\id EPH - Lodhi \ide UTF-8 \h इफिसियों \toc3 इफिसियों \toc2 इफिसियों \toc1 इफिसियों को नाम पौलुस प्रेरित की चिट्ठी \mt2 इफिसियों के नाम पौलुस प्रेरित की पत्री \mt1 इफिसियों को नाम पौलुस प्रेरित की चिट्ठी \imt परिचय \ip मसीह को जनम को ६० साल पहिले इफिसियों की चिट्ठी अऊर कुलुस्सियों की चिट्ठी लगभग साथ म लिखी गयी। प्रेरित पौलुस यो सुचित करय हय कि वा चिट्ठी को लेखक उच आय \xt १:१।\xt* \ip कुलुस्सियों की चिट्ठी को तरह या चिट्ठी म व्यक्तिक शुभेच्छा नहीं पायी जावय हय। फिर भी अधिकतर विद्वानों को यो माननो हय कि पौलुस नच या चिट्ठी लिखी होना। योच वजह प्रान्त को अलग अलग मण्डली म या चिट्ठी घुमाय क पड़ी जाय असो पौलुस को इरादा होय सकय हय, जब ओन या चिट्ठी लिखी तब पौलुस यो बतावय हय कि ऊ जेल म होतो, \xt ३:१; ४:१ \xt*अऊर \xt ६:२०। \xt*जब तुखिकुस इफिसियों की मण्डली ख मिलन इफिसियों जाय रह्यो होतो तब पौलुस न या चिट्ठी ओको हाथ म भेज्यो\xt ६:२१-२२।\xt* \ip इफिसियों बहुत बड़ो शहर होतो, ऊ समय एशिया माइनर प्रान्त की वा राजधानी होती। शहर म अर्तमिस नामक ग्रीक देवता को एक बड़ो मन्दिर होतो जेको वजह सी इफिसियों ख बहुत प्रसिद्धी मिली, \xt प्रेरितों १९:२३-३१\xt* यो इफिसियों की मण्डली की सुरूवात जोरदार भयी पर बाद म वा कमजोर होती दिखायी दी हय \xt प्रकाशितवाक्य २:१-७।\xt* परमेश्वर न अपनो लोगों ख चुन क यीशु मसीह को द्वारा कसो उन्को पापों सी छुटकारा दिलायो या बात पौलुस की चिट्ठी को पहिले भाग म स्पष्ट करय हय, वा मण्डली की तुलना ऊ शरीर सी करय हय कि जेको मस्तक मसीहच आय अऊर ऊ कोना को गोटा ऊ इमारत सी जेको कोना को गोटा मसीह आय किताब को दूसरों भाग म मसीह जीवन कसो जीनो चाहिये येको बारे म बतावय हय। \iot रूप-रेखा \io1 १. पौलुस खुद को परिचय दे क इफिसियों ख शुभेच्छा देवय हय। अध्याय \ior १:१-२ \ior* \io1 २. बाद म ऊ मण्डली को मसीह सी रिश्ता कसो होनो चाहिये। \ior १:३–३:२१\ior* \io1 ३. बाद म पौलुस मसीही जीवन कसो जीवय येको बारे म बतावय हय। \ior ४:१–६:२०\ior* \io1 ४. पौलुस आखरी शब्द लिख क चिट्ठी खतम करय हय। \ior ६:२१-२४\ior* \c 1 \p \v 1 \x + \xo १:१ \xo*\xt प्रेरितों १८:१९-२१; १९:१\xt*\x*पौलुस को तरफ सी जो परमेश्वर की इच्छा सी मसीह यीशु को प्रेरित हय, अऊर मसीह यीशु म परमेश्वर को विश्वासी लोगों ख जो इफिसुस शहर म रह्य हय। \p \v 2 हमरो पिता परमेश्वर अऊर प्रभु यीशु मसीह को तरफ सी तुम्ख अनुग्रह अऊर शान्ति मिलती रहे। \s मसीह म आत्मिक आशीषें \p \v 3 हमरो प्रभु यीशु मसीह को परमेश्वर अऊर बाप को धन्यवाद हो कि ओन हम्ख मसीह को द्वारा स्वर्गीय जागा म सब तरह की आत्मिक आशीष दी हय। \v 4 जसो ओन हम्ख जगत की उत्पत्ति सी पहिले मसीह म चुन लियो कि हम, ओको जवर प्रेम म पवित्र अऊर निर्दोष हो। \v 5 अऊर अपनी इच्छा को भली प्रिती को अनुसार हम्ख अपनो लायी पहिले सी ठहरायो कि यीशु मसीह को द्वारा हम ओको उत्तराधिकारी बेटा अऊर बेटी आय, \v 6 परमेश्वर की अनुग्रह की महिमा की स्तुति हो, कहालीकि ओन येख हम्ख जो ओको प्रिय बेटा को द्वारा खुलो दिल सी दियो गयो। \v 7 \x + \xo १:७ \xo*\xt कुलुस्सियों १:१४\xt*\x*हम ख ओको म मसीह को खून को द्वारा छुटकारा, यानेकि पापों की माफी, ओको महान अनुग्रह सी मिल्यो हय, \v 8 जेक ओकी पूरी बुद्धी अऊर समझ को अनुसार हम पर बहुतायत सी करयो। \v 9 कहालीकि ओन अपनी इच्छा को भेद ऊ भली प्रिती को अनुसार हम्ख बतायो, जेक ओन मसीह अपनो आप म ठान लियो होतो। \v 10 परमेश्वर की या योजना होती कि उचित समय आवन पर स्वर्ग की अऊर धरती पर की पूरी चिजों ख, जमा करे ताकि मसीह ओको मुखिया हो। \p \v 11 ओकोच म जेको म हम भी ओकीच मनसा सी जो अपनी इच्छा को मत को अनुसार सब कुछ करय हय, पहिले सी ठहरायो जाय क ओकी विरासत बन्यो \v 12 कि हम, जिन्न पहिले सी मसीह पर आशा रखी होती, परमेश्वर की महिमा करे। \p \v 13 जब तुम न सच्चो सन्देश सुन्यो अऊर ऊ सुसमाचार सी तुम्हरो उद्धार भयो अऊर तुम भी परमेश्वर को लोग बन गयो। अऊर पवित्र आत्मा जो प्रतिज्ञा करयो हुयो ख तुम्ख देन को द्वारा परमेश्वर न तुम पर मुहर लगायी अऊर तुम्न मसीह पर विश्वास करयो। \v 14 वा आत्मा ऊ समय लायी दियो गयो जब तक की हम्ख जो ओको अपनो हय छुटकारा नहीं देवय आवो हम ओकी महिमा करे। \s पौलुस की प्रार्थना \p \v 15 यो वजह, मय भी ऊ विश्वास अऊर समाचार सुन्यो जो तुम लोगों म प्रभु यीशु पर हय अऊर सब पवित्र लोगों पर प्रेम प्रगट हय, \v 16 तुम्हरो लायी मय परमेश्वर ख धन्यवाद करनो नहीं छोड्यो, अऊर अपनी प्रार्थनावों म तुम्ख याद करू हय। \v 17 कि हमरो प्रभु यीशु मसीह को परमेश्वर सी जो महिमा को पिता हय, तुम्ख अपनी पहिचान म ज्ञान अऊर प्रकाश की आत्मा देयेंन, ताकि तुम ओख अच्छो सी जान सको। \v 18 अऊर तुम्हरो मन की आंखी ज्योतिर्मय हो कि तुम जान लेवो कि ओकी बुलाहट की आशा का हय, अऊर पवित्र लोगों म ओकी विरासत की महिमा को धन कसो हय, \v 19 अऊर ओकी सामर्थ हम म जो विश्वास करय हंय, कितनी महान हय, ओकी शक्ति को प्रभाव को ऊ कार्य को अनुसार हय। \v 20 जो ओन मसीह म करयो कि ओख मरयो हुयो म सी जीन्दो कर क् स्वर्गीय जागा म अपनी दायो तरफ बैठायो \v 21 पूरो शासकों, अऊर अधिकारियों, अऊर सामर्थी, अऊर प्रभुतावों को, अऊर हर एक नाम को ऊपर, जो न केवल यो युग म पर आवन वालो युग म भी लियो जायेंन, बैठायो; \v 22 \x + \xo १:२२ \xo*\xt कुलुस्सियों १:१८\xt*\x*अऊर सब कुछ मसीह को पाय खल्लो कर दियो; अऊर ओख सब चिजों पर शिरोमनि ठहराय क मण्डली ख दे दियो, \v 23 मण्डली मसीह को शरीर आय, अऊर ओकीच परिपूर्णता हय जो सब म सब कुछ पूरो करय हय। \c 2 \s मरनो सी जीवन तक \p \v 1 \x + \xo २:१ \xo*\xt कुलुस्सियों २:१३\xt*\x*एक समय होतो जब तुम आत्मिक रूप सी आज्ञाकारी अऊर पापों म मर गयो होतो \v 2 यो जगत की बुरो रस्ता पर चलत होतो, अऊर आसमान को अधिकार को शासक यानेकि ऊ दुष्ट आत्मा को अनुसार चलत होतो, जो अब भी आज्ञा नहीं मानन वालो म कार्य करय हय। \v 3 इन म हम भी सब को सब पहिले अपनो शरीर की लालसावों म दिन बितात रहत होतो, अऊर शरीर अऊर मन की इच्छाये पूरी करत होतो, अऊर दूसरों लोगों को जसो चाल चलन सीच गुस्सा की सन्तान होतो। \p \v 4 पर परमेश्वर न जो दया को धनी आय, अपनो ऊ बड़ो प्रेम को वजह जेकोसी ओन हम सी प्रेम करयो, \v 5 जब हम आज्ञा नहीं मानन को वजह मरयो हुयो होतो त हम्ख मसीह म जीवन दियो हि परमेश्वर को अनुग्रह को द्वारा बचायो गयो, \v 6 अऊर मसीह यीशु म एक होन को वजह ओको संग जीन्दो करयो, अऊर स्वर्गीय जागा म ओको संग बैठायो। \v 7 कि ऊ अपनी ऊ कृपा सी जो मसीह यीशु म हम पर हय, आवन वालो युग म अपनो अनुग्रह को असीम समृद्धी ख दिखायो। \v 8 कहालीकि विश्वास को द्वारा अनुग्रह सीच तुम्हरो उद्धार भयो हय; अऊर यो तुम्हरो तरफ सी नहीं, बल्की परमेश्वर को दान आय, \v 9 अऊर नहीं कर्मों को वजह, असो नहीं होय कि कोयी घमण्ड करे। \v 10 कहालीकि हम ओको बनायो हुयो हंय, अऊर मसीह यीशु म उन भलो कामों लायी रच्यो गयो जिन्ख परमेश्वर न पहिले सी हमरो लायी तैयार करयो हय। \s मसीह म एक \p \v 11 यो वजह याद करो कि तुम जो जनम सी गैरयहूदी हो अऊर खतना करयो हुयो हय, असो यहूदी द्वारा कह्यो जावय हो जो अपनो आप ख खतना वालो कहलावय हंय, अपनो भूतकाल ख याद रखो, \v 12 तुम लोग ऊ समय मसीह सी अलग, अऊर इस्राएल की प्रजा को पद सी अलग करयो हुयो, अऊर प्रतिज्ञा की वाचावों को भागी नहीं होतो, अऊर आशाहीन अऊर जगत म ईश्वररहित होतो। \v 13 पर अब मसीह यीशु म तुम जो पहिले दूर होतो, मसीह को खून को द्वारा जवर भय गयो हय। \v 14 कहालीकि उच हमरी शान्ति आय जेन दोयी ख एक कर लियो अऊर अलग करन वालो बाड़ा ख जो बीच म होती गिराय दियो, \v 15 \x + \xo २:१५ \xo*\xt कुलुस्सियों २:१४\xt*\x*अऊर अपनो शरीर म दुश्मनी मतलब ऊ व्यवस्था जेकी आज्ञाये विधियों की रीति पर होती, मिटाय दियो कि दोयी सी अपनो म एक नयी मानवता की सृष्टि करी अऊर शान्ति स्थापित करी, \v 16 \x + \xo २:१६ \xo*\xt कुलुस्सियों १:२०\xt*\x*अऊर मसीह को क्रूस पर मृत्यु सी दुश्मनी ख नाश कर क् मृत्यु को द्वारा दोयी ख एक शरीर बनाय क परमेश्वर सी वापस मिलाये। \v 17 ओन आय क तुम्ख गैरयहूदियों ख जो परमेश्वर सी बहुत दूर होतो अऊर यहूदियों जो जवर होतो, दोयी ख शान्ति को सुसमाचार सुनायो। \v 18 कहालीकि मसीह को द्वारा हम दोयी की मतलब यहूदी अऊर गैरयहूदी एक आत्मा सी परमेश्वर पिता को जवर पहुंच भयी। \p \v 19 येकोलायी तुम गैरयहूदी अब विदेशी अऊर अनजानो लोग नहीं रह्यो, पर पवित्र लोगों को संगी स्वदेशी अऊर परमेश्वर को घराना को भय गयो हय। \v 20 अऊर प्रेरितों अऊर भविष्यवक्तावों की नीव पर बनायो हय, जो कोना को गोटा मसीह यीशु खुदच आय। \v 21 जेको म पूरो भवन एक संग मिल क प्रभु म एक पवित्र मन्दिर बनतो जावय हय, \v 22 जेको म तुम भी आत्मा को द्वारा परमेश्वर को ठहरन की जागा होन लायी एक संग बनायो जावय हय। \c 3 \s गैरयहूदियों म पौलुस की सेवा \p \v 1 येकोच लायी मय पौलुस जो तुम गैरयहूदियों लायी मसीह यीशु को बन्दी हय, परमेश्वर सी प्रार्थना करू हय। \v 2 यदि तुम न परमेश्वर को ऊ अनुग्रह सी मोख यो काम जो तुम्हरी भलायी लायी मोख दियो गयो हय, \v 3 यानेकि यो कि ऊ रहस्य मोरो पर प्रकाशन को द्वारा प्रगट भयो, जसो मय पहिलेच संक्षेप म लिख चुक्यो हय, \v 4 \x + \xo ३:४ \xo*\xt कुलुस्सियों १:२६,२७\xt*\x*जेकोसी तुम पढ़ क जान सकय हय कि मय मसीह को ऊ रहस्य कसो समझ सकू हय तुम जानो। \v 5 जो पूरानो समयो म आदमियों की सन्तानों ख असो नहीं बतायो गयो होतो, जसो कि आत्मा को द्वारा अब ओको पवित्र प्रेरितों अऊर परमेश्वर को तरफ सी सन्देश लावन वालो पर प्रगट करयो गयो हय। \v 6 मतलब यो कि मसीह यीशु म सुसमाचार को द्वारा गैरयहूदियों को लोग विरासत को वारिस हय, अऊर एकच शरीर अऊर प्रतिज्ञा को भागी हंय। \p \v 7 मय परमेश्वर को अनुग्रह को ऊ दान को अनुसार, जो ओकी सामर्थ को काम प्रभाव को अनुसार मोख दियो गयो, ऊ सुसमाचार को सेवक बन्यो। \v 8 मोरो पर जो सब पवित्र लोगों म सी छोटो सी भी छोटो हय, यो अनुग्रह भयो कि मय गैरयहूदियों ख मसीह को अनन्त धन को सुसमाचार सुनाऊ, \v 9 अऊर सब लोगों ख यो देखन लायी कि रहस्य की सहभागिता का हय, जो जगत की सुरूवात सी परमेश्वर म लूकी हुयी हय, जेन यीशु मसीह को द्वारा पूरी चिजों ख बनायो हय। \v 10 ताकि अब मण्डली को द्वारा, परमेश्वर को अलग अलग तरह को ज्ञान उन मुख्य याजकों अऊर अधिकारियों पर जो स्वर्गीय जागा म हंय, प्रगट करयो जाये। \v 11 ऊ अनन्त काल उद्देश्य को अनुसार जो परमेश्वर न हमरो प्रभु यीशु मसीह म पूरो करयो होतो। \v 12 जेको म हम ख मसीह म एक होन को नाते अऊर ओको पर विश्वास को द्वारा हम्ख साहस अऊर भरोसा को संग परमेश्वर को जवर आवन को अधिकार हय। \v 13 येकोलायी मय बिनती करू हय कि जो कठिनायी तुम्हरो लायी मोख होय रह्यो हंय, उन्को वजह साहस मत छोड़ो, कहालीकि उन्म तुम्हरो फायदा हय। \s इफिसियों को लायी प्रार्थना \p \v 14 मय योच वजह ऊ बाप को आगु घुटना टेकु हय। \v 15 जेकोसी स्वर्ग अऊर धरती पर, हर एक घराना को नाम रख्यो जावय हय, \v 16 मय प्रार्थना करू हय कि ऊ महिमा को अपनी आत्मा को द्वारा तुम्हरो भीतरी व्यक्तित्व ख शक्ति अऊर सामर्थ प्रदान करे; \v 17 अऊर विश्वास को द्वारा मसीह तुम्हरो दिल म अपनो घर बनायेंन। मय प्रार्थना करू हय कि तुम्हरी जड़े अऊर नींव प्रेम म हो, \v 18 येकोलायी की तुम सब परमेश्वर को लोगों को संग अच्छो तरह सी समझ सको की मसीह को प्रेम की लम्बाई, चौड़ाई, ऊचाई, अऊर गहरायी कितनी हय, \v 19 अऊर मसीह को ऊ प्रेम ख जान सको जो ज्ञान ख पास करय हय कि तुम परमेश्वर को स्वभाव सी भरपूर हो जावो। \p \v 20 अब ऊ परमेश्वर को लायी जो अपनी ऊ सामर्थ को अनुसार जो हम म काम करय हय ओको द्वारा जितनो हम मांग सकजे हय यहां तक की हम सोच सकजे हय ओको सी भी कहीं जादा कर सकय हय, \v 21 परमेश्वर की महिमा मण्डली अऊर मसीह यीशु म पीढ़ी सी पीढ़ी तक हमेशा-हमेशा होती रहे। आमीन। \c 4 \s मसीह को शरीर म एकता \p \v 1 येकोलायी मय जो प्रभु म बन्दी हय तुम सी बिनती करू हय कि जो बुलाहट सी तुम बुलायो गयो होतो, परमेश्वर को लायक हो, \v 2 \x + \xo ४:२ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:१२,१३\xt*\x*यानेकि पूरी नम्रता अऊर कोमलता, अऊर धीरज धर क प्रेम सी एक दूसरों की सह लेवो। \v 3 ऊ शान्ति को सुत्र म बन्ध क ओकी एकता ख जेक पवित्र आत्मा प्रदान करय हय, ओख बनायो रखन को हर सम्भव सी पूरी कोशिश करे। \v 4 एकच शरीर हय, अऊर एकच आत्मा; जसो तुम्ख जो बुलायो गयो होतो अपनो बुलायो जानो सी एकच आशा हय। \v 5 एकच प्रभु हय, एकच विश्वास, एकच बपतिस्मा, \v 6 एकच परमेश्वर हय, जो सब को बाप हय, सब म काम करय हय, अऊर जो सब म हय। \p \v 7 पर हम म सी हर एक ख मसीह न जो कुछ दियो हय, ओको दान को हिसाब को अनुसार अनुग्रह मिल्यो हय। \v 8 जसो की पवित्र शास्त्र कह्य हय: \q1 “जब ऊ बहुत ऊचाई तक चली गयो, \q2 त ओन बन्दियों ख बान्ध क ले गयो, \q2 अऊर आदमियों ख दान दियो।” \m \v 9 अब, “ऊ ऊपर चढ़्यो” ओको अर्थ का हय यो कि ऊ पहिले धरती की सब सी खल्लो की जागा म उतरयो। \v 10 अऊर जो उतर गयो यो उच आय, जो पूरो आसमान सी ऊपर चढ़ भी गयो कि पूरी सृष्टि ख परिपूर्ण कर दे। \v 11 अऊर ओन कितनो ख प्रेरित होन को वरदान दियो, अऊर कुछ ख भविष्यवक्ता होन को, अऊर कुछ ख सुसमाचार को प्रचारक होन को, अऊर कुछ ख रख वालो अऊर शिक्षक नियुक्त कर क् दे दियो, \v 12 जेकोसी परमेश्वर को लोग सिद्ध होय जाये अऊर सेवा को काम करयो जाये अऊर मसीह को शरीर उन्नति पाये, \v 13 जब तक की हम सब को सब विश्वास अऊर परमेश्वर को टुरा की पहिचान म एक नहीं होय जाये, अऊर एक सिद्ध आदमी न बन जाये अऊर मसीह को पूरो गौरव की उचायी नहीं छूय ले। \v 14 ताकि हम अब बच्चा को जसो नहीं रह्यो जो आदमियों की धोकाधड़ी अऊर चालाकी सी, उन्को भ्रम की युक्तियों की अऊर शिक्षा की हर एक हवा को झोंका सी उछाल्यो अऊर इत–उत घुमायो जावय हय। \v 15 बल्की प्रेम म सच्चायी ख व्यक्त करतो हुयो सब बातों म ओको म जो मुंड हय, मतलब मसीह म हर तरह सी बढ़तो जाये, \v 16 \x + \xo ४:१६ \xo*\xt कुलुस्सियों २:१९\xt*\x*जेकोसी पूरो शरीर को अलग अलग हिस्सा, एक संग मिल क जुड़य हय अऊर पूरो शरीर ख एक संग मिल क रख्यो जावय हय, अऊर एक संग जुड़ क यो प्रदान करयो जावय हय। कि हर एक अलग हिस्सा काम करय हय, तब पूरो शरीर बढ़य हय अऊर प्रेम द्वारा खुद ख बनावय हय। \s मसीह म नयो जीवन \p \v 17 येकोलायी मय प्रभु को नाम सी तुम्ख चेतावनी देऊ हय, कि उन्को बेकार बिचारों को संग उन गैरयहूदियों को जसो जीवन मत जीवो। \v 18 उनकी बुद्धि अन्धारो म हय। अऊर ऊ अज्ञानता को वजह जो उन्म हय अऊर उन्को मन की कठोरता को वजह हि परमेश्वर को जीवन सी अलग करयो हुयो हय; \v 19 अऊर लज्जा की भावना उन म सी चली गयी अऊर उन्न अपनो आप ख संय्यम को बिना हर तरह कि अशुद्ध हरकतो म डाल दियो हय। \p \v 20 पर तुम न मसीह की असी शिक्षा नहीं सीखी। \v 21 बल्की तुम न सचमुच ओको बारे म सुनी अऊर ओको अनुयायीयों को रूप म, ऊ सत्य सिखायो गयो हय, जो यीशु म हय। \v 22 \x + \xo ४:२२ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:९\xt*\x*कि तुम पिछलो चाल चलन को पुरानो मनुष्यत्व ख जो भरमावन वाली अभिलाषावों को अनुसार भ्रष्ट होतो जावय हय, उतार डालो। \v 23 अऊर अपनो मन को आत्मिक स्वभाव म सोचन को तरीका म नयो बनतो जावो, \v 24 \x + \xo ४:२४ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:१०\xt*\x*अऊर नयो मनुष्यत्व ख पहिन लेवो जो परमेश्वर की समानता म बनायो गयो हय जो अपनो आप ख सच्चायी अऊर पवित्रता म जीवन खुद ख प्रगट करय हय। \p \v 25 येकोलायी तुम लोग झूठ बोलनो छोड़ क हर एक अपनो पड़ोसी सी सच बोले, कहालीकि हम सब मिल क मसीह को शरीर म एक अंग हंय। \v 26 गुस्सा त करो, पर पाप मत करो; शाम होन तक तुम्हरो गुस्सा नहीं रहे। \v 27 अऊर न शैतान ख अवसर देवो। \v 28 चोरी करन वालो फिर चोरी नहीं करे, बल्की भलो काम करनो म अपनो हाथों सी मेहनत करे, येकोलायी कि गरीबों की भी मदद कर सकेंन। \v 29 कोयी बेकार बात तुम्हरो मुंह सी नहीं निकले, पर जरूरतों को अनुसार उच निकले जो अनुग्रह करन म मदत हो, ताकि ओको सी सुनन वालो की उन्नति हो। \v 30 अऊर परमेश्वर की पवित्र आत्मा ख दु:खी मत करो; जेकोसी तुम पर छुटकारा को दिन को लायी मुहर दियो गयो हय। \v 31 सब कड़वाहट, अऊर प्रकोप अऊर गुस्सा, लड़ाई–झगड़ा, निन्दा, अऊर हर तरह की बुरायी अपनो बीच म सी दूर करी जाये। \v 32 \x + \xo ४:३२ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:१३\xt*\x*बल्की एक दूसरों को प्रति दयालु अऊर कोमल बने, अऊर जसो परमेश्वर न मसीह म तुम्हरो अपराध माफ करयो, वसोच तुम भी एक दूसरों को अपराध माफ करो। \c 5 \s प्रकाश म जीवन \p \v 1 येकोलायी कि तुम परमेश्वर को प्रिय बच्चा हो, तुम ओको जसो बनो, \v 2 अऊर प्रेम म चलो जसो मसीह न भी तुम सी प्रेम करयो, अऊर हमरो लायी अपनो आप ख सुखदायक सुगन्ध लायी परमेश्वर को आगु भेंट कर क् बलिदान कर दियो। \p \v 3 जसो परमेश्वर को लोगों लायी यो सही नहाय, कि तुम म व्यभिचार अऊर कोयी तरह की अशुद्ध काम यां लोभ की चर्चा तक हो। \v 4 अऊर नहीं निर्लज्जता, मुर्खतापूर्न यां अश्लिल बातचीत करी, अऊर नहीं मजाक करी; कहालीकि या बाते शोभा नहीं देवय, येको बदला तुम्ख परमेश्वर ख धन्यवाद देनो चाहिये। \v 5 कहालीकि तुम लोग यो निश्चित रूप सी जान लेवो कि कोयी व्यभिचारी, यां अशुद्ध लोग, यां लालची जो मूर्तिपूजक को बराबर हय, मसीह अऊर परमेश्वर को राज्य को अधिकारी नहीं होयेंन। \p \v 6 कोयी तुम्ख बेकार बातों सी धोका नहीं दे, कहालीकि इन चिजों को वजह हय कि परमेश्वर को गुस्सा उन पर आय जायेंन जो ओको पालन नहीं करय हंय। \v 7 येकोलायी असो लोगों सी कोयी सम्बन्ध मत रखो। \v 8 कहालीकि तुम त खुद अन्धारो म रहत होतो, लेकिन जब सी प्रभु को लोग बन गयो हंय, येकोलायी प्रकाश की सन्तान की तरह जिवो, \v 9 कहालीकि यो प्रकाश हय जो हर तरह की भलायी, अऊर सच्चायी, अऊर सच्चायी को फसल लावय हय। \v 10 तुम यो परखो कि प्रभु ख का भावय हय। \v 11 अन्धारो को बेकार कामों म तुम सहभागी मत हो, बल्की उन्की बुरायी को विरोध करतो हुयो उन्ख प्रकाश म लावो। \v 12 कहालीकि जो काम गुप्त रूप सी करय हय उन्की चर्चा करन म भी शरम आवय हय। \v 13 जब सब चिजे प्रकाश म लायो जावय हय तब ओको वास्तविक स्वरूप साफ रूप सी प्रगट होवय हय। \v 14 कहालीकि प्रकाश सब बाते प्रगट करय हय। यो वजह ऊ कह्य हय, \q1 “हे सोवन वालो, \q2 जाग अऊर मुर्दों म सी जीन्दो हो; \q1 त मसीह को प्रकाश तोरो पर चमकेंन।” \p \v 15 येकोलायी ध्यान रहे, कि तुम कसो रह्य हय: त निर्बुद्धि लोगों को जसो नहीं पर बुद्धिमान लोगों को जसो रहो। \v 16 \x + \xo ५:१६ \xo*\xt कुलुस्सियों ४:५\xt*\x*हर अवसर को अच्छो कर्मों को लायी पूरो-पूरो उपयोग करो, कहालीकि यो दिन बुरो हंय। \v 17 तुम निर्बुद्धि न बनो, पर ध्यान सी समझो कि प्रभु की इच्छा का हय। \p \v 18 दारू सी मतवालो मत बनो, कहालीकि येको सी लुचपन पैदा होवय हय, पर पवित्र आत्मा सी परिपूर्ण होतो जावो। \v 19 \x + \xo ५:१९ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:१६,१७\xt*\x*अऊर आपस म भजन अऊर स्तुतिगान अऊर आत्मिक गीत गायो करो, अऊर अपनो–अपनो मन म प्रभु को आदर म गातो रहो। \v 20 अऊर हमेशा सब बातों लायी हमरो प्रभु यीशु मसीह को नाम सी परमेश्वर पिता को धन्यवाद करतो रहो। \s पत्नी अऊर पति \p \v 21 हम मसीह को प्रति श्रद्धा–भक्ति रखन को वजह एक दूसरों को लायी प्रस्तुत करो। \p \v 22 \x + \xo ५:२२ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:१८; १ पतरस ३:१\xt*\x*हे पत्नियों, अपनो पति को अधीन रहो जसो प्रभु को अधीन रह्य हय। \v 23 कहालीकि पति को उच तरह पत्नी पर अधिकार हय जसो कि मसीह को मण्डली पर अधिकार हय; अऊर खुद मसीह मण्डली को उद्धारकर्ता हय जो ओको शरीर हय। \v 24 जो तरह मण्डली मसीह को अधीन रह्य हय, वसीच पत्नी भी हर बातों म अपनो पति को अधीन रहनो चाहिये। \p \v 25 \x + \xo ५:२५ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:१९; १ पतरस ३:७\xt*\x*हे पतियों, तुम अपनी पत्नियों सी उच तरह प्रेम रखो, जो तरह मसीह न मण्डली सी प्रेम करयो अऊर येकोलायी अपनो जीवन दियो। \v 26 जेकोसी ऊ ओख वचन को द्वारा मण्डली ख समर्पित करयो, जसो पानी सी शुद्ध कर क् पवित्र बनाय सके, \v 27 अऊर ओख एक असी शुद्ध मण्डली बनाय क अपनो जवर खड़ी करे, जेको म दाग नहीं हो, नहीं झुर्री नहीं कोयी कमतर्ता हो बल्की पवित्र अऊर निर्दोष हो। \v 28 योच तरह उचित हय कि पति अपनी पत्नी सी अपनो खुद को शरीर को जसो प्रेम रखे। जो अपनी पत्नी सी प्रेम रखय हय, ऊ अपनो आप सी प्रेम रखय हय। \v 29 कहालीकि कोयी न कभी अपनो शरीर सी दुश्मनी नहीं रख्यो बल्की ओको पालन–पोषन करय हय, जसो मसीह भी मण्डली को करय हय। \v 30 येकोलायी कि हम ओको शरीर को भाग आय। \v 31 जसो शास्त्र कह्य हय, “यो वजह आदमी अपनो माय–बाप ख छोड़ क अपनी पत्नी सी मिल्यो रहेंन, अऊर हि दोयी एक तन होयेंन।” \v 32 यो एक महान रहस्य आय, पर मय यो मसीह अऊर मण्डली को बारे म कहू हय। \v 33 पर तुम लोगों म सी हर एक पति अपनी पत्नी ख अपनो जसो प्रेम करे अऊर हर एक पत्नी अपनो पति को आदर–सम्मान रखे। \c 6 \s बच्चा अऊर माय–बाप \p \v 1 \x + \xo ६:१ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:२०\xt*\x*हे बच्चां, प्रभु म अपनो माय–बाप को आज्ञाकारी बनो, कहालीकि यो ठीक हय। \v 2 “अपनो माय–बाप को आदर करो” यां पहिली असी आज्ञा हय जेको संग प्रतिज्ञा भी हय: \v 3 “कि तोरो भलो हो, अऊर तय धरती पर बहुत दिनो तक जीन्दो रहे।” \p \v 4 \x + \xo ६:४ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:२१\xt*\x*तुम, जो माय-बाप हो, अपनो बच्चा को गुस्सा मत भड़कावो, पर प्रभु की शिक्षा अऊर उपदेश द्वारा उन्को पालन–पोषन करो। \s सेवक अऊर स्वामी \p \v 5 \x + \xo ६:५ \xo*\xt कुलुस्सियों ३:२२-२५\xt*\x*हे सेवकों, मोरो तुम सी अनुरोध हय कि जो लोग यो धरती पर तुम्हरो मालिक हंय, तुम डरतो–कापतो अऊर निष्कपट दिल सी उन्की आज्ञा पूरी करो, मानो तुम मसीह की सेवा कर रह्यो हय। \v 6 तुम आदमियों ख प्रसन्न करन वालो को जसो दिखावन लायी सेवा मत करो, बल्की मसीह को सेवकों को जसो असो सेवा करो, जो पूरो दिल सी परमेश्वर की इच्छा पूरी करय हंय। \v 7 अऊर ऊ सेवा ख आदमियों को जसो नहीं पर प्रभु की सेवा जान क सच्चो दिल सी करो। \v 8 कहालीकि तुम जानय हय कि हर एक आदमी, चाहे ऊ सेवक हो या स्वतंत्र, जो भी भलायी करेंन, वसोच ऊ प्रभु सी इनाम हासिल करेंन। \p \v 9 \x + \xo ६:९ \xo*\xt कुलुस्सियों ४:१; \xt*\xt कुलुस्सियों ३:२५\xt*\x*तुम जो मालिक हंय, तुम धमकिया देनो छोड़ देवो, अऊर सेवकों को संग वसोच व्यवहार करो; कहालीकि तुम जानय हय कि स्वर्ग म उन्को अऊर तुम्हरो एकच मालिक हय, अऊर ऊ कोयी को संग पक्षपात नहीं करय। \s परमेश्वर को पूरो युद्ध हथियार \p \v 10 येकोलायी प्रभु म एक होय क अऊर ओकी शक्ति को प्रभाव म बलवन्त बनो। \v 11 तुम परमेश्वर को पूरो हथियार धारन कर लेवो जेकोसी तुम शैतान की युक्तियों को आगु खड़ो रह्य सको। \v 12 कहालीकि हमरो मल्लयुद्ध खून अऊर मांस सी नहीं शासकों सी, अऊर अधिकारियों सी, अऊर यो जगत को अन्धकार को शासकों सी अऊर ऊ दुष्टता की आत्मिक सेनावों सी हय जो स्वर्ग म हय। \v 13 येकोलायी तुम परमेश्वर को पूरो हथियार बान्ध लेवो, जेकोसी तुम बुरो दिन म दुश्मन को सामना करनो म समर्थ रहो, अऊर आखरी तक अपनो कर्तव्य पूरो कर क् विजय प्राप्त कर सको। \fig रोमन सैनिक |alt="Roman soldier" src="lb00196c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="६:१०"\fig* \p \v 14 येकोलायी तुम सच सी अपनी कमर कस क, सच्चायी को कवच धारन करो, \v 15 अऊर शान्ति को सुसमाचार की घोषना करन लायी जूता पहिन क खड़ो हो। \v 16 अऊर इन सब को संग विश्वास की ढाल लेय क स्थिर रहो; जेकोसी तुम ऊ दुष्ट को सब जलतो हुयो बान ख बुझाय सको। \v 17 अऊर उद्धार की टोपी पहिन लेवो अऊर परमेश्वर को वचन तलवार को रूप म जो आत्मा तुम्ख देवय हय। \v 18 तुम लोग हर समय पवित्र आत्मा म सब तरह की प्रार्थना, अऊर बिनती करतो रहो, अऊर येकोलायी जागतो रहो कि सब पवित्र लोगों लायी लगातार प्रार्थना करतो रहो। \v 19 तुम मोरो लायी भी प्रार्थना करो, जेकोसी बोलतो समय असो प्रबल वचन दियो जाये कि मय साहस को संग सुसमाचार को भेद बताय सकू। \v 20 यो सुसमाचार को लायी मय संकली सी बान्ध्यो हुयो राजदूत आय; तुम प्रार्थना करो कि मोख सुसमाचार को बारे म मय घोषना कर सकू, जसो कि मोख बोलनो चाहिये। \s आखरी अभिवादन \p \v 21 \x + \xo ६:२१ \xo*\xt प्रेरितों २०:४; २ तीमुथियुस ४:१२; कुलुस्सियों ४:७,८\xt*\x*तुखिकुस, जो प्रिय भाऊ अऊर प्रभु म विश्वास लायक सेवक हय, तुम्ख सब बाते बतायेंन कि तुम भी मोरी हाल जानो कि मय कसो रहू हय। \v 22 ओख मय न तुम्हरो जवर येकोच लायी भेज्यो हय कि तुम हमरो हाल ख जानो, अऊर ऊ तुम्हरो मनों ख प्रोत्साहन दे। \p \v 23 परमेश्वर पिता अऊर प्रभु यीशु मसीह को तरफ सी भाऊवों ख शान्ति अऊर विश्वास सहित प्रेम मिले। \v 24 पिता परमेश्वर अऊर प्रभु यीशु मसीह सी अमर प्रेम रखय हंय, उन पर परमेश्वर को अनुग्रह होतो रहे।