\id LEV - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \usfm 3.0 \ide UTF-8 \h लैव्य-ब्यवस्था \toc1 लैव्य-ब्यवस्था के किताब \toc2 लैव्य-ब्यवस्था \toc3 लैव्य \mt1 लैव्य-ब्यवस्था \mt2 के किताब \c 1 \s1 होम-बलिदान \p \v 1 यहोवा ह मूसा ला बलाईस अऊ मिलापवाला तम्बू ले ओला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ले गोठिया अऊ ओमन ला ये कह: ‘जब तुमन म ले कोनो मनखे यहोवा बर कोनो बलिदान चघाय बर लानथे, त ओह बलिदान के रूप म कोनो पसु ला, गाय-बईला या भेड़-बकरी के झुंड म ले लेके आवय। \p \v 3 “ ‘कहूं बलिदान ह गाय-बईला के झुंड म ले होम-बलिदान ए, त तें निरदोस नर पसु ला बलिदान करबे। ये बलिदान ह मिलापवाला तम्बू के प्रवेस दुवार म चघाय जावय, ताकि यहोवा ह येला गरहन करय। \v 4 तें अपन हांथ ओ होम-बलिदान के पसु के मुड़ ऊपर रखबे, त ये बलिदान ह तोर कोति ले तोर पछतावा के रूप म गरहन करे जाही। \v 5 तेंह यहोवा के आघू म बछवा ला बलि करबे, अऊ तब हारून के बेटामन, जऊन मन पुरोहित अंय, ओकर लहू ला लानहीं अऊ ओ बेदी के चारों कोति छिंचहीं, जऊन ह मिलापवाला तम्बू के प्रवेस दुवार म हवय। \v 6 तब तें होम-बलिदान करे गे ओ पसु के चमड़ी ला निकाल देबे अऊ ओ पसु के कुटा-कुटा कर देबे। \v 7 हारून पुरोहित के बेटामन बेदी म आगी जलाहीं अऊ आगी ऊपर लकरी ला रचहीं। \v 8 तब हारून के ओ बेटामन, जऊन मन पुरोहित अंय, ओ पसु के कुटामन ला मुड़ अऊ चरबी समेत बेदी ऊपर बरत लकरी म रखहीं। \v 9 तेंह ओ पसु के पेट भीतर के चीजमन ला अऊ गोड़मन ला पानी म धो डारबे, अऊ पुरोहित ह ये जम्मो ला बेदी म जला देवय। येह यहोवा बर एक महकत सुख-देवइया, एक होम-बलिदान, अऊ एक जेवन-बलिदान होही। \p \v 10 “ ‘कहूं बलिदान ह भेड़-बकरी के झुंड म ले एक होम-बलिदान अय, त तें भेड़ या बोकरा म ले बिगर दोसवाला नर ला बलिदान करबे। \v 11 तेंह येला बेदी के उत्तर कोति यहोवा के आघू म बलि करबे, अऊ हारून के बेटामन, जऊन मन पुरोहित अंय, ओकर लहू ला बेदी के चारों कोति छिंचहीं। \v 12 तब तें ओ पसु के कुटा-कुटा कर देबे, अऊ पुरोहित ह ओ पसु के कुटामन ला मुड़ अऊ चरबी समेत बेदी ऊपर बरत लकरी म रखय। \v 13 तेंह ओ पसु के पेट भीतर के अंगमन ला अऊ गोड़मन ला पानी म धो डारबे, अऊ पुरोहित ह ओ जम्मो ला लानके बेदी म जला देवय। येह यहोवा बर एक महकत सुख-देवइया, एक होम-बलिदान, अऊ एक जेवन-बलिदान होही। \p \v 14 “ ‘कहूं यहोवा बर बलिदान ह चिरई के होम-बलिदान अय, त तें पंड़की या परेवा पीला के बलिदान चघाबे। \v 15 पुरोहित ह ओला बेदी म लानय अऊ ओकर घेंच ला मुरकेट के मुड़ ला अलग करय अऊ ओला बेदी म जलावय; ओकर लहू ला बेदी के बाजू म गिरावय। \v 16 ओह घेंच के थैली अऊ पांखी ला निकालय अऊ ओमन ला बेदी के पूरब कोति राख डारे के जगह म फटिक देवय। \v 17 तब ओह दूनों डेना ला धरके चीरय, पर पूरा अलग झन करय, अऊ तब पुरोहित ह ओला बेदी म रखके बरत लकरी म जलावय। येह यहोवा बर एक महकत सुख-देवइया, एक होम-बलिदान अऊ एक जेवन-बलिदान होही। \c 2 \s1 अन्न-बलिदान \p \v 1 “ ‘जब कोनो मनखे यहोवा करा अन्न-बलिदान लानथे, त ओकर बलिदान ह बहुंत चिक्कन पीसान के होना चाही। ओह ओकर ऊपर जैतून तेल डारके ओमा धूप घलो रखय, \v 2 अऊ ओला हारून के ओ बेटामन करा ले जावय, जऊन मन पुरोहित अंय। पुरोहित ह ओ तेल अऊ धूप मिले मैदा ला एक मुठा भरके निकालय, अऊ ओला एक सुरता-देवइया हिस्सा के रूप म बेदी म जलावय कि येह यहोवा बर एक महकत सुख-देवइया, अन्न-बलिदान ठहिरय। \v 3 बाकि बांचे अन्न-बलिदान ह हारून अऊ ओकर बेटामन के अय; येह जेवन-बलिदान के सबले पबितर भाग अय, जेला यहोवा ला चघाय जाथे। \p \v 4 “ ‘यदि तें भट्ठी म पके अन्न-बलिदान लानथस, त येह बहुंत चिक्कन पीसान के होना चाही: येह जैतून तेल म सनाय अखमीरी मोटा रोटी होवय या फेर जैतून तेल म चुपराय अखमीरी पातर रोटी होवय। \v 5 यदि तुम्हर अन्न-बलिदान ह तवा म पके हवय, त येह तेल म सनाय बहुंत चिक्कन पीसान के बने अखमीरी रोटी होवय। \v 6 तुमन ओला कुटा-कुटा करके ओकर ऊपर तेल डारव; येह एक अन्न-बलिदान अय। \v 7 कहूं तुम्हर अन्न-बलिदान ह कढ़ई म चुरे हवय, त ओला बहुंत चिक्कन पीसान अऊ थोरकन तेल म बनाय जावय। \v 8 ये चीजमन ले बने अन्न-बलिदान ला यहोवा करा लानव; ओला पुरोहित ला सऊंप देवव अऊ पुरोहित ह ओला बेदी मेर ले जावय। \v 9 पुरोहित ह अन्न-बलिदान म ले सुरता-देवइया हिस्सा ला निकालय अऊ ओला बेदी म जला देवय कि ओह यहोवा बर एक महकत सुख-देवइया, जेवन-बलिदान ठहिरय। \v 10 बाकि बांचे अन्न-बलिदान ह हारून अऊ ओकर बेटामन के अय; येह जेवन-बलिदान के सबले पबितर भाग अय, जेला यहोवा ला चघाय जाथे। \p \v 11 “ ‘यहोवा करा लाने गय हर एक अन्न-बलिदान बिगर खमीर के बनाय जावय, काबरकि यहोवा ला चघाय जेवन-बलिदान म, तुमन ला कोनो खमीर या मंधरस जलाना नइं ए। \v 12 तुमन येमन ला पहिली फर के बलिदान के रूप म यहोवा करा लान सकत हव, पर ओमन ला एक महकत सुख-देवइया बलिदान के रूप म बेदी ऊपर झन चघाय जावय। \v 13 अपन जम्मो अन्न-बलिदान ला नूनचूर करव। अपन परमेसर के संग बांधे करार के नून\f + \fr 2:13 \fr*\ft स्थायी करार; \+xt गन 18:19\+xt* अऊ \+xt 2 इति 13:5\+xt* म घलो\ft*\f* ला अपन अन्न-बलिदान ले अलग झन करव; अपन जम्मो बलिदान म नून मिलावव। \p \v 14 “ ‘कहूं तुमन पहिली-फसल के अन्न-बलिदान यहोवा करा लानथव, त आगी म भूंजे नवां अनाज के कुचरे बालीमन ला अन्न-बलिदान करव। \v 15 तुमन येमा तेल अऊ धूप डारव; येह एक अन्न-बलिदान ए। \v 16 तब पुरोहित ह तेल अऊ जम्मो धूप के संग कुचरे अनाज के सुरता-देवइया हिस्सा ला जला देवय कि येह यहोवा बर जेवन-बलिदान ठहिरय। \c 3 \s1 मेल-बलिदान \p \v 1 “ ‘कहूं तुम्हर चढ़ावा ह मेल-बलिदान ए, अऊ ओला बरदी म ले चघावव, चाहे ओह नर या मादा होवय, त यहोवा के आघू म निरदोस पसु ला ही चघावव। \v 2 ओह अपन हांथ ला चढ़ावा पसु के मुड़ म मढ़ावय अऊ ओला मिलापवाला तम्बू के प्रवेस दुवार म पूजय; फेर हारून के बेटा, जऊन मन पुरोहित अंय, ओकर लहू ला बेदी के ऊपर जम्मो कोति छिंच देवंय। \v 3 अऊ ओह मेल-बलिदान के चढ़ावा म ले यहोवा बर होम-बलिदान करय याने ओ चरबी जेकर ले पोटामन ढंकाय रहिथे अऊ ओ जम्मो चरबी जेकर ले पोटामन लपटाय रहिथें, \v 4 अऊ दूनों गुरदा अऊ ओमन के ऊपर के चरबी जऊन ह कनिहां के तीर म रहिथे, अऊ गुरदा समेत करेजा के सबले बने भाग, ये जम्मो ला ओह अलग करय। \v 5 हारून के बेटामन ये जम्मो ला बेदी म ओ होम-बलिदान के ऊपर जला देवंय, जऊन ह आगी के ऊपर के लकरी म हवय। येह यहोवा बर महकत सुख-देवइया एक जेवन-बलिदान ठहिरही। \p \v 6 “ ‘कहूं तेंह यहोवा बर कोनो पसु म ले मेल-बलिदान चघाथस, त ओ चढ़ावा ह बिगर दोसवाला नर या मादा पसु हो। \v 7 कहूं तेंह मेढ़ा-पीला चघावत हस, त ओ चढ़ावा ला यहोवा के आघू म चघा। \v 8 मिलापवाला तम्बू के आघू म अपन हांथ ला चढ़ावा पसु के मुड़ ऊपर मढ़ाके ओला पूज दे। फेर हारून के बेटामन ओकर लहू ला बेदी म चारों कोति छिंचंय। \v 9 तें मेल-बलिदान म ले यहोवा बर एक जेवन-बलिदान लान: येह चरबी अय, याने कि मंझरेटा हाड़ा के तीर ले अलग करे गय चरबी भरे पुंछी, अऊ ओ चरबी जेकर ले पोटामन तोपाय रहिथें, अऊ ओ जम्मो चरबी जऊन ह पोटामन म लपटाय रहिथे। \v 10 अऊ दूनों गुरदा अऊ ओकर ऊपर के चरबी जऊन ह कनिहां के तीर म रहिथे अऊ गुरदा समेत करेजा के सबले बने भाग, ये जम्मो ला तेंह अलग करबे। \v 11 अऊ पुरोहित ह येमन ला लेके बेदी म जलावय; येह यहोवा बर एक जेवन-बलिदान ठहिरही। \p \v 12 “ ‘कहूं तोर चढ़ावा ह बोकरा होवय, त ओला यहोवा के आघू म चघा। \v 13 तेंह मिलापवाला तम्बू के आघू म चढ़ावा पसु के मुड़ म अपन हांथ ला मढ़ाके ओला पूज दे, अऊ हारून के बेटामन ओकर लहू ला बेदी म जम्मो कोति छिंच देवंय। \v 14 तें ओमा ले अपन चढ़ावा ला यहोवा बर जेवन-बलिदान करके चघा, याने ओ चरबी जेकर ले पोटामन तोपाय रहिथें, अऊ ओ जम्मो चरबी जऊन ह पोटामन म लपटाय रहिथे, \v 15 अऊ दूनों गुरदा अऊ ओकर ऊपर के चरबी जऊन ह कनिहां के तीर म रहिथे, अऊ गुरदा समेत करेजा के सबले बने भाग, ये जम्मो ला तेंह अलग करबे। \v 16 तब पुरोहित ह ओमन ला बेदी म जेवन-बलिदान के रूप म जलावय; येह सुख-देवइया सुगंध ठहिरय। जम्मो चरबी ह यहोवा के ही अय। \p \v 17 “ ‘जिहां कहूं भी तुमन रहव, येह अवइया पीढ़ी-पीढ़ी बर हमेसा के एक बिधि ठहिरय। तुमन चरबी अऊ लहू ला कभू झन खाहू।’ ” \c 4 \s1 पाप-बलिदान \p \v 1 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ला ये कह: ‘जब कोनो अनजाने म कोनो पाप करथे अऊ ओ काम करथे, जऊन ह यहोवा के कोनो हुकूम के बिरूध अय— \p \v 3 “ ‘कहूं अभिसिक्त पुरोहित ह अइसने पाप करय, जेकर ले मनखेमन दोसी ठहिरंय, त अपन पाप के खातिर, ओह यहोवा करा एक निरदोस बछवा पाप-बलिदान\f + \fr 4:3 \fr*\ft या \ft*\fqa सुधिकरन-बलिदान\fqa*\f* के रूप म लानय। \v 4 ओह ओ बछवा ला मिलापवाला तम्बू के प्रवेस दुवार म यहोवा के आघू म लानय अऊ ओकर मुड़ म अपन हांथ रखय अऊ बछवा ला यहोवा के आघू म बलि करय। \v 5 तब अभिसिक्त पुरोहित ह बछवा के थोरकून लहू ला लेके मिलापवाला तम्बू म जावय। \v 6 ओह अपन अंगठी ला लहू म बुड़ोके पबितर-स्थान के परदा के सामने यहोवा के आघू म सात बार छिंचय। \v 7 तब पुरोहित ह ओ लहू म ले थोरकून ला लेके कहरत धूप के बेदी के ओ सींगमन म लगावय, जऊन ह मिलापवाला तम्बू म यहोवा के आघू म हवय। बछवा के बांचे जम्मो लहू ला, ओह होम-बलिदान के बेदी के खाल्हे म रितो देवय, जऊन ह मिलापवाला तम्बू के प्रवेस दुवार म हवय। \v 8 ओह पाप-बलिदान के बछवा के जम्मो चरबी ला निकाल देवय—याने कि पेट भीतर के अंगमन के जम्मो चरबी, \v 9 अऊ दूनों गुरदा अऊ ओकर ऊपर के चरबी जऊन ह कनिहां के तीर म रहिथे, अऊ करेजा के सबले बने भाग, जऊन ला ओह गुरदा संग अलग करही— \v 10 जइसने कि मेल-बलिदान के बलि के बईला ले चरबी ला अलग करे जाथे। तब पुरोहित ह येमन ला होम-बलिदान के बेदी म जला देवय। \v 11 पर बछवा के खाल अऊ ओकर जम्मो मांस, अऊ मुड़, गोड़मन ला, पेट भीतर के अंग अऊ पोटा ला— \v 12 याने कि बछवा के जम्मो बांचे भाग ला ओह डेरा के बाहिर ओ जगह म ले जावय, जेला बिधि-बिधान ले सुध करे गे हवय अऊ जिहां राख ला डारे जाथे, अऊ उहां राख ऊपर लकरी रखके ओमा येला जला देवय। \p \v 13 “ ‘कहूं जम्मो इसरायली समाज अनजाने म कोनो पाप करथे अऊ अइसने काम करथे, जऊन ह यहोवा के हुकूम के बिरूध अय, हालाकि पूरा समाज ये बात ले अनजान रहिथे, पर जब ओमन अपन अपराध ला जानथें \v 14 अऊ ओमन ला अपन करे गे पाप के पता चलथे, त जम्मो समाज ह एक ठन बछवा ला पाप-बलिदान के रूप म मिलापवाला तम्बू के आघू म लेके जावय, \v 15 अऊ समाज के अगुवामन यहोवा के आघू म ओ बछवा के मुड़ म अपन हांथ रखंय अऊ यहोवा के आघू म ओ बछवा के बलि करे जावय। \v 16 तब अभिसिक्त पुरोहित ह बछवा के लहू म ले थोरकून ला मिलापवाला तम्बू म ले जावय। \v 17 ओह अपन अंगठी ला लहू म बुड़ोके परदा के सामने म सात बार यहोवा के आघू म छिंचय। \v 18 ओह ओ लहू म ले थोरकून लेके बेदी के ओ सींगमन म लगावय, जऊन ह यहोवा के आघू म मिलापवाला तम्बू म हवय। बाकि बांचे जम्मो लहू ला ओह होम-बलिदान के बेदी के खाल्हे म रितो देवय, जऊन ह मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म हवय। \v 19 ओह बछवा के जम्मो चरबी ला निकाल लेवय अऊ ओ चरबी ला बेदी म जला देवय, \v 20 अऊ ओह ये बछवा के संग ठीक वइसनेच करय, जइसने पाप-बलिदान के बछवा ला करे रिहिस। ये किसम ले पुरोहित ह इसरायली समाज बर प्रायस्चित करय, अऊ समाज के पाप छेमा करे जाही। \v 21 तब ओह बछवा ला डेरा के बाहिर ले जावय अऊ ओला वइसने ही जलावय, जइसने ओह पहिली बछवा ला जलाय रिहिस। येह समाज बर पाप-बलिदान अय। \p \v 22 “ ‘जब कोनो अगुवा ह अनजाने म पाप करथे अऊ ओ काम करथे, जऊन ह यहोवा, ओकर परमेसर के हुकूम के बिरूध अय, पर जब ओह अपन अपराध ला महसूस करथे \v 23 अऊ ओला अपन करे गे पाप के पता चलथे, त ओह एक ठन निरदोस बोकरा ला बलिदान के रूप म लानय। \v 24 ओह बोकरा के मुड़ म अपन हांथ ला रखय अऊ ओला यहोवा के आघू म ओ जगह म बलि करय, जिहां होम-बलिदान के पसु ला बलि करे जाथे। येह एक पाप-बलिदान अय। \v 25 तब पुरोहित ह अपन अंगठी म पाप-बलिदान के पसु के थोरकून लहू ला लेवय अऊ ओला होम-बलिदान के बेदी के सींगमन म लगावय अऊ बाकि बांचे लहू ला बेदी के खाल्हे म रितो देवय। \v 26 ओह जम्मो चरबी ला बेदी म वइसने जलावय, जइसने ओह मेल-बलिदान के चरबी ला जलाय रिहिस। ये किसम ले पुरोहित ह ओ अगुवा के पाप बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही, अऊ परमेसर ह ओकर पाप ला छेमा करही। \p \v 27 “ ‘यदि समाज के कोनो मनखे अनजाने म कोनो पाप करथे अऊ ओ काम करथे, जऊन ह यहोवा के हुकूम के बिरूध अय, पर जब ओह अपन अपराध ला महसूस करथे \v 28 अऊ ओला अपन करे गे पाप के पता चलथे, त ओह अपन करे गे पाप के खातिर एक ठन निरदोस छेरी\f + \fr 4:28 \fr*\ft मतलब, बरई या पठिया\ft*\f* बलिदान के रूप म लानय। \v 29 ओह अपन हांथ ला ओ पाप-बलिदान के पसु के मुड़ म रखय अऊ येला होम-बलिदान करे के जगह म बलि करय। \v 30 तब पुरोहित ह अपन अंगठी म ओकर थोरकून लहू ला लेवय अऊ ओला होम-बलिदान के बेदी के सींगमन म लगावय अऊ बाकि बांचे लहू ला बेदी के खाल्हे म रितो देवय। \v 31 ओ मनखे ह जम्मो चरबी ला अलग करय, जइसने कि मेल-बलिदान के पसु के चरबी ला अलग करे जाथे, अऊ पुरोहित ह ओला बेदी म जला देवय ताकि ओह यहोवा बर सुख-देवइया एक सुगंध होवय। ये किसम ले पुरोहित ह ओ मनखे के पाप बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही, अऊ परमेसर ह ओकर पाप ला छेमा करही। \p \v 32 “ ‘कहूं कोनो अपन पाप-बलिदान बर मेढ़ा-पीला के झुंड म ले कोनो पसु ला लानथे, त ओह एक निरदोस भेड़ी-पीला ला लानय। \v 33 ओह ओ भेड़ी-पीला के मुड़ म अपन हांथ ला रखय अऊ ओला पाप-बलिदान बर ओ जगह म बलि करय, जिहां होम-बलिदान के पसु ला बलि करे जाथे। \v 34 तब पुरोहित ह अपन अंगठी म पाप-बलिदान के पसु के थोरकून लहू ला लेवय अऊ ओला होम-बलिदान के बेदी के सींगमन म लगावय अऊ बाकि बांचे लहू ला बेदी के खाल्हे म रितो देवय। \v 35 तब ओ मनखे ह जम्मो चरबी ला अलग करय, जइसने कि मेल-बलिदान के मेढ़ा-पीला के चरबी ला अलग करे जाथे, अऊ पुरोहित ह ओला बेदी म यहोवा ला चघाय जेवन-बलिदान के ऊपर जलावय। ये किसम ले पुरोहित ह ओ मनखे दुवारा करे गे पाप ले प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करय, अऊ परमेसर ह ओकर पाप ला छेमा करही। \c 5 \p \v 1 “ ‘कहूं कोनो मनखे ह कोनो घटना ला देखे रहिथे या ओ घटना ला जानत रहिथे, पर जब गवाह के रूप म ओकर ले ओ घटना के बारे म पुछे जाथे, अऊ यदि ओह कुछू नइं बतावय, त ओह पाप करथे, अऊ ओला जिम्मेदार ठहिराय जाही। \p \v 2 “ ‘कहूं कोनो मनखे ला पता चलथे कि ओमन दोसी अंय—यदि ओमन असुध चीज ला अनजाने म छू लेथें (चाहे असुध जंगली पसु के लास या घरेलू-पसु के लास होवय, या भुइयां म रेंगइया कोनो असुध जीव-जन्तु के लास होवय) अऊ ओ मनखेमन नइं जानंय कि ओमन संस्कारिक रूप ले असुध हो गे हवंय, पर जब ओमन अपन दोस ला जानथें; \v 3 या कहूं ओमन मनखे के कोनो असुध चीज ला अनजाने म छूथें (कोनो घलो चीज, जऊन ह ओला असुध करथे), पर जब ओमन ला ये बात के पता चलथे अऊ अपन गलती ला महसूस करथें; \v 4 या कहूं कोनो मन बिगर सोचे-बिचारे अनजाने म कोनो काम ला करे के किरिया खाथें, चाहे ओ भलई के काम हो या बुरई के (दूनों बात म लापरवाही से किरिया खाथें), पर जब ओमन ला ये बात के पता चलथे अऊ ओमन अपन गलती ला महसूस करथें। \v 5 जब कोनो मनखे ला पता चलथे कि ये बातमन के कोनो एक ठन म घलो ओह दोसी अय, त ओह जऊन गलती करके पाप करे हवय, ओला मान लेवय। \v 6 जऊन पाप ओह करे हवय, ओकर दंड के रूप म, ओह बरदी म ले एक ठन मेढ़ी-पीला या छेरी, यहोवा करा पाप-बलिदान\f + \fr 5:6 \fr*\ft या \ft*\fqa सुधिकरन-बलिदान\fqa*\f* के रूप म लानय; अऊ पुरोहित ह ओकर पाप के खातिर पछताप के बिधि ला पूरा करय। \p \v 7 “ ‘पर कहूं कोनो भेड़ी-पीला नइं चढ़ा सकय, त अपन पाप के दंड के रूप म, ओह यहोवा करा दू ठन पंड़की या दू ठन परेवा पीला ले आवय—एक ठन ला पाप-बलिदान बर अऊ दूसर ला होम-बलिदान करे बर। \v 8 ओह ओमन ला पुरोहित करा ले आवय अऊ पुरोहित ह पहिले एक ठन ला पाप-बलिदान बर चघावय। ओह ओ चिरई के घेंच ले ओकर मुड़ ला मुरकेट देवय, पर ओला पूरा अलग झन करय, \v 9 अऊ ओह ओ पाप-बलिदान के लहू म ले थोरकून लेके बेदी के बगल म छिंचय; बाकि बांचे लहू ला बेदी के खाल्हे म रितो देवय। येह एक पाप-बलिदान अय। \v 10 पुरोहित ह तब दूसर चिरई ला बताय गे बिधि के मुताबिक होम-बलिदान के रूप म चघावय अऊ पुरोहित ह ओकर करे गे पाप बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करय, अऊ परमेसर ह ओकर पाप ला छेमा करही। \p \v 11 “ ‘पर कहूं ओह दू ठन पंड़की या परेवा के दू ठन पीला घलो नइं दे सकय, त ओह अपन पाप के खातिर चघाय बर एपा\f + \fr 5:11 \fr*\ft 1.6 किलोग्राम\ft*\f* के दसवां भाग बहुंत चिक्कन पीसान पाप-बलिदान के रूप म ले आवय। ओह ओमा जैतून तेल या धूप झन डालय, काबरकि ओह एक पाप-बलिदान अय। \v 12 ओह ओला पुरोहित करा लानय अऊ पुरोहित ह ओमा ले अपन मुठा भरके सुरता-देवइया हिस्सा के रूप म लेवय अऊ ओला बेदी म यहोवा ला चघाय अन्न-बलिदान के ऊपर जलावय। येह एक पाप-बलिदान अय। \v 13 ये किसम ले, पुरोहित ह ओकर खातिर, ओकर दुवारा करे गय येमा के कोनो पाप बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही, अऊ परमेसर ह ओकर पाप ला छेमा करही। बाकि बांचे बलिदान ह पुरोहित के होही, जइसने कि अन्न-बलिदान के बिधि म होथे।’ ” \s1 दोस-बलिदान \p \v 14 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस: \v 15 “कहूं कोनो यहोवा के कोनो पबितर चीज के संबंध म अनजाने म पाप करथे, अऊ यहोवा के नजर म बेईमान ठहिरथे, त ओमन भेड़-बकरी के झुंड ले, दंड के रूप म एक ठन निरदोस मेढ़ा यहोवा करा लानंय अऊ पबितर-स्थान के सेकेल\f + \fr 5:15 \fr*\ft लगभग 12 ग्राम\ft*\f* के मुताबिक, ओह चांदी म उचित दाम के होवय। येह एक दोस-बलिदान अय। \v 16 जऊन पबितर चीज के बिसय म ओमन पाप करे हवंय, ओमन ओकर भरपई जरूर करंय; दंड के रूप म, ओ चीज के दाम म पांचवां भाग अऊ बढ़ाके ओमन ओ जम्मो ला पुरोहित ला देवंय। पुरोहित ह ओमन बर मेढ़ा ला दोस-बलिदान के रूप म चघाके प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही, अऊ परमेसर ह ओमन के पाप ला छेमा करही। \p \v 17 “कहूं कोनो पाप करथे अऊ ओ काम करथे, जऊन ह यहोवा के हुकूम के बिरूध अय, चाहे ओह ओ काम ला अनजाने म करय, तभो ले ओह दोसी अय अऊ ओह ओ काम बर जिम्मेदार ठहिरही। \v 18 एकरसेति ओह दोस-बलिदान के रूप म बरदी म ले एक ठन निरदोस मेढ़ा पुरोहित करा लानय अऊ ओह उचित दाम के होवय। ये किसम ले, पुरोहित ह ओकर बर, ओकर दुवारा अनजाने म करे गय गलती खातिर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही, अऊ परमेसर ह ओकर पाप ला छेमा करही। \v 19 येह एक दोस-बलिदान अय; ओह यहोवा के बिरूध म गलत करके दोसी ठहिरे हवय।” \c 6 \p \v 1 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस: \v 2 “कहूं कोनो मनखे ह पाप करथे अऊ यहोवा के नजर म बेईमान ठहिरथे, याने कि अपन परोसी ला धोखा देथे या ओकर सामान के गलत उपयोग करथे या ओकर सामान के चोरी करथे, या अपन परोसी ला ठगथे, \v 3 या ओह कोनो गंवाय चीज ला पाके ओकर बिसय म लबारी मारथे, या मनखेमन के करे गे कोनो पाप के बारे म झूठ-मूठ के किरिया खाथे— \v 4 जब ओह येमा के कोनो घलो पाप करथे अऊ अपन दोस ला महसूस करथे, त जरूरी अय कि जऊन चीज ला ओह चोराय रिहिस या लूटे रिहिस, या ओकर भरोसा म रखे चीज ला ले लेय रिहिस, या ओ गंवाय चीज जऊन ला ओह पाय रिहिस, \v 5 या कोनो चीज जेकर बारे म झूठ-मूठ के किरिया खाय रिहिस, ओ जम्मो चीज के पूरा भरपई करय, अऊ ओ चीज के जऊन कीमत होही, ओकर पांचवां भाग ओमा जोड़के ओकर मालिक ला ओ जम्मो चीज ओ दिन दे देवय, जऊन दिन ओह अपन दोस-बलिदान चघावय। \v 6 अऊ दंड के रूप म, यहोवा ला चघाय बर ओह अपन दोस-बलिदान पुरोहित करा लानय, अऊ ये दोस-बलिदान बरदी म ले एक ठन निरदोस मेढ़ा होवय अऊ ओह उचित दाम के होवय। \v 7 ये किसम ले, पुरोहित ह ओकर बर यहोवा के आघू म प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही, अऊ जऊन घलो काम ला करके ओह दोसी ठहिरे होही, परमेसर ह ओला ओकर बर छेमा करही।” \s1 होम-बलिदान \p \v 8 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस: \v 9 “हारून अऊ ओकर बेटामन ला ये हुकूम दे: ‘होम-बलिदान करे बर ये नियम अय: होम-बलिदान ह बेदी के चूल्हा म रात भर, बिहनियां होवत तक रहय, अऊ बेदी म के आगी ह बरत रहय। \v 10 पुरोहित ह तब अपन मलमल के ओनहा ला पहिरय अऊ अपन देहें म मलमल के कच्छा घलो पहिरय अऊ बेदी म जलाय होम-बलिदान के राख ला उठाके बेदी के बाजू म रखय। \v 11 तब ओह अपन ओनहा ला उतारके आने ओनहा पहिरय, अऊ राख ला डेरा के बाहिर अइसन जगह म ले जावय, जऊन ह बिधि के मुताबिक साफ हवय। \v 12 बेदी के आगी ह बरत रहय; येह झन बुतावय। पुरोहित ह रोज बिहनियां ओमा लकरी डालय अऊ होम-बलिदान ला आगी म सही ढंग ले रखय अऊ ओकर ऊपर मेल-बलिदान के चरबी ला जलावय। \v 13 बेदी म हमेसा आगी बरतेच रहय; येह कभू झन बुतावय। \s1 अन्न-बलिदान \p \v 14 “ ‘अन्न-बलिदान करे बर ये नियम अय: हारून के बेटामन ओ बलिदान ला बेदी के आघू म यहोवा करा लानंय। \v 15 पुरोहित ह ओ अन्न-बलिदान म ले अपन मुठा भरके बहुंत चिक्कन पीसान अऊ थोरकून जैतून तेल अऊ संग म जम्मो धूप ला लेवय, अऊ सुरता-देवइया हिस्सा ला बेदी ऊपर जलावय, जेह यहोवा बर सुख-देवइया एक सुगंध होही। \v 16 ओमा के बाकि बांचे चीज ला हारून अऊ ओकर बेटामन खावंय। पर येला ओमन पबितर-स्थान के छेत्र म बिगर खमीर के खावंय; ओमन येला मिलापवाला तम्बू के अंगना म खावंय। \v 17 येला खमीर के संग झन पकाय जावय; मोला चघाय गे जेवन-बलिदान के ओमन के बांटा के रूप म, मेंह येला दे हवंव। येह पाप-बलिदान अऊ दोस-बलिदान सहीं महा पबितर अय। \v 18 हारून के बंस म के कोनो घलो पुरूस येला खा सकत हें, तुम्हर अवइया जम्मो पीढ़ी बर, यहोवा ला चघाय गे जेवन-बलिदान म ले, येह हमेसा ओमन के बांटा होही। जऊन कुछू घलो ओ बलिदान के चीजमन ला छू लेथे, ओह पबितर हो जाही।\f + \fr 6:18 \fr*\ft जऊन कोनो ओला छूथे, ओह जरूर पबितर होवय\ft*\f*’ ” \p \v 19 यहोवा ह मूसा ला ये घलो कहिस, \v 20 “जऊन दिन हारून अऊ ओकर बेटामन म ले काकरो अभिसेक करे जावय, ओ दिन ओह अपन बेटामन के संग यहोवा करा ये बलिदान लेके आवय: एपा के दसवां हिस्सा\f + \fr 6:20 \fr*\ft लगभग 1.6 किलोग्राम\ft*\f* के बरोबर बहुंत चिक्कन पीसान नियमित अन्न-बलिदान के रूप म, आधा बिहनियां अऊ आधा संझा के बेरा चघावय। \v 21 येला तेल के संग तवा म चुरोय जावय; येला बने करके मिलाय जावय अऊ ये अन्न-बलिदान ला कुटा-कुटा करके चघावय; येह यहोवा बर सुख-देवइया एक सुगंध होही। \v 22 ओकर जऊन बेटा ह अभिसिक्त पुरोहित के रूप म ओकर जगह ला लीही, ओही ह ओ बलिदान ला तियार करय। येह यहोवा के हमेसा के बांटा अय अऊ येला पूरा जलाय जावय। \v 23 पुरोहित के हर एक अन्न-बलिदान ला पूरा जलाय जावय; येला झन खाय जावय।” \s1 पाप-बलिदान \p \v 24 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 25 “हारून अऊ ओकर बेटामन ला कह: ‘पाप-बलिदान करे के नियम ये अय: पाप-बलिदान के पसु ला यहोवा के आघू म ओही जगह म बलि करे जावय, जऊन जगह म होम-बलिदान के पसु ला बलि करे जाथे। येह महा पबितर अय। \v 26 जऊन पुरोहित ह पाप-बलिदान ला चघाथे, ओही ह ओला खावय। ओला पबितर-स्थान के छेत्र म याने कि मिलापवाला तम्बू के अंगना म खाय जावय। \v 27 जऊन कुछू घलो ओकर मांस ला छू लेथे, ओह पबितर हो जाही, अऊ यदि लहू के कोनो छींटा ह ओनहा म लग जावय, त ओला पबितर-स्थान के छेत्र म धोय जावय। \v 28 जऊन माटी के बरतन म ओ मांस ला रांधे जाथे, ओला टोर दिये जावय; पर कहूं ओ मांस ला कांस के बरतन म रांधे जाथे, त बरतन ला मांजके पानी म धोय जावय। \v 29 पुरोहित परिवार के कोनो घलो मरद ओला खा सकत हें; येह महा पबितर अय। \v 30 पर जऊन पाप-बलिदान के पसु के लहू ला मिलापवाला तम्बू के भीतर पबितर स्थान म प्रायस्चित करे बर लाय जाथे, ओकर मांस ला झन खाय जावय; ओला आगी म जला दिये जावय। \c 7 \s1 दोस-बलिदान \p \v 1 “ ‘दोस-बलिदान करे के ये नियम अय, अऊ ये बलिदान ह महा पबितर अय: \v 2 जऊन जगह म होम-बलिदान के पसु ला बलि करे जाथे, ओही जगह म दोस-बलिदान के पसु ला घलो बलि करे जावय अऊ ओकर लहू ला बेदी के चारों कोति छिंचे जावय। \v 3 ओमा के जम्मो चरबी ला चघाय जावय: याने कि चरबीवाला पुंछी अऊ ओ चरबी, जऊन ह पेट के अंगमन ला तोपे रहिथे, \v 4 दूनों गुरदा अऊ ओमन के ऊपर के चरबी, जऊन ह कनिहां के तीर म रहिथे अऊ करेजा के निकले भाग, जऊन ला गुरदामन समेत अलग करे जावय। \v 5 पुरोहित ह ओमन ला बेदी म यहोवा ला चघाय जेवन-बलिदान के रूप म जला देवय। येह एक दोस-बलिदान अय। \v 6 पुरोहित के परिवार के कोनो घलो मरद येला खा सकत हे, पर येला पबितर-स्थान म खाय जावय। येह महा पबितर अय। \p \v 7 “ ‘पाप-बलिदान\f + \fr 7:7 \fr*\ft या \ft*\fqa सुधिकरन-बलिदान\fqa*\ft ; \+xt पद 37|link-href="LEV 7:37"\+xt* म घलो\ft*\f* अऊ दोस-बलिदान दूनों म ओहीच कानून लागू होथे: येमन ओ पुरोहित के होथें, जऊन ह ओमन के संग प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करथे। \v 8 जऊन पुरोहित ह काकरो बर होम-बलिदान चघाथे, ओ पुरोहित ह बलिदान के पसु के खाल ला अपन बर रख सकत हे। \v 9 हर अन्न-बलिदान, जऊन ह चूल्हा के आंच म सेंके जाथे या कढ़ई या तवा म पकाय जाथे, ओह ओहीच पुरोहित के होही, जऊन ह ओला चघाथे, \v 10 अऊ हर एक अन्न-बलिदान, चाहे ओह जैतून तेल म सनाय होवय या सूखा होवय, ओह हारून के जम्मो बेटामन ला बरोबर-बरोबर बांटा म मिलय। \s1 मेल-बलिदान \p \v 11 “ ‘जब कोनो मनखे यहोवा ला मेल-बलिदान चघाथे, त ओकर नियम ये अय: \p \v 12 “ ‘कहूं ओह येला धनबाद देय बर चघाथे, त ये धनबाद-बलिदान के संग, ओह जैतून तेल म सनाय बिगर खमीर के बने मोटा-मोटा रोटी, बिगर खमीर के बने तेल म चुपरे पातर-पातर रोटी, अऊ बने ढंग से गुंथाय अऊ तेल म सनाय बहुंत चिक्कन पीसान के बने मोटा-मोटा रोटी चघावय। \v 13 धनबाद के मेल-बलिदान के संग, ओह खमीर मिले मोटा-मोटा रोटी के चढ़ावा चघावय। \v 14 ओह हर किसम के रोटी म ले एक-एक ठन रोटी बलिदान के रूप म लानय; येह यहोवा के हिस्सा होही; येह ओ पुरोहित के अय, जऊन ह मेल-बलिदान के लहू ला बेदी के चारों कोति छिंचथे। \v 15 धनबाद के मेल-बलिदान के मांस ला ओहीच दिन खाय जावय, जऊन दिन ओला चघाय जाथे; बिहनियां होवत तक ओमा ले कुछू झन बांचय। \p \v 16 “ ‘पर, कहूं, ओकर बलिदान ह बदना के कारन या स्वेच्छा-बलिदान होवय, त जऊन दिन बलिदान चघाय जावय, ओहीच दिन ओला खाय जावय, पर कुछू बांच जावय, त ओला ओकर दूसर दिन खाय जावय। \v 17 यदि बलिदान के कुछू मांस ह तीसर दिन तक बांचे रहिथे, त ओला आगी म जला दिये जावय। \v 18 कहूं मेल-बलिदान म के कोनो मांस ला तीसर दिन खाय जाथे, त ओ बलिदान चघोइया ला गरहन नइं करे जावय। येला ओकर हित म नइं गने जावय, काबरकि येह असुध हो गे हवय; जऊन मनखे ह येमा के कुछू चीज ला खाथे, ओला ओकर बर जिम्मेदार ठहिराय जाही। \p \v 19 “ ‘यदि मांस ह कोनो अइसने चीज ले छू जाथे, जऊन ह बिधि के मुताबिक असुध अय, त ओ मांस ला झन खाय जावय; ओला आगी म जला दिये जावय। दूसर मांस ला बिधि के मुताबिक सुध मनखे ह खा सकथे। \v 20 पर कहूं कोनो मनखे असुध होके यहोवा ला चघाय गे मेल-बलिदान के मांस ला खाथे, त ओह अपन मनखेमन के समाज ले अलग करे जावय। \v 21 अऊ कहूं कोनो असुध चीज ला छूथे—चाहे मनखे के असुधता होवय या असुध पसु होवय या भुइयां म रेंगइया कोनो असुध जीव होवय—अऊ तब यहोवा ला चघाय गे मेल-बलिदान के मांस म ले खाथे, त ओ मनखे घलो अपन मनखेमन के समाज ले अलग करे जावय।’ ” \s1 लहू अऊ चरबी खवई मना ए \p \v 22 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 23 “इसरायलीमन ला कह: ‘तुमन कोनो पसु के चरबी ला झन खावव, भेड़ होवय या बोकरा। \v 24 जऊन पसु ह अपनआप मर गे हे या जऊन पसु ला कोनो जंगली पसु चीर-फार दे हे, ओकर चरबी ला कोनो आने काम म लाय जा सकत हे, पर तुमन ओला झन खाहू। \v 25 जऊन मनखे ह ओ पसु के चरबी ला खाथे, जेकर ले यहोवा बर जेवन-बलिदान चघाय जा सकथे, त ओ मनखे ह अपन मनखेमन ले अलग करे जावय। \v 26 अऊ तुमन जिहां कहूं घलो रहव, कोनो चिरई या पसु के लहू ला झन खावव। \v 27 ओ मनखे, जऊन ह लहू ला खाथे, ओह अपन मनखेमन ले अलग करे जावय।’ ” \s1 पुरोहितमन के बांटा \p \v 28 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 29 “इसरायलीमन ला कह: ‘ओ मनखे, जऊन ह यहोवा बर मेल-बलिदान लानथे, ओह मेल-बलिदान के एक भाग ला यहोवा बर अपन बलिदान के रूप म लानय। \v 30 ओह अपनेच हांथ ले यहोवा बर जेवन-बलिदान चघावय; ओह चरबी ला छाती के समेत लानय, अऊ छाती ला हलाय-बलिदान के रूप म यहोवा के आघू म हलावय। \v 31 पुरोहित ह चरबी ला बेदी म जलावय, पर छाती ह हारून अऊ ओकर बेटामन के अय। \v 32 तुमन अपन मेल-बलिदान के जेवनी जांघ ला पुरोहित ला ओकर हिस्सा के रूप म देवव। \v 33 हारून के जऊन बेटा ह मेल-बलिदान के लहू अऊ चरबी ला चघाथे, ओह जेवनी जांघ ला अपन बांटा के रूप म रखय। \v 34 इसरायलीमन के मेल-बलिदान म ले, हलाय गय छाती अऊ चघाय गय जांघ ला, मेंह लेय हंव अऊ येमन ला हारून पुरोहित अऊ ओकर बेटामन ला देय हंव कि इसरायलीमन कोति ले, येह हमेसा ओमन के बांटा होवय।’ ” \p \v 35 येह यहोवा ला चघाय गे जेवन-बलिदान के ओ बांटा अय, जऊन ला हारून अऊ ओकर बेटामन ला ओ दिन दिये गीस, जऊन दिन ओमन पुरोहित के रूप म यहोवा के सेवा करे बर लाने गीन। \v 36 जऊन दिन ओमन के अभिसेक करे गीस, ओहीच दिन यहोवा ह हुकूम दीस कि इसरायलीमन येला पीढ़ी दर पीढ़ी ओमन ला ओमन के बांटा के रूप म हमेसा देवंय। \p \v 37 येमन होम-बलिदान, अन्न-बलिदान, पाप-बलिदान, दोस-बलिदान, अभिसेक-बलिदान अऊ मेल-बलिदान के नियम अंय, \v 38 जेला यहोवा ह मूसा ला सीनय के सुन्ना जगह म सीनय के पहाड़ ऊपर ओ दिन दीस, जऊन दिन ओह इसरायलीमन ला यहोवा करा ओमन के बलिदान लाने के हुकूम दीस। \c 8 \s1 हारून अऊ ओकर बेटामन के अभिसेक \p \v 1 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “हारून अऊ ओकर बेटामन ला, ओमन के ओनहा ला, अभिसेक के तेल ला, पाप-बलिदान बर एक ठन निरदोस बछवा ला, दू ठन निरदोस मेढ़ा अऊ ओ टुकनी, जऊन म बिगर खमीर के बने रोटी हवय, ये जम्मो ला ले आन, \v 3 अऊ इसरायल के पूरा सभा ला मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म बला ले।” \v 4 मूसा ह यहोवा के हुकूम के मुताबिक करिस, अऊ सभा ह मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म जूर गीस। \p \v 5 मूसा ह सभा के मनखेमन ला कहिस, “जऊन काम करे के हुकूम यहोवा ह देय हवय, ओह ये अय।” \v 6 तब मूसा ह हारून अऊ ओकर बेटामन ला सामने लानके ओमन ला पानी ले नहवाईस। \v 7 ओह हारून ला अंगरखा पहिराईस, अऊ ओकर कनिहां म कमरबंध लपेटिस, ओला बागा पहिराके ओकर ऊपर एपोद पहिराईस। ओह सुघरता से बुने गय कमरबंध ले एपोद ला कसके बांध दीस। \v 8 तब ओह छातीबंध ला ओकर ऊपर लगाके छातीबंध म ऊरीम अऊ तुम्मीम लगा दीस। \v 9 फेर ओह ओकर मुड़ म पागा घलो पहिराईस अऊ पागा के आघू म सोन के पट्टी याने कि पबितर मुकुट ला लगाईस, जइसने कि यहोवा ह मूसा ला हुकूम देय रिहिस। \p \v 10 तब मूसा ह अभिसेक के तेल ला लीस, अऊ पबितर-तम्बू अऊ जऊन कुछू ओमा रिहिस, ओ जम्मो ला अभिसेक करके ओमन के संस्कार करिस। \v 11 ओह थोरकून तेल लेके बेदी के ऊपर सात बार छिंचिस, बेदी अऊ ओकर जम्मो सामान ला अऊ तसला अऊ ओकर खुरामन ला घलो पबितर करे बर ओमन के अभिसेक करिस। \v 12 ओह अभिसेक के कुछू तेल ला हारून के मुड़ म रितोईस अऊ ओला पबितर करे बर ओकर अभिसेक करिस। \v 13 तब ओह हारून के बेटामन ला आघू म लानके ओमन ला अंगरखा पहिराईस, कनिहां म कमरबंध बांधिस अऊ मुड़ म टोपी पहिराईस जइसने कि यहोवा ह मूसा ला हुकूम देय रिहिस। \p \v 14 ओह तब पाप-बलिदान बर बछवा ला लानिस, अऊ हारून अऊ ओकर बेटामन पाप-बलिदान के बछवा के मुड़ म अपन हांथ रखिन। \v 15 मूसा ह ओ बछवा ला बलि करिस, अऊ अपन अंगठी म बछवा के थोरकून लहू लेके बेदी के जम्मो सींगमन म लगाईस, अऊ बेदी ला सुध करिस। बाकि बांचे लहू ला ओह बेदी के खाल्हे म रितो दीस। ये किसम ले ओह प्रायस्चित करे बर बेदी ला पबितर करिस। \v 16 मूसा ह पेट के भीतरी भाग के जम्मो चरबी ला लीस अऊ करेजा के लम्बा निकले भाग, अऊ चरबी सहित दूनों गुरदा ला घलो लीस, अऊ ओमन ला बेदी म जला दीस। \v 17 पर बछवा अऊ ओकर खाल अऊ ओकर मांस अऊ ओकर पोटा ला डेरा के बाहिर जला दीस, जइसने कि यहोवा ह मूसा ला हुकूम देय रिहिस। \p \v 18 ओह तब होम-बलिदान बर मेढ़ा ला लानिस, अऊ हारून अऊ ओकर बेटामन ओ मेढ़ा के मुड़ म अपन हांथ रखिन। \v 19 तब मूसा ह मेढ़ा ला बलि करिस अऊ ओकर लहू ला लेके बेदी के चारों मुड़ा छिंचिस। \v 20 ओह मेढ़ा ला कुटा-कुटा करिस अऊ ओकर मुड़ अऊ कुटामन ला अऊ चरबी ला जला दीस। \v 21 ओह पेट भीतर के चीजमन ला अऊ गोड़मन ला पानी म धोईस अऊ पूरा मेढ़ा ला बेदी म जला दीस। येह यहोवा ला चघाय बर एक होम-बलिदान, एक सुख-देवइया सुगंध, एक जेवन-बलिदान होईस, जइसने कि यहोवा ह मूसा ला हुकूम देय रिहिस। \p \v 22 ओह तब दूसर मेढ़ा ला याने कि अभिसेक करे के मेढ़ा ला लानिस अऊ हारून अऊ ओकर बेटामन ओ मेढ़ा के मुड़ म अपन हांथ रखिन। \v 23 मूसा ह ओ मेढ़ा ला बलि करिस अऊ ओकर कुछू लहू ला लेके हारून के जेवनी कान ऊपर, जेवनी हांथ के अंगठा ऊपर अऊ जेवनी गोड़ के अंगठा ऊपर लगाईस। \v 24 मूसा ह हारून के बेटामन ला घलो आघू म लानिस अऊ कुछू लहू ला ओमन के जेवनी कान ऊपर, ओमन के जेवनी हांथ के अंगठा ऊपर अऊ ओमन के जेवनी गोड़ के अंगठा ऊपर लगाईस। तब मूसा ह बांचे लहू ला बेदी के चारों मुड़ा म छिंच दीस। \v 25 ओकर बाद, ओह चरबी, चरबीवाला पुंछी, पेट के भीतरी भाग के चरबी, करेजा के लम्बा निकले भाग, चरबी समेत दूनों गुरदा अऊ ओकर जेवनी जांघ ला लीस। \v 26 अऊ यहोवा के आघू म माढ़े बिगर खमीर के बनाय गे टुकनी के रोटी म ले ओमा के एक गोल रोटी, जैतून तेल म सनाय एक ठन मोटा रोटी, अऊ एक ठन पातर रोटी लीस, अऊ ओह येमन ला चरबीवाले भाग अऊ जेवनी जांघ ऊपर रख दीस। \v 27 तब ओह ये जम्मो ला हारून अऊ ओकर बेटामन के हांथ म रखिस अऊ ओमन येला यहोवा के आघू म एक हलाय-बलिदान के रूप म हलाईन। \v 28 तब मूसा ह येला ओमन के हांथ ले लेय लीस अऊ येला होम-बलिदान के ऊपर बेदी म यहोवा बर एक सुख-देवइया सुगंध के रूप म, अभिसेक-बलिदान, एक जेवन-बलिदान करके जला दीस। \v 29 मूसा ह छाती ला घलो लीस, जऊन ह अभिसेक मेढ़ा के ओकर बांटा रिहिस, अऊ ओला यहोवा के आघू म एक हलाय-बलिदान के रूप म हलाईस, जइसने कि यहोवा ह मूसा ला हुकूम देय रिहिस। \p \v 30 तब मूसा ह बेदी म ले कुछू अभिसेक के तेल अऊ कुछू लहू लीस अऊ ओला हारून अऊ ओकर ओनहामन म अऊ ओकर बेटामन अऊ ओमन के ओनहामन म छिंचिस। ये किसम ले ओह हारून अऊ ओकर ओनहामन के, अऊ ओकर बेटामन अऊ ओमन के ओनहामन के संस्कार करिस। \p \v 31 मूसा ह तब हारून अऊ ओकर बेटामन ला कहिस, “मिलापवाला तम्बू के प्रवेस दुवार म ओ मांस ला रांधव अऊ ओला अभिसेक-बलिदान के टुकनी के रोटी संग उहां खावव, जइसने कि परमेसर ह हुकूम देय रिहिस: ‘हारून अऊ ओकर बेटामन भेंट के चीजमन ला खावंय।’ \v 32 तब जऊन मांस अऊ रोटी बांच जाथे, ओला जला देवंव। \v 33 तुमन सात दिन तक मिलापवाला तम्बू के मुंहटा के बाहिर झन जावव, जब तक कि तुम्हर अभिसेक के दिन ह पूरा नइं हो जावय, काबरकि तुम्हर अभिसेक ह सात दिन तक चलही। \v 34 आज जऊन कुछू करे गीस, येला करे के हुकूम यहोवा ह देय रिहिस, ताकि तुम्हर प्रायस्चित के बिधि पूरा होवय। \v 35 तुम्हर बर ये जरूरी ए कि तुमन मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म रात अऊ दिन सात दिन तक ठहिरव अऊ यहोवा जइसने कहे हवय, वइसने करव, ताकि तुमन झन मरव; काबरकि मोला अइसने ही हुकूम दिये गे हवय।” \p \v 36 हारून अऊ ओकर बेटामन ओ जम्मो चीज करिन, जेकर हुकूम यहोवा ह मूसा के दुवारा देय रिहिस। \c 9 \s1 पुरोहितमन के सेवकई के सुरूआत \p \v 1 आठवां दिन मूसा ह हारून अऊ ओकर बेटामन ला अऊ इसरायल के अगुवामन ला बलाईस। \v 2 अऊ ओह हारून ला कहिस, “पाप-बलिदान बर एक ठन बिगर दोस के बछवा अऊ होम-बलिदान करे बर एक ठन बिगर दोस के मेढ़ा ला लेके यहोवा के आघू म चघा। \v 3 तब इसरायलीमन ला ये कह: ‘तुमन पाप-बलिदान करे बर एक ठन बोकरा अऊ होम-बलिदान बर एक ठन बछवा अऊ एक ठन बिगर दोस के मेढ़ा-पीला ला ले आवव। \v 4 अऊ यहोवा के आघू म चघाय बर मेल-बलिदान के खातिर एक ठन बछवा अऊ एक ठन मेढ़ा अऊ जैतून तेल म सनाय अन्न-बलिदान ले आवव, काबरकि यहोवा ह आज तुमन करा परगट होही।’ ” \p \v 5 मूसा ह जऊन कुछू लाने के हुकूम देय रिहिस, ओमन ओला मिलापवाला तम्बू के आघू म ले आईन, अऊ पूरा सभा ह लकठा म आके यहोवा के आघू म ठाढ़ हो गीस। \v 6 तब मूसा ह कहिस, “येह ओ काम ए, जऊन ला करे के हुकूम यहोवा ह तुमन ला देय हवय, जेकर ले यहोवा के महिमा तुमन म परगट होवय।” \p \v 7 तब मूसा ह हारून ला कहिस, “यहोवा के हुकूम के मुताबिक बेदी करा आ अऊ अपन पाप-बलिदान अऊ अपन होम-बलिदान ला चघा अऊ अपन अऊ मनखेमन बर प्रायस्चित कर; मनखेमन बर चढ़ावा ला चघा अऊ ओमन बर प्रायस्चित कर।” \p \v 8 अऊ हारून ह बेदी करा आके ओ बछवा ला जऊन ह ओकर पाप-बलिदान के खातिर रिहिस, बलि करिस। \v 9 हारून के बेटामन ओकर करा लहू ला ले गीन अऊ ओह ओ लहू म अपन अंगठी ला बुड़ोके बेदी के सींगमन म चुपरिस अऊ बांचे लहू ला बेदी के खाल्हे म रितो दीस। \v 10 पाप-बलिदान के चरबी, गुरदामन ला अऊ करेजा के सबले बने भाग ला ओह बेदी म जला दीस, जइसे कि यहोवा ह मूसा ला हुकूम देय रिहिस, \v 11 पर ओह मांस अऊ खाल ला डेरा के बाहिर म जलाईस। \p \v 12 तब ओह होम-बलिदान के पसु के बलि चघाईस अऊ हारून के बेटामन लहू ला ओकर हांथ म दीन अऊ ओह ओला बेदी के ऊपर जम्मो कोति छिंच दीस। \v 13 तब ओमन होम-बलिदान के पसु ला कुटा-कुटा करके मुड़ समेत ओकर हांथ म दे दीन अऊ ओह ओमन ला बेदी म जला दीस। \v 14 ओह पेट के भीतरी भागमन ला अऊ गोड़मन ला धोके ओमन ला होम-बलिदान के ऊपर बेदी म जला दीस। \p \v 15 तब हारून ह मनखेमन के बलिदान ला लानके अऊ पाप-बलिदान के बोकरा ला, जऊन ह मनखेमन के खातिर रिहिस, लेके ओला बलि करिस अऊ पहिली बलि असन ओला पाप-बलिदान खातिर चघाईस। \p \v 16 तब होम-बलिदान के पसु ला घलो लकठा म लानके बिधि-बिधान के मुताबिक बलिदान चघाईस। \v 17 फेर ओह बिहनियां के होम-बलिदान के अलावा अन्न-बलिदान ला लकठा म लानके ओमा ले मुठा भर बलिदान ला बेदी म जला दीस। \p \v 18 ओकर बाद ओह बछवा अऊ मेढ़ा ला, जऊन ह मनखेमन कोति ले मेल-बलिदान रिहिस, बलि करिस अऊ हारून के बेटामन लहू ला ओकर हांथ म दीन अऊ ओह ओला बेदी म जम्मो कोति छिंच दीस। \v 19 पर ओमन बछवा अऊ मेढ़ा के चरबी, मोटहा पुंछी, अऊ चरबी के परत, गुरदा अऊ करेजा के सबले बने भाग— \v 20 येमन ला छाती म मढ़ा दीन, अऊ तब हारून ह ओमन ला बेदी म जला दीस। \v 21 छाती अऊ जेवनी जांघ ला हारून ह मूसा के हुकूम के मुताबिक हलाय-बलिदान के रूप म यहोवा के आघू म हलाईस। \p \v 22 तब हारून ह ओमन कोति हांथमन ला लमाके ओमन ला आसीस दीस, अऊ पाप-बलिदान, होम-बलिदान, अऊ मेल-बलिदान ला चघाके बेदी करा ले खाल्हे उतर आईस। \p \v 23 फेर मूसा अऊ हारून मिलापवाला तम्बू म गीन। जब ओमन उहां ले निकलिन, त ओमन मनखेमन ला आसीस दीन; अऊ यहोवा के महिमा जम्मो मनखेमन ऊपर परगट होईस। \v 24 तब यहोवा के आघू ले आगी निकलके चरबी समेत होम-बलिदान ला बेदी म भसम कर दीस। जब मनखेमन ये देखिन, त ओमन जय-जयकार के नारा लगाईन अऊ मुहूं के भार गिरके यहोवा ला दंडवत करिन। \c 10 \s1 नादाब अऊ अबीहू के मऊत \p \v 1 तब नादाब अऊ अबीहू नांव के हारून के बेटामन अपन-अपन धूपदान ला लेके ओमन म आगी भरिन अऊ धूप डारिन; अऊ ओ आगी ला यहोवा ला चघाईन, जेकर हुकूम यहोवा ह नइं देय रिहिस। \v 2 एकरसेति यहोवा करा ले आगी निकलिस अऊ ओमन ला जला दीस अऊ ओमन यहोवा के आघू म मर गीन। \v 3 मूसा ह तब हारून ला कहिस, “येह ओ बात ए, जऊन ला यहोवा ह कहिस: \q1 “ ‘जऊन मन मोर लकठा म आथें \q2 ओमन के आघू म में पबितर साबित होहूं; \q1 जम्मो मनखेमन के आघू म \q2 मोर आदर होही।’ ” \m हारून ह तब चुपेचाप रिहिस। \p \v 4 मूसा ह हारून के कका उजीएल के बेटा मिसाएल अऊ एलसाफान ला बलाईस, अऊ ओमन ला कहिस, “इहां आवव, अऊ अपन चचेरा-भाईमन के देहें ला पबितर-स्थान के आघू ले उठाके डेरा के बाहिर ले जावव।” \v 5 तब मूसा के हुकूम के मुताबिक ओमन आईन अऊ ओमन ला ओमन के अंगरखा समेत डेरा के बाहिर ले गीन। \p \v 6 तब मूसा ह हारून अऊ ओकर आने बेटा एलिआजर अऊ ईतामार ला कहिस, “तुमन अपन मुड़ के चुंदी ला खुला झन छोंड़व अऊ अपन ओनहा ला झन चीरव;\f + \fr 10:6 \fr*\ft ओनहा चिरई ह दुख परगट करे के तरीका ए\ft*\f* नइं तो तुमन घलो मर जाहू अऊ जम्मो मनखेमन के ऊपर यहोवा के गुस्सा भड़कही। पर तुम्हर रिस्तेदार, याने कि जम्मो इसरायलीमन ओमन बर सोक मनावंय, जऊन मन ला यहोवा ह आगी म नास कर दे हवय। \v 7 तुमन मिलापवाला तम्बू के मुंहटा के बाहिर झन जावव, नइं तो तुमन घलो मर जाहू, काबरकि यहोवा के अभिसेक के तेल तुमन ऊपर लगे हवय।” ओमन मूसा के कहे मुताबिक करिन। \p \v 8 तब यहोवा ह हारून ला कहिस, \v 9 “जब कभू तें अऊ तोर बेटामन मिलापवाला तम्बू म जाथव, त तुमन अंगूर के मंद या कोनो अऊ किसम के मंद पीके झन जावव, नइं तो तुमन मर जाहू। येह तुम्हर अवइया पीढ़ी के मनखेमन बर हमेसा के बिधि-बिधान अय, \v 10 ताकि तुमन पबितर अऊ सधारन म, सुध अऊ असुध म फरक कर सकव, \v 11 अऊ इसरायलीमन ला ओ जम्मो बिधिमन ला सिखो सकव, जेमन ला यहोवा ह मूसा के दुवारा ओमन ला देय हवय।” \p \v 12 मूसा ह हारून अऊ ओकर बांचे बेटा एलिआजर अऊ ईतामार ला कहिस, “बिगर खमीर ले बने जऊन जेवन-बलिदान यहोवा ला चघाय गे रिहिस, ओमा के बांचे अन्न-बलिदान ला लेवव अऊ ओला बेदी के बाजू म खावव, काबरकि ओह महा पबितर अय। \v 13 येला तुमन पबितर-स्थान के छेत्र म खावव, काबरकि येह यहोवा ला चघाय जेवन-बलिदान म ले तोर अऊ तोर बेटामन के बांटा ए, अऊ मोला अइसने हुकूम मिले हवय। \v 14 पर हलाय गे छाती अऊ अरपन करे गे जांघ ला तुमन अऊ तुम्हर बेटा-बेटीमन खा सकत हें। ओमन ला बिधि के मुताबिक साफ करे गे जगह म खावव; काबरकि ओ चीजमन इसरायलीमन के मेल-बलिदान के तुम्हर बांटा के रूप म, तुमन अऊ तुम्हर लइकामन ला दिये गे हवय। \v 15 चघाय गे जांघ अऊ हलाय गे छाती ला जेवन-बलिदान के चरबीवाले भागमन के संग लाय जावय, अऊ येमन ला हलाय-बलिदान के रूप म यहोवा के आघू म हलाय जावय। येह तुम्हर अऊ तुम्हर लइकामन के हमेसा के बांटा होही, जइसने कि यहोवा ह हुकूम दे हवय।” \p \v 16 जब मूसा ह पाप-बलिदान के बोकरा के बारे म पुछताछ करिस, त पता चलिस कि ओला तो जला देय गे हवय; येकरे कारन ओह हारून के बांचे बेटामन एलिआजर अऊ ईतामार ऊपर गुस्सा होईस, अऊ ओमन ले पुछिस, \v 17 “तुमन पाप-बलिदान के मांस ला पबितर-स्थान के छेत्र म काबर नइं खायेव? येह महा पबितर अय; येह एकर खातिर देय गे रिहिस कि यहोवा के आघू म सभा बर प्रायस्चित करके ओमन के दोस ला दूर करे जावय। \v 18 जब एकर लहू ला पबितर स्थान के भीतर म लाने ही नइं गीस, त तुमन ला बोकरा के मांस ला पबितर-स्थान के छेत्र म खाना रिहिस, जइसने कि मेंह तुमन ला हुकूम देय रहेंव।” \p \v 19 हारून ह मूसा ला जबाब दीस, “आज ही ओमन अपन पाप-बलिदान अऊ होम-बलिदान यहोवा के आघू म चघाय हवंय, पर अइसने बात मोर संग होईस। कहूं में आज पाप-बलिदान के मांस ला खाय रहितंय, त का यहोवा के आघू म ये बने बात होतिस?” \v 20 जब मूसा ह ये सुनिस, त ये बात ओला बने लगिस। \c 11 \s1 सुध अऊ असुध जेवन \p \v 1 यहोवा ह मूसा अऊ हारून ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ला कहव: ‘भुइयां के ऊपर जतेक जीयत पसुमन हवंय, ओमा ले तुमन येमन ला खा सकत हव: \v 3 तुमन कोनो भी अइसने पसु ला खा सकत हव, जेकर फटे खुर हवय अऊ ओह पागुर करथे। \p \v 4 “ ‘कुछू पसुमन होथें, जऊन मन या तो सिरिप पागुर करथें या फेर सिरिप फटे खुर के होथें; ओमन ला तुमन झन खाहू। ऊंट—हालाकि येह पागुर करथे, पर येकर खुर फटे नइं रहय; येह तुम्हर बर बिधि के मुताबिक असुध अय। \v 5 कबर-बिज्जू\f + \fr 11:5 \fr*\ft सापान; भालू के सहीं एक जंगली पसु\ft*\f*—हालाकि येह पागुर करथे, पर येकर खुर फटे नइं रहय; येह तुम्हर बर असुध अय। \v 6 खरगोस—हालाकि येह पागुर करथे, पर येकर खुर फटे नइं रहय; येह तुम्हर बर असुध अय। \v 7 अऊ सूरा घलो—हालाकि येकर खुर ह फटे रहिथे, पर येह पागुर नइं करय; येह तुम्हर बर असुध अय। \v 8 तुमन ये पसुमन के मांस झन खावव या ओमन के लास ला झन छुवव; ओमन तुम्हर बर असुध अंय। \p \v 9 “ ‘समुंदर अऊ नदी के पानी म जतेक जीयत जीव-जन्तु हवंय, ओमा के जेकर पंख अऊ बिस्सर छिलका होथे, ओमन ला तुमन खा सकत हव। \v 10 पर समुंदर अऊ नदी के ओ जम्मो जीव-जन्तु, जेकर पंख अऊ बिस्सर छिलका नइं होवय—चाहे उड़नेवाला जीव होवंय या पानी के दूसर जीयत जीव-जन्तु होवंय—तुमन ओमन ला असुध समझव। \v 11 अऊ जब तुमन ओमन ला असुध समझथव, त तुमन ओमन के मांस ला झन खावव; तुमन ओमन के लास ला घलो असुध समझव। \v 12 पानी के कोनो घलो जीयत जन्तु, जेकर पंख अऊ बिस्सर छिलका नइं होवय, ओह तुम्हर दुवारा असुध समझे जावय। \p \v 13 “ ‘येमन ओ चिरई अंय, जेमन ला तुमन असुध समझव अऊ झन खावव, काबरकि ओमन असुध अंय: चील, गिधवा, करिया गिधवा, \v 14 लाल चील, कोनो भी किसम के करिया चील, \v 15 कोनो भी किसम के कऊआ \v 16 सींगवाला उल्लू, चिचियानेवाला उल्लू, समुंदरी चिरई, कोनो भी किसम के बाज, \v 17 छोटे घुघवा, हाड़गील, बड़े घुघवा, \v 18 सफेद घुघवा, सुनसान जगह के घुघवा, समुंदरी बाज, \v 19 सारस, कोनो भी किसम के कोकड़ा, टिटहरी अऊ चमगीदड़। \p \v 20 “ ‘जम्मो उड़नेवाला कीरामन, जऊन मन चारों गोड़ म रेंगथें, ओमन तुम्हर बर असुध अंय। \v 21 पर कुछू उड़नेवाला कीरा, जेमन चारों गोड़ म रेंगथें, ओमन ला खा सकत हव: जेमन के गोड़मन भुइयां म कूदे-फांदे बर जूरे होथे। \v 22 येमन ला खा सकत हव—कोनो घलो किसम के टिड्डी, फनगे, झिंगुर अऊ फांफा। \v 23 पर आने जम्मो किसम के उड़नेवाला कीरा, जेमन के चार गोड़ हवय, ओमन ला तुमन असुध समझव। \p \v 24 “ ‘तुमन ये काम करे के दुवारा अपनआप ला असुध ठहिराहू; जऊन कोनो ओमन के लास ला छूथे, ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \v 25 जऊन कोनो ओमन के कोनो लास ला उठाथे, त ओह अपन ओनहा ला धोवय, अऊ संझा के होवत ले असुध ठहिरय। \p \v 26 “ ‘हर ओ पसु, जेकर खुर फटे नइं ए या जेह पागुर नइं करय, ओह तुम्हर बर असुध अय; जऊन कोनो ओमन के कोनो घलो लास ला छूथे, ओह असुध ठहिरही। \v 27 चारों गोड़ म रेंगइया जम्मो पसु, जेमन अपन पंजा म रेंगथें, ओमन तुम्हर बर असुध अंय। जऊन कोनो ओमन के लास ला छूथे, ओह संझा के होवत ले असुध ठहिरही। \v 28 जऊन कोनो ओमन के लास ला उठाथे, ओह अपन ओनहा ला धोवय, अऊ संझा के होवत ले असुध ठहिरय। ये पसुमन तुम्हर बर असुध अंय। \p \v 29 “ ‘भुइयां म रेंगइया पसु म ले, येमन तुम्हर बर असुध अंय: नेवला, मुसवा, कोनो घलो किसम के बड़े टेटका, \v 30 छिपकली, गोइहा, भीथी के टेटका, सांडा अऊ छोटे टेटका \v 31 भुइयां म रेंगइया जम्मो पसुमन ले, येमन तुम्हर बर असुध अंय। जऊन कोनो येमन के लास ला छूथे, ओह संझा के होवत ले असुध ठहिरही। \v 32 जब येमन म के कोनो ह मर जाथे, अऊ ओह कोनो चीज के ऊपर गिरथे, त ओ चीज ह असुध ठहिरही, ओह कोनो घलो चीज होवय, चाहे ओह कठवा के बने होवय, या ओनहा, या खाल, या बोरा के बने होवय। ओला पानी म डारे जावय अऊ संझा के होवत ले ओह असुध ठहिरही, अऊ तब ओह सुध हो जाही। \v 33 यदि ये पसु म के कोनो ह माटी के कोनो बरतन म गिरथे, त ओ बरतन के जम्मो चीज ह असुध ठहिरही; तुमन ओ बरतन ला टोर देवव। \v 34 कोनो किसम के जेवन, जेला तुमन खा सकत हव, पर यदि ओह अइसने बरतन के पानी म छू जाथे, त ओ जेवन ह असुध अय, अऊ कहूं अइसने बरतन म कोनो पीये के चीज हवय, त ओह घलो असुध अय। \v 35 ओमन के लास म के कोनो भाग ह येमा के कोनो चीज म गिर जावय, चाहे ओह चूल्हा होवय या रांधे के बरतन, ओला टोर दिये जावय। ओमन असुध अंय, अऊ तुमन ओमन ला असुध समझव। \v 36 पर सोता या तरिया, जेमा पानी ह संकलाथे, यदि कोनो मरे पसु ओमा मिलथे, त ओ पानी ह सुध रहिथे, फेर जऊन कोनो येमन के लास ला छूथे, ओह असुध ठहिरही। \v 37 कहूं कोनो लास ह कोनो किसम के बीजा ऊपर गिरथे, जेला बोये बर रखे गे हवय, त ओ बीजा ह सुध बने रहिही। \v 38 फेर कहूं बीजा ऊपर पानी डारे गे हवय अऊ कोनो लास ह ओमा गिर जाथे, त ओ बीजा ह तुम्हर बर असुध अय। \p \v 39 “ ‘कोनो पसु, जेला खाय के अनुमति तुमन ला हवय, यदि ओह मर जाथे, अऊ जऊन कोनो ओकर लास ला छूथे, ओह संझा के होवत ले असुध ठहिरही। \v 40 जऊन कोनो ओकर लास म ले कुछू खाथे, ओह अपन ओनहा ला धोवय, अऊ ओह संझा के होवत ले असुध ठहिरही। जऊन कोनो ओकर लास ला उठावय, ओह घलो अपन ओनहा ला धोवय, अऊ ओह संझा के होवत ले असुध ठहिरही। \p \v 41 “ ‘भुइयां म रेंगइया जम्मो जीव ला असुध समझे जावय; ओमन ला झन खाय जावय। \v 42 तुमन भुइयां म रेंगइया कोनो जीव या परानी ला झन खावव, चाहे ओह पेट के भार रेंगथे या चारों गोड़ म या अब्बड़ अकन गोड़ म रेंगथे; येह असुध अय। \v 43 येमा के कोनो घलो जीव के दुवारा अपनआप ला असुध झन करव। तुमन कोनो घलो हालत म अपनआप ला ओमन के दुवारा असुध झन करव या ओमन के दुवारा असुध झन होवव। \v 44 मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव; अपनआप ला सुध करव अऊ पबितर बनव, काबरकि मेंह पबितर अंव। भुइयां म रेंगइया कोनो घलो जीव के दुवारा अपनआप ला असुध झन करव। \v 45 मेंह यहोवा अंव, जऊन ह तुमन ला मिसर देस ले निकालके लाने हंव कि मेंह तुम्हर परमेसर होवंव; एकरसेति तुमन पबितर बनव, काबरकि मेंह पबितर अंव। \p \v 46 “ ‘पसु, चिरई, पानी म रेंगइया-बुलइया जम्मो जीव अऊ भुइयां म रेंगइया जम्मो परानी के बिसय म इही ह नियम अय। \v 47 येह जरूरी अय कि तुमन सुध अऊ असुध म भेद करव, अऊ खाय जानेवाला जीयत परानी अऊ नइं खाय जानेवाला परानीमन ला जानव।’ ” \c 12 \s1 छेवारी होय के बाद सुध होवई \p \v 1 यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ला कह: ‘ओ माईलोगन, जऊन ह देहें म होके बेटा ला जनम देथे, ओह सात दिन तक बिधि के मुताबिक असुध रहिही, जइसने कि ओह माहवारी के समय म असुध रहिथे। \v 3 जनमे बेटा के आठवां दिन म खतना करे जावय। \v 4 ओकर बाद ओ छेवारीन ह अपन बहत लहू ले सुध होय बर तैंतीस दिन तक अगोरय। जब तक ओकर सुध होय के दिन ह पूरा नइं हो जावय, तब तक ओह न तो कोनो पबितर चीज ला छुवय अऊ न ही पबितर-स्थान म जावय। \v 5 कहूं ओ माईलोगन ह बेटी ला जनम देथे, तब ओह दू हप्ता तक असुध रहिही, जइसने कि माहवारी के समय म रहिथे। तब ओह अपन बहत लहू ले सुध होय बर छैंसठ दिन तक अगोरय। \p \v 6 “ ‘जब ओ छेवारीन के सुध होय के दिन ह पूरा हो जावय, चाहे ओला बेटा होय रहय या बेटी, ओह होम-बलिदान बर एक बछर के मेढ़ा-पीला अऊ पाप-बलिदान बर एक ठन परेवा पीला या एक ठन पंड़की मिलापवाला तम्बू म पुरोहित करा लानय। \v 7 तब पुरोहित ह ओ माईलोगन बर प्रायस्चित के नियम ला पूरा करे बर ओमन ला यहोवा के आघू म चघावय, अऊ तब ओह अपन बहत लहू ले बिधि के मुताबिक सुध हो जाही। \p “ ‘येमन छेवारीन बर बिधि अंय, जऊन ह कोनो बेटा या बेटी ला जनम देथे। \v 8 पर कहूं ओ छेवारीन ह मेढ़ा-पीला नइं दे सकय, त ओह पंड़की के एक जोड़ा या दू ठन परेवा पीला लेके आवय, जेमा के एक ठन ह होम-बलिदान अऊ दूसर ह पाप-बलिदान के रूप म चघाय जावय। ये किसम ले, पुरोहित ह ओकर बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही, अऊ ओह सुध हो जाही।’ ” \c 13 \s1 असुध चमड़ी के बेमारी के बारे म बिधि \p \v 1 यहोवा ह मूसा अऊ हारून ला फेर कहिस, \v 2 “जब कोनो मनखे के चमड़ी म सूजन या चकत्ता या चमकत कोनो दाग होवय, जऊन ह चमड़ी के कोनो असुध करइया बेमारी हो सकत हे, त ओला हारून पुरोहित या ओकर पुरोहित बेटामन\f + \fr 13:2 \fr*\ft या \ft*\fqa संतानमन\fqa*\f* म ले एक झन करा लाने जावय। \v 3 पुरोहित ह ओकर चमड़ी के बेमारी के जांच करय, अऊ यदि बेमारी के जगह के रूआंमन सफेद हो गे हवंय अऊ बेमारी ह ओकर देहें के चमड़ी ले गहरा दिखय, त येह एक चमड़ी के असुध करइया बेमारी अय। जब पुरोहित ह ओ मनखे के जांच कर लेवय, तब ओह ओला बिधि मुताबिक असुध ठहिरावय। \v 4 कहूं ओ चमकत दाग ह सफेद हवय, पर चमड़ी ले गहरा नइं दिखथे अऊ उहां के रूआंमन सफेद नइं होय हवंय, त पुरोहित ह ओ बेमारीवाला मनखे ला सात दिन तक अलग रखय। \v 5 सातवां दिन, पुरोहित ह ओला फेर जांचय, अऊ यदि ओह देखय कि दाग म कोनो बदलाव नइं ए अऊ बेमारी ह चमड़ी म नइं बगरे हे, त पुरोहित ह ओला अऊ सात दिन तक अलग रखय। \v 6 सातवां दिन, पुरोहित ह ओला फेर जांचय, अऊ कहूं दाग के चमकई ह कम हो गे हवय अऊ चमड़ी म नइं बगरे हवय, तब पुरोहित ह ओला सुध ठहिरावय; येह सिरिप एक चकत्ता अय। ओह अपन ओनहा ला धोवय, अऊ ओह सुध हो जाही। \v 7 पर पुरोहित ला देखाय अऊ सुध ठहिराय के बाद, यदि ओकर चमड़ी म चकत्ता ह बगर जाथे, त ओ मनखे ह फेर पुरोहित करा जावय। \v 8 पुरोहित ह ओ मनखे के जांच करय, अऊ कहूं चकत्ता ह चमड़ी म बगर गे हवय, तब पुरोहित ह ओला असुध ठहिरावय; येह चमड़ी के एक असुध करइया बेमारी अय। \p \v 9 “जब कोनो मनखे ला चमड़ी के असुध करइया बेमारी हवय, त ओला पुरोहित करा लाने जावय। \v 10 पुरोहित ह ओला जांचय, अऊ कहूं चमड़ी के सूजनवाले जगह ह सफेद हो गे हवय अऊ उहां के रूआंमन घलो सफेद हो गे हवंय, अऊ ओ सूजन के जगह म मांस दिखथे, \v 11 त येह एक पुराना चमड़ी के रोग अय, अऊ पुरोहित ह ओला असुध ठहिरावय। ओह ओला अलग झन रखय, काबरकि ओ मनखे ह पहिले से ही असुध हवय। \p \v 12 “कहूं बेमारी ह मनखे के जम्मो चमड़ी म बगर गे हवय, अऊ पुरोहित ह देखथे कि ओ मनखे के मुड़ ले लेके गोड़ तक जम्मो चमड़ी म बेमारी हो गे हवय, \v 13 त पुरोहित ह ओला धियान से जांचय, अऊ यदि बेमारी ह ओकर जम्मो देहें म हो गे हवय, त ओह ओ मनखे ला सुध ठहिरावय। जब ओकर पूरा देहें ह सफेद हो गे हवय, त ओह सुध अय। \v 14 पर जब कभू ओकर चमड़ी म मांस दिखे लगय, तब ओह असुध ठहिरही। \v 15 जब पुरोहित ह ओमा मांस देखथे, त ओह ओ मनखे ला असुध ठहिरावय। खुला मांस ह असुध अय; ओला एक असुध करइया बेमारी हवय। \v 16 कहूं ओ खुला मांस ह ठीक होके सफेद हो जाथे, त ओ मनखे ह पुरोहित करा जावय। \v 17 पुरोहित ह ओकर जांच करय, अऊ कहूं घाव ह सफेद हो गे हवय, त पुरोहित ह ओ बिमरहा मनखे ला सुध ठहिरावय; तब ओह सुध हो जाही। \p \v 18 “जब काकरो चमड़ी म फोड़ा हवय अऊ ओह बने हो जाथे, \v 19 अऊ ओ फोड़ा के जगह म सफेद सूजन या लाल-सफेद दाग दिखथे, त ओह अपनआप ला पुरोहित ला देखावय। \v 20 पुरोहित ह येकर जांच करय, अऊ कहूं ओ दाग ह चमड़ी ले जादा गहिरा दिखय अऊ येमा के रूआंमन सफेद हो गे हवंय, त पुरोहित ह ओ मनखे ला असुध ठहिरावय। येह चमड़ी के असुध करइया बेमारी अय, जऊन ह फोड़ा म ले फूटके निकले हवय। \v 21 पर यदि, जब पुरोहित ह येकर जांच करथे, अऊ ओला येमा सफेद रूआं नइं दिखय अऊ येह चमड़ी ले गहिरा नइं ए अऊ ओकर चमक ह कम हो गे हवय, त पुरोहित ह ओला सात दिन तक अलग रखय। \v 22 पर कहूं येह चमड़ी म बगरत हवय, तब पुरोहित ह ओला असुध ठहिरावय; येह एक असुध करइया बेमारी अय। \v 23 पर कहूं दाग ह नइं बदले हवय अऊ येह नइं बगरे हवय, त येह सिरिप फोड़ा के एक दाग अय, अऊ पुरोहित ह ओ मनखे ला सुध ठहिरावय। \p \v 24 “जब कोनो मनखे के चमड़ी ह जर जाथे अऊ ओ जरे जगह के मांस म लाल-सफेद या सफेद दाग दिखथे, \v 25 तब पुरोहित ह ओ दाग के जांच करय। अऊ कहूं दाग म के रूआंमन सफेद हो गे हवंय अऊ येह चमड़ी ले गहिरा हो गे हवय, त येह एक असुध करइया बेमारी अय, जऊन ह ओ जरे के जगह म फूटके निकले हवय। पुरोहित ह ओ मनखे ला असुध ठहिरावय; येह एक चमड़ी के असुध करइया रोग अय। \v 26 पर कहूं पुरोहित ह येकर जांच करथे अऊ ओ दाग म कोनो सफेद रूआं नइं दिखय अऊ यदि येह चमड़ी ले गहिरा नइं हवय अऊ येकर चमक ह कम हो गे हवय, त पुरोहित ह ओ मनखे ला सात दिन तक अलग रखय। \v 27 सातवां दिन पुरोहित ह ओ मनखे के जांच करय, अऊ कहूं बेमारी ह चमड़ी म बगरत हवय, त पुरोहित ह ओ मनखे ला असुध ठहिरावय; येह चमड़ी के एक असुध करइया बेमारी अय। \v 28 फेर कहूं ओ दाग ह नइं बदले हवय अऊ चमड़ी म नइं बगरे हवय अऊ ओकर चमक ह कम हो गे हवय, त येह जरे के कारन एक सूजन अय, अऊ पुरोहित ह ओ मनखे ला सुध ठहिरावय; येह जरे के सिरिप एक दाग अय। \p \v 29 “कहूं कोनो आदमी या माईलोगन के मुड़ या थोथना म कोनो घाव हवय, \v 30 त पुरोहित ह ओ घाव के जांच करय अऊ कहूं येह चमड़ी ले गहिरा दिखय, अऊ येमा के रूआं ह पीला रंग के अऊ पातर दिखय, त पुरोहित ह ओला असुध ठहिरावय; येह मुड़ या थोथना म चमड़ी के एक असुध करइया बेमारी अय। \v 31 पर यदि, जब पुरोहित ह घाव ला जांच करथे, अऊ येह चमड़ी ले गहिरा नइं दिखय अऊ उहां करिया रूआं नइं ए, त पुरोहित ह ओ मनखे ला सात दिन तक अलग रखय। \v 32 सातवां दिन, पुरोहित ह ओकर घाव के जांच करय, अऊ कहूं येह नइं बगरे हवय, अऊ येमा कोनो पीला रंग के रूआं नइं ए अऊ येह चमड़ी ले गहिरा नइं दिखय, \v 33 त ओ आदमी या माईलोगन ह ओ घाव के जगह ला छोंड़के अपन बाल मुड़ा लेवय, अऊ पुरोहित ह ओला अऊ सात दिन तक अलग रखय। \v 34 फेर सातवां दिन, पुरोहित ह ओ घाव के जांच करय अऊ कहूं येह चमड़ी म नइं बगरे हवय अऊ चमड़ी ले गहिरा नइं दिखय, त पुरोहित ह ओ मनखे या माईलोगन ला सुध ठहिरावय। ओह अपन ओनहा ला धोवय, अऊ ओह सुध हो जाही। \v 35 पर सुध ठहिराय जाय के बाद, कहूं घाव ह चमड़ी म बगरथे, \v 36 त पुरोहित ह ओकर जांच करय, अऊ कहूं ओह देखथे कि घाव ह चमड़ी म बगर गे हवय, त ओला घाव के जगह म पीला रूआं देखे के जरूरत नइं ए; ओह असुध अय। \v 37 पर कहूं पुरोहित ह देखथे कि घाव ह नइं बदले हे, अऊ यदि येमा करिया रूआं जाम गे हे, त फेर ओ आदमी या माईलोगन ह बने हो गे हवय। ओह सुध अय, अऊ पुरोहित ह ओला सुध ठहिरावय। \p \v 38 “जब कोनो आदमी या माईलोगन के चमड़ी म सफेद दाग हवय, \v 39 त पुरोहित ह ओकर जांच करय, अऊ कहूं ओकर दागमन हल्का सफेद हवंय, त येह नुकसान नइं करइया दाग अय, जऊन ह चमड़ी म निकले हवय; ओ मनखे ह सुध अय। \p \v 40 “कोनो मनखे के मुड़ के चुंदी ह झर गे हवय अऊ ओह चंदुआ अय, त अइसने मनखे ह सुध अय। \v 41 कहूं कोनो मनखे के मुड़ के आघू के चुंदी झर गे हवय, त ओह माथा के चंदुआ अय; ओह सुध अय। \v 42 पर कहूं ओकर चंदुआ मुड़ या चंदुआ माथा म लाल-सफेद रंग के घाव हवय, त येह ओकर मुड़ या माथा म निकले एक असुध करइया बेमारी अय। \v 43 पुरोहित ह ओ मनखे के जांच करय अऊ कहूं ओकर मुड़ या माथा के फूले घाव ह लाल-सफेद रंग के चमड़ी के एक असुध करइया बेमारी सहीं अय, \v 44 त ओ मनखे ला बेमारी हो गे हे अऊ ओह असुध अय। ओकर मुड़ या माथा म घाव के कारन, पुरोहित ह ओला असुध ठहिरावय। \p \v 45 “जऊन मनखे म अइसने असुध बेमारी हवय, ओह चिरहा-फटहा ओनहा पहिरय; ओकर चुंदी ह छरियाय रहय अऊ अपन चेहरा के खाल्हे भाग ला तोप के ओह चिचियावय, ‘असुध! असुध!’ \v 46 जब तक ओ मनखे म बेमारी हवय, तब तक ओह असुध रहिथे। ओह अकेला रहय; ओह डेरा के बाहिर म रहय। \s1 असुध ओनहा या चाम के बारे म बिधि \p \v 47 “जब कोनो ओनहा ह असुध करइया बेमारी ले खराप हो जावय—चाहे ओ ओनहा ह ऊन के होवय या मलमल के होवय, \v 48 मलमल या ऊन के बिनाय या गंथाय कोनो चीज होवय, चाम या चाम के बने कोनो चीज होवय— \v 49 कहूं ओ ओनहा, चाम, बिनाय या गंथाय चीज, या कोनो चाम ले बने चीज के ओ बेमारीवाला भाग ह हरियर या लाली रंग के दिखय, त येह असुध करइया फफूंदी अय अऊ येला पुरोहित ला देखाय जावय। \v 50 पुरोहित ह बेमारी लगे भाग ला जांचय अऊ ओ चीज ला सात दिन तक अलग रखय। \v 51 सातवां दिन पुरोहित ह येकर फेर जांच करय, अऊ कहूं ओ बेमारी ह ओनहा, बिनाय या गंथाय चीज म, या चाम म बगर गे हवय, चाहे ओकर कोनो घलो उपयोग होथे, येह लगातार बने रहइया एक असुध बेमारी अय; ओ चीज ह असुध अय। \v 52 ओह ओ ओनहा, ऊन या मलमल के बिनाय या गंथाय चीज, या कोनो चाम के बने चीज, जऊन ह खराप हो गे हवय, ओला जला देवय; काबरकि ओ असुध करइया फफूंदी ह लगातार बने रहिथे; ओ चीज ला जला दिये जावय। \p \v 53 “पर कहूं पुरोहित ह येला जांच करय, अऊ फफूंदी ह ओ ओनहा म, बिनाय या गंथाय चीज म, या चाम के चीज म नइं बगरे हवय, \v 54 त पुरोहित ह हुकूम देवय कि जऊन चीज ह खराप होय हवय, ओला धोय जावय। तब ओह ओ चीज ला सात दिन तक अलग रखय। \v 55 ओ चीज ला धोय के बाद, पुरोहित ह ओला फेर जांच करय, अऊ कहूं फफूंदी म कोनो बदलाव नइं दिखय, अऊ हालाकि येह नइं बगरे हवय, तभो ले येह असुध अय। येला जला देवय, चाहे ओ चीज के कोनो घलो भाग खराप होय हवय। \v 56 पर यदि पुरोहित ह येला जांच करथे, अऊ ओ चीज ला धोय के बाद, फफूंदी के चमक ह कम हो गे हवय, त ओह ओ ओनहा, चाम, या बिनाय या गंथाय चीज के ओ खराप हिस्सा ला चीरके अलग कर देवय। \v 57 पर कहूं ओ बेमारी ओनहा म, बुने या गंथाय चीज म, या चाम के बने चीज म फेर दिखथे, त येह एक बगरनेवाला फफूंदी अय; अऊ ओ फफूंदीवाले चीज ला जला दिये जावय। \v 58 कहूं कोनो ओनहा, बिनाय या गंथाय चीज, या चाम के कोनो चीज ला धोय गे हवय, अऊ ओमा के फफूंदी ह खतम हो गे हवय, त ओ चीज ला फेर धोय जावय। तब येह सुध होही।” \p \v 59 ऊन या मलमल के ओनहा, बिनाय या गंथाय चीज, या चाम ले बने कोनो चीज म लगे फफूंद ला सुध या असुध ठहिराय के नियम येमन अंय। \c 14 \s1 असुध चमड़ी के बेमारी ले सुध होवई \p \v 1 यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “जब कोनो बिमरहा मनखे ला पुरोहित करा लाय जाथे, त ओकर बिधि के मुताबिक सुध होय के नियम ये अंय: \v 3 पुरोहित ह डेरा के बाहिर जावय अऊ ओकर जांच करय। यदि ओह असुध करइया चमड़ी के बेमारी ले बने हो गे हवय, \v 4 त पुरोहित ह हुकूम देवय कि ओ मनखे ला सुध ठहिराय बर दू ठन जीयत अऊ सुध चिरई, देवदार के लकरी, लाल रंग के सूंत अऊ जूफा लाने जावय। \v 5 तब पुरोहित ह हुकूम देवय कि माटी के बरतन म ताजा पानी के ऊपर एक ठन चिरई ला बलि करे जावय। \v 6 ओह तब ओ जीयत चिरई ला लेवय अऊ ओला देवदार के लकरी, लाल सूंत अऊ जूफा के संग ताजा पानी के ऊपर बलि करे गय चिरई के लहू म बुड़ोवय। \v 7 तब ओह ओ मनखे ला असुध करइया बेमारी ले सुध ठहिराय बर ओकर ऊपर सात बार छिंचय, अऊ तब ओला सुध ठहिरावय। ओकर बाद, ओ जीयत चिरई ला खुला जगह म छोंड़ देवय। \p \v 8 “तब ओ मनखे जऊन ला सुध ठहिराय जाथे, ओह अपन ओनहा ला धोवय, अपन जम्मो चुंदी ला कतरावय अऊ पानी म नहावय; तब ओह बिधि के मुताबिक सुध होही। एकर बाद, ओह डेरा के भीतर आ सकत हे, पर सात दिन तक, ओह अपन तम्बू ले बाहिर रहय। \v 9 सातवां दिन ओह अपन जम्मो चुंदी ला मुड़वावय; ओह अपन मुड़, अपन दाढ़ी अऊ अपन भौंह के चुंदी अऊ बाकि चुंदी ला कतरावय। तब ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी म नहावय, अऊ तब ओह सुध होही। \p \v 10 “आठवां दिन, ओह एक-एक बछर के दू ठन निरदोस मेढ़ा-पीला अऊ एक बछर के एक ठन निरदोस भेड़ी-पीला लेके आवय अऊ अन्न-बलिदान बर संग म जैतून तेल म सनाय एक एपा के तीन-दसवां\f + \fr 14:10 \fr*\ft लगभग 5 किलोग्राम\ft*\f* भाग बढ़िया पीसान लानय अऊ लोज भर\f + \fr 14:10 \fr*\ft लगभग 0.3 लीटर; \+xt पद 12|link-href="LEV 14:12"\+xt*, \+xt 15|link-href="LEV 14:15"\+xt*, \+xt 21|link-href="LEV 14:21"\+xt* अऊ \+xt 24|link-href="LEV 14:24"\+xt* म घलो\ft*\f* तेल घलो लानय। \v 11 ओ पुरोहित जऊन ह सुध ठहिराथे, ओह ओ मनखे ला अऊ ओकर बलिदानमन ला यहोवा के आघू म मिलापवाला तम्बू के मुंहटा करा लानय। \p \v 12 “तब पुरोहित ह एक ठन मेढ़ा-पीला ला लेवय अऊ ओला दोस-बलिदान के रूप म, आधा लीटर तेल के संग यहोवा ला चघावय; ओह हलाय-बलिदान के रूप म ओमन ला यहोवा के आघू म हलाय। \v 13 ओह मेढ़ा-पीला ला पबितर-स्थान के छेत्र म बलि करय, जिहां पाप-बलिदान अऊ होम-बलिदान के पसु ला बलि करे जाथे। पाप-बलिदान सहीं, दोस-बलिदान ह घलो पुरोहित के बांटा अय; येह महा पबितर अय। \v 14 पुरोहित ह दोस-बलिदान के कुछू लहू ला लेवय अऊ सुध होवइया मनखे के जेवनी कान के टीप म, ओकर जेवनी हांथ के अंगठा म अऊ ओकर जेवनी गोड़ के अंगठा म लगावय। \v 15 पुरोहित ह तब ओ आधा लीटर तेल म ले थोरकून लेवय अऊ अपन डेरी हांथ के हथेली म ढारय, \v 16 अऊ ओह अपन जेवनी हांथ के अंगठा के बाद वाले अंगठी ला डेरी हांथ के हथेली के तेल म बुड़ोवय, अऊ अपन अंगठी ले ओमा के कुछू तेल यहोवा के आघू म सात बार छिंचय। \v 17 अपन हथेली म बांचे कुछू तेल ला पुरोहित ह ओ सुध होवइया मनखे के जेवनी कान के टीप म, ओकर जेवनी हांथ के अंगठा म अऊ जेवनी गोड़ के अंगठा म, अऊ दोस-बलिदान के लहू के ऊपर म लगावय। \v 18 अपन हथेली म बांचे तेल ला, पुरोहित ह सुध होवइया मनखे के मुड़ म डार देवय अऊ यहोवा के आघू म ओ मनखे बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करय। \p \v 19 “तब पुरोहित ह पाप-बलिदान चघावय अऊ ओ मनखे ला ओकर असुधता ले सुध करे बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करय। ओकर बाद, पुरोहित ह होम-बलिदान के पसु ला बलि करय \v 20 अऊ येला अन्न-बलिदान के संग बेदी म चघावय, अऊ ओ मनखे बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करय, अऊ ओह सुध ठहिरही। \p \v 21 “पर, कहूं, ओह गरीब अय अऊ अतेक नइं दे सकय, त ओह अपन प्रायस्चित करे बर एक ठन मेढ़ा-पीला दोस-बलिदान के रूप म हलाय बर लेवय, अऊ संग म अन्न-बलिदान बर तेल म सनाय एपा के दसवां भाग\f + \fr 14:21 \fr*\ft लगभग 1.6 किलोग्राम\ft*\f* बहुंत बढ़िया पीसान अऊ आधा लीटर तेल लेवय, \v 22 अऊ अपन हैसियत के मुताबिक, ओह दू ठन पंड़की या दू ठन परेवा पीला लानय; येमा के एक ठन ह पाप-बलिदान अऊ दूसर ह होम-बलिदान बर होही। \p \v 23 “आठवां दिन ओह ये जम्मो ला अपन सुध होय बर मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म यहोवा के आघू म पुरोहित करा लानय। \v 24 पुरोहित ह दोस-बलिदान के रूप म मेढ़ा-पीला ला आधा लीटर तेल के संग लेवय, अऊ ओमन ला हलाय-बलिदान के रूप म यहोवा के आघू म हलावय। \v 25 ओह दोस-बलिदान बर मेढ़ा-पीला ला बलि करय अऊ येमा के कुछू लहू ला लेवय अऊ सुध होवइया मनखे के जेवनी कान के टीप म, ओकर जेवनी हांथ के अंगठा म अऊ जेवनी गोड़ के अंगठा म लगावय। \v 26 पुरोहित ह कुछू तेल ला अपन डेरी हांथ के हथेली म ढारय, \v 27 अऊ अपन जेवनी हांथ के अंगठा के बाजू वाले अंगठी म हथेली के कुछू तेल ला लेके यहोवा के आघू म सात बार छिंचय। \v 28 तब पुरोहित ह अपन हथेली के कुछू तेल ला लेके ओ जगह म लगावय, जऊन जगह म ओह दोस-बलिदान के लहू ला लगाथे—याने कि सुध होवइया मनखे के जेवनी कान के टीप म, ओकर जेवनी हांथ के अंगठा म अऊ जेवनी गोड़ के अंगठा म लगावय। \v 29 अपन हथेली म बांचे तेल ला पुरोहित ह ओ सुध होवइया मनखे के मुड़ म ढारय, ताकि यहोवा के आघू म ओ मनखे के प्रायस्चित के बिधि ह पूरा होवय। \v 30 तब ओह अपन हैसियत के मुताबिक पंड़कीमन या परेवा-पीलामन ला चघावय, \v 31 एक ठन ला पाप-बलिदान अऊ दूसर ला होम-बलिदान के रूप म, अन्न-बलिदान के संग चघावय। ये किसम ले, सुध होवइया मनखे के तरफ ले, पुरोहित ह यहोवा के आघू म प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही।” \p \v 32 येमन ओ मनखे बर सुध होय के नियम अंय, जऊन ला असुध करइया चमड़ी के बेमारी हवय अऊ ओमन गरीब अंय। \s1 घर के असुध बेमारी ले सुध होवई \p \v 33 यहोवा ह मूसा अऊ हारून ला कहिस, \v 34 “जब तुमन कनान देस म हबरहू, जेला मेंह तुमन ला तुम्हर अधिकार म देवत हंव, अऊ कहूं मेंह ओ देस म कोनो घर म बगरनेवाला बेमारी भेजंव, \v 35 त ओ घर के मालिक ह जाके पुरोहित ला बतावय, ‘मेंह अपन घर म अइसन चीज देखे हंव, जऊन ह असुध करइया फफूंदी सहीं लगथे।’ \v 36 एकर पहिली कि पुरोहित ह ओ घर म जाके बेमारी के जांच करय, ओह घर के सामान ला खाली करे के हुकूम देवय, ताकि घर के कोनो चीज असुध झन ठहिरय। एकर बाद, पुरोहित ह घर भीतर जाके जांच करय। \v 37 ओह भीथीमन म बेमारी के जांच करय, अऊ यदि येह हरियर या लाल रंग के हवय अऊ भीथी के सतह ले धंसे सहीं दिखय, \v 38 त पुरोहित ह घर ले बाहिर मुंहटा म जाके, ओ घर ला सात दिन बर बंद कर देवय। \v 39 सातवां दिन, पुरोहित ह आके ओ घर के जांच करय। कहूं बेमारी ह घर के भीथीमन म बगर गे हवय, \v 40 त पुरोहित ह हुकूम देवय कि जऊन पथरामन दूसित हो गे हवंय, ओमन ला निकालके सहर के बाहिर कोनो असुध जगह म फटिक दिये जावय। \v 41 ओह घर के भीतर के चारों कोति के भीथी ला खुरचय अऊ खुरचे माटी ला सहर के बाहिर, कोनो असुध जगह म डार देवय। \v 42 तब ओह निकाले गे पथरामन के जगह म आने पथरा लगावय अऊ ताजा गारा लेके घर ला छाबय। \p \v 43 “घर के पथरामन ला बदले, घर ला खुरचे अऊ छाबे के बाद, कहूं असुध करइया फफूंदी ह फेर दिखथे, \v 44 त पुरोहित ह घर भीतरी जाके जांच करय। अऊ, कहूं फफूंदी ह घर म बगर गे हवय, त येह लगातार बने रहइया असुध करइया फफूंदी अय; ओ घर ह असुध अय। \v 45 ओ घर ला गिरा दिये जावय—ओकर पथरा, लकरी अऊ घर के जम्मो मलमा ला सहर के बाहिर कोनो असुध जगह म ले जावय। \p \v 46 “जब घर ह बंद रहिथे, ओ समय यदि कोनो घर के भीतर जाथे, त ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरय। \v 47 ओ मनखे जऊन ह ओ घर म सुतथे या खाथे, ओह अपन ओनहा ला जरूर धोवय। \p \v 48 “पर कहूं पुरोहित ह भीतर म आके जांच करथे अऊ देखथे कि घर ला फेर से छाबे के बाद, फफूंदी ह नइं बगरे हवय, त ओह ओ घर ला सुध ठहिरावय, काबरकि असुध करइया फफूंदी ह खतम हो गे हवय। \v 49 अऊ ओ घर ला सुध करे बर, ओह दू ठन चिरई, देवदार के लकरी, लाल सूंत अऊ जूफा लेवय। \v 50 ओह एक ठन माटी के बरतन म ताजा पानी के ऊपर एक ठन चिरई ला बलि करय। \v 51 तब ओह ओ जीयत चिरई के संग देवदार के लकरी, जूफा, लाल सूंत ला लेवय अऊ येमन ला बलि करे गे चिरई के लहू म अऊ ताजा पानी म बुड़ोवय अऊ घर म सात बार छिंचय। \v 52 ओह ओ घर ला चिरई के लहू, ताजा पानी, जीयत चिरई, देवदार के लकरी, जूफा अऊ लाल सूंत के दुवारा सुध करय। \v 53 तब ओह जीयत चिरई ला सहर के बाहिर खुला जगह म छोंड़ देवय। ये किसम ले ओह घर बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही, अऊ ओ घर ह सुध हो जाही।” \p \v 54 कोनो असुध करइया चमड़ी के बेमारी, घाव, \v 55 ओनहा या घर म असुध करइया फफूंदी, \v 56 सूजन, चकत्ता, या चमकत दाग के बिसय म ये नियम अंय। \v 57 ये बिधिमन के दुवारा पता चलथे कि कोनो चीज ह सुध हवय या असुध। \p असुध करइया चमड़ी के बेमारी अऊ असुध करइया फफूंदी के बिसय म ये नियम अंय। \c 15 \s1 देहें ले निकले चीज जेकर से असुधता होथे \p \v 1 यहोवा ह मूसा अऊ हारून ला फेर कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ले गोठियावव अऊ ओमन ला कहव: ‘जब कोनो मनखे के देहें ले असामान्‍य रूप म कुछू चीज निकलथे, त ओ चीज ह असुध अय। \v 3 चाहे ओ चीज ह ओकर देहें ले लगातार निकलत रहय या बंद हो जावय, येह ओला असुध करही। ये किसम ले, ओकर देहें ले निकले चीज ह ओला असुध करही: \p \v 4 “ ‘जऊन बिस्तर म धातवाले ह सुतथे, ओह असुध हो जाही, अऊ जऊन कोनो चीज म ओह बईठथे, ओह घलो असुध हो जाही। \v 5 जऊन कोनो ओकर बिस्तर ला छूथे, ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी ले नहावय, अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \v 6 जऊन कोनो ओ चीज म बईठथे, जेमा धातवाले ह बईठे रिहिस, त ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी ले नहावय, अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \p \v 7 “ ‘जऊन कोनो धातवाले ला छू लेथे, ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी ले नहावय, अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \p \v 8 “ ‘कहूं कोनो धातवाले ह कोनो सुध मनखे ऊपर थूक देथे, त ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी ले नहावय, अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \p \v 9 “ ‘धातवाले ह जऊन चीज म बईठके सवारी करथे, ओ आसन ह असुध ठहिरय, \v 10 अऊ जऊन ह कोनो चीज ला, जेह ओकर खाल्हे म रिहिस, छू लेथे, त ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही; जऊन कोनो ओ चीजमन ला उठाथे, ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी ले नहावय, अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \p \v 11 “ ‘जऊन कोनो मनखे ला धातवाले ह पानी म हांथ धोये बिगर छू लेथे, त ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी ले नहावय, अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \p \v 12 “ ‘धातवाले ह माटी के कोनो बरतन ला छू लेथे, त ओ बरतन ला फोर दिये जावय, अऊ कठवा के बने जम्मो चीज ला पानी म धोय जावय। \p \v 13 “ ‘जब धातवाले ह अपन तकलीफ ले बने हो जाथे, तब ओह बिधि मुताबिक अपन सुध होय के सात दिन गन लेवय; तब ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ ताजा पानी म नहावय, अऊ ओह सुध हो जाही। \v 14 आठवां दिन ओह दू ठन पंड़की या दू ठन परेवा पीला लेवय अऊ मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म यहोवा के आघू म जाके ओमन ला पुरोहित ला देवय। \v 15 पुरोहित ह ओमा ले एक ठन ला पाप-बलिदान बर अऊ दूसर ला होम-बलिदान बर चघावय। ये किसम ले, पुरोहित ह ओ मनखे बर ओकर धात के रोग के कारन यहोवा के आघू म प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही। \p \v 16 “ ‘जब कोनो आदमी के बीर्य ह निकल जावय, त ओह पानी म पूरा नहावय, अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \v 17 कोनो ओनहा या चाम के चीज, जऊन म बीर्य लगे हवय, ओला पानी म धोय जावय, अऊ येह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \v 18 जब कोनो आदमी के सारीरिक संबंध कोनो माईलोगन के संग होथे अऊ बीर्य निकलथे, त ओ दूनों झन पानी म नहावंय, अऊ ओमन संझा के होवत तक असुध ठहिरहीं। \p \v 19 “ ‘जब कोनो माईलोगन ला मासिक धरम होवय, त ओ समय म ओह सात दिन तक असुध ठहिरही, अऊ जऊन कोनो ओला छूथे, ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \p \v 20 “ ‘अपन मासिक धरम के समय, ओह जऊन चीज म सुतथे, ओ चीज ह असुध ठहिरही, अऊ जऊन चीज म ओह बईठथे, ओह घलो असुध ठहिरही। \v 21 जऊन कोनो ओ माईलोगन के बिस्तर ला छूथे, ओह असुध ठहिरही; ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी म नहावय अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \v 22 जऊन कोनो अइसने कोनो चीज ला छू लेथे, जेमा ओ माईलोगन ह बईठे रिहिस, त ओह असुध ठहिरही; ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी म नहावय, अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \v 23 चाहे येह बिस्तर होवय या कोनो अऊ चीज, जेमा ओ माईलोगन ह बईठे रिहिस, जब कोनो येला छू लेथे, त ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \p \v 24 “ ‘कहूं कोनो आदमी ह ओकर संग सारीरिक संबंध बनाथे अऊ ओ माईलोगन के मासिक धरम के लहू ह ओला लग जाथे, त ओ आदमी ह सात दिन तक असुध हो जाही; अऊ जऊन बिस्तर म ओह सुतथे, ओह घलो असुध ठहिरही। \p \v 25 “ ‘जब कोनो माईलोगन ला ओकर मासिक धरम के समय ले जादा दिन तक लहू बोहावत रहिथे या ओकर मासिक धरम के समय के बाद घलो ओकर लहू बोहावत रहिथे, त जब तक ओकर लहू बोहावत रहिही, तब तक ओह वइसने ही असुध ठहिरही, जइसने कि अपन मासिक धरम के दिन म ठहिरथे। \v 26 जऊन बिस्तर म ओह अइसने लहू बोहाय के दिन म सुतथे, त ओ बिस्तर घलो असुध ठहिरही, जइसने कि ओकर मासिक धरम के समय म असुध ठहिरथे, अऊ ओ माईलोगन जऊन चीज म बईठथे, ओ चीज ह घलो असुध ठहिरही, जइसने कि ओकर मासिक धरम के दिन म ठहिरथे। \v 27 जऊन कोनो ओ चीजमन ला छूथे, ओह असुध ठहिरही; ओह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी म नहावय, अऊ ओह संझा के होवत तक असुध ठहिरही। \p \v 28 “ ‘जब ओ माईलोगन ह अपन लहू बोहाय ले सुध हो जाथे, त ओह सात दिन गनय, अऊ ओकर बाद बिधि के मुताबिक ओह सुध हो जाही। \v 29 आठवां दिन ओह दू ठन पंड़की या दू ठन परेवा पीला लेवय अऊ ओमन ला मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म पुरोहित करा लानय। \v 30 पुरोहित ह एक ठन चिरई ला पाप-बलिदान अऊ दूसर ला होम-बलिदान के रूप म चघावय। ये किसम ले, पुरोहित ह ओकर लहू बोहाय के असुधता के सेति यहोवा के आघू म ओकर बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करही। \p \v 31 “ ‘तुमन इसरायलीमन ला ओ चीजमन ले अलग रखव, जऊन चीजमन ओमन ला असुध करथें, नइं तो ओमन मोर निवास के जगह,\f + \fr 15:31 \fr*\ft या \ft*\fq मोर \fq*\fqa पबितर-तम्बू\fqa*\f* जऊन ह ओमन के बीच हवय, ओला असुध करहीं अऊ ओकरे कारन अपन असुधता म मर जाहीं।’ ” \p \v 32 धात के बिमरहा, अऊ जऊन आदमी के बीर्य ह निकल जाथे, जेकर ले ओह असुध ठहिरथे, \v 33 ओ माईलोगन जऊन ह मासिक धरम के कारन असुध हवय, कोनो आदमी के बीर्य निकलय या माईलोगन के लहू बोहावय, या कोनो आदमी, जऊन ह असुध माईलोगन संग सारीरिक संबंध बनाथे, ये जम्मो बर ये बिधिमन अंय। \c 16 \s1 प्रायस्चित के दिन \p \v 1 जब हारून के दू झन बेटामन यहोवा के आघू म जाके मर गीन,\f + \fr 16:1 \fr*\ft देखव \+xt लैव्य 10:1‑2\+xt*\ft*\f* त एकर बाद यहोवा ह मूसा ले गोठियाईस। \v 2 यहोवा ह मूसा ला कहिस, “अपन भाई हारून ला कह कि ओह सन्दूक के ऊपर बने प्रायस्चित के ढकना के आघू, परदा के भीतर महा पबितर स्थान म, घेरी-बेरी झन आवय, नइं तो ओह मर जाही, काबरकि मेंह प्रायस्चित के ढकना के ऊपर बादर म परगट होहूं। \p \v 3 “हारून ह महा पबितर स्थान म ये किसम ले आवय: जरूरी अय कि ओह पहिले पाप-बलिदान के खातिर एक ठन जवान बछवा अऊ होम-बलिदान के खातिर एक ठन मेढ़ा ला लेके आवय। \v 4 ओह मलमल के पबितर अंगरखा अऊ अपन देहें म मलमल के कच्छा पहिरय अऊ मलमल के कमरबंध कसके मलमल के पागा बांधय। येमन पबितर ओनहा अंय। ओह पानी म नहाके ही येमन ला पहिरय। \v 5 फेर ओह इसरायली समाज ले पाप-बलिदान के खातिर दू ठन बोकरा अऊ होम-बलिदान के चढ़ावा खातिर एक ठन मेढ़ा लेवय। \p \v 6 “तब हारून ह ओ पाप-बलिदान के बछवा ला जऊन ह ओकरे खातिर अय, चघाके अपन अऊ अपन परिवार बर प्रायस्चित करय। \v 7 तब ओह ओ दूनों बोकरामन ला लेके मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म यहोवा के आघू म ठाढ़ करय। \v 8 हारून ह दूनों बोकरामन बर चिट्ठी डालय, याने कि एक चिट्ठी यहोवा बर अऊ दूसर चिट्ठी अजाजेल\f + \fr 16:8 \fr*\ft पाप ला दूरिहा ले जवइया बोकरा; \+xt पद 10|link-href="LEV 16:10"\+xt*अऊ \+xt 26|link-href="LEV 16:26"\+xt*म घलो\ft*\f* बर। \v 9 जऊन बोकरा बर यहोवा के नांव के चिट्ठी निकलय, ओला हारून ह पाप-बलिदान बनाके चघावय। \v 10 पर जऊन बोकरा बर अजाजेल के नांव के चिट्ठी निकलय, ओला यहोवा के आघू म जीयत ठाढ़ करे जावय ताकि ओकर दुवारा प्रायस्चित करे बर ओला सुन्ना जगह म अजाजेल के रूप म भेजे जावय। \p \v 11 “तब हारून ह पाप-बलिदान के ओ बछवा ला, जऊन ह ओकरेच बर अय, लानके अपन घराना बर प्रायस्चित करय। ओह ओ पाप-बलिदान के बछवा ला, जऊन ह ओकरेच बर अय, बलि करय। \v 12 अऊ ओह यहोवा के आघू बेदी म के बरत कोइला ले भरे धूपदान अऊ दू मुठा चिक्कन पिसे खुसबूवाला धूप ला लेके परदा के भीतर जावय। \v 13 ओह ओ धूप ला यहोवा के आघू म आगी के ऊपर डारय, जेकर ले धूप के कुहरा ह करार कानून के पटियामन ऊपर प्रायस्चित के ढकना ला भर लेवय, ताकि ओह झन मरय। \v 14 फेर ओह बछवा के लहू म ले थोरकून ला लेके अंगठी ले प्रायस्चित के ढकना के ऊपर सामने म छिंचय अऊ ओ लहू म ले थोरकून ला प्रायस्चित के ढकना के आघू म घलो अंगठी ले सात बार छिंचय। \p \v 15 “तब ओह पाप-बलिदान के ओ बोकरा ला, जऊन ह मनखेमन बर अय, बलि करय अऊ ओकर लहू ला परदा के भीतर लावय अऊ ये लहू के संग वइसनेच करय, जइसे बछवा के लहू के संग करे रिहिस। ओह येला प्रायस्चित के ढकना के ऊपर अऊ ओकर आघू म छिंचय। \v 16 इसरायलीमन के असुधता अऊ बिदरोह के कारन, अऊ जऊन कुछू पाप ओमन करे हवंय, ओकर कारन, ओह ये किसम ले महा पबितर स्थान बर प्रायस्चित करय। ओह मिलापवाला तम्बू बर घलो, जऊन ह ओमन के असुधता म ओमन के बीच म रहिथे, अइसने ही करय। \v 17 जब हारून ह प्रायस्चित करे बर महा पबितर स्थान म जावय, त जब तक ओह अपन, अपन घराना अऊ इसरायल के जम्मो समाज बर प्रायस्चित करके बाहिर नइं निकलय, तब तक कोनो मनखे मिलापवाला तम्बू म झन रहय। \p \v 18 “तब ओह बाहिर निकलके ओ बेदी के तीर म जावय, जऊन ह यहोवा के आघू म हवय अऊ ओकरे बर प्रायस्चित करय, याने बछवा अऊ बोकरा दूनों के लहू म ले थोरकून ला लेके बेदी के सींगमन म जम्मो कोति लगावय। \v 19 अऊ अपन अंगठी ले ओ लहू म ले थोरकून लेके बेदी ऊपर सात बार छिंचके, ओला इसरायलीमन के असुधता ले सुध अऊ पबितर करय। \p \v 20 “जब हारून ह महा पबितर स्थान, मिलापवाला तम्बू, अऊ बेदी बर प्रायस्चित कर डारय, तब ओ जीयत बोकरा ला तीर म लावय। \v 21 तब हारून ह जीयत बोकरा के मुड़ के ऊपर अपन दूनों हांथ ला मढ़ावय अऊ ओकर ऊपर इसरायलीमन के जम्मो अधरम अऊ ओमन के जम्मो अपराध अऊ पाप ला मान लेवय। ओह ओमन ला ओ बोकरा के मुड़ म डारके ओला एक झन मनखे के हांथ ले, जऊन ला इही काम बर रखे गय हवय, सुन्ना जगह म भेज देवय। \v 22 ओ बोकरा ह ओमन के जम्मो अधरम ला अपन ऊपर बोहके कोनो सुन्ना जगह म चल दीही। ओ मनखे ह ओ बोकरा ला सुन्ना जगह म छोंड़ देवय। \p \v 23 “तब हारून ह मिलापवाला तम्बू म आके मलमल के ओ जम्मो ओनहा, जऊन ला ओह महा पबितर स्थान म जाय के बेरा पहिरे रिहिस, ओमन ला ओही मेर छोंड़ देवय। \v 24 फेर ओह पबितर-स्थान के छेत्र म पानी ले नहाके अपनेच ओनहा ला पहिर लेवय अऊ बाहिर म आके अपन बर अऊ मनखेमन बर घलो होम-बलिदान चघाके अपन बर अऊ मनखेमन बर प्रायस्चित करय। \v 25 अऊ पाप-बलिदान के चरबी ला ओह बेदी म जलावय। \p \v 26 “जऊन मनखे ह बोकरा ला अजाजेल के रूप म छोंड़े हवय, ओह अपन ओनहा ला धोवय, पानी ले नहावय, तभे डेरा के भीतर आवय। \v 27 पर पाप-बलिदान के बछवा अऊ पाप-बलिदान के बोकरा, जेकर लहू ला महा पबितर स्थान म प्रायस्चित करे बर लाने गे रिहिस, ओमन ला डेरा के बाहिर म ले जाके ओकर खाल, मांस, अऊ गोबर ला आगी म जलाय जावय। \v 28 तब ओमन ला जरोइया ह अपन ओनहा ला धोवय अऊ पानी ले नहावय। एकर बाद ही ओह डेरा के भीतर आवय। \p \v 29 “येह तुम्हर बर एक ठन सदा के बिधि ठहिरय: हर साल सातवां महिना के दसवां दिन तुमन अपनआप के इनकार करव।\f + \fr 16:29 \fr*\ft या \ft*\fqa जरूर उपास करव\fqa*\f* ओ दिन कोनो मनखे, कहूं ओह देस म जनमे मनखे होवय या तुम्हर बीच म रहइया परदेसी, कोनो काम-बुता झन करहू। \v 30 काबरकि इही दिन तुमन ला सुध करे के खातिर तुम्हर बर प्रायस्चित करे जाही, अऊ तुमन अपन जम्मो पापमन ले यहोवा के आघू म सुध ठहिरहू। \v 31 ये दिन ह बिसराम के दिन अय, अऊ जरूरी अय कि तुमन अपनआप के इनकार करव।\f + \fr 16:31 \fr*\ft उपास करव अऊ पूरा बिसराम करव\ft*\f* येह सदा के एक बिधि अय। \v 32 अऊ जऊन पुरोहित ला अपन ददा के जगह म महा पुरोहित के रूप म काम करे बर अभिसेक अऊ संस्कार करे गे हवय, ओही ह प्रायस्चित करय। ओह मलमल के ओनहा याने पबितर ओनहा ला पहिरके \v 33 जम्मो महा पबितर स्थान, मिलापवाला तम्बू, अऊ बेदी बर प्रायस्चित करय। ओह पुरोहित अऊ समाज के जम्मो सदस्य बर घलो प्रायस्चित करय। \p \v 34 “येह तुम्हर बर सदा के बिधि ठहिरय कि इसरायलीमन बर एक बछर म एक बार ओमन के जम्मो पाप बर प्रायस्चित करे जावय।” \p अऊ जइसे यहोवा ह मूसा ला हुकूम देय रिहिस, वइसनेच करे गीस। \c 17 \s1 लहू खाय बर मनाही \p \v 1 यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “हारून अऊ ओकर बेटामन ला अऊ जम्मो इसरायलीमन ला कह: ‘यहोवा ह ये हुकूम दे हवय: \v 3 यदि कोनो इसरायली मनखे कोनो बछवा, मेढ़ा-पीला या बोकरा ला डेरा के भीतर या डेरा के बाहिर बलि चघाथे, \v 4 पर ओला मिलापवाला तम्बू के मुंहटा करा यहोवा के पबितर-तम्बू के आघू म यहोवा ला बलि चघाय बर नइं लानय, त ओ मनखे ह लहू बहाय के दोसी समझे जाही; ओ मनखे ह लहू बहाय हवय; ओला अपन मनखेमन के समाज ले अलग करे जावय। \v 5 ये बिधि के कारन ये अय ताकि इसरायलीमन अपन बलिदान यहोवा करा लानंय, पर खुला जगह म बलिदान झन करंय। ओमन अपन बलिदान ला मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म पुरोहित करा लानके मेल-बलिदान के रूप म यहोवा ला चघावंय। \v 6 पुरोहित ह लहू ला मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म यहोवा के बेदी के चारों कोति छिंचय अऊ चरबी ला यहोवा बर सुख-देवइया सुगंध के रूप म जलावय। \v 7 ओमन बोकरा के मूरतीमन\f + \fr 17:7 \fr*\ft या \ft*\fqa परेतमन\fqa*\f* ला कोनो बलिदान झन चघावंय, काबरकि अइसने करके ओमन बेभिचारी के सहीं ठहिरथें। येह पीढ़ी दर पीढ़ी ओमन के हमेसा के बिधि ठहिरय।’ \p \v 8 “ओमन ला कह: ‘कोनो इसरायली या ओमन के बीच म रहइया कोनो परदेसी ह होम-बलिदान या बलि चघाथे, \v 9 अऊ ओला मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म यहोवा करा लानके नइं चघावय, त ओ मनखे ला इसरायली मनखेमन के समाज ले अलग करे जावय। \p \v 10 “ ‘कोनो इसरायली या ओमन के बीच म रहइया कोनो परदेसी, जऊन ह लहू ला खाथे, त मेंह ओला मनखेमन के बीच ले अलग कर दूहूं। \v 11 काबरकि परानी के परान ह लहू म रहिथे, अऊ येला मेंह तुमन ला एकरसेति दे हंव कि तुमन बेदी म अपन बर प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करव; काबरकि ये लहू ही मनखे के जिनगी के प्रायस्चित ला पूरा करथे। \v 12 एकरसेति मेंह इसरायलीमन ला कहिथंव, “न तो तुमन, अऊ न ही तुम्हर बीच म रहइया कोनो परदेसी लहू ला खावय।” \p \v 13 “ ‘कोनो इसरायली या तुम्हर बीच म रहइया कोनो परदेसी कोनो अइसने पसु या चिरई के सिकार करथे, जऊन ला खाय जा सकत हे, त पहिले ओकर लहू ला बहाके माटी म ढांप दिये जावय, \v 14 काबरकि हर एक जीव के परान ह ओकर लहू म होथे। एकरसेति मेंह इसरायलीमन ला कहे हंव, “तुमन कोनो जीव के लहू ला झन खावव, काबरकि हर एक जीव के परान ह ओकर लहू म होथे; जऊन कोनो ओला खाथे, ओला समाज ले अलग करे जावय।” \p \v 15 “ ‘कोनो मनखे, चाहे ओह देस म जनमे होवय या परदेसी, यदि ओह पहिले से मरे पसु या कोनो जंगली पसु के दुवारा चिरे-फारे पसु के मांस ला खाथे, त ओला अपन ओनहा ला धोना अऊ पानी म नहाना चाही, अऊ ओह संझा के होवत तक बिधि मुताबिक असुध रहिही; तब ओह सुध होही। \v 16 पर कहूं ओह अपन ओनहा ला नइं धोही अऊ नइं नहाही, त ओह दोसी ठहिरही।’ ” \c 18 \s1 गैरकानूनी सारीरिक संबंध \p \v 1 यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ले बात कर अऊ ओमन ला कह: ‘मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \v 3 तुमन वइसने झन करव, जइसने ओमन मिसर देस म करथें, जिहां तुमन रहत रहेव, अऊ तुमन वइसने झन करव, जइसने ओमन कनान देस म करथें, जिहां मेंह तुमन ला लावत हंव। ओमन के रीति-रिवाज म झन चलव। \v 4 तुमन मोर कानून ला मानव अऊ धियान से मोर बिधि-बिधान म चलव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \v 5 मोर बिधि-बिधान अऊ कानून म चलव, काबरकि जऊन मनखे ह ओमन के पालन करही, ओह ओमन के दुवारा जीयत रहिही। मेंह यहोवा अंव। \p \v 6 “ ‘तुमन म ले कोनो अपन नजदीकी रिस्तेदार के संग सारीरिक संबंध झन बनावय। मेंह यहोवा अंव। \p \v 7 “ ‘अपन दाई के संग सारीरिक संबंध बनाय के दुवारा अपन ददा के अनादर झन करव। ओह तो तुम्हर दाई ए; ओकर संग सारीरिक संबंध झन बनावव। \p \v 8 “ ‘अपन सौतेली दाई के संग घलो सारीरिक संबंध झन बनावव; येह तुम्हर ददा के अनादर होही। \p \v 9 “ ‘तुमन अपन बहिनी के संग सारीरिक संबंध झन बनावव, चाहे ओह तुम्हर ददा के बेटी होवय या तुम्हर दाई के बेटी, चाहे ओह ओही घर म जनमे होवय या कहूं मेर अऊ। \p \v 10 “ ‘अपन बेटा के बेटी या अपन बेटी के बेटी संग सारीरिक संबंध झन बनावव; एकर दुवारा तुम्हर अनादर होही। \p \v 11 “ ‘यदि तुम्हर ददा ह आने घरवाली लानथे अऊ ओह बेटी जनमथे, त ओ बेटी संग घलो सारीरिक संबंध झन बनावव; ओह तुम्हर बहिनी अय। \p \v 12 “ ‘अपन फूफू के संग सारीरिक संबंध झन बनावव, काबरकि ओह तुम्हर ददा के नजदीकी रिस्तेदार अय। \p \v 13 “ ‘अपन मौसी के संग सारीरिक संबंध झन बनावव, काबरकि ओह तुम्हर दाई के नजदीकी रिस्तेदार अय। \p \v 14 “ ‘अपन कका के घरवाली संग सारीरिक संबंध बनाय के दुवारा अपन कका के अनादर झन करव, काबरकि ओकर घरवाली ह तो तुम्हर काकी अय। \p \v 15 “ ‘अपन बेटा के घरवाली संग सारीरिक संबंध झन बनावव, ओह तो तुम्हर बेटा के घरवाली अय। ओकर संग सारीरिक संबंध झन बनावव। \p \v 16 “ ‘अपन भऊजी या भाई-बहू के संग सारीरिक संबंध झन बनावव, एकर दुवारा भाई के अनादर होही। \p \v 17 “ ‘कोनो माईलोगन अऊ ओकर बेटी दूनों के संग सारीरिक संबंध झन बनावव। न तो ओ माईलोगन के बेटा के बेटी, अऊ न ही ओ माईलोगन के बेटी के बेटी संग सारीरिक संबंध बनावव; काबरकि ओमन ओकर नजदीकी रिस्तेदार अंय। अइसने करई ह दुस्टता अय। \p \v 18 “ ‘अपन घरवाली के जीते-जीयत अपन साली ला घलो घरवाली बनाके ओकर संग सारीरिक संबंध झन बनावव। \p \v 19 “ ‘कोनो माईलोगन के मासिक धरम के असुधता के समय, ओकर संग सारीरिक संबंध झन बनावव। \p \v 20 “ ‘अपन परोसी के घरवाली के संग सारीरिक संबंध बनाके अपनआप ला अऊ ओला असुध झन करव। \p \v 21 “ ‘अपन लइकामन ले कोनो ला भी मोलेक देवता बर बलि झन चघावव, काबरकि एकर ले तुम्हर परमेसर के नांव अपबितर होही। में यहोवा अंव। \p \v 22 “ ‘तुमन कोनो आदमी के संग सारीरिक संबंध झन बनावव, जइसने कि तुमन कोनो माईलोगन के संग बनाथव। येह घिनौना काम अय। \p \v 23 “ ‘कोनो पसु के संग पसुगमन करके अपनआप ला असुध झन करव। कोनो माईलोगन ह कोनो पसु के संग सारीरिक संबंध बनाय बर अपनआप ला झन देवय; येह अपनआप ला अपबितर करई अय। \p \v 24 “ ‘अइसने कोनो घलो काम करके अपनआप ला असुध झन करव, काबरकि अइसने काम करके जऊन जाति के मनखेमन अपनआप ला असुध करे हवंय, ओ जम्मो जातिमन ला मेंह तुम्हर आघू ले निकालनेवाला हंव। \v 25 इहां तक कि देस ह असुध हो गीस; एकरसेति मेंह ओला ओकर पाप के सेति दंड दे हंव, जेकर ले ओ देस ह उहां के रहइयामन ला स्वीकार नइं करिस। \v 26 पर तुमन मोर बिधि अऊ कानूनमन ला मानव। तुमन म ले कोनो घलो, चाहे ओह कोनो देस म जनमे मनखे होवय या तुम्हर बीच म रहइया कोनो परदेसी, ये घिनौना काम झन करय, \v 27 काबरकि जऊन मनखेमन तुम्हर पहिली ये देस म रहत रिहिन, ओमन ये काम करत रिहिन, जेकर ले देस ह असुध हो गीस। \v 28 अऊ यदि तुमन देस ला असुध करथव, त येह तुमन ला घलो स्वीकार नइं करही, जइसने येह ओमन ला स्वीकार नइं करिस, जऊन मन तुम्हर पहिली इहां रिहिन। \p \v 29 “ ‘जऊन मनखे ह येमा के कोनो घलो घिनौना काम करथे, ओला अपन मनखेमन के समाज ले निकाल दिये जावय। \v 30 एकरसेति मोर हुकूममन ला मानव अऊ कोनो ओ घिनौना रीति-रिवाज ला झन मानव, जऊन ला मनखेमन तुम्हर आय के पहिली मानत रिहिन अऊ ओमन के संग अपनआप ला असुध झन करव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव।’ ” \c 19 \s1 किसम-किसम के कानून \p \v 1 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन के जम्मो सभा ले गोठिया अऊ ओमन ला कह: ‘पबितर बनव, काबरकि में, यहोवा तुम्हर परमेसर ह पबितर अंव। \p \v 3 “ ‘तुमन म ले हर एक झन अपन दाई अऊ ददा के आदर करव, अऊ तुमन मोर बिसराम दिनमन ला मानव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \p \v 4 “ ‘तुमन मूरतीमन कोति झन लहुंटव अऊ अपन बर धातु के देवता झन बनावव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \p \v 5 “ ‘जब तुमन यहोवा ला मेल-बलिदान चघावव, त अइसने चघावव कि येह तुम्हर खातिर गरहन करे जावय। \v 6 जऊन दिन तुमन ओला चघावव, ओही दिन या ओकर दूसर दिन ओला खाय जावय; कोनो चीज तीसर दिन तक बांच जावय, त ओला आगी म जला दिये जावय। \v 7 यदि ओमा के कुछू ला तीसर दिन खाय जाथे, त ओह असुध अय अऊ ओला नइं गरहन करे जावय। \v 8 जऊन कोनो ओला खाथे, ओह दोसी ठहिरही, काबरकि ओह यहोवा के पबितर चीज ला अपबितर करे हवय; ओला अपन मनखेमन के समाज ले निकाल दिये जावय। \p \v 9 “ ‘अपन देस म रहे के बाद, जब तुमन अपन भुइयां के फसल ला लुवव, त अपन खेत के कोना-कोना तक जम्मो ला झन लुवव या लुवाय फसल के गिरे-परे बालमन ला झन संकेलव। \v 10 तुमन अपन अंगूर के बारी म दूसर बार अंगूर टोरे बर झन जावव या अंगूर के बारी म झरे अंगूरमन ला झन संकेलव। ओमन ला गरीब अऊ परदेसीमन बर छोंड़ दव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \p \v 11 “ ‘तुमन चोरी झन करव। \p “ ‘लबारी झन मारव। \p “ ‘एक-दूसर ला धोखा झन देवव। \p \v 12 “ ‘मोर नांव म लबारी किरिया झन खावव अऊ ये किसम ले अपन परमेसर के नांव ला अपबितर झन करव। मेंह यहोवा अंव। \p \v 13 “ ‘अपन परोसी ला झन ठगव या ओला झन लूटव। \p “ ‘बनिहार के बनी रात भर याने कि बिहनियां तक अपन करा रोकके झन रखव। \p \v 14 “ ‘भैंरा मनखे ला सराप झन देवव या अंधरा के आघू म हपटे बर कुछू झन मढ़ावव, पर अपन परमेसर के भय मानव। मेंह यहोवा अंव। \p \v 15 “ ‘नियाय ला झन बिगाड़व। गरीब के संग पखियपात या बड़े मनखे के मुहूं-देखी नियाय झन करव, पर अपन परोसी के सही-सही नियाय करव। \p \v 16 “ ‘अपन मनखेमन के बीच म लबारी बात झन फईलावव। \p “ ‘अपन परोसी के हतिया करे के उपाय झन करव।\f + \fr 19:16 \fr*\ft अइसने कोनो काम झन करव, जेकर से तुम्हर परोसी के जिनगी खतरा म पड़य\ft*\f* मेंह यहोवा अंव। \p \v 17 “ ‘अपन मन म अपन संगी इसरायली ले घिन झन करव। अपन परोसी ला खुले मन से डांटव, ताकि तुमन ओमन के अपराध म भागी झन होवव। \p \v 18 “ ‘काकरो ले बदला झन लेवव या अपन मनखेमन के बीच म कोनो बर बईरता झन रखव, पर अपन परोसी ले अपन सहीं मया करव। मेंह यहोवा अंव। \p \v 19 “ ‘मोर बिधिमन ला मानव। \p “ ‘आने-आने जाति के पसुमन म संबंध झन करावव। \p “ ‘अपन खेत म दू किसम के बीजा एक संग झन बोवव। \p “ ‘दू किसम के चीज ले बने ओनहा ला झन पहिरव। \p \v 20 “ ‘कोनो गुलाम माईलोगन, जेकर मंगनी कोनो मनखे के संग हो गे हवय, पर ओ कुंवारी ला दाम देके नइं छोंड़ाय गे हवय या ओला सुतंतर नइं करे गे हवय; ओकर संग यदि कोनो मनखे ह सारीरिक संबंध बनाथे, त ओमन ला दंड\f + \fr 19:20 \fr*\ft या \ft*\fqa छानबीन करे जावय\fqa*\f* तो दिये जावय, पर ओमन झन मार डारे जावंय, काबरकि ओ कुंवारी ला सुतंतर नइं करे गे रिहिस। \v 21 ओ आदमी ह मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म यहोवा करा दोस-बलिदान बर एक ठन मेढ़ा लेके आवय। \v 22 पुरोहित ह ओ दोस-बलिदान के मेढ़ा ला यहोवा के आघू म चघाके ओ मनखे के पाप के प्रायस्चित के बिधि ला पूरा करय, तब ओह जऊन पाप करे हवय, ओह छेमा करे जाही। \p \v 23 “ ‘जब तुमन कनान देस म आवव अऊ उहां कोनो किसम के फर के रूख लगावव, त ओकर फर ला बरजे\f + \fr 19:23 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa खतनारहित\fqa*\f* कस समझव। तीन बछर ले ओ फर ला तुमन बरजीत समझव; ओला झन खावव। \v 24 चौथा साल ओकर जम्मो फर यहोवा के इस्तुति के बलिदान बर पबितर ठहिरही। \v 25 तब पांचवां साल तुमन ओकर फर ला खा सकत हव। ये किसम ले तुम्हर फसल म बढ़ोतरी होही। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \p \v 26 “ ‘तुमन कोनो घलो मांस ला लहू के संग झन खावव। \p “ ‘जादू-टोना झन करव या सुभ-असुभ घरी ला झन मानव। \p \v 27 “ ‘अपन मुड़ के किनारे के चुंदी ला झन कटावव या अपन दाढ़ी के तीर के बाल ला झन कतरावव। \p \v 28 “ ‘कोनो मरे मनखे बर अपन देहें ला झन काटव या अपन देहें म गोदना झन गोदावव। मेंह यहोवा अंव। \p \v 29 “ ‘अपन बेटी ला बेस्या बनाय के दुवारा ओकर अपमान झन करव, नइं तो देस ह बेस्या के काम के कारन बुरई ले भर जाही। \p \v 30 “ ‘मोर बिसराम दिनमन ला मानव अऊ मोर पबितर-स्थान के आदर करव। मेंह यहोवा अंव। \p \v 31 “ ‘बईगामन अऊ भूत-परेत साधोइयामन करा झन जावव, काबरकि तुमन ओमन के दुवारा असुध हो जाहू। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \p \v 32 “ ‘डोकरामन के आघू म उठके ठाढ़ हो जावव; सियानमन के आदर करव अऊ अपन परमेसर के भय मानव। मेंह यहोवा अंव। \p \v 33 “ ‘जब कोनो परदेसी तुम्हर देस म तुम्हर संग रहिथे, त ओकर संग गलत बरताव झन करव। \v 34 जब कोनो परदेसी तुम्हर बीच म रहत हवय, त ओकर संग वइसने बरताव करव, जइसने कि तुमन देसी मनखे के संग करथव। ओकर ले अपन सहीं मया करव, काबरकि तुमन घलो मिसर देस म परदेसी होके रहेव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \p \v 35 “ ‘जब तुमन कोनो चीज ला नापथव, तऊलथव या गनथव, त ये काम ला ईमानदारी से करव। \v 36 लम्बई नापे के सही पैमाना, भार तऊले बर सही तराजू, मात्रा जाने बर सही एपा\f + \fr 19:36 \fr*\ft एपा ह अनाज नापे के 22 लीटर के साधन अय\ft*\f* अऊ सही हीन\f + \fr 19:36 \fr*\ft हीन तरल चीज नापे के साधन अय\ft*\f* के उपयोग करव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव, जऊन ह तुमन ला मिसर देस ले निकालके लानिस। \p \v 37 “ ‘मोर जम्मो बिधि-बिधान अऊ मोर जम्मो कानून ला मानव अऊ ओमन के पालन करव। मेंह यहोवा अंव।’ ” \c 20 \s1 पाप के दंड \p \v 1 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ला कह: ‘इसरायल म रहइया कोनो इसरायली या कोनो परदेसी, जऊन ह अपन कोनो लइका ला, मोलेक देवता ला बलिदान चघाथे, त ओह मार डारे जावय। समाज के मनखेमन ओला पथरवाह करके मार डारंय। \v 3 मेंह खुद ओ मनखे के बिरोध म होके ओला ओकर मनखेमन ले मिटा दूहूं; काबरकि मोलेक ला अपन लइका बलिदान करके, ओह मोर पबितर-स्थान ला असुध अऊ मोर पबितर नांव ला अपबितर करे हवय। \v 4 कहूं समाज के मनखेमन अपन आंखी मुंद लेथें, जब ओ मनखे ह अपन कोनो लइका मोलेक ला बलिदान करथे अऊ यदि ओला मार नइं डारंय, \v 5 त मेंह खुद ओ मनखे अऊ ओकर परिवार के बिरोध म होके ओमन ला ओमन के मनखेमन ले अलग कर दूहूं अऊ संग म ओ जम्मो झन ला घलो, जऊन मन ओकर संग देके मोलेक के पाछू चले के दुवारा बेस्या सहीं काम करथें। \p \v 6 “ ‘जऊन मनखे ह बईगा अऊ भूत-परेत साधोइयामन के पाछू चलके बेस्या सहीं काम करथे, ओकर बिरोध म होके, मेंह ओला ओकर मनखेमन ले अलग कर दूहूं। \p \v 7 “ ‘एकरसेति अपनआप ला पबितर काम बर अलग करव अऊ पबितर बनव, काबरकि मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \v 8 मोर बिधि-बिधान ला मानव अऊ ओमन के पालन करव। मेंह यहोवा अंव, जऊन ह तुमन ला पबितर करथे। \p \v 9 “ ‘जऊन मनखे अपन ददा या दाई ला सराप देथे, ओह मार डारे जावय। ओह अपन ददा या दाई ला सराप देय हवय, एकरसेति ओकर लहू के दोस ओकरेच मुड़ म पड़ही। \p \v 10 “ ‘कहूं कोनो मनखे कोनो आने मनखे के घरवाली संग—अपन परोसी के घरवाली संग बेभिचार करथे, त ओ बेभिचारी अऊ बेभिचारिन दूनों झन मार डारे जावंय। \p \v 11 “ ‘कहूं कोनो मनखे ह अपन ददा के घरवाली के संग सारीरिक संबंध बनाथे, त ओह अपन ददा के अनादर करे हवय। ओ मनखे अऊ ओ माईलोगन दूनों झन मार डारे जावंय; ओमन के लहू के दोस ओमन के मुड़ म ही पड़ही। \p \v 12 “ ‘कहूं कोनो मनखे अपन बहुरिया\f + \fr 20:12 \fr*\ft बेटा के घरवाली\ft*\f* संग सारीरिक संबंध बनाथे, त ओ दूनों झन मार डारे जावंय। ओमन असुध काम करे हवंय; ओमन के लहू के दोस ओमन के मुड़ म ही पड़ही। \p \v 13 “ ‘कहूं कोनो आदमी ह कोनो आदमी संग सारीरिक संबंध बनाथे, जइसने कि कोनो माईलोगन संग बनाय जाथे, त ओ दूनों झन घिन काम करे हवंय। ओमन मार डारे जावंय; ओमन के लहू के दोस ओमन के मुड़ म ही पड़ही। \p \v 14 “ ‘कहूं कोनो मनखे ह कोनो माईलोगन अऊ ओकर दाई दूनों ले बिहाव करथे, त येह दुस्ट काम अय। ओ मनखे अऊ ओ दूनों माईलोगन ला आगी म जला दिये जावय, ताकि तुम्हर बीच म दुस्ट काम झन होवय। \p \v 15 “ ‘कहूं कोनो मनखे ह पसु के संग सारीरिक संबंध बनाथे, त ओ मनखे ह मार डारे जावय, अऊ ओ पसु ला घलो मार डारव। \p \v 16 “ ‘कहूं कोनो माईलोगन ह कोनो पसु करा जाके ओकर संग कुकरम करथे, त ओ माईलोगन अऊ ओ पसु दूनों ला मार डारव। ओमन मार डारे जावंय; ओमन के लहू ह ओमन के मुड़ म ही पड़ही। \p \v 17 “ ‘कहूं कोनो मनखे ह अपन बहिनी ले बिहाव करथे—चाहे ओह ओकर ददा के बेटी होवय या ओकर दाई के बेटी, अऊ ओकर संग सारीरिक संबंध बनाथे, त येह एक कलंक ए। ओ दूनों झन ला खुलेआम ओमन के मनखेमन ले अलग करे जावय। ओह अपन बहिनी के अनादर करे हवय अऊ ओह दोसी ठहिरही। \p \v 18 “ ‘कहूं कोनो मनखे ह कोनो माईलोगन के मासिक धरम के समय ओकर संग सारीरिक संबंध बनाथे, त ओह ओ माईलोगन के लहू बहई ला उघारे हवय, अऊ ओ माईलोगन घलो अपन लहू बहई ला उघारे हवय। एकरसेति ओ दूनों झन अपन मनखेमन ले अलग करे जावंय। \p \v 19 “ ‘अपन मौसी या फूफू के संग सारीरिक संबंध झन बनावव, काबरकि ओह एक नजदीकी रिस्तेदार के अनादर होही; अऊ ओ दूनों दोसी ठहिरहीं। \p \v 20 “ ‘कहूं कोनो मनखे अपन काकी के संग सारीरिक संबंध बनाथे, त ओह अपन कका के अनादर करथे। ओमन दोसी ठहिरहीं; ओमन बिगर संतान के मर जाहीं। \p \v 21 “ ‘कहूं कोनो मनखे अपन भाई के घरवाली ले बिहाव करथे, त येह एक असुधता के काम अय; ओह अपन भाई के अनादर करे हवय। ओमन के कोनो संतान नइं होवय। \p \v 22 “ ‘मोर जम्मो बिधि अऊ हुकूममन ला मानव अऊ ओमन के पालन करव, ताकि जऊन देस म मेंह तुमन ला रहे बर लावत हंव, उहां ले तुमन अलग झन करे जावव। \v 23 तुमन ओ जाति के मनखेमन के रीति-रिवाज के मुताबिक झन चलहू, जेला मेंह तुम्हर आघू ले निकालनेवाला हंव। काबरकि ओमन ये जम्मो काम करे हवंय, एकरसेति मेंह ओमन ले घिन करथंव। \v 24 पर मेंह तुमन ला कहे हंव, “ओमन के देस ह तुम्हर अधिकार म होही; मेंह ये देस, जेमा दूध अऊ मंधरस बहुंतायत म हवय,\f + \fr 20:24 \fr*\ft बहुंत उपजाऊ भुइयां\ft*\f* तुम्हर अधिकार म दे दूहूं।” मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव, जऊन ह तुमन ला आने देस के मनखेमन ले अलग करे हवय। \p \v 25 “ ‘एकरसेति तुमन सुध अऊ असुध पसु म, अऊ सुध अऊ असुध चिरईमन म भेद करव। तुमन कोनो अइसने पसु या चिरई या भुइयां म रेंगइया जीव के दुवारा अपनआप ला असुध झन करव, जऊन मन ला मेंह तुम्हर बर असुध ठहिराके अलग करे हंव। \v 26 तुमन मोर बर पबितर बने रहव, काबरकि में यहोवा ह पबितर अंव, अऊ मेंह तुमन ला आने देस के मनखेमन ले अलग करे हंव कि तुमन मोर बने रहव। \p \v 27 “ ‘कोनो आदमी या माईलोगन, जऊन ह तुम्हर बीच म बईगा या भूत-परेत साधे के काम करथे, ओह मार डारे जावय। तुमन ओला पथरवाह करके मार डारव; ओकर लहू के दोस ओकरेच मुड़ म ही पड़ही।’ ” \c 21 \s1 पुरोहितमन बर नियम \p \v 1 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, “हारून के बेटा, जऊन मन पुरोहित अंय, ओमन ला कह: ‘कहूं तुम्हर मनखेमन ले कोनो मर जावय, त ओकर कारन पुरोहित ह अपनआप ला असुध झन करय; \v 2 सिरिप अपन नजदीकी रिस्तेदार, याने कि अपन दाई या ददा, अपन बेटा या बेटी, अपन भाई, \v 3 या अपन कुंवारी बहिनी, जऊन ह ओकर भरोसा म हवय काबरकि ओकर घरवाला नइं ए—येमन के मरे म ओह अपनआप ला असुध कर सकत हे। \v 4 जऊन मनखेमन बिहाव के कारन ओकर रिस्तेदार अंय, ओमन बर ओह अपनआप ला असुध झन करय अऊ ये किसम ले अपबितर झन होवय। \p \v 5 “ ‘पुरोहितमन अपन मुड़ झन मुड़ावंय या दाढ़ी के तीर ला झन कतरावंय या अपन देहें ला झन चिरंय-फारंय। \v 6 ओमन अपन परमेसर बर पबितर बने रहंय अऊ अपन परमेसर के नांव ला अपबितर झन करंय। काबरकि ओमन यहोवा बर जेवन-बलिदान याने कि अपन परमेसर बर जेवन चघाथें; एकरसेति ओमन पबितर बने रहंय। \p \v 7 “ ‘ओमन अइसने माईलोगन से बिहाव झन करंय, जऊन ह बेस्या के काम करके असुध हो गे हवय या ओमन अइसने कोनो माईलोगन ले बिहाव झन करंय, जऊन ला ओकर घरवाला ह तलाक दे देय हवय, काबरकि पुरोहितमन अपन परमेसर बर पबितर अंय। \v 8 ओमन ला पबितर जानव, काबरकि ओमन तुम्हर परमेसर ला जेवन चघाथें। ओमन ला पबितर समझव, काबरकि में यहोवा ह पबितर अंव—में जऊन ह तुमन ला पबितर करथंव। \p \v 9 “ ‘कहूं कोनो पुरोहित के बेटी ह बेस्या बनके अपनआप ला अपबितर करथे, त ओह अपन ददा ऊपर कलंक लगाथे; ओला आगी म जलाय जावय। \p \v 10 “ ‘अपन भाईमन म जऊन ह महा पुरोहित होवय, जेकर मुड़ म अभिसेक के तेल रितोय गे हवय अऊ जऊन ला पुरोहित के ओनहा पहिरे बर अभिसेक करे गे हवय, ओह अपन मुड़ के चुंदी ला झन छरियावय या ओह अपन ओनहा ला झन चीरय। \v 11 ओह ओ जगह म झन जावय, जिहां लास रखे हवय। इहां तक कि ओह अपन ददा या दाई बर घलो अपनआप ला असुध झन करय; \v 12 ओह अपन परमेसर के पबितर-स्थान ला झन छोंड़य या येला अपबितर झन करय, काबरकि ओह अपन परमेसर के अभिसेक के तेल दुवारा अलग करे गे हवय। मेंह यहोवा अंव। \p \v 13 “ ‘ओह कुंवारी ले ही बिहाव करय। \v 14 ओह कोनो बिधवा, कोनो तलाकसुदा माईलोगन, या बेस्या काम ले अपबितर होय माईलोगन ले बिहाव झन करय, पर अपन मनखेमन ले सिरिप कोनो कुंवारी ले बिहाव करय, \v 15 ताकि ओकर लइका ह ओकर मनखेमन के बीच म असुध झन होवय। में यहोवा अंव, जऊन ह ओला पबितर बनाथंव।’ ” \p \v 16 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 17 “हारून ला ये कह: ‘तोर बंस के पीढ़ी-पीढ़ी म कहूं कोनो मनखे म कोनो सारीरिक दोस होवय, त ओह अपन परमेसर ला बलिदान चघाय बर लकठा म झन आवय। \v 18 कोनो घलो मनखे, जेमा दोस हवय, ओह लकठा म झन आवय: चाहे ओह अंधरा या खोरवा, बिगड़े चेहरा, या खराप अंग वाला होवय, \v 19 या ओह गोड़ या हांथ ले लूलवा होवय, \v 20 या कुबड़ा या बवना, या जेकर आंखी म कोनो दोस होवय, या जेकर घाव ह पक गे हवय या घाव ले पीब निकलत हवय या जेकर अंडकोस ह पिचके होवय। \v 21 हारून पुरोहित के बंस म ले कोनो घलो, जेकर म कोनो सारीरिक दोस हवय, ओह यहोवा ला जेवन-बलिदान चघाय बर लकठा म झन आवय; काबरकि ओमा दोस हवय, ओह अपन परमेसर के जेवन चघाय बर लकठा म झन आवय। \v 22 ओह अपन परमेसर के महा पबितर जेवन अऊ संग म पबितर जेवन ला खा सकत हे। \v 23 पर ओमा सारीरिक दोस होय के कारन, ओह परदा के लकठा म या बेदी करा झन जावय, नइं तो मोर पबितर-स्थान ह अपबितर हो जाही। में यहोवा अंव, जऊन ह ओमन ला पबितर बनाथंव।’ ” \p \v 24 ये किसम ले मूसा ह ये बात हारून अऊ ओकर बेटामन ला अऊ जम्मो इसरायलीमन ला बताईस। \c 22 \p \v 1 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “हारून अऊ ओकर बेटामन ला कह कि ओमन ओ पबितर बलिदानमन के संग आदर के बरताव करंय, जऊन ला इसरायलीमन मोला अरपन करथें, ताकि ओमन मोर पबितर नांव ला अपबितर झन करंय। मेंह यहोवा अंव। \p \v 3 “ओमन ला कह: ‘तुम्हर अवइया पीढ़ीमन म, कहूं तुम्हर बंस के कोनो मनखे असुध हवय अऊ तभो ले ओह ओ पबितर बलिदान के लकठा म आथे, जऊन ला इसरायलीमन यहोवा बर अरपन करथें, त ओ मनखे ला मोर आघू ले अलग करे जावय। मेंह यहोवा अंव। \p \v 4 “ ‘यदि हारून के बंस म ले कोनो ला असुध चमड़ी के बेमारी या धात के रोग हवय, त ओह जब तक सुध नइं हो जावय, तब तक ओह पबितर बलिदान के चीजमन ला झन खावय। ओह तब घलो असुध होही यदि ओह कोनो अइसने चीज ला छूथे, जऊन ह लास के दुवारा या बीर्य निकले मनखे के दुवारा असुध हो गे हवय, \v 5 या कहूं ओह कोनो रेंगइया जीव ला छूथे, जऊन ह ओला असुध करथे, या कोनो मनखे जऊन ह ओला असुध करथे, चाहे ओह कोनो घलो किसम के असुधता होवय। \v 6 जऊन मनखे अइसने कोनो चीज ला छूथे, ओह संझा के होवत तक असुध रहिही। ओह तब तक पबितर बलिदान के कोनो चीज ला झन खावय, जब तक ओह पानी ले नइं नहा लेवय। \v 7 बेर बुड़े के बाद, ओह सुध हो जाही, अऊ एकर बाद ओह पबितर बलिदान म ले खा सकत हे, काबरकि येह ओकर जेवन अय। \v 8 ओह अपनआप मरे या जंगली पसु के दुवारा चिरे-फारे कोनो पसु ला झन खावय, नइं तो ओह असुध हो जाही। मेंह यहोवा अंव। \p \v 9 “ ‘पुरोहितमन मोर ये किसम ले सेवा करंय कि ओमन दोसी झन ठहिरंय, नइं तो अनादर करे के कारन मर जाहीं। मेंह यहोवा अंव, जऊन ह ओमन ला पबितर करथंव। \p \v 10 “ ‘पुरोहित के परिवार के छोंड़ कोनो आने मनखे पबितर बलिदान ला झन खावय, चाहे ओह पुरोहित के पहुना होवय या ओकर बनिहार, ओह कोनो पबितर चीज ला झन खावय। \v 11 पर कोनो पुरोहित ह कोनो गुलाम ला पईसा देके बिसा लेथे या कोनो गुलाम ह पुरोहित के घर म जनमे हवय, त ओ गुलाम ह ओमा ले खा सकत हे। \v 12 कहूं कोनो पुरोहित के बेटी ह अइसने मनखे ले बिहाव करथे, जऊन ह पुरोहित नो हय, त पुरोहित के ओ बेटी ह पबितर बलिदान के कोनो चीज ला झन खावय। \v 13 पर कहूं कोनो पुरोहित के बेटी ह बिधवा हो जाथे या ओला ओकर घरवाला छोंड़ देथे अऊ ओकर लोग-लइका नइं रहंय अऊ ओह अपन जवानी के दिन म अपन ददा के घर म फेर आके रहिथे, त ओह अपन ददा के जेवन ला खा सकत हे, पर कोनो आने मनखे ओमा ले झन खावय। \p \v 14 “ ‘कहूं कोनो मनखे अनजाने म पबितर बलिदान के चीज ला खा लेथे, त ओह ओ बलिदान के कीमत संग ओकर पांचवां भाग बढ़ाके पुरोहित ला भरपई कर देवय। \v 15 इसरायलीमन जऊन पबितर बलिदान यहोवा ला चघाथें, ओला पुरोहितमन इसरायलीमन ला खाय के अनुमति देके अपबितर झन करंय, \v 16 नइं तो ओमन दोसी ठहिरहीं अऊ ओमन ला दाम चुकाना पड़ही। मेंह यहोवा अंव, जऊन ह ओमन ला पबितर करथंव।’ ” \s1 बलिदान जऊन ला गरहन नइं करे जावय \p \v 17 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 18 “हारून अऊ ओकर बेटामन ला अऊ जम्मो इसरायलीमन ले गोठिया अऊ ओमन ला कह: ‘तुमन म ले कोनो—चाहे इसरायली होवय या इसरायल म रहइया कोनो परदेसी—यदि ओह यहोवा ला होम-बलिदान के भेंट चघाथे, चाहे ओह बदना के होवय या स्वेच्छा-बलिदान के होवय, \v 19 त ओह पसु, भेड़ या बोकरा म ले निरदोस नर पसु होवय, ताकि येह तुम्हर कोति ले गरहन करे जावय। \v 20 जऊन पसु म कोनो दोस होवय, ओला झन लानव, काबरकि ओह तुम्हर कोति ले गरहन नइं करे जावय। \v 21 जब कोनो अपन बिसेस बदना या स्वेच्छा-बलिदान ला पूरा करे बर गाय-बईला या भेड़-बकरी म ले कोनो पसु ला यहोवा करा मेल-बलिदान चघाय बर लानथे, त गरहन करे बर जरूरी अय कि ओ पसु ह बिगर दोस के होवय। \v 22 जऊन पसु ह अंधरा या चोट खाय या अपंग होवय, या जेमा गांठ, या पके या बहत घाव होवय, अइसने पसु ला यहोवा बर बलि झन चघावव। अइसने कोनो पसु ला यहोवा बर जेवन-बलिदान के रूप म बेदी ऊपर झन रखव। \v 23 तुमन कोनो कुरूप बईला या भेड़ ला अपन स्वेच्छा-बलिदान के रूप म चघा सकत हव, पर येह बदना पूरा होय के बलिदान के रूप म गरहन नइं होवय। \v 24 जऊन पसु के अंडकोस ह चोट खाय, कुचराय, फटे या कटे हवय, ओला तुमन यहोवा बर झन चघावव। तुमन अपन देस म अइसन बलिदान के काम झन करव, \v 25 अऊ तुमन न तो अइसने पसु ला कोनो परदेसी के हांथ ले लेवव अऊ न ही ओला अपन परमेसर के जेवन के रूप म चघावव। ओह तुम्हर बर गरहन नइं होवय, काबरकि ओह कुरूप हे अऊ ओमा दोस हवय।’ ” \p \v 26 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 27 “जब कोनो बछवा, मेढ़ा-पीला या छेरी-पीला के जनम होवय, त ओह सात दिन तक अपन दाई के संग म रहय। आठवां दिन ले, ओह यहोवा बर जेवन-बलिदान के रूप म गरहन करे जावय। \v 28 चाहे गाय होवय या भेड़, ओला अऊ ओकर पीला ला एक ही दिन म झन मारव। \p \v 29 “जब तुमन यहोवा ला धनबाद-बलिदान चघाथव, त ये किसम ले चघावव कि ओह तुम्हर कोति ले गरहन करे जावय। \v 30 ओला ओहीच दिन खाय जावय; ओमा के कोनो चीज बिहान होवत तक झन बांचय। मेंह यहोवा अंव। \p \v 31 “मोर हुकूममन ला मानव अऊ ओमन के पालन करव। मेंह यहोवा अंव। \v 32 मोर पबितर नांव ला अपबितर झन करहू, काबरकि जरूरी अय कि मेंह इसरायलीमन के दुवारा पबितर माने जावंव। मेंह यहोवा अंव, जऊन ह तुमन ला पबितर करिस, \v 33 अऊ जऊन ह तुमन ला मिसर देस ले निकालके लानिस ताकि तुम्हर परमेसर होवय। मेंह यहोवा अंव।” \c 23 \s1 ठहिराय गे तिहारमन \p \v 1 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ले गोठिया अऊ ओमन ला कह: ‘येमन मोर ठहिराय तिहार, यहोवा के ठहिराय तिहार अंय, जेकर तुमन पबितर सभा के रूप म घोसना करव। \s2 बिसराम दिन \p \v 3 “ ‘हर हप्ता छै दिन बुता करे जावय, पर सातवां दिन एक बिसराम के दिन, एक पबितर सभा के दिन अय। जिहां घलो रहव, तुमन ओ दिन कोनो घलो किसम के बुता-काम झन करव; येह यहोवा बर बिसराम के दिन अय। \s2 फसह अऊ अखमीरी रोटी के तिहार \p \v 4 “ ‘येमन यहोवा के ठहिराय तिहार, पबितर सभा अंय, जेकर तुमन ओमन के ठहिराय समय म घोसना करव: \v 5 हर साल पहिली महिना के चौदहवां दिन के बेर बुड़े के बाद यहोवा के फसह तिहार सुरू होथे। \v 6 ओहीच महिना के पंदरहवां दिन यहोवा के अखमीरी रोटी के तिहार सुरू होथे; सात दिन तक तुमन बिगर खमीर के बने रोटी खावव। \v 7 ये तिहार के पहिली दिन तुमन एक पबितर सभा करव, अऊ ओ दिन तुमन रोजमर्रा के काम झन करव। \v 8 पर सातों दिन तुमन यहोवा ला जेवन-बलिदान चघावव। अऊ सातवां दिन एक पबितर सभा करव अऊ ओ दिन रोजमर्रा के काम झन करव।’ ” \s2 पहिली फर के बलिदान \p \v 9 यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 10 “इसरायलीमन ले गोठिया अऊ ओमन ला कह: ‘जब तुमन ओ देस म जावव, जऊन ला मेंह तुमन ला देवइया हंव अऊ उहां जब फसल काटव, त लुए गय पहिली-फसल के एक करपा तुमन पुरोहित करा लानव। \v 11 पुरोहित ह ओ करपा ला यहोवा के आघू म हलावय कि ओह तुम्हर बर गरहन करे जावय; पुरोहित ह ओला बिसराम दिन के दूसर दिन हलावय। \v 12 जऊन दिन तुमन ओ करपा ला हलावव, ओ दिन एक बछर के निरदोस मेढ़ा-पीला ला तुमन यहोवा ला होम-बलिदान के रूप म चघावव, \v 13 अऊ ओकर संग म जैतून तेल म सनाय बहुंत बढ़िया पीसान के एक एपा के दू-दसवां भाग\f + \fr 23:13 \fr*\ft लगभग 3.2 किलोग्राम; \+xt पद 17|link-href="LEV 23:17"\+xt* म घलो\ft*\f* अन्न-बलिदान के रूप म यहोवा ला चघावव; येह यहोवा बर सुख-देवइया सुगंधवाला एक जेवन-बलिदान होही, अऊ एकर संग म एक हीन के चौथा भाग\f + \fr 23:13 \fr*\ft लगभग 1 लीटर\ft*\f* अंगूर के मंद पेय-बलिदान के रूप म चघावव। \v 14 जब तक तुमन अपन परमेसर करा ये बलिदान नइं ले जावव, ओ दिन तक तुमन कोनो रोटी, या भुने या नवां अन्न झन खावव। तुमन जिहां घलो रहव, येह तुम्हर पीढ़ी-पीढ़ी तक हमेसा के बिधि ठहिरय। \s2 सप्ताहमन के तिहार \p \v 15 “ ‘बिसराम दिन के दूसर दिन, याने कि जऊन दिन तुमन हलाय-बलिदान के करपा ला लानेव, ओ दिन ले लेके पूरा सात हप्ता गन लेवव। \v 16 सातवां बिसराम दिन के दूसर दिन तक याने पचास दिन गनव, अऊ ओ पचासवां दिन यहोवा ला नवां अन्न के बलिदान चघावव। \v 17 तुमन जिहां घलो रहव, बहुंत बढ़िया पीसान के एपा के दू-दसवां भाग ले बने दू ठन रोटी लानव, जऊन म खमीर मिले रहय अऊ येला पहिली-फसल के हलाय-बलिदान के रूप म यहोवा ला चघावव। \v 18 अऊ ओ रोटी के संग एक-एक बछर के सात ठन निरदोस मेढ़ा-पीला, एक ठन जवान बछवा अऊ दू ठन मेढ़ा चघावव। येमन यहोवा बर ओमन के अन्न-बलिदान अऊ पेय-बलिदान के संग एक होम-बलिदान होहीं अऊ येह यहोवा बर महकत सुख-देवइया एक जेवन-बलिदान होही। \v 19 तब तुमन पाप-बलिदान बर एक ठन बोकरा अऊ मेल-बलिदान बर एक-एक बछर के दू ठन मेढ़ा-पीला चघावव। \v 20 पुरोहित ह पहिली-फसल के रोटी संग, ओ दूनों मेढ़ा-पीला ला हलाय-बलिदान के रूप म यहोवा के आघू म हलावय। ओमन यहोवा बर पबितर बलिदान अऊ पुरोहित के बांटा अंय। \v 21 ओहीच दिन तुमन एक पबितर सभा के हांका परवाव अऊ कोनो रोजमर्रा के काम झन करव। तुमन जिहां घलो रहव, येह तुम्हर पीढ़ी-पीढ़ी तक हमेसा के बिधि ठहिरय। \p \v 22 “ ‘जब तुमन अपन भुइयां के फसल लुवव, त अपन खेत के एकदम तीर के फसल ला झन लुवव अऊ गिरे बालमन ला झन संकेलव। ओमन ला गरीब अऊ तुम्हर बीच म रहइया परदेसीमन बर छोंड़ दव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव।’ ” \s2 तुरही के तिहार \p \v 23 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 24 “इसरायलीमन ला कह: ‘हर साल सातवां महिना के पहिली दिन तुम्हर बर बिसराम दिन होवय, अऊ ओ दिन पबितर सभा जूरय अऊ तुरही बजाके आनंद मनावय। \v 25 ओ दिन रोजमर्रा के काम झन करव, पर यहोवा बर एक जेवन-बलिदान चघावव।’ ” \s2 प्रायस्चित के दिन \p \v 26 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 27 “ओ सातवां महिना के दसवां दिन ह प्रायस्चित के दिन अय। ओ दिन पबितर सभा करे जावय अऊ अपनआप के इनकार करव\f + \fr 23:27 \fr*\ft या \ft*\fq अऊ \fq*\fqa उपास करव\fqa*\f* अऊ यहोवा ला जेवन-बलिदान चघावव। \v 28 ओ दिन तुमन कोनो काम-बुता झन करव, काबरकि ओह प्रायस्चित के दिन अय, अऊ यहोवा तुम्हर परमेसर के आघू म तुम्हर बर प्रायस्चित करे जाही। \v 29 ओ दिन जऊन मन अपनआप के इनकार नइं करंय, ओमन अपन मनखेमन के समाज ले अलग करे जावंय। \v 30 जऊन मनखे ह ओ दिन कोनो किसम के काम-बुता करथे, ओला मेंह ओकर मनखेमन के बीच ले नास कर दूहूं। \v 31 तुमन कोनो घलो किसम के काम झन करहू। तुमन जिहां घलो रहव, येह पीढ़ी-पीढ़ी तक तुम्हर बर हमेसा के बिधि होवय। \v 32 येह तुम्हर बर बिसराम दिन अय, अऊ तुमन अपनआप के इनकार करव। ओ महिना के नौवां दिन के संझा ले लेके दूसर दिन के संझा तक तुमन अपन बिसराम दिन माने करव।” \s2 पबितर-तम्बूमन के तिहार \p \v 33 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 34 “इसरायलीमन ला कह: ‘सातवां महिना के पंदरहवां दिन यहोवा के पबितर-तम्बूमन के तिहार सुरू होथे अऊ येह सात दिन तक चलथे। \v 35 पहिली दिन पबितर सभा होवय; ओ दिन कोनो काम झन करव। \v 36 ये सातों दिन यहोवा ला जेवन-बलिदान चघावव, अऊ आठवां दिन तुमन पबितर सभा करव अऊ यहोवा ला जेवन-बलिदान चघावव। येह तिहार खतम करे के बिसेस सभा अय; ओ दिन रोजमर्रा के काम झन करव। \p \v 37 (“ ‘येमन यहोवा के ठहिराय तिहारमन अंय, जेमन ला तुमन पबितर सभा के रूप म घोसना करव ताकि यहोवा बर जेवन-बलिदान—याने कि होम-बलिदान अऊ अन्न-बलिदान, चढ़ावा अऊ पेय-बलिदान हर दिन के जरूरत के मुताबिक लाय जावय। \v 38 ये बलिदानमन ओ बलिदानमन के अलावा होहीं, जऊन ला तुमन यहोवा के बिसराम दिन अऊ तुम्हर भेंट अऊ तुम्हर बदना अऊ स्वेच्छा-बलिदान के रूप म यहोवा ला चघाहू।) \p \v 39 “ ‘जब तुमन भुइयां के ऊपज ला संकेल डारव, तब सातवां महिना के पंदरहवां दिन ले सुरू करके सात दिन तक यहोवा के तिहार मनावव; पहिला दिन ह बिसराम दिन अय, अऊ आठवां दिन घलो बिसराम दिन अय। \v 40 पहिला दिन तुमन घना रूख के डारामन ला याने कि खजूर, सरई अऊ आने पानवाला रूख के डारामन ला लेके यहोवा तुम्हर परमेसर के आघू म सात दिन तक आनंद मनावव। \v 41 तुमन येला हर साल सात दिन तक यहोवा बर तिहार के रूप म मनाय करव। येह तुम्हर पीढ़ी-पीढ़ी तक हमेसा के बिधि होवय; हर साल सातवां महिना म ये तिहार ला मनावव। \v 42 सात दिन तक तुमन कुंदरा म रहव: जम्मो देस म जनमे इसरायलीमन अइसने कुंदरा म रहंय, \v 43 ताकि तुम्हर बंस के मनखेमन जान सकंय कि जब मेंह इसरायलीमन ला मिसर देस ले निकालके लानत रहेंव, त ओमन ला मेंह कुंदरामन म रखे रहेंव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव।’ ” \p \v 44 ये किसम ले, मूसा ह इसरायलीमन ला यहोवा के ठहिराय तिहारमन ला बताईस। \c 24 \s1 यहोवा के आघू म जैतून तेल अऊ रोटी \p \v 1 यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ला हुकूम दे कि ओमन अंजोर करे बर जैतून के पेरके निकाले सुध तेल लानंय ताकि दीयामन हरदम बरत रहंय। \v 3 परदा के बाहिर जऊन ह मिलापवाला तम्बू म करार कानून के सन्दूक ला ओधा करथे, उहां हारून ह यहोवा के आघू म संझा ले बिहान होवत तक लगातार दीयामन के देखरेख करय। येह पीढ़ी-पीढ़ी तक हमेसा के बिधि होवय। \v 4 ओ दीया जऊन मन सुध सोन के दीवट म यहोवा के आघू म हवंय, ओमन के लगातार देखरेख करे जावय। \p \v 5 “बहुंत बढ़िया पीसान के बारह ठन रोटी सेंकके बनावव अऊ हर एक रोटी ह एपा के दू-दसवां भाग\f + \fr 24:5 \fr*\ft लगभग 3.2 किलोग्राम\ft*\f* म बनाय जावय। \v 6 तुमन ओमन ला सुध सोन के मेज ऊपर दू जगह म, याने एक-एक जगह म छै-छै ठन करके यहोवा के आघू म रख देवव। \v 7 दूनों जगह म सुध धूप रखव, कि ओह रोटी के सेति सुरता-देवइया हिस्सा अऊ यहोवा बर जेवन-बलिदान होवय। \v 8 ये रोटी ला हमेसा के करार के रूप म इसरायलीमन कोति ले हर बिसराम के दिन लगातार यहोवा के आघू म रखे जावय। \v 9 ये रोटी ह हारून अऊ ओकर बेटामन के अय अऊ ओमन येला पबितर-स्थान के छेत्र म खावंय, काबरकि येह यहोवा ला चघाय जेवन-बलिदान के ओमन के हमेसा के महा पबितर भाग अय।” \s1 परमेसर के निन्दा करइया ला मिरतू-दंड \p \v 10 एक इसरायली माईलोगन के बेटा, जेकर ददा ह मिसरी रिहिस, इसरायली मनखेमन के बीच म चल दीस, अऊ डेरा म इसरायली माईलोगन के ओ बेटा अऊ एक इसरायली के बीच झगरा हो गीस। \v 11 ओ इसरायली माईलोगन के बेटा ह सराप देके यहोवा के नांव के निन्दा करे लगिस। एकरसेति ओला मनखेमन मूसा करा ले गीन। (ओकर दाई के नांव सलोमीत रिहिस, जऊन ह दान के गोत्र के दिबरी के बेटी रिहिस।) \v 12 मनखेमन ओकर बारे म यहोवा के ईछा के पता चलत तक ओला हवालात म रखिन। \p \v 13 तब यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 14 “ओ निन्दा करइया ला डेरा के बाहिर ले जा। अऊ जतेक झन ओला सराप देवत सुने हवंय, ओमन अपन हांथ ओकर मुड़ म रखंय, अऊ जम्मो सभा के मनखेमन ओला पथरवाह करंय। \v 15 तेंह इसरायलीमन ला कह: ‘जऊन कोनो अपन परमेसर ला सराप देथे, ओह दोसी ठहिराय जाही; \v 16 जऊन कोनो यहोवा के नांव के निन्दा करथे, ओह मार डारे जावय। जम्मो सभा के मनखेमन ओला पथरा फेंक-फेंकके मारंय। चाहे कोनो परदेसी होवय या देसी मनखे होवय, जब कोनो घलो मनखे परमेसर के नांव के निन्दा करथे, त ओह मार डारे जावय। \p \v 17 “ ‘जऊन मनखे कोनो आने मनखे के परान ले लेथे, त ओह मार डारे जावय। \v 18 जऊन मनखे कोनो आने मनखे के पसु के परान ले लेथे, त ओह ओकर भरपई दूसर पसु देके करय। \v 19 जब कोनो मनखे ह अपन परोसी के देहें ला चोट पहुंचाथे, त ओला घलो ओही किसम ले चोट पहुंचाय जावय: \v 20 हाड़ा टोरई के बलदा हाड़ा टोरई, आंखी के बलदा आंखी, दांत के बलदा दांत। जऊन मनखे ह जइसने चोट कोनो आने मनखे ला देय हवय, ओला घलो वइसनेच चोट पहुंचाय जावय। \v 21 कोनो मनखे ह कोनो पसु ला मार डारथे, त ओ मनखे ह ओकर भरपई जरूर करय, पर जऊन मनखे ह कोनो आने मनखे ला मार डारथे, त ओला घलो मार डारे जावय। \v 22 चाहे परदेसी होवय या देसी मनखे, जम्मो बर तुम्हर ओहीच कानून होवय। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव।’ ” \p \v 23 तब मूसा ह इसरायलीमन ले बात करिस, अऊ ओमन ओ निन्दा करइया ला डेरा के बाहिर ले गीन अऊ ओला पथरवाह करिन। इसरायलीमन वइसनेच करिन, जइसने यहोवा ह मूसा ला हुकूम दे रिहिस। \c 25 \s1 बिसराम बछर \p \v 1 यहोवा ह सीनय परबत ऊपर मूसा ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ले गोठिया अऊ ओमन ला कह: ‘जब तुमन ओ देस म जावव, जऊन ला मेंह तुमन ला देवइया हंव, त ओ देस ह खुद यहोवा बर एक बिसराम बछर ला मानय। \v 3 तुमन छै बछर ले अपन खेत ला बोवव, अऊ छै बछर ले अपन अंगूर के बारी के नारमन ला छांटव अऊ ओमन के फर ला संकेलव, \v 4 पर सातवां बछर ह भुइयां बर बिसराम के बछर होवय; येह यहोवा के नांव म बिसराम के बछर अय। ये साल न तो अपन खेत ला बोवव, अऊ न ही अपन अंगूर के बारी के नारमन ला छांटव। \v 5 खेत म जऊन कुछू अपनआप बाढ़थे, ओला झन लुवव या परिया छोंड़े गे अंगूर के नारमन के फर ला झन संकेलव। भुइयां ला एक बछर के बिसराम मिलय। \v 6 बिसराम बछर के समय भुइयां म जऊन घलो ऊपज अपनआप होथे, ओह तुम्हर बर जेवन होही—तुम्हर, तुम्हर सेवक या सेविका, बनिहार अऊ तुम्हर बीच म कुछू समय तक रहइया मनखेमन बर जेवन होही, \v 7 अऊ ओह तुम्हर पसु अऊ तुम्हर देस के जंगली पसुमन के घलो जेवन होही। भुइयां म जऊन घलो ऊपज अपनआप होथे, ओला खाय जा सकत हे। \s1 जुबली के बछर \p \v 8 “ ‘तुमन सात बिसराम बछर गनव—सात बछर के सात गुना—ताकि उनचास बछर म सात बिसराम बछर होवय। \v 9 तब तुमन पचासवां साल के सातवां महिना के दसवां दिन याने प्रायस्चित के दिन अपन पूरा देस म तुरही फुंकवाव। \v 10 ओ पचासवां बछर ला पबितर मानव अऊ देस म रहइया जम्मो झन के छुटकारा के घोसना करव। येह तुम्हर बर जुबली बछर होही; तुमन म ले हर एक झन अपन परिवारिक संपत्ति अऊ अपन खुद के कुल म लहुंटय। \v 11 तुम्हर बर ये पचासवां बछर ह जुबली बछर होवय; तुमन न तो बोवव, अऊ न ही अपनआप जामे फसल ला लुवव, अऊ न ही बिगर छांटे अंगूर के नार म फरे फर ला टोरव। \v 12 काबरकि येह जुबली बछर अय अऊ येह तुम्हर बर पबितर होवय। जऊन ऊपज तुम्हर करा सीधा खेत ले लाय जाथे, सिरिप ओला खावव। \p \v 13 “ ‘ये जुबली बछर म हर एक मनखे अपन खुद के भुइयां म लहुंटय। \p \v 14 “ ‘कहूं तुमन अपन कोनो मनखे ला भुइयां बेचथव या ओकर ले भुइयां बिसाथव, त एक-दूसर ले फायदा झन लेवव। \v 15 जुबली बछर के बाद, जतका बछर बीत गे होवय, ओकर गनती के आधार म तुमन अपन मनखेमन ले भुइयां बिसावव। अऊ ओमन फसल लुए बर बांचे बछर के गनती के आधार म अपन भुइयां ला तुम्हर करा बेचंय। \v 16 जतका जादा बछर बांचे रहय, ओतका जादा दाम बढ़ावव, अऊ जतका कम बछर बांचे रहय, ओतका ही दाम घटावव, काबरकि सही म जऊन चीज ह बेचे जावत हे, ओह बछर के हिसाब से ओकर फसल अय। \v 17 एक-दूसर ले फायदा झन लेवव, पर अपन परमेसर के भय मानव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \p \v 18 “ ‘मोर बिधिमन ला मानव अऊ धियान देके मोर कानूनमन के पालन करव, त तुमन निडर होके देस म बसे रहिहू। \v 19 तब भुइयां ह अपन फसल उपजाही, अऊ तुमन पेट भर खाहू अऊ उहां निडर बसे रहिहू। \v 20 तुमन पुछ सकत हव, “यदि सातवां बछर म, हमन नइं बोवन या अपन फसल ला नइं लुवन, त ओ बछर म, हमन का ला खाबो?” \v 21 मेंह छठवां बछर म अइसने आसीस दूहूं कि भुइयां ह ओ साल तीन बछर के बरोबर फसल दीही। \v 22 जब तुमन आठवां बछर म बोवई करव, त जुन्ना फसल\f + \fr 25:22 \fr*\ft छठवां बछर के फसल\ft*\f* म ले तब तक खावत रहव, जब तक कि नौवां बछर के फसल के लुवई नइं हो जावय। \p \v 23 “ ‘भुइयां ला सब दिन बर झन बेचव, काबरकि भुइयां ह मोर अय अऊ तुमन मोर भुइयां म परदेसी अऊ अजनबी के सहीं रहिथव। \v 24 ओ जम्मो भुइयां, जऊन ह तुम्हर अधिकार म हवय, ओकर छुटकारा के परबंध जरूर करव। \p \v 25 “ ‘कहूं तुम्हर कोनो संगी इसरायली गरीब हो जावय अऊ अपन कुछू संपत्ति ला बेचय, त ओकर सबले नजदीकी रिस्तेदार ह आवय अऊ ओ बेचे गय चीज ला छोंड़ावय। \v 26 कहूं ओकर बर छुड़ानेवाला कोनो नइं ए, पर बाद म, जब ओह खुद धनवान हो जाथे अऊ ओकर करा ओला छोंड़ाय बर धन हो जाथे, \v 27 त ओह ओ संपत्ति के बेचे जाय के पाछू के बछर के हिसाब से दाम तय करय अऊ ओ दाम बेचे गय मनखे ला वापिस कर देवय; ओह तब फेर अपन संपत्ति म काबिज हो सकथे। \v 28 पर कहूं ओकर करा अतका पूंजी नइं ए कि ओह फेर अपन संपत्ति ला बिसा सकय, त फेर ओ संपत्ति ह बिसइया के ही अधिकार म जुबली बछर तक रहिही। ओ संपत्ति ला जुबली बछर म वापिस करे जाही, अऊ तब ओह अपन संपत्ति म अधिकार कर सकत हे। \p \v 29 “ ‘कोनो मनखे दीवारवाले सहर म घर बेचथे, त बेचे जाय के पाछू एक बछर तक ओकर करा छोंड़ाय के अधिकार रहिथे। ओ एक साल म बेचइया ह अपन घर ला छोंड़ा सकत हे। \v 30 कहूं ओ एक बछर के पूरा होवत तक ओ घर ला छोंड़ाय नइं जावय, त दीवारवाले सहर के ओ घर ह सब दिन बर बिसइया अऊ ओकर संतानमन के हो जाही। येला जुबली बछर म झन वापिस करे जावय। \v 31 पर बिगर दीवार के गांवमन के घरमन ला देस के खेत सहीं समझे जावय। ओमन ला छोंड़ाय जा सकत हे, अऊ ओमन ला जुबली बछर म वापिस कर दिये जावय। \p \v 32 “ ‘लेवीमन ला अपन अधिकार के लेवी सहरमन म हमेसा अपन घर ला छोंड़ाय के अधिकार हवय। \v 33 एकरसेति लेवीमन के संपत्ति ह छोंड़ाय जा सकत हे—याने कि ओमन के अधिकार के सहर म बेचे गय कोनो घर—अऊ ये घर ह जुबली बछर म वापिस करे जावय, काबरकि इसरायलीमन के बीच, लेवीमन के सहर के घरमन लेवीमन के संपत्ति अंय। \v 34 पर ओमन के नगर के चरागन ह झन बेचे जावय; काबरकि येमा ओमन के हमेसा के अधिकार हवय। \p \v 35 “ ‘कहूं तुम्हर कोनो संगी इसरायली गरीब हो जाथे, अऊ तुम्हर बीच म ओकर दुरदसा होवय, त तुमन ओकर मदद करव, जइसने कि तुमन कोनो परदेसी अऊ अजनबी ला करथव, ताकि ओह तुम्हर बीच म रह सकय। \v 36 तुमन ओकर ले बियाज झन लेवव या ओकर ले कोनो फायदा झन लेवव, पर अपन परमेसर के भय मानव, ताकि ओह तुम्हर बीच म रह सकय। \v 37 तुमन ओला न तो बियाज म पईसा उधार देवव अऊ न ही फायदा लेके ओला जेवन के कोनो चीज बेचव। \v 38 मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव, जऊन ह तुमन ला मिसर देस ले निकालके लानेंव, ताकि तुमन ला कनान देस देवंव अऊ तुम्हर परमेसर होवंव। \p \v 39 “ ‘कहूं तुम्हर कोनो संगी इसरायली गरीब हो जाथे अऊ अपनआप ला तुम्हर हांथ म बेच देथे, त तुमन ओकर ले गुलाम सहीं काम झन करावव। \v 40 ओकर संग बनिहार या तुम्हर बीच म कुछू समय तक रहइया मनखे सहीं बरताव करव; ओह तुम्हर बर जुबली बछर तक काम करय। \v 41 तब ओह अऊ ओकर लइकामन छोंड़ दिये जावंय, ताकि ओमन अपन गोत्र अऊ अपन पुरखामन के संपत्ति करा वापिस जा सकंय। \v 42 काबरकि इसरायलीमन मोर सेवक अंय, जऊन मन ला मेंह मिसर देस ले निकालके लानेंव; ओमन ला गुलाम के रूप म झन बेचे जावय। \v 43 ओमन ऊपर कठोरता से सासन झन करव, पर अपन परमेसर के भय मानव। \p \v 44 “ ‘तुम्हर पुरूस अऊ महिला गुलाममन तुम्हर चारों कोति के आनजात के होवंय, जेमन ला तुमन गुलाम के रूप म बिसावव। \v 45 जऊन मन तुम्हर बीच म कुछू समय बर रहत हवंय अऊ ओमन के कुल के सदस्य, जऊन मन तुम्हर देस म जनमे हवंय, येमा के कुछू झन ला घलो तुमन बीसा सकत हव, अऊ ओमन तुम्हर संपत्ति हो जाहीं। \v 46 तुमन ओमन ला अपन लइकामन बर उत्तराधिकार म मिले संपत्ति के रूप म वसीयत कर सकत हव अऊ ओमन ला जिनगी भर गुलाम बना सकत हव, पर तुमन अपन संगी इसरायलीमन ऊपर कठोरता से सासन झन करव। \p \v 47 “ ‘कहूं तुम्हर बीच म रहइया कोनो परदेसी धनी हो जाथे अऊ तुम्हर कोनो संगी इसरायली गरीब हो जाथे अऊ अपनआप ला ओ परदेसी या परदेसी के गोत्र के कोनो सदस्य करा बेच देथे, \v 48 त अपनआप ला बेचे के बाद, ओकर करा छुटकारा के अधिकार रहिथे। ओकर कोनो रिस्तेदार ओला छोंड़ा सकत हे: \v 49 ओकर कोनो कका या चचेरा-भाई या ओकर गोत्र म ओकर कोनो खून के रिस्तेदार ओला छोंड़ा सकत हे। या कहूं ओह धनी हो जाथे, त ओह अपनआप ला छोंड़ा सकत हे। \v 50 ओह अपन बिसइया के संग अपन बेचे जाय के बछर ले जुबली बछर तक गनय। ओ गने गय बछर म एक बनिहार के कतेक बनी होथे, ओकर मुताबिक ओकर छोंड़ाय जाय के दाम होवय। \v 51 कहूं जादा बछर बांचे हवय, त ओकर बर दिये गय दाम के एक बड़े भाग ला अपन छुटकारा बर लहुंटा देवय। \v 52 कहूं जुबली बछर बर सिरिप थोरकून बछर बांचे हवय, त ओमन ओकर हिसाब लगावंय अऊ ओकर मुताबिक ओकर छुटकारा के दाम चुकावंय। \v 53 ओला साल दर साल बनिहार के सहीं समझे जावय; तुमन ये बात के धियान रखव कि ओकर मालिक ह ओकर ऊपर कठोरता से सासन झन करय। \p \v 54 “ ‘कहूं कोनो इसरायली येमा के कोनो घलो किसम ले छोंड़ाय नइं जावय, त ओला अऊ ओकर लइकामन ला जुबली बछर म छोंड़ दिये जावय, \v 55 काबरकि इसरायलीमन सेवक के रूप म मोर अंय। ओमन मोर सेवक अंय, जऊन मन ला मेंह मिसर देस ले निकालके लानेंव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \c 26 \s1 हुकूम माने के ईनाम \p \v 1 “ ‘तुमन अपन बर मूरती झन बनावव या अपन बर कोनो फोटू या कोनो पबितर पथरा झन ठाढ़ करव, अऊ अपन देस म दंडवत करे बर तुमन तरासके बनाय गय कोनो पथरा झन रखव। मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव। \p \v 2 “ ‘मोर बिसराम दिनमन ला मानव अऊ मोर पबितर-स्थान के आदर करव। मेंह यहोवा अंव। \p \v 3 “ ‘कहूं तुमन मोर बिधिमन म चलहू अऊ मोर हुकूममन के धियान से पालन करहू, \v 4 त मेंह तुम्हर बर सही रितु म बरसा भेजहूं, अऊ भुइयां ह अपन फसल उपजाही अऊ रूखमन अपन फर दीहीं। \v 5 तुम्हर मिंजई के काम ह चलते रहिही, जब तक कि अंगूर टोरे के समय नइं आ जावय अऊ अंगूर टोरई ह लगातार चलते रहिही, जब तक कि बोये के समय ह नइं आ जावय, अऊ तुमन भरपेट भोजन करहू अऊ अपन देस म सुरकछित बसे रहिहू। \p \v 6 “ ‘मेंह देस म सुख-सांति दूहूं, अऊ तुमन अराम से सुतहू अऊ तुमन ला कोनो डरवइया नइं होहीं। मेंह देस म ले हिंसक जंगली पसुमन ला निकाल दूहूं, अऊ तुम्हर देस म कोनो तलवार ले नइं मारे जाही। \v 7 तुमन अपन बईरीमन के पीछा करहू अऊ ओमन तुम्हर आघू म तलवार ले मारे जाहीं। \v 8 तुमन के पांच झन ह सौ झन ला अऊ तुमन के सौ झन ह दस हजार ला भगाहीं, अऊ तुम्हर बईरीमन तुम्हर आघू म तलवार ले मारे जाहीं। \p \v 9 “ ‘मेंह तुम्हर ऊपर दया करहूं अऊ तुमन ला फलवंत करहूं अऊ तुमन ला गनती म बढ़ाहूं, अऊ मेंह अपन करार ला तुम्हर संग पूरा करहूं। \v 10 नवां फसल ला रखे बर जब तुमन बीते बछर के फसल ला हटाहू, तब भी तुमन जुन्ना फसल ला खावत रहिहू। \v 11 मेंह तुम्हर बीच म अपन निवास के जगह\f + \fr 26:11 \fr*\ft या \ft*\fq अपन \fq*\fqa पबितर-तम्बू रखहूं\fqa*\f* बनाहूं, अऊ मेंह तुमन ले घिन नइं करहूं। \v 12 मेंह तुम्हर बीच म चले-फिरे करहूं अऊ तुम्हर परमेसर होहूं, अऊ तुमन मोर मनखे होहू। \v 13 मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव, जऊन ह तुमन ला मिसर देस ले निकालके लानेंव, ताकि तुमन मिसरी मनखेमन के गुलाम झन बने रहव; मेंह तुम्हर जुड़ा के डांड़ी ला टोर दे हंव अऊ तुमन ला अइसने कर दे हंव कि तुमन मुड़ उठाके चल सकव। \s1 हुकूम नइं माने के दंड \p \v 14 “ ‘पर कहूं तुमन मोर नइं सुनहू अऊ ये जम्मो हुकूममन के पालन नइं करहू, \v 15 अऊ कहूं तुमन मोर बिधिमन ला गरहन नइं करहू अऊ मोर कानून ले घिन करहू अऊ मोर जम्मो हुकूममन ला नइं मानहू अऊ ये किसम ले मोर करार ला टोर दूहू, \v 16 त फेर मेंह तुम्हर संग अइसन करहूं: मेंह तुम्हर ऊपर अचानक आतंक, नास करइया बेमारी अऊ जर लानहूं, जेकर ले तुम्हर आंखी ह नइं दिखही अऊ तुमन अब्बड़ दुख पाहू। तुम्हर बीज बोवई ह घलो बेकार होही, काबरकि ओला तुम्हर बईरीमन खा डारहीं। \v 17 मेंह तुम्हर बिरोध म हो जाहूं, जेकर ले तुमन अपन बईरीमन ले हार जाहू; जऊन मन तुम्हर ले घिन करथें, ओमन तुम्हर ऊपर सासन करहीं, अऊ जब तुम्हर कोनो पीछा नइं करत होही, तभो ले तुमन भागहू। \p \v 18 “ ‘ये जम्मो बात होय के बाद घलो, कहूं तुमन मोर नइं सुनहू, त मेंह तुम्हर पाप बर तुमन ला सात गुना दंड दूहूं। \v 19 मेंह तुम्हर जिद्द ले भरे घमंड ला टोर दूहूं अऊ तुम्हर ऊपर अकास ला लोहा सहीं अऊ तुम्हर खाल्हे के भुइयां ला कांसा सहीं कर दूहूं। \v 20 तुम्हर मेहनत ह बेकार जाही, काबरकि न तो तुम्हर भुइयां म फसल होही अऊ न ही तुम्हर देस के रूखमन म फर लगही। \p \v 21 “ ‘कहूं तुमन मोर बिरोध म चलतेच रहिहू अऊ मोर बात ला नइं सुनहू, त मेंह तुम्हर पापमन के मुताबिक तुम्हर दुख ला सात गुना बढ़ाहूं। \v 22 मेंह तुम्हर बीच म जंगली जानवर भेजहूं, अऊ ओमन तुम्हर लइकामन ला धरके ले जाहीं, तुम्हर पसुमन ला मार डारहीं अऊ तुम्हर गनती ला अतका कम कर दीहीं कि तुम्हर सड़कमन सुन्ना हो जाहीं। \p \v 23 “ ‘एकर बाद घलो, यदि तुमन मोर ताड़ना ले नइं सुधरहू अऊ मोर बिरोध म चलते रहिहू, \v 24 त मेंह घलो तुम्हर बिरोध म हो जाहूं अऊ तुम्हर पाप के सेति तुम्हर ऊपर सात गुना दुख-तकलीफ लानहूं। \v 25 अऊ करार ला टोरे के बदला म, मेंह तुम्हर ऊपर तलवार चलवाहूं। जब तुमन अपन-अपन सहर म वापिस जाहू, त मेंह तुम्हर बीच म महामारी लानहूं, अऊ तुमन ला बईरी के हांथ म कर दिये जाही। \v 26 जब में तुम्हर रोटी आय के जरिया ला बंद कर देवंव, तब दस माईलोगनमन एक ठन चूल्हा म रोटी बनाहीं, अऊ ओमन तुमन ला तऊलके थोर-थोर रोटी दीहीं। तुमन खाहू, पर तुम्हर पेट नइं भरही। \p \v 27 “ ‘ये जम्मो होय के बाद घलो, कहूं तुमन मोर नइं सुनहू अऊ मोर बिरोध म चलते रहिहू, \v 28 त गुस्सा होके मेंह तुम्हर बिरोध म होहूं, अऊ में खुद तुम्हर पाप बर तुमन ला सात गुना दंड दूहूं। \v 29 तुमन अपन बेटा-बेटीमन के मांस खाहू। \v 30 मेंह तुम्हर ऊंच जगहमन\f + \fr 26:30 \fr*\ft अराधना के ऊंच \ft*\fq जगहमन\fq*\f* ला गिरा दूहूं, तुम्हर धूप के बेदीमन ला नास कर दूहूं अऊ तुम्हर लासमन ला तुम्हर निरजीव मूरतीमन ऊपर कुढ़ो दूहूं, अऊ मेंह तुम्हर ले घिन करहूं। \v 31 मेंह तुम्हर सहरमन ला खंडहर बना दूहूं अऊ तुम्हर पबितर-स्थानमन ला उजार दूहूं अऊ तुम्हर बलिदान के सुख-देवइया सुगंध ले मोला कोनो खुसी नइं होही। \v 32 मेंह खुद तुम्हर देस ला उजार दूहूं, ताकि उहां बसे तुम्हर बईरीमन डरा जाहीं। \v 33 मेंह तुमन ला जाति-जाति के मनखेमन के बीच तितिर-बितिर कर दूहूं अऊ अपन तलवार खींचके निकालहूं अऊ तुम्हर पीछा करहूं। तुम्हर देस ह सुन्ना हो जाही अऊ तुम्हर सहरमन नास हो जाहीं। \v 34 तब, जब ये देस ह उजरे रहिही अऊ तुमन अपन बईरीमन के देस म रहिहू, तब ये देस ह अपन बिसराम बछरमन के आनंद मनाही; देस ह अराम करही अऊ अपन बिसराम बछर के आनंद उठाही। \v 35 जतेक समय तक येह बीरान रहिही, ओह येकर सुसताय के समय होही, काबरकि जब तुमन येमा रहत रहेव, त बिसराम बछर म येला सुसताय बर नइं मिलिस। \p \v 36 “ ‘तुमन म के जऊन मन बांच गे हवंय, ओमन ला अपन बईरीमन के देस म अइसने डरपोक बना दूहूं कि हवा चले के कारन पान के खड़खड़ाय के अवाज सुनके ओमन भागहीं। ओमन अइसने भागहीं, मानो कोनो तलवार लेके ओमन के पीछा करत हे, अऊ ओमन गिर पड़हीं, हालाकि कोनो ओमन के पीछा नइं करत होही। \v 37 ओमन एक-दूसर के ऊपर गिरहीं, मानो कोनो तलवार ले बांचे बर भागत हवय, हालाकि कोनो घलो ओमन के पीछा नइं करत होही। एकरसेति तुमन अपन बईरीमन के सामना नइं कर सकहू। \v 38 तुमन आने जाति के मनखेमन के बीच म नास हो जाहू; तुम्हर बईरीमन के भुइयां ह तुमन ला खा जाही। \v 39 तुमन म जऊन मन बांचे हवंय, ओमन अपन पाप के कारन अपन बईरीमन के देस म नास हो जाहीं; ओमन अपन पुरखामन के पाप के कारन घलो नास हो जाहीं। \p \v 40 “ ‘पर कहूं ओमन अपन अऊ अपन पुरखामन के पाप ला मान लीहीं—याने कि मोर बर ओमन के बिसवासघात अऊ ओमन के बईरता ला, \v 41 जेकर कारन मेंह ओमन के बिरोध म हो गेंव अऊ मेंह ओमन ला ओमन के बईरीमन के देस म भेज देंव—तब जब ओमन के कठोर हिरदय ह नरम हो जावय अऊ ओमन अपन पाप के दाम चुकावंय, \v 42 त मेंह याकूब के संग मोर करार अऊ इसहाक के संग मोर करार अऊ अब्राहम के संग मोर करार ला सुरता करहूं, अऊ मेंह ये देस ला घलो सुरता करहूं। \v 43 काबरकि ओमन के दुवारा ओ देस ह छोंड़ दिये गे होही अऊ ओमन के छोंड़ दिये गय समय म देस ह अपन बिसराम के आनंद उठाही। ओमन अपन पाप के दाम चुकाहीं, काबरकि ओमन मोर कानूनमन ला नइं मानिन अऊ मोर बिधिमन ले घिन करिन। \v 44 तभो ले, ये जम्मो होय के बाद, जब ओमन अपन बईरीमन के देस म होवंय, त मेंह ओमन ला नइं छोंड़ देवंव अऊ न ही ओमन ले अइसने घिन करंव कि ओमन के संग मोर करार ला टोरके ओमन ला पूरा नास कर देवंव। मेंह यहोवा, ओमन के परमेसर अंव। \v 45 पर ओमन के भलई बर, मेंह ओमन के पुरखामन के संग मोर करार ला सुरता करहूं, जेमन ला मेंह जाति-जाति के मनखेमन के देखत म मिसर देस ले बाहिर निकाल लानेंव, ताकि मेंह ओमन के परमेसर होवंव। मेंह यहोवा अंव।’ ” \p \v 46 येमन बिधि, कानून अऊ नियम अंय, जऊन ला यहोवा ह सीनय पहाड़ म अपन अऊ इसरायलीमन के बीच म मूसा के दुवारा ठहिराईस। \c 27 \s1 जऊन ह यहोवा के अय, ओकर छुटकारा \p \v 1 फेर यहोवा ह मूसा ला कहिस, \v 2 “इसरायलीमन ले गोठिया अऊ ओमन ला कह: ‘यदि कोनो मनखे ह कोनो मनखे ला यहोवा ला अरपन करे के बिसेस मन्नत मानथे अऊ यदि ये मन्नत ह ओ मनखे के बरोबर कीमत देय के दुवारा होवय, \v 3 त बीस ले साठ बछर के आदमी के कीमत पबितर-स्थान के सेकेल\f + \fr 27:3 \fr*\ft एक सेकेल ह लगभग 12 ग्राम के बरोबर होथे।\ft*\f* के मुताबिक चांदी के पचास सेकेल ठहिरावव; \v 4 अऊ माईलोगन के कीमत तीस सेकेल\f + \fr 27:4 \fr*\ft लगभग 345 ग्राम\ft*\f* ठहिरावव; \v 5 पांच ले बीस बछर के मनखे के कीमत—यदि ओह बाबू-पीला अय, त ओकर कीमत बीस सेकेल अऊ यदि ओह नोनी-पीला अय, त ओकर कीमत दस सेकेल ठहिरावव; \v 6 एक महिना ले लेके पांच बछर तक के मनखे के कीमत—यदि ओह बाबू-पीला अय, त ओकर कीमत चांदी के पांच सेकेल\f + \fr 27:6 \fr*\ft लगभग 58 ग्राम\ft*\f* अऊ यदि नोनी-पीला अय, त ओकर कीमत चांदी के तीन सेकेल\f + \fr 27:6 \fr*\ft लगभग 35 ग्राम\ft*\f* ठहिरावव; \v 7 साठ बछर या ओकर ले जादा उमर के मनखे के कीमत—यदि आदमी अय, त ओकर कीमत पंदरह सेकेल अऊ माईलोगन अय, त ओकर कीमत दस सेकेल ठहिरावव। \v 8 कहूं कोनो मनखे ह अतका गरीब अय कि ओह ठहिराय गय कीमत ला नइं पटा सकय, त अरपन करे गय मनखे ला पुरोहित करा लाने जावय अऊ पुरोहित ह ओकर कीमत मन्नत मनइया के हैसियत के मुताबिक ठहिराही। \p \v 9 “ ‘कहूं कोनो मनखे के मन्नत ह कोनो पसु अय, जऊन ला यहोवा बर बलिदान के रूप म दिये जा सकत हे, त यहोवा ला दिये गय अइसने पसु ह पबितर हो जाथे। \v 10 ओ मनखे ह ओला फेर कोनो किसम ले झन बदलय; खराप के बदले बढ़िया ला या बढ़िया के बदले खराप ला झन देवय; कहूं ओह एक पसु के बदला म आने पसु देवय, त पहिली अऊ बदला म दिये गय पसु, दूनों पबितर हो जाथें। \v 11 कहूं ओह बिधि के मुताबिक कोनो असुध पसु के मन्नत माने हवय, जऊन ला यहोवा बर बलिदान के रूप म नइं दिये जा सकय, त ओ पसु ला पुरोहित करा लाने जावय, \v 12 अऊ पुरोहित ह ओ पसु ला जांचके बढ़िया या खराप ठहिराही। ओकर बाद, जऊन घलो कीमत पुरोहित ह ठहिरावय, ओकर ओतकेच कीमत होही। \v 13 कहूं ओकर मालिक ह ओ पसु ला छोंड़ाय चाहथे, त ओह पुरोहित के दुवारा ठहिराय गे कीमत म पांचवां भाग अऊ देके ओला छोंड़ा सकत हे। \p \v 14 “ ‘कहूं कोनो मनखे अपन घर ला पबितर चीज के रूप म यहोवा ला अरपन करय, त पुरोहित ह ओ घर के जांच करके ओला बढ़िया या खराप बतावय। ओकर बाद, जऊन घलो कीमत पुरोहित ह ठहिरावय, ओकर ओतकेच कीमत होही। \v 15 कहूं अरपन करइया ह अपन घर ला छोंड़ाय चाहथे, त ओह ठहिराय गे कीमत म पांचवां भाग अऊ देवय, त ओ घर ह फेर ओकर हो जाही। \p \v 16 “ ‘कहूं कोनो मनखे ह अपन परिवारिक भुइयां के कुछू भाग ला यहोवा बर अरपन करथे, त ओमा बोये बर जतका बीजा के जरूरत होथे, ओकर मुताबिक ओ भाग के कीमत तय करे जावय—एक होमेर\f + \fr 27:16 \fr*\ft लगभग 135 किलोग्राम\ft*\f* जौ बीजा के चांदी के पचास सेकेल। \v 17 कहूं ओह जुबली बछर म अपन कोनो खेत अरपन करय, त ओकर ठहिराय गे कीमत ह ओहीच रहय। \v 18 पर कहूं ओह जुबली बछर के पाछू अपन कोनो खेत ला अरपन करथे, त अवइया जुबली बछर बर जतका बछर बांचे हवय, ओकर मुताबिक पुरोहित ह ओ खेत के कीमत ठहिरावय, अऊ येकर ठहिराय गे कीमत ह कम हो जाही। \v 19 कहूं खेत ला अरपन करइया ह ओ खेत ला छोंड़ाय बर चाहथे, त ओह ठहिराय गे कीमत म पांचवां भाग अऊ देवय, त ओ खेत ह फेर ओकरेच हो जाही। \v 20 पर कहूं ओह ओ खेत ला नइं छोंड़ावय, या यदि ओह ओला कोनो आने मनखे ला बेच देवय, त ओ खेत ह फेर कभू छोंड़ाय नइं जा सकय। \v 21 जब ओ खेत ह जुबली बछर म छूट जावय, त ओह यहोवा ला अरपित खेत सहीं पबितर हो जाही; अऊ ओह पुरोहित के संपत्ति हो जाही। \p \v 22 “ ‘कहूं कोनो मनखे ह कोनो बिसाय खेत ला यहोवा ला अरपन करथे, जऊन ह कि ओकर पुरखा के खेत नो हय, \v 23 त अवइया जुबली बछर के मुताबिक पुरोहित ह ओकर कीमत ठहिरावय, अऊ मालिक ह ओहीच दिन यहोवा ला चघाय गे पबितर चीज के रूप म ओ कीमत ला दे देवय। \v 24 जुबली बछर म ओ खेत ला ओ मनखे ला लहुंटा दिये जावय, जेकर ले ओला बिसाय गे रिहिस, ओ मनखे ला जेकर ओ खेत रिहिस। \v 25 जब कोनो चीज के कीमत ठहिराय जाथे, ओ कीमत ह पबितर-स्थान के सेकेल मुताबिक ठहिराय जावय, सेकेल ह बीस गेराह\f + \fr 27:25 \fr*\ft एक गेराह ह लगभग 0.6 ग्राम होथे।\ft*\f* के ठहिरय। \p \v 26 “ ‘कोनो मनखे कोनो पसु के पहिलांत पीला ला अरपन झन करय, काबरकि पहिली जनमे के कारन ओ पीला ह पहिले ही यहोवा के हो जाथे; चाहे ओह कोनो बईला होवय या कोनो भेड़, येह यहोवा के अय। \v 27 यदि ओह कोनो असुध पसु अय, त ओकर ठहिराय गे कीमत म पांचवां भाग अऊ देके ओला फेर वापिस बिसाय जा सकथे। कहूं ओ पसु ह छोंड़ाय नइं जावय, त ओकर ठहिराय गे कीमत के मुताबिक ओला बेच दिये जावय। \p \v 28 “ ‘पर जब कोनो मनखे अपन कोनो चीज ला यहोवा ला अरपित करथे—चाहे ओह मनखे होवय या पसु या पुरखा के खेत—ओह न तो बेचे जावय अऊ न ही छोंड़ाय जावय; अइसने अरपन करे गय हर एक चीज यहोवा बर महा पबितर अय। \p \v 29 “ ‘जऊन मनखे ला नास करे बर अरपित करे गे हवय, ओला छोंड़ाय झन जावय; ओह मार डारे जावय। \p \v 30 “ ‘भुइयां के हर एक चीज के दसमांस, चाहे माटी ले उपजाय बीजा होवय या रूख के फर, ओह यहोवा के अय; ओह यहोवा बर पबितर अय। \v 31 जऊन कोनो अपन दसमांस म ले कुछू भाग ला छोंड़ाय चाहथे, त ओकर कीमत म पांचवां भाग जादा देके ओला छोंड़ा सकथे। \v 32 गाय-बईला या भेड़-बकरी के झुंड के दसमांस\f + \fr 27:32 \fr*\ft घरेलू-पसुमन के दसमांस\ft*\f*—हर एक झुंड के दसवां पसु, जऊन ह चरवाहा के गने जाय के बेरा ओकर लउठी के तरी ले निकलथे, ओह यहोवा बर पबितर ठहिरही। \v 33 कोनो घलो मनखे बढ़िया या खराप होय के चिंता झन करय अऊ न ही ओमा कोनो अदला-बदली करय। कहूं कोनो मनखे अदला-बदली करथे, त ओ पसु अऊ ओकर बदले म दिये गय पसु, दूनों पबितर हो जाथें अऊ ओमन ला छोंड़ाय नइं जा सकय।’ ” \p \v 34 येमन ओ हुकूम अंय, जऊन ला यहोवा ह सीनय पहाड़ म मूसा ला इसरायलीमन बर दीस।