\id LAM - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \ide UTF-8 \h बिलापगीत \toc1 बिलापगीत के किताब \toc2 बिलापगीत \toc3 बिला \mt1 बिलापगीत \mt2 के किताब \c 1 \q1 \v 1 सहर\f + \fr 1:1 \fr*\ft या \ft*\fqa यरूसलेम सहर\fqa*\f* ह कइसे निरजन हो गे हवय, \q2 एक समय रिहिस जब येह मनखेमन ले भरे रहय! \q1 कइसे बिधवा के सहीं हो गे हवय, \q2 जऊन ह एक समय देस-देस के मनखेमन के बीच म महान रिहिस! \q1 ओ जऊन ह राजमन के बीच म रानी रिहिस \q2 अब गुलाम बन गे हवय। \b \q1 \v 2 रथिया ओह फूट-फूटके रोथे, \q2 ओकर गाल म आंसू बहत रहिथे। \q1 ओकर जम्मो मयारूमन के बीच म \q2 ओला कोनो सांतवना देवइया नइं एं। \q1 ओकर जम्मो संगीमन ओला धोखा दे हवंय; \q2 ओमन ओकर बईरी बन गे हवंय। \b \q1 \v 3 दुख अऊ कठोर मेहनत के बाद, \q2 यहूदा ह बंधुवई म चले गे हवय। \q1 ओह जाति-जाति के मनखेमन के बीच म रहिथे; \q2 ओला अराम के जगह नइं मिलय। \q1 ओकर दुख के बेरा म, ओकर पीछा करइयामन \q2 ओला पकड़ ले हवंय। \b \q1 \v 4 सियोन के रसतामन बिलाप के अंय, \q2 काबरकि ठहिराय गे तिहारमन म ओकर करा कोनो नइं आवंय। \q1 ओकर जम्मो प्रवेस दुवारमन सुन्ना परे हवंय, \q2 ओकर पुरोहितमन कराहथें, \q1 ओकर जवान माईलोगनमन दुख मनाथें, \q2 अऊ ओह खुद बहुंत पीरा म हवय। \b \q1 \v 5 ओकर बईरीमन ओकर मालिक बन गे हवंय; \q2 ओकर बईरीमन अराम म हवंय। \q1 यहोवा ह ओकर ऊपर दुख लाने हवय \q2 काबरकि ओह बहुंत पाप करे हवय। \q1 ओकर लइकामन ला बईरीमन \q2 अपन बंधुवई म ले गे हवंय। \b \q1 \v 6 बेटी सियोन के पूरा वैभव ह \q2 चले गे हवय। \q1 ओकर हाकिममन ओ हिरन सहीं हो गे हवंय \q2 जेला चरागन नइं मिलय; \q1 कमजोरी म ओमन \q2 अपन पीछा करइया के आघू ले भाग जाथें। \b \q1 \v 7 अपन पीरा अऊ एती-ओती भटके के दिन म \q2 यरूसलेम ह ओ जम्मो खजाना ला सुरता करथे \q2 जऊन ह पुराना जमाना म ओकर रिहिस। \q1 जब ओकर मनखेमन बईरीमन के हांथ म पड़िन, \q2 त ओकर मदद करइया कोनो नइं रिहिन। \q1 ओकर बईरीमन ओला देखिन \q2 अऊ ओकर बिनास ऊपर हंसिन। \b \q1 \v 8 यरूसलेम ह बहुंत पाप करे हवय \q2 अऊ एकरसेति ओह असुध हो गे हवय। \q1 ओ जम्मो जऊन मन ओकर आदर करंय, ओमन अब ओला तुछ समझथें, \q2 काबरकि ओ जम्मो झन ओला नंगरी देखे हवंय; \q1 ओह खुदे कराहथे \q2 अऊ मुहूं ला आने कोति कर लेथे। \b \q1 \v 9 ओकर गंदगी ह ओकर लंहगा म रहिथे; \q2 ओह अपन भविस्य ऊपर बिचार नइं करिस। \q1 ओकर पतन ह चकित करनेवाला रिहिस; \q2 ओला सांतवना देवइया कोनो नइं रिहिन। \q1 “हे यहोवा, मोर पीरा ला देख, \q2 काबरकि बईरी ह जय पाय हवय।” \b \q1 \v 10 बईरी ह ओकर जम्मो खजाना ऊपर \q2 हांथ डाले हवय; \q1 ओह मूरती-पूजा करइया जातिमन ला \q2 ओकर पबितर-स्थान म घुसत देखिस— \q1 ओमन जेमन ला तेंह अपन सभा म \q2 आय बर मना करे रहय। \b \q1 \v 11 ओकर जम्मो मनखेमन कराहथें \q2 जइसे ओमन जेवन के खोज म हवंय; \q1 ओमन जेवन के बदले अपन खजाना के चीजमन ला दे देथें \q2 ताकि अपनआप ला जिंदा रख सकंय। \q1 “हे यहोवा, देख अऊ बिचार कर, \q2 काबरकि मोला तुछ समझे जावत हे।” \b \q1 \v 12 “तुमन जम्मो, जऊन मन ये रसता ले होके निकलथव, का तुमन बर येह कुछू नो हय? \q2 अपन आसपास धियान से देखव। \q1 का मोर दुख सहीं कोनो दुख हवय \q2 अइसन दुख, जऊन ह मोर ऊपर पड़े हवय, \q1 जेला यहोवा ह अपन भयंकर कोप के दिन म \q2 मोर ऊपर लानिस? \b \q1 \v 13 “ऊंच जगह ले यहोवा ह \q2 मोर हाड़ामन म आगी लगाईस। \q1 ओह मोर गोड़ बर एक जाल बिछाईस \q2 अऊ मोला वापिस लहुंटा दीस। \q1 ओह मोला पूरा दिन बर \q2 अकेला अऊ दुरबल कर दीस। \b \q1 \v 14 “मोर पापमन ला एक जुड़ा म बांध दिये गे हवय; \q2 यहोवा ह अपन हांथ ले ओमन ला एक संग गांथे हवय। \q1 ओमन ला मोर घेंच म टांग दिये गे हवय, \q2 अऊ परभू ह मोर बल ला घटा दे हवय। \q1 ओह मोला ओमन के हांथ म देय दे हवय \q2 जेमन के मेंह सामना नइं कर सकंव। \b \q1 \v 15 “परभू ह मोर बीच म \q2 जम्मो सूरबीरमन ला अयोग्य कर दे हवय; \q1 ओह मोर जवानमन ला कुचरे बर \q2 मोर बिरूध एक सेना पठोय हवय। \q1 परभू ह रसकुंड म अंगूर ला कुचरे सहीं \q2 कुंवारी बेटी यहूदा ला कुचरे हवय। \b \q1 \v 16 “येकरे कारन मेंह रोथंव \q2 अऊ मोर आंखीमन ले आंसू ढरत रहिथे। \q1 मोला सांतवना देय बर लकठा म कोनो नइं एं, \q2 मोर आतमा ला सांत करइया कोनो नइं एं। \q1 मोर लइकामन निसहाय हो गे हवंय \q2 काबरकि बईरी ह जय पाय हवय।” \b \q1 \v 17 सियोन ह अपन हांथमन ला फईलाथे, \q2 पर ओला सांतवना देवइया कोनो नइं एं। \q1 यहोवा ह याकूब बर हुकूम दे हवय \q2 कि ओकर परोसीमन ओकर बईरी बन जावंय; \q1 यरूसलेम ह ओमन के बीच म \q2 एक असुध चीज बन गे हवय। \b \q1 \v 18 “यहोवा ह धरमी अय, \q2 तभो ले मेंह ओकर हुकूम के बिरूध बिदरोह करेंव। \q1 हे जम्मो मनखेमन, तुमन सुनव; \q2 मोर पीरा ला देखव। \q1 मोर जवान मनखे अऊ जवान माईलोगनमन \q2 बंधुवई म चले गे हवंय। \b \q1 \v 19 “मेंह अपन संगीमन ला बलांय \q2 पर ओमन मोला धोखा दीन। \q1 मोर पुरोहित अऊ मोर अगुवामन \q2 सहर म नास हो गीन \q1 जब ओमन अपनआप ला जिंदा रखे बर \q2 जेवन के खोज म रिहिन। \b \q1 \v 20 “हे यहोवा, देख, मेंह कतेक पीरा म हंव! \q2 मेंह भीतरे-भीतर तकलीफ म हंव, \q1 अऊ मेंह अपन हिरदय म बिचलित हंव, \q2 काबरकि मेंह सबले जादा बिदरोह करे हंव। \q1 बाहिर तो, तलवार ह सोकित करथे; \q2 भीतर म, सिरिप मिरतू हवय। \b \q1 \v 21 “मनखेमन मोर कलहरई ला सुने हवंय, \q2 पर मोला सांतवना देवइया कोनो नइं एं। \q1 मोर जम्मो बईरीमन मोर दुख के बारे म सुने हवंय; \q2 तेंह जऊन काम करे हस, ओकर ऊपर ओमन आनंद मनाथें। \q1 बने होतिस, यदि तेंह ओ दिन ला लानते, जेकर घोसना तेंह करे हवस \q2 ताकि ओमन मोर सहीं हो जावंय। \b \q1 \v 22 “ओमन के जम्मो दुस्टता तोर आघू म आ जावय; \q2 ओमन के संग वइसे बरताव कर \q1 जइसे तेंह मोर संग \q2 मोर जम्मो पाप के कारन करे हवस। \q1 मेंह बहुंत कलहरत हंव \q2 अऊ मोर मन ह दुरबल हवय।” \b \b \c 2 \q1 \v 1 परभू ह कइसे अपन कोरोध के बादर म \q2 बेटी सियोन ला ढांप ले हवय! \q1 ओह इसरायल के वैभव ला \q2 स्वरग ले खाल्हे धरती म जोर से फटिक दे हवय; \q1 ओह अपन कोरोध के दिन म \q2 अपन पांव के चौकी ला सुरता नइं करिस। \b \q1 \v 2 परभू ह बिगर दया के याकूब के \q2 जम्मो निवासमन ला लील डारे हवय; \q1 अपन कोप म ओह बेटी यहूदा के \q2 गढ़मन ला टोर-फोर दे हवय। \q1 ओह ओकर राज अऊ येकर हाकिममन ला \q2 अपमानित करके भुइयां म ले आय हवय। \b \q1 \v 3 भयंकर कोरोध म ओह इसरायल के \q2 हर एक सींग\f + \fr 2:3 \fr*\fq सींग \fq*\ft इहां ताकत के प्रतीक अय\ft*\f* ला काट दे हवय। \q1 जब बईरी ह ओमन के लकठा म आथे \q2 त ओह अपन जेवनी हांथ ले ओमन के रकछा नइं करय। \q1 ओह एक भयंकर आगी सहीं याकूब म बरे हवय \q2 जऊन ह आसपास के जम्मो चीज ला भसम कर देथे। \b \q1 \v 4 एक बईरी सहीं ओह अपन धनुस ला ताने हवय; \q2 ओकर जेवनी हांथ ह तियार हवय। \q1 एक बईरी सहीं ओह ओ जम्मो झन ला मार डारे हे \q2 जऊन मन हमर नजर म बने रिहिन; \q1 ओह बेटी सियोन के तम्बू म \q2 अपन कोप ला आगी सहीं उंडेल दे हवय। \b \q1 \v 5 परभू ह एक बईरी सहीं अय; \q2 ओह इसरायल ला लील डारे हवय। \q1 ओह ओकर जम्मो महलमन ला लील ले हवय \q2 अऊ ओकर गढ़मन ला नास कर दे हवय। \q1 ओह बेटी यहूदा बर \q2 सोक अऊ बिलाप ला बहुंत बढ़ा दे हवय। \b \q1 \v 6 ओह अपन निवास ला एक बगीचा सहीं उजार दे हवय; \q2 ओह अपन मिले-जुले के जगह ला नास कर दे हवय। \q1 यहोवा ह सियोन बर अइसे कर दे हवय \q2 कि ओह अपन ठहिराय तिहार अऊ बिसराम दिनमन ला भुला जावय; \q1 अपन भयंकर कोरोध म ओह \q2 राजा अऊ पुरोहित दूनों के तिरस्कार करे हवय। \b \q1 \v 7 परभू ह अपन बेदी ला अस्वीकार करे हवय \q2 अऊ अपन पबितर-स्थान ला तियाग दे हवय। \q1 ओह राजमहल के दीवारमन ला \q2 बईरी के हांथ म कर दे हवय; \q1 एक ठहिराय गे तिहार के दिन सहीं \q2 ओमन यहोवा के घर म एक कोलाहल करे हवंय। \b \q1 \v 8 यहोवा ह बेटी सियोन के चारों कोति के दीवार ला \q2 टोरे-फोरे बर ठान ले हवय। \q1 ओह नापे के डोर ला निकाले हवय \q2 अऊ नास करे बर अपन हांथ ला नइं रोकिस। \q1 ओह किला के सुरकछा दीवार अऊ दीवारमन ले बिलाप करवाईस; \q2 एक संग ओमन उजड़ गीन। \b \q1 \v 9 ओकर दुवारमन भुइयां म धंस गे हवंय; \q2 ओमन के छड़मन ला ओह टोरके नास कर दे हवय। \q1 ओकर राजा अऊ ओकर हाकिममन आनजातमन के बीच म बंधुवई म हवंय, \q2 उहां कानून नइं ए, \q1 अऊ ओकर अगमजानीमन ला यहोवा ले \q2 अब कोनो दरसन नइं मिलय। \b \q1 \v 10 बेटी सियोन के अगुवामन \q2 भुइयां म चुपचाप बईठथें; \q1 ओमन अपन मुड़ म धुर्रा छिंचे हवंय \q2 अऊ ओमन बोरा के कपड़ा पहिरे हवंय। \q1 यरूसलेम के जवान माईलोगनमन \q2 भुइयां कोति अपन मुड़ नवाय हवंय। \b \q1 \v 11 रो-रोके मोर आंखी नइं दिखत हे, \q2 मेंह भीतरे-भीतर पीरा म हंव; \q1 मोर हिरदय ला भुइयां म ढारे जावत हे \q2 काबरकि मोर मनखेमन नास होवत हवंय, \q1 काबरकि लइकामन अऊ दूध पीयइया लइकामन \q2 सहर के गलीमन म मूर्छा खाके पड़े हवंय। \b \q1 \v 12 जब ओमन घायल मनखे सहीं \q2 सहर के गलीमन म मूर्छा खाथें, \q1 जब ओमन अपन दाई के बाहां म \q2 परान छोड़त रहिथें। \q1 त ओमन अपन-अपन दाई ला कहिथें, \q2 “रोटी अऊ अंगूर के मंद कहां हवय?” \b \q1 \v 13 हे बेटी यरूसलेम, \q2 मेंह तोला का कहंव? \q2 मेंह तोर तुलना काकर संग करंव? \q1 हे कुंवारी बेटी सियोन, \q2 मेंह तोर तुलना काकर संग करके \q2 तोला सांतवना देवंव? \q1 तोर घाव ह समुंदर सहीं गहिला हवय। \q2 तोला कोन चंगा कर सकथे? \b \q1 \v 14 तोर अगमजानीमन के दरसनमन \q2 लबारी बात अऊ बेकार अंय; \q1 ओमन तोर पाप ला उजागर नइं करिन \q2 नइं तो तोर बंधुवई नइं होतिस। \q1 जऊन अगमबानी, ओमन तोर बर करिन \q2 ओमन लबारी अऊ बहकानेवाला रिहिन। \b \q1 \v 15 ओ जम्मो जऊन मन तोर रसता ले होके जाथें \q2 ओमन ताली बजाके तोर ठट्ठा करथें; \q1 ओमन बेटी यरूसलेम के ये कहिके \q2 हंसी उड़ाथें अऊ अपन मुड़ ला हलाथें: \q1 “का येह ओ सहर अय \q2 जेला सुघरता म भरपूर कहे जावय, \q2 जऊन ह जम्मो धरती के आनंद रिहिस?” \b \q1 \v 16 तोर जम्मो बईरीमन तोर बिरूध म \q2 अपन मुहूं खोलथें; \q1 ओमन हंसी उड़ाथें अऊ दांत किटकिटात कहिथें, \q2 “हमन ओला लील डारे हन। \q1 येहीच ह ओ दिन ए, जेकर डहार हमन देखत रहेंन; \q2 येला देखे बर हमन जीयत रहेंन।” \b \q1 \v 17 यहोवा ह अपन योजना ला पूरा करे हवय; \q2 ओह अपन बचन ला पूरा करे हवय, \q2 जेकर आदेस ओह बहुंत पहिले देय रिहिस। \q1 ओह बिगर दया के तोला उठाके फटिक दे हवय, \q2 ओह तोर ऊपर बईरी ला खराप नजर ले देखे के अनुमति देय हवय, \q2 ओह तोर बईरीमन के सींग ला ऊपर करे हवय। \b \q1 \v 18 मनखेमन के हिरदय ह \q2 परभू ला पुकारथे। \q1 हे बेटी सियोन के दीवारमन \q2 तुम्हर आंसू ह नदी सहीं \q2 दिन अऊ रात बहय; \q1 अपनआप ला अराम झन दे, \q2 तोर आंखीमन ला अराम झन मिलय। \b \q1 \v 19 उठ, रथिया के बेरा पुकार, \q2 जब रथिया के पहरमन सुरू होथें; \q1 परभू के आघू म अपन हिरदय ला \q2 पानी सहीं ढार दे। \q1 अपन ओ लइकामन के जिनगी खातिर \q2 ओकर कोति अपन हांथ ला उठा, \q1 जेमन गली के हर कोना म \q2 भूख के मारे बेहोस होवथें। \b \q1 \v 20 “हे यहोवा, देख अऊ बिचार कर: \q2 तेंह काकर संग अइसने बरताव करे हस? \q1 का माईलोगनमन अपन लइकामन ला खावंय, \q2 ओ लइका जेमन के ओमन पालन-पोसन करे हवंय? \q1 का पुरोहित अऊ अगमजानीमन \q2 परभू के पबितर-स्थान म मारे जावंय? \b \q1 \v 21 “गली के धुर्रा म \q2 जवान अऊ डोकरा दूनों एक संग पड़े रहिथें; \q1 मोर जवान छोकरा अऊ जवान छोकरीमन \q2 तलवार से मारे गे हवंय। \q1 तेंह अपन कोरोध के दिन म ओमन ला मार डारे हस; \q2 तेंह बिगर दया के ओमन के बध करे हस। \b \q1 \v 22 “जइसे तेंह भोज के दिन के नेवता देथस, \q2 वइसे तेंह मोर बिरूध म आतंक ला हर तरफ ले बलाय हस। \q1 यहोवा के कोरोध के दिन म \q2 कोनो भाग नइं सकिन या जिंदा नइं बचिन; \q1 जऊन मन के मेंह देखभाल करेंव अऊ पालन-पोसन करेंव, \q2 मोर बईरी ह ओमन ला नास कर दे हवय।” \b \b \c 3 \q1 \v 1 मेंह ओ मनखे अंव, जऊन ह यहोवा के कोप के \q2 छड़ी के दुवारा पीरा ला देखे हवंव। \q1 \v 2 ओह मोला भगा दे हवय \q2 अऊ मोला अंजोर के बदले अंधियार म चलाय हवय; \q1 \v 3 वास्तव म, ओह बार-बार, दिन भर \q2 अपन हांथ ला मोर बिरूध उठाय हवय। \b \q1 \v 4 ओह मोर चमड़ी अऊ मोर मांस ला झुर्रीदार कर दे हवय \q2 अऊ मोर हाड़ामन ला टोर दे हवय। \q1 \v 5 ओह करूवाहट अऊ कठिन समय के संग \q2 मोर ऊपर टूट पड़े हे अऊ मोला घेर ले हवय। \q1 \v 6 ओह बहुंत पहिले मरे मनखे सहीं \q2 मोला अंधियार म रहे बर छोंड़ दे हवय। \b \q1 \v 7 ओह मोला दीवार ले घेर दे हवय ताकि में भाग झन सकंव; \q2 ओह मोला भारी बेड़ी ले बांध रखे हे। \q1 \v 8 अऊ त अऊ जब मेंह मदद बर पुकारथंव या गोहारथंव, \q2 त ओह मोर पराथना ला नइं सुनय। \q1 \v 9 ओह गढ़े गय पथरामन ले मोर रसता ला रोक दे हवय; \q2 ओह मोर रसतामन ला टेढ़ा-मेड़ा कर दे हवय। \b \q1 \v 10 जइसे भालू ह सिकार के इंतजार म लेटे रहिथे, \q2 जइसे सिंह ह सिकार के इंतजार म छुपे रहिथे, \q1 \v 11 ओह मोला रसता ले घसीटके कुटा-कुटा कर दे हवय \q2 अऊ मोला बिगर मदद के छोंड़ दे हवय। \q1 \v 12 ओह अपन धनुस ला ताने हवय \q2 अऊ मोला अपन तीर के निसाना बनाय हवय। \b \q1 \v 13 अपन तरकस के तीरमन ले \q2 ओह मोर हिरदय ला छेद दीस। \q1 \v 14 मेंह अपन जम्मो मनखेमन बर हंसी के पात्र बन गे हंव; \q2 ओमन गीत के दुवारा दिन भर मोर हंसी उड़ाथें। \q1 \v 15 ओह मोला करू पान ले भर दे हवय \q2 ओह मोला पीये बर पित्त दे हवय। \b \q1 \v 16 ओह कंकड़ ले मोर दांतमन ला टोर दे हवय; \q2 ओह धुर्रा म मोला कुचर दे हवय। \q1 \v 17 मोर जिनगी ले सांति छीन लेय गे हवय; \q2 मेंह भुला गे हंव कि उन्नति का ए। \q1 \v 18 एकरसेति मेंह कहिथंव, “मोर सोभा ह \q2 अऊ यहोवा ले मेंह जऊन आसा करत रहेंव, ओह चले गीस।” \b \q1 \v 19 मेंह अपन पीरा अऊ एती-ओती भटके के बात, \q2 करूवाहट अऊ पित्त ला सुरता करथंव। \q1 \v 20 मेंह ओमन ला बने करके सुरता करथंव, \q2 अऊ मोर मनोबल ह मोर भीतर म ही गिरत जात हे। \q1 \v 21 तभो ले मेंह ये सुरता करथंव \q2 अऊ एकरे कारन मोला आसा हवय: \b \q1 \v 22 यहोवा के महान मया के कारन हमन खतम नइं होयेंन, \q2 काबरकि ओकर दया हमेसा बने रहिथे। \q1 \v 23 हर बिहनियां ओमन नवां होथें; \q2 महान ए तोर बिसवासयोग्यता। \q1 \v 24 मेंह अपनआप ले कहिथंव, “यहोवा ह मोर भाग ए; \q2 एकरे कारन मेंह ओकर ऊपर आसा रखहूं।” \b \q1 \v 25 यहोवा ह ओमन बर बने अय, जऊन मन ओकर ऊपर आसा रखथें, \q2 जऊन मन ओकर खोज म रहिथें; \q1 \v 26 यहोवा के उद्धार बर \q2 चुपेचाप इंतजार करई ह बने बात ए। \q1 \v 27 एक मनखे बर अपन जवानी के समय \q2 जुड़ा उठाना बने बात ए। \b \q1 \v 28 ओह चुपेचाप अकेला बईठे रहय, \q2 काबरकि यहोवा ह ये जुड़ा ला ओकर ऊपर डाले हवय। \q1 \v 29 ओह अपन चेहरा ला धुर्रा म तोपय— \q2 येमा अभी भी आसा हो सकथे। \q1 \v 30 ओह अपन गाल ला ओकर कोति करय, जऊन ह ओला तमाचा मारे चाहथे, \q2 अऊ ओह बहुंत कलंकित होवय। \b \q1 \v 31 काबरकि परभू ह कोनो ला \q2 हमेसा बर नइं तियागे। \q1 \v 32 हालाकि ओह दुख लानथे, पर ओह करूना करही, \q2 अइसे महान ए, ओकर न टूटनेवाला मया। \q1 \v 33 काबरकि ओह मन से काकरो ऊपर \q2 दुख या पीरा नइं लानय। \b \q1 \v 34 देस के जम्मो कैदीमन ला \q2 गोड़ तरी कुचरई, \q1 \v 35 सर्वोच्च परमेसर के आघू म \q2 मनखेमन ला ओमन के अधिकार ले वंचित करई, \q1 \v 36 अऊ ओमन ला नियाय ले वंचित करई— \q2 अइसन चीजमन ला परभू ह नइं देख सकय? \b \q1 \v 37 यदि परभू ह हुकूम नइं दे हवय, \q2 त कोन ए ओ, जऊन ह अपन कहे बात ला पूरा कर सकथे? \q1 \v 38 बिपत्ति अऊ बने बात, \q2 का ये दूनों सर्वोच्च परमेसर के हुकूम ले नइं आवंय? \q1 \v 39 जीयत मनखे ला काबर सिकायत करना चाही \q2 जब ओला ओकर पाप के सजा मिलथे? \b \q1 \v 40 आवव, हमन अपन चालचलन ला जांचन अऊ परखन, \q2 अऊ आवव, हमन यहोवा करा लहुंट आवन। \q1 \v 41 आवव, हमन अपन हिरदय अऊ अपन हांथमन ला \q2 स्वरग के परमेसर कोति उठावन अऊ ये कहन: \q1 \v 42 “हमन पाप अऊ बिदरोह करे हन \q2 अऊ तेंह हमन ला छेमा नइं करे हस। \b \q1 \v 43 “तेंह कोरोध ले भरके हमर पीछा करय; \q2 तेंह बिगर दया के मनखेमन ला जान से मारे हस। \q1 \v 44 तेंह अपनआप ला बादर ले ढांप ले हस \q2 ताकि कोनो पराथना तोर करा झन हबरे। \q1 \v 45 तेंह हमन ला जाति-जाति के मनखेमन के बीच म \q2 मईला अऊ अनाथ बना दे हस। \b \q1 \v 46 “हमर जम्मो बईरीमन हमर बिरूध म \q2 बहुंत कुछू कहत हें। \q1 \v 47 हमन आतंक अऊ संकट, \q2 बिनास अऊ बरबादी झेलत हन।” \q1 \v 48 मोर आंखीमन ले आंसू के धार बहत हे \q2 काबरकि मोर मनखेमन नास होवत हें। \b \q1 \v 49 मोर आंखीमन ले आंसू ह \q2 बिगर कोनो अराम के लगातार बहते रहिही, \q1 \v 50 जब तक कि स्वरग ले यहोवा ह \q2 खाल्हे नइं देखही। \q1 \v 51 मोर सहर के जम्मो माईलोगनमन के कारन \q2 जऊन कुछू मेंह देखथंव, ओकर से मोर मन ला दुख लगथे। \b \q1 \v 52 जऊन मन बिगर कारन के मोर बईरी हो गे रिहिन \q2 ओमन चिरई सहीं मोर सिकार करिन। \q1 \v 53 ओमन मोला खंचवा म डारके मोर परान लेय के कोसिस करिन \q2 अऊ मोर ऊपर पथरा फेंकिन; \q1 \v 54 पानी ह मोर मुड़ ऊपर तक आ गीस, \q2 अऊ मेंह सोचेंव कि में नास होनेचवाला हंव। \b \q1 \v 55 हे यहोवा, गहिला खंचवा ले, \q2 मेंह तोर नांव ला पुकारेंव। \q1 \v 56 तेंह मोर बिनती ला सुने: “मदद बर मोर पुकार के सेति \q2 अपन कान ला बंद झन कर।” \q1 \v 57 जब मेंह तोला बलांय, त तेंह मोर लकठा म आय, \q2 अऊ तेंह कहे, “झन डर।” \b \q1 \v 58 हे परभू, तेंह मोर मामला ला अपन हांथ म लेय; \q2 अऊ तेंह मोर जिनगी ला बचाय। \q1 \v 59 हे यहोवा, जऊन अनियाय मोर ऊपर करे गीस, ओला तेंह देखे हस। \q2 मोर मामला ला संभाल! \q1 \v 60 ओमन जऊन बदला लीन अऊ मोर बिरूध करे गे \q2 ओमन के जम्मो सडयंत्र ला तेंह देखे हस। \b \q1 \v 61 हे यहोवा, ओमन के दुवारा करे गे बेजत्ती \q2 अऊ मोर बिरूध करे गे जम्मो सडयंत्र के बारे तेंह सुने हस— \q1 \v 62 मोर बईरीमन मोर बिरूध म दिन भर, \q2 का कानाफूसी करथें अऊ बड़बड़ाथें। \q1 \v 63 ओमन ला देख! उठत या बईठत, \q2 ओमन अपन गीत म मोर हंसी उड़ाथें। \b \q1 \v 64 हे यहोवा, ओमन के काम के मुताबिक, \q2 जऊन दुस्ट काम ओमन अपन हांथ ले करे हवंय, ओकर बदला ले। \q1 \v 65 ओमन के हिरदय ऊपर एक परदा डाल दे, \q2 अऊ तोर सराप ओमन ला लगे! \q1 \v 66 हे यहोवा, अकास के खाल्हे ले \q2 कोरोध म ओमन के पीछा कर अऊ ओमन ला नास कर दे। \b \b \c 4 \q1 \v 1 सोन ह कइसे अपन चमक गंवा दे हवय, \q2 सुध सोन ह खोटा हो गीस! \q1 हर एक गली के कोना म \q2 पबितर रत्न बगरे परे हवंय। \b \q1 \v 2 सियोन के कीमती लइकामन, \q2 एक समय ओमन के कीमत सोन सहीं रिहिन, \q1 पर अब माटी के बरतन सहीं समझे जावत हें, \q2 कुम्हार के हांथ के बनाय चीज सहीं! \b \q1 \v 3 अऊ त अऊ सियार ह \q2 अपन लइकामन ला अपन दूध पीयाथे, \q1 पर मोर मनखेमन मरू-भुइयां के \q2 सुतुरमुर्ग सहीं निरदयी हो गे हवंय। \b \q1 \v 4 पीयास के मारे दूध पीनेवाला लइका के जीभ ह \q2 ओकर तालू म चपक जाथे; \q1 लइकामन रोटी मांगथें, \q2 पर ओमन ला कोनो रोटी नइं दें। \b \q1 \v 5 ओ मनखे जऊन मन एक समय सुवादवाला भोजन करत रिहिन \q2 ओमन अब गली म अनाथ हो गे हवंय। \q1 ओ मनखे जऊन मन राजकीय कपड़ा पहिरे पलिन-बढ़िन \q2 ओमन अब राख के कुढ़ा म परे हवंय। \b \q1 \v 6 मोर मनखेमन के दंड ह \q2 सदोम ले कहीं बढ़के हवय, \q1 कोनो मदद के हांथ भी नइं उठिस \q2 अऊ देखते-देखत ओकर सर्वनास हो गीस। \b \q1 \v 7 ओमन के राजकुमारमन बरफ ले जादा चमकवाले \q2 अऊ दूध ले जादा सफेद रिहिन, \q1 ओमन के देहें ह गुलाबी रत्न ले भी जादा चमकीला, \q2 अऊ ओमन के रूप ह नीलमनि सहीं रिहिस। \b \q1 \v 8 पर अब ओमन कालिख ले घलो जादा करिया हो गे हवंय; \q2 गली म ओमन ला कोनो नइं चिनहें। \q1 ओमन के चमड़ी ह हाड़ामन म चिपक गे हवय, \q2 येह छड़ी सहीं सूख गे हवय। \b \q1 \v 9 जऊन मन तलवार ले मारे गीन, ओमन बेहतर अंय \q2 येकर बनिस्पत कि जऊन मन अकाल ले मरथें; \q1 खेत म अन्न के कमी के कारन \q2 भूख ले मरथें अऊ बेकार होथें। \b \q1 \v 10 करूना ले भरपूर दाईमन अपन खुद के हांथ ले \q2 अपन खुद के लइकामन ला रांधे हवंय, \q1 अऊ येह ओमन के जेवन होय हे \q2 जब मोर मनखेमन ला नास करे गीस। \b \q1 \v 11 यहोवा ह अपन कोप ला पूरा भड़काय हवय; \q2 ओह अपन भयंकर कोरोध परगट करे हवय। \q1 ओह सियोन म एक आगी लगाय हवय \q2 जऊन ह ओकर नीव ला जलाके भसम कर दीस। \b \q1 \v 12 धरती के राजामन बिसवास नइं करिन \q2 न ही संसार के कोनो मनखे बिसवास करिन \q1 कि बईरी अऊ बिरोधीमन यरूसलेम के \q2 दुवारमन के भीतर जा सकहीं। \b \q1 \v 13 पर ओकर अगमजानीमन के पाप \q2 अऊ पुरोहितमन के अपराधमन के कारन अइसने होईस, \q1 जऊन मन ओकर भीतर \q2 धरमी के खून बहाईन। \b \q1 \v 14 अब ओमन गलीमन म टटोलत हवंय \q2 मानो ओमन अंधरा हो गे हवंय। \q1 ओमन खून ले अइसने असुध हो गे हवंय \q2 कि कोनो ओमन के कपड़ा ला छुए के हिम्मत नइं करंय। \b \q1 \v 15 मनखेमन ओमन ले चिचियाके कहिथें, “दूर हटव, तुमन असुध हव। \q2 दूरिहा रहव! दूरिहा! हमन ला झन छुवव!” \q1 जब ओमन भागथें अऊ भटकथें, \q2 त जाति-जाति के मनखेमन कहिथें, \q2 “ओमन अब इहां नइं रह सकंय।” \b \q1 \v 16 यहोवा ह खुद ओमन ला तितिर-बितिर कर दे हवय; \q2 ओह अब ओमन के धियान नइं देवय। \q1 पुरोहितमन ला आदर नइं दिये जावय, \q2 अऊ अगुवामन ऊपर किरपा नइं करे जावय। \b \q1 \v 17 अऊ ये घलो कि हमर आंखीमन \q2 मदद बर बेकार के रसता देखत कमजोर हो गे हवंय; \q1 हमन अपन किलामन ले एक जाति कोति देखत रहेंन \q2 जऊन ह हमर बचाव नइं कर सकिस। \b \q1 \v 18 मनखेमन हर कदम म हमर पीछा करिन, \q2 जेकर से हमर गलीमन म हमन चल नइं सकेंन। \q1 हमर आखिरी समय लकठा म रिहिस, हमर दिनमन गनती के रिहिन, \q2 काबरकि हमर अन्त आ गे रिहिस। \b \q1 \v 19 हमर पीछा करइयामन अकास के \q2 गिधवामन ले घलो तेज रिहिन; \q1 ओमन पहाड़ ऊपर हमर पीछा करिन \q2 अऊ निरजन जगह म हमर घात म रिहिन। \b \q1 \v 20 यहोवा के अभिसिक्त, हमर खुद के जिनगी के सांस ह \q2 ओमन के फांदा म फंस गीस। \q1 हमन सोचेंन कि ओकर छइहां म \q2 हमन जाति-जाति के मनखेमन के बीच रहिबो। \b \q1 \v 21 हे बेटी एदोम,\f + \fr 4:21 \fr*\ft या \ft*\fqa एदोम के मनखेमन\fqa*\f* तें जो ऊज देस म रहिथस, \q2 आनंद मना अऊ खुसी रह। \q1 पर ओ कटोरा ह तोर मेर घलो हबरही; \q2 तेंह मंद पीके नंगरी हो जाबे। \b \q1 \v 22 हे बेटी सियोन, तोर सजा ह खतम हो जाही; \q2 ओह तोर बंधुवई के समय ला अऊ नइं बढ़ावय। \q1 पर हे बेटी एदोम, ओह तोर पाप के दंड दीही, \q2 अऊ तोर दुस्टता ला परगट कर दीही। \b \b \c 5 \q1 \v 1 हे यहोवा, हमर ऊपर जऊन बीते हवय, ओला सुरता कर; \q2 हमर ऊपर धियान दे, अऊ हमर बेजत्ती ला देख। \q1 \v 2 हमर उत्तराधिकार ह अजनबीमन ला, \q2 अऊ हमर घर परदेसीमन ला दे दिये गे हवय। \q1 \v 3 हमन बिगर ददा के हो गे हवन, \q2 हमर दाईमन बिधवा हो गे हवंय। \q1 \v 4 पीये के पानी बिसोना जरूरी हो गे हवय; \q2 हमन ला लकरी तभे मिलथे, जब हमन ओकर दाम देथन। \q1 \v 5 जऊन मन हमर पीछा करत हें, ओमन हमर गोड़ मेर आ गे हवंय; \q2 हमन थक गे हन अऊ हमन ला अराम नइं मिलत हे। \q1 \v 6 हमन भरपूर जेवन पाय बर \q2 मिसर अऊ अस्सूर के अधीन हो गेंन। \q1 \v 7 हमर पुरखामन पाप करिन अऊ ओमन खतम हो गीन, \q2 अऊ हमन ओमन के दंड भोगत हन। \q1 \v 8 गुलाममन हमर ऊपर सासन करत हें, \q2 अऊ हमन ला ओमन के हांथ ले छोंड़ाय बर कोनो नइं एं। \q1 \v 9 निरजन जगह म तलवार के कारन \q2 जब हमन अपन जान ला जोखिम म डालथन, त हमन ला जेवन मिलथे। \q1 \v 10 हमर चमड़ी ह भट्ठी सहीं गरम हो गे हवय, \q2 भूख के मारे जर आवत हे। \q1 \v 11 सियोन म माईलोगनमन अऊ यहूदा के नगरमन म \q2 कुंवारीमन ला भ्रस्ट कर देय गे हवय। \q1 \v 12 हाकिममन ला हांथ के बल लटका देय गे हवय; \q2 अगुवामन के आदर नइं करे जावय। \q1 \v 13 जवानमन चक्की चलाय म मेहनत करथें; \q2 लड़कामन लकरी के बोझा उठात लड़खड़ाथें। \q1 \v 14 अगुवामन सहर के दुवार ला छोंड़के चले गे हवंय; \q2 जवानमन अपन संगीत ला छोंड़ दे हवंय। \q1 \v 15 आनंद ह हमर हिरदय ले चले गे हवय; \q2 हमर नचई ह सोक म बदल गे हवय। \q1 \v 16 मुकुट ह हमर मुड़ ले गिर गे हवय। \q2 हमन ला धिक्कार ए, काबरकि हमन पाप करे हन! \q1 \v 17 येकर कारन हमर हिरदय ह कमजोर हो गे हवय, \q2 ये बातमन के कारन हमर नजर ह कमजोर हो गे हवय \q1 \v 18 काबरकि सियोन पहाड़ उजाड़ पड़े हे, \q2 अऊ सियारमन येकर ऊपर घुमत हें। \b \q1 \v 19 हे यहोवा, तेंह सदाकाल तक राज करथस; \q2 तोर सिंघासन ह पीढ़ी-पीढ़ी तक बने रहिथे। \q1 \v 20 तेंह काबर हमन ला हमेसा भुला जाथस? \q2 तेंह काबर हमन ला अतेक लम्बा समय तक छोंड़ देथस? \q1 \v 21 हे यहोवा, तोर संग हमर संबंध ला फेर ठीक कर दे, कि हमन लहुंटके आवन; \q2 हमर दिनमन ला फेर पुराना समय सहीं कर दे \q1 \v 22 यदि तेंह हमन ला पूरा तियाग नइं दे हस \q2 अऊ हमर ऊपर बहुंत नराज नइं अस त।