\id MAL - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \ide UTF-8 \h मलाकी \toc1 मलाकी के किताब \toc2 मलाकी \toc3 मला \mt1 मलाकी \mt2 के किताब \c 1 \p \v 1 एक अगमबानी: मलाकी\f + \fr 1:1 \fr*\fq मलाकी \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa मोर संदेसिया\fqa*\f* के जरिये इसरायलीमन ला यहोवा के दिये गे बचन। \s1 यहोवा के मया ऊपर इसरायल के संदेह करई \p \v 2 यहोवा ह कहत हे, “मेंह तोर ले मया करे हवंव,” \p पर तुमन पुछथव, “तेंह कइसे हमन ले मया करे हस?” \p यहोवा ह ये कहिथे, “का एसाव ह याकूब के भाई नइं रिहिस? तभो ले मेंह याकूब ले मया करेंव, \v 3 पर मेंह एसाव ले घिन करेंव अऊ ओकर पहाड़ी भागमन ला उजारके निरजन बना देंव अऊ ओकर बपौती भुइयां ला बंजर भुइयां के सियारमन के जगह बना देंव।” \p \v 4 एदोम ह कह सकत हे, “हालाकि हमन उजर तो गे हवन, तभो ले हमन टूटे-फूटे ला फेर बनाबो।” \p पर सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: “ओमन फेर बनाहीं, पर मेंह गिरा दूहूं, अऊ ओमन दुस्ट के गढ़, अऊ अइसने मनखे कहाहीं, जेमन के ऊपर यहोवा के रिस ह हमेसा भड़के रहिथे। \v 5 तुम्हर आंखी ह येला देखही अऊ तुमन कहिहू, ‘यहोवा ह महान ए—अऊ त अऊ ओह इसरायल के सिवाना के बाहिर घलो महान ए!’ ” \s1 दोस ले भरे बलिदान के जरिये करार ला टोरई \p \v 6 सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे, “बेटा ह अपन ददा के, अऊ गुलाम ह अपन मालिक के आदर करथे। यदि मेंह ददा अंव, त मोर आदर कहां हवय? अऊ यदि मेंह मालिक अंव, त मोर इज्जत कहां हवय, जेकर हकदार मेंह अंव? \p “ये तुम पुरोहितमन अव, जेमन मोर नांव के आदर नइं करव। \p “पर तुमन पुछथव, ‘हमन कइसे तोर नांव के आदर नइं करेंन?’ \p \v 7 “मोर बेदी म असुध जेवन चघाय के दुवारा। \p “पर तुमन पुछथव, ‘हमन कइसे तोला असुध करे हवन?’ \p “ये कहे के दुवारा कि यहोवा के मेज ह तुछ ए। \v 8 जब तुमन अंधरा पसु के बलि चघाथव, त का येह गलत नो हय? अऊ जब तुमन खोरवा अऊ बिमरहा पसु के बलि चघाथव, त का येह गलत नो हय? अइसने भेंट अपन राजपाल ला देय के कोसिस करव! का ओह तुमन ले खुस होही? का ओह तुमन ला गरहन करही?” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \p \v 9 “पर अब तुमन परमेसर ले बिनती करव कि ओह हमर ऊपर किरपा करय। तुम्हर हांथ के चघाय अइसने भेंट ले, का ओह तुमन ला गरहन करही?” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \p \v 10 “बने होतिस कि तुमन म ले कोनो मंदिर के कपाट ला बंद कर देतिस, ताकि तुमन मोर बेदी म बेकार के आगी झन बारतेव! मेंह तुमन ले खुस नइं अंव,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे, “अऊ मेंह तुम्हर हांथ ले कोनो चढ़ावा गरहन नइं करंव। \v 11 धरती के ये छोर ले लेके ओ छोर तक, जिहां सूरज ह उगथे अऊ जिहां सूरज बुड़थे, उहां जाति-जाति के मनखेमन के बीच मोर नांव ह महान होही। जम्मो जगह म मोर करा धूप अऊ सुध चढ़ावा लाने जाही, काबरकि जाति-जाति के मनखेमन के बीच मोर नांव ह महान होही,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \p \v 12 “पर तुमन ये कहिके येला अपबितर करथव, ‘परभू के मेज ह असुध ए,’ अऊ, ‘येकर जेवन ह तुछ अय।’ \v 13 अऊ तुमन ये घलो कहिथव, ‘ये कइसे बोझा अय!’ अऊ ओला तुछ समझके, तुमन ओकर ऊपर नाक सिकोड़थव,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \p “जब तुमन घायल, खोरवा या बिमरहा पसुमन ला लानथव अऊ ओमन ला बलिदान के रूप म चघाथव, त का मोला अइसने बलिदान ला तुम्हर हांथ ले गरहन करना चाही?” यहोवा ह कहिथे। \v 14 “ओ ठग ह सरापित ए, जेकर झुंड म बने नर पसु हवय अऊ ओह येला देय बर बदना बदे हवय, पर ओह दोसयुक्त पसु के बलि परभू ला चघाथे। मोर नांव के भय जाति-जाति के मनखेमन म होवय, काबरकि मेंह एक महान राजा अंव,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \c 2 \s1 पुरोहितमन ला अतकिहा चेतउनी \p \v 1 सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे, “अब हे पुरोहितमन, येह तुम्हर बर चेतउनी अय। \v 2 कहूं तुमन नइं सुनव, अऊ कहूं मोर नांव के आदर करे के नइं ठानव, त मेंह तुमन ला एक सराप दूहूं, अऊ मेंह तुम्हर आसीसमन ला सरापित करहूं। हव, मेंह ओमन ला पहिले ही सरापित कर चुके हंव, काबरकि तुमन मोर आदर करे बर नइं ठाने हव। \p \v 3 “तुम्हर कारन मेंह तुम्हर संतानमन ला डांटहूं; मेंह तुम्हर तिहार म बलिदान करे गे पसुमन के गोबर ला तुम्हर मुहूं म चुपराहूं, अऊ तुमन ला अइसने ही ले जाय जाही। \v 4 तब तुमन जानहू कि मेंह ये चेतउनी दे हंव, ताकि लेवीमन के संग मोर बांधे करार ह बने रहय,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \v 5 “मोर करार ह ओकर संग रिहिस अऊ येह जिनगी अऊ सांति के करार रिहिस अऊ मेंह ये करार ओला देंव; येह आदर-सम्मान बर रिहिस अऊ ओह मोर आदर-सम्मान करिस अऊ मोर नांव के भय मानिस। \v 6 ओ सही निरदेस ह ओला कंठस्थ रिहिस, अऊ ओकर मुहूं ले कोनो लबारी बात नइं निकलिस। ओह सांति अऊ सीधई ले मोर संग चलत रिहिस अऊ ओह बहुंत झन ला पाप के रद्दा ले लहुंटा लानिस। \p \v 7 “काबरकि एक पुरोहित ला अपन बात के दुवारा गियान ला बनाय रखना चाही, काबरकि ओह सर्वसक्तिमान यहोवा के संदेसिया ए अऊ मनखेमन ओकर मुहूं ले सिकछा पाय के लालसा रखथें। \v 8 पर तुमन सही रद्दा ले भटक गे हवव अऊ तुम्हर सिकछा ह बहुंत झन के ठोकर खाय के कारन बने हवय; तुमन तो लेवी के संग बांधे करार ला टोर दे हवव,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \v 9 “एकरसेति मेंह तुमन ला जम्मो झन के आघू म अनादर अऊ अपमानित करे हवंव, काबरकि तुमन मोर रद्दा म नइं रेंगे हवव, पर कानून के मामला म मुहूं देखके नियाय करे हवव।” \s1 तलाक देय के दुवारा करार ला टोरई \p \v 10 का हमन जम्मो झन के एकेच ददा नइं ए? का एकेच परमेसर ह हमन ला नइं बनाय हवय? हमन काबर एक-दूसर ले बिसवासघात करके अपन पुरखामन के करार के अपमान करत हन? \p \v 11 यहूदा ह बिसवासघात करे हवय। इसरायल अऊ यरूसलेम म घिन काम करे गे हवय: यहूदा ह ओ माईलोगनमन ले बिहाव करे हवय, जऊन मन आने देवता के अराधना करथें अऊ अइसने करके ओह यहोवा के ओ पबितर-स्थान ला अपबितर करे हवय, जऊन ला ओह मया करथे। \v 12 जऊन मनखे ह अइसने करथे, चाहे ओह कोनो घलो होवय, यहोवा ह ओला याकूब के तम्बूमन ले निकाल देवय—भले ही ओह सर्वसक्तिमान यहोवा ला चघाय बर एक बलिदान लानय। \p \v 13 दूसर काम तुमन ये करथव: यहोवा के बेदी ला तुमन अपन आंसू ले भिजो देथव। तुमन रोथव अऊ सोक मनाथव काबरकि ओह अब तुम्हर चढ़ावामन कोति नइं देखय या खुस होके तुम्हर हांथ ले ओमन ला गरहन नइं करय। \v 14 तुमन पुछथव, “अइसने काबर होथे?” काबरकि यहोवा ह तोर अऊ तोर जवानी के घरवाली के बीच म गवाह हवय। हालाकि ओह तोर जिनगी भरके संगी, बिहाव म करे गे करार के तोर घरवाली अय, तभो ले तेंह ओकर संग बिसवासघात करे हवस। \p \v 15 का एके परमेसर ह तुमन ला नइं बनाईस? तोर देहें अऊ आतमा ओकर अय? अऊ परमेसर ह का चाहथे? परमेसर के भक्ति करइया संतान। एकरसेति सावधान रह, अऊ अपन जवानी के घरवाली के संग बिसवासघात झन कर। \p \v 16 यहोवा, इसरायल के परमेसर ह कहिथे, “जऊन मनखे ह अपन घरवाली ले घिन करथे अऊ ओला तलाक देथे, ओह ओकर ऊपर हिंसा करथे, जेकर कि ओला रकछा करना चाही,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \p एकरसेति सावधान रहव अऊ बिसवासघात झन करव। \s1 अनियाय करे के दुवारा करार ला टोरई \p \v 17 तुमन अपन गोठ ले यहोवा ला निरास कर दे हवव। \p अऊ तुमन पुछथव, “हमन ओला कइसे निरास करे हवन?” \p ये कहे के दुवारा, “ओ जम्मो जेमन दुस्ट काम करथें, ओमन यहोवा के नजर म बने मनखे अंय, अऊ यहोवा ह ओमन ले खुस हवय” या “नियायी परमेसर कहां हवय?” \c 3 \p \v 1 सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे, “मेंह अपन संदेसिया ला पठोहूं, जऊन ह मोर आय के पहिली रद्दा तियार करही। तब परभू, जऊन ला तुमन खोजत हव, अचानक अपन मंदिर म आ जाही; अऊ करार के ओ संदेसिया जेकर तुमन ईछा रखथव, ओह आ जाही।” \p \v 2 पर ओकर आय के दिन ला कोन ह सहे सकही? अऊ जब ओह परगट होही, त ओकर आघू म कोन ठाढ़ हो सकही? काबरकि ओह सुनार के आगी या धोबी के साबुन सहीं होही। \v 3 ओह चांदी ला साफ करइया अऊ सुध करइया के रूप म बईठही; ओह लेवीमन ला सुध करही अऊ ओमन ला सोन अऊ चांदी सहीं साफ करही। तब यहोवा करा मनखेमन होहीं, जऊन मन धरमीपन म भेंट चघाहीं, \v 4 तब यहूदा अऊ यरूसलेम के मनखेमन के भेंट ला यहोवा ह अइसे गरहन करही, जइसे कि तइहा के दिनमन म, पहिले के बछरमन म गरहन करत रिहिस। \p \v 5 सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे, “तब मेंह तुमन ला परखे बर आहूं। मेंह जादू-टोना करइया, बेभिचारी अऊ लबरा गवाही देवइया के बिरोध म, अऊ जऊन मन बनिहार के बनी ला दबाथें, जऊन मन बिधवा अऊ मुरहामन के ऊपर अंधेर करथें, अऊ तुम्हर बीच रहइया परदेसीमन के नियाय ला बिगाड़थें, अऊ मोर भय नइं मानंय, ओ जम्मो झन के बिरोध म तुरते गवाही दूहूं।” \s1 दसमांस ला रोके के दुवारा करार ला टोरई \p \v 6 सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे, “में यहोवा ह नइं बदलंव। एकरसेति, हे याकूब के संतानमन, तुमन नास नइं होय हवव। \v 7 अपन पुरखामन के समय ले, तुमन मोर हुकूम ले हटत आय हवव अऊ ओकर पालन नइं करे हव। तुमन मोर करा लहुंटके आवव, अऊ मेंह तुम्हर करा लहुंटके आहूं। \p “पर तुमन पुछथव, ‘हमन कइसे लहुंटके आवन?’ \p \v 8 “का मरनहार मनखे ह परमेसर ला लूट सकथे? तभो ले तुमन मोला लूटथव। \p “पर तुमन पुछथव, ‘हमन तोला कइसे लूटत हन?’ ” \p सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे, “दसमांस अऊ भेंटमन म। \v 9 तुमन एक सराप के बस म हवव—तुम्हर जम्मो जाति ह—काबरकि तुमन मोला लूटत हव। \v 10 जम्मो दसमांस ला भंडारघर म ले आवव कि मोर घर म जेवन रहय। अइसने करके मोला परखव अऊ देखव कि मेंह स्वरग के झरोखामन ला खोलके तुम्हर ऊपर अइसन अपरमपार आसीस के बरसा करहूं कि तुम्हर करा येला रखे बर परयाप्त जगह नइं होही। \v 11 मेंह तुम्हर फसल ला नास करइया कीरामन ले बचाहूं, अऊ तुम्हर अंगूर के नारमन के फर ह पाके के पहिली कइंचा नइं गिरही,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \v 12 “तब जम्मो जाति के मनखेमन तुमन ला धइन कहिहीं, काबरकि तुम्हर देस ह खुसी ले भरे देस होही,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \s1 इसरायल ह परमेसर के बिरूध घमंडी होके गोठियाथे \p \v 13 यहोवा ह कहिथे, “तुमन मोर बिरोध म घमंड ले गोठियाय हवव।” \p “तभो ले तुमन पुछथव, ‘हमन तोर बिरोध म का कहे हन?’ \p \v 14 “तुमन कहे हवव, ‘परमेसर के सेवा करई ह बेकार अय। ओकर बताय काममन ला पूरा करे ले अऊ सर्वसक्तिमान यहोवा के आघू म दुखियारी सहीं जाय ले हमन ला का फायदा होथे। \v 15 पर अब हमन घमंडी मनखेमन ला धइन कहत हन। खचित दुस्ट मनखेमन उन्नति करथें, अऊ इहां तक कि जब ओमन परमेसर के परिछा करथें, तभो ले बांच जाथें।’ ” \s1 बिसवासयोग्य बांचे भाग \p \v 16 तब जऊन मन यहोवा के भय मानिन, ओमन एक-दूसर ले गोठियाईन, अऊ यहोवा ह धियान देके सुनिस। जऊन मन यहोवा के भय मानिन अऊ ओकर नांव के आदर करिन, ओमन के बारे म परमेसर के आघू म सुरता के एक किताब लिखे गीस। \p \v 17 सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे, “ठहिराय दिन म जब मेंह अपन काम करहूं, त ओमन मोर कीमती भाग होहीं। मेंह ओमन ला बचाहूं जइसने कि एक ददा ह अपन सेवा करइया बेटा ऊपर करूना करथे अऊ ओला बचाथे। \v 18 तब तुमन फेर धरमी अऊ दुस्ट के बीच म, अऊ जऊन मन परमेसर के सेवा करथें अऊ जऊन मन सेवा नइं करंय ओमन के बीच म फरक ला देखहू।” \c 4 \s1 नियाय अऊ करार के नवीनीकरन \p \f + \fr 4 \fr*\ft इबरानी म \+xt 4:1‑6\+xt* ला 3:19‑24 गने गे हवय\ft*\f* \v 1 सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे, “सही म, ओ धधकत भट्ठी सहीं बरत दिन\f + \fr 4:1 \fr*\ft या \ft*\fqa नियाय के दिन\fqa*\f* ह आवत हे। जम्मो घमंडी अऊ दुस्ट मनखेमन भूंसा कस हो जाहीं, अऊ ओ अवइया दिन म ओमन ला आगी म डारे जाही, न तो ओमन के कोनो जरी अऊ न ही ओमन के कोनो डारा बांचही। \v 2 पर तुमन जऊन मन मोर नांव के आदर करथव, धरमीपन के सूरज ह चंगई देवइया अपन किरन के संग उदय होही। अऊ तुमन बाहिर निकलहू अऊ मोटा-ताजा बछवा कस उछल-कूद करहू। \v 3 तब तुमन दुस्टमन ला कुचरहू; ओमन मोर ठहिराय दिन म तुम्हर गोड़ के खाल्हे के राख हो जाहीं,” सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहिथे। \p \v 4 “मोर सेवक मूसा के कानून ला सुरता करव, ओ हुकूम अऊ कानून, जऊन ला मेंह ओला जम्मो इसरायलीमन बर होरेब पहाड़ म दे रहेंव। \p \v 5 “देखव, यहोवा के ओ बड़े अऊ भयानक दिन के आय के पहिली, मेंह तुम्हर करा एलियाह अगमजानी ला पठोहूं। \v 6 ओह दाई-ददा के हिरदय ला ओमन के लइकामन कोति, अऊ लइकामन के हिरदय ला ओमन के दाई-ददा कोति करही; नइं तो मेंह आके देस के पूरा सतियानास कर दूहूं।”