपनो नाओं जनगड़ना मैं लिखवान ताहीं अपने-अपने सहर कै गै। \p \v 4 यूसुफ जौ बजह से कि बौ राजा दाऊद के घराने और बंस को रहै, गलील के नासरत सहर से यहूदिया मैं दाऊद के सहर बैतलहम कै गौ। \v 5 बौ मरियम के संग जनगड़ना करवान गै, जोसे बाकी दिखनौरी भइ रहै। और बौ पेट से रहै। \v 6 और जब बे बैतलहम मैं रहैं, तौ मरियम के बालका को जनम लेन के पूरो समय हुई गौ। \v 7 मरियम अपनो पहलोठो बालका कै जनम दई, और बाकै लत्ता मैं लपटे कै खुड़ली मैं लिटाए दई काहैकि उनके ताहीं सराय मैं जघा ना रहै। \s बरदिया और स्वर्गदूत \p \v 8 बौ देस मैं कुछ बरदिया रहैं, जो रात मैं मैदान मैं रहकै अपने भेंड़-बकरियन के झुंड की रखबारी करत भइ खेतन मैं रात बितात रहैं। \v 9 उन्हैं परमेस्वर को एक दूत दिखाई दई, और प्रभु की महिमा को तेज उनके ऊपर चमको, बरदिया गजब डराय गै रहैं, \v 10 पर स्वर्गदूत उनसे कहीं, “मत डराबौ! मैं हिंयाँ तुमरे ताहीं सुसमाचार लैकै आओ हौं, जोसे सब लोगन बड़ा खुसी होगी। \v 11 आजै के दिन दाऊद के सहर मैं तुमरे ताहीं एक उद्धारकर्ता जनमो है, और बहे प्रभु मसीह है! \v 12 और जाको तुमरे ताहीं जौ चिन्ह है, कि तुम एक बालका कै लत्ता मैं लिपटो भौ और खुड़ली मैं लेटो भौ पाबैगे।” \p \v 13 अनकाचीति एक स्वर्गिय सेना स्वर्गदूत के संग दिखाई दईं, जो परमेस्वर की स्तुति गात रहैं: \q1 \v 14 “परमेस्वर की महिमा ऊँचे स्वर्ग मैं, \q2 और पृथ्वी मैं सांति बे लोगन के ताहीं है जिनसे बौ खुस है!” \p \v 15 जब स्वर्गदूत बरदियन के झोने से बापस स्वर्ग मैं चले गै, तौ बरदिया आपस मैं बतकाईं, “आबौ, आपन बैतलहम जाएकै जौ बात जो भईं हैं, और जोके बारे मैं प्रभु हमैं बताई है, देखथैं।” \p \v 16 और बे तुरंत फुर्ती से जाएकै मरियम और यूसुफ कै पाईं, और बौ बालक कै खुड़ली मैं पड़ो भौ देखीं। \v 17 जब बरदिया बाकै देखीं, तौ बे उन्हैं बात बताईं कि स्वर्गदूत बालका के बारे मैं का कहीं रहैं। \v 18 और सब सुनन बारे, बे बातन कै जो बरदिया उनसे कहीं रहैं, अचम्मे भै। \v 19 मरियम जे सब बात कै याद करी और उनके बारे मैं से मन सोची। \v 20 जो कुछ बे सुनीं और देखी रहैं, बौ सबके बजह से बरदिया परमेस्वर के बड़ाँईं को गाना गात भै लौट गै; जौ बैसोई भौ जैसो स्वर्गदूत उन्हैं बताईं रहैं। \s ईसु को नामकरड़ \p \v 21 एक सप्ताह बाद, जब बालका को खतना करन को समय आओ, तौ बाको नाओं ईसु रखो गौ, जो स्वर्गदूत बाके कोक मैं आन से पहले बाकै दई रहै।\x + \xo 2:21 \xo*\xt उत्पत्ति 17:12; लैव्यवस्था 12:3\xt*\x* \s ईसु कै मंदिर मैं लाओ गौ \p \v 22 जब मूसा की नियम के हिसाब से मरियम के सुद्ध होन को समय आए गौ, तौ यूसुफ और मरियम बौ बालका कै प्रभु के सामने यरूसलेम मैं लैगै, \v 23 जैसो कि प्रभु के नियम मैं लिखो है: “हर एक पहलोठो पुरुस प्रभु के ताहीं पवित्र सौंपो जाए।”\x + \xo 2:23 \xo*\xt निर्गमन 13:2,12\xt*\x* \v 24 बे प्रभु की नियम के हिसाब से एक जोड़ी कछुआ या कबूतर के दुई बच्चन की बलि चढ़ान गै। \p \v 25 बौ समय यरूसलेम मैं सिमौन नाओं को सिरफ एक धर्मी आदमी रहै, सिमौन एक अच्छो और साहसी भक्त रहै और इस्राएल कि सांति के ताहीं असियात रहै, और पवित्र आत्मा बाके संग रहै। \v 26 पवित्र आत्मा के जरिये सिमौन कै भरोसो दौ गौ रहै कि जबले तैं प्रभु मसीह कै देख ना लेगो, तौले तैं ना मरैगो। \v 27 पवित्र आत्मा के सिखाने मैं, सिमौन मंदिर मैं आओ; जब अईय्या-दऊवा बालका ईसु कै मंदिर मैं लाईं, कि ईसु के ताहीं नियम के हिसाब से करैं, \v 28 सिमौन बालका कै गोदी मैं लई और परमेस्वर को धन्यवाद करकै आसीस दई: \q1 \v 29 “अब, हे प्रभु, तैं अपनी बात के जरिया अपनो वादा पूरो करो है, \q2 और तैं अपने सेवक कै सांति से बिदा कर दे; \q1 \v 30 काहैकि मेरी आँखी तेरे उद्धार कै देख लईं हैं, \q2 \v 31 जोकै तैं सब लोग के सामने तैयार करो है: \q1 \v 32 गैर यहूदि के ऊपर अपनी इच्छा दिखान के ताहीं एक जोती \q2 और तेरे खुद के लोगन ताहीं इस्राएल की महिमा होबै।”\x + \xo 2:32 \xo*\xt यसायाह 42:6; 49:6\xt*\x* \p \v 33 सिमौन बाके बारे मैं जो कछु कही बासे बालका के अईय्या और दऊवा अचम्मे रहगै। \v 34 फिर सिमौन उनकै आसीस और आर्सिवाद दई और मरियम, ईसु की अईय्या से कही, “जौ बालका कै परमेस्वर इस्राएल मैं भौत लोगन को गिरन और जी उठन के ताहीं चुनी है। बौ परमेस्वर की तरफ से एक चिन्ह होगो, जोके खिलाप भौत जनी बोलंगे \v 35 और इसलै उनकी लुकी भइ सोच सामने आमंगी। और दुख, एक धारदार तलवार के हानी तेरो अपनो मन अपने आप तोड़ डारैगो।” \p \v 36 असेर के गोत्र मैं से हन्ना नाओं कि फनूएल की लौड़िया एक भविस्यवक्ता रहै: बौ बड़ा बूढ़ी रहै, और बिहा होन के बाद अपने लोगा के संग सात साल जिंदगी बिता पाई रहै। \v 37 हन्ना चौरासी साल की हुई चुकी रहै: बौ मंदिर कहु नाय छोड़त रहै; दिन-रात बौ परमेस्वर की आराधना करत रहै, बर्त रखत रहै और प्रार्थना करत रहै। \v 38 हन्ना बहे समय हुँआँ आयकै परमेस्वर को धन्यवाद देन लागी, और बे सबन से, जो यरूसलेम के छुटकारा ताहीं असियात रहैं, बौ बालका ईसु के बारे मैं उनसे बतकान लागी।\x + \xo 2:38 \xo*\xt यसायाह 52:9\xt*\x* \s यूसुफ और मरियम को नासरत बापस घरै लौटनो \p \v 39 और जब यूसुफ और मरियम प्रभु के नियम के हिसाब से सब निपटाए चुके तौ बे गलील मैं नासरत सहर अपने घरै बापस चले गै। \v 40 बालका बड़ो होत गौ, और मजबूत हुई गौ; बौ ग्यान से भरो रहै, और बाके ऊपर परमेस्वर को अनुग्रह रहै। \s लौड़ा ईसु मंदिर मैं \p \v 41 हर साल ईसु के अईय्या-दऊवा फसह को त्योहार के ताहीं यरूसलेम कै जाए करत रहैं।\x + \xo 2:41 \xo*\xt निर्गमन 12:24-27; व्यवस्थाविवरन 16:1-8\xt*\x* \v 42 जब ईसु बारह साल को रहै, तौ बे हमेसा की तरह त्योहार मैं यरूसलेम कै गै। \v 43 जब त्योहार खतम हुई गौ, तौ बे घरै बापस लौट गै, लेकिन बालक ईसु यरूसलेम मैं रहगौ। बाके अईय्या-दऊवा कै जौ पता नाय रहै; \v 44 बे सोचीं कि बौ भीड़ के संग है, इसलै बे पूरे दिन सफर करीं और फिर अपने हितुअन और अपने पहचान बारेन के बीच बाकै ढूँड़न लगे। \v 45 ईसु जब उनकै नाय मिलो, तौ बे बाकै ढूँड़त-ढूँड़त बापस यरूसलेम कै चले गै। \v 46 और तीन दिन के बाद बे ईसु कै मंदिर मैं यहूदि सिक्छकन के संग बैठो, उनकी बातन कै सुनत और सवाल पूँछत भइ पाईं। \v 47 और जो बाकै सुनत रहैं, बे बाके बुद्धिमान जबाब से बड़ा हैरान हुई जात रहैं। \v 48 जब बाके अईय्या-दऊवा अपने बालका कै देखीं तौ बे हैरान ही गै, और ईसु की अईय्या बासे कही, “बेटा, तैं हमरे संग ऐसो काहे करो? तेरो दऊवा और मैं तोकै ढूँड़न की कोसिस मैं गजब परेसान भै।”\fig यरूसलेम मैं मंदिर|alt="Temple in Jerusalem" src="lb00250c.tif" size="span" copy="Horace Knowles ©" ref="2:41"\fig* \p \v 49 ईसु जबाब दई, “तुम मोकै काहेकै ढूँड़ रै हौ? का ना जानत रहौ, कि मोकै अपने दऊवा के घरै होनो जरूरी है?” \v 50 लेकिन उन्हैं बाकी बात समझ मैं ना आई। \p \v 51 इसलै ईसु उनके संग बापस नासरत मैं चले गौ, जहाँ बौ उनकी बात माने करतो। और उनके वस मैं रहो; बाकी अईय्या जे सब बातन कै अपने मन मैं संजोए कै धरे रखाई। \v 52 ईसु सरीर और बुद्धि दोनों मैं खूब बढ़त गौ, परमेस्वर और लोगन के अनुग्रह मैं बढ़तो चलो गौ।\x + \xo 2:52 \xo*\xt 1 समूएल 2:26; नीतिवचन 3:4\xt*\x* \c 3 \s यूहन्ना बपतिस्मा देनबारे को सन्देस \r (मत्ती 3:1-12; मरकुस 1:1-8; यूहन्ना 1:19-28) \p \v 1 जौ सम्राट तिबिरियुस के सासन को पन्द्रमों साल रहै; पुन्तियुस पिलातुस यहूदिया को राज्यपाल रहै, हेरोद अंतिपास गलील देस को सासक रहै, और बाको भईय्या फिलिप्पुस इतूरैया और तरखोनीतिस के इलाका को सासक रहै; लिसानियास अबिलेने इलाका को सासक रहै, \v 2 और हन्ना और कैफा बड़ो पुजारी\f + \fr 3:2 \fr*\ft बड़ो पुजारी\ft*\f* रहै, बौ समय परमेस्वर को बचन जकर्याह को लौड़ा यूहन्ना के झोने पुगो जो रेगिस्तान मैं रहत रहै। \v 3 जौ बजह से यूहन्ना यरदन नदिया के आस-पास पूरे इलाका मैं गौ, प्रचार करी, “अपने पापन से मन फिराबौ और बपतिस्मा लेबौ, और परमेस्वर तुमरे पापन कै माफ कर देगो।” \v 4 जैसो कि यसायाह भविस्यवक्ता\f + \fr 3:4 \fr*\ft आनबारे समय के बारे मैं बतान बारो\ft*\f* कि किताब मैं लिखो गौ है: \q1 “कोई रेगिस्तान मैं पुकार रौ है: \q2 कि प्रभु के ताहीं रहा सूदी करौ; \q2 सफर के लै प्रभु के ताहीं एक सीधी रहा बनाबौ! \q1 \v 5 हर एक घाट कै भर दई जागी, \q2 हर पहाड़ी और पहाड़ कै नीचो कर दौ जागो; \q1 और जो टेहड़ी रहा है बाकै सीधी करो जानो चाहिए, \q2 और ऊबड़-खाबड़ रहा मुलायम बनैगो। \q1 \v 6 पूरी इंसान की जाति परमेस्वर के उद्धार कै देखैगी!” \p \v 7 बड़ी भीड़ यूहन्ना से बपतिस्मा लेन के ताहीं निकरकै आत रहै, उनसे यूहन्ना कहत रहै, “साँप के बालकौ, तुमकै कौन चिताओ, कि आनबारे गुस्सा से भाजौ? \v 8 बे कामन कै करौ जिनसे पता चलै कि तुम अपने पापन से मन फिराए लै हौ। और आपस मैं जौ ना कहियो कि अब्राहम तुमरो पुरखा है। मैं तुमसे कहथौं कि परमेस्वर जे चट्टानन कै लैकै अब्राहम को बंसज बनाए सकथै! \v 9 और अब कुल्हाड़ी पेंड़ कै जड़ से काटन के ताहीं तैयार है; अच्छो फल ना देनबारे हर पेंड़ कै काटकै आगी मैं डार दौ जागो।” \p \v 10 और लोग बासे पूँछीं, “तौ हम का करैं?” \p \v 11 यूहन्ना जबाब दई, “जोके पास दुई कुरता होमैं, बौ बाकै एक कुरता देबै जोके पास ना है, और जोके पास खानु है बहो बाँटनों चाहिए।” \p \v 12 और कुछ लगान\f + \fr 3:12 \fr*\ft चुंगी\ft*\f* लेन बारे भी बपतिस्मा लेन आए, और बे यूहन्ना से कहीं, “गुरु, हम का करैं?” \p \v 13 यूहन्ना उनसे कही, “जित्तो तुमरे ताहीं तैं करो गौ है, बासे जद्धे मत लियो।” \p \v 14 और कुछ सिपईय्या यूहन्ना से पूँछीं, “हमैं का करनो चाहिए?” \p यूहन्ना उनसे कही, “कोई के ताकत दिखाए कै बासे पैसा मत लियो या फिर कोई के ऊपर झूठो इल्जाम मत लगइयो, अपनी तनखा से सन्तुस्ट रहबौ।” \p \v 15 लोगन की उमीद बढ़न लगी और बे अचम्मे और मन मैं सोचन लगे कि कहीं सायद यूहन्ना मसीह तौ ना है। \v 16 फिर यूहन्ना बे सबन के जबाब मैं कही, “मैं तौ तुमकै पानी से बपतिस्मा देथौं, लेकिन बौ आनबारो है, जो मोसे ताकतबर है; मैं तौ जहो काबिल ना हौं, कि बाके जूतन की तनी खोल सकौं, बौ तुमकै पवित्र आत्मा और आगी से बपतिस्मा देगो। \v 17 बाके पास अपनो खुद को सूपो है, और बौ अपनो खेत खलियान कै अच्छे से साफ करैगो; और गेंहूँ कै अपने खाते मैं इखट्टो करैगो, लेकिन गेंहूँ छान कै बौ भूसा कै अलग करकै आगी मैं जलागो जो कहु बुझत ना है।” \p \v 18 यूहन्ना भौत सी सिक्छा दै दैकै लोगन कै सुसमाचार सुनात भइ मन फिरान के ताहीं नहोरे करत रहै। \v 19 लेकिन यूहन्ना गवर्नर हेरोद कै फटकार लगाई, काहैकि हेरोद अपने भईय्या फिलिप्पुस की बईय्यर हेरोदियास से बिहा करी रहै, और भी भौत से बुरे काम करी रहै। \v 20 तौ हेरोद यूहन्ना कै कैदखाना मैं डारकै औरौ बड़ो काम करी। \s ईसु को बपतिस्मा \r (मत्ती 3:13-17; मरकुस 1:9-11) \p \v 21 सब जनी के बपतिस्मा लेन के बाद, ईसु भी बपतिस्मा लई। जब बौ प्रार्थना करत रहै, तौ स्वर्ग खुल गौ, \v 22 और पवित्र आत्मा सारीरिक रूप मैं कबूतर के हानी ईसु के ऊपर उतरो, और स्वर्ग से जौ आकासवाड़ी भइ, “तैं मेरो प्रिय लौड़ा है, मैं तोसे खुस हौं।” \s ईसु के पुरखा \p \v 23 जब ईसु अपनो काम सुरु करी तौ बौ लमसम तीस साल को रहै और जैसी लोग समझत रहैं कि बौ यूसुफ को लौड़ा रहै; जो कि यूसुफ एली को लौड़ा रहै, \v 24 और एली मत्तान को, और मत्तान लेवी को, और लेवी मलाकी को, और मलाकी यन्नाई को, और बौ यूसुफ को, \v 25 और यूसुफ मत्तित्याह को, और बौ आमोस को, और बौ नहूम को, और नहूम असल्याह को, और असल्याह नोगह को, \v 26 और नोगह मात को, और मात मत्तित्याह को, और बौ सिमी को, और बौ योसेख को, और योसेख योदाह को, \v 27 और योदाह यूहन्ना को, और यूहन्ना रेसा को, और रेसा जरूब्बाबेल को, जरूब्बाबेल सालतियेल को, और सालतियेल नेरी को, \v 28 और नेरी मलकी को, और मलकी अद्दी को, और अद्दी कोसाम को, और कोसाम इलमोदाम को, और इलमोदाम एर को, \v 29 और एर जोस्वा को, जोस्वा एलीएजेर को, और एलीएजेर योरीम को, और योरीम मत्तात को, और मत्तात लेवी को, \v 30 और लेवी सिमौन को, और सिमौन यहूदा को, और यहूदा यूसुफ को, और यूसुफ योनान को, और योनान एलयाकीम को, \v 31 और एलयाकीम मलेआह को, और मलेआह मिन्नाह को, और मिन्नाह मत्तता को, और मत्तता नातान को, और नातान दाऊद को, \v 32 और दाऊद यिसै को, और यिसै ओबेद को, और ओबेद बोअज को, और बोअज सलमोन को, और सलमोन नहसोन को, \v 33 और नहसोन अम्मीनादाब को, और अम्मीनादाब आदमिन को, आदमिन अरनी को, और अरनी हेस्रोन को, और हेस्रोन पेरेस को, और पेरेस यहूदा को, \v 34 और यहूदा याकूब को, और याकूब इसहाक को, और इसहाक अब्राहम को, और अब्राहम तेरह को, और तेरह नाहोर को, \v 35 और नाहोर सरूग को, और सरूग रऊ को, और रऊ पेलेग को, और पेलेग एबिर को, और एबिर सिलह को, \v 36 और सिलह केनान को, और केनान अरफक्छद को, और अरफक्छद सेम को, और सेम नूह को, और नूह लेमेक को, \v 37 और लेमेक मथूसिलह को, और मथूसिलह हनोक को, और हनोक यिरिद को, और यिरिद महललेल को, महललेल केनान को, \v 38 और केनान एनोस को, और एनोस सेत को, और सेत आदम को, और आदम परमेस्वर को लौड़ा रहै।\x + \xo 3:38 \xo*\xt उत्पत्ति 5:1-3; 1 इतिहास 1:1-4\xt*\x* \c 4 \s ईसु की परिक्छा \r (मत्ती 4:1-11; मरकुस 1:12,13) \p \v 1 ईसु पवित्र आत्मा से भरो भौ, यरदन नदिया से लौटो; और आत्मा कि अगुवाई मैं रेगिस्तान मैं फिरत रहो, \v 2 और चालीस दिन ले सैतान ईसु की परिक्छा लेत रहो। \p \v 3 सैतान ईसु से कही, “अगर तैं परमेस्वर को लौड़ा है, तौ जौ पथरा से कह, कि रोटी बन जा।” \p \v 4 ईसु जबाब दई, “सास्त्र मैं लिखो है, ‘इंसान खाली रोटी से जिंदो ना रह सकथै।’”\x + \xo 4:4 \xo*\xt व्यवस्थाविवरन 8:3\xt*\x* \p \v 5 तौ सैतान ईसु कै उठाएकै लैगौ और ईसु कै दुनिया भर के राज्य दिखाई। \v 6 और सैतान ईसु से कही, “मैं जौ सब अधिकार और जौ सब धन-दौलत और महिमा तोकै दुंगो,” काहैकि “जौ सब मोकै सौंप दौ गौ है, और जोकै चाहथौं, बाकै दै सकथौं। \v 7 अगर तैं मेरी आराधना करैगो, तौ जौ सब तेरो होगो।” \p \v 8 ईसु जबाब दई, “सास्त्र कहथै, ‘कि तू प्रभु अपने परमेस्वर की आराधना कर और सिरफ बहे की सेवा कर!’” \p \v 9 तौ सैतान ईसु कै यरूसलेम मैं लैगौ और ईसु कै मंदिर के सबसे ऊँची जघा मैं ठड़बाए दई, और ईसु से कही, “अगर तैं परमेस्वर को लौड़ा है, तौ अपने आपकै हिंयाँ से तरे फेंक दे। \v 10 काहैकि सास्त्र मैं लिखो है, ‘कि परमेस्वर अपने दूतन कै आग्या देगो, कि बे तेरी रक्छा करैं।’ \v 11 और जहो कहो गौ है, ‘बे तोकै हातो-हाथ उठाए लेंगे ताकी तेरे पाँव मैं पथरन से चोट ना लगै।’” \p \v 12 ईसु सैतान कै जबाब दई, “सास्त्र जहो कहथै, ‘प्रभु अपने परमेस्वर कै परिक्छा मैं मत डारियो।’”\x + \xo 4:12 \xo*\xt व्यवस्थाविवरन 6:16\xt*\x* \p \v 13 जब सैतान सब परिक्छा लै चुको, तौ थोड़ी समय ताहीं ईसु झोने से चले गौ। \s गलील मैं ईसु की सेवकाई और काम \r (मत्ती 4:12-17; मरकुस 1:14,15) \p \v 14 फिर ईसु गलील मैं लौटियाओ, और पवित्र आत्मा की सामर्थ्य बाके संग रहै, ईसु के बारे मैं खबर पूरे आस-पास के इलाका मैं फैल गई। \v 15 ईसु सभाघरन मैं पढ़ाई और सब ईसु की बड़ाँईं करे करते। \s ईसु कै नासरत मैं ना अपनाईं \r (मत्ती 13:53-58; मरकुस 6:1-6) \p \v 16 फिर ईसु नासरत मैं आओ; जहाँ बाको पालन-पोसँड़ भौ रहै, और हमेसा की तरह साबत के दिन सभाघर मैं गौ। ईसु सास्त्र पढ़न के ताहीं ठाड़गौ \v 17 और यसायाह भविस्यवक्ता की किताब बाकै दई गई, और ईसु चिट्ठी खोलकै, बौ जघा निकारी जहाँ जौ लिखो रहै, \q1 \v 18 “प्रभु की आत्मा मेरे मैं है, \q2 काहैकि बौ कंगालन कै सुसमाचार सुनान के ताहीं मेरो अभिसेक करी है। \q1 और मोकै जौ ताहीं भेजी है, कि मैं बंधुवन कै छुटकारा को प्रचार \q2 और अंधरन कै उजीते, \q1 और दुखियारेन कै आजाद करौं,\x + \xo 4:18 \xo*\xt यसायाह 58:6; 61:1,2\xt*\x* \q2 \v 19 और खबर को प्रचार फैलाय दियौ कि बौ समय आयगौ है \q2 जब प्रभु अपने लोगन कै बचागो।”\fig लपेटी भइ किताब|alt="Scroll" src="hk00150c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="4:16"\fig* \p \v 20 फिर ईसु किताब कै बन्द करकै बापस सेवक कै दै दई, और बैठगौ। और सभाघर मैं सब जनी की नजर ईसु के ऊपर टिकी रहैं, \v 21 फिर ईसु उनसे कही, “पवित्र सास्त्र को जौ लिखो भौ तुमरे सामने आज सच हुई गौ है, जैसो कि तुमरे सामने पढ़ो जाएरौ है।” \p \v 22 और बे सब ईसु कै सराहीं, और जो अनुग्रह की बात ईसु के मोहों से निकरत रहैं, उनसे बे अचम्मे भै; और कहेन लागे, “का जौ यूसुफ को लौड़ा ना है?”\x + \xo 4:22 \xo*\xt लूका 2:42; भजन संहिता 45:2 \xt*\x* \p \v 23 ईसु उनसे कही, “तुम मेरे ऊपर जौ कहानी जरूर कहबैगे, ‘कि बैध, अपने आपकै अच्छो कर!’ जो कुछ तुम सुने हौ कि जो कफरनहूम मैं भौ रहै, बाकै तुम मोकै हिंयाँ अपने देस मैं भी करन ताहीं कहगे।” \v 24 ईसु कही, मैं तुमसे सच्ची कहथौं, “कोई भविस्यवक्ता कै अपने देस मैं मान-सम्मान नाय मिलथै। \v 25 मेरी बात सुनों: जौ सच है कि एलिय्याह के समय मैं जब साढ़े तीन साल ले आसमान से मेंहें ना बरसो और पूरे देस मैं भैंकर आकाल पड़ो रहै, तौ इस्राएल मैं भौत एक बिधवा रहैं।\x + \xo 4:25 \xo*\xt 1 राजा 17:1; 18:1\xt*\x* \v 26 पर एलिय्याह कै उनमैं से कोई के झोने नाय भेजो गौ, खाली सैदा के जारफत मैं एक बिधवा कै छोड़कै।\x + \xo 4:26 \xo*\xt 1 राजा 17:9\xt*\x* \v 27 और एलीसा भविस्यवक्ता के समय इस्राएल मैं भौत से कोहढ़ी रहैं, पर सीरिया वासी नामान कै छोड़कै उनमैं से कोई सुद्ध ना करो गौ रहै।”\x + \xo 4:27 \xo*\xt 2 राजा 5:1-14\xt*\x* \p \v 28 सभाघर के आदमी जौ सुनकै, सब बड़ा गुस्सा मैं आयगै। \v 29 और बे उठकै ईसु कै सहर से बाहर निकारीं, और बौ पहाड़ी की चुटिया मैं लैगै, जोमैं उनको सहर बसो रहै, बे ईसु कै नीचे चट्टान मैं फेंकन ताहीं लैगै रहैं, \v 30 पर बौ भीड़ के बीच से निकरकै अपने रहा चले गौ। \s बुरी आत्मा कै एक आदमी के भीतर से निकारी \r (मरकुस 1:21-28) \p \v 31 फिर ईसु गलील के एक कफरनहूम सहर मैं गौ, और बौ लोगन कै साबत के रोज यहूदियन के सभाघर मैं उपदेस दई। \v 32 बे ईसु के उपदेस से अचम्मे भै, काहैकि ईसु बचन कै सबके अधिकार से बात करी रहै। \v 33 सभाघर मैं एक आदमी रहै, जोके अंदर एक असुद्ध प्रेत आत्मा घुसी रहै; बौ बड़ा जोड़ से चिल्लाई, \v 34 “आँह! हमकै तोसे का काम, नासरत के ईसु? का तैं हमैं नास करन कै आओ है? मोकै पता है कि तैं कौन है: तैं परमेस्वर को पवित्र दूत है!” \p \v 35 ईसु भूत कै आग्या दई, “चुप रहा और आदमी के भीतर से बाहर निकर जा!” प्रेत आत्मा आदमी कै उनके सामने नीचे फेंक दई और बिना कोई नुकसान करे बाके अंदर से निकर गौ। \p \v 36 जौ सब देखकै सब जनी अचम्मे भै, और बे आपस मैं एक-दुसरेन से कहेन लागे, “जे कैसे सब्द हैं? अधिकार और सामर्थ्य के संग जौ आदमी प्रेत आत्मा कै हुकम देथै, और बे बाहर निकर जाथैं!” \v 37 और ईसु के बारे मैं सब गाँव मैं खबर फैल गई। \s ईसु भौत जनी कै अच्छो करथै \r (मत्ती 8:14-17; मरकुस 1:29-34) \p \v 38 ईसु सभाघर छोड़कै सिमौन के घरै चले गौ। सिमौन की सास तेज बुखार से बिमार रहै, और बे ईसु से बाके बारे मैं पूँछीं। \v 39 ईसु बाकी सास झोने ठाड़कै बुखार कै बाकै छोड़न को आग्या दई और बुखार बाके अंदर से उतर गौ, और बौ एकै बार मैं उठ गई और उनकी सेवा करन लग्गई। \p \v 40 दिन मुदन के बाद, जो-जोके हिंयाँ लोग भौत तरहन की बिमारी से बिमार रहैं, बे सब उनकै ईसु के झोने लै आईं, और ईसु एक-एक के ऊपर हाथ रखकै उनकै अच्छो करी। \v 41 और प्रेत आत्मा चिल्लाए-चिल्लाए कै कहेन डटे पड़े, “तैं परमेस्वर को लौड़ा है,” भौतन मैं से प्रेत आत्मा निकर गई, और ईसु उनकै आग्या देतो और उनकै बोलन तक ना देत रहै, काहैकि भूत जानत रहैं, कि जौ मसीह है। \p \v 42 जब दिन भौ तौ ईसु निकरकै एक एकांत जघा मैं गौ, लोग ईसु कै ढूँड़न लग्गै, और जब ईसु कै ढूँड़ डारीं, तौ बे ईसु कै रोकन लग्गै, कि तैं हमरे झोने से मत जाबै। \v 43 लेकिन ईसु उनसे कही, “मोकै दुसरे सहरन मैं भी परमेस्वर के राज्य को सुसमाचार प्रचार करनो जरूरी है, काहैकि परमेस्वर मोकै जहे ताहीं भेजी है।” \p \v 44 और बौ पूरे गलील देस मैं यहूदिया के सभाघरन मैं प्रचार करी। \c 5 \s ईसु पहलो चेला कै बुलाई \r (मत्ती 4:18-22; मरकुस 1:16-20) \p \v 1 एक दिन ईसु गन्नेसरत की झील के किनारे ठाड़ो रहै, और लोग परमेस्वर को बचन सुनन के ताहीं ईसु के ऊपर भीड़ गिरी जात रहै, \v 2 ईसु झील के किनारे दुई नईंयाँ लगी भइ देखी, बे नईंयाँ मैं से उतरकै मछरिया जार धोत रहैं। \v 3 बे नईंयाँ मैं से एक के ऊपर चढ़कै, जो सिमौन की रहै, ईसु बासे डींड़े से थोड़ी भीतर कै धक्का देन ताहीं पूँछी, फिर ईसु नईंयाँ मैं बैठकै भीड़ कै उपदेस दई। \p \v 4 जब ईसु बोलनो बंद करी, तौ बौ सिमौन से कही, “नईंयाँ गहरे मैं लै चल, और तैं और तेरे संग के मच्छी मारन ताहीं अपने जार डारौ।”\fig नईंयाँ मैं चढ़कै मछबारे मच्छी पकड़त भइ|alt="Fishermen in boat and catch fish" src="hk00208c.tif" size="span" copy="Horace Knowles ©" ref="5:4"\fig* \p \v 5 सिमौन ईसु कै जबाब दई, “गुरुजी, हम पूरी रात मेहनत करे और कछु ना पकड़पाए; लेकिन तैं ऐसो कहरौ है, तौ मैं जार कै डारंगो।” \v 6 जब बे जार डारीं, तौ इतनी मच्छी आए गईं कि जार फटन लग्गौ। \v 7 इसलै बे अपने सहभागी के जो दुसरी नईंयाँ मैं रहैं, उनकै इसारा करीं, कि आयकै हमरी मदत करौ: और बे आयकै दोनों नईंयाँ कै मच्छी से इत्तो भर दईं कि नईंयाँ तक डूबा-डूब करैं। \v 8 जौ सब देखकै सिमौन पतरस ईसु के घूँटो मैं गिर गौ, और कही, “प्रभु, मेरे झोने से चले जा, मैं एक पापी आदमी हौं!” \p \v 9 सिमौन और बाके संग के इतनी जाधे मच्छी पकड़कै हैरान रहैं। \v 10 और बैसिये जब्दी को लौड़ा याकूब और यूहन्ना कै भी, जो सिमौन के सहभागी रहैं, हैरान भै फिर ईसु सिमौन से कही, “मत डराबै, अब से तैं लोगन कै परमेस्वर के झोने लागो।” \p \v 11 और बे नईंयाँ कै झील के डींड़े लै आईं और सब कछु छोड़-छाड़ कै ईसु के पच्छू ही लईं। \s ईसु एक कोहढ़ी आदमी कै अच्छो करी \r (मत्ती 8:1-4; मरकुस 1:40-45) \p \v 12 जब ईसु एक सहर मैं रहै, तौ हुँआँ कोढ़ से भरो भौ एक आदमी आओ, और बौ ईसु कै देखकै मोहों के बल गिरो, और नहोरे करी, “प्रभु अगर तैं चाहबै तौ मोकै सुद्ध कर सकथै!” \p \v 13 ईसु हाथ बढ़ायकै बाकै छुइ और कही, “मैं चाहथौं, तैं कोहोढ़ से सुद्ध हुई जा।” और एक बार मैं बिमारी बौ आदमी कै छोड़ दई। \v 14 फिर ईसु बाकै हुकम दई, “कोई कै मत बतइये, लेकिन तैं सूदे पुजारी के झोने जा और अपने-आपकै दिखा; और अपने सुद्ध होन के बारे जो कछु मूसा चढ़ावा चढ़ाई है बाकै चढ़ा कि उनके ऊपर गभाई होबै; सबन कै साबित करन के ताहीं कि तैं ठीक हुई गौ है, तौ जैसो मूसा हुकम दई है” बैसिये भेंट चढ़ा।\x + \xo 5:14 \xo*\xt लैव्यवस्था 13:49; 14:2-32\xt*\x* \p \v 15 लेकिन ईसु के बारे मैं खबर और जोर-सोर से फैल गई, और लोगन की भीड़ बाकै सुनन ताहीं और अपनी बिमारिन से अच्छो होन के ताहीं जुरानी। \v 16 लेकिन ईसु अकेली जघा मैं जाएकै प्रार्थना करे करतो। \s ईसु एक फालिस की बिमारी बारे आदमी कै अच्छो करथै \r (मत्ती 9:1-8; मरकुस 2:1-12) \p \v 17 एक दिन ऐसो भौ जब ईसु उपदेस देत रहै, तौ कुछ फरीसी और नियम के सिक्छक हुँआँ बैठे रहैं, जो गलील और यहूदिया के हर एक सहर से और यरूसलेम से आए रहै; और बिमारन कै अच्छो करन की प्रभु की सामर्थ्य ईसु के पास रहै। \v 18 कुछ आदमी एक फालिस मारे भै आदमी कै खटिया मैं लाईं, और बे ईसु के सामने घर के भीतर लै जान की बड़ा कोसिस करीं। \v 19 जब बे भीड़ के बजह से बाकै भीतर ना ला पाईं तौ बे बाकै छप्पर मैं लै जाएकै छप्पर हटाएकै, बाकै खटिया समेत बीच मैं ईसु के सामने उतार दईं। \v 20 जब ईसु देखी कि उनमैं कितनो बिस्वास है, तौ ईसु बौ आदमी से कही, “तेरे पाप माफ हुईगै, मेरे दोस्त।” \p \v 21 फिर यहूदि नियम के सिक्छक और फरीसी अपने मैं कहेन लागे, “जौ कौन आदमी है, जो परमेस्वर की बुराई कर्‌रौ है! खाली एकै परमेस्वर है जो पापन की माफी दै सकथै!” \p \v 22 ईसु उनकी मन की बात जानकै, उनसे कही, “तुम ऐसी बात काहे सोच रै हौ? \v 23 सई का है? का जौ कहनो, कि ‘तेरे पाप माफ हुईगै,’ या जौ कहनो कि ‘उठ और चल फिर?’ \v 24 मैं तुमकै जौ साबित कर दुंगो कि आदमी के लौड़ा कै पृथ्वी मैं पाप माफ करन को भी अधिकार है।” ईसु बौ फालिस मारे भै आदमी से कही, “मैं तोसे कहथौं, उठ और अपनी खटिया उठा और घरै चले जा!” \p \v 25 बौ मोहोंट से उनके सामने उठो, और जोमैं बौ लेटो रहै बाकै उठाएकै, परमेस्वर की बड़ाँईं करत भइ अपने घर कै चलो गौ। \v 26 बे सब बड़ा चकाएगै और परमेस्वर की बड़ाँईं करन लागे, और बड़ा डराएकै कहेन लगे, “आज हम अनोखी चीज देखे हैं!” \s ईसु लेवी कै बुलाथै \r (मत्ती 9:9-13; मरकुस 2:13-17) \p \v 27 जाके बाद, ईसु बाहर गौ और लेवी नाओं के एक आदमी कै लगान लेन बारी चौकी मैं बैठो देखी, और बासे कही, “मेरे पच्छू आ।” \v 28 लेवी सब कछु छोड़कै उठो, और ईसु के पच्छू हुई लई। \p \v 29 और लेवी अपने घरै ईसु के ताहीं बड़ो हटकना करी; और लगान लेन बारेन कि और दुसरे लोगन कि जो ईसु के संग खानु खान बैठे रहै उनकी भीड़ रहै। \v 30 कुछ फरीसी घाँईं यहूदि नियम के सिक्छक ईसु के चेलन से सिकायत करीं, “तुम लगान लेन बारेन और पापिन के संग काहेकै खाथौ-पीथौ?” \p \v 31 ईसु उनकै जबाब दई, “बैध भले अच्छेन के ताहीं नाय, लेकिन बिमारन के ताहीं जरूरी है। \v 32 मैं धर्मी कै नाय, बल्कि पापिन को मन फिरान के ताहीं बुलान आओ हौं।” \s बर्त के बारे मैं सबाल \r (मत्ती 9:14-17; मरकुस 2:18-22) \p \v 33 कुछ लोग ईसु से कहीं, “यूहन्ना के चेला तौ बार-बार बर्त रखथैं और प्रार्थना करथैं, और बैसिये फरीसियन के चेला करथै; पर तेरे चेला तौ खाथैं।” \p \v 34 ईसु उनसे कही, “का तुम बिहा बारे घरै बरैतियन से जबले दुल्हा उनके संग है, बर्त रखबाये सकथौ? \v 35 लेकिन बौ दिन आगो, जब दुल्हा उनसे दूर लैजाओ जागो, और फिर बे बर्त रखंगे।” \p \v 36 ईसु उनकै जौ कहानी\f + \fr 5:36 \fr*\ft दृस्टान्त\ft*\f* भी सुनाई, “कोई आदमी एक नया कोट या झगिया मैं पुराने लत्ता को थिगरा ना लगागो, ना तौ नया लत्ता फट जागो और बाको थिगरा पुराने कोट मैं मेल ना खागो। \v 37 और न कोई नई दाखरस कै पुराने इस्तमाल करे भै मसकन मैं भरथै, ना तौ नई दाखरस मसकन कै फाड़कै पुही जागी, और मसक नास ही जांगे। \v 38 जाके बदले दाखरस कै नया मसकन मैं भरनो चाहिए। \v 39 कोई आदमी पुरानी दाखरस पीकै नई दाखरस नाय मांगथै, काहैकि बौ कहथै कि पुरानिए अच्छी है।” \c 6 \s साबत के बारे मैं सबाल \r (मत्ती 12:1-8; मरकुस 2:23-28) \p \v 1 ईसु साबत के रोज गेंहूँ के खेतन से होत भइ जात रहै, और ईसु के चेला बाली तोड़-तोड़कै हातन से मिजलकै खात भइ जान डटे पड़े।\x + \xo 6:1 \xo*\xt व्यवस्थाविवरन 23:25\xt*\x* \v 2 कुछ फरीसी पूँछीं, “तुम ऐसो काहे कर्‌रै हौ जो हमरे नियम के हिसाब से साबत के दिन करनो सई ना है?” \p \v 3 ईसु उनकै जबाब दई, “का तुम नाय पढ़े हौ, कि जब दाऊद और बाके संग के लोग भूंके रहैं, तौ बौ का करी रहै? \v 4 बौ कैसे करकै परमेस्वर के घर मैं गौ, और परमेस्वर कै दै भइ रोटी उठाएकै खाई, और अपने संग बारेन कै भी खबाई। जबकी जौ नियम के हिसाब से पुजारी कै छोड़ और कोई कै जौ खानो सई ना रहै।”\x + \xo 6:4 \xo*\xt लैव्यवस्था 24:5-9; 1 समूएल 21:6\xt*\x* \p \v 5 और ईसु हल निकारकै उनसे कही, “इंसान को लौड़ा साबत के दिन को प्रभु है।” \s एक आदमी जोके हात मैं फालिस मार गई रहै \r (मत्ती 12:9-14; मरकुस 3:1-6) \p \v 6 एकोर साबत के रोज ईसु सभाघर मैं जाएकै उपदेस दई; और हुँआँ एक आदमी रहै, जोके दहने हात मैं फालिस मार गई रहै। \v 7 कुछ यहूदि नियम के सिक्छक और फरीसी ईसु के ऊपर गलत इल्जाम लगान के ताहीं मौका ढूँड़त रहैं, इसलै बे ईसु कै ध्यान से देखीं कि का बौ साबत के रोज अच्छो करैगो। \v 8 लेकिन ईसु उनकी मन की बात जानत रहै; इसलै ईसु जोके हाथ मैं फालिस मारी रहै, बौ आदमी से कही, “उठ, ठाड़कै अग्गु आ।” बौ आदमी उठकै हुँआँ ठाड़गौ। \v 9 ईसु उनसे कही, “मैं तुमसे जौ पूछथौं: कि हमरे नियम के हिसाब से साबत के रोज का करनो चाहिए? भलो करन ताहीं या बुरो करन ताहीं? कोई की ज्यान बचान ताहीं या खतम करन के ताहीं?” \v 10 और ईसु सब घाँईं बे सबन कै देखी; फिर बौ आदमी से कही जोके हात मैं फालिस मार गई रहै, “अपनो हात बड़ा।” बौ एसोई करी, और बाको हात फिर से ठीक हुई गौ। \p \v 11 बे बड़ा गुस्सा मैं आए गै और आपस मैं बतकान लागे कि हम ईसु के संग का कर सकथैं। \s ईसु बारह प्रेरितन कै चुनथै \r (मत्ती 10:1-4; मरकुस 3:13-19) \p \v 12 बौ समय ईसु प्रार्थना करन के ताहीं एक पहाड़ी मैं चढ़गौ, और पूरी रात परमेस्वर से प्रार्थना मैं बिताई। \v 13 जब दिन भौ, तौ ईसु अपने चेलन कै बुलाई और उनमैं से बारह कै चुनी, जिनकै ईसु प्रेरित को नाओं दई: \v 14 और बे जे रहैं, सिमौन जोको नाओं बौ पतरस रखी; और बाको भईय्या अन्द्रियास, याकूब, यूहन्ना, फिलिप्पुस, और बरतुल्मै, \v 15 और मत्ती, और थोमा, हलफई को लौड़ा याकूब, और सिमौन जो जेलोतेस कहो जात रहै, \v 16 और याकूब को लौड़ा यहूदा, और यहूदा इस्करियोती, जो ईसु कै पकड़वान बारो बनो। \s ईसु लोगन कै सिखाथै और अच्छो करथै \r (मत्ती 4:23-25) \p \v 17 जब ईसु प्रेरितन के संग पहाड़ी से उतरकै नीचे बराबर बारी जघा मैं आओ, हुँआँ बाके चेलन की बड़ी भीड़, और पूरे यहूदिया, और यरूसलेम, और सूर और सैदा के किनारे के लोगन की बड़ा बड़ी भीड़ जुरानी रहै; \v 18 बे ईसु कै सुनन कै और अपनी बिमारिन से अच्छो होन के ताहीं बाके झोने आए रहैं, जो लोग प्रेत आत्मा से परेसान रहैं, बेऊँ आए और ठीक हुईगै। \v 19 सब जनी ईसु कै छूनो चाहत रहैं, काहैकि ईसु मैं से सामर्थ्य निकरकै सबकै अच्छो करत रहै। \s सुख और दुख \r (मत्ती 5:1-12) \p \v 20 फिर ईसु अपने चेलन के घाँईं देखी और कही, \q1 खुसनसीब हौ तुम, जो दीन हौ, \q2 काहैकि परमेस्वर को राज्य तुम्हारो है! \q1 \v 21 खुसनसीब हौ तुम, जो हबै भूंके हौ; \q2 तुम छके जाबैगे! \q1 खुसनसीब हौ तुम, जो अभै रोय रै हौ; \q2 तुम हँसैगे! \p \v 22 खुसनसीब हौ तुम, जब इंसान के लौड़ा के बजे से लोग तुमसे बैर रखंगे, और तुमकै निकार देंगे, और तुमरी बुराई करंगे, और तुमरो नाओं बुरो मानकै काट देंगे।\x + \xo 6:22 \xo*\xt 1 पतरस 4:14\xt*\x* \v 23 जब ऐसो होबै, तौ खुस रहियो और खुसी के मारे नाचियो, काहैकि स्वर्ग मैं तुमरे ताहीं एक बड़ो इनाम रखो गौ है। उनके पुरखा भविस्यवक्ता के संग बैसोई करे करत रहैं। \q1 \v 24 कितनो भयानक है तुमरे ऊपर जो सेठ हौ, \q2 काहैकि तुम अपनी सांति पाए चुके! \q1 \v 25 “हाय तुमरे ऊपर जो अब तुम छके हौ, \q2 तुम भूंके होगे!” \q1 “तुमरे ताहीं कितनो भयानक है, जो हबै हँस रै हौ, \q2 काहैकि तुम रोबैगे!” \p \v 26 “जब सब जनी तुमरे बारे मैं अच्छो बोलथैं, तौ कितनो भयानक होथै; काहैकि उनके पुरखा झूठा भविस्यवक्ता के बारे मैं भौत कछु कहीं।” \s बैरियों से भी प्यार करियो \r (मत्ती 5:38-48; 7:12) \p \v 27 “पर मैं तुम सुनन बारेन से कहथौ, कि अपने बैरी से प्यार करौ; जो तुमसे बैर करैं, उनको भलो करौ,” \v 28 जो तुमकै बद्‌दुआ देबै, तुम उनकै आसीस दियो; जो तुमरी बेजती करैं, उनके ताहीं प्रार्थना करौ। \v 29 अगर कोई तुमकै एक गलऊवा मैं चाँटा मारै, तौ बाके घाँईं दुसरो गलऊवा रोक लियो; अगर कोई तुमरो कोट लेथै, तौ बाकै अपनो कुरता पहनन देमैं। \v 30 जो कोई तुमसे कछु मांगथै, बाकै देमैं; और जो तुमरी चीज छीन लेबै, बाकै दुबारा मत माँगियो। \v 31 दुसरेन ताहीं बहे करैं, जैसो अपने ताहीं चाहथौ, और तुम्हऊँ उनके संग बैसोई करियो। \p \v 32 “अगर तुम खाली बे लोगन से प्यार करथौ, जो तुमसे प्यार-भाव रखथैं, तौ तुमकै दुआ काहे मिलनो चाहिए? काहैकि पापी अपने प्रेम-भाव रखन बारेन से प्यार करथैं।” \v 33 अगर तुम बे लोगन को भलो करथौ, जो तुमरो भलो करथैं, तौ तुमकै दुआ काहेकै मिलनो चाहिए? काहैकि पापी ऐसोई करथैं! \v 34 और अगर तुम खाली बे लोगन कै उधार देथौ, जिनसे तुम बापस पान की आसा करथौ, तौ तुमकै दुआ काहे मिलनो चाहिए? पापी भी पापिन कै उधार देथैं, ताकी उतनोई पैसा बापस पामैं! \v 35 न! अपने बैरी से प्यार करौ और उनको भलो करौ; उधार और बापस लेन की कछु उमीद मत करौ, तौ तुमरे पास एक बड़ो इनाम होगो; और तुम परमप्रधान के बालका माने जागे, काहैकि बौ उनके ताहीं जो धन्यवाद नाय देथैं और बुरेन के ताहीं अच्छो है।\x + \xo 6:35 \xo*\xt लैव्यवस्था 25:35-36; मत्ती 5:44-45\xt*\x* \v 36 दयालु बनौ जैसो तुमरो दऊवा दयालु है। \s दुसरेन को न्याय \r (मत्ती 7:1-5) \p \v 37 “दुसरेन को न्याय मत करौ, और परमेस्वर तुमरो न्याय ना करैगो; दुसरेन की बुराई मत करौ, और परमेस्वर तुमरी बुराई ना करैगो; दुसरेन कै माफ करौ, और परमेस्वर तुमकै माफ करैगो। \v 38 दुसरेन कै दे करौ, और परमेस्वर तुमकै देगो; सई मैं, तुमकै एक पूरो तरीका मिलैगो, खूब एक मदत, तुमरे हाथ मैं दई जागी, जो तुम पकड़ सकथौ; दुसरेन ताहीं तुमरे जरिये इस्तमाल करो जान बारो तरीका बौ है जो परमेस्वर तुमरे ताहीं इस्तमाल करैगो।” \p \v 39 फिर ईसु उनकै एक कहानी\x + \xo 6:39 \xo*\xt मत्ती 15:14; 23:16,24\xt*\x* सुनाई: “एक अंधरा आदमी दूसरे आदमी कै रस्ता ना बताए सकथै; अगर बौ रस्ता बतात भइ अग्गु जागो, तौ दोनों जनी एक खाई मैं गिर जांगे।” \v 40 कोई भी चेला अपने गुरु से बड़ो नाय होथै; सब चेला जब बे अपनी पूरी तैयारी कर लेंगे, तौ बे अपने गुरु के बराबर हुई जांगे। \p \v 41 “तैं अपने भईय्या की आँखी मैं को धब्बा या कूरा काहेकै देखथै, और अपनिए आँखी को लट्ठा तोकै नाय सुजाथै? \v 42 और जब तैं अपनिए आँखी को लट्ठा नाय देखथै, तौ अपने भईय्या से कैसे कह सकथै, ‘कि भईय्या, रुक जा ला तेरी आँखी से धब्बा, कूरा साफ कर देमौं?’ तुम ढोंगी, पहले अपनी आँखी से लट्ठा निकारौ, तौ जो कूरा तेरे भईय्या की आँखी मैं है, खूब अच्छे से देखकै निकार सकथै।” \s एक पेंड़ और बाको फल \r (मत्ती 7:16-20; 12:33-35) \p \v 43 “अच्छो पेंड़ कहु खराब फल ना देथै, और एक खराब पेंड़ कहु अच्छो फल ना देथै। \v 44 हर एक पेंड़ अपने फल से जानो जाथै: काहैकि लोग कांटे बारी झाड़ी से अंजीर नाय तोड़थैं, और ना कटबंजर बारी झाड़िन से अंगूर तोड़थैं।\x + \xo 6:44 \xo*\xt मत्ती 12:33\xt*\x* \v 45 एक अच्छो आदमी अपने दिल मैं अच्छी चीज के खजाना के भंडार मैं से अच्छी बात निकारथै; और एक बुरो आदमी अपने बुरे मन के खजाना के भंडार मैं से बुरी बात निकारथै; काहैकि जो मन मैं भरो है बहे बाके मोहों मैं आथै।”\x + \xo 6:45 \xo*\xt मत्ती 12:34 \xt*\x* \s घर बनान बारे दुई आदमी \r (मत्ती 7:24-27) \p \v 46 “जब तुम मेरो कहनो नाय मानथौ, तौ काहेकै मोसे ‘हे प्रभु,’ हे प्रभु कहथौ? \v 47 जो कोई मेरे झोने आथै, और मेरी बात सुनकै मानथै, मैं तुमकै बताथौं कि बौ कौनके हानी है। \v 48 बौ आदमी बाके हानी है, जो घर बनान पोती गहरी मट्टी खोदकै चट्टान मैं बुनियाद डारी, और जब बाढ़ आई तौ धार बाके घर मैं टकरानी, लेकिन बाकै हिलाय न पाई; काहैकि बौ अच्छी तरह से पक्को बनो गौ रहै। \v 49 लेकिन जो कोई भी मेरी बातन कै सुनकै मेरी बात नाय मानथै, बौ आदमी बाके हानी है, जो अपनो घर जमीन मैं बिन चट्टान के ऊपर बनाई; जब बाढ़ की धार बाके घर मैं टक्कर मारी तौ बौ तुरंत गिर पड़ो, और बौ गिरकै सत्यानास हुई गौ!” का अपने फल से जानो जाथै: काहैकि लोग कांटे बारी झाड़ी से अंजीर नाय तोड़थैं, और ना कटबंजर बारी झाड़िन से दाख तोड़थैं। \c 7 \s ईसु एक रोमन अधिकारी के नौकर कै अच्छो करी \r (मत्ती 8:5-13) \p \v 1 जब ईसु लोगन कै अपनी पूरी बात सुनाए चुको, तौ कफरनहूम मैं गौ। \v 2 और एक रोमन अधिकारी को सेवक जो बाको बड़ा प्रिय रहै, बिमारी से मरन मैं रहै। \v 3 जब अधिकारी ईसु के बारे मैं सुनी, तौ बौ कुछ बचे भै यहूदि बड़े-बूढ़ेन कै ईसु के झोने पनारी, कि बे जाएकै बाके सेवक कै ठीक करन के ताहीं ईसु कै आन के ताहीं पूँछै। \v 4 बे ईसु के झोने आयकै बासे नहोरे करकै कहेन लगे, “बौ अधिकारी जौ काबिल है, कि तैं बाकी मदत करै। \v 5 बौ हमरे देस के लोगन से प्यार करथै, और बौ खुद हमरे ताहीं एक सभाघर बनाई है।” \p \v 6 इसलै ईसु उनके संग गौ, ईसु बौ घर से जाधे दूर नाय रहै, तौ अधिकारी अपने दोस्तन कै ईसु झोने जौ कहकै भेजी, “कि प्रभु तैं परेसान मत होबै, काहैकि मैं जौ काबिल ना हौं, कि तैं मेरे छत के तरे आबै, \v 7 जहे बजे से मैं खुदकै जौ काबिल ना समझो, कि तेरे झोने आमौं, तैं खाली बस कहदे, तौ मेरो सेवक ठीक हुई जागो। \v 8 महुँ बड़े अधिकारी के नीचे काम करथौं; और सिपईय्या मेरे अधिकार मैं काम करथैं, और जब मैं एक से कहथौं, ‘जा,’ तौ बौ जाथै, और दुसरे से कहथौं कि ‘आ,’ तौ आथै; और जब मैं अपने सेवक से कहथौं कि ‘जौ कर,’ तौ बौ करथै।” \p \v 9 जौ सुनकै ईसु चौहोंक गौ, और ईसु मोहों घुमाएकै बौ भीड़ से जो बाके पच्छू आत रहै उनसे कही, “मैं तुमसे कहथौं, मोकै जाके हानी को बिस्वास कहु नाय मिलो, इस्राएल मैं भी ना पाओ!” \p \v 10 और अधिकारी के भेजे भै आदमी घरै लौटकै गै, और देखीं कि सेवक अच्छो है। \s ईसु बिधवा के लौड़ा कै जिंदो करी \p \v 11 जाके तुरंत बाद ईसु अपने चेलन और एक बड़ी भीड़ के संग नाईन नाओं के सहर मैं गौ। \v 12 जैसी बौ सहर के फाटक के झोने पहुँचो, तौ देखी, कि लोग एक मुर्दा कै बाहर लै जाए रै हैं; मरो भौ आदमी अपनी अईय्या को इकलौतो लौड़ा रहै, और बौ बिधवा रहै, और सहर की एक बड़ी भीड़ बाके संग रहै। \v 13 जब प्रभु ईसु बौ बिधवा अईय्या कै रोत भइ देखी, तौ बाको दिल दया से भरगौ, और ईसु बासे कही, “मत रोबै।” \v 14 फिर ईसु झोने जाएकै ताबूत कै छुइ, और बाकै लै जान बारे लोग रुक गै, ईसु कही, “ज्वान आदमी! मैं तोसे कहथौं, उठ!” \v 15 बौ मरो भौ आदमी उठकै बैठगौ, और बोलन लग्गौ, ईसु बाकै बाकी अईय्या कै बापस सौंप दई। \p \v 16 जौ सब देखकै बे सब जनी बड़ा डराय गै; बे परमेस्वर की बड़ाँईं करकै कहेन लागे, “हमरे बीच मैं एक बड़ो भविस्यवक्ता दिखाई दई है!” और बे कहीं; “परमेस्वर अपने लोगन कै बचान के ताहीं आओ है!” \p \v 17 ईसु के बारे मैं जे सब बात पूरे यहूदिया देस और आस-पास के इलाका मैं फैल गई। \s ईसु और बपतिस्मा देन बारो यूहन्ना \r (मत्ती 11:2-19) \p \v 18 जब यूहन्ना के चेला यूहन्ना कै जे सब बातन के बारे मैं बताईं, तौ बौ अपने चेलन मैं से दुई कै बुलाई \v 19 और उनकै प्रभु झोने जौ पूँछन ताहीं भेजी कि, “का आनबारो तहीं है, या हमकै कोई और दुसरे से उमीद करनो चाहिए?” \p \v 20 जब बे ईसु के झोने आए, तौ बे कहीं, “यूहन्ना बपतिस्मा देन बारो हमकै तेरे झोने जौ पूँछन ताहीं भेजी है, कि का आनबारो तहीं है, या हमकै कोई और से उमीद रखनो चाहिए?” \p \v 21 बहे समय ईसु भौत जनी कै बिमारी और प्रेत आत्मा से बचाई; और भौत से अंधरन की आँखी अच्छी करी। \v 22 ईसु यूहन्ना के भेजे भैन कै जबाब दई, “जो कछु तुम देखे और सुने हौ, जाएकै यूहन्ना से कह दियौ; कि अंधरा देखरै हैं, लंगड़ा चल-फिर रै हैं, कोहढ़ी सुद्ध करे जाए रै हैं, बहरा सुनरै हैं, और मरे भै जी उठ रै हैं, और सुसमाचार प्रचार गरीबन कै सुनाओ जाथै।\x + \xo 7:22 \xo*\xt यसायाह 35:5-6; यसायाह 61:1\xt*\x* \v 23 बे कितने खुस हैं जिनकै मेरे ऊपर सक नाय है!” \p \v 24 यूहन्ना के भेजे भै लोगन के जान के बाद, ईसु यूहन्ना के बारे मैं कहनो सुरू करी: “जब तुम रेगिस्तान मैं यूहन्ना के ताहीं निकरे, तौ तुमकै का देखन की उमीद रहै? तेज ब्यार से हालत भै सरकंडा कै? \v 25 तौ तुम का देखन गै रहो? फैंसी लत्ता पहने भै महान आदमी कै? जो लोग ऐसे लत्ता पहनथैं, और ऐसो आराम से रहथैं, बे महल मैं रहथैं। \v 26 बताबौ, तौ फिर तुम का देखन गै रहौ? एक भविस्यवक्ता कै? हाँ सई मैं, लेकिन तुम एक भविस्यवक्ता कि तुलना मैं भौत कछु देखे। \v 27 यूहन्ना बहे है, जोके बारे मैं सास्त्र मैं लिखो है: जो परमेस्वर कही, \q1 ‘देख, मैं अपने खबरेया कै तेरे अग्गु-अग्गु भेजथौं, जो तेरे ताहीं रहा सीधी करैगो।’”\x + \xo 7:27 \xo*\xt मलाकी 3:1; यसायाह 40:3\xt*\x* \p \v 28 ईसु उनसे कही, मैं तुमकै बताथौं, “यूहन्ना जिंदेन मैं से सबसे बड़ो है, बासे बड़ो कोई ना है, लेकिन जो परमेस्वर के राज्य मैं सबसे छोटो है, बौ यूहन्ना से भी बड़ो है।” \p \v 29 सब जनी ईसु कै सुनीं, और लगान\f + \fr 7:29 \fr*\ft चुंगी\ft*\f* लेन बारे यूहन्ना से बपतिस्मा लैकै परमेस्वर कै धर्मी मान लईं। \v 30 लेकिन फरीसियैं और नियम के सिक्छक अपने ताहीं परमेस्वर के उद्देस्य कै नाय अपनाईं और यूहन्ना से बपतिस्मा लेन से मना कर दईं। \p \v 31 ईसु कही, “अब मैं आज कल के लोगन की तुलना कौन से कर सकथौं? \v 32 बे बजार मैं बैठे बालकन के हानी हैं, जो एक दुसरेन से चिल्लाए कै कहथैं, ‘कि हम तुमरे ताहीं बिहा मैं बुसली बजाओ, और तुम ना नाचे, हम रोटी के गीत गाये, लेकिन तुम ना रोए!’ \v 33 यूहन्ना बपतिस्मा देन बारो आओ, और बौ बर्त रखी और दाखरस भी ना पिये, और तुम कहथौ, ‘बाके भीतर प्रेत आत्मा है!’ \v 34 इंसान को लौड़ा आओ, और बौ खाई भी लई और पीयो लई, और तुम कहथौ, ‘जौ आदमी कै देखौ! पेटू और पियक्कड़ आदमी, लगान लेन बारेन को और पापिन को दोस्त।’ \v 35 हालाकि, परमेस्वर की अकल कै सब जनी के जरिये सच्ची और सई ठहराओ जाथैं, जाकै जो अपनाथैं।” \s सिमौन फरीसी के घरै ईसु \p \v 36 एक फरीसी ईसु कै अपने घरै खानु खान पूँछी; और ईसु बाके घरै गौ और खानु खान कै बैठगौ। \v 37 बौ सहर मैं एक बईय्यर रहै जो पाप भरी जिंदगी जीत रहै, बौ सुनी कि ईसु फरीसी के घरै खानु खाए रौ है, इसलै संगमरमर की सीसी मैं भरकै इत्तर\f + \fr 7:37 \fr*\ft महाकनबारी\ft*\f* लै आई। \v 38 और बौ ईसु पच्छू ठाड़कै, रोत भइ, ईसु के पाँव कै आँसु से भिजाये दई, और अपनी मुड़िया के बारन से पछोनन लग्गई और बाके पाँव बार-बार चूमकै उनमैं इत्तर डारकै अभिसेक करी। \v 39 जब फरीसी जौ सब देखी, तौ बौ अपने मन मैं सोचन लगो, “अगर जौ आदमी सच्ची मैं एक भविस्यवक्ता होतो तौ जान जातो, कि जो बईय्यर जाकै छुइ रइ है, जौ कैसी है? काहैकि जौ तौ पाप भरी जिंदगी जीथै!” \p \v 40 ईसु बाके मन कि बात सुनकै बासे कही, “सिमौन, तोकै मोसे कछु कहने है। हाँ, गुरुजी, ईसु कही, बता मोकै।” \p \v 41 “दुई आदमी रहैं, दोनों को बकाया मुन्सी झोने रहै, एक जनी मुन्सी कै पाँच सौ चाँदी को सिक्का देतो, और दुसरो पचास चाँदी के सिक्का देतो। \v 42 जबकी दोनों के पास बापस करन ताहीं कछु ना रहै, इसलै मुन्सी दोनों जनी को कर्जा माफ कर दई। अब बता कौन सो बारो बासे जाधे प्यार करैगो?” \p \v 43 सिमौन जबाब दई, “मोकै लगथै,” जोको बौ जाधे कर्जा, माफ ईसु सिमौन से कही, “तैं सई न्याय करो है।” \v 44 फिर बौ बईय्यर के घाँईं मुड़कै सिमौन से कही, “का तैं जौ बईय्यर कै देखरौ है? मैं तेरे घरै आओ, लेकिन तैं मेरे पाँव धोन के ताहीं पानी नाय दौ, पर जौ मेरे पाँव आँसु से भिजाये कै, अपने बारन से पछोनी।”\x + \xo 7:44 \xo*\xt उत्पत्ति 18:4\xt*\x* \v 45 तैं मोकै ना चूमो, पर जब से मैं आओ हौं, तौ से जौ मेरे पाँव कै चूम रइ है। \v 46 तैं तौ मेरे अभिसेक के ताहीं जैतून तेल तक नाय दौ, बल्किन बौ मेरे पाँव कै इत्तर से ढोंक दई। \v 47 “मैं तोसे कहथौं; कि जाके पाप जो भौत रहैं, माफ ही गै है, काहैकि जौ भौत प्यार दिखाई है; लेकिन जिनकै माफी मिल गई है बौ थोड़ी सो प्यार दिखाथै।” \p \v 48 फिर ईसु बौ बईय्यर से कही, “तेरे पाप माफ ही गै।” \p \v 49 जो लोग मेज मैं बैठे रहैं, बे खुद से कहेन लगे, “जौ कौन है, जो पापन कै भी माफी देथै?” \p \v 50 लेकिन ईसु बौ बईय्यर से कही, “तेरो बिस्वास तोकै बचाई है; तैं सांति से चली जा।” \c 8 \s ईसु के संग की बईंय्यरैं \p \v 1 जाके बाद ईसु सहर-सहर और गाँव-गाँव परमेस्वर के राज्य को सुसमाचार प्रचार करत भइ, फिरन लगो, और बारह चेला बाके संग रहैं, \v 2 और थोड़ी बईंय्यरैं रहैं जो प्रेत आत्मा से और बिमारिन से अच्छी भइ रहैं, और बे जे रहैं, मरियम जो मगदलीनी कही जात रहै, जोके भीतर से सात प्रेत आत्मा निकरी रहैं, \v 3 योअन्ना, जोको आदमी खोजा हेरोद के दरबार मैं एक अधिकारी रहै; और सुसन्नाह, और भौत सी बईंय्यरैं, जो ईसु और बाके प्रेरितन कि मदत करन के ताहीं अपने खुद की सम्पत्ति से उनकी सेवा करत रहैं। \s बीज बोन बारे की कहानी \r (मत्ती 13:1-9; मरकुस 4:1-9) \p \v 4 लोग एक के बाद एक सहर से ईसु के झोने आत जामैं; और जब एक बड़ी भीड़ जुराए गई, तौ ईसु जौ कहानी\f + \fr 8:4 \fr*\ft दृस्टान्त\ft*\f* बताई: \p \v 5 “एक बार कि बात रहै, एक आदमी रहै, जो कि बौ बीज बोन के ताहीं निकरो रहै, जब बौ खेत मैं बीज बोत रहै, बामै से कुछ रहामैं गिरो, जो पाँव से कुचल गौ, और बाकै आसमान के पक्छी चुग लईं। \v 6 बामै से कुछ चट्टान बारी जमीन मैं गिरे, और जब पौधा जमयाए, तौ बे सूख गै काहैकि मट्टी मैं नमी ना रहै। \v 7 कुछ बीज कांटे की झाड़िन के बीच मैं गिरे, और कांटे की झाड़ी पौधन के संग-संग बढ़कै उनकै दबाय दईं। \p \v 8 और कुछ बीज अच्छी जमीन मैं गिरे, और जमकै सौ गुना दाने लाईं।” जौ सब कहकै ईसु जोड़न से कही, “जोके पास सुनन ताहीं कान होमैं बौ सुन लेबै!” \s कहानी\f + \fr 8:9 \fr*\ft दृस्टान्त\ft*\f* को मतलब \r (मत्ती 13:10-17; मरकुस 4:10-12) \p \v 9 ईसु के चेला ईसु से पूँछीं, “जौ कहानी को मतलब का है?” \v 10 ईसु जबाब दई, “तुमकै परमेस्वर के राज्य के रहस्य की समझ दई गई है, लेकिन दुसरेन कै कहानी के जरिये सुनाओ जाथै, इसलै कि बे दिखात भौ भी ना देखैं, और सुनैं लेकिन समझ मैं ना आबै।”\x + \xo 8:10 \xo*\xt मत्ती 4:11; यसायाह 6:9-10\xt*\x* \p \v 11 “जौ कहानी को मतलब है: बीज परमेस्वर को बचन है।” \v 12 रहा के किनारे के बे हैं, जो बचन सुनीं; फिर सैतान आयकै उनके मन मैं से बचन उठाए लै जाथै, कि कहूँ ऐसो ना होबै कि बे बिस्वास करकै बचाए जामैं। \v 13 चट्टान मैं के बीज बे हैं, कि जब बे सुनथैं, तौ खुसी से बचन कै अपनाथैं, पर जड़ ना पकड़न से बे थोड़ी देर ले बिस्वास रखथैं, जब परिक्छा को समय आथैं, तौ बे बहक जाथैं। \v 14 जो बीज कांटे की झाड़ी मैं गिरो, जे बे हैं, जो सुनथैं, पर अग्गु चलकै चिंता और जायदाद और रोज मर्‌रा की जिंदगी के सुख-दुख मैं फस जाथैं, और उनको फल कहु नाय पकथै। \v 15 अच्छी जमीन मैं के गिरे भै बे बीज हैं, जो कि बचन सुनकै अच्छे मन मैं समारे रखाथैं, और बे तौले बने रहथैं जबले कि बे फल ना लामैं। \s दिया की कहानी \r (मरकुस 4:21-25) \p \v 16 “कोई भी दिया जलायकै, कटोरा तरे या खटिया के तरे नाय रखथै, जाके बदले, दिया कै डीट मैं रखथैं, ताकी लोग भीतर आन पोती उजितो पामैं।” \p \v 17 “जो कछु लुको भौ है, बाकै बाहर खुले मैं लाओ जागो, और जो कछु है लुको बाकै ढूँड़कै उजिते मैं लाओ जागो।\x + \xo 8:17 \xo*\xt मत्ती 10:26; लूका 12:2\xt*\x* \p \v 18 तुम चौकन्ने रहाबौ, न तौ तुम कैसे सुनैगे; काहैकि जोके पास थोड़ी भौत है, उनकै और जाधे दौ जागो, और जोके पास नाय है, बासे बहो लै लौ जागो, जोकै बौ अपनो समझथै।” \s ईसु की अईय्या और भईय्या \r (मत्ती 12:46-50; मरकुस 3:31-35) \p \v 19 ईसु की अईय्या और भईय्या बाके झोने आए, पर भीड़ कि बजे से बासे भेंटा ना कर पाईं। \v 20 कोई ईसु से कही, “तेरी अईय्या और भईय्या बाहर ठाड़े हैं और तोकै देखनो चाहथैं।” \p \v 21 ईसु उन सबन से कही, “मेरी अईय्या और भईय्या बे हैं जो परमेस्वर को बचन सुनथैं और मानथैं।” \s ईसु एक आँधी कै सांत करी \r (मत्ती 8:23-27; मरकुस 4:35-41) \p \v 22 एक रोज ईसु अपने चेलन संग एक नईंयाँ मैं चढ़ो, और ईसु उनसे कही, “आबौ, आपन झील के बौ पाँजर चलैं।” और बे नईंयाँ खोल दई। \v 23 जब नईंयाँ चलत रहै, तौ ईसु सोए गौ: अनकाचीति झील मैं एक तेज आँधी चली और नईंयाँ पानी से भरन लगी, जोसे बे सब बड़ा खतरा मैं पड़ गै। \p \v 24 चेला ईसु के झोने गै और बाकै जगाएकै कहीं, “गुरुजी, गुरुजी! हम मरन बारे हैं!” ईसु उठकै आँधी और पानी की लहरन कै आग्या दई; और बे सांत ही गै, और सब घाँईं एक दम सांत वातावरड़ बन गौ। \p \v 25 फिर ईसु चेलन से कही, “तुमरो बिस्वास कहाँ है?” पर बे हैरान और डराने भै रहैं, और एक दुसरे से आपस मैं बतकान लगे, “जौ आदमी कौन है? बौ आँधी और पानी कै हुकम देथै, और बे बाकी मानतौ हैं!” \s ईसु एक आदमी के भीतर से भूतन कै निकारथै \r (मत्ती 8:28-34; मरकुस 5:1-20) \p \v 26 ईसु और बाके चेला गिरासेनियों के देस मैं पुगे, जो कि गलील झील के दुसरे पाँजर रहै। \v 27 जब बे डींड़े मैं उतरे, तौ बौ सहर को आदमी ईसु कै मिलो, जोके अंदर प्रेत आत्मा रहैं। और बड़ा दिन से बिन कोट, लत्ता पहने रहत रहै और घरौ ना रहत रहै, बौ कबर मैं रहे करत रहै। \v 28 जब बौ ईसु कै देखी, तौ बौ जोड़न से चिल्लाई, और अपने आपकै ईसु के टाँगन मैं गिरकै जोड़न से कही, “ईसु, परमप्रधान परमेस्वर को लौड़ा! तैं मोसे का चाहथै? मैं तोसे नहोरे करथौं, मोकै सजा मत दे!” \v 29 बौ ऐसो इसलै कहत रहै कि ईसु प्रेत आत्मा कै बाके अंदर से निकरन को आग्या देत रहै, बौ आदमी कै प्रेत आत्मा बार-बार पकड़ लेत रहै, बाके हात और टाँग साँकर से भाँद देत रहैं, तहुँओं बौ तोड़ डारत रहै, और भूत बाकै रेगिस्तान मैं भजाए करतो। \p \v 30 ईसु बासे पूँछी, “तेरो नाओं का है?” प्रेत आत्मा जबाब दईं, “हमरो नाओं, पलटन है,” काहैकि बाके अंदर गजब भूत रहैं। \v 31 भूत ईसु से नहोरे करीं कि, “हमैं अधोलोक मैं मत भेजै।” \p \v 32 झोनेई सोरन को एक बड़ो झुंड रहै, जो एक पहाड़ी मैं चुगत रहैं, इसलै भूत ईसु से नहोरे करीं कि हमकै सोरन के भीतर जान दे, और ईसु उनकै जान दई। \v 33 प्रेत आत्मा बौ आदमी से निकरकै सोरन के भीतर समाए गै और बौ झुंड चट्टान से झिपटकै नीचे झील मैं जाए गिरे और डूब गै। \p \v 34 जो लोग सोरन की देखाभारी करन बारे रहैं, बे जौ सब देखकै कही जौ का भौ, और भाज पड़े और सहर मैं, और गाँव मैं जाएकै बाके बारे मैं खबर फैलाय दईं। \v 35 और लोग बाकै देखन ताहीं निकरे, जो कछु भौ रहै, और जब बे ईसु के झोने आए, तौ आयकै जो आदमी के अंदर से प्रेत आत्मा निकरी रहैं, बाकै ईसु के पाँव झोने लत्ता पहने और चुप-चाप बैठो भौ देखकै, सब बड़ा डराय गै। \v 36 और देखन बारे उनकै बताईं, कि बौ आदमी प्रेत आत्मा से सताव भौ कैसे अच्छो हुई गौ। \v 37 तौ गिरासेनियों के आस-पास के सब लोग आपस मैं एक दुसरे से पूँछीं और ईसु से दूर जान ताहीं कहीं, काहैकि बे बड़ा डराय गै रहैं। फिर ईसु नईंयाँ मैं चढ़कै चले गौ। \v 38 जो आदमी के भीतर से प्रेत आत्मा निकरो रहै बौ ईसु से नहोरे करन लगो कि, “मोकै अपने संग रहन दे।” लेकिन ईसु बासे जौ कहकै बिदा करी, \v 39 “अपने घर मैं लौट जा और लोगन के बीच प्रचार, कि परमेस्वर तेरे ताहीं का करी है।” बौ आदमी सहर से छिरकै, सबन कै बताई कि ईसु बाके ताहीं का करी है। \s याईर की लौड़िया और ईसु कै छून बारी बईय्यर \r (मत्ती 9:18-26; मरकुस 5:21-43) \p \v 40 जब ईसु झील के दूसरे घाँईं लौटो, तौ लोग बाको स्वागत करीं, काहैकि बे सब बाकै असियात रहैं। \v 41 फिर याईर नाओं को एक आदमी आओ, बौ सभाघर को अधिकारी रहै, बौ ईसु के पाँव मैं गिरकै बासे नहोरे करन लगो कि, मेरे घरै चल, \v 42 काहैकि बाकी बारह साल की एक इकलौती लौड़िया रहै, और बौ मरन मैं रहै। ईसु बाके संग जब जात रहै, तौ लोग ईसु के ऊपर गिरे जात रहैं, इत्ती भीड़ रहै। \v 43 बहे भीड़ मैं एक बईय्यर रहै जोकै बारह साल से खून बहन कि बिमारी रहै, पूरी जिंदगी की जमा पूँजी इलाज मैं खर्च कर चुकी रहै तहुँओं बौ अच्छी होन मैं कामयाब ना भइ। \v 44 बौ ईसु के पच्छू से आई और बाके कोट के लत्ता के छोर के कुंछ कै छुइ लई, और तुरंत बाको खून बहनो बंद ही गौ। \v 45 ईसु पूँछी, “मोकै कौन छुओ?” सब जनी मना करीं, फिर पतरस कही, “गुरुजी, लोग सब घाँईं से चढ़े जाए रै हैं और तेरे ऊपर गिरे जाए रै हैं।” \p \v 46 लेकिन ईसु कही, “कोई मोकै छुओ है, काहैकि मैं जानगौ रहौं कि मेरे मैं से सामर्थ्य निकरी है।” \v 47 बईय्यर देखी कि ईसु कै पता चल गौ है, तौ बौ काँपत भइ आई, और ईसु के पाँव मैं गिरकै सब जनी के सामने बताई, कि मैं कौन से बजह से ईसु कै छुओ रहों, और कैसे तुरंत एकै बार मैं ठीक ही गौ। \v 48 ईसु बासे कही, “मेरी लौड़िया, तेरो बिस्वास तोकै अच्छो करी है, सांति से चली जा।” \p \v 49 जब ईसु जौ कहतै रहै, कि मुखिया के घर से एक जनी आयकै कही, “तेरी लौड़िया मर गई है, अब गुरुजी कै परेसान मत करै।” \p \v 50 ईसु जौ सब सुनी और याईर से कही, “मत डराबै; खाली बिस्वास कर, तौ बौ अच्छी ही जागी।” \p \v 51 जब बे याईर के घरै पुगे, तौ ईसु पतरस, और यूहन्ना, याकूब, और बच्ची के अईय्या-दऊवा कै छोड़कै और कोई कै अपने संग भीतर ना आन दई। \v 52 हूँना हर कोई बालका के ताहीं रोत रहैं, ईसु उनसे कही, “मत रोबौ; बौ मरी ना है, बौ खाली सोए रइ है!” \p \v 53 बे सब ईसु को मजाक बनान लग्गै, काहैकि बे जानत रहैं कि लौड़िया मर चुकी है। \v 54 लेकिन ईसु बाको हात पकड़ी, और पुकारी, “उठ बच्ची!” \v 55 बौ लौड़िया की आत्मा लौट आई, और बौ एकै बार कहेन मैं उठ गई, ईसु हुकम दई, कि जाकै कछु खान कै देबौ। \v 56 बाके अईय्या-दऊवा हैरान रहैं, जौ सब देखकै, लेकिन ईसु उनकै चितौनी दई, कि बे कोई कै भी जौ ना बतामैं कि हिंयाँ का भौ रहै। \c 9 \s ईसु बारह चेलन कै बाहर भेजी \r (मत्ती 10:5-15; मरकुस 6:7-13) \p \v 1 फिर ईसु बारह चेलन कै एक संग बुलाई और उनकै सब प्रेत आत्मा कै और बिमारियन से अच्छो करन की सामर्थ्य और अधिकार दई। \v 2 और उनकै परमेस्वर के राज्य को प्रचार करन, और बिमारन कै अच्छो करन के ताहीं भेजी, \v 3 और ईसु उनसे कही, “रहा के ताहीं कछु मत लै जईयो: ना लठिया, ना झोला, ना रोटी, ना रुपईया और ना अगरे कुरता। \v 4 जहाँ तुमरो आदर करो जाथै, तुम बहे घर मैं रहियो, जबले तुम बौ सहर कै नाय छोड़कै जाबौ; \v 5 जहाँ लोग तुमरो आदर नाय करथैं, बौ सहर कै छोड़ दियो और अपने पाँव के धूदर कै उनके लै चितौनी समझकै झार दियो, कि उनके ऊपर गभाई होबै।” \p \v 6 और ईसु के चेला निकरकै गाँव-गाँव घूमकै हर जघा सुसमाचार सुनाईं, और लोगन कै अच्छो करीं। \s हेरोद घबराएगौ \r (मत्ती 14:1-12; मरकुस 6:14-29) \p \v 7 जब गलील को राजा हेरोद जौ सब सुनकै घबराएगौ, काहैकि कुछ लोग कहत रहैं कि यूहन्ना बपतिस्मा देन बारो मरे भै मैं से जी उठो है। \v 8 और कितने ऐसे कहत रहैं, कि एलिय्याह दिखाई दई है: और कोई कहत रहैं, कि पुराने भविस्यवक्ता मैं से कोई जी उठो है। \v 9 हेरोद कही, “मैं तौ यूहन्ना कि मूड़ कटवाए दौ रहौं; लेकिन जौ आदमी कौन है जोके बारे मैं जो बात सुनों हौं?” और बौ ईसु कै देखन कि इच्छा करी। \s ईसु पाँच हजार लोगन कै खबाई \r (मत्ती 14:13-21; मरकुस 6:30-44; यूहन्ना 6:1-14) \p \v 10 फिर प्रेरितैं लौटकै जो कछु बे करी रहैं, बौ सब कछु ईसु कै बताईं, और ईसु उनके अपने संग बैतसैदा नाओं के एक सहर मैं लैकै गौ। \v 11 जब भीड़ जाके बारे मैं सुनीं, तौ बे बाके पच्छू ही लई, और ईसु उनसे परमेस्वर के राज्य की बात करन लगो, और जिनकै चंगाई की जरूरत रहैं, उनकै अच्छो करी। \p \v 12 जब दिन मुद चुको, तौ बारह चेला ईसु के झोने आयकै कहीं, “भीड़ कै अब भेज दे ताकी बे गाँव और बस्तियन मैं जाएकै अपने ताहीं रहन कि जघा, और खानु को जुगाड़ कर सकैं, बौ इसलै कि हम हिंयाँ सुनसान जघा मैं हैं।” \p \v 13 लेकिन ईसु उनसे कही, “तुम खुद उनकै कछु खान ताहीं देबौ।” बे जबाब दईं, “हमरे पास पाँच रोटी और दुई मच्छी हैं। का तैं चाहथै कि हम जौ पूरी भीड़ के ताहीं खानु मोल लामैं?” \p \v 14 हुँआँ लमसम पाँच हजार आदमी रहैं। ईसु अपने चेलन से कही, “उनकै पचास-पचास करकै समूह मैं बैठारौ।” \p \v 15 चेला ऐसोई करीं, और सबन कै बैठार दईं, बाके बाद, \v 16 ईसु बे पाँच रोटी और दुई मच्छी लई, और स्वर्ग घाँईं देखकै परमेस्वर से आसीस माँग कै धन्यवाद करी, और रोटी तोड़-तोड़कै चेलन कै देत गौ ताकी बे लोगन कै बाँटें। \v 17 और बे सब खाएकै पेट भर लईं, और चेला बची भइ बारह छपरिया उठाए लईं।\x + \xo 9:17 \xo*\xt 2 राजा 4:44\xt*\x* \s ईसु कै पतरस मसीह मानी \r (मत्ती 16:13-19; मरकुस 8:27-29) \p \v 18 एक दिन जब ईसु अकेले मैं प्रार्थना करत रहै, चेला बाके झोने आए। तौ ईसु उनसे पूँछी, “लोग मोसे का कहथैं?” \p \v 19 बे जबाब दईं, “कुछ लोग तोसे यूहन्ना बपतिस्मा देन बारो कहथैं, और कोई-कोई एलिय्याह, और कोई जौ कहथै कि पुराने भविस्यवक्ता मैं से कोई जिंदो ही गौ है।” \p \v 20 ईसु उनसे पूँछी, “पर तुम मोसे का कहथौ?” पतरस जबाब दई, “तैं परमेस्वर को मसीहा है।” \s ईसु अपनी मौत के बारे मैं बात करी \r (मत्ती 16:20-28; मरकुस 8:30; 9:1) \p \v 21 फिर ईसु उनकै सक्ति से आग्या दई कि जौ बात तुम कोई से मत कहियो। \v 22 और ईसु जहो कही, “इंसान के लौड़ा के ताहीं जरूरी है, कि बौ गजब दुख उठाबै, और बड़े-बूढ़े और पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक बाकै ठुकराए कै मार डारंगे, और बौ तिसरे दिन जी उठैगो।” \p \v 23 और ईसु बे सबन से कही, “अगर कोई मेरे पच्छू आनो चाहथै, तौ तुमकै अपने आपकै इंकार करियो, और रोजाना अपनो क्रूस उठईयो और मेरे पच्छू हुई लियो।\x + \xo 9:23 \xo*\xt मत्ती 10:38; लूका 14:27\xt*\x* \v 24 अगर कोई अपनी ज्यान बचानो चाहगो, तौ बौ बाकै खोए देगो, पर जो कोई मेरे ताहीं अपनी जान गबागो, बहे जाकै बचाबैगो।\x + \xo 9:24 \xo*\xt मत्ती 10:39; लूका 17:33; यूहन्ना 12:25\xt*\x* \v 25 अगर तुम पूरी दुनिया कै जीतथौ, और अपनी जान खोए देयौं, या बाको नुकसान उठाबै, तौ बासे का फायदा होगो! \v 26 जो कोई मोसे और मेरी बातन से सरमागो; इंसान को लौड़ा भी जब अपनी, और अपने दऊवा की, और पवित्र स्वर्गदूतन की महिमा सुंदा आगो, तौ तुमसे सरम आगी। \v 27 मैं तुमसे सच कहथौं, कि कुछ लोग हिंयाँ पर ऐसे हैं जो तौले नाय मरंगे, जबले कि बे परमेस्वर को राज्य ना देखलेमैं।” \s ईसु को रूपान्तरड़ \r (मत्ती 17:1-8; मरकुस 9:2-8) \p \v 28 इन बातन के लमसम एक सप्ताह बाद पतरस, और यूहन्ना, और याकूब कै ईसु अपने संग लैकै प्रार्थना करन के ताहीं पहाड़ी मैं चले गौ। \v 29 जब ईसु प्रार्थना करत रहै, तौ बाको चैहरा को रूप बदल गौ, और बाके लत्ता सेतो हुईकै चमकन लगे। \v 30 अनकाचीति दुई आदमी बासे बतकात रहैं; बे मूसा और एलिय्याह रहैं, \v 31 जे स्वर्गिय महिमा मैं दिखाई दईं और बाके मरन के बारे मैं बतकात रहैं, जो यरूसलेम मैं होन बारो रहै। \v 32 पतरस और बाके संग के सोत रहैं, जब उनकी नींद खुल गई, तौ बाकी महिमा; और बे दोनों आदमिन कै, जो ईसु के संग ठाड़े रहैं, देखी। \v 33 जब बे ईसु के झोने से जान लगे, तौ पतरस ईसु से कही, “गुरुजी, हमरो हिंयाँ रहनो भलो है: हम तीन तम्बु बनांगे, एक तेरे ताहीं, एक मूसा के ताहीं, और एक एलिय्याह के ताहीं” बौ सई मैं ना जानत रहै कि बौ का कहरौ है। \p \v 34 जब बौ बोलतै रहै, तौ एक बादर दिखाई दई और उनकै अपनी छाया से तोप लई; जब बादर उनके ऊपर आओ, तौ चेला डराएगै। \v 35 बादर से एक अबाज निकरी, “जौ मेरो लौड़ा है, जोकै मैं चुनो हौं। जाकी सुनौ!”\x + \xo 9:35 \xo*\xt यसायाह 42:1; लूका 3:22 \xt*\x* \p \v 36 जब अबाज बंद भइ, तौ हुँआँ ईसु अकेलो रहै; चेला जौ सबके बारे मैं चुप रहे और बे बौ समय कोई कै भी कछु ना बताईं, जो बे देखी रहैं। \s ईसु एक लौड़ा कै प्रेत आत्मा से छुड़ाई \r (मत्ती 17:14-18; मरकुस 9:14-27) \p \v 37 दुसरे दिन जब ईसु और तीन चेला पहाड़ से नीचे उतरे, तौ एक बड़ी भीड़ ईसु से मिली। \v 38 एक आदमी भीड़ मैं से चिल्लाए कै कही, “गुरुजी! मैं तोसे बिनती करथौं, मेरे लौड़ा कै देख। जौ मेरो इकलौतो लौड़ा है। \v 39 एक आत्मा बाकै अनकाचीति से चिल्लाए कै पकड़ लेथै, और बाकै एक फिट मैं फेंक देत रहै, और ऐसो ऐंठात रहैं कि मोहों मैं से झाग निकर जात रहै; और बाकै कुचलकै बड़ा मुस्किल से छोड़थै। \v 40 और मैं तेरे चेलन से नहोरे करो, कि जाकै निकारैं; पर बे ना निकार पाईं।” \p \v 41 ईसु जबाब दई, “तुम लोग कितने अविस्वासी और गलत हौ! मैं कबले तुमरे संग रहांगो, और कबले तुमरी सहमंगो?” फिर बौ आदमी से कही, “अपने लौड़ा कै हिंयाँ लैया।” \p \v 42 बौ बच्चा आतै रहै कि इत्ते मैं प्रेत आत्मा बाकै जमीन मैं गिराय दई, और बाकै एक फिट दूर फेंक दई; ईसु प्रेत आत्मा कै निकरन की आग्या दई, और लौड़ा कै अच्छो करकै बाके दऊवा कै सौंप दई। \v 43 सब जनी परमेस्वर कि सक्तिसाली ताकत देखकै चौहोंक पड़े रहैं। \s ईसु अपनी मौत के बारे मैं फिरसे बतकाई \r (मत्ती 17:22; 23; मरकुस 9:30-32) \p जब हर कोई जो कुछ ईसु करत रहै, बे सब बातन से चौहोंक रहै, ईसु अपने चेलन से कही, \v 44 “जे बातैं तुमरे कानन मैं पड़ी रहाबै, काहैकि इंसान को लौड़ा इंसान के हात मैं पकड़बाओ जान बारो है।” \v 45 पर चेला जे बातन कै नाय समझत रहैं, और जौ उनसे छिपाओ गौ रहै; ताकी बे बाकै जान ना पामैं, और बे जौ बात के बारे मैं बासे पूँछन से डरात रहैं। \s सबसे बड़ो कौन है? \r (मत्ती 18:1-5; मरकुस 9:33-37) \p \v 46 चेलन कि जौ बात मैं बहस छिड़ गई कि हममैं से बड़ो कौन है। \v 47 ईसु कै पता रहै कि बे मन मैं का सोच रै हैं, इसलै ईसु एक बालका कै लैकै अपने झोने ठड़बाई, \v 48 और उनसे कही, “जो कोई भी मेरे नाओं से जौ बालका को स्वागत करथै, बौ मेरो स्वागत करथै; और जो मेरो स्वागत करथै, बौ मोकै भेजन बारे को स्वागत करथै, जो तुम मैं से सबसे छोटो से छोटो है, बहे बड़ो है।” \s जो कोई तुमरे खिलाप ना है, बौ तुमरे घाँईं है \r (मरकुस 9:38-40) \p \v 49 फिर यूहन्ना कही, “गुरुजी, हम एक आदमी कै तेरे नाओं से प्रेत आत्मा कै निकारत भइ देखे है, और हम बाकै मना करे, काहैकि बौ हमरे संग को ना रहै।” \p \v 50 ईसु बासे और दुसरे चेलन से कही, “बाकै रोकन की कोसिस मत करौ; काहैकि जो तुमरे खिलाप ना है बौ तुमरे घाँईं है।” \s एक गाँव जो सामरियन को रहै बे ईसु कै अपनान से मना कर दईं \p \v 51 जब ईसु स्वर्ग जानकै भौ, तौ बौ यरूसलेम कै जान ताहीं निकर पड़ो। \v 52 बौ अपने अग्गु दूत भेजी, जो सामरियन के एक गाँव मैं जाएकै बाके ताहीं सब कछु तैयार कर दईं। \v 53 पर बे लोग बाकै ना अपनाईं, काहैकि बौ यरूसलेम कै जात रहै। \v 54 जौ सब देखकै बाके चेला याकूब और यूहन्ना कहीं, “प्रभु; का तैं चाहथै, कि स्वर्ग से आगी गिरकै उनकै भसम कर देबै?” \p \v 55 ईसु मुड़कै उनकै झुकाइ। \v 56 फिर ईसु और बाके चेला दुसरे गाँव गै। \s ईसु के पच्छू चलन को मतलब \r (मत्ती 8:19-22) \p \v 57 जब बे अपने रहा जात रहैं, तौ एक आदमी ईसु से कही, “जहाँ भी तैं जागो मैं तुमरे पच्छू आंगो।” \p \v 58 ईसु बासे कही, “लोमड़ियन के मांद हैं, और आसमान के पक्छिन के घोसला होथैं, लेकिन इंसान के लौड़ा के पास लेटन और सस्तान के ताहीं कोई जघा ना है।”\fig मांद मैं बालकन के संग लोमड़ी|alt="Fox with kits in a hole" src="bk00051c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="9:58"\fig* \p \v 59 ईसु दूसरे आदमी से कही, “मेरे पच्छू आ।” लेकिन बौ आदमी कही, “प्रभु, पहले मोकै बापस जान दे ताकी मैं अपने दऊवा कै दफनाए दियौं।” \p \v 60 ईसु जबाब दई, “मरे भैन कै अपनेई मुर्दन कै दफनान दे, तैं जा और परमेस्वर के राज्य को ऐलान कर।” \p \v 61 एकौर आदमी कही, “प्रभु, मैं तेरो पीछा करंगो; पर पहले मोकै जान दे कि अपने घरबारेन से बिदा हुई आमौं।”\x + \xo 9:61 \xo*\xt 1 राजा 19:20\xt*\x* \p \v 62 ईसु बासे कही, “जो कोई अपनो हाथ हर मैं रखकै पच्छू देखथै, बौ परमेस्वर के राज्य के काबिल ना है।” \c 10 \s ईसु बहात्तर चेलन कै बाहर भेजी \p \v 1 जाके बाद प्रभु बहात्तर आदमिन कै चुनी और उनकै दुई-दुई करकै बाहर पनारी, ताकी बे हर सहर और बौ जघा मैं जामैं जहाँ बौ खुद जान बारो रहै। \v 2 ईसु उनसे कही, “गजब एक खेती है, लेकिन लेबर बड़ा कम हैं; इसलै खेत के प्रभु से प्रार्थना करौ, कि बौ अपने खेत काटन ताहीं लेबर भेज देबै।\x + \xo 10:2 \xo*\xt मत्ती 10:16\xt*\x* \v 3 जाबौ! भेंड़ियन के बीच मैं तुमकै मेमना के हानी भेज रौ हौं। \v 4 इसलै बटुआ, झोला, जूता मत लियो; और ना रहामैं कोई से नमस्ते करियो।\x + \xo 10:4 \xo*\xt मत्ती 10:9\xt*\x* \v 5 जब भी तुम कोई के घर मैं जाथौ, तौ पहले कहियो, ‘जौ घर मैं सांति बनी रहाबै।’ \v 6 अगर हुँआँ कोई सांतिप्रिय होगो; तौ तुमरो आर्सिवाद बाके ऊपर बनो रहगो, अगर ना है, तौ सांति बने रहन को आर्सिवाद बापस लै लियो। \v 7 बहे घर मैं रहबौ, और जो कछु उनसे मिलै, बहे खाबौ-पीबौ, काहैकि लेबर कै अपनी दिहाड़ी मिलनी चाहिए; घर-घर मत फिरियो। \v 8 जब भी तुम कोई सहर मैं जाबौ, और हुँआँ के लोग तुमरो स्वागत करैं, तौ जो कछु तुमरे सामने रखो जाबै बहे खईयो, \v 9 बौ सहर के बिमारन कै अच्छो करौ, और हुँआँ के लोगन से कहबौ, ‘परमेस्वर को राज्य तुमरे झोने आए चुको है।’ \v 10 लेकिन जब भी तुम एक सहर मैं जाबौ, और हुँआँ के लोग तुमरो स्वागत ना करैं, तौ रहा से निकर जईयो और कहियो, \v 11 ‘तुमरे सहर को धूदर जो हमरे पाँव मैं लगो है, हम तुमरे सामने झार देथैं, लेकिन जौ याद रखियो कि परमेस्वर को राज्य तुमरे झोने आए चुको है!’ \v 12 मैं तुमकै बिस्वास दिलाथौं कि परमेस्वर न्याय के दिन बौ सहर से जाधे सदोम के ऊपर दया दिखागो!” \s अविस्वासी सहर \r (मत्ती 11:20-24) \p \v 13 “जौ तुमरे ताहीं कितनो भयानक होगो खुराजीन! जौ तुमरे ताहीं कितनो भयानक होगो बैतसैदा! जो सामर्थ्य के काम तुमरे ऊपर भै हैं, अगर बे सूर और सैदा मैं करे जाते, तौ टाट\f + \fr 10:13 \fr*\ft बोरी \ft*\f* ओढ़कै और राख मैं बैठकै बे कबके अपने पाप से मन बदल लेते! \v 14 पर न्याय के रोज तुमरी दसा से सूर और सैदा की दसा जाधे सहन के काबिल होगी।\x + \xo 10:14 \xo*\xt योएल 3:4-8; जकर्याह 9:2-4\xt*\x* \v 15 और हे कफरनहूम! का तैं स्वर्ग ले ऊँचो करो जागो? तैं तौ मरे भै के नरक मैं फेंको जागो!” \p \v 16 ईसु अपने चेलन से कही, “जो कोई तुमरी बात सुनथै, बौ मेरी बात सुनथै, जो तुमकै ना अपनाथै, बौ मोकै ना अपनाथै; और जो मोकै ना अपनाथै, बौ मोकै भेजन बारे कै ना अपनाथै।” \s बहात्तर चेलन को बापस लौटकै आनो \p \v 17 बहात्तर आदमी बड़ा खुसी से लौटकै आयकै कहीं, “प्रभु, हिंयाँ तक कि प्रेत आत्मा हमरी बात मानी जब हम उनकै तेरे नाओं को हुकम दै!” \p \v 18 ईसु उनकै जबाब दई, “मैं सैतान कै स्वर्ग से बिजली के हानी गिरत भइ देखो। \v 19 बात सुनौ! मैं तुमकै साँप और बीछी कै कुचलन को अधिकार दौ हौं और तुम अपने बैरी की पूरी सामर्थ्य के ऊपर जीत सकथौ, और तुमकै कोई नुकसान ना होगो। \v 20 तहुँओं जासे खुस मत होबौ, कि बुरी आत्मा तुमरी बात मानथैं; पर तुम जासे खुस रहबौ कि तुमरो नाओं स्वर्ग मैं लिखे गै हैं।” \s ईसु को खुस होनो \r (मत्ती 11:25-27; 13:16,17) \p \v 21 बहे समय ईसु पवित्र आत्मा के जरिये खुसी से भरगौ, और कही, “दऊवा, स्वर्ग और पृथ्वी को प्रभु! मैं तोकै धन्यवाद देथौं, कि तैं जे बातन कै ग्यानिन और समझदारन से लुकाए रखो, हाँ, दऊवा जी, तोकै ऐसो होन से खुसी मिली। \p \v 22 मेरो दऊवा मोकै सब कछु दई है; कोई ना जानथै कि लौड़ा दऊवा कै छोड़कै कौन है, और कोई ना जानथै कि दऊवा लौड़ा कै छोड़कै कौन है और लौड़ा कौनके चुनथै।” \p \v 23 फिर ईसु चेलन के घाँईं मुड़कै अकेले मैं कही, “तुम कितने खुसनसीब हौ कि तुम जे चीजैं देखरै हौ! \v 24 मैं तुमकै बताथौं, कि भौत से भविस्यवक्ता और राजा चाँहीं, कि जो तुम देखरै हौ, बौ बे देखैं; पर बे ना देख पाईं और जो तुम सुनथौ, बौ बे सुनैं, पर बे ना सुन सके।” \s एक अच्छे सामरी की कहानी\f + \fr 10:25 \fr*\ft दृस्टान्त\ft*\f* \p \v 25 फिर एक कानून को सिक्छक ईसु कै फसान की कोसिस करी; और कही, “गुरुजी, मोकै अनंत जिंदगी पान के ताहीं का करने पड़ैगो?” \p \v 26 ईसु बाकै जबाब दई, “नियम मैं का लिखो है? तैं कैसे पढ़थै?” \p \v 27 बौ आदमी जबाब दई, “अपने पूरे मन से, अपनी पूरी ताकत से, और अपने प्रभु और परमेस्वर से प्यार करौ। और अपने पड़ोसी से बैसोई प्यार करौ जैसो तुम अपने आप से करथौ।” \p \v 28 ईसु बासे कही, “तैं ठीक जबाब दौ, जहे कर तौ तू जिंदो रैहगो।”\x + \xo 10:28 \xo*\xt लैव्यवस्था 18:5\xt*\x* \p \v 29 लेकिन कानून को सिक्छक खुदकै सई ठहरानो चहात रहै, इसलै बौ ईसु से पूँछी, “मेरो पड़ोसी कौन है?” \p \v 30 ईसु जबाब दई, “एक बार एक आदमी रहै, जो यरूसलेम से यरीहो कै जात रहै, इत्ते मैं डाँकू बाकै घेर कै बाके लत्ता उतार लईं, और मार पीटकै बाकै अधमरा छोड़कै चले गै। \v 31 और ऐसो भौ कि बहे रहा से एक पुजारी जात रहै, लेकिन जब बौ आदमी कै देखी, तौ बौ कतराएकै चले गौ। \v 32 बैसिये एक लेवी बौ जघा आओ, बहो बाकै देखकै कतराएकै चले गौ। \v 33 पर एक सामरी बौ रहा से सफर करत रहै, बौ बाके झोने आओ जो अधमरा पड़ो रहै, बौ बाकै देखी, तौ बाको दिल दया से भरगौ। \v 34 बौ बाके झोने गौ, और बाके घाव मैं जैतून तेल और दाखरस डारकै पट्टी भाँदी; फिर बौ अधमरा आदमी कै अपने जानवर मैं चढ़ायकै सराय मैं लैगौ, और बाकी सेवा संती करी। \v 35 दुसरे रोज बौ दुई चाँदी के सिक्का निकारकै सराय के मालिक कै दै दई, और कही, ‘जाकी सेवा संती करिये, और जो कछु तेरो और लगैगो, बौ मैं लौटन पोती तोकै दै दुंगो।’ \p \v 36 अब तेरी समझ मैं जो डाकुन मैं घिर गौ रहै, जे तीनौ मैं से बाको पड़ोसी कौन है?” \p \v 37 कानून को सिक्छक जबाब दई, “बहे जो बाके ऊपर दया तरस खाई रहै।” ईसु फिर बासे कही, “तैं जा, तहूँ ऐसोई कर।” \s ईसु मार्था और मरियम से मिलो \p \v 38 जब ईसु और बाके चेला अपने रहा जात रहैं, तौ बौ एक गाँव मैं आओ, जहाँ मार्था नाओं की एक बईय्यर अपने घरै बाको स्वागत करी। \v 39 बाकी एक बहेनिया रहै, जोको नाओं मरियम रहै, बौ प्रभु के पाँव मैं बैठकै बाकी सिक्छा कै सुनत रहै। \v 40 पर मार्था सेवा करत-करत तंग हुई गई और बाके झोने आयकै कहेन लगी, “प्रभु, का तोकै कछु चिंता ना है कि मेरी बहेनिया मोकै सेवकाई करन के ताहीं इकल्ली छोड़ दई है? इसलै बासे कह, कि मेरी मदत करै!” \p \v 41 प्रभु बाकै जबाब दई, “मार्था, मार्था! तैं भौत बातन की चिंता करथै और परेसान है, \v 42 लेकिन एक बात जरूर है; मरियम अच्छी चीज चुनी है, जो बासे छीनो ना जागो।” \c 11 \s प्रार्थना के ऊपर ईसु की सिक्छा \r (मत्ती 6:9-13; 7:7-11) \p \v 1 एक रोज ईसु एक जघा मैं प्रार्थना करत रहै। जब बौ प्रार्थना कर चुको, तौ बाके चेलन मैं से एक चेला ईसु से कही, “प्रभु, जैसे यूहन्ना अपने चेलन कै प्रार्थना करनो सिखाई है बैसिये हमउँ कै तैं प्रार्थना सिखाए दे।” \p \v 2 ईसु उनसे कही, “जब तुम प्रार्थना करथौ, तौ जौ कहियो: \q1 ‘दऊवा: \q2 तेरो नाओं पवित्र मानो जाबै; \q2 तेरो राज्य आबै। \q1 \v 3 हमरी दिन भर की रोटी हर रोज हमकै दे कर। \q1 \v 4 और हमरे पापन कै माफ कर, \q2 काहैकि हम भी अपने हर एक कसूरवार कै माफ करथैं, \q1 और हमकै कठिन परिक्छा मैं मत ला।’” \p \v 5 और ईसु अपने चेलन से कही, “मान लियौ तुम मैं से बाको एक दोस्त होबै, और बौ आधी रात कै बाके झोने जाएकै बासे कहबै, ‘दोस्त; मोकै तीन रोटी उधार दैदे। \v 6 काहैकि मेरो एक दोस्त सफर करकै मेरे घरै आओ है, और मेरे पास बाके ताहीं कछु खान ताहीं ना है!’ \v 7 और मान लेबौ कि तुमरो दोस्त अंदर से जबाब देबै, ‘मोकै परेसान मत करै! अब तौ फाटकौ बंद है, और मेरे बालका मेरे संग बिस्तर मैं हैं, मैं उठकै तोकै कछु ना दै सकथौं।’ \v 8 खैर, फिर का? मैं तुमसे कहथौं, कि भलेई बाको दोस्त उठकै रोटी ना दई, तहुँओं बौ उठैगो और तुमकै तुम्हारी जरूरत की हर चीज देगो काहैकि तुमकै मांगत रहन मैं ना सरमानो चाहिए। \v 9 और इसलै मैं तुमसे कहथौं: माँगौ, तौ तुमकै दौ जागो; ढूँड़ौ तौ तुम पाबैगे; खटखटाबौ, तौ तुमरे ताहीं मोहोंट खोलो जागो। \v 10 काहैकि जो कोई मांगथै, बाकै मिलथै; और जो ढूँड़थै, बौ पाथै; और जो खटखटाथै, बाके ताहीं मोहोंट खोलो जागो। \v 11 का तुम मैं से ऐसो कोई दऊवा होगो, कि जब बाको लौड़ा मच्छी माँगै, तौ बाको दऊवा बाकै मच्छी के बदले साँप देबै? \v 12 या जब बौ अंडा माँगै, तौ का तुम बाकै बीछी देगे? \v 13 तुम चाँहे जित्ते बुरे होबौ, तुम अपने बालका कै अच्छी चीज देनो जानथौ, तौ तुमरो स्वर्गिय दऊवा अपने माँगन बारे कै पवित्र आत्मा काहेकै ना देगो!” \s ईसु और बालजबूल \r (मत्ती 12:22-30; मरकुस 3:20-27) \p \v 14 फिर ईसु एक गूँगी प्रेत आत्मा कै निकारी; जब प्रेत आत्मा निकर गई, तौ बौ आदमी बोलन लगो; और भीड़ हैरान रहै, \v 15 लेकिन कुछ लोग कहीं, “जौ तौ प्रेत आत्मा को अधिकारी बालजबूल कि मदत से प्रेत आत्मा कै निकारथै।” \p \v 16 और लोग ईसु कै फसानो चहात रहैं, इसलै उनके ऊपर परमेस्वर की मंजूरी है जौ साबित करन के ताहीं बाकै स्वर्ग से एक चिन्ह दिखान के ताहीं कहीं। \v 17 लेकिन ईसु जानत रहै कि बे का सोचत रहैं, इसलै ईसु उनसे कही, “जो-जो देस मैं फूट पड़थै, बौ देस राज्य कभी न कर पाथै; और जो घर मैं फूट पड़थै, बौ परिवार अलग ही जाथै।” \v 18 इसलै अगर सैतान अपनोई बिरोधी ही जाबै, तौ बाको राज्य कैसे बनो रहगो? तुम तौ मेरे बारे मैं कहथौ, कि जौ प्रेत आत्मा के मुखिया बालजबूल की मदत से प्रेत आत्मा कै निकारथै। \v 19 अगर मैं बालजबूल की मदत से प्रेत आत्मा कै निकारथौं, तौ तुमरे चेला उनकै कैसे बाहर निकारथैं? तुमरे खुद के चेला न्याय करथैं कि तुम गलत हौ! \v 20 ना, मैं जौ परमेस्वर कि सक्ति के जरिये प्रेत आत्मा कै बाहर निकारथौं, और जौ साबित करथैं कि परमेस्वर को राज्य पहलेई तुमरे पास आए चुको है। \p \v 21 “जब एक तगड़ो आदमी, अपने पूरे हथियार के संग अपने घर आँगन की रखबारी सांति से करथै, तौ बाको पूरो सामान सुरक्छित रहथै।” \v 22 पर जब बासे तगड़ो कोई बाके ऊपर हमला करथै और बासे जीत जाथै, तौ बाके बे हथियार जोके ऊपर बाको भरोसो रहै, छीन लेथै और बाकी सम्पत्ति लूटकै बाँट देथै। \p \v 23 “जो मेरे संग ना है बौ मेरे बिरोध मैं है, और जो मेरे संग ना बटोरथै बौ बिखेरथै।” \s प्रेत आत्मा की बापसी \r (मत्ती 12:43-45) \p \v 24 “जब प्रेत आत्मा कोई आदमी के भीतर से निकर जाथै, तौ बौ सूखे देस मैं आराम करन ताहीं जघा ढूँड़त फिरथै, और जब ना मिलथै तौ खुदकै कहथै, ‘कि मैं अपने बहे घर मैं जहाँ से निकरो रहौं बापस जांगो।’ \v 25 और बापस आयकै बाकै साफ-सुथरो और सजो-सजाओ मिलथै। \v 26 फिर बौ आयकै अपने से और जाधे बुरी सात आत्मा कै अपने संग लै आथै, और बे बामै समाएकै बास करथैं, बौ आदमी की दसा पहले कि दसा से और बुरी ही जाथै।” \s सच्ची खुसी \p \v 27 जब ईसु जे बात कहतै रहै तौ भीड़ मैं से एक बईय्यर जोड़न से ईसु से कही, “बौ बईय्यर कितनी खुसनसीब है जो तैं बाकी कोक मैं रहो, और तेरो पालन पोसँड़ करी!” \p \v 28 लेकिन ईसु जबाब दई, “बल्किन, बे कितने खुसनसीब हैं जो परमेस्वर को बचन सुनथैं और बाकै मानथैं!” \s एक चमत्कार की माँग \r (मत्ती 12:38-42) \p \v 29 जैसे-जैसे लोगन की भीड़ ईसु के चारौ तरफ जमा भइ, ईसु कही, “आज-कल के लोग कितने बुरे हैं! बे चिन्ह कै पूँछथैं, लेकिन योना के चिन्ह के अलावा उनकै कोई और चिन्ह उनकै ना दौ जागो। \v 30 जैसे योना नीनवे के लोगन के ताहीं चिन्ह रहै, बैसिये इंसान को लौड़ा आज-कल के लोगन के ताहीं एक चिन्ह होगो। \v 31 न्याय के दिन तरिहाँए सीबा की रानी उठ खड़ी होगी और आज के लोगन के ऊपर इल्जाम लगागी, काहैकि बौ राजा सुलैमान की अकल को ग्यान सुनन के ताहीं अपने देस से पूरी पृथ्वी को रहा सफर करी; मैं तुमसे कहथौं, कि हिंयाँ कछु है, जो राजा सुलैमान से भी बड़ो है।\x + \xo 11:31 \xo*\xt 1 राजा 10:1-10; 2 इतिहास 9:1 \xt*\x* \v 32 नीनवे के लोगन के घोसड़ाँ बारे दिन आज-कल के लोगन के संग ठाड़कै, और तुमरे ऊपर दोस लगांगे; काहैकि बे योना को उपदेस सुनकै मन बदलीं और देखौ, हिंयाँ बौ है, जो योना से भी बड़ो न्याय करन बारो है।”\x + \xo 11:32 \xo*\xt योना 3:5-10\xt*\x* \s सरीर को उजियारो \p \v 33 “कोई आदमी दिया जलायकै लुकात ना है या छपरिया के नीचे ना रखथै; बल्किन बाकै डीट मैं रखथै, ताकी लोग उजिते मैं देख सकैं और भीतर आए सकैं। \v 34 तुमरी सरीर को दिया तुमरी आँखी है, इसलै जब तुमरी आँखी अच्छी है, तौ तुमरो पूरो सरीर उजिते से भरो होथै; लेकिन जब तुमरी आँखी अच्छी ना होंगी, तौ तुमरो पूरो सरीर अंधियारे मैं होगो। \v 35 पक्को करैं, कि कहूँ जो उजियारे तुमरे मैं है बौ अंधियारे मैं ना हुई जाबै। \v 36 अगर तुमरो पूरो सरीर उजिते से भरो है, और तेरो कोई भी हिस्सा अंधियारे मैं ना होबै, तौ सब जघा ऐसो उजितो होगो, जैसे एक दिया अपनी चमक से तोकै उजितो देथै।” \s ईसु फरीसियन और कानून के सिक्छकन के ऊपर इल्जाम लगाथै \r (मत्ती 23:1-36; मरकुस 12:38-40) \p \v 37 जब ईसु बोलनो बंद करी, तौ एक फरीसी बासे अपने संग खानु खान ताहीं पूँछी; इसलै बौ भीतर जाएकै खानु खान कै बैठगौ। \v 38 फरीसी हैरान ही गौ, जब बौ देखी कि ईसु खानु खान से पहले हात ना धोई है। \v 39 तौ प्रभु बासे कही, “फरीसियौ, तुम कप और थरिया कै बाहर से सुद्ध करथौ, लेकिन तुमरे भीतर हिंसा और बुराई भरी भइ है। \v 40 मूर्ख! परमेस्वर जो बाहर को हिस्सा बनाई, का बौ भीतर को हिस्सा ना बनाई? \v 41 लेकिन अपने कप और प्लेटन मैं जो कछु है, बाकै गरीबन के दै देबौ और सब कछु तुमरे ताहीं विधि पूर्वक सुद्ध ही जागो।” \p \v 42 “फरीसियौ तुमरे ताहीं कितनो भयानक है! तुम परमेस्वर कै मसाला और पुदीना और भौत सी जड़ी बूटिन के पौध जैसे मौसमी जड़ी बूटिन को दसमों हिस्सा देथौ, लेकिन तुम परमेस्वर के प्यार कै टाल देथौ; जौ तुमकै दुसरेन कि उपेक्छा के बिना कोसिस के न्याय करनो चाहिए।” \p \v 43 “तुम फरीसियन के ताहीं कितनो भयानक है! तुम सभाघरन मैं खास-खास आसन से प्यार करथौ और बजार मैं नमस्ते चाहथौ। \v 44 तुमरे ताहीं कितनो भयानक है! काहैकि तुम बिना निसानी के कबर के हानी हौ, जिनके ऊपर लोग चलथै, पर ना जानथैं।” \p \v 45 कानून के सिक्छकन मैं से एक ईसु से कही, “गुरुजी, जब तैं जौ कहरौ है, तौ तैं हमरी भी बेजती कर रौ है!” \p \v 46 ईसु जबाब दई, “तुम्हऊँ कानून के सिक्छकन के ताहीं कितनो भयानक है! तुम ऐसे बोझ जिनकै उठानो मुस्किल है, इंसानन के ऊपर लादथौ पर तुम खुद बे बोझन कै उठान मैं मदत करन के ताहीं एक उँगरिया तक ना लगाथौ। \v 47 तुमरे ताहीं कितनो भयानक है! तुम बे भविस्यवक्ता कि कबर बनाथौ, जिनकै तुमरे पुरखा मारडारीं रहैं। \v 48 तुम गभा हौ, और अपने पुरखन के कामन से सहमत हौ; काहैकि बे भविस्यवक्ता कि हत्या करीं और तुम उनकी कबर बनाथौ। \v 49 इसलै परमेस्वर कि बुद्धि कही, ‘कि मैं उनके झोने भविस्यवक्ता और प्रेरितन कै भेजंगो; और बे उनमैं से कुछ कै मार देंगे और कुछ कै सतांगे।’ \v 50 दुनिया कि उत्पत्ति के बाद से मारे गै सबै भविस्यवक्ता कि हत्या के ताहीं जौ समय के लोगन कै खून की सजा दई जागी, \v 51 हाबिल कि हत्या से लैकै जकर्याह कि हत्या तक जो बेदी और पवित्र जघा के बीच मारे गै हैं: हाँ, मैं तुमकै बताथौं, जौ समय के लोगन कै उन सबन कै परमेस्वर के घर मैं खून की सजा दी जागी! \p \v 52 तुम कानून के सिक्छकन के ताहीं कितनो भयानक है! तुम ग्यान कि कुंजी रख तौ लै हौ जो ग्यान के घर को फाटक खोलथै; पर तुम खुद ना गै, और जो अंदर जान कि कोसिस करत रहैं, उनकै भी रोक दै!” \p \v 53 जब ईसु बौ जघा से चले गौ, तौ यहूदि नियम के सिक्छक और फरीसी बाकी बुराई करीं और ईसु से गजब सवाल पूँछीं, \v 54 और बाकै फसान के ताहीं घात मैं लगे रहे, ताकी बाके कछु गलत कहेन मैं पकड़ सकैं। \c 12 \s पाखंड के खिलाप चितौनी \r (मत्ती 10:26; 27) \p \v 1 इतने मैं जब हजारो जनी एक संग भीड़ लगाईं, हिंयाँ तक कि एक दुसरेन के ऊपर गिरे जामैं, तौ ईसु सबसे पहले अपने चेलन से कही, “फरीसियन के खमीर के खिलाप रहबौ, मेरो मतलब पाखंड से है। \v 2 जो कछु लुकाओ गौ है, बाकै उजागर करो जागो, और हर रहस्य को पता करो जागो। \v 3 इसलै जो कछु तुम अंधियारे मैं कहे हौ, बौ उजिते मैं सुनो जागो; और जो तुम बंद कमरा मैं कानाफूसी को प्रचार करे हौ, बौ मकान कि छत से चिल्लाओ जागो।” \s कौन से डरानो चाहिए \r (मत्ती 10:28-31) \p \v 4 “मैं तुमकै बताथौं, मेरे दोस्तौ, सरीर कै मारन बारेन से मत डराबौ, काहैकि बासे जाधा और कछु ना कर सकथैं। \v 5 मैं तुमकै दिखांगो कि कौन से डराने है: परमेस्वर से डराबौ, जो मारन के बाद नरक मैं फेंकन को अधिकार रखथै, मेरो बिस्वास करौ, बौ बहे है जोसे तुमकै डरानो चाहिए!” \p \v 6 “का दुई पैसा के सिक्का की पाँच गौरैया ना बिकथैं? फिर भी परमेस्वर उनमैं से एक कै भी ना भूलथै। \v 7 हिंयाँ तक कि तुमरी मुड़िया के बार भी गिने जा चुके हैं, इसलै डराबौ मत; तुम भौत गौरैयन से जाधा बढ़कै हौ!” \s मसीह कै अपनानो और ना अपनानो \r (मत्ती 10:32-33; 12:32; 10:19; 20) \p \v 8 “मैं तुमकै बिस्वास दिलाथौं कि जो लोग सबन के सामने मोकै मान लेंगे, कि बे मेरे हैं, इंसान को लौड़ा भी परमेस्वर के स्वर्गदूतन के सामने ऐसोई करैगो। \v 9 लेकिन जो लोग मोकै सबन के सामने ना अपनाथैं, इंसान को लौड़ा भी परमेस्वर के स्वर्गदूतन के सामने उनकै अपनान से मना कर देगो।” \p \v 10 “जो कोई भी इंसान के लौड़ा के खिलाप एक सब्द कहथै उनकै माफ करो जा सकथै; लेकिन जो कोई भी पवित्र आत्मा के खिलाप बुराई करथै, बाकै कहुए माफ ना करो जा सकथै।”\x + \xo 12:10 \xo*\xt मत्ती 12:32; मरकुस 3:29\xt*\x* \p \v 11 “जब बे तुमकै सभाघरन मैं या राज्यपालन या सासक अधिकारिन के सामने लामैं, तौ जौ बात कि चिंता मत करियो कि तुम खुद को बचाव कैसे करैगे या तुम अपने मैं अधिकार का कहबैगे। \v 12 पवित्र आत्मा तुमकै बौ समय सिखाए देगी, जो तुमकै कहनो चाहिए।” \s मूर्ख सेठ आदमी कि कहानी\f + \fr 12:13 \fr*\ft दृस्टान्त\ft*\f* \p \v 13 फिर भीड़ मैं से एक आदमी ईसु से कही, “गुरुजी, मेरे भईय्या से कह, कि दऊवा कि सम्पत्ति मोकै बाँट दे जो हमरो दऊवा हमरे ताहीं छोड़ी है।” \p \v 14 ईसु बाकै जबाब दई, “दोस्त, कौन मोकै दुई के बीच कि सम्पत्ति को न्याय करन या हिस्सा डारन को अधिकार दई है?” \v 15 और बौ बे सबन से कहत गौ, “देखौ और हर तरहन के लालच से खुद के बचाबौ; काहैकि तुमरी सच्ची जिंदगी बे चीजन से ना बनथै, जो तुमरी खुद कि हैं, चाहे तुम कितने सेठ क्यों ना होबौ।” \p \v 16 तौ ईसु उनकै जौ कहानी सुनाई: “एक सेठ आदमी रहै जोके पास जमीन रहै, और बाकी बड़ा अच्छी फसल भइ रहै। \v 17 तौ बौ अपने मन मैं सोचन लगो, मेरे पास अपनी फसल रखन के ताहीं जघा ना है: मैं का कर सकथौं? \v 18 और बौ कही, ‘मैं जौ करंगो: मैं अपनी बखारी तोड़कै उनसे बड़ी बनांगो; और बामै अपनो सब खलियान को अन्न और गेंहूँ रखंगे। \v 19 तौ मैं अपने आप से कहेंगो, भाग्यसाली आदमी! तेरे पास गजब सालन के ताहीं सम्पत्ति और जरूरी सब अच्छी चीजैं हैं; चैन से रहा, खा, पी, सुख से रहा!’ \v 20 लेकिन परमेस्वर बासे कही, तैं मूर्ख है! जहे रात तेरी जान तोसे लै लई जागी; तौ जो कछु तैं अपने आप इखट्टो करो है, बौ कौन को होगो?” \p \v 21 और ईसु उपाय निकारी, “ऐसोई बौ आदमी भी है जो अपने ताहीं धन बटोरथैं, पर परमेस्वर कि नजर मैं सेठ ना हैं।” \s परमेस्वर मैं बिस्वास रखौ \r (मत्ती 6:25-34) \p \v 22 तौ ईसु अपने चेलन से कही, “और इसलै मैं तुमसे कहथौं, अपनी ज्यान के ताहीं खानु के बारे मैं या सरीर के ताहीं जरूरी लत्तन के बारे मैं चिंता मत करौ। \v 23 काहैकि ज्यान खानु से, और सरीर लत्तन से जाधे जरूरी है। \v 24 कउवा कै देखौ: बे बीज ना लगाथै और ना फसल कै इखट्टो करथैं; उनके पास भंडार को घर या खेत खलियान ना हैं; फिर भी परमेस्वर उनकै खबाथै! तुमरो मूल्य पक्छिन की तुलना मैं भौत है! \v 25 का तुम मैं से कोई भी जिंदगी के बारे मैं चिंता करकै थोड़ी सो लम्बो जी सकथै? \v 26 अगर तुम इत्ती छोटी चीज ना कर सकथौ, तौ और दुसरी चीजन के बारे मैं काहे चिंता करथौ? \v 27 देखौ जंगली फूल मेरी महिमा के जरिया कैसे बढ़थैं: बे काम ना करथैं और ना अपने ताहीं लत्ता बनाथैं; लेकिन मैं तुमकै बताथौं, कि राजा सुलैमान भी अपनी पूरी सम्पत्ति मैं से एकौ फूल के हानी सुगड़ लत्ता ना पहनी रहै। \v 28 अगर परमेस्वर मैदान कि घाँस कै जो आज है, और कल भट्टी मैं झोंकी जागी, ऐसो पहनाथै; तौ कम बिस्वास करन बारे, बौ तुमकै और जाधे काहे ना पहनागो?” \p \v 29 “और तुम जौ बात की परेसानी मैं मत रहबौ, कि का खांगे और का पींगे। \v 30 काहैकि दुनिया के गैर यहूदि जे सब चीजन कै ढूँड़न मैं रहथैं और तुमरो दऊवा जानथै, कि तुमकै जे चीजन कि जरूरत है। \v 31 जाके बदले, बाके राज्य कै ढूँड़न मैं लगे रहबौ, तौ जे चीजैं भी तुमकै मिल जांगी।” \s स्वर्ग मैं धन \r (मत्ती 6:19-21) \p \v 32 “छोटो झुंड, मत डराबै; काहैकि तुमरे दऊवा कै जौ अच्छो लगो है, कि तुमकै राज्य देबै। \v 33 अपनो सब हानी बेचकै गरीबन कै पैसा दै देबौ; और अपने ताहीं ऐसो बटुआ बनाबौ, जो पुराने ना होथैं, मतलब स्वर्ग मैं ऐसो धन इखट्टो करौ जो घटत ना है, जोके झोने चुट्टा ना जाए सकथै, और कीरा करमोला नास ना कर सकथैं। \v 34 काहैकि जहाँ तुमरो धन है, हूँनै तुमरो मन भी लगो रहबैगो।” \s चौकन्नो नौकर \p \v 35 “जो भी आथै बाके ताहीं तैयार रहबौ, कारवाई के ताहीं लत्ता पहनै और अपने दिया जलाए रखाबौ,\x + \xo 12:35 \xo*\xt मत्ती 25:1-13 \xt*\x* \v 36 और तुम बे नौकरन के हानी बनौ, जो बिहा की दावत से अपने प्रभु के बापस आन के ताहीं असियाय रै हैं; जब बौ आगो और फाटक खटखटागो, तौ तुरंत बाके ताहीं फाटक खोल देंगे। \v 37 खुसनसीब हैं बे सेवक, जिनके प्रभु बापस आन मैं उनकै जगत भइ और सेवा करत भै पाथै! मैं तुमसे सच्ची कहथौं, बौ अपनो कोट उतारकै, उनके झोने बैठ जागो, और उनके संग असियागो। \v 38 अगर बौ आधी रात कै या बाके बाद आयकै उनकै जगत भइ पाबै, तौ बे नौकर कितने खुस होंगे! \v 39 और तुम जौ पक्को कर सकथौ कि अगर कोई घर के मालिक कै पता होतो कि चुट्टा कौन से समय आगो, तौ बौ जगत रहतो, और चुट्टा कै अपने घर मैं ना घुसन देतो।\x + \xo 12:39 \xo*\xt मत्ती 24:43-44\xt*\x* \v 40 तुम्हऊँ तैयार रहबौ; काहैकि जो समय तुम सोचैगे भी ना, बहे समय इंसान को लौड़ा आ जागो।” \s बफादार और बेईमान नौकर \r (मत्ती 24:45-51) \p \v 41 पतरस कही, “प्रभु, का जौ कहानी हमरे ताहीं लागू होथै, या तैं जौ सबन के ताहीं कहरौ है?” \p \v 42 प्रभु जबाब दई, “बौ बफादार, अकलदार और भरोसेमंद प्रबंधक कौन है? जोकै बाको मालिक, घर चलान के ताहीं और सेवक के झुंड मैं से एक कै सई समय मैं खानु देन ताहीं सरदार बनाबै। \v 43 खुसनसीब है बौ सेवक, जोकै बाको प्रभु आयकै ऐसोई करत पाबै। \v 44 सच मैं, मैं तुमकै बताथौं, मालिक बौ नौकर कै अपनी पूरी सम्पत्ति को अधिकारी बनाए देगो। \v 45 पर अगर बौ सेवक अपने मन मैं सोचन लगै, कि मेरो प्रभु आन मैं देरी कर रौ है, और दुसरे दास और दासियन कै मारनो-पीटनो सुरू कर देबै, और खाए-पीकै नसा मैं होन लगै, \v 46 तौ बौ सेवक को प्रभु ऐसे रोज आगो, जब नौकर बाकै ना असियागो, और ऐसे समय जोकै बौ ना जानत होगो, आगो और बाकै गजब दुख दैकै बाको हिस्सा अविस्वासी के संग ठहरागो।” \p \v 47 और बौ सेवक जो जानत रहै कि बाको प्रभु बासे का चाहथै, और बौ तैयार ना रहै ना बाकी इच्छा के हिसाब से चलो, बाकै सजा दई जागी। \v 48 लेकिन जो नौकर जौ ना जानथै कि बाको मालिक का चाहथै, और फिर भी कुछ ऐसो करथै जोके ताहीं बौ कोड़े खान को हकदार है, बाकै हल्के कोड़े से सजा दई जागी। जो आदमी कै भौत कछु दौ जाथै, बासे भौत माँगो जागो; और जोकै भौत सौंपो गौ है, बासे भौत लौ जागो। \s ईसु अलग होन को बजह है \r (मत्ती 10:34-36) \p \v 49 “मैं धरती कै आगी लगान कै आओ रहौं, और मैं कैसे चहात रहौं कि जौ पहले सेई जल जाबै! \v 50 मोकै तौ एक बपतिस्मा लेने है; और जबले बौ ना हुई लेबै तौले मैं कैसी हालत मैं रहेंगो!\x + \xo 12:50 \xo*\xt मरकुस 10:38\xt*\x* \v 51 का तुमकै लगथै कि मैं धरती मैं सांति लान के ताहीं आओ हौं? ना, सांति ना, बल्कि अलग करन आओ हौं। \v 52 काहैकि अब से एक परिवार मैं पाँच जनी आपस मैं बिरोध रखंगे, तीन दुई से और दुई तीन से। \v 53 दऊवा लौड़ा से, और लौड़ा दऊवा से बिरोध रखैगो, और अईय्या अपनी लौड़िया के खिलाप होंगी, और लौड़ियैं अपनी अईय्यन के खिलाप होंगी; सास अपनी बहु के और बहु अपनी सास के खिलाप होंगी।” \s समय कै समझनो \r (मत्ती 16:2,3) \p \v 54 और ईसु लोगन से जहो कही, “जब बादर कै पछार से उठत भइ देखथौ, तौ तुरंत कहथौ, कि मेंहें बरसैगो; और ऐसोई होथै। \v 55 और जब तरिहाँए कि ब्यार चलत देखथौ, तौ कहथौ, कि लुहू चलैगी, और ऐसोई होथै। \v 56 अरे ढोंगियौ! तुम धरती और आसमान कै देखकै मौसम कै परख सकथौ; फिरौंकी, तुम जौ अभै जो चल रौ है बाको मतलब काहेकै ना समझथौ?” \s अपने विपक्छि के संग समझौता करैं \r (मत्ती 5:25,26) \p \v 57 “तुम अपने आपै परख करकै न्याय काहेकै ना कर लेथौ, कि धर्मी कौन है? \v 58 अगर कोई अधिकारी तुमरे खिलाप मुकदमा करथै और तुमकै अदालत मैं लै जाथै, तौ तुम अदालत मैं जान से पहलेई खुदकै छुड़ान की पूरी कोसिस करौ; अगर तुम ना निपटागे, तौ तुमकै न्याई के सामने खींच लौ जागो, जो तुमकै सिपईय्या कै सौंप देगो, और तुमकै कैदखाना मैं डार दौ जागो। \v 59 मैं तुमकै बताथौं, कि जबले तुम अपनो जुर्माना पाई-पाई ना चुकाए देगे तौले हुँआँ से छुट ना पागे।” \c 13 \s अपने पापन से मन फिराबौ ना तौ मरैगे \p \v 1 बौ समय कुछ लोग हुँआँ रहैं, जो ईसु कै बे गलीली के बारे मैं बताईं, जिनकै पिलातुस तौ मारी रहै जब बौ परमेस्वर कै खून की बलि करत रहैं। \v 2 जौ सुनकै ईसु उनकै जबाब दई, “का तुम समझथौ, कि बे गलीली दुसरे गलीली से जाधे पापी रहैं कि उनकै ऐसे मार दौ गौ? \v 3 बास्तव मैं नाय! और मैं तुमसे कहथौं कि अगर तुम अपने पापन से मन ना बदलैगे, तौ तुम्हऊँ उनके हानी मर जागे। \v 4 सिलोह मैं बे अठारै जनी के बारे मैं का है उनके ऊपर गुम्मट गिरो, और बे मारे गै रहैं? का तुमकै लगथै कि जौ साबित होथै कि बे यरूसलेम मैं रहेन बारे दुसरे सब जनी कि तुलना मैं पापी रहैं? \v 5 बास्तव मैं न! और मैं तुमसे कहथौं, कि अगर तुम अपने पापन से ना मन बदलैगे, तौ तुम सब मर जाबैगे, जैसो बे करी रहैं।” \s बगैर फल बारे अंजीर के पेंड़ कि कहानी \p \v 6 फिर ईसु उनकै जौ कहानी सुनाई, “एक बार एक आदमी रहै, जोके अंगूर की बारी मैं एक अंजीर को पेंड़ रहै: बौ बामै अंजीर कै ढूँड़न कै गौ, लेकिन कछु ना मिलो। \v 7 तौ बौ अपनी बारी के रखबरिया से कही, रखबरिया ‘देख, तीन साल से मैं जौ अंजीर के पेंड़ मैं अंजीर ढूँड़त आयरौ हौं, और मोकै कछु न मिलो; जाकै काट दे! कि जौ जमीन कै भी काहे रोके रहमैं?’ \v 8 लेकिन रखबरिया जबाब दई, ‘प्रभु जाकै जौ साल तौ और छोड़ दे; मैं जाके चारौ घाँईं से खोदकै खाद डारंगो। \v 9 फिर अगर अगले साल अंजीर को पेंड़ फरो तौ भलो, अगर ना फरो तौ जाकै काट देंगे।’” \s ईसु साबत के रोज एक अपंग बईय्यर कै अच्छो करी \p \v 10 साबत के रोज ईसु एक सभाघर मैं सिक्छा देत रहै। \v 11 हुँआँ एक बईय्यर रहै, जोकै अठारै साल से एक कमजोर करन बारी प्रेत आत्मा पकड़े रहै, बौ कतई लोहोक गई रहै और कतईये सीधी ना हुई पात रहै। \v 12 जब ईसु बाकै देखी, तौ ईसु बासे बोली, “बईय्यर, तैं अपनी बिमारी से आजाद है!” \v 13 ईसु बाके ऊपर हाथ धरी, और बौ तुरंतै सीधी हुई गई, और परमेस्वर कि बड़ाँईं करन लग गई। \p \v 14 सभाघर के मुखिया गुस्सा मैं रहै बौ जौ ताहीं कि ईसु साबत के रोज बाकै अच्छो करी रहै, सभाघर के अधिकारी खिसियाए कै लोगन से कहेन लगे, “छै रोज हैं, जोमैं काम करनो चाहिए, और बेईं दिनन मैं आयकै अच्छे होबौ; पर साबत के रोज ना!”\x + \xo 13:14 \xo*\xt निर्गमन 20:9-10; व्यवस्थाविवरन 5:13-14\xt*\x* \p \v 15 प्रभु बाकै जबाब दई, “तुम ढोंगी हौ! का साबत के रोज तुम मैं से कोई भी अपने बरधा या गधा कै सार से खोलकै पानी नाय पिबागो। \v 16 हिंयाँ अब अब्राहम को बंस है, जोकै सैतान अठारै साल ले कब्जा मैं करे रखाई रहै; का बाकै साबत के रोज बंधन से आजाद ना करो जानो चाहिए?” \v 17 ईसु को जबाब बाके दुस्मनन कै खुदकै सरम बाए दई, जबकी लोग बे सब अचम्मे चीजन मैं खुसी मनाईं जो बौ महान काम करी रहै। \s राई के बीज कि कहानी \r (मत्ती 13:31; मरकुस 4:30-32) \p \v 18 ईसु पूँछी, “परमेस्वर को राज्य कैसो है? मैं जाके संग का कि तुलना करौं? \v 19 बौ राया के एक गूदा के हानी है, जोकै एक आदमी लैकै अपनी बारी मैं बोई: और बौ बढ़कै पेंड़ बन गौ; और आसमान के पक्छी बाकी हँगईय्या मैं अपनो घोसला बनाईं।” \s खमीर कि कहानी \r (मत्ती 13:33) \p \v 20 ईसु फिर से पूँछी, “मैं परमेस्वर के राज्य कि तुलना कासे करौं? \v 21 जौ जाके हानी है: कि एक बईय्यर थोड़ी खमीर लैकै तीन नाप चून मैं मिलाथै, तौले मिलाथै जबले कि चून खमीर मैं अच्छे से मिलत ना है।” \s पतरो रस्ता \r (मत्ती 7:13; 14; 21; 22; 23) \p \v 22 ईसु सहर-सहर, और गाँव-गाँव से गुजरो, और लोगन कै पढ़ातो और यरूसलेम के घाँईं अपनो रहा बनात रहै। \v 23 कोई बासे पूँछी, “प्रभु जी, कुछ लोगन कै बचाओ जागो?” \p \v 24 ईसु उनकै जबाब दई, “पतरे फाटक से भीतर जान कि पूरी कोसिस करौ; काहैकि भौत से लोग जरूर करकै भीतर जान कि कोसिस करंगे, लेकिन जाए ना पांगे। \v 25 जब घर को मालिक उठकै फाटक बंद कर देगो, और तुम बाहर ठाड़कै फाटक खटखटाए कै कहगे, ‘हमरे ताहीं फाटक खोल दे, प्रभु!’ बौ तुमकै जबाब देगो, ‘मोकै न पता है कि तुम कहाँ से आथौ!’ \v 26 तौ तुम जबाब देगे, ‘हम तेरे संग खाए और पिये; तैं हमरे सहर मैं पढ़ाओ है!’ \v 27 लेकिन बौ फिर से कहेगो, ‘मोकै ना पता है कि तुम कहाँ से आथौ; मोसे दूर हुई जाबौ, तुम सब जनी अधर्मी हौ!’ \v 28 हुँआँ रोनो और दाँत पीसनो होगो, जब तुम अब्राहम और इसहाक और याकूब और सब भविस्यवक्ता कै परमेस्वर के राज्य मैं बैठे भै देखैगे, और अपने आपकै बाहर निकारे भै देखैगे!\x + \xo 13:28 \xo*\xt मत्ती 22:13; 25:30 \xt*\x*\x + \xo 13:28 \xo*\xt मत्ती 8:11; 12 \xt*\x* \v 29 लोग अगार और पछार से, सीरे और तरिहाँए से आंगे, और परमेस्वर के राज्य मैं खानु खान कै बैठंगे। \v 30 फिर जो अभै आखरी मैं हैं बे पहले होंगे, और जो अभै पहले हैं बे आखरी मैं होंगे।”\x + \xo 13:30 \xo*\xt मत्ती 19:30; 20:16; मरकुस 10:31 \xt*\x* \s यरूसलेम के ताहीं ईसु को प्यार \r (मत्ती 13:37-39) \p \v 31 बहे समय कुछ फरीसी ईसु के झोने आए और बासे कहीं, “तोकै हिंयाँ से निकरकै कहूँ और जाने होगो, काहैकि हेरोद तोकै मारनो चाहथै।” \p \v 32 ईसु उनकै जबाब दई, “जाएकै बौ लोमड़ी से कहदे, कि देख मैं आज और कल प्रेत आत्मा कै निकर रौ हौं और चंगो कर रहो हौं, और तिसरे रोज अपनो काम पूरो करंगो।” \v 33 फिर भी मोकै आज और कल और परसौं अपने रहा जानो जरूरी है, काहैकि हुई ना सकथै कि कोई भविस्यवक्ता यरूसलेम के बाहर मारो जाबै। \p \v 34 “यरूसलेम! यरूसलेम! तैं भविस्यवक्ता कै मारथै, तैं बे खबरिन कै पथरा मारथै जिनकै परमेस्वर तुमरे ताहीं भेजी है! कित्ती बार मैं चाहो, कि जैसे पक्छी मुर्गिया अपने चूजन कै अपने पखमन के तरे इखट्टो करथै, बैसिये महुँ तेरे बालकन कै इखट्टो करौं, पर तैं मोकै जौ ना करन देथै! \v 35 और जौ बजे से तुमरे मंदिर कै छोड़ दौ जागो, और मैं तुमकै बिस्वास दिलाथौं कि जबले तुम कहगे न कि, ‘आसीसित है बौ जो प्रभु के नाओं से आथै,’ तौले तुम मोकै फिर कहु ना देखैगे।”\x + \xo 13:35 \xo*\xt भजन संहिता 118:26; यिर्मयाह 12:7\xt*\x* \c 14 \s ईसु एक बिमार आदमी कै अच्छो करी \p \v 1 ईसु एक साबत के रोज फरीसियन के अधिकारी मैं से कोई के घरै खानु खान गौ: और लोग ईसु कै झोने से देखत रहैं। \v 2 एक आदमी जोके पाँव और हाथ सूज गै रहैं, ईसु के झोने आओ, \v 3 और ईसु कानून और फरीसियन के सिक्छकन से बात करी और पूँछी, “का हमरे नियम के हिसाब से साबत के रोज अच्छो करन कि इजाजत है या ना है?” \p \v 4 लेकिन बे एक बार कछु न कहीं; ईसु बौ आदमी कै हाथ लगाएकै अच्छो करी, और बाकै बिदा करी। \v 5 फिर ईसु उनसे कही, “तुम मैं से ऐसो कौन है, अगर तुमरो बालका या बरधा कुआँ मैं गिर जाबै तौ का तुम साबत के रोज बाकै बाहर ना निकारैगे?” \p \v 6 लेकिन उनकै ईसु कै जौ बारे मैं जबाब देन कि हिम्मत ना रहै। \s हितुअन को आदर \p \v 7 ईसु देखी कि कैसे कुछ हितुआ अच्छी जघा कै चुन रै हैं, जौ बजे से ईसु बे सबन के ताहीं जौ कहानी बताई: \v 8 “जब कोई तोकै बिहा मैं बुलाबै, तौ सबसे अच्छी जघा मैं मत बैठिये; ऐसो भी हुई सकथै कि बौ तोसे भी कोई भौत जरूरी आदमी कै न्युतो दई होबै, \v 9 और जो तोकै और बाकै दोनों कै न्युतो दई है, बौ आयकै तोसे कहबै, ‘कि जाकै जघा दे,’ तौ तोकै सर्मिंदा होन पड़ैगो और सबसे नीची जघा मैं बैठन पड़ैगो। \v 10 जाके बदले, जब तोकै बुलाओ जाबै, तौ सबसे नीची जघा मैं बैठ, ताकी तेरे झोने न्युतो देन बारो आबै, तौ तोसे कहबै, ‘मेरे दोस्त, एक अच्छी जघा मैं बैठ,’ तौ तेरे संग बैठन बारेन के सामने तेरी बड़ाँईं और महिमा होगी।\x + \xo 14:10 \xo*\xt नीतिवचन 25:6-7 \xt*\x* \v 11 काहैकि जो कोई अपने आपकै बड़ो बनागो, बौ छोटो करो जागो; और जो कोई अपने आपकै छोटो बनागो, बौ बड़ो करो जागो।”\x + \xo 14:11 \xo*\xt मत्ती 23:12; लूका 18:14\xt*\x* \p \v 12 तौ ईसु अपने न्युतो देनबारे से भी कही, “जब तैं दिन को या रात को हटकना करै, तौ अपने दोस्तन कै या भईय्यन कै या अपने हितुअन कै या अपने सेठ पड़ोसिन कै मत बुलाबै, कहूँ ऐसो ना होबै, कि बेऊँ तोकै न्युतो देमैं, और तेरो बदलो ही जाबै। \v 13 पर जब तैं हटकना करै, तौ गरीबन कै, अपंगन कै, लंगड़न कै और अंधरन कै बुला; \v 14 और तैं खुसनसीब हुई जागो, काहैकि उनके पास तोकै बदले मैं देन कै कछु ना है, जो दिन धर्मी लोग जी उठंगे होन लगंगे, परमेस्वर तुमकै बापस प्रतिफल देगो।” \s महान खानु खान कि कहानी \r (मत्ती 22:1-10) \p \v 15 जब मेज मैं बैठे भै हितुअन मैं से एक जौ सुनी, तौ बौ ईसु से कही, “बे कितने खुसनसीब हैं, जो परमेस्वर के राज्य मैं खानु खान बैठंगे!” \p \v 16 ईसु बासे कही, “एक बार एक आदमी रहै जो एक बड़ो हटकना करी रहै, जोमैं बौ भौत जनी कै हटकि रहै। \v 17 जब खानु तैयार ही गौ, तौ बौ अपने सेवक के हात जौ बतान के ताहीं पनारी, ‘कि आबौ; सब कछु तैयार है!’ \v 18 लेकिन बे सबके सब माफी माँगन लगे, पहलो नौकर कही, ‘मैं एक खेत मोल लौ हौं, और जरूरी है कि बाकै देखौं; मैं तोसे पूछथौं, मोकै माफ कर दे।’ \v 19 दुसरो कही, ‘मैं पाँच जोड़ी बरधा मोल लौ हौं, और उनकै समझन और परखन जाएरौ हौं; मैं तोसे पूछथौं, मोकै माफ कर दे।’ \v 20 और एक दुसरो कही, ‘मैं कतई-अभई बिहा करो हौं, और जौ बजे से मैं ना आए सकथौं।’ \v 21 बौ सेवक आयकै अपने प्रभु कै जे बात सुनान लगो। तौ घर को प्रभु गुस्सा मैं आयकै अपने सेवक से कही, ‘नगर के बजारन और गलियन मैं तुरंतै जाएकै कंगालन, टुन्डन, लंगड़न और अंधरन कै हिंयाँ लै आबौ।’ \v 22 सेवक फिर कही, ‘अरे प्रभु, जैसो तू कहो रहे, बैसिये कहो गौ है; फिर भी जघा है।’ \v 23 प्रभु सेवक से कही, ‘सड़कन मैं और बेहड़ा के घाँईं जाएकै लोगन कै बरबस लइये आ ताकी मेरो घर भर जाबै। \v 24 काहैकि मैं तुमसे कहथौं, कि बे आमन्तिरित लोगन मैं से कोईये मेरे भोज कै न चखैगो!’” \s कौन ईसु को चेला हुई सकथै \r (मत्ती 10:37-38) \p \v 25 और बड़ी भीड़ बाके संग जात रहे, तौ बौ पच्छू घूमकै उनसे कही। \v 26 “अगर कोई मेरे झोने आबै, और मोकै अपने अईय्या-दऊवा, घरबारी, बालकन, भईय्या-बहेनिया और अपने ज्यान से भी जाधे प्यारो नाय मानै, तौ बौ मेरो चेला नाय ही सकथै; \v 27 और जो कोई अपनो क्रूस नाय उठाबै; और मेरे पच्छू नाय आबै; तौ बहो मेरो चेला नाय ही सकथै। \v 28 तुम मैं से कौन है कि गुम्मट बनानो चहात होबै, और अग्गु बैठकै खर्च नाय जोड़ै, कि पूरो करन कि हिम्मत मेरे झोने है कि नाय? \v 29 कहीं ऐसो ना होबै, कि नीव चट्टान के ऊपर डारकै तैयार नाय कर सकै, तौ सब देखन बारे जो भौ है बाको मजाक बनांगे। \v 30 बे कहमंगे, ‘जौ आदमी बनान तौ लगो, लेकिन बनाये ना पाई।’ \v 31 या कौन ऐसो राजा है, कि दुसरे से युद्ध करन कै जात होबै, और अग्गु बैठकै बिचार नाय कर लेबै कि जो बीस हजार आदमी लैकै मेरे घाँईं चढ़ो आथै, का मैं दस हजार आदमी लैकै बाको सामना कर सकथौं, कि नाय? \v 32 नाय तौ बाके दूर रहतै खिना कि, बौ खबरेया कै भेजकै सांति से भेंटा करनो चाहबैगो। \v 33 जहे रीति से तुम मैं से जो कोई अपनो सब कछु त्याग नाय देबै, तौ बौ मेरो चेला नाय ही सकथै।” \s बिना सुआद को नून \r (मत्ती 5:13; मरकुस 9:50) \p \v 34 “नून तौ अच्छो है, पर अगर नून को नुनियानपन खतम हुई जाबै, तौ बौ का चीज से नुनियान करो जाबैगो। \v 35 बौ नाय तौ जमीन के और न खाद के काम मैं आथै: बाकै लोग दुआरे फेंक देथैं। जोके सुनन के कान हैं सुन लेबै।” \c 15 \s हराई भइ भेंड़ \r (मत्ती 18:12-14) \p \v 1 एक दिन कई लगान लेन बारे और पापी बाके झोने आए करत रहैं ताकी ईसु की सुनैं। \v 2 फरीसी और यहूदि नियम के सिक्छक बड़-बड़ान, “जौ तौ पापिन से मिलथै और उनके संग खात भी है।” \v 3 तौ बौ उनसे जौ कहानी कही: \p \v 4 “तुम मैं से कौन है जोकी सौ भेंड़ होमैं, और एक हराए जाबै तौ निन्यानवे कै मैदान मैं छोड़कै, बौ हराई भइ कै जब तक मिल नाय जाबै ढूँड़त रहबै? \v 5 और जब मिल जाथै, तौ बड़ा खुस हीकै बाकै कंधा मैं उठाए लेथै। \v 6 और घरै आयकै दोस्त और परोसियन कै इखट्टो करकै कहथै, ‘मेरे संग खुसी मनाबौ, काहैकि मेरी हराई भइ भेंड़ मिल गई है!’ \v 7 मैं तुमसे कहथौं; जहे रीति से एक मन फिरान बारे पापी के बारे मैं भी स्वर्ग मैं इतनी ही खुसी होगी, जितनो की निन्यानवे ऐसे धर्मी के बारे मैं नाय होथै, जिनकै मन बदलन की जरूरत नाय।” \s हराओ भौ सिक्का \p \v 8 “या मान लेबौ कि एक घर की एक ऐसी बईय्यर होगी, जोके झोने दस चाँदी के सिक्का होमैं, और उनमैं से एक हराए जाबै; तौ बौ दिया जलाए कै और झाड़ बुड़ार कै जब तक मिल नाय जाबै, मन लगाएकै ढूँड़त नाय रहबै? \v 9 और जब मिल जाथै, तौ बौ अपने दोस्त और परोसियन कै इखट्टो करकै कहथै, कि ‘मेरे संग खुसी मनाबौ, काहैकि मेरो हराओ भौ चाँदी को सिक्का मिलगौ है।’ \v 10 जहे रीति से मैं तुमसे कहथौं, कि एक मन बदलन बारे पापी के बजह से परमेस्वर के दूत खुस होथैं।” \s हरानो भौ बेटा \p \v 11 ईसु अग्गु कही, “एक आदमी रहै जोके दुई बेटा रहैं। \v 12 उनमैं से छोटो बारो दऊवा से कही ‘हे दऊवा, दौलत मैं से जो हिस्सा मेरो होबै, बौ मोकै दैदे।’ इसलै बौ आदमी अपनी सम्पत्ति कै अपने दुई बेटा के बीच मैं बाँट दई। \v 13 और जाधा दिन नाय बीते रहैं कि छोटो बेटा सब कछु इखट्टो करकै एक दुसरे देस कै चलो गौ और हुँआँ कुकर्म की जिंदगी मैं अपनी पूरी सम्पत्ति उड़ाए दई। \v 14 जब बौ सब कछु खर्च कर चुको, तौ बौ देस मैं बड़ा आकाल पड़ो, और बौ कंगाल ही गौ। \v 15 और बौ बौ देस के रहन बारेन के हुँआँ गौ, बौ बाकै अपने खेतन मैं सोरा चुगान कै भेजी। \v 16 और बौ चहात रहै, कि बे फलियन मैं जिनकै सोरा खात रहैं अपनो पेट भरै; काहैकि बाकै कोई कछु नाय देत रहे। \v 17 आखरी मैं बाकै होस आओ और बौ कही, ‘मेरे दऊवा के कितने मजदूरन के पास जितनो बे खाए सकथैं बासे जाधे है, और हिंयाँ मैं भूंको मर रौ हौं। \v 18 मैं अब उठकै अपने दऊवा के झोने जामंगो और बासे कहमंगो, हे दऊवा, मैं स्वर्ग और तेरी नजर मैं पाप करो हौं। \v 19 अब जौ लायक नाय रहो कि तेरो बेटा कहलामौ, मोकै अपने एक मजदूर के हानी रख ले।’” \p \v 20 तौ बौ उठो और अपने दऊवा के झोने बापस चले गौ। “बौ अभै दूरै रहे, कि बाको दऊवा बाके ऊपर दया से भरकै दौड़ो बाकै लगे लगाई, और बड़ा जोड़ चूमी। \v 21 बेटा बासे कही, ‘दऊवा, मैं स्वर्ग के बिरोध मैं और तेरी नजर मैं पाप करो हौ, और अब जौ लायक नाय रहो कि तेरो बेटा कहलामौ।’ \v 22 लेकिन दऊवा अपने सेवकन से कही, ‘जल्दी से अच्छो से अच्छो चोंगा निकारकै जाकै पहनाबौ, बाके हाथ मैं अंगूठी, और पाओं मैं जूती पहनाबौ। \v 23 तौ जाएकै इनाम को बछड़ा ले आबौ और बाकै मार डारौ, और हम एक दावत के संग मनामैं! \v 24 काहैकि मेरो जौ बेटा मर गौ रहै, फिर जिंदो ही गौ है: जौ हराए गौ रहै, अब मिलगौ है।’ और ऐसे करकै दावत सुरु भइ।” \p \v 25 “इतने मैं बाको जेठो लौड़ा खेत मैं रहे। और जब बौ आत भै घर के झोने पहोंचो, तौ बौ गान-बजान और नाचन की अबाज सुनी। \v 26 तौ बौ एक सेवक कै बुलबाए कै पूँछीं, ‘कि जौ का ही रहो है?’ \v 27 नौकर जबाब दई, ‘तेरो भईय्या घरै बापस आए गौ है,’ और ‘तेरो दऊवा इनामी बछड़ा कै मार डारी है, काहैकि बौ बाकै सुरक्छित और स्वस्थ पाई है।’ \v 28 बौ बड़ा गुस्सा से भरगौ और घर के भीतर नाय जानो चाही: पर बाको दऊवा दुआरे आयकै बासे नहोरे करी, की बौ भीतर आबै। \v 29 पर बौ दऊवा कै जबाब दई, ‘देख; मैं इतने साल से तेरी सेवा कर रहो हौं, और कभी भी तेरो आग्या नाय टालो, फिर तू मोकै आज तक एक बकरिया को बच्चा तक नाय दौ, कि मैं अपने दोस्तनौ के संग खुसी मनामौ! \v 30 पर जब जौ तेरो बेटा, जो वैसियन मैं अपनी सम्पत्ति उड़ाए दई है, आओ, तौ बाके ताहीं बछड़ा मारकै बड़ो भोज बनबाओ!’ \v 31 दऊवा बासे कही, ‘बेटा, तू हमेसा मेरे संग है; और जो कछु मेरो है बौ सब तेरो ही है। \v 32 पर अब खुसी मनानो और खुस रहनो चाहिए काहैकि जौ तेरो भईय्या मर गौ रहे फिर जिंदी हुई गौ है; हराए गौ रहे, अब मिलगौ है।’” \c 16 \s चालाँक भंडारी \p \v 1 ईसु अपने चेलन से कही, “एक सेठ आदमी के झोने एक नौकर रहै जो बाकी जायदाद को प्रबन्ध करत रहै। सेठ आदमी कै कोई के जरिया बताओ गौ रहै कि भंडारी अपने मालिक को पैसा उड़ाथै, \v 2 तभईये बौ बाकै भीतर बुलाएकै कहथै, ‘जौ मैं तेरे बारे मैं का सुन रहों हौं? मेरी जायदाद को हिसाब दे, काहैकि अब तू मेरो भंडारी नाय रह सकथै।’ \v 3 भंडारी सोचन लगो, ‘मेरो मालिक मोकै काम से निकार देगो। अब मैं का करौं? मेरे भीतर इतनी ताकत भी ना है कि मट्टी खोद सकौं, और मोकै तौ भीख माँगन मैं भी सरम आथै। \v 4 अब मोकै मालुम है कि मोए का करने है! ताकी जब मैं भंडारी के काम से निकारो जामौं, तौ मेरे ऐसे दोस्त होंगे जो मेरे घर मैं मेरो स्वागत करंगे।’ \v 5 तभई बौ बे सबै लोगन कै बुलबाई जो अपने प्रभु के कर्जा मैं रहैं। बौ पहलो से पूँछी, ‘मेरे मालिक के झोने कित्तो बकाया है?’ \v 6 बौ जबाब दई, ‘सौ मन जैतून को तेल,’ तौ प्रबंधक बासे कही, ‘बैठ और अपनो खाता-बहे ले और बामै पचास लिख।’ \v 7 फिरौंकी बौ एक और से पूँछी, ‘और तेरो कित्तो बकाया है?’ बौ जबाब दई, ‘एक हजार बोरी गेंहूँ,’ तौ प्रबंधक बासे कही, ‘अपनो खाता-बहे मैं आठ सौ लिख।’ \p \v 8 मालिक बौ दुस्ट अधर्मी भंडारी की चतुराई भरी बात सुनकै बाकी बड़ाँईं करी; काहैकि जौ युग के लोग जोती से जुड़ी लोगन की तुलना मैं भौत चालाँक हैं।” \p \v 9 और ईसु उनसे कही, अधर्मी की कमाई दौलत से अपने ताहीं दोस्त बनाबौ, ताकी जब जे दुआरे निकरैं तौ तुमरो अनंत घर मैं तुमरो स्वागत करो जागो। \v 10 जो छोटी बातन मैं बिस्वास योग्य है, बौ बड़ी बातन मैं भी भरोसेमंद रहगो; जो छोटे-छोटे मामलेन मैं अधर्मी है, बौ बड़े मामलेन मैं अधर्मी होगो। \v 11 अगर, तुम अधर्मी की दौलत कै संभालन मैं भरोसेमंद नाय हौ, तौ तुमरे ऊपर सच्ची दौलत मैं कैसे भरोसो करो जाबै? \v 12 और अगर तुम पराए की दौलत मैं भरोसेमंद नाय हौ, तौ जो तुमरो है बौ तुम्हैं कौन देगो? \p \v 13 “कोई भी सेवक दुई प्रभु को सेवक नाय हुई सकथै; काहैकि बौ एक से नफरत दुसरे से प्यार करैगो या मिलो रैहगो और दुसरे से नफरत करैगो। तुम परमेस्वर और दौलत दोनों की सेवा नाय कर सकथौ।” \s ईसु की कुछ बात \r (मत्ती 11:12,13; 5:31,32; मरकुस 10:11,12) \p \v 14 फरीसी जब जे सब बात सुनी, तौ बे ईसु मसीह ऊपर उल्झ पड़े, काहैकि उन्हैं पैसा से भौत प्यार रहै। \v 15 ईसु उनसे कहथै, तुम बे हौ जो खुदकै दुसरे लोगन की नजर मैं सई ठहराथौ, लेकिन परमेस्वर तुमरे नफरत भरे मन कै जानथै। और चीज परमेस्वर की नजर मैं खास है, बौ चीज परमेस्वर की नजर मैं कुछ न है। \p \v 16 “मूसा के नियम और भविस्यवक्ता के लेख बपतिस्मा देनबारे यूहन्ना के समय ले सरदार रहैं; और तभई से परमेस्वर के राज्य को सुसमाचार सुनाए जाए रहो है, और हर कोई अपने ढंग सेई रहा बनाथै।” \v 17 लेकिन नियम के छोटे से छोटे विवरड़ कै खतम करन की तुलना मैं स्वर्ग और धरती को गायब होनो आसान है। \p \v 18 “जो आदमी अपनी बईय्यर कै तलाक दैकै दुसरी बईय्यर से बिहा करै, बौ व्यभिचार करथै; और जो कोई तलाकसुदा बईय्यर से बिहा करथै बौ भी छिनरइ करथै।” \s सेठ आदमी और लाजर \p \v 19 “एक बार एक सेठ आदमी रहै जो बैंजनी लत्ता पहनतो और हर-रोज भौत ठाट से रहतो। \v 20 और हुँआँ लाजर नाओं को भी एक कंगाल आदमी रहै, जो घाव से ढको रहै, और सेठ आदमी की डेहरी मैं लायकै छोड़ दौ जातो \v 21 और बौ सेठ आदमी के मेज से गिरे जूठो से पेट भरन की आस मैं रहतो। और हिंयाँ तक कि बाके घाव कै कुत्ता चाटत रहैं। \p \v 22 एक दिन ऐसो भौ कंगाल आदमी मर जाथै और स्वर्गदूतन के जरिया स्वर्ग मैं अब्राहम के झोने लै जाओ जाथै। और एक दिन सेठ आदमी भी मर जाथै और बाकै गाड़ो गौ, \v 23 और बौ नरक मैं, खुदकै बौ भौत दर्द मैं पाथै, जब बौ ऊपर कै देखथै तौ लाजर कै अब्राहम के संग बैठो देखी। \v 24 तभई बौ चिल्लाए कै कहथै, ‘दऊवा अब्राहम! मेरे ऊपर दया कर, और लाजर कै मेरे झोने पनार दे, ताकी बौ अपनी उँगरिया के पोरा पानी मैं डुबो कै मेरी जीभ कै सांत करै, काहैकि मैं जो आगी मैं दर्द से मरो जाए रहो हौं!’ \p \v 25 लेकिन अब्राहम कहथै, ‘याद कर, मेरे लौड़ा, तोकै जिंदगी मैं जे सब अच्छी चीज मिल चुकी रहैं, और लाजर कै खराब। लेकिन अब बौ हिंयाँ सांति मैं है, और तैं दर्द मैं है। \v 26 जे सब बातन कै छोड़, हमरे बीच एक बड़ी गहरी खईया बनी है, ताकी जो लोग तुमरे झोने जानो चाँहे बे नाय जा सकैं, और न हूँना से जौ पार मेरे झोने आए सकथै।’ \v 27 तभई सेठ आदमी कहथै, ‘मैं तोसे नहोरे करथौं, दऊवा अब्राहम, मेरे दऊवा के घरै लाजर कै पनार दे, \v 28 हूँना मेरे पाँच भईय्या हैं। उनके अग्गु जे सब बात की चितौनी दैकै बाकै पनार दे, ताकी बे जौ दर्द भरी जघा मैं न आमै।’ \p \v 29 अब्राहम कहथै, ‘तेरे भईय्यन के झोने चितौनी देन ताहीं मूसा और भविस्यवक्ता के कानून हैं; तुमरे भईय्यन कै उनकी बात सुननो चाहिए कि बे का कहथैं।’ \v 30 तौ सेठ आदमी जबाब देथै, ‘जौ काफी नाय है, दऊवा अब्राहम! लेकिन अगर कोई मौत से उठकै उनके झोने जाबै, तौ बे अपने पापन से मन बदलथै।’ \v 31 अब्राहम कहथै, ‘जब बे मूसा और भविस्यवक्ता की बात नाय सुनंगे, तौ मौत से जिंदो होन की बात कैसे मानंगे।’” \c 17 \s पाप \r (मत्ती 18:6,7,21,22; मरकुस 9:42) \p \v 1 ईसु अपने चेलन से कही, “जो बातन से लोग पाप मैं पड़ जाथैं, बौ जरूरै होथैं, लेकिन जो उनकै करथै बाके ताहीं का भयानक है! ईसु अपने चेलन से कही: जिन बातन के कारड़ लोग ठोकर खाथैं, बे जरूरै आथैं, लेकिन जोके जरिया बे आथैं बाके ऊपर हाय। एक दिन ईसु अपने चेलन से कही, पाप के ताहीं परिक्छा हमेसा होत रहमंगी, लेकिन परिक्छा करन बारे कै का दुख होगो! \v 2 जो जे छोटेन मैं से कोई एक कै ठोकर खबाथै, बाके ताहीं जौ भलो होतो कि चक्की को हिस्सा बाके गले मैं लटकाओ जातो, और बाकै समुंदर मैं डार दौ जातो।” \p \v 3 तौ तुम का करैगे! “अगर तुमरो भईय्या पाप करथै, तौ बाकै झुकाए, और अगर बौ मन बदलथै तौ बाकै माफ कर दे। \v 4 अगर बौ दिन भर मैं सात बार तेरे खिलाप पाप करै, और हर बार तेरे झोने आयकै कहबै, ‘मैं मन बदल लौ हौं,’ तौ तू बाकै माफ कर दे।” \s बिस्वास \p \v 5 प्रेरित प्रभु से कहथैं, “हमरे बिस्वास कै बड़ा।” \p \v 6 तौ प्रभु जबाब देथै, “अगर तुम्हैं राया के गूदा के बराबर बिस्वास है, तौ तुम जौ सहतूत के पेंड़ से कहबौ, ‘कि जर से उखड़कै समुंदर मैं लग जाबै!’ तौ बौ तुमरी बात मान लेगो।” \s एक नौकर को काम \p \v 7 “मान लियो कि तुम मैं से एक झोने एक सेवक है जो खेत की जुताई या भेंड़न की देख-रेख करथै। जब बौ खेत से आथै, तौ का तुरंतै तुम बासे जौ कहथौ आबौ खानु खान कै बैठौ? \v 8 कतई नाय! जाके उल्टा, तुम जौ कहगे, ‘रात की सेवा के काम के ताहीं तैयारी करौ, और मेरे खान-पीन के पोती मेरो इंतजार करौ; जाके बाद तुम खाए सकथौ।’ \v 9 का सेवक आग्या कै मानन के ताहीं धन्यवाद को हकदार है? \v 10 तुमरे संग भी ऐसोई होतो, जब तुम बे सब कामन कै कर रहै हौ जोकी आग्या तुमकै दई गई रहै, तौ कहबौ, ‘हम निकम्मे सेवक हैं; कि जो हमैं करनो चाहिए रहै बौ करे हैं।’” \s ईसु दस आदमिन कै अच्छो करी \p \v 11 जब ईसु यरूसलेम के घाँईं जानो सुरू करी, तौ बौ सामरिया और गलील की सीमा के किनारे चले गौ। \v 12 और जब बौ हुँआँ के गाँव से निकरो जात रहै तौ बाको भेंटा दस कोहढ़ी आदमी से भइ। बे थोड़ी दूरी मैं ठाड़े रहैं \v 13 और हूँनै से चिल्लाईं, “ईसु! गुरुजी! हमरे ऊपर दया कर!” \p \v 14 ईसु उनकै देखकै उनसे कही, “जाबौ और पुजारी कै अपने आपकै दिखाबौ।” और बे नेंगत-नेंगत कोढ़ से सुद्ध होत चले गै। \v 15 तभई उनमैं से एक खुदकै देखी कि बौ अच्छो ही गौ है, तौ बौ ऊँची अबाज मैं परमेस्वर की बड़ाँईं करत भै लौटकै आओ। \v 16 और बौ ईसु के पाओं मैं घुपटियाय कै बाको धन्यवाद करी। और बौ एक सामरी आदमी रहै। \v 17 ईसु बासे कही, “दस आदमी जो सुद्ध भै रहैं; बाकी नौ कितै गै? \v 18 जौ परदेसी कै छोड़ और कोई नाय है जो परमेस्वर कै धन्यवाद और महिमा देन के ताहीं आओ है?” \v 19 और ईसु बासे कहथै, “उठ और जा; तोकै तेरो ही बिस्वास अच्छो करी है।” \s परमेस्वर को राज्य आयरौ है \r (मत्ती 24:23-28,37-41) \p \v 20 कुछ फरीसी ईसु से पूँछी कि परमेस्वर को राज्य कब आगो। तौ बाको जबाब रहै, “परमेस्वर को राज्य जौ हानी नाय आगो जैसो तुम देख रहे हौ। \v 21 जौ कोई नाय कहेगो, ‘देखौ, हिंयाँ है!’ या ‘हुँआँ है!’ काहैकि परमेस्वर को राज्य तुमरे बीच मैं है।” \p \v 22 फिर बौ चेलन से कही, “बौ समय आगो तभई तुम चाहगे कि इंसान के लौड़ा कै एक दिन देख सकैं, लेकिन तुम बाकै नाय देख पागे। \v 23 बेईं होंगे जो तुमसे कहंगे, ‘देखौ, हिंयाँ है! या हुँआँ है!’ लेकिन तुम उनके पच्छू मत जईयो।” \v 24 जैसे आसमान मैं बिजली चमकत है और एक छोर दुसरे छोर उजियारो होथै, बैसिये इंसान को लौड़ा अपने दिनन मैं दिखाई देगो। \v 25 लेकिन बाके ताहीं जौ जरूरी है, कि बौ भौत दुख उठागो, और जौ दिन के लोग बाकै ठुकरामंगे। \v 26 जैसो नूह के समय मैं भौ रहै, बैसोई इंसान के लौड़ा के दिनन मैं भी होगो। \v 27 जो दिन ले नूह जहाज मैं नाय चढ़ो, बौ दिन ले लोग खात-पीत रहैं, और उनमैं बिहा होत रहैं; तभई जल-प्रलय आयकै बे सबन कै नास कर दई। \v 28 और जैसो लूत के दिनन मैं भौ रहै, कि लोग खाते-पीते, खरीदते-बेंचते, काम करते और घर बनाते। \v 29 लेकिन जो दिन लूत सदोम देस से निकरो, बौ दिन आगी और गंधक आसमान से बरसी और सबकै नास कर दई। \v 30 इंसान के लौड़ा के आन के दिनन मैं ऐसेई होगो। \p \v 31 “बौ दिन जो कोई छत मैं होबै और बाको हानी घर के भीतर होबै, बौ बाकै लेन ताहीं तरे नाय उतरै, और बैसिये जो खेत मैं होमैं बे घरै ना लौटैं। \v 32 लूत की बईय्यर कै याद करौ! \v 33 जो कोई अपनी ज्यान बचानो चाहगो बौ बाकै खोबैगो; लेकिन जो कोई जिंदगी खोबैगो बौ बाकै बचागो। \v 34 मैं तुमसे कहथौं, बौ रात दुई लोग एक खटिया मैं सोत होंगे, एक कै लै लौ जागो, और दुसरे कै छोड़ दौ जागो। \v 35 दुई बईय्यर एक संग चक्की पीसत होंगी, एक कै उठाए लै जागी, और दुसरी कै हूँनै छोड़ दई जागी। \v 36 दुई आदमी खेत मैं होंगे एक कै उठाए लौ जागो और दुसरे कै छोड़ दौ जागो।” \p \v 37 जौ सुनकै चेला बासे पूँछी, “कितै, प्रभु?” ईसु उनकै जबाब दई, “जितै सरीर होगी, हूँनै गिद्धा जुरांगे।” \c 18 \s बिधवा बईय्यर और न्याई \p \v 1 तौ ईसु अपने चेलन कै जौ सिखान के ताहीं एक कहानी बताई कि उनकै हमेसा प्रार्थना करनो चाहिए और कहु निरास ना होनो चाहिए। \v 2 “कोई सहर मैं एक न्याई रहत रहै बौ ना परमेस्वर से डरात रहै, और नाय कोई आदमिन को आदर करतो। \v 3 और कोई सहर मैं एक बिधवा बईय्यर भी रहत रहै, जो बाके झोने आयकै कहती मेरो न्याय करकै, ‘मोए दलालन से बचा!’ \v 4 कुछ समय ले तौ बौ नाय मानो लेकिन आखरी मैं मन मैं सोच बिचार करकै कही, ‘ना मैं तौ परमेस्वर से डराथौं और ना लोगन को आदर करथौं, \v 5 फिर भी जौ बईय्यर मोए सतात रहथै, तभई मैं जाको न्याय करंगो, कहीं ऐसो नाय होबै कि घड़ी-घड़ी आयकै मोए परेसान कर देबै!’” \p \v 6 तौ प्रभु कही, “सुनौ बौ अधर्मी न्याई का कही। \v 7 का परमेस्वर अपने चुने भै को न्याय करैगो, जो दिन-रात गिड़-गिड़ात रहथैं, और का बौ उनके बारे मैं देर करैगो? \v 8 मैं तुमसे कहथौं, बौ तुरंतै उनको न्याय करैगो। लेकिन इंसान को लौड़ा जब आगो तौ का बौ धरती मैं बिस्वास पाएगो?” \s फरीसी और कर लेन बारे की कहानी \p \v 9 और बौ उनसे जो अपने ऊपर भरोसा रखत रहैं, कि हम धर्मी हैं, और दुसरेन कै तुच्छ जानत रहैं, जौ कहानी कही: \v 10 एक बार “दुई आदमी मंदिर मैं प्रार्थना करन कै गै, एक फरीसी रहै और दुसरो लगान लेन बारो। \p \v 11 फरीसी अपने आप से अलग ठाड़गौ और प्रार्थना करी, ‘मैं तोए धन्यवाद देथौं, परमेस्वर, कि मैं लालची, अधर्मी या व्यभिचारी नाय हौं, जैसो कि सबै कोई करी है। मैं तोए धन्यवाद देथौं कि मैं हूँना बौ लगान लेन बारे के तराहनी नाय हौं। \v 12 मैं सप्ताह मैं दुई बार बर्त रखथौं, और मैं अपनी कमाई को दसमों भाग भी देथौं।’ \v 13 लेकिन लगान लेन बारो दूरै से ठाड़कै, स्वर्ग के घाँईं अपनी सकल भी नाय करी, बल्किन अपनी छाती पीट-पीटकै कहथै, ‘परमेस्वर मैं तौ पापी हौं मेरे ऊपर दया कर!’” \v 14 ईसु कही, मैं तुमसे कहथौं, “कर लेन बारो आदमी ना कि फरीसी परमेस्वर के हिंयाँ जागो। काहैकि जो कोई खुदकै बड़ो बनागो बौ छोटो करो जागो, और जो खुदकै छोटो बनागो बौ बड़ो करो जागो।” \s ईसु एक छोटे बालका कै आसीस देथै \r (मत्ती 19:13-15; मरकुस 10:13-16) \p \v 15 तौ लोग अपने बालकन कै ईसु के झोने लान लगे कि बौ उनके ऊपर हात धरै। तौ चेला उन्हैं देखकै झुकाईं, \v 16 लेकिन ईसु बालकन कै झोने मस्काए कै कहथै, “बालकन कै मेरे झोने आन दियौ, और उन्हैं मना मत करौ, काहैकि परमेस्वर को राज्य ऐसियन को है। \v 17 मैं तुमसे सच्ची मैं कहथौं, कोई भी परमेस्वर को राज्य जे बालकन के हानी नाय अपनागो बौ स्वर्ग के राज्य मैं कहुए घुस नाय पागो।” \s एक सेठ आदमी \r (मत्ती 19:16-30; मरकुस 10:17-31) \p \v 18 एक यहूदिन को अधिकारी ईसु से पूँछथै, “अच्छो गुरुजी, अनंत जिंदगी पान के ताहीं मैं का करौं?” \p \v 19 ईसु बासे कहथै, “तू मोए अच्छो काहे कहथै? कोई अच्छो नाय है, परमेस्वर के अलावा। \v 20 तू कानून और आग्या कै तौ जानतै है, ‘व्यभिचार मत करीये; हत्या मत करीये, चोरी मत करीये, और अपने अईय्या-बाबा को आदर करीये।’” \p \v 21 बौ आदमी जबाब दई, “मैं तौ जे सब आग्या छोटे से मानत आओ हौं।” \p \v 22 जौ सुनकै ईसु, बासे कहथै, तेरे भीतर अभै भी एक कमी की बात है, “तू अपनो सबै कुछ बेंच कै गरीबन मैं बाँट दे, और तोए स्वर्ग मैं धन मिल जागो, और आयकै मेरे पच्छू हुई ले।” \v 23 लेकिन जौ सुनकै बौ आदमी को मन दुखी हुई गौ, काहैकि बौ आदमी भौत सेठ रहै। \p \v 24 ईसु बाकै दुखी देखकै कही, “सेठ और पैसा बारे आदमी को परमेस्वर के राज्य मैं जानो कठिन है! \v 25 एक ऊँट को सुईं के भार मैं से निकर जानो सहज है लेकिन एक सेठ आदमी को परमेस्वर के राज्य मैं जानो भौत कठिन है।” \p \v 26 उनकै सुनन बारे लोग बासे पूँछथैं, “तौ फिर कौनकै बचाओ जाए सकथै?” \p \v 27 जो चीज इंसान से नाय हुई सकथै बौ चीज परमेस्वर से हुई सकथै। \p \v 28 तभई पतरस कहथै, “देख! हम तौ घर-बार छोड़कै तेरे पच्छू हुई लै हैं।” \p \v 29 ईसु उनसे कहथै, “हाँ, और मैं तुमसे सच्ची कहथौं, कि जो परमेस्वर के राज्य के ताहीं घर-बार, बईय्यर और अईय्या-दऊवा, भईय्या और बालकन कै परमेस्वर के राज्य के ताहीं छोड़ी हैं, \v 30 बौ जहे समय मैं कई गुना आसीस पागो, और आनबारे समय के युग मैं अनंत जिंदगी।” \s ईसु अपनी मौत के बारे मैं बताथै \r (मत्ती 20:17-19; मरकुस 10:32-34) \p \v 31 ईसु बारह चेलन कै बाजू मैं लै जाएकै कही, “सुनौ! आपन यरूसलेम कै जांगे, और जित्ती बात इंसान के लौड़ा के ताहीं भविस्यवक्ता के जरिया लिखी गईं हैं बे सबै सच्ची होंगी। \v 32 बाकै गैर यहूदि कै सौंप दौ जागो, जो बाको मजाक उड़ांगे, बाकी बेजती करंगे और बाके ऊपर थूकंगे। \v 33 बे बाकै कोड़ा मारंगे और बाकै मार डारंगे, लेकिन बौ तीन दिन बाद जिंदो हुई जागो।” \p \v 34 लेकिन चेला जे बातन मैं से कछु नाय समझीं; सब्दन को मतलब उनसे लुको पड़ो रहै, और बे ना जानत रहैं कि ईसु काके बारे मैं बात करत रहै। \s ईसु एक अंधरा भिकमंगा कै अच्छो करी \r (मत्ती 20:29-34; मरकुस 10:46-52) \p \v 35 जब ईसु यरीहो के झोने आए चुको रहै, तौ हुँआँ एक अंधरा आदमी रस्ता मैं बैठकै भीख मांगत रहै। \v 36 जब बौ झोने से छिरत भइ भीड़ कै सुनी, तौ बौ पूँछी, “जौ का ही रौ है?” \p \v 37 बे बाकै बताईं, “नासरत को ईसु झोने से छिर रौ है।” \p \v 38 बौ पुकारी, “ईसु! दाऊद को लौड़ा! मेरे ऊपर दया कर!” \p \v 39 अग्गु के लोग बाकै झुकाईं और सांत होन के ताहीं कहीं। लेकिन बौ औरौ जोड़न से चिल्लाई, “दाऊद को लौड़ा! मेरे ऊपर दया कर!” \p \v 40 इसलै ईसु रुक गौ और बौ अंधरा आदमी कै अपने झोने लान को हुकम दई। जब बौ झोने आओ, तौ ईसु बासे पूँछी, \v 41 तैं मोसे का चाहथै, “मैं तेरे ताहीं का कर सकथौ?” बौ जबाब दई, “प्रभु, मैं फिर से देखनो चाहथौं।” \p \v 42 ईसु बासे कही, “तौ देखन लग! तेरो बिस्वास तोकै अच्छो करी है।” \p \v 43 बौ तुरंतै देखन लागो, और ईसु को अनुसरँड़ करी, और परमेस्वर कै धन्यवाद दई। जब भीड़ जाकै देखी, तौ बेऊँ सब परमेस्वर कि बड़ाँईं करीं। \c 19 \s ईसु और जक्कई \p \v 1 ईसु यरीहो मैं घुसो और हुँआँ से छिरत रहै। \v 2 हुँआँ एक मुख्य लगान को अधिकारी रहै, जोको नाओं जक्कई रहै, और बौ सेठ रहै। \v 3 बौ जौ देखन कि कोसिस करत रहै कि ईसु कौन है, लेकिन बौ एक गंठो आदमी रहै और भीड़ कि बजह से ईसु कै नाय देख सकत रहै। \v 4 इसलै बौ ईसु कै देखन के ताहीं अग्गु दौड़कै एक गूलर के पेंड़ मैं चढ़गौ, काहैकि ईसु बहे रस्ता से जान बारो रहै। \v 5 जब ईसु बौ जघा पौहोंचो, तौ ऊपर नजर करकै जक्कई से कही, “जल्दी उतर जक्कई, काहैकि मोकै आज तेरे घर मैं रहने होगो।” \p \v 6 जक्कई तुरंत उतरो और बाको बड़ा खुसी से स्वागत करी। \v 7 जाकै देखन बारे सब जनी बड़बड़ात भइ कहेन लागे, “जौ आदमी पापी के घरै हितुआ बनकै गौ है!” \p \v 8 जक्कई ठाड़कै प्रभु से कही, “सुन, गुरुजी! मैं अपनी आधी सम्पत्ति कंगालन कै दै दुंगो, और अगर मैं कोई कै धोका दैकै कछु लौ हौं, तौ बाकै चौगुना जाधे दुंगो।” \p \v 9 ईसु बासे कही, “आज जौ घर मैं उद्धार आओ है, इसलै कि जहो भी अब्राहम को लौड़ा है। \v 10 काहैकि इंसान को लौड़ा खोए भैन कै ढूँड़न और उनकै बचान के ताहीं आओ रहै।” \s सोने के सिक्कन कि कहानी\f + \fr 19:11 \fr*\ft दृस्टान्त\ft*\f* \r (मत्ती 25:14-30) \p \v 11 जब लोग जौ सुनत रहैं, ईसु जारी रखी और उनकै एक कहानी बताई। बौ अब लमसम यरूसलेम मैं रहै, और बे मानत रहैं कि परमेस्वर को राज्य बस अब दिखन बारो है। \v 12 तौ ईसु कही, “एक समय एक बड़े पद को आदमी दूर देस कै चलो ताकी राजा बनकै राज्य करन लौट आबै। \v 13 बाके जान से पहले, बौ अपने सेवकन कै बुलाई और उनकै एक-एक सोने को सिक्का दई और उनसे कही, ‘देखथैं, मेरे जान के बाद तुम जासे का कमाए सकथौ।’ \v 14 अब बाके अपने लोग बासे नफरत करत रहैं, और बाके पच्छू खबरेया के जरिये कहकै भेजीं, ‘कि हम नाय चाहथैं, कि जौ आदमी हमरो राजा बनै।’” \p \v 15 “जब बौ आदमी बापस राजा को राज्य पद लैकै आओ। तौ एक बार बौ अपने सेवकन कै बाके सामने हाजिर होन को हुकम दई, ताकी जौ पता लगाओ जा सकै कि बे कितनो कमाई रहैं। \v 16 पहलो बारो आयकै कही, ‘प्रभु, तैं जो मोकै दौ रहै, बाके संग मैं दस सोने के सिक्का कमाओ हौं।’ \v 17 बौ कही, ‘भौत बढ़िया, तैं एक अच्छो सेवक है! काहैकि तैं छोटे-मोटे मामलेन मैं बफादार और भरोसेमंद रहै, इसलै मैं तोकै दस सहरन के अधिकार को वारिस बनांगो।’ \v 18 दुसरो नौकर आओ और बोली, ‘प्रभु, तैं जो मोकै दौ रहै, बाके संग मैं पाँच सोने के सिक्का कमाओ हौं।’ \v 19 जाके ताहीं बौ कही, ‘तैं पाँच सहरन को अधिकारी होगो।’ \v 20 तीसरो नौकर आयकै कही, ‘प्रभु, हिंयाँ तेरो सोने को सिक्का है; मैं बाकै एक रुमाल मैं लुकाएकै रखो रहौं। \v 21 काहैकि मैं तोसे डरात रहौं, तैं एक कठोर इंसान है। तैं बौ लै लेथै जो तेरो ना है और जो तैं ना बोथै बाकै काटथै।’ \v 22 बाको मालिक जबाब दई, ‘हे दुस्ट सेवक, मैं तेरिये बचनन से तेरो न्याय करंगो! तैं जानत रहै कि मैं एक सक्त आदमी हौं, जो मेरो ना है बाकै लै लेथौं और जोमैं ना बोथौं बाकै काट लेथौं। \v 23 अच्छेया, फिर, तैं मेरे पैसा बैंक मैं काहेकै ना डारो? जब मैं लौटतो तौ मोकै ब्याज समेत बापस मिल जातो।’ \v 24 फिर बौ बे लोगन से कही जो हुँआँ ठाड़े रहैं, ‘सोने को सिक्का बासे लै लेबौ, और बौ नौकर कै दै दियौ जोके पास दस सोने के सिक्का हैं।’ \v 25 लेकिन बे बासे कहीं, ‘प्रभु, बाके पास पहलेई से दस सिक्का हैं!’ \v 26 ‘मैं तुमकै बताथौं,’ बौ जबाब दई, ‘बे सबन के ताहीं जिनके पास कछु है, उनकै औरौ अगरो दौ जागो; लेकिन जिनके पास कछुए ना है, हिंयाँ ले कि उनके पास जो कछु भी होगो, बहो उनसे छीन लौ जागो। \v 27 अब, मेरे बे बैरी के ताहीं जो ना चहात रहैं कि मैं उनको राजा बनौ, उनकै हिंयाँ लाबौ और मेरे सामने मार देबौ!’” \s ईसु यरूसलेम मैं राजा के रूप मैं आथै \r (मत्ती 21:1-11; मरकुस 11:1-11; यूहन्ना 12:12-19) \p \v 28 ईसु के जौ सब कहेन के बाद, बौ उनके अग्गु-अग्गु यरूसलेम कै गौ। \v 29 जब बौ जैतून नाओं कै पहाड़ मैं बैतफगे और बैतनिय्याह के झोने पौहोंचो, तौ बौ अपने चेलन मैं से दुई कै जौ कहकै पनारी \v 30 “सामने के गाँव मैं जाबौ, जैसेई तुम अंदर जाबैगे, तुम एक गधईया को बच्चा जोके ऊपर कोई कहु सवार ना भौ, भँदो भौ तुमकै मिलैगो, बाकै खोलकै लै आबौ। \v 31 अगर कोई तुमसे पूँछै कि तुम जाकै काहे खोल रै हौ, तौ बासे कहियो कि प्रभु कै जाकी जरूरत है।” \p \v 32 बे अपने रस्ता मैं चले गै और सब कछु बैसो पाईं जैसो ईसु उनकै बताई रहै। \v 33 जैसो कि बे गधा के बच्चा कै खोलत रहैं, तौ बाको प्रभु उनसे कही, “तुम जाकै काहेकै खोल रै हौ?” \p \v 34 बे जबाब दईं, “प्रभु कै जाकी जरूरत है,” \v 35 बे गधा के बच्चा कै ईसु के झोने लैगै और अपने लत्ता बौ बच्चा के ऊपर डारकै ईसु कै बाके ऊपर चढ़न मैं मदत करीं। \v 36 जब बौ अग्गु बढ़ो, तौ लोग अपने लत्ता सड़क मैं बिछात जात रहैं।\fig यरूसलेम मैं ईसु को जीत कै आनो|alt="Jesus’ Triumphant entry to Jerusalem" src="lb00315c.tif" size="span" copy="Horace Knowles ©" ref="19:36"\fig* \p \v 37 जब बे यरूसलेम के झोने आए चुके, तौ जो जघा मैं सड़क जैतून पहाड़ के तरे चली गई रहै, जब बे हुँआँ पहुँचे, तौ चेलन कि बड़ा बड़ी भीड़ परमेस्वर को धन्यवाद करन लग्गै और बे सब महान सामर्थी काम के ताहीं जोड़न से स्तुति करीं, जो बे देखी रहैं: \v 38 “परमेस्वर बौ राजा कै आसीस देबै जो प्रभु के नाओं से आथै! स्वर्ग मैं सांति और परमेस्वर कि महिमा होबै!” \p \v 39 तौ भीड़ मैं से कुछ फरीसी ईसु से बात करीं। बे कहीं, “गुरुजी, अपने चेलन कै झुकाए, कि बे सांत रहमैं!” \p \v 40 ईसु जबाब दई, “मैं तुमसे कहथौं कि अगर बे चुप हुईगै, तौ पथरा खुदै चिल्लान लगंगे।” \s ईसु यरूसलेम के ताहीं रोथै \p \v 41 ईसु सहर के झोने आओ, और जब बौ देखी, तौ बौ बाके ऊपर रोए पड़ो, \v 42 जौ कहत भै, “अगर तुम सिरफ आजै जानते कि सांति के ताहीं का जरूरी है! लेकिन अब तुम जाकै नाय देख सकथौ! \v 43 समय आगो जब तुमरे बैरी तुमकै घेर लेंगे, तुमरो नाकाबंदी करंगे, और सब घाँईं से तुम बंद हुई जागे। \v 44 बे तुमकै और तुमरी दिवारन के भीतर के लोगन कै पूरी तरहन से खतम कर देंगे; एकौ पथरा ना होंगे जो बे अपनी जघा मैं छोड़ंगे, काहैकि तुम बौ समय कै नाय पहचान पाए जब परमेस्वर तुमकै बचान कै आओ रहै!” \s ईसु मंदिर जाथै \r (मत्ती 21:12-17; मरकुस 11:15-19; यूहन्ना 2:13-22) \p \v 45 तौ ईसु मंदिर मैं गौ और ब्यापारियन कै भजान लगो, \v 46 उनसे कहरौ है, “जौ सास्त्र मैं लिखो है कि परमेस्वर कही है, ‘मेरो मंदिर परमेस्वर के घर प्रार्थना को घर होगो।’ लेकिन तुम जाकै चुट्टन के ठिकाना मैं बदल दै हौ!” \p \v 47 हर दिन ईसु मंदिर मैं सिक्छा देत रहै। बड़ो पुजारी, यहूदि नियम के सिक्छक और लोगन के नेता बाकै मारनो चहात रहैं, \v 48 लेकिन उनकै ऐसो करन को कोई तरीका ना मिलो, काहैकि सब जनी बाकै सुने करत रहैं, और कोई भी बाकी बात कै छोड़नो ना चहात रहैं। \c 20 \s ईसु के अधिकार के बारे मैं सवाल \r (मत्ती 21:23-27; मरकुस 11:27-33) \p \v 1 एक दिन जब ईसु मंदिर मैं लोगन कै सिखात रहै और सुसमाचार सुनात रहै, तौ बड़ो पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक, बड़े-बूढ़ेन के संग, आयकै ठाड़गै \v 2 और बासे कहीं, “हमकै जौ बता, तोकै जे सब करन को का अधिकार है? तोकै जो अधिकार कौन दौ है?” \p \v 3 ईसु उनकै जबाब दई, “अब महुँ कै एक सवाल पूँछने है। मोकै बताबौ, \v 4 का यूहन्ना कै बपतिस्मा देन को अधिकार स्वर्ग से रहै या इंसानन से रहै?” \p \v 5 बे आपस मैं बहस करन लगे, “हम का कहंगे? अगर हम कहथैं, ‘कि स्वर्ग के घाँईं से,’ तौ बौ कहेगो, ‘तौ तुम यूहन्ना के ऊपर बिस्वास काहेकै ना करे?’ \v 6 लेकिन अगर हम कहंगे, ‘इंसानन से,’ तौ हिंयाँ पूरी भीड़ हमकै पथरा मारेगी, काहैकि उनकै भरोसा है कि यूहन्ना एक भविस्यवक्ता रहै।” \v 7 तौ बे जबाब दई, “हम ना जानथैं कि बौ कहाँ से आओ है।” \p \v 8 और ईसु उनसे कही, “तौ मैं भी तुमकै ना बतांगो कि मैं जे काम कौन से अधिकार से करथौं।” \s अंगूर की बारी मैं किसानन कि कहानी \r (मत्ती 21:33-46; मरकुस 12:1-12) \p \v 9 तौ ईसु लोगन कै जौ कहानी बताई: “एक बार एक आदमी रहै जो अंगूर की बारी लगाई रहै, और किसानन कै दै दई, और फिर लंबे समय तक घर छोड़ दई। \v 10 जब दाखन कै इखट्टो करन को समय आओ, तौ बौ किसानन के झोने एक सेवक कै पनारी, कि बे अंगूर की बारी मैं से मेरो थोड़ी हिस्सा देमैं, लेकिन किसान बाकै पीटीं और बाकै खाली हात बापस पनार दई। \v 11 इसलै बौ एक और सेवक कै पनारी; लेकिन किसान बहो कै पीटीं, बाके संग सर्मनाक व्यवहार करीं, और बाकै खाली हात बापस पनार दईं। \v 12 फिर बौ तीसरे नौकर कै पनारी; किसान बहो कै घायल कर दईं, और बाकै बाहर फेंक दईं। \v 13 तौ अंगूर की बारी को प्रभु कहीं, ‘मैं का करौं? मैं अपने प्रिय लौड़ा कै भेजंगो; बे पक्का बाको आदर करंगे!’ \v 14 लेकिन जब किसान बाकै देखीं, तौ बे एक दूसरे से कहीं, ‘जौ मालिक को लौड़ा है। चलौ बाकै मार डारैं, और बाकी जायदाद हमारी हुई जागी!’” \p \v 15 इसलै बे बाकै अंगूर की बारी से बाहर निकारकै मारडारीं। फिर ईसु पूँछी, “अंगूर की बारी को प्रभु बे किसानन के संग का करैगो?” \v 16 “बौ आयकै बे लोगन कै मार देगो, और अंगूर की बारी कै दुसरे किसानन कै सौंप देगो।” जब लोग जौ सुनीं, तौ बे कहीं, “सच मैं नाय!” \p \v 17 ईसु उनके घाँईं देखी और पूँछी, “का, तौ, जौ सास्त्र को मतलब है? \q1 ‘जो पथरा कै राजमिस्त्री ठुकराई रहैं \q2 बहे सबन के ताहीं सबसे जरूरी निकरो।’ \m \v 18 जो कोई बौ पथरा मैं गिरैगो बौ चकनाचूर हुई जागो; और अगर बौ पथरा कोई के ऊपर गिरैगो, तौ बौ बाकै धूदर मैं कुचल देगो।” \s लगान देन मैं सवाल \r (मत्ती 22:15-22; मरकुस 12:13-17) \p \v 19 यहूदि नियम के सिक्छक और बड़ो पुजारी ईसु कै मौका मैं गिरफ्तार करन कि कोसिस करीं, काहैकि बे जानत रहैं कि बौ उनके खिलाप जौ कहानी बताई है; लेकिन बे लोगन से डरात रहैं। \v 20 इसलै बे मौका कि तलास करीं। बे कुछ लोगन कै धर्मी, इमानदार बनन को दिखावा करन के ताहीं रिस्वत दईं, और बे उनकै ईसु कै सवालन के संग फसान के ताहीं पनारीं, ताकी बे बाकै रोमन सासक के अधिकार से और सक्ति कै सौंप सकैं। \v 21 जे जासूस ईसु से कहीं, “गुरुजी, हम जानथैं कि तैं जो कहथै और सिखाथै बौ ठीक है। हम जानथैं कि तैं कोई कि हालत मैं ध्यान ना देथै, लेकिन लोगन के परमेस्वर कि इच्छा के बारे मैं सच्चाई से सिखाथै। \v 22 हमकै बता, का हमकै रोमन सम्राट कैसर कै लगान देनो नियम के हिसाब से बाके खिलाप है, या नाय?” \p \v 23 लेकिन ईसु उनकी चाल कै देखी और उनसे कही, \v 24 “मोकै एक चाँदी को सिक्का दिखाबौ। जामैं कौन को छाप और नाओं है?” बे जबाब दई, “सम्राट कैसर को।” \p \v 25 तौ ईसु कही, “ठीक है, सम्राट कैसर को भुगतान करैं जो सम्राट कैसर को है, और परमेस्वर को भुगतान करैं जो परमेस्वर को है।” \p \v 26 हुँआँ बे लोगन के सामने बौ बात कै पकड़ ना पाईं, इसलै बाके जबाब से अचम्मे हुईकै चुप रहगै। \s मौत से उठन के बारे मैं सवाल \r (मत्ती 22:23-33; मरकुस 12:18-27) \p \v 27 फिर कुछ सदूकी, जो कहथैं, कि लोग मरकै नाय जी उठंगे, ईसु के झोने आयकै कहीं, \v 28 “गुरुजी, मूसा हमरे ताहीं जौ कानून लिखी है, ‘अगर कोई आदमी मर जाबै और अपनी बईय्यर कै छोड़ जाबै, लेकिन बाकी कोई औलाद ना होबै, तौ आदमी के भईय्या कै बौ बिधवा के संग बिहा कर लेनो चाहिए ताकी उनके बालका हुई सकैं जिनकै मरे भै आदमी के बालका मानो जागो।’ \v 29 एक बार सात ददा-भईय्या रहैं; सबसे बड़े को बिहा हुई गौ और बिना बालका भै बाकी मौत हुई गई। \v 30 फिर दुसरो बौ बईय्यर से बिहा करी, \v 31 और फिर तीसरो। सबै सात ददा-भईय्यन के संग एकै बात भइ, बे बालका पैदा करे बिना मर गै। \v 32 आखिरकार, बौ बईय्यर कि मौत हुई गई। \v 33 अब, जो रोज मरे भै जिंदे जी उठंगे, तौ बौ कौन कि बईय्यर होगी, काहैकि बे सातौ बाके संग बिहा करी रहैं।” \p \v 34 ईसु उनकै जबाब दई, “जौ युग मैं आदमी और बईंय्यरैं बिहा करथैं, \v 35 लेकिन बे आदमी और बईंय्यरैं जो मौत से जिंदे जी उठन और आनबारी जग के युग मैं जीन के काबिल हैं फिर उनमैं बिहा ना होगो। \v 36 बे स्वर्गदूतन के हानी होंगे और मर नाय सकथैं। बे परमेस्वर के बालका है, काहैकि बे मौत से जी उठे हैं। \v 37 और मूसा साफ तरीका से साबित करथै कि मरे भैन कै जी उठन ताहीं उठाओ जाथै। जलत भइ झाड़ी के बारे मैं रहामैं बौ प्रभु कै ‘अब्राहम को परमेस्वर, इसहाक को परमेस्वर, और याकूब को परमेस्वर कहथै।’ \v 38 बौ जिंदो परमेस्वर है, मरे भै को नाय, काहैकि बाके ताहीं सब जिंदे हैं।” \p \v 39 तौ जौ सुनकै कुछ यहूदि नियम के सिक्छक कहीं, “गुरुजी, तैं अच्छो जबाब दौ!” \v 40 और उनकै बासे फिर कछु और पूँछन कि हिम्मत न भइ। \s मसीहा के बारे मैं सबाल \r (मत्ती 22:41-46; मरकुस 12:35-37) \p \v 41 ईसु उनसे पूँछी, “जौ कैसे कहो जाए सकथै कि मसीह दाऊद को बंसज होगो? \v 42 काहैकि दाऊद खुद भजन संहिता कि किताब मैं कहथै, \q1 ‘प्रभु मेरे प्रभु से कही: \q2 मेरे झोने दाँए घाँईं बैठ \q2 \v 43 जब तक मैं तेरे बैरियन कै तेरे पाँव के तरे कि चौकी न कर देयौं।’ \m \v 44 दाऊद तौ बाकै ‘प्रभु’ कहथै; तौ फिर, मसीहा दाऊद को बंसज कैसे हुई सकथै?” \s ईसु नियम के सिक्छन के चितौनी दई है \r (मत्ती 23:1-36; मरकुस 12:38-40) \p \v 45 जैसो कि सब जनी ईसु की बात सुनत रहैं, तभई बौ अपने चेलन से कही, \v 46 “यहूदि नियम के सिक्छकन से सावधान रहबौ, जिनकै लम्बे-लम्बे चोंगा पहने भै फिरनो अच्छो लगथै, और जिनकै बजार मैं सम्मान के संग नमस्ते, और सभाघरन मैं अच्छी जघा और हटकना मैं अच्छी से अच्छी जघा प्रिय लगथै; \v 47 जो बिधवन को फायदा उठाथैं और उनके घरन कै लूटथैं, फिर दिखान के ताहीं बड़ा देर ले प्रार्थना करथैं! उनको न्याय भौत खराब होगो!” \c 21 \s बिधवा को दान \r (मरकुस 12:41-44) \p \v 1 फिर ईसु नजर उठाएकै देखी और सेठन कै अपनो-अपनो दान मंदिर के दान पेटी मैं डारत भइ देखी, \v 2 और बौ एक गजब गरीब बिधवा कै भी दुई ताँबे के छोटे सिक्का कै डारत भै देखी। \v 3 तौ बौ कही, “मैं तुमकै सच बताथौं कि जौ गरीब बिधवा सबन से अगरो डारी है। \v 4 काहैकि बे दूसरे सब अपनी-अपनी सम्पत्ति मैं से दान मैं कुछ डारी हैं, लेकिन बौ गरीब है, और बौ सब कछु दै दई जोसे बाकै रहने रहै।” \s ईसु मंदिर के बिनास कि बात करथै \r (मत्ती 24:1-2; मरकुस 13:1-2) \p \v 5 एकाद चेला मंदिर के बारे मैं बात करत रहैं, कि बौ सुगड़ पथरन और परमेस्वर कै चढ़ाय गै दान से कितनो सुगड़ लग रौ है। लेकिन ईसु उनकै कही, \v 6 “जौ सब जो तुम देखरै हौ, बौ समय आगो जब हिंयाँ एकौ पथरा अपनी जघा मैं ना छोड़ो जागो; हर एक कै नीचे फेंक दौ जागो।” \s मुसीबत और अत्याचार \r (मत्ती 24:3-14; मरकुस 13:3-13) \p \v 7 बे पूँछीं, “गुरुजी, जौ कब होगो? जे बातैं जब होन बारी होंगी, और जब जे बातैं पूरी होमंगी तौ बौ समय को का चिन्ह होगो?” \p \v 8 ईसु कही, “पहरा मैं रहबौ; धोका मत खाबौ। भौत से मेरे नाओं से आयकै कहंगे, ‘कि मैं बहे हौं!’ और जहो भी, ‘कि समय झोने आए चुको है!’ लेकिन तुम उनके पच्छू मत जईयो। \v 9 जब तुम लड़ाई और क्रांति के बारे मैं सुनथौ तौ डराबौ मत; ऐसी चीजैं होनो जरूरी है, लेकिन उनको मतलब जौ ना है कि अंत झोने है।” \p \v 10 तौ बौ कही, “देस आपस मैं लड़ंगे; राज्य एक दुसरे के ऊपर हमला करंगे। \v 11 हर जघा भयानक भूकंप, आकाल और आफत आमंगी; आसमान से बड़े-बड़े चिन्ह दिखाई देंगे। \v 12 जे सब बातन से पहले बे मेरे नाओं के बजह से तुमकै पकड़ंगे, और सतांगे, तुम सभाघरन मैं परखे जान के ताहीं सौंपे जागे; तुमकै कैदखाना मैं डार देंगे; और तुमकै मेरी बजह से राजाओं और सासकन के सामने लाओ जागो। \v 13 पर जौ तुमरे ताहीं सुसमाचार की गभाई देन को मौका होगो। \v 14 पहलेई से अपने मन मैं चिंता मत करियो कि तुम कैसे करकै अपनी रक्छा करैगे, \v 15 काहैकि मैं तुमकै ऐसो बोल और बुद्धि दुंगो, कि तुमरो कोई भी दुस्मन तुमरे कहे को खंडन या बिरोध नाय कर पागो। \v 16 तुमरे अईय्या-दऊवा, भईय्या, हितुआ और तुमरे दोस्तन के जरिया तुमकै सौंप दौ जागो; और तुम्मैं से कितने कै मौत के घाट उतार दौ जागो। \v 17 मेरे नाओं की बजह से तुमकै भौत नफरत मिलैगी। \v 18 लेकिन तुमरी मुड़िया से एक बार भी बाँका ना होगो। \v 19 धीरज धरौ, और तुम अपने आपकै बचाए लेगे। \s ईसु यरूसलेम के नास के बारे मैं बात करथै \r (मत्ती 24:15-21; मरकुस 13:14-19) \p \v 20 जब तुम यरूसलेम कै सेना से घिरो भौ देखौ, तौ तुम जान लियो कि बौ जल्दिये उजड़ जागो। \v 21 फिरौंकी जो लोग यहूदिया मैं हैं उनकै पहाड़ियन के घाँईं भाजनो चाहिए; जो लोग सहर मैं हैं उनकै छोड़ने होगो, और जो लोग देस से बाहर हैं उनकै सहर मैं ना जानो चाहिए। \v 22 काहैकि बे ‘न्याय के दिन’ होंगे, जो पवित्र सास्त्र मैं कही गई बातन कै सच करन के ताहीं होंगे। \v 23 बे बईंय्यरन के ताहीं जो पेट से होंगी और छोटे बालकन कि अईय्या होंगी उनके ताहीं कितनो भयानक होगो! जौ धरती मैं भयानक आफत आगी, और परमेस्वर कि सजा जे लोगन के ऊपर पड़ैगी। \v 24 कुछन कै तलवार से मार दौ जागो, और दुसरेन कै सबै देसन मैं कैदियन के हानी लैजाओ जागो; और जब तक गैर यहूदि को समय पूरो ना होगो तौले बे यरूसलेम के ऊपर रहंगे। \s इंसान को लौड़ा \r (मत्ती 24:29-31; मरकुस 13:24-27) \p \v 25 सूरज, चंद्रमा और तारेन मैं चिन्ह दिखाई देंगे। धरती और पूरे देस निरासा मैं होंगे, समुंदर कि गरजन और ऊँची लहरन से डरांगे। \v 26 लोग डर के मारे बेहोस हुई जांगे काहैकि बे असियाय रै हैं कि पूरी दुनिया मैं का ही रौ है, काहैकि आसमान मैं रहन बारी सामर्थी काम की सक्ति हिलाई जांगी। \v 27 तौ बे इंसान के लौड़ा कै सामर्थ्य और महिमा के संग बादर मैं आत भइ देखंगे। \v 28 जब जे चीज होन लगैं, तौ ठाड़कै अपनी मुड़िया कै ऊपर उठईयो, काहैकि तुमरो उद्धार और छुटकारा झोने होगो।” \s अंजीर के पेंड़ को पाठ \r (मत्ती 24:32-35; मरकुस 13:28-31) \p \v 29 तौ ईसु उनकै जो कहानी बताई: “अंजीर के पेंड़ और दूसरे सबै पेंड़न के बारे मैं सोचौ। \v 30 जब तुम देखथौ कि उनके पत्ता दिखाई देन लगे हैं, तौ तुम जान जाथौ कि गर्मी झोने आए चुकी है। \v 31 बैसिये, जब तुम जे चीजन कै होत भइ देखैगे, तौ तुम जान जागे कि परमेस्वर को राज्य आनबारो है।” \p \v 32 “मैं तुमसे सच्ची मैं कहथौं कि जे सब चीजैं लोगन के सामने होंगी, जहाँ अभै सब जिंदे हैं। \v 33 स्वर्ग और पृथ्वी टल जागी, लेकिन मेरी बात कहु ना टलैगी।” \s चहाचीते रहबौ \p \v 34 “तुम चहाचीते रहबौ! अपने आपकै भौत जाधा दावत और पीन के सामान संग और जौ दुनिया की बात कै मन मैं चिंता के संग कब्जा मत करन दियौ, या बौ दिन अनकाचीति तुमकै पकड़ लेबै। \v 35 काहैकि जौ जार के तराहनी धरती मैं हर जघा सबै लोगन के ऊपर आए पड़ैगो। \v 36 चहाचीते रहाबौ और हमेसा प्रार्थना करत रहबौ कि तुम जे सब आनबारी घटनन से सई सलामत निकरन, और इंसान के लौड़ा के सामने ठाड़न की सक्ति मिलै।” \p \v 37 ईसु बे दिनन मंदिर मैं उपदेस देत भइ बिताई, और जब संजा होती, तौ बौ बाहर निकर जातो और रात जैतून नाओं के पहाड़ मैं बितातो। \v 38 रोजाना सुबेरे सब जनी मंदिर मैं बाकी बात सुनन कै जाए करत रहैं। \c 22 \s ईसु के खिलाप साजिस \r (मत्ती 26:1-5; मरकुस 14:1-2; यूहन्ना 11:45-53) \p \v 1 बौ समय अखमीरी रोटी को त्योहार जो फसह कहो जाथै, झोने रहै। \v 2 बड़ो पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक कोई बीच से ईसु कै चुपके से मौत के घाट उतारन कि कोसिस करत रहैं, पर बे लोगन से डरात रहैं। \s यहूदा इस्करियोती ईसु कै धोका देन के ताहीं तैयार ही गौ \r (मत्ती 26:14-16; मरकुस 14:10-11) \p \v 3 तौ सैतान यहूदा के अंदर घुस गौ, जोकै इस्करियोती कहो जात रहै, और बौ बारह चेलन मैं से एक रहै। \v 4 तौ यहूदा जाएकै बड़े पुजारी और मंदिर के पहरेदारन से कही, कि बौ ईसु कै उनके हाथ कैसे पकड़वाए सकथै। \v 5 बे खुस हुईगै और बाकै पैसा देन को वादा करीं। \v 6 यहूदा जाके ताहीं राजी ही गौ और ईसु कै जानन बारे लोगन कै बिना पता चलाय उनकै सौंपन को एक अच्छो मौका ढूँड़न लगो। \s ईसु फसह के खानु कै तैयार करथै \r (मत्ती 26:17-25; मरकुस 14:12-21; यूहन्ना 13:21-30) \p \v 7 बौ दिन अखमीरी रोटी के त्योहार के समय आओ जब फसह के खानु के ताहीं भेंड़ के बच्चा कै बलिदान हुई जाने रहैं। \v 8 ईसु पतरस और यूहन्ना कै जौ कहकै भेजी, “कि जाबौ और फसह को खानु हमरे खान के ताहीं तैयार करौ।” \p \v 9 बे बासे पूँछीं, “तैं कहाँ चाहथै, कि हम जाकै तैयार करैं?” \p \v 10 ईसु जबाब दई, “जब तुम सहर मैं जागे, तौ एक आदमी तुमकै पानी को एक घल्ला लै मिल जागो। जो घर मैं बौ जाबै तुम बाके पच्छू चले जईयो, \v 11 और बौ घर के मालिक से कहियो, ‘गुरु तोसे कहथै, कि बौ कमरा कहाँ है जहाँ मैं और मेरे चेला फसह को खानु खांगे?’ \v 12 बौ तुमकै एक बड़ी सजी-सजाई कुठरिया दिखागो, जहाँ तुमकै सब कछु तैयार मिलैगो।” \p \v 13 बे चले गै, और बे सब कछु बैसिये पाईं जैसी ईसु उनसे कही रहै, और बे फसह को खानु तैयार करीं। \s प्रभु भोज \r (मत्ती 26:26-30; मरकुस 14:22-26; 1 कुरिन्थियों 11:23-25) \p \v 14 जब समय आओ, तौ ईसु प्रेरितन के संग खानु खान कै मेज मैं अपनी जघा बैठो। \v 15 ईसु उनसे कही, “मैं चहात रहौं, कि मैं दुख भोगन से पहले जौ फसह को खानु तुमरे संग खामौं! \v 16 काहैकि मैं तुमकै बताथौं, मैं जाकै तौले ना खामंगो, जब तक कि परमेस्वर के राज्य मैं जाको पूरो मतलब ना दौ जागो।” \p \v 17 तौ ईसु एक प्यालो लई, और परमेस्वर को धन्यवाद दई, और कही, “जाकै लियौ और आपस मैं बाँट लेबौ। \v 18 मैं तुमसे कहथौं, कि जब तक परमेस्वर को राज्य ना आगो तब तक मैं जौ दाखरस कै ना पींगो।” \p \v 19 फिर ईसु रोटी को एक टुकड़ा लई, और परमेस्वर कै धन्यवाद दई, बाकै तोड़ी, और जौ कहत भइ उनकै दै दई, “जौ मेरी सरीर है, जो तुमरे ताहीं दई गई है। जौ मोकै याद करन के ताहीं करे करियो।” \v 20 बैसिये, बौ उनकै खानु खान के बाद प्यालो जौ कहकै दई, “जौ प्यालो परमेस्वर कि नई वाचा है जोके ऊपर मेरे बौ खून से मुहर लगाई गई है, जो तुमरे ताहीं बहाओ जाथै।” \p \v 21 “लेकिन देखौ! जो मोकै धोका देगो बौ हिंयाँ मेरे संग मेज मैं बैठो है! \v 22 इंसान को लौड़ा मर जागो जैसो कि परमेस्वर ठानी है, लेकिन बौ आदमी के ताहीं कितनो भयानक होगो जो बाके संग विस्वासघात करथै!” \p \v 23 फिर बे आपस मैं पूँछन लगे कि उनमैं से कौन ऐसो हुई सकथै जो ऐसो करन बारो है। \s महानता के बारे मैं तर्क \p \v 24 चेलन मैं एक बहस छिड़ गई कि उनमैं से कौन सबसे बड़ो और महान मानो जानो चाहिए।\x + \xo 22:24 \xo*\xt मत्ती 18:1; मरकुस 9:34; लूका 9:46 \xt*\x* \v 25 ईसु उनसे कही, “गैर यहूदि के राजा को अपने लोगन के ऊपर अधिकार है, और सासक ‘लोगन के दोस्त’ उपाधि को दाबा करथैं।” \v 26 लेकिन जौ तुमरे संग ऐसो ना है; बल्कि, तुमरे बीच को सबसे बड़ो आदमी सबसे छोटो होनो चाहिए, और नेता कै सेवा करन बारे सेवक के हानी होनो चाहिए।\x + \xo 22:26 \xo*\xt मत्ती 23:11; मरकुस 9:35 \xt*\x* \v 27 कौन बड़ो है, जो खान के ताहीं बैठो है या जो सेवा करथै? जरूर बौ जो नीचे बैठथै। लेकिन मैं तुमरे बीच मैं हौं जो सेवा करथै। \p \v 28 “तुम मेरी सबै परिक्छन मैं मेरे संग रहे; \v 29 और जैसे मेरो दऊवा मोकै राज्य करन को अधिकार दई है, बैसिये महुँ तुमकै बहे अधिकार दुंगो। \v 30 तुम मेरे राज्य मैं मेरी मेज मैं खागे पीगे, और तुम इस्राएल के बारह गोत्रन के ऊपर राज करन के ताहीं सिंहासन मैं बैठैगो।” \s ईसु पतरस के इंकार करन कि भविस्यवाँड़ी करी \r (मत्ती 26:31-35; मरकुस 14:27-31; यूहन्ना 13:36-38) \p \v 31 “सिमौन, सिमौन! बात सुन! सैतान तुम सबन कि परिक्छा लेन की, अच्छाई कै बुराई से अलग करन के ताहीं इजाजत लै लई है, जैसे एक किसान गेंहूँ कै भूसा से अलग करथै। \v 32 लेकिन हे सिमौन, मैं तेरे ताहीं प्रार्थना करो हौं, कि तेरो बिस्वास कम ना होबै। और जब तैं मेरे पास लौटेगो, तौ तोकै अपने भईय्यन कै मजबूत करने होगो।” \p \v 33 पतरस जबाब दई, “प्रभु, मैं तेरे संग कैदखाना जान और तेरे संग मरन के ताहीं तैयार हौं!” \p \v 34 ईसु कही, “मैं तोसे कहथौं, पतरस, जब तक तैं तीन बार ना कहगो कि तैं मोकै ना जानथै, तौले मुर्गा आज रात ना बासैगो।” \s बटुआ, थैला, और तलवार \p \v 35 फिर ईसु अपने चेलन से पूँछी, “जब मैं तुमकै बटुआ, झोला, और जूतन के बिना भेजो रहौं, तौ का तुमकै कछु चीज कि कमी भइ रहै।” \p \v 36 ईसु उनसे कही, “लेकिन अब, जोके पास कोई बटुआ या झोला होबै बौ लेबै; और जोके पास तलवार ना है, बाकै अपनो कोट बेचकै एक खरीदने होगो। \v 37 काहैकि मैं तुमसे कहथौं कि जो व्यवस्था की किताब मैं लिखो है, ‘बौ अपराधिन के संग गिनो गौ,’ मेरे बारे मैं सच होनो चाहिए, काहैकि मेरे बारे मैं जो लिखो गौ रहै बौ सच हुई रौ है।” \p \v 38 चेला कहीं, “प्रभु देख! हिंयाँ दुई तलवार हैं!” \p बौ जबाब दई, “जे काफी हैं!” \s ईसु जैतून के पहाड़ मैं प्रार्थना करथै \r (मत्ती 26:36-46; मरकुस 14:32-42) \p \v 39 ईसु सहर छोड़ दई और जैतून के पहाड़ मैं चले गौ, जैसो कि बौ आमतौर मैं करत रहै, और चेला बाके संग गै। \v 40 जब बे बौ जघा मैं पौहोंचे, तौ ईसु उनसे कही, “प्रार्थना करौ कि तुम परिक्छा मैं ना पड़ौ।” \p \v 41 फिर ईसु एक पथरा फेंकन भरे कि दूरी मैं चले गौ और घूँटे टेक कै प्रार्थना करन लगो। \v 42 ईसु कही, “दऊवा, अगर तैं चाहबै तौ जौ दुख के प्यालो कै मोसे दूर लै जा। फिर भी मेरी इच्छा ना, लेकिन तेरी इच्छा पूरी होबै।” \v 43 तौ स्वर्ग को एक दूत बाकै दिखाई दई और बाकै ताकत दई। \v 44 बौ बड़ा दर्द मैं और भी जोस के संग प्रार्थना करी; बाको पसीना जमीन मैं मानौ खून कि बूंद के हानी गिरत रहै। \p \v 45 अपनी प्रार्थना से उठकै, बौ चेलन के झोने बापस गौ और उन्हैं उनके दुख से थके भै पाई। \v 46 ईसु उनसे कही, “तुम सोए काहे रै हौ? उठौ और प्रार्थना करौ कि तुम परिक्छा मैं ना पड़ौ।” \s ईसु कि गिरफ्तारी \r (मत्ती 26:47-56; मरकुस 14:43-50; यूहन्ना 18:3-11) \p \v 47 ईसु अभै बोलतै रहै की जबले यहूदा के पच्छू-पच्छू एक भीड़ आई, जो बारह चेलन मैं से एक रहै। बौ ईसु कै चूमन के ताहीं ईसु के झोने आओ। \v 48 लेकिन ईसु कही, “यहूदा, का तैं चूमकै इंसान के लौड़ा कै पकड़वाए रौ है?” \p \v 49 जब ईसु के संग गै भै चेला जौ सब देखीं कि का होन बारो है, तौ बे ईसु से पूँछीं, “प्रभु, का हम अपनी तलवारन को इस्तमाल करैं?” \v 50 और उनमैं से एक बड़े पुजारी के सेवक के ऊपर तलवार चलाय दई और बाको दहने कान कै काट दई। \p \v 51 लेकिन ईसु कही, “अब बस ही गौ!” बौ आदमी के कान के छुइ और बाकै अच्छो करी। \p \v 52 तौ ईसु बड़ो पुजारी और मंदिर के अधिकारिन और बे बड़े-बूढ़ेन से कही जो बाकै लेन आए रहैं, “का तुम मोकै डाँकू समझकै तलवार और लठिया लैकै निकरे हौ? \v 53 मैं हर रोज मंदिर मैं तुमरे संग रहौं, और तुम मोकै गिरफ्तार करन कि कोसिस ना करे। लेकिन जौ तुमरे काम करन को समय है, जब अंधियारे कि सक्ति अधिकार रखथै।” \s पतरस ईसु कै इंकार करी \r (मत्ती 26:57-58; मरकुस 14:53-54; मरकुस 14:66-72; यूहन्ना 18:12-18; यूहन्ना 18:25-27) \p \v 54 बे ईसु कै गिरफ्तार करीं और बाकै बड़े पुजारी के घर मैं लैगै; और पतरस थोड़ी दूर हुईकै पीछा करी। \v 55 और जब बे आँगन के बीच मैं आगी सुलगाए कै बैठै, तौ पतरस बे लोगन बीच मैं बैठगौ, जो गोल घेरा बनाएकै बैठै रहैं। \v 56 जब एक सेविका बाकै हुँआँ आगी के किनारे बैठो देखी, तौ बौ सीधे बाके घाँईं देखकै कही, “जौ आदमी भी ईसु के संग रहै!” \p \v 57 लेकिन पतरस जौ कहकै इंकार कर दई, “बईय्यर, मैं बाकै ना जानथौं!” \p \v 58 थोड़ी देर बाद एक आदमी और पतरस कै देखकै कही, “तहूँ तौ उन्हईं मैं से एक है!” लेकिन पतरस जबाब दई, “हे इंसान, मैं ना हौं!” \p \v 59 और लमसम एक घंटा बाद एक दुसरो आदमी जोर दैकै कही, “जामैं कोई सच ना है कि जौ आदमी ईसु के संग रहै, काहैकि जहो एक गलीली है!” \p \v 60 लेकिन पतरस जबाब दई, “हे इंसान, मोकै पता ना है कि तुम कौनके बारे मैं बात कर रै हौ!” जब बौ कहतै रहै कि तुरंत मुर्गा बास दई। \v 61 प्रभु ईसु घूमकै सीधे पतरस घाँईं देखी, और पतरस कै याद आओ कि प्रभु बासे कही रहै, “आज रात मुर्गा बासन से पहले, तैं तीन बार कहगो कि तैं मोकै ना जानथै।” \v 62 पतरस बाहर चले गौ और फूट-फूट कै रोन लागो। \s ईसु को मजाक उड़ाईं और पीटो गौ \r (मत्ती 26:67-68; मरकुस 14:65) \p \v 63 जो लोग ईसु कि रखबारी करत रहै, बे बाकी मजाक बनाईं और बाकै मारीं। \v 64 बे बाकी आँखिन मैं पट्टी भाँदकै और बासे पूँछीं, “अब भविस्यवाँड़ी करकै बता तोकै कौन मारो!” \v 65 और बे बड़ा बुराई करन बारी बात कहीं। \s ईसु कै महासभा के सामने लाओ गौ \r (मत्ती 26:59-66; मरकुस 14:55-64; यूहन्ना 18:19-24) \p \v 66 जब दिन भौ, तौ बड़े-बूढ़े, और बड़ो पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक इखट्टे भै, और ईसु कै पंचायत घर मैं लाईं। \v 67 बे कहीं, “हमैं बता, का तैं मसीह है?” ईसु जबाब दई, “अगर मैं तुमसे कहेंगो, तौ तुम मेरे ऊपर बिस्वास ना करैगे; \v 68 और अगर मैं तुमसे एक सवाल पूँछंगो, तौ तुम जबाब ना देगे। \v 69 लेकिन अब से इंसान के लौड़ा कै सर्वसक्तिमान सामर्थ्य को परमेस्वर के अधिकार मैं बैठाए दौ जागो।” \p \v 70 बे सब जनी कहीं, “फिर का तैं, परमेस्वर को लौड़ा है?” ईसु उनकै जबाब दई, “तुम खुदै कहथौ, कि मैं हौं।” \p \v 71 और बे कहीं, “हमैं कोई गभाई कि जरूरत ना है! हम खुदै सुने हैं कि बौ का कही!” \c 23 \s पिलातुस के सामने ईसु \r (मत्ती 27:1-2; मरकुस 15:1-5; यूहन्ना 18:28-38) \p \v 1 पूरो समूह उठकै ईसु कै पिलातुस के सामने लैगै, \v 2 जहाँ बे बाके ऊपर दोस लगानो सुरु करीं: “हम जौ आदमी कै हमरे देस के लोगन कै गुमराह करत भइ पकड़े, और सम्राट कैसर कै लगान देन से मना करत, अपने आपकै मसीहा, राजा कहत भइ सुने हैं।” \p \v 3 पिलातुस ईसु से पूँछी, “का तैं यहूदियन को राजा है?” ईसु जबाब दई, “तैं खुदै कहरौ है।” \p \v 4 तौ पिलातुस बड़े पुजारी और भीड़ से कही, “मोकै जौ आदमी मैं कोई दोस ना मिलो।” \p \v 5 लेकिन बे और जोर दैकै कहीं, “जौ गलील से लैकै हिंयाँ तक पूरे यहूदिया मैं उपदेस दै दैकै लोगन कै भड़काथै।” \s ईसु कै हेरोद के झोने भेजो गौ \p \v 6 जब पिलातुस जौ सुनी, तौ उनसे पूँछी, “का जौ आदमी गलीली है?” \v 7 जब बाकै पता चलो कि ईसु हेरोद के इलाका को है, तौ बौ बाकै हेरोद के अधिकार के झोने पनार दई, काहैकि बे दिनन बौ भी यरूसलेम मैं रहै। \v 8 ईसु कै देखकै हेरोद बड़ा खुस भौ, काहैकि बौ बाके बारे मैं सुनी रहै, और भौत दिनन से बाकै देखनो चहात रहै। बौ ईसु कै कछु चिन्ह करत भइ देखन कि उमीद करत रहै। \v 9 इसलै हेरोद ईसु से गजब सबाल पूँछी, लेकिन ईसु कोई जबाब ना दई। \v 10 और बड़ो पुजारी और यहूदि नियम के सिक्छक अग्गु कदम बढ़ाई और ईसु के खिलाप मजबूत आरोप लगाईं। \v 11 तौ हेरोद और बाके सैनिक ईसु को मजाक बनाईं और बाको अपमान करीं; और बे ईसु कै एक अच्छो लत्ता पहनाए कै बाकै बापस पिलातुस के झोने पनार दई। \v 12 बहे रोज से हेरोद और पिलातुस दोस्त बन गै; जासे पहले बे दुस्मन रहैं। \s ईसु कै मौत कि सजा दई गई \r (मत्ती 27:15-26; मरकुस 15:6-15; यूहन्ना 18:39; 19:16) \p \v 13 पिलातुस बड़े पुजारी, अधिकारी और लोगन कै एक संग बुलाई, \v 14 और बौ कही, “तुम जौ आदमी कै मेरे झोने लैकै आए और कहे कि जौ लोगन कै भरमाए रौ है। अब, मैं तेरे सामने बाकी परिक्छा करो हौं, और जो अपराध तैं बाके ऊपर करो है, बे बातन के बारे मैं मैं बामै कोई दोस नाय पाओ हौं। \v 15 और न तौ हेरोद जाकै दोसी पाई, काहैकि बौ जाकै हमरे झोने बापस पनार दई है। जौ आदमी मौत के लायक कुछ न करी है। \v 16 इसलै मैं जाकै कोड़ा मरवाएकै जान दुंगो।” \p \v 17 पिलातुस त्योहार के समय उनके ताहीं एक बंधी कै छोड़न ताहीं बेबस रहै। \p \v 18 तौ पूरी भीड़ चिल्लाए उठी, “जाकै मार डारौ! और हमरे ताहीं बरअब्बा कै आजाद कर दे।” \v 19 सहर मैं होन बारे दंगा के ताहीं और खून करन मैं बरअब्बा कै कैदखाना मैं डार दौ गौ रहै। \p \v 20 पर पिलातुस ईसु कै छोड़नो चहात रहै, इसलै बौ भीड़ कै फिर से समझाई। \v 21 लेकिन बे चिल्लाईं, “बाकै क्रूस मैं चढ़ाबौ! बाकै क्रूस मैं चढ़ाओ!” \p \v 22 पिलातुस तिसरी बार उनसे कही, “लेकिन बौ का गुनाह करी है? मोकै ऐसो कछु नाय मिलो जोसे बौ मौत के लायक होबै! इसलै मैं बाकै कोड़ा मरवाएकै छोड़ देथौं।” \p \v 23 लेकिन बे अपनी अबाज मैं जोड़न से चिल्लात रहे कि ईसु कै क्रूस मैं चढ़ाओ जानो चाहिए, और आखिरकार उनको चिल्लानो कामयाब हुई गौ। \v 24 जौ बजह से पिलातुस ईसु कै सजा को फैसला दई जो बे अधिकार से मांगत रहैं। \v 25 पिलातुस बौ आदमी कै छोड़ दई, जो दंगा और हत्या के आरोप मैं कैदखाना मैं डार दौ गौ रहै, और ईसु कै उनकी इच्छा के हिसाब से सौंप दई। \s ईसु कै क्रूस मैं चढ़ाओ गौ \r (मत्ती 27:32; मरकुस 15:21-32; यूहन्ना 19:17-27) \p \v 26 सिपईय्या जब ईसु कै क्रूस के संग लैकै जात रहैं, तौ बे सिमौन नाओं को एक कुरेनी कै जो सहर मैं आत रहै, बे बाकै पकड़ लईं, और बाकै ईसु के पच्छू-पच्छू लै चले गै। \p \v 27 लोगन कि एक बड़ी भीड़ ईसु के पच्छू ही लई; उनमैं से कुछ बईंय्यरैं तौ छाती पीट-पीटकै रोत रहैं। \v 28 ईसु उनके घाँईं मुड़कै कही, “यरूसलेम कि बईंय्यरौं! मेरे ताहीं मत रोबौ, बल्किन अपने और अपने बालकन के ताहीं रोबौ। \v 29 काहैकि बे दिन आए रै हैं जब लोग कहंगे, ‘कितनी खुसनसीब हैं बे बईंय्यरैं जिनके कहु बालका ना भै, जो कहु बालका पैदा ना करीं, जो कहु उनको पालन पोसँड़ ना करीं!’ \v 30 जहे बौ समय होगो जब लोग पहाड़न से कहंगे, ‘हमरे ऊपर गिर!’ और चुटिया से, ‘हमकै ढोंक ले!’ \v 31 काहैकि अगर ऐसे काम कठिया के हरे होन मैं करे जाथैं, तौ जब जौ सूख जागी तौ का होगो?” \p \v 32 बे दुई आदमिन कै भी जो अपराधी रहैं ईसु के संग मौत के घाट उतारन दौ गौ। \v 33 जब बे खोपड़ी नाओं कि जघा मैं पौहोंचे, तौ बे हुँआँ ईसु कै क्रूस मैं चढ़ाईं, और बे दोनों अपराधिन कै भी, एक ईसु के दहने और दुसरो ईसु के बाँए घाँईं। \v 34 तौ ईसु कही, “दऊवा! इनकै माफ कर दे, काहैकि जे ना जानथैं कि जे का कर रै हैं।” बे पासा डारकै बाके लत्ता आपस मैं बाँट लईं। \v 35 यहूदि अधिकारी बाके ऊपर झपटत भइ हुँआँ ठाड़े भै लोगन कै देखत रहैं: और कहीं, “बौ दुसरेन कै बचाई है; अगर बौ मसीहा है जोकै परमेस्वर चुनी है तौ अपने आपकै बचाए ले!” \p \v 36 सिपईय्या ईसु को मजाक बनाईं: बे बाके झोने आए और बाकै घटिया दाखरस पीन कै दई, \v 37 और कहीं, “अगर तैं यहूदियन को राजा है तौ अपने आपकै बचाए ले!” \p \v 38 ईसु के ऊपर जे सब्द लिखे गै रहैं: कि “जौ यहूदियन को राजा है।” \p \v 39 हुँआँ लटके भै अपराधिन मैं से एक जनी बाकी बुराई करीं: “का तैं मसीहा ना है? अपने आपकै और हमकै बचा!” \p \v 40 लेकिन दुसरो जनी बाकै झुकात भै कही, “का तैं परमेस्वर के न्याय से ना डराथै? तहूँ तौ बहे सजा पाए रौ है। \v 41 हमरो, खाली ठीक है, काहैकि हमैं बहे मिल रौ है जोके हम सई रूप मैं हकदार हैं, जो हम करे; लेकिन बौ कोई गलत काम ना करी।” \v 42 और बौ ईसु से कही, “ईसु, जब तैं अपने राज्य मैं राजा के रूप मैं आबै, तौ मोकै याद करीये!” \p \v 43 ईसु बासे कही, “मैं तोसे सच्ची मैं कहथौं कि आज तैं मेरे संग स्वर्गलोक मैं होगो।” \s ईसु कि मौत \r (मत्ती 27:45-56; मरकुस 15:33-41; यूहन्ना 19:28-30) \p \v 44 और लमसम दिन के बारह बजे रहैं जब सूरज चमकनो बंद होन लग्गौ और दुपारी के तीन बजे ले पूरे देस मैं बुराई मैं अंधियारो छाए गौ; \v 45 और मंदिर मैं लटको भौ परदा बीच से फटकै दुई टुकड़ा हुई गौ। \v 46 ईसु ऊँची अबाज मैं पुकारी, “दऊवा! मैं अपनी आत्मा तेरे हातन मैं सौंपथौं।” बौ ऐसे कही और मरकुस गौ। \p \v 47 सेना को अधिकारी जौ सब देखकै जो सब भौ रहै, बौ परमेस्वर कि बड़ाँईं करत भइ कही, “ठीक मैं जौ एक धर्मी आदमी रहै!” \p \v 48 जब तमासा देखन बारे जो हुँआँ जुराने रहैं बे लोग देखीं कि का भौ है, तौ बे सब दुख मैं अपनी छाती पीटत भइ घरै बापस लौट गै। \v 49 बे सब ईसु के जान पहचान के, और जो बईंय्यरैं गलील से बाके संग आई रहैं, दूर ठाड़कै जौ सब देखत रहैं। \s ईसु कै दफनानो \r (मत्ती 27:57-61; मरकुस 15:42-47; यूहन्ना 19:38-42) \p \v 50 और हुँआँ, यहूदिया के सहर अरिमतियाह से यूसुफ नाओं को एक आदमी रहै। बौ एक अच्छो और धर्मी आदमी रहै, जो सिरफ परमेस्वर के राज्य के आन को इंतजार करत रहै। \v 51 हालाकि बौ महासभा और अरिमतियाह सहर को एक यहूदि सदस्य और परमेस्वर के राज्य की बाट जोहनबारो रहै, लेकिन बौ उनके न्याय और कारवाई से सहमत ना रहै। \v 52 बौ पिलातुस के झोने जाएकै ईसु कि सरीर कै माँगी। \v 53 फिर बौ ईसु कि सरीर कै नीचे उतारकै एक चद्दर मैं लपेट दई, और एक कबर मैं रखी जो ठोस चट्टान मैं खुदी गई रहै और जोको कहु इस्तमाल ना करो गौ रहै। \v 54 जौ सुक्कर को दिन रहै, और साबत को दिन सुरु होन बारो रहै। \p \v 55 और बे बईंय्यरैं जो बाके संग गलील से आई रहैं, बे यूसुफ के संग जाएकै कबर कै देखीं और जहो कि ईसु के सरीर कै कैसे करकै रखो गौ है। \p \v 56 आग्या लैकै फिर बे साबत के दिन बापस घरै गै और ईसु कि सरीर के ताहीं महाकनबारी चीज मसाल और इत्तर तैयार करीं। और साबत के रोज तौ बे कानून के हिसाब से आराम करीं।\x + \xo 23:56 \xo*\xt निर्गमन 20:10; व्यवस्थाविवरन 5:14\xt*\x* \c 24 \s ईसु को जी उठनो \r (मत्ती 28:1-10; मरकुस 16:1-8; यूहन्ना 20:1-10) \p \v 1 सप्ताह के पहलो दिन के सुबेरे बड़ा जल्दी बे इत्तर और महाकनबारी चीज और मसाले जो बे बईंय्यरैं तैयार करी रहैं लैकै कबर मैं गईं। \v 2 बे देखीं कि पथरा कबर से लुढ़को भौ है, \v 3 इसलै बे अंदर गै; लेकिन उनकै प्रभु ईसु को सरीर नाय मिलो। \v 4 बे जौ बात सोचकै हैरान रहैं, कि अनकाचीति चमकीले चमकदार लत्तन मैं दुई आदमी उनके झोने आयकै ठाड़गै। \v 5 और जो उनके ऊपर जो बीतो बे डर के मारे बईंय्यरैं जमीन मैं गिर पड़ीं, बे आदमी उनसे कहीं, “तुम जिंदे कै मरे भैन मैं काहेकै ढूँड़ रै हौ? \v 6 बौ हिंयाँ ना है; बौ जी उठो है। याद करौ कि गलील मैं रहत भइ बौ तुमसे का कही रहै: \v 7 ‘इंसान को लौड़ा पापिन के हात पकड़बाओ जागो, क्रूस मैं चढ़ाओ जागो, और तीसरे दिन जिंदो हुई जागो।’” \p \v 8 तौ बईंय्यरन कै ईसु कि बात याद आई, \v 9 और कबर से लौटकै, जे सब बातन कै ग्यारह चेला और बाकी लोगन कै बताईं। \v 10 बईंय्यरन मैं मरियम मगदलीनी, योअन्ना और याकूब कि अईय्या मरियम रहै; बे और उनके संग कि दुसरी बईंय्यरैं प्रेरितन कै जे सब बात बताईं। \v 11 लेकिन प्रेरितैं सोचीं कि बईंय्यरैं जो बात कह रइ हैं बौ सब बकवास है, और बे उनके ऊपर बिस्वास ना करीं। \v 12 लेकिन पतरस उठकै कबर के घाँईं भाजत गौ; और तरे झुककै खाली लत्ता पड़े भै देखी और कछु ना देखी। फिर बौ जो भौ रहै, बाके ऊपर ताजुब भइ घरै बापस चले गौ। \s इम्माऊस गाँव कै चलौ \r (मरकुस 16:12-13) \p \v 13 बहे रोज ईसु के ऊपर बिस्वास करन बारे दुई जनी इम्माऊस नाओं के एक गाँव मैं जात रहैं, जो यरूसलेम से लमसम ग्यारह किलो मीटर दूर रहै, \v 14 और जो कछु भौ रहै, बौ सबके बारे मैं आपस मैं बात करत रहैं। \v 15 जैसो कि बे बातचीत और पूँछ-तांछ करत रहैं, तौ ईसु खुद उनके झोने आयकै और उनके संग चल दई; \v 16 बे बाकै देखीं, लेकिन कैसियो बाकै पहचान ना पाईं। \v 17 ईसु उनसे कही, “तुम नेंगत-नेंगत आपस मैं का बतकाए रै हौ?” बे उदास चैहरा लैकै ठाड़े रहगै। \p \v 18 उनमैं से एक, जोको नाओं क्लियुपास रहै, बौ पूँछी, “का तैं यरूसलेम मैं इकलौतो परदेसी है जो बे चीजन कै ना जानथै जो पिछले कुछ दिनन से हुँआँ हुई रौ है?” \p \v 19 ईसु उनसे पूँछी, “कौन सी बातैं?” बे जबाब दई, “ईसु नासरत के संग भइ बातैं, जौ आदमी एक भविस्यवक्ता रहै और परमेस्वर और सबै लोगन के जरिये उनके जरिये कहे गै और करे गै हर काम मैं सक्तिसाली होन के ताहीं मानो जात रहै। \v 20 हमरे बड़े पुजारी कानून और न्याय के अधिकारी बाकै मौत कि सजा के ताहीं सौंप दई, और बाकै क्रूस मैं चढ़ाय दौ गौ। \v 21 और हमकै उमीद रहै कि बौ बहे होगो जो इस्राएल कै छुड़ाय कै आजाद करन बारो है! इन सबके अलावा, जौ घटना कै भै जौ तीसरो दिन है। \v 22 हमरे समूह कि कुछ बईंय्यरैं तौ हमकै अचम्मो मैं डार दई; बे भोर कै कबर मैं गईं, \v 23 लेकिन ईसु कि सरीर ना मिली। बे जौ कहत भइ बापस आई कि हम स्वर्गदूतन को दर्सन देखीं जो हमकै बताईं कि बौ जिंदो है। \v 24 हमरे संग के कुछ लोग कबर मैं गै और जैसो बईंय्यरैं कहीं रहैं, बैसो पाईं लेकिन बे ईसु कै ना देखीं।” \p \v 25 तौ ईसु उनसे कही, “तुम कितने मूर्ख हौ, भविस्यवक्ता कि हर बात के ऊपर मन मैं बिस्वास करन मैं कितने धीमे हौ! \v 26 का मसीहा के ताहीं जौ जरूरी नाय रहै कि बौ जे दुखन कै उठाबै और अपनी महिमा मैं आबै?” \v 27 और ईसु मूसा कि किताब से लैकै सब भविस्यवक्ता जो बाके बारे मैं सास्त्र मैं लिखी रहैं उनकै समझाई। \p \v 28 तौ बे बौ गाँव के झोने आए जितै बे जात रहैं, ईसु ऐसो व्यवहार करी कि मानौ बौ अग्गु जात रहै; \v 29 लेकिन बे कै जौ कहकै रोक लईं कि “हमरे संग रहा; दिन लमसम खतम हुई गौ है और अंधियारो हुई रौ है।” इसलै बौ उनके संग रहन कै चले गौ। \v 30 बौ उनके संग खानु खान कै बैठगौ, रोटी लई, और आसीस माँग कै धन्यवाद करी; तौ बौ रोटी तोड़कै उनकै दई। \v 31 तौ उनकी आँखी खुली और बे बाकै पहचान लईं, लेकिन बौ उनकी नजर से गायब हुई गौ। \v 32 बे आपस मैं कहीं, “का जौ बौ आगी के हानी नाय जो हमरे मन मैं पजरत रहै, जब बौ रस्ता मैं हमसे बतकात रहै, और सास्त्र को मतलब समझात रहै?” \p \v 33 बे तुरंतै उठकै यरूसलेम कै लौट गै, और जितै पाईं की बे ग्यारह चेला औरन के संग जुराए गै हैं \v 34 और कहीं, “प्रभु सचमुच मैं जी उठो है! बौ सिमौन कै दिखाई दई!” \p \v 35 फिर दोनों उनकै समझाईं कि सड़क मैं का भौ रहै, और जब बे रोटी तोड़ीं तौ बे प्रभु कै कैसे पहचानी। \s ईसु अपने चेलन कै दिखाई दई \r (मत्ती 28:16-20; मरकुस 16:14-18; यूहन्ना 20:19-23; प्रेरितो 1:6-8) \p \v 36 जब बे दोनों उनसे जौ कहतै रहैं, अनकाचीति प्रभु खुद उनके बीच मैं ठाड़गौ और उनसे कही, “तुमकै सांति मिलै।” \p \v 37 पर जौ सोचकै कि हम एक भूत कै देखरै हैं, बे घबराय गै। \v 38 लेकिन ईसु उनसे कही, “तुम काहेकै घबराय रै हौ? तुमरे मन मैं जौ संका काहेकै आए रौ है? \v 39 मेरे हातन कै और मेरे पाँवन कै देखौ, कि जौ मैं खुद हौं। मोकै महसूस करौ, और तुम जान जागे, काहैकि भूत के पास मास और हड्डी ना होथैं, जैसो कि तुम देख सकथौ कि मेरे पास हैं।” \p \v 40 बौ ऐसे कही और उनकै अपने हात और पाँव दिखाई। \v 41 उनकै दोस्तौ खुसी के मारे बिस्वास ना होत रहै, बे बड़ा अचम्मे से भरे भै रहैं; और बौ उनसे पूँछी, “का तुमरे पास खान के ताहीं कछु है?” \v 42 बे बाकै पकी भइ मच्छी को एक टुकड़ा दई, \v 43 जोकै बौ लई और उनके अग्गु खाई। \p \v 44 फिर बौ उनसे कही, “जे मेरी बे बातैं हैं, जोमैं तुमरे संग रहत भइ, तुमसे कहो रहौं, कि जरूरी है, कि जितनी बात मूसा के नियम और भविस्यवक्ता और भजन संहिता कि किताबन मैं, मेरे बारे मैं लिखी हैं, सब पूरी होमैं।” \p \v 45 तौ बौ सास्त्र कै समझन के ताहीं उनके दिमाक कै खोली, \v 46 और बौ कही, “जौ लिखो है, की मसीहा दुख उठागो, और तीन दिन बाद मौत से जी उठैगो, \v 47 और यरूसलेम देस से सुरुवात करकै सब जातिन मैं मन फिरान और पापन की माफी को प्रचार बहे के नाओं से सुनाओ जाबै। \v 48 तुम जे सब बातन के गभा हौ। \v 49 और जो कुछ मेरो दऊवा वादा करी है मैं हूँनै तुमकै पनारंगो। लेकिन जबले ऊपर से सामर्थ्य तुमरे ऊपर ना उतरै तौले तुम नगर मैं असियाबौ।” \s ईसु कै स्वर्ग तक लैजाओ गौ \r (मरकुस 16:19-20; प्रेरितो 1:9-11) \p \v 50 तौ बौ उनकै बैतनिय्याह सहर से बाहर लैगौ, और बौ अपने हात उठाएकै उनकै आसीस दियो। \v 51 और उनकै आसीस देत भइ बौ उनसे अलग हुई गौ और स्वर्ग मैं लैजाओ गौ।\x + \xo 24:51 \xo*\xt प्रेरितो 1:9; भजन संहिता 47:5\xt*\x* \v 52 बे बाकी आराधना करीं और बड़े खुसी से भरकै यरूसलेम कै लौट गै। \v 53 और अपनो पूरो समय मंदिर मैं परमेस्वर कै धन्यवाद देन और आसीस माँगन मैं बिताई।