\id PHP - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \usfm 3.0 \ide UTF-8 \h फिलिप्पी \toc1 फिलिप्पी के कलीसिया ला पौलुस के चिट्ठी \toc2 फिलिप्पी \toc3 फिलि \mt1 फिलिप्पी \mt2 के कलीसिया ला पौलुस के चिट्ठी \c 1 \po \v 1 मसीह यीसू म फिलिप्पी सहर के जम्मो संत, कलीसिया के अगुवा अऊ डीकनमन ला, \po मसीह यीसू के सेवक पौलुस अऊ तीमुथियुस कोति ले ये चिट्ठी मिलय। \po \v 2 हमर ददा परमेसर अऊ परभू यीसू मसीह ले तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलय। \s1 धनबाद अऊ पराथना \p \v 3 जब भी मेंह तुमन ला सुरता करथंव, मेंह अपन परमेसर ला धनबाद देथंव। \v 4 मेंह हमेसा अपन जम्मो पराथना म तुमन जम्मो झन बर आनंद के संग पराथना करथंव। \v 5 काबरकि सुरू ले लेके अब तक तुमन सुघर संदेस के परचार म सहभागी रहे हवव। \v 6 अऊ मोला ये बात के भरोसा हवय कि जऊन ह तुमन म ये बने काम सुरू करे हवय, ओह येला मसीह यीसू के आय के दिन तक पूरा करही। \p \v 7 येह मोर बर उचित ए कि मेंह तुमन जम्मो झन के बारे म ये किसम ले सोचंव, काबरकि तुमन मोर हिरदय म बसे हवव; अऊ चाहे मेंह जेल म रहंव या सुघर संदेस के बचाव अऊ सुघर संदेस ला मजबूत करे म रहंव, तुमन जम्मो झन मोर संग परमेसर के अनुग्रह म भागीदार हवव। \v 8 परमेसर ह मोर गवाह ए कि कइसने मेंह मसीह यीसू के मया के संग, तुमन जम्मो झन ला चाहथंव। \p \v 9 मोर ये पराथना अय कि तुम्हर मया ह गियान अऊ समझ के संग अऊ बढ़त जावय, \v 10 ताकि तुमन समझ सकव कि का ह सबले बने ए अऊ तुमन मसीह के आय के दिन तक सुध अऊ निरदोस बने रहव, \v 11 अऊ धरमीपन के ओ फर ले भर जावव, जऊन ह यीसू मसीह के जरिये आथे, अऊ ये किसम ले परमेसर के महिमा अऊ परसंसा होवय। \s1 पौलुस के जेल म रहई ले सुघर संदेस फईलथे \p \v 12 हे भाईमन हो, मेंह चाहथंव कि तुमन जानव कि जऊन कुछू मोर ऊपर बीते हवय, ओह सही म सुघर संदेस के बढ़ती म मददगार होईस। \v 13 एकर नतीजा ये होईस कि महल के जम्मो सिपाही\f + \fr 1:13 \fr*\ft या \ft*\fq जम्मो \fq*\fqa महल\fqa*\f* अऊ आने जम्मो झन म ये बात ह साफ हो गे हवय कि मेंह मसीह खातिर जेल म हवंव। \v 14 मोर जेल म रहे के कारन, बहुंते भाईमन के परभू ऊपर बिसवास ह बढ़ गे हवय अऊ ओमन परमेसर के बचन ला अऊ साहसी अऊ निडर होके सुनावत हवंय। \p \v 15 येह सच ए कि कुछू झन जलन अऊ झगरा के कारन मसीह के परचार करथें, पर आने मन भले मनसा ले परचार करथें। \v 16 ये मनखेमन मया म अइसने करथें, काबरकि येमन जानथें कि सुघर संदेस के बचाव खातिर मेंह जेल म रखे गे हवंव। \v 17 पहिलेवाले मनखेमन ईमानदारी से नइं, पर सुवारथी भावना ले मसीह के परचार करथें। ओमन सोचथें कि जब मेंह जेल म हवंव, त मोर बर ओमन समस्या खड़े कर सकथें। \v 18 पर कोनो बात नइं! बने बात ये अय कि हर किसम ले, चाहे गलत मनसा ले या सही मनसा ले, मसीह के परचार होवथे। अऊ एकरे कारन मेंह आनंदित हवंव। \p हव, मेंह हमेसा आनंदित रहिहूं। \v 19 काबरकि मेंह जानत हंव कि तुम्हर पराथना के जरिये अऊ यीसू मसीह के आतमा के मदद के दुवारा, मेंह छूट जाहूं।\f + \fr 1:19 \fr*\fq मेंह छूट जाहूं \fq*\ft के मतलब \ft*\fqa पौलुस के जेल ले छूटना \fqa*\ft या \ft*\fqa ओकर उद्धार \fqa*\ft घलो हो सकथे।\ft*\f* \v 20 मोर दिली ईछा अऊ आसा हवय कि मेंह बिलकुल झन लजावंव, पर मोर करा पूरा हिम्मत रहय, ताकि मोर देहें म हमेसा मसीह के बड़ई होवत रहय, चाहे मोर जिनगी रहय या मर जावंव। \v 21 काबरकि मोर बर जीयत रहई मसीह अय अऊ मर जवई फायदा के बात अय। \v 22 यदि मेंह सरीर म होके जीयत रहिथंव, त एकर मतलब मोर मेहनत ह फर लानही, तभो ले मेंह नइं जानत हंव कि मेंह कते ला चुनंव? \v 23 मेंह दूनों के मांझा म अधर म लटके हवंव। मोर जी ह तो चाहथे कि मेंह जावंव अऊ मसीह के संग रहंव, जऊन ह बहुंत बने बात अय, \v 24 पर येह तुम्हर बर जादा जरूरी अय कि मेंह देहें म जीयत रहंव। \v 25 मोला एकर भरोसा हवय कि मेंह बने रहिहूं, अऊ मेंह तुमन जम्मो झन संग बिसवास म तुम्हर बढ़ती अऊ आनंद खातिर जीयत रहिहूं। \v 26 ताकि तुम्हर संग मोर फेर रहे के दुवारा, मसीह यीसू म तुम्हर आनंद ह मोर कारन अऊ बढ़ जावय। \p \v 27 कुछू भी होवय, तुम्हर चालचलन ह मसीह के सुघर संदेस के लईक रहय। तब चाहे, मेंह आके तुमन ला देखंव, चाहे झन आवंव, पर मेंह तुम्हर बारे म सिरिप ये सुनंव कि तुमन एके आतमा म अटल खड़े हवव अऊ एक मन होके, सुघर संदेस के बिसवास खातिर बहुंत मेहनत करत हवव। \v 28 तुमन कोनो भी किसम ले, ओमन ले झन डरव, जऊन मन तुम्हर बिरोध करथें। येह ओमन बर एक चिनहां ए कि ओमन नास हो जाहीं अऊ तुमन उद्धार पाहू। अऊ येह परमेसर के दुवारा होही। \v 29 काबरकि मसीह कोति ले, तुमन ला ये मऊका देय गे हवय कि न सिरिप तुमन ओकर ऊपर बिसवास करव, पर ओकर बर दुख घलो उठावव। \v 30 तुमन घलो ओहीच लड़ई लड़त हवव, जऊन ला तुमन पहिली मोला लड़त देख चुके हवव, अऊ जइसने कि तुमन सुनत हवव, मेंह अभी घलो लड़त हवंव। \c 2 \s1 मसीह के दीनता के नकल करई \p \v 1 एकरसेति, कहूं मसीह म तुम्हर करा कोनो उत्साह हवय, कहूं ओकर मया म तुमन ला कोनो सांति मिले हवय, कहूं पबितर आतमा के संग तुम्हर कोनो संगति हवय, कहूं तुमन म कोनो दया अऊ सहानुभूति हवय, \v 2 त तुमन ये बातमन ला करे के दुवारा मोर आनंद ला पूरा करव कि तुमन एके मन के रहव, तुमन म एके मया रहय अऊ तुमन आतमा म एक होके एके उदेस्य बर जीयव। \v 3 सुवारथीपन या बेकार के घमंड म पड़के कुछू झन करव, पर नमरता से आने मन ला अपनआप ले उत्तम समझव। \v 4 तुमन ले हर एक झन सिरिप अपन हित के ही नइं, पर आने मन के हित के घलो खियाल रखय। \p \v 5 जइसने मसीह यीसू के सुभाव रिहिस, वइसने तुम्हर सुभाव घलो होवय। \q1 \v 6 मसीह करा परमेसर के जम्मो सुभाव रिहिस, \q2 फेर ओह अपनआप ला परमेसर के बरोबर रखे के काबिल नइं समझिस, \q1 \v 7 पर, ओह जम्मो चीज ला तियाग दीस, \q2 अऊ सेवक के जम्मो सुभाव ला लीस \q2 अऊ मनखे के रूप धरके जनमिस। \q1 \v 8 अऊ ओह मनखे के रूप म परगट होके \q2 अपनआप ला दीन-हीन करिस, \q2 अऊ इहां तक हुकूम मानिस कि मिरतू, \q3 हां ओह कुरूस के मिरतू ला घलो सह लीस। \b \q1 \v 9 एकरसेति, परमेसर ह ओला अति महान करिस, \q2 अऊ ओला ओ नांव दीस, जऊन ह जम्मो नांव ले उत्तम ए। \q1 \v 10 ताकि स्वरग अऊ धरती अऊ धरती के खाल्हे म, \q2 हर एक झन यीसू के नांव म माड़ी टेकंय, \q1 \v 11 अऊ परमेसर ददा के महिमा खातिर, \q2 हर एक झन ये मान लेवय कि यीसू मसीह ह परभू ए। \s1 तारा के सहीं चमकव \p \v 12 एकरसेति, मोर मयारू संगवारीमन हो, जइसने तुमन हमेसा हुकूम मानत आय हवव, जब मेंह तुम्हर संग रहेंव, पर अब, जब मेंह तुम्हर ले दूरिहा हवंव, त तुमन डरत अऊ कांपत, अऊ जादा अपन उद्धार के काम म लगे रहव। \v 13 काबरकि येह परमेसर ही अय, जऊन ह तुमन म काम करथे कि तुमन ओकर सही उदेस्य के मुताबिक ईछा करव अऊ काम करव। \p \v 14 बिगर कुड़कुड़ाय या बिगर बहस करे, जम्मो काम ला करव, \v 15 ताकि तुमन निरदोस, अऊ सही मनखे बनव अऊ बेईमान अऊ भ्रस्ट मनखेमन के ये संसार म परमेसर के निरदोस संतान बने रहव।\f + \fr 2:15 \fr*\ft \+xt ब्यव 32:5\+xt*\ft*\f* ओमन के बीच म, तुमन अकास के तारामन के सहीं चमकव। \v 16 जिनगी के बचन ला कसके थामे रहव, ताकि मसीह के दिन म, मेंह घमंड कर सकंव कि मोर दऊड़ या मोर मेहनत ह बेकार नइं गीस। \v 17 पर कहूं बलिदान म, मोर खून ह एक भेंट के रूप म ढारे जाथे अऊ तुम्हर बिसवास ले परमेसर के सेवा होथे, त मेंह खुस हवंव अऊ तुमन जम्मो झन के संग आनंद मनाथंव। \v 18 वइसने तुमन घलो खुस होवव अऊ मोर संग आनंद मनावव। \s1 तीमुथियुस अऊ इपफ्रुदीतुस \p \v 19 परभू यीसू म मोला आसा हवय कि मेंह तीमुथियुस ला तुम्हर करा जल्दी पठोहूं, ताकि जब मोला तुम्हर खबर मिलय, त मेंह घलो आनंदित होवंव। \v 20 मोर करा ओकर सहीं अऊ कोनो नइं ए, जऊन ह सही म तुम्हर मामला म रूचि रखथे। \v 21 काबरकि हर एक झन अपन खुद के खियाल रखथें, यीसू मसीह के बारे म नइं। \v 22 पर तुमन जानथव कि तीमुथियुस ह ये साबित कर चुके हवय अऊ जइसने एक बेटा ह अपन ददा संग सेवा करथे, वइसने ओह मोर संग सुघर संदेस के काम म सेवा करे हवय। \v 23 एकरसेति, जतेक जल्दी मोला ये मालूम होही कि मोर संग का होवइया हवय, मेंह ओला तुम्हर करा पठोय के आसा करथंव। \v 24 अऊ मोला परभू म भरोसा हवय कि मेंह घलो जल्दी आहूं। \p \v 25 पर में सोचथंव कि इपफ्रुदीतुस ला तुम्हर करा वापिस पठोना जरूरी ए, जऊन ह कि मोर भाई, सहकरमी अऊ संगी योद्धा ए अऊ ओह तुम्हर संदेसिया घलो ए, जऊन ला तुमन मोर सेवा-टहल करे बर पठोय रहेव। \v 26 ओकर मन ह तुमन जम्मो झन म लगे रहिथे अऊ ओह बियाकुल हवय काबरकि तुमन सुने रहेव कि ओह बेमार रिहिस। \v 27 सही म, ओह बेमार रिहिस, इहां तक कि ओह लगभग मरइया रिहिस। पर परमेसर ह ओकर ऊपर दया करिस, अऊ सिरिप ओकर ऊपर ही नइं, पर मोर ऊपर घलो दया करिस कि मोला दुख के ऊपर दुख झन होवय। \v 28 एकरसेति, मेंह ओला तुम्हर करा पठोय बर अऊ जादा उत्सुक हवंव, ताकि जब तुमन ओला फेर देखव, त खुस होवव अऊ मोर फिकर घलो कम होवय। \v 29 परभू म, बड़े आनंद सहित, ओकर सुवागत करव, अऊ ओकर सहीं मनखेमन के आदर करव, \v 30 काबरकि मसीह के काम खातिर, अपन जिनगी ला जोखिम म डालके, ओह मरे सहीं हो गे रिहिस, ताकि ओह मोर ओ जरूरत ला पूरा करय, जऊन ला तुमन नइं कर सकेव। \c 3 \s1 मनखे के काम ऊपर भरोसा नइं \p \v 1 कुछू घलो होवय, हे मोर भाईमन हो, परभू म आनंदित रहव। तुमन ला ओहीच बात फेर लिखे म, मोला कोनो तकलीफ नइं होवय अऊ येमा तुम्हर भलई हवय। \v 2 ओ कुकुरमन ले सचेत रहव। येमन ओ मनखे अंय, जऊन मन खराप काम करथें अऊ देहें के अंगमन ला काट-छांट करथें। \v 3 काबरकि खतना वाले मनखे तो सिरिप हमन अन, जऊन मन परमेसर के अराधना पबितर आतमा के दुवारा करथन अऊ मसीह यीसू म महिमा करथन अऊ देहें के ऊपर भरोसा नइं करन— \v 4 हालाकि मोर करा अइसने भरोसा करे के कारन हवय। \p कहूं कोनो ये सोचथे कि ओकर करा देहें के ऊपर भरोसा करे के कारन हवय, त मोर करा जादा कारन हवय: \v 5 जनम के आठवां दिन म मोर खतना होईस। मेंह इसरायल के बंस अऊ बिनयामीन के गोत्र के अंव। मेंह इबरीमन के इबरी अंव। मूसा के कानून के मुताबिक मेंह एक फरीसी अंव। \v 6 यदि तुमन जोस के बारे कहिथव, त मेंह कलीसिया के एक सतानेवाला रहेंव। मूसा के कानून के धरमीपन के बारे यदि तुमन कहिथव, त मेंह निरदोस अंव। \p \v 7 पर जऊन कुछू घलो मोर फायदा के रिहिस, मेंह अब ओला मसीह के हित म हानि समझथंव। \v 8 वास्तव म, मसीह यीसू, मोर परभू ला जाने के महानता के तुलना म, मेंह हर एक बात ला एक हानि समझथंव। मसीह यीसू, मोर परभू के हित म, मेंह जम्मो बात के हानि उठाय हवंव अऊ मेंह ओ बातमन ला कचरा समझथंव, ताकि मेंह मसीह ला पा जावंव, \v 9 अऊ ओकर संग एक हो जावंव अऊ येह मोर खुद के धरमीपन ले नइं, जऊन ह कि मूसा के कानून ला पालन करे ले आथे, पर येह मसीह म बिसवास के जरिये—ओ धरमीपन ले अय, जऊन ह परमेसर करा ले आथे अऊ येह बिसवास के दुवारा अय। \v 10 मेंह मसीह ला अऊ ओकर फेर जी उठे के सामर्थ ला जाने चाहथंव अऊ मेंह ओकर दुख-पीरा म भागी होय चाहथंव अऊ मेंह ओकर मिरतू म ओकर सहीं बने चाहथंव, \v 11 ताकि कोनो घलो किसम ले, मेंह घलो मरे मन ले जी उठंव। \s1 निसाना कोति बढ़ई \p \v 12 मेंह ये नइं कहंव, कि ये जम्मो ला पहिले ही पा चुके हवंव या मेंह सिद्ध हो चुके हवंव, पर मेंह ओला पाय बर आघू बढ़त हवंव, जेकर खातिर मसीह यीसू ह मोला अपन बनाय हवय। \v 13 हे भाईमन हो, मेंह ये नइं सोचत हंव कि मेंह येला पा चुके हवंव। पर मेंह एक काम करथंव: पाछू के बातमन ला भुला के, मेंह आघू के चीज ला पाय बर बढ़त जावत हंव। \v 14 निसाना के तरफ मेंह दऊड़े चले जावत हंव, ताकि ओ ईनाम ला जीतंव, जेकर खातिर परमेसर ह मोला मसीह यीसू म ऊपर स्वरग म बलाय हवय। \p \v 15 हमन म जतेक झन आतमिक रूप ले समझदार हवन, एहीच बिचार रखना चाही। अऊ कहूं कोनो बात म तुम्हर अलग बिचार हवय, त ओ बात ला घलो, परमेसर ह तुम्हर बर परगट कर दीही। \v 16 जऊन ला हमन पा चुके हवन, आवव, हमन सिरिप ओकरे मुताबिक जिनगी बितावन। \p \v 17 हे भाईमन हो, आने मन के संग मिलके मोर नकल करव, अऊ ओमन ऊपर धियान देवव, जऊन मन ओ नमूना के मुताबिक जिनगी बितावत हवंय, जऊन ला हमन तुमन ला देय हवन। \v 18 काबरकि, जइसने मेंह तुमन ला पहिली अकसर कहे हवंव अऊ अब फेर मेंह रो-रोके कहथंव कि कतको झन मसीह के कुरूस के बईरी सहीं जिनगी जीयथें। \v 19 ओमन के अन्त ह बिनास अय। ओमन के ईस्वर ह ओमन के पेट अय, अऊ ओमन अपन कलंक के काम ला अपन महिमा समझथें। ओमन के मन ह संसारिक बात म लगे रहिथे। \v 20 पर हमर देस ह स्वरग अय। अऊ हमन उत्साह के संग उहां ले एक उद्धार करइया याने परभू यीसू मसीह के बाट जोहथन, \v 21 जऊन ह सामर्थ के दुवारा हमर नासमान देहें ला बदल दीही अऊ ओमन ओकर महिमामय देहें सहीं हो जाहीं। अऊ येह ओहीच सामर्थ ए, जेकर दुवारा, ओह हर एक चीज ला अपन अधीन कर लेथे। \c 4 \p \v 1 एकरसेति, हे मोर भाईमन हो! तुमन ले मेंह मया करथंव अऊ तुमन म मोर जी लगे रहिथे। तुमन मोर आनंद अऊ मोर मुकुट अव। हे मयारू संगवारीमन, अइसनेच तुमन परभू के बिसवास म मजबूत बने रहव। \s1 उत्साह के बचन \p \v 2 मेंह यूओदिया ले बिनती करथंव अऊ सुन्तुखे ले घलो बिनती करथंव कि तुमन परभू म एक-दूसर के संग एक मन होके रहव। \v 3 अऊ हे सच्चा सहकरमी, मेंह तोर ले घलो कहथंव कि तेंह ये माईलोगनमन के मदद कर, काबरकि येमन मोर संग सुघर संदेस ला फईलाय म, क्लेमेंस अऊ मोर ओ जम्मो सहकरमीमन संग मेहनत करे हवंय, जेमन के नांव जिनगी के किताब म लिखे हवय। \p \v 4 परभू म सदा आनंदित रहव। मेंह येला फेर कहथंव: आनंदित रहव! \v 5 जम्मो झन जान जावंय कि तुमन नम्र मनखे अव। परभू ह लकठा म हवय। \v 6 कोनो बात के फिकर झन करव, पर हर एक बात म, पराथना अऊ निबेदन के दुवारा, धनबाद के संग तुमन अपन बिनती ला परमेसर के आघू म रखव। \v 7 तब परमेसर के सांति, जऊन ह मनखे के समझ के बाहिर अय, तुम्हर हिरदय अऊ मन के रखवारी मसीह यीसू म करही। \p \v 8 आखिर म, हे भाईमन हो, जऊन बात ह सच ए, जऊन बात ह आदर के लईक ए, जऊन बात ह सही ए, जऊन बात ह निरमल ए, जऊन बात ह मयारू ए, जऊन बात ह मन ला भाथे—यदि कोनो बात ह उत्तम या परसंसा के लईक ए, त अइसने बात के बारे म सोचव। \v 9 जऊन बात तुमन मोर ले सीखे हवव या मोर ले पाय हवव या मोर ले सुने हवव या मोर म देखे हवव, ओकरेच मुताबिक चलव। अऊ सांति के परमेसर ह तुमन के संग रहिही। \s1 दान के खातिर धनबाद \p \v 10 मेंह परभू म बहुंत आनंदित हवंव कि आखिर म, तुमन फेर एक बार मोर फिकर करे हवव। वास्तव म, तुमन मोर फिकर करत तो रहेव, पर येला परगट करे के तुमन ला मऊका नइं मिलत रिहिस। \v 11 मेंह ये बात एकरसेति नइं कहथंव कि मोला कोनो चीज के घटी हवय, काबरकि कोनो घलो दसा म मेंह संतोस रहना सीख ले हवंव। \v 12 मेंह जानथंव कि घटी म रहे के मतलब का होथे। मेंह ये घलो जानथंव कि बेसी म रहे के का मतलब होथे। मेंह कोनो भी दसा म संतोस रहे के भेद ला सीख गे हवंव; चाहे मेंह भरपेट खावंव या भूखा रहंव, चाहे मोर करा बहुंत रहय या मेंह घटी म रहंव। \v 13 जऊन ह मोला ताकत देथे, ओकर जरिये, मेंह हर चीज ला कर सकथंव। \p \v 14 तभो ले, तुमन बने करेव कि मोर तकलीफ म मदद करेव। \v 15 हे फिलिप्पीमन, जइसने कि तुमन जानथव कि सुघर संदेस के परचार के सुरूआती दिन म, जब मेंह मकिदुनिया प्रदेस ले चलेंव, त सिरिप तुम्हर छोंड़ अऊ कोनो घलो कलीसिया देय अऊ लेय के मामला म मोर मदद नइं करिस। \v 16 अऊ त अऊ जब मेंह थिस्सलुनीके सहर म रहेंव अऊ मोला घटी रिहिस, त तुमन बार-बार मोर करा मदद पठोय रहेव। \v 17 अइसने बात नो हय कि मेंह दान चाहथंव, पर मेंह चाहथंव कि तुमन अइसने काम करव, जऊन ह तुम्हर जिनगी के खाता म जोड़े जावय। \v 18 मेंह जम्मो चीज ला पा गे हवंव, बल्कि मोला जरूरत ले जादा मिल गे हवय। तुमन इपफ्रुदीतुस के हांथ म जऊन भेंट ला पठोय रहेव, ओला पाके मोर मन ह संतोस हो गे हवय। ओमन एक खुसबूदार भेंट, गरहन करे लईक बलिदान अंय, जेकर ले परमेसर ला खुसी होथे। \v 19 अऊ मोर परमेसर ह मसीह यीसू म अपन महिमामय धन के मुताबिक तुम्हर जम्मो जरूरत ला पूरा करही। \p \v 20 परमेसर, हमर ददा के महिमा जुग-जुग होवय। आमीन। \b \s1 आखिरी जोहार \p \v 21 जम्मो संतमन ला, जऊन मन मसीह यीसू म हवंय, जोहार कहव। \p जऊन भाईमन मोर संग इहां हवंय, ओमन तुमन ला जोहार कहत हवंय। \p \v 22 इहां के जम्मो संत, खास करके जऊन मन महाराजा के घराना के अंय, तुमन ला जोहार कहत हवंय। \b \p \v 23 परभू यीसू मसीह के अनुग्रह तुम्हर आतमा के संग रहय। आमीन।\f + \fr 4:23 \fr*\ft कुछू हस्तलिपि म \ft*\fqa आमीन \fqa*\ft सबद नइं ए\ft*\f*