\id 1PE - Rana Tharu \ide UTF-8 \h 1पतरस \toc3 1 पतरस \toc2 1 पतरस \toc1 पतरस से पहली चिट्ठी \mt2 पतरस की पहली चिट्ठी \mt1 पतरस की पहली चिट्ठी \imt परिचय \ip 1 पतरस की चिट्ठी प्रेरित पतरस के जरिया लिखी गई रहै। पतरस अपनी चिट्ठी कै सुरु जौ कहत भै करी कि बौ कौन रहै और कौनकै लिखरौ है। बौ बे सबै मसीहियन कै चिट्ठी संबोधित करी जिनकै बौ “अजनबी” कही रहै \xt 1:1\xt*, \xt 1:17\xt*,\xt 2:11\xt*। बौ अपने पढ़न बारेन कै ऐसे कई बार संदर्भित करी काहैकि बे कई देसन मैं बिखरे भै रहैं। काहैकि जौ चिट्ठी कुछ मायने मैं इफिसियों कै लिखी गई पौलुस की चिट्ठी से मिलती-जुलती है, भौत से लोग मानथैं कि 1 पतरस इफिसियों के बाद मसीह के जनम के लमसम 65 साल बाद लिखी गई रहै पतरस जौ चिट्ठी रोम से लिखी रहै जोकै बौ बाबुल कही रहै। \xt 5:13\xt* \ip पतरस कहथै कि बौ जौ चिट्ठी “तुमकै प्रोत्साहित करन और जौ बात की गभाई देन के ताहीं लिखी है कि जौ परमेस्वर को सच्चो अनुग्रह है” \xt 5:12\xt*। \xt 1 पतरस 2:11–3:7\xt*, \xt इफिसियों 5:18–6:9\xt*, और \xt कुलुस्सियों 3:18–4:6 \xt*के बीच तमान समानताएं हैं। जे तीनौ खंड पारिवारिक संबंध और आग्या पालन अधिकारियन के बारे मैं निर्देस देथैं। बौ मसीहियन कै भी प्रोत्साहित करथै कि जब दुख होबै, तौ दृढ़ रहमैं काहैकि अंत झोने है। \xt 4:1\xt* \iot रूपरेखा: \io1 1. पतरस अपनो परिचय देथै और अपने पढ़न बारेन कै संबोधित करथै। \ior 1:1-2\ior* \io1 2. फिर बौ, बौ उद्धार के ताहीं परमेस्वर को धन्यवाद करथै जोकै बे सब साझा करथैं और जो उनके जीवन के ताहीं का मायने रखथै। \ior 1:3–2:10 \ior* \io1 3. जाके बाद बौ विस्वासिन कै निर्देस देथै कि कैसे दुनिया मैं अच्छी तरह से रहने है कई संबंधन कै संबोधित करथै जैसे कि लोगा-बईय्यर और सेवक और मालिक के बीच होथै। \ior 2:11–4:11 \ior* \io1 4. जाके बाद पतरस उनकै दुख सहन मैं लगे रहन के ताहीं प्रोत्साहित करथै। \ior 4:12–5:11 \ior* \c 1 \p \v 1 पतरस से, ईसु मसीह के प्रेरित परमेस्वर के चुने भै लोगन के ताहीं जो पुन्तुस, गलातिया, कप्पदूकिया, आसिया, और बितूनिया के देसन मैं बिखरे भै प्रवासी के नाई रैहथैं। \v 2 तुमकै दऊवा परमेस्वर के भविस्य ग्यान के अनुसार चुनो गौ रहै और ईसु मसीह के आग्या पालन और बाके सौंपे भै खून के जरिये सुद्ध होन के ताहीं जो बाकी आत्मा के जरिये अलग करो गौ है भरपूर अनुग्रह और सांति तुमकै मिलत रहबै। \s एक जिंदी आसा \p \v 3 आबौ हम अपने प्रभु ईसु मसीह और परमेस्वर दऊवा को धन्यवाद करैं! अपनी महान दया के कारड़ बे ईसु मसीह कै मौत से जिंदो उठाएकै हमैं एक नई जिंदगी दई। जौ हमैं एक जिंदी आसा के आर्सिवाद से भर देथै, \v 4 मतलब एक अविनासी और निरमल, और अमर बिरासत के ताहीं जो तुम्हारे ताहीं स्वर्ग मैं रखी है, \v 5 बे तुमरे ताहीं हैं, जो बिस्वास के जरिये से परमेस्वर की सामर्थ्य के जरिये बौ उद्धार के ताहीं सई सलामत रखे जाथैं जो समय के अंत मैं दिखाई देन के ताहीं तैयार है। \p \v 6 जाके बारे मैं तुम भौत खुस रैहबौ, भलेई अब जौ तुमरे ताहीं जरूरी हुई सकथै कि तुम तमान परकार के परखन के बजह से दुखी हौ। \v 7 उनको उद्देस्य जौ साबित करनो है कि तुमरो बिस्वास असली है। हिंयाँ ले कि सोनो, जोकै नास करो जाए सकथै, आगी के जरिया परखो जाथै; और तभई तुमरो बिस्वास, जो सोने से भौत जद्धे कीमती है, जहो परिक्छड़ करो जानो चाहिए, ताकी जौ सहन हुई सकै। तौ तुमकै ईसु मसीह के दिखाई देन के दिन बड़ाँईं और महिमा और आदर मिलैगो। \v 8 तुम बासे प्रेम करथौ लेकिन तुम बाकै नाय देखे हौ, और तुम बाके ऊपर बिस्वास करथौ, हालाकि अब तुम बाकै नाय देखथौ। तभई तुम बौ बड़े और महिमा मैं खुसी से भर गै हौ जोकै सब्द बयाँ नाय कर सकथैं, \v 9 तुम अपनी आत्मन को उद्धार ले रहे हौ, जो तुमरे मन के भीतरी बिस्वास को उद्देस्य है। \p \v 10 जौ ऐसे उद्धार के बारे मैं है जोकै भविस्यवक्ता सतर्क हुई कै ढूँड़ीं और जाँची, और बे जौ अनुग्रह के बारे मैं भविस्यवाँड़ी करथैं जो परमेस्वर तुमकै देगो। \v 11 बे जौ पता लगान की कोसिस करीं कि समय कब होगो और कैसे आगो। जौ बौ समय रहै, जामैं मसीह की आत्मा भविस्यवाँड़ी करत रहै, मसीह कै बे कस्टन को अनुमान लगान के ताहीं, जिनकै झेलने होगो और महिमा कै अपनाने होगो। \v 12 परमेस्वर जे नबियन कै बताई कि उनको काम उनके अपने फायदे के ताहीं नाय रहै, लेकिन तुमरी सेवा के ताहीं है, जैसी कि बे उन चीजन के बारे मैं बात करीं, जो तुम अब बे दूतन से सुने हौ, जो स्वर्ग से भेजी गई पवित्र आत्मा की सक्ति से सुसमाचार को ऐलान करीं। जे ऐसी चीजैं हैं जिनकै देवदूतौ समझनो चाहंगे। \s पवित्र जिंदगी जीन के ताहीं एक बुलाहट \p \v 13 जौ बजह से अपने-अपने दिमाक कै तैयार रखौ, और सतर्क रहकै बौ अनुग्रह की पूरी आसा रखौ, जो ईसु मसीह के सामने आन पोती तुम्हैं मिलन बारो है। \v 14 परमेस्वर के आग्याकारी बनौ, और अपनी जिंदगी कै बे इच्छन से आकार मत लेन दियौ, जो तुमरे झोने तौ रहै जब तुम हबऊ अग्यानी रहौ। \v 15 जाके बजाय, तुम जो करथौ, बामै पवित्र बनौ, जैसो की तुमकै पुकारन बारो परमेस्वर पवित्र है। \v 16 सास्त्र कहथै, “पवित्र बनौ काहैकि मैं पवित्र हौं।” \p \v 17 जब तुम परमेस्वर से पुकारकै प्रार्थना करथौ, तौ तुम बाकै दऊवा कहथौ, जो एकै मानन बारे के जरिया सबै लोगन को न्याय करथै, हर एक जो करीं हैं बाके अनुसार; तौ फिर, अपनी जिंदगी की बची भइ जिंदगी बाके ताहीं आदर से पृथ्वी मैं गुजारौ। \v 18 तुम जानथौ कि तुमरे बड़े-बूढ़े के जरिया दई गई जिंदगी कै बेकार तरीका से तुमकै छुड़ान के ताहीं का भुगतान करो गौ रहै। जौ ऐसो कुछ नाय रहै जोकै नास करो जाए सकथै, जैसे कि चाँदी या सोनो; \v 19 जौ मसीह को कीमती खून रहै, जो निर्दोस या बेदाग एक मेमना के जैसी रहै। \v 20 बौ परमेस्वर के जरिया दुनिया के बनन से पहले चुनो गौ रहै और जे आखरी दिनन मैं तुमरे ताहीं दिखाई दौ रहै। \v 21 बाके जरिया से तुम परमेस्वर मैं बिस्वास करथौ, जो बौ मौत से जिंदो करी और बौ महिमा दई; और जहे ताहीं तुमरो बिस्वास और आसा परमेस्वर मैं टिकी है। \p \v 22 अब जब तुम सच्चाई को पालन करथौ, तौ तुम खुदकै सुद्ध करे हौ और अपने संगी विस्वासियन के ताहीं इमानदारी से प्रेम करे हौ, एक दुसरे से पूरे मन से गहरो प्रेम करथैं। \v 23 परमेस्वर के जिंदे और अनंत सब्द के जरिया से तुम एक ऐसे अईय्या-दऊवा के बालकन के रूप मैं फिर से पैदा भै हैं जो अविनासी हैं, ना कि नास होन बारे। \v 24 जैसी कि सास्त्र कहथै: \q1 “सबै इंसान घाँस के जैसी हैं, \q2 और उनकी पूरी महिमा जंगली फूलन के जैसी है। \q1 घाँस मुरझाय जाथै, और फूला गिर जाथैं, \q2 \v 25 लेकिन प्रभु को बचन हमेसा के ताहीं बनो रहथै।” \m जौ सब्द सुसमाचार है जो तुमकै ऐलान करो गौ रहै।\x + \xo 1:25 \xo*\xt यसायाह 14:7,8 \xt*\x* \c 2 \s जिंदो पथरा और पवित्र जाति \p \v 1 तभई, अपने तुमकै सबै बुराई से छुटकारा दियौ; कोई और जद्धे झूठ या पाखंड या जलन या बदनामी भाँसड़ के संग करो जाथै। \v 2 नया पैदा भै बालका के जैसी सुद्ध आत्मिक दूद की इच्छा करौ, ताकी जाकै पीन से तुम उद्धार पान के ताहीं बढ़त जाबौ। \v 3 जैसी की सास्त्र कहथै, “तुम अपने ताहीं चखे हौ कि प्रभु कित्तो अच्छो है।” \p \v 4 प्रभु के झोने आबौ, बौ जिंदो पथरा जोकै लोगन के जरिया बेकार समझकै ठुकराओ दौ गौ, लेकिन परमेस्वर बाकै कीमती समझकै चुनी। \v 5 जिंदे पथरन के रूप मैं आबौ, और खुदकै आत्मिक मंदिर के बनन मैं इस्तमाल करौ, जितै ईसु मसीह के जरिया से परमेस्वर कै आत्मिक और अपनान बारो बलिदान देन के ताहीं पवित्र यहूदि नियम के सिक्छक के रूप मैं काम करंगे। \v 6 सास्त्र कहथै: \q1 “मैं एक कीमती पथरा चुनो, \q2 जोमैं सिय्योन पहाड़ मैं बुनियाद के रूप मैं रख रौ हौं; \q2 और जो कोई बाके ऊपर बिस्वास करथै, बौ कहु निरास ना होगो।” \m \v 7 जौ पथरा तुमरे ताहीं जो बिस्वास करथै भौत खास है; लेकिन जो बिस्वास नाय करथैं उनके ताहीं: \q1 “पथरा जोकै राजमिस्त्री बेकार मानकै ठुकराए दई \q2 बहे सबसे खास निकरो।” \m \v 8 और एक और सास्त्र कहथै, \q1 “जौ पथरा लोगन कै ठोकर खबागो, \q2 चट्टान जो उनकै गिराबैगी।” \m बे लड़खड़ाय गै काहैकि उनकै सब्द ऊपर बिस्वास नाय रहै; उनके ताहीं परमेस्वर की इच्छा जहे रहै। \p \v 9 लेकिन तुम चुने भै लोग, राजा के यहूदि नियम के सिक्छक, पवित्र लोग, परमेस्वर के अपने लोग, परमेस्वर के अचम्मे कामन को ऐलान करन के ताहीं चुने गै, जो तुमकै अंधियारे से अपने उजीते मैं मस्काई। \v 10 एक समय ऐसो रहै जब तुम परमेस्वर के लोग नाय रहौ, लेकिन अब तुम उनके लोग हौ; एक समय तुम परमेस्वर की दया कै नाय जानत रहौ, लेकिन अब तुमकै उनकी दया मिल गई है। \s परमेस्वर के दास \p \v 11 मैं तुमसे, प्रिय दोस्तौ, जौ दुनिया मैं अजनबी और परदेसी होन की बजह से नहोरे करथौं! कि सारीरिक मन की चीज के इच्छा के अग्गु मत झुकियो, जो हमेसा आत्मा के खिलाप युद्ध मैं रहथै। \v 12 अपने गैर यहूदि परोसियन के बीच ठीक से रहेन के ताहीं सावधान रहबौ। फिर भलेई बे तुमरे ऊपर गलत काम करन को आरोप लगाथैं, फिर भी बे तुमरे आदर बारे व्यवहार कै देखंगे, और बे परमेस्वर कै आदर महिमा देंगे जब बौ दुनिया को फैसला करैगो। \p \v 13 प्रभु के ताहीं सबै मानवीय अधिकारन को सम्मान करौ, राजा राज्य को प्रमुख होबै, \v 14 और राज्यपालन के ताहीं, जिनकै बाके जरिया चुनो गौ है कि बौ बुराई करन बारेन कै सजा देबै और अच्छो करन बारेन की बड़ाँईं करै। \v 15 काहैकि परमेस्वर चाहथै कि तुम अपने भले कामन के जरिये मूर्ख लोगन की अग्यानी बातन कै चुप कराबौ। \v 16 तुम आजाद लोगन के हानी जीबौ, फिर भी तुम परमेस्वर के दास हौ, तभईये अपनी आजादी को उपयोग बुराई करन के बहाने के रूप मैं मत करौ, परमेस्वर के दास के नाई जीबौ। \v 17 सबन को आदर करौ, अपने संगी विस्वासियन से प्रेम करौ, परमेस्वर से डराबौ और राजा को आदर करौ। \s मसीह के दुख को उदाहरड़ \p \v 18 तुम जो दास हौ, उनकै अपने मालिक के अधिकार कै सबै सम्मान के संग अपनानो चाहिए। बे जो कछु भी करथैं, बाकै बताबौ, ना सिरफ अगर बे दयालु और अच्छे हैं, बल्किन भलेई बे कठोर हैं। \v 19 अगर कोई परमेस्वर के प्रिय विवेकसीलता के बजह से कलेस भोगथै और अन्याय के तरीका से सताओ जाथै, बौ महिमा की बड़ाँईं के काबिल है। \v 20 अगर तुम गलत काम करन के लायक हौ, तौ तुम कौन से सम्मान के ताहीं हौ? लेकिन अगर तुम भलो करे हौ तहुँओं दुख उठाथौ, तौ परमेस्वर तुमकै जाके ताहीं आर्सिवाद देगो। \v 21 जौ जओ बात के ताहीं रहै कि परमेस्वर तुमकै बुलाई, मसीह तुमरे ताहीं खुदकै दुखी करी और एक उदाहरड़ छोड़ दई, ताकी तुम बाके पच्छू चलौ। \v 22 बौ कोई पाप नाय करी, और कोई कहु बाके होटन से झूठ नाय सुनीं। \v 23 जब बाको अपमान करो गौ, तौ बौ अपमान के संग बापस जबाब नाय दई; जब बौ दुखी भौ, तौ बौ धमकी नाय दई, लेकिन बाके आसन कै सई ढंग से फैसला करन बारे परमेस्वर मैं रखी। \v 24 मसीह खुद हमरे पापन कै अपने सरीर मैं लै भै क्रूस मैं चढ़गौ, ताकी हम पाप से मर जाए और धार्मिकता के ताहीं जिंदगी जी सकैं। जौ बाके घाव से है कि तुम चंगे हुईगै हौ। \v 25 तुम भेंड़ के जैसी रहौ जो अपनी राह हरबाए डारी रहैं, लेकिन अब तुमकै मन और आत्मन के बरदिया और रक्छक को अनुसरँड़ करन के ताहीं लौटाय लाओ गौ है। \c 3 \s बईय्यरैं और लोग \p \v 1 बैसिये, तुमकै बईंय्यरौं अपने लोगा के अधिकार कै अपनानो चाहिए। फिर, भलेई कुछ लोग सुसमाचार कै मानन से इंकार कर दियैं, लेकिन तुमरी परमेस्वर कै मानन बारी जिंदगी बिना कोई सब्द के बासे बात करैगो। उनके ऊपर जीत हासिल करी जागी और बे विस्वासी बनंगे, \v 2 बे देखंगे कि तुमरो व्यवहार कित्तो सुद्ध और आदर बारो है। \v 3 तुमकै खुदकै सुगड़ बनान के ताहीं बहारी सुगड़पन की जरूरत नाय है, जैसी कि तुम अपने बारन कै करथौ, या तुमरे जरिया पैंधे गै जेबर, या तुमरे जरिया पैंधे जान बारे लत्ता। \v 4 जाके अलावा तुमरो लुको भौ और गुप्त इंसानियत, भोलोपन और मन की सांत आत्मा की दीनता की अविनासी सजावट से समरो रहबै, काहैकि परमेस्वर की नजर मैं जाको मोल बड़ो है। \v 5 और पुराने समय मैं पवित्र बईंय्यरैं भी, जो परमेस्वर मैं आसा रखत रहैं, अपने आपकै ऐसिये करकै समारतीं और अपने-अपने लोगा के अधीन रहत रहैं। \v 6 सारा ऐसी रहै; बौ अब्राहम की बात मानी और बाकै अपनो गुरु कही। तुम अब बाकी लौड़िया हौ अगर तुम भलो करथौ और कोई भी चीज से ना डराथौ। \p \v 7 बैसिये तुम लोगन कै अपनी बईंय्यरन के संग ठीक समझ के संग रहनो चाहिए कि बे तुमसे नाजुक हैं। उनके संग आदर से पेस आबौ, काहैकि बे भी, तुमरे संग, जिंदगी को परमेस्वर को वरदान लेमंगी। ऐसो करौ कि तुमरी प्रार्थना मैं कछुए बाधा न पड़ै। \s सई करन के ताहीं दुख \p \v 8 आखरी मैं, तुम सबन को दिमाक एक होनो चाहिए एक-दूसरे से सहानुभूति रखाबौ। एक-दुसरे से भईय्या-बहेनिया के जैसी प्रेम करौ। भोलेपन से पेस आबौ और नम्र बनौ। \v 9 बुराई के संग बुराई या स्राप के संग स्राप कै मत भुगतौ; जाके बजाय, आर्सिवाद के संग बापस भुगतान करौ, आर्सिवाद बौ है जो परमेस्वर तुमकै देन को वादा करी रहै जब बौ तुमकै बुलाई रहै। \v 10 जैसी कि सास्त्र कहथै, \q1 “अगर तुम जौ जिंदगी से प्रेम करनो \q2 और अच्छे समय कै देखनो चाहथौ, \q2 तुमकै बुरो बोलन से बचनो चाहिए \q2 और झूठ बोलनो बंद करौ। \q1 \v 11 तुमकै बुराई से दूर रहनो चाहिए और अच्छो करनो चाहिए; \q2 तुम पूरे मन से सांति के ताहीं कोसिस करौ। \q1 \v 12 धर्मी के ऊपर प्रभु देखथै \q2 और उनकी प्रार्थना सुनथै; \q2 लेकिन बौ बुराई करन बारेन को बिरोध करथै।” \p \v 13 अगर तुम जो अच्छो है बाकै करन के ताहीं हुस्कान मैं तुमकै कौन नुकसान पहोंचाबैगो? \v 14 अगर तुम न्याय के वजह से दुख भी उठाबौ, तौ धन्य हौ; पर उनके डरपान से मत डरईयो, और न घबरईयो। \v 15 पर मसीह कै प्रभु जानकै अपने-अपने मन मैं पवित्र समझौ, और बाकै प्रभु के रूप मैं सम्मान दियौ। कोई भी आदमी कै जबाब देन के ताहीं हर समय समरे रहाबौ जो तुमसे तुमरे झोने मौजूद आसा कै समझान के ताहीं कहथै, \v 16 लेकिन भोलेपन और सम्मान के संग करौ। अपने मन कै सपा रखाबौ, ताकी जब तुमरो अपमान करो जाबै, तौ जो लोग मसीह के अगुवन के रूप मैं तुमरे अच्छे व्यवहार की बुराई करथैं, बे जो कहथैं बासे सरमाय जांगे। \v 17 बुराई के ताहीं दुख भोगन के बजाय अगर परमेस्वर की इच्छा होबै तौ भलाई के ताहीं दुख भोगनो अच्छो है। \v 18 तभई कि मसीह भी, मतलब अधर्मियन के ताहीं धर्मी पापन के कारड़ एक बार दुख उठाई, ताकी तुमकै परमेस्वर तक लैजाओ जाए सकै। बाकै सरीर के रूप से मार डारो गौ, लेकिन आत्मा के रूप से जिंदो कर दौ गौ, \v 19 और अपने आत्मिक अस्तित्व मैं जाएकै बौ कैद आत्मन कै उपदेस दई। \v 20 जे बे लोगन की आत्मा रहैं जो परमेस्वर की आग्यन कै मन से यकीन नाय करीं रहैं। जब बौ बे दिनन धीरज से असियात रहैं जब नूह अपने जहाज कै बनात रहै। जहाज मैं कुछ लोग, सबै मैं आठ जनी, पानी से बच गै रहैं, \v 21 जो बपतिस्मा के घाँईं इसारा करत भै एक प्रतीक रहै, जो अब तुमकै बचाथै। जौ सरीर की गंदगी से धोनो नाय है, बल्कि एक अच्छे मन से परमेस्वर से करो गौ वादा है। जौ तुमकै ईसु मसीह के पुनरुत्थान के जरिया से बचाथै, \v 22 जो स्वर्ग मैं चले गौ है और सब स्वर्गदूतन और स्वर्गिय अधिकारी और अचम्मे काम के संग सासन करत भै, परमेस्वर के दहने बैठगौ। \c 4 \s बदली भइ जिंदगी \p \v 1 मसीह सरीर के रूप मैं दुख उठाई, तभईये तुमकै भी अपने कै बहे सोच के संग मजबूत करने होगो जो बाके पास रहै; काहैकि जो कोई सरीर के रूप मैं दुख उठाथै, बौ पाप के संग सामिल नाय है। \v 2 तौ से, तौले, तुमकै अपनी बची भइ सांसारिक जिंदगी कै परमेस्वर की इच्छा से सादनो चाहिए, नाय की इंसानी इच्छन के जरिया। \v 3 तुम अतीत मैं बौ काम कै करन मैं काफी समय बिताए हौ जोकै गैर यहूदि करनो पसंद करथैं। तुमरी जिंदगी अभद्रता, वासना, मद्‌यपान, तांडव, पीन की दावत और मूर्तियन की घिनौनी पूजा मैं बीतो। अनैतिकता और वासना, उनकी दावत और नसा और जंगली दावत, और उनकी मूर्तियन की छिया पूजा मैं समय बिताथैं। \v 4 और अब गैर यहूदि अचम्मो करथैं जब तुम उनकै एकै जंगली और लापरवाह जिंदगी मैं सामिल नाय करथौ, और तभईये बे तुमरी बुराई करथैं। \v 5 लेकिन उनकै खुदकै परमेस्वर कै लेखा-जोखा देने होगो, जो जिंदे और मरे लोगन को न्याय करन के ताहीं तैयार है। \v 6 काहैकि मरे भैन कै भी सुसमाचार इसलै सुनाओ गौ, कि सरीर मैं तौ इंसानन के हानी उनको फैसला भौ, पर आत्मा मैं बे परमेस्वर के हानी जिंदे रहमैं। \s परमेस्वर के वरदान के अच्छे बंदोबस्त करन बारे \p \v 7 सब चीजन को अंत झोने है। प्रार्थना करन मैं माहिर होन के ताहीं तुमकै खुदकै सादने और चौकन्नो होनो चाहिए। \v 8 सब कुछ से ऊपर, एक दुसरे कै पूरे दिल से प्रेम करौ, काहैकि प्रेम तमान पापन कै ढोंक देथै। \v 9 बिना हिचकिचाय हितुअन को आदर करौ। \v 10 हर एक कै, परमेस्वर के कई तरहन के उपहारन के एक अच्छे प्रबंधक के रूप मैं, दुसरेन ऊपर दया के ताहीं बौ खास उपहार को इस्तमाल सेवा मैं करनो चाहिए जो बौ परमेस्वर से पाई है। \v 11 जो उपदेस देथैं उनकै परमेस्वर के संदेसन को प्रचार करनो चाहिए; जो लोग सेवा करथैं, उनकै बौ सक्ति के संग सेवा करनो चाहिए जो परमेस्वर उनकै देथै, ताकी सब चीजन मैं ईसु मसीह के जरिया से परमेस्वर की बड़ाँईं करी जाए सकै, जिनके ताहीं महिमा और सक्ति हमेसा और हमेसा के ताहीं होबै। आमीन। \s इसाई के रूप मैं दुख सहनो \p \v 12 मेरे प्रिय दोस्तौ, तुम जो दर्दनाक परिक्छा मैं दुख सह रै हौ, बामै अचम्मो मत करौ, जैसी कि तुमरे संग कुछ असामान्य होत रहै। \v 13 खुस होबौ कि तुम मसीह के दुखन मैं भागीदार हुई रै हौ, जब बाकी महिमा दिखाई देगी तौ तुम खुसी से भरे रैहबौ। \v 14 अगर मसीह के नाओं के अनुयायी होन के बजह से तुमरो अपमान होबै तौ तुम धन्य हौ; जाको मतलब है कि महिमामय आत्मा, परमेस्वर की आत्मा, तुमरे ऊपर आराम कर रइ है। \v 15 अगर तुम दुखी हौ, तौ जौ नाय होनो चाहिए तुम हत्यारे या चुट्टा या अपराधी या दुसरे लोगन के मामलेन मैं पड़े हौ। \v 16 पर अगर विस्वासी होन के वजह से दुख मिलै, तौ लज्जित मत होबौ, पर जौ बात के ताहीं परमेस्वर की महिमा करौ। \p \v 17 अगर परमेस्वर हमरे संग अपनो फैसला सुरू करथै, तौ जौ निसचित रूप से बे लोगन के ताहीं कहीं जाधे कठिन होगो जो परमेस्वर से आनबारी सुसमाचार के ऊपर बिस्वास ना करथैं। \v 18 जैसो कि सास्त्र कहथै, \q1 “धर्मी लोगन कै बचनो मुस्किल है; \q2 तौ जो अधर्मी और पापी हैं उनको का होगो?” \m \v 19 तभईये, जो लोग दुख सहथैं जौ उनके ताहीं परमेस्वर की इच्छा है, उनके अच्छे कामन से उनकै अपने बनान बारे ऊपर पूरे मन से बिस्वास करनो चाहिए, जो हमेसा अपनो वादा पूरो करथै। \c 5 \s परमेस्वर को झुंड \p \v 1 मैं, जो खुद एक बड़ो हौं, तुमरे बीच कलीसिया के बड़े-बूढ़ेन से नहोरे करथौं। मैं मसीह के दुख सहन को गभा हौं, और जो महिमा दिखाई देबैगी, बामै मैं सहभागी होंगो। मैं तुमसे नहोरे करथौं \v 2 बौ झुंड के बरदिया होन के ताहीं जोकै परमेस्वर तुमकै दई रहै और अपनी इच्छा से बाकी देखाभारी करनो, जैसो कि परमेस्वर तुमकै चाहथै, और अनिच्छा से नाय। अपनो काम, सिरफ दिहाड़ी के ताहीं नाय, बल्कि सेवा करन की सच्ची इच्छा से करौ। \v 3 बे लोगन ऊपर सासन करन की कोसिस मत करौ जिनकै तुमरी देखाभारी मैं लगाओ गौ है, लेकिन झुंड के ताहीं उदाहरड़ बनौ। \v 4 और जब असली बरदिया दिखाई देगो, तौ तुमकै महिमा को मुकुट मिलैगो जो कहुए अपनी चमक नाय खोबैगो। \v 5 बैसिये तुम छोटे लोगन कै अपने बड़े-बूढ़ेन के अग्गु लाने होगो। और तुम सबन कै एक दुसरे की सेवा करन के ताहीं भोलेपन के तहबंद मैं रखनो चाहिए; सास्त्र कहथै, “परमेस्वर घमंड को बिरोध करथै, लेकिन दयालुअन को पक्छ लेथै।” \v 6 परमेस्वर के सक्तिसाली हात के नीचे, खुदकै भोलो बनाबौ, ताकी बौ तुमकै अपने अच्छे समय मैं उठाए लेबै। \v 7 अपनी सारी चिंतन कै बाके संग छोड़ देबौ, काहैकि बौ तुमरी परवा करथै। \p \v 8 चौकन्ने रैहबौ, चहाचीते रहबौ! तुमरो दुस्मन, सैतान घूमत भौ सेरा के जैसी इतै-उतै घूमत रहथै, कोई कै खाए जान ताहीं ढूँड़न मैं लगो रैहथै। \v 9 अपने बिस्वास मैं दृढ़ रैहबौ और बाको बिरोध करौ, काहैकि तुम जानथौ कि पूरी दुनिया मैं दुसरे विस्वासी एकै जैसी के दुख से गुजर रै हैं। \v 10 लेकिन जब तुम थोड़ी देर के ताहीं दुखी हुई जाथौ, तौ सबै अनुग्रह को परमेस्वर, जो तुमकै मसीह के संग अपनी अनंत महिमा कै साझा करन के ताहीं बुलाई, खुद तुमकै पूरो करंगे और तुमकै दृढ़ता, सक्ति और एक मजबूत बुनियाद देमंगे। \v 11 बौ हमेसा के ताहीं राज्य करत रहबै! आमीन। \s आखरी नमस्ते \p \v 12 मैं तुमकै जौ छोटी चिट्ठी सीलास की मदत से लिखथौं, जोकै मैं एक भरोसेमंद मसीह भईय्या मानथौं। मैं तुमकै उत्साहित करनो चाहथौं और अपनी गभाई देनो चाहथौं कि जौ परमेस्वर को सच्चो अनुग्रह है। जामैं दृढ़ रहबौ। \p \v 13 बेबीलोन मैं तुमरी बहेनिया कलीसिया, जोकै परमेस्वरौ चुनी है, तुमकै सुभकामना भेजथै, और ऐसिये मेरे लौड़ा मरकुस भी। \v 14 एक-दुसरे कै मसीह प्रेम की चुम्मी के संग नमस्ते। सांति तुम सबन के संग होबै, जो मसीह के हैं।