\id JHN - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \ide UTF-8 \h यूहन्ना \toc1 यूहन्ना के लिखे सुघर संदेस \toc2 यूहन्ना \toc3 यूह \mt1 यूहन्ना \mt2 के लिखे सुघर संदेस \c 1 \s1 बचन ह देहेंधारी होईस \p \v 1 सुरू\f + \fr 1:1 \fr*\ft या \ft*\fqa सिरिस्टी के सुरूआत\fqa*\f* म बचन ह रिहिस, अऊ ओ बचन ह परमेसर के संग रिहिस, अऊ ओही बचन ह परमेसर रिहिस। \v 2 ओह सुरू ले परमेसर के संग रिहिस। \v 3 ओकरे जरिये, परमेसर ह संसार के जम्मो चीजमन ला बनाईस, अऊ जऊन कुछू परमेसर ह बनाईस, ओमा एको ठन चीज अइसने नइं ए, जऊन ह ओकर बिगर बनाय गे रिहिस। \v 4 ओ बचन म जिनगी रिहिस, अऊ ओ जिनगी ह मनखेमन बर अंजोर लानिस। \v 5 ओ अंजोर ह अंधियार म चमकथे, अऊ अंधियार ह ओकर ऊपर जय\f + \fr 1:5 \fr*\ft या \ft*\fqa समझ\fqa*\f* नइं पा सकिस। \p \v 6 परमेसर ह एक मनखे ला पठोईस, जेकर नांव यूहन्ना रिहिस। \v 7 यूहन्ना ह ओ अंजोर के बारे म गवाही दे बर आईस, ताकि जम्मो मनखेमन ओकर गवाही के जरिये ओ अंजोर ऊपर बिसवास करंय। \v 8 यूहन्ना ह खुद तो अंजोर नइं रिहिस, पर ओह अंजोर के बारे म गवाही दे बर आय रिहिस। \p \v 9 ओ सही अंजोर जऊन ह जम्मो मनखे ला अंजोर देथे, संसार म अवइया रिहिस। \v 10 ओह संसार म रिहिस, अऊ ओकरे जरिये, परमेसर ह संसार ला बनाईस, पर संसार के मनखेमन ओला नइं चिन्हिन। \v 11 ओह अपन खुद के मनखेमन करा आईस, पर ओकर मनखेमन ओला गरहन नइं करिन। \v 12 पर जतेक झन ओला गरहन करिन अऊ ओकर नांव ऊपर बिसवास करिन, ओमन ला ओह परमेसर के संतान होय के अधिकार दीस। \v 13 ये संतानमन न तो सुभाविक बंस ले, न देहें के ईछा ले, अऊ न कोनो मनखे के ईछा ले, पर परमेसर के ईछा ले जनमिन। \p \v 14 ओ बचन ह मनखे के देहें धारन करिस, अऊ हमर बीच म कुछू समय बर डेरा करिस। हमन ओकर महिमा देखे हवन, ओ एकलऊता बेटा के महिमा, जऊन ह अनुग्रह अऊ सच्चई ले भरपूर होके स्वरगीय ददा करा ले आईस। \p \v 15 यूहन्ना ह ओकर बारे म गवाही देथे। ओह पुकारके कहिथे, “येह ओही अय, जेकर बारे म मेंह कहे रहेंव, जऊन ह मोर पाछू आवत हवय, ओह मोर ले बड़े अय, काबरकि ओह मोर जनमे के पहिली ले रिहिस।” \v 16 ओकर अनुग्रह के भरपूरी ले, हमन जम्मो झन आसीस के ऊपर आसीस पाय हवन। \v 17 काबरकि परमेसर ह कानून ला मूसा के दुवारा दीस; पर अनुग्रह अऊ सच्चई यीसू मसीह के दुवारा आईस। \v 18 परमेसर ला कोनो कभू नइं देखे हवंय, पर सिरिप एकलऊता बेटा, जऊन ह खुदे परमेसर अय, अऊ जऊन ह ददा के कोरा म हवय, ओही ह ओला परगट करे हवय। \s1 यूहन्ना बतिसमा देवइया के गवाही \r (मत्ती 3:1‑12; मरकुस 1:1‑8; लूका 3:1‑18) \p \v 19 यूहन्ना के ये गवाही ए, जब यरूसलेम सहर के यहूदी अगुवामन कुछू पुरोहित अऊ लेवीमन ला यूहन्ना करा ये पुछे बर पठोईन कि ओह कोन ए? \v 20 त यूहन्ना ह जबाब दे बर आनाकानी नइं करिस, पर साफ-साफ मान लीस अऊ कहिस, “मेंह मसीह नो हंव।” \p \v 21 तब ओमन यूहन्ना ले पुछिन, “त फेर तेंह कोन अस? का तेंह एलियाह अस?” \p ओह कहिस, “नइं।” \p ओमन पुछिन, “त फेर का तेंह अगमजानी अस?” \p ओह जबाब दीस, “नइं।” \p \v 22 आखिर म ओमन कहिन, “त फेर तेंह कोन अस? हमन ला बता ताकि जऊन मन हमन ला पठोय हवंय, ओमन ला हमन जाके जबाब दे सकन। तेंह अपन बारे म का कहत हवस?” \p \v 23 यूहन्ना ह जबाब दीस, “जइसने यसायाह अगमजानी ह ये कहे रिहिस, मेंह सुनसान जगह म एक झन अवाज देवइया अंव, ‘परभू बर डहार ला तियार करव, अऊ ओकर डहार ला सीधा करव।’ ”\f + \fr 1:23 \fr*\ft \+xt यसा 40:3\+xt*\ft*\f* \p \v 24 जऊन मनखेमन फरीसीमन के दुवारा पठोय गे रिहिन। \v 25 ओमन यूहन्ना ले पुछिन, “यदि तेंह मसीह नो हस, न एलियाह अऊ न अगमजानी अस, त फेर तेंह काबर बतिसमा देवत हस?” \p \v 26 यूहन्ना ह ओमन ला जबाब दीस, “मेंह तो पानी म बतिसमा देवत हंव, पर तुम्हर बीच म एक झन ठाढ़े हवय, जऊन ला तुमन नइं जानव। \v 27 येह ओ अय, जऊन ह मोर पाछू आवत हवय। मेंह ओकर पनही के बंधना ला खोले के लईक घलो नो हंव।” \p \v 28 ये जम्मो बात यरदन नदी के ओ पार बैतनियाह गांव म होईस, जिहां यूहन्ना ह मनखेमन ला बतिसमा देवत रिहिस। \s1 परमेसर के मेढ़ा-पीला—यीसू \p \v 29 ओकर दूसर दिन यूहन्ना ह यीसू ला अपन कोति आवत देखिस, त कहिस, “देखव, परमेसर के मेढ़ा-पीला, जऊन ह संसार के पाप ला उठा ले जाथे। \v 30 येह ओही अय, जेकर बारे म मेंह कहे रहेंव, ‘जऊन ह मोर पाछू आवत हवय, ओह मोर ले बड़े अय, काबरकि ओह मोर जनमे के पहिली ले रिहिस।’ \v 31 मेंह खुदे ओला नइं जानत रहेंव, पर मेंह ये खातिर पानी ले बतिसमा देवत आयेंव ताकि ओह इसरायली मनखेमन ऊपर परगट हो जावय।” \p \v 32 तब यूहन्ना ह ये गवाही दीस, “मेंह देखेंव कि पबितर आतमा ह स्वरग ले एक पंड़की सहीं उतरिस अऊ ओकर ऊपर ठहर गीस। \v 33 मेंह ओला नइं जाने रहितेंव, पर परमेसर, जऊन ह मोला पानी ले बतिसमा दे बर पठोय हवय, मोला कहिस, ‘तेंह पबितर आतमा ला उतरत अऊ एक झन मनखे ऊपर ठहिरत देखबे, ओहीच ह पबितर आतमा ले बतिसमा दीही।’ \v 34 मेंह येला देखेंव अऊ मेंह गवाही देवत हंव कि एहीच ह परमेसर के बेटा अय।” \s1 यीसू के पहिली चेलामन \p \v 35 ओकर दूसर दिन, यूहन्ना ह फेर उहां अपन दू झन चेलामन संग ठाढ़े रहय। \v 36 अऊ जब यूहन्ना ह यीसू ला जावत देखिस, त ओह कहिस, “देखव, येह परमेसर के मेढ़ा-पीला ए।” \p \v 37 जब ओ दूनों चेलामन यूहन्ना ला ये कहत सुनिन, त ओमन यीसू के पाछू हो लीन। \v 38 यीसू ह लहुंटके देखिस कि ओमन ओकर पाछू-पाछू आवत हवंय, त ओह ओमन ले पुछिस, “तुमन कोन ला खोजत हवव?” \p ओमन कहिन, “हे रब्बी” (जेकर मतलब होथे “गुरू”), “तेंह कहां रहिथस?” \p \v 39 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर संग आवव अऊ देख लेवव।” \p तब ओमन ओकर संग गीन अऊ ओकर रहे के ठऊर ला देखिन, अऊ ओ दिन भर ओकरे संग बिताईन। ओह करीब सांझ के चार बजे के समय रिहिस। \p \v 40 जऊन दू झन चेला, यूहन्ना ला कहत सुनिन अऊ यीसू के पाछू हो ले रिहिन, ओमा ले एक झन सिमोन पतरस के भाई अन्द्रियास रिहिस। \v 41 पहिली काम अन्द्रियास ह ये करिस कि ओह अपन भाई सिमोन ले जाके मिलिस अऊ ओला बताईस, “हमन ला मसीह मिल गे हवय।” \v 42 तब अन्द्रियास ह सिमोन ला यीसू करा लानिस। \p यीसू ह ओला देखिस अऊ कहिस, “तेंह यूहन्ना के बेटा सिमोन अस। तेंह कैफा कहाबे।” (कैफा के अनुवाद पतरस\f + \fr 1:42 \fr*\fq कैफा \fq*\ft अरामिक म अऊ \ft*\fq पतरस \fq*\ft यूनानी म दूनों के मतलब होथे \ft*\fqa चट्टान\fqa*\f* करे गे हवय)। \s1 यीसू ह फिलिप्पुस अऊ नतनएल ला बलाथे \p \v 43 दूसर दिन यीसू ह गलील प्रदेस जाय के मन बनाईस। जाय के पहिली ओह फिलिप्पुस ले मिलिस अऊ ओला कहिस, “मोर पाछू हो ले।” \p \v 44 फिलिप्पुस ह बैतसैदा सहर के रहइया रिहिस। अन्द्रियास अऊ पतरस घलो ओहीच सहर के रहइया रिहिन। \v 45 फिलिप्पुस ह नतनएल ले मिलिस अऊ ओला बताईस, “हमन ला ओह मिल गे हवय, जेकर बारे म मूसा ह कानून के किताब म लिखे हवय अऊ जेकर बारे म अगमजानीमन घलो लिखे हवंय। ओह यूसुफ के बेटा, नासरत गांव के यीसू अय।” \p \v 46 नतनएल ह ओकर ले पुछिस, “का कोनो बने चीज नासरत ले आ सकथे?” \p फिलिप्पुस ह कहिस, “तेंह आके खुद देख ले।” \p \v 47 जब यीसू ह नतनएल ला अपन कोति आवत देखिस, त ओह ओकर बारे म कहिस, “येह एक सच्चा इसरायली अय; येमा कोनो छल-कपट नइं ए।” \p \v 48 नतनएल ह यीसू ले पुछिस, “तेंह मोला कइसने जानत हवस?” \p त यीसू ह ओला जबाब दीस, “एकर पहिली कि फिलिप्पुस ह तोला बलाईस, जब तेंह अंजीर के रूख के खाल्हे म रहय, त मेंह तोला देखे रहेंव।” \p \v 49 नतनएल ह कहिस, “हे रब्बी, तेंह परमेसर के बेटा अस; तेंह इसरायल के राजा अस।” \p \v 50 यीसू ह कहिस, “का तेंह एकरसेति बिसवास करत हस, कि मेंह तोला ये कहेंव कि तोला अंजीर के रूख के खाल्हे म देखे रहेंव। तेंह एकर ले घलो बड़े-बड़े काम देखबे।” \v 51 यीसू ह ये घलो कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव कि तुमन स्वरग ला खुला अऊ परमेसर के स्वरगदूतमन ला मनखे के बेटा\f + \fr 1:51 \fr*\fq मनखे के बेटा \fq*\ft यीसू ह ये सबद के उपयोग अपनआप बर करथे।\ft*\f* बर उतरत अऊ चघत देखहू।” \c 2 \s1 यीसू ह पानी ला अंगूर के मंद बनाथे \p \v 1 ओकर तीसरा दिन, गलील प्रदेस के काना नगर म एक बिहाव होवत रहय। यीसू के दाई ह उहां रिहिस। \v 2 यीसू अऊ ओकर चेलामन ला घलो बिहाव के नेवता मिले रिहिस। \v 3 जब अंगूर के मंद ह सिरा गीस, त यीसू के दाई ह ओला कहिस, “ओमन करा अऊ अंगूर के मंद नइं ए।” \p \v 4 त यीसू ह ओला कहिस, “हे नारी, तेंह मोला ये बात काबर बतावत हस? अभी मोर कुछू करे के समय नइं आय हवय।” \p \v 5 तब यीसू के दाई ह सेवकमन ला कहिस, “जऊन कुछू ओह तुमन ला कहिथे, वइसने करव।” \p \v 6 उहां पानी धरे के छै ठन पथरा के मटका माढ़े रहंय ताकि यहूदीमन सुध होय के धारमिक संस्कार ला कर सकंय। हर एक मटका म करीब सत्तर ले लेके एक सौ दस लीटर तक पानी धरय। \p \v 7 यीसू ह सेवकमन ला कहिस, “मटकामन म पानी भर देवव।” ओमन मटकामन के मुहूं तक ले पानी भर दीन। \p \v 8 तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “अब तुमन ओमा ले थोरकून निकालके भोज के मुखिया करा ले जावव,” अऊ ओमन अइसनेच करिन। \p \v 9 जब भोज के मुखिया ह ओला चिखिस, त पानी ह अब अंगूर के मंद बन गे रहय, अऊ ओह नइं जानत रिहिस कि ये अंगूर के मंद ह कहां ले आईस, पर ओ सेवक जऊन मन पानी निकाले रिहिन, ओमन येला जानत रिहिन। तब भोज के मुखिया ह दूल्हा ला बलाईस, \v 10 अऊ ओला कहिस, “हर एक झन ह पहिली बढ़िया मंद ला देथे, अऊ जब पहुनामन पीके छक जाथें, तब सस्ता मंद ला देथे, पर तेंह तो बढ़िया मंद ला अब तक बंचाके रखे हवस।” \p \v 11 यीसू ह गलील प्रदेस के काना नगर म ये पहिली चमतकार करिस अऊ ओह ये किसम ले अपन महिमा देखाईस, अऊ ओकर चेलामन ओकर ऊपर बिसवास करिन। \p \v 12 एकर बाद यीसू, ओकर दाई, भाई अऊ ओकर चेलामन कफरनहूम सहर गीन अऊ उहां कुछू दिन ठहिरिन। \s1 यीसू ह मंदिर ला सुध करथे \r (मत्ती 21:12‑13; मरकुस 11:15‑17; लूका 19:45‑46) \p \v 13 जब यहूदीमन के फसह\f + \fr 2:13 \fr*\fq फसह \fq*\ft मिसर देस ले छुटकारा पाय के सुरता म यहूदीमन फसह तिहार मनाथें।\ft*\f* तिहार अवइया रिहिस, त यीसू ह यरूसलेम सहर गीस। \v 14 उहां ओह देखिस कि मंदिर के अंगना म, मनखेमन बईला, भेड़, अऊ पंड़की चिरई बेचत रहंय अऊ आने मन मेज करा बईठके रूपिया-पईसा के लेन-देन करत रहंय। \v 15 तब यीसू ह डोरी के एक कोर्रा बनाईस अऊ जम्मो भेड़ अऊ बईलामन ला मंदिर के सीमना ले बाहिर खेद दीस अऊ रूपिया-पईसा के अदला-बदली करइयामन के सिक्कामन ला छितिर-बितिर कर दीस अऊ ओमन के मेजमन ला खपल दीस। \v 16 पंड़की बेचइयामन ला ओह कहिस, “येमन ला इहां ले निकालव। मोर ददा परमेसर के घर ला बजार झन बनावव।” \v 17 तब यीसू के चेलामन सुरता करिन कि परमेसर के बचन म ये लिखे हवय: “तोर घर के उत्साह ह मोर हिरदय म आगी सहीं बरथे।”\f + \fr 2:17 \fr*\ft \+xt भजन 69:9\+xt*\ft*\f* \p \v 18 तब यहूदीमन यीसू ले पुछिन, “तोला ये जम्मो करे के अधिकार हवय, ये बात ला साबित करे बर तेंह हमन ला का चिनहां देखा सकथस?” \p \v 19 यीसू ह ओमन ला ये जबाब दीस, “तुमन ये मंदिर ला गिरा देवव, अऊ मेंह येला तीन दिन म फेर ठाढ़ कर दूहूं।” \p \v 20 यहूदीमन कहिन, “ये मंदिर ला बनाय म छियालीस साल लगे हवय, अऊ का तेंह येला तीन दिन म फेर ठाढ़ कर देबे?” \v 21 पर यीसू ह जऊन मंदिर के बारे म गोठियावत रिहिस ओह ओकर देहें रिहिस। \v 22 जब यीसू ह मरे म ले जी उठिस, तब ओकर चेलामन ला सुरता आईस कि यीसू ह ये कहे रिहिस। तब ओमन परमेसर के बचन अऊ यीसू के कहे बात ऊपर बिसवास करिन। \p \v 23 जब यीसू ह फसह तिहार के समय यरूसलेम म रिहिस, त जऊन चमतकार के काम उहां ओह करत रिहिस, ओला देखके बहुंत मनखेमन ओकर ऊपर बिसवास करिन। \v 24 पर यीसू ह अपनआप ला ओमन के भरोसा म नइं छोंड़िस, काबरकि ओह जम्मो झन ला जानत रिहिस। \v 25 ओला एकर जरूरत नइं रिहिस कि कोनो मनखे ह कोनो मनखे के बारे म गवाही देवय, काबरकि यीसू ह खुद जानत रिहिस कि कोन मनखे के मन म का हवय। \c 3 \s1 यीसू ह निकुदेमुस ला सिखोथे \p \v 1 निकुदेमुस नांव के एक मनखे रिहिस। ओह फरीसी मत के रिहिस अऊ यहूदी महासभा के एक सदस्य रिहिस। \v 2 ओह रथिया यीसू करा आईस अऊ कहिस, “हे गुरू, हमन जानत हन कि तेंह एक गुरू अस अऊ परमेसर करा ले आय हवस। काबरकि जऊन चमतकार के काम तेंह करथस, ओला कोनो नइं कर सकंय, जब तक कि परमेसर ह ओकर संग नइं रहय।” \p \v 3 यीसू ह ओला ये जबाब दीस, “मेंह तोला सच-सच बतावत हंव, जब तक कोनो मनखे के नवां जनम नइं होवय, तब तक ओह परमेसर के राज ला नइं देख सकय।” \p \v 4 निकुदेमुस ह कहिस, “पर जब एक मनखे ह डोकरा हो गीस, त ओह फेर कइसने जनम ले सकथे? निस्चित रूप ले, ओह दूसर बार अपन दाई के कोख म जाके फेर जनम नइं ले सकय।” \p \v 5 त यीसू ह कहिस, “मेंह तोला सच-सच बतावत हंव कि जब तक कोनो मनखे पानी अऊ पबितर आतमा ले नइं जनमे, तब तक ओह परमेसर के राज म नइं जा सकय। \v 6 मनखे ह मनखे ला जनम देथे, पर पबितर आतमा ह नवां आतमा ला जनम देथे। \v 7 तोला मोर ये बात ले अचरज नइं होना चाही कि तोर नवां जनम होना जरूरी अय। \v 8 हवा ह जेति चाहथे ओती चलथे। तेंह सिरिप एकर आरो भर ला सुनथस, पर तेंह नइं बता सकस कि येह कहां ले आथे या येह कहां जाथे। हर ओ मनखे जऊन ह पबितर आतमा ले जनम लेथे, ओकर संग घलो अइसनेच होथे।” \p \v 9 निकुदेमुस ह पुछिस, “येह कइसने हो सकथे?” \p \v 10 यीसू ह जबाब दीस, “तेंह इसरायली मनखेमन के एक गुरू अस, अऊ का तेंह ये बातमन ला नइं समझत हस? \v 11 मेंह तोला सच कहत हंव, जऊन बात ला हमन जानथन, ओकरे बारे म हमन गोठियाथन, अऊ जऊन ला हमन देखे हवन, ओकर गवाही देथन, पर तुमन हमर गवाही ला नइं मानव। \v 12 मेंह तुमन ला ये धरती के बातमन ला बताएंव अऊ तुमन बिसवास नइं करत हव, पर कहूं मेंह स्वरग के बातमन ला बताहूं, त तुमन कइसने बिसवास करहू। \v 13 कभू कोनो स्वरग ला नइं गे हवय, सिरिप एक झन के छोंड़, जऊन ह स्वरग ले आईस याने कि मनखे के बेटा। \v 14 जइसने मूसा ह निरजन जगह म पीतल के सांप ला ऊपर चघाईस, वइसने मनखे के बेटा बर घलो जरूरी अय कि ओला ऊपर चघाय जावय, \v 15 ताकि जऊन कोनो ओकर ऊपर बिसवास करय, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पावय। \p \v 16 “काबरकि परमेसर ह संसार ले अइसने मया करिस कि ओह अपन एकलऊता बेटा ला दे दीस, ताकि जऊन कोनो ओकर बेटा ऊपर बिसवास करय, ओह नास नइं होवय, पर परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पावय। \v 17 परमेसर ह अपन बेटा ला एकर खातिर नइं पठोईस कि ओह संसार ला दोसी ठहिरावय, पर ये खातिर पठोईस कि ओकर जरिये संसार के उद्धार करे। \v 18 जऊन कोनो ओकर ऊपर बिसवास करथे, ओह दोसी नइं ठहिरय, पर जऊन ह बिसवास नइं करय, ओह पहिले ले दोसी ठहर चुकिस, काबरकि ओह परमेसर के एकलऊता बेटा ऊपर बिसवास नइं करिस। \v 19 नियाय करइया के फैसला ये अय: अंजोर ह संसार म आईस, पर मनखेमन अंजोर के बदले अंधियार ले मया करिन, काबरकि ओमन के काम खराप रिहिन। \v 20 जऊन ह खराप काम करथे, ओह अंजोर ले घिन करथे अऊ ओह अंजोर म नइं आवय, काबरकि ओला डर रहिथे कि ओकर खराप काममन उजागर हो जाहीं। \v 21 पर जऊन ह सही काम ला करथे, ओह अंजोर म आथे, ताकि ये साफ दिख जावय कि ओकर काम ह परमेसर के जरिये करे गे हवय।” \s1 यीसू के बारे म यूहन्ना बतिसमा देवइया के गवाही \p \v 22 एकर बाद, यीसू अऊ ओकर चेलामन यहूदिया प्रदेस के गंवई इलाका म गीन। उहां ओह ओमन के संग कुछू समय तक रिहिस अऊ मनखेमन ला बतिसमा दीस। \v 23 यूहन्ना ह घलो सलीम के लकठा म एनोन म बतिसमा देवत रिहिस, काबरकि उहां बहुंत पानी रिहिस अऊ मनखेमन उहां आके ओकर ले बतिसमा लेवत रिहिन। \v 24 यूहन्ना ह अभी तक जेल म नइं डारे गे रिहिस। \v 25 यूहन्ना के कुछू चेलामन के, एक यहूदी संग सुध होय के बारे म बहस होय लगिस। \v 26 ओमन यूहन्ना करा जाके कहिन, “हे गुरूजी, ओ मनखे जऊन ह यरदन नदी के ओ पार तोर संग रिहिस अऊ जेकर बारे म तेंह गवाही दे रहय—देख, ओह घलो बतिसमा देवत हवय, अऊ जम्मो मनखे ओकर करा जावत हवंय।” \p \v 27 यूहन्ना ह ओमन ला जबाब दीस, “मनखे ह कुछू नइं पा सकय, जब तक कि परमेसर ह स्वरग ले ओला नइं देवय। \v 28 तुमन खुदे मोर गवाह हव कि मेंह कहे रहेंव, ‘मेंह मसीह नो हंव, पर मेंह ओकर आघू पठोय गे हवंव।’ \v 29 दुलहिन ह दूल्हा के होथे। दूल्हा के संगवारी ह तीर म ठाढ़े रहिथे अऊ ओकर सुनथे अऊ जब ओह दूल्हा के अवाज ला सुनथे, त ओह बहुंत खुस होथे। ओही किसम के खुसी मोर अय, जऊन ह अब पूरा हो गे। \v 30 ये जरूरी अय कि ओह बाढ़े अऊ मेंह घटंव।” \p \v 31 जऊन ह ऊपर\f + \fr 3:31 \fr*\ft या \ft*\fqa स्वरग\fqa*\f* ले आथे, ओह सबले बड़े होथे। जऊन ह धरती ले आथे, ओह धरती के होथे अऊ ओह धरती के बात गोठियाथे। जऊन ह स्वरग ले आथे, ओह जम्मो के ऊपर होथे। \v 32 ओह ओ बात ला बताथे, जऊन ला ओह देखे अऊ सुने रहिथे, पर ओकर गवाही ला कोनो नइं मानंय। \v 33 जऊन ह ओकर गवाही ला मानथे, ओह ये साबित करथे कि परमेसर ह सच्चा ए। \v 34 काबरकि जऊन ला परमेसर ह पठोय हवय, ओह परमेसर के गोठ गोठियाथे। परमेसर ह ओला अपन आतमा ले भर देथे। \v 35 ददा ह अपन बेटा ले मया करथे अऊ ओह जम्मो चीज ला ओकर हांथ म कर दे हवय। \v 36 जऊन ह बेटा के ऊपर बिसवास करथे, ओकर करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी हवय, पर जऊन ह बेटा के बात ला नइं मानय, ओह ओ सदाकाल के जिनगी के अनुभव कभू नइं करही, काबरकि परमेसर के कोरोध ह ओकर ऊपर बने रहिथे। \c 4 \s1 यीसू ह एक सामरी माईलोगन संग गोठियाथे \p \v 1 फरीसीमन सुनिन कि यीसू ह यूहन्ना ले घलो जादा मनखेमन ला चेला बनाथे अऊ बतिसमा देवत हवय। \v 2 असल म, यीसू ह खुद कोनो ला बतिसमा नइं देवत रिहिस, पर ओकर चेलामन बतिसमा देवत रिहिन। \v 3 तब ओह यहूदिया प्रदेस ला छोंड़के गलील प्रदेस म फेर वापिस चल दीस। \p \v 4 जब यीसू ह गलील ला वापिस जावत रिहिस, त ओला सामरिया प्रदेस ले होके जाय ला पड़िस। \v 5 ओह सामरिया प्रदेस के सूखार नांव के एक सहर म आईस। ये सहर ह ओ भुइयां के लकठा म रिहिस, जऊन ला याकूब ह अपन बेटा यूसुफ ला देय रिहिस। \v 6 उहां याकूब के कुआं रहय; यीसू ह रेंगत-रेंगत थक गे रहय, एकरसेति ओह ओ कुआं के लकठा म बईठ गीस। येह करीब मंझन के बेरा रिहिस। \p \v 7 ओतकीच बेरा, एक सामरी माईलोगन ह ओ कुआं ले पानी भरे बर आईस, त यीसू ह ओला कहिस, “मोला, पीये बर थोरकन पानी दे ओ।” \v 8 (यीसू के चेलामन खाय के चीज बिसोय बर सहर गे रहंय।) \p \v 9 ओ सामरी माईलोगन ह ओला कहिस, “यहूदी जात के होके, तेंह मोर ले पानी काबर मांगत हस? मेंह एक सामरी माईलोगन अंव।” (यहूदीमन सामरीमन के संग कोनो संबंध नइं रखत रिहिन।) \p \v 10 यीसू ह जबाब दीस, “कहूं तेंह परमेसर के बरदान ला जानते अऊ ये घलो जानते कि जऊन ह तोर ले पीये के पानी मांगत हवय, ओह कोन ए, त तेंह ओकर ले मांगते अऊ ओह तोला जिनगी के पानी देतिस।” \p \v 11 ओ माईलोगन ह कहिस, “ए महाराज, पानी भरे बर तो तोर करा कोनो बाल्टी नइं ए, अऊ ये कुआं ह गहिरा हवय। त फेर तोर करा ओ जिनगी के पानी कहां ले आही? \v 12 का तेंह हमर पुरखा याकूब ले बड़े अस, जऊन ह हमन ला ये कुआं देय हवय। अऊ ओह खुद अऊ ओकर बेटामन अऊ ओकर पसुमन घलो ये कुआं ले पानी पीये हवंय।” \p \v 13 यीसू ह जबाब दीस, “जऊन ह ये पानी ला पीही, ओह फेर पीयासन होही, \v 14 पर जऊन ह ओ पानी ला पीही, जऊन ला मेंह दूहूं, ओह फेर कभू पीयासन नइं होही। जऊन पानी मेंह ओला दूहूं, ओह ओमा सोता के पानी सहीं होही, जऊन ह हर समय बहते रहिथे, अऊ येह ओला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी देथे।” \p \v 15 तब ओ माईलोगन ह यीसू ला कहिस, “हे महाराज, मोला ओ पानी दे ताकि मेंह फेर पीयासन झन होवंव अऊ न ही मोला इहां पानी भरे बर फेर आना पड़य।” \p \v 16 यीसू ह ओला कहिस, “जा, अऊ अपन घरवाला ला इहां बलाके ले आ।” \p \v 17 ओ माईलोगन ह कहिस, “मोर कोनो घरवाला नइं ए।” \p यीसू ह कहिस, “तेंह सही कहथस कि तोर कोनो घरवाला नइं ए। \v 18 काबरकि तेंह पांच घरवाला बना चुके हवस, अऊ जऊन मनखे के संग अभी तेंह रहत हवस, ओह घलो तोर घरवाला नो हय। अभी तेंह जऊन बात कहय, ओह बिलकुल सही ए।” \p \v 19 ओ माईलोगन ह कहिस, “महाराज, मोला अइसने लगथे कि तेंह एक अगमजानी अस। \v 20 हमर पुरखामन ये पहाड़ ऊपर परमेसर के अराधना करत रिहिन, पर तुम यहूदीमन ये कहिथव कि ओ जगह यरूसलेम म हवय, जिहां हमन ला परमेसर के अराधना करना चाही।” \p \v 21 यीसू ह ओला कहिस, “हे नारी, मोर ऊपर बिसवास कर। ओ समय ह आही, जब मनखेमन परमेसर ददा के अराधना न तो ये पहाड़ ऊपर करहीं अऊ न ही यरूसलेम म। \v 22 तुमन सामरीमन जेकर अराधना करथव, ओला तुमन नइं जानव; हमन यहूदीमन जेकर अराधना करथन, ओला हमन जानथन, काबरकि उद्धार के संदेस ह यहूदीमन के जरिये आही। \v 23 पर ओ समय ह आवत हवय, अऊ अब आ गे हवय, जब सही भक्ति करइयामन परमेसर ददा के भक्ति आतमा अऊ सच्चई ले करहीं। काबरकि परमेसर ददा ह अइसने भक्ति करइयामन ला चाहथे। \v 24 परमेसर ह आतमा अय, अऊ ये जरूरी अय कि ओकर भक्ति करइयामन आतमा अऊ सच्चई ले ओकर भक्ति करंय।” \p \v 25 तब ओ माईलोगन ह कहिस, “मेंह जानत हंव कि मसीह (जऊन ला ख्रिस्त कहे जाथे) अवइया हवय। जब ओह आही, त हमन ला जम्मो बातमन ला बताही।” \p \v 26 तब यीसू ह ओला कहिस, “में जऊन ह तोर ले गोठियावत हंव, ओहीच अंव।” \p \v 27 ओतकी बेरा यीसू के चेलामन लहुंटके आईन अऊ ये देखके अचरज करे लगिन कि यीसू ह एक माईलोगन ले गोठियावत हवय। पर एको झन ओकर ले ये नइं पुछिन, “तेंह का चाहथस?” या “तेंह ओकर ले काबर गोठियावत हस?” \p \v 28 तब ओ माईलोगन ह अपन घघरी ला उहां छोंड़ दीस अऊ सहर म वापिस जाके मनखेमन ला कहिस, \v 29 “आवव, अऊ ओ मनखे ला देखव, जऊन ह ओ जम्मो बात बता दीस, जेला मेंह करे हवंव। ओह मसीह हो सकथे।” \v 30 मनखेमन सहर ले निकलके यीसू करा आवन लगिन। \p \v 31 ये दरमियान यीसू के चेलामन ओकर ले बिनती करिन, “हे रब्बी, कुछू खा ले।” \p \v 32 पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर करा खाय बर अइसने भोजन हवय, जेकर बारे म तुमन कुछू नइं जानत हव।” \p \v 33 तब चेलामन एक-दूसर ले पुछे लगिन, “का कोनो एकर बर कुछू खाय बर लाय हवय?” \p \v 34 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर भोजन ये अय कि मेंह अपन पठोइया परमेसर के ईछा ला पूरा करंव अऊ ओ काम ला पूरा करंव, जऊन ला ओह मोला दे हवय। \v 35 का तुमन ये नइं कहव, ‘फसल ला पके बर अभी चार महिना बांचे हवय, तब लुवई सुरू होही।’ अपन चारों कोति देखव—मनखेमन के आतमा के खेत ला, जऊन ह लुवई बर तियार हवय। \v 36 ओ मनखे जऊन ह फसल लूथे, ओला ओकर बनी मिलथे अऊ ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी बर फर संकेलथे, ताकि बोवइया अऊ लुवइया दूनों मिलके खुसी मनावंय। \v 37 एकरसेति ये कहावत ह सही ए, ‘कोनो बोथे, त कोनो आने ओला लूथे।’ \v 38 मेंह तुमन ला उहां फसल लुए बर पठोएंव, जिहां तुमन नइं बोए रहेव; आने मन उहां कठोर मेहनत करिन, अऊ तुमन ला ओमन के मेहनत के फर मिलिस।” \s1 बहुंत सामरी मनखेमन बिसवास करथें \p \v 39 ओ सहर के बहुंत सामरी मनखेमन यीसू ऊपर बिसवास करिन, काबरकि ओ माईलोगन ह ये बताय रिहिस, “ओह मोला ओ जम्मो बात बता दीस, जेला मेंह करे हवंव।” \v 40 एकरसेति जब ओ सामरी मनखेमन यीसू करा आईन, त ओमन यीसू ले बिनती करिन, “हमर संग रही जा।” अऊ यीसू ह उहां दू दिन रिहिस। \v 41 ओकर बचन ला सुनके अऊ बहुंत झन ओकर ऊपर बिसवास करिन। \p \v 42 ओमन ओ माईलोगन ला कहिन, “अब हमन सिरिप तोर कहे ले ही बिसवास नइं करथन, पर हमन खुदे ओकर बात ला सुने हवन, अऊ हमन जान गे हवन कि ओह सही म संसार के उद्धार करइया अय।” \s1 यीसू ह एक अधिकारी के बेटा ला चंगा करथे \p \v 43 दू दिन के बाद, यीसू ह उहां ले गलील प्रदेस ला चल दीस। \v 44 (काबरकि यीसू खुदे कहे रिहिस कि एक अगमजानी ला ओकर खुद के देस म आदरमान नइं मिलय।) \v 45 जब ओह गलील प्रदेस म आईस, त गलील के मनखेमन ओकर सुवागत करिन, काबरकि ओमन फसह तिहार के बखत यरूसलेम गे रिहिन अऊ ओमन ओ जम्मो बात ला देखे रिहिन, जऊन ला यीसू ह उहां तिहार के बखत करे रिहिस। \p \v 46 यीसू ह एक बार फेर गलील के काना सहर म गीस, जिहां ओह पानी ला अंगूर के मंद बनाय रिहिस। एक साही अधिकारी रिहिस, जेकर बेटा ह कफरनहूम सहर म बेमार पड़े रहय। \v 47 जब ये अधिकारी ह सुनिस कि यीसू ह यहूदिया प्रदेस ले गलील म आय हवय, त ओह ओकर करा गीस अऊ बिनती करिस कि ओह आके ओकर बेटा ला चंगा कर देवय, जऊन ह मरइया रिहिस। \p \v 48 यीसू ह ओला कहिस, “जब तक तुमन चिनहां अऊ चमतकार नइं देखहू, तब तक बिसवास नइं करव।” \p \v 49 ओ अधिकारी ह कहिस, “हे महाराज, एकर पहिली कि मोर लइका ह मर जावय, तेंह जल्दी चल।” \p \v 50 यीसू ह ओला कहिस, “तेंह जा। तोर बेटा ह जीयत हवय।” \p ओ मनखे ह यीसू के बात ला बिसवास करके उहां ले चल दीस। \v 51 जब ओह अपन घर जावत रिहिस, त रसता म ओकर सेवकमन मिलिन अऊ ओला बताईन, “तोर बेटा ह जीयत हवय।” \v 52 ओह ओमन ले पुछिस, “कतेक बेरा ओह बने होईस?” ओमन कहिन, “कल मंझन के एक बजे ओकर जर ह उतर गीस।” \p \v 53 तब ओ लइका के ददा ह सुरता करिस कि येह तो ओहीच बेरा ए, जब यीसू ह ओला कहे रिहिस, “तोर बेटा ह जीयत हवय।” तब ओह अऊ ओकर घराना के जम्मो झन यीसू ऊपर बिसवास करिन। \p \v 54 येह दूसरा अचरज के चिनहां रिहिस जऊन ला यीसू यहूदिया प्रदेस ले आके गलील प्रदेस म करिस। \c 5 \s1 यीसू ह पानी के कुन्ड करा एक रोगी ला बने करथे \p \v 1 एकर बाद, यहूदीमन के एक तिहार होईस, जेकर कारन यीसू ह यरूसलेम गीस। \v 2 यरूसलेम म भेड़ दुवार के लकठा म एक ठन पानी के कुन्ड हवय, जऊन ला इबरानी म बेतहसदा\f + \fr 5:2 \fr*\ft कुछू हस्तलिपि म \ft*\fqa बैतसैदा \fqa*\ft लिखाय हवय\ft*\f* कहिथें। ओकर चारों कोति पांच ठन खुला परछी हवय\f + \fr 5:2 \fr*\fq बेतहसदा \fq*\ft ये सबद के मतलब होथे \ft*\fqa दया के घर\fqa*\f*। \v 3 ओमा कतको बेमार, अंधरा, खोरवा अऊ लूलवा मनखेमन (पानी के हाले के आसा म) पड़े रहंय। \v 4 एक ठहिराय समय म परभू के स्वरगदूत ह खाल्हे उतरय अऊ पानी ला हलाय करय। पानी के हालते ही जऊन बिमरहा ह सबले पहिली ओ कुन्ड म उतरे, ओह चंगा हो जावय, चाहे ओकर कोनो भी बेमारी होवय।\f + \fr 5:4 \fr*\ft कुछू पुराना हस्तलिपि म ये पद नइं मिलय।\ft*\f* \v 5 उहां एक मनखे रहय, जऊन ह अड़तीस साल ले बेमारी म पड़े रहय। \v 6 जब यीसू ह ओला उहां पड़े देखिस अऊ ये जानिस कि ओह बहुंत दिन ले ये दसा म हवय, त यीसू ह ओकर ले पुछिस, “का तेंह बने होय बर चाहथस?” \p \v 7 ओ बिमरहा मनखे ह यीसू ला कहिस, “हे परभू! मोर करा इहां कोनो नइं ए कि जब पानी ह हलाय जाथे, त मोला कुन्ड म उतारे, अऊ जब मेंह उतरे के कोसिस करथंव, त कोनो आने मोर ले आघू कुन्ड म उतर जाथे।” \p \v 8 तब यीसू ह ओला कहिस, “उठ! अपन खटिया ला उठा अऊ रेंग।” \v 9 तुरते ओ मनखे ह बने हो गीस; ओह अपन खटिया ला उठाईस अऊ चले-फिरे लगिस। \p जऊन दिन ये काम होईस, ओह यहूदीमन के बिसराम दिन रिहिस। \v 10 एकरसेति यहूदी अगुवामन ओ मनखे, जऊन ह बने होय रिहिस, ओला कहिन, “आज बिसराम के दिन ए, अऊ आज के दिन खटिया ला उठई हमर कानून के बिरूध ए।” \p \v 11 पर ओह ओमन ला ये जबाब दीस, “जऊन ह मोला बने करिस, ओह मोला कहिस, ‘अपन खटिया ला उठा अऊ रेंग।’ ” \p \v 12 ओमन ओकर ले पुछिन, “ओह कोन मनखे ए, जऊन ह तोला कहिस कि अपन खटिया उठा अऊ रेंग?” \p \v 13 पर जऊन मनखे ह बने होय रिहिस, ओह ये नइं जानत रिहिस कि ओला कोन ह बने करिस, काबरकि ओ जगह म मनखेमन के भीड़ रहय अऊ यीसू ह उहां ले निकल गे रहय। \p \v 14 बाद म, यीसू ओला मंदिर म भेंटिस, त ओला कहिस, “देख, तेंह अब बने हो गे हवस। अब पाप झन करबे, नइं तो एकर ले भारी बिपत्ति तोर ऊपर पड़ सकथे।” \v 15 ओ मनखे ह जाके यहूदी अगुवामन ला बताईस कि जऊन मनखे ह मोला बने करिस, ओह यीसू ए। \s1 बेटा के दुवारा जिनगी \p \v 16 यीसू ह ये काममन ला यहूदीमन के बिसराम दिन म करत रिहिस, एकरसेति यहूदी अगुवामन यीसू ला सताय लगिन। \v 17 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर ददा ह हमेसा अपन काम करत हवय, अऊ मेंह घलो काम करत हवंव।” \v 18 एकरे कारन यहूदीमन यीसू ला मार डारे के अऊ कतको उपाय करे लगिन, काबरकि यीसू ह न सिरिप बिसराम दिन के कानून ला टोरत रिहिस, पर ओह परमेसर ला अपन खुद के ददा कहिके, अपनआप ला परमेसर के बरोबर घलो रखत रिहिस। \p \v 19 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव; बेटा ह अपनआप ले कुछू नइं कर सकय; ओह सिरिप ओही ला करथे, जऊन ला ओह अपन ददा ला करत देखथे। जऊन कुछू ददा ह करथे, बेटा ह घलो वइसने करथे। \v 20 काबरकि ददा ह बेटा ला मया करथे अऊ जऊन कुछू ओह करथे, ओ जम्मो ला अपन बेटा ला देखाथे। एकर ले घलो बड़े काम ओह ओला देखाही ताकि तुमन अचम्भो करव। \v 21 काबरकि जइसने ददा ह मरे मनखे ला जियाथे अऊ ओमन ला जिनगी देथे, वइसनेच बेटा ह घलो जऊन ला चाहथे, ओला जिनगी देथे। \v 22 ददा ह काकरो नियाय नइं करय, पर ओह नियाय करे के जम्मो अधिकार अपन बेटा ला सऊंप दे हवय, \v 23 ताकि जम्मो मनखे जइसने ददा के आदर करथें, वइसनेच बेटा के घलो आदर करंय। जऊन ह बेटा के आदर नइं करय, ओह ददा के घलो आदर नइं करय, जऊन ह बेटा ला पठोय हवय। \p \v 24 “मेंह तुमन ला सच कहत हंव, जऊन ह मोर बचन ला सुनथे, अऊ मोर पठोइया के ऊपर बिसवास करथे, ओकर करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी हवय; ओह दंड के भागी नइं होवय; ओह मिरतू ले पार होके जिनगी पा चुके हवय। \v 25 मेंह तुमन ला सच कहत हंव, ओ समय ह आवत हे, अऊ आ गे हवय, जब मरे मनखेमन परमेसर के बेटा के अवाज ला सुनहीं, अऊ जऊन मन येला सुनहीं, ओमन जिनगी पाहीं। \v 26 काबरकि जइसने ददा ह अपन म जिनगी रखथे; ओही किसम ले, ओह बेटा ला घलो अधिकार दे हवय कि ओह अपन म जिनगी रखय। \v 27 अऊ मनखे के बेटा होय के कारन, ओला नियाय करे के अधिकार घलो दे हवय। \p \v 28 “ये बात ले अचम्भो झन करव, काबरकि ओ समय ह आवत हे, जब कबर के जम्मो मरे मनखेमन ओकर अवाज ला सुनहीं \v 29 अऊ बाहिर निकल आहीं; जऊन मन भलई करे हवंय, ओमन जिनगी पाय बर जी उठहीं, अऊ जऊन मन कुकरम करे हवंय, ओमन सजा पाय बर जी उठहीं। \v 30 मेंह अपनआप ले कुछू नइं कर सकंव। जइसने परमेसर ह मोला कहिथे, वइसने मेंह नियाय करथंव, अऊ मोर नियाय ह सही अय, काबरकि मेंह अपनआप ला खुस करे के कोसिस नइं करंव, पर ओला खुस करथंव, जऊन ह मोला पठोय हवय। \s1 यीसू के बारे म गवाही \p \v 31 “यदि मेंह अपन बारे म खुद गवाही देथंव, त मोर गवाही ह सही नो हय। \v 32 पर एक झन अऊ हवय, जऊन ह मोर बारे म गवाही देथे, अऊ मेंह जानत हंव कि मोर बारे म ओकर गवाही ह सही ए। \p \v 33 “तुमन यूहन्ना करा अपन संदेसियामन ला पठोय रहेव अऊ ओह सच्चई के गवाही दे हवय। \v 34 अइसने बात नो हय कि मेंह मनखे के गवाही चाहत हंव; पर मेंह ये बात एकरसेति कहत हंव कि तुम्हर उद्धार होवय। \v 35 यूहन्ना ह एक ठन दीया के सहीं रिहिस, जऊन ह बरिस अऊ अंजोर दीस, अऊ तुमन ला ओकर अंजोर म कुछू समय तक आनंद मनई बने लगिस। \p \v 36 “पर मोर करा यूहन्ना के देय गवाही ले घलो बड़े गवाही हवय। जऊन काम ला ददा ह मोला पूरा करे बर देय हवय, अऊ जऊन ला मेंह करत हवंव, ओ काममन खुदे गवाही देथें कि ददा ह मोला पठोय हवय। \v 37 ददा, जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह खुद मोर बारे म गवाही देय हवय। तुमन ओकर अवाज ला कभू नइं सुनेव अऊ न ही ओकर रूप ला देखे हवव, \v 38 अऊ न ही ओकर बचन तुम्हर हिरदय म रहिथे, काबरकि जऊन ला ओह पठोईस, ओकर ऊपर तुमन बिसवास नइं करेव। \v 39 तुमन परमेसर के बचन ला लगन ले पढ़थव, काबरकि तुमन सोचथव कि ओमा तुमन ला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी मिलही; येह परमेसर के ओही बचन अय, जऊन ह मोर बारे म गवाही देथे। \v 40 तभो ले तुमन जिनगी पाय बर मोर करा नइं आय चाहव। \p \v 41 “मेंह मनखेमन ले महिमा पाय बर नइं चाहंव, \v 42 पर मेंह जानत हंव कि तुम्हर हिरदय म परमेसर बर मया नइं ए। \v 43 मेंह अपन ददा परमेसर के नांव म आय हवंव, अऊ तुमन मोला गरहन नइं करव; पर यदि कोनो आने मनखे अपन खुद के नांव म आही, त तुमन ओला गरहन कर लूहू। \v 44 तुमन एक-दूसर ले महिमा पाय बर चाहथव, अऊ ओ महिमा जऊन ह सिरिप परमेसर करा ले आथे, ओला पाय के कोनो कोसिस नइं करव; तब तुमन कइसने बिसवास कर सकथव? \p \v 45 “ये झन सोचव कि मेंह ददा के आघू म तुम्हर ऊपर दोस लगाहूं। ओह मूसा ए, जऊन ह तुम्हर ऊपर दोस लगाथे, जेकर ऊपर तुमन अपन आसा रखे हवव। \v 46 यदि तुमन मूसा ऊपर बिसवास करे होतेव, त मोर ऊपर घलो बिसवास करतेव, काबरकि ओह मोर बारे म लिखे हवय। \v 47 जब तुमन मूसा के लिखे ओ बातमन ला बिसवास नइं करव, तब तुमन मोर बात ला कइसने बिसवास करहू?” \c 6 \s1 यीसू ह पांच हजार मनखेमन ला खाना खवाथे \r (मत्ती 14:13‑21; मरकुस 6:30‑44; लूका 9:10‑17) \p \v 1 एकर बाद, यीसू ह गलील के झील के ओ पार गीस। (गलील के झील ला तिबिरियास के झील घलो कहिथें।) \v 2 अऊ एक बड़े भीड़ ओकर पाछू हो लीस, काबरकि मनखेमन ओ अचरज के चिनहांमन ला देखे रिहिन, जऊन ला ओह बिमरहामन ला बने करे के दुवारा देखाय रिहिस। \v 3 तब यीसू ह पहाड़ी ऊपर गीस अऊ अपन चेलामन संग उहां बईठ गीस। \v 4 यहूदीमन के फसह तिहार ह लकठा आवत रहय। \p \v 5 जब यीसू ह आंखी उठाके देखिस, त मनखेमन के एक बड़े भीड़ ओकर कोति आवत रहय। तब ओह फिलिप्पुस ला कहिस, “ये मनखेमन ला खवाय बर हमन कहां ले रोटी बिसोबो?” \v 6 यीसू ह ओला सिरिप परखे बर ये बात ला पुछिस, काबरकि ओह पहिली ले जानत रहय कि ओह का करइया रिहिस। \p \v 7 फिलिप्पुस ह जबाब देके कहिस, “यदि दू सौ दीनार\f + \fr 6:7 \fr*\ft एक दीनार याने एक दिन के बनी।\ft*\f* के रोटी बिसोथन, तभो ले येमा के हर एक मनखे ला मुसकुल से एक-एक कऊंरा मिलही।” \p \v 8 ओकर एक आने चेला, सिमोन पतरस के भाई अन्द्रियास ह ओला कहिस, \v 9 “इहां एक झन छोकरा हवय, जेकर करा जवांर के पांच रोटी अऊ दू ठन मछरी हवय; पर अतेक झन बर येह कुछू नो हय?” \p \v 10 यीसू ह कहिस, “मनखेमन ला बईठा देवव।” ओ जगह म अब्बड़ कांदी रहय। तब जम्मो मनखेमन बईठ गीन; उहां करीब पांच हजार आदमीमन रिहिन। \v 11 तब यीसू ह रोटी ला लीस अऊ परमेसर ला धनबाद देके उहां बईठे मनखेमन ला बांट दीस, अऊ वइसनेच ओह मछरीमन ला घलो बांट दीस। ओमन जतकी चाहिन, ओह ओमन ला ओतकी दीस। \p \v 12 जब ओ जम्मो झन खाके अघा गीन, त यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, “बांचे-खुचे टुकड़ामन ला संकेल लेवव, ताकि कुछू ह बरबाद झन होवय।” \v 13 तब ओमन बांचे ला संकेलिन अऊ बारह ठन टुकना ओ पांच ठन जवांर के रोटी के टुकड़ा ले भर गीस, जऊन ला खवइयामन उहां छोंड़ दे रिहिन। \p \v 14 जब मनखेमन यीसू के ओ अचरज के चिनहां ला देखिन, त कहे लगिन, “येह सही म ओ अगमजानी अय, जऊन ह संसार म अवइया रिहिस।” \v 15 ओमन आके यीसू ला जबरदस्ती राजा बनाय के इरादा करत रिहिन; ये बात ला जानके, यीसू ह फेर एके झन पहाड़ ऊपर चल दीस। \s1 यीसू ह पानी ऊपर चलथे \r (मत्ती 14:22‑33; मरकुस 6:45‑52) \p \v 16 जब सांझ होईस, त यीसू के चेलामन उतरके झील के तीर म गीन, \v 17 अऊ उहां झील के ओ पार कफरनहूम जाय बर, एक ठन डोंगा म बईठ गीन। जब ओमन जावत रिहिन, त अंधियार हो गे रहय, अऊ यीसू ह अभी तक ले ओमन करा नइं आय रहय। \v 18 तब एक बड़े आंधी झील के ऊपर चले लगिस, जेकर कारन पानी के बड़े-बड़े लहरा उठिस। \v 19 जब ओमन समुंदर म डोंगा ला खेवत-खेवत पांच-छै किलोमीटर चल दीन, त ओमन यीसू ला अपन डोंगा कोति आवत देखिन; ओह पानी ऊपर चलत रहय, अऊ ओमन डरा गीन। \v 20 पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “येह में अंव, झन डरव।” \v 21 तब ओमन ओला डोंगा म चघाय बर चाहत रिहिन कि डोंगा ह ओ तीर म पहुंच गीस, जिहां ओमन जवइया रिहिन। \p \v 22 दूसर दिन, ओ मनखेमन के भीड़, जऊन ह समुंदर के ओ पार तीर म रूके रहय, ये देखिस कि उहां सिरिप एक ठन डोंगा रिहिस, अऊ ओमन जानत रिहिन कि यीसू ह अपन चेलामन संग ओ डोंगा म नइं गे हवय, पर चेलामन यीसू के बिगर डोंगा म चल दे रिहिन। \v 23 तब कुछू आने डोंगामन तिबिरियास ले ओ जगह के लकठा म आईन, जिहां परभू के धनबाद करे के बाद मनखेमन रोटी खाय रिहिन। \v 24 जब भीड़ ह ये देखिस कि उहां न तो यीसू हवय अऊ न ही ओकर चेलामन, त ओमन डोंगामन म चघिन अऊ यीसू के खोज म कफरनहूम गीन। \s1 यीसू ह जिनगी के रोटी \p \v 25 जब ओ मनखेमन ला यीसू ह समुंदर के ओ पार मिलिस, त ओमन ओकर ले पुछिन, “हे गुरू! तेंह इहां कब आय?” \p \v 26 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, तुमन मोला एकरसेति नइं खोजत हव कि तुमन अचरज के चिनहां ला देखेव, पर एकरसेति कि तुमन छकके रोटी खाय रहेव। \v 27 ओ भोजन बर मेहनत झन करव, जऊन ह नास हो जाथे, पर ओ भोजन बर मेहनत करव, जऊन ह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी तक ठहिरथे, जऊन ला मनखे के बेटा ह तुमन ला दीही। काबरकि परमेसर ददा ह ओकर ऊपर अपन मंजूरी के मुहर लगाय हवय।” \p \v 28 तब ओमन ओकर ले पुछिन, “परमेसर के काम करे बर, हमन का करन?” \p \v 29 यीसू ह ये जबाब दीस, “परमेसर के काम ये अय कि जऊन ला ओह पठोय हवय, ओकर ऊपर बिसवास करव।” \p \v 30 तब ओमन ओकर ले पुछिन, “तेंह हमन ला का अचरज के चिनहां देखाबे कि हमन ओला देखके तोर ऊपर बिसवास करन? तेंह का काम करबे? \v 31 हमर पुरखामन निरजन जगह म मन्ना खाय रिहिन; जइसने परमेसर के बचन म ये लिखे हवय: ‘ओह ओमन ला खाय बर स्वरग ले रोटी दीस\f + \fr 6:31 \fr*\ft \+xt निर 16:4; नहे 9:15; भजन 78:24, 25\+xt*\ft*\f*।’ ” \p \v 32 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव कि मूसा ह तुमन ला स्वरग ले ओ रोटी नइं देय रिहिस, पर ओह मोर ददा ए, जऊन ह तुमन ला स्वरग ले सच्चई के रोटी देथे। \v 33 काबरकि परमेसर के रोटी ओह अय, जऊन ह स्वरग ले उतरथे अऊ संसार ला जिनगी देथे।” \p \v 34 ओमन कहिन, “हे महाराज, ओ रोटी हमन ला हमेसा देय कर।” \p \v 35 तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “जिनगी के रोटी मेंह अंव। जऊन ह मोर करा आथे, ओह कभू भूखन नइं होवय अऊ जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह कभू पीयासन नइं होवय। \v 36 पर जइसने मेंह तुमन ला कहेंव कि तुमन मोला देख भी ले हवव, अऊ तभो ले तुमन बिसवास नइं करथव। \v 37 जऊन कुछू ददा ह मोला देथे, ओ जम्मो ह मोर करा आही अऊ जऊन कोनो मोर करा आथे, मेंह ओला कभू नइं निकालंव। \v 38 काबरकि मेंह अपन ईछा ला नइं, पर अपन पठोइया के ईछा ला पूरा करे बर स्वरग ले उतरे हवंव। \v 39 अऊ मोर पठोइया के ईछा ये अय कि जऊन कुछू ओह मोला देय हवय, ओमा ले कोनो ला घलो मेंह झन गंवांवंव, पर आखिरी दिन म ओमन ला जियावंव। \v 40 काबरकि मोर ददा के ईछा ये अय कि जऊन कोनो बेटा ला देखथे अऊ ओकर ऊपर बिसवास करथे, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पाही, अऊ मेंह आखिरी दिन म ओला जियाहूं।” \p \v 41 तब यहूदीमन यीसू ऊपर बड़बड़ाय लगिन, काबरकि ओह ये कहे रिहिस, “मेंह ओ रोटी अंव, जऊन ह स्वरग ले उतरिस।” \v 42 ओमन कहिन, “का येह यूसुफ के बेटा यीसू नो हय, जेकर दाई-ददा ला हमन जानथन? तब ओह कइसने कह सकथे कि ओह स्वरग ले उतरे हवय?” \p \v 43 यीसू ह ओमन ला ये जबाब दीस, “आपस म बड़बड़ाय बर बंद करव। \v 44 मोर करा कोनो नइं आ सकय, जब तक ददा जऊन ह मोला पठोय हवय, ओला मोर तरफ नइं खींचय; अऊ मेंह ओला आखिरी दिन म जियाहूं। \v 45 अगमजानीमन के किताब म ये लिखे हवय: ‘ओ जम्मो झन परमेसर के दुवारा सिखोय जाहीं।’\f + \fr 6:45 \fr*\ft \+xt यसा 54:13\+xt*\ft*\f* जऊन कोनो ददा के सुनथे अऊ ओकर ले सीखथे, ओह मोर करा आथे। \v 46 कोनो भी ददा ला नइं देखे हवंय, सिरिप ओकर छोंड़, जऊन ह परमेसर कोति ले आय हवय, सिरिप ओहीच ह ददा ला देखे हवय। \v 47 मेंह तुमन ला सच कहथंव, जऊन ह बिसवास करथे, ओह परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी पाथे। \v 48 जिनगी के रोटी मेंह अंव। \v 49 तुम्हर पुरखामन निरजन जगह म मन्ना खाईन, पर ओमन मर गीन। \v 50 पर येह ओ रोटी अय, जऊन ह स्वरग ले उतरे हवय ताकि मनखे ह येला खावय अऊ झन मरय। \v 51 मेंह ओ जीयत रोटी अंव, जऊन ह स्वरग ले उतरिस। यदि कोनो ये रोटी म ले खाही, त ओह सदाकाल तक जीयत रहिही। ओ रोटी जऊन ला मेंह संसार के जिनगी बर दूहूं, ओह मोर मांस ए।” \p \v 52 येला सुनके यहूदीमन आपस म ये कहिके बहस करे लगिन, “ये मनखे ह हमन ला अपन मांस खाय बर कइसने दे सकथे?” \p \v 53 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, जब तक तुमन मनखे के बेटा के मांस ला नइं खावव अऊ ओकर लहू ला नइं पीयव, तब तक तुमन म जिनगी नइं ए। \v 54 जऊन कोनो मोर मांस खाथे अऊ मोर लहू पीथे, ओकर करा परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी हवय, अऊ मेंह ओला आखिरी दिन म जियाहूं। \v 55 काबरकि मोर मांस ह सही भोजन अय अऊ मोर लहू ह सही म पीये के चीज अय। \v 56 जऊन कोनो मोर मांस खाथे अऊ मोर लहू पीथे, ओह मोर म बने रहिथे, अऊ मेंह ओमा बने रहिथंव। \v 57 जइसने जीयत ददा ह मोला पठोईस अऊ ददा के कारन मेंह जीयत हवंव, ओहीच किसम ले जऊन ह मोला खाही, ओह मोर कारन जीयत रहिही। \v 58 येह ओ रोटी ए, जऊन ह स्वरग ले उतरिस। हमर पुरखामन मन्ना खाईन अऊ मर गीन, पर जऊन ह ये रोटी ला खाही, ओह सदाकाल तक जीयत रहिही।” \v 59 यीसू ह ये बातमन ला कफरनहूम के एक सभा-घर म उपदेस देवत कहिस। \s1 कतको चेलामन यीसू ला छोंड़ देथें \p \v 60 येला सुनके, यीसू के कतको चेलामन कहिन, “ये उपदेस ला गरहन करई कठिन ए।” \p \v 61 यीसू ह अपन मन म जान डारिस कि ओकर चेलामन कुड़कुड़ावत हवंय; एकरसेति ओह ओमन ला कहिस, “का ये बात ले तुमन ला ठेस लगथे? \v 62 तब तुम्हर का होही, यदि तुमन मनखे के बेटा ला जिहां ओह पहिली रिहिस, उहां ऊपर जावत देखहू त? \v 63 पबितर आतमा ह जिनगी देथे; मांस ले कोनो फायदा नइं होवय। जऊन बात मेंह तुमन ला कहे हवंव, ओमन आतमा अऊ जिनगी अंय। \v 64 पर तुमन म कुछू मनखे हवंय, जऊन मन ये बातमन ला बिसवास नइं करंय।” काबरकि यीसू ह सुरू ले जानत रिहिस कि ओमा ले कोन बिसवास नइं करंय अऊ कोन ह ओला धोखा दीही। \v 65 यीसू ह ये घलो कहिस, “एकरे कारन मेंह तुमन ला कहेंव कि जब तक ददा कोति ले बरदान नइं मिलय, तब तक कोनो मोर करा नइं आ सकय।” \p \v 66 एकर बाद, यीसू के कतको चेलामन ओला छोंड़के वापिस चल दीन अऊ ओकर पाछू नइं गीन। \p \v 67 तब यीसू ह बारह चेलामन ले पुछिस, “का तुमन घलो मोला छोंड़के जाय चाहत हव?” \p \v 68 सिमोन पतरस ह जबाब देके कहिस, “हे परभू, हमन काकर करा जाबो? परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी के बात तो तोर करा हवय। \v 69 हमन बिसवास करथन अऊ जानत हवन कि तेंह परमेसर के पबितर बेटा अस।” \p \v 70 तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “का मेंह तुमन बारहों झन ला नइं चुने हवंव? तभो ले तुमन ले एक झन सैतान ए?” \v 71 (यीसू ह ये बात सिमोन इस्करियोती के बेटा यहूदा के बारे म कहिस, काबरकि ओह ओ बारहों म ले ओ मनखे रहय, जऊन ह बाद म यीसू ला धोखा देवइया रिहिस।) \c 7 \s1 यीसू ह तम्बूमन के तिहार बर यरूसलेम सहर जाथे \p \v 1 एकर बाद, यीसू ह गलील प्रदेस म एती-ओती गीस। ओह यहूदिया प्रदेस ला नइं जाय चाहत रिहिस, काबरकि यहूदीमन उहां ओला मार डारे बर बाट जोहत रिहिन। \v 2 पर जब यहूदीमन के पबितर-तम्बूमन के तिहार ह लकठा आईस\f + \fr 7:2 \fr*\ft \+xt लैव्य 23:33‑36, 39‑43; ब्यव 16:13‑16\+xt*\ft*\f*, \v 3 त यीसू के भाईमन ओला कहिन, “तेंह ये जगह ला छोंड़के यहूदिया प्रदेस म चले जा, ताकि जऊन काम तेंह करथस, ओला तोर चेलामन घलो देखंय। \v 4 काबरकि जऊन मनखे ह नांव कमाय चाहथे, ओह गुपत म काम नइं करय। जब तेंह ये काम करथस, त अपनआप ला संसार के मनखेमन ला देखा।” \v 5 अऊ त अऊ ओकर खुद के भाईमन ओकर ऊपर बिसवास नइं करत रिहिन। \p \v 6 तब यीसू ह अपन भाईमन ला कहिस, “मोर बर सही समय अभी तक नइं आय हवय। तुम्हर बर कोनो घलो समय ह सही ए। \v 7 संसार ह तुम्हर ले बईरता नइं कर सकय, पर मोर ले बईरता रखथे, काबरकि मेंह एकर बिरोध म गवाही देथंव कि एकर काममन खराप अंय। \v 8 तुमन ये तिहार म जावव। मेंह अभी ये तिहार म नइं जावंव, काबरकि मोर बर अभी तक सही समय नइं आय हवय।” \v 9 ये कहिके, ओह गलील प्रदेस म रूक गीस। \p \v 10 पर जब यीसू के भाईमन तिहार मनाय बर चल दीन, त ओह घलो गीस, पर ओह खुलेआम नइं जाके गुपत ढंग ले उहां गीस। \v 11 तिहार के बखत यहूदीमन ओला खोजत रिहिन अऊ ये पुछत रिहिन, “ओ मनखे ह कहां हवय?” \p \v 12 मनखेमन के भीड़ म ओकर बारे म बहुंत कानाफूसी होवत रहय। कुछू मनखेमन कहत रिहिन, “ओह बने मनखे ए।” \p पर कुछू मनखेमन कहंय, “नइं, ओह मनखेमन ला धोखा देथे।” \v 13 पर यहूदीमन के डर के कारन, यीसू के बारे म कोनो मनखे खुलेआम कुछू नइं कहत रिहिन। \s1 तिहार के बखत यीसू ह उपदेस देथे \p \v 14 जब तिहार के आधा समय बीत गे, तब यीसू ह मंदिर म जाके उपदेस देवन लगिस। \v 15 यहूदीमन अचम्भो करके कहन लगिन, “बिगर सीखे ये मनखे ह अतेक जादा कइसने जानथे?” \p \v 16 यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “जऊन उपदेस मेंह देवत हंव, ओह मोर खुद के नो हय। येह ओकर करा ले आथे, जऊन ह मोला पठोय हवय। \v 17 जऊन ह परमेसर के ईछा म चले बर चाहथे, ओह जान डारही कि मोर उपदेस ह परमेसर कोति ले आथे या फेर मेंह अपन खुद के अधिकार ले गोठियावत हंव। \v 18 जऊन ह अपन खुद के अधिकार ले गोठियाथे, ओह अपन खुद के महिमा चाहथे, पर जऊन ह अपन पठोइया के महिमा चाहथे, ओह सच्चा मनखे ए, अऊ ओमा कुछू भी गलत बात नइं ए। \v 19 का मूसा ह तुमन ला कानून नइं देय हवय? तभो ले तुमन ले एको झन घलो ओ कानून ला नइं मानय। तुमन काबर मोला मार डारे के कोसिस करत हव?” \p \v 20 भीड़ के मनखेमन ओला जबाब दीन, “तोर म परेत आतमा हवय। कोन ह तोला मार डारे के कोसिस करत हे?” \p \v 21 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह एक ठन अचरज के काम करेंव, अऊ तुमन जम्मो झन अचम्भो करत हव। \v 22 मूसा ह तुमन ला खतना करे के हुकूम दीस, (असल म येह मूसा करा ले नइं आईस, पर येह कुल के मुखियामन ले चले आवत हवय), अऊ तुमन बिसराम के दिन म घलो लइका के खतना करथव। \v 23 यदि बिसराम के दिन म एक लइका के खतना करे जा सकथे, अऊ मूसा के कानून ह नइं टूटय, त तुमन मोर ऊपर काबर नराज होवत हव कि मेंह बिसराम के दिन म एक मनखे ला बेमारी ले पूरा ठीक कर दे हवंव? \v 24 मुहूं देखके नियाय झन करव। पर सही-सही नियाय करव।” \s1 का यीसू ह मसीह अय? \p \v 25 तब यरूसलेम के कुछू मनखेमन कहन लगिन, “का येह ओ मनखे नो हय, जऊन ला मनखेमन मार डारे बर खोजत हवंय? \v 26 ओह इहां हवय अऊ खुल्लम-खुल्ला गोठियावत हवय, अऊ ओमन ओला कुछू नइं कहत हवंय। हो सकथे कि अधिकारीमन सही म जान गे हवंय कि एहीच ह मसीह अय? \v 27 पर हमन तो जानथन कि ये मनखे ह कहां के अय; जब मसीह ह आही, त कोनो ला पता नइं चलही कि ओह कहां के अय।” \p \v 28 तब यीसू ह मंदिर म उपदेस देवत पुकारके कहिस, “तुमन मोला जानथव अऊ तुमन ये घलो जानथव कि मेंह कहां के अंव। मेंह इहां खुद नइं आय हवंव, पर जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह सच्चा ए। तुमन ओला नइं जानव। \v 29 पर मेंह ओला जानथंव काबरकि मेंह ओकर करा ले आय हवंव अऊ ओह मोला पठोय हवय।” \p \v 30 तब ओमन ओला पकड़े के कोसिस करिन, पर कोनो ओकर ऊपर हांथ नइं लगाईन, काबरकि ओकर समय ह अब तक नइं आय रिहिस। \v 31 तभो ले भीड़ म ले बहुंत झन ओकर ऊपर बिसवास करिन। ओमन कहिन, “जब मसीह ह आही, त का ओह ये मनखे ले बड़के अचरज के चिनहां देखाही?” \p \v 32 फरीसीमन मनखेमन ला यीसू के बारे म अइसने कानाफूसी करत सुनिन, त मुखिया पुरोहित अऊ फरीसीमन यीसू ला पकड़े बर मंदिर के सिपाहीमन ला पठोईन। \p \v 33 तब यीसू ह कहिस, “मेंह तुम्हर संग सिरिप थोरकन समय तक हवंव, तब मेंह ओकर करा चले जाहूं, जऊन ह मोला पठोय हवय। \v 34 तुमन मोला खोजहू, पर मोला नइं पाहू, अऊ जिहां मेंह हवंव, उहां तुमन नइं आ सकव।” \p \v 35 यहूदीमन एक-दूसर ले कहिन, “ये मनखे ह कहां जाही कि हमन ओला नइं पाबो? का येह हमर ओ मनखेमन करा जाही, जऊन मन यूनानीमन के बीच म तितिर-बितिर होके रहिथें, अऊ यूनानीमन ला घलो उपदेस दीही? \v 36 ओकर ये कहे के का मतलब ए, ‘तुमन मोला खोजहू, पर मोला नइं पाहू,’ अऊ ‘जिहां मेंह हवंव, उहां तुमन नइं आ सकव?’ ” \p \v 37 तिहार के आखिरी दिन जऊन ह सबले जादा महत्व के दिन रिहिस, यीसू ह ठाढ़ होईस अऊ चिचियाके कहिस, “कहूं कोनो पीयासन हवय, त ओह मोर करा आके पीयय। \v 38 जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, परमेसर के बचन के कहे के मुताबिक ओकर हिरदय ले जीयत पानी के नदी बहे लगही।” \v 39 यीसू ह येला ओ पबितर आतमा के बारे म कहिस, जऊन ह यीसू ऊपर बिसवास करइयामन ला बाद म मिलने वाला रिहिस। ओ समय तक पबितर आतमा ह नइं दिये गे रिहिस, काबरकि यीसू ह अब तक अपन महिमा म नइं पहुंचे रिहिस। \p \v 40 ओकर ये बात ला सुनके कुछू मनखेमन कहिन, “सही म ये मनखे ह ओ अगमजानी ए, जऊन ह अवइया रिहिस।” \p \v 41 आने मन कहिन, “येह मसीह अय।” \p पर कुछू अऊ मनखेमन कहिन, “गलील प्रदेस ले मसीह ह कइसने आ सकथे? \v 42 का परमेसर के बचन म ये नइं लिखे हवय कि मसीह ह दाऊद के बंस अऊ बैतलहम गांव ले आही, जिहां दाऊद रहत रिहिस?” \v 43 ये किसम ले यीसू के कारन मनखेमन म मतभेद हो गीस। \v 44 ओमा ले कुछू झन ओला पकड़े चाहत रिहिन, पर कोनो ओकर ऊपर हांथ नइं डारिन। \s1 यहूदी अगुवामन के अबिसवास \p \v 45 आखिर म, मंदिर के सिपाहीमन मुखिया पुरोहित अऊ फरीसीमन करा वापिस चल दीन। तब ओमन मंदिर के सिपाहीमन ले पुछिन, “तुमन यीसू ला पकड़के काबर नइं लानेव?” \p \v 46 सिपाहीमन जबाब दीन, “जऊन किसम ले ये मनखे ह गोठियाथे, वइसने आज तक कोनो नइं गोठियाय हवय।” \p \v 47 फरीसीमन ओमन ला कहिन, “का ओह तुमन ला घलो भरमा दीस? \v 48 का अधिकारी या फरीसीमन ले कोनो ओकर ऊपर बिसवास करे हवंय? \v 49 नइं न! पर ये भीड़ के मनखे, जऊन मन कानून के बारे म कुछू नइं जानंय, ओमन सरापित अंय।” \p \v 50 निकुदेमुस जऊन ह यीसू करा पहिली गे रिहिस अऊ अगुवामन ले एक झन रिहिस, ओमन ला कहिस, \v 51 “हमर कानून के मुताबिक, हमन कोनो मनखे ला दोसी नइं ठहिरा सकन, जब तक कि पहिली ओकर बात ला नइं सुन लेवन अऊ ये नइं जान लेवन कि ओह का करे हवय?” \p \v 52 ओमन कहिन, “का तेंह घलो गलील प्रदेस के अस? परमेसर के बचन म खोज, त तेंह पाबे कि गलील प्रदेस ले कोनो अगमजानी नइं आवय।” \p \v 53 तब ओमन जम्मो झन अपन-अपन घर चल दीन। \c 8 \nb \v 1 पर यीसू ह जैतून पहाड़ ऊपर गीस। \p \v 2 अऊ बड़े बिहनियां ओह फेर मंदिर म आईस। उहां जम्मो मनखेमन ओकर चारों खूंट जूर गीन; अऊ ओह बईठके ओमन ला उपदेस देवन लगिस। \v 3 तब कानून के गुरू अऊ फरीसीमन एक माईलोगन ला लानिन, जऊन ह छिनारी म पकड़े गे रिहिस। ओमन ओला ओ जम्मो झन के आघू म ठाढ़ करिन अऊ यीसू ला कहिन, \v 4 “हे गुरू, ये माईलोगन ह छिनारी करत पकड़े गे हवय। \v 5 हमर कानून म, मूसा ह हमन ला हुकूम दे हवय कि अइसने माईलोगन ला पथरा फटिक-फटिक के मार डारव। पर तेंह एकर बारे म का कहिथस?” \v 6 ओमन ये सवाल यीसू ला फंसाय खातिर पुछत रिहिन, ताकि ओमन ला ओकर ऊपर दोस लगाय बर एक बहाना मिल जावय। \p पर यीसू ह झुकिस अऊ अपन अंगरी ले भुइयां ऊपर लिखे लगिस। \v 7 जब ओमन ओकर ले बार-बार पुछे लगिन, त ओह सीधा ठाढ़ होईस अऊ ओमन ला कहिस, “यदि तुमन के बीच म कोनो बिगर पाप के हवय, त ओही ह ओला पहिली पथरा मारय।” \v 8 अऊ ओह फेर झुकके अपन अंगरी ले भुइयां ऊपर लिखे लगिस। \p \v 9 जब ओमन येला सुनिन, त जम्मो झन बड़े ले लेके छोटे तक, एक-एक करके उहां ले चल दीन। सिरिप यीसू अऊ ओ माईलोगन जऊन ह ओकर आघू म ठाढ़े रहय, उहां रही गीन। \v 10 तब यीसू ह सीधा ठाढ़ होईस अऊ ओ माईलोगन ले पुछिस, “हे नारी, ओमन कहां गीन? का कोनो तोला दंड नइं दीन?” \p \v 11 ओह कहिस, “हे परभू, कोनो नइं।” तब यीसू ह कहिस, “मेंह घलो तोला दंड नइं देवंव। जा अऊ फेर पाप झन करबे।”\f + \fr 8:11 \fr*\ft पुराना हस्तलिपि अऊ कतको आने गवाहमन के लेख म यूहन्ना \+xt 7:53\+xt* ले \+xt 8:11\+xt* नइं मिलय\ft*\f* \s1 यीसू ह संसार के अंजोर ए \p \v 12 यीसू ह मनखेमन ले फेर कहिस, “मेंह संसार के अंजोर अंव। जऊन कोनो मोर पाछू आही, ओह अंधियार म कभू नइं चलही, पर ओह जिनगी के अंजोर ला पाही।” \p \v 13 फरीसीमन ओला कहिन, “तेंह अपन गवाही खुद देथस; तोर गवाही सच नो हय।” \p \v 14 यीसू ह जबाब दीस, “यदि मेंह अपन गवाही खुद देथंव, तभो ले मोर गवाही सच ए काबरकि मेंह जानथंव कि मेंह कहां ले आय हवंव अऊ मेंह कहां जावत हंव। पर तुमन नइं जानव कि मेंह कहां ले आय हवंव अऊ मेंह कहां जावत हंव। \v 15 तुमन अपन मनखे बुद्धि के मुताबिक नियाय करथव; मेंह खुद काकरो नियाय नइं करंव। \v 16 अऊ कहूं मेंह नियाय करंव घलो, त मोर नियाय ह सही ए, काबरकि मेंह एके झन नियाय नइं करंव, पर ददा ह मोर संग रहिथे, जऊन ह मोला पठोय हवय। \v 17 तुम्हर खुद के कानून म ये बात लिखे हवय कि दू झन के गवाही ह सच माने जाथे। \v 18 मेंह अपन गवाही खुद देथंव, अऊ मोर आने गवाह ददा ए, जऊन ह मोला पठोय हवय।” \p \v 19 तब ओमन ओकर ले पुछिन, “तोर ददा कहां हवय?” \p यीसू ह जबाब देके कहिस, “तुमन न तो मोला जानथव अऊ न ही मोर ददा ला। यदि तुमन मोला जानतेव, त मोर ददा ला घलो जान जातेव।” \v 20 यीसू ह ये बात मंदिर के अंगना म उपदेस देवत समय उहां कहिस जिहां दान के सन्दूकमन रखे रहंय। तभो ले ओला कोनो नइं पकड़िन, काबरकि ओकर समय अब तक नइं आय रिहिस। \s1 यीसू के बारे म बहस \p \v 21 यीसू ह फेर ओमन ला कहिस, “मेंह जावत हंव। तुमन मोला खोजहू अऊ अपन पाप म मरहू। जिहां मेंह जावत हंव, उहां तुमन नइं आ सकव।” \p \v 22 तब यहूदीमन कहिन, “का ओह अपनआप ला मार डारही, काबरकि ओह कहत हवय, जिहां मेंह जावत हंव, उहां तुमन नइं आ सकव?” \p \v 23 यीसू ह ओमन ला कहिस, “तुमन खाल्हे के अव, अऊ मेंह ऊपर के अंव। तुमन ये संसार के अव, पर मेंह ये संसार के नो हंव। \v 24 एकरसेति मेंह तुमन ला कहेंव कि तुमन अपन पाप म मरहू; यदि तुमन बिसवास नइं करव कि मेंह ओही अंव, त तुमन सही म अपन पाप म मरहू।” \p \v 25 ओमन ओकर ले पुछिन, “तेंह कोन अस?” \p यीसू ह जबाब दीस, “मेंह ओही अंव, जऊन ला सुरू ले मेंह तुमन ला कहत आय हवंव। \v 26 मोला तुम्हर बारे म बहुंत बात कहना हे, अऊ तुम्हर फैसला करना हे; पर जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह सच्चा ए, अऊ जऊन कुछू मेंह ओकर ले सुने हवंव, ओहीच बात मेंह संसार ला बताथंव।” \p \v 27 पर ओमन नइं समझिन कि यीसू ह ओमन ला अपन ददा परमेसर के बारे म कहत रिहिस। \v 28 तब यीसू ह कहिस, “जब तुमन मनखे के बेटा ला ऊपर चघाहू, तभे तुमन जानहू कि मेंह कोन अंव, अऊ मेंह अपनआप ले कुछू नइं करंव, पर जइसने ददा ह मोला सिखोय हवय, ओहीच बात गोठियाथंव। \v 29 जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह मोर संग हवय, ओह मोला अकेला नइं छोंड़ दे हवय, काबरकि मेंह हमेसा ओही काम करथंव, जेकर ले ओह खुस होथे।” \v 30 जब ओह ये बात कहिस, त बहुंत मनखेमन ओकर ऊपर बिसवास करिन। \s1 अब्राहम के संतान \p \v 31 जऊन यहूदीमन यीसू ऊपर बिसवास करे रिहिन, ओमन ला यीसू ह कहिस, “यदि तुमन मोर उपदेस के मुताबिक चलथव, त तुमन सही म मोर चेला अव। \v 32 तब तुमन सच ला जानहू अऊ सच ह तुमन ला सुतंतर करही।” \p \v 33 ओमन ओला जबाब दीन, “हमन तो अब्राहम के संतान अन अऊ कभू काकरो गुलाम नइं रहेंन। तोर ये कहे के का मतलब ए कि हमन सुतंतर हो जाबो?” \p \v 34 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव कि जऊन ह पाप करथे, ओह पाप के गुलाम ए। \v 35 गुलाम ह हमेसा घर म नइं रहय, पर बेटा ह हमेसा घर म रहिथे। \v 36 एकरसेति यदि बेटा ह तुमन ला सुतंतर करही, त सही म तुमन सुतंतर हो जाहू। \v 37 मेंह जानथंव कि तुमन अब्राहम के संतान अव। तभो ले तुमन मोला मार डारे चाहत हव, काबरकि मोर बचन बर तुम्हर हिरदय म कोनो जगह नइं ए। \v 38 मेंह तुमन ला ओहीच बात कहत हंव, जऊन ला मेंह अपन ददा के इहां देखे हवंव अऊ तुमन ओही करथव, जऊन ला तुमन अपन ददा ले सुने हवव।” \p \v 39 ओमन यीसू ला कहिन, “हमर पुरखा तो अब्राहम ए।” \p तब यीसू ह कहिस, “यदि तुमन अब्राहम के संतान होतेव, त तुमन अब्राहम के सहीं काम घलो करतेव। \v 40 पर अब तुमन मोर सहीं मनखे ला मार डारे चाहथव, जऊन ह परमेसर ले सुने सच बात तुमन ला बता दीस। अब्राहम ह अइसने नइं करिस। \v 41 तुमन अपन ददा के सहीं काम करत हव।” \p ओमन ओला कहिन, “हमन बेभिचार ले नइं जनमे हवन। हमर सिरिप एके झन ददा हवय, अऊ ओह खुद परमेसर ए।” \s1 सैतान के संतान \p \v 42 यीसू ह ओमन ला कहिस, “यदि परमेसर ह तुम्हर ददा होतिस, त तुमन मोर ले मया करतेव, काबरकि मेंह परमेसर म ले आय हवंव अऊ अब इहां हवंव। मेंह अपन खुद होके नइं आय हवंव, पर ओही ह मोला पठोय हवय। \v 43 तुमन मोर बात ला काबर नइं समझव? काबरकि जऊन बात मेंह कहथंव, ओला सुन नइं सकव। \v 44 तुमन तो अपन ददा सैतान के अव, अऊ तुमन अपन ददा के ईछा ला पूरा करे चाहथव। ओह तो सुरूच ले हतियारा रिहिस। ओह सच के रसता म नइं चलिस, काबरकि ओमा सच हवेच नइं। जब ओह लबारी गोठियाथे, त ओह अपन आदत के मुताबिक गोठियाथे, काबरकि ओह लबरा ए अऊ लबारी के ददा ए। \v 45 पर मेंह सच कहिथंव, तुमन मोर ऊपर बिसवास नइं करव। \v 46 का तुमन ले कोनो मोला पापी ठहिरा सकथे? यदि मेंह सच कहत हंव, तब तुमन मोर ऊपर काबर बिसवास नइं करव? \v 47 जऊन ह परमेसर के अय, ओह परमेसर के बात ला सुनथे। तुमन परमेसर के नो हव, एकरसेति तुमन ओकर बात ला नइं सुनव।” \s1 यीसू अऊ अब्राहम \p \v 48 यहूदीमन ओला जबाब दीन, “का हमन सही नइं कहिथन कि तेंह एक सामरी मनखे अस, अऊ तोर म परेत आतमा हवय।” \p \v 49 यीसू ह कहिस, “मोर म परेत आतमा नइं ए, पर मेंह अपन ददा के आदर करथंव, अऊ तुमन मोर निरादर करथव। \v 50 मेंह अपन महिमा नइं चाहंव, पर परमेसर ह मोर महिमा करे चाहथे अऊ ओही ह नियाय करथे। \v 51 मेंह तुमन ला सच कहथंव, यदि कोनो मोर बात ला मानही, त ओह कभू नइं मरही।” \p \v 52 तब यहूदीमन ओला कहिन, “अब हमन सही म जान डारेंन कि तोर म परेत आतमा हवय। अब्राहम ह मर गीस अऊ अगमजानीमन घलो मर गीन, पर तेंह कहिथस कि यदि कोनो तोर बात ला मानही, त ओह कभू नइं मरय। \v 53 का तेंह हमर पुरखा अब्राहम ले बड़े अस? ओह मर गीस, अऊ अगमजानीमन घलो मर गीन। तेंह अपनआप ला का समझथस?” \p \v 54 यीसू ह जबाब दीस, “यदि मेंह अपनआप के महिमा करंव, त मोर महिमा के कुछू मतलब नो हय। पर मोर ददा ह मोर महिमा करथे, जऊन ला तुमन अपन परमेसर कहिथव। \v 55 तुमन ओला नइं जानव, पर मेंह ओला जानथंव। यदि मेंह कहंव कि मेंह ओला नइं जानंव, त मेंह घलो तुम्हर सहीं लबरा ठहिरहूं, पर मेंह ओला जानथंव अऊ ओकर बात ला मानथंव। \v 56 तुम्हर पुरखा अब्राहम ह मोर दिन ला देखे के आसा म आनंद मनाईस, अऊ ओह येला देखिस अऊ खुस होईस।” \p \v 57 यहूदीमन ओला कहिन, “तेंह अभी तो पचास साल के घलो नइं होय हवस, अऊ तेंह कइसने कह सकथस कि तेंह अब्राहम ला देखे हवस।” \p \v 58 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, अब्राहम के जनम होय के पहिली ले मेंह हवंव।” \v 59 येला सुनके, ओमन यीसू ला मार डारे बर पथरा उठाईन; पर यीसू ह लुकाके मंदिर ले निकल गीस। \c 9 \s1 यीसू ह जनम के अंधरा ला बने करथे \p \v 1 जब यीसू ह जावत रिहिस, त रसता म ओह एक जनम के अंधरा मनखे ला देखिस। \v 2 तब ओकर चेलामन ओकर ले पुछिन, “हे गुरू, कोन ह पाप करे रिहिस कि ये मनखे ह अंधरा जनमिस, खुद ये मनखे या फेर ओकर दाई-ददा?” \p \v 3 यीसू ह कहिस, “येह एकर या एकर दाई-ददा के पाप के कारन नो हय; पर येह एकरसेति होईस कि परमेसर के काम ह एकर जिनगी म परगट होवय। \v 4 जऊन ह मोला पठोय हवय, ओकर काम ला दिन के रहिते-रहत हमन ला करना जरूरी ए। रात आवत हे, जब कोनो मनखे काम नइं कर सकंय। \v 5 जब तक मेंह संसार म हवंव, तब तक मेंह संसार के अंजोर अंव।” \p \v 6 ये कहिके यीसू ह भुइयां म थूकिस, अऊ थूक ले माटी ला सानिस अऊ ओला ओ अंधरा के आंखीमन म लगाईस, \v 7 अऊ ओला कहिस, “जा अऊ सीलोम (एकर मतलब होथे—पठोय गेय) के कुन्ड म धो ले।” तब ओ मनखे ह कुन्ड म जाके अपन आंखीमन ला धोईस, अऊ ओह देखे लगिस, अऊ देखत वापिस आईस। \p \v 8 ओकर परोसीमन अऊ जऊन मन ओला पहिली भीख मांगत देखे रिहिन, ओमन कहिन, “का येह ओहीच मनखे नो हय, जऊन ह बईठके भीख मांगे करत रिहिस?” \v 9 कुछू मनखेमन कहिन, “हव, येह ओहीच अय।” \p आने मन कहिन, “नइं, ओह सिरिप ओकर सहीं दिखथे।” \p पर ओ मनखे ह कहिस, “मेंह ओहीच मनखे अंव।” \p \v 10 ओमन ओकर ले पुछिन, “तब तोर आंखीमन के अंधरापन ह कइसे ठीक हो गे?” \p \v 11 ओह जबाब दीस, “ओ मनखे जऊन ला यीसू कहिथें, ओह थोरकन माटी ला सानिस अऊ ओला मोर आंखीमन म लगाईस, अऊ मोला कहिस कि सीलोम के कुन्ड म जाके धो ले। तब मेंह उहां जाके अपन आंखीमन ला धोएंव अऊ तब देखन लगेंव।” \p \v 12 ओमन ओकर ले पुछिन, “ओह कहां हवय?” \p ओह कहिस, “मेंह नइं जानंव।” \s1 फरीसीमन मनखे के चंगई के बारे म छानबीन करथें \p \v 13 ओमन ओ मनखे जऊन ह पहिली अंधरा रिहिस, ओला फरीसीमन करा लानिन। \v 14 जऊन दिन यीसू ह माटी सानके ओ मनखे के आंखीमन ला ठीक करे रिहिस, ओह बिसराम के दिन रिहिस। \v 15 एकरसेति फरीसीमन घलो ओ मनखे ले पुछिन कि कइसने ओकर आंखीमन ठीक हो गीन। ओ मनखे ह ओमन ला कहिस, “ओह मोर आंखीमन म माटी ला सानके लगाईस, अऊ मेंह आंखीमन ला धोएंव अऊ अब देखत हंव।” \p \v 16 कुछू फरीसीमन कहिन, “ओ मनखे ह परमेसर करा ले नइं आय हवय, काबरकि ओह बिसराम दिन के कानून ला नइं मानय।” \p पर आने मन कहिन, “एक पापी मनखे ह अइसने चमतकार के काम कइसने कर सकथे?” अऊ ओमन के बीच म फूट पड़ गीस। \p \v 17 आखिर म, ओमन फेर एक बार ओ अंधरा मनखे ले पुछिन, “ओ मनखे जऊन ह तोर आंखीमन ला ठीक करिस, ओकर बारे म तेंह का कहिथस?” \p ओ मनखे ह कहिस, “ओह एक अगमजानी ए।” \p \v 18 यहूदीमन अभी तक ले बिसवास नइं करत रिहिन कि ओह अंधरा रिहिस अऊ अब देखत हवय; एकरसेति ओमन ओकर दाई-ददा ला बलाके पुछिन, \v 19 “का येह तुम्हर बेटा ए, जऊन ला तुमन कहिथव कि येह अंधरा जनमे रिहिस? पर येह कइसने होईस कि ओह अब देखत हवय?” \p \v 20 ओकर दाई-ददा जबाब दीन, “हमन जानथन कि येह हमर बेटा ए, अऊ येह अंधरा जनमे रिहिस। \v 21 पर येह अब कइसने देखे लगिस या कोन ह एकर आंखीमन ला ठीक करिस, हमन नइं जानन। एकरे ले पुछव। येह लइका नो हय; येह अपन बारे म खुद बताही।” \v 22 ओकर दाई-ददा ये बात एकर खातिर कहिन, काबरकि ओमन ओ यहूदीमन ले डरावत रिहिन, जेमन पहिली ले ठान ले रिहिन कि यदि कोनो यीसू ला मसीह मान लीही, त ओला सभा-घर ले निकाल दिये जाही। \v 23 एकरसेति ओकर दाई-ददा कहिन, “येह लइका नो हय; एकरे ले पुछव।” \p \v 24 तब ओमन दूसर बार ओ मनखे ला बलाईन जऊन ह पहिली अंधरा रिहिस, अऊ ओला कहिन, “परमेसर के महिमा कर। हमन जानथन कि ओ मनखे ह पापी ए।” \p \v 25 ओह जबाब दीस, “ओह पापी ए या नो हय, मेंह नइं जानंव। पर मेंह एक बात ला जानथंव कि मेंह अंधरा रहेंव, पर अब देखत हंव।” \p \v 26 तब ओमन ओकर ले पुछिन, “ओह तोर संग का करिस? ओह तोर आंखीमन ला कइसने ठीक करिस?” \p \v 27 ओह जबाब दीस, “मेंह तुमन ला पहिलेच बता डारे हवंव अऊ तुमन नइं सुनेव। तुमन येला फेर काबर सुने चाहत हव? का तुमन घलो ओकर चेला बने बर चाहत हव?” \p \v 28 तब ओमन ओकर बेजत्ती करके कहिन, “तेंह ओकर चेला अस! हमन तो मूसा के चेला अन! \v 29 हमन जानथन कि परमेसर ह मूसा ले गोठियाईस, पर जहां तक ओ मनखे के बात ए, हमन ये घलो नइं जानन कि ओह कहां के अय।” \p \v 30 ओ मनखे ह जबाब दीस, “येह अचम्भो के बात ए। तुमन नइं जानव कि ओह कहां के अय, जबकि ओह मोर आंखीमन ला ठीक कर दे हवय। \v 31 हमन जानथन कि परमेसर ह पापीमन के नइं सुनय, पर जऊन मनखे ह परमेसर के भक्ति करथे अऊ ओकर ईछा के मुताबिक चलथे, परमेसर ह ओकर सुनथे। \v 32 संसार के सुरू ले लेके आज तक, ये कभू सुने म नइं आईस कि कोनो जनम के अंधरा मनखे के आंखीमन ला ठीक करिस। \v 33 यदि ये मनखे ह परमेसर करा ले नइं आय होतिस, त ओह कुछू नइं कर सकतिस।” \p \v 34 ओमन ओला कहिन, “तेंह तो पूरा पाप म जनमे हवस, अऊ तेंह हमन ला का सिखोथस!” अऊ ओमन ओला सभा-घर ले बाहिर निकाल दीन। \s1 आतमिक अंधरापन \p \v 35 यीसू ह सुनिस कि ओमन ओ मनखे ला बाहिर निकाल दे हवंय, अऊ जब ओह ओला भेंटिस त कहिस, “का तेंह मनखे के बेटा ऊपर बिसवास करथस?” \p \v 36 ओ मनखे ह पुछिस, “ए महाराज, ओह कोन ए? मोला बता, ताकि मेंह ओकर ऊपर बिसवास करंव।” \p \v 37 यीसू ह ओला कहिस, “तेंह ओला देख डारे हस। येह ओहीच अय, जऊन ह तोर संग गोठियावत हवय।” \p \v 38 तब ओ मनखे ह कहिस, “हे परभू, मेंह बिसवास करथंव।” अऊ ओह ओकर दंडवत करिस। \p \v 39 यीसू ह कहिस, “मेंह ये संसार म मनखेमन के नियाय करे बर आय हवंव, ताकि जऊन मन अंधरा अंय, ओमन देखंय अऊ जऊन मन देखत हवंय, ओमन अंधरा हो जावंय।” \p \v 40 कुछू फरीसी, जऊन मन यीसू के संग रिहिन, जब ओमन यीसू के ये गोठ ला सुनिन, त ओकर ले पुछिन, “का तेंह ये कहिथस कि हमन घलो अंधरा अन?” \p \v 41 यीसू ह ओमन ला कहिस, “यदि तुमन अंधरा होतेव, त तुमन पाप के दोसीदार नइं होतेव, पर जब तुमन ये कहिथव कि तुमन देख सकत हव, त तुम्हर दोस ह तुमन म बने रहिथे।” \c 10 \s1 बने चरवाहा अऊ ओकर झुंड \p \v 1 “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि जऊन मनखे ह दुवारी म ले होके भेड़ के कोठा म नइं आवय, पर कोनो आने कोति ले चघके आथे, ओह चोर अऊ डाकू अय। \v 2 जऊन मनखे ह दुवारी म ले होके भीतर जाथे, ओह अपन भेड़मन के चरवाहा अय। \v 3 ओकर बर रखवार ह दुवारी ला खोल देथे अऊ भेड़मन ओकर अवाज ला सुनथें। ओह अपन भेड़मन ला नांव लेके बलाथे अऊ ओमन ला बाहिर ले जाथे। \v 4 जब ओह अपन जम्मो भेड़मन ला बाहिर निकाल लेथे, तब ओह ओमन के आघू-आघू जाथे अऊ ओकर भेड़मन ओकर पाछू-पाछू चलथें, काबरकि ओमन ओकर अवाज ला चिनथें। \v 5 ओमन कोनो अनजान मनखे के पाछू नइं जावंय, पर ओमन ओकर ले दूरिहा भाग जाथें, काबरकि ओमन अनजान मनखे के अवाज ला नइं चिनहें।” \v 6 यीसू ह ओमन ला ये पटंतर कहिस, पर ओमन नइं समझिन कि ओह का कहत रिहिस। \p \v 7 एकरसेति यीसू ह ओमन ला फेर कहिस, “मेंह तुमन ला सच कहत हंव कि भेड़मन बर मेंह दुवारी अंव। \v 8 ओ जम्मो जऊन मन मोर पहिली आईन, ओमन चोर अऊ डाकू रिहिन, अऊ भेड़मन ओमन के नइं सुनिन। \v 9 दुवारी मेंह अंव, जऊन ह मोर ले होके भीतर जाही, ओह उद्धार पाही। ओह भीतर-बाहिर आय-जाय करही अऊ चारा पाही। \v 10 चोर ह सिरिप चोरी करे बर, हतिया करे बर अऊ नास करे बर आथे, पर मेंह एकरसेति आय हवंव, ताकि ओमन जिनगी पावंय अऊ भरपूर जिनगी पावंय। \p \v 11 “में ही बने चरवाहा अंव। बने चरवाहा ह भेड़मन बर अपन परान देथे। \v 12 बनिहार ह न तो चरवाहा अय अऊ न तो भेड़मन के मालिक। एकरसेति जब ओह भेड़िया ला आवत देखथे, त ओह भेड़मन ला छोंड़के भाग जाथे। तब भेड़िया ह भेड़मन ऊपर झपटथे अऊ ओमन ला तितिर-बितिर कर देथे। \v 13 ओ मनखे ह भाग जाथे काबरकि ओह एक बनिहार ए अऊ ओला भेड़मन के कोनो फिकर नइं रहय। \p \v 14 “में ही बने चरवाहा अंव; मेंह अपन भेड़मन ला जानथंव, अऊ मोर भेड़मन मोला जानथें— \v 15 जइसने ददा ह मोला जानथे अऊ मेंह ददा ला जानथंव—अऊ मेंह भेड़मन बर अपन परान देथंव। \v 16 मोर अऊ घलो भेड़ हवंय, जऊन मन ये भेड़ के कोठा म नइं एं। मोला ओमन ला घलो लाना जरूरी ए। ओमन घलो मोर अवाज ला सुनहीं; तब एके ठन झुंड अऊ एके झन चरवाहा होही। \v 17 मोर ददा ह मोर ले एकरसेति मया करथे, काबरकि मेंह अपन परान ला देथंव कि मेंह ओला फेर लेय लंव। \v 18 कोनो मोर परान नइं ले सकय; पर मेंह अपन खुद के ईछा ले येला देथंव। मोर करा ये अधिकार हवय कि मेंह अपन परान ला दे दंव अऊ ओला फेर लेय लंव। ये हुकूम मोला मोर ददा ले मिले हवय।” \p \v 19 यीसू के ये गोठ के खातिर, यहूदीमन के बीच म फेर फूट पर गीस। \v 20 ओमन ले कतको झन कहिन, “ओमा परेत आतमा हवय अऊ ओह बइहा ए। ओकर गोठ ला काबर सुनबो?” \p \v 21 पर आने मन कहिन, “एक परेत आतमा के धरे मनखे ह अइसने नइं गोठियावय। का एक परेत आतमा ह अंधरा के आंखीमन ला बने कर सकथे?” \s1 यहूदीमन के अबिसवास \p \v 22 जड़काला के समय रहय, अऊ ओ समय यरूसलेम सहर म अरपन के तिहार मनाय जावत रहय। \v 23 यीसू ह मंदिर के इलाका म रहय अऊ ओह सुलेमान के परछी म टहलत रहय। \v 24 यहूदीमन ओकर चारों खूंट जूरके ओला कहिन, “तेंह कब तक हमन ला दुबिधा म रखबे? यदि तेंह मसीह अस, त हमन ला साफ-साफ बता दे।” \p \v 25 यीसू ह जबाब देके कहिस, “मेंह तुमन ला बता डारे हवंव, पर तुमन बिसवास नइं करव। जऊन काममन ला मेंह अपन ददा के नांव म करथंव, ओही काममन मोर गवाह हवंय, \v 26 पर तुमन बिसवास नइं करव, काबरकि तुमन मोर भेड़ नो हव। \v 27 मोर भेड़मन मोर अवाज ला सुनथें; मेंह ओमन ला जानथंव, अऊ ओमन मोर पाछू-पाछू चलथें। \v 28 मेंह ओमन ला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी देथंव, अऊ ओमन कभू नास नइं होहीं; अऊ ओमन ला कोनो मोर हांथ ले छीनके नइं ले जा सकय। \v 29 मोर ददा जऊन ह ओमन ला मोला दे हवय, ओह सबले बड़े अय, अऊ कोनो ओमन ला मोर ददा के हांथ ले छीन नइं सकय। \v 30 मेंह अऊ मोर ददा एकेच अन।” \p \v 31 यहूदीमन यीसू ला मारे बर फेर पथरा उठाईन। \v 32 पर यीसू ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला ददा कोति ले बहुंते बने काम देखाय हवंव। येमा के कोन काम के सेति तुमन मोर ऊपर पथरा फेंकथव?” \p \v 33 यहूदीमन ओला ये जबाब दीन, “कोनो बने काम बर हमन तोला पथरा नइं मारत हवन, पर परमेसर के निन्दा करे के कारन अइसने करथन, काबरकि तेंह एक मनखे होके अपनआप ला परमेसर बनावत हस।” \p \v 34 यीसू ह जबाब दीस, “का तुम्हर कानून म ये नइं लिखे हवय, जिहां परमेसर ह कहिस, ‘तुमन ईस्वर अव?’\f + \fr 10:34 \fr*\ft \+xt भजन 82:6\+xt*\ft*\f* \v 35 ओह ओमन ला ईस्वर कहिस, जेमन करा परमेसर के बचन आईस अऊ परमेसर के बचन गलत नइं हो सकय। \v 36 ओकर बारे म तुमन का कहिथव, जऊन ला ददा ह अपन खुद के रूप म अलग करिस अऊ ओला संसार म पठोईस? तुमन ओकर ले कहिथव कि तेंह परमेसर के निन्दा करथस, काबरकि मेंह ये कहेंव कि मेंह परमेसर के बेटा अंव। \v 37 यदि मेंह अपन ददा के काममन ला नइं करत हंव, त मोर ऊपर बिसवास झन करव। \v 38 पर यदि मेंह ओ काममन ला करथंव, त चाहे तुमन मोर ऊपर बिसवास झन करव, पर मोर काम ऊपर तो बिसवास करव, ताकि तुमन जान सकव अऊ समझ सकव कि ददा ह मोर म हवय अऊ मेंह ददा म हवंव।” \v 39 तब ओमन फेर यीसू ला पकड़े के कोसिस करिन, पर ओह ओमन के हांथ ले बचके निकल गीस। \p \v 40 तब यीसू ह यरदन नदी के ओ पार वापिस ओ जगह म गीस, जिहां यूहन्ना ह पहिली बतिसमा देवत रिहिस। अऊ ओह उहां रूक गीस। \v 41 बहुंते मनखेमन ओकर करा आईन अऊ ओमन कहिन, “हालाकि यूहन्ना ह कोनो चमतकार के काम नइं देखाईस, पर जऊन बात यूहन्ना ह ये मनखे के बारे म कहिस, ओ जम्मो बात सच रिहिस।” \v 42 अऊ उहां बहुंते मनखेमन यीसू ऊपर बिसवास करिन। \c 11 \s1 लाजर के मिरतू \p \v 1 लाजर नांव के एक मनखे बेमार रहय। ओह, मरियम अऊ ओकर बहिनी मारथा के गांव बैतनियाह के रहय। \v 2 येह ओहीच मरियम रिहिस, जऊन ह परभू ऊपर इतर तेल ला ढारके ओकर गोड़मन ला अपन बाल ले पोंछे रिहिस; एकरे भाई लाजर ह बेमार रहय। \v 3 एकरसेति ओ दूनों बहिनी यीसू करा ये खबर पठोईन, “हे परभू, जेकर ले तेंह मया करथस, ओह बेमार हवय।” \p \v 4 जब यीसू ह येला सुनिस, त ओह कहिस, “ये बेमारी ले ओकर मिरतू नइं होवय। ये बेमारी ह परमेसर के महिमा खातिर अय, ताकि एकर दुवारा परमेसर के बेटा के महिमा होवय।” \v 5 यीसू ह मारथा अऊ ओकर बहिनी मरियम, अऊ लाजर ले मया करय। \v 6 तभो ले जब ओह सुनिस कि लाजर ह बेमार हवय, त ओह जिहां रहय, उहां दू दिन अऊ रूक गीस, \v 7 अऊ तब ओह अपन चेलामन ला कहिस, “आवव, हमन यहूदिया प्रदेस ला वापिस चलन।” \p \v 8 चेलामन ओला कहिन, “हे गुरू, थोरकन देर पहिली यहूदीमन तोर ऊपर पथरा फेंके बर चाहत रिहिन, अऊ तभो ले तेंह उहां वापिस जावत हस।” \p \v 9 यीसू ह जबाब दीस, “का दिन म बारह घंटा नइं होवय? यदि कोनो मनखे दिन म चलय, त ओह ठोकर नइं खावय, काबरकि ओह ये संसार के अंजोर ला देखथे। \v 10 पर यदि कोनो मनखे रात म चलथे, त ओह ठोकर खाथे, काबरकि ओकर करा अंजोर नइं रहय।” \p \v 11 ये कहे के बाद, यीसू ह ओमन ला ये घलो कहिस, “हमर संगी लाजर ह सुत गे हवय; पर मेंह उहां ओला जगाय बर जावत हवंव।” \p \v 12 ओकर चेलामन कहिन, “हे परभू, यदि ओह सुतत हवय, त ओह बने हो जाही।” \v 13 यीसू ह ये बात लाजर के मिरतू के बारे म कहत रिहिस, पर ओकर चेलामन ये समझिन कि ओह नींद म सोय के बारे म कहत हवय। \p \v 14 तब यीसू ह ओमन ला साफ-साफ बताईस, “लाजर ह मर गे हवय। \v 15 तुम्हर हित म, मोला खुसी हवय कि मेंह उहां नइं रहंय। एकरे कारन तुमन मोर ऊपर बिसवास करे बर सीखहू। पर अब आवव, हमन ओकर करा चलन।” \p \v 16 तब थोमा जऊन ला दिदुमुस\f + \fr 11:16 \fr*\fq थोमा \fq*\ft (अरामिक) अऊ \ft*\fqa दिदुमुस \fqa*\ft (यूनानी) दूनों सबद के मतलब होथे \ft*\fqa जुड़वां\fqa*\f* घलो कहे जावय, अपन संगी चेलामन ला कहिस, “आवव, हमन घलो चलके ओकर संग मरन।” \s1 यीसू ह लाजर के बहिनीमन ला सांति देथे \p \v 17 जब यीसू उहां हबरिस, त ओला पता चलिस कि लाजर के लास ला कबर म रखे चार दिन हो गे हवय। \v 18 बैतनियाह गांव ह यरूसलेम सहर ले लगभग तीन किलोमीटर के दूरिहा म रहय। \v 19 अऊ कतको यहूदीमन मारथा अऊ मरियम ला ढाढ़स बंधाय बर आय रहंय, काबरकि ओ दूनों के भाई ह मर गे रहय। \v 20 जब मारथा ह सुनिस कि यीसू ह आवत हवय, त ओह ओकर ले भेंट करे बर गीस, पर मरियम ह घरेच म बईठे रहय। \p \v 21 मारथा ह यीसू ला कहिस, “हे परभू, कहूं तेंह इहां होते, त मोर भाई ह नइं मरतिस। \v 22 पर अभी घलो मेंह जानथंव कि जऊन कुछू तेंह परमेसर ले मांगबे, ओह तोला दीही।” \p \v 23 यीसू ह ओला कहिस, “तोर भाई ह फेर जी उठही।” \p \v 24 त मारथा ह कहिस, “मेंह जानथंव कि आखिरी दिन म, जब मरे मनखेमन जी उठहीं, त ओह घलो जी उठही।” \p \v 25 यीसू ह ओला कहिस, “मेंह मरे मन ला जियाथंव अऊ जिनगी देथंव। जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, कहूं ओह मर घलो जावय, तभो ले ओह जीयत रहिही, \v 26 अऊ जऊन ह जीयथे अऊ मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह परमेसर के संग सदाकाल तक जीही। का तेंह ये बात ला बिसवास करथस?” \p \v 27 मारथा ह ओला कहिस, “हां परभू, मेंह बिसवास करथंव कि तेंह परमेसर के बेटा मसीह अस, जऊन ह संसार म अवइया रिहिस।” \p \v 28 ये कहे के बाद, मारथा ह वापिस चल दीस अऊ अपन बहिनी मरियम ला बलाके चुपेचाप कहिस, “गुरूजी ह इहां हवय अऊ तोला बलावत हवय।” \v 29 येला सुनके, मरियम ह तुरते उठिस अऊ यीसू करा गीस। \v 30 यीसू ह अभी तक ले गांव के भीतर नइं आय रिहिस, पर ओह ओही ठऊर म रहय, जिहां मारथा ह ओकर ले भेंट करे रिहिस। \v 31 ओ यहूदी जऊन मन मरियम के संग घर म रिहिन अऊ ओला ढाढ़स देवत रिहिन, जब ओमन उहां ये देखिन कि कइसने ओह तुरते उठिस अऊ बाहिर चल दीस, त ओमन ये सोचके ओकर पाछू-पाछू गीन कि ओह कबर म रोये बर जावत होही। \p \v 32 जब मरियम ह ओ ठऊर म आईस जिहां यीसू ह रिहिस अऊ ओला देखिस, त ओह यीसू के गोड़ खाल्हे गिरके कहिस, “हे परभू, यदि तेंह इहां होते, त मोर भाई ह नइं मरतिस।” \p \v 33 जब यीसू ह ओला अऊ जऊन यहूदीमन ओकर संग आय रिहिन, ओमन ला घलो रोवत देखिस, त आतमा म बहुंत उदास अऊ बियाकुल होईस, \v 34 अऊ ओह ओमन ले पुछिस, “तुमन ओला कहां रखे हवव?” \p ओमन ओला कहिन, “हे परभू, चलके देख ले।” \p \v 35 यीसू ह रोवन लगिस। \p \v 36 तब यहूदीमन कहिन, “देखव, ओह ओकर ले कतेक मया करत रिहिस!” \p \v 37 पर ओमा ले कुछू मनखेमन कहिन, “येह अंधरा के आंखी ला बने करिस, पर येह का अतका नइं कर सकिस कि ये मनखे ह नइं मरतिस?” \s1 यीसू ह लाजर ला मरे म ले जियाथे \p \v 38 यीसू ह फेर बहुंत उदास होके कबर करा आईस। ओ कबर ह एक खोड़रा म रिहिस, जेकर मुंहाटी म एक ठन बड़े पथरा रखे रहय। \v 39 यीसू ह कहिस, “पथरा ला टारव।” \p तब मरे मनखे के बहिनी मारथा ह कहिस, “पर हे परभू, अब ओमा ले बास आवत होही, काबरकि ओला कबर म रखे चार दिन हो गे हवय।” \p \v 40 तब यीसू ह कहिस, “का मेंह तोला नइं कहे रहेंव कि यदि तेंह बिसवास करबे, त परमेसर के महिमा ला देखबे?” \p \v 41 तब मनखेमन ओ पथरा ला टारिन अऊ यीसू ह ऊपर कोति देखिस अऊ कहिस, “हे ददा, मेंह तोला धनबाद देवत हंव कि तेंह मोर पराथना ला सुन ले हवस। \v 42 मेंह जानथंव कि तेंह हमेसा मोर पराथना ला सुनथस, पर मेंह ये बात इहां ठाढ़े मनखेमन के सेति कहेंव कि ओमन बिसवास करंय कि तेंह मोला पठोय हवस।” \p \v 43 ये कहे बाद, यीसू ह चिचियाके कहिस, “हे लाजर, बाहिर निकल आ।” \v 44 ओ मरे मनखे ह कबर ले बाहिर निकल आईस। ओकर हांथ अऊ गोड़मन म मलमल कपड़ा के पट्टी लपटाय रहय अऊ ओकर चेहरा म घलो एक कपड़ा लपटाय रहय। \p यीसू ह मनखेमन ला कहिस, “ओकर कबर के कपड़ा ला खोल दव अऊ ओला जावन देवव।” \s1 यीसू ला मार डारे के योजना \r (मत्ती 26:1‑5; मरकुस 14:1‑2; लूका 22:1‑2) \p \v 45 यहूदीमन ले बहुंते झन, जऊन मन मरियम करा आय रिहिन अऊ यीसू के ये काम ला देखिन, यीसू ऊपर बिसवास करिन। \v 46 पर ओमा ले कुछू झन फरीसीमन करा गीन अऊ यीसू ह जऊन कुछू करे रिहिस, ओमन ला बताईन। \v 47 तब मुखिया पुरोहित अऊ फरीसीमन धरम महासभा बलाईन अऊ सभा म ओमन पुछिन, \p “हमन का करत हवन? इहां ये मनखे ह बहुंते चमतकार के काम देखावत हवय। \v 48 यदि हमन ओला अइसनेच छोंड़ देबो, त जम्मो मनखेमन ओकर ऊपर बिसवास करे लगहीं अऊ तब रोमी मनखेमन आके हमर जगह अऊ हमर देस दूनों ला ले लीहीं।” \p \v 49 तब ओमा ले काइफा नांव के एक झन मनखे, जऊन ह ओ बछर के महा पुरोहित रिहिस, ओमन ले कहिस, “तुमन कुछू नइं जानव। \v 50 तुमन नइं समझत हव कि तुम्हर बर ये उचित ए कि मनखेमन खातिर एक आदमी ह मरय अऊ पूरा देस ह नास झन होवय।” \p \v 51 ओह ये बात ला अपन कोति ले नइं कहिस, पर ओ बछर के महा पुरोहित के रूप म, ओह अगमबानी करिस कि यीसू ह यहूदी जाति खातिर मरही। \v 52 अऊ न सिरिप यहूदी जाति खातिर पर परमेसर के तितिर-बितिर होय संतानमन खातिर घलो, कि ओमन ला संकेलके एक कर देवय। \v 53 ओही दिन ले ओमन यीसू ला मार डारे के उपाय करे लगिन। \p \v 54 एकर खातिर, यीसू ह यहूदीमन के बीच म खुलेआम आय-जाय ला बंद कर दीस, अऊ उहां ले निरजन प्रदेस के लकठा के एपरैम नांव के एक गांव म चल दीस अऊ उहां अपन चेलामन संग रहे लगिस। \p \v 55 जब यहूदीमन के फसह तिहार लकठा आईस, त बहुंत मनखेमन देहात ले यरूसलेम सहर ला गीन, ताकि ओमन उहां अपनआप ला फसह तिहार के पहिली सुध करंय। \v 56 ओमन यीसू ला खोजत रहंय अऊ मंदिर के अंगना म ठाढ़ होके एक-दूसर ला कहे लगिन, “तोर का बिचार ए? का ओह तिहार म नइं आही?” \v 57 पर मुखिया पुरोहित अऊ फरीसीमन ये हुकूम दे रिहिन कि कहूं कोनो ला ये पता चलथे कि यीसू ह कहां हवय, त ओह आके बतावय ताकि ओमन यीसू ला पकड़ सकंय। \c 12 \s1 बैतनियाह गांव म यीसू के अभिसेक करे जाथे \r (मत्ती 26:6‑13; मरकुस 14:3‑9) \p \v 1 फसह तिहार के छै दिन पहिली यीसू ह बैतनियाह गांव म आईस, जिहां लाजर ह रहत रहय, जऊन ला यीसू ह मरे म ले जियाय रिहिस। \v 2 उहां यीसू के आदर म एक भोज तियार करे गीस। मारथा ह सेवा करत रहय, अऊ लाजर ह ओमन ले एक झन रहय, जऊन ह यीसू के संग खावत रहय। \v 3 तब मरियम ह सुध गुलमेंहदी\f + \fr 12:3 \fr*\ft या \ft*\fqa जटामांसी\fqa*\f* के करीब आधा लीटर बहुंत मंहगा इतर तेल लीस अऊ यीसू के गोड़मन ऊपर ढारिस, अऊ ओह ओकर गोड़मन ला अपन बाल ले पोंछिस। ओ घर ह इतर के महक ले भर गीस। \p \v 4 पर यहूदा इस्करियोती नांव के यीसू के एक चेला, जऊन ह पाछू ओला दगा देवइया रहय, कहिस, \v 5 “ये इतर तेल ला बेचके, पईसा ला गरीबमन ला काबर नइं बांटे गीस? येह तीन सौ दीनार\f + \fr 12:5 \fr*\ft तीन सौ दीनार ह करीब एक साल के बनी के बरोबर रिहिस।\ft*\f* के होय रहितिस।” \v 6 ओह ये बात एकरसेति नइं कहिस कि ओह गरीबमन के फिकर करय, पर ओह एकरसेति कहिस, काबरकि ओह चोर रिहिस। ओकर करा रूपिया-पईसा के थैली रहय, अऊ जऊन कुछू ओमा डाले जावय, ओमा ले ओह निकाल लेवत रिहिस। \p \v 7 यीसू ह कहिस, “ओला छोंड़ देवव। ओह मोर गाड़े जाय के दिन बर इतर तेल ला लगाय हवय। \v 8 गरीबमन तो हमेसा तुम्हर संग रहिहीं, पर मेंह हमेसा तुम्हर संग नइं रहंव।” \p \v 9 इही बीच म, यहूदीमन के एक बड़े भीड़ ला पता चलिस कि यीसू ह बैतनियाह गांव म हवय, त ओमन सिरिप ओकर खातिर ही नइं, पर लाजर ला देखे बर घलो आईन, जऊन ला यीसू ह मरे म ले जियाय रिहिस। \v 10 तब मुखिया पुरोहितमन लाजर ला घलो मार डारे के उपाय करन लगिन। \v 11 काबरकि ओकर खातिर कतको यहूदीमन ओमन ला छोंड़के यीसू करा जावत रिहिन अऊ यीसू ऊपर बिसवास करत रिहिन। \s1 यीसू के यरूसलेम जवई \r (मत्ती 21:1‑11; मरकुस 11:1‑11; लूका 19:28‑40) \p \v 12 ओकर दूसर दिन, एक बड़े भीड़ जऊन ह तिहार मनाय बर आय रिहिस, ये सुनिस कि यीसू ह यरूसलेम आवत हवय। \v 13 त ओमन खजूर के डालीमन ला लेके ओकर ले भेंट करे बर गीन अऊ चिचिया-चिचियाके कहत रिहिन, \q1 “होसाना!\f + \fr 12:13 \fr*\fq होसाना \fq*\ft इबरानी म येकर मतलब होथे \ft*\fqa बचा \fqa*\ft पर बाद म ये सबद के उपयोग परसंसा करे बर होय लगिस\ft*\f*” \b \q1 “धइन ए ओ, जऊन ह परभू के नांव म आथे!” \b \q1 “धइन ए, इसरायल के राजा!” \m \v 14 यीसू ला एक ठन गदही के बछरू मिलिस अऊ ओह ओकर ऊपर बईठ गीस, जइसने कि परमेसर के बचन म लिखे हवय: \q1 \v 15 “हे बेटी सियोन, झन डर; \q2 देख, तोर राजा ह गदही के बछेड़ा ऊपर \q2 बईठके आवत हवय।” \p \v 16 ओकर चेलामन पहिली ये बात ला नइं समझिन। पर जब यीसू के महिमा होईस, त ओमन सुरता करिन कि ये बातमन यीसू के बारे म लिखे गे रिहिस अऊ मनखेमन ओकर संग बचन के मुताबिक करिन। \p \v 17 मनखेमन के ओ भीड़ जऊन ह यीसू के संग ओ बखत रिहिस, जब यीसू ह लाजर ला कबर म ले बलाईस अऊ ओला मरे म ले जियाईस, ओमन ये बात के गवाही देवत रिहिन। \v 18 ये खातिर, बहुंते मनखेमन यीसू ले भेंट करे बर गीन, काबरकि ओमन सुने रहंय कि ओह ये चमतकार के काम करे हवय। \v 19 तब फरीसीमन एक-दूसर ले कहिन, “हमन कुछू नइं कर सकत हन। देखव, जम्मो संसार ह ओकर पाछू हो गे हवय।” \s1 यीसू ह अपन मिरतू के अगमबानी करथे \p \v 20 जऊन मन तिहार के समय म अराधना करे बर गे रिहिन, ओमन म कुछू यूनानी मनखे रिहिन। \v 21 ओमन फिलिप्पुस करा आईन, जऊन ह गलील प्रदेस के बैतसैदा सहर के रिहिस, अऊ ओकर ले बिनती करिन, “हे महाराज, हमन यीसू ला देखे बर चाहथन।” \v 22 फिलिप्पुस ह जाके अन्द्रियास ला कहिस, तब अन्द्रियास अऊ फिलिप्पुस जाके यीसू ला कहिन। \p \v 23 यीसू ह कहिस, “ओ समय ह आ गे हवय, जब मनखे के बेटा के महिमा होवय। \v 24 मेंह तुमन ला सच-सच कहथंव कि जब तक गहूं के बीजा ह भुइयां म गिरके मर नइं जावय, तब तक ओ बीजा ह सिरिप अकेला रहिथे, पर जब येह मर जाथे, त बहुंत फर देथे। \v 25 जऊन ह अपन परान ले मया करथे, ओह ओला गंवाही, पर जऊन ह ये संसार म अपन परान ला जादा महत्व नइं देवय, ओह ओला परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी बर बंचाके रखही। \v 26 यदि कोनो मोर सेवा करथे, त ओह मोर पाछू जरूर हो लेवय; जिहां मेंह हवंव, उहां मोर सेवक ह घलो होही। यदि कोनो मोर सेवा करथे, त मोर ददा ह ओकर आदर करही। \p \v 27 “अब मोर परान ह बहुंते बियाकुल होवथे अऊ मेंह का कहंव? हे ददा, मोला ये घरी ले बचा। पर एहीच कारन बर तो मेंह ये घरी म पहुंचे हवंव। \v 28 हे ददा, अपन नांव के महिमा कर!” \p तब स्वरग ले ये अवाज आईस, “मेंह एकर महिमा करे हवंव अऊ एकर महिमा फेर करहूं।” \v 29 मनखेमन के जऊन भीड़ उहां ठाढ़े रिहिस, जब ओमन येला सुनिन, त कहिन कि येह बादर के गरजन रिहिस, अऊ आने मन कहिन, “एक स्वरगदूत ह ओकर ले गोठियाईस।” \p \v 30 यीसू ह कहिस, “ये अवाज ह मोर बर नइं, पर तुम्हर भलई बर होईस। \v 31 अब ये संसार के नियाय के समय ए; अब ये संसार के राजकुमार ला निकाल दिये जाही। \v 32 पर जब मेंह धरती ले ऊपर उठाय जाहूं, त जम्मो झन ला मेंह अपन तरफ खींच लूहूं।” \v 33 यीसू ह ये कहे के दुवारा इसारा करिस कि ओह कोन किसम ले मरइया रिहिस। \p \v 34 भीड़ के मनखेमन कहिन, “हमन मूसा के कानून ले ये बात सुने हवन कि मसीह ह सदाकाल तक रहिही। तब तेंह कइसने कहथस कि मनखे के बेटा के ऊपर उठाय जाना जरूरी ए। ये मनखे के बेटा कोन ए?” \p \v 35 तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “अंजोर ह थोरकन समय तक तुम्हर संग म रहिही। जब तक तुम्हर करा अंजोर हवय, रेंगत रहव, नइं तो अंधियार ह तुमन ला घेर लीही। जऊन ह अंधियार म रेंगथे, ओह नइं जानय कि ओह कहां जावथे। \v 36 जब तक तुम्हर करा अंजोर हवय, ओमा अपन बिसवास रखव, ताकि तुमन अंजोर के संतान बन जावव।” ये कहे के बाद, यीसू ह उहां ले चल दीस अऊ अपनआप ला ओमन ले छुपाय रखिस। \s1 यहूदीमन के अबिसवास \p \v 37 हालाकि यीसू ह बहुंते चमतकार के काम ओमन के आघू म करे रिहिस, तभो ले ओमन ओकर ऊपर बिसवास नइं करिन। \v 38 जेकर ले यसायाह अगमजानी के ये बचन ह पूरा होईस: \q1 “हे परभू, हमर संदेस ऊपर कोन ह बिसवास करिस \q2 अऊ परभू के भुजबल काकर ऊपर परगट होईस?” \p \v 39 एकर कारन ओमन बिसवास नइं कर सकिन, काबरकि यसायाह ये घलो कहे हवय: \q1 \v 40 “परमेसर ह ओमन के आंखीमन ला अंधरा कर दे हवय, \q2 अऊ ओमन के मन ला कठोर कर दे हवय, \q1 ताकि ओमन न तो अपन आंखी ले देख सकंय, \q2 अऊ न तो अपन मन ले समझ सकंय, \q2 अऊ ओमन मोर तरफ नइं फिरंय कि मेंह ओमन ला चंगा करंव।”\f + \fr 12:40 \fr*\ft \+xt यसा 6:9‑10\+xt* म लिखे ये बचन ला यीसू ह \+xt मत्ती 13:15; मर 4:12\+xt*; \+xt लूका 8:10\+xt* म घलो कहिथे। \+xt प्रेरि 28:26‑27\+xt* ला घलो देखव।\ft*\f* \m \v 41 यसायाह ये बात एकरसेति कहिस काबरकि ओह यीसू के महिमा ला देखिस अऊ ओह ओकर बारे म गोठियाईस। \p \v 42 तभो ले अगुवामन ले बहुंते झन यीसू ऊपर बिसवास करिन। पर फरीसीमन के कारन ओमन अपन बिसवास ला खुलेआम नइं मानिन। ओमन डरत रहंय कि ओमन ला यहूदीमन के सभा-घर ले निकाल दिये जाही। \v 43 ओमन ला परमेसर के परसंसा करई ले मनखे के परसंसा करई जादा बने लगिस। \p \v 44 तब यीसू ह चिचियाके कहिस, “जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह न सिरिप मोर ऊपर बिसवास करथे, पर ओह ओकर ऊपर घलो बिसवास करथे, जऊन ह मोला पठोय हवय। \v 45 अऊ जब ओह मोला देखथे, त ओह ओला देखथे जऊन ह मोला पठोय हवय। \v 46 मेंह संसार म अंजोर के रूप म आय हवंव, ताकि जऊन कोनो मोर ऊपर बिसवास करय, ओह अंधियार म झन रहय। \p \v 47 “यदि कोनो मोर बचन ला सुनथे, अऊ ओकर मुताबिक नइं चलय, त मेंह ओकर नियाय नइं करंव। काबरकि मेंह संसार के नियाय करे बर नइं, पर संसार के उद्धार करे बर आय हवंव। \v 48 जऊन ह मोर तिरस्कार करथे अऊ मोर बचन ला गरहन नइं करय, ओकर एक नियाय करइया हवय। जऊन बचन मेंह कहे हवंव, ओहीच बचन ह आखिरी दिन म ओला दोसी ठहिराही। \v 49 काबरकि मेंह अपन कोति ले कुछू नइं कहेंव, पर ददा जऊन ह मोला पठोय हवय, ओह खुद मोला हुकूम दे हवय कि मेंह का कहंव अऊ कइसने कहंव। \v 50 मेंह जानथंव कि ओकर हुकूम ह सदाकाल के जिनगी करा ले जाथे, एकरसेति जऊन कुछू मेंह कहिथंव, ओला वइसनेच कहिथंव, जइसने ददा ह मोला कहे हवय।” \c 13 \s1 यीसू ह अपन चेलामन के गोड़ धोथे \p \v 1 फसह तिहार के ठीक पहिली, यीसू ह जान लीस कि ओकर समय ह आ गे हवय, अऊ ओला ये संसार ला छोंड़के ददा करा जाना हवय, त ओह अपन मनखेमन ले जऊन मन संसार म रिहिन, जइसने मया करत रिहिस, आखिरी तक ओह ओमन ले वइसनेच मया करिस। \p \v 2 रात के भोजन परोसे जावत रहय, अऊ सैतान ह सिमोन के बेटा यहूदा इस्करियोती के मन ला पहिली ले उकसाय रहय कि ओह यीसू ला दगा देवय। \v 3 यीसू ह जानत रहय कि ददा ह हर चीज ला ओकर हांथ म कर दे हवय, अऊ ये घलो कि ओह परमेसर करा ले आय हवय अऊ परमेसर करा जावत हवय। \v 4 एकरसेति ओह भोजन ले उठिस अऊ अपन बाहिरी कपड़ा ला उतारिस अऊ अपन कनिहां म एक ठन गमछा लपेटिस। \v 5 तब ओह एक ठन परात म पानी डारिस अऊ अपन चेलामन के गोड़ ला धोवन लगिस, अऊ अपन कनिहां म लपटाय गमछा ले ओमन के गोड़ ला पोंछन लगिस। \p \v 6 जब ओह सिमोन पतरस करा आईस, तब पतरस ह ओला कहिस, “हे परभू, का तेंह मोर गोड़ ला धोवन जावत हस?” \p \v 7 यीसू ह जबाब दीस, “तेंह अभी नइं समझस कि मेंह का करत हवंव, पर पाछू तेंह समझबे।” \p \v 8 तब पतरस ह कहिस, “नइं, मेंह तोला मोर गोड़ ला कभू नइं धोवन देवंव।” \p ये सुनके यीसू ह कहिस, “यदि मेंह तोर गोड़ ला नइं धोवंव, त मोर संग तोर कुछू संबंध नइं ए।” \p \v 9 सिमोन पतरस ह ओला कहिस, “तब हे परभू, सिरिप मोर गोड़ ला ही नइं, पर मोर हांथ अऊ मुड़ ला घलो धो दे।” \p \v 10 यीसू ह ओला कहिस, “जऊन ह नहा डारे हवय, ओला सिरिप अपन गोड़ ला धोय के जरूरत होथे। ओकर जम्मो देहें ह साफ होथे। तुमन ह साफ हवव, पर तुमन म हर एक झन साफ नइं ए।” \v 11 काबरकि ओह जानत रहय कि कोन ह ओला दगा देवइया रिहिस, एकरसेति ओह कहिस, “हर एक झन साफ नइं ए।” \p \v 12 जब यीसू ह अपन चेलामन के गोड़ ला धो डारिस, त ओह अपन कपड़ा ला पहिरके अपन जगह म वापिस आईस अऊ खाय बर बईठिस, तब ओह ओमन ले पुछिस, “का तुमन समझत हव कि मेंह तुम्हर बर का करेंव? \v 13 तुमन मोला गुरू अऊ परभू कहिथव अऊ येह सही ए, काबरकि मेंह एहीच अंव। \v 14 जब मेंह तुम्हर परभू अऊ गुरू होके तुम्हर गोड़ ला धोएंव, तब तुमन ला घलो एक-दूसर के गोड़ धोना चाही। \v 15 मेंह तुम्हर आघू म एक नमूना रखे हवंव कि जइसने मेंह तुम्हर बर करे हवंव, वइसनेच तुमन घलो करव। \v 16 मेंह तुमन ला सच कहथंव कि एक सेवक ह अपन मालिक ले बड़े नइं होवय, अऊ न ही संदेसिया ह अपन पठोइया ले बड़े होथे। \v 17 अब तुमन ये बातमन ला जानथव; यदि तुमन अइसने करहू, त तुमन ला आसीस मिलही। \s1 यीसू ह अपन संग दगाबाजी के अगमबानी करथे \r (मत्ती 26:20‑25; मरकुस 14:17‑21; लूका 22:21‑23) \p \v 18 “मेंह तुमन जम्मो झन के बारे म नइं कहत हंव; जऊन मन ला मेंह चुने हवंव, ओमन ला मेंह जानथंव। पर येह एकरसेति होवत हवय, ताकि परमेसर के ये बचन ह पूरा होवय: ‘जऊन ह मोर संग खाना खावत रिहिस, ओह मोर बिरूध हो गे हवय।’\f + \fr 13:18 \fr*\ft \+xt भजन 41:9\+xt*\ft*\f* \p \v 19 “ये बात होय के पहिली, मेंह तुमन ला अभी बता देवत हंव, ताकि जब ये बात ह होवय, तब तुमन बिसवास करव कि मेंह ओही अंव। \v 20 मेंह तुमन ला सच कहथंव, जऊन कोनो मोर पठोय मनखे ला गरहन करथे, ओह मोला गरहन करथे; अऊ जऊन कोनो मोला गरहन करथे, ओह ओला गरहन करथे, जऊन ह मोला पठोय हवय।” \p \v 21 ये कहे के बाद, यीसू ह आतमा म बहुंत बियाकुल होईस अऊ ये गवाही दीस, “मेंह तुमन ला सच कहथंव, तुमन म ले एक झन मोर संग बिसवासघात करही।” \p \v 22 ये सुनके, ओकर चेलामन दुबिधा म पड़ गीन कि ओह काकर बारे म कहत हवय, अऊ ओमन एक-दूसर के मुहूं ताके लगिन। \v 23 ओकर चेलामन ले एक झन जऊन ला यीसू मया करय, यीसू के छाती कोति झुकके बईठे रिहिस। \v 24 सिमोन पतरस ह ओ चेला कोति इसारा करिस अऊ कहिस, “ओकर ले पुछ कि ओह काकर बारे म कहत हवय।” \p \v 25 ओ चेला ह वइसनेच यीसू कोति छाती के भार झुकके पुछिस, “हे परभू, ओह कोन ए?” \p \v 26 यीसू ह जबाब दीस, “जऊन ला मेंह ये रोटी के कुटा ला बरतन म बोरके दूहूं, ओहीच ह ओ मनखे अय।” तब ओह रोटी के टुकड़ा ला बोरके सिमोन के बेटा यहूदा इस्करियोती ला दीस। \v 27 यहूदा के रोटी के कुटा ला लेतेच ही सैतान ह ओमा हमा गीस। \p तब यीसू ह ओला कहिस, “जऊन काम तेंह करइया हवस, ओला जल्दी कर।” \v 28 पर उहां जतेक झन खाना खाय बर बईठे रिहिन, ओमन ले एको झन घलो नइं समझिन कि यीसू ह ओला काबर ये बात कहिस। \v 29 यहूदा करा रूपिया-पईसा के थैली के जिम्मेदारी रहय, त कुछू झन ये समझिन कि यीसू ह ओला कहत होही कि जऊन कुछू के, हमन ला तिहार बर जरूरत हवय, ओला बिसा ले या फेर गरीबमन ला कुछू देय दे। \v 30 यहूदा ह रोटी के कुटा ला लेके तुरते बाहिर चल दीस। अऊ ओह रथिया के बेरा रहय। \s1 पतरस के इनकार करे के बारे म यीसू ह बताथे \r (मत्ती 26:31‑35; मरकुस 14:27‑31; लूका 22:31‑34) \p \v 31 जब यहूदा इस्करियोती ह चल दीस, तब यीसू ह कहिस, “अब मनखे के बेटा के महिमा होईस अऊ ओकर दुवारा परमेसर के महिमा होईस। \v 32 अऊ जब ओकर दुवारा परमेसर के महिमा होईस, त परमेसर ह घलो अपन म बेटा के महिमा करही अऊ तुरते ओकर महिमा करही। \p \v 33 “हे मोर लइकामन हो, अऊ थोरकन बेर मेंह तुम्हर संग रहिहूं। तुमन मोला खोजहू अऊ जइसने मेंह यहूदीमन ला कहे हवंव, वइसने अब मेंह तुमन ला घलो कहत हंव: जिहां मेंह जावत हंव, उहां तुमन नइं आ सकव। \p \v 34 “एक नवां हुकूम मेंह तुमन ला देवत हंव: एक-दूसर ले मया करव। जइसने मेंह तुमन ला मया करे हवंव, वइसने तुमन घलो एक-दूसर ले मया करव। \v 35 यदि तुमन एक-दूसर ले मया करहू, त एकर ले जम्मो मनखेमन जान लीहीं कि तुमन मोर चेला अव।” \p \v 36 सिमोन पतरस ह यीसू ले पुछिस, “हे परभू, तेंह कहां जावत हस?” \p यीसू ह जबाब दीस, “जिहां मेंह जावत हंव, उहां तेंह अभी मोर पाछू नइं आ सकस, पर बाद म तेंह आबे।” \p \v 37 पतरस ह ओला कहिस, “हे परभू, अभी मेंह तोर पाछू काबर नइं आ सकंव? मेंह तोर बर अपन परान ला घलो दे दूहूं।” \p \v 38 तब यीसू ह जबाब दीस, “का सही म, तेंह मोर बर अपन परान देबे? मेंह तोला सच कहथंव, कुकरा के बासे के पहिली, तेंह तीन बार मोर इनकार करबे।” \c 14 \s1 यीसू ह अपन चेलामन ला ढाढ़स बंधाथे \p \v 1 यीसू ह कहिस, “तुम्हर हिरदय बियाकुल झन होवय। परमेसर ऊपर बिसवास करव अऊ मोर ऊपर घलो बिसवास करव। \v 2 मोर ददा के घर म बहुंत जगह हवय; यदि नइं होतिस, त मेंह तुमन ला बता देतेंव। मेंह उहां तुम्हर बर जगह तियार करे बर जावत हंव। \v 3 अऊ जब मेंह जाके तुम्हर बर जगह तियार कर लूहूं, त मेंह फेर आहूं अऊ तुमन ला मोर इहां ले जाहूं ताकि जिहां में रहंव उहां तुमन घलो रहव। \v 4 जिहां मेंह जावत हंव, तुमन ओ जगह के रसता ला जानत हव।” \s1 यीसू ह ददा करा जाय के रसता अय \p \v 5 थोमा ह यीसू ला कहिस, “हे परभू, हमन नइं जानन कि तेंह कहां जावत हस, त फेर हमन रसता ला कइसने जानबो?” \p \v 6 यीसू ह ओला जबाब दीस, “रसता, सत अऊ जिनगी मेंहीच अंव। मोर बिगर कोनो ददा करा नइं आ सकय। \v 7 यदि तुमन मोला जाने होतेव, त मोर ददा ला घलो जानतेव। फेर अब ले तुमन ओला जानत हव अऊ ओला देखे घलो हवव।” \p \v 8 फिलिप्पुस ह ओला कहिस, “हे परभू, हमन ला ददा के दरसन करा दे। हमर बर अतका ह बहुंत होही।” \p \v 9 यीसू ह जबाब दीस, “हे फिलिप्पुस, मेंह अतेक दिन ले तुम्हर संग म हवंव अऊ तभो ले का तेंह मोला नइं जानस? जऊन ह मोला देखिस, ओह ददा ला घलो देख डारिस। फेर तेंह कइसने कह सकथस कि हमन ला ददा के दरसन करा दे। \v 10 का तेंह बिसवास नइं करस कि मेंह ददा म हवंव अऊ ददा ह मोर म हवय? जऊन बचन मेंह तुमन ला कहिथंव, ओह मोर अपन कोति ले नो हय। पर ददा जऊन ह मोर म रहिथे; ओह अपन काम करत हवय। \v 11 मोर बिसवास करव कि मेंह ददा म हवंव अऊ ददा ह मोर म हवय। या फेर मोर चमतकार के काममन के सेति मोर बिसवास करव। \v 12 मेंह तुमन ला सच कहथंव कि जऊन ह मोर ऊपर बिसवास करथे, ओह ओ काममन ला करही, जऊन ला मेंह करत हवंव। अऊ त अऊ ओह येमन ले घलो बड़े-बड़े काम करही, काबरकि मेंह ददा करा जावत हंव। \v 13 जऊन कुछू तुमन मोर नांव म मांगहू, ओला मेंह पूरा करहूं ताकि बेटा के दुवारा ददा के महिमा होवय। \v 14 यदि तुमन मोर नांव म मोर ले कुछू मांगहू, त मेंह ओला पूरा करहूं। \s1 यीसू ह पबितर आतमा ला पठोय के वायदा करथे \p \v 15 “यदि तुमन मोर ले मया करथव, त मोर हुकूममन ला मानव। \v 16 मेंह ददा ले पराथना करहूं, अऊ ओह तुमन ला एक आने मददगार दीही, ओह हमेसा तुम्हर संग रहिही। \v 17 जऊन ला सत के आतमा कहे जाथे। संसार ह ये मददगार ला गरहन नइं कर सकय, काबरकि संसार ह न तो ओला देखे हवय अऊ न ही ओला जानय। पर तुमन ओला जानथव, काबरकि ओह तुम्हर संग रहिथे अऊ तुमन म रहिही। \v 18 मेंह तुमन ला अनाथ नइं छोड़ंव; मेंह तुम्हर करा आहूं। \v 19 थोरकन देर अऊ हवय, तब संसार ह मोला फेर नइं देखही, पर तुमन मोला देखहू। काबरकि मेंह जीयत हंव; तुमन घलो जीयत रहिहू। \v 20 ओ दिन तुमन जानहू कि मेंह अपन ददा म हवंव, अऊ तुमन मोर म हवव, अऊ मेंह तुमन म हवंव। \v 21 जेकर करा मोर हुकूम हवय, अऊ ओह ओमन ला मानथे, ओहीच ह मोर ले मया करथे। अऊ जऊन ह मोर ले मया करथे, ओकर ले मोर ददा ह मया करही, अऊ मेंह घलो ओकर ले मया करहूं अऊ ओला अपन दरसन दूहूं।” \p \v 22 तब यहूदा (जऊन ह यहूदा इस्करियोती नइं रिहिस) यीसू ला कहिस, “हे परभू, का बात ए कि तेंह हमन ला अपन दरसन देबे, पर संसार के मनखेमन ला नइं।” \p \v 23 यीसू ह ओला जबाब दीस, “यदि कोनो मनखे ह मोर ले मया करथे, त ओह मोर बचन ला मानही। अऊ मोर ददा ह ओकर ले मया करही, अऊ हमन ओकर करा आबो अऊ ओकर संग रहिबो। \v 24 जऊन ह मोला मया नइं करय, ओह मोर बचन ला नइं मानय। ये बचन जऊन ला तुमन सुनत हव, येमन मोर नो हंय; येमन ददा के अंय, जऊन ह मोला पठोय हवय। \p \v 25 “तुम्हर संग रहत मेंह तुमन ला ये बात कहे हवंव। \v 26 पर मददगार याने पबितर आतमा जऊन ला ददा ह मोर नांव म पठोही, ओह तुमन ला जम्मो बात सिखाही अऊ ओ हर एक बात तुमन ला सुरता कराही, जऊन ला मेंह तुमन ला कहे हवंव। \v 27 मेंह अपन सांति तुम्हर संग छोंड़त हवंव; अपन सांति मेंह तुमन ला देवत हंव। मेंह तुमन ला वइसने नइं देवंव जइसने संसार ह देथे। तुम्हर हिरदय बियाकुल झन होवय अऊ झन डरव। \p \v 28 “तुमन मोला ये कहत सुने हवव, ‘मेंह जावत हंव अऊ मेंह तुम्हर करा फेर आहूं।’ यदि तुमन मोर ले मया करतेव, त तुमन खुस होतेव कि मेंह ददा करा जावत हंव, काबरकि ददा ह मोर ले महान ए। \v 29 ये बात होय के पहिली मेंह तुमन ला बता दे हवंव, ताकि जब ये बात होवय, त तुमन बिसवास करव। \v 30 मेंह तुम्हर संग अऊ जादा देर तक नइं गोठियावंव, काबरकि ये संसार के राजकुमार ह आवत हवय। ओकर मोर ऊपर कोनो अधिकार नइं ए। \v 31 पर जइसने ददा ह मोला हुकूम दे हवय, वइसने मेंह करथंव, ताकि संसार ह ये जान लेवय कि मेंह ददा ले मया करथंव। \p “अब आवव, इहां ले चलन। \c 15 \s1 अंगूर के नार अऊ डंगालीमन \p \v 1 “सही अंगूर के नार मेंह अंव अऊ मोर ददा ह किसान ए। \v 2 ओ डंगाल जऊन ह मोर म हवय अऊ नइं फरय, ओह ओला काट डारथे; अऊ ओ डंगाल जऊन ह फरथे, ओला ओह छांटथे, ताकि ओह अऊ फरय। \v 3 जऊन बचन मेंह तुमन ला कहे हवंव, ओकर कारन तुमन पहिली ले सुध हो गे हवव। \v 4 तुमन मोर म बने रहव अऊ मेंह तुमन म बने रहिहूं। जइसने डंगाल ह यदि अंगूर के नार म बने नइं रहय, त ओ डंगाल ह अपनआप म नइं फर सकय, वइसने यदि तुमन मोर म बने नइं रहव, त तुमन घलो नइं फर सकव। \p \v 5 “मेंह अंगूर के नार अंव अऊ तुमन डंगाल अव। जऊन मनखे ह मोर म बने रहिथे अऊ मेंह ओमा, त ओह बहुंत फरथे, काबरकि मोर ले अलग होके तुमन कुछू नइं कर सकव। \v 6 कहूं कोनो मनखे मोर म बने नइं रहय, त ओह ओ डंगाल सहीं अय, जऊन ला फटिक दिये जाथे अऊ ओह सूखा जाथे; अइसने डारामन ला मनखेमन संकेलथें अऊ आगी म झोंक के जरा देथें। \v 7 यदि तुमन मोर म बने रहव अऊ मोर बचन ह तुमन म बने रहय, त जऊन कुछू तुमन चाहव अऊ मांगव; ओह तुमन ला दिये जाही। \v 8 मोर ददा के महिमा इही म होथे कि तुमन बहुंत फर लानव अऊ अपनआप ला देखा दव कि तुमन मोर चेला अव। \p \v 9 “जइसने ददा ह मोला मया करिस, वइसने मेंह तुमन ले मया करे हवंव। अब तुमन मोर मया म बने रहव। \v 10 यदि तुमन मोर हुकूममन ला मानहू, त मोर मया म बने रहिहू; जइसने मेंह अपन ददा के हुकूममन ला माने हवंव अऊ ओकर मया म बने रहिथंव। \v 11 मेंह ये बात तुमन ला ये खातिर कहे हवंव, ताकि मोर आनंद ह तुमन म रहय अऊ तुम्हर आनंद ह पूरा हो जावय। \v 12 मोर हुकूम ये अय: जइसने मेंह तुमन ला मया करे हवंव, वइसनेच तुमन घलो एक-दूसर ले मया करव। \v 13 एकर ले बड़े मया अऊ काकरो नइं ए कि कोनो मनखे अपन संगवारीमन बर अपन परान देवय। \v 14 जऊन हुकूम मेंह देवत हंव, ओला यदि तुमन मानव, त तुमन मोर संगवारी अव। \v 15 अब ले मेंह तुमन ला सेवक नइं कहंव, काबरकि सेवक ह नइं जानय कि ओकर मालिक ह का करथे। पर मेंह तुमन ला संगवारी कहे हवंव काबरकि जऊन कुछू मेंह अपन ददा ले सुनेंव, ओ जम्मो बात तुमन ला बता दे हवंव। \v 16 तुमन मोला नइं चुनेव, पर मेंह तुमन ला चुने अऊ ठहिराय हवंव कि तुमन जावव अऊ फरव—अइसने फर जऊन ह बने रहय। तब जऊन कुछू तुमन मोर नांव म ददा ले मांगहू, ओह तुमन ला दीही। \v 17 मोर हुकूम ये अय: एक-दूसर ले मया करव। \s1 संसार ह चेलामन ले घिन करथे \p \v 18 “यदि संसार ह तुम्हर ले घिन करथे, त ये बात ला जान लेवव कि येह तुम्हर ले पहिली मोर ले घिन करिस। \v 19 यदि तुमन संसार के होतेव, त संसार ह तुमन ला अपन समझके मया करतिस। पर तुमन संसार के नो हव, पर मेंह तुमन ला संसार म ले चुन ले हवंव। एकरसेति संसार ह तुम्हर ले घिन करथे। \v 20 जऊन बचन मेंह तुमन ला कहे हवंव, ओला सुरता रखव: ‘एक सेवक ह अपन मालिक ले बड़े नइं होवय।’\f + \fr 15:20 \fr*\ft \+xt यूह 13:16\+xt*\ft*\f* जब ओमन मोला सताईन, त तुमन ला घलो सताहीं। अऊ यदि ओमन मोर बचन ला मानिन, त तुम्हर बचन ला घलो मानहीं। \v 21 मोर नांव के सेति ओमन तुम्हर संग अइसने बरताव करहीं, काबरकि ओमन ओला नइं जानंय, जऊन ह मोला पठोय हवय। \v 22 कहूं मेंह नइं आतेंव अऊ ओमन ले नइं गोठियातेंव, त ओमन पाप के दोसीदार नइं होतिन, पर अब ओमन करा अपन पाप के कोनो बहाना नइं ए। \v 23 जऊन ह मोर ले घिन करथे, ओह मोर ददा ले घलो घिन करथे। \v 24 ओमन पाप के दोसीदार नइं होतिन, कहूं मेंह ओमन के आघू म ओ काममन ला नइं करे होतेंव, जऊन ला कोनो कभू नइं करिन। पर अब ओमन ये चमतकार के काममन ला देखके घलो मोर अऊ मोर ददा दूनों ले घिन करे हवंय। \v 25 येह एकरसेति होईस ताकि ओमन के कानून म लिखे ये बचन ह पूरा होवय: ‘ओमन मोर ले बिगर कोनो कारन के घिन करिन।’\f + \fr 15:25 \fr*\ft \+xt भजन 35:19; 69:4\+xt*\ft*\f* \s1 पबितर आतमा के काम \p \v 26 “पर जब मददगार ह आही, जऊन ला मेंह ददा के इहां ले तुमन करा पठोहूं। ओह सत के आतमा ए, जऊन ह ददा म ले निकलथे। ओह मोर बारे म गवाही दीही। \v 27 अऊ तुमन ला घलो मोर बारे म गवाही देना जरूरी ए, काबरकि तुमन सुरू ले मोर संग रहे हवव। \c 16 \p \v 1 “मेंह तुमन ला ये जम्मो बात एकरसेति बताय हवंव कि तुम्हर बिसवास ह झन टूटय। \v 2 ओमन तुमन ला सभा-घर ले निकाल दीहीं। अऊ ओ समय ह आवत हवय, जब तुम्हर हतिया करइया ह ये समझही कि ओह परमेसर के सेवा करत हवय। \v 3 ओमन ये काममन ला एकरसेति करहीं काबरकि ओमन न तो ददा ला जानंय अऊ न ही मोला। \v 4 पर मेंह तुमन ला ये बात एकरसेति बतांय ताकि जब ओ समय ह आवय, त तुमन ला सुरता रहय कि मेंह तुमन ला चेताय रहेंव। मेंह तुमन ला ये बात सुरू म एकरसेति नइं बतांय काबरकि मेंह तुम्हर संग म रहेंव। \v 5 अब मेंह ओकर करा जावत हंव जऊन ह मोला पठोय हवय, पर तुमन ले कोनो नइं पुछत हव कि मेंह कहां जावत हंव। \v 6 मेंह तुमन ला ये बात कहेंव, एकरसेति तुम्हर हिरदय ह दुख ले भर गे हवय। \v 7 पर मेंह तुमन ला सच कहथंव: येह तुम्हर बर बने ए कि मेंह जावत हंव; काबरकि यदि मेंह नइं जावंव, त मददगार ह तुम्हर करा नइं आवय, पर यदि मेंह जाहूं, त मेंह ओला तुम्हर करा पठोहूं। \v 8 अऊ जब ओह आही, त संसार के मनखेमन ला पाप अऊ धरमीपन अऊ नियाय के बारे म दोसी ठहिराही। \v 9 ओह पाप के बारे म दोसी ठहिराही, काबरकि ओमन मोर ऊपर बिसवास नइं करंय। \v 10 ओह धरमीपन के बारे म दोसी ठहिराही, काबरकि मेंह ददा करा जावत हंव अऊ तुमन मोला फेर नइं देखहू। \v 11 अऊ ओह नियाय के बारे म दोसी ठहिराही, काबरकि ये संसार के राजकुमार\f + \fr 16:11 \fr*\ft या \ft*\fqa हाकिम\fqa*\f* ला पहिली ले दोसी ठहिराय गे हवय। \p \v 12 “तुमन ला कहे बर मोर करा बहुंत कुछू हवय, पर अभी तुमन ओ बातमन ला सहन नइं कर सकव। \v 13 पर जब ओ सत के आतमा ह आही, त ओह तुमन ला सत के जम्मो बात म अगुवई करही। ओह अपन तरफ से कुछू नइं कहिही; जऊन कुछू ओह सुनही, सिरिप ओहीच बात ला कहिही, अऊ ओह तुमन ला ओ बातमन ला बताही, जऊन ह अवइया हवय। \v 14 ओह मोर महिमा करही, काबरकि ओह मोर बातमन ला लीही अऊ ओला तुमन ला बताही। \v 15 जऊन कुछू ददा के अय, ओ जम्मो मोर अय। एकरसेति मेंह कहेंव कि आतमा ह मोर म ले लीही अऊ ओला तुमन ला बताही।” \s1 चेलामन के दुख ह आनंद म बदल जाही \p \v 16 यीसू ह ये घलो कहिस, “थोरकन देर बाद तुमन मोला नइं देखहू अऊ फेर थोरकन देर बाद तुमन मोला देखहू।” \p \v 17 यीसू के कुछू चेलामन एक-दूसर ले कहिन, “ओकर ये कहे के का मतलब ए, ‘थोरकन देर बाद तुमन मोला नइं देखहू अऊ फेर थोरकन देर बाद तुमन मोला देखहू,’ अऊ ‘काबरकि मेंह ददा करा जावत हंव?’ ” \v 18 चेलामन बार-बार पुछन लगिन, “ये थोरकन देर के का मतलब ए? हमन नइं समझत हन कि ओह का कहत हवय।” \p \v 19 यीसू ह ये जानके कि ओमन ओकर ले पुछे चाहत हवंय, ओह ओमन ला कहिस, “का तुमन एक-दूसर ले पुछत हव कि मोर ये कहे के का मतलब ए, ‘थोरकन देर बाद तुमन मोला नइं देखहू अऊ फेर थोरकन देर बाद तुमन मोला देखहू?’ \v 20 मेंह तुमन ला सच-सच कहथंव, तुमन रोहू अऊ बिलाप करहू, जबकि संसार ह आनंद मनाही। तुमन ला दुख होही, पर तुम्हर दुख ह आनंद म बदल जाही। \v 21 जब एक माईलोगन ह लइका जनथे, त ओला पीरा होथे काबरकि ओकर बेरा ह आ गे हवय; पर जब ओला लइका हो जाथे, त आनंद के मारे कि एक लइका ह संसार म पईदा होईस, ओह पीरा ला भुला जाथे। \v 22 इही किसम ले, अभी तुमन ला दुख होवथे, पर मेंह तुमन ला फेर देखहूं, अऊ तुमन आनंद मनाहू, अऊ तुम्हर हिरदय के आनंद ला कोनो नइं छीन सकही। \v 23 ओ दिन म तुमन मोर ले कुछू नइं पुछहू। मेंह तुमन ला सच-सच कहत हंव, जऊन कुछू तुमन मोर नांव म मांगहू, ओ चीज ददा ह तुमन ला दीही। \v 24 अभी तक तुमन मोर नांव म कुछू नइं मांगे हवव। मांगव, त तुमन पाहू अऊ तुम्हर आनंद ह पूरा हो जाही। \p \v 25 “मेंह तुमन ला ये बात पटंतर म कहे हवंव, पर ओ समय ह आवत हवय, जब मेंह तुम्हर ले पटंतर म नइं गोठियावंव, पर मेंह तुमन ला अपन ददा के बारे म साफ-साफ बताहूं। \v 26 ओ दिन तुमन मोर नांव म मांगहू, अऊ मेंह ये नइं कहथंव कि मेंह तुम्हर बर ददा ले बिनती करहूं। \v 27 ददा ह खुदे तुम्हर ले मया करथे, काबरकि तुमन मोर ले मया करे हवव अऊ बिसवास करे हवव कि मेंह परमेसर करा ले आय हवंव। \v 28 मेंह ददा म ले निकलके संसार म आय हवंव; अऊ अब मेंह संसार ला छोंड़के वापिस ददा करा जावत हंव।” \p \v 29 तब यीसू के चेलामन कहिन, “अब तेंह साफ-साफ बिगर पटंतर के गोठियावत हस। \v 30 अब हमन जान डारेंन कि तेंह जम्मो बात ला जानथस अऊ एकर जरूरत नइं ए कि कोनो तोर ले सवाल पुछय। एकर दुवारा हमन बिसवास करथन कि तेंह परमेसर करा ले आय हवस।” \p \v 31 यीसू ह ओमन ला जबाब दीस, “आखिर म तुमन बिसवास करेव। \v 32 पर देखव, ओ बेरा ह आवत हवय अऊ आ घलो गे हवय, जब तुमन तितिर-बितिर हो जाहू; हर एक झन अपन-अपन घर चल दीही। तुमन मोला एकदम अकेला छोंड़ दूहू। तभो ले मेंह अकेला नइं अंव, काबरकि मोर ददा ह मोर संग हवय। \p \v 33 “मेंह तुमन ला ये बात एकरसेति कहेंव ताकि तुमन ला मोर म सांति मिलय। ये संसार म तुमन तकलीफ पाहू। पर हिम्मत रखव! मेंह संसार ऊपर जय पाय हवंव।” \c 17 \s1 यीसू ह अपन बर पराथना करथे \p \v 1 ये कहे के बाद, यीसू ह स्वरग कोति देखिस अऊ कहिस, \pm “हे ददा, बेरा ह आ गे हवय। अपन बेटा के महिमा कर कि तोर बेटा ह घलो तोर महिमा करय। \v 2 तेंह ओला जम्मो मनखेमन ऊपर अधिकार दे हवस, ताकि जऊन मन ला तेंह ओला दे हवस, ओ जम्मो झन ला ओह तोर संग सदाकाल के जिनगी देवय। \v 3 अऊ तोर संग सदाकाल के जिनगी ये अय कि ओमन सिरिप तोला एकेच सत परमेसर के रूप म जानंय अऊ यीसू मसीह ला जानंय, जऊन ला तेंह धरती म पठोय हवस। \v 4 जऊन काम तेंह मोला करे बर दे रहय, ओला पूरा करके, मेंह धरती म तोर महिमा करे हवंव। \v 5 अब, हे ददा, अपन आघू म मोर महिमा कर—ओ महिमा जऊन ह संसार ला बनाय के पहिली मोर, तोर संग रिहिस। \s1 यीसू ह अपन चेलामन बर पराथना करथे \pm \v 6 “मेंह तोर नांव ला ओमन ऊपर परगट करे हवंव, जऊन मन ला तेंह मोला संसार म ले देय हवस। ओमन तोर रिहिन; तेंह ओमन ला मोला देय हवस अऊ ओमन तोर बचन ला माने हवंय। \v 7 अब ओमन जानथें कि जऊन कुछू तेंह मोला देय हवस, ओ जम्मो चीज तोर करा ले आय हवय। \v 8 काबरकि मेंह ओमन ला ओ बचन दे हवंव, जऊन ला तेंह मोला देय रहय, अऊ ओमन ओला गरहन करे हवंय। ओमन सही म जान गीन कि मेंह तोर करा ले आय हवंव अऊ ओमन बिसवास कर ले हवंय कि तेंह मोला पठोय हवस। \v 9 मेंह ओमन बर पराथना करत हंव। मेंह संसार बर नइं, पर ओमन बर पराथना करत हंव, जऊन मन ला तेंह मोला देय हवस, काबरकि ओमन तोर अंय। \v 10 जऊन कुछू मोर करा हवय, ओ जम्मो ह तोर अय अऊ जऊन कुछू तोर करा हवय, ओ जम्मो ह मोर अय। अऊ येमन के दुवारा मोर महिमा होथे। \v 11 मेंह अब संसार म नइं रहंव, पर ओमन संसार म रहिहीं, अऊ मेंह तोर करा आवत हवंव। हे पबितर ददा, ओमन ला जतन के रख अपन ओ नांव के सक्ति के दुवारा, जऊन नांव ला तेंह मोला देय हवस, ताकि ओमन एक हो जावंय जइसने हमन एक हवन। \v 12 जब मेंह ओमन के संग रहेंव, त ओ नांव के दुवारा जऊन ला तेंह मोला देय हवस, ओमन ला जतन के रखेंव अऊ ओमन ला सही-सलामत रखेंव। ओमा ले कोनो नइं गंवाईन, सिरिप बिनास के बेटा के छोंड़, ताकि परमेसर के बचन ह पूरा होवय। \pm \v 13 “अब मेंह तोर करा आवत हंव, पर मेंह ये बातमन ला संसार म रहत कहथंव, ताकि ओमन मोर आनंद ले पूरा भर जावंय। \v 14 मेंह ओमन ला तोर बचन देय हवंव अऊ संसार ह ओमन ले नफरत करिस, काबरकि ओमन संसार के नो हंय, जइसने मेंह संसार के नो हंव। \v 15 मेंह ये पराथना नइं करत हंव कि तेंह ओमन ला संसार ले निकाल ले, पर ये पराथना करत हंव कि ओमन ला तेंह सैतान ले बचाय रख। \v 16 ओमन संसार के नो हंय, जइसने मेंह संसार के नो हंव। \v 17 सत के दुवारा ओमन ला पबितर कर, तोर बचन ह सत ए। \v 18 जइसने तेंह मोला संसार म पठोय, वइसने मेंह ओमन ला संसार म पठोय हवंव। \v 19 ओमन खातिर मेंह अपनआप ला तोर हांथ म अरपन करथंव ताकि ओमन घलो सही म अपनआप ला तोला अरपन करंय। \s1 यीसू ह जम्मो बिसवासीमन बर पराथना करथे \pm \v 20 “मेंह सिरिप ओमन खातिर ही पराथना नइं करथंव, पर ओमन बर घलो जऊन मन ओमन के संदेस के दुवारा मोर ऊपर बिसवास करहीं, \v 21 कि ओ जम्मो झन एक हो जावंय। हे ददा, जइसने तेंह मोर म हवस अऊ मेंह तोर म हवंव। वइसने ओमन घलो हमर म होवंय ताकि संसार ह बिसवास करय कि तेंह मोला पठोय हवस। \v 22 जऊन महिमा तेंह मोला देय हवस, ओही महिमा मेंह ओमन ला देय हवंव, ताकि ओमन एक हो जावंय, जइसने हमन एक हवन। \v 23 मेंह ओमन म अऊ तेंह मोर म, कि ओमन पूरा एक हो जावंय, ताकि संसार ह जानय कि तेंह मोला पठोय हवस अऊ जइसने तेंह मोर ले मया करे हवस, वइसने ओमन ले घलो मया करय। \pm \v 24 “हे ददा मेंह चाहथंव कि जऊन मन ला तेंह मोला देय हवस, ओमन मोर संग उहां रहंय, जिहां में हवंव अऊ ओमन मोर ओ महिमा ला देखंय, जऊन ला तेंह मोला देय हवस, काबरकि तेंह संसार के रचे के पहिली मोर ले मया करय।” \pm \v 25 “हे धरमी ददा, संसार ह तोला नइं जानय, पर मेंह तोला जानथंव, अऊ ओमन जानथें कि तेंह मोला पठोय हवस। \v 26 मेंह ओमन ला तोर बारे म बताय हवंव अऊ बतावत रहिहूं, ताकि तोर ओ मया जऊन ह मोर बर हवय, ओमन म घलो रहय अऊ मेंह खुद ओमन म रहंव।” \c 18 \s1 यीसू ह बंदी बनाय जाथे \r (मत्ती 26:47‑56; मरकुस 14:43‑50; लूका 22:47‑53) \p \v 1 ये पराथना करे के बाद, यीसू ह अपन चेलामन संग किदरोन घाटी के ओ पार गीस। उहां एक जैतून के बारी रहय, जिहां ओ अऊ ओकर चेलामन गीन। \p \v 2 यहूदा जऊन ह यीसू ला धोखा दीस, ओ ठऊर ला जानत रिहिस, काबरकि यीसू ह हमेसा अपन चेलामन संग उहां जूरय। \v 3 तब यहूदा ह कुछू सैनिक अऊ मुखिया पुरोहित अऊ फरीसीमन के कुछू अधिकारीमन ला लेके उहां आईस। ओमन मसाल, कंडिल अऊ हथियार धरे रहंय। \p \v 4 यीसू ह ओ जम्मो बात ला जानत रिहिस, जऊन ह ओकर संग होवइया रहय; एकरसेति ओह निकलिस अऊ ओमन ले पुछिस, “तुमन कोन ला खोजत हव?” \p \v 5 ओमन जबाब दीन, “नासरत के यीसू ला।” \p यीसू ह कहिस, “ओह में अंव।” (अऊ दगाबाज यहूदा ह उहां ओमन संग ठाढ़े रहय।) \v 6 जब यीसू ह ओमन ला ये कहिस, “ओह में अंव,” त ओमन पाछू घुंचिन अऊ भुइयां म गिर पड़िन। \p \v 7 यीसू ह ओमन ले फेर पुछिस, “तुमन कोन ला खोजत हव?” \p ओमन कहिन, “नासरत के यीसू ला।” \p \v 8 यीसू ह जबाब दीस, “मेंह तुमन ला कह चुके हंव कि ओह में अंव। यदि तुमन मोला खोजत हव, त ये मनखेमन ला जावन दव।” \v 9 ये बात एकरसेति होईस, ताकि यीसू के कहे ये बचन ह पूरा होवय, “जऊन मन ला तेंह मोला देय रहय, ओमा ले मेंह एको झन ला घलो नइं गंवांय।” \p \v 10 तब सिमोन पतरस जेकर करा एक ठन तलवार रहय, ओह ओला खींचके निकालिस अऊ महा पुरोहित के सेवक ऊपर चलाके ओकर जेवनी कान ला काट दीस। ओ सेवक के नांव मलखुस रिहिस। \p \v 11 यीसू ह पतरस ला हुकूम दीस, “अपन तलवार ला मियान म रख। जऊन दुख के कटोरा ददा ह मोला दे हवय, का ओला मेंह नइं पीयंव?” \s1 यीसू ला हन्ना करा ले जाथें \p \v 12 तब सैनिकमन अऊ ओमन के कप्तान अऊ यहूदी अधिकारीमन यीसू ला पकड़के बांध लीन, \v 13 अऊ ओमन ओला पहिली हन्ना करा लानिन, जऊन ह ओ साल के महा पुरोहित काइफा के ससुर रिहिस। \v 14 येह ओहीच काइफा रिहिस, जऊन ह यहूदी अगुवामन ला ये सलाह देय रिहिस कि बने होतिस यदि एक आदमी ह जम्मो मनखेमन खातिर मरय। \s1 पतरस ह यीसू के इनकार करथे \r (मत्ती 26:69‑70; मरकुस 14:66‑68; लूका 22:55‑57) \p \v 15 सिमोन पतरस अऊ एक आने चेला यीसू के पाछू-पाछू गीन। काबरकि ये चेला ह महा पुरोहित के पहिचान के रिहिस; एकरसेति ओह घलो महा पुरोहित के अंगना म जाय सकिस, जिहां यीसू ला लेय गे रिहिन। \v 16 पर पतरस ह बाहिर कपाट करा ठाढ़े रहय। तब ओ आने चेला जऊन ह महा पुरोहित के पहिचान के रिहिस, बाहिर आईस अऊ दुवारपालिन छोकरी ला कहिके पतरस ला भीतर ले गीस। \p \v 17 ओ दुवारपालिन छोकरी ह पतरस ले पुछिस, “का तेंह घलो त ये मनखे के चेलामन ले एक झन नो हस?” \p ओह कहिस, “मेंह नो हंव।” \p \v 18 जाड़ के मारे सेवक अऊ अधिकारीमन कोइला ला जलाय रहंय अऊ ओकर चारों खूंट ठाढ़ होके आगी तापत रहंय। पतरस ह घलो ओमन के संग उहां ठाढ़ होके आगी तापत रहय। \s1 महा पुरोहित ह यीसू ले पुछताछ करथे \r (मत्ती 26:59‑66; मरकुस 14:55‑64; लूका 22:66‑71) \p \v 19 इही बीच म महा पुरोहित ह यीसू ले ओकर चेलामन अऊ ओकर उपदेस के बारे म पुछताछ करिस। \p \v 20 यीसू ह जबाब दीस, “मेंह संसार के मनखेमन ले खुलेआम बात करे हवंव। मेंह यहूदीमन के सभा-घर अऊ मंदिर के अंगना म, जिहां जम्मो यहूदीमन जूरथें, हमेसा उपदेस देय हवंव। मेंह गुपत म कुछू नइं कहेंव। \v 21 तेंह मोर ले काबर पुछताछ करथस? ओमन ले पुछ जऊन मन मोर बात ला सुने हवंय। ओमन जानत हवंय कि मेंह का कहे हवंव।” \p \v 22 जब यीसू ह ये कहिस, त ओकर लकठा म ठाढ़े एक अधिकारी ह यीसू ला एक थपरा मारिस अऊ कहिस, “महा पुरोहित ला का तेंह अइसने जबाब देथस।” \p \v 23 यीसू ह ओला जबाब दीस, “यदि मेंह कुछू गलत बात कहे हवंव, त ओला बता। पर यदि मेंह सच बात कहे हवंव, त तेंह मोला काबर मारथस?” \v 24 तब हन्ना ह यीसू ला वइसनेच बंधे-बंधाय महा पुरोहित काइफा करा पठो दीस। \s1 पतरस ह दूसरा अऊ तीसरा बार यीसू के इनकार करथे \r (मत्ती 26:71‑75; मरकुस 14:69‑72; लूका 22:58‑62) \p \v 25 सिमोन पतरस ह उहां अंगना म ठाढ़े आगी तापत रहय, तब मनखेमन ओकर ले पुछिन, “का तेंह घलो ओकर चेलामन ले एक झन अस?” \p ओह इनकार करके कहिस, “मेंह नो हंव।” \p \v 26 महा पुरोहित के एक सेवक जऊन ह ओ मनखे के रिस्तेदार रिहिस, जेकर कान ला पतरस काट दे रिहिस, पतरस ले पुछिस, “का मेंह तोला ओकर संग जैतून के बारी म नइं देखे रहेंव?” \v 27 पतरस ह फेर इनकार करिस अऊ तुरते कुकरा ह बासिस। \s1 पीलातुस के आघू म यीसू \r (मत्ती 27:1‑2, 11‑14; मरकुस 15:1‑5; लूका 23:1‑5) \p \v 28 तब यहूदी अगुवामन यीसू ला काइफा करा ले रोमी राजपाल के महल म ले गीन अऊ ओह बड़े बिहनियां के बेरा रिहिस। यहूदीमन खुद महल के भीतर नइं गीन ताकि ओमन असुध झन होवंय अऊ फसह के भोज खा सकंय।\f + \fr 18:28 \fr*\ft यहूदीमन के रिवाज के मुताबिक, यदि ओमन कोनो आनजात के घर म जाथें, त ओमन असुध हो जाथें।\ft*\f* \v 29 एकरसेति पीलातुस ह बाहिर ओमन करा आईस अऊ पुछिस, “ये मनखे के ऊपर तुमन का दोस लगाथव?” \p \v 30 ओमन जबाब दीन, “यदि ये मनखे ह अपराधी नइं होतिस, त येला हमन तोर हांथ म नइं सऊंपतेंन।” \p \v 31 पीलातुस ह ओमन ला कहिस, “तुमन येला ले जावव अऊ अपन खुद के कानून के मुताबिक ओकर नियाय करव।” \p यहूदीमन ओला कहिन, “हमन करा कोनो ला मिरतू-दंड देय के अधिकार नइं ए।” \v 32 येह एकरसेति होईस ताकि यीसू के ओ बचन ह पूरा होवय, जऊन ला यीसू ह इसारा म कहे रिहिस कि ओकर मिरतू कइसने होही। \p \v 33 तब पीलातुस फेर महल भीतर गीस अऊ यीसू ला बलाके ओकर ले पुछिस, “का तेंह यहूदीमन के राजा अस?” \p \v 34 यीसू ह जबाब देके कहिस, “का तेंह ये बात अपन कोति ले कहथस कि आने मन तोला ये बात मोर बारे म कहे हवंय?” \p \v 35 पीलातुस ह जबाब दीस, “का तेंह सोचथस कि मेंह एक यहूदी अंव? तोर खुद के मनखे अऊ मुखिया पुरोहितमन तोला मोर हांथ म सऊंपे हवंय। तेंह का करे हस?” \p \v 36 यीसू ह कहिस, “मोर राज ह ये संसार के नो हय। यदि मोर राज ह ये संसार के होतिस, त मोर सेवकमन लड़तिन अऊ मेंह यहूदी अगुवामन के हांथ म नइं सऊंपे जातेंव; पर मोर राज ह इहां के नो हय।” \p \v 37 पीलातुस ह यीसू ला कहिस, “त का तेंह एक राजा अस?” \p यीसू ह जबाब दीस, “तेंह सही कहथस कि मेंह एक राजा अंव। मेंह ये खातिर जनम लेंव अऊ ये खातिर संसार म आयेंव कि सत के गवाही देवंव। जऊन ह सत के तरफ हवय, ओह मोर बात ला सुनथे।” \p \v 38 पीलातुस ह ओकर ले पुछिस, “का ह सत ए?” ये कहिके पीलातुस ह बाहिर यहूदीमन करा फेर गीस अऊ ओमन ला कहिस, “मेंह ओमा कोनो दोस नइं पायेंव। \v 39 पर येह तुम्हर रिवाज ए कि फसह के तिहार के बेरा म मेंह तुम्हर खातिर एक कैदी ला छोंड़ देवंव। का तुमन चाहथव कि मेंह यहूदीमन के राजा ला छोंड़ देवंव?” \p \v 40 ओमन फेर चिचियाके कहिन, “नइं, ये मनखे ला नइं, पर हमर बर बरब्बा ला छोंड़ दे।” अऊ बरब्बा ह एक डाकू रिहिस। \c 19 \s1 यीसू ला कुरूस म चघाके मिरतू-दंड दिये जाथे \p \v 1 तब पीलातुस ह यीसू ला लेके ओला कोर्रा म पीटवाईस। \v 2 सैनिकमन गुंथके कांटा के एक मुकुट बनाईन अऊ ओला यीसू के मुड़ ऊपर रखिन अऊ ओमन यीसू ला बैंगनी कपड़ा पहिराईन, \v 3 अऊ ओमन ओकर मेर बार-बार आके कहिन, “हे यहूदीमन के राजा, जोहार लागी।” अऊ ओमन यीसू के मुहूं म थपरा मारिन। \p \v 4 पीलातुस ह फेर महल ले बाहिर आईस अऊ उहां जूरे यहूदीमन ला कहिस, “देखव, मेंह ओला तुम्हर करा बाहिर लानत हंव ताकि तुमन जान लेवव कि मेंह ओमा कुछू दोस नइं पायेंव।” \v 5 जब यीसू ह कांटा के मुकुट अऊ बैंगनी कपड़ा पहिरे बाहिर आईस, त पीलातुस ह ओमन ला कहिस, “देखव, येह ओ मनखे ए।” \p \v 6 जब मुखिया पुरोहित अऊ अधिकारीमन यीसू ला देखिन, त ओमन चिचियाके कहिन, “येला कुरूस ऊपर चघावव। येला कुरूस ऊपर चघावव।” \p पर पीलातुस ह जबाब दीस, “तुमन येला ले जावव अऊ कुरूस ऊपर चघावव। काबरकि मेंह येमा कुछू दोस नइं पायेंव।” \p \v 7 यहूदी अगुवामन जोर देके कहिन, “हमर एक ठन कानून हवय अऊ ओ कानून के मुताबिक एकर मरना जरूरी ए, काबरकि येह अपनआप ला परमेसर के बेटा कहिथे।” \p \v 8 जब पीलातुस ह ये बात ला सुनिस, त ओह अब्बड़ डरा गीस, \v 9 अऊ ओह वापिस महल भीतर जाके यीसू ले पुछिस, “तेंह कहां के अस?” पर यीसू ह ओला कोनो जबाब नइं दीस। \v 10 तब पीलातुस ह कहिस, “का तेंह मोर ले बात नइं करस? का तेंह नइं जानस कि मोर करा तोला छोंड़ देय के या फेर तोला कुरूस ऊपर चघाय के अधिकार हवय?” \p \v 11 यीसू ह जबाब दीस, “यदि तोला ऊपर ले अधिकार नइं दिये जातिस, त मोर ऊपर तोर कुछू अधिकार नइं होतिस। एकरसेति जऊन ह मोला तोर हांथ म सऊंपे हवय, ओह बड़े पाप के दोसीदार ए।” \p \v 12 एकर बाद पीलातुस ह यीसू ला छोंड़ देय के कोसिस करिस, पर यहूदी अगुवामन बार-बार चिचियाके कहिन, “यदि तेंह ये मनखे ला छोंड़ देबे, त तेंह महाराजा के संगवारी नो हस। जऊन ह अपनआप ला राजा कहिथे, ओह महाराजा के बिरोधी होथे।” \p \v 13 जब पीलातुस ह ये बात ला सुनिस, त ओह यीसू ला बाहिर लानिस अऊ नियाय आसन म बईठिस, जऊन ह पथरा के चंउरा नांव के जगह म रहय अऊ ओ चंउरा ला इबरानी\f + \fr 19:13 \fr*\ft अरामिक\ft*\f* भासा म गब्बता कहे जावय। \v 14 येह फसह तिहार के तियारी के दिन रहय अऊ दिन के करीब बारह बजे के समय रहय। \p पीलातुस ह यहूदीमन ला कहिस, “देखव, एही अय तुम्हर राजा।” \p \v 15 पर ओमन चिचियाके कहिन, “येला ले जावव। येला ले जावव। येला कुरूस ऊपर चघाय जावय।” \p पीलातुस ह ओमन ले पुछिस, “का मेंह तुम्हर राजा ला कुरूस ऊपर चघा देवंव?” \p मुखिया पुरोहितमन जबाब दीन, “महाराजा के छोंड़ हमर अऊ कोनो राजा नइं ए।” \p \v 16 आखिर म पीलातुस ह यीसू ला कुरूस ऊपर चघाय बर ओमन के हांथ म सऊंप दीस। \s1 यीसू के कुरूस ऊपर चघाय जवई \r (मत्ती 27:32‑44; मरकुस 15:21‑32; लूका 23:26‑43) \p \v 17 तब ओमन यीसू ला ले गीन अऊ ओह अपन कुरूस ला बोहके बाहिर निकलिस अऊ ओ ठऊर म गीस, जऊन ला खोपड़ी के ठऊर कहे जावय अऊ इबरानी\f + \cat dup\cat*\fr 19:17 \fr*\ft अरामिक\ft*\f* भासा म येला गुलगुता घलो कहे जाथे। \v 18 उहां ओमन यीसू ला कुरूस ऊपर चघा दीन, अऊ ओकर संग अऊ दू झन ला घलो कुरूस ऊपर चघाईन, एक झन ला ओकर जेवनी कोति अऊ दूसर झन ला ओकर डेरी कोति, अऊ यीसू ला मांझा म। \p \v 19 पीलातुस ह एक सूचना लिखके कुरूस ऊपर टंगवा दे रहय, जेमा ये लिखाय रहय, \pc नासरत के यीसू, यहूदीमन के राजा। \m \v 20 बहुंते यहूदीमन ये सूचना ला पढ़िन, काबरकि जऊन ठऊर म यीसू ला कुरूस ऊपर चघाय गे रिहिस, ओह सहर के लकठा म रहय अऊ ओ सूचना ह इबरानी, लतीनी अऊ यूनानी भासा म लिखाय रहय। \v 21 तब यहूदीमन के मुखिया पुरोहितमन पीलातुस ला कहिन, “यहूदीमन के राजा झन लिख, पर ये लिख कि ये मनखे ह कहिस, ‘मेंह यहूदीमन के राजा अंव।’ ” \p \v 22 पीलातुस ह जबाब दीस, “मेंह जऊन लिख देंव, त लिख देंव।” \p \v 23 जब सैनिकमन यीसू ला कुरूस ऊपर चघा लीन, त ओमन ओकर कपड़ामन ला लेके चार बांटा करिन अऊ हर एक ह एक बांटा लीस। ओमन ओकर कुरता ला घलो लीन, पर ओ कुरता ह सिये नइं गे रहय। येह ऊपर ले तरी तक एक ठन करके बुने गे रहय। \p \v 24 एकरसेति ओमन एक-दूसर ला कहिन, “येला हमन नइं चीरन, पर एकर बर चिट्ठी निकालबो अऊ देखबो कि येह कोन ला मिलही।” येह एकरसेति होईस ताकि परमेसर के बचन म लिखे बात ह पूरा होवय, \q1 “ओमन मोर ओनहा ला आपस म बांट लीन \q2 अऊ मोर कुरता बर चिट्ठी निकालिन।”\f + \fr 19:24 \fr*\ft \+xt भजन 22:18\+xt*\ft*\f* \m एकरसेति सैनिकमन अइसने करिन। \p \v 25 यीसू के कुरूस के लकठा म ओकर दाई, अऊ ओकर दाई के बहिनी, क्लोपास के घरवाली मरियम, अऊ मरियम मगदलिनी ठाढ़े रिहिन। \v 26 जब यीसू ह अपन दाई अऊ ओ चेला ला जेकर ले ओह मया करय, तीर म ठाढ़े देखिस, त ओह अपन दाई ला कहिस, “हे नारी, येह तोर बेटा ए।” \v 27 अऊ ओ चेला ले कहिस, “येह तोर दाई ए।” ओही बखत ले ओ चेला ह यीसू के दाई ला अपन घर ले गीस। \s1 यीसू के मिरतू \r (मत्ती 27:45‑56; मरकुस 15:33‑41; लूका 23:44‑49) \p \v 28 एकर बाद, यीसू ह ये जानके कि अब जम्मो बात पूरा हो चुके हवय, परमेसर के बचन ला पूरा करे बर कहिस, “मेंह पीयासन हंव।” \v 29 उहां सिरका ले भरे एक ठन बरतन रखे रहय। ओमन पनसोखवा रबर ला ओ सिरका म भिगोईन अऊ ओ पनसोखवा रबर ला एक ठन जूफा के डंडी म रखके यीसू के मुहूं ले लगाईन। \v 30 जब यीसू ह ओ सिरका ला ले लीस, त कहिस, “पूरा होईस।” अऊ ओह मुड़ ला नवाके अपन परान तियाग दीस। \p \v 31 ओह तियारी के दिन रिहिस, अऊ ओकर दूसर दिन बिसेस बिसराम के दिन\f + \fr 19:31 \fr*\ft बिसराम दिन के पहिली दिन ला तियारी के दिन कहे जावय। ओ साल यहूदीमन के फसह तिहार ह बिसराम दिन म पड़त रिहिस, एकर खातिर ओला “बिसेस बिसराम के दिन” कहे गीस।\ft*\f* रिहिस। यहूदी अगुवामन नइं चाहत रिहिन कि ओमन के देहेंमन बिसराम के दिन कुरूस म टंगे रहंय, एकरसेति ओमन पीलातुस ले बिनती करिन कि कुरूस म चघाय मनखेमन के गोड़ ला टोर दिये जावय अऊ ओमन के देहें ला कुरूस ले उतार दिये जावय। \v 32 एकरसेति सैनिकमन आईन अऊ ओमन पहिली मनखे के गोड़ ला टोरिन, अऊ तब दूसर मनखे के, जऊन मन कि यीसू संग कुरूस ऊपर चघाय गे रिहिन। \v 33 पर जब ओमन यीसू करा आईन अऊ देखिन कि ओह मर गे हवय, त ओमन ओकर गोड़ ला नइं टोरिन। \v 34 पर एक सैनिक ह यीसू के पंजरा ला बरछी म बेधिस अऊ तुरते ओमा ले लहू अऊ पानी निकलिस। \v 35 जऊन मनखे ह येला देखिस ओह गवाही दे हवय अऊ ओकर गवाही ह सच ए। ओह जानथे कि ओह सच कहत हवय, अऊ ओह गवाही देथे ताकि तुमन घलो बिसवास करव। \v 36 ये बात एकरसेति होईस ताकि परमेसर के ये बचन ह पूरा होवय: “ओकर एको ठन हाड़ा टोरे नइं जाही।” \v 37 अऊ परमेसर के बचन म फेर आने जगह ये लिखे हवय, “ओमन ओला देखहीं, जेला ओमन छेदे-बेधे हवंय।” \s1 यीसू के लास ला कबर म रखे जाथे \r (मत्ती 27:57‑61; मरकुस 15:42‑47; लूका 23:50‑56) \p \v 38 एकर बाद अरमतिया सहर के यूसुफ जऊन ह यीसू के चेला रिहिस, पर ओह ये बात ला यहूदी अगुवामन के डर के मारे छुपाके रखे रहय। ओह पीलातुस ले बिनती करिस, “का मेंह यीसू के लास ला ले जावंव?” पीलातुस ह ओकर बिनती ला मान लीस। तब यूसुफ ह आईस अऊ यीसू के लास ला ले गीस। \v 39 निकुदेमुस जऊन ह पहिली यीसू करा एक बार रथिया आय रिहिस, करीब तैंतीस किलो गंधरस अऊ एलवा के मिले मसाला लीस अऊ ओह घलो यूसुफ के संग गीस। \v 40 ओमन यीसू के लास ला लीन अऊ यहूदीमन के दफनाय के रीति के मुताबिक लास म ओ मसाला के लेप ला लगाईन अऊ ओला मलमल के कपड़ा म लपेटिन। \v 41 जऊन जगह म यीसू ला कुरूस ऊपर चघाय गे रिहिस, उहां एक ठन बारी रिहिस अऊ ओ बारी म एक ठन नवां कबर रिहिस, जऊन म कभू कोनो ला नइं रखे गे रिहिस। \v 42 काबरकि ओह यहूदीमन के तियारी के दिन रहय अऊ ओ कबर ह लकठा म रहय; एकरसेति ओमन यीसू के लास ला उहां रखिन। \c 20 \s1 खाली कबर \r (मत्ती 28:1‑8; मरकुस 16:1‑8; लूका 24:1‑12) \p \v 1 हप्ता के पहिली दिन बड़े बिहनियां, जब अंधियार रहय, मरियम मगदलिनी कबर करा आईस अऊ देखिस कि पथरा ह कबर के मुंहाटी ले हट गे हवय। \v 2 तब ओह दऊड़त सिमोन पतरस अऊ ओ आने चेला करा गीस, जेकर ले यीसू मया रखय, अऊ ओमन ला कहिस, “ओमन परभू ला कबर ले निकालके ले गे हवंय अऊ हमन नइं जानन कि ओमन ओला कहां रखे हवंय।” \p \v 3 तब पतरस अऊ ओ आने चेला घर ले निकलिन अऊ कबर कोति गीन। \v 4 ओ दूनों दऊड़त गीन, पर ओ आने चेला ह तेज दऊड़के पतरस ले आघू निकल गीस अऊ कबर करा पहिली हबरिस। \v 5 निहरके ओह कबर म देखिस, त मलमल के कपड़ा ह उहां माढ़े रहय, पर ओह कबर के भीतर नइं गीस। \v 6 तब ओकर पाछू सिमोन पतरस ह आईस अऊ कबर के भीतर गीस। ओह देखिस कि मलमल के कपड़ा ह उहां माढ़े रहय। \v 7 ओह ये घलो देखिस कि ओ गमछा जऊन ला यीसू के मुड़ म लपेटे गे रिहिस, मलमल के कपड़ा ले अलग मोड़ाके माढ़े रहय। \v 8 तब ओ आने चेला घलो जऊन ह कबर करा पहिली हबरे रिहिस, भीतर गीस अऊ देखके बिसवास करिस। \v 9 ओमन अभी तक ले परमेसर के बचन ले नइं समझे रिहिन कि यीसू ह मरे म ले जरूर जी उठही। \v 10 तब चेलामन वापिस अपन-अपन घर चल दीन। \s1 मरियम मगदलिनी ला यीसू के दरसन \r (मत्ती 28:9‑10; मरकुस 16:9‑11) \p \v 11 पर मरियम ह रोवत कबर के बाहिर ठाढ़े रिहिस। रोवत-रोवत ओह कबर के भीतर ला देखे बर झुकिस, \v 12 अऊ ओह देखिस कि दू झन स्वरगदूत सफेद कपड़ा पहिरे उहां बईठे रहंय, जिहां यीसू के देहें रखाय रिहिस; एक झन मुड़ कोति बईठे रहय अऊ दूसर झन गोड़ कोति। \p \v 13 स्वरगदूतमन ओकर ले पुछिन, “हे नारी, तेंह काबर रोवत हवस?” \p ओह कहिस, “ओमन मोर परभू ला ले गे हवंय, अऊ मेंह नइं जानव कि ओमन ओला कहां रखे हवंय।” \v 14 ये कहिके, ओह पाछू मुड़िस अऊ यीसू ला उहां ठाढ़े देखिस, पर ओह नइं चिन्हिस कि येह यीसू अय। \p \v 15 यीसू ह ओला कहिस, “हे नारी, तेंह काबर रोवत हवस? तेंह कोन ला खोजत हवस?” \p ओह यीसू ला माली समझके कहिस, “हे महाराज, कहूं तेंह ओला ले गे हवस, त मोला बता कि तेंह ओला कहां रखे हवस। मेंह ओला ले जाहूं।” \p \v 16 यीसू ह ओला कहिस, “मरियम!” \p मरियम ह यीसू कोति मुड़िस, अऊ चिचियाके इबरानी म कहिस, \tl “रब्बूनी!”\tl* (जेकर मतलब होथे “गुरूजी”)। \p \v 17 यीसू ह ओला कहिस, “मोला झन छू, काबरकि मेंह अभी तक ले ददा करा ऊपर नइं गे हवंव। पर मोर भाईमन करा जा अऊ ओमन ला बता कि मेंह ओकर करा ऊपर जावत हंव, जऊन ह मोर ददा अऊ तुम्हर ददा, मोर परमेसर अऊ तुम्हर परमेसर ए।” \p \v 18 मरियम मगदलिनी चेलामन करा जाके कहिस, “मेंह परभू ला देखे हवंव, अऊ ओह मोर ले ये बात कहे हवय।” \s1 यीसू ह अपन चेलामन ला दरसन देथे \r (मत्ती 28:16‑20; मरकुस 16:14‑18; लूका 24:36‑49) \p \v 19 ओहीच दिन जऊन ह हप्ता के पहिली दिन रिहिस, संझा के बेरा, जब चेलामन एक जगह म जूरे रहंय अऊ कपाटमन भीतर ले यहूदी अगुवामन के डर के मारे बंद रहंय, तब यीसू ह आईस अऊ ओमन के बीच म ठाढ़ होके ओमन ला कहिस, “तुमन ला सांति मिलय।” \v 20 ये कहे के बाद यीसू ह अपन हांथ अऊ अपन पंजरा ओमन ला देखाईस। तब चेलामन परभू ला देखके बहुंत खुस होईन। \p \v 21 यीसू ह ओमन ला फेर कहिस, “तुमन ला सांति मिलय। जइसने ददा ह मोला पठोय हवय, वइसने मेंह तुमन ला पठोवत हवंव।” \v 22 ये कहिके, ओह ओमन ऊपर फूंकिस अऊ कहिस, “पबितर आतमा ला गरहन करव। \v 23 यदि तुमन काकरो पाप छेमा करहू, त ओ पाप छेमा हो जाही; यदि तुमन ओमन के पाप छेमा नइं करहू, त ओमन छेमा नइं होवंय।” \s1 थोमा ला यीसू के दरसन \p \v 24 जब यीसू ह आईस, त ओ बखत बारहों चेलामन ले एक झन थोमा ह (जऊन ला दिदुमुस घलो कहे जावय) ओमन संग नइं रिहिस। \v 25 जब आने चेलामन ओला कहिन, “हमन परभू ला देखे हवन।” \p त ओह ओमन ला कहिस, “जब तक मेंह ओकर हांथमन म खीला के चिनहांमन ला नइं देख लूहूं अऊ जिहां खीलामन रिहिन, उहां अपन अंगरी नइं डार लूहूं अऊ ओकर पंजरा म अपन हांथ नइं डार लूहूं, तब तक मेंह बिसवास नइं करंव।” \p \v 26 एक हप्ता के बाद यीसू के चेलामन फेर घर म रिहिन अऊ थोमा ह ओमन के संग म रिहिस। कपाटमन भीतर ले बंद रहंय, तब फेर यीसू ह आईस अऊ ओमन के बीच म ठाढ़ होके कहिस, “तुमन ला सांति मिलय।” \v 27 तब ओह थोमा ला कहिस, “तोर अंगरी ला इहां रख अऊ मोर हांथमन ला देख। अपन हांथ ला लानके मोर पंजरा म रख अऊ अबिसवासी नइं, पर बिसवासी बन।” \p \v 28 ये सुनके थोमा ह ओला कहिस, “हे मोर परभू, हे मोर परमेसर!” \p \v 29 तब यीसू ह कहिस, “तेंह मोला देखे के बाद बिसवास करय; पर धइन अंय ओमन, जऊन मन मोला बिगर देखे बिसवास करथें।” \s1 यूहन्ना के सुघर संदेस के उदेस्य \p \v 30 यीसू ह कतको आने अचरज के चिनहां अपन चेलामन के आघू म देखाईस, जऊन मन ये किताब म नइं लिखे गे हवंय। \v 31 पर येमन एकरसेति लिखे गे हवंय कि तुमन बिसवास करव कि यीसू ह मसीह अऊ परमेसर के बेटा अय, अऊ ये बिसवास करे के दुवारा तुमन ओकर नांव म जिनगी पावव। \c 21 \s1 झील के तीर म चेलामन ला यीसू के दरसन \p \v 1 एकर बाद यीसू ह अपन चेलामन ला तिबिरियास झील\f + \fr 21:1 \fr*\fq तिबिरियास झील \fq*\ft ला \ft*\fqa गलील के झील \fqa*\ft घलो कहे जाथे।\ft*\f* के तीर म दरसन दीस अऊ ओह ये किसम ले दरसन दीस: \v 2 सिमोन पतरस, थोमा (जऊन ला दिदुमुस कहे जाथे), नतनएल जऊन ह गलील प्रदेस के काना सहर के रिहिस, जबदी के बेटामन अऊ दू झन आने चेलामन जूरे रिहिन। \v 3 सिमोन पतरस ह ओमन ला कहिस, “मेंह मछरी मारे बर जावत हंव,” त ओमन कहिन, “हमन घलो तोर संग जाबो।” तब ओमन जाके डोंगा म चघिन, पर ओ रथिया ओमन एको ठन मछरी नइं पाईन। \p \v 4 बड़े बिहनियां, यीसू ह आके झील के तीर म ठाढ़ हो गीस, पर चेलामन पहिली नइं चिन्हिन कि ओह यीसू अय। \p \v 5 तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “ए संगवारी हो, का तुम्हर करा कोनो मछरी हवय?” \p ओमन जबाब दीन, “नइं।” \p \v 6 ओह ओमन ला कहिस, “डोंगा के जेवनी कोति अपन जाल ला डारव, त तुमन ला मिलही।” जब ओमन जाल ला डारिन, त जाल म अतेक मछरी फंस गीन कि ओमन जाल ला खींच नइं सकिन। \p \v 7 तब ओ चेला जेकर ले यीसू मया करय, पतरस ला कहिस, “येह तो परभू अय।” जब सिमोन पतरस सुनिस कि येह परभू अय, त ओह अपन कपड़ा ला अपन कनिहां म लपेटिस (काबरकि ओह कुछू नइं पहिरे रिहिस) अऊ झील म कूद पड़िस। \v 8 पर आने चेलामन मछरी ले भरे जाल ला खींचत डोंगा म आईन। ओमन पानी के तीर ले जादा दूरिहा म नइं रिहिन। तीर ह करीब एक सौ मीटर दूरिहा रहय। \v 9 जब ओमन भुइयां म उतरिन, त देखिन कि उहां कोइला के आगी बरत रहय अऊ ओमा मछरी रखाय रहय अऊ उहां कुछू रोटी घलो रहय। \p \v 10 यीसू ह ओमन ला कहिस, “जऊन मछरीमन ला तुमन अभी पकड़े हवव, ओमा के कुछू लानव।” \v 11 सिमोन पतरस ह डोंगा ऊपर चघिस अऊ मछरी ले भरे जाल ला पानी के तीर म खींचके लानिस; जाल म 153 बड़े मछरी रहंय, पर अतकी जादा मछरी होय के बावजूद जाल ह नइं चीराईस। \v 12 यीसू ह ओमन ला कहिस, “आवव अऊ नास्ता करव।” कोनो चेला ला हिम्मत नइं होईस कि ओकर ले ये पुछय कि तेंह कोन अस? काबरकि ओमन जानत रिहिन कि येह परभू अय। \v 13 यीसू ह आईस अऊ रोटी ला लेके ओमन ला दीस, अऊ ओह मछरी ला घलो अइसनेच करिस। \v 14 येह तीसरा बार रिहिस, जब यीसू ह मरे म ले जी उठे के बाद अपन चेलामन ला दरसन दीस। \s1 यीसू अऊ पतरस \p \v 15 जब ओमन खा डारिन, त यीसू ह सिमोन पतरस ला कहिस, “हे सिमोन, यूहन्ना के बेटा! का तेंह येमन ले बढ़के मोला मया करथस?” \p ओह कहिस, “हव परभू, तेंह त जानथस कि मेंह तोर ले मया करथंव।” \p यीसू ह कहिस, “मोर मेढ़ा-पीलामन ला चरा।” \p \v 16 यीसू ह ओला फेर कहिस, “हे सिमोन, यूहन्ना के बेटा! का तेंह मोला मया करथस?” \p ओह जबाब दीस, “हव परभू, तेंह जानथस कि मेंह तोर ले मया करथंव।” \p यीसू ह कहिस, “मोर भेड़मन के रखवारी कर।” \p \v 17 यीसू ह तीसरा बार ओला कहिस, “हे सिमोन, यूहन्ना के बेटा! का तेंह मोला मया करथस?” \p पतरस ह उदास हो गीस काबरकि यीसू ह तीसरा बार ओकर ले पुछिस, “का तेंह मोला मया करथस?” पतरस ह कहिस, “हे परभू, तेंह तो जम्मो बात ला जानथस; तेंह जानथस कि मेंह तोला मया करथंव।” \p यीसू ह कहिस, “मोर भेड़मन ला चरा। \v 18 मेंह तोला सच कहथंव कि जब तेंह जवान रहय, त खुद कपड़ा पहिरके जिहां चाहय, उहां चल देवत रहय; पर जब तेंह डोकरा हो जाबे, तब तेंह अपन हांथ ला लमाबे, अऊ कोनो आने मनखे तोला कपड़ा पहिराही, अऊ जिहां तेंह जाय बर नइं चाहबे, उहां ओह तोला ले जाही।” \v 19 ये कहे के दुवारा यीसू ह इसारा कर दीस कि पतरस ह कोन किसम के मिरतू ले परमेसर के महिमा करही। तब यीसू ह ओला कहिस, “मोर पाछू हो ले!” \p \v 20 पतरस ह मुड़के देखिस कि ओ चेला ह ओमन के पाछू-पाछू आवत रहय, जेकर ले यीसू मया करय, अऊ येह ओही चेला रिहिस, जऊन ह खाना खाय के बखत यीसू कोति छाती के भार झुकके पुछे रिहिस, “हे परभू, ओह कोन ए, जऊन ह तोला दगा दीही?” \v 21 जब पतरस ह ओला देखिस, त ओह यीसू ले पुछिस, “हे परभू, एकर का होही?” \p \v 22 यीसू ह जबाब दीस, “यदि में चाहंव, त ओह मोर लहुंटके आवत तक जीयत रहिही, एकर ले तोला का? तेंह मोर पाछू हो ले।” \v 23 एकरसेति भाईमन के बीच म ये अफवाह फईल गीस कि ये चेला ह नइं मरही। पर यीसू ह ये नइं कहे रिहिस कि ओह नइं मरही; ओह सिरिप ये कहिस, “यदि में चाहंव, त ओह मोर लहुंटके आवत तक जीयत रहिही, एकर ले तोला का?” \p \v 24 येह ओही चेला अय, जऊन ह ये बातमन के गवाही देवत हवय अऊ जऊन ह ये बातमन ला लिखे हवय, अऊ हमन जानत हवन कि ओकर गवाही ह सच ए। \p \v 25 यीसू ह आने अऊ कतको काम करिस, यदि ओमा के हर एक बात ला लिखे जातिस, त मेंह सोचथंव कि जऊन किताबमन लिखे जातिन, ओमन ला रखे बर जम्मो संसार म जगह नइं होतिस।