\id 2CO - Rana Tharu \ide UTF-8 \h 2 कुरिन्थियों \toc3 2 कुरिन्थियों \toc2 2 कुरिन्थियों \toc1 कुरिन्थियों कै पौलुस की दुसरी चिट्ठी \mt2 कुरिन्थियों को पौलुस की दूसरी चिट्ठी \mt1 कुरिन्थियों कै पौलुस की दुसरी चिट्ठी \imt परिचय \ip 2 कुरिन्थियों कै प्रेरित पौलुस के आसपास ईसु मसीह के जनम 55-56 के बाद लिखी रहै। जौ हमरे जरिये लिखे भै दुई चिट्ठिन मैं से दुसरी है जोकै पौलुस कुरिन्थ की कलीसिया कै लिखी रहै। विद्वानन को कहनो है कि पौलुस पहले कुरिन्थियों कै एक गंभीर चिट्ठी लिखी रहै। हमरे झोने जौ चिट्ठी की कोईये प्रति नाय है जामैं बौ संदर्भित करथै\xt 2:3-4\xt*। 2 कुरिन्थियों कै सबसे जद्धा संभावना रहै जब पौलुस मैसिडोनिया मैं रहै \xt 2:13\xt*। 2 कुरिन्थियों जौ मानन मैं अनोखी है कि जौ एक निजी और भावनात्मक चिट्ठी है। पौलुस कुरिन्थ मैं कलीसिया के बारे मैं तीतुस से मिली भइ अच्छी खबर के बारे मैं अपनी खुसी जाहिर करी। जौ चिट्ठी मैं, हम एक नये नियम के दृस्टिकोड़ से देन के बारे मैं विस्तृत सिक्छड़ पाथैं, जामैं पौलुस यरूसलेम मैं विस्वासियन की मदत के ताहीं उठाए जान बारे धन के जोरन के ताहीं निर्देस देथै \xt 8–9\xt*। ऐसो लगथै कि कलीसिया के दुआरे से एकाद झूठे प्रेरित खुदै बढ़ावा देन के ताहीं पौलुस के विरुद्ध कलीसिया मैं कुछ लोगन की दुस्मन को इस्तमाल करत रहै। बे पौलुस के अधिकार मैं सक करत रहैं, जो हुई सकत रहै 2 कुरिन्थियों के आखरी मैं ईसु मसीह के प्रेरित रूप मैं अपने अधिकार की दृढ़ता से पुस्टि करन ताहीं प्रेरित करै। \iot रूपरेखा \io1 1. पौलुस कलीसिया कै नमस्ते करकै अपनी चिट्ठी सुरु करी। \ior 1:1-7\ior* \io1 2. अग्गु पौलुस सफर योजनन मैं उनके बदलन और उनके बारे मैं मिली खबर और उनके पच्छू की चिट्ठी मैं उनकी प्रतिक्रिया के बारे मैं बात करथै। \ior 1:8–7:16\ior* \io1 3. जाके बाद, पौलुस यरूसलेम मैं विस्वासियन के ताहीं धन जोरन से जुड़े निर्देस देथै। \ior 8:1–9:15\ior* \io1 4. आखिर मैं, पौलुस अपने प्रेरित के ताहीं एक बचाव देथै और अपनी दुसरी सफर के बारे मैं चितौनी देथै। \ior 10:1–13:10 \ior* \c 1 \p \v 1 पौलुस के घाँईं, से जो परमेस्वर की इच्छा से मसीह ईसु को प्रेरित है और भईय्या तीमुथियुस के घाँईं से परमेस्वर की बौ कलीसिया को नाओं जो कुरिन्थुस मैं है, और सबै अखाया के संत और पवित्र लोगन (विस्वासियन) कै लिखथै। \p \v 2 हमरे परम दऊवा परमेस्वर और प्रभु ईसु मसीह के घाँईं से तुमकै अनुग्रह, किरपा और सांति मिलत रहबै। \s पौलुस परमेस्वर कै धन्यवाद देथै \p \v 3 धन्य हो हमरे प्रभु ईसु मसीह के परमेस्वर, जो कि दया को परम दऊवा है और सांति को परमेस्वर है। \v 4 बौ हमरी सबै मुसीबतन मैं सांति देथै, ताकी हम औरन कै जो मुसीबत होमैं राहत दे सकैं, बहे दिलासा जो हम खुद परमेस्वर से पाथैं। \v 5 जैसे मसीह के भौत कस्टन मैं हमरो हिस्सा है, बैसिये मसीह के जरिये से भी हम परमेस्वर कि महान दिलासा मैं हिस्सा लेथैं। \v 6 अगर हमकै कलेस मिलथै; तौ जौ तुमरे बढ़ावा और उद्धार के ताहीं है; और अगर राहत मिलथै, तौ जौ तुमरी दिलासा के ताहीं है; जोके असर से तुम धीरज के संग बे कलेसन कै झेल लेथौ, जोकै हमउँ झेलथैं। \v 7 और हमरी आसा तुमरे बारे मैं मजबूत है: हम जानथैं कि जैसे तुम हमरे दुखन मैं भागीदार हौ, बैसिये दिलासा देन मैं भी संग हौ। \p \v 8 भईय्यौ और बहेनियौ, हम तुमकै याद दिबानो चाहथैं, आसिया के देस मैं हमैं जो परेसानी भइ रहैं। बे बोझ इतने भारी और सामर्थी रहैं कि हम जिंदे रहन कि सबै उमीद छोड़ दै।\x + \xo 1:8 \xo*\xt 1 कुरिन्थियों 15:32\xt*\x* \v 9 लेकिन हम अपने मन मैं समझ गै रहैं, कि हमकै मौत की सजा मिल चुकी है, ताकी हम अपनो भरोसो नाय रखैं, पर परमेस्वर जो मरे भैन कै जी उठाथै, बाके ऊपर भरोसो करनो चाहिए। \v 10 बहे हमकै मौत के ऐसे बड़े भयानक खतरन से बचाई, और बचाबैगो; और बासे हमरी जौ उमीद है, कि बौ अग्गुऔ बचात रहबैगो, \v 11 जैसो कि तुम हमरे ताहीं अपनी प्रार्थना के जरिये से हमारी मदद करथौ। तौ जौ होगो कि हमरे ताहीं भौत सी प्रार्थना को जबाब दौ जागो, और परमेस्वर हमकै वरदान देगो; और भौत से लोग हमरे ताहीं धन्यवाद देन के ताहीं उनकी अबाज उठांगे। \s पौलुस कि योजना मैं बदलाव \p \v 12 हम बिस्वास और एक साफ मन के संग कह सकथैं कि हम अपने सबै ब्यवहारन मैं परमेस्वर को वरदान पवित्रता और इमानदारी के गभा रहैं। हम परमेस्वर के अनुग्रह और किरपा पर निर्भर हैं, अपने सरीर के ग्यान मैं ना। जहे बहे है कि हम खुदकै दुनिया के सामने, और खासकर कै तुमरे घाँईं करे हैं। \v 13 हम तुमकै और कछु नाय लिखथैं, खाली बौ जो तुम पढ़थौ या मानत भी हौ, और मोकै उमीद है कि तुम हमकै पूरी तरह से समझ पाबैगे, \v 14 जैसो कि तुम मैं से कित्ते जनी मान लईं हैं, कि हम तुमरे गरब करन की बजह हैं; बैसिये तुम्हऊँ प्रभु ईसु के दिन हमरे ताहीं गरब करन की बजह बनैगे। \p \v 15 मोकै जौ बात मैं इतनो यकीन रहै कि मैं पहली बार तुमरे सफर को योजना बनाओ रहौं, ताकी तुम पर दुसरी बार अनुग्रह और किरपा हुई सकै। \v 16 और तुमरे झोने से हुईकै मकिदुनिया कै जामौं, और फिर मकिदुनिया से तुमरे झोने आमौं और तुम मोकै यहूदिया के घाँईं थोड़ी दूर ले पुगाबौ।\f + \fr 1:16 \fr*\ft प्रेरित 19:21\ft*\f* \v 17 इसलै मैं जो जौ इच्छा करो रहों, तौ का मैं चंचलता दिखाओ? या फिर जो करनो चहात रहों का सरीर के अनुसार करनो चाहथौं, कि मैं बातन मैं “हाँ, हाँ” करौं; और “ना, ना” भी करौं? \v 18 जैसो कि पक्के रूप से परमेस्वर सच्चो है, मेरो तुमसे “हाँ” और “ना” ना रहै। \v 19 परमेस्वर को लौड़ा ईसु मसीह जोको हमरे जरिये मतलब कि मेरे और सिलवानुस और तीमुथियुस के जरिये तुमरे बीच मैं प्रचार\f + \fr 1:19 \fr*\ft कोई बात कै फैलानो\ft*\f* भौ; बामै “हाँ” और “ना” दोनों नाय रहैं। पर बामै “हाँईए, हाँ” भइ; \v 20 परमेस्वर की सब वादा मैं उनमैं “हाँईए” है, इसलै हम परमेस्वर की महिमा के ताहीं मसीह ईसु के जरिये “आमीन”\f + \fr 1:20 \fr*\ft आमीन मतलब ऐसोई होबै\ft*\f* कहथैं। \v 21 जौ खुद परमेस्वर है जो हमैं बनाथै, तुमरे संग मिलकै, मसीह के संग हमरी जिंदगी कै सुनिस्चित करथै; जौ खुद परमेस्वर है जो हमकै अलग रखी है, \v 22 जो हमरे ऊपर छाप लगाए दई है और ब्याने मैं अपनी आत्मा कै हमरे मन मैं दई है। \p \v 23 परमेस्वर मेरी जौ सच्चाई को गभा\f + \fr 1:23 \fr*\ft यू अपनी जान के ऊपर गभा\ft*\f* है, बौ मेरे मन और दिल कै जानथै! जौ तुमकै अलग करन के ताहीं रहै कि मैं कुरिन्थुस कै ना आन को फैसला करो। \v 24 जौ नाय, कि हम बिस्वास के ऊपर अपनो हक जतामै तुम अपने बिस्वास मैं टिके पड़े हौ, हम तौ तुमरिये खुसी के ताहीं तुमरी मदतेया हैं। \c 2 \p \v 1 तभईये मैं अपने मन मैं जौ ठान कै फैसला कर लौ रहों कि मैं फिरसे हुँआँ तुमकै उदास करन कै नाय आमंगो। \v 2 काहैकि अगर मैं तुमकै उदास करंगो, तौ मोकै खुसी देन बारो कौन होगो, खाली बहे जोकै मैं उदास करो हौं? \v 3 और मैं जहे बात तुमकै इसलै लिखो कि कहूँ ऐसो नाय होबै कि मेरे आन मैं, जोसे मोकै खुसी मिलनो चाहिए कहूँ मैं उनसे उदास होमौं; काहैकि मोकै तुम सबन के ऊपर जौ बात को भरोसो है कि जो मेरी खुसी है, बहे तुम सबन की खुसी है। \v 4 बड़ा कलेस, और मन के दुख से मैं बड़ा आँसु बहाए-बहाएकै तुमकै चिट्ठी लिखो हौं, जौ ताहीं नाय कि तुम उदास होबौ पर जौ ताहीं कि तुम बौ बड़े प्यार कै जानलेबौ, जो मोकै तुमसे है। \s कसूरवार कै माफी \p \v 5 अगर कोई उदास करो है, तौ बौ मुहीं कै नाय पर थोड़ी हद तक तुम सबन कै उदास करी है। \v 6 ऐसे आदमी के ताहीं जौ सजा जो सब जनी दईं हैं, भौत है। \v 7 इसलै जासे अच्छो जौ है कि बाकी गलती कै माफ करौ और प्रोत्साहन दियौ, कहूँ ऐसो नाय होबै कि ऐसो आदमी उदासी मैं डूब जाबै। \v 8 जौ बजह से मैं तुमसे नहोरे करथौं कि बाकै अपने प्यार की निसानी देबौ। \v 9 काहैकि मैं जहे ताहीं लिखो रहों कि तुमकै परख लेमौं, कि तुम मेरी सब बातन कै मानन ताहीं राजी हौ कि नाय। \v 10 जोकै तुम कछु बात मैं माफ करथौ बाकै महुँ माफ करथौं, काहैकि जो बात मैं माफ करो हौं, अगर करो हौं, तौ तुमरी बजह से मसीह की जघा मैं हुईकै\f + \fr 2:10 \fr*\ft मसीह कै हुँआँ हुईकै जानकै\ft*\f* माफ करो हौं। \v 11 कि सैतान हमरी हालत को कोई फायदा ना उठाए पाबै, आपन बाकी चालन से बेखबर ना हैं। \s तरोआस सहर मैं पौलुस की चिंता \p \v 12 और जब मैं मसीह को सुसमाचार, सुनान कै तरोआस सहर आओ, और हुँआँ प्रभु मेरे ताहीं फाटक खोल दई, \v 13 हुँआँ अपने भईय्या तीतुस कै नाय पान से मेरे मन मैं बेचैनी हुई गई, इसलै उनसे बिदाई लैकै मैं मकिदुनिया कै चले गौ।\x + \xo 2:13 \xo*\xt प्रेरितो 21:1\xt*\x* \s मसीह के जरिये जीत \p \v 14 परमेस्वर को धन्यवाद होबै! जो मसीह मैं हमेसा हमकै जय के त्योहार मैं लै फिरथै, और अपने ग्यान की खुसबू आपन के जरिये सब जघा फैलाथै। \v 15 काहैकि हम परमेस्वर के झोने उद्धार पानबारेन और खतम होन बारे दोनों के ताहीं मसीह की खुसबू हैं। \v 16 जो लोग हराए रै हैं, उनके ताहीं जौ एक खतरनाक बदबू है जो मारथै; लेकिन जो बचाए जा रै हैं, उनके ताहीं जौ एक खुसबू है जो जिंदगी लाथै। फिर, ऐसे काम के ताहीं कौन काबिल है? \v 17 काहैकि हम बे गजब जनिन के हानी नाय हैं, पर मन की सच्चाई से और परमेस्वर के घाँईं से और परमेस्वर के हिंयाँ हुईकै जानकै मसीह मैं बोलथैं। \c 3 \s नये वाचा के सेवक \p \v 1 का फिर से हम अपनी बड़ाँईं करन लागे? या फिर हम कितनेन के हानी सिफारिस की चिट्ठिन की जरूरत है? \v 2 हमरी चिट्ठी तौ तुम्हईं हौ, जो हमरे मन मैं लिखी पड़ी हैं और बाकै सब जनी जानथैं और पढ़थैं। \v 3 जौ सपा है कि मसीह खुद जौ चिट्ठी लिखी रहै और जाकै हमरे जरिया भेजो गौ रहै। जौ सेवा के काम को नतीजा स्याई से नाय बल्किन जिंदे परमेस्वर की आत्मा से लिखो गौ है, और पथरा की पट्टियन मैं नाय बल्किन इंसान के मन मैं।\x + \xo 3:3 \xo*\xt निर्गमन 24:12; यिर्मयाह 31:33; यहेजकेल 11:19; 36:26\xt*\x* \p \v 4 हमकै मसीह के जरिये परमेस्वर के ऊपर ऐसोई भरोसो है। \v 5 जौ नाय, कि हम अपने आप से जाके काबिल हैं, कि अपने घाँईं से कोई बात सोच-समझ सकैं, लेकिन हमरी काबिलियत तौ परमेस्वर के घाँईं से है, \v 6 जो हमकै नई वाचा\x + \xo 3:6 \xo*\xt यिर्मयाह 31:31 \xt*\x* को काम करन के काबिल सेवक बनाई, जौ वाचा लिखे भै नियम के ना हैं पर आत्मा के हैं, लिखो भौ नियम मौत कै पैदा करथै, और आत्मा जिंदगी देथै। \p \v 7 अगर पथरा की पटिया मैं लिखे भै अखरन मैं मौत के वाचा मैं इत्तो उजीतो रहै कि इस्राएल बंस के सेवक मूसा के मोहों मैं अपनी नजर टिकान तक कि हिम्मत ना रहै, और तहुँओं उजीतो धीरे-धीरे मद्दो होत जात रहै।\x + \xo 3:7 \xo*\xt निर्गमन 34:29\xt*\x* \v 8 तौ फिर आत्मा के वाचा की सेवा मैं औरौ अगरो उजीतो ना होगो? \v 9 काहैकि बुराई करन बारी धार्मिकता को प्रचार प्रड़ाली महान रहै; कितनो जाधे महिमा की गतिविधि है जो उद्धार लाथै! \v 10 हम कह सकथैं कि दूर की महिमा के बजह से अब बौ गौरव जो अतीत मैं इतनो उज्वल रहै, चले गौ है। \v 11 जो कम होत जात रहै बौ उजीतो रहै, और बौ जो टिको रहागो, तौ बौ औरौ अगरो उजीतो काहे ना देगो! \p \v 12 जहे बजह से हम ऐसे आस धरकै हम हिम्मत करकै बोलथैं। \v 13 हम मूसौ के हानी नाय हैं, जो अपनो मोहों जौ ताहीं लुकाए रखात रहै कि इस्राएल के लोग बौ धीरे-धीरे कम होत भइ उजिते कै नाय देख पामैं। \v 14 सई मैं इस्राएल बारेन की मत्ती खराब हुई गई रहै, अभैले पुराने वाचा के नियम कै पढ़त पोती उनके मन मैं बहे परदा पड़ो रहथै, और जौ परदा खाली मसीह मैं हटाओ जाथै। \v 15 और अभैले जब कहु मूसा की किताब पढ़ी जाथै, तौ उनके मन मैं परदा पड़ो रहथै। \v 16 पर जब कहु उनको मन प्रभु के घाँईं होगो, तौ बौ परदा हट जागो\x + \xo 3:16 \xo*\xt निर्गमन 34:34\xt*\x*। \v 17 अब, “प्रभु” तौ आत्मा है; और जहाँ कहूँ प्रभु को आत्मा है हुँआँ आजादी है। \v 18 और हम, जो उनके मोहों से प्रभु की महिमा निहारथैं, उनके हानी धीरे-धीरे बढ़त भइ महिमा के संग बदलत जाए रैं हैं, जौ महिमा प्रभु से, जो आत्मा है, दुआरे निकरथै। \c 4 \s मट्टी के बरतनन मैं धन \p \v 1 इसलै कि जौ सेवकाई हमकै परमेस्वर की दया से मिली है, तौ हम हिम्मत नाय छोड़थैं। \v 2 हम सरमान बारे लुके कामन कै करकै छोड़ दै हैं, और ना तौ हमरे बर्ताव मैं कैसियो चलाँकी है और ना तौ हम परमेस्वर के बचन कै तोड़-मरोड़ कै देथैं, पर सच्चाई कै दिखाए कै हम परमेस्वर के अग्गु खुदकै हर एक के मन के ताहीं देथैं। \v 3 अगर हमरे सुसमाचार मैं परदा पड़ो है, तौ जौ उन्हईं के ताहीं परदा पड़ो है, जो नास होन ताहीं जाए रै हैं। \v 4 और बे अविस्वासिन के ताहीं, जिनकी अकल जौ युग को भगवान अंधरा कर दई है, ताकी मसीह जो कि परमेस्वर को रूप है, बाके उजीते सुसमाचार को उजीतो उनके ऊपर नाय चमकै। \v 5 हम अपनो नाय, बल्किन मसीह ईसु के उपदेस कै फैलाथैं कि बौ प्रभु है; और अपने बारे मैं ऐसे करकै कहथैं कि हम ईसु की बजह से तुमरे दास हैं। \v 6 परमेस्वर, जो कही, “अंधियारे मैं उजियारो चमकै,”\x + \xo 4:6 \xo*\xt उत्पत्ति 1:3\xt*\x* बहे परमेस्वर है, जो हमरो मन चमकाय दई कि हमकै ईसु मसीह के मोहों मैं चमकत भइ परमेस्वर के उजीते के ग्यान को उजीतो दै देमैं। \p \v 7 पर हमरे झोने बौ धन मट्टी के बरतनन मैं रखो है, कि जौ कहु नाय खतम होन बारी सक्ति हमरे घाँईं से नाय है, बल्किन परमेस्वर के घाँईं से है। \v 8 हम सब घाँईं से कलेस भोगथैं, पर परेसानी मैं नाय पड़थैं; और डरात तौ हैं पर उदास नाय होथैं। \v 9 सताए तौ जाथैं, पर छोड़ै नाय जाथैं; गिराय तौ जाथैं, पर खतम नाय करे जाथैं। \v 10 हम हमेसा मसीह ईसु की मौत कै अपने सरीर मैं लै फिरथैं, कि मसीह ईसु की जिंदगी हमरे सरीर मैं दिखाई देबै। \v 11 हम जीते जी हमेसा ईसु की बजह से मौत के हाथ मैं सौंपे जाथैं कि ईसु की जिंदगी हमरे मरन बारी सरीर मैं दिखाई देबै। \v 12 ऐसे करकै मौत तौ हमरे ऊपर असर डारथै और जिंदगी तुमरे ऊपर। \p \v 13 इसलै कि हममैं बहे बिस्वास की आत्मा है, जोके बारे मैं लिखो है, “मैं बिस्वास करो, इसलै मैं कहो।”\x + \xo 4:13 \xo*\xt भजन संहिता 116:10\xt*\x* और हमउँ बिस्वास करथैं, इसलै हम बौलथैं। \v 14 हम जानथैं कि जो प्रभु ईसु मसीह कै जिंदो करी है, बहे हमउँ कै ईसु मसीह के संग जिंदो करैगो और तुमरे संग हमऊँकै अपनी हाजरी मैं लै जागो। \v 15 सबै चीज तुमरे ताहीं है, ताकी परमेस्वर को अनुग्रह गजबन के जरिये गजब हुईकै परमेस्वर की महिमा के ताहीं धन्यवाद की बजह बनै। \s बिस्वास से जीनो \p \v 16 जौ बजह से हम कहु निरास नाय होथैं। भलेई हमरो भौतिक रूप धीरे-धीरे खतम हुई रौ है, फिर भी हमरे आध्यात्मिक दिन प्रतिदिन नै हुई रै हैं। \v 17 और जौ छोटी और स्थाई परेसानी जो हम झेलथैं, बौ हमैं एक जरूरी और अनंत महिमा देबैगी, जो मुसीबत से भौत बड़ी है। \v 18 हम अपनो ध्यान बाके ऊपर नाय देथैं, जो दिखाई देथै पर बाके ऊपर ध्यान देथैं, जो दिखाई देथै। जो कछु दिखाई देथै, बौ थोड़ी देर के ताहीं होथै पर जो दिखाई नाय देथै बौ अनंत समय ले नास नाय होथै। \c 5 \p \v 1 हमकै जौ पता है कि जब हमरो घर (हमरी सारीरिक सरीर) कै गिराय दौ जागो, तौ हमरे ताहीं परमेस्वर के घाँईं से एक ऐसो घर मिलैगो, जो आदमिन के हात से नाय बनो भौ होगो बल्किन स्वर्गिय होगो और अनंतकाल के ताहीं होगो। \v 2 जौ एक सच्चाई है कि हम आँह भरथैं, जो घर मैं रह रै हैं हम बामै बौ स्वर्गिय घर कै पहनन ताहीं मरे जाथैं। \v 3 जाके संग लत्ता पहने बिना हम सरीर के बिना ना रहमंगे। \v 4 सच्ची जौ है कि जौ घर मैं रहत भइ हम बोझ मैं दबे भै क्रहात रहथैं, हम चाहथैं कि हम नंगे ना रहमैं, और सरीर मैं लत्ता पहनै कि जो कछु सारीरिक है, बौ जिंदगी को कौरा बन जाबै। \v 5 परमेस्वर बौ है जो हमकै जौ बदलाव के ताहीं तैयार करी है, और बौ हमैं अपनी आत्मा कै बे सबन कि गारंटी के रूप मैं दई है जो बाके ताहीं हमरे पास है। \p \v 6 जहे ताहीं हम हमेसा हिम्मत भाँदे रहथैं और जौ जानथैं कि जबले हम जौ सरीर मैं रहथै, तौले प्रभु से अलग हैं। \v 7 हम रूप कै देखकै नाय, बल्किन बिस्वास से चलथैं। \v 8 जहे ताहीं हम हिम्मत भाँदे रहथैं, और सरीर से अलग हुईकै प्रभु के संग रहनो औरौ अच्छो समझथैं। \v 9 जौ बजह से हमरे मन की इच्छा है कि चाँहे संग रहमैं, चाहे अलग रहमैं पर हम प्रभु कै पसंद आत रहमैं। \v 10 \x + \xo 5:10 \xo*\xt रोमियों 14:10\xt*\x* काहैकि हम सबकै बाके सामने न्याय करन के ताहीं, मसीह के अग्गु हाजिर होनो चाहिए। हम हर एक पामंगे जो हमरे लायक है, हम जो कछु अपने सरीर के जरिया करे हैं बाके हिसाब से, हमरे जिंदगी मैं अच्छो या बुरो। \s परमेस्वर से मसीह के जरिया दोस्ती \p \v 11 हम जानथैं कि प्रभु से डरान को का मतलब है, और इसलै हम दुसरेन कै मानन कि कोसिस करथैं। परमेस्वर हमैं पूरी तरह से जानथै, और मोकै उमीद है कि तुमरे दिलन मैं भी तुम मोकै जानथौ। \v 12 हम तहुँओं अपनी बड़ाँईं तुमरे अग्गु नाय करथैं, पर जौ तुमरे ताहीं ऐसो मौका है कि तुम हमरे ऊपर गरब करौ कि तुम उनकै जबाब दै सकौ, जो अपने मन की बजाय दिखावटी बातन मैं घमंड करथैं। \v 13 का हम बास्तव मैं पागल हैं? जौ परमेस्वर के ताहीं है। या हम समझदार हैं? फिर जौ तुमरे खातिर है। \v 14 मसीह को प्यार हमकै जौ परखन ताहीं मजबूर कर देथै; जहे ताहीं कि हम जौ समझथैं कि जब एक जनी सबन ताहीं मरो तौ सब जनी मर गै। \v 15 और बौ जो की सबन के ताहीं मरो, कि जो जिंदे हैं, बे अग्गु कै अपने ताहीं नाय जामैं बल्किन बाके ताहीं जो उनके ताहीं मरो और फिर से जी उठो। \p \v 16 और अब से हम कोई कै सरीर की नजर से नाय देखंगे। और हम मसीह कै सरीर की नजर से जाने रहैं, पर अब से बाकै ऐसो नाय जानंगे, अब हम बाकै जानगै हैं। \v 17 जहे ताहीं कि अगर कोई मसीह मैं है, तौ बौ नई दुनिया है; पुरानी बात बीत गई है; देखौ, सब बातैं नई हुई गई हैं। \v 18 जौ सब परमेस्वर के जरिये करो जाथै, जो मसीह के जरिये हमैं दुस्मन से अपने दोस्त मैं बदल दई और हमैं दूसरेन कै भी अपनो दोस्त बनान को सेवकाई को काम दई। \v 19 हमरो संदेसो जौ है कि परमेस्वर मसीह के जरिये से पूरी दुनिया कै अपनो दोस्त बनात रहै। परमेस्वर उनके पापन को लेखा-जोखा ना रखी, और बौ हमकै बौ संदेस दई है, जो बताथै कि बौ कैसे उनकै अपनो दोस्त बनाथै। \p \v 20 जहे ताहीं हम मसीह के राजदूत हैं; परमेस्वर हमरे जरिये तुमसे नहोरे कर्‌रौ है, हम मसीह के घाँईं से तुमसे नहोरे करथैं कि परमेस्वर के संग मेल-जोल कर लेबौ! \v 21 मसीह पाप से अनजान रहै, बहेकै बौ हमरे ताहीं पाप बनाए दई, कि हम उनमैं हुईकै परमेस्वर की धार्मिकता बन जामैं। \c 6 \p \v 1 परमेस्वर के सहकर्मी होन की बजह से हम तुमकै जौ समझाथैं, कि परमेस्वर की दया जो तुमरे ऊपर है, बाकै बेकार मत जान दियौ।\f + \fr 6:1 \fr*\ft बेकार होन ताहीं मत लेबौ\ft*\f* \v 2 परमेस्वर तौ कहथै: \q1 “अपने खुस होन के पोती मैं तेरी सुन लौ, \q2 और उद्धार के दिन मैं तेरी मदत करो।”\x + \xo 6:2 \xo*\xt यसायाह 49:8 \xt*\x* \p देखौ, अभै खुसी को समय है; देखौ, अभै बौ उद्धार को दिन है! \p \v 3 हम कोई बात मैं ठोकर खान को कोई मौका नाय देथैं, ताकी हमरी सेवा मैं कोई दोस न आबै। \v 4 लेकिन हर बात मैं परमेस्वर के सेवकन के हानी अपने अच्छे गुड़न कै दिखाथै, बड़ा धीरज से, कलेसन से, दरिद्रता से, परेसानी से, \v 5 कोड़ा खान से, कैद होन से, दंगा से, मेहनत से, जगत रहन से, बर्त रखन से। \v 6 पवित्रता से, बुद्धि से, धीरज से, नमरता से, पवित्र आत्मा से दयालुता से और कपटरहित सच्ची जिंदगी के जरिये, सच्चे प्यार से, \v 7 सच्चाई के बचन से, परमेस्वर की सामर्थ्य से, धार्मिकता के हथियारन से जो दाँए-बाँए हातन मैं है, \v 8 आदर और निरादर से, निंदा और बड़ाँईं से। हमकै झूठो मानो जातो है, जबकी हम सच बोलथैं; \v 9 हमकै गुमनाम समझो जाथै, जबकी हमकै सबै जानथैं। हमकै मरो भौ जैसो समझो जाथै, पर देखौ हम तौ जिंदे हैं। हमकै सजा भुगतत भौ समझो जाथै, तहुँओं देखौ हम जान से मारे नाय जाथैं; \v 10 हम दुखी होत तौ हैं, पर हमेसा खुस रहथैं; कंगालन के हानी हैं, पर भौतन कै सेठ बनाए देथैं; ऐसे हैं जैसे हमरे झोने कछुए नाय है तहुँओं सबै कछु धरथैं। \p \v 11 प्रिय दोस्तौ कुरिन्थ के रहन बारेयौ, हम कतई तुमसे खुलकै बतकाए हैं, हमरो मन तुमरे ताहीं खुलो भौ है। \v 12 तुमरे ताहीं हमरे दिल मैं कोई संकोच नाय है, पर तुमरेई दिल मैं संकोच है। \v 13 अपने बालका समझकै तुमसे कहथौं कि तुम्हऊँ अपनो मन हमरे अग्गु खोलकै धर दियौ! \s आसमान साथी \p \v 14 अविस्वासिन के संग आसमान जुआ मैं मत जुतौ, धार्मिकता और अधर्म को का मेल-जोल? या उजियारे और अंधियारे को का मेल? \v 15 मसीह और बलियाल को कैसो मेल या विस्वासी के संग अविस्वासी को का रिस्ता? \v 16 और मूर्तिन के संग परमेस्वर के मंदिर को का रिस्ता? हम तौ जिंदे परमेस्वर के मंदिर हैं; जैसो कि परमेस्वर को कहनो है: \q1 “मैं उनमैं बसंगो और उनके बीच चले फिरे करंगो; \q1 और मैं उनको परमेस्वर होमंगो, और बे मेरे लोग होंगे।”\x + \xo 6:16 \xo*\xt लैव्यवस्था 26:12; यहेजकेल 37:27; 1 कुरिन्थियों 3:16; 6:19\xt*\x* \q1 \v 17 जहे ताहीं प्रभु कहथै, \q1 “उनके बीच से निकरौ और अलग्याँओं रहबौ; \q2 और असुद्ध चीजन कै मत छूबौ, \q1 तौ मैं तुमकै अपनांगो;\x + \xo 6:17 \xo*\xt यसायाह 52:11\xt*\x* \q1 \v 18 और मैं तुमरो परम दऊवा होमंगो, \q1 और तुम मेरे लौड़ा और लौड़िया होगे। \q2 जौ सर्वसक्तिमान प्रभु परमेस्वर को वाचा है।”\x + \xo 6:18 \xo*\xt 2 समूएल 7:14; 1 इतिहास 17:13; यसायाह 43:6; यिर्मयाह 31:9\xt*\x* \c 7 \s पौलुस की खुसी \p \v 1 मेरे प्रिय भईय्यौ, जब खिन कि जे प्रतिग्याएँ हमकै मिली हैं, तौ आबौ, हम अपने आपकै सरीर और आत्मा की सब मलिनता से सुद्ध करैं, और परमेस्वर को डर मानत भै पवित्रता कै पूरो करैं। \p \v 2 हमकै अपने दिल मैं बिच्चा देबौ। हम तौ कोई के संग अन्याय नाय करे, और ना कोई को कछु बिगाड़े, और ना कोई कै ठगे। \v 3 मैं तुमरे ऊपर इल्जाम लगान ताहीं जौ नाय कहरौ हौं। मैं अग्गुए कह चुको हौं कि तुम हमरे दिल मैं ऐसे बस गै हौ कि हम तुमरे संग मरन जीन के ताहीं तैयार हैं। \v 4 मैं तुमसे बड़ा हिम्मत से बोल रौ हौं, मोकै तुमरे ऊपर बड़ा घमंड है! मैं सांति से भरगौ हौं; अपने सब कलेसन मैं, मैं खूबै खुस रहथौं। \p \v 5 जब हम मकिदुनिया\f + \fr 7:5 \fr*\ft उत्तरी ग्रीस\ft*\f* मैं आए, तहुँओं हमरे सरीर कै सुकून नाय मिलो,\x + \xo 7:5 \xo*\xt 2 कुरिन्थियों 2:13\xt*\x* और हमकै सब घाँईं से कलेस मिले करत रहै; बाहर लड़ाई रहैं, और भीतर भैंकर डर रहैं। \v 6 लेकिन परमेस्वर, जो निरास लोगन कै प्रोत्साहित करथै, हमकै तीतुस के आन के संग प्रोत्साहित करी। \v 7 और ना खाली बाके आन से बल्किन बाकी बौ सांति सेयौ, जो बाकै तुमरे घाँईं से मिली रहै। बौ तुमरी इच्छा, तुमरे दुख, और मेरे ताहीं तुमरी धुन की खबर हमकै सुनाई, जोसे मैं और खुस हुई गौ। \p \v 8 मैं अपनी चिट्ठी से तुमकै दुखी करो, पर मैं बासे पछतात ना हौं जैसो कि अग्गु पछतात रहों, मैं देखथौं कि बौ चिट्ठी से तुमकै दुख तौ भौ लेकिन बौ जरा देर को रहै। \v 9 अब मैं खुस हौं पर जाके ताहीं नाय कि तुमकै दुख भौ, बल्किन जौ ताहीं कि तुम बौ दुख की बजह से मन फिराए, तुमरो दुख परमेस्वर की इच्छा से रहै, कि तुमकै हमरी बजह से कैसियौ नुकसान नाय होबै। \v 10 बौ दुख, जो परमेस्वर के घाँईं से आथै, उद्धार देनबारे पछतान की बजह बन जाथै, जहाँ पछतानो के ताहीं कोई जघा नाय रहथै, जबकिन कि संसारिक दुख मौत कै पैदा करथै! \v 11 देखौ कि परमेस्वर तुमरी जौ उदासी के संग का करी: जौ तुमकै कितनो आसान बनाए दई है, तुमरी मासुमियत कै साबित करन के ताहीं कितनो उत्सुक है! ऐसो आक्रोस, ऐसो डर, ऐसी भावना, ऐसी भक्ति, गलत काम कै सजा देन कि ऐसी जल्द बाजी! तुम पूरे मामले मैं गलती के बिना खुदकै दिखाए हौ। \v 12 और जौ चिट्ठी मैं ना तौ तुमकै जौ ताहीं लिखो कि मोकै उनकी फिकर रहै, जो अन्याय करथै और ना तौ बाके ताहीं, जो अन्याय झेलथै पर जौ ताहीं कि परमेस्वर के अग्गु खुद तुम्हईं जौ देख लेयौ कि तुम हमरे ताहीं कितने सच्चे और उत्सुक हौ। \v 13 इसलै हमकै प्रोत्साहित करो गौ। ना खाली हमकै प्रोत्साहित करो गौ; जैसे करकै तुम सबै बाकै खुस करन मैं मदत करे, बैसिये तीतुस हमरो मन खुसी से भर दई! \v 14 अगर मैं तीतुस के अग्गु तुमरे बारे मैं कछु घमंड दिखाओ, तौ मैं लज्जित नाय भौ हौं, पर जैसे हम तुमसे सब बात सच्ची-सच्ची कह दै रहैं, बैसिये हमरो घमंड दिखानो तीतुस के अग्गु सच्ची निकरो। \v 15 और इसलै तुमरे ताहीं बाको प्यार और मजबूत हुई जाथै, काहैकि बाकै याद है कि तुम सबै बाके निर्देसन को पालन करन के ताहीं कैसे तैयार रहो, तुम डर और काँपत भै बाको स्वागत कैसे करे। \v 16 मैं कितनो खुस हौं कि मैं तुमरे ऊपर पूरी तरह से निर्भर हुई सकथौं! \c 8 \s मसीह दान \p \v 1 मेरे भईय्यौ और बहेनियौ हम तुमकै परमेस्वर के बौ अनुग्रह की खबर देथैं जो मकिदुनिया की कलीसियन मैं भौ। \v 2 बड़ा खतरनाक परेसानी मैं उनकी बड़ा खुसी और भारी कंगाली मैं एक हुईकै उनकी बड़ी दया छलक पड़ी है। \v 3 उनके बारे मैं मेरी जौ गभाई है कि बे ना खाली उतनोई दईं, जितनी उनकी सामर्थ्य रहै पर कहूँ अगरो दईं हैं, जौ बे अपने मन से दईं हैं। अपनी इच्छा से \v 4 बे तौ हमसे खूबै नहोरे करत भइ आनो चाँहीं कि उनकै पवित्र लोगन के अनुग्रह की मदत मैं यहूदिया की सेवकाई की संगती मैं आन को मौका मिल जाबै। \v 5 और जैसी हम आस रखे रहैं! बैसिये नाय; और बे प्रभु कै, फिर परमेस्वर की मरजी से हमकै भी अपने आपकै दै दईं। \v 6 जहे ताहीं हम तीतुस कै समझाए कि जैसो बौ अग्गु सुरु करी रहै, जाकै जारी रखन और प्यार की जौ खास सेवा अनुग्रह के जरिया पूरो करन मैं तुमरी मदत करन के ताहीं। \v 7 जहे ताहीं जैसो तुम हर बात मैं मतलब बिस्वास, बचन, ग्यान, और हर तरहन की परेसानी मैं, और प्यार मैं जो तुम हमसे करथौ, बढ़त जाथौ, बैसिये जहो अनुग्रह और दान के काम मैं उत्सुकता से बढ़त जाबौ। \p \v 8 मैं कोई आग्या नाय बनाए रौ हौं। पर जौ दिखान ताहीं कि दुसरेन कि मदत करन के ताहीं कितनो खुस हौं, मैं जौ परखन की कोसिस कर रहो हौं, कि तुमरो खुद को प्यार कितनो सच्चो है। \v 9 तुम हमरे प्रभु ईसु मसीह के अनुग्रह और किरपा कै जानथौ; बौ जितनो सेठ रहै, बौ तुमरी खातिरदारी के ताहीं खुदकै कंगाल बनाए दई, ताकी तुम बाकी गरीबी की बजह से सेठ बन सकौ। \p \v 10 जौ बात मैं मेरी राय जहे है, जामैं तुमरो भलो है पिछले साल तुम दान दै भी और दान देन की इच्छा मैं तुम अग्गु रहो। \v 11 जहे ताहीं, जो काम तुम सुरु करे रहो, बाकै पूरो करौ, जौ काम कै खतम करन ताहीं बैसिये तेजी दिखात रहाबौ, जैसे जाकी तैयारी करन दफे रहो। जाकै खतम करन दफे अपनी बेईं पूँजी और हिम्मत से करौ, जो जौ समय तुमरे पास है। \v 12 अगर कोई की दान देन की इच्छा है, तौ जो कछु बाके झोने है, बहे के हिसाब से बाको दान अपनाओ जागो, ना कि बाके हिसाब से, जोके झोने नाय है। \p \v 13 हमरो मतलब जौ नाय है कि दुसरेन की भलाई करन के चक्कर मैं तुम खुद दुख झेलौ, हमरो लक्छ खाली फैसला करनो है। \v 14 जौ समय तौ तुमरी बढ़ोतरी उनकी जरूरत पूरी करन ताहीं काफी है, कहु जहो हुई सकथै कि तुम्हऊँ कै जरूरत पड़ै, और बे अपनी बढ़ोतरी मैं से तुमरी मदत करैं, तौ दोनों पक्छ बराबर हुई जांगे। \v 15 सास्त्र मैं जैसो लिखो है, “जो गजब जोरी है, बौ कछुए अगरो नाय पाई, और जो कम जोरी है, बौ कछु कमी महसूस नाय करी।” \s तीतुस और बाके संगी \p \v 16 तीतुस के मन की उत्सुकता से मैं तुमरे ताहीं ऐसी खुसी जगान ताहीं मैं परमेस्वर को धन्यवाद देथौं! \v 17 बौ हमरो प्रोत्साहित करनो मान लई और गजब खुस हुईकै बौ अपनी मरजी से तुमरे झोने गौ है। \v 18 हम बाके संग बहो भईय्या कै भेजे हैं, जोको नाओं सुसमाचार के बारे मैं सब कलीसियन मैं फैलो पड़ो है। \v 19 इतनोईं नाय, और बौ कलीसिया के जरिये ठहराओ भी गौ है, कि जौ दान के काम ताहीं हमरे संग जाबै। हम जौ सेवा जौ ताहीं करथैं, कि प्रभु की महिमा और हमरे मन की तैयारी दिखाए जाबै। \p \v 20 हम जौ बात मैं चौकन्ने रहथैं, कि जे भले काम के बारे मैं, जोकी सेवा हम करथैं, कोई हमरे ऊपर उँगरिया नाय उठाए पाबै। \v 21 हमरो लक्छ खाली बहे है, जो ना खाली प्रभु की नजर मैं, बल्किन दुसरेन की नजरौं मैं सई है।\x + \xo 8:21 \xo*\xt नीतिवचन 3:4\xt*\x* \p \v 22 जहे ताहीं हम अपने भईय्या कै उनके संग भेज रै हैं; हम तमान बार बाकै परखे, और देखे कि बौ हमेसा मदत के ताहीं बड़ा बेचैन रहै, और सब जब बाकै अपने आप मैं इतनो भरोसा है, तौ बौ मदत के ताहीं औरौ भौत बेचैन है। \v 23 अगर कोई तीतुस के बारे मैं पूँछै, तौ बौ मेरो संग को और तुमरी मदत करन ताहीं मेरे संग काम करथै; और अगर हमरे भईय्यन के बारे मैं पूँछै, तौ बे कलीसियन के भेजे भै और मसीह की महिमा हैं। \v 24 और अपनो प्यार और हमरो घमंड जो तुमरे बारे मैं है, कलीसियन के अग्गु पूरो करकै उनकै दिखाबौ। \c 9 \s संग के मसीहियन के ताहीं मदत \p \v 1 यहूदिया मैं परमेस्वर के पवित्र लोगन कै भेजी जान बारी सेवकाई की मदत के बारे मैं तुमकै लिखन के ताहीं सई मैं मेरी कोई जरूरत नाय है। \v 2 मोकै पता है, कि तुम मदत करन ताहीं समरे हौ, और मैं मकिदुनिया के आदमिन के अग्गु तुमरे ऊपर घमंड दिखाथौं, “कि भईय्यौ और बहेनियौ अखाया के भईय्यौ और बहेनियौ एक साल से समरे हैं, और तुमरी धुन और गजबन कै भी उभारी है।” \v 3 अब मैं भईय्यौ और बहेनियौ कै जौ ताहीं भेजो हौं, कि हम जो घमंड तुमरे बारे मैं दिखाए, बौ जौ बात मैं बेकार नाय जाबै; और जैसी मैं कहो, बैसिये तुम समरे रहबौ। \v 4 ऐसो नाय होबै कि अगर कोई मकिदुनिया मैं रहन बारे मेरे संग आमै, और तुमकै समरे भै नाय पामैं, तौ हुई सकथै कि जौ भरोसे कि बजह से हमकै सरम लगै, अपनी सरम कि बात करन के ताहीं ना, ऐसो महसूस करन के ताहीं! \v 5 इसलै मैं सोचो कि जे भईय्यन और बहेनियन से नहोरे करनो जरूरी है कि तुम मेरे अग्गु जाबौ और जो वरदान तुम देन को वादा करे रहो, बामै पहलेई से तैयार हुई जाबौ। तौ जौ तैयार हुई जागो जब मैं आंगो, और जौ दिखागो कि तुम देथौ काहैकि तुम चाहथौ, इसलै नाय कि तुमकै करने है। \p \v 6 पर बात जौ है जो थोड़ी\f + \fr 9:6 \fr*\ft कंजूसी से\ft*\f* बोथै, बौ थोड़ी काटैगो भी; और जो जाधे बोथै, बौ जाधे काटैगो। \v 7 हर एक जनी जैसो मन देन को सोची है, बैसोई दान करै; जौ नाय कि कुड़-कुड़ाएकै और ना कोई के दबाब से देमैं; परमेस्वर खुसी से देनबारे से प्यार करथै। \v 8 परमेस्वर सब तरहन की दया तुमकै खूबै करकै दै सकथै, जोसे हर बात मैं और हर समय, सबै कछु, जो तुमकै जरूरी है, तुमरे झोने रहबै; और हर एक भले काम के ताहीं तुमरे झोने भौत कछु होबै। \v 9 जैसो सास्त्र कहथै: \q1 “बौ बिगदाए दई, बौ कंगालन कै दान दई, \q2 बाको धर्म हमेसा बनो रहबैगो।”\x + \xo 9:9 \xo*\xt भजन संहिता 112:9 \xt*\x* \p \v 10 और जो बोन बारे बीज, और खान के ताहीं रोटी देथै, बौ तुमकै बीज देगो, और बाकै फल लान बारो बनागो; और तुमरे धर्म के फलन कै बढ़ाबैगो।\x + \xo 9:10 \xo*\xt यसायाह 55:10\xt*\x* \v 11 बौ हमेसा तुमकै हर समय दानिय्येल बनान के ताहीं हिसाब को सेठ बनागो, ताकी भौत से लोग तुमरे वरदान के ताहीं परमेस्वर को धन्यवाद करैं जो बे हमेसा लेथैं। \v 12 जौ सेवा कै पूरो करन से ना खाली पवित्र आदमिन की जरूरत पूरी होथै, बल्किन आदमिन के घाँईं से परमेस्वर को भी गजब धन्यवाद होथै। \v 13 जौ सेवा को सबूत अपनाय कै बे परमेस्वर की महिमा दिखाथै, कि तुम मसीह के सुसमाचार कै मानकै बाके नीचे रहथौ, और उनकी, और सबकी मदत करन मैं दया दिखात रहथौ। \v 14 और बे तुमरे ताहीं प्रार्थना करथैं; बौ जौ ताहीं कि तुमरे ऊपर परमेस्वर की बड़ी दया है, तुमरी तड़प लगी रहथै। \v 15 आबौ हम परमेस्वर को, बाके दै भै दान के ताहीं जो कहो नाय जाए सकथै, बाके ताहीं बाको धन्यवाद देमैं! \c 10 \s पौलुस को अधिकार प्रभु से \p \v 1 मैं बहे पौलुस जो तुमरे अग्गु दीन हौं, और तुमसे दूर होन मैं नाय डरान बारो बन जाथौं, तुमकै मसीह की दया और कोमलता की बजह से समझाथौं \v 2 मैं तुमसे बिनती करथौं, कि मेरे आन मैं मोकै कठोर होन ताहीं मजबूर नाय करैं; मोकै बिस्वास है, कि मैं उन इंसानन के संग कठोरता से निपट सकथौं, जो कहथैं, कि हम सरीर के इरादे से काम चलन बारे समझथैं। \v 3 काहैकि अगर हम सरीर मैं चलथैं फिरथैं, तहुँओं सरीर के हिसाब से नाय लड़थैं। \v 4 हम अपनी लड़ाई मैं जो हथियारन को इस्तमाल करथैं, बे दुनिया के हथियार नाय हैं, बल्किन परमेस्वर के ताकतबर हथियार हैं, जोको इस्तमाल हम गढ़ कै खतम करन ताहीं करथैं। हम झूठी गभाईयन कै खतम करथैं; \v 5 हम परमेस्वर के ग्यान के बिरोध मैं उठन बारी हर गौरवपूर्ड़ बाधा कै नीचे खींचथैं; हम हर बिचार कै बंधी बनाथैं और जाकै मसीह को पालन करते हैं। \v 6 और समरे रहथैं कि जब तुमरो काम पूरो हुई जाबै, तौ हर एक जैसिन कै आग्या नाय मानन बारेन कै सजा देमैं। \p \v 7 तुम चीजन कि बाहरी उपस्थिति कै देखरै हौ। का कोई ऐसो आदमी है जो खुदकै या खुदकै मसीह से संबंधित मानथै? ठीक है, उनकै फिर से अपने बारे मैं सोचन देमैं, काहैकि हम मसीह के उतनोई हैं जितने बे करथैं। \v 8 तुमरे बिनास के ताहीं ना, बल्कि तुमरे आध्यात्मिक निर्माड़ के ताहीं हमैं प्रभु से जो अधिकार मिलो है, अगर मैं बाके ऊपर जाधे गरब कर रौ हों, तौ मोकै जौ बात की कोई सरम ना है। \v 9 जौ मैं इसलै कहरौ हौं, कि चिट्ठिन के जरिये तुमकै डरपान बारो ना बनौ। \v 10 बे कहथैं, “कि पौलुस की चिट्ठीयैं तौ गंभीर और मजबूत है, लेकिन जब बौ आदमी मैं हमरे संग होथै, तौ बौ सरीर मैं कमजोर होथै, और बाके सब्द कुछ भी ना होथैं!” \v 11 ऐसे आदमिन कै जौ समझनो चाहिए कि जब हम दूर होथैं तौ हम अपनी चिट्ठिन मैं जो लिखथैं बामै कोई अंतर ना होथै और जब हम तुमरे संग होथैं तौ हम का करंगे। \p \v 12 हमरी इतनी हिम्मत ना है कि हम अपने आपकै उनके संग मैं गिनैं। या फिर उनकै अपने से मिलामै! जो अपनी मोहों बड़ाँईं खुदै करथैं, और खुदकै आपसै मैं नाप तोलकै एक दुसरे से मिलाएकै गधन जैसी करथैं! \v 13 हम तौ हद से जाधा कतई घमंड ना करंगे, खाली बहे हद तक घमंड करंगे, जितनो परमेस्वर हमकै हक दई है, और बामै तुम्हऊँ आए गै हौ, और बहे के हिसाब से घमंड करंगे, और जामैं हमरो काम भी सामिल है। \v 14 हम अपनी औकात से बाहर अपने आपकै बड़ानो नाय चाहथैं, जैसे कि तुमरे ले नाय पुगन की हालत मैं होतो, लेकिन मसीह को सुसमाचार सुनात भइ तुमरे ले पुग चुको है। \v 15 और हम अपनी हद से बाहर दुसरे के काम मैं गुमान नाय करथै; लेकिन हमकै आस है, कि जैसे-जैसे तुमरो बिस्वास बढ़तै जागो, बैसिये हम अपनी हद के हानी तुमरी बजह से औरौ बड़तै जामंगे। \v 16 फिर हम तुमरे अलावा दुसरे देसन मैं सुसमाचार को प्रचार कर सकथैं और कोई छेत्र मैं पहले से करे गै काम के बारे मैं घमंड ना करनो चाहिए। \p \v 17 लेकिन जैसो कि सास्त्र कहथै, “जो कोई घमंड करनो चाहथै बाकै जौ बात मैं घमंड करनो चाहिए कि प्रभु का करी है।” \v 18 काहैकि जौ बे लोगन के ताहीं है जिनकै प्रभु अच्छी तरह से समझथैं जो बास्तव मैं अपनाओ जाथै, ना बे लोग जो खुद के बारे मैं अच्छो सोचथैं। \c 11 \s पौलुस और गलत प्रेरित \p \v 1 अगर तुम मेरी मूर्खता झेल लेते तौ का भलो होतो; हाँ, मेरी झेलियो लेथौ! \v 2 मैं तुमरे बारे मैं परमेस्वर कि धुन लगाए रखाथौं, जौ ताहीं कि मैं एकै आदमी से तुमरी बात चलाओ हौं, तुमकै सुद्ध कुवाँरी के हानी मसीह के संग बिहा करन को वादा करो हौं। \v 3 मोकै डर है कि तुमरे दिमाक भ्रस्ट हुई जांगे और तुम मसीह के ताहीं अपनी पूरी पवित्रता कै छोड़ देगे, बसिये जैसे हव्वा कै साँप को चालाँक झूठ धोका दई रहै। \v 4 काहैकि तुम खुसी-खुसी कोई कै भी बरदास कर लेथौ जो तुमरे झोने आथै और एक अलग ईसु को प्रचार करथै, ना कि बौ जो हम प्रचार करे रहैं; और तुम आत्मा और सुसमाचार कि आत्मा और तुमसे मिलै भै सुसमाचार कै पूरी तरह से अपनाथौ! \p \v 5 मोकै ना लगथै, कि मैं कोई से कछु बात मैं बड़े से बड़े “प्रेरितन” से कम नाय हौं। \v 6 अगर मैं बोलन मैं अनाड़ी हौं, लेकिन अकल मैं नाय हौं। हम जाकै हर बातन मैं सब तरहन से तुमरे लै दिखाए हैं। \p \v 7 जब मैं तुमकै परमेस्वर को सुसमाचार को उपदेस दौ तौ मैं तुमसे को फीस ना लौ; मैं तुमकै जरूरी बनान के ताहीं खुदकै विनम्र बनाओ। का बौ मेरे ताहीं पाप रहै? \v 8 मैं और दुसरी कलीसियन कै लूटो, मतलब मैं उनसे दिहाड़ी लौ ताकी तुमरी सेवा करौं। \v 9 और जब मैं तुमरे संग रहौं और मोकै घटी पड़ी, तौ मैं कोई के ऊपर बोझ नाय डारो, भईय्या मकिदुनिया से आयकै मेरी घटी कै पूरो करीं;\x + \xo 11:9 \xo*\xt फिलिप्पियों 4:15-18\xt*\x* और मैं हर बातन मैं अपने आपकै तुमरे ऊपर बोझ बनन से रोको: और रोके रखांगो! \v 10 अगर मेरे अंदर मसीह की सच्चाई है, तौ अखाया देस मैं कोई मोकै जौ घमंड से ना रोकैगो। \v 11 काहेकै? का जौ ताहीं कि मैं तुमसे प्यार नाय करथौं? परमेस्वर जौ जानथै, कि मैं प्यार करथौं! \p \v 12 लेकिन जोमैं करथौं, बहे करत रैहंगो; कि जो “प्रेरित” दाँव ढूँड़थैं, उनकै मैं दाँव मिलन नाय देमौं, ताकी जो बात से बे घमंड करथैं, बामै बे हमरे बराबर माने जामैं। \v 13 ऐसे लोग झूठे प्रेरित, और छल से काम करन बारे हैं, और मसीह के असली प्रेरितन के हानी दिखन के ताहीं खुदकै भटकाथैं। \v 14 और जौ अचम्मो होन बारी बात नाय है! सैतान खुदै ज्योतिर्मै स्वर्गदूत को रूप धरथै! \v 15 जहे ताहीं अगर बाके सेवा करन बारेयौ धर्म सेवा के सेवक के तराहनी रूप धरैं, तौ कोई बड़ी बात नाय है, लेकिन उनको खात्मा उनके कामन के हिसाब से होगो। \s प्रेरित के रूप मैं पौलुस को दुख \p \v 16 मैं फिर से कहथौं, कोई मोकै मूर्ख नाय समझै; ना तौ मूर्खै समझकै मेरी सह लेयौ, ताकी थोड़ी सो महुँ घमंड कर सकौं। \v 17 जौ आत्मविस्वासी बेधड़क घमंड से जो कछु मैं कहथौं, बौ प्रभु की आग्या के हिसाब से\f + \fr 11:17 \fr*\ft प्रभु के रहा पर\ft*\f* नाय पर मानौं मूर्खतै से कहथौं। \v 18 जबकी भौत से लोग सरीर के हिसाब से घमंड करथैं, तौ महुँ ऐसोई करंगो। \v 19 तुम तौ समझदार हुईकै खुसी से मूर्खन की सह लेथौ! \v 20 तुम कोई कै भी झेलथौ जो तुमरे बारे मैं आदेस देथै या तुमरो फायदा उठाथै या तुमकै फसाथै या तुमकै नीचो दिखाथै या तुमकै चाँटा मारथै। \v 21 मोकै सरम आथै कि हम बे चीजन कै करन के ताहीं बड़ा डराय गै रहै! अगर कोई मैं कोई चीज के बारे मैं सेखी मारन कि हिम्मत करथै, मैं मूर्खता से कहथौं, तौ महुँ हिम्मत करथौं। \v 22 का बेईं इब्रानी हैं? महुँ हौं; का बेईं इस्राएली हैं? महुँ हौं। का बेईं अब्राहम के बंस हैं? महुँ हौं। \v 23 का बेईं मसीह की सेवा करन बारे हैं (मैं पागल हानी कहथौं) मैं उनसे अच्छो सेवक हौं! जद्धे मेहनत करन मैं; बार-बार कैद होन मैं; कोड़े खान मैं; बार-बार मौत के जोखिमन मैं।\x + \xo 11:23 \xo*\xt प्रेरितो 16:23\xt*\x* \v 24 पाँच बार मैं यहूदियन के हाथ से उन्तालीस कोड़े खाओ;\x + \xo 11:24 \xo*\xt व्यवस्थाविवरन 24:3\xt*\x* \v 25 तीन बार मैं बेंथ कि मार खाओ; एक बार मेरे ऊपर पथराव करो गौ; तीन बार जहाज जिनमैं मैं चढ़ो रहों, एक बार मैं चौबीस घंटा पानी मैं बिताओ।\x + \xo 11:25 \xo*\xt प्रेरितो 16:22; 14:19\xt*\x* \v 26 मैं बार-बार सफर मैं; नदियन के खतरन मैं; डाँकुअन के खतरन मैं; अपने संग बारे यहूदिन से खतरन मैं, और गैर यहूदि के खतरन मैं; सहरन मैं खतरन, बन के खतरन मैं; ऊँचे समुंदर के खतरन मैं; झूठे दोस्तन के बीच खतरन मैं रहो\x + \xo 11:26 \xo*\xt प्रेरितो 9:23; 14:15\xt*\x*। \v 27 मैं भौत रातन कि नींद हराम करत भइ मेहनत और लंबे समय ले काम करो हौं। मोकै भूंक और प्यास लगी है और मैं अक्सर बिना खानु खाए चलो जाथौं। मैं ठंड मैं कपकपाए रौ हौं, बिना लत्तन के मोकै गरम रखत के ताहीं। \v 28 और दुसरी बातन कै छोड़कै जोकी बात मैं नाय करथौं, सब कलीसियन की फिकर रोजाना मोकै दबाथैं। \v 29 कौनकी कमजोरी से मैं कमजोर नाय होथौं? कौनके ठोकर खान से मेरो जी नाय दुखथै। \p \v 30 अगर घमंड करनो जरूरी है, तौ मैं अपनी निर्बलता की बातन मैं घमंड करंगो। जौ दिखाथै कि मैं कितनो कमजोर रहौं। \v 31 प्रभु ईसु को परमेस्वर और परम दऊवा जो हमेसा धन्य है! बौ जानथै कि मैं झूठ नाय बोलथौं। \v 32 जब मैं दमिस्क मैं रहैं, तौ राजा अरितास के अधीन राज्यपाल मोकै गिरफ्तार करन के ताहीं सहर के फाटक मैं पहरुवा लगबाए दई। \v 33 पर मैं बितौला मैं खिड़की से हुईकै दीवार मैं से उतारो गौ, और बाके हात से बच निकरो।\x + \xo 11:33 \xo*\xt प्रेरितो 9:23-25\xt*\x* \fig सहर के फाटक और दीवार मैं आनो|alt="Entrance to the city gate and wall" src="hk00238c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="11:32"\fig* \c 12 \s पौलुस को दरसन और प्रकासन \p \v 1 अभै घमंड करनो मेरे ताहीं ठीक नाय तहुँओं करने पड़थै; जहे मैं प्रभु को दौ भौ दर्सन और प्रकासन की बात करत रहांगो। \v 2 मैं एक पक्के मसीह आदमी कै जानथौं, जौ चौदह साल पहले बाके सरीर कै उच्चतम स्वर्ग ले छीन लौ गौ रहै, मोकै नाय पता है कि जौ बास्तव मैं भौ रहै या का बाके पास एक नजरिया रहै, खाली परमेस्वर जानथै। \v 3 हाँ, खाली परमेस्वर जानथै कि मैं अपने सरीर मैं रहौं या अपने सरीर के बाहर। लेकिन मोकै पता है। \v 4 मैं स्वर्ग मैं फस गौ और इत्ती अचम्मि बात सुनो कि उनकै सब्दन मैं कहो नाय जाए सकथै, जिन चीजन कै कोई आदमी कै बतान कि इजाजत ना है। \v 5 ऐसे आदमिन के ऊपर तौ मैं घमंड करंगो, लेकिन अपने ऊपर अपनी कमजोरी कै छोड़, अपने बारे मैं घमंड नाय करंगो। \v 6 अगर मैं घमंड करनो चाहमौं तौ मूर्ख ना होंगो, मैं सच्ची बोलंगो; तहुँओं रुक जाथौं, ऐसो नाय होबै कि जैसो कोई मोकै देखथै या मोसे सुनथै, मोकै बासे बढ़कै समझै। \p \v 7 लेकिन मोकै भौत सानदार चीजन की बजह से गरब से भर जान से रोकन के ताहीं, मोकै एक दर्दनाक सारीरिक बिमारी दई गई, जो सैतान के दूत के रूप मैं मोकै मारन और मोकै गरब करन से रोकन को काम करथै। \v 8 जाके बारे मैं, मैं प्रभु से तीन बार प्रार्थना करो, कि मोसे जौ दूर हुई जाबै। \v 9 लेकिन उनको जबाब रहै: “मेरो अनुग्रह और किरपा तुम सबन कि जरूरत है, काहैकि मसीह की सक्ति मेरे ऊपर सबसे बड़ी है जब तुम कमजोर होथौ।” \v 10 मैं मसीह के खातिर कमजोरियन मैं, अपनान मैं, तकलीफन मैं, जुल्मन मैं और मुस्किल मैं संतुस्ट हौं। काहैकि जब मैं कमजोर होथौं, तौ मैं मजबूत होथौं। \s कुरिन्थियन के ताहीं पौलुस की चिंता \p \v 11 मैं मूर्ख तौ बनो, लेकिन तुम्हईं मोकै जौ करन ताहीं मजबूर करे। तुमकै तौ मेरी बड़ाँईं करनो चाहिए रहै, अभै मैं कछु नाय हौं, लेकिन मैं बे खास लोगन के ताहीं कोई भी तरह से नीच ना हौं जो तुमरे “प्रेरितन” के ताहीं है। \v 12 कई चिन्ह चमत्कार और चमत्कार जो जौ साबित करथैं कि मैं एक प्रेरित हौं, भौत धीरज के संग तुमरे बीच करो गौ। \v 13 खाली एक चीज जोमैं करन मैं असफल रहो, जोमैं दूसरे कलीसियन मैं करत रहौं, बौ जौ कि तुमरे ताहीं वित्तिय बोझ बननो। किरपा करकै मोकै जौ अधर्म के ताहीं माफ करौ! \p \v 14 देखौ, मैं तिसरी बार तुमरे झोने आन के ताहीं तैयार हौं, और मैं तुमरे ऊपर कोई बोझ नाय डारंगो, मैं तुमरी जायदाद नाय हौं लेकिन तुम्हईं कै चाहथौं। बालकन कै अईय्या-बाबा के ताहीं धन नाय बटोरनो चाहिए, पर अईय्या-बाबा कै बालकन ताहीं जोड़नो चाहिए। \v 15 मोकै तुमरी मदत करन के ताहीं मेरे पास, और खुद के संग-संग सबै खर्चा करन मैं खुसी होगी। का तुम मोकै कम प्यार करैगे काहैकि मैं तुमसे भौत प्यार करथौं? \p \v 16 तुम सहमत होगे, फिर, कि मैं तुमरे ताहीं बोझ ना रहौं। लेकिन कोई कहगो कि मैं चालाँक रहौं, और तुमकै झूठ से फलाए लौ। \v 17 कैसे? भलो जिनकै मैं तुमरे झोने कोई दूत कै पनारो, का उनमैं से कोई के जरिया मैं छल करकै तुमसे कछु फायदा लौ? \v 18 मैं तीतुस कै समझाए कै बाके संग दुसरे मसीह भईय्या कै पनारो, तौ का तीतुस तुमसे छल करकै तुमसे कछु लई? का हम एकै आत्मा के चलाय ना चले? का एकै रहामैं नाय चले? \p \v 19 सायद तुम सोचथौ कि हम सब तुमरे सामने खुदकै बचाव करन कि कोसिस कर रै हैं। न! हम बोलथैं कि मसीह हममैं परमेस्वर कि उपस्थिति मैं बोलन कि कोसिस करैगो, और हम जो कुछ भी करथैं, प्रिय दोस्तौ, तुमरी मदत करन के ताहीं करो जाथै। \v 20 मोकै डर है, कहूँ ऐसो नाय होबै कि मैं आयकै जैसो चाहथौं, बैसो तुमकै नाय पामौ; और महुँ कै जैसी तुम ना पसंद करथौ बैसिये पाबौ; और तुमसे लड़ाई, सताव, गुस्सा, बिरोध, नफरत, चुगली, गुमान और बखेड़ा होमैं। \v 21 और कहूँ ऐसो नाय होबै कि मेरो परमेस्वर मोकै फिर से तुमरे झोने आन ताहीं जबरजत्ती करै, और मोकै भौतन के ताहीं फिर से दुखी होन पड़ै, जो पहले पाप करीं रहैं और असुद्ध काम, व्यभिचार और लुचपन से, जो कि बे करीं, मन नाय बदलीं। \c 13 \s आखरी चितौनी और अभिवादन \p \v 1 अब तिसरी बार मैं तुमरे झोने आथौं। “दुई या तीन गभन” के मोहों से हर बात मानी जागी\x + \xo 13:1 \xo*\xt व्यवस्थाविवरन 17:6; 19:15\xt*\x*-जैसी कि सास्त्र कहथै। \v 2 मैं बे लोगन से कहनो चाहथौं जो पहले पाप करी हैं, और सब दूसरेन के ताहीं; मैं तुमकै अपनी दूसरी सफर के दौरान पहले कहो रहौं, लेकिन मैं जाकै अब फिर से कहमंगो कि मैं दूर हौं: अगली बार जब कोई ना आगो तौ मैं सजा से बचंगो। \v 3 तुमरे झोने सबै सबूत होंगे जो तुम चाहथौ कि मसीह मेरे जरिये से बोलथै। जब बौ तुमरे संग बर्ताव करथै, तौ बौ कमजोर ना होथै; जाके बदले, बौ तुमरे बीच अपनी सक्ति दिखाथै। \v 4 भलेई जौ कमजोरी रहै कि बाकै क्रूस मैं लटकाए दौ गौ रहै, जौ परमेस्वर कि सक्ति से है कि बौ जिंदो है। बाके संग हमउँ कमजोर हैं; लेकिन तुमरे संग हमरे रिस्ता मैं हम बाकी जिंदगी मैं परमेस्वर कि सक्ति कै सामिल करैं। \p \v 5 अपने आपकै परखौ, कि बिस्वास मैं हौ कि नाय हौ। अपने आपकै परखौ। का तुम अपने बारे मैं जौ नाय जानथौ, कि ईसु मसीह तुम मैं है? नाय तौ तुम निकम्मे निकरे हौ। \v 6 मोकै भरोसा है कि तुमकै पता होगो कि हम असफल ना हैं। \v 7 हम अपने परमेस्वर से जौ प्रार्थना करथैं कि तुम कोई बुराई नाय करौ, जौ ताहीं नाय कि हम तुमकै खरे दिखाने, पर जौ ताहीं कि तुम भलाई करौ, चाँहे हम निकम्मे माने जामैं। \v 8 काहैकि हम सच्चाई के बिरोध मैं कछु नाय कर सकथैं, लेकिन सच्चाईये के ताहीं कर सकथैं। \v 9 जब हम कमजोर हैं और तुम ताकतबर हौ, तौ हम खुस होथैं, और जहो प्रार्थना करथैं कि तुम मजबूत हुई जाओ। \v 10 इसलै मैं तुमसे दूर रहन के दौरान जौ लिखथौं; जौ इतनो है कि जब मैं पौहोचंगो तौ प्रभु मोकै जो अधिकार दई है, बाको इस्तमाल करन के ताहीं तुमकै अधिकार ना देने पड़ैगो। \p \v 11 और अब, मेरे भईय्यौ और बहेनियौ, अलविदा! हमेसा के ताहीं कोसिस; मेरी मिन्नत कै सुनौ; एक दूसरे से सहमत; सांति से जियो। और प्यार और सांति के परमेस्वर तुमरे संग रहमंगे। \p \v 12 एक पवित्र चुम्मी के संग एक दुसरे कै नमस्ते करौ। सबै परमेस्वर के लोग तुमकै अपनो अभिवादन भेजथैं। \p \v 13 सब परमेस्वर के पवित्र लोग तुमकै नमस्ते भेजथैं। \v 14 प्रभु ईसु मसीह को अनुग्रह, परमेस्वर को प्यार और पवित्र आत्मा कि सहभागिता तुम सबन के संग रहबै।