\id GAL - Rana Tharu \ide UTF-8 \h गलातियों \toc3 गलातियों \toc2 गलातियों \toc1 गलातियों कै लिखी भइ पौलुस की चिट्ठी \mt2 गलातियों को लिखी हुई पौलुस की चिट्ठी \mt1 गलातियों कै लिखी भइ पौलुस की चिट्ठी \imt परिचय \ip गलातियों की किताब प्रेरित पौलुस के जरिये लिखी गई रहे। जौ एक चिट्ठी रहे जो पौलुस ईसु मसीह के जनम के 48-57 साल के बीच कहु-कहु गलातियन के कलीसिया कै लिखी रहे। गलातियन लमसम रोमन प्रांत के गलातिया मैं रहन बारे आदमी रहैं। विद्वानन कै यकीन नाय है कि जब बौ चिट्ठी लिखी रहे तौ पौलुस कही रहे, लेकिन इफिसुस और कुरिन्थ के सहर दोनों सम्भावित जघा हैं। पौलुस विस्वासियन और गैर यहूदियन दोनों कै सम्बोधित करन के ताहीं, गलातिया के कलीसियन मैं लिखी रहे। बौ बिसेस रूप से एक झूठे सिक्छक को सामना करन के ताहीं लिखी रहे जोमैं कहो गौ रहे कि विस्वासियन कै पुराने नियम से यहूदि नियम को पालन करन की जरूरत है, बिसेस रूप से खतना। जुडाइजर नाओं के विस्वासियन के बीच लोगन को एक समूह रहे, जिनकै गैर यहूदि विस्वासियन को खतना करन की जरूरत रहे। बे सबाल मैं पौलुस के एपोस्टोलिक अधिकार कै भी कही। पौलुस अपनी कछु कहानी\xt 1:11–2:14\xt* मैं बताए कै अपने धर्म त्याग को बचाओ करी और उनकै जौ समझाए कै सुसमाचार को बचाओ करी कि उद्धार सिरफ ईसु मसीह मैं बिस्वास जरिये पाओ जाए सकथै\xt 2:16\xt*। जौ बौ दयालुता को नतीजा है जोकै भगवान दिखात हैं न कि लोग का करथैं। \iot रूपरेखा \io1 1. पौलुस अपने चिट्ठी की सुरुवात गलातिया मैं कलीसियन कै नमस्ते करकै करी। \ior 1:1-5 \ior* \io1 2. तौ पौलुस सिखान कै अपने अधिकार की रक्छा करन और दिखान के ताहीं अपनी खुदै की पृस्ठभूमि की ब्याख्या करी कि बौ कानून के जरिये जीन की कोसिस करी रहे लेकिन बौ काम नाय करत रहे। \ior 1:6–2:21 \ior* \io1 3. अग्गु बौ कानून की भूमिका और मोक्छ मैं अनुग्रह की ब्याख्या करत है। \ior 3–4\ior* \io1 4. फिर बौ अच्छी मसीह जिंदगी के ताहीं कछु सामान्य निर्देस देत है। \ior 5:1–6:10\ior* \io1 5. पौलुस अपने चिट्ठी कै एक अभिवादन और आखरी दलील के संग खतम करथै जौ याद रखन के ताहीं कि भगवान के जरिये एक नये आदमी मैं बदलनो बड़ा जरूरी है, बाहरी नियम, जैसे कि खतना करो जानो। \ior 6:11-18\ior* \c 1 \p \v 1 पौलुस से, जोको प्रेरित होन को बुलावा इंसानन या इंसानन से ना है, बल्किन ईसु मसीह और दऊवा परमेस्वर से भौ, जो बाकै मरे भै मैं से जिंदो करी। \v 2 सबै भईय्यन और बहेनियन के घाँईं से और जो मेरे संग गलातिया की कलीसिया के हैं: उनकै प्रभु मैं नमस्ते। \p \v 3 परमेस्वर दऊवा और हमरे प्रभु ईसु मसीह के घाँईं से तुमकै अनुग्रह और सांति मिलत रहबै। \p \v 4 आपन सबन कै जौ बुरे वर्तमान युग से छुड़ान ताहीं, मसीह खुदकै हमरे पापन के ताहीं दै दई, ताकी हमरे परमेस्वर दऊवा की इच्छा के जरिया पूरो हुई सकै। \v 5 परमेस्वर की हमेसा स्तुति होत रहाबै! आमीन। \s एक सुसमाचार \p \v 6 मोकै अचम्मो होथै! कि जो तुमकै मसीह के अनुग्रह मैं बुलबाई बासे तुम इत्ती जल्दी लौटकै औरौ दुसरे तरहान के सुसमाचार के घाँईं झुकन लागे। \v 7 बास्तव मैं, “दुसरो सुसमाचार” हईये नाय, लेकिन बात जौ है कि कित्ते ऐसे हैं जो तुमकै घबड़बाए देते, और मसीह को सुसमाचार कै बदलनो चाहथैं। \v 8 लेकिन अगर हममैं से या स्वर्ग से कोई दूत भी बौ सुसमाचार कै छोड़ जो हम तुमकै सुनाए हैं, कोई और तुमकै सुनाथै तौ स्रापित होबै। \v 9 जैसे हम पहलिये कह चुके हैं, बैसिये मैं अब दोहराए कै कहथौं: कि बौ सुसमाचार कै जोकै तुम अपनाय हौ अगर कोई दुसरो सुसमाचार सुनाथै, तौ स्रापित होबै! \p \v 10 का मैं इंसानी अबाज कै जीतन की कोसिस कर रौ हौं? बास्तव मैं नाय! मैं जो चाहथौं बामै परमेस्वर की रजामंदी है! का मैं लोगन के बीच एक तैयार नामी इंसान होन की कोसिस कर रौ हौं? अगर मैं अभै भी ऐसो करन की कोसिस करथौं, तौ मैं मसीह को सेवक नाय बन पांगो। \s कैसे पौलुस प्रेरित बनो \p \v 11 भईय्यौ और बहेनियौ मैं तुमकै बताए देथौं कि जो सुसमाचार मैं सुनो हौं, बौ इंसान को नाय। \v 12 बौ मोकै आदमिन के घाँईं से नाय पुगो, और ना मोकै सिखाओ गौ। लेकिन ईसु मसीह के दर्सन से मिलो। \p \v 13 यहूदि मत मैं जो अग्गु मेरो चाल-चलन रहै, तुम बाके बारे मैं सुन चुके हौ। मैं परमेस्वर की कलीसिया कै भौत सतात और उजाड़त रहौं। \v 14 मेरे खुद के देस मैं और भौत से आदमिन की तुलना मैं जो यहूदि मत के रहैं, मैं अग्गु बढ़ चुको रहौं, अपने बड़े-बूढ़ेन की रीति रिवाजन से जद्धे उनकी तुलना मैं मेरे भीतर जोस रहै। \p \v 15 लेकिन परमेस्वर जो मेरी अईय्या के गरब से मोकै ठहराई और मोकै बाकी सेवा करन के ताहीं अपने अनुग्रह से बुलाई \v 16 और जब अपनी इच्छा भइ कि मेरे मैं अपने लौड़ा कै उजागर करै कि मैं गैर यहूदियन मैं ईसु को सुसमाचार सुनामौ तौ ना मैं मास और खून से राय लौ, \v 17 और ना यरूसलेम कै उनके झोने गौ जो मोसे अग्गु प्रेरित रहैं, और तुरंतै अरब देस कै चले गौ और फिरौंकी हुँआँ से दमिस्क कै लौटियाओ। \v 18 फिरौंकी तीन साल के बाद मैं कैफा से भेंटा करन के ताहीं यरूसलेम गौ, और बाके झोने पन्द्रह दिन ले रहो। \v 19 लेकिन प्रभु के भईय्या याकूब कै छोड़ और कोई प्रेरितन से भेंटा नाय भौ। \p \v 20 लेकिन मैं जो लिखथौं बौ सच्ची है। परमेस्वर जानथै कि मैं लबारी नाय दे रौ हौं! \p \v 21 जाके बाद मैं सीरिया और किलिकिया के जघन मैं गौ। \v 22 बौ समय यहूदिया परदेस की कलीसिया के लोग, जो मसीह मैं हैं, मोकै निजी तौर से नाय जानत रहैं। \v 23 बे सिरफ बहे जानत रहैं जो दुसरे कहत रहैं: “जो आदमी हमकै सतात रहै, बौ अब बहे बिस्वास को सुसमाचार प्रचार कर रहो है, जोकै पहले उजाड़त रहै!” \v 24 और तभई जौ बजह से बे मोकै ऐसे जानन के बाद परमेस्वर की महिमा करीं। \c 2 \s पौलुस और दुसरे प्रेरित \p \v 1 चौदह साल बाद मैं बरनबास के संग यरूसलेम कै गौ, संग मैं तीतुस कै भी लैगौ। \v 2 मैं गौ काहैकि परमेस्वर मेरे जहन मैं बात डारी कि मोकै हूँना जाने है। अगुवन के संग एक निजी बैठक मैं गौ और सुसमाचार संदेस के बारे मैं समझाओ कि मैं गैर यहूदि के लोगन कै उपदेस देथौं। मैं न चहात रहौं कि मेरो काम बीते भै या आनबारे समय मैं बेकार जाबै। \v 3 मेरो जोड़ीदार तीतुस, भले हुई बौ यूनानी है, खतना करन के ताहीं मजबूर नाय करो गौ रहै, \v 4 हालाकि कुछ लोग बतात रहैं। संग बारे विस्वासी होन को दिखाबा करत भै, जे आदमी हमारी टोली मैं जासूस की सकल मैं सिकल आए, कि बौ आजादी जो ईसु मसीह मैं हमैं मिली है, भेद लैकै हमैं गुलाम बनामै, \v 5 हम एक घड़ी के ताहीं उनकी गुलामी नाय अपनाय, कि सुसमाचार कि सच्चाई तुम सबन मैं बनी रहबै। \p \v 6 लेकिन जो लोग अगुवा लगत रहैं, मैं जहे कहथौं काहैकि मोकै कोई फरक नाय पड़थै कि बे का हैं; परमेस्वर बाहरी दिखाबा से इंसाफ नाय करथै। बे अगुवन से, मैं कहथौं, मोए कोई नया सुझाव नाय दौ गौ। \v 7 लेकिन जाके उल्टा, बे देखीं कि परमेस्वर मोकै गैर यहूदिन मैं सुसमाचार प्रचार करन को काम दई है, जैसे पतरस कै यहूदिन के बीच सुसमाचार प्रचार करन को काम मिलो रहै। \v 8 परमेस्वर के सामर्थ्य से मोकै गैर यहूदियन के ताहीं प्रेरित बनाओ गौ, जैसे पतरस कै यहूदिन के ताहीं प्रेरित बनाओ गौ रहै। \v 9 याकूब, पतरस और यूहन्ना जो कलीसिया के खम्मा समझे जात रहैं, बे मान लईं कि परमेस्वर के अनुग्रह के जरिया मोकै जौ खास काम मोकै मिलो है; तभई बरनबास और मोसे हात मिलाईं, जौ दिखान के ताहीं कि हम सब भागीदार हैं। हम सब जामैं राजी रहैं कि बरनबास और मैं गैर यहूदि और यहूदिन के बीच मैं काम करंगे। \v 10 बे सब एक दुसरे से पूँछी कि हमैं उनके झुंड मैं जरूरत मंदन कै याद करनो चाहिए, जो कि मैं ऐसो करन के ताहीं भौत उताबलो हौं। \s पौलुस अन्ताकिया मैं पतरस कै फटकार लगाथै \p \v 11 लेकिन जब पतरस अन्ताकिया मैं आओ, तौ मैं पूरी तरह से बाको बिरोध करो, काहैकि बौ सपा तरह से गलत रहै। \v 12 तभई याकूब के घाँईं से कुछ पनारे भै लोग के आन से अग्गु बौ गैर यहूदि भईय्या और बहेनियन के संग खानु खात रहै। लेकिन जब बे लोग आए, तौ बौ बापस चले गौ, और गैर यहूदियन मैं खानु नाय खाई काहैकि बौ बे लोगन से डरत रहै, जो उनको खतना करन के पक्छ मैं रहैं। \v 13 और यहूदि बहेनिया का भईय्या पतरस के संग गलत काम करनो सुरु कर दईं; और हिंयाँ तक कि बरनबास भी उनके संग कपट मैं पड़ गौ। \v 14 और जब मैं जौ देखो कि बे आदमी सुसमाचार की सच्चाई मैं नाय चल पाए रहे हैं, तौ मैं सबन के सामने पतरस से कहो, “तुम एक यहूदि हुईकै गैर यहूदि के हानी जिंदगी जी रहै हौ तौ का तुम गैर यहूदियन कै यहूदिन के तराहनी जिंदगी जीन ताहीं मजबूर कर सकथौ?” \s बिस्वास के जरिये न्याय ठहरानो \p \v 15 सच्ची मैं, हम जनम से यहूदि हैं और “गैर यहूदि पापी,” मैं से नाय, जैसो कि उनकै कहो जाथै। \v 16 तौभी हम जानथैं कि एक इंसान सिरफ ईसु मसीह मैं बिस्वास करन के जरिया परमेस्वर झोने धर्मी ठहराओ जागो, हमउँ ईसु मसीह के ऊपर बिस्वास करथैं कि हमरे बिस्वास के जरिया परमेस्वर के झोने धर्मी ठहराव जामैं, और नाय कि जामैं नियम की जरूरत है। काहैकि कोई भी नियम जरूरत के जरिया परमेस्वर के संग सई नाय समझो गौ है। \v 17 हम जो मसीह मैं धर्मी ठहराए जान की खोज कर रहे हैं, अगर खुदै पापी निकरे, तौ का मसीह पाप को सेवक है? कतईये नाय! \v 18 जोकै मैं एक बार खतम कर चुको हौं, अगर बाकै फिर से बनाथौं तौ खुदकै दोसी ठहराथौं। \v 19 मैं तौ नियम के जरिया नियम के ताहीं मर गौ, कि परमेस्वर के ताहीं जीमौं। मैं मसीह के संग क्रूस मैं चढ़ाओ गौ, \v 20 और अब मैं जिंदो नाय रहो, पर मसीह मेरे मैं जिंदो है और मैं सरीर मैं जो जिंदो हौं तौ सिरफ बौ बिस्वास से जिंदो हौं, जो परमेस्वर के लौड़ा मैं है, जो मोसे प्यार करी, और मेरे ताहीं अपने आपकै दै दई। \v 21 मैं परमेस्वर के अनुग्रह कै बेकार नाय मानथौं, काहैकि अगर नियम के जरिया धार्मिकता होती, तौ मसीह को मरनो बेकार होतो! \c 3 \s बिस्वास और नियम \p \v 1 अरे मंदबुद्धि गलातिया के लोगौ! कौन तुमरे ऊपर टोना कर दई? तुमरी आँखी के अग्गु ईसु मसीह कै क्रूस मैं मारो भौ सपा दिखाओ गौ! \v 2 मोकै जौ बताबौ: का तुमकै नियम कि जरूरत है या सुसमाचार सुनकै और बाके ऊपर बिस्वास करकै परमेस्वर कि आत्मा मिली? \v 3 तुम लोग इत्ते मूर्ख कैसे हुई सकथौ! तुम परमेस्वर की आत्मा से सुरु भै; अब का खुद अपनी सक्ति से खतम करनो चाहथौ? \v 4 का तुम तुमरे तजुरबा को मतलब कुछ नाय रहै? बाकई मैं जाको मतलब रहै! \v 5 परमेस्वर जो तुम्हैं आत्मा देथै और तुमरे ऊपर सामर्थ्य के काम करथै बौ का नियम के कामन से या बिस्वास के सुसमाचार से ऐसो करथै? \p \v 6 अब्राहम के अनुभव मैं बिचार करौ; जैसो कि सास्त्र मैं लिखो है, “बौ परमेस्वर ऊपर बिस्वास करी और जौ बाके ताहीं धर्मी के रूप मैं अपनाई।” \v 7 तुमकै जौ एहसास होनो चहाईये, कि जो बिस्वास करन बारे हैं, बेईं अब्राहम के बंस हैं। \v 8 सास्त्र पहले से भविस्यवाँड़ी करी रहै, कि परमेस्वर गैर यहूदिन कै बिस्वास से धर्मी बनागो, और तभई पवित्र सास्त्र अब्राहम कै सुसमाचार सुनाई: “तेरे जरिया परमेस्वर सब जनी कै आसीस देगो।” \p \v 9 अब्राहम बिस्वास करी और धन्य भौ; तभई जो बिस्वास करथैं बे धन्य हैं। \p \v 10 लेकिन जो लोग नियम के कामन के आसरे हैं बे सबै स्राप के गुलाम हैं, काहैकि लिखो है, “जो कोई नियम की किताब मैं लिखी सबै बातन को पालन नाय करथै, बौ स्रापित है।” \v 11 तभईये जौ साफ है कि नियम के जरिया परमेस्वर की नजर मैं कोईये धर्मी नाय ठहरथै, काहैकि “धर्मी लोग बिस्वास से जिंदो रैहगो।” \v 12 लेकिन नियम सास्त्र को बिस्वास से कछु लगाओ नाय है; पर “जो उनकै मानैगो, बौ उनके जरिया जिंदो रहबैगो।” \p \v 13 मसीह जो हमरे ताहीं स्रापित बनो, हमकै मोल लैकै नियम के स्राप से छुड़ाई; काहैकि सास्त्र कहथै, “जो कोई पेंड़ मैं लटकाओ जाथै बौ परमेस्वर के स्राप के अधीन है।” \v 14 मसीह जौ हुकम इसलै दई कि परमेस्वर अब्राहम कै जो आर्सिवाद देन को वादा करी रहै बौ गैर यहूदिन कै ईसु मसीह के जरिये से दौ जाए सकथै, ताकी बिस्वास के जरिये से हम परमेस्वर के जरिये वादा करो गौ आत्मा पाए सकैं। \s नियम और वादा \p \v 15 भईय्यौ और बहेनियौ, मैं एक साधारँड़ जिंदगी को इस्तमाल करन जाएरौ हौं: जब दुई जनी कोई मामले मैं सहमत होथैं, और एक समझौता मैं वाचा को हस्ताक्छर करथैं, तौ कोई भी तोड़ नाय सकथै या जामैं कछु भी जोड़ नाय सकथै। \v 16 अब परमेस्वर अब्राहम और बाकी पीढ़ी से अपनो वादा करी। सास्त्र बहुबचन “पीढ़ी” को इस्तमाल ना करथै, जोको मतलब है भौत जनी, लेकिन एकबचन “पीढ़ी,” जोको मतलब खाली एक जनी है, मतलब मसीह। \v 17 मेरे कहेन को मतलब जौ है कि जो वाचा कै परमेस्वर अग्गुए से ठहराए दई रहै, बाकै जौ नियम जो चार सौ तीस साल बाद दौ गौ, खारिज नाय कर सकथै और नाय बाके वादा कै बेकार ठहराए सकथै। \v 18 काहैकि उत्तराधिकार नियम के ऊपर टिको है जो वादा के ऊपर टिको नाय रह सकथै, लेकिन परमेस्वर अब्राहम कै जौ वादा के जरिया सौंप दई। \v 19 तौ फिरौंकी नियम की का जरूरत रइ? बौ अपराध के वजह से बाद मैं दई गई कि बौ अब्राहम के पीढ़ी के आन तक रहाबै जोको वादा करो गौ रहै। और बौ स्वर्गदूतन से एक बिचौलिया के हात से ठहराई गई। \v 20 बिचौलिया एक को ना होथै, लेकिन परमेस्वर एकै है। \s नियम को मकसद \p \v 21 तौ का नियम परमेस्वर के वादन के खिलाप मैं है? कतई नाय! काहैकि अगर ऐसो नियम दौ जातो जो जिंदगी दै सकत रहै, तौ सच्ची मैं धार्मिकता नियम से होती। \v 22 लेकिन सास्त्र कहथै कि पूरी दुनिया पाप की सक्ति के गुलामी मैं है; और जहेमारे ईसु मसीह मैं बिस्वास के बुनियाद पर जो भेंट देन को वादा करो जाथै, बौ बिस्वास करन बारेन कै दौ जाथै। \p \v 23 लेकिन बिस्वास के आन से अग्गु नियम की गुलामी मैं हम कैदी रहैं, और बौ बिस्वास के आन तक जो उजागर होन बारो रहै, हम बहे के कब्जा मैं रहैं। \v 24 और तभईये मसीह के आन तक नियम हमरे झोने रहै, ताकी हम बिस्वास से धर्मी ठहरैं। \v 25 लेकिन जब बिस्वास आए गौ, तौ हम नियम के गुलाम ना रहे। \p \v 26 काहैकि तुम सब बौ बिस्वास करन के जरिया जो मसीह ईसु मैं है, परमेस्वर के बालका हौ। \v 27 और तुम मैं से जित्ते मसीह मैं बपतिस्मा लै हौ बे मसीह कै पहन लईं हैं, इसलै खुद मसीह के जिंदगी के संग बात करन के ताहीं। \v 28 तौ ना अब कोई यहूदि रहो और ना यूनानी; ना कोई दास, ना आजाद; ना कोई लोग, ना बईय्यर; काहैकि तुम सबै मसीह ईसु मैं एक हौ। \v 29 और अगर तुम मसीह के हौ, तौ अब्राहम के पीढ़ी और वादा के जरिया बारिस भी हौ। \c 4 \p \v 1 मैं जौ कहथौं कि वारिस जबले बालका है, फिर भी सब चीजन को मालिक, तौभी बामै और दासन मैं कुछ अंतर नाय। \v 2 लेकिन दऊवा के ठहराए भै समय तक बचान बारो और भंडारी उनकी देखाभारी करथैं। \v 3 बैसिये जब हम बालक रहैं, तौ दुनिया की सिक्छा के कब्जा मैं दास बने रहैं। \v 4 लेकिन समय पूरो भौ, तौ परमेस्वर अपने लौड़ा कै पनारी, जो बईय्यर से जनमो, और नियम के तरे पैदा भौ, \v 5 और जो लोग नियम के मैं अधीन रहैं, उनकै बौ मोल लैकै छुड़ाय लई, ताकी हम परमेस्वर के बालका बन सकैं। \p \v 6 जौ दिखान के ताहीं कि तुम बाके लौड़ा और लौड़िया हौ, परमेस्वर अपने लौड़ा कि आत्मा कै हमरे मन मैं भेजी, आत्मा जो बोलथै, “पिता, मेरे पिता।” \v 7 तभईये तू अब दास नाय, बल्कि एक लौड़ा या लौड़िया है; और बौ बहे है जो तुम हौ, परमेस्वर तुमकै बौ सब देगो जो बाके बारिसन के ताहीं है। \s गलातियन मैं रहन बारेन के ताहीं पौलुस की चिंता \p \v 8 लेकिन एक समय ऐसो रहै जो परमेस्वर कै नाय जानत रहैं तौ स्वभाव से उनके गुलाम रहैं, परमेस्वर के नाय। \v 9 लेकिन अब जो तुम परमेस्वर कै जान लै हौ बल्किन परमेस्वर तुमकै पहचानी, तौ बे कमजोर और निठल्लू सिक्छा की बातन के घाँईं काहे फिरथौ, जिनके दुबारा तुम गुलाम होनो चाहथौ? \v 10 तुम दिन और महेना और मौसम के समय और सालन कै मानथौ। \v 11 मैं तुमरे ताहीं डराथौं, कहूँ ऐसो ना होबै! कि जो मेहनत मैं तुमरे ताहीं करो हौं, बौ बेकार जाबै? \p \v 12 ए मेरे भईय्यौ और बहेनियौ, मैं तुमसे नहोरे करथौं, तुम मेरे हानी हुई जाओ: काहैकि तुमरे हानी भौ हौं; तुम मेरो कछु अन्याय नाय करे हौ। \v 13 लेकिन तुम जानथौ कि सुरु मैं सरीर की कमजोरी के बजह से तुमकै सुसमाचार सुनाओ। \v 14 मेरे सरीर मैं मोकै जो कमजोरी कै सहनो पड़ो बाकै नाय तौ तुम कम जाने ना मजाक उड़ाए लेकिन मोकै परमेस्वर कै स्वर्गदूत के हानी अपनाय हींना तक की मोकै मसीह ईसु के हानी समझे। \v 15 तुम भौत खुस रहौ! अब बौ तुम्हारी खुसी कहाँ गई? मैं तुमरो गभा हौं, कि अगर हुई सकतो, तौ तुम मोकै अपनी आँखी निकारकै दै देते। \v 16 तौ का तुमसे सच बोलन के बजह मैं तुम्हारो दुस्मी हुई गौ हौं? \p \v 17 बे तुमकै दोस्त बनानो तौ चाहथैं, लेकिन अच्छी मनसा से नाय; बल्किन तुमकै मोसे अलग करनो चाहथैं, कि तुम उन्हईं के संग हुई जाबौ। \v 18 लेकिन जौ भी अच्छो है कि अच्छी बात मैं हर समय दोस्त बनान की कोसिस करी जाबै, ना सिरफ बहे समय, कि जब मैं तुमरे संग रहथौं। \v 19 मेरे प्रिय बालकौ! जब तक तुम मैं मसीह को रूप ना बन जाबै, तौले मैं तुमरे ताहीं एक बच्चा के जनम देत भइ अईय्या के हानी दुख सहथौं। \v 20 मन तौ जौ होथै, कि अब तुमरे झोने आयकै दुसरे तरीका से बोलौं, काहैकि मैं तुमरे ताहीं दुबिधा मैं हौं! \s हाजिरा और सारा को उदाहरड़ \p \v 21 तुम जो नियम के तरे होनो चाहथौ, मोकै बताबौ: का तुम नियमन की नाय सुनथौ? \v 22 जौ लिखो है, कि अब्राहम के दुई लौड़ा भै; एक सेविका से, और एक आजाद बईय्यर से। \v 23 लेकिन जो सेविका से भौ, बौ सारीरिक तरीका से पैदा भौ, और जो आजाद बईय्यर से भौ, बौ परमेस्वर के वादा के मुताबिक पैदा भौ। \v 24 जे बातन मैं कहानिया हैं, जे बईय्यर मानौ दुई वाचा हैं, एक तौ सीनै पहाड़ की जोसे दास पैदा होथैं; और बौ हाजिरा है। \v 25 और हाजिरा मानौ अरब को सीनै पहाड़ है, यरूसलेम के वर्तमान सहर को एक रूप है, जो अपने सबै लोगन के संग गुलामी मैं है। \v 26 लेकिन स्वर्गिय यरूसलेम आजाद है, और बौ हमारी अईय्या है। \v 27 जैसो सास्त्र मैं लिखो है: \q1 “खुस रहे, तैं बिना बालका कि बईय्यर है! \q1 तोकै जो दर्द नाय उठथै; मोहों खोलकै जयजयकार कर, \q1 काहैकि छोड़ी भइ के बच्चा सुहागन के बच्चा से भी जाधा हैं।” \p \v 28 अब तौ मेरे भईय्यौ और बहेनियौ, आपन इसहाक के हानी वादा से होन बारे बच्चा हैं। \v 29 और जैसो बौ समय सरीर से जनमो भौ आत्मा से पैदा भै कै परेसान करत रहे, बैसिये अभऊ होथै। \v 30 लेकिन पवित्र सास्त्र का कहथै? “सेविका और बाके लौड़ा कै निकार दे, काहैकि नौकरानी को लौड़ा आजाद बईय्यर के लौड़ा के संग हकदार नाय होगो।” \v 31 इसलै, मेरे भईय्यौ और बहेनियौ, आपन सेविका के नाय बल्कि आजाद बईय्यर के बालका हैं। \c 5 \s मसीह मैं आजादी \p \v 1 मसीह आजादी के ताहीं हमकै आजाद करी है! और गुलामी के जुआ मैं फिर से नाय जुतौ। \v 2 सुनौ! मैं पौलुस तुमसे कहथौं, कि अगर खतना करागे, तौ मसीह से तुम्हैं कछु फायदा नाय होगो। \v 3 एक बार और मैं कोई भी आदमी कै चितौनी देथौं, जो खुद को खतना करवाथै, बाकै सबै नियम मानन पड़ैगो। \v 4 तुम जौ नियम के जरिया धर्मी ठहरनो चाहथौ, मसीह से अलग और अनुग्रह से गिर पड़े हौ। \v 5 हमरे ताहीं, हमरी आसा जौ है कि परमेस्वर हमैं धार्मिक ठहरागो; और जौ बौ है जो हम अपने बिस्वास के जरिये से काम करत भै परमेस्वर कि आत्मा कि सक्ति कै असियाथैं। \v 6 और जब हम ईसु मसीह के संग होथैं, तौ ना खतना होथै और ना जाकी कमी से कोई फरक पड़थै; बिस्वास जो कोई मायने रखथै बौ प्यार के जरिया काम करथै। \p \v 7 तुम तौ निरे अच्छी तरह से एक मसीह को जीवन जीत रहौ! लेकिन अब कोई तुमकै रोक दई, कि सच्चाई कै नाय मानौ? \v 8 ऐसी सीख तुमरे बुलान बारेन के घाँईं से नाय। \v 9 “जरा सो खमीर सबै मड़े भै चून कै खमीर कर डारथै।” \v 10 मैं प्रभु मैं तुमरे ऊपर भरोसो धरथौं, कि तुमरे भीतर कोई दुसरे बिचार ना होगो; लेकिन जो तुम्हैं परेसान करथैं, बौ कोई भी होबै सजा पाबैगो। \p \v 11 लेकिन भईय्यौ, अगर मैं खतना को प्रचार करतो, तौ काहे हबै ले सताओ जाथौं। अगर जौ सच होतो, तौ मसीह के क्रूस के बारे मैं मेरे प्रचार करन से कोई परेसानी नाय होती। \v 12 अच्छो होतो कि जो तुम्हैं परेसान करथैं, कास बे पूरे रस्ता जाते और खुदकै मिटाए देते! \p \v 13 तुमरे ताहीं, मेरे भईय्यौ और बहेनियौ, आजाद होन के ताहीं बुलाए गै हौ। लेकिन ऐसो ना होबै कि जौ आजादी सरीर के कामन ताहीं मौका बनै, बल्किन प्यार से एक दुसरे के गुलाम बनौ। \v 14 काहैकि सब नियम जौ एक बात मैं पूरी हुई जाथै, तैं अपने परोसी से अपने हानी प्यार रख। \v 15 लेकिन अगर तुम जंगली जानवरन के हानी, एक-दूसरे के दाँत से काटत और फाड़त हौ, तौ चहाचीते रहियो कि एक-दूसरे को नाओंनिसान मत मिटाए दियौ। \s आत्मा और मानव स्वभाव \p \v 16 मैं कहथौ आत्मा के जरिया चलौ, तौ तुम अपनी सरीर की इच्छा कै पूरी नाय करैगे। \v 17 हमरो सारीरिक स्वभाव जो चाहथै, बाके उल्टा आत्मा जो चाहथै, और जो आत्मा चाहथै, बाको बौ बिरोध करथै जो हमरो मानव स्वभाव चाहथै। जे दोनों दुस्मन हैं, और जाको मतलब है कि तुम बौ नाय कर सकथौ जौ तुम करनो चाहथौ। \v 18 और अगर तुम आत्मा के चलाय मैं चलथौ तौ तुम नियम के चलाय मैं चलथौ। \v 19 सरीर के काम तौ स्पस्ट है, यानी, व्यभिचार, लुचपन, असुद्ध काम; मानव स्वभाव जो करथै बौ बिल्कुल साफ है। जौ खुदकै अनैतिक, गंदी और असोभनीय हरकतन मैं दिखाथै; \p \v 20 मूर्ति पूजा, टोना, बैर, लड़ाई, जलन, गुस्सा, खिलापत, फूट, विधर्म, \v 21 बे जलन रखथैं, नसा मैं धुत हुई जाथैं, काम वासना मैं पड़े रहथैं और इन्हईं तराहनी के औरै-औरै काम करथैं, मैं तुमकै पहलिये चौकन्नो करथौं: जो आदमी जे कामन कै करथैं, बे परमेस्वर के राज्य को वारिस नाय होंगे। \p \v 22 पर आत्मा को फल प्रेम, खुसी, सांति, धीरज, दया, भलाई, बिस्वास, \v 23 नमरता और संयम है; ऐसे-ऐसे कामन के खिलाप मैं कोईये नियम नाय है। \v 24 जो मसीह ईसु के हैं, बे सरीर कै बाकी लालसा और इच्छा समेत क्रूस मैं चढ़ाय दई हैं। \v 25 आत्मा हमकै जिंदगी दई है, बौ भी हमरी जिंदगी कै वस मैं करनो चाहिए। \v 26 हमैं एक दुसरे पर गर्व या जलन नाय होनो चाहिए या एक दुसरे से जलनो ना चाहिए। \c 6 \s एक दुसरे को बोझ उठाबौ \p \v 1 मेरे भईय्यौ और बहेनियौ अगर कोई इंसान कोई गलत काम मैं पकड़ो जाबै तौ तुम जो आत्मिक हौ, नमरता के संग ऐसेन कै साधौ, और अपनियौ चौकसी करौ कि तुम्हऊँ परिक्छा मैं नाय पड़ौ। \v 2 तुम एक दुसरे को बोझ उठाबौ, और ऐसे करकै मसीह के नियम कै पूरो करौ। \v 3 अगर कोई कै लगथै कि बौ कछु है और सच्ची मैं बौ कुछ नाय है, तौ बौ अपनिए आपकै धोका दे रौ है। \v 4 काहैकि हर जनी अपने कामन कै परख लेबै, तौ दुसरे के कामन के बारे मैं नाय लेकिन अपनिए कामन के बारे मैं घमंड करन को मौका होगो। \v 5 हमरे ताहीं हर एक के झोने अपनो बोझ है। \p \v 6 जिन आदमिन कै मसीह संदेस पढ़ाओ जाएरौ है, उनकै अपने दासन कै सबै अच्छी बात बतानी चाहिए। \p \v 7 अपनिए कै धोका मत देबौ; कोई परमेस्वर कै धोका नाय दै सकथै। आदमी जैसो बौथै बैसोई काटैगो। \v 8 अगर बे अपनी सरीर की इच्छा के ताहीं बोथैं, तौ जासे बे मौत की फसल काटंगे; अगर बे आत्मा के ताहीं बोथैं। तौ बे आत्मा से अनंत जिंदगी की फसल काटंगे। \v 9 हम अच्छो करन के ताहीं थके भै ना बनै, ठीक समय मैं हम कटनी काटंगे। \v 10 काहैकि हमरे झोने मौका होथै, कि हर एक के ताहीं और खास तौर पर बे आदमिन के ताहीं अच्छो करनो जो हमरे परिवार के बिस्वास मैं है। \s आखरी चितौनी और नमस्ते \p \v 11 देखौ कि मैं तुमरे ताहीं कैसे बड़े-बड़े हरूप मैं अब अपने हातन से लिखो हौं! \v 12 जो आदमी तुमकै खतना करन के ताहीं मजबूर कर रहे हैं, बे दिखाबा और घमंड करथैं। जहे बजह से कि लोग मसीह के क्रूस के ताहीं उनकै सताओ नाय जाए। \v 13 जो आदमी खतना करथै, बे नियम को पालन नाय करथै; बे जहे चाहथै कि उनको खतना करो जाबै ताकी बे तुमकै सरीर की इच्छा के ताहीं भड़काए सकै। \v 14 जहे ताहीं मैं खाली हमरे प्रभु ईसु मसीह के क्रूस के ऊपर घमंड करंगो; काहैकि ईसु के हानी संसार मेरे ताहीं मरगौ और मैं दुनिया के ताहीं मरगौ हौ। \v 15 जासे कोई फरक नाय पड़थै की बाको खतना भौ है या नाय का बात है कि एक आदमी नया हुई रौ है। \v 16 जित्ते जौ नियम मैं चलंगे उनमैं, और परमेस्वर के इस्राएल मैं सांति और दया होत रहाबै! \p \v 17 तोड़ निकारन के ताहीं: कोई भी मोकै और जाधे परेसानी मत देबौ, काहैकि मेरे सरीर मैं जो निसान हैं, बे बताथै कि मैं ईसु को सेवक हौं। \p \v 18 भईय्यौ और बहेनियौ! हमारे प्रभु ईसु मसीह को अनुग्रह तुम लोगन के ऊपर बनो रहबै। आमीन।