\id JER - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \usfm 3.0 \ide UTF-8 \h यरमियाह \toc1 यरमियाह के किताब \toc2 यरमियाह \toc3 यर \mt1 यरमियाह \mt2 के किताब \c 1 \p \v 1 हिलकियाह के बेटा यरमियाह, जऊन ह बिनयामीन के देस म अनातोत छेत्र के पुरोहितमन ले एक झन रिहिस ओकर ये बचन अय। \v 2 यहोवा के बचन ह यरमियाह करा आमोन के बेटा, यहूदा के राजा योसियाह के सासन के तेरहवां साल म आईस, \v 3 अऊ एकर बाद योसियाह के बेटा यहूदा के राजा यहोयाकीम के सासन के जरिये, येह योसियाह के बेटा यहूदा के राजा सिदकियाह के सासन के गियारहवां साल के पांचवां महिना तक आईस, जब यरूसलेम के मनखेमन बंधुवई म गीन। \b \s1 यरमियाह के बुलावा \p \v 4 यहोवा के ये बचन मोर करा, ये कहत आईस, \q1 \v 5 “गरभ म रचे के पहिले ही मेंह तोला जानत रहेंव\f + \fr 1:5 \fr*\ft या \ft*\fqa चुन ले हंव\fqa*\f*, \q2 तोर जनम के पहिले ही मेंह तोला अलग करे हंव; \q2 मेंह तोला देस-देसमन बर अगमजानी ठहिराय हंव।” \p \v 6 तब मेंह कहेंव, “आह, हे परमपरधान यहोवा, मेंह नइं जानंव कि कइसे गोठियावंव; मेंह अभी बहुंत छोटे हंव।” \p \v 7 पर यहोवा ह मोला कहिस, “झन कह, ‘मेंह उमर म बहुंत छोटे हंव।’ तोला ओ जम्मो झन करा जाना हे, जेमन करा मेंह तोला पठोहूं अऊ जऊन हुकूम मेंह तोला दूहूं, ओला बता। \v 8 ओमन ले झन डरबे, काबरकि मेंह तोर संग हवंव अऊ मेंह तोला बचाहूं,” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \p \v 9 तब यहोवा ह अपन हांथ ला बढ़ाके मोर मुहूं ला छुईस अऊ मोला कहिस, “मेंह अपन बचन ला तोर मुहूं म डाल दे हंव। \v 10 सुन, मेंह आज तोला देसमन अऊ राजमन ऊपर ठहिरावत हंव कि तें ओमन ला उखानके गिरा दे, ओमन ला नास करके फटिक दे, ओमन ला बना अऊ बसा दे।” \p \v 11 तब यहोवा के ये बचन मोर करा आईस: “हे यरमियाह, तोला का दिखत हवय?” \p मेंह कहेंव, “मोला बादाम के एक रूख के डारा ह दिखत हवय।” \p \v 12 तब यहोवा ह मोला कहिस, “तोला सही दिखत हवय, काबरकि मेंह ये देखे बर धियान लगाय हंव कि मोर बचन ह पूरा होवय।” \p \v 13 तब यहोवा के बचन ह मोर करा फेर आईस: “तोला का दिखत हवय?” \p मेंह जबाब देंव, “मोला डबकत एक बरतन दिखत हवय, जेह उत्तर दिग ले हमर कोति झुकत हवय।” \p \v 14 तब यहोवा ह मोला कहिस, “ये देस म रहइया जम्मो झन ऊपर उत्तर दिग ले बिपत्ति डाले जाही। \v 15 मेंह उत्तर दिग के राजमन के मनखेमन ला बलानेचवाला हंव,” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 “ओमन के राजामन आहीं अऊ यरूसलेम के कपाट के प्रवेस दुवार म \q2 अपन सिंघासन लगाहीं; \q1 ओमन ओकर चारों कोति के जम्मो दीवारमन के बिरूध \q2 अऊ यहूदा के जम्मो नगरमन के बिरूध आहीं। \q1 \v 16 मेंह अपन मनखेमन ऊपर नियाय के हुकूम दूहूं \q2 काबरकि ओमन मोला तियागके, \q1 आने देवतामन बर धूप जलाके \q2 अऊ अपन हांथ ले बनाय मूरतीमन के अराधना करके दुस्टता करे हवंय। \p \v 17 “एकरसेति तेंह तियार हो जा! उठ अऊ जऊन बात के हुकूम मेंह तोला देवत हंव, ओला ओमन ला सुना। ओमन ले झन डर, नइं तो मेंह तोला ओमन के आघू म डरवा दूहूं। \v 18 आज मेंह तोला ये जम्मो देस के बिरूध—यहूदा के राजामन, येकर करमचारी, येकर पुरोहित अऊ देस के मनखेमन के बिरूध ठाढ़ होय बर एक किलाबंद सहर, एक लोहा के खंभा, अऊ एक कांसा के दीवार बनाय हवंव। \v 19 देस के मनखेमन तोर बिरूध म लड़हीं, पर तोला जीत नइं सकहीं, काबरकि मेंह तोर संग हवंव अऊ मेंह तोला बचाहूं,” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \c 2 \s1 इसरायल ह परमेसर ला तियाग देथे \p \v 1 यहोवा के ये बचन मोर करा आईस: \v 2 “जा अऊ यरूसलेम के सुनत म घोसना कर: \b \p “यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “ ‘तोर जवानी के समरपन ला मेंह सुरता करथंव, \q2 कि कइसे तेंह एक दुलहिन सहीं मोला मया करे \q1 अऊ सुनसान जगह ले, \q2 ओ भुइयां तक मोर पाछू आय, जिहां बीजा नइं बोय गे रिहिस। \q1 \v 3 इसरायल ह यहोवा बर पबितर, \q2 अऊ ओकर लुवई के पहिली ऊपज रिहिस; \q1 ओ जम्मो जऊन मन ओला नास करिन, ओमन दोसी ठहिराय गीन, \q2 अऊ ओमन ऊपर बिपत्ति पड़िस,’ ” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 4 हे याकूब के संतानमन, हे इसरायल के बंस के मनखेमन, \q2 यहोवा के बचन ला सुनव। \p \v 5 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “तुम्हर पुरखामन मोर म का गलती पाईन, \q2 कि ओमन मोर ले बहुंत दूरिहा चल दीन? \q1 ओमन बेकार के मूरतीमन के पाछू हो लीन \q2 अऊ खुद ही बेकार हो गीन। \q1 \v 6 ओमन ये नइं पुछिन, ‘यहोवा ह कहां हवय, \q2 जऊन ह हमन ला बंजर सुनसान जगह म ले होवत, \q1 मरू-भुइयां अऊ पहाड़ी देस म ले होवत, \q2 एक सूखा अऊ बिरबिट अंधियार के देस म ले होवत, \q1 एक अइसने देस जिहां कोनो नइं जावंय अऊ जिहां कोनो नइं रहंय, \q2 उहां ले होवत, मिसर देस ले निकाल ले आईस?’ \q1 \v 7 मेंह तुमन ला ये उपजाऊ देस म ले आनेंव \q2 ताकि तुमन येकर फर अऊ बने चीजमन के आनंद उठावव। \q1 पर तुमन आके मोर देस ला असुध करेव \q2 अऊ मोर ये निज भाग ला घिनित कर दे हव। \q1 \v 8 पुरोहितमन घलो नइं पुछिन, \q2 ‘यहोवा कहां हवय?’ \q1 जऊन मन मोर कानून ला सिखाथें, ओमन मोला नइं जानंय; \q2 अगुवामन मोर बिरोध म बिदरोह करिन। \q1 अगमजानीमन बेकार के मूरतीमन के पाछू चलत, \q2 बाल देवता के नांव ले अगमबानी करिन। \b \q1 \v 9 “एकरसेति मेंह तुम्हर ऊपर फेर दोस लगाथंव,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q2 “अऊ मेंह तुम्हर लइकामन के लइकामन ऊपर दोस लगाहूं। \q1 \v 10 कित्ती के समुंदर तीर के ओ पार जावव अऊ देखव, \q2 केदार देस म दूत पठोवव अऊ धियान से देखव; \q2 देखव, यदि अइसने काम कभू उहां होय हवय: \q1 \v 11 का कोनो देस ह अपन देवतामन ला बदले हवय? \q2 (जबकि ओमन देवता ही नो हें।) \q1 पर मोर मनखेमन अपन महिमामय परमेसर ला \q2 बेकार के मूरतीमन ले बदल ले हवंय। \q1 \v 12 हे अकासमन, येला देखके डरव, \q2 अऊ अब्बड़ डर से कांपव,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 \v 13 “मोर मनखेमन दू ठन पाप करे हवंय: \q1 ओमन मोला, जीयत पानी के सोता ला, \q2 तियाग दे हवंय, \q1 अऊ अपन खुद के कुंडमन ला खन ले हवंय, \q2 अइसने टूटे कुंडमन, जेमा पानी नइं ठहिरय। \q1 \v 14 का इसरायल एक सेवक अय, जनम ले एक गुलाम अय? \q2 त फेर ओह काबर लूट के सामान बन गे हवय? \q1 \v 15 सिंहमन गरजे हवंय; \q2 ओमन ओकर ऊपर गुर्राय हवंय। \q1 ओमन ओकर देस ला उजाड़ दे हवंय; \q2 ओकर नगरमन ला जलाय अऊ तियागे गे हवय। \q1 \v 16 मेमफीस अऊ तहपनहेस सहर के मनखेमन घलो \q2 तोर खोपड़ी ला फोर दे हवंय। \q1 \v 17 जब यहोवा तोर परमेसर ह तोला रसता म ले चलिस, \q2 त ओला तियागके, \q2 का तें ये बिपत्ति अपन ऊपर खुद नइं लाने हस? \q1 \v 18 अब नील\f + \fr 2:18 \fr*\ft इबरानी म \+tl सीहोर\+tl*; येह नील नदी के एक साखा ए\ft*\f* नदी के पानी पीये बर \q2 मिसर देस ला काबर जाना? \q1 अऊ फरात नदी के पानी पीये बर \q2 अस्सूर देस म काबर जाना? \q1 \v 19 तोर दुस्टता ह तोला दंड दीही; \q2 तोर पुराना जिनगी म वापिस जवई ह तोला दबकारही। \q1 सोच-बिचार कर अऊ जान ले \q2 कि ये कतेक दुस्ट अऊ करू बात अय \q1 जब तेंह यहोवा अपन परमेसर ला तियाग देवत हस \q2 अऊ मोर भय नइं मानस,” \q2 परभू यहोवा सर्वसक्तिमान ह ये घोसना करत हे। \b \q1 \v 20 “बहुंत पहिले तेंह अपन जुड़ा ला टोर डारे \q2 अऊ अपन बंधन ला टोर डारे; \q2 तेंह कहय, ‘मेंह तोर सेवा नइं करंव!’ \q1 वास्तव म, जम्मो ऊंच पहाड़ ऊपर \q2 अऊ जम्मो छइहांवाले रूख के खाल्हे म \q2 तेंह एक बेस्या जइसे लेटे रहय। \q1 \v 21 मेंह तोला अपन पसंद के अंगूर, \q2 बने अऊ मजबूत डंगाली म ले लगाय रहेंव। \q1 त फेर तेंह मोर बिरूध होके \q2 एक खराप अऊ जंगली अंगूर के नार म कइसे बदल गय? \q1 \v 22 हालाकि तेंह अपनआप ला साबुन ले धोथस \q2 अऊ बहुंत अकन सफई के पाउडर के उपयोग करथस, \q2 तभो ले तोर पाप के दाग ह मोर आघू म हवय,” \q2 परमपरधान यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 \v 23 “तेंह कइसे कह सकथस, ‘मेंह असुध नइं होय हंव; \q2 मेंह बाल देवतामन के पाछू नइं गे हंव’? \q1 देख, घाटी म तेंह कइसने बरताव करे हस; \q2 सोच-बिचार कर कि तेंह का करे हस। \q1 तेंह एक तेज भगइया ऊंटनी अस \q2 अऊ एती-ओती भागत रहिथस, \q1 \v 24 तेंह सुन्ना जगह म जाय के आदि एक जंगली गदही अस, \q2 जऊन ह अपन लालसा म हवा ला सुंघत रहिथे— \q2 ओकर गरमी के बेरा, ओला कोन ह काबू म कर सकथे? \q1 जऊन गदहामन ओकर पीछा करथें, ओमन अपनआप ला झन थकावंय; \q2 काबरकि मिलन के बेरा, ओमन ओला पा जाहीं। \q1 \v 25 जब तक तेंह खाली गोड़ नइं अस अऊ तोर गला ह नइं सूखाय हे, \q2 तब तक झन दऊड़। \q1 पर तेंह कहय, ‘येह बेकार अय! \q2 मेंह परदेसी देवतामन ले मया करथंव, \q2 अऊ मेंह ओमन के पाछू जरूर जाहूं।’ \b \q1 \v 26 “जइसने कि चोर ह पकड़े जाय ले कलंकित होथे, \q2 वइसने ही इसरायल के मनखेमन कलंकित होवत हें— \q1 ओमन, ओमन के राजामन अऊ ओमन के हाकिममन, \q2 ओमन के पुरोहितमन अऊ ओमन के अगमजानीमन। \q1 \v 27 ओमन कठवा ला कहिथें, ‘तेंह मोर ददा अस,’ \q2 अऊ पथरा ला कहिथें, ‘तेंह मोला जनमाय हस।’ \q1 ओमन मोर कोति ले अपन मुहूं नइं, \q2 पर पीठ ला फेर ले हवंय; \q1 तभो ले, जब ओमन समस्या म पड़थें, त ओमन कहिथें, \q2 ‘आ अऊ हमन ला बचा!’ \q1 \v 28 त ओ देवतामन कहां हवंय, जेमन ला तुमन अपन बर बनाय हवव? \q2 जब तुमन समस्या म पड़े हव, \q2 यदि ओमन तुमन ला बचा सकथें, त आवंय अऊ बचावंय! \q1 काबरकि, हे यहूदा, तोर करा अतेक देवतामन हवंय, \q2 जतेक कि तोर नगरमन हवंय। \b \q1 \v 29 “तुमन मोर ऊपर काबर दोस लगाथव? \q2 तुमन जम्मो झन मोर बिरोध म बिदरोह करे हवव,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 \v 30 “मेंह बेकार म तुम्हर मनखेमन ला दंड देंव; \q2 दंड देय के बाद घलो ओमन नइं सुधरिन। \q1 एक भूखा सिंह सहीं \q2 तुमन अपन अगमजानीमन ला अपन तलवार ले फार डाले हव। \p \v 31 “ये पीढ़ी के मनखेमन, तुमन यहोवा के बचन म धियान देवव: \q1 “का मेंह इसरायल बर एक सुन्ना जगह \q2 या एक बिरबिट अंधियार के देस हो गे हवंव? \q1 मोर मनखेमन काबर कहिथें, ‘हमन एती-ओती जाय बर सुतंतर हन; \q2 हमन तोर करा अऊ नइं आवन’? \q1 \v 32 का एक जवान माईलोगन ह अपन जेवर, \q2 या एक दुलहिन ह अपन बिहाव के सिंगार ला भुलाथे? \q1 तभो ले, मोर मनखेमन मोला \q2 बहुंत समय ले भुला गे हवंय। \q1 \v 33 मया लगाय बर तेंह कइसे बने चाल चलथस! \q2 इहां तक कि खराप ले खराप माईलोगन घलो तोर चाल ले सीख सकत हें। \q1 \v 34 तोर कपड़ा म, \q2 निरदोस अऊ गरीब मनखेमन के खून के चिनहां पाय जाथे, \q2 हालाकि तें ओमन ला सेंध लगात नइं पकड़े। \q1 तभो ले ये जम्मो के होवत घलो \q2 \v 35 तेंह कहिथस, ‘मेंह निरदोस अंव; \q2 ओह मोर ऊपर गुस्सा नइं ए।’ \q1 पर, मेंह तोला दंड दूहूं \q2 काबरकि तेंह कहिथस, ‘मेंह पाप नइं करे हंव।’ \q1 \v 36 अपन चालचलन ला बदलके, \q2 अतेक दूरिहा काबर जावत हस? \q1 जइसने तेंह अस्सूरी मनखेमन ले निरास होय रहय, \q2 वइसने मिसर के मनखेमन ले घलो होबे। \q1 \v 37 निरासा म अपन मुड़ ला हांथ म धरे \q2 तेंह घलो ओ जगह ला छोंड़ देबे, \q1 काबरकि जेमन ऊपर तेंह भरोसा करथस, ओमन ला यहोवा ह अस्वीकार करे हवय; \q2 ओमन ले तोला मदद नइं मिलय।” \b \b \c 3 \q1 \v 1 “यदि कोनो मनखे ह अपन घरवाली ला तियाग देथे \q2 अऊ ओ माईलोगन ह ओला छोंड़के आने आदमी ले बिहाव कर लेथे, \q1 त का ओ पहिला आदमी ला ओ माईलोगन करा फेर वापिस जाना चाही? \q2 का ओ देस ह पूरा असुध नइं हो जाही? \q1 पर तेंह कतको मयारूमन संग एक बेस्या सहीं रहे हस— \q2 त फेर, का अब तेंह मोर करा लहुंटके आबे?” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 \v 2 “बंजर टीलामन कोति आंखी उठाके देख। \q2 कोनो अइसने जगह हवय, जिहां तेंह कुकरम नइं करे हस? \q1 तेंह सड़क-तीर म अइसने बईठके मयारूमन के बाट जोहय, \q2 जइसने एक घुमंतू मनखे ह सुन्ना जगह म बईठे रहिथे। \q1 तेंह अपन बेभिचार अऊ दुस्टता के काम ले \q2 देस ला असुध कर दे हस। \q1 \v 3 एकरसेति, बरसात ला रोक दे गे हवय, \q2 अऊ बसन्त रितु के बारिस नइं होईस। \q1 तभो ले, तेंह एक बेस्या सहीं दिखत हस; \q2 तोर म सरम नांव के चीज ही नइं ए। \q1 \v 4 का तेंह अभी मोला ये कहिके नइं बलाय: \q2 ‘हे मोर ददा, हे मोर जवानी के संगी, \q1 \v 5 का तेंह हमेसा गुस्सा करत रहिबे? \q2 का तोर कोरोध ह सदाकाल तक बने रहिही?’ \q1 तेंह अइसने गोठियाथस, \q2 पर तेंह ओ जम्मो दुस्ट काम करथस, जेला तेंह कर सकथस।” \s1 बिसवासघाती इसरायल \p \v 6 योसियाह राजा के सासन के समय, यहोवा ह मोला कहिस, “का तेंह देखे हस कि बिसवासहीन इसरायल ह का करे हवय? ओह जम्मो ऊंच पहाड़ अऊ जम्मो छायादार रूखमन के खाल्हे म जाके बेभिचार करे हवय। \v 7 मेंह सोचत रहेंव कि ये जम्मो काम करे बाद, ओह मोर करा लहुंटके आ जाही पर ओह नइं आईस, अऊ ओकर बेईमान बहिनी यहूदा ह येला देखिस हे। \v 8 मेंह बिसवासहीन इसरायल ला ओकर जम्मो बेभिचार के कारन, ओला तियाग पतर देके भगा दे हंव। तभो ले, मेंह देखेंव कि ओकर बेईमान बहिनी यहूदा म कोनो डर नइं रिहिस; ओह घलो बाहिर जाके बेभिचार करिस। \v 9 काबरकि इसरायल के छिनारीपन ह ओकर बर नानकून बात रिहिस, एकरसेति ओह देस ला असुध करिस अऊ पथरा अऊ कठवा के संग बेभिचार करिस। \v 10 ये जम्मो होय के बावजूद, ओकर बेईमान बहिनी यहूदा ह अपन पूरा मन से मोर करा नइं लहुंटिस, पर लहुंटे के सिरिप दिखावा करिस,” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \p \v 11 यहोवा ह मोला कहिस, “बिसवासहीन इसरायल ह बिसवासघाती यहूदा ले जादा धरमी अय। \v 12 जा अऊ उत्तर दिग म ये संदेस के घोसना कर: \q1 “ ‘हे बिसवासहीन इसरायल, लहुंट आ,’ यहोवा ह ये घोसना करत हे, \q2 ‘मेंह तोर ऊपर अब गुस्सा नइं करंव, \q1 काबरकि मेंह बिसवासयोग्य अंव,’ यहोवा ह ये घोसना करत हे, \q2 ‘मेंह सदाकाल बर गुस्सा नइं होवंव। \q1 \v 13 सिरिप अपन दोस ला मान ले— \q2 तेंह यहोवा अपन परमेसर के बिरूध बिदरोह करे हस, \q1 तेंह जम्मो छायादार रूखमन के खाल्हे \q2 बिदेसी देवतामन बर अपन मया देखाय हस, \q2 अऊ मोर बात ला नइं माने हस,’ ” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \p \v 14 “हे बिसवासहीन मनखेमन मोर करा लहुंट आवव,” यहोवा ह ये घोसना करत हे, “काबरकि मेंह तुम्हर घरवाला अंव। मेंह तुमन ला चुनहूं—एक नगर ले एक झन अऊ एक बंस ले दू झन—अऊ तुमन ला सियोन म लानहूं। \v 15 तब मेंह अपन मन मुताबिक तुमन ला चरवाहा दूहूं, जऊन मन गियान अऊ समझ के संग तुम्हर अगुवई करहीं। \v 16 ओ दिनमन म, जब तुम्हर गनती ह देस म बढ़ जाही,” यहोवा ह ये घोसना करत हे, “मनखेमन फेर ये नइं कहिहीं, ‘यहोवा के करार के सन्दूक।’ ये बात ह ओमन के मन म कभू नइं आही या येला ओमन कभू सुरता नइं करहीं; ओकर कमी महसूस नइं होही, अऊ न ही दूसरा बनाय जाही। \v 17 ओ बेरा म, ओमन यरूसलेम ला यहोवा के सिंघासन कहिहीं, अऊ जम्मो जाति के मनखेमन यहोवा के नांव ला आदर देय बर यरूसलेम म जूरहीं। ओमन अपन पापी हिरदय के ढीठपन के पाछू फेर नइं चलहीं। \v 18 ओ दिनमन म, यहूदा के मनखेमन इसरायल के मनखेमन संग मिल जाहीं, अऊ ओमन एक संग उत्तर दिग के एक देस ले ओ देस म आहीं, जेला मेंह तुम्हर पुरखामन ला एक उत्तराधिकार के रूप म देय रहेंव। \p \v 19 “मेंह खुद कहेंव, \q1 “ ‘कतेक खुसी से मेंह तोला अपन लइकामन सहीं समझके \q2 तोला एक मनभावन देस दे हंव, \q2 जऊन ह कि कोनो भी देस के सबले सुघर उत्तराधिकार अय।’ \q1 मेंह सोचेंव कि तेंह मोला ‘ददा’ कहिबे \q2 अऊ मुहूं फेरके दूरिहा नइं जाबे। \q1 \v 20 पर जइसने ओ माईलोगन, जऊन ह अपन घरवाला संग बिसवासघात करथे, \q2 वइसने ही, हे इसरायल, तेंह घलो मोर संग बिसवासघात करे हस,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \b \q1 \v 21 बंजर टीलामन ले एक अवाज आवथे, \q2 इसरायली मनखेमन के रोये अऊ गोहारे के अवाज सुनई देवत हे, \q1 काबरकि ओमन अपन सही रसता ला छोंड़ दे हवंय \q2 अऊ यहोवा अपन परमेसर ला भुला गे हवंय। \b \q1 \v 22 “हे बिसवासहीन मनखेमन, लहुंट आवव; \q2 मेंह तुम्हर भटकई ला सुधार दूहूं।” \b \q1 “हव, हमन तोर करा आबो, \q2 काबरकि तेंह यहोवा हमर परमेसर अस। \q1 \v 23 सच म पहाड़ी अऊ पहाड़मन म \q2 मूरती-पूजा के कोलाहल ह एक धोखा अय; \q1 निस्चय ही यहोवा हमर परमेसर म \q2 इसरायल के उद्धार हवय। \q1 \v 24 हमर जवानी के समय ले ओ कलंकित देवतामन \q2 हमर पुरखामन के कमई के फर ला— \q1 ओमन के भेड़-बकरी, गाय-बईला, \q2 अऊ बेटा-बेटीमन ला खा डारे हवंय। \q1 \v 25 आवव, हमन लज्जित होके लेट जावन, \q2 अऊ हमर कलंक ह हमन ला ढांप लेवय। \q1 काबरकि हमर पुरखामन अऊ हमन घलो \q2 यहोवा हमर परमेसर के बिरूध पाप करे हन; \q1 हमर जवानी के समय ले लेके आज तक \q2 हमन यहोवा हमर परमेसर के बात ला नइं माने हन।” \b \c 4 \q1 \v 1 “हे इसरायल, यदि तें लहुंटके आबे, \q2 त मोर करा लहुंटके आ,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 “यदि तेंह अपन घिनौना मूरतीमन ला मोर नजर ले दूरिहा हटाबे \q2 अऊ सही रसता ले नइं भटकबे, \q1 \v 2 अऊ यदि सच्चई, नियाय अऊ धरमीपन म \q2 तें ये किरिया खाबे, ‘यहोवा के जिनगी के सपथ,’ \q1 त देस-देस के मनखेमन ओकर दुवारा आसीस पाहीं \q2 अऊ यहोवा म ओमन घमंड करहीं।” \p \v 3 यहोवा ह यहूदा अऊ यरूसलेम के मनखेमन ला ये कहत हे: \q1 “अपन बंजर भुइयां ला जोतव \q2 अऊ कंटिली झाड़ीमन के बीच बीजा झन बोवव। \q1 \v 4 हे यहूदा के मनखे अऊ यरूसलेम के निवासीमन, \q2 यहोवा बर अपन खतना करव, \q2 अपन मन के खतना करव, \q1 नइं तो तुम्हर दुस्ट काममन के कारन \q2 मोर गुस्सा ह भड़कही अऊ आगी सहीं बरही— \q2 अइसने बरही कि ओला कोनो बुता नइं सकहीं। \s1 उत्तर दिग ले बिपत्ति \q1 \v 5 “यहूदा अऊ यरूसलेम म घोसना करके कहव: \q2 ‘देस के जम्मो अंग तुरही बजावव!’ \q1 चिचियाके ये कहव: \q2 ‘एक संग जूरव! \q2 आवव, हमन गढ़वाले सहरमन म भाग जावन!’ \q1 \v 6 सियोन जाय बर झंडा ला ऊंचा करव! \q2 बिगर देरी करे सुरकछित जगह म भाग जावव! \q1 काबरकि मेंह उत्तर दिग ले बिपत्ति, \q2 अऊ भयंकर सतियानास लानेवाला हंव।” \b \q1 \v 7 एक सिंह ह अपन मांद ले निकले हवय; \q2 देस-देस के मनखेमन ला नास करइया ह निकले हवय। \q1 ओह तुम्हर देस ला बरबाद करे बर \q2 अपन जगह ले निकले हवय। \q1 तुम्हर नगरमन नास हो जाहीं \q2 अऊ उहां कोनो रहनेवाला नइं होहीं। \q1 \v 8 एकरसेति बोरा के ओनहा ला पहिर लव, \q2 रोवव अऊ बिलाप करव, \q1 काबरकि यहोवा के भयंकर कोरोध ह \q2 हमर ऊपर ले नइं टरे हे। \b \q1 \v 9 यहोवा ह ये घोसना करत हे, \q2 “ओ दिन म, राजा अऊ करमचारीमन हतास हो जाहीं, \q1 पुरोहितमन अब्बड़ डरा जाहीं, \q2 अऊ अगमजानीमन भयभीत होहीं।” \p \v 10 तब मेंह कहेंव, “हाय, हे परमपरधान यहोवा! तेंह ये मनखेमन अऊ यरूसलेम ला ये कहिके कइसे पूरा धोखा देय हवस, ‘तुमन ला सांति मिलही,’ जबकि तलवार ह हमर घेंच म रखे हवय!” \p \v 11 ओ बखत ये मनखेमन ला अऊ यरूसलेम ला बताय जाही, “सुन्ना जगह के बंजर टीलामन ले मोर मनखेमन कोति एक झुलसा देवइया हवा चलही, पर येह पछरे बर या साफ करे बर नइं होही; \v 12 ये हवा ह जादा सक्तिसाली होही, जेह मोर करा ले आथे। अब मेंह ओमन के बिरूध दंड के घोसना करत हंव।” \q1 \v 13 देखव! ओह बादरमन सहीं आघू बढ़थे, \q2 ओकर रथमन बवंडर सहीं आथें, \q1 ओकर घोड़ामन गिधवा चिरईमन ले घलो जादा तेज भागथें। \q2 हमर ऊपर हाय! हमन नास होवत हन! \q1 \v 14 हे यरूसलेम, अपन हिरदय ले बुरई ला धो अऊ तोर उद्धार होवय। \q2 तेंह कब तक अपन मन म खराप बिचार रखे रहिबे? \q1 \v 15 दान सहर ले एक अवाज सुनई देवत हे, \q2 एपरैम के पहाड़मन ले बिपत्ति के घोसना होवत हे। \q1 \v 16 “जाति-जाति के मनखेमन ला ये बतावव, \q2 यरूसलेम के बारे म घोसना करव: \q1 ‘यहूदा के सहरमन के बिरूध लड़ई बर ललकारत, \q2 दूरिहा देस ले हमला करइया एक सेना आवत हे। \q1 \v 17 ओमन खेत के रखवारमन सहीं यहूदा ला घेरत हवंय, \q2 काबरकि ओह मोर बिरूध बिदरोह करे हवय,’ ” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 \v 18 “तोर बरताव अऊ तोर काममन के कारन \q2 ये बिपत्ति तोर ऊपर आय हवय। \q1 येह तोर सजा ए। \q2 येह कतेक दुखदाई ए! \q2 येह कइसे हिरदय ला छेदत हवय!” \b \q1 \v 19 आह, मोर पीरा, मोर पीरा! \q2 मेंह पीरा म तड़फत हंव। \q1 आह, मोर मन के पीरा! \q2 मोर हिरदय ह भीतरे-भीतर कुटा-कुटा होवथे, \q2 मेंह चुप नइं रह सकंव। \q1 काबरकि मेंह तुरही के अवाज ला सुने हंव; \q2 मेंह लड़ई के ललकार ला सुने हंव। \q1 \v 20 बिपत्ति ऊपर बिपत्ति आवत हे; \q2 जम्मो देस ह नास हो गे हवय। \q1 मोर तम्बूमन अऊ मोर डेरामन \q2 एक पल म नास हो गीन। \q1 \v 21 कब तक ले, मोला लड़ई के झंडा ला देखना पड़ही \q2 अऊ तुरही के अवाज ला सुनना पड़ही? \b \q1 \v 22 “मोर मनखेमन मुरूख अंय; \q2 ओमन मोला नइं जानंय। \q1 ओमन निरबुद्धि लइका अंय; \q2 ओमन करा समझ नइं ए। \q1 ओमन बुरई के काम करे म निपुन अंय; \q2 ओमन भलई करे नइं जानंय।” \b \q1 \v 23 मेंह धरती ला देखेंव, \q2 अऊ येह बेडौल अऊ सुनसान परे रिहिस; \q1 अऊ अकास ला देखेंव, \q2 अऊ ओमा अंजोर नइं रिहिस। \q1 \v 24 मेंह पहाड़मन ला देखेंव, \q2 अऊ ओमन कांपत रिहिन; \q2 अऊ जम्मो पहाड़ीमन डोलत रिहिन। \q1 \v 25 मेंह देखेंव, अऊ उहां कोनो मनखे नइं रिहिन; \q2 अकास के जम्मो चिरईमन उड़िहा गे रिहिन। \q1 \v 26 मेंह देखेंव, यहोवा के आघू, ओकर भयंकर कोरोध के कारन, \q2 फलदार देस ह सुन्ना हो गे हवय; \q2 येकर जम्मो नगरमन खंडहर हो गे हवंय। \p \v 27 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “जम्मो देस ह उजर जाही, \q2 हालाकि मेंह येला पूरा नास नइं करहूं। \q1 \v 28 एकरसेति धरती ह बिलाप करही \q2 अऊ ऊपर अकासमन अंधियार हो जाहीं, \q1 काबरकि मेंह कहे हवंव अऊ दया नइं देखावंव, \q2 मेंह फैसला कर ले हंव अऊ अपन बात ले नइं फिरंव।” \b \q1 \v 29 घुड़सवार अऊ धनुसधारीमन के अवाज ला सुनके \q2 हर नगर के मनखेमन भाग जाथें। \q1 कुछू मनखे झाड़ीमन म चले जाथें; \q2 अऊ कुछू मनखेमन, ऊपर चट्टानमन के बीच म चल देथें। \q1 जम्मो नगरमन निरजन हो जाथें; \q2 ओमन म कोनो नइं रहंय। \b \q1 \v 30 हे नास होय जन, तेंह का करत हस? \q2 चमकीला लाल रंग के कपड़ा \q2 अऊ सोन के जेवर काबर पहिरे हस? \q1 अपन आंखी म काजर काबर आंजे हस? \q2 तेंह बेकार म अपनआप ला सजाय हस। \q1 तोर मयारूमन तोला तुछ समझथें; \q2 ओमन तोला मार डारे चाहत हें। \b \q1 \v 31 मेंह एक अइसने कराहे के अवाज सुनत हंव, जइसे कोनो माईलोगन ह लइका जनमत हे \q2 जइसे कोनो माईलोगन ह अपन पहिलांत लइका ला जनमे के बेरा कराहथे— \q1 येह सियोन के बेटी के अवाज ए, जेकर सांस ह फूलत हे, \q2 अऊ अपन हांथमन ला फईलाके ये कहत हे, \q1 “हाय! मेंह बेहोस होवत हंव; \q2 मोर जिनगी ला हतियारामन के हांथ म दे दिये गे हवय।” \c 5 \s1 एको झन घलो धरमी नइं \q1 \v 1 “ऊपर अऊ खाल्हे यरूसलेम के गलीमन म जावव, \q2 चारों कोति देखव अऊ बिचार करव, \q2 ओकर चऊकमन म खोजव। \q1 यदि एक जन भी तुमन ला अइसने मिल जाय, \q2 जऊन ह ईमानदारी से काम करथे अऊ सच्चई के खोजी अय, \q2 त मेंह ये सहर ला छेमा कर दूहूं। \q1 \v 2 हालाकि ओमन कहिथें, ‘यहोवा के जिनगी के कसम,’ \q2 अभी भी ओमन झूठा कसम खावत हंय।” \b \q1 \v 3 हे यहोवा, का तोर नजर सच्चई ऊपर नइं रहय? \q2 तेंह ओमन ला मारे, पर ओमन ला पीरा नइं होईस; \q2 तेंह ओमन ला कुचरे, पर ओमन नइं सुधरिन। \q1 ओमन अपन चेहरा ला पथरा ले घलो जादा कठोर कर लीन \q2 अऊ पछताप करे ले इनकार करिन। \q1 \v 4 मेंह सोचेंव, “येमन सिरिप गरीब अंय; \q2 येमन मुरूख अंय, \q1 काबरकि येमन यहोवा के रद्दा ला, \q2 अऊ अपन परमेसर के जरूरत ला नइं जानंय। \q1 \v 5 एकरसेति मेंह अगुवामन करा जाके \q2 ओमन ले बात करहूं; \q1 खचित ओमन यहोवा के रद्दा \q2 अऊ अपन परमेसर के जरूरत ला जानथें।” \q1 पर एक मन होके, ओमन घलो जुड़ा ला \q2 अऊ करार ला टोर दे रिहिन। \q1 \v 6 येकरे कारन जंगल के सिंह ह ओमन ऊपर हमला करही, \q2 निरजन जगह के एक भेड़िया ह ओमन के नास कर दीही, \q1 एक चीतवा ह ओमन के नगरमन के लकठा म घात लगाय रहिही \q2 ताकि यदि कोनो जोखिम उठाके बाहिर निकले, त फारके ओला कुटा-कुटा कर दे, \q1 काबरकि ओमन के बिदरोह ह बहुंत अय \q2 अऊ ओमन के पाछू पलटई भी बहुंत। \b \q1 \v 7 “मेंह तुमन ला काबर छेमा करंव? \q2 तुम्हर लइकामन मोला तियाग दे हवंय \q2 अऊ ओ देवतामन के किरिया खाय हवंय, जेमन देवता नो हंय। \q1 मेंह ओमन के जम्मो जरूरत ला पूरा करेंव, \q2 तभो ले, ओमन बेभिचार करिन \q2 अऊ बेस्यामन के घरमन म भीड़ के भीड़ जावत रिहिन। \q1 \v 8 ओमन बने खवाय-पीयाय, वासना से भरे घोड़ामन सहीं अंय, \q2 ओमा के हर एक जन आने मनखे के घरवाली बर हिनहिनावत रहिथें। \q1 \v 9 का मेंह ये काम बर ओमन ला सजा नइं देवंव?” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 का मेंह अइसने जाति ले \q2 खुद बदला नइं लंव? \b \q1 \v 10 “ओमन के अंगूर के बारीमन म जा अऊ ओमन ला नास कर दे, \q2 पर ओमन ला पूरा नास झन कर। \q1 ओकर डालीमन ला काटके अलग कर दे, \q2 काबरकि ये मनखेमन यहोवा के नो हंय। \q1 \v 11 इसरायल के मनखे अऊ यहूदा के मनखेमन \q2 मोर संग बहुंत बिसवासघात करे हवंय,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \b \q1 \v 12 ओमन यहोवा के बारे म लबारी बात कहे हवंय; \q2 ओमन कहिन, “ओह कुछू नइं करही! \q1 हमर कुछू हानि नइं होही; \q2 हमन न तो कभू तलवार ले मारे जाबो अऊ न ही हमर इहां अकाल पड़ही। \q1 \v 13 अगमजानीमन हवा सहीं अंय \q2 अऊ ओमन म परमेसर के बचन नइं ए; \q2 ओमन जो बात कहिथें, ओमन संग वइसने करे जावय।” \p \v 14 एकरसेति यहोवा सर्वसक्तिमान परमेसर ह ये कहत हे: \q1 “काबरकि ये मनखेमन ये बचन कहे हवंय, \q2 मेंह अपन बचन ला तोर मुहूं म आगी \q2 अऊ ये मनखेमन ला कठवा सहीं बना दूहूं, अऊ येह ओमन ला भसम कर दीही।” \q1 \v 15 यहोवा ह ये घोसना करत हे, “हे इसरायल के मनखेमन, \q2 मेंह तुम्हर बिरूध म दूरिहा ले एक अइसने देस ला लानत हंव— \q1 जऊन ह एक पुराना अऊ बने रहनेवाला देस ए, \q2 अइसने मनखे, जेमन के भासा ला तुमन नइं जानव, \q2 अऊ ओमन के बोली ला तुमन नइं समझव। \q1 \v 16 ओमन के तरकसमन एक खुला कबर सहीं अंय; \q2 ओमा के जम्मो झन सूरबीर अंय। \q1 \v 17 ओमन तुम्हर फसल अऊ तुम्हर जेवन ला खा जाहीं, \q2 ओमन तुम्हर बेटा-बेटीमन ला खा जाहीं; \q1 ओमन तुम्हर भेंड़-बकरी अऊ गाय-बईलामन ला खा जाहीं, \q2 ओमन तुम्हर अंगूर के नार अऊ अंजीर के रूखमन ला खा जाहीं। \q1 ओमन तलवार ले ओ गढ़वाले सहरमन ला नास कर दीहीं, \q2 जेमा तुमन भरोसा रखथव।” \p \v 18 यहोवा ह ये घोसना करत हे, “तभो ले ओ दिनमन म घलो, मेंह तुमन ला पूरा नास नइं करंव। \v 19 अऊ जब मनखेमन पुछहीं, ‘यहोवा हमर परमेसर ह हमन ले ये जम्मो काम काबर करे हवय?’ तब तें ओमन ला बताबे, ‘जइसने कि तुमन मोला तियाग दे हवव अऊ अपन खुद के देस म आने देवतामन के सेवा करे हवव, वइसने ही अब तुमन परदेस म परदेसीमन के सेवा करहू।’ \q1 \v 20 “येला याकूब के संतानमन ला घोसना करके बतावव \q2 अऊ यहूदा म ये परचार करव: \q1 \v 21 हे मुरूख अऊ निरबुद्धि मनखेमन, ये बात ला सुनव, \q2 तुमन करा आंखी हवय पर नइं देखव, \q2 तुमन करा कान हवय पर नइं सुनव: \q1 \v 22 का तुमन ला मोर डर नइं ए?” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q2 “का तुमन मोर आघू म नइं थरथरावव? \q1 मेंह बालू ला समुंदर के सीमना ठहिरांय, \q2 येह सदाकाल बर एक सीमना अय, जेला समुंदर ह नाहक नइं सकय। \q1 पानी के लहरामन ओकर ऊपर आ सकत हें, पर ओमन ओला जीत नइं सकंय; \q2 ओमन गरज सकत हें, पर ओमन ओला पार नइं कर सकंय। \q1 \v 23 पर ये मनखेमन करा जिद्दी अऊ बिदरोही हिरदय हवय; \q2 ओमन अलग होके दूरिहा चल दे हवंय। \q1 \v 24 ओमन अपनआप ला ये नइं कहंय, \q2 ‘आवव, हमन ओ यहोवा हमर परमेसर के भय मानन, \q1 जऊन ह समय म, सरद अऊ बसन्त रितु के बारिस देथे, \q2 जऊन ह फसल कटई के नियमित हप्तामन के भरोसा देवाथे।’ \q1 \v 25 तुमन के गलत काममन, येमन ला दूरिहा कर दे हवंय; \q2 तुमन के पाप ही के कारन, तुम्हर भलई नइं होवय। \b \q1 \v 26 “मोर मनखेमन के बीच म दुस्ट मनखेमन हवंय \q2 जऊन मन अइसने ताक म रहिथें जइसने चिरई मरइयामन रहिथें \q2 अऊ येमन ओमन सहीं अंय, जऊन मन मनखेमन ला पकड़े बर फांदा लगाथें। \q1 \v 27 चिरईमन ले भरे पिंजरामन सहीं, \q2 ओमन के घर ह छल-कपट ले भरे रहिथे; \q1 ओमन धनवान अऊ बलवान हो गे हवंय \q2 \v 28 अऊ ओमन मोटहा अऊ चिकना हो गे हवंय। \q1 ओमन के दुस्ट काममन के कोनो सीमना नइं ए; \q2 ओमन नियाय के परवाह नइं करंय। \q1 ओमन अनाथमन के नियाय नइं चुकावंय; \q2 ओमन गरीबमन के हक के बचाव नइं करंय। \q1 \v 29 का मेंह ओमन ला ये बातमन के सजा नइं दंव?” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 “का मेंह अइसने जाति ले \q2 खुद बदला नइं लंव?” \b \q1 \v 30 एक भयंकर अऊ चोट देवइया बात \q2 देस म होय हवय: \q1 \v 31 अगमजानीमन झूठ-मूठ के अगमबानी करथें, \q2 पुरोहितमन अपन खुद के अधिकार ले हुकूम चलाथें, \q1 अऊ मोर मनखेमन ला ये बात बहुंत बने लगथे। \q2 पर अन्त के बेरा म तुमन का करहू? \c 6 \s1 यरूसलेम म सेना के घेराव \q1 \v 1 “हे बिनयामीन गोत्र के मनखेमन, अपन सुरकछा बर भागव! \q2 यरूसलेम ले भागव! \q1 तकोआ सहर म तुरही फूंकव! \q2 बेत-हकेरेम नगर म संकेत देवव! \q1 काबरकि उत्तर दिग ले बिपत्ति, \q2 बल्कि भयंकर बिनास आही सहीं लगत हे। \q1 \v 2 मेंह सियोन के, बहुंत सुघर \q2 अऊ नाजुक बेटी ला नास कर दूहूं। \q1 \v 3 चरवाहामन अपन भेड़-बकरीमन संग ओकर बिरूध आहीं; \q2 ओमन अपन तम्बू ओकर चारों कोति गड़ियाहीं, \q2 अऊ हर एक झन अपन खुद के भाग म चराहीं।” \b \q1 \v 4 “ओकर बिरूध लड़ई के तियारी करव! \q2 उठव, हमन मंझन के बेरा हमला करबो! \q1 पर, हाय, दिन के अंजोर ह कम होवत जावत हे, \q2 अऊ संझा के परछाई ह लम्बा होवत जावत हे। \q1 \v 5 एकरसेति उठव, हमन रथिया के बेरा हमला करबो \q2 अऊ ओकर किलामन ला गिरा देबो!” \p \v 6 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “रूखमन ला काटव \q2 अऊ यरूसलेम के बिरूध घेराबंदी के टीला बनावव। \q1 ये सहर ला सजा जरूर मिलना चाही; \q2 येह अतियाचार ले भर गे हवय। \q1 \v 7 जइसने कुआं म ले पानी निकलथे, \q2 वइसने ही यरूसलेम ले बुरई निकलथे। \q1 हिंसा अऊ बिनास के बात ओमा सुनई देवत रहिथे; \q2 ओकर बेमारी अऊ घावमन हमेसा मोर आघू म हवंय। \q1 \v 8 हे यरूसलेम, चेत जा, \q2 नइं तो, मेंह तोर ले मुहूं मोड़के दूरिहा चल दूहूं \q1 अऊ तोर भुइयां ला उजाड़ दूहूं \q2 ताकि येमा कोनो झन रह सकंय।” \p \v 9 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “ओमन ला इसरायल के बचे भाग ला \q2 अंगूर के नार म बांचे अंगूर सहीं बटोरन दव; \q1 जइसने कोनो अंगूरमन ला संकेलथे, \q2 वइसने अपन हांथ ला डारामन ऊपर फेर बढ़ा।” \b \q1 \v 10 मेंह काकर ले बात करंव अऊ चेतावंव? \q2 कोन ह मोर बात ला सुनही? \q1 ओमन के कान ह बंद हो गे हवय \q2 एकरसेति ओमन सुन नइं सकंय। \q1 यहोवा के बचन ह ओमन ला बने नइं लगय; \q2 येमा ओमन ला खुसी नइं मिलय। \q1 \v 11 पर मेंह यहोवा के कोरोध ले भर गे हवंव, \q2 अऊ मेंह येला भीतर नइं धरे सकंव। \b \q1 “गली म येला लइकामन ऊपर \q2 अऊ एक संग जूरे जवानमन ऊपर ढार दे; \q1 घरवाला अऊ घरवाली दूनों अऊ डोकरामन \q2 जेमन के उमर हो गे हवय, ओमन येमा धरे जाहीं। \q1 \v 12 ओ मनखेमन के खेत-खार अऊ ओमन के घरवाली सहित \q2 ओमन के घर ला आने मन ला दे दिये जाही, \q1 जब मेंह अपन हांथ ला ओमन के बिरूध बढ़ाहूं \q2 जऊन मन ये देस म रहिथें,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 \v 13 “छोटे ले लेके बड़े तक, \q2 जम्मो के जम्मो अनाज के लालची अंय; \q1 अगमजानी अऊ पुरोहितमन घलो वइसने \q2 जम्मो के जम्मो धोखाधड़ी करथें। \q1 \v 14 ओमन मोर मनखेमन के घावमन म अइसे पट्टी बांधथें \q2 मानो ओमा जादा चोट नइं लगे रिहिस। \q1 ओमन कहिथें, ‘सांति हे, सांति हे,’ \q2 जबकि उहां सांति नइं ए। \q1 \v 15 का ओमन अपन घिनौना बरताव बर सरमिंदा हवंय? \q2 नइं, ओमन बिलकुल ही सरमिंदा नइं एं; \q2 ओमन सरमिंदा होवई जानंय ही नइं। \q1 एकरसेति ओमन गिरे मनखेमन के बीच म गिरहीं; \q2 ओमन गिराय जाहीं, जब मेंह ओमन ला सजा दूहूं,” \q2 यहोवा ह कहत हे। \p \v 16 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “सड़क के चऊकमन म ठाढ़ होवव अऊ देखव; \q2 पुराना रसता के बारे म पुछव, \q1 पुछव कि बने रसता कहां हवय, अऊ ओही म रेंगव, \q2 अऊ तुमन ला अपन मन म सांति मिलही। \q2 पर तुमन कहेव, ‘हमन येमा नइं रेंगन।’ \q1 \v 17 मेंह तुम्हर बर पहरेदारमन ला बईठाके कहेंव, \q2 ‘तुरही के अवाज ला सुनव!’ \q2 पर तुमन कहेव, ‘हमन नइं सुनन।’ \q1 \v 18 एकरसेति, हे जाति-जाति के मनखेमन, सुनव; \q2 तुमन, जऊन मन गवाह अव, \q2 धियान देवव कि ओमन के का होही। \q1 \v 19 हे धरती, सुन: \q2 मेंह ये मनखेमन ऊपर ओ बिपत्ति लानत हंव, \q2 जऊन ह ओमन के योजना के फर अय, \q1 काबरकि येमन मोर बात ला नइं सुनिन \q2 अऊ मोर कानून के इनकार करिन। \q1 \v 20 सेबा के सुगंध या दूरिहा देस ले आय मीठ तेजपान ऊपर \q2 मेंह का धियान दंव? \q1 तुम्हर होम-बलिदानमन गरहन करे लईक नो हंय; \q2 तुम्हर बलिदानमन ले मोला खुसी नइं होवय।” \p \v 21 येकर कारन यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “मेंह ये मनखेमन के आघू म बाधा डालहूं। \q2 दाई-ददा अऊ लइकामन, परोसी अऊ संगवारीमन, \q2 ओकर ऊपर ठोकर खाके नास होहीं।” \p \v 22 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “देखव, उत्तर दिग के देस ले \q2 एक सेना आवत हे; \q1 धरती के छोर ले \q2 एक बड़े जाति ला उभारे जावत हे। \q1 \v 23 ओमन धनुस अऊ बरछी धरे हवंय; \q2 ओमन कठोर अंय अऊ दया नइं देखावंय। \q1 जब ओमन अपन घोड़ामन ऊपर सवार होथें \q2 त ओमन गरजत समुंदर सहीं अवाज करथें; \q1 हे बेटी सियोन,\f + \fr 6:23 \fr*\ft या \ft*\fqa यरूसलेम के मनखेमन\fqa*\f* ओमन तोर ऊपर हमला करे बर \q2 लड़ई म कतार बांधे मनखेमन सहीं आथें।” \b \q1 \v 24 हमन ओमन के बारे म खबर सुने हन, \q2 अऊ हमर हांथमन ढीला पड़ गे हवंय। \q1 पीरा ह हमन ला अइसने जकड़े हवय, \q2 जइसने छेवारी होवत माईलोगन ला पीरा होथे। \q1 \v 25 बाहिर मैदान कोति झन जावव, \q2 या सड़कमन म झन रेंगव, \q1 काबरकि बईरी करा तलवार हवय, \q2 अऊ चारों कोति आतंक छाय हवय। \q1 \v 26 हे मोर मनखेमन, बोरा के कपड़ा पहिरव, \q2 अऊ राख म लोटव; \q1 जइसने एकलऊता बेटा के मरे ले बिलाप होथे \q2 वइसने कलप-कलपके बिलाप करव, \q1 काबरकि नास करइया ह \q2 अचानक हमर ऊपर आ जाही। \b \q1 \v 27 “मेंह तोला धातु के परखनेवाला \q2 अऊ मोर मनखेमन ला खदान के धातु बनाय हंव, \q1 ताकि तें धियान दे \q2 अऊ ओमन के चालचलन ला परख। \q1 \v 28 ओमन जम्मो कठोर बिदरोही हो गे हवंय, \q2 अऊ निन्दा करत हवंय। \q1 ओमन कांसा अऊ लोहा सहीं हो गे हवंय; \q2 ओमन जम्मो झन खराप आचरन करथें। \q1 \v 29 धूकनी ह सीसा ला आगी म जलाय बर \q2 जोर से धूकथे, \q1 पर सुध करई ह बेकार हो जावत हे; \q2 काबरकि दुस्ट मनखेमन पछताप नइं करिन। \q1 \v 30 ओमन ला नकली चांदी कहे जाथे, \q2 काबरकि यहोवा ह ओमन ला अस्वीकार करे हवय।” \c 7 \s1 लबारी धरम ह बेकार ए \p \v 1 यहोवा कोति ले ये बचन यरमियाह करा आईस: \v 2 “यहोवा के घर के दुवार म ठाढ़ हो जा अऊ उहां ये संदेस के घोसना कर: \p “ ‘हे यहूदा के जम्मो मनखेमन, जऊन मन यहोवा के अराधना करे बर ये दुवारमन ले आथव, यहोवा के ये बचन ला सुनव। \v 3 सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: अपन चालचलन अऊ अपन काममन ला सुधारव, तब मेंह तुमन ला ये जगह म रहे बर दूहूं। \v 4 धोखा देवइया बचन म भरोसा करके ये झन कहव, “येह यहोवा के मंदिर अय, यहोवा के मंदिर, यहोवा के मंदिर!” \v 5 यदि तुमन सही म अपन चालचलन अऊ काममन ला बदलथव अऊ एक-दूसर के संग सही बरताव करथव, \v 6 यदि तुमन परदेसी, अनाथ या बिधवा ऊपर अतियाचार नइं करव अऊ ये जगह म निरदोस के हतिया नइं करव, अऊ यदि अपन खुद के हानि करे बर आने देवतामन के पाछू नइं चलव, \v 7 त मेंह तुमन ला ये जगह म, ये देस म रहे बर दूहूं, जऊन ला कि मेंह तुम्हर पुरखामन ला सदाकाल बर दे हवंव। \v 8 पर देखव, तुमन ओ धोखा देवइया बचन ऊपर भरोसा करत हव, जेकर कोनो मतलब नइं ए। \p \v 9 “ ‘का तुमन चोरी अऊ हतिया करहू, बेभिचार अऊ लबारी गवाही दूहू, बाल देवता बर धूप जलाहू अऊ आने देवतामन के पाछू चलहू, जेमन ला तुमन नइं जानव, \v 10 अऊ तब ये घर, जऊन म कि मोर नांव हवय, तुमन येमा आके मोर आघू म ठाढ़ होहू अऊ ये कहिहू, “हमन सुरकछित हवन”—ये जम्मो घिनौना काम करे बर सुरकछित हवन? \v 11 ये घर, जेमा मोर नांव हवय, का येह तुम्हर बर डाकूमन के गुफा हो गे हवय? पर मेंह देखत आवत हंव! यहोवा ह घोसना करत हे। \p \v 12 “ ‘अब सीलो नगर म ओ जगह म जावव, जिहां पहिली मेंह मोर नांव बर एक निवास बनाय रहेंव, अऊ देखव कि मेंह अपन मनखे इसरायल के दुस्टता के कारन ओ निवास के का दसा कर दे हंव। \v 13 यहोवा ह घोसना करत हे, जब तुमन ये जम्मो काम करत रहेव, त मेंह तुमन ला बार-बार कहेंव, पर तुमन नइं सुनेव; मेंह तुमन ला बलांय, पर तुमन जबाब नइं देव। \v 14 एकरसेति ये घर, जेमा मोर नांव हवय, ये मंदिर, जेमा तुमन भरोसा करथव, ये जगह, जेला मेंह तुमन ला अऊ तुम्हर पुरखामन ला देय रहेंव, येकर दसा घलो मेंह सीलो के सहीं कर दूहूं। \v 15 जइसने कि मेंह तुम्हर जम्मो संगी इसरायली, एपरैम के मनखेमन संग करे रहेंव, वइसने ही मेंह तुमन ला अपन आघू ले धक्का देके निकाल दूहूं।’ \p \v 16 “एकरसेति ये मनखेमन बर तेंह पराथना झन कर अऊ न ही येमन बर कोनो बिनती या निबेदन कर; मोर करा येमन के तरफ ले झन गोठिया, काबरकि मेंह तोर बात ला नइं सुनंव। \v 17 का तेंह नइं देखत हस कि ये मनखेमन यहूदा के नगरमन म अऊ यरूसलेम के गलीमन म का करत हवंय? \v 18 लइकामन कठवा संकेलथें, ददामन आगी सुलगाथें, अऊ माईलोगनमन पीसान गुंथके स्वरग के रानी ला चघाय बर रोटी बनाथें। ओमन मोर गुस्सा ला भड़काय बर आने देवतामन बर पेय-बलिदान देथें। \v 19 पर का ओमन मोला ही भड़कावथें? यहोवा ह घोसना करत हे। का ओमन बेसरम होके अपनआप के ही हानि नइं करत हें? \p \v 20 “ ‘एकरसेति परमपरधान यहोवा ह ये कहत हे: मोर गुस्सा अऊ मोर कोप ह ये जगह के ऊपर भड़कही—मनखे अऊ पसु ऊपर, मैदान के रूखमन ऊपर अऊ तुम्हर भुइयां के फसल ऊपर—अऊ ये गुस्सा अऊ कोप के आगी ह जलते रहिही अऊ नइं बुताही। \p \v 21 “ ‘सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: जावव अऊ अपन होम-बलिदानमन ला अपन आने बलिदानमन संग मिलावव अऊ मांस ला खुद खावव! \v 22 काबरकि जब मेंह तुम्हर पुरखामन ला मिसर देस ले बाहिर लानेंव अऊ ओमन ले बात करेंव, त मेंह ओमन ला होम-बलिदान अऊ बलिदानमन के बारे म हुकूम नइं दे रहेंव, \v 23 पर मेंह ओमन ला ये हुकूम देय रहेंव: मोर बात ला मानव, तब मेंह तुम्हर परमेसर होहूं अऊ तुमन मोर मनखे होहू। मोर दिये गय जम्मो हुकूम के पालन करव, ताकि तुम्हर भलई होवय। \v 24 पर ओमन मोर बात ला नइं सुनिन अऊ धियान नइं दीन; येकर बदले, ओमन अपन दुस्ट हिरदय के जिद्दी सुभाव म चलिन। ओमन पाछू हट गीन अऊ आघू नइं बढ़िन। \v 25 जऊन समय ले तुम्हर पुरखामन मिसर देस ला छोंड़िन, बार-बार मेंह अपन सेवक अगमजानीमन ला तुम्हर करा पठोंय। \v 26 पर ओमन मोर बात ला नइं सुनिन अऊ धियान नइं दीन। ओमन हठी रिहिन अऊ अपन पुरखामन ले बढ़के दुस्ट काम करिन।’ \p \v 27 “जब तेंह ओमन ला ये जम्मो बात बताबे, त ओमन तोर बात ला नइं सुनहीं; जब तेंह ओमन ला बलाबे, त ओमन जबाब नइं दीहीं। \v 28 एकरसेति ओमन ले कह, ‘येह ओ जाति ए, जऊन ह यहोवा अपन परमेसर के बात ला नइं माने हे या अपन गलत काममन ला नइं छोंड़े हे। सच्चई ह मर गे हवय; येह ओमन के मुहूं ले गायब हो गे हवय। \p \v 29 “ ‘अपन चुंदी ला काट अऊ दूरिहा म फटिक दे; बंजर टीला म चघके बिलाप कर, काबरकि यहोवा ह ये पीढ़ी के मनखेमन ला अस्वीकार करे हवय, ओमन ला तियाग दे हवय; ओमन ओकर कोप के भागी अंय। \s1 हतिया के घाटी \p \v 30 “ ‘यहूदा के मनखेमन मोर नजर म दुस्ट काम करे हवंय, यहोवा ह घोसना करत हे। ओमन ओ घर म घिनौना मूरतीमन ला रखे हवंय, जेमा मोर नांव हवय; अइसने करके ओमन ओ घर ला असुध कर दे हवंय। \v 31 ओमन बेन-हिन्नोम के घाटी म अपन बेटा अऊ बेटीमन ला आगी म जलाय बर तोपेत के ऊंचहा जगहमन ला बनाय हवंय—जेकर हुकूम मेंह कभू नइं दे रहेंव अऊ न ही ये बात कभू मोर मन म आईस। \v 32 एकरसेति सचेत रहव, ओ दिनमन आवत हें, यहोवा ह ये घोसना करत हे, जब मनखेमन येला तोपेत या बेन-हिन्नोम के घाटी नइं कहिहीं, पर येला हतिया के घाटी कहिहीं, काबरकि ओमन तोपेत म अतेक मनखेमन ला माटी दीहीं कि उहां जगह ही नइं बचही। \v 33 तब ये मनखेमन के लासमन चिरई अऊ जंगली पसुमन के जेवन होहीं, अऊ ओमन ला भगानेवाला कोनो नइं होहीं। \v 34 मेंह यहूदा के नगरमन म अऊ यरूसलेम के गलीमन म आनंद अऊ खुसी के अवाज अऊ दूल्हा अऊ दुलहिन के अवाज ला खतम कर दूहूं, काबरकि देस ह उजाड़ हो जाही। \c 8 \p \v 1 “ ‘यहोवा ह ये घोसना करत हे: ओ बेरा, यहूदा के राजा अऊ करमचारीमन के हाड़ा, पुरोहित अऊ अगमजानीमन के हाड़ा, अऊ यरूसलेम के मनखेमन के हाड़ा ला ओमन के कबरमन ले निकाले जाही। \v 2 ओमन ला सूरज, चंदा अऊ अकास के जम्मो तारामन के आघू म रखे जाही; काबरकि ओ मनखेमन ये चीजमन ले मया करिन, येमन के सेवा करिन, येमन के पाछू चलिन, येमन के सलाह लीन अऊ येमन के अराधना करिन। ये हाड़ामन ला न तो संकेले जाही, न तो येमन ला गाड़े जाही, पर येमन भुइयां म सूखा गोबर सहीं पड़े रहिहीं। \v 3 जिहां कहूं भी मेंह येमन ला भगाहूं, उहां ये दुस्ट जाति के बांचे जम्मो मनखेमन जीयत रहे के बदले मरना पसंद करहीं, सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे।’ \s1 पाप अऊ सजा \p \v 4 “ओमन ला कह, ‘यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “ ‘जब मनखेमन गिरथें, त का ओमन फेर नइं उठंय? \q2 जब कोनो मुहूं मोड़के चल देथे, त का ओह फेर नइं लहुंटय? \q1 \v 5 त फेर ये मनखेमन काबर मुहूं मोड़के चल दे हवंय? \q2 काबर यरूसलेम ह हमेसा मुहूं मोड़के चल देथे? \q1 ओमन धोखा देते रहिथें; \q2 ओमन लहुंटे नइं चाहंय। \q1 \v 6 मेंह धियान देके ओमन के बात ला सुने हंव, \q2 पर ओमन सही बात ला नइं कहंय। \q1 ओमा के कोनो भी अपन दुस्टता ले नइं पछतांय, \q2 पर ये कहिथें, “मेंह का करे हंव?” \q1 जइसने घोड़ा ह लड़ई म हमला करथे, \q2 वइसने ही येमा के हर एक झन अपन हिसाब से चलथे। \q1 \v 7 इहां तक कि अकास के सारस चिरई ह \q2 अपन ठहिराय समय ला जानथे, \q1 अऊ पंड़की, सूपाबेनी अऊ तूती चिरई घलो \q2 आने जगह जाय के सही बेरा ला जानथें। \q1 पर मोर मनखेमन यहोवा के \q2 नियममन ला नइं जानंय। \b \q1 \v 8 “ ‘तुमन कइसे कह सकत हव, “हमन बुद्धिमान अन, \q2 काबरकि हमर करा यहोवा के कानून हवय,” \q1 जबकि असल म, कानून के गुरूमन लबारी बात लिखके \q2 येकर गलत तरीका से उपयोग करे हवंय? \q1 \v 9 बुद्धिमान मनखेमन लज्जित होहीं; \q2 ओमन डराहीं अऊ पकड़े जाहीं। \q1 जब ओमन यहोवा के बचन ला नइं माने हवंय, \q2 त ओमन करा का किसम के बुद्धि हवय? \q1 \v 10 ये कारन से मेंह ओमन के घरवालीमन ला आने मनखेमन ला \q2 अऊ ओमन के खेतमन ला नवां मालिकमन ला दे दूहूं। \q1 छोटे ले लेके बड़े तक, \q2 जम्मो के जम्मो अनाज के लालची अंय; \q1 अगमजानी अऊ पुरोहितमन घलो वइसने \q2 जम्मो के जम्मो धोखाधड़ी करथें। \q1 \v 11 ओमन मोर मनखेमन के घावमन म अइसे पट्टी बांधथें \q2 मानो ओमा जादा चोट नइं लगे रिहिस। \q1 ओमन कहिथें, “सांति हे, सांति हे,” \q2 जबकि उहां सांति नइं ए। \q1 \v 12 का ओमन अपन घिनौना बरताव बर सरमिंदा हवंय? \q2 नइं, ओमन बिलकुल ही सरमिंदा नइं एं। \q2 ओमन सरमिंदा होवई जानंय ही नइं। \q1 एकरसेति ओमन गिरे मनखेमन के बीच म गिरहीं; \q2 ओमन गिराय जाहीं, जब ओमन ला सजा मिलही, \q2 यहोवा ह कहत हे। \b \q1 \v 13 “ ‘मेंह ओमन के फसल ला ले लूहूं, \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q2 अंगूर के नार म अंगूर नइं होही। \q1 अंजीर के रूख म अंजीर नइं होही, \q2 अऊ ओमन के पानमन सूखा जाहीं। \q1 जऊन कुछू मेंह ओमन ला देय हवंव, \q2 ओह ओमन ले, लेय लिये जाही।’ ” \b \q1 \v 14 हमन इहां काबर बईठे हवन? \q2 इकट्ठा हो जावव! \q1 आवव, हमन किलाबंदीवाले सहरमन म भाग चलन \q2 अऊ उहां नास हो जावन! \q1 काबरकि यहोवा हमर परमेसर ह हमन ला नास करे बर ठाने हे \q2 अऊ हमन ला जहर-पानी पीये बर दे हवय, \q2 काबरकि हमन यहोवा के बिरूध पाप करे हवन। \q1 \v 15 हमन सांति के आसा करत रहेंन \q2 पर कुछू बने बात नइं होईस, \q1 हमन चंगई के आसा करत रहेंन \q2 पर उहां सिरिप आतंक ही आतंक हवय। \q1 \v 16 बईरी के घोड़ामन के हिनहिनाय के अवाज \q2 दान सहर ले सुनई पड़त हे; \q1 ओमन के बिगर बधिया करे गे घोड़ामन के हिनहिनाय के अवाज ले \q2 जम्मो देस ह कांपत हे। \q1 ओमन देस अऊ येमा के हर चीज, \q2 सहर अऊ उहां रहइया जम्मो झन ला \q2 नास करे बर आय हवंय। \b \q1 \v 17 “देखव, मेंह तुम्हर बीच म अइसने जहरिला सांपमन ला पठोहूं, \q2 ओ जहरिला सांपमन, जऊन मन ला बस म नइं करे जा सकय, \q2 अऊ ओमन तुमन ला डसहीं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 18 तेंह दुख म मोला सांति देवइया अस, \q2 मोर हिरदय ह मोर भीतर म दुरबल हो गे हवय। \q1 \v 19 मोर मनखेमन के चिचियाय के अवाज ला \q2 दूरिहा के देस ले सुनव: \q1 “का यहोवा ह सियोन म नइं ए? \q2 का सियोन के राजा ह अब उहां नइं ए?” \b \q1 “ओमन काबर मोर गुस्सा ला अपन मूरती \q2 अऊ परदेस के बेकार मूरतीमन के दुवारा भड़काय हवंय?” \b \q1 \v 20 “फसल लुये के समय ह बीत गीस, \q2 गरमी ह खतम हो गीस, \q2 अऊ हमर उद्धार नइं होईस।” \b \q1 \v 21 जब मोर मनखेमन कुचरे जाथें, त महूं घलो कुचरे जाथंव; \q2 मेंह सोकित हंव, अऊ मोर मन म डर हमा गे हवय। \q1 \v 22 का गिलाद देस म कुछू मलहम नइं ए? \q2 का उहां कोनो बईद नइं एं? \q1 त फेर मोर मनखेमन के घाव ह \q2 काबर चंगा नइं होवत हे? \c 9 \q1 \v 1 आह, बने होतिस कि मोर मुड़ ह पानी के सोता \q2 अऊ मोर आंखीमन आंसूमन के सोता होतिन! \q1 मेंह रात अऊ दिन \q2 अपन मारे गय मनखेमन बर रोतेंव। \q1 \v 2 आह, बने होतिस कि डहार रेंगइयामन बर \q2 मोर करा मरू-भुइयां म ठहिरे के एक जगह होतिस, \q1 ताकि मेंह अपन मनखेमन ला छोंड़के \q2 ओमन ले दूरिहा चल देतेंव; \q1 काबरकि ओमन जम्मो बेभिचारी अंय, \q2 बिसवासघाती मनखेमन के एक भीड़ अंय। \b \q1 \v 3 “ओमन अपन जीभ ला धनुस म चघाय तीर सहीं \q2 लबारी मारे बर तियार रहिथें; \q1 ओमन सच्चई के दुवारा \q2 देस म जय नइं पावंय। \q1 ओमन एक पाप ले दूसर पाप करते रहिथें; \q2 ओमन मोला नइं चिनहंय,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 4 “अपन संगीमन ले सचेत रहव; \q2 अपन बंस के कोनो मनखे ऊपर भरोसा झन करव। \q1 काबरकि ओमा के हर एक झन एक धोखा देवइया, \q2 अऊ हर एक परोसी एक निंदा-करइया ए। \q1 \v 5 संगी ह संगी ला धोखा देथे, \q2 अऊ सच बात कोनो नइं कहंय। \q1 ओमन अपन जीभ ला लबारी मारे बर सिखोय हवंय; \q2 ओमन पाप कर-करके अपनआप ला थकात हें। \q1 \v 6 तेंह\f + \fr 9:6 \fr*\ft याने कि \ft*\fqa यरमियाह\fqa*\f* छल-कपट के बीच म रहिथस; \q2 अपन छल-कपट म, ओमन मोला चिनहे बर इनकार करथें,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \p \v 7 एकरसेति सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “देखव, मेंह ओमन ला तिपोके सुध करहूं अऊ परखहूं, \q2 काबरकि मोर मनखेमन के पाप के कारन \q2 मेंह अऊ का कर सकत हंव? \q1 \v 8 ओमन के जीभ ह मिरतू के तीर सहीं अय; \q2 येह छल-कपट के बात करथे। \q1 अपन मुहूं ले ओमन अपन परोसीमन ले बड़े मया के संग गोठियाथें, \q2 पर ओमन अपन मन म अपन परोसीमन ला फंसाय के बात सोचथें। \q1 \v 9 का मेंह अइसने बात बर ओमन ला सजा नइं दंव?” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 “का मेंह अइसने जाति ले \q2 खुद बदला नइं लंव?” \b \q1 \v 10 मेंह पहाड़मन बर रोहूं अऊ बिलाप करहूं \q2 अऊ जंगल के चरागनमन के बारे म बिलाप के गीत गाहूं। \q1 ओमन उजाड़ पड़े हवंय अऊ उहां कोनो नइं जावंय, \q2 अऊ उहां गरूवा-बईलामन के नरियाय के अवाज सुनई नइं पड़य। \q1 जम्मो चिरईमन भाग गे हवंय \q2 अऊ पसुमन चले गे हवंय। \b \q1 \v 11 “मेंह यरूसलेम ला एक खंडहर, \q2 सियारमन के एक डेरा बना दूहूं; \q1 अऊ मेंह यहूदा के नगरमन ला अइसने उजाड़ दूहूं \q2 कि उहां कोनो नइं रह सकहीं।” \p \v 12 कोन ह अतेक बुद्धिमान ए कि येला समझय? यहोवा ह कोन ला बताय हवय कि ओह येला समझा सकय? देस के काबर बिनास हो गे हवय अऊ मरू-भुइयां सहीं उजाड़ पड़े हवय कि येला कोनो पार नइं कर सकंय? \p \v 13 यहोवा ह कहिस, “येह एकर कारन होईस काबरकि ओमन मोर ओ कानून ला तियाग दे हवंय, जऊन ला मेंह ओमन के आघू रखे रहेंव; ओमन न तो मोर बात मानिन अऊ न ही मोर कानून के मुताबिक चलिन। \v 14 एकर बदला, ओमन अपन मन के जिद्दी सुभाव के मुताबिक चलिन; ओमन बाल देवतामन के पाछू चलिन, जइसने कि ओमन के पुरखामन ओमन ला सिखाय रिहिन।” \v 15 एकरसेति सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: “सुनव, मेंह ये मनखेमन ला करू जेवन खवाहूं अऊ जहरिला पानी पीयाहूं। \v 16 मेंह ओमन ला अइसने देसमन के बीच म तितिर-बितिर कर दूहूं, जेला न तो ओमन अऊ न ही ओमन के पुरखामन जानत रिहिन, अऊ जब तक मेंह ओमन के अन्त नइं कर दूहूं, तब तक मेंह तलवार लेके ओमन के पाछू पड़े रहिहूं।” \b \p \v 17 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “अब सोच-बिचार करव! बिलाप करइया माईलोगनमन ला बलावव; \q2 ओमा के सबले जादा कुसल माईलोगन ला बलावव। \q1 \v 18 ओमन जल्दी आवंय \q2 अऊ हमर बर तब तक बिलाप करंय \q1 जब तक कि हमर आंखीमन ले आंसू नइं निकलय \q2 अऊ हमर आंखी के पलकमन ले पानी बहे नइं लगय। \q1 \v 19 सियोन ले बिलाप करे के अवाज सुनई देवत हे: \q2 ‘हमन कतेक नास हो गेंन! \q2 हमन कतेक बड़े लज्जा म पड़ेंन! \q1 जरूरी ए कि हमन हमर देस ला छोंड़ देवन \q2 काबरकि हमर घरमन ला गिरा दिये गे हवय।’ ” \b \q1 \v 20 एकरसेति, हे माईलोगनमन, यहोवा के ये बचन ला सुनव; \q2 ओकर मुहूं के बचन ला कान लगाके सुनव। \q1 अपन बेटीमन ला बिलाप करे बर सिखावव; \q2 एक-दूसर ला एक बिलाप के गीत सिखावव। \q1 \v 21 मिरतू ह हमर खिड़कीमन ले होके भीतर आ गे हवय \q2 अऊ हमर गढ़मन म घुस गे हवय; \q1 येह लइकामन ला गलीमन ले \q2 अऊ जवानमन ला चऊक ले मिटा दे हवय। \p \v 22 तेंह कह, “यहोवा ह ये घोसना करत हे: \q1 “ ‘मनखेमन के लासमन अइसने पड़े रहिहीं, \q2 जइसने खुला मैदान म गोबर, \q1 अऊ फसल लुवइया के पाछू लुये गय फसल, \q2 जेला कोनो संकेलनेवाला नइं रहंय।’ ” \p \v 23 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “बुद्धिमान ह अपन बुद्धि ऊपर घमंड झन करय \q2 या बलवान ह अपन बल ऊपर घमंड झन करय \q2 या धनवान ह अपन धन ऊपर घमंड झन करय, \q1 \v 24 पर जऊन ह घमंड करथे, ओह ये बात म घमंड करय: \q2 कि ओमन करा मोला जाने के समझ हवय, \q1 कि में ही ओ यहोवा अंव, जऊन ह धरती म \q2 दया, नियाय अऊ धरमीपन के काम करथंव, \q2 काबरकि इही बातमन म मेंह खुस होथंव,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \p \v 25 “ओ दिनमन आवत हें,” यहोवा ह घोसना करत हे, “जब मेंह ओ जम्मो झन ला सजा दूहूं, जेमन के खतना सिरिप देहें म होय हवय— \v 26 याने कि मिसर, यहूदा, एदोम, अमोन, मोआब के मनखे अऊ ओ जम्मो जऊन मन दूरिहा म सुनसान जगह म रहिथें। काबरकि ये जम्मो जातिमन सही म खतनारहित अंय, अऊ त अऊ इसरायल के जम्मो घराना ह घलो मन म खतनारहित अय।” \c 10 \s1 परमेसर अऊ मूरतीमन \p \v 1 हे इसरायल के मनखेमन, यहोवा ह तुमन ले का कहत हे, ओला सुनव। \v 2 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “आने देसमन के चालचलन ला झन सीखव \q2 या अकास म चिनहांमन ला देखके आतंकित झन होवव, \q2 हालाकि आने देस के मनखेमन ओमन के दुवारा आतंकित होथें। \q1 \v 3 काबरकि मनखेमन के रीति-रिवाजमन बेकार अंय; \q2 ओमन जंगल ले एक रूख ला काटथें, \q2 अऊ कारीगर ह बिंधना ले ओला आकार देथे। \q1 \v 4 ओमन ओला सोन अऊ चांदी ले सजाथें; \q2 ओमन ओला हथौड़ी ले खीला ठोंकके मजबूत करथें \q2 ताकि ओह झन हालय-डोलय। \q1 \v 5 खीरा के खेत म ठाढ़े पुतला\f + \fr 10:5 \fr*\ft चिरईमन ला डराय के पुतला\ft*\f* सहीं, \q2 ओमन के मूरतीमन गोठियाय नइं सकंय; \q1 ओमन ला उठाके ले जाय ला पड़थे \q2 काबरकि ओमन रेंग नइं सकंय। \q1 ओमन ले झन डरव; \q2 ओमन कोनो हानि नइं कर सकंय \q2 न ही ओमन कोनो भलई कर सकंय।” \b \q1 \v 6 हे यहोवा, तोर सहीं कोनो नइं एं; \q2 तेंह महान अस, \q2 अऊ तोर नांव ह ताकत म बहुंत बड़े अय। \q1 \v 7 हे जम्मो जातिमन के राजा, \q2 तोर ले कोन नइं डरही? \q2 तें ही येकर लईक अस। \q1 जातिमन के जम्मो बुद्धिमान अगुवामन के बीच म \q2 अऊ ओमन के जम्मो राजमन म, \q2 तोर सहीं कोनो नइं एं। \b \q1 \v 8 ओमन जम्मो निरबुद्धि अऊ मुरूख अंय; \q2 ओमन बेकार के कठवा के मूरतीमन के दुवारा सिखाय जाथें। \q1 \v 9 पीटे गय चांदी ह तरसीस ले \q2 अऊ उफाज ले सोन लाय जाथे। \q1 जऊन चीज ला कारीगर अऊ सुनार बनाथें, \q2 ओला नीला अऊ बैंगनी रंग के ओनहा पहिराय जाथे— \q2 जम्मो चीजमन कुसल कारीगरमन के दुवारा बनाय गे रहिथें। \q1 \v 10 पर यहोवा ही सच्चा परमेसर अय; \q2 ओह जीयत परमेसर अऊ सदाकाल के राजा अय। \q1 जब ओह गुस्सा करथे, त धरती ह कांपथे; \q2 जाति-जाति के मनखेमन ओकर कोप ला सह नइं सकंय। \p \v 11 “ओमन ला ये कह: ‘ये देवता, जेमन धरती अऊ अकासमन ला नइं बनाईन, येमन धरती ले अऊ अकासमन के खाल्हे ले नास हो जाहीं।’ ” \q1 \v 12 पर परमेसर ह धरती ला अपन सामर्थ ले बनाईस; \q2 ओह अपन बुद्धि ले संसार के नीव रखिस \q2 अऊ अपन समझ के दुवारा अकासमन ला तानिस। \q1 \v 13 जब ओह गरजथे, त अकासमन म पानी ह गरजथे, \q2 ओह धरती के छोर ले बादरमन ला उठाथे। \q1 ओह बारिस के संग बिजली चमकाथे \q2 अऊ अपन भंडारघर ले हवा चलाथे। \b \q1 \v 14 हर एक जन निरबुद्धि अऊ बिगर गियान के हवय; \q2 हर एक सुनार ह अपन बनाय मूरतीमन के कारन लज्जित हवय। \q1 जऊन मूरतीमन ला ओह बनाथे, ओमन एक धोखा अंय; \q2 ओमन म सांस ही नइं ए। \q1 \v 15 ओ मूरतीमन बेकार अऊ हंसी उड़ाय के चीज अंय; \q2 जब ओमन के फैसला होही, त ओमन नास हो जाहीं। \q1 \v 16 ओ, जऊन ह याकूब के भाग ए, ओह तो येमन सहीं नो हय, \q2 काबरकि ओह जम्मो चीजमन के बनानेवाला अय, \q1 इसरायल, ओकर उत्तराधिकार के मनखेमन घलो ओमा आथें— \q2 ओकर नांव सर्वसक्तिमान यहोवा अय। \s1 अवइया बिनास \q1 \v 17 तुमन, जेमन बईरी के घेराबंदी म रहत हव, \q2 ये देस ला छोंड़के जाय के तियारी म अपन सामानमन ला संकेल लव। \q1 \v 18 काबरकि यहोवा ह ये कहत हे: \q2 “अब, मेंह ओमन ला जोर से फटिकहूं \q2 जऊन मन ये देस म रहिथें; \q1 मेंह ओमन ऊपर संकट लानहूं \q2 ताकि ओमन पकड़े जावंय।” \b \q1 \v 19 मोला लगे चोट के कारन मोर ऊपर हाय! \q2 मोर घाव ह ठीक नइं होवय! \q1 तभो ले मेंह अपनआप ला कहेंव, \q2 “येह तो मोर बेमारी अय, अऊ येला मोला सहना पड़ही।” \q1 \v 20 मोर तम्बू ह नास हो गीस; \q2 येकर जम्मो रस्सीमन टूट गीन। \q1 मोर लइकामन मोर करा ले चल दीन अऊ ओमन अब नइं अंय; \q2 अब मोर तम्बू ला गाड़े बर \q2 या मोर निवास ला ठीक करे बर कोनो नइं बचे हवंय। \q1 \v 21 चरवाहामन निरबुद्धि अंय \q2 अऊ ओमन यहोवा ले नइं पुछंय; \q1 एकरसेति ओमन के उन्नति नइं होवय \q2 अऊ ओमन के जम्मो पसुमन तितिर-बितिर हो जाथें। \q1 \v 22 सुन! समाचार ह आवत हे— \q2 उत्तर दिग के देस ले एक बड़े कोलाहल सुनई देवत हे! \q1 येह यहूदा के नगरमन ला उजाड़ दीही \q2 ओमन ला सियारमन के डेरा बना दीही। \s1 यरमियाह के पराथना \q1 \v 23 हे यहोवा, मेंह जानत हंव कि मनखे के जिनगी ह ओमन के खुद के नो हय; \q2 येह ओमन के काम नो हय कि ओमन अपन मन के मुताबिक चलंय। \q1 \v 24 हे यहोवा, मोर ताड़ना कर, पर सिरिप नियाय से— \q2 गुस्सा होके नइं, \q2 नइं तो, तेंह मोर नास कर देबे। \q1 \v 25 ओ देसमन ऊपर अपन गुस्सा उतार \q2 जऊन मन तोला गरहन नइं करंय, \q2 अऊ जऊन मनखेमन तोर नांव के महिमा नइं करंय। \q1 काबरकि ओमन याकूब ला खतम कर दे हवंय; \q2 ओमन ओला पूरा खतम कर दे हवंय \q2 अऊ ओकर देस ला नास कर दे हवंय। \c 11 \s1 करार ह टूट जाथे \p \v 1 यहोवा कोति ले ये बचन यरमियाह करा आईस: \v 2 “ये करार के नियममन ला सुन अऊ येमन ला यहूदा के मनखे अऊ यरूसलेम म रहइया मनखेमन ला बता। \v 3 ओमन ला बता कि यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘सरापित ए ओ मनखे, जऊन ह ये करार के नियममन ला नइं मानय— \v 4 जेला माने के हुकूम मेंह तुम्हर पुरखामन ला दे रहेंव, जब मेंह ओमन ला मिसर देस ले, लोहा पीघलाय के भट्ठी ले निकालके लाने रहेंव।’ मेंह कहेंव, ‘मोर बात मानव अऊ ओ जम्मो काम करव, जेकर हुकूम मेंह देवत हंव, अऊ तुमन मोर मनखे होहू, अऊ मेंह तुम्हर परमेसर होहूं। \v 5 तब मेंह ओ किरिया ला पूरा करहूं, जऊन ला मेंह तुम्हर पुरखामन ले खाय रहेंव कि मेंह ओमन ला एक अइसने देस\f + \fr 11:5 \fr*\ft बहुंत उपजाऊ देस\ft*\f* दूहूं, जेमा दूध अऊ मंधरस के धारा बोहाथे’—येह ओ देस अय, जेमा आज तुम्हर अधिकार हे।” \p मेंह जबाब देंव, “हे यहोवा, अइसने ही होवय।” \p \v 6 तब यहोवा ह मोला कहिस, “यहूदा के नगरमन म अऊ यरूसलेम के गलीमन म ये जम्मो बात के परचार कर: ‘ये करार के नियममन ला सुनव अऊ ओकर मुताबिक चलव। \v 7 जब ले मेंह तुम्हर पुरखामन ला मिसर देस ले निकालके लानेंव, तब ले लेके आज तक, मेंह ओमन ला घेरी-बेरी चेतउनी देके कहेंव, “मोर बात ला मानव।” \v 8 पर ओमन मोर बात ला नइं सुनिन अऊ धियान नइं दीन; ओकर बदले, ओमन अपन दुस्ट हिरदय के जिद्दी सुभाव म चलिन। एकरसेति मेंह ओमन के ऊपर ओ करार के जम्मो सराप ला लानेंव, जेला माने के हुकूम मेंह ओमन ला देय रहेंव, पर ओमन नइं मानिन।’ ” \p \v 9 तब यहोवा ह मोला ये घलो कहिस, “यहूदा के अऊ यरूसलेम म रहइया मनखेमन के बीच म एक साजिस चलत हे। \v 10 ओमन अपन ओ पुरखामन के पाप कोति लहुंट गे हवंय, जऊन मन मोर बात ला सुने ले इनकार करिन। ओमन आने देवतामन के सेवा करे बर ओमन के पाछू चले गे हवंय। इसरायल अऊ यहूदा दूनों मोर ओ करार ला टोर दे हवंय, जेला मेंह ओमन के पुरखामन के संग करे रहेंव। \v 11 एकरसेति, यहोवा ह ये कहत हे: ‘मेंह ओमन ऊपर अइसने बिपत्ति लानहूं, जेकर ले ओमन बच नइं सकंय। हालाकि ओमन आके मोर करा रोहीं, पर मेंह ओमन के नइं सुनहूं। \v 12 यहूदा के नगरमन के मनखे अऊ यरूसलेम के मनखेमन जाके ओ देवतामन करा रोहीं, जेमन बर ओमन धूप जलाथें, पर ओ देवतामन बिपत्ति के बेरा ओमन के कुछू मदद नइं करहीं। \v 13 हे यहूदा के मनखेमन, जतेक तुम्हर नगरमन हवंय, ओतेक ही तुम्हर देवतामन हवंय; अऊ जतेक यरूसलेम के गलीमन हवंय, ओतेक तुमन ओ कलंकित बाल देवता के आघू म धूप जलाय बर बेदीमन ला बनाय हवव।’ \p \v 14 “एकरसेति, हे यरमियाह, ये मनखेमन बर पराथना झन कर या येमन बर कोनो बिनती या निबेदन झन कर, काबरकि अपन दुख के बेरा म, जब येमन मोला पुकारहीं, त मेंह येमन के नइं सुनंव। \q1 \v 15 “मोर मयारू ह मोर मंदिर म का करत हे \q2 ओह कतको आने मन संग मिलके अपन दुस्ट योजना ला पूरा करत हे? \q2 का पबितर करे गे मांस ह तोर सजा ला दूरिहा कर सकथे? \q1 जब तेंह दुस्टता करे म लगे रहिथस, \q2 तभे तेंह खुस होथस।” \b \q1 \v 16 यहोवा ह तोला \q2 एक हरियर, सुघर फरवाला जैतून रूख कहे रिहिस। \q1 पर एक भयंकर आंधी के गरजन के संग, \q2 ओह येमा आगी लगा दीही, \q2 अऊ येकर डारामन ला टोर दिये जाही। \m \v 17 सर्वसक्तिमान यहोवा, जऊन ह तोला लगाईस, ओह तोर ऊपर बिपत्ति लाने के फैसला करे हवय, काबरकि इसरायल अऊ यहूदा के मनखेमन दुस्ट काम करे हवंय अऊ बाल देवता बर धूप जलाके मोर गुस्सा ला भड़काय हवंय। \s1 यरमियाह के बिरूध म साजिस \p \v 18 यहोवा ह ओमन के साजिस ला मोर करा परगट करिस, एकरसेति मेंह येला जान डारेंव, काबरकि ओ बेरा, ओह मोला देखाईस कि ओमन का करत रिहिन। \v 19 मेंह बध होवइया एक सीधा-साधा मेढ़ा-पीला सहीं रहेंव; मेंह नइं जानत रहेंव कि ओमन ये कहिके मोर बिरूध म साजिस करे रिहिन, \q1 “आवव, हमन ओ रूख ला ओकर फर समेत नास कर देवन; \q2 आवव, हमन ओला जीयतमन के बीच ले काट देवन, \q2 ताकि ओकर नांव ला अऊ सुरता झन करे जावय।” \q1 \v 20 पर, हे सर्वसक्तिमान यहोवा, तें, जऊन ह सच्चई से नियाय करथस \q2 अऊ हिरदय अऊ मन ला परखथस, \q1 तेंह मोला देखा कि तेंह ओमन ले बदला लेथस, \q2 काबरकि मेंह अपन मामला ला तोर हांथ म छोंड़ दे हवंव। \p \v 21 एकरसेति यहोवा ह अनातोत नगर के ओ मनखेमन के बारे म कहत हे, जऊन मन ये कहिके तोला मार डारे के धमकी देवत हें, “यहोवा के नांव म अगमबानी झन कर, नइं तो तेंह हमर हांथ ले मारे जाबे”— \v 22 एकरसेति सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: “मेंह ओमन ला सजा दूहूं। ओमन के जवान मनखेमन तलवार ले मारे जाहीं, अऊ ओमन के बेटा-बेटीमन अकाल के कारन मरहीं। \v 23 ओमा के एको झन घलो नइं बांचहीं, काबरकि मेंह ओमन के सजा के बछर म अनातोत के मनखेमन ऊपर बिपत्ति लानहूं।” \c 12 \s1 यरमियाह के सिकायत \q1 \v 1 हे यहोवा, जब भी मेंह अपन मामला तोर आघू म लानथंव; \q2 तेंह हमेसा धरमी ठहिरथस। \q1 तभो ले मेंह तोर संग तोर नियाय के बारे म गोठियाहूं: \q2 दुस्टमन के काम ह काबर बढ़थे? \q2 काबर बेईमान मनखेमन सुख म रहिथें? \q1 \v 2 तेंह ओमन ला रोपे हस, ओमन जरी धरे हवंय; \q2 ओमन बढ़थें अऊ फरथें। \q1 ओमन के मुहूं म हमेसा तोर नांव हवय \q2 पर तेंह ओमन के मन ले दूरिहा हस। \q1 \v 3 तभो ले, हे यहोवा, तेंह मोला जानत हस; \q2 तेंह मोला देखथस अऊ तोर बारे म मोर बिचार ला परखथस। \q1 जइसने भेड़ ला काटे बर ले जाथें, वइसने ओमन ला खींचके ले जा! \q2 बध के दिन बर ओमन ला अलग रख! \q1 \v 4 कब तक देस म सूखा पड़े रहिही \q2 अऊ जम्मो मैदान के घांस ह सूखाय रहिही? \q1 काबरकि जऊन मन येमा रहिथें, ओमन दुस्ट अंय, \q2 एकरसेति पसु अऊ चिरईमन नास हो गीन। \q1 तभो ले मनखेमन कहत हें, \q2 “हमर का होही, ओह\f + \fr 12:4 \fr*\ft या \ft*\fqa परमेसर\fqa*\f* येला नइं देखही।” \s1 परमेसर के जबाब \q1 \v 5 “यदि तेंह मनखेमन के संग दऊड़े हस \q2 अऊ ओमन तोला थका दे हवंय, \q2 त फेर तेंह घोड़ामन के संग कइसे मुकाबला करबे? \q1 यदि तेंह सांति के ये देस म लड़खड़ावत हस, \q2 त फेर यरदन नदी के झाड़ीमन के बीच म कइसे करबे? \q1 \v 6 तोर रिस्तेदार, तोर खुद के परिवार के मनखेमन घलो \q2 तोला धोखा देय हवंय; \q2 ओमन तोर बिरूध म बहुंत चिचियाय हवंय। \q1 एकरसेति यदि ओमन तोर बारे म बने गोठियाथें, \q2 तभो ले ओमन ऊपर भरोसा झन करबे। \b \q1 \v 7 “मेंह अपन घर ला तियाग दूहूं, \q2 अपन उत्तराधिकार\f + \fr 12:7 \fr*\ft या \ft*\fqa चुने जाति\fqa*\f* ला छोंड़ दूहूं; \q1 मेंह जऊन ला मया करथंव \q2 ओला ओकर बईरीमन के हांथ म कर दूहूं। \q1 \v 8 मोर उत्तराधिकार ह मोर बर \q2 जंगल के एक सेर सहीं हो गे हवय। \q1 ओह मोर ऊपर गरजथे; \q2 एकरसेति मेंह ओकर ले घिन करथंव। \q1 \v 9 का मोर उत्तराधिकार ह मोर बर \q2 धब्बावाले सिकार के चिरई सहीं नइं हो गे हवय \q2 जऊन ला आने सिकारी चिरईमन घेरके हमला करथें? \q1 जावव अऊ जम्मो जंगली पसुमन ला इकट्ठा करव; \q2 ओमन ला लानव कि खा जावंय। \q1 \v 10 बहुंत चरवाहामन मोर अंगूर के बारी ला नास कर दीहीं \q2 अऊ मोर बारी ला कुचर दीहीं; \q1 ओमन मोर बने बारी ला \q2 उजारके बेकार कर दीहीं। \q1 \v 11 ओला मोर आघू म \q2 बेकार, सूखा अऊ उजाड़ कर दिये जाही; \q1 जम्मो देस ह बेकार पड़े रहिही \q2 काबरकि ओकर देखरेख करइया कोनो नइं एं। \q1 \v 12 सुन्ना जगह के जम्मो बेकार टीलामन ऊपर \q2 नास करइयामन जूरहीं, \q1 काबरकि यहोवा के तलवार ह \q2 देस के एक छोर ले लेके दूसर छोर तक मारही; \q2 कोनो सुरकछित नइं रहिहीं। \q1 \v 13 ओमन गहूं तो बोहीं पर कांटामन ला लूहीं; \q2 ओमन काम करके अपनआप ला थकाहीं, पर ओमन ला कुछू नइं मिलही। \q1 यहोवा के भयंकर गुस्सा के कारन \q2 ओमन अपन कटनी के बिसय म लज्जित होहीं।” \p \v 14 यहोवा ह ये कहत हे: “जहां तक मोर ओ जम्मो दुस्ट परोसीमन के बात ए, जऊन मन मोर इसरायली मनखेमन ला दिये उत्तराधिकार ऊपर कब्जा करत हें, ओमन ला मेंह ओमन के देस ले उखान दूहूं अऊ मेंह यहूदा के मनखेमन ला घलो ओमन के बीच म ले उखान दूहूं। \v 15 पर ओमन ला उखाने के बाद, मेंह ओमन ऊपर दया करहूं अऊ ओमा ले हर एक झन ला ओमन के उत्तराधिकार के जगह अऊ ओमन के देस म फेर वापिस लानहूं। \v 16 अऊ यदि ओमन मोर मनखेमन के चाल ला बने करके सीखंय अऊ ये कहिके मोर ही नांव के किरिया खावंय, ‘यहोवा के जिनगी के कसम’—जइसे कि एक बार, ओमन मोर मनखेमन ला बाल देवता के किरिया खाय बर सिखोय रिहिन—तब ओमन ला मोर मनखेमन के बीच म बसाय जाही। \v 17 पर यदि ओमा के कोनो जाति ह नइं सुनही, त फेर मेंह ओला पूरा उखानके नास कर दूहूं,” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \c 13 \s1 सन के बने पट्टा \p \v 1 यहोवा ह मोर ले ये कहिस: “जा अऊ सन के एक पट्टा बिसा अऊ ओला अपन कनिहां म बांध ले, पर ओला पानी म झन छुआबे।” \v 2 तब यहोवा के कहे मुताबिक मेंह एक पट्टा बिसोंय अऊ ओला अपन कनिहां म बांध लेंव। \p \v 3 तब यहोवा के ये बचन दूसर बार मोर मेर आईस: \v 4 “जऊन पट्टा ला तेंह बिसाके अपन कनिहां म बांधे हस, ओला ले अऊ फरात नदी म जाके उहां चट्टानमन के दरार म लुका दे।” \v 5 तब यहोवा के कहे मुताबिक मेंह जाके ओला फरात नदी म लुका देंव। \p \v 6 बहुंत दिन के बाद, यहोवा ह मोला कहिस, “अब फरात नदी म जा अऊ ओ पट्टा ला लेय ले, जऊन ला मेंह तोला उहां लुकाय बर कहे रहेंव।” \v 7 तब मेंह फरात नदी करा गेंव अऊ पट्टा ला खनके उहां ले निकाल लेंव, जिहां मेंह ओला लुकाय रहेंव, पर अब ओह खराप होके पूरा बेकार हो गे रहय। \p \v 8 तब यहोवा के ये बचन मोर करा आईस: \v 9 “यहोवा ह ये कहत हे: ‘इही किसम ले, मेंह यहूदीमन के घमंड अऊ यरूसलेम के बड़े घमंड ला नास कर दूहूं। \v 10 ये दुस्ट मनखे, जेमन मोर बात ला सुने ले इनकार करथें, जेमन अपन मन के जिद्दी सुभाव म चलथें अऊ आने देवतामन के सेवा अऊ अराधना करे बर ओमन के पाछू चलथें; ओमन ये पट्टा सहीं हो जाहीं—पूरा बेकार! \v 11 काबरकि जइसने एक पट्टा ह कनिहां के चारों कोति बांधे जाथे, वइसने ही मेंह इसरायल के जम्मो मनखे अऊ यहूदा के जम्मो मनखेमन ला अपन म बांधेंव कि ओमन मोर कीरति अऊ परसंसा अऊ आदर बर मोर मनखे होवंय। पर ओमन नइं सुनिन,’ यहोवा ह ये घोसना करत हे। \s1 अंगूर के मंद रखे के चाम के थैली \p \v 12 “एकरसेति तें ओमन ला कह: ‘यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: अंगूर के मंद रखे के हर एक चाम के थैली ह अंगूर के मंद ले भरे जावय।’ अऊ यदि ओमन तोर ले कहंय, ‘का हमन नइं जानन कि अंगूर के मंद रखे के हर एक चाम के थैली ला अंगूर के मंद ले भर दिये जाना चाही?’ \v 13 तब ओमन ला कह, ‘यहोवा ह ये कहत हे: ये देस म रहइया जम्मो झन ला, मेंह मतवारपन ले भर देनेवाला हंव—येमा दाऊद के सिंघासन म बईठइया राजामन, पुरोहितमन, अगमजानीमन अऊ यरूसलेम म रहइया जम्मो मनखेमन होहीं। \v 14 मेंह ओमन ला एक-दूसर ले टकराके कुटा-कुटा कर दूहूं; दाई-ददा अऊ लइकामन ला एक समान, यहोवा ह घोसना करत हे। ओमन ला नास करे म, मेंह कोनो दया या किरपा या सहानुभूति नइं देखाहूं।’ ” \s1 बंधुवई के धमकी \q1 \v 15 सुनव अऊ धियान देवव, \q2 जिद्दी झन बनव, \q2 काबरकि यहोवा ह कहे हवय। \q1 \v 16 यहोवा अपन परमेसर ला महिमा देवव, \q2 एकर पहिली कि ओह अंधियार ला लानय, \q1 एकर पहिली कि तुम्हर गोड़ ह \q2 अंधियार वाले पहाड़ी म ठोकर खावय। \q1 तुमन अंजोर के आसा करथव, \q2 पर ओह ओला बिरबिट अंधियार कर दीही \q2 अऊ ओला घोर अंधियार म बदल दीही। \q1 \v 17 यदि तुमन नइं सुनहू, \q2 त तुम्हर घमंड के कारन \q2 मेंह मने-मन रोहूं; \q1 मेंह अतेक जादा रोहूं \q2 कि मोर आंखीमन ले आंसू बहे लगही, \q2 काबरकि यहोवा के झुंड ला बंधुवई म ले जाय जाही। \b \q1 \v 18 राजा अऊ राज-माता ला कह, \q2 “अपन सिंघासनमन ले खाल्हे उतरव, \q1 काबरकि तुम्हर सोभा देवइया मुकुटमन \q2 तुम्हर मुड़ीमन ले गिर जाहीं।” \q1 \v 19 नेगेव के सहरमन बंद हो जाहीं, \q2 अऊ ओमन ला खोले बर कोनो नइं होहीं। \q1 जम्मो यहूदा ला बंधुवई म ले जाय जाही, \q2 ओमन पूरा बंधुवई म चल दीहीं। \b \q1 \v 20 आंखी उठाके ओमन ला देख \q2 जऊन मन उत्तर दिग ले आवत हें। \q1 ओ झुंड कहां हवय, जऊन ह तोला सऊंपे गे रिहिस, \q2 ओ भेड़मन, जेमन ऊपर तेंह घमंड करत रहय? \q1 \v 21 तेंह का कहिबे, जब यहोवा ह तोर ऊपर ओमन ला मुखिया ठहिरा दीही, \q2 जऊन मन ला तेंह अपन बिसेस संगवारी बनाय रहय? \q1 त का पीरा ह एक छेवारी माईलोगन के पीरा सहीं \q2 तोला नइं जकड़ लीही? \q1 \v 22 यदि तेंह अपनआप ले पुछथस, \q2 “अइसने मोर संग काबर होईस?”— \q1 काबरकि तोर बहुंत पाप के कारन \q2 तोर लंहगा ला चीरे गे हवय \q2 अऊ तोर देहें के दुरगति करे गे हवय। \q1 \v 23 का कोनो इथोपीयन\f + \fr 13:23 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa कूसी \fqa*\ft (संभवतः ऊपरी नील नदी के इलाका के एक मनखे)\ft*\f* अपन चाम ला \q2 या कोनो चीतवा ह अपन धब्बामन ला बदल सकत हे? \q1 वइसने तेंह घलो भलई के काम नइं कर सकस \q2 काबरकि बुरई के काम करे के तोर आदत हो गे हवय। \b \q1 \v 24 “मेंह भूंसा सहीं तोला बगरा दूहूं \q2 जऊन ह कि सुन्ना जगह के हवा ले उड़ियाथे। \q1 \v 25 येह तोर हिस्सा ए, \q2 ओ भाग, जेला मेंह तोर बर ठहिराय हंव,” यहोवा ह ये घोसना करत हे, \q1 “काबरकि तेंह मोला भुला गे हवस \q2 अऊ लबरा देवतामन ऊपर भरोसा करे हवस। \q1 \v 26 एकरसेति मेंह तोर लंहगा ला तोर मुहूं तक उठा दूहूं \q2 ताकि तोर लज्जा ला देखे जा सकय— \q1 \v 27 तोर बेभिचार अऊ वासना के अवाज, \q2 तोर निरलज बेस्यापन ला देखे जा सकय! \q1 मेंह पहाड़ीमन ऊपर अऊ मैदानमन म \q2 तोर घिनित काममन ला देखे हंव। \q1 हे यरूसलेम, तोर ऊपर हाय! \q2 तेंह कब तक असुध रहिबे?” \c 14 \s1 सूखा, अकाल, तलवार \p \v 1 सूखा पड़े के बिसय म, यहोवा के ये बचन यरमियाह करा आईस: \q1 \v 2 “यहूदा ह बिलाप करत हे, \q2 ओकर नगरमन तड़फत हें; \q1 ओमन देस बर सोक मनावत हें, \q2 अऊ यरूसलेम ले चिचियाय के अवाज उठत हे। \q1 \v 3 बड़े मनखेमन अपन सेवकमन ला पानी बर पठोथें; \q2 ओमन तरिया म जाथें \q2 ओमन ला पानी नइं मिलय। \q1 ओमन अपन खाली बरतन लेके लहुंटथें; \q2 डराके अऊ निरास होके, \q2 ओमन अपन मुड़ ला ढांप लेथें। \q1 \v 4 भुइयां ह फाट गे हवय \q2 काबरकि देस म पानी नइं बरसत हे; \q1 किसानमन डरा गे हवंय \q2 अऊ अपन मुड़मन ला ढांप लेवत हें। \q1 \v 5 अऊ त अऊ हिरनी ह मैदान म \q2 अपन नवां जनमे लइका ला छोंड़ देवत हे \q2 काबरकि उहां कांदी नइं ए। \q1 \v 6 जंगली गदहामन बंजर टीलामन म ठाढ़े हवंय \q2 अऊ सियार सहीं हांफत हवंय; \q1 जेवन के कमी के कारन \q2 ओमन के आंखी ले नइं दिखत हे।” \b \q1 \v 7 हालाकि हमर पापमन हमर बिरूध म गवाही देवत हवंय, \q2 तभो ले, हे यहोवा, अपन नांव के हित म कुछू कर। \q1 काबरकि हमन अकसर बिदरोह करे हवन; \q2 हमन तोर बिरूध म पाप करे हवन। \q1 \v 8 तें, जऊन ह कि इसरायल के आसा अस, \q2 संकट के बेरा म ओकर बचानेवाला अस, \q1 तेंह काबर ये देस म अजनबी सहीं हवस, \q2 एक राहगीर सहीं जऊन ह सिरिप एक रात रूकथे? \q1 \v 9 तेंह काबर एक अचम्भो करे मनखे सहीं हो गे हस, \q2 एक अइसने योद्धा, जऊन म कोनो ला बचाय बर सक्ति नइं ए? \q1 हे यहोवा, तेंह हमर बीच म हवस, \q2 अऊ हमर करा तोर नांव हवय; \q2 एकरसेति हमन ला झन तियाग दे! \p \v 10 यहोवा ह ये मनखेमन के बारे म ये कहत हे: \q1 “येमन ला एती-ओती भटकई बने लगथे; \q2 येमन कुकरम करे बर अपन गोड़ ला नइं रोकंय। \q1 एकरसेति यहोवा ह येमन ला गरहन नइं करय; \q2 ओह अब येमन के दुस्टता ला सुरता करही \q2 अऊ ओमन के पाप के सजा ओमन ला दीही।” \p \v 11 तब यहोवा ह मोला कहिस, “ये मनखेमन के भलई बर पराथना झन कर। \v 12 चाहे ओमन उपास घलो करंय, तभो ले मेंह ओमन के पुकार ला नइं सुनहूं; चाहे ओमन होम-बलिदान अऊ अन्न-बलिदान चघावंय, तभो ले मेंह ओमन ला गरहन नइं करहूं। पर मेंह ओमन ला तलवार, अकाल अऊ महामारी ले नास करहूं।” \p \v 13 पर मेंह कहेंव, “हाय, हे परमपरधान यहोवा! अगमजानीमन ओमन ला कहत रहिथें, ‘तुम्हर ऊपर न तो तलवार चलही अऊ न ही अकाल पड़ही। वास्तव म, मेंह तुमन ला ये जगह म सदा के सांति दूहूं।’ ” \p \v 14 तब यहोवा ह मोला कहिस, “ये अगमजानीमन मोर नांव म लबारी अगमबानी करत हवंय। मेंह ओमन ला नइं पठोय हंव अऊ न तो ओमन ला ठहिराय हंव अऊ न ही ओमन ले गोठियाय हंव। ओमन तुमन ले अपन खुद के मन के लबारी दरसन, सकुन, मूरती-पूजा अऊ भरम के अगमबानी करत हवंय। \v 15 एकरसेति, जऊन अगमजानीमन मोर नांव म अगमबानी करत हवंय, ओमन के बारे म यहोवा ह ये कहत हे: मेंह ओमन ला नइं पठोय हवंव, तभो ले ओमन कहत हवंय, ‘ये देस म न तो तलवार चलही, अऊ न ही अकाल पड़ही।’ ओही अगमजानीमन ही तलवार अऊ अकाल के दुवारा नास होहीं। \v 16 अऊ जऊन मनखेमन बर ओमन अगमबानी करत हवंय, ओमन ला अकाल अऊ तलवार के कारन बाहिर यरूसलेम के गलीमन म फटिक दिये जाही। ओमन ला, ओमन के घरवालीमन ला अऊ ओमन के बेटा-बेटीमन ला उहां माटी देय बर कोनो नइं होहीं। ओमन के बुरई के मुताबिक, मेंह ओमन ऊपर बिपत्ति लानहूं। \b \p \v 17 “तें ओमन ले ये बात कह: \q1 “ ‘मोर आंखीमन ले रात अऊ दिन \q2 बिगर रूके आंसू बहते रहय; \q1 काबरकि कुंवारी बेटी, मोर मनखेमन ला \q2 भारी चोट लगे हवय, \q2 ओमन कुचरे गे हवंय। \q1 \v 18 यदि मेंह मैदानी भाग म जाथंव, \q2 त मेंह ओमन ला देखथंव, जऊन मन तलवार ले मारे गे हवंय; \q1 यदि मेंह सहर म जाथंव, \q2 त अकाल ले नास होय चीजमन ला देखथंव। \q1 अगमजानी अऊ पुरोहित दूनों \q2 एक अइसने देस म चले गे हवंय, जेला ओमन नइं जानंय।’ ” \b \q1 \v 19 हे यहोवा, का तेंह यहूदा ला पूरा इनकार कर दे हस? \q2 का तेंह सियोन ला तुछ समझथस? \q1 तेंह काबर हमन ला अइसने पीरा दे हवस \q2 कि हमन चंगा नइं हो सकन? \q1 हमन सांति के आसा करेंन \q2 पर हमर कुछू भलई नइं होईस, \q1 हमन बने समय के आसा करत रहेंन \q2 पर सिरिप आतंक ही मिलिस। \q1 \v 20 हे यहोवा, हमन अपन दुस्टता, \q2 अऊ अपन पुरखामन के अपराध ला मान लेवत हन; \q2 हमन सही म, तोर बिरूध म पाप करे हन। \q1 \v 21 अपन नांव के हित म, हमन ला तुछ झन जान; \q2 अपन महिमामय सिंघासन के अपमान झन कर। \q1 हमर संग करे अपन करार ला सुरता कर \q2 अऊ ओला झन टोर। \q1 \v 22 का जातिमन के बेकार मूरतीमन बरसात कर सकत हें? \q2 का अकास ह खुद पानी के झड़ी लगा सकत हे? \q1 नइं, पर हे यहोवा, हमर परमेसर, सिरिप तेंह ये सब करथस? \q2 एकरसेति तोर ऊपर हमर आसा हवय, \q2 काबरकि ये जम्मो काम, सिरिप तें ही करथस। \c 15 \p \v 1 तब यहोवा ह मोला कहिस: “अऊ त अऊ यदि मूसा अऊ समूएल घलो मोर आघू म बिनती करत ठाढ़ होतिन, तब भी मोर मन ह ये मनखेमन कोति नइं फिरतिस। येमन ला मोर आघू ले निकाल दे! ओमन ला जावन दे! \v 2 अऊ यदि ओमन तोर ले पुछथें, ‘हमन कहां जाबो?’ त ओमन ला बता, ‘यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “ ‘जेमन बर मरना लिखे हवय, ओमन मर जावंय; \q1 जऊन मन ला तलवार ले मरना हे, ओमन तलवार ले मरंय; \q1 जऊन मन ला भूख ले मरना हे, ओमन भूख ले मरंय; \q1 जऊन मन ला बंधुवई म जाना हे, ओमन बंधुवई म चले जावंय।’ \p \v 3 “मेंह ओमन के बिरूध म चार किसम के बिनास करइयामन ला पठोहूं,” यहोवा ह ये घोसना करत हे, “मार डारे बर तलवार, घिल्लाके ले जाय बर कुकुर, अऊ चीथ खाय बर अऊ नास करे बर चिरई अऊ जंगली पसु। \v 4 हिजकियाह के बेटा, यहूदा के राजा मनस्से ह जऊन दुस्ट काम यरूसलेम म करे हवय, ओकर कारन मेंह ओमन ला धरती के जम्मो राजमन म घिनौना कर दूहूं। \q1 \v 5 “हे यरूसलेम, तोर ऊपर कोन ह दया करही? \q2 तोर बर कोन ह सोक मनाही? \q2 कोन ह रूकके तोर हालचाल पुछही? \q1 \v 6 तेंह मोला अस्वीकार करे हस,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q2 “तेंह मोर ले अऊ पाछू हटत जावत हस। \q1 एकरसेति मेंह हांथ बढ़ाके तोला नास कर दूहूं; \q2 मेंह तरस खा-खाके थक गे हंव। \q1 \v 7 मेंह ओमन ला देस के सहर के दुवारमन म \q2 सूपा ले पछरहूं। \q1 मेंह अपन मनखेमन ऊपर मिरतू-सोक अऊ बिनास लानहूं, \q2 काबरकि ओमन अपन चालचलन ला नइं बदले हवंय। \q1 \v 8 मेंह ओमन के बिधवामन के गनती ला \q2 समुंदर के बालू ले घलो जादा कर दूहूं। \q1 दिन के मंझन के बेरा, मेंह एक नास करइया ला \q2 जवानमन के दाईमन के बिरूध लानहूं; \q1 अचानक मेंह ओमन ऊपर \q2 पीरा अऊ आतंक लानहूं। \q1 \v 9 सात झन के दाई ह दुरबल हो जाही \q2 अऊ अपन आखिरी सांस लीही। \q1 दिन के रहत ही ओकर सूरज ह बुड़ जाही; \q2 ओह कलंकित अऊ अपमानित होही। \q1 जऊन मनखेमन बच गे होहीं, ओमन ला \q2 मेंह ओमन के बईरीमन के आघू म तलवार ले मरवाहूं,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \b \q1 \v 10 हाय, हे मोर दाई, कि तेंह मोला जनमाय, \q2 एक अइसने मनखे, जेकर संग पूरा देस बिबाद अऊ झगरा करत हे! \q1 मेंह न तो उधार दे हंव अऊ न ही उधार ले हंव, \q2 तभो ले जम्मो झन मोला कोसत हवंय। \p \v 11 यहोवा ह कहिस, \q1 “खचित मेंह तोला भलई बर छोंड़ दूहूं; \q2 खचित मेंह बिपत्ति अऊ दुख के बेरा म \q2 तोर बईरीमन ला तोर ले बिनती करवाहूं। \b \q1 \v 12 “का कोनो मनखे ह लोहा ला टोर सकत हे— \q2 उत्तर दिग के लोहा—या तांबा ला? \b \q1 \v 13 “अपन जम्मो देस म \q2 तोर जम्मो पाप के कारन, \q1 मेंह तोर धन-संपत्ति अऊ खजाना ला \q2 बिगर कोनो दाम के लूट म दे दूहूं। \q1 \v 14 एक अइसने देस म, जेला तेंह नइं जानस \q2 मेंह तोला तोर बईरीमन के गुलाम बना दूहूं, \q1 काबरकि मोर गुस्सा के आगी ह भड़कही \q2 अऊ येह तोला जलाही।” \b \q1 \v 15 हे यहोवा, तेंह समझथस; \q2 मोला सुरता कर अऊ मोर खियाल रख। \q2 मोर सतानेवालामन ले मोर बदला ले। \q1 तेंह धीरज धरइया अस—मोला दूरिहा झन कर; \q2 सोच कि तोर खातिर मेंह कइसे निन्दा सहे हवंव। \q1 \v 16 जब तोर बचन ह आईस, त मेंह ओला अपन मन म रखेंव; \q2 अऊ ओकर ले आनंदित अऊ खुस रहेंव, \q1 काबरकि, हे यहोवा सर्वसक्तिमान परमेसर, \q2 मेंह तोर नांव ले जाने जाथंव। \q1 \v 17 मेंह कभू मऊज-मस्ती करइयामन संग नइं बईठेंव, \q2 अऊ ओमन संग कभू खुसी नइं मनायेंव; \q1 मेंह अकेला बईठेंव, काबरकि तोर हांथ मोर ऊपर रिहिस \q2 अऊ तेंह मोला गुस्सा ले भर दे रहय। \q1 \v 18 मोर पीरा ह काबर खतम नइं होवय \q2 अऊ मोर घाव ह काबर दुख देवत हे अऊ बने नइं होवय? \q1 तेंह मोर बर एक धोखा देवइया छोटे झरना सहीं अस, \q2 ओ झरना जऊन ह सूखा जाथे। \p \v 19 एकरसेति यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “यदि तेंह पछताप करबे, त मेंह तोला पहिले सहीं बने कर दूहूं \q2 ताकि तें मोर सेवा कर सकस; \q1 यदि तेंह बेकार के बात नइं, पर सही बात कहिबे, \q2 त तेंह मोर तरफ ले गोठियानेवाला होबे। \q1 ये मनखेमन तोर कोति फिरंय, \q2 पर तें ओमन कोति बिलकुल झन फिरबे। \q1 \v 20 मेंह तोला ये मनखेमन बर एक दीवार बना दूहूं, \q2 कांसा के एक गढ़वाला दीवार; \q1 ओमन तोर बिरूध म लड़हीं \q2 पर तोला जीत नइं सकहीं, \q1 काबरकि तोला छोंड़ाय अऊ बचाय बर \q2 मेंह तोर संग हवंव,” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 \v 21 “मेंह तोला दुस्ट मनखेमन के हांथ ले बचाहूं \q2 अऊ निरदयी मनखेमन के पकड़ ले छोंड़ाहूं।” \c 16 \s1 बिपत्ति के दिन \p \v 1 तब यहोवा के ये बचन फेर मोर करा आईस: \v 2 “ये जगह म, तेंह बिहाव झन करबे अऊ इहां तोर बेटा-बेटी झन जनमाबे।” \v 3 काबरकि जऊन बेटा-बेटीमन ये देस म जनमहीं अऊ जऊन दाई-ददामन ओमन ला जनमाहीं, ओमन के बारे म यहोवा ह ये कहत हे: \v 4 “ओमन जान-लेवा बेमारीमन ले मरहीं। ओमन बर कोनो सोक नइं मनाहीं अऊ न ही ओमन ला माटी दिये जाही, पर ओमन सूखाय गोबर सहीं भुइयां म पड़े रहिहीं। ओमन तलवार अऊ अकाल ले मारे जाहीं, अऊ ओमन के लासमन चिरई अऊ जंगली पसुमन के जेवन होहीं।” \p \v 5 काबरकि यहोवा ह ये कहत हे: “जऊन घर म मिरतू-भोज होवत हे, ओ घर म झन जा; उहां सोक मनाय बर या सहानुभूति देखाय बर झन जा, काबरकि मेंह ये मनखेमन ले अपन आसीस, अपन मया अऊ अपन दया ला लेय ले हंव,” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \v 6 “छोटे अऊ बड़े दूनों मनखे ये देस म मरहीं। ओमन ला न तो माटी दिये जाही अऊ न ही ओमन बर सोक मनाय जाही, अऊ मरे मनखे बर दुख परगट करे बर कोनो अपनआप ला नइं काटहीं अऊ न ही मुड़ मुड़ाहीं। \v 7 मरे मनखे बर जऊन ह सोक मनाही, ओला अराम देय बर कोनो जेवन नइं दीहीं—अऊ त अऊ काकरो दाई या ददा के मरे म घलो—अऊ न ही सोक मनइयामन ला सांति देय बर, कोनो कुछू पीये बर दीहीं। \p \v 8 “अऊ जऊन घर म भोज होवथे, उहां झन जाबे अऊ उहां बईठके झन खाबे-पीबे। \v 9 काबरकि सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: तोर देखत म अऊ तोर दिन म ही, मेंह आनंद अऊ खुसी के अवाज अऊ दूल्हा अऊ दुलहिन के अवाज ला ये जगह म खतम कर दूहूं। \p \v 10 “जब तेंह ये मनखेमन ला ये जम्मो बात कहिबे अऊ ओमन तोर ले पुछहीं, ‘यहोवा ह हमर ऊपर अइसने बड़े बिपत्ति के हुकूम काबर देय हवय? हमन का गलत करे हवन? हमन यहोवा हमर परमेसर के बिरूध म का पाप करे हन?’ \v 11 तब तें ओमन ला कह, यहोवा ह ये घोसना करत हे: ‘काबरकि तुम्हर पुरखामन मोला तियाग दीन, अऊ आने देवतामन के पाछू चलिन अऊ ओमन के सेवा अऊ अराधना करिन। ओमन मोला तियाग दीन अऊ मोर कानून के पालन नइं करिन। \v 12 पर तुमन तुम्हर पुरखामन ले घलो जादा दुस्टता के काम करे हवव। देखव, तुमन मोर हुकूम माने के बदले, कइसे अपन दुस्टता के जिद्दी सुभाव म चलत हवव। \v 13 एकरसेति मेंह तुमन ला ये देस ले उखानके एक अइसने देस म फेंक दूहूं, जेला न तो तुमन जानत हव अऊ न ही तुम्हर पुरखामन जानत रिहिन, अऊ उहां तुमन रात अऊ दिन आने देवतामन के सेवा करहू, काबरकि मेंह तुम्हर ऊपर कुछू किरपा नइं करहूं।’ \p \v 14 “जइसन भी हो, अइसने दिनमन आवत हें,” यहोवा ह घोसना करत हे, “जब ये फेर नइं कहे जाही, ‘ओ यहोवा के जिनगी के कसम, जऊन ह इसरायलीमन ला मिसर देस ले निकालके ले आईस,’ \v 15 पर ये कहे जाही, ‘ओ यहोवा के जिनगी के कसम, जऊन ह इसरायलीमन ला उत्तर के देस ले अऊ ओ जम्मो देसमन ले निकालके ले आईस, जिहां ओह ओमन ला बंधुवा कर दे रिहिस।’ काबरकि मेंह ओमन ला ओ देस म लहुंटाके ले आहूं, जऊन ला मेंह ओमन के पुरखामन ला देय रहेंव। \p \v 16 “यहोवा ह ये घोसना करत हे: पर अब मेंह बहुंत मछुआरमन ला बुलवाहूं, अऊ ओमन ये मनखेमन ला पकड़ लीहीं। ओकर बाद मेंह बहुंत सिकारीमन ला बुलवाहूं, अऊ ओमन ये मनखेमन ला हर पहाड़ अऊ पठार अऊ चट्टानमन के दरारमन म खोजहीं। \v 17 मोर आंखीमन ओमन के जम्मो चालचलन ला देखत हवंय; ओमन मोर ले लुकाय नइं एं, अऊ न ही ओमन के पाप ह मोर नजर ले लुकाय हवय। \v 18 मेंह ओमन के अधरम अऊ पाप के दू गुना सजा दूहूं, काबरकि ओमन मोर देस ला अपन निरजीव बेकार चीजमन ले असुध कर दे हवंय अऊ मोर निज भाग ला अपन घिनौना मूरतीमन ले भर दे हवंय।” \q1 \v 19 हे यहोवा, हे मोर ताकत अऊ मजबूत गढ़, \q2 संकट के बेरा म मोला सरन देवइया, \q1 जाति-जाति के मनखेमन धरती के छोर ले \q2 तोर करा आहीं अऊ कहिहीं, \q1 “हमर पुरखामन जुच्छा के देवतामन ला रखे रिहिन, \q2 ओमन बेकार के मूरतीमन रिहिन अऊ ओमन के दुवारा हमर पुरखामन के कुछू भलई नइं होईस। \q1 \v 20 का मनखेमन अपन खुद के देवतामन ला बनाथें? \q2 हव, पर ओमन देवता नो हंय!” \b \q1 \v 21 “एकरसेति मेंह ओमन ला सिखाहूं— \q2 ये बेरा मेंह ओमन ला \q2 अपन बल अऊ ताकत ला देखाहूं। \q1 तब ओमन जानहीं \q2 कि मोर नांव यहोवा अय।” \b \c 17 \q1 \v 1 “यहूदा के पाप ह लोहा के कलम, \q2 अऊ चकमक पथरा के छोर ले, \q1 ओमन के हिरदय रूपी पटिया \q2 अऊ ओमन के बेदीमन के सींगमन म लिखे गे हवय। \q1 \v 2 अऊ त अऊ ओमन के लइकामन \q2 ओमन के ओ बेदीमन ला अऊ असेरा देवी के खंभामन ला सुरता करथें \q1 जऊन मन फईले हुए रूखमन के बाजू \q2 अऊ ऊंचहा पठारमन ऊपर हवंय। \q1 \v 3 जम्मो जगह म तोर पाप के कारन, \q2 देस म मोर पहाड़, \q1 अऊ तोर धन-संपत्ति अऊ तोर जम्मो खजाना ला, \q2 तोर ऊंचहा जगहमन सहित, \q2 मेंह लूट म तोर बईरीमन ला दे दूहूं। \q1 \v 4 अपन खुद के गलती के कारन \q2 तेंह ओ उत्तराधिकार ला गंवा देबे, जऊन ला मेंह तोला देय रहेंव। \q1 मेंह एक अनजान देस म \q2 तोला तोर बईरीमन के गुलाम बना दूहूं, \q1 काबरकि तेंह मोर गुस्सा रूपी आगी ला भड़काय हस, \q2 अऊ येह हमेसा बरत रहिही।” \p \v 5 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “सरापित ए ओ मनखे, जऊन ह मनखे ऊपर भरोसा करथे, \q2 जऊन ह मनखे के सहारा लेथे \q2 अऊ जेकर मन ह यहोवा ले भटक जाथे। \q1 \v 6 ओ मनखे ह बंजर भुइयां के झाड़ी सहीं होही; \q2 अऊ जब उन्नति के समय आही, त ओह ओला नइं देख सकही। \q1 ओह सुन्ना जगह म गरमी ले झुलसत भुइयां म निवास करही, \q2 अइसने नूनचूर भुइयां म निवास करही, जिहां कोनो नइं रहंय। \b \q1 \v 7 “धइन ए ओ मनखे, जऊन ह यहोवा ऊपर भरोसा करथे, \q2 जेकर भरोसा परमेसर ऊपर हवय। \q1 \v 8 ओह पानी के तीर म लगे रूख के सहीं होही \q2 जेकर जरीमन पानी के सोत म फईले रहिथें। \q1 जब घाम होथे, त येह नइं डरय; \q2 येकर पानमन हमेसा हरियर रहिथें। \q1 साल भर के दुकाल म घलो येह चिंता नइं करय \q2 अऊ समय म फरे ले नइं चुकय।” \b \q1 \v 9 मन ह जम्मो चीजमन ले जादा धोखा देवइया अय \q2 अऊ येकर ईलाज नइं ए। \q2 येला कोन समझ सकथे? \b \q1 \v 10 “में यहोवा ह मन ला खोजथंव \q2 अऊ दिमाग ला जांचथंव, \q1 ताकि हर एक मनखे ला ओकर चालचलन के मुताबिक, \q2 अऊ ओकर काम के मुताबिक ईनाम देवंव।” \b \q1 \v 11 जइसने तीतर ह आने चिरई के देय गार ला सेथे \q2 वइसने ओमन होथें, जऊन मन अनियाय करके धन कमाथें। \q1 जब ओमन के आधा जिनगी खतम हो जाथे, त ओमन के धन ह ओमन ला छोंड़ देथे, \q2 अऊ आखिरी म ओमन मुरूख साबित होथें। \b \q1 \v 12 सुरू ले ऊपर उठाय गे एक महिमामय सिंघासन ह, \q2 हमर पबितर-स्थान के जगह अय। \q1 \v 13 हे यहोवा, तेंह इसरायल के आसा अस; \q2 जऊन मन तोला तियाग देथें, ओमन लज्जित होहीं। \q1 जऊन मन तोर ले मुहूं फेर लेथें, ओमन के नांव धुर्रा म लिखे जाही \q2 काबरकि ओमन ओ यहोवा ला तियाग दे हवंय, \q2 जऊन ह जीयत पानी के सोता अय। \b \q1 \v 14 हे यहोवा, मोला चंगा कर, त मेंह चंगा हो जाहूं; \q2 मोला बचा, त मेंह बच जाहूं, \q2 काबरकि मेंह सिरिप तोर ही महिमा करथंव। \q1 \v 15 ओमन मोला कहिते रहिथें, \q2 “यहोवा के बचन कहां हवय? \q2 ओह अभी पूरा होवय!” \q1 \v 16 तोर चरवाहा बने ले मेंह मुहूं नइं मोड़े हंव; \q2 तेंह जानत हस कि मेंह निरासा के दिन के ईछा नइं करे हंव। \q2 मोर मुहूं ले जऊन बात निकलथे, ओला तेंह जानत हस। \q1 \v 17 मोर बर एक आतंक झन बन; \q2 बिपत्ति के दिन म तेंह मोला सरन देवइया अस। \q1 \v 18 मोला सतानेवालामन लज्जित होवंय, \q2 पर मोला लज्जित होय ले बचा; \q1 मोला सतानेवालामन भयभीत होवंय, \q2 पर मोला भयभीत होय ले बचा। \q1 ओमन ऊपर दू गुना बिपत्ति लान; \q2 ओमन ला चकनाचूर कर दे। \s1 बिसराम दिन ला पबितर मनई \p \v 19 यहोवा ह मोला ये कहिस: “जा अऊ मनखेमन\f + \fr 17:19 \fr*\ft या \ft*\fqa सेना\fqa*\f* के प्रवेस बर जऊन दुवार हे, उहां ठाढ़ हो जा, जिहां ले यहूदा के राजामन भीतर-बाहिर आथें-जाथें; यरूसलेम के आने जम्मो दुवारमन करा घलो ठाढ़ हो जा, \v 20 अऊ ओमन ले कह, ‘हे यहूदा के राजामन अऊ जम्मो यहूदीमन अऊ यरूसलेम के जम्मो रहइयामन, जऊन मन ये दुवारमन ले आथव, यहोवा के बचन ला सुनव। \v 21 यहोवा ह ये कहत हे: सावधान रहव, बिसराम के दिन कोनो बोझा ला झन उठावव या कोनो बोझा यरूसलेम के दुवारमन ले झन लानव। \v 22 बिसराम के दिन अपन घर ले कोनो बोझा ला बाहिर झन लानव या कोनो काम झन करव, पर जइसने कि मेंह तुम्हर पुरखामन ला हुकूम देय रहेंव, बिसराम के दिन ला पबितर माने करव। \v 23 तभो ले ओमन नइं सुनिन या धियान नइं दीन; ओमन हठी रिहिन अऊ ताड़ना देय ले घलो बात ला नइं सुनिन या नइं मानिन। \v 24 पर यदि तुमन सावधानी से मोर बात ला मानव, यहोवा ह ये घोसना करत हे, अऊ बिसराम के दिन ये सहर के दुवारमन ले कोनो बोझा ला झन लानव, पर बिसराम के दिन ला कोनो काम नइं करे के दुवारा पबितर मानव, \v 25 तब ओ राजा, जऊन मन दाऊद के सिंघासन म बईठहीं, ओमन अपन करमचारीमन संग ये सहर के दुवारमन ले आहीं। ओमन अऊ ओमन के करमचारीमन रथ अऊ घोड़ामन म सवार होके आहीं, अऊ ओमन के संग यहूदा के मनखे अऊ यरूसलेम के रहइया मनखेमन घलो आहीं, अऊ ये यरूसलेम सहर म मनखेमन हमेसा बसे रहिहीं। \v 26 मनखेमन यहूदा के नगरमन ले अऊ यरूसलेम के आसपास के गांवमन ले, बिनयामीन के छेत्र अऊ पछिम के पहाड़ी छेत्र ले, पहाड़ी देस अऊ नेगेव\f + \fr 17:26 \fr*\ft या \ft*\fqa दक्खिनी यहूदा\fqa*\f* ले, होम-बलिदान अऊ बलिदान, अन्न-बलिदान अऊ लोहबान, अऊ धनबाद-बलिदान लेके यहोवा के घर म आहीं। \v 27 पर यदि तुमन मोर बात ला नइं मानहू अऊ बिसराम के दिन यरूसलेम के दुवारमन ले कोनो बोझा उठाके आय के दुवारा बिसराम के दिन ला अपबितर करहू, त फेर मेंह यरूसलेम के कपाटमन म अइसने आगी लगाहूं, जऊन ह नइं बुताही अऊ यरूसलेम के महलमन ला जलाके भसम कर दीही।’ ” \c 18 \s1 यरमियाह ह कुम्हार के घर म \p \v 1 यहोवा कोति ले ये बचन यरमियाह करा आईस: \v 2 “खाल्हे कुम्हार के घर म जा, अऊ उहां मेंह तोला अपन संदेस दूहूं।” \v 3 एकरसेति मेंह कुम्हार के घर गेंव, अऊ मेंह ओला चाक म काम करत देखेंव। \v 4 पर जऊन माटी के बरतन ओह बनावत रिहिस, ओह ओकर हांथ म बिगड़ गीस; त ओला जइसने बने लगिस, वइसने ओह ओ माटी ला आने बरतन के आकार दे दीस। \p \v 5 तब यहोवा के ये बचन मोर करा आईस। \v 6 ओह कहिस, “हे इसरायल के मनखेमन, जइसने ये कुम्हार ह करत हे, का मेंह घलो तुम्हर संग वइसने नइं कर सकत हंव?” यहोवा ह घोसना करत हे। “हे इसरायल, जइसने कुम्हार के हांथ म माटी हवय, वइसने तेंह घलो मोर हांथ म हस। \v 7 यदि कोनो भी समय, मेंह घोसना करथंव कि कोनो जाति या राज ला उखान दिये जावय, गिरा दिये जावय अऊ नास कर दिये जावय, \v 8 अऊ यदि ओ देस के मनखेमन पाप ले पछताप करथें, जेला मेंह चेतउनी दे रहेंव, तब मेंह धीरज धरहूं अऊ जऊन बिपत्ति मेंह ओमन ऊपर लाने के ठाने रहेंव, ओला नइं लानहूं, \v 9 अऊ यदि आने समय म, मेंह घोसना करथंव कि कोनो जाति या राज ला बनाय जावय अऊ जगाय जावय, \v 10 अऊ यदि ओ जाति मोर नजर म पाप करथे अऊ मोर बात ला नइं मानय, तब मेंह जऊन भलई करे के इरादा ओमन बर करे रहेंव, ओकर बारे म फेर बिचार करहूं। \p \v 11 “एकरसेति अब तें यहूदा अऊ यरूसलेम के मनखेमन ला कह, ‘यहोवा ह ये कहत हे: देखव! मेंह तुम्हर बर एक बिपत्ति तियार करत हंव अऊ तुम्हर बिरूध म एक योजना बनात हंव। एकरसेति तुमन ले हर एक जन अपन खराप चालचलन ले फिरव अऊ अपन चालचलन अऊ काममन ला सुधारव।’ \v 12 पर ओमन जबाब दीहीं, ‘अइसने नइं होवय। हमन अपन ही चालचलन म चलते रहिबो; हमन जम्मो अपन पापी हिरदय के जिद म बने रहिबो।’ ” \b \p \v 13 ये खातिर यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “जाति-जाति के मनखेमन ले पुछव: \q2 अइसने बात कोनो कभू सुने हवय? \q1 एक सबले खराप काम \q2 कुंवारी इसरायल\f + \fr 18:13 \fr*\ft याने कि \ft*\fqa इसरायल के मनखेमन\fqa*\f* ह करे हवय। \q1 \v 14 का लबानोन के बरफ ह \q2 कभू येकर पथरीला-ढालमन ले गायब होथे? \q1 दूरिहा के सोतमन ले येकर ठंडा पानी \q2 के बहना कभू बंद होथे? \q1 \v 15 तभो ले मोर मनखेमन मोला भुला गे हवंय; \q2 ओमन ओ बेकार के मूरतीमन बर धूप जलाथें, \q1 जऊन मन ओ पुराना जमाना के रसतामन म, \q2 ओमन के ठोकर के कारन बनथें। \q1 ओ मूरतीमन ओमन ला ओ आने रसतामन म चले बर मजबूर करथें, \q2 जऊन रसता ह बने नइं ए। \q1 \v 16 ओमन के देस ह निरजन हो जाही, \q2 अऊ ओकर ले हमेसा घिन करे जाही; \q1 ओ जम्मो, जऊन मन उहां ले होके जाहीं, ओमन डराहीं, \q2 अऊ अचम्भो करके अपन मुड़ ला हलाहीं। \q1 \v 17 पूरब के हवा सहीं, \q2 मेंह ओमन ला ओमन के बईरीमन के आघू म तितिर-बितिर कर दूहूं; \q1 ओमन के बिपत्ति के दिन म, \q2 मेंह ओमन ला अपन मुहूं नइं, पर अपन पीठ देखाहूं।” \p \v 18 तब मनखेमन एक-दूसर ला कहिन, “आवव, यरमियाह के बिरूध उपाय करन; काबरकि न तो पुरोहित के दुवारा कानून के सिकछा, न ही बुद्धिमान के सलाह, न ही अगमजानीमन ले बचन ह बंद होही। एकरसेति आवव, हमन अपन बात के दुवारा ओकर ऊपर हमला करन अऊ ओकर कोनो बात ऊपर धियान झन देवन।” \q1 \v 19 हे यहोवा, मोर बात ला सुन; \q2 मोर ऊपर दोस लगानेवालामन का कहत हें, ओला सुन! \q1 \v 20 का भलई के बदले बुरई करे जावय? \q2 तभो ले ओमन मोर बर खंचवा कोड़े हवंय। \q1 सुरता कर कि मेंह तोर आघू म ठाढ़ होके \q2 ओमन बर गोठियाय हंव \q2 ताकि तोर गुस्सा ह ओमन ऊपर ले उतर जावय। \q1 \v 21 एकरसेति ओमन के लइकामन ला अकाल ला देय दे; \q2 ओमन ला तलवार ले कटके मरे बर देय दे। \q1 ओमन के घरवालीमन बिगर लइका के रहंय अऊ बिधवा हो जावंय; \q2 ओमन के मनखेमन मर जावंय, \q2 ओमन के जवानमन लड़ई म तलवार ले मारे जावंय। \q1 \v 22 जब तें ओमन ऊपर अचानक हमला करइयामन ला लानबे, \q2 त ओमन के घरमन ले रोये के अवाज सुनई देवय, \q1 काबरकि ओमन मोला पकड़े बर एक खंचवा कोड़े हवंय \q2 अऊ मोला फंसाय बर फांदा लगाय हवंय। \q1 \v 23 पर हे यहोवा, ओमन मोला मार डारे बर \q2 जऊन उपायमन ला करे हवंय, ओ जम्मो ला तेंह जानत हस। \q1 ओमन के अपराध ला छेमा झन करबे \q2 या ओमन के पाप ला अपन नजर ले झन हटाबे। \q1 ओमन ला तोर आघू ले उखानके फटिक दिये जावय; \q2 अपन गुस्सा के बेरा म ओमन के लेखा ले। \c 19 \p \v 1 यहोवा ह ये कहत हे: “जा अऊ कुम्हार ले माटी के एक ठन सुराही बिसा ले। अपन संग म मनखेमन के अऊ पुरोहितमन के कुछू अगुवामन ला लेय ले \v 2 अऊ पोटसर्ड दुवार के लकठा म बेन-हिन्नोम के घाटी करा जा अऊ जऊन बचन मेंह तोला कहत हंव, ओकर परचार कर, \v 3 अऊ कह, ‘हे यहूदा के राजामन अऊ यरूसलेम के मनखेमन, यहोवा के बचन ला सुनव, सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर, ये कहत हे: सुनव! ये जगह म मेंह एक बिपत्ति लानेवाला हंव, जेला सुनके मनखेमन म सनसनी फईल जाही। \v 4 काबरकि ओमन मोला तियाग दे हवंय अऊ येला आने देवतामन के जगह बना दे हवंय; ओमन येमा ओ देवतामन बर धूप जलाय हवंय, जेला न तो ओमन, न ही ओमन के पुरखामन अऊ न ही यहूदा के राजामन कभू जानत रिहिन, अऊ ओमन ये जगह ला निरदोसमन के खून ले भर दे हवंय। \v 5 ओमन बाल देवता के ऊंचहा जगहमन ला बनाय हवंय, ताकि ओमन अपन लइकामन ला बाल देवता बर बलिदान के रूप म आगी म जलावंय—जेकर हुकूम मेंह नइं दे रहेंव या ओकर चरचा नइं करे रहेंव अऊ न ही ये बात मोर मन म कभू आईस। \v 6 एकरसेति यहोवा ह ये घोसना करत हे, सचेत रहव, ओ दिनमन आवत हें, जब मनखेमन ये जगह ला तोपेत या बेन-हिन्नोम के घाटी नइं कहिहीं, पर हतिया के घाटी कहिहीं। \p \v 7 “ ‘ये जगह म मेंह यहूदा अऊ यरूसलेम के योजनामन ला बेकार कर दूहूं। मेंह ओमन ला ओमन के बईरीमन के आघू म ओ मनखेमन के हांथ ले तलवार ले मरवाहूं, जऊन मन ओमन ला मार डारे चाहत हें, अऊ मेंह ओमन के लासमन ला जेवन के रूप म चिरई अऊ जंगली पसुमन ला दे दूहूं। \v 8 मेंह ये सहर ला बरबाद कर दूहूं अऊ येला डर अऊ ठट्ठा के चीज बना दूहूं; ओ जम्मो, जऊन मन इहां ले होके जाहीं, ओमन येकर बिपत्ति ला देखके डरहीं अऊ येकर हंसी उड़ाहीं। \v 9 मेंह ओमन ला ओमन के बेटा अऊ बेटीमन के मांस खवाहूं, अऊ ओमन एक-दूसर के मांस खाहीं, काबरकि ओमन के बईरीमन ओमन ला नास करे बर ओमन के बिरूध सैनिकमन के दुवारा घेराबंदी करवाहीं।’ \p \v 10 “तब तें ओ सुराही ला ओ मनखेमन के देखत म फोर देबे, जऊन मन तोर संग म जाहीं, \v 11 अऊ ओमन ले कहिबे, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: जइसने ये कुम्हार के सुराही अऊ येला फेर बनाय नइं जा सकय, वइसने मेंह ये देस अऊ ये सहर ला कुटा-कुटा कर दूहूं। तोपेत म ओमन अतेक मनखेमन ला माटी दीहीं कि उहां माटी देय बर अऊ जगह ही नइं बचही। \v 12 ये जगह के संग अऊ जऊन मन इहां रहिथें, ओमन के संग मेंह अइसने ही करहूं, यहोवा ह ये घोसना करत हे। मेंह ये सहर ला तोपेत के सहीं कर दूहूं। \v 13 यरूसलेम के घर अऊ यहूदा के राजामन के महलमन ला, ये जगह तोपेत के सहीं असुध करे जाही—ओ जम्मो घर जिहां मनखेमन छानी म अकास के जम्मो देवतामन बर धूप जलाय रिहिन अऊ आने देवतामन बर पेय-बलिदान देय रिहिन।’ ” \p \v 14 तब यरमियाह ह तोपेत ले लहुंटिस, जिहां यहोवा ह ओला अगमबानी करे बर पठोय रिहिस, अऊ यहोवा के मंदिर के अंगना म ठाढ़ हो गीस अऊ जम्मो मनखेमन ला कहिस, \v 15 “सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘सुनव! मेंह ये सहर अऊ येकर चारों कोति के जम्मो गांवमन म हर ओ बिपत्ति लानहूं, जेकर घोसना मेंह ओमन के बिरूध म करे हवंव, काबरकि ओमन हठी अंय अऊ मोर बचन ला नइं सुनंय।’ ” \c 20 \s1 यरमियाह अऊ पसहूर \p \v 1 इम्मेर के बेटा पसहूर पुरोहित ह यहोवा के मंदिर के परधान अधिकारी रिहिस, जब ओह यरमियाह ला ये अगमबानी करत सुनिस, \v 2 त पसहूर ह यरमियाह अगमजानी ला पीटवाईस अऊ ओकर गोड़ म बेड़ी लगाके ओला यहोवा के मंदिर म बिनयामीन के ऊपरी दुवार मेर रख दीस। \v 3 ओकर दूसर दिन, जब पसहूर ह यरमियाह ला बेड़ी म ले छोंड़िस, त यरमियाह ह ओला कहिस, “यहोवा ह तोर नांव पसहूर नइं, पर जम्मो कोति के आतंक रखे हे। \v 4 काबरकि यहोवा ह ये कहत हे: ‘मेंह तोला तोर बर अऊ तोर जम्मो संगवारीमन बर आतंक के कारन बनाहूं; तेंह खुद अपन आंखी ले देखबे कि ओमन ला ओमन के बईरीमन तलवार ले मार डारहीं। मेंह जम्मो यहूदीमन ला बेबिलोन के राजा के हांथ म कर दूहूं; ओह ओमन ला बंदी बनाके बेबिलोन ले जाही या ओमन ला तलवार ले मार डारही। \v 5 मेंह ये सहर यरूसलेम के जम्मो धन-संपत्ति ला ओमन के बईरीमन के हांथ म कर दूहूं—येकर जम्मो कमई, येकर जम्मो कीमती सामान अऊ यहूदा के राजामन के जम्मो खजाना। ओमन ये जम्मो चीज ला लूट लीहीं अऊ येमन ला बेबिलोन ले जाहीं। \v 6 अऊ हे पसहूर, तें अऊ, जऊन मन तोर घर म रहिथें, जम्मो के जम्मो बेबिलोन ला बंधुवई म चले जाहीं। तें अऊ तोर जम्मो संगवारी, जेमन ले तेंह झूठा अगमबानी करे हस, तुमन जम्मो के जम्मो उहां मरहू अऊ उहां तुमन ला माटी दिये जाही।’ ” \s1 यरमियाह के सिकायत \q1 \v 7 हे यहोवा, तेंह मोला धोखा दे हस,\f + \fr 20:7 \fr*\ft या \ft*\fqa मनाय हस\fqa*\f* अऊ मेंह धोखा खा गेंव;\f + \fr 20:7 \fr*\ft या \ft*\fqa मान गेंव\fqa*\f* \q2 तेंह मोला हराय अऊ मोर ऊपर जय पाय हस। \q1 दिन भर मोर हंसी उड़ाय जावत हे; \q2 जम्मो झन मोर ठट्ठा करत हें। \q1 \v 8 जब भी मेंह गोठियाथंव, \q2 मेंह चिचियाके हिंसा अऊ बिनास के घोसना करथंव। \q1 एकरसेति यहोवा के बचन ह दिन भर \q2 मोर ऊपर निन्दा अऊ कलंक लाने हवय। \q1 \v 9 पर यदि में कहंव, “मेंह ओकर बचन के चरचा नइं करंव \q2 या ओकर नांव म अऊ नइं गोठियावंव,” \q1 त ओकर बचन ह मोर हिरदय म एक आगी सहीं अय, \q2 अइसने आगी जऊन ह मोर हाड़ामन म बंद हवय। \q1 मेंह येला अपन म रोकत-रोकत थक गे हंव; \q2 वास्तव म, में अब येला रोक नइं सकंव। \q1 \v 10 मेंह बहुंत कानाफूसी के बात सुनत हंव, \q2 “हर तरफ आतंक! \q2 ओकर निन्दा करव! आवव, हमन ओकर निन्दा करन!” \q1 मोर जम्मो संगवारीमन ये कहत \q2 मोर ठोकर खाय के इंतजार करत हें, \q1 “सायद ओह धोखा खाही; \q2 तब हमन ओकर ऊपर जय पाबो \q2 अऊ ओकर ले अपन बदला लेबो।” \b \q1 \v 11 पर यहोवा ह मोर संग एक सक्तिसाली योद्धा सहीं हवय; \q2 एकरसेति मोला सतानेवालामन गिर जाहीं अऊ जय नइं पावंय। \q1 ओमन असफल होहीं अऊ बहुंत लज्जित होहीं; \q2 ओमन के अपमान ह कभू भुलाय नइं जाही। \q1 \v 12 हे सर्वसक्तिमान यहोवा, हे धरमीमन ला परखनेवाला \q2 अऊ हिरदय अऊ मन ला जांचनेवाला, \q1 ओमन ले जऊन बदला तेंह लेबे, ओला मोला देखन दे, \q2 काबरकि मेंह अपन मामला तोर ऊपर छोंड़ दे हंव। \b \q1 \v 13 यहोवा बर गावव! \q2 यहोवा के परसंसा करव! \q1 ओह जरूरतमंद मनखे के जिनगी ला \q2 दुस्टमन के हांथ ले बचाथे। \b \q1 \v 14 सरापित होवय ओ दिन, जऊन दिन मेंह जनमें! \q2 ओ दिन ह आसीसित झन होवय, जऊन दिन मोर दाई ह मोला जनम दीस! \q1 \v 15 सरापित होवय ओ मनखे, जऊन ह ये कहिके \q2 मोर ददा ला खुसी के खबर दीस, \q2 “तोर एक लइका जनमे हे—एक बेटा!” \q1 \v 16 ओ मनखे के दसा ह ओ नगर के सहीं होवय, \q2 जऊन ला यहोवा ह बिगर दया के नास कर दीस। \q1 ओला बिहनियां बिलाप करे के \q2 अऊ मंझनियां लड़ई के ललकार के अवाज सुनई देवय। \q1 \v 17 काबरकि ओह मोला गरभ ही म नइं मार डारिस, \q2 मोर दाई के गरभ ह मोर कबर सहीं होतिस, \q2 अऊ ओकर गरभ ह हमेसा बर फईले रहितिस। \q1 \v 18 मेंह काबर समस्या अऊ दुख देखे बर \q2 अऊ अपन जिनगी के दिनमन ला \q2 लज्जा म बिताय बर जनमेंव? \c 21 \s1 परमेसर ह सिदकियाह के बिनती ला अस्वीकार करथे \p \v 1 ये बचन यहोवा करा ले यरमियाह करा तब आईस, जब सिदकियाह राजा ह ओकर करा मलकियाह के बेटा पसहूर अऊ मासेयाह पुरोहित के बेटा सपनयाह ला पठोईस। ओमन कहिन: \v 2 “हमर बर यहोवा ले पुछ, काबरकि बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह हमर ऊपर हमला करत हवय। सायद यहोवा ह पहिले के सहीं हमर बर अचरज के काम करय अऊ नबूकदनेसर ह हमर करा ले चले जावय।” \p \v 3 पर यरमियाह ह ओमन ला जबाब दीस, “तुमन सिदकियाह ला कहव, \v 4 ‘यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: लड़ई के जऊन हथियार तुम्हर हांथ म हवय, जेकर उपयोग तुमन बेबिलोन के राजा अऊ सहर के दीवार के बाहिर घेरा डाले बेबिलोन के मनखेमन के बिरूध करत हव, ओही हथियारमन ला मेंह तुम्हर बिरूध करनेवाला हंव। अऊ मेंह ओ मनखेमन ला ये सहर के भीतर इकट्ठा करहूं। \v 5 मेंह खुद हांथ बढ़ाके अऊ सक्तिसाली ताकतवर भुजा ले भयंकर गुस्सा अऊ कोरोध म तुम्हर बिरूध लड़हूं। \v 6 मेंह ये सहर म रहइया जम्मो मनखे अऊ पसुमन ला मार डारहूं; ओमन एक भयंकर महामारी म मरहीं। \v 7 ओकर बाद, यहोवा ह घोसना करत हे, यहूदा के राजा सिदकियाह, ओकर करमचारीमन अऊ ओ मनखे, जऊन मन ये सहर म महामारी, तलवार अऊ अकाल ले बांच जाहीं, ओ जम्मो ला में बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर अऊ ओमन के बईरीमन के हांथ म कर दूहूं, जऊन मन कि ओमन ला मार डारे चाहत हें। ओह ओमन ला तलवार ले मार डारही; ओह ओमन ऊपर कोनो दया या किरपा या सहानुभूति नइं देखाही।’ \p \v 8 “मनखेमन ला ये घलो कह, ‘यहोवा ह ये कहत हे: देखव, मेंह तुम्हर आघू म जिनगी के रद्दा अऊ मिरतू के रद्दा घलो बतावत हंव। \v 9 जऊन कोनो भी ये सहर म रहिही, ओह तलवार, अकाल या महामारी ले मरही। पर जऊन कोनो भी जाके ओ बेबिलोन के रहइयामन करा समरपन कर दीही, जऊन मन कि तुमन ला घेरे हवंय, त ओकर परान ह बच जाही अऊ ओह जीयत रहिही। \v 10 मेंह ये सहर के भलई नइं पर हानि करे के ठान ले हंव, यहोवा ह घोसना करत हे। येला बेबिलोन के राजा के हांथ म कर दिये जाही, अऊ ओह येला आगी लगाके नास कर दीही।’ \p \v 11 “तभो ले यहूदा के राज-परिवार के मनखेमन ला कह, ‘यहोवा के बचन ला सुनव। \v 12 हे दाऊद के संतानमन, यहोवा ह तुमन ला ये कहत हे: \q1 “ ‘हर बिहनियां नियाय करव; \q2 जऊन ला लूटे गे हवय, ओला \q2 दुख देवइया के हांथ ले बचावव, \q1 नइं तो जऊन दुस्ट काम तुमन करे हवव, ओकर कारन \q2 मोर गुस्सा ह भड़कही अऊ आगी सहीं बरही— \q2 अइसने आगी, जऊन ला कोनो बुता नइं सकंय। \q1 \v 13 हे यरूसलेम के मनखेमन, जेमन ये घाटी के ऊपर \q2 चट्टान के पठार म रहिथव, \q2 मेंह तुम्हर बिरूध हंव, यहोवा ह घोसना करत हे— \q1 तुमन ये कहिथव, “हमर बिरूध कोन आ सकथे? \q2 हमर निवास के भीतर कोन जा सकथे?” \q1 \v 14 मेंह तुम्हर काम के मुताबिक तुमन ला सजा दूहूं, \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 मेंह तुम्हर जंगलमन म आगी लगा दूहूं \q2 जऊन ह तुम्हर चारों कोति के जम्मो चीज ला भसम कर दीही।’ ” \c 22 \s1 दुस्ट राजामन के बिरूध म दंड \p \v 1 यहोवा ह ये कहत हे: “खाल्हे म यहूदा के राजा के महल करा जा अऊ उहां ये संदेस के घोसना कर: \v 2 ‘दाऊद के सिंघासन म बईठनेवाला, हे यहूदा के राजा, तें, तोर करमचारी अऊ तोर मनखे, जऊन मन ये दुवारमन ले होके आथें, यहोवा के बचन ला सुनव। \v 3 यहोवा ह ये कहत हे: जऊन काम सही अऊ बने अय, ओला करव। जऊन ला लूट लिये गे हवय, ओला दुख देवइया के हांथ ले बचावव। कोनो परदेसी, अनाथ या बिधवा के बिरूध कोनो गलत काम या हिंसा झन करव, अऊ ये जगह म निरदोस के खून झन बहावव। \v 4 काबरकि यदि तुमन धियान से ये हुकूममन ला मानहू, त दाऊद के सिंघासन म बईठइया राजामन रथ अऊ घोड़ामन म सवार होके ये महल के दुवारमन म होके आहीं अऊ ओमन के करमचारी अऊ मनखेमन घलो ओमन के संग होहीं। \v 5 पर यदि तुमन ये हुकूममन ला नइं मानहू, त यहोवा ह घोसना करत हे, मेंह खुद के कसम खाके कहत हंव कि ये महल ह उजड़ जाही।’ ” \p \v 6 काबरकि यहोवा ह यहूदा के राजा के महल के बारे म ये कहत हे: \q1 “हालाकि तेंह मोर बर गिलाद देस सहीं, \q2 अऊ लबानोन के चोटी सहीं अस, \q1 पर मेंह तोला बंजर भुइयां सहीं, \q2 अऊ निरजन नगरमन सहीं कर दूहूं। \q1 \v 7 मेंह तोर बिरूध म नास करइयामन ला पठोहूं, \q2 ओमा के हर एक जन करा हथियार होही, \q1 अऊ ओमन तोर सुघर देवदार रूख के गोलामन ला काटहीं \q2 अऊ ओमन ला आगी म झोंक दीहीं। \p \v 8 “जाति-जाति के मनखेमन ये सहर म ले होके जाहीं अऊ एक-दूसर ले पुछहीं, ‘यहोवा ह ये महान सहर ला अइसने काबर कर दे हवय?’ \v 9 तब ओकर ये जबाब दिये जाही: ‘काबरकि ओमन यहोवा अपन परमेसर के करार ला टोर दे हवंय अऊ आने देवतामन के अराधना अऊ सेवा करे हवंय।’ ” \q1 \v 10 मरे राजा बर झन रोवव या ओकर मरे ले सोकित झन होवव; \q2 पर येकर बदले, ओकर बर फूट-फूटके रोवव, जऊन ह बंधुवई म चल दे हवय, \q1 काबरकि ओह फेर लहुंटके कभू नइं आही \q2 अऊ न ही अपन जनम भुइयां ला फेर देखही। \m \v 11 यहूदा के राजा योसियाह के बेटा सल्लूम, जऊन ह अपन ददा योसियाह के जगह म राजा बनिस अऊ ये जगह ले चल दे हवय, ओकर बारे म यहोवा ह ये कहत हे: “ओह फेर कभू लहुंटके नइं आही। \v 12 ओह ओ जगह म मरही, जिहां ओला कैदी बनाके ले गे हवंय; ओह ये देस ला फेर कभू देखन नइं पाही।” \q1 \v 13 “ओकर ऊपर हाय, जऊन ह अपन महल ला अधरम, \q2 अऊ अपन ऊपर के कमरामन ला अनियाय करके बनाथे, \q1 अऊ अपन खुद के मनखेमन ले बेगारी म काम कराथे, \q2 अऊ ओमन ला ओमन के बनी नइं देवय। \q1 \v 14 ओह कहिथे, ‘मेंह अपन बर एक बड़े महल बनाहूं, \q2 जेकर ऊपर म बड़े-बड़े कमरामन होहीं।’ \q1 एकरसेति ओह येमा बड़े-बड़े खिड़की लगाथे, \q2 अऊ येमा देवदार रूख के तखतामन ला लगाथे \q2 अऊ येला लाल रंग ले सजाथे। \b \q1 \v 15 “का तोर करा जादा से जादा देवदार के कठवा होवई ह \q2 तोला एक राजा बनाथे? \q1 का तोर ददा करा खाय-पीये के चीज नइं रिहिस? \q2 ओह धरम अऊ नियाय के काम करिस, \q2 एकरसेति ओह सुख से जिनगी बिताईस। \q1 \v 16 ओह गरीब अऊ दीन-हीन मनखेमन के बचाव करिस, \q2 एकरसेति ओकर संग जम्मो चीज सही होईस। \q1 का येह मोर गियान म रखे के बात नो हय?” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 \v 17 “पर तोर आंखी अऊ तोर मन ह \q2 सिरिप अधरम के कमई, \q1 निरदोसमन के खून बहई \q2 अऊ अतियाचार अऊ लूट-पाट करई म लगे रहिथे।” \m \v 18 एकरसेति योसियाह के बेटा यहूदा के राजा यहोयाकीम के बारे म यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “मनखेमन ओकर बर ये कहिके बिलाप नइं करहीं: \q2 ‘हाय, हे मोर भाई! हाय, हे मोर बहिनी!’ \q1 मनखेमन ओकर बर ये कहिके बिलाप नइं करहीं: \q2 ‘हाय, हे मोर मालिक! हाय, हे ओकर सोभा!’ \q1 \v 19 ओला एक गदहा के सहीं माटी दिये जाही— \q2 ओला यरूसलेम के दुवारमन के बाहिर \q2 घसीटके फटिक दिये जाही।” \b \q1 \v 20 “ऊपर लबानोन म जा अऊ रो, \q2 तोर अवाज ह बासान म सुनई देवय, \q1 अबारीम पहाड़ म जाके रो, \q2 काबरकि तोर जम्मो संगीमन नास हो गे हवंय। \q1 \v 21 तोर सुख के बेरा म, मेंह तोला चेताय रहेंव, \q2 पर तेंह कहय, ‘मेंह नइं सुनंव!’ \q1 तोर जवानी के समय ले तोर चालचलन अइसनेच हवय; \q2 तेंह मोर बात नइं माने हस। \q1 \v 22 हवा ह तोर जम्मो चरवाहामन ला उड़ाके ले जाही, \q2 अऊ तोर संगीमन बंधुवई म चल दीहीं। \q1 तब तेंह अपन जम्मो दुस्ट काम के कारन \q2 लज्जित अऊ अपमानित होबे। \q1 \v 23 तें, जऊन ह लबानोन\f + \fr 22:23 \fr*\ft यरूसलेम के महल (see \+xt 1 राजा 7:2\+xt*)\ft*\f* म रहिथस, \q2 जेमन देवदार के भवनमन म रहिथव, \q1 जब तोर ऊपर दुख आही, \q2 लइका जनमे के सहीं पीरा होही, त तेंह कइसने कराहबे!” \p \v 24 यहोवा ह ये घोसना करत हे, “मोर जिनगी के कसम, हे यहूदा के राजा, यहोयाकीम के बेटा यहोयाकीन! चाहे यदि तेंह मोर जेवनी हांथ के मुहरवाला मुंदरी घलो होते, तभो ले मेंह तोला उतारके फटिक देतेंव। \v 25 जऊन मन तोला मार डारे चाहत हें, मेंह तोला ओमन के हांथ म कर दूहूं, जेमन ले तेंह डरथस—याने कि बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर अऊ बेबिलोन के रहइयामन के हांथ म कर दूहूं। \v 26 मेंह तोला अऊ तोला जनम देवइया दाई ला एक आने देस म फटिक दूहूं, जिहां न तो तें जनमे रहय अऊ न ही तोर दाई, अऊ उहां तुमन दूनों मर जाहू। \v 27 जऊन देस म तुमन लहुंटे के ईछा करत हव, ओ देस म तुमन कभू लहुंटे नइं पाहू।” \q1 \v 28 का ये मनखे यहोयाकीन ह एक तुछ, टूटहा बरतन अय, \q2 एक अइसने चीज, जेला कोनो पसंद नइं करंय? \q1 ओ अऊ ओकर लइकामन, काबर एक अइसने देस म \q2 फटिक दिये जाहीं, जेला ओमन नइं जानंय? \q1 \v 29 हे देस के मनखे, देस के मनखे, देस के मनखे, \q2 यहोवा के बचन ला सुनव! \q1 \v 30 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “ये मनखे ला एक निरबंस के रूप म लिखव, \q2 एक अइसने मनखे, जऊन ह अपन जिनगी भर उन्नति नइं करही, \q1 काबरकि ओकर कोनो भी संतान उन्नति नइं करहीं, \q2 ओकर कोनो भी संतान दाऊद के सिंघासन म नइं बईठहीं \q2 या कभू यहूदा म राज नइं करहीं।” \c 23 \s1 धरमी डंगाली \p \v 1 “ओ चरवाहामन\f + \fr 23:1 \fr*\ft संभवतः इसरायल के अगुवामन\ft*\f* ऊपर हाय, जऊन मन मोर चराई के भेड़मन ला नास करत हें अऊ तितिर-बितिर करत हें!” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \v 2 एकरसेति यहोवा, इसरायल के परमेसर ह मोर मनखेमन के देखरेख करइया चरवाहामन ला ये कहत हे: “तुमन मोर झुंड ला तितिर-बितिर कर दे हव अऊ ओमन ला भगा दे हव अऊ ओमन के देखरेख नइं करे हव, एकरसेति तुम्हर दुस्ट काम के कारन, मेंह तुमन ला सजा दूहूं,” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \v 3 “ओ जम्मो देस, जिहां मेंह अपन झुंड ला भगा दे रहेंव, ओ देसमन ले मेंह खुद ओमन के बांचे भाग ला इकट्ठा करहूं अऊ ओमन ला ओमन के चराई म वापिस लानहूं, जिहां ओमन फूलहीं-फरहीं अऊ गनती म बढ़हीं। \v 4 मेंह ओमन बर चरवाहामन ला ठहिराहूं, जेमन ओमन के देखरेख करहीं अऊ ओमन न तो फेर डरहीं या भय खाहीं अऊ न ही ओमा ले कोनो गंवाही,” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 \v 5 “ओ दिनमन आवत हें,” यहोवा ह घोसना करत हे, \q2 “जब मेंह दाऊद बर एक धरमी मनखे ला बढ़ाहूं, \q1 ओह एक राजा होही, जऊन ह बुद्धिमानी से राज करही \q2 अऊ देस म नियाय अऊ धरम के काम ला करही। \q1 \v 6 ओकर दिनमन म यहूदा के मनखेमन ला बंचाय जाही \q2 अऊ इसरायली मनखेमन सुरकछित बसे रहिहीं। \q1 ओला ये नांव के दुवारा पुकारे जाही: \q2 यहोवा हमर धरमी उद्धारकर्ता। \b \m \v 7 “एकरसेति देखव, ओ दिनमन आवत हें,” यहोवा ह घोसना करत हे, “जब मनखेमन फेर नइं कहिहीं, ‘यहोवा के जिनगी के कसम, जऊन ह इसरायलीमन ला मिसर देस ले निकाल लानिस,’ \v 8 पर ओमन ये कहिहीं, ‘यहोवा के जिनगी के कसम, जऊन ह उत्तर के देस ले अऊ ओ जम्मो देस ले इसरायल के संतानमन ला ले आईस, जिहां ओमन ला भगा दे रिहिस।’ तब ओमन अपन खुद के देस म रहिहीं।” \s1 लबरा अगमजानीमन \p \v 9 अगमजानीमन के बारे म: \q1 मोर हिरदय ह मोर भीतरे-भीतर टूटत हे; \q2 मोर जम्मो हाड़ामन कांपत हें। \q1 मेंह एक मतवार मनखे सहीं अंव, \q2 एक बलवान मनखे सहीं, जेकर ऊपर मंद के नसा छा गे हवय। \q1 एकर कारन ए यहोवा \q2 अऊ ओकर पबितर बचन। \q1 \v 10 ये देस ह बेभिचारीमन ले भरे हवय; \q2 सराप पड़े के कारन,\f + \fr 23:10 \fr*\ft या \ft*\fqa ये चीजमन के कारन\fqa*\f* ये देस ह सूखा पड़े हे \q2 अऊ सुन्ना जगह के चराईमन सूख गे हवंय। \q1 अगमजानीमन दुस्टता के जिनगी जीयथें \q2 अऊ अपन ताकत के उपयोग अनियाय के काम म करत हें। \b \q1 \v 11 “अगमजानी अऊ पुरोहित दूनों परमेसर ला छोंड़ दे हवंय; \q2 अऊ त अऊ मेंह अपन मंदिर म ओमन के दुस्टता ला देखथंव,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 12 “ये खातिर ओमन के रसता म फिसलन होही; \q2 ओमन ला अंधियार म डाल दिये जाही \q2 अऊ उहां ओमन गिरहीं। \q1 जऊन बछर ओमन ला सजा दिये जाही \q2 ओ बछर, मेंह ओमन ऊपर बिपत्ति लानहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 13 “सामरिया के अगमजानीमन के बीच म \q2 मेंह ये खराप चीज देखेंव: \q1 ओमन बाल देवता के नांव म अगमबानी करिन \q2 अऊ मोर इसरायली मनखेमन ला डहार ले भटका दीन। \q1 \v 14 अऊ यरूसलेम के अगमजानीमन के बीच म \q2 मेंह कुछू भयंकर चीज देखे हंव: \q2 ओमन बेभिचार करथें अऊ पाखंडी जिनगी जीथें। \q1 ओमन दुस्टमन के हांथ ला मजबूत करथें, \q2 जेकर कारन ओमा के एको जन भी अपन दुस्टता ला नइं छोंड़य। \q1 ओमन मोर बर सदोम के मनखे सहीं अंय; \q2 अऊ यरूसलेम के मनखेमन अमोरा के मनखेमन सहीं अंय।”\f + \fr 23:14 \fr*\ft (देखव \+xt उत 19:24‑25\+xt*)\ft*\f* \p \v 15 ये खातिर सर्वसक्तिमान यहोवा ह अगमजानीमन के बारे म ये कहत हे: \q1 “मेंह ओमन ला करू जेवन खवाहूं \q2 अऊ जहरवाला पानी पीयाहूं, \q1 काबरकि यरूसलेम के अगमजानीमन ले \q2 अभक्ति ह जम्मो देस म फईल गे हवय।” \p \v 16 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “अगमजानीमन तुमन ले जऊन अगमबानी करत हें, ओला झन सुनव; \q2 ओमन तुमन ला लबारी के बात ले भर दीहीं। \q1 ओमन यहोवा के मुहूं ले नइं, \q2 पर अपन ही मन से दरसन के बात ला गोठियाथें। \q1 \v 17 जऊन मनखेमन मोला तुछ समझथें, ओमन ला येमन कहत रहिथें, \q2 ‘यहोवा ह कहत हे: तुमन ला सांति मिलही।’ \q1 अऊ ओ जम्मो, जऊन मन अपन हठी मन के मुताबिक चलथें \q2 ओमन ला येमन कहिथें, ‘तुम्हर कोनो हानि नइं होवय।’ \q1 \v 18 पर येमा के कोन ह यहोवा के बचन ला देखे या सुने बर \q2 ओकर सभा म ठाढ़ होय हवय? \q2 कोन ह ओकर बचन ला सुने अऊ धियान दे हवय? \q1 \v 19 देखव, यहोवा के आंधी ह \q2 कोरोध म फट जाही, \q1 एक बवंडर ह दुस्टमन के मुड़ ऊपर \q2 घुमत आवत हे। \q1 \v 20 जब तक यहोवा ह \q2 अपन हिरदय के उदेस्य ला पूरा नइं कर लीही, \q2 तब तक ओकर गुस्सा ह सांत नइं होवय। \q1 अवइया दिनमन म \q2 तेंह ये बात ला साफ-साफ समझबे। \q1 \v 21 मेंह ये अगमजानीमन ला नइं पठोय हंव, \q2 तभो ले ओमन अपन संदेस बताय बर दऊड़त गे हवंय; \q1 मेंह ओमन ले नइं गोठियाय हंव, \q2 तभो ले ओमन अगमबानी करे हवंय। \q1 \v 22 पर यदि ओमन मोर सिकछा म चले होतिन, \q2 त ओमन मोर मनखेमन ला मोर बचन सुनाय रहितिन \q1 अऊ मोर मनखेमन ला ओमन के खराप चालचलन \q2 अऊ ओमन के दुस्ट काममन ले बंचा ले होतिन। \b \q1 \v 23 “का मेंह सिरिप लकठा रहे म ही परमेसर अंव,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे, \q2 “अऊ दूरिहा रहे म परमेसर नो हंव? \q1 \v 24 गुपत जगह म कोन ह छुप सकथे \q2 कि मेंह ओला नइं देख सकंव?” \q2 यहोवा ह ये घोसना करत हे। \q1 “का मेंह स्वरग अऊ धरती ला भरा-पूरा नइं रखंव?” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \p \v 25 “मेंह अगमजानीमन के गोठ ला सुने हंव, जऊन मन मोर नांव म ये कहिके लबारी अगमबानी करथें, ‘मेंह एक सपना देखे हंव! मेंह एक सपना देखे हंव!’ \v 26 ये लबरा अगमजानीमन अपन ही मन के भरम ला अगमबानी करके कहिथें; येमन के मन म येह कब तक चलत रहिही? \v 27 ओमन सोचथें कि ओमन जऊन सपना के बात एक-दूसर ला बताथें, ओला सुनके मोर मनखेमन मोर नांव ला भुला जाहीं, जइसने कि ओमन के पुरखामन बाल देवता के अराधना करके मोर नांव ला भुला गे रिहिन। \v 28 जऊन अगमजानी ह सपना देखे हवय, ओह अपन सपना ला बतावय, पर जेकर करा मोर बचन हवय, ओह ओ बचन ला ईमानदारी से सुनावय। काबरकि भूंसा अऊ अनाज के दाना के का मेल?” यहोवा ह ये घोसना करत हे। \v 29 “का मोर बचन ह आगी सहीं नो हय,” यहोवा ह घोसना करत हे, “अऊ का ओह हथौड़ा सहीं नो हय, जऊन ह चट्टान ला कुटा-कुटा कर देथे? \p \v 30 “एकरसेति” यहोवा ह घोसना करत हे, “मेंह ओ अगमजानीमन के बिरूध हंव, जऊन मन मोर बचन समझके एक-दूसर के बचन ला चोरा लेथें।” \v 31 यहोवा ह घोसना करत हे, “हव, मेंह ओ अगमजानीमन के बिरूध हंव, जऊन मन अपन खुद के बात कहिथें अऊ तभो ले ये बताथें, ‘यहोवा ह घोसना करत हे।’ \v 32 सच म, मेंह ओमन के बिरूध हंव, जऊन मन झूठा सपना के अगमबानी करथें,” यहोवा ह ये घोसना करत हे। “मेंह ओमन ला न तो पठोय हंव अऊ न ही ठहिराय हंव, तभो ले ओमन मोर मनखेमन के आघू म अगमबानी करथें अऊ बेकार के अपन लबारी बात ले मोर मनखेमन ला भरमाथें। ओमन ले मोर मनखेमन ला कोनो फायदा नइं होवय,” यहोवा ह घोसना करत हे। \s1 लबरा अगमबानी \p \v 33 “जब ये मनखे, या कोनो अगमजानी या कोनो पुरोहित तुम्हर ले पुछथे, ‘यहोवा ले का संदेस मिले हवय?’ त ओमन ला कह, ‘का संदेस?’ यहोवा ह ये घोसना करत हे, ‘मेंह तुमन ला तियाग दूहूं।’ \v 34 यदि कोनो अगमजानी या कोनो पुरोहित या कोनो अऊ दावा करथे, ‘यहोवा ले ये संदेस आय हवय,’ त मेंह ओमन ला अऊ ओमन के घराना ला सजा दूहूं। \v 35 तुमन ले हर एक जन अपन संगी अऊ आने इसरायलीमन ले ये बात कहिते रहिथे: ‘यहोवा ह का जबाब दे हवय?’ या ‘यहोवा ह का कहे हवय?’ \v 36 पर तुमन ये झन कहव ‘यहोवा करा ले आय एक संदेस,’ काबरकि हर एक के बचन ह ओकर खुद के संदेस होथे। ये किसम ले तुमन जीयत परमेसर, यहोवा, हमर सर्वसक्तिमान परमेसर के बचन ला तोड़-मरोड़ के कहिथव। \v 37 तुमन अगमजानी ले अइसने पुछत रहव: ‘यहोवा ह तोला का जबाब दे हवय?’ या ‘यहोवा ह का कहे हवय?’ \v 38 हालाकि तुमन दावा करथव, ‘यहोवा ले ये संदेस आय हवय,’ यहोवा ह ये कहत हे: तुमन ये बचनमन के उपयोग करेव, ‘यहोवा ले ये संदेस आय हवय,’ हालाकि मेंह तुमन ला कहे हंव कि तुमन अइसने दावा झन करव, ‘यहोवा ले ये संदेस आय हवय।’ \v 39 एकरसेति, मेंह ये सहर सहित तुमन ला बिलकुल ही भुला जाहूं अऊ अपन आघू ले निकाल दूहूं, जेला कि मेंह तुमन अऊ तुम्हर पुरखामन ला देय हंव। \v 40 मेंह तुम्हर ऊपर कभू खतम न होनेवाला कलंक लानहूं—कभू खतम न होनेवाला लज्जा, जेला कभू भुलाय नइं जाही।” \c 24 \s1 अंजीर फर के दू ठन टुकना \p \v 1 जब बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह यहोयाकीम के बेटा, यहूदा के राजा यहोयाकीन\f + \fr 24:1 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa यकुन्याह, \fqa*\ft जऊन ह \ft*\fq यहोयाकीन \fq*\ft के एक आने नांव ए\ft*\f* ला अऊ यहूदा के करमचारी, कुसल बनिहार अऊ कारीगरमन ला यरूसलेम ले बेबिलोन बंधुवई म ले गीस, त ओकर बाद यहोवा ह मोला ओकर मंदिर के आघू म रखे अंजीर फर ले भरे दू ठन टुकना देखाईस। \v 2 एक टुकना म तो पहिले से पके बने अंजीर रहय; पर दूसर टुकना म बहुंत खराप अंजीर रहय, अतेक खराप कि ओमन खाय के लईक नइं रिहिन। \p \v 3 तब यहोवा ह मोर ले पुछिस, “हे यरमियाह, तोला का दिखत हे?” \p मेंह जबाब देंव, “अंजीर, बने अंजीरमन बहुंत बढ़िया हवंय, पर खराप अंजीरमन अतेक खराप कि ओमन ला खाय नइं जा सकय।” \p \v 4 तब यहोवा के ये बचन मोर करा आईस: \v 5 “यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘ये बने अंजीरमन सहीं, मेंह यहूदा ले बंधुवई म गय ओ मनखेमन ला बने समझथंव, जेमन ला मेंह ये जगह ले बेबिलोन देस पठोय हंव। \v 6 मेंह देखहूं कि ओमन के भलई होवय, अऊ ओमन ला ये देस म वापिस ले आहूं। मेंह ओमन ला बढ़ाहूं अऊ ओमन ला नास नइं करहूं; मेंह ओमन ला लगाहूं अऊ ओमन ला नइं उखानहूं। \v 7 मेंह ओमन के मन ला अइसने कर दूहूं कि ओमन मोला जानहीं कि मेंह यहोवा अंव। ओमन मोर मनखे होहीं अऊ मेंह ओमन के परमेसर होहूं, काबरकि ओमन मोर करा अपन पूरा मन ले लहुंटहीं। \p \v 8 “ ‘पर यहोवा ह कहत हे, ओ खराप अंजीरमन सहीं, जेमन अतेक खराप हवंय कि खाय नइं जा सकंय, मेंह यहूदा के राजा सिदकियाह, ओकर करमचारी अऊ यरूसलेम के बांचे मनखेमन ले बरताव करहूं, चाहे ओमन ये देस म रहंय या मिसर देस म रहंय। \v 9 जिहां भी मेंह ओमन ला भगाहूं, उहां ओमन ला घिनित अऊ धरती के जम्मो राज बर अप्रिय, एक अपमान अऊ एक कहावत, एक सराप अऊ हंसी के एक चीज बना दूहूं। \v 10 जऊन देस मेंह ओमन ला अऊ ओमन के पुरखामन ला देय हंव, जब तक ओमन ओ देस ले नास नइं हो जाहीं, तब तक मेंह ओमन के बिरूध तलवार चलाहूं, अऊ ओमन ऊपर अकाल अऊ महामारी लानहूं।’ ” \c 25 \s1 सत्तर साल के बंधुवई \p \v 1 योसियाह के बेटा यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज के चौथा साल म, जऊन ह बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के राज के पहिला साल रिहिस, यहोवा के जऊन बचन यरमियाह अगमजानी करा आईस, \v 2 ओला यरमियाह अगमजानी ह यहूदा के जम्मो मनखे अऊ यरूसलेम म रहइया जम्मो मनखे ला बताईस: \v 3 आमोन के बेटा यहूदा के राजा योसियाह के राज के तेरहवां साल ले लेके आज तक—याने कि तेईस साल ले यहोवा के बचन ह मोर करा आय हवय अऊ मेंह ओ बचन तुमन ला बार-बार बताय हंव, पर तुमन नइं सुनेव। \p \v 4 अऊ हालाकि यहोवा ह तुम्हर करा अपन जम्मो सेवक अगमजानीमन ला बार-बार पठोय हवय, पर तुमन ओमन के नइं सुनेव या कोनो धियान नइं दे हव। \v 5 ओमन कहिन, “तुमन ले हर एक जन अपन खराप चालचलन अऊ अपन दुस्ट काममन ला छोंड़व, तब तुमन ये देस म रह सकत हव, जेला कि यहोवा ह तुमन ला अऊ तुम्हर पुरखामन ला सदाकाल बर देय हवय। \v 6 आने देवतामन के सेवा अऊ अराधना करे बर ओमन के पाछू झन जावव; अऊ अपन हांथ के बनाय चीजमन के दुवारा मोर गुस्सा ला झन भड़कावव। तब मेंह तुम्हर कुछू हानि नइं करहूं।” \p \v 7 यहोवा ह घोसना करत हे, “पर तुमन मोर बात ला नइं सुनेव, अऊ अपन हांथ के बनाय चीजमन के दुवारा मोर गुस्सा ला भड़काय हव, अऊ तुमन अपन हानि करे हव।” \p \v 8 एकरसेति सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: “काबरकि तुमन मोर बचन ला नइं सुनेव, \v 9 मेंह उत्तर दिग के जम्मो मनखे अऊ अपन सेवक बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ला बुलवाहूं,” यहोवा ह घोसना करत हे, “अऊ मेंह ओमन ला ये देस अऊ येमा रहइया मनखे अऊ येकर आसपास के जम्मो जाति के मनखेमन के बिरूध म लानहूं। मेंह ओमन के सतियानास करके ओमन ला आतंक अऊ हंसी के चीज बना दूहूं, अऊ सदाकाल बर उजाड़ दूहूं। \v 10 मेंह ओमन के खुसी अऊ आनंद के अवाज, दूल्हा अऊ दुलहिन के अवाज, चक्की के अवाज ला छीन लूहूं अऊ ओमन के दीया के अंजोर ला घलो छीन लूहूं। \v 11 ये जम्मो देस उजाड़ अऊ बेकार हो जाही, अऊ ये जाति के मनखे अऊ आसपास के जाति के मनखेमन सत्तर साल तक बेबिलोन के राजा के सेवा करहीं। \p \v 12 “पर जब सत्तर साल पूरा हो जाही, तब मेंह बेबिलोन के राजा अऊ ओकर देस अऊ उहां रहइया मनखेमन ला ओमन के अपराध के सजा दूहूं,” यहोवा ह घोसना करत हे, “अऊ ओ देस ला सदाकाल बर उजाड़ दूहूं। \v 13 मेंह ओ देस ऊपर ओ जम्मो चीज ला लानहूं, जेला मेंह ओकर बिरूध म कहे हवंव, ओ जम्मो बात, जऊन ह ये किताब म लिखे हवय अऊ यरमियाह के दुवारा जम्मो जातिमन के बिरूध अगमबानी करे गे हवय। \v 14 बेबिलोनीमन खुद कतको जाति के मनखे अऊ बड़े राजामन के गुलामी करहीं; मेंह ओमन के बरताव अऊ ओमन के हांथ के काम के मुताबिक ओमन ले बदला लूहूं।” \s1 परमेसर के कोरोध के कटोरा \p \v 15 यहोवा, इसरायल के परमेसर ह मोर ले ये कहिस: “मोर कोरोध के मंद ले भरे ये कटोरा ला मोर हांथ ले लेय ले अऊ ओ जम्मो जाति के मनखेमन ला येला पीया, जेमन करा मेंह तोला पठोवत हंव। \v 16 जब ओमन ओला पीहीं, त ओ तलवार के कारन, जेला मेंह ओमन के बीच म पठोहूं, ओमन लड़खड़ाहीं अऊ पागल हो जाहीं।” \v 17 एकरसेति मेंह यहोवा के हांथ ले ओ कटोरा ला लेंव अऊ जम्मो जाति के मनखेमन ला पीया देंव, जेमन करा यहोवा ह मोला पठोईस: \b \li1 \v 18 यरूसलेम अऊ यहूदा के नगरमन ला, येकर राजामन अऊ अधिकारीमन ला पीयांय, ताकि ओमन उजड़ जावंय अऊ ओमन आतंक अऊ हंसी के चीज बन जावंय, अऊ ओमन सरापित हो जावंय—जइसने कि ओमन आज तक हवंय; \li1 \v 19 फिरौन मिसर देस के राजा, ओकर सेवक, ओकर अधिकारी अऊ ओकर जम्मो मनखेमन, \v 20 अऊ उहां के जम्मो परदेसी मनखेमन ला; \li1 ऊज देस के जम्मो राजामन ला; \li1 पलिस्तीमन के जम्मो राजामन ला (अस्कलोन, गाजा, एकरोन के राजामन अऊ असदोद म बचे मनखेमन); \li1 \v 21 एदोमी, मोआबी अऊ अमोनीमन ला; \li1 \v 22 सूर अऊ सीदोन के जम्मो राजामन ला; \li1 समुंदर के पार समुंदर तीर के राजामन ला; \li1 \v 23 ददानी, तेमाई, बूजीमन अऊ ओ जम्मो ला, जऊन मन दूरिहा जगह म रिहिन\f + \fr 25:23 \fr*\ft या \ft*\fqa जऊन मन अपन माथा के बाल ला कतर लेथें\fqa*\f*; \li1 \v 24 अरब के जम्मो राजामन अऊ सुन्ना जगह म रहइया परदेसी मनखेमन के जम्मो राजामन ला; \li1 \v 25 जिमरी, एलाम अऊ मादै के जम्मो राजामन ला; \li1 \v 26 अऊ उत्तर दिग के जम्मो राजामन ला, का लकठा अऊ का दूरिहा, एक के बाद एक—धरती के ऊपर जम्मो राज के मनखेमन ला पीया देंव। \li1 अऊ ये जम्मो के बाद, सेसक के राजा घलो येला पीही। \b \p \v 27 “तब ओमन ला कह, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: पीयव, मतवार हो जावव अऊ उछर डारव, अऊ अइसने गिरव कि फेर कभू झन उठव, काबरकि मेंह तुम्हर बीच म तलवार चलाहूं।’ \v 28 पर यदि ओमन तोर हांथ ले ये कटोरा लेके पीये ले इनकार करहीं, त ओमन ला कह, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: तुमन ला पीना जरूरी अय! \v 29 देखव, जऊन सहर\f + \fr 25:29 \fr*\ft या \ft*\fqa यरूसलेम\fqa*\f* ह मोर नांव ले जाने जाथे, ओ सहर म, मेंह बिपत्ति लाने के सुरू करत हंव, त का तुमन सचमुच सजा ले बच जाहू? तुमन सजा ले नइं बचव, काबरकि मेंह धरती म रहइया जम्मो के ऊपर तलवार चलानेवाला हंव, सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे।’ \p \v 30 “अब ये जम्मो बात के अगमबानी ओमन के बिरूध म कर अऊ ओमन ला कह: \q1 “ ‘यहोवा ह ऊंच जगह ले गरजही; \q2 ओह अपन पबितर निवास ले अपन बात ला कहिही \q2 अऊ अपन भुइयां के बिरूध जोर से गरजही। \q1 ओह ओमन सहीं चिचियाही, जेमन अंगूर ला गोड़ ले रऊंदथें, \q2 ओह धरती ऊपर रहइया जम्मो मनखेमन के बिरूध चिचियाही। \q1 \v 31 कोलाहल के अवाज धरती के छोर तक सुनई दीही, \q2 काबरकि यहोवा ह जम्मो जाति के मनखेमन के बिरूध दोस लगाही; \q1 ओह जम्मो मनखेमन के नियाय करही \q2 अऊ दुस्ट मनखेमन ला तलवार ले मारही।’ ” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \p \v 32 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “देखव! बिपत्ति ह \q2 एक जात ले दूसर जात म फईलत हे; \q1 एक भयंकर तूफान ह \q2 धरती के छोर ले उठत हे।” \m \v 33 ओ बेरा, हर एक जगह म मनखेमन यहोवा के दुवारा मारे जाहीं—धरती के एक छोर ले लेके दूसर छोर तक। ओमन बर कोनो बिलाप नइं करहीं, अऊ न ही ओमन के लास ला संकेले जाही अऊ न ही माटी दिये जाही, पर ओमन के लासमन भुइयां म खातू सहीं पड़े रहिहीं। \q1 \v 34 हे चरवाहामन, रोवव अऊ बिलाप करव; \q2 हे झुंड के अगुवामन, धुर्रा म लोटव। \q1 काबरकि तुम्हर कतल होय के बेरा ह आ गे हवय; \q2 जइसने सुघर बरतनमन गिरके टूट जाथें, वइसने तुमन गिरके टूट जाहू। \q1 \v 35 चरवाहामन ला भागे के कोनो जगह नइं मिलही, \q2 झुंड के अगुवामन बर बचके जाय बर कोनो जगह नइं होही। \q1 \v 36 चरवाहामन के रोवई, \q2 अऊ झुंड के अगुवामन के बिलाप करई ला सुनव, \q2 काबरकि यहोवा ह ओमन के चराई के जगह ला नास करत हे। \q1 \v 37 यहोवा के भयंकर कोरोध के कारन \q2 सांत चराई के जगह ह बेकार हो जाही। \q1 \v 38 एक सेर के सहीं यहोवा ह अपन मांद ला छोंड़ दीही, \q2 अतियाचार करइया के तलवार के कारन \q1 अऊ यहोवा के भयंकर कोरोध के कारन \q2 ओमन के देस ह उजड़ जाही। \c 26 \s1 यरमियाह ला मार डारे के धमकी मिलथे \p \v 1 योसियाह के बेटा यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज के सुरू म, यहोवा ले ये बचन आईस: \v 2 “यहोवा ह ये कहत हे: यहोवा के घर के अंगना म ठाढ़ हो अऊ यहूदा के नगरमन के ओ जम्मो मनखे, जऊन मन यहोवा के घर म अराधना करे बर आथें, ओमन ला कह। ओमन ला ओ बात कह, जेकर हुकूम मेंह तोला देवत हंव; एको ठन बात ला घलो झन छोंड़बे। \v 3 सायद ओमन तोर बात ला सुनंय अऊ हर एक जन अपन दुस्ट चालचलन ला छोंड़ दे। तब मेंह सांत होहूं अऊ ओमन ऊपर ओ बिपत्ति नइं लानहूं, जेकर योजना मेंह ओमन के दुस्ट काममन के कारन बनात रहेंव। \v 4 ओमन ला कह, ‘यहोवा ह ये कहत हे: यदि तुमन मोर बात ला नइं सुनहू अऊ मोर कानून म नइं चलहू, जेला मेंह तुम्हर आघू म रखे हवंव, \v 5 अऊ यदि तुमन मोर ओ सेवक अगमजानीमन के बचन ला नइं सुनहू, जेमन ला मेंह तुम्हर करा बार-बार पठोय हंव (हालाकि तुमन नइं सुने हव), \v 6 त फेर मेंह ये घर ला सीलो नगर के सहीं उजाड़ दूहूं अऊ ये सहर ला धरती के जम्मो जाति के मनखेमन के बीच म सरापित कर दूहूं।’ ” \p \v 7 जब यरमियाह ह यहोवा के घर म ये बातमन ला कहिस, त पुरोहित, अगमजानी अऊ जम्मो मनखेमन सुनिन। \v 8 जब यरमियाह ह मनखेमन ला ओ जम्मो बात बता चुकिस, जेला कहे के हुकूम यहोवा ह ओला देय रिहिस, ओकर बाद तुरते पुरोहित, अगमजानी अऊ जम्मो मनखेमन ओला पकड़ लीन अऊ कहिन, “तोर मरना जरूरी अय! \v 9 तेंह काबर यहोवा के नांव म ये अगमबानी करत हस कि ये घर ह सीलो के सहीं हो जाही अऊ ये सहर ह उजड़ जाही अऊ येला तियाग दिये जाही?” अऊ यहोवा के घर म, यरमियाह के चारों कोति जम्मो मनखेमन के भीड़ लग गीस। \p \v 10 जब यहूदा के करमचारीमन ये बात सुनिन, त ओमन राजमहल ले यहोवा के घर म गीन अऊ यहोवा के घर के नवां दुवार के मुंहटा म अपन-अपन जगह ले लीन। \v 11 तब पुरोहित अऊ अगमजानीमन करमचारी अऊ जम्मो मनखेमन ला कहिन, “ये मनखे ला मिरतू-दंड के सजा मिलना चाही, काबरकि ये मनखे ह ये सहर के बिरूध अगमबानी करे हवय, अऊ ये बात ला तुमन घलो अपन कान ले सुने हवव।” \p \v 12 तब यरमियाह ह जम्मो करमचारी अऊ जम्मो मनखेमन ला कहिस: “जऊन बात तुमन सुनेव, ओला यहोवा ही मोला ये भवन अऊ ये सहर के बिरूध अगमबानी के रूप म कहे बर पठोय हवय। \v 13 एकरसेति अब तुमन अपन चालचलन अऊ अपन काम ला सुधारव अऊ यहोवा अपन परमेसर के बात ला मानव। तब यहोवा ह नरम होही अऊ ओ बिपत्ति नइं लानही, जेकर घोसना ओह तुम्हर बिरूध करे हवय। \v 14 जहां तक मोर बात ए, मेंह तुम्हर हांथ म हवंव; जऊन कुछू तुमन ला सही अऊ बने लगय, मोर संग ओही करव। \v 15 पर ये बात जरूर जान लव कि यदि तुमन मोला मार डारहू, त फेर तुमन अऊ ये सहर अऊ येमा रहइया मनखेमन एक निरदोस मनखे के खून करे के दोसी ठहिरहू; काबरकि सही म यहोवा ह मोला तुम्हर करा पठोय हवय कि मेंह ये जम्मो बात तुमन ला सुनावंव।” \p \v 16 तब करमचारीमन अऊ जम्मो मनखेमन पुरोहित अऊ अगमजानीमन ले कहिन, “ये मनखे ला मिरतू-दंड नइं मिलना चाही, काबरकि ओह यहोवा हमर परमेसर के नांव म हमन ले गोठियाय हवय।” \p \v 17 तब देस के कुछू अगुवामन आघू आईन अऊ मनखेमन के जम्मो सभा ला कहिन, \v 18 “यहूदा के राजा हिजकियाह के समय म मोरेसेत नगर के मीका ह अगमबानी करिस। ओह यहूदा के जम्मो मनखेमन ले कहिस, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “ ‘सियोन ला कोनो खेत के सहीं जोते जाही, \q2 यरूसलेम ह गोटी-पथरामन के कुढ़ा हो जाही, \q2 अऊ मंदिर के पहाड़ी ह झाड़ीमन ले भरके एक टीला बन जाही।’\f + \fr 26:18 \fr*\ft \+xt मीका 3:12\+xt*\ft*\f* \m \v 19 का यहूदा के राजा हिजकियाह या यहूदा के कोनो अऊ ओला मरवा दीन? का हिजकियाह ह यहोवा ले नइं डरिस अऊ ओकर ले दया के आसा नइं करिस? अऊ का यहोवा ह दया नइं देखाईस अऊ ओ बिपत्ति, जेला ओह ओमन ऊपर लाने के घोसना करे रिहिस, ओला लानिस? हमन अपन ऊपर एक भयंकर बिपत्ति लानेवाला हन!” \p \v 20 (फेर किरयत-यारीम नगर के समायाह के बेटा उरियाह एक आने मनखे रिहिस, जऊन ह यहोवा के नांव म अगमबानी करिस; ओह घलो ये सहर अऊ ये देस के बिरूध म वइसने ही अगमबानी करिस, जइसने यरमियाह ह करे हवय। \v 21 जब यहोयाकीम राजा अऊ ओकर जम्मो अधिकारी अऊ करमचारीमन ओकर बचन ला सुनिन, त राजा ह ओला मरवाय बर ठान लीस। पर उरियाह ह ये बात ला सुनके डर के मारे मिसर देस भाग गीस। \v 22 तब यहोयाकीम राजा ह अकबोर के बेटा एलनातान ला कुछू अऊ मनखेमन के संग मिसर देस पठोईस। \v 23 ओमन उरियाह ला मिसर देस ले निकालके यहोयाकीम राजा करा ले आईन, अऊ ओह उरियाह ला तलवार ले मरवाके ओकर लास ला सधारन मनखेमन के मरघटी म फेंकवा दीस।) \p \v 24 पर, सापान के बेटा अहीकाम ह यरमियाह के मदद करिस, अऊ एकरसेति ओला मार डारे बर मनखेमन के हांथ म नइं दिये गीस। \c 27 \s1 यहूदा ह नबूकदनेसर के सेवा करथे \p \v 1 योसियाह के बेटा, यहूदा के राजा सिदकियाह के राज के सुरू म, यहोवा ले ये बचन यरमियाह करा आईस। \v 2 यहोवा ह मोला ये कहिस: “डोरी अऊ लकरी के एक जुड़ा बना अऊ ओला अपन घेंच म रख। \v 3 तब एदोम, मोआब, अमोन, सूर अऊ सीदोन के राजामन करा, ओ दूतमन के जरिये खबर पठो, जऊन मन यहूदा के राजा सिदकियाह करा यरूसलेम आय हवंय। \v 4 ओ दूतमन ला ओमन के मालिकमन बर ये कहिके एक संदेस दे, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: अपन-अपन मालिक ले ये कहव: \v 5 मेंह अपन बड़े सामर्थ अऊ लमाय भुजा ले धरती अऊ येकर मनखे अऊ येमा रहइया पसुमन ला बनाय हंव, अऊ जेकर ले में खुस होथंव, ओला मेंह येमन ला देथंव। \v 6 अब मेंह तुम्हर जम्मो देसमन ला अपन सेवक, बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के हांथ म दे दूहूं; अऊ त अऊ मेंह जंगली पसुमन ला घलो ओकर अधीन कर दूहूं। \v 7 जम्मो जाति के मनखेमन ओकर अऊ ओकर बेटा अऊ ओकर पोता के सेवा तब तक करहीं, जब तक कि ओकर खुद के देस के समय नइं आ जाही; तब बहुंते जाति के मनखेमन अऊ बड़े राजामन ओला अपन अधीन कर लीहीं। \p \v 8 “ ‘ “पर यदि कोनो जाति या राज ह बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के सेवा नइं करही या ओकर जुड़ा ला अपन गरदन म नइं लीही, त मेंह ओ जाति ला तलवार, अकाल अऊ महामारी के सजा तब तक देवत रहिहूं, जब तक कि मेंह ओ जाति ला ओकर हांथ के दुवारा नास नइं कर दूहूं, यहोवा ह घोसना करत हे। \v 9 एकरसेति तुमन अपन अगमजानीमन अऊ अपन सकुन-बिचार करइयामन, तुम्हर सपना के अर्थ बतइयामन, अपन टोनहामन या अपन जादूगरमन के बात ला झन सुनव, जऊन मन तुमन ला कहिथें, ‘तुमन ला बेबिलोन के राजा के सेवा करना नइं पड़य।’ \v 10 ओमन तुमन ले लबारी अगमबानी करथें, जेकर ले तुमन अपन-अपन देस ले दूरिहा हटा दिये जाहू; मेंह तुमन ला निकाल दूहूं अऊ तुमन नास हो जाहू। \v 11 पर जऊन जाति के मनखेमन बेबिलोन के राजा के जुड़ा ला अपन गरदन म लीहीं अऊ ओकर सेवा करहीं, त मेंह ओ जाति के मनखेमन ला ओहीचमन के देस म रहन दूहूं, ताकि ओमन उहां खेती करंय अऊ उहां बसे रहंय, यहोवा ह घोसना करत हे।” ’ ” \p \v 12 यहूदा के राजा सिदकियाह ला घलो मेंह येहीच संदेस दे हंव। मेंह कहेंव, “बेबिलोन के राजा के जुड़ा ला अपन गरदन म लेय ले; ओकर अऊ ओकर मनखेमन के सेवा कर, त तेंह जीयत रहिबे। \v 13 जऊन जाति के मनखेमन बेबिलोन के राजा के सेवा नइं करहीं, ओमन ला यहोवा ह धमकी दे हवय कि ओमन तलवार, अकाल अऊ महामारी ले मारे जाहीं; त फेर तें अऊ तोर मनखेमन काबर मरे चाहथव? \v 14 ओ अगमजानीमन के बात ला झन सुन, जऊन मन तोला ये कहिथें, ‘तोला बेबिलोन के राजा के सेवा करना नइं पड़य,’ काबरकि ओमन तोर ले लबारी गोठ कहत हवंय। \v 15 ‘मेंह ओमन ला नइं पठोय हवंव,’ यहोवा ह घोसना करत हे। ‘ओमन मोर नांव म लबारी अगमबानी करत हवंय। एकरसेति, मेंह तोला देस ले निकाल दूहूं अऊ तें अऊ ओ अगमजानी, जऊन मन तोर करा अगमबानी करथें, तुमन जम्मो के जम्मो नास हो जाहू।’ ” \p \v 16 तब मेंह पुरोहितमन ला अऊ ये जम्मो मनखेमन ला कहेंव, “यहोवा ह ये कहत हे: ओ अगमजानीमन के बात ला झन सुनव, जऊन मन ये कहिथें, ‘अब बहुंत जल्दी, बेबिलोन ले यहोवा के भवन के सामानमन ला वापिस लाने जाही।’ ओमन तुम्हर ले लबारी अगमबानी करत हवंय। \v 17 ओमन के बात ला झन सुनव। बेबिलोन के राजा के सेवा करव, त तुमन जीयत रहिहू। ये सहर ह काबर बरबाद होवय? \v 18 यदि ओमन अगमजानी अंय अऊ ओमन करा यहोवा के बचन हवय, त ओमन सर्वसक्तिमान यहोवा ले बिनती करंय कि जऊन सामान यहोवा के भवन म अऊ यहूदा के राजा के महल म अऊ यरूसलेम म बांचे हवय, ओमन ला बेबिलोन झन ले जाय जावय। \v 19 काबरकि सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हवय कि जऊन खंभामन, कांसा के टंकी, खसकानेवाला गोड़ा अऊ आने सामान ये सहर म बांचे हवंय, \v 20 जेमन ला बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह ओ बेरा नइं ले गीस, जब ओह यहोयाकीम के बेटा, यहूदा के राजा यहोयाकीन ला अऊ यहूदा अऊ यरूसलेम के जम्मो परभावसाली मनखेमन ला बंदी बनाके यरूसलेम ले बेबिलोन ले गे रिहिस—हव, \v 21 जऊन चीजमन यहोवा के भवन म अऊ यहूदा के राजा के महल म अऊ यरूसलेम म बांचे हवंय, ओमन के बारे म सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: \v 22 ‘ओ चीजमन ला बेबिलोन पहुंचाय जाही अऊ ओमन उहां तब तक रहिहीं, जब तक कि मेंह ओमन के सुधि लेय बर नइं आ जावंव,’ यहोवा ह घोसना करत हे। ‘तब मेंह ओमन ला वापिस लानहूं अऊ ये जगह म फेर रख दूहूं।’ ” \c 28 \s1 लबरा अगमजानी हननयाह \p \v 1 ओहीच साल, यहूदा के राजा सिदकियाह के राज के चौथा साल के पांचवां महिना म, अजूर के बेटा हननयाह अगमजानी, जऊन ह गिबोन नगर के रहइया रिहिस, ओह यहोवा के भवन म पुरोहितमन अऊ जम्मो मनखेमन के आघू म मोर ले कहिस: \v 2 “सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘मेंह बेबिलोन के राजा के जुड़ा\f + \fr 28:2 \fr*\ft या \ft*\fqa ताकत\fqa*\f* ला टोर दूहूं। \v 3 यहोवा के भवन के जतेक सामान बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ये जगह ले हटाके बेबिलोन ले गे रिहिस, ओ जम्मो ला मेंह दू साल के भीतर ये जगह म वापिस ले आहूं। \v 4 मेंह यहोयाकीम के बेटा, यहूदा के राजा यहोयाकीन अऊ यहूदा के ओ आने जम्मो बंदीमन ला घलो ये जगह म वापिस ले आहूं, जऊन मन बेबिलोन चले गे हवंय, काबरकि मेंह बेबिलोन के राजा के जुड़ा ला टोर दूहूं,’ ” यहोवा ह घोसना करत हे। \p \v 5 तब यरमियाह अगमजानी ह हननयाह अगमजानी ला पुरोहितमन अऊ ओ जम्मो मनखेमन के आघू म जबाब दीस, जऊन मन यहोवा के भवन म ठाढ़े रिहिन। \v 6 यरमियाह ह कहिस, “आमीन! यहोवा ह अइसने ही करय! यहोवा के भवन के चीजमन ला अऊ जम्मो बंदीमन ला बेबिलोन ले ये जगह म वापिस लानके, यहोवा ह तोर अगमबानी के कहे बात ला पूरा करय। \v 7 तभो ले, जऊन बात मेंह तोर सुनत अऊ जम्मो मनखेमन के सुनत म कहत हंव, ओला सुन: \v 8 सुरू ले, जऊन अगमजानीमन तोर अऊ मोर ले पहिले होवत आय हवंय, ओमन कतको देस अऊ बड़े-बड़े राजमन के बिरूध म लड़ई, बिपत्ति अऊ महामारी के अगमबानी करे हवंय। \v 9 पर जऊन अगमजानी ह सांति के बिसय म अगमबानी करथे, त ओकर पहिचान यहोवा के दुवारा पठोय सही अगमजानी के रूप म तभे होही, जब ओकर अगमबानी के बचन ह पूरा होही।” \p \v 10 तब हननयाह अगमजानी ह यरमियाह अगमजानी के गरदन म रखे जुड़ा ला लीस अऊ ओला टोर दीस, \v 11 अऊ ओह जम्मो मनखेमन के आघू म कहिस, “यहोवा ह ये कहत हे: ‘येही किसम ले मेंह दू साल के भीतर बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के जम्मो जाति के मनखेमन के गरदन म रखे जुड़ा ला लेके टोर दूहूं।’ ” तब यरमियाह अगमजानी ह अपन डहार चल दीस। \p \v 12 जब हननयाह अगमजानी ह यरमियाह अगमजानी के गरदन ले जुड़ा ला लेके टोर दीस, त ओकर बाद यहोवा के ये बचन यरमियाह करा आईस: \v 13 “जाके हननयाह ला कह, ‘यहोवा ह ये कहत हे: तेंह कठवा के जुड़ा ला तो टोर देय, पर येकर जगह म तोला लोहा के एक जुड़ा मिलही। \v 14 सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: मेंह ये जम्मो जाति के मनखेमन के गरदन म लोहा के एक जुड़ा रखहूं, ताकि ओमन बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के सेवा करंय, अऊ ओमन ओकर सेवा करहीं। अऊ त अऊ मेंह ओला जंगली पसुमन ऊपर घलो अधिकार दूहूं।’ ” \p \v 15 तब यरमियाह अगमजानी ह हननयाह अगमजानी ला ये घलो कहिस, “हे हननयाह, सुन! यहोवा ह तोला नइं पठोय हवय, तभो ले तेंह ये मनखेमन ला अपन लबारी बात ऊपर भरोसा करवा दे हस। \v 16 एकरसेति यहोवा ह ये कहत हे: ‘मेंह तोला ये धरती ले मिटानेवाला हंव। येहीच साल, तेंह मर जाबे, काबरकि तेंह यहोवा के बिरूध बिदरोह के बात करे हस।’ ” \p \v 17 अऊ ओहीच साल के सातवां महिना म, हननयाह अगमजानी ह मर गीस। \c 29 \s1 बंधुवई म गे मनखेमन बर एक चिट्ठी \p \v 1 यरमियाह अगमजानी ह यरूसलेम ले ये किसम के चिट्ठी बंदीमन म बांचे अगुवामन ला अऊ पुरोहितमन, अगमजानीमन अऊ आने ओ जम्मो मनखेमन ला पठोईस, जेमन ला नबूकदनेसर ह यरूसलेम ले बेबिलोन बंदी बनाके ले गे रिहिस। \v 2 (ये चिट्ठी तब पठोय गे रिहिस, जब यहोयाकीन राजा अऊ राज-माता, दरबार के करमचारी, अऊ यहूदा अऊ यरूसलेम के अगुवा, कुसल बनिहार अऊ कारीगरमन यरूसलेम ले बंधुवई म चले गे रिहिन।) \v 3 ये चिट्ठी सापान के बेटा एलासा अऊ हिलकियाह के बेटा गमरयाह के हांथ म पठोय गीस, जेमन ला यहूदा के राजा सिदकियाह ह नबूकदनेसर राजा करा बेबिलोन पठोईस। चिट्ठी म ये लिखाय रिहिस: \pm \v 4 ओ जम्मो मनखे, जेमन ला यहोवा ह यरूसलेम ले बेबिलोन बंदी बनाके ले गे हवय, ओमन ला सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: \v 5 “घर बनाके ओमा बस जावव; बारी लगावव अऊ ओमा जऊन कुछू उपजथे, ओला खावव। \v 6 सादी-बिहाव करके बेटा-बेटी जनमावव; अपन बेटामन के बिहाव करके ओमन बर घरवाली लानव अऊ अपन बेटीमन के बिहाव करव, ताकि ओमन के घलो बेटा-बेटी होवंय। उहां गनती म घटव झन, पर बढ़त जावव। \v 7 जऊन सहर म, मेंह तुमन ला बंदी बनाके ले गे हवंव, ओ सहर म सांति अऊ ओकर उन्नति के कोसिस करव। ओकर बर यहोवा ले पराथना करव, काबरकि यदि ओ सहर के उन्नति होही, त तुम्हर घलो उन्नति होही।” \v 8 हव, सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: “तुम्हर बीच के अगमजानी अऊ सकुन-बिचार करइयामन तुमन ला धोखा झन देवंय। ओमन जऊन सपना देखथें, ओ सपना के बातमन ला झन सुनव। \v 9 ओमन मोर नांव म तुम्हर ले लबारी अगमबानी करथें। मेंह ओमन ला नइं पठोय हंव,” यहोवा ह घोसना करत हे। \pm \v 10 यहोवा ह ये कहत हे: “जब बेबिलोन के सत्तर साल पूरा हो जाही, त मेंह तुम्हर करा आहूं अऊ तुमन ला ये जगह म लहुंटा लाने के अपन करे गय बने वायदा ला पूरा करहूं। \v 11 काबरकि तुम्हर बर मोर जऊन योजना हवय, ओला मेंह जानत हंव,” यहोवा ह घोसना करत हे, “तुम्हर नुकसान करे के नइं पर तुम्हर उन्नति के योजना, तुमन ला आसा अऊ एक भविस्य देय के योजना। \v 12 तब तुमन मोला बलाहू अऊ आके मोर ले पराथना करहू, अऊ मेंह तुम्हर सुनहूं। \v 13 तुमन मोला खोजहू अऊ मोला पाहू, जब तुमन मोला अपन पूरा मन से खोजहू। \v 14 मेंह तुमन ला मिल जाहूं,” यहोवा ह घोसना करत हे, “अऊ तुमन ला बंधुवई ले लहुंटा लानहूं। मेंह तुमन ला ओ जम्मो जाति अऊ जगहमन ले इकट्ठा करहूं, जिहां मेंह तुमन ला निकाल दे हवंव,” यहोवा ह घोसना करत हे, “अऊ तुमन ला ओ जगह म लहुंटाके ले आहूं, जिहां ले मेंह तुमन ला बंधुवई म ले गे रहेंव।” \pm \v 15 तुमन कह सकत हव, “यहोवा ह हमर बर बेबिलोन म अगमजानी खड़े करे हवय,” \v 16 पर ओ राजा, जऊन ह दाऊद के सिंघासन म बईठथे अऊ ओ जम्मो मनखे, जऊन मन ये सहर म हवंय, तुम्हर संगी मनखे, जऊन मन तुम्हर संग बंधुवई म नइं गीन, ओ जम्मो ले यहोवा ह ये कहत हे— \v 17 हव, सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: “मेंह ओमन के बिरूध तलवार, अकाल अऊ महामारी पठोहूं अऊ मेंह ओमन ला अइसने खराप अंजीर फर सहीं कर दूहूं, जेमन ला खाय नइं जा सकय। \v 18 मेंह तलवार, अकाल अऊ महामारी लेके ओमन के पीछा करहूं अऊ ओमन ला धरती के जम्मो राज बर घिन करे के चीज बना दूहूं अऊ ओ जम्मो जातिमन के बीच म, जिहां मेंह ओमन ला खदेड़हूं, ओमन एक सरापित अऊ भय करे के चीज, कलंकित अऊ तिरस्कार करे के चीज होहीं। \v 19 काबरकि ओमन मोर बात ला नइं सुने हवंय,” यहोवा ह घोसना करत हे, “ओ बात जेला मेंह अपन सेवक अगमजानीमन के दुवारा ओमन ला बार-बार कहेंव। अऊ तुमन बंधुवई म गे मनखेमन घलो नइं सुनेव,” यहोवा ह घोसना करत हे। \pm \v 20 “एकरसेति हे जम्मो बंधुवई म गे मनखेमन, जेमन ला मेंह यरूसलेम ले बेबिलोन पठो देय हंव, तुमन यहोवा के बचन ला सुनव। \v 21 कोलायाह के बेटा अहाब अऊ मासेयाह के बेटा सिदकियाह, जेमन मोर नांव म तुम्हर ले लबारी अगमबानी करत हवंय, ओमन के बारे म सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: मेंह ओमन ला बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के हांथ म कर दूहूं, अऊ ओह ओमन ला तुम्हर आंखी के आघू म मार डारही। \v 22 ओमन के कारन, यहूदा ले बंधुवई म बेबिलोन गय जम्मो मनखेमन ये सराप के उपयोग करहीं: ‘यहोवा ह तोर संग ओ सिदकियाह अऊ अहाब सहीं बरताव करय, जेमन ला बेबिलोन के राजा ह आगी म जला दीस।’ \v 23 काबरकि ओमन इसरायलीमन के बीच म बहुंते खराप काम करे हवंय; ओमन अपन परोसीमन के घरवाली संग बेभिचार करे हवंय, अऊ मोर नांव म, ओमन लबारी मारे हवंय—जेकर अधिकार मेंह नइं देय रहेंव। मेंह येला जानत हंव अऊ मेंह येकर गवाह अंव,” यहोवा ह घोसना करत हे। \s1 समायाह ला संदेस \p \v 24 नेहेलामी समायाह ला ये कह, \v 25 “सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: यरूसलेम म रहइया जम्मो मनखेमन ला, मासेयाह के बेटा सपनयाह पुरोहित ला, अऊ आने जम्मो पुरोहितमन ला, तेंह अपन ही नांव म चिट्ठी पठोय हस। तेंह सपनयाह ला कहय, \v 26 ‘यहोवा ह यहोयादा पुरोहित के जगह म तोला यहोवा के भवन के अधिकारी होय बर पुरोहित ठहिराय हे ताकि तें हर ओ पागल मनखे, जऊन ह अगमजानी के सहीं बरताव करथे, ओकर गोड़ म बेड़ी अऊ गरदन म लोहा के पट्टा डार। \v 27 एकरसेति अनातोत नगर के यरमियाह, जऊन ह तुम्हर बीच म एक अगमजानी जइसन रहिथे, ओला तेंह काबर नइं दबकारे? \v 28 ओह हमर करा बेबिलोन म ये संदेस पठोय हवय: तुमन बंधुवई म बहुंत समय तक रहिहू। एकरसेति घर बनावव अऊ बस जावव; बारी लगावव अऊ ओमा जऊन कुछू उपजथे, ओला खावव।’ ” \p \v 29 ये चिट्ठी ला सपनयाह पुरोहित ह यरमियाह अगमजानी ला पढ़के सुनाईस। \v 30 तब यहोवा के ये बचन यरमियाह करा आईस: \v 31 “जम्मो बंधुवा मनखेमन करा ये संदेस पठो: ‘यहोवा ह नेहेलामी समायाह के बारे म ये कहत हे: काबरकि समायाह ह तुमन ले अगमबानी करे हवय हालाकि मेंह ओला नइं पठोय रहेंव, अऊ तुमन ला लबारी बात ऊपर भरोसा करे बर उकसाय हवय, \v 32 एकरसेति यहोवा ह ये कहत हे: खचित मेंह नेहेलामी समायाह अऊ ओकर संतानमन ला सजा दूहूं। ये मनखेमन के बीच म, ओकर घर के कोनो नइं बचहीं, अऊ न ही ओह ओ बने चीजमन ला देखन पाही, जेला मेंह अपन मनखेमन बर करहूं, यहोवा ह घोसना करत हे, काबरकि ओह मोर बिरूध बिदरोह के परचार करे हवय।’ ” \c 30 \s1 इसरायल के बंधुवई ले वापसी \p \v 1 यहोवा कोति ले ये बचन यरमियाह करा आईस: \v 2 “यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘जऊन बात मेंह तोर ले कहे हवंव, ओ जम्मो ला एक ठन किताब म लिख ले। \v 3 ओ दिनमन आवत हें,’ यहोवा ह घोसना करत हे, ‘जब मेंह अपन इसरायली अऊ यहूदी मनखेमन ला बंधुवई ले वापिस लानहूं अऊ जऊन देस मेंह ओमन के पुरखामन ला अधिकार करे बर देय रहेंव, ओ देस म, मेंह ओमन ला फेर बसाहूं,’ यहोवा ह कहत हे।” \p \v 4 जऊन बचन यहोवा ह इसरायली अऊ यहूदीमन के बारे म कहिस, ओमन ये अंय: \v 5 “यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “ ‘भय के मारे रोये के अवाज सुनई देवत हे— \q2 सांति नइं, पर आतंक के अवाज। \q1 \v 6 पुछव अऊ देखव: \q2 का कोनो आदमी ह लइका ला जनम दे सकथे? \q1 त फेर मेंह काबर देखत हंव कि हर एक बलवान मनखे ह \q2 छेवारी होवइया माईलोगन सहीं अपन हांथ ला अपन पेट म रखे हवय, \q2 हर एक चेहरा मरे सहीं पीला हो गे हवय? \q1 \v 7 ओह दिन ह कतेक भयंकर होही! \q2 ओ दिन सहीं अऊ कोनो दिन नइं होही। \q1 याकूब बर, ओह संकट के बेरा होही, \q2 पर ओला ओमा ले बचाय जाही। \b \q1 \v 8 “ ‘ओ दिन,’ सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे, \q2 ‘मेंह ओमन के गरदन के जुड़ा ला उतारके टोर दूहूं \q1 अऊ ओमन के बंधना ला कुटा-कुटा कर दूहूं; \q2 अऊ परदेसीमन ओमन ला फेर गुलाम नइं बनाहीं। \q1 \v 9 पर ओमन यहोवा अपन परमेसर \q2 अऊ अपन राजा दाऊद के सेवा करहीं, \q2 जेला मेंह ओमन बर ठाढ़ करहूं। \b \q1 \v 10 “ ‘एकरसेति, हे मोर सेवक याकूब, झन डर; \q2 हे इसरायल, भयभीत झन हो,’ \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 ‘खचित, मेंह तोला दूरिहा जगह ले, \q2 अऊ तोर संतानमन ला बंधुवई के देस ले छुड़ाके लानहूं। \q1 याकूब ह फेर सांति अऊ सुरकछा म रहिही, \q2 अऊ कोनो ओला डरा नइं सकहीं। \q1 \v 11 मेंह तोर संग हवंव अऊ मेंह तोला बचाहूं,’ \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 ‘हालाकि जऊन जातिमन के बीच म, मेंह तुमन ला तितिर-बितिर कर दे हवंव \q2 ओ जम्मो जाति ला मेंह पूरा नास कर दूहूं, \q2 पर मेंह तुमन ला पूरा नास नइं करंव। \q1 मेंह तुम्हर ताड़ना करहूं, पर सिरिप एक सीमना के भीतर; \q2 मेंह तुमन ला बिगर ताड़ना के पूरा नइं छोड़ंव।’ \p \v 12 “यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “ ‘तोर घाव ह नइं भरय, \q2 अऊ तोला लगे चोट ह ठीक नइं होवय। \q1 \v 13 तोर मामला ला लड़े बर कोनो नइं ए, \q2 तोर घाव के कोनो ईलाज नइं ए, \q2 तोर बर कोनो चंगई नइं ए। \q1 \v 14 तोर जम्मो संगवारीमन तोला भुला गे हवंय; \q2 ओमन तोर कोनो चिंता नइं करंय। \q1 एक बईरी ह जइसने मारथे, वइसने मेंह तोला मारे हंव \q2 अऊ एक निरदयी ह जइसने सजा देथे, वइसने मेंह तोला सजा दे हंव, \q1 काबरकि तोर अपराध ह बहुंत बड़े हे \q2 अऊ तोर पापमन बहुंत अकन हवंय। \q1 \v 15 अपन घाव अऊ ओ पीरा ऊपर काबर रोवत हस, \q2 जेकर कोनो ईलाज नइं ए? \q1 तोर बड़े अपराध अऊ बहुंते पाप के कारन \q2 मेंह तोर संग अइसने करे हवंव। \b \q1 \v 16 “ ‘पर ओ जम्मो, जऊन मन तोला खावत हें, ओमन खुद खा लिये जाहीं; \q2 तोर जम्मो बईरीमन बंधुवई म चल दीहीं। \q1 जऊन मन तोला लूटत हें, ओमन खुद लूटे जाहीं; \q2 ओ जम्मो, जऊन मन तोला लूटत हें, ओमन ला मेंह लूटहूं। \q1 \v 17 पर मेंह तोला फेर भला-चंगा करहूं \q2 अऊ तोर घावमन ला ठीक कर दूहूं,’ यहोवा ह घोसना करत हे, \q1 ‘काबरकि तोला जाति ले निकाले गे मनखे कहे जाथे, \q2 येह सियोन ए, जेकर चिंता कोनो नइं करंय।’ \p \v 18 “यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “ ‘मेंह याकूब के तम्बूमन ला फेर बसाहूं \q2 अऊ ओकर निवासमन ऊपर दया देखाहूं; \q1 सहर ला अपन ही खंडहर ऊपर फेर बनाय जाही, \q2 अऊ महल ह अपन ही जगह म फेर ठाढ़ होही। \q1 \v 19 ओमन ले धनबाद के गीत \q2 अऊ आनंद मनाय के अवाज आही। \q1 मेंह ओमन के गनती ला बढ़ाहूं, \q2 अऊ ओमन नइं घटहीं; \q1 मेंह ओमन के आदरमान बढ़ाहूं, \q2 अऊ ओमन तुछ-नीच नइं समझे जाहीं। \q1 \v 20 ओमन के लइकामन पुराना जमाना के सहीं होहीं, \q2 अऊ ओमन के समाज ह मोर आघू म स्थापित होही; \q2 जऊन मन ओमन ला सताथें, ओ जम्मो ला मेंह सजा दूहूं। \q1 \v 21 ओमन के अगुवा ओमन के बीच म ले ही एक झन होही; \q2 ओमन ऊपर राज-करइया घलो ओमन के बीच ले ही होही। \q1 मेंह ओला लकठा म लानहूं अऊ ओह मोर लकठा म आही— \q2 काबरकि कोन ए ओ, जऊन ह मोर लकठा म \q2 आय बर अपनआप ला दे दीही?’ \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 22 ‘ये किसम ले तुमन मोर मनखे होहू, \q2 अऊ मेंह तुम्हर परमेसर ठहिरहूं।’ ” \b \q1 \v 23 देखव, यहोवा के कहर ह \q2 गुस्सा के कारन भड़क जाही, \q1 एक भयंकर आंधी ह दुस्टमन के \q2 मुड़ ऊपर किंदरत हवय। \q1 \v 24 जब तक यहोवा ह \q2 अपन हिरदय के उदेस्य ला पूरा नइं कर लीही \q2 तब तक ओकर भड़के गुस्सा ह सांत नइं होही। \q1 अवइया दिन म \q2 तुमन ये बात ला समझहू। \c 31 \p \v 1 यहोवा ह घोसना करत हे, “ओ समय म, मेंह जम्मो इसरायली परिवारमन के परमेसर होहूं, अऊ ओमन मोर मनखे होहीं।” \p \v 2 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “जऊन मनखेमन तलवार ले बच जाथें \q2 ओमन ऊपर सुन्ना जगह म दया करे जाही; \q2 मेंह इसरायल ला अराम देय बर आहूं।” \p \v 3 यहोवा ह बहुंत पहिले हमर करा परगट होके कहिस: \q1 “मेंह तुमन ला सदा बने रहइया मया करे हवंव; \q2 मेंह तुमन ऊपर हमेसा दया देखाय हवंव। \q1 \v 4 मेंह तुमन ला फेर बनाहूं, \q2 अऊ हे कुंवारी इसरायल! तेंह फेर से बनाय जाबे। \q1 तेंह फेर अपन डफली ला लेबे \q2 अऊ आनंद सहित नाचे बर बाहिर निकलबे। \q1 \v 5 तेंह सामरिया के पहाड़ीमन म \q2 अंगूर के बारीमन ला फेर लगाबे; \q1 किसानमन ओमन ला लगाहीं \q2 अऊ ओमन के फर के आनंद उठाहीं। \q1 \v 6 एक अइसने दिन आही, जब रखवारमन \q2 एपरैम के पठारमन ले चिचियाके कहिहीं, \q1 ‘आवव, हमन सियोन ऊपर, \q2 यहोवा हमर परमेसर करा जाबो।’ ” \p \v 7 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “याकूब बर आनंद के गीत गावव; \q2 सबले ऊंच जाति बर चिचियावव। \q1 परसंसा के बातमन सुनावव, अऊ कहव, \q2 ‘हे यहोवा, अपन मनखे, \q2 इसरायल के बांचे भाग ला बचा।’ \q1 \v 8 देखव, मेंह ओमन ला उत्तर दिग के देस ले लेय आहूं \q2 अऊ धरती के छोर ले ओमन ला संकेलहूं। \q1 ओमन के बीच म अंधरा, खोरवा, \q2 देहें बोहे दाई अऊ लइका जनमइया माईलोगनमन होहीं; \q2 मनखेमन के एक बड़े भीड़ ह लहुंटके आही। \q1 \v 9 ओमन रोवत आहीं; \q2 जब मेंह ओमन ला लानहूं, त ओमन पराथना करहीं। \q1 मेंह ओमन ला पानी के सोता के तीर म ले \q2 समतल रसता म ले जाहूं, जिहां ओमन ठोकर नइं खाहीं, \q1 काबरकि मेंह इसरायल के ददा अंव \q2 अऊ एपरैम ह मोर पहिली जनमे बेटा अय। \b \q1 \v 10 “हे जाति-जाति के मनखेमन, यहोवा के बचन ला सुनव; \q2 दूरिहा-दूरिहा के समुंदर तीर के देसमन म येकर परचार करव: \q1 कहव, ‘जऊन ह इसरायलीमन ला तितिर-बितिर करे हवय, ओहीच ह ओमन ला संकेलही \q2 अऊ ओमन के अइसने खियाल रखही, जइसने एक चरवाहा ह अपन झुंड के खियाल रखथे।’ \q1 \v 11 काबरकि यहोवा ह याकूब ला छुड़ा लीही \q2 अऊ ओमन ला ओ बईरीमन के हांथ ले छुटकारा दीही, जऊन मन ओमन ले जादा बलवान हवंय। \q1 \v 12 ओमन आहीं अऊ सियोन के ऊंचहा जगहमन म आनंद के मारे चिचियाहीं; \q2 ओमन यहोवा के उदारता ला देखके आनंद मनाहीं— \q1 ओमन करा अनाज, नवां अंगूर के मंद अऊ जैतून तेल, \q2 भेड़-बकरी अऊ गाय-बईलामन के बछरूमन होहीं। \q1 ओमन बने करके पानी पलोय बारी सहीं होहीं, \q2 अऊ ओमन फेर कभू उदास नइं होहीं। \q1 \v 13 तब जवान माईलोगनमन नाचहीं अऊ खुसी मनाहीं, \q2 जवान मनखे अऊ डोकरामन घलो। \q1 मेंह ओमन के सोक ला खुसी म बदल दूहूं; \q2 मेंह सोक के बदले ओमन ला सांति अऊ आनंद दूहूं। \q1 \v 14 मेंह पुरोहितमन ला बहुंतायत से देके ओमन ला संतोस कर दूहूं, \q2 अऊ मोर मनखेमन मोर उदारता से दिये चीजमन ले भर जाहीं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \p \v 15 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “रामा सहर म रोये \q2 अऊ बहुंते बिलाप करे के अवाज सुनई देवथे। \q1 राहेल ह अपन लइकामन खातिर रोवत हे \q2 अऊ ओह नइं चाहत रिहिस कि कोनो ओला सांतवना देवंय, \q2 काबरकि ओकर लइकामन मर गे हवंय।” \p \v 16 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “तेंह रोना बंद कर \q2 अऊ अपन आंसू झन बहा, \q1 काबरकि तोला मेहनत के फर मिलही,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q2 “ओमन बईरीमन के देस ले लहुंट आहीं। \q1 \v 17 एकरसेति तोर संतानमन बर आसा हवय,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q2 “तोर लइकामन अपन देस म लहुंट आहीं। \b \q1 \v 18 “मेंह सही म एपरैम ला ये बिलाप करत सुने हवंव: \q2 ‘तेंह एक उदंड बछरू के सहीं मोर ताड़ना करे हस, \q2 अऊ मोला सजा मिले हवय। \q1 मोला पहिले के सहीं कर दे, अऊ मेंह वापिस आहूं, \q2 काबरकि तेंह यहोवा मोर परमेसर अस। \q1 \v 19 भटक जाय के बाद, \q2 मेंह पछताप करेंव; \q1 समझ म आय के बाद, \q2 मेंह अपन छाती पीटेंव। \q1 मेंह सरमिंदा होयेंव अऊ दीन-हीन करे गेंव \q2 काबरकि मोर म अपन जवानी के कलंक रिहिस।’ \q1 \v 20 का एपरैम ह मोर मयारू बेटा नो हय, \q2 जेला देखके मेंह खुसी ले भर जाथंव? \q1 हालाकि मेंह अकसर ओकर बिरूध गोठियाथंव, \q2 तभो ले मेंह ओला अभी घलो सुरता करथंव। \q1 एकरसेति मोर मन ह ओकर ऊपर लगे रहिथे; \q2 मोर मन म ओकर बर बहुंत दया हवय,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 21 “हे कुंवारी इसरायल, सड़क के चिनहांमन ला ठीक कर; \q2 डहार देखइया खंभामन ला गाड़। \q1 जऊन सड़क म तेंह जाथस, \q2 ओ राजमार्ग ला धियान म रख। \q1 तेंह लहुंट आ, \q2 अपन नगरमन म लहुंट आ। \q1 \v 22 हे बेईमान बेटी इसरायल, \q2 तेंह कब तक भटकत रहिबे? \q1 यहोवा ह धरती म एक नवां चीज बनाही— \q2 माईलोगन ह आदमी करा लहुंट आही।”\f + \fr 31:22 \fr*\ft या \ft*\fqa रकछा करही\fqa*\f* \p \v 23 सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: “जब मेंह ओमन ला बंधुवई ले वापिस लानहूं, तब यहूदा देस अऊ येकर नगरमन के मनखेमन एक बार फेर ये बात कहिहीं: ‘हे सम्पन्न सहर, हे पबितर पहाड़, यहोवा ह तोला आसीस देवय।’ \v 24 यहूदा अऊ येकर जम्मो नगरमन म मनखेमन एक संग रहिहीं—किसानमन अऊ ओ मनखे, जऊन मन अपन पसु के झुंड के संग एक जगह ले आने जगह जावत रहिथें। \v 25 मेंह थके मनखेमन ला ताजा अऊ दुरबल मनखेमन ला संतुस्ट करहूं।” \p \v 26 अतका म मेंह जाग गेंव अऊ चारों कोति देखेंव। मोर नींद ह मोला बने लगिस। \p \v 27 यहोवा ह घोसना करत हे, “ओ दिनमन आवत हें, जब मेंह इसरायल अऊ यहूदा के राजमन ला मनखे अऊ पसु दूनों के संतान सहित बढ़ाहूं। \v 28 जइसने कि मेंह ओमन ला उखाने म अऊ गिराय म, अऊ फटिकके नास करे म अऊ बिपत्ति लाने म नजर रखेंव, वइसने ही मेंह ओमन ला बनाय म अऊ बढ़ाय म नजर रखहूं,” यहोवा ह घोसना करत हे। \v 29 “ओ दिनमन म मनखेमन ये नइं कहिहीं, \q1 “ ‘दाई-ददामन तो खट्टा अंगूर खाईन, \q2 अऊ दांत खट्टा होईस लइकामन के।’ \m \v 30 येकर उल्टा, हर एक मनखे ह ओकर खुद के पाप के कारन मरही; जऊन ह खट्टा अंगूर खाही—ओकर खुद के दांत ह खट्टा होही। \q1 \v 31 “ओ दिनमन आवत हें,” यहोवा ह घोसना करत हे, \q2 “जब मेंह इसरायल के मनखेमन संग \q1 अऊ यहूदा के मनखेमन संग \q2 एक नवां करार करहूं। \q1 \v 32 येह ओ करार सहीं नइं होही, \q2 जेला मेंह ओमन के पुरखामन संग करे रहेंव \q1 जब मेंह ओमन के हांथ धरके \q2 ओमन ला मिसर देस ले निकाल लानेंव, \q1 काबरकि ओमन मोर करार ला टोर दीन, \q2 हालाकि मेंह ओमन के घरवाला रहेंव,”\f + \fr 31:32 \fr*\ft या \ft*\fqa मालिक रहेंव\fqa*\f* \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 33 “ओ समय के बाद, मेंह इसरायल के मनखेमन संग \q2 ये करार करहूं,” यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 “मेंह अपन कानून ला ओमन के मन म डालहूं \q2 अऊ येला ओमन के हिरदय म लिखहूं। \q1 मेंह ओमन के परमेसर होहूं, \q2 अऊ ओमन मोर मनखे होहीं। \q1 \v 34 ओमन अपन परोसी ला फेर ये कभू नइं सिखोहीं, \q2 या एक-दूसर ला ये नइं कहिहीं, ‘यहोवा ला जानव,’ \q1 काबरकि छोटे ले लेके बड़े तक, \q2 ओ जम्मो झन मोला जानहीं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 “काबरकि मेंह ओमन के अधरम ला छेमा करहूं \q2 अऊ ओमन के पाप ला फेर सुरता नइं करहूं।” \p \v 35 यहोवा ह ये कहत हे, \q1 जऊन ह दिन म अंजोर देय बर \q2 सूरज ला ठहिराथे, \q1 जऊन ह रथिया अंजोर देय बर \q2 चंदा अऊ तारामन ला ठहिराथे, \q1 जऊन ह समुंदर ला हलाथे \q2 ताकि येकर लहरामन गरजें— \q2 ओकर नांव सर्वसक्तिमान यहोवा अय: \q1 \v 36 “यदि ये नियममन मोर आघू ले हट जावंय,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे, \q1 “त का इसरायल ह कभू एक देस के रूप म \q2 मोर आघू ले मिट जाही।” \p \v 37 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “यदि ऊपर अकास ला नापे जा सकतिस \q2 अऊ खाल्हे धरती के नीव के पता लगाय जा सकतिस \q1 त मेंह इसरायल के जम्मो संतान ला \q2 ओमन के जम्मो पापमन के कारन तियाग देतेंव,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \p \v 38 “ओ दिनमन आवत हें,” यहोवा ह घोसना करत हे, “जब ये सहर ह हनानेल के ऊंच महल ले लेके कोना के दीवार तक मोर बर फेर बनाय जाही। \v 39 नापे के लकीर ह उहां ले आघू बढ़के सीधा गारेब के पहाड़ी तक जाही अऊ तब मुड़के गोआ तक आही। \v 40 ओ जम्मो घाटी जिहां लासमन ला अऊ राख ला फटिक दिये जाथे, अऊ पूरब म घोड़ा दुवार के कोना तक किदरोन घाटी के जम्मो समतल भुइयां यहोवा बर पबितर ठहिरही। ओ सहर ला फेर कभू उखाने या गिराय नइं जाही।” \c 32 \s1 यरमियाह ह एक खेत बिसाथे \p \v 1 यहूदा के राजा सिदकियाह के राज के दसवां साल म, जऊन ह नबूकदनेसर के राज के अठारहवां साल रिहिस, यहोवा के ये बचन यरमियाह करा आईस। \v 2 ओ समय, बेबिलोन के राजा के सेना ह यरूसलेम ला घेर ले रिहिस, अऊ यरमियाह अगमजानी ला यहूदा के राजमहल म पहरेदार के अंगना म बंदी बनाय गे रिहिस। \p \v 3 यहूदा के राजा सिदकियाह ह ये कहिके ओला बंदी बनाय रिहिस, “तेंह अइसने अगमबानी काबर करथस? तेंह कहिथस, ‘यहोवा ह ये कहत हे: मेंह ये सहर ला बेबिलोन के राजा के हांथ म देवइया हंव, अऊ ओह येकर ऊपर कब्जा कर लीही। \v 4 यहूदा के राजा सिदकियाह ह बेबिलोन के मनखेमन के हांथ ले नइं बचही, पर खचित ओला बेबिलोन के राजा के हांथ म दे दिये जाही, अऊ बेबिलोन के राजा ह ओकर संग आमने-सामने गोठियाही अऊ ओला अपन खुद के आंखी ले देखही। \v 5 ओह सिदकियाह ला बेबिलोन ले जाही, जिहां ओह तब तक रहिही, जब तक कि मेंह ओकर सुधि नइं लूहूं, यहोवा ह घोसना करत हे। यदि तुमन बेबिलोन के मनखेमन ले लड़हू, त तुमन ओमन ला जीत नइं सकहू।’ ” \p \v 6 यरमियाह ह कहिस, “यहोवा के बचन ह मोर करा आईस: \v 7 देख, तोर कका सल्लूम के बेटा हनमेल तोर करा आही अऊ ये कहिही, ‘मोर जऊन खेत अनातोत नगर म हवय, ओला बिसा ले, काबरकि नजदीकी रिस्तेदार के रूप म येला बिसाय के अधिकार अऊ जिम्मेदारी तोर अय।’ \p \v 8 “तब यहोवा के कहे मुताबिक मोर कका के बेटा हनमेल ह पहरेदार के अंगना म मोर करा आईस अऊ कहिस, ‘मोर जऊन खेत बिनयामीन के देस के अनातोत म हवय, ओला बिसा ले, काबरकि येला छुड़ाय अऊ येकर ऊपर कब्जा करे के अधिकार तोर अय, एकरसेति येला अपन बर बिसा ले।’ \p “मेंह जानत रहेंव कि येह यहोवा के बचन रिहिस; \v 9 एकरसेति मेंह ओ अनातोत म के खेत ला अपन चचेरा-भाई हनमेल ले बिसा लेंव अऊ ओकर कीमत के रूप म ओला चांदी के सतरह सेकेल\f + \fr 32:9 \fr*\ft लगभग 200 ग्राम\ft*\f* तऊलके दे देंव। \v 10 मेंह ओ खेत के खरीदीनामा म दसखत करके मुहर लगांय; गवाहमन के दसखत करवांय, अऊ चांदी ला तराजू म तऊलके ओला दे देंव। \v 11 तब मेंह खरीदीनामा के ओ कागज ला लेंव, जेमा नियम अऊ सर्त लिखाय रिहिन अऊ मुहर लगे रिहिस अऊ संग म ओला घलो लेंव, जेमा मुहर नइं लगे रिहिस— \v 12 अऊ ये कागजमन ला अपन चचेरा-भाई हनमेल अऊ ओ गवाह, जेमन कागज म दसखत करे रिहिन अऊ ओ जम्मो यहूदी, जेमन पहरेदार के अंगना म बईठे रिहिन, ओ जम्मो के आघू म महसेयाह के पोता, नेरियाह के बेटा बारूक ला सऊंप देंव। \p \v 13 “ओ जम्मो के आघू म मेंह बारूक ला ये निरदेस देंव: \v 14 ‘सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: खरीदीनामा के मुहर लगे अऊ मुहर नइं लगे—ये दूनों कागजमन ला ले अऊ माटी के बरतन म रख, ताकि येमन बहुंत समय तक सही-सलामत रहंय। \v 15 काबरकि सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ये देस म घर, खेत अऊ अंगूर के बारीमन फेर बिसाय जाहीं।’ \p \v 16 “खरीदीनामा के कागजमन ला नेरियाह के बेटा बारूक ला देय के बाद, मेंह यहोवा ले ये पराथना करेंव: \pm \v 17 “हे परमपरधान यहोवा, तेंह अपन बड़े सामर्थ अऊ बढ़ाय भुजा के दुवारा अकास अऊ धरती ला बनाय हस। तोर बर कोनो भी काम कठिन नो हय। \v 18 तेंह हजारों मनखे ला अपन मया देखाथस, पर दाई-ददामन के पाप के दंड ओमन के बाद ओमन के लइकामन ला घलो देथस। महान अऊ सक्तिमान परमेसर, जेकर नांव सर्वसक्तिमान यहोवा अय, \v 19 तोर उदेस्यमन महान अंय अऊ तोर काममन बड़े अंय। तोर आंखीमन मानव-जाति के चालचलन ऊपर लगे रहिथे; तेंह हर एक मनखे ला ओकर चालचलन अऊ ओकर करम के मुताबिक ईनाम देथस। \v 20 तेंह मिसर देस म चिनहां अऊ चमतकार देखाय अऊ आज तक इसरायल म अऊ जम्मो मानव-जाति के बीच म चिनहां अऊ चमतकार देखावत हस, अऊ तोर कीरति आज तक फईले हवय। \v 21 तेंह अपन मनखे इसरायलीमन ला चिनहां अऊ चमतकार के संग, एक सक्तिसाली हांथ अऊ बढ़े भुजा के दुवारा अऊ बड़े आतंक के संग मिसर देस ले निकाल लानय। \v 22 तेंह ये देस ओमन ला देय, जेला देय के किरिया तेंह ओमन के पुरखामन के संग खाय रहय, एक देस जिहां दूध अऊ मंधरस के धारा बहथे। \v 23 ओमन आईन अऊ येला अपन अधिकार म ले लीन, पर ओमन तोर बात नइं मानिन या तोर कानून के मुताबिक नइं चलिन; ओमन ओ काम नइं करिन, जेला करे के हुकूम तेंह ओमन ला दे रहय। एकरसेति तेंह ओमन ऊपर ये जम्मो बिपत्ति लानय। \pm \v 24 “देख, सहर ऊपर कब्जा करे बर कइसे घेराबंदी के ढलानमन बनाय गे हवंय। तलवार, अकाल अऊ महामारी के कारन, सहर ला बेबिलोन के ओ मनखेमन के हांथ म दे दिये जाही, जऊन मन हमला करत हवंय। जऊन बात तेंह कहे रहय, ओह होवत हे, जइसे कि तेंह देखत हस। \v 25 अऊ हालाकि सहर ला बेबिलोन के मनखेमन के हांथ म दे दिये जाही, तभो ले, हे परमपरधान यहोवा, तेंह मोला कहिथस, ‘चांदी देके खेत ला बिसा ले अऊ कागज म गवाहमन के दसखत लेय ले।’ ” \p \v 26 तब यहोवा के ये बचन यरमियाह करा आईस: \v 27 “मेंह जम्मो मानव-जाति के परमेसर, यहोवा अंव। का कोनो घलो काम मोर बर बहुंत कठिन अय? \v 28 एकरसेति यहोवा ह ये कहत हे: मेंह ये सहर ला बेबिलोन के मनखे अऊ बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के हांथ म देवइया हंव, जऊन ह येमा कब्जा कर लीही। \v 29 बेबिलोन के जऊन मनखेमन ये सहर ऊपर हमला करत हवंय, ओमन ये सहर म आहीं अऊ येमा आगी लगा दीहीं; ओमन सहर ला अऊ सहर के ओ घरमन ला जला दीहीं, जिहां मनखेमन छानी म बाल देवता बर धूप जलाके अऊ आने देवतामन बर पेय-बलिदान चढ़ाके मोर गुस्सा ला भड़काय हवंय। \p \v 30 “इसरायल अऊ यहूदा के मनखेमन अपन जवानी के समय ले मोर नजर म सिरिप दुस्टता के काम करे हवंय; वास्तव म, इसरायल के मनखेमन अपन हांथ ले बनाय चीजमन के दुवारा मोर गुस्सा ला भड़काय के छोंड़ अऊ कुछू नइं करे हवंय, यहोवा ह घोसना करत हे। \v 31 जऊन दिन ये सहर बसाय गीस, तब ले लेके आज तक, ये सहर ह मोर गुस्सा अऊ कोप ला भड़काय के काम करे हवय, एकरसेति मेंह येला अपन आघू ले हटा दूहूं। \v 32 इसरायल अऊ यहूदा के मनखेमन ओमन के राजा अऊ करमचारीमन, ओमन के पुरोहित अऊ अगमजानीमन, यहूदा के मनखे अऊ यरूसलेम म रहइया मनखे, जम्मो के जम्मो दुस्टता के काम करके मोर गुस्सा ला भड़काय हवंय। \v 33 ओमन मोर कोति अपन मुहूं नइं, पर अपन पीठ ला कर दे हवंय; हालाकि मेंह ओमन ला बार-बार सिखांय, पर ओमन मोर बात ला नइं सुनिन या ओकर मुताबिक नइं चलिन। \v 34 ओ घर जऊन ह मोर कहाथे, ओमा ओमन अपन बेकार के मूरतीमन ला मढ़ाईन अऊ मोर घर ला असुध करिन। \v 35 ओमन अपन बेटा अऊ बेटीमन ला मोलेक देवता ला बलिदान करे बर बेन-हिन्नोम के घाटी म बाल देवता बर ऊंच-ऊंच जगहमन ला बनाईन, हालाकि येकर हुकूम मेंह कभू नइं देय रहेंव—अऊ न ही ये बात कभू मोर मन म आईस—कि ओमन अइसने घिनौना काम करंय अऊ ये किसम ले यहूदी मनखेमन ले पाप करावंय। \p \v 36 “तेंह ये सहर के बारे म कहत हस, ‘तलवार, अकाल अऊ महामारी के दुवारा येला बेबिलोन के राजा के हांथ म दे दिये जाही’; पर यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: \v 37 खचित, मेंह ओमन ला ओ जम्मो देस ले इकट्ठा करहूं, जिहां मेंह अपन बहुंत गुस्सा अऊ भयंकर कोप के कारन ओमन ला निकाल दे रहेंव; मेंह ओमन ला ये जगह म लहुंटाके ले आहूं अऊ ओमन निडर होके रहिहीं। \v 38 ओमन मोर मनखे होहीं, अऊ मेंह ओमन के परमेसर होहूं। \v 39 मेंह ओमन ला एक ही मन अऊ एक ही चालचलन दूहूं, ताकि ओमन हमेसा मोर भय मानंय अऊ ओमन के जिनगी अऊ ओमन के बाद ओमन के लइकामन के जिनगी घलो सही-सलामत बितय। \v 40 मेंह ओमन के संग सदा बने रहइया एक करार करहूं; मेंह ओमन के भलई करई कभू नइं छोंड़हूं, अऊ मेंह ओमन ला मोर भय माने बर उत्साहित करहूं, ताकि ओमन कभू मोर ले अलग झन होवंय। \v 41 मेंह ओमन के भलई करके आनंदित होहूं, अऊ सही म, मेंह अपन पूरा मन अऊ आतमा सहित ओमन ला ये देस म बसाहूं। \p \v 42 “यहोवा ह ये कहत हे: जइसने मेंह ये मनखेमन ऊपर ये जम्मो बड़े बिपत्ति लाने हवंव, वइसने ही मेंह ओमन ला ओ जम्मो खुसी दूहूं, जेकर वायदा मेंह ओमन ले करे रहेंव। \v 43 एक बार फेर ये देस के भुइयां के दसा ह सुधरही, जेकर बारे म तुमन कहिथव, ‘येह बिगर मनखे या पसु के एक उजाड़ भुइयां ए, काबरकि येला बेबिलोन के मनखेमन के हांथ म दे दिये गे हवय।’ \v 44 बिनयामीन के इलाका म, यरूसलेम के चारों कोति के गांवमन म, यहूदा के नगरमन म अऊ पहाड़ी देस, पछिम के खाल्हे के देस अऊ नेगेव के नगरमन म खेतमन ला चांदी देके फेर बिसाय जाही, अऊ लेन-देन के कागज म दसखत करे जाही, ओमा मुहर लगाय जाही अऊ गवाहमन होहीं, काबरकि मेंह ओमन के दिन ला बदलहूं, यहोवा ह घोसना करत हे।” \c 33 \s1 पहिली के दसा म लाय के वायदा \p \v 1 जब यरमियाह ह पहरेदार के अंगना म बंद रिहिस, त यहोवा के बचन दूसर बार ओकर मेर आईस: \v 2 “जऊन ह धरती ला बनाईस, यहोवा जऊन ह येला रूप दीस अऊ येला इस्थिर करिस—ओकर नांव यहोवा अय; ओह ये कहत हे: \v 3 ‘मोर ले पराथना कर अऊ मेंह तोला जबाब दूहूं अऊ तोला बड़े-बड़े अऊ कठिन बात बताहूं, जेमन ला तेंह नइं जानस।’ \v 4 ये सहर के घर अऊ यहूदा के राजमहलमन एकरसेति गिराय गे हवंय ताकि बेबिलोन के मनखेमन के संग लड़ई म, येमन के उपयोग सैनिकमन के घेरा अऊ तलवार के बिरूध करे जा सकय; ये घर अऊ राजमहलमन के बारे म यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: \v 5 ‘मेंह अपन गुस्सा अऊ कोप म आके ये सहर के मनखेमन ला मारहूं, अऊ सहर ह मनखेमन के लास ले भर जाही। काबरकि ये सहर के मनखेमन के दुस्टता के कारन, मेंह ये सहर ले अपन मुहूं ला फेर लूहूं। \p \v 6 “ ‘तभो ले, मेंह ये सहर के ईलाज करहूं अऊ येमा चंगई लानहूं; मेंह अपन मनखेमन ला चंगा करहूं अऊ ओमन अपार सांति अऊ सुरकछा के आनंद उठाहीं। \v 7 मेंह यहूदा अऊ इसरायल के मनखेमन ला बंधुवई ले वापिस लानहूं अऊ ओमन ला पहिले के सहीं फेर बसा दूहूं। \v 8 ओमन जतेक पाप मोर बिरूध करे हवंय, ओ जम्मो पाप ले मेंह ओमन ला सुध करहूं अऊ मोर बिरूध म करे गे बिदरोह के ओमन के जम्मो पाप ला छेमा करहूं। \v 9 तब धरती के देसमन, ये सहर बर करे गे मोर भलई के काम के बारे म सुनहीं अऊ मेंह ओ जम्मो देस के आघू म ये सहर म खियाती, आनंद, परसंसा अऊ आदर लानहूं; अऊ जऊन बढ़ती अऊ सांति मेंह ये सहर ला दूहूं, ओला देखके ओ देस के मनखेमन डरहीं अऊ डर के मारे कांपहीं।’ \p \v 10 “यहोवा ह ये कहत हे: ‘तेंह ये जगह के बारे म कहिथस, “येह बिगर मनखे या पसु के एक उजाड़ जगह अय।” हालाकि यहूदा देस के नगर अऊ यरूसलेम के गलीमन सुनसान पड़े हवंय, अऊ येमा न तो कोनो मनखे अऊ न ही कोनो पसु रहत हें, तभो ले उहां एक बार फेर \v 11 आनंद अऊ खुसी के अवाज, दूल्हा अऊ दुलहिन के अवाज, अऊ जऊन मन यहोवा के घर म धनबाद के बलिदान लानथें, ओमन के अवाज ये कहत सुनई दीही, \q1 “सर्वसक्तिमान यहोवा ला धनबाद देवव, \q2 काबरकि यहोवा ह बने अय; \q2 ओकर मया सदाकाल तक बने रहिथे।” \m काबरकि मेंह ये देस के दसा ला पहिले के सहीं बने कर दूहूं, यहोवा ह कहत हे। \p \v 12 “सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: ‘ये जगह, जऊन ह उजाड़ अऊ बिगर मनखे या पसु के हवय—येकर जम्मो नगर म चरवाहामन के भेड़-बकरी के झुंड बर अराम करे के फेर चरागनमन होहीं। \v 13 पहाड़ी देस, पछिम के खाल्हे पहाड़ी देस अऊ नेगेव के नगरमन म, बिनयामीन के इलाका म, यरूसलेम के चारों कोति के गांवमन म अऊ यहूदा के नगरमन म भेड़-बकरी के झुंडमन फेर ओकर करा आहीं, जऊन ह ओमन के गनती करथे,’ यहोवा ह कहत हे। \p \v 14 “ ‘ओ दिनमन आवत हें,’ यहोवा ह घोसना करत हे, ‘जब मेंह इसरायल अऊ यहूदा के मनखेमन ले करे गे बने वायदा ला पूरा करहूं। \q1 \v 15 “ ‘ओ दिनमन म अऊ ओ बेरा म \q2 मेंह दाऊद के बंस म एक धरमी डंगाल\f + \fr 33:15 \fr*\ft या \ft*\fqa संतान\fqa*\f* के पीका ला ठाढ़ करहूं; \q2 ओह ये देस म नियाय के काम अऊ सही काम करही। \q1 \v 16 ओ दिनमन म यहूदा के मनखेमन ला बंचाय जाही \q2 अऊ यरूसलेम के मनखेमन सुरकछित बसे रहिहीं। \q1 ओला ये नांव के दुवारा पुकारे जाही: \q2 यहोवा हमर धरमी उद्धारकर्ता।’ \m \v 17 काबरकि यहोवा ह ये कहत हे: ‘दाऊद के बंस म ले इसरायल के सिंघासन म बईठनेवाला हर समय कोनो न कोनो होहीं, \v 18 अऊ लेवीय पुरोहितमन के बंस म ले मोर आघू म होम-बलिदान, अन्न-बलिदान अऊ आने बलिदान चघाय बर हर समय कोनो न कोनो होहीं।’ ” \p \v 19 यहोवा के ये बचन यरमियाह मेर आईस: \v 20 “यहोवा ह ये कहत हे: ‘मेंह दिन अऊ रात के बारे म करार करे हंव; यदि तुमन ये करार ला टोर दे हव, ताकि दिन अऊ रात अपन ठहिराय समय म झन होवंय, \v 21 त फेर मोर सेवक दाऊद के संग करे मोर करार—अऊ मोर आघू म सेवा करइया लेवी पुरोहितमन के संग करे मोर करार ला टोरे जा सकत हे अऊ दाऊद ले ओकर सिंघासन म राज-करइया फेर ओकर कोनो संतान नइं होहीं। \v 22 जइसने अकास के तारामन ला गने नइं जा सकय अऊ न ही समुंदर तीर के बालू ला नापे जा सकय, वइसने ही मेंह अपन सेवक दाऊद के संतान अऊ मोर आघू म सेवा करइया ओ लेवीमन ला बढ़ाहूं कि ओमन गने नइं जा सकहीं।’ ” \p \v 23 यहोवा के ये बचन यरमियाह मेर आईस: \v 24 “का तेंह धियान नइं देय कि ये मनखेमन का कहत हवंय, ‘जऊन दू ठन राज\f + \fr 33:24 \fr*\ft या \ft*\fqa दू ठन परिवार, याने कि इसरायल अऊ यहूदा\fqa*\f* ला यहोवा ह चुने रिहिस, ओ दूनों राज ला ओह अब तियाग दे हवय’? एकरसेति ओमन मोर मनखेमन ला तुछ समझथें अऊ ओमन के एक जाति के रूप म आदर नइं करंय। \v 25 यहोवा ह ये कहत हे: ‘यदि दिन अऊ रात के बारे म मेंह अपन करार नइं करे हंव अऊ अकास अऊ धरती के नियममन ला मेंह नइं ठहिराय हंव, \v 26 तब मेंह याकूब के संतानमन ला अऊ मोर सेवक दाऊद ला तियाग दूहूं अऊ ओकर कोनो बेटा ला अब्राहम, इसहाक अऊ याकूब के संतानमन ऊपर राज करे बर नइं चुनहूं। पर मेंह ओमन के तकदीर ला फेर बदलहूं अऊ ओमन ऊपर दया देखाहूं।’ ” \c 34 \s1 सिदकियाह ला चेतउनी \p \v 1 जब बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर अऊ ओकर जम्मो सेना अऊ ओ जम्मो राज अऊ मनखे, जेमन ऊपर ओह सासन करत रिहिस, ओ जम्मो के जम्मो यरूसलेम अऊ येकर चारों कोति के नगरमन ले लड़त रिहिन, त यहोवा के ये बचन यरमियाह मेर आईस: \v 2 “यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: यहूदा के राजा सिदकियाह करा जा अऊ ओला कह, ‘यहोवा ह ये कहत हे: मेंह ये सहर ला बेबिलोन के राजा के हांथ म देनेचवाला हंव, अऊ ओह येला जला दीही। \v 3 तेंह ओकर हांथ ले नइं बच सकस पर येह पक्का ए कि तेंह पकड़े जाबे अऊ तोला ओकर हांथ म कर दिये जाही। तेंह खुद अपन आंखी ले बेबिलोन के राजा ला देखबे, अऊ ओह तोर ले आमने-सामने गोठियाही। अऊ तेंह बंधुवई म बेबिलोन जाबे। \p \v 4 “ ‘तभो ले, हे यहूदा के राजा सिदकियाह, यहोवा ह जऊन वायदा तोर ले करत हे, ओला सुन। यहोवा ह तोर बारे म ये कहत हे: तेंह तलवार ले मारे नइं जावस। \v 5 तेंह सांति से मरबे। अऊ जइसने मनखेमन तोर पहिले सासन करइया राजामन के आदर म ओमन के चिता म आगी बारे रिहिन, वइसने ही मनखेमन तोर आदर म आगी बारहीं अऊ ये कहिके सोक मनाहीं, “हाय हे मोर मालिक!” मेंह खुद ये वायदा करत हंव, यहोवा ह घोसना करत हे।’ ” \p \v 6 तब यरमियाह अगमजानी ह ये जम्मो बात यहूदा के राजा सिदकियाह ला यरूसलेम म ओ बेरा कहिस, \v 7 जब बेबिलोन के राजा के सेना ह यरूसलेम ले अऊ यहूदा के आने बांचे सहर—लाकीस अऊ अजेका ले लड़त रिहिस। यहूदा प्रदेस म सिरिप ये दूनों ही गढ़वाले सहर बांचे रिहिन। \s1 गुलाममन बर सुतंतरता \p \v 8 यहोवा के ये बचन यरमियाह करा ओ बेरा आईस, जब सिदकियाह राजा ह यरूसलेम म जम्मो मनखेमन संग ये करार कर लीस कि गुलाममन ला सुतंतर करे के घोसना करे जावय। \v 9 हर एक जन अपन-अपन इबरानी गुलाम, चाहे आदमी हो या माईलोगन दूनों ला सुतंतर कर देवय; अपन कोनो इबरानी संगी ला बंधुवा के रूप म नइं रखना हे। \v 10 तब जम्मो करमचारी अऊ मनखेमन ये करार ऊपर सहमती देखाईन कि ओमन अपन-अपन गुलाम, चाहे आदमी हो या माईलोगन दूनों ला सुतंतर कर दीहीं अऊ ओमन ला फेर बंधुवा के रूप म नइं रखहीं। ओमन राजी होईन, अऊ ओमन ला सुतंतर कर दीन। \v 11 पर येकर बाद ओमन मुकर गीन अऊ जऊन गुलाममन ला ओमन सुतंतर कर दे रिहिन, ओमन ला वापिस लेके फेर गुलाम बना लीन। \p \v 12 तब यहोवा के ये बचन यरमियाह मेर आईस: \v 13 “यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: जब मेंह तुम्हर पुरखामन ला गुलामी के देस याने कि मिसर देस ले निकालके लानेंव, त मेंह ओमन के संग ये कहिके एक करार करेंव, \v 14 ‘हर सातवां साल म, तुमन ओ संगी इबरीमन ला सुतंतर कर देवव, जऊन मन अपनआप ला तुम्हर हांथ म बेच दे हवंय। जब ओमन तुम्हर छै साल तक सेवा कर लेथें, त तुमन ओमन ला सुतंतर करके जावन देवव।’\f + \fr 34:14 \fr*\ft \+xt ब्यव 15:12\+xt*\ft*\f* पर तुम्हर पुरखामन मोर बात ला नइं सुनिन या मोर बात ला धियान नइं दीन। \v 15 हाल ही म, तुमन पछताप करे रहेव अऊ ओ काम ला करेव, जऊन ह मोर नजर म बने अय: तुमन ले हर एक जन अपन खुद के मनखेमन के सुतंतरता के घोसना करेव। अऊ त अऊ जऊन घर ला मोर कहे जाथे, ओ घर म मोर आघू म तुमन एक करार घलो करेव। \v 16 पर अब तुमन ओ बात ले मुकर गे हव अऊ मोर नांव ला अपबितर करे हव; तुमन ले हर एक जन ओ नर अऊ नारी गुलाममन ला वापिस लेय ले हव, जेमन ला तुमन सुतंतर कर दे रहेव कि ओमन अपन-अपन ईछा के मुताबिक जिहां चाहंय, उहां जावंय। तुमन ओमन ला फेर तुम्हर गुलाम बने बर दबाव डाले हवव। \p \v 17 “एकरसेति यहोवा ह ये कहत हे: तुमन मोर बात नइं माने हव; तुमन अपन खुद के मनखेमन के सुतंतरता के घोसना नइं करे हव, एकरसेति मेंह अब तुम्हर बर ‘सुतंतरता’ के घोसना करत हंव, यहोवा के ये बचन अय—अइसने ‘सुतंतरता’ कि तुमन तलवार, महामारी अऊ अकाल के सामना करहू। मेंह तुमन ला अइसने कर दूहूं कि धरती के जम्मो राजमन तुम्हर ले घिन करहीं। \v 18 जऊन मनखेमन मोर करार ला टोर दे हवंय अऊ मोर आघू म करे गे करार के बात ला पूरा नइं करे हवंय, ओमन के संग, मेंह ओ बछरू सहीं बरताव करहूं, जेला मनखेमन दू भाग कर दीन अऊ तब ओकर दूनों कुटा के बीच म ले रेंगिन। \v 19 यहूदा अऊ यरूसलेम के अगुवा, अदालत के करमचारी, पुरोहित अऊ देस के ओ जम्मो मनखे, जऊन मन बछरू के कुटा के बीच म ले रेंगिन, \v 20 ओमन ला मेंह ओमन के बईरीमन के हांथ म कर दूहूं, जेमन ओमन ला मार डारे चाहत हें। ओमन के लासमन चिरई अऊ जंगली पसुमन के जेवन हो जाहीं। \p \v 21 “मेंह यहूदा के राजा सिदकियाह अऊ ओकर करमचारीमन ला ओमन के बईरीमन के हांथ म कर दूहूं, जेमन ओमन ला मार डारे चाहत हें, याने कि मेंह ओमन ला बेबिलोन के ओ राजा के सेना के हांथ म कर दूहूं, जऊन ह तुम्हर करा ले हट गे हवय। \v 22 यहोवा ह घोसना करत हे, मेंह हुकूम देवइया हंव अऊ मेंह ओमन ला ये सहर म वापिस ले आहूं। ओमन येकर बिरूध लड़हीं, अऊ येला लेके येमा आगी लगा दीहीं। अऊ मेंह यहूदा के नगरमन ला अइसने उजाड़ दूहूं कि उहां कोनो नइं रह सकहीं।” \c 35 \s1 रेकाब के बंसज \p \v 1 योसियाह के बेटा यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज म यहोवा के ये बचन यरमियाह करा आईस: \v 2 “रेकाबी परिवार म जा अऊ ओमन ला यहोवा के घर के बाजू के एक कमरा म आय बर नेवता दे अऊ ओमन ला पीये बर अंगूर के मंद दे।” \p \v 3 तब मेंह हबसिनयाह के पोता यरमियाह के बेटा याजनयाह ला, अऊ ओकर भाईमन ला अऊ जम्मो बेटामन ला, याने कि रेकाबीमन के जम्मो परिवार ला बलाय बर गेंव। \v 4 मेंह ओमन ला यहोवा के घर म, परमेसर के जन यिगदलयाह के बेटा हानान, जऊन ह परमेसर के एक जन रिहिस, ओकर बेटामन के कमरा म ले आनेंव। येह करमचारीमन के कमरा के बाजू म अऊ सल्लूम के बेटा, दुवारपाल मासेयाह के कमरा के ऊपर रिहिस। \v 5 तब मेंह रेकाबीमन के आघू म अंगूर के मंद ले भरे घघरी अऊ कटोरामन ला रखके कहेंव, “थोरकन मंद पी लव।” \p \v 6 पर ओमन कहिन, “हमन मंद नइं पीयन, काबरकि रेकाब के बेटा, हमर पुरखा यहोनादाब\f + \fr 35:6 \fr*\ft या \ft*\fqa योनादाब\fqa*\f* ह हमन ला ये हुकूम देय रिहिस, ‘न तो तुमन अऊ न ही तुम्हर संतानमन कभू मंद पीहू। \v 7 तुमन कभू घर घलो झन बनाहू, न बीज बोवव अऊ न ही अंगूर के बारी लगावव, तुम्हर करा ये चीजमन कभू झन होवय, पर तुमन हमेसा तम्बूमन म रहव। तब तुमन ओ देस म लम्बा समय तक रहन पाहू, जिहां तुमन घुमंतू जाति के रूप म रहत हवव।’ \v 8 हमन रेकाब के बेटा हमर पुरखा यहोनादाब के ओ जम्मो बात ला माने हवन, जेकर हुकूम ओह देय रिहिस। न तो हमन, न ही हमर घरवाली अऊ न ही हमर बेटा-बेटीमन कभू मंद पीये हवन, \v 9 अऊ न ही कभू घर बनाय हवन अऊ न ही अंगूर के बारी, खेत या अनाज बोये हवन। \v 10 हमन तम्बूमन म रहे हवन अऊ हमन हमर पुरखा यहोनादाब के दिये हुकूम के हर एक बात ला माने हवन। \v 11 पर जब बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ये देस ऊपर चढ़ई करिस, त हमन कहेंन, ‘आवव, बेबिलोनी\f + \fr 35:11 \fr*\ft या \ft*\fqa कसदी\fqa*\f* अऊ अरामीमन के सेना ले बांचे बर, हमन यरूसलेम जावन।’ ये खातिर हमन यरूसलेम म रहत हन।” \p \v 12 तब यहोवा के बचन ये कहत यरमियाह मेर आईस: \v 13 “सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: जा अऊ यहूदा देस के मनखे अऊ यरूसलेम सहर म रहइया मनखेमन ला कह, ‘का तुमन सबक नइं सीखहू अऊ मोर बात ला नइं मानहू?’ यहोवा ह घोसना करत हे। \v 14 ‘रेकाब के बेटा यहोनादाब ह अपन संतानमन ला हुकूम दीस कि ओमन मंद झन पीयंय अऊ ओमन ये हुकूम ला मानिन। आज तक ओमन मंद नइं पीयंय, काबरकि ओमन अपन पुरखा के हुकूम ला मानत हें; पर मेंह तुमन ला बार-बार कहे हंव, तभो ले तुमन मोर बात नइं माने हव। \v 15 बार-बार मेंह अपन जम्मो सेवक अऊ अगमजानीमन ला तुम्हर करा पठोंय। ओमन कहिन, “तुमन ले हर एक जन अपन दुस्ट चालचलन ले फिरव, अऊ अपन चालचलन ला सुधारव; आने देवतामन के सेवा करे बर ओमन के पाछू झन जावव। तब तुमन ये देस म रहे बर पाहू, जेला मेंह तुमन अऊ तुम्हर पुरखामन ला देय हवंव।” पर तुमन मोर बात ला धियान नइं देव अऊ न ही मोर बात ला सुनेव। \v 16 रेकाब के बेटा यहोनादाब के संतानमन अपन पुरखा के दिये हुकूम ला मानिन, पर ये मनखेमन मोर बात नइं मानिन।’ \p \v 17 “एकरसेति यहोवा सर्वसक्तिमान परमेसर, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘सुनव! यहूदा ऊपर अऊ यरूसलेम सहर म रहइया जम्मो मनखे ऊपर, मेंह ओ जम्मो बिपत्ति लानेवाला हंव, जेकर घोसना मेंह ओमन के बिरूध करे हवंव। काबरकि मेंह ओमन ले बात करेंव, पर ओमन नइं सुनिन; मेंह ओमन ला बलांय, पर ओमन जबाब नइं दीन।’ ” \p \v 18 तब यरमियाह ह रेकाबीमन के परिवार ला कहिस, “सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘तुमन अपन पुरखा यहोनादाब के हुकूम ला माने हव अऊ ओकर जम्मो निरदेस के पालन करे हव अऊ हर ओ काम करे हव, जेकर हुकूम ओह देय रिहिस।’ \v 19 एकरसेति सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘रेकाब के बेटा यहोनादाब के संतान म हमेसा कोनो न कोनो अइसने आदमी होही, जऊन ह मोर सेवा करही।’ ” \c 36 \s1 यहोयाकीम ह यरमियाह के किताब ला जला देथे \p \v 1 योसियाह के बेटा यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज के चौथा साल म यहोवा के ये बचन यरमियाह मेर आईस: \v 2 “चामपट्टी के एक खाली किताब ले अऊ इसरायल, यहूदा अऊ आने जम्मो जातिमन के बारे म, जतेक बात मेंह तोर ले योसियाह के राज के समय ले लेके आज तक कहे हवंव, ओ जम्मो ला ओ किताब म लिख ले। \v 3 हो सकथे, जब यहूदा के मनखेमन ओ जम्मो बिपत्ति के बारे म सुनंय, जेला मेंह ओमन ऊपर लाने के योजना बनात हंव, त ओमन अपन खराप चालचलन ले मन फिरांय; तब मेंह ओमन के अधरम अऊ पाप ला छेमा करहूं।” \p \v 4 एकरसेति यरमियाह ह नेरियाह के बेटा बारूक ला बलाईस, अऊ यरमियाह ह यहोवा के कहे जम्मो बात बारूक ला बतात गीस अऊ बारूक ह ओ बातमन ला ओ खाली किताब म लिख लीस। \v 5 तब यरमियाह ह बारूक ला कहिस, “मोर ऊपर तो परतिबंध लगे हवय; मोला यहोवा के मंदिर म जाय के अनुमति नइं ए। \v 6 एकरसेति एक उपास के दिन, तें यहोवा के घर म जा अऊ ये किताब म लिखे यहोवा के ओ बचन मनखेमन ला सुना, जेला तेंह मोर कहे मुताबिक लिखे हवस। यहूदा के ओ जम्मो मनखे, जऊन मन अपन-अपन नगर ले उहां आथें, ओमन ला ये किताब के बात ला पढ़के सुना। \v 7 हो सकथे, ओमन यहोवा के आघू म बिनती करंय अऊ हर एक जन अपन-अपन खराप चालचलन ले मन फिरांय। काबरकि जऊन गुस्सा अऊ कोप के घोसना यहोवा ह ये मनखेमन के बिरूध म करे हवय, ओह बहुंत जादा अय।” \p \v 8 नेरियाह के बेटा बारूक ह ओ जम्मो काम करिस, जेला यरमियाह अगमजानी ह ओला करे बर कहे रिहिस; यहोवा के मंदिर म, ओह ओ किताब म लिखे यहोवा के बचन ला पढ़के सुनाईस। \v 9 योसियाह के बेटा यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज के पांचवां साल के नौवां महिना म, यरूसलेम के जम्मो मनखे अऊ यहूदा के नगरमन ले आय मनखेमन बर यहोवा के आघू म उपास करे के घोसना करे गीस। \v 10 सापान के बेटा गमरयाह ह सचिव रिहिस; ओकर कमरा ह मंदिर के नवां कपाट के प्रवेस दुवार करा ऊपर के अंगना म रिहिस; बारूक ह ओ कमरा ले यहोवा के मंदिर म जम्मो मनखेमन ला किताब म लिखे यरमियाह के बचन ला पढ़के सुनाईस। \p \v 11 जब सापान के नाती, गमरयाह के बेटा मीकायाह ह किताब म लिखे यहोवा के जम्मो बचन ला सुनिस, \v 12 त ओह राजमहल म खाल्हे सचिव के कमरा म गीस, जिहां जम्मो करमचारीमन बईठे रहंय: एलीसामा सचिव, समायाह के बेटा दलायाह, अकबोर के बेटा एलनातान, सापान के बेटा गमरयाह, हननयाह के बेटा सिदकियाह अऊ आने जम्मो करमचारी। \v 13 मीकायाह ह ओ जम्मो बात ओमन ला बताईस, जेला ओह सुने रिहिस, जब बारूक ह किताब म ले पढ़के मनखेमन ला सुनाईस। \v 14 ये बात ला सुनके, जम्मो करमचारीमन येहूदी ला, जऊन ह नतनयाह के बेटा, सेलेमियाह के पोता अऊ कूसी के परपोता रिहिस, बारूक करा ये कहे बर पठोईन, “जऊन किताब म ले तेंह मनखेमन ला पढ़के सुनाय हस, ओ किताब ला लेके आ जा।” एकरसेति नेरियाह के बेटा बारूक ह ओ किताब ला अपन हांथ म धरके ओमन करा आईस। \v 15 तब ओमन ओला कहिन, “बईठ जा अऊ हमन ला ये किताब म ले पढ़के सुना।” \p तब बारूक ह ओमन ला किताब ला पढ़के सुना दीस। \v 16 जब ओमन ये जम्मो बात ला सुनिन, त ओमन डर म, एक-दूसर ला देखिन अऊ बारूक ला कहिन, “हमर बर जरूरी अय कि हमन ये जम्मो बात राजा ला बतावन।” \v 17 तब ओमन बारूक ले पुछिन, “हमन ला बता कि तेंह ये जम्मो बात ला कइसे लिखय? का यरमियाह ह ये बातमन ला कहत गीस?” \p \v 18 बारूक ह जबाब दीस, “हव, ओह ये जम्मो बात मोला कहत गीस, अऊ मेंह येला चाम के किताब म सियाही ले लिखत गेंव।” \p \v 19 तब अधिकारीमन बारूक ला कहिन, “तें अऊ यरमियाह जावव अऊ छिप जावव। कोनो ला झन बतावव कि तुमन कहां हव।” \p \v 20 तब अधिकारीमन चाम के किताब ला एलीसामा सचिव के कमरा म रख दीन अऊ राजा करा अंगना म जाके ओ जम्मो बात ओला बताईन। \v 21 तब राजा ह येहूदी ला चाम के किताब लाने बर पठोईस, अऊ येहूदी ह किताब ला एलीसामा सचिव के कमरा ले लानिस अऊ ओला राजा अऊ ओकर बाजू म खड़े जम्मो अधिकारीमन ला पढ़के सुनाईस। \v 22 येह नौवां महिना रिहिस अऊ राजा ह जड़काला के घर म बईठे रहय अऊ ओकर आघू म आगी तापे के चूल्हा बरत रहय। \v 23 जब भी येहूदी ह तीन या चार पन्ना पढ़ डारय, त राजा ह ओ पन्नामन ला एक लेखक के चाकू ले काट देय अऊ ओमन ला आगी तापे के चूल्हा म फटिक देय; ओह तब तक अइसने करिस, जब तक कि जम्मो किताब ह चूल्हा के आगी म जर नइं गीस। \v 24 पर राजा अऊ ओकर जम्मो सेवक, जऊन मन ये बात ला सुनिन, ओमन म न तो कोनो डर के बात दिखिस अऊ न ही ओमन दुखित होके अपन ओनहा ला चीरिन। \v 25 हालाकि एलनातान, दलायाह अऊ गमरयाह, राजा ले बिनती करिन कि किताब ला झन जलावय, पर ओह ओमन के एको ठन बात नइं सुनिस। \v 26 येकर उल्टा, राजा ह अपन एक बेटा यरहमेल अऊ अजरीएल के बेटा सरायाह अऊ अबदेल के बेटा सेलेमियाह ला हुकूम दीस कि ओमन बारूक लेखक अऊ यरमियाह अगमजानी ला बंदी बना लेवंय। पर यहोवा ह ओमन ला छिपा दे रिहिस। \p \v 27 जब राजा ह ओ किताब ला जला दीस, जेमा बारूक ह यरमियाह के बताय बात ला लिखे रिहिस, तब यहोवा के ये बचन यरमियाह मेर आईस: \v 28 “एक ठन अऊ चामपट्टी ले अऊ ओमा ओ जम्मो बात ला लिख, जऊन ह पहिली चाम के किताब म रिहिस अऊ जेला यहूदा के राजा यहोयाकीम ह जला दीस। \v 29 अऊ यहूदा के राजा यहोयाकीम ला ये घलो कह, ‘यहोवा ह ये कहत हे: तेंह ओ किताब ला जला देय अऊ कहय, “तेंह ओमा काबर लिखे कि बेबिलोन के राजा जरूर आही अऊ ये देस ला नास कर दीही अऊ इहां ले मनखे अऊ पसु दूनों के नामोनिसान मिटा दीही?” \v 30 एकरसेति यहोवा ह यहूदा के राजा यहोयाकीम के बारे म ये कहत हे: दाऊद के सिंघासन म बईठे बर ओकर कोनो संतान नइं होहीं; ओकर लास ला बाहिर अइसे फटिक दिये जाही कि ओह दिन के घाम अऊ रथिया के सीत म पड़े रहिही। \v 31 मेंह ओला अऊ ओकर लइकामन ला अऊ ओकर सेवकमन ला ओमन के अधरम के सजा दूहूं; मेंह ओमन ऊपर अऊ यरूसलेम म रहइया मनखेमन ऊपर अऊ यहूदा के मनखेमन ऊपर ओ जम्मो बिपत्ति लानहूं, जेकर घोसना मेंह ओमन के बिरूध करे हवंव, काबरकि ओमन मोर बात ला नइं सुनिन।’ ” \p \v 32 तब यरमियाह ह एक आने चाम के खाली किताब लीस अऊ ओला नेरियाह के बेटा बारूक लेखक ला दीस, अऊ यरमियाह के कहे मुताबिक बारूक ह येमा ओ पहिली चाम के किताब के जम्मो बात ला फेर लिखिस, जेला यहूदा के राजा यहोयाकीम ह आगी म जला दे रिहिस। अऊ येमा पहिले के सहीं अऊ कतको बातमन ला जोड़ दिये गीस। \c 37 \s1 यरमियाह जेल म \p \v 1 यहोयाकीम के बेटा यहोयाकीन के जगह म योसियाह के बेटा सिदकियाह ह राज करन लगिस, काबरकि बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह सिदकियाह ला यहूदा देस के राजा बनाईस। \v 2 पर न तो ओह, न ही ओकर करमचारीमन अऊ न ही देस के मनखेमन यहोवा के ओ बचन ऊपर धियान दीन, जेला ओह यरमियाह अगमजानी के जरिये कहे रिहिस। \p \v 3 तभो ले, सिदकियाह राजा ह सेलेमियाह के बेटा यहूकल अऊ मासेयाह के बेटा सपनयाह पुरोहित ला यरमियाह अगमजानी करा ये कहे बर पठोईस, “यहोवा हमर परमेसर ले हमर बर पराथना कर।” \p \v 4 ओ बेरा म यरमियाह ला जेल म नइं डारे गे रिहिस, अऊ ओह मनखेमन के बीच म बिगर रोक-टोक के आवत-जावत रिहिस। \v 5 ओ समय फिरौन के सेना ह मिसर ले निकले रिहिस, अऊ बेबिलोन के सेना\f + \fr 37:5 \fr*\ft या \ft*\fqa कसदीमन \fqa*\ft \+xt पद 8|link-href="JER 37:8"\+xt*, \+xt 9|link-href="JER 37:9"\+xt*, \+xt 13|link-href="JER 37:13"\+xt* अऊ \+xt 14|link-href="JER 37:14"\+xt* म घलो\ft*\f* ह यरूसलेम ला घेरत रिहिस, पर जब ओमन फिरौन के सेना के बारे म सुनिन, त ओमन यरूसलेम ले हट गीन। \p \v 6 तब यहोवा के ये बचन यरमियाह अगमजानी मेर आईस: \v 7 “यहोवा इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: यहूदा के राजा जऊन ह तोला मोर करा पठोय हे ओला कह, ‘फिरौन के जऊन सेना तोर मदद करे बर निकले हवय, ओह अपन देस मिसर ला वापिस चल दीही। \v 8 तब बेबिलोन के मनखेमन वापिस आके ये सहर ऊपर हमला करहीं; ओमन येकर ऊपर कब्जा कर लीहीं अऊ येला जलाके फूंक दीहीं।’ \p \v 9 “यहोवा ह ये कहत हे: ये सोचके अपनआप ला धोखा झन देवव, ‘बेबिलोन के मनखेमन हमन ला जरूर छोंड़ दीहीं।’ पर ओमन नइं छोंड़ंय! \v 10 अऊ त अऊ यदि तुमन बेबिलोन के ओ जम्मो सेना ला हरा घलो देथव, जऊन ह तुम्हर ऊपर हमला करत हे अऊ ओमन के सिरिप घायल मनखेमन ओमन के तम्बू म बांचे होहीं, त ओमन बाहिर निकलहीं अऊ ये सहर ला जलाके फूंक दीहीं।” \p \v 11 जब बेबिलोन के सेना ह फिरौन के सेना के कारन यरूसलेम ले वापिस चल दीस, \v 12 तब यरमियाह ह सहर ला छोंड़के बिनयामीन के राज म जाय बर निकलिस, ताकि ओह उहां मनखेमन के बीच म संपत्ति के अपन बांटा लेवय। \v 13 पर जब ओह बिनयामीन दुवार करा हबरिस, त उहां इरियाह नांव के पहरेदारमन के मुखिया रिहिस, जऊन ह सेलेमियाह के बेटा अऊ हननयाह के पोता रिहिस; ओह यरमियाह अगमजानी ला बंदी बनाके कहिस, “तेंह बेबिलोन के मनखेमन करा जावत हस!” \p \v 14 तब यरमियाह ह कहिस, “येह सच नो हय! मेंह बेबिलोन के मनखेमन करा नइं जावत हंव।” पर इरियाह ह ओकर बात ला बिसवास नइं करिस; अऊ ओह यरमियाह ला बंदी बनाके करमचारीमन करा ले आईस। \v 15 ओमन यरमियाह ऊपर गुस्सा होईन अऊ ओला पीटवाके योनातन सचिव के ओ घर म बंदी बनाके डलवा दीन, जेला ओमन जेल बना दे रिहिन। \p \v 16 यरमियाह ला तलघर के एक गुम्मट सहीं कमरा म रखे गीस, जिहां ओह बहुंत समय तक रिहिस। \v 17 तब सिदकियाह राजा ह ओकर करा मनखे पठोके ओला महल म ले आईस अऊ ओला एकांत म पुछिस, “का यहोवा ले कोनो संदेस हवय?” \p यरमियाह ह कहिस, “हव,” “तोला बेबिलोन के राजा के हांथ म सऊंप दिये जाही।” \p \v 18 तब यरमियाह ह सिदकियाह राजा ला कहिस, “मेंह तोर या तोर करमचारीमन के या ये मनखेमन के बिरूध म का अपराध करे हंव कि तेंह मोला जेल म डाल दे हस? \v 19 तोर ओ अगमजानीमन कहां हवंय, जऊन मन तोर ले ये अगमबानी करे रिहिन, ‘बेबिलोन के राजा ह तोर ऊपर या ये देस ऊपर हमला नइं करही’? \v 20 पर अब, हे मोर मालिक, हे राजा, मोर बात ला सुन। मेंह तोर ले बिनती करत हंव: मोला योनातन सचिव के घर म वापिस झन भेज, नइं तो मेंह उहां मर जाहूं।” \p \v 21 तब राजा सिदकियाह ह हुकूम दीस कि यरमियाह ला पहरेदार के अंगना म रखे जावय अऊ ओला हर दिन रोटीवालामन के गली ले एक रोटी तब तक दिये जावय, जब तक कि सहर के जम्मो रोटी सिरा नइं जावय। तब ले यरमियाह ह पहरेदार के अंगना म रहे लगिस। \c 38 \s1 यरमियाह ला एक कुआं म डाल दिये जाथे \p \v 1 एक दिन मतान के बेटा सपतयाह, पसहूर के बेटा गदलयाह, सेलेमियाह के बेटा यूकल अऊ मलकियाह के बेटा पसहूर, यरमियाह के ये बात ला सुनिन, जेला ओह जम्मो मनखेमन ला कहत रिहिस, \v 2 “यहोवा ह ये कहत हे: ‘जऊन कोनो ये सहर म रहिही, ओह तलवार, अकाल या महामारी ले मारे जाही; पर जऊन ह बेबिलोन के मनखेमन करा जाही, ओह जीयत रहिही। ओकर परान ह बांच जाही, अऊ जीयत रहिही।’ \v 3 अऊ यहोवा ह ये कहत हे: ‘खचित ये सहर ला बेबिलोन के राजा के सेना के हांथ म कर दिये जाही अऊ राजा ह येकर ऊपर कब्जा कर लीही।’ ” \p \v 4 तब करमचारीमन राजा ले कहिन, “ये मनखे ला मार डालना चाही, काबरकि ये मनखे ह ये सहर म बांचे सैनिक अऊ जम्मो मनखेमन ला जऊन बात कहत हे, ओकर ले ओमन निरास होवत हें। ये मनखे ह मनखेमन के भलई नइं पर बुरई चाहत हे।” \p \v 5 राजा सिदकियाह ह जबाब दीस, “ओह तुम्हर हांथ म हवय; राजा तुम्हर बिरोध म कुछू नइं करय।” \p \v 6 एकरसेति ओमन यरमियाह ला लीन अऊ ओला राजा के बेटा मलकियाह के कुआं म डाल दीन, जऊन ह पहरेदार के अंगना म रहय। ओमन यरमियाह ला रस्सी के दुवारा कुआं म उतार दीन; ओ कुआं म पानी नइं रिहिस, सिरिप चीखला रिहिस, अऊ यरमियाह ह चीखला म बुड़े लगिस। \p \v 7 पर एबेद-मेलेक, एक कूसी मनखे, जऊन ह राजमहल म एक करमचारी\f + \fr 38:7 \fr*\ft या \ft*\fqa कोचिया \fqa*\ft या \ft*\fqa हिजड़ा\fqa*\f* रिहिस, ये सुनिस कि ओमन यरमियाह ला कुआं म डाल दे हवंय। जब राजा ह बिनयामीन दुवार मेर बईठे रिहिस, \v 8 त एबेद-मेलेक ह महल ले निकलके राजा करा गीस, अऊ ओला कहिस, \v 9 “हे मोर मालिक, हे राजा, ओ मनखेमन यरमियाह अगमजानी के संग जऊन कुछू भी करे हवंय, बहुंत दुस्टता के काम करे हवंय। ओमन ओला एक कुआं म फटिक दे हवंय, जिहां ओह भूख के मारे मर जाही, काबरकि सहर म खाय बर कोनो रोटी नइं बचे हवय।” \p \v 10 तब राजा ह एबेद-मेलेक कूसी ला हुकूम दीस, “इहां ले तीस मनखे अपन संग ले अऊ यरमियाह अगमजानी ला ओ कुआं ले निकाल ले, येकर पहिले कि ओह मर जावय।” \p \v 11 एकरसेति एबेद-मेलेक मनखेमन ला अपन संग लीस अऊ महल म खजाना के खाल्हे एक कमरा म गीस। ओह उहां ले कुछू फटा-पुराना कपड़ा अऊ चेंदरी लीस अऊ ओमन ला रस्सीमन के दुवारा कुआं म यरमियाह करा उतार दीस। \v 12 तब एबेद-मेलेक कूसी ह यरमियाह ले कहिस, “ये फटा-पुराना कपड़ा अऊ चेंदरीमन ला अपन खंखोरीमन म गद्दी के सहीं रस्सी के ऊपर रख ले।” यरमियाह ह वइसने करिस, \v 13 अऊ ओमन यरमियाह ला रस्सी ले ऊपर खींचिन अऊ ओला कुआं ले बाहिर निकाल लीन। अऊ यरमियाह ह पहरेदार के अंगना म रहे लगिस। \s1 सिदकियाह ह फेर यरमियाह ले सवाल करथे \p \v 14 तब राजा सिदकियाह ह यरमियाह अगमजानी ला बलाय बर मनखे पठोईस अऊ ओला यहोवा के मंदिर के तीसर प्रवेस दुवार करा लानके ओकर ले कहिस, “मेंह तोर ले कुछू पुछे चाहत हंव,” “मोर ले कोनो बात झन छुपाबे।” \p \v 15 यरमियाह ह सिदकियाह ला कहिस, “यदि मेंह तोला कोनो जबाब दूहूं, त का तेंह मोला मार नइं डारबे? यदि मेंह तोला सलाह दूहूं घलो, तभो ले तेंह मोर बात ला नइं मानबे।” \p \v 16 पर राजा सिदकियाह ह अकेला म यरमियाह ले ये कसम खाईस, “यहोवा, जऊन ह हमन ला सांस दे हवय, ओकर जिनगी के कसम, न तो मेंह तोला मरवा डालहूं अऊ न ही मेंह तोला ओ मनखेमन के हांथ म सऊंपहूं, जऊन मन तोला मार डाले चाहत हें।” \p \v 17 तब यरमियाह ह सिदकियाह ले कहिस, “यहोवा सर्वसक्तिमान परमेसर, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘यदि तेंह अपनआप ला बेबिलोन के राजा के अधिकारीमन के हांथ म कर देबे, त तोर परान ह बच जाही अऊ ये सहर ला जलाय नइं जाही; अऊ तें अऊ तोर परिवार जीयत रहिही। \v 18 पर कहूं तेंह अपनआप ला बेबिलोन के राजा के अधिकारीमन के हांथ म नइं करबे, त ये सहर ला बेबिलोन के मनखेमन के हांथ म कर दिये जाही अऊ ओमन येला जला दीहीं; अऊ तेंह खुद ओमन के हांथ ले बच नइं सकबे।’ ” \p \v 19 राजा सिदकियाह ह यरमियाह ले कहिस, “जऊन यहूदी मनखेमन बेबिलोन के मनखेमन करा गे हवंय, ओमन ले मेंह डरावत हंव, काबरकि बेबिलोन के मनखेमन मोला ओमन के हांथ म दे सकत हें अऊ ओमन मोर ले गलत बरताव करहीं।” \p \v 20 यरमियाह ह कहिस, “बेबिलोन के मनखेमन तोला ओमन के हांथ म नइं देवंय; जऊन कुछू मेंह तोर ले कहत हंव, वइसने करके यहोवा के बात ला मान। तब तोर भलई होही, अऊ तोर परान ह बच जाही। \v 21 पर यदि तेंह अपनआप ला ओमन ला नइं सऊंपबे, त जऊन बात यहोवा ह मोला बताय हवय, ओह ये अय: \v 22 यहूदा के राजा के महल म, जतेक माईलोगन बचे हवंय, ओमन ला बेबिलोन के राजा के करमचारीमन करा लाने जाही, अऊ ओ माईलोगनमन तोर ले कहिहीं: \q1 “ ‘तोर भरोसा के संगवारीमन \q2 तोला बहकाईन अऊ ओमन सफल होईन। \q1 तोर गोड़मन चीखला म धंस गीन; \q2 तोर संगवारीमन तोला छोंड़ दे हवंय।’ \p \v 23 “तोर जम्मो घरवाली अऊ लइकामन ला बेबिलोन के मनखेमन करा लाने जाही। तेंह खुद ओमन के हांथ ले नइं बांचबे अऊ तेंह बेबिलोन के राजा के दुवारा बंदी बना लिये जाबे; अऊ ये सहर ला जला दिये जाही।” \p \v 24 तब सिदकियाह ह यरमियाह ला कहिस, “कोनो ला हमर ये बातचीत के बारे म झन बताबे, नइं तो तेंह मार डाले जाबे। \v 25 यदि करमचारीमन ये पता पाथें कि मेंह तोर ले बातचीत करे हंव, अऊ ओमन तोर करा आके पुछथें, ‘हमन ला बता कि तेंह राजा ला का कहय अऊ राजा ह तोला का कहिस; हमन ले कोनो बात झन छिपा, नइं तो हमन तोला मार डालबो,’ \v 26 तब तेंह ओमन ले कहिबे, ‘मेंह राजा ले बिनती करत रहेंव कि मोला योनातन के घर म मरे बर वापिस झन पठो।’ ” \p \v 27 तब जम्मो करमचारीमन यरमियाह करा आईन अऊ ओकर ले पुछिन, अऊ जइसने राजा ह ओला हुकूम देय रिहिस, वइसने ही ओह ओमन ला जबाब दीस। एकरसेति ओमन ओला अऊ कुछू नइं कहिन, काबरकि राजा के संग ओकर बातचीत ला कोनो नइं सुने रिहिन। \p \v 28 अऊ यरमियाह ह पहरेदार के अंगना म तब तक रिहिस, जब तक कि यरूसलेम सहर ऊपर कब्जा नइं कर लिये गीस। \s1 यरूसलेम के पतन \p ये किसम ले यरूसलेम ला ले लिये गीस: \c 39 \nb \v 1 यहूदा के राजा सिदकियाह के राज के नौवां साल के दसवां महिना म, बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह अपन जम्मो सेना के संग यरूसलेम के बिरूध लड़ई करे बर निकलिस अऊ ओला घेर लीस। \v 2 अऊ सिदकियाह के राज के गियारहवां साल के चौथा महिना के नौवां दिन सहर के दीवार ला टोर दिये गीस। \v 3 तब बेबिलोन के जम्मो अधिकारी अऊ करमचारीमन आईन अऊ मांझा दुवार म अपन-अपन जगह म बईठ गीन। ओमा नेरगल-सरेसेर जऊन ह समगर के रिहिस, अऊ नबो-सरसकीम जऊन ह एक मुखिया अधिकारी रिहिस, नेरगल-सरेसेर जऊन ह एक उच्च अधिकारी रिहिस अऊ बेबिलोन के राजा के आने जम्मो करमचारीमन रिहिन। \v 4 जब यहूदा के राजा सिदकियाह अऊ जम्मो सैनिकमन ओमन ला देखिन, त ओमन भाग गीन; ओमन रथियाच राजा के बारी के रद्दा ले, दूनों दीवार के बीच बने दुवार म ले होके सहर ले निकल गीन, अऊ अराबा\f + \fr 39:4 \fr*\ft या \ft*\fqa यरदन घाटी\fqa*\f* के रसता ला धरिन। \p \v 5 पर बेबिलोन के सेना ह ओमन के पीछा करिस अऊ सिदकियाह ला यरीहो के मैदान म पकड़ लीस। ओमन ओला बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर करा हमात देस के रिबला सहर म ले गीन, जिहां ओह सिदकियाह ला सजा के हुकूम दीस। \v 6 उहां रिबला म, बेबिलोन के राजा ह सिदकियाह के बेटामन ला ओकर आंखी के आघू म मार डारिस अऊ यहूदा के जम्मो परभावसाली मनखेमन ला घलो मार डारिस। \v 7 तब ओह सिदकियाह के आंखी ला निकाल दीस अऊ ओला बेबिलोन ले जाय बर कांसा के बेड़ीमन म जकड़वा दीस। \p \v 8 बेबिलोन के मनखेमन\f + \fr 39:8 \fr*\ft या \ft*\fqa कसदीमन\fqa*\f* राजमहल अऊ मनखेमन के घरमन म आगी लगाके जला दीन अऊ यरूसलेम के दीवार ला टोरके गिरा दीन। \v 9 तब महाराजा के पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान ह सहर म बांचे मनखे अऊ जऊन मन ओकर करा भागके आ गे रिहिन ओमन ला, अऊ बाकि मनखेमन ला बंदी बनाके बेबिलोन ले गीस। \v 10 पर अइसने गरीब मनखे, जेमन करा कुछू नइं रिहिस, ओमन ला पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान ह यहूदा देस म छोंड़ दीस; अऊ ओ बेरा, ओह ओमन ला अंगूर के बारी अऊ खेतमन ला दे दीस। \p \v 11 बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह महाराजा के पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान ला यरमियाह के बारे म ये हुकूम देय रिहिस: \v 12 “ओला ले जा अऊ ओकर देखभाल कर; ओकर कुछू हानि झन करबे, पर जइसने ओह तोर ले कहिथे, वइसने ही ओकर संग बरताव करबे।” \v 13 एकरसेति पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान, एक मुखिया अधिकारी नबूसजबान, एक उच्च अधिकारी नेरगल-सरेसेर अऊ बेबिलोन के राजा के आने जम्मो अधिकारीमन, \v 14 मनखेमन ला पठोके यरमियाह ला पहरेदार के अंगना ले लेय आईन अऊ ओमन यरमियाह ला गदलयाह, जऊन ह अहीकाम के बेटा अऊ सापान के पोता रिहिस, ओकर हांथ म सऊंप दीन, ताकि ओह यरमियाह ला ओकर घर वापिस ले जावय। तब ओह अपन मनखेमन के बीच रहे लगिस। \p \v 15 जब यरमियाह ह पहरेदार के अंगना म कैद रिहिस, तब यहोवा के ये बचन ओकर करा आईस: \v 16 “जा अऊ एबेद-मेलेक कूसी\f + \fr 39:16 \fr*\ft या \ft*\fqa इथोपीयन\fqa*\f* ले कह, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: मेंह ये सहर के बिरूध कहे मोर बात ला पूरा करनेवाला हंव—बिपत्ति के बात, उन्नति के नइं। ओ बेरा, ओमन तोर आंखी के आघू म पूरा होहीं। \v 17 पर ओ बेरा, मेंह तोला बचाहूं, यहोवा ह घोसना करत हे; जऊन मनखेमन ले तेंह डरथस, ओमन के हांथ म तोला नइं सऊंपे जाही। \v 18 मेंह तोला बचाहूं; तेंह तलवार ले नइं मारे जाबे पर तोर परान ह बच जाही, काबरकि तेंह मोर ऊपर भरोसा करे हस, यहोवा ह घोसना करत हे।’ ” \c 40 \s1 यरमियाह ला छोंड़ दिये जाथे \p \v 1 जब महाराजा के पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान ह यरमियाह ला यरूसलेम अऊ यहूदा के ओ जम्मो बंदीमन के बीच हथकड़ी म बंधे पाईस, जेमन ला बंधुवई म बेबिलोन लिये जावत रिहिस, त ओह यरमियाह ला रामा नगर म छोंड़ दीस। ओ समय यहोवा के बचन यरमियाह करा आईस। \v 2 जब पहरेदारमन के सेनापति ला यरमियाह मिलिस, त ओह यरमियाह ला कहिस, “यहोवा तोर परमेसर ह ये जगह म ये बिपत्ति लाने के फैसला करे रिहिस। \v 3 अऊ अब यहोवा ह ओ बिपत्ति ला लाने हवय; ओह वइसने ही करे हवय, जइसने कि ओह कहे रिहिस। ये जम्मो बात होईस, काबरकि तुमन यहोवा के बिरूध म पाप करेव अऊ ओकर हुकूम ला नइं मानेव। \v 4 पर आज मेंह तोला तोर ये हथकड़ी ले सुतंतर करत हंव। यदि तोला बने लगे, त आ मोर संग बेबिलोन चल, अऊ मेंह तोर देखभाल करहूं; पर यदि तेंह नइं चाहत हस, त झन आ। देख, पूरा देस तोर आघू म पड़े हवय; जिहां भी तोला बने लगथे, उहां चले जा।” \v 5 पर येकर पहिले कि यरमियाह ह जाय बर मुड़तिस, नबूजरदान ह ये घलो कहिस, “अहीकाम के बेटा अऊ सापान के पोता गदलयाह करा वापिस चले जा, जेला बेबिलोन के राजा ह यहूदा के नगरमन ऊपर अधिकारी ठहिराय हवय, अऊ ओकर संग मनखेमन के बीच म रह, या जिहां कहूं तोला बने लगथे, उहां चले जा।” \p तब सेनापति ह ओला जेवन के सामान अऊ एक उपहार दीस अऊ ओला बिदा करिस। \v 6 तब यरमियाह ह मिसपा म अहीकाम के बेटा गदलयाह करा गीस अऊ उहां ओकर संग ओ मनखेमन के बीच रहे लगिस, जेमन ला ओ देस म छोंड़ दिये गे रिहिस। \s1 गदलयाह ला मार डारे जाथे \p \v 7 जब सेना के जम्मो अधिकारी अऊ ओमन के मनखे, जऊन मन अभी घलो खुला देहात म रहत रिहिन, ओमन सुनिन कि बेबिलोन के राजा ह अहीकाम के बेटा गदलयाह ला देस के राजपाल ठहिराय हवय अऊ ओला ओ आदमी, माईलोगन अऊ लइकामन ऊपर अधिकारी ठहिराय गे हवय, जऊन मन देस म सबले गरीब अंय अऊ जेमन ला बंधुवा के रूप म बेबिलोन नइं ले जाय गीस, \v 8 त ओमन मिसपा म गदलयाह करा आईन—ओमा नतनयाह के बेटा इसमायल, कारेह के बेटा योहानान अऊ योनातन, तनहूमेत के बेटा सरायाह, नतोपाती एपै के बेटामन, अऊ माकाती के बेटा याजनयाह, अऊ ओमन के मनखेमन रिहिन। \v 9 अहीकाम के बेटा अऊ सापान के पोता गदलयाह ह ओमन अऊ ओमन के मनखेमन ला बिसवास दिलाय बर कसम खाके कहिस, “बेबिलोन के मनखेमन के सेवा करे बर झन डरव; देस म बस जावव अऊ बेबिलोन के राजा के सेवा करव, तब तुम्हर भलई होही। \v 10 मेंह खुद मिसपा म रहिके ओ बेबिलोन के मनखेमन के आघू म तुम्हर बात रखहूं, जऊन मन हमर इहां आहीं; पर तुमन अंगूर के मंद, घाम महिना के फर अऊ जैतून तेल के फसल उपजावव, अऊ ओमन ला संकेलके अपन बरतनमन म रखव, अऊ जऊन नगरमन ला तुमन लेय ले हव, ओमा बसे रहव।” \p \v 11 जब मोआब, अमोन, एदोम अऊ आने जम्मो देस म रहइया जम्मो झन सुनिन कि बेबिलोन के राजा ह यहूदा म कुछू मनखेमन ला छोंड़ दे हवय अऊ ओमन ऊपर अहीकाम के बेटा अऊ सापान के पोता गदलयाह ला राजपाल ठहिराय हवय, \v 12 त तितिर-बितिर होके रहइया ओ जम्मो देस ले जम्मो यहूदीमन लहुंटके यहूदा देस के मिसपा नगर म गदलयाह करा आईन। अऊ अब्बड़ अकन अंगूर के मंद अऊ घाम महिना के फर उपजाईन। \p \v 13 तब कारेह के बेटा योहानान अऊ अभी घलो खुला देहात म रहइया जम्मो सेना के अधिकारीमन मिसपा म गदलयाह करा आईन \v 14 अऊ ओला कहिन, “का तेंह नइं जानत हस कि अमोनीमन के राजा बालीस ह नतनयाह के बेटा इसमायल ला तोला मार डारे बर पठोय हवय?” पर अहीकाम के बेटा गदलयाह ह ओमन के बात के बिसवास नइं करिस। \p \v 15 तब कारेह के बेटा योहानान ह गदलयाह ला मिसपा म चुपेचाप कहिस, “मोला जाके नतनयाह के बेटा इसमायल ला मार डारन दे, अऊ कोनो ये बात ला नइं जानही। ओह काबर तोर परान लेवय अऊ तोर चारों कोति जूरे जम्मो यहूदीमन तितिर-बितिर हो जावंय अऊ यहूदा के बांचे मनखेमन काबर नास हो जावंय?” \p \v 16 पर अहीकाम के बेटा गदलयाह ह कारेह के बेटा योहानान ला कहिस, “अइसने काम झन कर! तेंह जऊन बात, इसमायल के बारे म कहत हस, ओह सच नो हय।” \c 41 \p \v 1 ओ साल के सातवां महिना म अइसने होईस कि नतनयाह के बेटा अऊ एलीसामा के पोता इसमायल, जऊन ह राजबंस के रिहिस अऊ राजा के अधिकारीमन ले एक झन रिहिस; ओह दस झन मनखे ला संग म लेके अहीकाम के बेटा गदलयाह करा मिसपा म आईस। जब ओमन उहां एक संग जेवन करत रिहिन, \v 2 तब नतनयाह के बेटा इसमायल अऊ ओकर संग के दस झन उठिन अऊ अहीकाम के बेटा अऊ सापान के पोता गदलयाह ला तलवार ले मार डारिन, जेला बेबिलोन के राजा ह देस के राजपाल ठहिराय रिहिस। \v 3 इसमायल ह गदलयाह के संग जतेक यहूदी मिसपा म रिहिन, ओ जम्मो ला मार डारिस, संगे-संग ओह बेबिलोन के ओ सैनिकमन ला घलो मार डारिस, जऊन मन उहां रिहिन। \p \v 4 गदलयाह के मार डारे जाय के दूसर दिन, ये बात ला कोनो मनखे के जाने के पहिली, \v 5 सकेम, सीलो अऊ सामरिया सहर ले अस्सी मनखे दाढ़ी मुड़ाके, अपन कपड़ा चीरके अऊ अपन देहें म चोट लगाके संग म अन्न-बलिदान अऊ धूप लेके यहोवा के घर म आईन। \v 6 तब नतनयाह के बेटा इसमायल ह ओमन ले मिले बर मिसपा ले बाहिर निकलिस, अऊ ओह जावत बेरा रोवत रिहिस। जब ओह ओमन ले मिलिस, त कहिस, “अहीकाम के बेटा गदलयाह करा चलव।” \v 7 जब ओमन नगर म आईन, त नतनयाह के बेटा इसमायल अऊ ओकर संग के मनखेमन ओमन ला मार डारिन अऊ ओमन ला एक कुआं म फटिक दीन। \v 8 पर ओमन ले बांचे दस झन इसमायल ला कहिन, “हमर हतिया झन कर! हमर करा गहूं, जौ, जैतून तेल अऊ मंधरस हवय, जेला हमन एक ठन खेत म छिपा दे हन।” एकरसेति इसमायल ह ओमन ला छोंड़ दीस अऊ आने मन के संग ओमन ला नइं मारिस। \v 9 जऊन कुआं म इसमायल ह मनखेमन ला मारके ओमन के जम्मो लास अऊ संग म गदलयाह के लास ला घलो फटिक देय रिहिस, ओ कुआं ला राजा आसा ह इसरायल के राजा बासा के बिरूध सुरकछा के एक भाग के रूप म खनवाय रिहिस। ओ कुआं ला नतनयाह के बेटा इसमायल ह लासमन ले भर दीस। \p \v 10 तब इसमायल ह मिसपा म बांचे जम्मो मनखेमन ला बंदी बना लीस—ओमा राजा के बेटीमन अऊ उहां छोंड़ दिये गय ओ जम्मो मनखे रिहिन, जेमन के ऊपर महाराजा के पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान ह अहीकाम के बेटा गदलयाह ला राजपाल ठहिराय रिहिस। ओ जम्मो ला नतनयाह के बेटा इसमायल ह बंदी बना लीस अऊ अमोनीमन करा जाय बर निकलिस। \p \v 11 जब कारेह के बेटा योहानान अऊ ओकर संग के सेना के जम्मो अधिकारीमन नतनयाह के बेटा इसमायल के जम्मो अपराध के बारे म सुनिन, \v 12 त ओमन अपन जम्मो मनखेमन ला लीन अऊ नतनयाह के बेटा इसमायल ले लड़े बर गीन। अऊ ओमन ओला गिबोन के बड़े तरिया करा पाईन। \v 13 जब कारेह के बेटा योहानान अऊ ओकर संग के सेना के जम्मो अधिकारीमन ला, इसमायल के संग के जम्मो मनखेमन देखिन, त ओमन खुस होईन। \v 14 ओ जम्मो मनखे, जेमन ला इसमायल ह मिसपा ले बंदी बनाके लानत रिहिस, ओ जम्मो झन पलटके कारेह के बेटा योहानान करा चल दीन। \v 15 पर नतनयाह के बेटा इसमायल अऊ ओकर आठ झन मनखे योहानान के हांथ ले बांचके अमोनीमन करा भाग गीन। \s1 मिसर देस भगई \p \v 16 तब कारेह के बेटा योहानान अऊ ओकर संग के सेना के जम्मो अधिकारीमन मिसपा के बांचे ओ जम्मो मनखेमन ला लेके चल दीन, जेमन ला योहानान ह नतनयाह के बेटा इसमायल के हांथ ले बंचाय रिहिस, जब इसमायल ह अहीकाम के बेटा गदलयाह के हतिया कर दे रिहिस—ओमा गिबोन म बंचाय सैनिक, माईलोगन, लइका अऊ अदालत के करमचारीमन रिहिन। \v 17 ओमन मिसर देस जाय बर चलत गीन, पर ओमन बेबिलोनीमन ले बचे बर बैतलहम के लकठा म गेरूत-किमहाम करा रूक गीन। \v 18 ओमन बेबिलोन के मनखेमन ले डरत रिहिन, काबरकि नतनयाह के बेटा इसमायल ह अहीकाम के बेटा गदलयाह ला मार डारे रिहिस, जेला बेबिलोन के राजा ह देस के ऊपर राजपाल ठहिराय रिहिस। \c 42 \p \v 1 तब कारेह के बेटा योहानान, होसायाह के बेटा याजनयाह अऊ आने जम्मो सैनिक अधिकारीमन, अऊ छोटे ले लेके बड़े परभावसाली जम्मो मनखेमन \v 2 यरमियाह अगमजानी करा आके ओला कहिन, “हमर बिनती ला सुन अऊ यहोवा अपन परमेसर ले ये जम्मो बांचे मनखेमन बर पराथना कर। काबरकि जइसे कि अब तेंह देखत हस, हालाकि एक समय म हमन अब्बड़ झन रहेंन, पर अब थोरकन झन बांचे हन। \v 3 पराथना कर कि यहोवा तोर परमेसर ह हमन ला बतावय कि हमन कहां जावन अऊ का करन?” \p \v 4 यरमियाह अगमजानी ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुम्हर बात ला सुन ले हंव; तुम्हर बिनती के मुताबिक जरूर, मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर ले पराथना करहूं; अऊ जऊन कुछू भी यहोवा ह कहिथे, ओ जम्मो बात मेंह तुमन ला बताहूं अऊ मेंह तुमन ले कोनो बात नइं छुपावंव।” \p \v 5 तब ओमन यरमियाह ले कहिन, “यदि यहोवा तोर परमेसर ह तोर दुवारा हमन ला कुछू कहिथे अऊ हमन ओकर मुताबिक नइं करबो, त यहोवा ह हमर बिरूध सच्चा अऊ बिसवासयोग्य गवाह ठहिरय। \v 6 चाहे ओह हमर हित म होवय या अहित म, हमन यहोवा हमर परमेसर के बात ला मानबो, जेकर करा हमन तोला पठोवत हन, ताकि हमर संग भलई होवय, काबरकि हमन यहोवा हमर परमेसर के बात ला मानबो।” \p \v 7 दस दिन के बाद, यहोवा के बचन यरमियाह करा आईस। \v 8 तब ओह कारेह के बेटा योहानान अऊ ओकर संग के आने जम्मो सैनिक अधिकारी अऊ छोटे ले लेके बड़े जम्मो मनखेमन ला एक संग बलाईस, \v 9 अऊ ओह ओमन ला कहिस, “यहोवा, इसरायल के परमेसर, जेकर करा तुमन मोला अपन बिनती करे बर पठोय रहेव, ओह ये कहत हे: \v 10 ‘यदि तुमन ये देस म रहिहू, त मेंह तुमन ला बनाहूं, नास नइं करंव, तुमन ला बसाहूं, उसालंव नइं, काबरकि जऊन बिपत्ति मेंह तुम्हर ऊपर लाने हवंव, ओकर बारे म मेंह नरम पड़त हंव। \v 11 बेबिलोन के राजा ले तुमन झन डरव, जेकर ले अभी तुमन डरत हव। ओकर ले झन डरव, यहोवा ह घोसना करत हे, काबरकि मेंह तुम्हर संग हवंव अऊ तुमन ला बचाहूं अऊ तुमन ला ओकर हांथ ले छोंड़ाहू। \v 12 मेंह तुम्हर ऊपर दया करहूं, त ओह घलो तुम्हर ऊपर दया करही अऊ तुमन ला तुम्हर देस म फेर बसा दीही।’ \p \v 13 “तभो ले यदि तुमन ये कहव, ‘हमन ये देस म नइं रहन,’ अऊ ये किसम ले यहोवा अपन परमेसर के बात ला नइं मानव, \v 14 अऊ यदि तुमन कहव, ‘नइं, हमन तो मिसर देस जाके उहां रहिबो, जिहां हमन न तो लड़ई देखबो, न ही तुरही के अवाज सुनबो अऊ न ही हमन ला जेवन के कमी होही,’ \v 15 त फेर हे बांचे यहूदीमन, यहोवा के बचन ला सुनव। सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘यदि तुमन मिसर देस जाय बर ठान ले हव अऊ उहां जाके रहे बर चाहत हव, \v 16 त फेर अइसने होही कि जऊन तलवार ले तुमन डरत हव, ओही ह उहां तुम्हर ऊपर आ जाही, अऊ जऊन अकाल के डर तुमन ला हवय, ओह मिसर म तुम्हर पीछा नइं छोंड़ही, अऊ उहां तुमन मर जाहू। \v 17 वास्तव म, ओ जम्मो मनखे, जऊन मन मिसर देस जाके उहां रहे के ठान ले हवंय, ओमन तलवार, अकाल अऊ महामारी ले मरहीं; जऊन बिपत्ति मेंह ओमन ऊपर लानहूं, ओमा ले एको झन घलो नइं बांचहीं।’ \v 18 सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘जइसने मोर गुस्सा अऊ कोप ह ओमन ऊपर भड़किस, जऊन मन यरूसलेम म रहत रिहिन, वइसने ही मोर कोप ह तुमन ऊपर भड़कही, जऊन मन मिसर देस जाहू। तुमन एक सराप के पात्र, बहुंत घिन करे के, एक सराप के पात्र अऊ निन्दा करे के चीज होहू; तुमन ये जगह ला फेर कभू नइं देखहू।’ \p \v 19 “हे यहूदा के बांचे मनखेमन, यहोवा ह तुमन ला कहे हवय, ‘मिसर देस झन जावव।’ येला जरूर जान लव: मेंह आज तुमन ला चेतावत हंव \v 20 काबरकि तुमन एक बड़े गलती करेव, जब तुमन मोला ये कहिके यहोवा अपन परमेसर करा पठोय रहेव, ‘हमर बर यहोवा हमर परमेसर ले पराथना कर; अऊ जऊन कुछू ओह कहिथे, ओ जम्मो बात हमन ला बता अऊ हमन वइसने करबो।’ \v 21 मेंह आज तुमन ला बता चुके हंव, पर जऊन कुछू यहोवा तुम्हर परमेसर ह तुमन ला कहे बर मोला पठोय हवय, ओला तुमन नइं माने हव। \v 22 एकरसेति अब, तुमन ये जरूर जान लव: जऊन जगह म जाके तुमन रहे चाहत हव, उहां तुमन तलवार, अकाल अऊ महामारी ले मारे जाहू।” \c 43 \p \v 1 जब यरमियाह ह मनखेमन ला ओमन के परमेसर यहोवा के ओ जम्मो बात कह चुकिस, जेला कहे बर यहोवा ह ओला ओमन करा पठोय रिहिस, \v 2 तब होसायाह के बेटा अजरयाह अऊ कारेह के बेटा योहानान अऊ जम्मो घमंडी मनखेमन यरमियाह ला कहिन, “तेंह झूठ बोलत हस! यहोवा हमर परमेसर ह तोला ये कहे बर नइं पठोय हवय, ‘तुमन मिसर देस म रहे बर झन जावव।’ \v 3 पर नेरियाह के बेटा बारूक ह तोला हमर बिरूध म उकसावत हे कि हमन बेबिलोन के मनखेमन के हांथ म कर दिये जावन, ताकि ओमन हमन ला मार डारंय या हमन ला बंदी बनाके बेबिलोन ले जावंय।” \p \v 4 एकरसेति कारेह के बेटा योहानान अऊ सेना के जम्मो अधिकारी अऊ जम्मो मनखेमन यहोवा के ये हुकूम ला नइं मानिन कि ओमन यहूदा के देस म ही रहंय। \v 5 येकर बदले कारेह के बेटा योहानान अऊ सेना के जम्मो अधिकारीमन यहूदा के बांचे ओ जम्मो मनखेमन ला ले गीन, जऊन मन पहिली आनजात के बीच म बगर गे रिहिन, पर बाद म लहुंटके आईन अऊ यहूदा देस म रहत रिहिन। \v 6 ओमन ओ जम्मो मनखे, माईलोगन, लइका अऊ राजा के बेटीमन ला घलो ले गीन, जेमन ला महाराजा के पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान ह अहीकाम के बेटा अऊ सापान के पोता गदलयाह संग छोंड़ दे रिहिस। अऊ ओमन यरमियाह अगमजानी अऊ नेरियाह के बेटा बारूक ला घलो अपन संग म ले गीन, \v 7 अऊ ओमन यहोवा के हुकूम ला नइं मानके मिसर देस म तहपनहेस नगर तक चल दीन। \p \v 8 तब तहपनहेस म, यहोवा के ये बचन यरमियाह करा आईस: \v 9 “यहूदीमन के देखत म, कुछू बड़े पथरामन ला ले अऊ ओ पथरामन ला ईंटा के बने पैदल चले के ओ रसता म माटी म गाड़ दे, जऊन ह तहपनहेस म फिरौन के महल के प्रवेस दुवार करा हवय, \v 10 अऊ तब यहूदीमन ला कह, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: देखव, मेंह अपन सेवक बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ला बुलवाहूं, अऊ मेंह ओकर सिंघासन ला ये पथरामन के ऊपर म लगाहूं, जऊन ला मेंह इहां गाड़े हंव; अऊ ओह अपन राज-मंडप ला ओमन ऊपर तानही। \v 11 ओह आही अऊ मिसर देस ऊपर हमला करही, अऊ जेमन ला मरना होही, ओमन मारे जाहीं, जेमन ला बंधुवई म जाना होही, ओमन बंधुवई म जाहीं, अऊ जेमन ला तलवार ले मरना होही, ओमन तलवार ले मारे जाहीं। \v 12 ओह मिसर देस के देवतामन के मंदिर म आगी लगा दीही; ओह ओमन के मंदिरमन ला जला दीही अऊ ओमन के देवतामन ला बंधुवई म ले जाही। जइसने एक चरवाहा ह अपन ओनहा ला जूहां ले साफ करके धरथे, वइसने ही ओह मिसर देस ला साफ करके चले जाही। \v 13 उहां मिसर देस के सूरज\f + \fr 43:13 \fr*\ft या \ft*\fqa हिलियापुलिस म\fqa*\f* के मंदिर म, ओह पबितर खंभामन ला गिरा दीही अऊ मिसर के देवतामन के मंदिरमन म आगी लगाके जला दीही।’ ” \c 44 \s1 मूरती-पूजा के कारन बिपत्ति \p \v 1 मिसर देस के खाल्हे भाग—मिगदोल, तहपनहेस अऊ मेमफीस नगर—अऊ ऊपरी मिसर देस म जऊन यहूदीमन रहत रिहिन, ओ जम्मो के बारे म यरमियाह करा ये बचन आईस: \v 2 “सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: तुमन ओ बड़े बिपत्ति ला देखेव, जेला मेंह यरूसलेम अऊ यहूदा के जम्मो नगरमन म लानेंव। आज ओमन निरजन अऊ खंडहर हो गे हवंय \v 3 काबरकि ओमन दुस्टता के काम करिन। ओमन मोर गुस्सा भड़काय बर आने देवतामन के आघू म धूप जलाईन अऊ ओमन के अराधना करिन, जेमन ला न तो ओमन, न ही तुमन अऊ न ही तुम्हर पुरखामन जानत रिहिन। \v 4 बार-बार मेंह अपन सेवक अगमजानीमन ला ये कहे बर ओमन करा पठोंय, ‘ये घिनित काम झन करव, जेकर ले मेंह घिन करथंव!’ \v 5 पर ओमन नइं सुनिन अऊ धियान नइं दीन; ओमन अपन दुस्टता के काम ला नइं छोंड़िन या आने देवतामन के आघू म धूप जलाय बर बंद नइं करिन। \v 6 ये खातिर मोर भयंकर कोरोध ह यहूदा के नगरमन म अऊ यरूसलेम के गलीमन म भड़किस अऊ ओमन ला उजाड़के नास कर दीस, जइसने कि ओमन आज हवंय। \p \v 7 “अब यहोवा सर्वसक्तिमान परमेसर, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: मनखे, माईलोगन, लइका अऊ दूध पीयत लइका, तुमन जम्मो के जम्मो यहूदा ले अलग होके काबर अइसने भयंकर बिपत्ति अपन ऊपर लानत हव, अऊ ये किसम ले तुम्हर कोनो बंस नइं बचही? \v 8 मिसर देस, जिहां तुमन रहे बर आय हवव, काबर इहां तुमन अपन काम के दुवारा, याने कि आने देवतामन बर धूप जलाके मोर गुस्सा ला भड़कावत हव? तुमन अपनआप ला नास कर डारहू अऊ धरती म जम्मो जातिमन के बीच म अपनआप ला सरापित अऊ एक कलंक के पात्र बनाहू। \v 9 का तुमन ओ दुस्टता के काममन ला भुला गे हव, जेला तुम्हर पुरखामन अऊ यहूदा के राजा अऊ रानीमन करे रिहिन, अऊ ओ दुस्टता के काम, जेला तुमन अऊ तुम्हर घरवालीमन यहूदा देस अऊ यरूसलेम के गलीमन म करत रिहिन? \v 10 आज के दिन तक ओमन अपनआप ला नम्र नइं करे हवंय या आदर नइं देखावत हें, अऊ न ही ओमन ओ कानून अऊ बिधिमन ऊपर चलत हवंय, जेला मेंह तुम्हर अऊ तुम्हर पुरखामन बर ठहिराय हंव। \p \v 11 “एकरसेति सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: मेंह ठान ले हंव कि मेंह तुम्हर ऊपर बिपत्ति लानहूं अऊ जम्मो यहूदा ला नास कर दूहूं। \v 12 मेंह यहूदा के ओ बांचे मनखेमन ला ले लूहूं, जऊन मन मिसर देस जाके उहां रहे बर ठान ले रिहिन। ओ जम्मो झन मिसर देस म नास हो जाहीं; ओमन तलवार ले मारे जाहीं या फेर अकाल के कारन मर जाहीं। छोटे ले लेके बड़े तक, ओमन जम्मो के जम्मो तलवार या अकाल ले मारे जाहीं। ओमन सरापित अऊ बहुंत घिन के पात्र हो जाहीं, एक सराप अऊ कलंक के पात्र। \v 13 जइसने मेंह यरूसलेम ला दंड देय रहेंव, वइसने ही मेंह ओमन ला तलवार, अकाल अऊ महामारी ले दंड दूहूं, जेमन मिसर देस म रहत हवंय। \v 14 यहूदा के ओ बांचे मनखे, जऊन मन मिसर देस म रहे बर गे हवंय, ओमा के कोनो घलो यहूदा देस ला लहुंटे बर नइं बांचहीं, जिहां ओमन लहुंटके आके रहे के ईछा करथें; सिरिप कुछू भगोड़ामन के छोंड़ एको झन भी लहुंटन नइं पाहीं।” \p \v 15 तब ओ जम्मो यहूदी, जऊन मन जानत रिहिन कि ओमन के घरवालीमन आने देवतामन बर धूप जलाथें, अऊ ओ जम्मो माईलोगन, जऊन मन उहां रिहिन—एक बड़े सभा—अऊ ओ जम्मो मनखे, जऊन मन खाल्हे अऊ ऊपरी मिसर म रहत रिहिन, ओ जम्मो यरमियाह ला कहिन, \v 16 “जऊन बचन तेंह हमन ला यहोवा के नांव म कहे हवस, ओला हमन नइं सुनन! \v 17 हमन ओ हर एक काम ला जरूर करबो, जेला हमन कहे हवन कि हमन करबो: हमन स्वरग के रानी नांव के देवी बर धूप जलाबो अऊ ओला पेय-बलिदान चघाबो जइसने कि हमन अऊ हमर पुरखामन, हमर राजामन अऊ हमर करमचारीमन यहूदा के नगरमन म अऊ यरूसलेम के गलीमन म करत रिहिन। ओ बेरा हमर करा बहुंत जेवन रिहिस अऊ बने रहत रहेंन अऊ हमर कुछू नुकसान नइं होवत रिहिस। \v 18 पर जब ले हमन स्वरग के रानी बर धूप जलाना अऊ ओकर बर पेय-बलिदान चघाना बंद कर दे हवन, तब ले हमर करा कुछू नइं ए अऊ हमन तलवार अऊ अकाल ले नास होवत हन।” \p \v 19 माईलोगनमन ये घलो कहिन, “जब हमन स्वरग के रानी बर धूप जलात रहेंन अऊ ओला पेय-बलिदान चघावत रहेंन, त का हमर घरवालामन के बिगर जानत हमन स्वरग के रानी के मूरती के परभाव म होके रोटी बनात रहेंन अऊ ओला पेय-बलिदान चघावत रहेंन?” \p \v 20 तब यरमियाह ह आदमी अऊ माईलोगन, जऊन मन ओला जबाब देवत रिहिन, ओ जम्मो मनखे ला कहिस, \v 21 “तुमन अऊ तुम्हर पुरखामन, तुम्हर राजामन अऊ तुम्हर करमचारीमन अऊ देस के मनखेमन यहूदा देस के नगरमन म अऊ यरूसलेम के गलीमन म जऊन धूप जलावत रिहिन, का ओला यहोवा ह सुरता नइं करिस अऊ ओ बात ह ओकर धियान म नइं आईस? \v 22 जब यहोवा ह तुम्हर दुस्ट अऊ घिनित काममन ला सहन नइं कर सकिस, त तुम्हर देस ह सरापित हो गीस अऊ येह उजड़के निरजन हो गीस, जइसने कि येह आज हवय। \v 23 काबरकि तुमन धूप जलाय हव अऊ यहोवा के बिरूध म पाप करे हव अऊ ओकर बात ला नइं माने हव या ओकर कानून या बिधि या ओकर सर्त के पालन नइं करे हव, येकर खातिर ये बिपत्ति ह तुम्हर ऊपर पड़े हवय, जइसने कि तुमन अब देखत हव।” \p \v 24 तब यरमियाह ह जम्मो मनखे अऊ माईलोगनमन ला कहिस, “हे मिसर देस म रहइया यहूदा के जम्मो मनखेमन, यहोवा के बचन ला सुनव। \v 25 सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: तुमन अऊ तुम्हर घरवालीमन ओ काम ला करे हवव, जेला करे के तुमन वायदा करे रहेव, ‘स्वरग के रानी बर धूप जलाय अऊ ओला पेय-बलिदान चघाय के जऊन वायदा हमन करे हवन, ओला हमन जरूर पूरा करबो।’ \p “तब तुमन जावव, अपन वायदा के मुताबिक करव! अपन सपथ ला पूरा करव! \v 26 पर हे मिसर देस म रहइया जम्मो यहूदीमन, तुमन यहोवा के बचन ला सुनव: ‘मेंह अपन बड़े नांव के किरिया खावत हंव,’ यहोवा ह कहत हे, ‘मिसर देस म कहीं भी रहइया कोनो भी यहूदी फेर कभू मोर नांव नइं लीहीं या ये किरिया नइं खाहीं, “परमपरधान यहोवा के जिनगी के कसम।” \v 27 काबरकि मेंह ओमन के भलई नइं, पर नुकसान करे के फिराक म हवंव; मिसर देस म रहइया यहूदीमन तलवार अऊ अकाल के दुवारा मारे जाहीं, जब तक कि ओमन के पूरा सतियानास नइं हो जाही। \v 28 जऊन मन तलवार ले बांचके मिसर देस ले लहुंटके यहूदा देस म आहीं, ओमन बहुंत थोरकन ही होहीं। तब मिसर देस म रहे बर आय यहूदा के बांचे ओ जम्मो मनखेमन जान लीहीं कि काकर बात ह सच होही—मोर या ओमन के। \p \v 29 “ ‘तुम्हर बर ये चिनहां होही कि मेंह तुमन ला ये जगह म सजा दूहूं,’ यहोवा ह घोसना करत हे, ‘ताकि तुमन जान लूहू कि तुम्हर नुकसान करे के मोर धमकी ह सही म सच होही।’ \v 30 यहोवा ह ये कहत हे: ‘जइसने मेंह यहूदा के राजा सिदकियाह ला ओकर बईरी बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के हांथ म कर दे रहेंव, जऊन ह ओला मार डारे चाहत रिहिस, वइसने ही मेंह मिसर के राजा फिरौन होपरा ला ओकर बईरीमन के हांथ म कर दूहूं, जऊन मन ओला मार डारे चाहत हें।’ ” \c 45 \s1 बारूक बर एक संदेस \p \v 1 योसियाह के बेटा यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज के चौथा साल म, जब नेरियाह के बेटा बारूक ह यरमियाह अगमजानी के कहे बातमन ला किताब म लिख लीस, त यरमियाह ह बारूक ला ये कहिस: \v 2 “हे बारूक, यहोवा, इसरायल के परमेसर ह तोला ये कहत हे: \v 3 तेंह कहय, ‘हाय मोर ऊपर! यहोवा ह मोर दुख म अऊ दुख दे हवय; मेंह कराहत-कराहत टूट गे हंव अऊ मोला कुछू अराम नइं ए।’ \v 4 पर यहोवा ह मोला कहे हवय कि मेंह तोला कहंव, ‘यहोवा ह ये कहत हे: पूरा देस म, जेमन ला मेंह बनाय हंव, ओमन ला गिरा दूहूं अऊ जेमन ला मेंह लगाय हंव, ओमन ला उखान दूहूं। \v 5 त फेर का तें अपन बर बड़े चीजमन के खोज म रहिबे? ओमन के खोज म झन रह। काबरकि मेंह जम्मो मनखे ऊपर बिपत्ति लानहूं, यहोवा ह घोसना करत हे, पर जिहां कहीं भी तेंह जाबे, मेंह तोर परान ला बचाहूं।’ ” \c 46 \s1 मिसर देस के बारे म संदेस \p \v 1 जाति-जाति के मनखेमन के बारे म, यहोवा के ये बचन यरमियाह अगमजानी करा आईस: \b \p \v 2 मिसर के बिसय: \b \p येह मिसर के राजा फिरौन नको के सेना के बिरूध म संदेस ए, जेला बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह योसियाह के बेटा यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज के चौथा साल म फरात नदी करा कर्कमीस सहर म हराईस: \q1 \v 3 “अपन बड़े अऊ छोटे दूनों ढालमन ला तियार करव, \q2 अऊ लड़ई बर आघू बढ़व। \q1 \v 4 घोड़ामन ला तियार करव, \q2 बने घोड़ामन ऊपर सवार होवव! \q1 टोपा पहिरके \q2 अपन जगह म ठाढ़ हो जावव! \q1 भालामन ला धार करव, \q2 अपन हथियारमन ला बांध लव! \q1 \v 5 मेंह का देखत हंव? \q2 ओमन डर गे हवंय, \q1 ओमन पाछू हटत हें, \q2 ओमन के सैनिकमन हारत हें। \q1 ओमन बिगर पाछू देखे \q2 जल्दबाजी म भागत हें, \q2 अऊ चारों कोति आतंक छा गे हवय,” यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 6 “तेज भागनेवाला ह भाग नइं सकय \q2 न ही बलवान मनखे ह बच सकय। \q1 उत्तर दिग म, फरात नदी के तीर म \q2 ओमन ठोकर खाथें अऊ गिर जाथें। \b \q1 \v 7 “येह कोन ए, जऊन ह नील नदी सहीं, \q2 उमड़त पानी के नदीमन सहीं बढ़त हे? \q1 \v 8 मिसर देस ह नील नदी सहीं, \q2 उमड़त पानी के नदीमन सहीं बढ़त हे। \q1 ओह कहिथे, ‘मेंह बढ़हूं अऊ धरती ऊपर छा जाहूं; \q2 मेंह सहरमन ला ओमन म रहइया मनखेमन सहित नास कर दूहूं।’ \q1 \v 9 हे घुड़सवारमन, हमला करव! \q2 हे सारथीमन, तेजी से रथ चलावव! \q1 हे ढाल धरइया कूस\f + \fr 46:9 \fr*\ft नील नदी के ऊपरी इलाका\ft*\f* अऊ पूत के सैनिकमन, \q2 हे धनुसधारी लूदी के सैनिकमन, आघू बढ़व। \q1 \v 10 पर ओ दिन ह परभू, सर्वसक्तिमान यहोवा के अय— \q2 एक बदला लेय के दिन, जेमा ओह ओकर बिरूध लड़त बईरीमन ले बदला लीही। \q1 तलवार ह अपन संतोस होवत तक, \q2 अऊ खून ले अपन पीयास बुझावत तक मनखेमन ला मारही। \q1 काबरकि उत्तर के देस म फरात नदी के तीर म, \q2 परभू, सर्वसक्तिमान यहोवा ह बलिदान करही। \b \q1 \v 11 “हे कुंवारी बेटी मिसर, \q2 गिलाद ला जाके मलहम लेय ले। \q1 तेंह फालतू म कतको किसम के दवाई लेथस; \q2 ओमा तेंह बने नइं होवस। \q1 \v 12 जाति-जाति के मनखेमन तोर बेजत्ती के बारे म सुनहीं; \q2 तोर रोवई ह धरती म जम्मो कोति सुनई दीही। \q1 एक सैनिक ह दूसर सैनिक ऊपर ठोकर खाही; \q2 अऊ ओ दूनों एक संग गिरहीं।” \p \v 13 बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के आय के अऊ मिसर देस ऊपर हमला करे के बारे म यहोवा ह यरमियाह अगमजानी ला ये बात कहिस: \q1 \v 14 “मिसर देस म ये घोसना कर, अऊ मिगदोल सहर म ये बात के घोसना कर; \q2 मेमफीस अऊ तहपनहेस सहर म घलो ये बात के घोसना कर: \q1 ‘अपन जगह लेवव अऊ तियार हो जावव, \q2 काबरकि तुम्हर चारों कोति के मनखेमन तलवार ले मारे जाहीं।’ \q1 \v 15 तुम्हर सैनिकमन काबर नीचा करे जावंय? \q2 ओमन सामना नइं कर सकंय, काबरकि यहोवा ह ओमन ला नीचा देखाही। \q1 \v 16 ओमन बार-बार ठोकर खाहीं; \q2 ओमन एक-दूसर ऊपर गिरहीं। \q1 ओमन कहिहीं, ‘उठव, हमन अतियाचार करइया के तलवार ले दूरिहा, \q2 अपन मनखेमन करा अऊ अपन जनम भुइयां म \q2 वापिस लहुंट जावन।’ \q1 \v 17 उहां ओमन चिचियाके कहिहीं, \q2 ‘मिसर के राजा फिरौन ह सिरिप एक भारी कोलाहल ए; \q2 ओह अपन मऊका ला गंवा दे हवय।’ \b \q1 \v 18 “राजा, जेकर नांव सर्वसक्तिमान यहोवा अय, \q2 ओह घोसना करत हे, मोर जिनगी के कसम, \q1 एक जन आही, जऊन ह पहाड़मन के बीच म ताबोर सहीं, \q2 अऊ समुंदर के तीर म करमेल सहीं अय। \q1 \v 19 हे मिसर म रहइयामन, \q2 बंधुवई म जाय बर अपन सामानमन ला बांध लेवव, \q1 काबरकि मेमफीस ह उजाड़ हो जाही \q2 अऊ बिगर कोनो निवासी के बेकार हो जाही। \b \q1 \v 20 “मिसर ह एक सुघर बछिया सहीं अय, \q2 पर उत्तर दिग ले ओकर बिरूध म \q2 पसुमन ला काटनेवाला एक कीरा आवत हे। \q1 \v 21 ओकर संग के धन के लालची मनखेमन \q2 मोटा-ताजा बछवा सहीं अंय। \q1 ओमन घलो मुहूं मोड़के भागहीं, \q2 ओमन सामना नइं कर सकहीं, \q1 काबरकि ओमन के बिपत्ति के दिन, \q2 अऊ सजा पाय के बेरा ह आवत हे। \q1 \v 22 मिसर देस ह भागत सांप के सहीं फुफकारही \q2 जइसे कि बईरी ह बल के संग आघू बढ़थे; \q1 ओमन ओकर बिरूध म टंगिया धरके आहीं, \q2 जइसने कि मनखेमन रूख ला काटे बर आथें। \q1 \v 23 ओमन ओकर जंगल ला काट डारहीं,” यहोवा ह घोसना करत हे, \q2 “हालाकि ओह घना जंगल होही। \q1 ओमन फांफामन ले घलो जादा संखिया म हवंय। \q2 ओमन के गनती नइं करे जा सकय। \q1 \v 24 बेटी मिसर के बेजत्ती होही, \q2 ओला उत्तर दिग के मनखेमन के हांथ म दे दिये जाही।” \p \v 25 सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह कहत हे: “मेंह थेबेस के देवता आमोन, फिरौन, मिसर देस अऊ ओकर जम्मो देवता अऊ राजा, अऊ फिरौन ऊपर भरोसा करइयामन ला दंड देनेचवाला हंव। \v 26 मेंह ओमन ला बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर अऊ ओकर अधिकारीमन के हांथ म कर दूहूं, जऊन मन ओमन ला मार डारे चाहत हें। तभो ले बाद म, जब समय ह गुजरही, त मनखेमन ला फेर मिसर म बसाय जाही,” यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 27 “हे मोर सेवक याकूब, झन डर; \q2 हे इसरायल, भयभीत झन हो। \q1 मेंह तोला दूरिहा जगह ले \q2 अऊ तोर संतानमन ला ओमन के बंधुवई के देस ले जरूर बचाहूं। \q1 याकूब ला फेर सांति अऊ सुरकछा मिलही, \q2 अऊ कोनो ओला नइं डराय सकहीं। \q1 \v 28 हे मोर सेवक याकूब, झन डर, \q2 काबरकि मेंह तोर संग हवंव,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 “हालाकि मेंह ओ जम्मो जाति के मनखेमन ला पूरा नास कर दूहूं, \q2 जेमन के बीच म मेंह तुमन ला तितिर-बितिर कर दे हवंव, \q2 पर मेंह तुमन ला पूरा नास नइं करंव। \q1 मेंह तुमन ला सजा दूहूं, पर सिरिप एक सीमना के भीतर; \q2 मेंह तुमन ला बिगर सजा के पूरा नइं छोंड़ दंव।” \c 47 \s1 पलिस्तीमन के बारे म संदेस \p \v 1 फिरौन\f + \fr 47:1 \fr*\ft या \ft*\fqa मिसर के राजा\fqa*\f* दुवारा गाजा सहर ऊपर हमला करे के पहिली, यरमियाह अगमजानी करा पलिस्तीमन के बारे म यहोवा के ये बचन आईस: \b \p \v 2 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “देख, उत्तर दिग म पानी ह कइसे बढ़त हे; \q2 ओह उछरत बोहाय लगही। \q1 ओह देस अऊ ओमा के जम्मो चीज ला डुबो दीही, \q2 नगरमन ला अऊ ओमा रहइया जम्मो झन ला डुबो दीही। \q1 मनखेमन चिचियाहीं; \q2 देस म रहइया जम्मो झन बिलाप करहीं \q1 \v 3 सरपट भागत मजबूत घोड़ामन के खुर के अवाज सुनके, \q2 बईरी के रथमन के अवाज सुनके \q2 अऊ ओमन के चक्का के गड़गड़ाहट के अवाज सुनके। \q1 दाई-ददामन अपन लइकामन के मदद करे बर नइं मुड़हीं; \q2 ओमन के हांथमन अपंग हो जाहीं। \q1 \v 4 काबरकि जम्मो पलिस्तीमन ला नास करे के \q2 अऊ ओ जम्मो बांचे मनखे \q1 जऊन मन सूर अऊ सीदोन सहर के मदद कर सकत रिहिन, \q2 ओमन ला हटाय के दिन आ गे हवय। \q1 काबरकि यहोवा ह कपतोर\f + \fr 47:4 \fr*\ft याने कि, क्रेते\ft*\f* के समुंदर तीर के \q2 बांचे पलिस्तीमन ला नास करनेचवाला हे। \q1 \v 5 गाजा सहर के मनखेमन सोक म अपन मुड़ मुड़ाहीं; \q2 अस्कलोन के मनखेमन ला चुप करा दिये जाही। \q1 हे समतल जगह म बांचे मनखेमन, \q2 तुमन कब तक अपनआप ला चीरत रहिहू? \b \q1 \v 6 “ ‘आह, हे यहोवा के तलवार, \q2 तेंह कब सांत होबे? \q1 अपन मियान म लहुंट जा; \q2 सांत हो अऊ थम जा।’ \q1 \v 7 पर येह कइसे सांत हो सकथे \q2 जब यहोवा ह येला हुकूम दे हवय, \q1 जब ओह अस्कलोन अऊ समुंदर तीर ऊपर \q2 हमला करे के हुकूम दे हवय?” \c 48 \s1 मोआब के बारे म संदेस \p \v 1 मोआब देस के बारे म: \b \p सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: \q1 “नबो ऊपर हाय, काबरकि येह नास हो जाही। \q2 किरयातैम ह कलंकित होही अऊ ओकर ऊपर कब्जा कर लिये जाही; \q2 मजबूत गढ़ ह कलंकित होही अऊ बिखर जाही। \q1 \v 2 अब मोआब के परसंसा नइं होही; \q2 हेसबोन सहर म मनखेमन ओकर नुकसान करे के योजना बनाहीं: \q2 ‘आवव, हमन ओ देस के अन्त कर देवन।’ \q1 हे मदमेन\f + \fr 48:2 \fr*\ft या \ft*\fqa मोआबी नगर\fqa*\f* के मनखेमन, तुमन ला घलो सांत कर दिये जाही; \q2 तलवार ह तुम्हर पीछा करही। \q1 \v 3 होरोनैम ले दुख के कारन रोये के अवाज आही, \q2 बड़े बिनास अऊ दुख के अवाज सुनई दीही। \q1 \v 4 मोआब के सतियानास हो जाही; \q2 ओकर छोटे लइकामन चिचियाहीं। \q1 \v 5 ओमन लूहीत करा पहाड़ी ऊपर चघहीं, \q2 अऊ ओमन अब्बड़ रोवत ऊपर जाहीं; \q1 होरोनैम के खाल्हे के रसता म बिनास के कारन दुख के चिचियाहट सुनई देवत हे। \q1 \v 6 भागव! अपन परान बचाय बर भागव; \q2 सुनसान जगह म एक झाड़ी के सहीं हो जावव। \q1 \v 7 काबरकि तुमन अपन काम अऊ धन ऊपर भरोसा रखथव, \q2 ये खातिर तुमन ला घलो बंदी बना लिये जाही, \q1 कमोस देवता ह अपन पुरोहितमन \q2 अऊ अधिकारीमन के संग बंधुवई म जाही। \q1 \v 8 बिनास करइया ह हर एक नगर ऊपर चढ़ई करही, \q2 अऊ कोनो नगर नइं बांचही। \q1 घाटी ह नास हो जाही \q2 अऊ पहाड़ी ह सतियानास हो जाही, \q2 काबरकि यहोवा ह कहे हवय। \q1 \v 9 मोआब के ऊपर नून डाल दे, \q2 काबरकि ओह उजाड़ हो जाही; \q1 ओकर नगरमन निरजन हो जाहीं, \q2 ओमन म कोनो नइं रहिहीं। \b \q1 \v 10 “सरापित होवय ओह, जऊन ह यहोवा के काम ला अलाली म करथे! \q2 सरापित होवय ओह, जऊन ह अपन तलवार ला खून बहाय ले रोकथे! \b \q1 \v 11 “जइसने अंगूर के मंद ह एक बरतन ले दूसर बरतन म ढारे नइं जाय ले \q2 ओह लद्दी होके खाल्हे म जमके अराम से रहिथे, \q1 वइसने मोआब ह जवानी ले अराम से रहत हवय, \q2 ओह बंधुवई म नइं गे हवय। \q1 एकरसेति ओकर सुवाद ह जस के तस हवय, \q2 अऊ ओकर खुसबू ह नइं बदले हवय। \q1 \v 12 पर समय आवत हे,” यहोवा ह घोसना करत हे, \q1 “जब मेंह मनखेमन ला पठोहूं, जऊन मन घघरीमन ले ढारथें, \q2 अऊ ओमन ओला ढार दीहीं; \q1 ओमन ओकर घघरीमन ला खाली कर दीहीं \q2 अऊ ओकर बरतनमन ला फोर दीहीं। \q1 \v 13 तब मोआब के मनखेमन अपन कमोस देवता ले लज्जित होहीं, \q2 जइसने इसरायल के मनखेमन लज्जित होईन \q2 जब ओमन बेतेल ऊपर भरोसा करिन। \b \q1 \v 14 “तुमन कइसे कह सकत हव, ‘हमन योद्धा, \q2 लड़ई म बीर मनखे अन’? \q1 \v 15 मोआब ह नास करे जाही अऊ ओकर नगरमन ऊपर चढ़ई करे जाही; \q2 ओकर सबले बने जवानमन मारे जाय बर खाल्हे जाहीं,” \q2 राजा ह घोसना करत हे, जेकर नांव सर्वसक्तिमान यहोवा अय। \q1 \v 16 “मोआब के गिरई ह लकठा म हवय; \q2 ओकर ऊपर संकट बहुंत जल्दी आही। \q1 \v 17 ओकर आसपास के जम्मो रहइया, \q2 अऊ ओकर कीरति ला जाननेवाले जम्मो झन ओकर बर बिलाप करव; \q1 कहव, ‘सक्तिसाली राजदंड ह कइसे टूट गीस, \q2 महिमामय लउठी ह कइसे टूट गीस!’ \b \q1 \v 18 “हे दीबोन बेटी के रहइयामन, \q2 अपन महिमा ला छोंड़व \q2 अऊ सूखा भुइयां म बईठव, \q1 काबरकि जऊन ह मोआब ला नास करथे \q2 ओह तुम्हर बिरूध आही \q2 अऊ तुम्हर किलाबंदीवाले सहरमन ला नास कर दीही। \q1 \v 19 हे अरोएर नगर के रहइयामन, \q2 सड़क-तीर म ठाढ़ होके देखव। \q1 जऊन मनखेमन भागत हें अऊ जऊन माईलोगनमन बचके निकलत हें, \q2 ओमन ले पुछव, ‘का होय हवय?’ \q1 \v 20 मोआब ह कलंकित होईस, काबरकि ओह कुटा-कुटा हो गीस। \q2 सोक मनावव अऊ चिचियाके रोवव! \q1 अरनोन म घोसना करव \q2 कि मोआब ह नास हो गीस। \q1 \v 21 पठारी भुइयां ऊपर नियाय आ गे हवय— \q2 होलोन, यहस अऊ मेपात ऊपर, \q2 \v 22 दीबोन, नबो अऊ बेत-दिबलातैम ऊपर, \q2 \v 23 किरयातैम, बेत-गामूल अऊ बेत-मोन ऊपर, \q2 \v 24 करियोत, बोसरा ऊपर— \q2 लकठा अऊ दूरिहा, मोआब के जम्मो नगरमन ऊपर नियाय आ गे हवय। \q1 \v 25 मोआब के सींग\f + \fr 48:25 \fr*\fq सींग \fq*\ft इहां ताकत के प्रतीक अय\ft*\f* ह कटके अलग हो गीस; \q2 ओकर बाहां ह टूट गीस,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 26 “ओला मतवार कर दव, \q2 काबरकि ओह यहोवा के परवाह नइं करे हवय। \q1 मोआब ला अपन उल्टी म लोटन दव; \q2 ओला हंसी के चीज होवन दव। \q1 \v 27 का इसरायल ह तुम्हर हंसी उड़ाय के चीज नइं रिहिस? \q2 का ओह चोरमन के बीच म पकड़े गे रिहिस, \q1 कि जब भी तेंह ओकर चरचा करथस \q2 त अपमान म, तेंह अपन मुड़ हलाथस? \q1 \v 28 हे मोआब के रहइयामन, \q2 अपन नगरमन ला छोंड़के चट्टानमन के बीच म रहव। \q1 ओ पंड़की चिरई सहीं बनव \q2 जऊन ह गुफा के मुहूं म अपन खोंधरा बनाथे। \b \q1 \v 29 “हमन मोआब के घमंड के बारे म सुने हन— \q2 कतेक जादा ओह घमंडी ए! \q1 हमन ओकर तिरस्कार, ओकर घमंड, ओकर अभिमान \q2 अऊ ओकर मन के अहंकार के बारे म सुने हन। \q1 \v 30 मेंह ओकर तिरस्कार ला जानत हंव, पर येह बेकार ए,” यहोवा ह घोसना करत हे, \q2 “अऊ ओकर अहंकार से कुछू नइं मिलय। \q1 \v 31 ये खातिर मेंह मोआब बर बिलाप करथंव, \q2 जम्मो मोआब बर मेंह रोवत हंव, \q2 कीर-हरेसेत सहर के मनखेमन बर मेंह बिलाप करथंव। \q1 \v 32 हे सिबमा सहर के अंगूर के नारमन, \q2 मेंह तुम्हर बर रोथंव, जइसने कि याजेर ह रोथे। \q1 तोर डारामन समुंदर\f + \fr 48:32 \fr*\ft संभवतः मिरतू समुंदर\ft*\f* तक बगर गे हवंय; \q2 ओमन याजेर सहर तक हबर गे हवंय। \q1 नास करइया ह तोर पाके फर \q2 अऊ अंगूरमन ऊपर गिर गे हवय। \q1 \v 33 मोआब के फर के बारी अऊ खेतमन ले \q2 आनंद अऊ खुसी ह चले गे हवय। \q1 मेंह अंगूर के रसकुंडमन ले अंगूर के मंद बहे ला बंद कर दे हंव; \q2 कोनो ओमन ला आनंद के अवाज सहित अपन गोड़ ले नइं कुचरंय। \q1 हालाकि उहां अवाज होवथे, \q2 पर ओह आनंद के अवाज नो हय। \b \q1 \v 34 “ओमन के रोये के अवाज ह \q2 हेसबोन ले एलाले अऊ यहस नगर तक, \q1 अऊ सोअर नगर ले होरोनैम अऊ एगलत-सलीसिया तक सुनई देवत हे, \q2 काबरकि निमरीम सोता के पानी घलो सुख गे हवय। \q1 \v 35 जऊन मन ऊंच जगहमन म बलिदान चघाथें \q2 अऊ अपन देवतामन बर धूप जलाथें” \q2 ओमन के मेंह मोआब म अन्त कर दूहूं, यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 36 “एकरसेति मोआब बर मोर मन ह बांसुरी के अवाज सहीं सोक करत हे; \q2 येह कीर-हरेसेत के मनखेमन बर बांसुरी के अवाज सहीं सोक करत हे। \q2 जऊन धन ओमन कमाय रिहिन, ओह खतम हो गीस। \q1 \v 37 हर एक मुड़ ह मुड़ाय हवय \q2 अऊ हर एक दाढ़ी कटा ले हवय; \q1 हर हांथ म तलवार के चोट हवय \q2 अऊ हर कनिहां म बोरा के कपड़ा लपटाय हवय। \q1 \v 38 मोआब के जम्मो घर के छानीमन म \q2 अऊ चौराहामन म \q1 सिरिप रोवई-पीटई होवत हे, \q2 काबरकि मेंह मोआब ला ओ बरतन सहीं टोर दे हंव, \q2 जेला कोनो पसंद नइं करंय,” यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 39 “ओह कइसे चकनाचूर हो गीस! ओमन कइसे बिलाप करत हें! \q2 मोआब ह लज्जा म, कइसे अपन पीठ दिखावत हवय! \q1 मोआब ह अपन चारों कोति के जम्मो मनखे बर \q2 एक हंसी के चीज, अऊ बहुंत भय के कारन हो गे हवय।” \p \v 40 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “देखव! एक गिधवा ह मोआब ऊपर अपन डेना फईलाके \q2 खाल्हे कोति झपट्टा मारत हे। \q1 \v 41 करियोत सहर ऊपर कब्जा कर लिये जाही \q2 अऊ मजबूत गढ़मन ला ले लिये जाही। \q1 ओ दिन मोआब के योद्धामन के मन ह \q2 छेवारी होवत माईलोगन के मन सहीं हो जाही। \q1 \v 42 मोआब ह एक देस के रूप म नास हो जाही \q2 काबरकि ओह यहोवा के परवाह नइं करे हवय। \q1 \v 43 हे मोआब के मनखेमन, \q2 आतंक अऊ खंचवा अऊ फांदा तुम्हर डहार देखत हें,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 44 “जऊन कोनो डराके भागही \q2 ओह खंचवा म गिरही, \q1 जऊन कोनो खंचवा म ले निकलके आही \q2 ओह फांदा म फंसही; \q1 काबरकि मेंह मोआब ऊपर \q2 ओकर दंड के समय ला लानहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 45 “हेसबोन सहर के सरन म आके \q2 भगोड़ा मनखेमन कोनो मदद नइं पावंय, \q1 काबरकि हेसबोन ले आगी, \q2 अऊ सीहोन के बीच ले आगी के एक जुवाला निकले हवय; \q1 येह मोआब के माथामन ला, \q2 अऊ बक-बक करइया घमंडीमन के खोपड़ी ला जला दीही। \q1 \v 46 हे मोआब, तोर ऊपर हाय! \q2 कमोस के मनखेमन नास होवथें; \q1 तोर बेटामन बंधुवई म जावत हें, \q2 अऊ तोर बेटीमन कैद करे जावत हें। \b \q1 \v 47 “तभो ले अवइया समय म, \q2 मेंह मोआब के बने दिनमन ला फेर लानहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \p मोआब के दंड ह इहां खतम होईस। \b \c 49 \s1 अमोन के बारे म संदेस \p \v 1 अमोनीमन के बारे म: \b \p यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “का इसरायल के बेटामन\f + \fr 49:1 \fr*\ft या \ft*\fqa संतानमन\fqa*\f* नइं एं? \q2 का इसरायल के कोनो वारिस नइं एं? \q1 त फेर काबर मोलेक\f + \fr 49:1 \fr*\ft या \ft*\fqa ओमन के राजा\fqa*\ft ; \+xt पद 3|link-href="JER 49:3"\+xt* म घलो\ft*\f* ह गाद देस ऊपर अधिकार कर ले हवय? \q2 ओकर मनखेमन येकर नगरमन म काबर रहत हें? \q1 \v 2 पर ओ दिनमन आवत हें,” यहोवा ह घोसना करत हे, \q1 “जब मेंह अमोनीमन के रब्बा नगर के बिरूध \q2 लड़ई के ललकार करहूं; \q1 येह उजड़के खंडहर हो जाही, \q2 अऊ येकर आसपास के गांवमन म आगी लगा दिये जाही। \q1 तब इसरायलीमन ओमन ला निकाल दीहीं, \q2 जऊन मन ओमन ला निकाले रिहिन,” \q2 यहोवा ह कहत हे। \q1 \v 3 “हे हेसबोन, बिलाप कर, काबरकि अई नगर ह नास हो गीस! \q2 हे रब्बा के रहइयामन, रोवव! \q1 बोरा के कपड़ा पहिरव अऊ सोक मनावव; \q2 दीवार के भीतर एती-ओती भागव, \q1 काबरकि मोलेक ह अपन पुरोहित \q2 अऊ करमचारीमन संग बंधुवई म जाही। \q1 \v 4 तेंह अपन घाटीमन ऊपर, \q2 ओ बहुंत फर देवइया घाटीमन ऊपर काबर घमंड करत हस? \q1 हे बेईमान बेटी अमोन, \q2 तेंह अपन धन ऊपर भरोसा करके कहिथस, \q2 ‘कोन ह मोर ऊपर हमला करही?’ \q1 \v 5 तोर चारों कोति रहइया मनखेमन ले \q2 मेंह तोर ऊपर आतंक लानहूं,” \q2 परभू, सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 तुमन के हर एक जन ला निकाल दिये जाही, \q2 अऊ कोनो ओ निकाले गय मनखेमन ला जगह नइं दीही। \b \q1 \v 6 “तभो ले बाद म, मेंह अमोनीमन के दिन ला लहुंटाके लानहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \s1 एदोम के बारे म संदेस \p \v 7 एदोम के बारे म: \b \p सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “का तेमान म अब कुछू बुद्धि नइं ए? \q2 का बुद्धिमानमन के सलाह ह खतम हो गीस? \q2 का ओमन के बुद्धि ह नास हो गीस? \q1 \v 8 हे ददान के रहइयामन, \q2 लहुंटके भागव, गुफा के भीतरी भागमन म छुप जावव, \q1 काबरकि जब मेंह एसाव ला सजा दूहूं, \q2 तब मेंह ओकर ऊपर बिपत्ति लानहूं। \q1 \v 9 यदि अंगूर टोरइयामन तोर करा आतिन, \q2 त का ओमन कुछू अंगूर ला नइं छोंड़ जातिन? \q1 यदि चोरमन रथिया आतिन, \q2 त का ओमन जतेक चाहतिन, ओतेक चोराके नइं ले जातिन? \q1 \v 10 पर मेंह एसाव ला नंगरा कर दूहूं; \q2 मेंह ओकर छुपे के जगहमन ला उघरा कर दूहूं, \q2 ताकि ओह अपनआप ला छुपा झन सकय। \q1 ओकर हथियार धरे मनखेमन नास हो गीन, \q2 ओकर संग के मन अऊ परोसीमन घलो नास हो गीन, \q2 एकरसेति ये कहे बर कोनो नइं एं, \q1 \v 11 ‘अपन अनाथ लइकामन ला छोंड़ जावव; मेंह ओमन ला जीयत रखहूं। \q2 तुम्हर बिधवामन घलो मोर ऊपर भरोसा कर सकथें।’ ” \p \v 12 यहोवा ह ये कहत हे: “यदि जऊन मन कटोरा म ले पीये के लईक नो हंय, त ओमन येला जरूर पीयें, तेंह बिगर दंड पाय काबर जाबे? तेंह बिगर दंड पाय नइं जा सकबे, पर तोला येला पीना पड़ही। \v 13 यहोवा ह घोसना करत हे, मेंह अपन कसम खावत हंव,” “कि बोसरा सहर ह एक उजाड़ अऊ एक सराप, एक आतंक अऊ निन्दा के चीज हो जाही; अऊ येकर जम्मो नगरमन सदाकाल बर उजाड़ हो जाहीं।” \q1 \v 14 मेंह यहोवा ले एक संदेस सुने हंव; \q2 जाति-जाति के मनखेमन ला ये कहे बर एक दूत पठोय गीस, \q1 “येकर ऊपर हमला करे बर तुमन एक संग जूरव! \q2 लड़ई करे बर उठव!” \b \q1 \v 15 “अब मेंह जाति-जाति के बीच म तोला छोटे बना दूहूं, \q2 अऊ मनखेमन तोला तुछ जानहीं। \q1 \v 16 हे चट्टानमन के दरार म रहइयामन, \q2 हे पहाड़ी के चोटी ऊपर अधिकार करइयामन, \q1 तुम्हर बढ़े हुए आतंक अऊ तुम्हर मन के घमंड ह \q2 तुमन ला धोखा देय हवय। \q1 चाहे तुमन अपन खोंधरा गिधवा के सहीं ऊंच जगह म बनावव, \q2 तभो ले मेंह तुमन ला उहां ले खाल्हे ले आहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 17 “एदोम ह एक बहुंत घिन करे के चीज हो जाही; \q2 ओकर जम्मो घाव के कारन \q2 जऊन मन ओकर लकठा ले जाहीं, ओमन डरहीं अऊ येकर हंसी उड़ाहीं। \q1 \v 18 यहोवा ह कहत हे, जइसने सदोम अऊ अमोरा ला \q2 ओमन के आसपास के नगरमन सहित नास कर दिये गे रिहिस,” \q1 “वइसने ही उहां कोनो नइं रहिहीं; \q2 येमा कोनो मनखे निवास नइं करहीं। \b \q1 \v 19 “जइसने यरदन के झाड़ीमन ले \q2 कोनो सिंह ह निकलके बने चरागन म आथे, \q1 वइसने ही मेंह एदोम के मनखेमन ला ओमन के देस ले तुरते भगा दूहूं। \q2 ओ चुने हुए कोन ए, जेला मेंह ये काम बर ठहिरावंव? \q1 मोर सहीं कोन हे अऊ कोन ह मोला चुनौती दे सकथे? \q2 अऊ कोन चरवाहा ह मोर सामना कर सकथे?” \b \q1 \v 20 एकरसेति, सुनव कि यहोवा ह एदोम के बिरूध का योजना बनाय हवय, \q2 अऊ तेमान म रहइयामन के बिरूध ओह का करे के ठाने हवय: \q1 पसु के झुंड के पीलामन ला घसीटके अलग करे जाही; \q2 ओमन के चरागन ह ओमन के डर के कारन होही। \q1 \v 21 ओमन के गिरे के अवाज ले धरती ह कांपही; \q2 ओमन के रोये के अवाज ह लाल-समुंदर तक सुनई दीही। \q1 \v 22 देखव! एक गिधवा ह ऊपर उड़के खाल्हे झपट्टा मारही, \q2 अऊ बोसरा ऊपर अपन डेनामन ला फईलाही। \q1 ओ दिन एदोम के सूरबीरमन के मन ह \q2 छेवारी होवत माईलोगन के मन सहीं होही। \s1 दमिस्क के बारे म संदेस \p \v 23 दमिस्क के बारे म: \q1 “हमात अऊ अरपाद सहर डर गीन, \q2 काबरकि ओमन खराप समाचार सुने हवंय। \q1 ओमन के मन ह टूट गे हवय, \q2 अऊ ओमन के मन अस्थिर समुंदर सहीं असांत हवय। \q1 \v 24 दमिस्क ह दुरबल हो गे हवय, \q2 ओह भागे बर मुड़े हवय \q2 अऊ डर ह ओला जकड़ ले हवय; \q1 मन के असांति अऊ पीरा ह ओला जकड़े हवय, \q2 ओ पीरा ह छेवारी होवत माईलोगन के पीरा सहीं अय। \q1 \v 25 ओ नगर, जेमा मेंह खुस होथंव, \q2 ओ खियातीवाला सहर ला काबर तियागे नइं गे हवय? \q1 \v 26 सचमुच, ओकर जवानमन गलीमन म गिरहीं; \q2 ओ दिन ओकर जम्मो सैनिकमन के बोलती बंद हो जाही,” \q2 सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 27 “मेंह दमिस्क के दीवारमन म आगी लगा दूहूं; \q2 येह बेन-हदद के किलामन ला भसम कर दीही।” \s1 केदार अऊ हासोर के बारे म संदेस \p \v 28 केदार गोत्र अऊ हासोर के राजमन के बारे म, जेकर ऊपर बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह हमला करिस: \b \p यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “उठव, अऊ केदार ऊपर हमला करव \q2 अऊ पूरब के मनखेमन के नास कर देवव। \q1 \v 29 ओमन के तम्बू अऊ ओमन के पसु के झुंडमन ला ले लिये जाही; \q2 ओमन के डेरा ला ओमन के जम्मो सामान \q2 अऊ ऊंटमन सहित ले लिये जाही। \q1 मनखेमन ओमन ऊपर चिचियाहीं, \q2 ‘चारों कोति आतंक ही आतंक!’ \b \q1 \v 30 “हे हासोर के रहइयामन, तुरते भागव! \q2 गुफामन के भीतर म रहव,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 “बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह तुम्हर बिरूध साजिस करे हवय; \q2 ओह तुम्हर बिरूध एक योजना बनाय हवय। \b \q1 \v 31 “उठव अऊ अराम से रहइया ओ जाति के ऊपर हमला करव, \q2 जऊन ह निडर रहत हे,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे, \q1 “ओ जाति जेकर न कपाट हवय न घेरा; \q2 येकर मनखेमन खतरा ले दूरिहा रहिथें। \q1 \v 32 ओमन के ऊंटमन ला लूट लिये जाही, \q2 अऊ ओमन के बड़े पसु के झुंड ह लड़ई म नास हो जाही। \q1 जऊन मन दूरिहा जगह म रहिथें, मेंह ओमन ला उड़ाके तितिर-बितिर कर दूहूं \q2 अऊ चारों कोति ले ओमन ऊपर बिपत्ति लानहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 33 “हासोर ह सियारमन के डेरा बनके, \q2 हमेसा बर उजाड़ हो जाही। \q1 उहां कोनो नइं रहिहीं; \q2 ओमा कोनो मनखे निवास नइं करहीं।” \s1 एलाम के बारे म संदेस \p \v 34 यहूदा के राजा सिदकियाह के राज के सुरूआत म, यहोवा के ये बचन यरमियाह अगमजानी करा एलाम देस के बारे म आईस: \b \p \v 35 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “देख, मेंह एलाम के धनुस ला टोरहूं, \q2 जऊन ह कि ओकर सक्ति के खास चीज अय। \q1 \v 36 मेंह अकास के चारों दिग ले \q2 एलाम के बिरूध म चार ठन आंधी लानहूं; \q1 मेंह ओमन ला चारों आंधी म तितिर-बितिर कर दूहूं, \q2 अऊ अइसने कोनो जाति के मनखे नइं होहीं \q2 जिहां एलामी मनखेमन भाग के नइं जाहीं। \q1 \v 37 मेंह एलाम ला ओमन के बईरीमन के आघू म, \q2 अऊ ओमन के परान के खोजीमन के आघू म चकनाचूर कर दूहूं; \q1 मेंह अपन भयंकर गुस्सा म, \q2 ओमन ऊपर बिपत्ति लानहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 “मेंह तलवार लेके ओमन के पीछा तब तक करहूं \q2 जब तक कि मेंह ओमन के अन्त नइं कर दूहूं। \q1 \v 38 मेंह एलाम म अपन सिंघासन रखहूं \q2 अऊ ओकर राजा अऊ करमचारीमन ला नास कर दूहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 39 “तभो ले अवइया समय म, \q2 एलाम के बने दिनमन ला फेर लानहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \c 50 \s1 बेबिलोन के बारे म संदेस \p \v 1 बेबिलोन सहर अऊ बेबिलोनीमन\f + \fr 50:1 \fr*\ft या \ft*\fqa कसदीमन\fqa*\f* के देस के बारे म यहोवा ह यरमियाह अगमजानी के जरिये ये बचन कहिस: \q1 \v 2 “जाति-जाति के मनखेमन के बीच म बतावव अऊ घोसना करव, \q2 झंडा उठाके येकर घोसना करव; \q2 कुछू झन छुपावव, पर कहव, \q1 ‘बेबिलोन ला ले लिये जाही; \q2 बेल के बेजत्ती होही, \q2 मरोदक ह आतंकित होईस। \q1 ओकर मूरतीमन के बेजत्ती होही \q2 अऊ ओकर मूरतीमन आतंकित होईन।’ \q1 \v 3 उत्तर दिग ले एक जाति ह ओकर ऊपर हमला करही \q2 अऊ ओकर देस ला उजाड़ दीही। \q1 ओमा कोनो नइं रहिहीं; \q2 मनखे अऊ पसु दूनों भाग जाहीं। \b \q1 \v 4 “ओ दिनमन म, ओ समय म,” यहोवा ह घोसना करत हे, \q1 “इसरायल के मनखेमन अऊ यहूदा के मनखेमन एक संग \q2 रोवत यहोवा अपन परमेसर के खोज म जाहीं। \q1 \v 5 ओमन सियोन के रसता ला पुछहीं \q2 अऊ ओ रसता कोति अपन मुहूं कर लीहीं। \q1 ओमन आहीं अऊ अपनआप ला यहोवा के संग \q2 सदाकाल के करार म बांध लीहीं \q2 जऊन ला बिसराय नइं जाही। \b \q1 \v 6 “मोर मनखेमन गंवाय भेड़ अंय; \q2 ओमन के चरवाहामन ओमन ला रसता ले भटका दे हवंय \q2 जेकर कारन ओमन पहाड़मन म एती-ओती घुमत हें। \q1 ओमन पहाड़ अऊ पठार ऊपर घुमत हवंय \q2 अऊ अपन अराम करे के जगह ला भुला गे हवंय। \q1 \v 7 जऊन कोनो भी ओमन ला पाईस, ओह ओमन ला खा लीस; \q2 ओमन के बईरीमन कहिन, ‘हमन दोसी नो हन, \q1 काबरकि ओमन यहोवा के बिरूध म पाप करिन, जऊन ह कि ओमन के हरा-भरा चरागन ए, \q2 यहोवा, ओमन के पुरखामन के आसा ए।’ \b \q1 \v 8 “बेबिलोन ले बाहिर भागव; \q2 बेबिलोनी मनखेमन के देस ला छोंड़व, \q2 अऊ ओ बोकरामन सहीं बनव, जऊन मन झुंड के अगुवई करथें। \q1 \v 9 काबरकि मेंह उत्तर के देस ले बड़े जातिमन के एक दल ला उभारहूं \q2 अऊ ओ दल ला बेबिलोन के बिरूध लानहूं। \q1 ओमन बेबिलोन के बिरूध म कतार बांधहीं, \q2 अऊ उत्तर दिग ले ओकर ऊपर कब्जा करे जाही। \q1 ओमन के तीरमन कुसल योद्धामन सहीं होहीं, \q2 जेमन कि खाली नइं लहुंटंय। \q1 \v 10 ये किसम ले बेबिलोनिया\f + \fr 50:10 \fr*\ft या \ft*\fqa कसदीया\fqa*\f* ला लूटे जाही; \q2 ओ जम्मो जऊन मन ओला लूटहीं, ओमन संतुस्ट हो जाहीं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 11 “हे मोर भाग ला लूटनेवालामन, \q2 काबरकि तुमन आनंद मनाथव अऊ खुस हव, \q1 अऊ एक अनाज कुटत बछिया के सहीं उदकत \q2 अऊ ताकतवर घोड़ामन के सहीं हिनहिनावत हव, \q1 \v 12 तुम्हर दाई ह बहुंत लज्जित होही; \q2 जऊन ह तुमन ला जनम दीस, ओह कलंकित होही। \q1 ओह जम्मो जाति म सबले छोटे होही— \q2 ओह एक निरजन, सूखा देस अऊ मरू-भुइयां सहीं होही। \q1 \v 13 यहोवा के गुस्सा के कारन, ओमा कोनो नइं बसहीं \q2 पर ओह पूरा उजाड़ हो जाही। \q1 जऊन मन बेबिलोन ले होवत जाहीं, ओमन भयभीत होहीं; \q2 ओकर जम्मो दुख के कारन ओकर हंसी उड़ाहीं। \b \q1 \v 14 “हे जम्मो धनुसधारीमन, \q2 बेबिलोन के चारों कोति ओकर बिरूध म कतार बांध लव। \q1 ओकर ऊपर तीर चलावव! कोनो तीर ला बचाके झन रखव, \q2 काबरकि ओह यहोवा के बिरूध म पाप करे हवय। \q1 \v 15 चारों कोति ले ओकर ऊपर तीर चलावव! \q1 ओह हार मानत हे, ओकर मीनारमन गिरत हें, \q2 ओकर दीवारमन गिराय जावत हें। \q1 काबरकि यहोवा ह ओकर ले बदला लेवत हे, \q2 त तुमन घलो ओकर ले बदला लेवव; \q2 ओकर संग वइसने करव, जइसने ओह आने मन संग करे हवय। \q1 \v 16 बेबिलोन ले बीज बोवइया ला अलग कर दव, \q2 अऊ लुवई के बेरा फसल लुवइया ला ओकर हंसिया ले अलग कर दव। \q1 अतियाचारी के तलवार के डर के कारन \q2 हर एक जन अपन-अपन मनखेमन करा लहुंट जावय, \q2 अऊ हर एक जन अपन-अपन देस ला भाग जावय। \b \q1 \v 17 “इसरायल ह तितिर-बितिर करे गे एक झुंड ए, \q2 जेला सिंहमन भगा दे हवंय। \q1 सबले पहिले ओमन ला खानेवाला \q2 अस्सूर के राजा ए; \q1 सबले आखिरी म ओमन के हाड़ामन ला टोरनेवाला \q2 बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ए।” \p \v 18 ये खातिर सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: \q1 “जइसने मेंह अस्सूर के राजा ला सजा दे हंव, \q2 वइसने मेंह बेबिलोन के राजा अऊ ओकर देस ला सजा दूहूं। \q1 \v 19 पर मेंह इसरायल के मनखेमन ला फेर ओमन के चराई म लहुंटाके लानहूं, \q2 अऊ ओमन करमेल पहाड़ अऊ बासान के इलाका म चरहीं; \q1 एपरैम अऊ गिलाद के पहाड़ीमन म \q2 ओमन भरपेट खाय बर पाहीं। \q1 \v 20 ओ दिनमन म, ओ समय म,” यहोवा ह घोसना करत हे, \q1 “इसरायल के अपराध ला खोजे जाही, \q2 पर ओमा कोनो अपराध नइं मिलही, \q1 अऊ यहूदा के पाप ला घलो खोजे जाही, \q2 पर ओमा कोनो अपराध नइं मिलही, \q2 काबरकि जेमन ला मेंह बचाहूं, ओमन के पाप ला छेमा कर दूहूं। \b \q1 \v 21 “मरातैम देस अऊ पकोद म रहइया मनखेमन ऊपर \q2 तेंह हमला कर। \q1 ओमन के पीछा कर, मार डार अऊ ओमन ला पूरा नास कर दे,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q2 “हर ओ काम कर, जेकर हुकूम मेंह तोला दे हवंव। \q1 \v 22 ओ देस म लड़ई के अवाज, \q2 बड़े बिनास के अवाज होवत हे! \q1 \v 23 जम्मो धरती के हथौड़ा ह \q2 कइसे टूटके कुटा-कुटा हो गे हवय! \q1 बेबिलोन ह जाति-जाति के मनखेमन के बीच म \q2 कइसे उजाड़ हो गे हवय! \q1 \v 24 हे बेबिलोन, मेंह तोर बर एक फांदा लगाय हंव, \q2 अऊ येकर पहिली कि तें ओला जानते, तेंह ओमा फंस गेय; \q1 तोला खोजके पकड़ लिये गीस, \q2 काबरकि तें यहोवा के बिरोध करे। \q1 \v 25 यहोवा ह अपन हथियारमन के घर ला खोल दे हवय, \q2 अऊ अपन कोरोध के हथियारमन ला बाहिर निकाले हवय, \q1 काबरकि परमपरधान यहोवा सर्वसक्तिमान ला \q2 बेबिलोनीमन के देस म एक काम करना हे। \q1 \v 26 दूरिहा ले ओकर बिरूध म आवव। \q2 ओकर अन्न के भंडारमन ला टोरके खोल दव; \q2 अनाज के ढेर सहीं ओला कुढ़ो दव। \q1 ओकर पूरा सतियानास कर दव, \q2 अऊ ओकर कुछू ला घलो बचाके झन रखव। \q1 \v 27 ओकर जम्मो जवान बईलामन ला मार डारव; \q2 ओमन ला काटे बर खाल्हे जावन दव! \q1 ओमन ऊपर हाय! काबरकि ओमन के दिन ह आ गे हवय, \q2 ओमन के सजा पाय के समय ह आ गे हवय। \q1 \v 28 सियोन म घोसना होवत हे; \q2 बेबिलोन के भगोड़ा अऊ सरनार्थीमन के बात ला सुनव \q1 यहोवा हमर परमेसर ह \q2 कइसे अपन मंदिर के बदला ले हवय। \b \q1 \v 29 “धनुसधारीमन ला बेबिलोन के बिरूध म लड़े बर बलावव, \q2 ओ जम्मो झन ला बलावव, जऊन मन धनुस चलाथें। \q1 ओकर चारों कोति डेरा डालव; \q2 कोनो बचके झन भागन पावंय। \q1 ओकर काममन के बदला ओला देवव; \q2 ओकर संग वइसने करव, जइसने ओह करे हवय। \q1 काबरकि ओह यहोवा, \q2 इसरायल के पबितर परमेसर ला ललकारे हवय। \q1 \v 30 ये खातिर ओकर जवानमन गलीमन म गिरहीं; \q2 ओ दिन ओकर जम्मो सैनिकमन के बोलती बंद हो जाही,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 31 “हे ढीठ देख, मेंह तोर बिरूध हंव,” \q2 परभू सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे, \q1 “काबरकि तोर दिन ह आ गे हवय, \q2 तोर सजा पाय के समय ह आ गे हवय। \q1 \v 32 ढीठ ह ठोकर खाके गिरही \q2 अऊ कोनो ओला उठे म मदद नइं करहीं; \q1 मेंह ओकर नगरमन म आगी लगाहूं, \q2 जऊन ह ओकर चारों कोति के जम्मो झन ला भसम कर दीही।” \p \v 33 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “इसरायल के मनखेमन सताय जावत हें, \q2 अऊ यहूदा के मनखेमन घलो सताय जावत हें। \q1 ओमन के जम्मो पकड़नेवालामन ओमन ला कसके पकड़े हवंय, \q2 अऊ ओमन ला जावन नइं देवत हें। \q1 \v 34 पर ओमन के छुड़इया ह बलवान ए; \q2 सर्वसक्तिमान यहोवा ओकर नांव ए। \q1 ओह ओमन के मुकदमा ला बने करके लड़ही \q2 ताकि ओह ओमन के देस म सांति लानय \q2 पर बेबिलोन म रहइयामन ऊपर असांति। \b \q1 \v 35 “बेबिलोन के मनखेमन के बिरूध म तलवार चलही!” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे— \q1 “जऊन मन बेबिलोन म रहिथें, ओमन के बिरूध म \q2 अऊ ओकर करमचारी अऊ बुद्धिमान मनखेमन के बिरूध म तलवार चलही! \q1 \v 36 ओकर लबरा अगमजानीमन के बिरूध म तलवार चलही! \q2 ओमन मुरूख बन जाहीं। \q1 ओकर योद्धामन के बिरूध म तलवार चलही! \q2 ओमन आतंक ले भर जाहीं। \q1 \v 37 ओकर घोड़ा अऊ रथमन के बिरूध म \q2 अऊ ओकरे दरजा के जम्मो बिदेसीमन के बिरूध म तलवार चलही! \q2 ओमन दुरबल हो जाहीं। \q1 ओकर खजानामन के बिरूध म तलवार चलही! \q2 ओमन ला लूट लिये जाही। \q1 \v 38 ओकर तरियामन म सूखा पड़ही! \q2 ओमन सूखा जाहीं। \q1 काबरकि येह मूरतीमन ले भरे देस अय, \q2 अऊ मूरतीमन आतंक ले पगला जाहीं। \b \q1 \v 39 “एकरसेति मरू-भुइयां के जन्तु अऊ हुंर्रामन उहां रहिहीं, \q2 अऊ उहां उल्लू घलो निवास करही। \q1 उहां फेर कोनो मनखे निवास नइं करहीं \q2 या पीढ़ी-पीढ़ी तक उहां कोनो नइं रहिहीं। \q1 \v 40 यहोवा ह घोसना करत हे, \q2 जइसने मेंह सदोम अऊ अमोरा ला \q2 ओमन के आसपास के नगरमन सहित उखान फेंकें,” \q1 “वइसने ही उहां कोनो नइं रहिहीं; \q2 येमा कोनो मनखे निवास नइं करहीं। \b \q1 \v 41 “देखव! उत्तर दिग ले एक सेना आवत हे; \q2 धरती के छोर ले एक बड़े जाति \q2 अऊ बहुंते राजामन ला उभारे जावत हे। \q1 \v 42 ओमन धनुस अऊ बरछी धरे हवंय; \q2 ओमन कठोर अऊ निरदयी अंय। \q1 जब ओमन अपन घोड़ामन ऊपर सवार होथें, \q2 त ओमन गरजत समुंदर सहीं अवाज करथें; \q1 हे बेटी बेबिलोन, ओमन तोर ऊपर हमला करे बर \q2 लड़ई म कतार बांधे मनखेमन सहीं आथें। \q1 \v 43 बेबिलोन के राजा ह ओमन के बारे म खबर सुने हवय, \q2 अऊ ओकर हांथमन ढीला पड़ गे हवंय। \q1 पीरा ह ओला अइसने जकड़े हवय, \q2 जइसने छेवारी होवत माईलोगन ला पीरा होथे \q1 \v 44 जइसने यरदन के झाड़ीमन ले कोनो सिंह ह \q2 निकलके बने चरागन म आथे, \q1 वइसने ही मेंह बेबिलोन के मनखेमन ला ओमन के देस ले तुरते भगा दूहूं। \q2 ओ चुने हुए कोन ए, जेला मेंह ये काम बर ठहिरावंव? \q1 मोर सहीं कोन हे अऊ कोन ह मोला चुनौती दे सकथे? \q2 अऊ कोन चरवाहा ह मोर सामना कर सकथे?” \b \q1 \v 45 एकरसेति, सुनव कि यहोवा ह बेबिलोन के बिरूध का योजना बनाय हवय, \q2 अऊ बेबिलोनीमन के देस के बिरूध ओह का करे के ठाने हवय: \q1 पसु के झुंड के पीलामन ला घसीटके अलग करे जाही; \q2 ओमन के चरागन ह ओमन के डर के कारन होही। \q1 \v 46 बेबिलोन ला कब्जा करे के अवाज ले धरती ह कांपही; \q2 येकर रोये के अवाज जाति-जाति के मनखेमन के बीच म सुनई पड़ही। \c 51 \p \v 1 यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “देखव, मेंह बेबिलोन अऊ लेब-कामै के मनखेमन के बिरूध म \q2 एक नास करइया आतमा ला भड़काहूं। \q1 \v 2 मेंह बेबिलोन म परदेसीमन ला पठोहूं ओला पछरे बर \q2 ताकि ओमन ओला पछरें अऊ ओ देस ला बरबाद करें; \q1 ओकर बिपत्ति के दिन म \q2 ओमन चारों कोति ले ओकर बिरोध करहीं। \q1 \v 3 धनुसधारी ला ओकर धनुस तियार करन झन दव, \q2 अऊ न ही ओला अपन हथियार ला बांधन दव। \q1 ओकर जवानमन ला झन छोंड़व; \q2 ओकर सेना ला पूरा नास कर दव। \q1 \v 4 ओमन बेबिलोन के गलीमन म, \q2 भयंकर रूप से घायल मरे परे होहीं। \q1 \v 5 काबरकि इसरायल अऊ यहूदा के देस ह \q2 ओमन के परमेसर, सर्वसक्तिमान यहोवा के दुवारा तियागे नइं गे हवय, \q1 हालाकि ओमन के देस\f + \fr 51:5 \fr*\ft या \ft*\fqa बेबिलोनीमन के देस\fqa*\f* ह \q2 इसरायल के पबितर परमेसर के नजर म अपराध ले भरे हवय। \b \q1 \v 6 “बेबिलोन ले भागव! \q2 अपन परान बचाय बर भागव! \q2 ओकर पाप के कारन नास झन होवव। \q1 येह यहोवा के बदला लेय के बेरा अय; \q2 ओकर अधरम के मुताबिक ओला बदला दीही। \q1 \v 7 बेबिलोन ह यहोवा के हांथ म एक सोन के कटोरा रिहिस; \q2 ओ कटोरा म ले पीके जम्मो धरती के मनखेमन मतवाला होवत रिहिन। \q1 जाति-जाति के मनखेमन ओकर मंद ला पीईन; \q2 ये खातिर ओमन अब पगला गे हवंय। \q1 \v 8 बेबिलोन ह अचानक गिरही अऊ टूट जाही। \q2 ओकर बर बिलाप करव! \q1 ओकर घाव बर मलहम लानव; \q2 सायद ओह बने हो जावय। \b \q1 \v 9 “ ‘हमन बेबिलोन ला बने करतेंन, \q2 पर ओह बने नइं हो सकय। \q1 आवव, हमन ओला छोंड़के अपन-अपन देस ला चले जावन, \q2 काबरकि ओला दंड देय के फैसला अकास तक हबरत हे, \q2 येह ऊंच स्वरग तक चले गे हवय।’ \b \q1 \v 10 “ ‘यहोवा ह हमन ला सही ठहिराय हे; \q2 एकरसेति आवव, हमन सियोन म बतावन \q2 कि यहोवा हमर परमेसर ह का करे हवय।’ \b \q1 \v 11 “तीरमन ला धार करव, \q2 ढालमन ला ले लव! \q1 यहोवा ह मादी के राजामन ला उभारे हवय, \q2 काबरकि ओकर उदेस्य ह बेबिलोन ला नास करे के हवय। \q1 यहोवा ह बदला लीही, \q2 ओह अपन मंदिर के बदला लीही। \q1 \v 12 बेबिलोन के दीवार के बिरूध म एक झंडा ठाढ़ करव! \q2 पहरेदार के सक्ति बढ़ावव, \q1 पहरेदारमन ला पहरा देय बर बईठावव, \q2 घात लगाय के तियारी करव! \q1 काबरकि यहोवा ह बेबिलोन के बिरूध म फैसला देके, \q2 अपन उदेस्य ला पूरा करही। \q1 \v 13 हे पानी के तीर म बसे \q2 अऊ धन-संपत्ति बनाके धनवान हो गय मनखेमन, \q1 तुम्हर अन्त ह आ गे हवय, \q2 तुम्हर नास होय के समय आ गे हवय। \q1 \v 14 सर्वसक्तिमान यहोवा ह अपन खुद के कसम खाय हवय: \q2 फांफामन के दल सहीं, मेंह खचित तोला सैनिक दलमन ले भर दूहूं, \q2 अऊ ओमन तोर ऊपर बिजय के नारा लगाहीं। \b \q1 \v 15 “ओह अपन सामर्थ ले धरती ला बनाईस; \q2 ओह अपन बुद्धि ले संसार के नीव रखिस \q2 अऊ अपन समझ के दुवारा अकासमन ला तानिस। \q1 \v 16 जब ओह गरजथे, त अकासमन म पानी ह गरजथे; \q2 ओह धरती के छोर ले बादरमन ला उठाथे। \q1 ओह बारिस के संग बिजली चमकाथे \q2 अऊ अपन भंडारघर ले हवा चलाथे। \b \q1 \v 17 “हर एक जन निरबुद्धि अऊ बिगर गियान के हवय; \q2 हर एक सुनार ह अपन बनाय मूरतीमन के कारन लज्जित हवय। \q1 जऊन मूरतीमन ला ओह बनाथे, ओमन एक धोखा अंय; \q2 ओमन म सांस ही नइं ए। \q1 \v 18 ओ मूरतीमन बेकार अऊ हंसी उड़ाय के चीज अंय; \q2 जब ओमन के फैसला होही, त ओमन नास हो जाहीं। \q1 \v 19 पर ओ, जऊन ह याकूब के भाग ए, ओह येमन सहीं नो हय, \q2 काबरकि ओह तो जम्मो चीजमन के बनानेवाला अय, \q1 ओकर उत्तराधिकार के मनखेमन घलो ओमा आथें— \q2 ओकर नांव सर्वसक्तिमान यहोवा अय। \b \q1 \v 20 “तेंह मोर लड़ई के गदा, \q2 अऊ लड़ई करे बर मोर हथियार अस— \q1 तोर दुवारा मेंह जाति-जाति के मनखेमन ला कुटा-कुटा कर देथंव, \q2 तोर दुवारा राजमन ला नास कर देथंव, \q1 \v 21 तोर दुवारा मेंह घोड़ा अऊ ओकर सवार ला कुटा-कुटा कर देथंव, \q2 तोर दुवारा मेंह रथ अऊ ओकर सारथी ला कुटा-कुटा कर देथंव, \q1 \v 22 तोर दुवारा मेंह आदमी अऊ माईलोगन ला कुटा-कुटा कर देथंव, \q2 तोर दुवारा मेंह सियान अऊ लइका ला कुटा-कुटा कर देथंव, \q2 तोर दुवारा मेंह जवान मनखे अऊ जवान छोकरी ला कुटा-कुटा कर देथंव, \q1 \v 23 तोर दुवारा मेंह चरवाहा अऊ ओकर झुंड ला कुटा-कुटा कर देथंव, \q2 तोर दुवारा मेंह किसान अऊ ओकर बईलामन ला कुटा-कुटा कर देथंव, \q2 तोर दुवारा ही मेंह राजपाल अऊ करमचारीमन ला घलो कुटा-कुटा कर देथंव। \p \v 24 “तुम्हर आंखी के आघू म मेंह बेबिलोन अऊ बेबिलोनिया\f + \fr 51:24 \fr*\ft या \ft*\fqa कसदीया\fqa*\f* म रहइया जम्मो झन ला, ओमन के ओ जम्मो गलत काम के बदला दूहूं, जेला ओमन सियोन म करे हवंय,” यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 25 “हे नास करइया पहाड़, तें जऊन ह जम्मो धरती ला \q2 नास करथस, मेंह तोर बिरूध म हंव,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 “मेंह तोर बिरूध म अपन हांथ बढ़ाहूं, \q2 अऊ तोला खड़े चट्टान म ले लुड़का दूहूं, \q2 अऊ तोला एक जले हुए पहाड़ बना दूहूं। \q1 \v 26 घर के कोना के पथरा बनाय बर तोर म ले कोनो पथरा नइं लिये जाही, \q2 न ही घर के नीव डाले बर तोर म ले कोनो पथरा लिये जाही, \q2 काबरकि तेंह हमेसा बर उजाड़ हो जाबे,” यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 27 “देस म चेतउनी के एक झंडा ठाढ़ करव! \q2 जाति-जाति के मनखेमन के बीच म तुरही बजावव! \q1 ओकर बिरूध म जाति-जाति के मनखेमन ला लड़ई बर तियार करव; \q2 ओकर बिरूध म ये राजमन ला बलावव: \q2 अरारात, मिन्नी अऊ असकनज। \q1 ओकर बिरूध म एक सेनापति ठहिरावव; \q2 फांफामन के दल सहीं घोड़ामन ला ऊपर पठोवव। \q1 \v 28 ओकर बिरूध म जाति-जाति के मनखेमन ला तियार करव— \q2 मादी के राजामन ला, \q1 ओमन के राजपाल अऊ ओमन के जम्मो करमचारी, \q2 अऊ ओ जम्मो देस के मनखेमन ला बलावव, जिहां ओमन सासन करथें। \q1 \v 29 देस ह कांपत अऊ पीरा के मारे छटपटावत हे, \q2 काबरकि बेबिलोन के बिरूध यहोवा के उदेस्य ह पूरा होवत हे— \q1 बेबिलोन के देस ला उजाड़े जावत हे \q2 ताकि उहां कोनो झन रहंय। \q1 \v 30 बेबिलोन के योद्धामन लड़े बर बंद कर दे हवंय; \q2 ओमन अपन गढ़मन के भीतर रहत हें। \q1 ओमन म अऊ ताकत नइं ए; \q2 ओमन दुरबल हो गे हवंय। \q1 ओकर निवासमन म आगी लगे हवय; \q2 ओकर कपाटमन के बेड़ीमन टूट गे हवंय। \q1 \v 31 एक दूत ह दूसर दूत के पाछू \q2 अऊ एक संदेसिया ह दूसर संदेसिया के पाछू \q1 बेबिलोन के राजा ला ये समाचार देय बर जाथें \q2 कि ओकर पूरा सहर ला कब्जा कर लिये गे हवय, \q1 \v 32 नदी पार करे के जगहमन ऊपर कब्जा कर लिये गे हवय, \q2 कछार-भुइयां म आगी लगा दिये गे हवय, \q2 अऊ सैनिकमन आतंकित हवंय।” \p \v 33 सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: \q1 “बेटी बेबिलोन ह कुचरे जाय के बेरा म \q2 एक कोठार सहीं अय; \q2 ओकर कटई के बेरा ह जल्दी आही।” \b \q1 \v 34 “बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह हमन ला खा डारे हवय, \q2 ओह हमन ला असमंजस म डार दे हवय, \q2 ओह हमन ला एक खाली बरतन सहीं कर दे हवय। \q1 सांप सहीं ओह हमन ला लील डारे हवय \q2 अऊ हमन ला खाके अपन पेट भर ले हवय, \q2 अऊ तब ओह हमन ला उछर दे हवय। \q1 \v 35 जऊन चोट हमर देहें म देय गे हवय, ओ चोट बेबिलोन ला मिलय,” \q2 सियोन के रहइयामन कहिथें। \q1 “हमर खून के दोस ओमन ऊपर लगे, जऊन मन बेबिलोनिया म रहिथें,” \q2 यरूसलेम ह कहिथे। \p \v 36 एकरसेति यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “देख, मेंह तोर मुकदमा लड़हूं \q2 अऊ तोर बदला लूहूं; \q1 मेंह ओकर समुंदर \q2 अऊ ओकर सोतामन ला सूखा दूहूं। \q1 \v 37 बेबिलोन ह एक खंडहर, \q2 अऊ सियारमन के एक डेरा, \q1 डर अऊ अपमान करे के चीज, \q2 अऊ एक अइसने जगह हो जाही, जिहां कोनो नइं रहिहीं। \q1 \v 38 जम्मो बेबिलोनीमन जवान सिंहमन सहीं गरजथें, \q2 ओमन सिंह के पीलामन सहीं गुर्राथें। \q1 \v 39 पर जब ओमन उतावला होथें, \q2 तब मेंह ओमन बर एक भोज तियार करके दूहूं \q2 अऊ ओमन ला मतवाला कर दूहूं, \q1 ताकि ओमन हंसके चिचियावंय— \q2 अऊ तब हमेसा बर सो जावंय अऊ कभू झन उठंय,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \q1 \v 40 “जइसे मेढ़ा-पीलामन ला, \q2 मेढ़ामन अऊ बोकरामन ला मारे बर लाय जाथे, \q2 वइसे मेंह ओमन ला खाल्हे लानहूं। \b \q1 \v 41 “सेसक\f + \fr 51:41 \fr*\fq सेसक \fq*\ft येह \ft*\fqa बेबिलोन \fqa*\ft के नांव घलो अय\ft*\f* ह कइसे पकड़े जाही, \q2 जम्मो धरती के घमंड ह खतम हो जाही! \q1 बेबिलोन ह जाति-जाति के बीच ले \q2 कइसे उजड़ जाही! \q1 \v 42 समुंदर ह बेबिलोन ऊपर आ जाही; \q2 येकर गरजत लहरामन म ओह बुड़ जाही। \q1 \v 43 ओकर नगरमन उजड़ जाहीं, \q2 एक सूखा अऊ मरू-भुइयां हो जाहीं, \q1 एक अइसने देस, जिहां कोनो नइं रहंय, \q2 अऊ जेमा ले होके कोनो बाट नइं रेंगय। \q1 \v 44 मेंह बेबिलोन म बेल देवता ला दंड दूहूं \q2 अऊ जऊन कुछू ओह निगल गे हवय, ओला ओकर ले उछरवाहूं। \q1 जाति-जाति के मनखेमन ओकर कोति अऊ नइं जाहीं। \q2 अऊ बेबिलोन के दीवार ह गिर जाही। \b \q1 \v 45 “हे मोर मनखेमन, उहां ले बाहिर निकलव! \q2 अपन परान बचाके भागव! \q2 यहोवा के भयंकर कोरोध ले भागव। \q1 \v 46 जब देस म झूठा खबर फईलथे, \q2 त झन घबरावव या झन डरव; \q1 एक साल एक झूठा खबर आथे, त आने साल दूसरा झूठा खबर, \q2 देस म हिंसा के झूठा खबर \q2 अऊ एक सासक के बिरूध दूसर सासक के झूठा खबर उड़ही। \q1 \v 47 काबरकि ओ समय ह जरूर आही \q2 जब मेंह बेबिलोन के मूरतीमन ला सजा दूहूं; \q1 ओकर पूरा देस ह कलंकित होही \q2 अऊ ओकर जम्मो मारे गय मनखेमन ओकरे भीतर म परे होहीं। \q1 \v 48 तब स्वरग अऊ धरती अऊ जऊन कुछू ओमा हवंय, \q2 ओमन आनंद के मारे बेबिलोन ऊपर चिचियाहीं, \q1 काबरकि उत्तर दिग ले \q2 नास करइया ह ओकर ऊपर हमला करही,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 49 “जइसने बेबिलोन के कारन \q2 जम्मो धरती म मनखेमन मारके गिराय गीन, \q1 वइसने ही इसरायल के मनखेमन के हतिया के कारन, \q2 जरूरी अय कि बेबिलोन के मनखेमन मारके गिराय जावंय। \q1 \v 50 हे तलवार ले बांचे मनखेमन, \q2 भागव अऊ उहां ठहिरे झन रहव! \q1 दूरिहा देस म यहोवा ला सुरता करव, \q2 अऊ यरूसलेम ला घलो सुरता करव।” \b \q1 \v 51 “हमन कलंकित होवत हन, \q2 काबरकि हमर बेजत्ती करे गे हवय \q2 अऊ लज्जा से हमर चेहरामन ढंक गे हवंय, \q1 काबरकि परदेसीमन यहोवा के घर के \q2 पबितर जगहमन म घुस गे हवंय।” \b \q1 \v 52 “पर अइसन दिनमन आवत हें,” यहोवा ह घोसना करत हे, \q2 “जब मेंह ओकर मूरतीमन ला दंड दूहूं, \q1 अऊ ओकर जम्मो देस म \q2 मनखेमन घायल होके कराहत रहिहीं। \q1 \v 53 चाहे बेबिलोन ह अकास तक ऊंचहा हो जावय \q2 अऊ अपन ऊंचहा गढ़ ला किलाबंदी कर लेवय, \q2 तभो ले मेंह ओकर बिरूध म नास करइयामन ला पठोहूं,” \q2 यहोवा ह घोसना करत हे। \b \q1 \v 54 “बेबिलोन ले रोये के अवाज आवत हे, \q2 बेबिलोनीमन के देस ले बड़े बिनास के अवाज आवत हे। \q1 \v 55 यहोवा ह बेबिलोन ला नास कर दीही; \q2 ओह ओकर बड़े कोलाहल ला बंद कर दीही। \q1 बईरीमन के लहरामन, समुंदर सहीं भयंकर होहीं; \q2 ओमन के अवाज के गरजन ह फेर सुनई दीही। \q1 \v 56 एक नास करइया ह बेबिलोन के बिरूध आही; \q2 ओकर योद्धामन पकड़ लिये जाहीं, \q2 अऊ ओमन के धनुसमन ला टोर दिये जाही। \q1 काबरकि यहोवा ह बदला लेवइया परमेसर अय; \q2 ओह पूरा बदला लीही। \q1 \v 57 मेंह ओकर करमचारी अऊ बुद्धिमान मनखेमन ला, \q2 अऊ संग म ओकर राजपाल, अधिकारी अऊ योद्धामन ला अइसन मतवार कर दूहूं \q1 कि ओमन हमेसा बर सो जाहीं अऊ फेर नइं जागहीं,” \q2 राजा ह घोसना करत हे, जेकर नांव सर्वसक्तिमान यहोवा अय। \p \v 58 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: \q1 “बेबिलोन के मोटा दीवार ला नीव ले गिराय जाही \q2 अऊ ओकर ऊंचहा दुवारमन म आगी लगाय जाही; \q1 मनखेमन बेकार म अपनआप ला थकाहीं, \q2 जाति-जाति के मनखेमन के मेहनत ह आगी बर सिरिप लकरी के सहीं होही।” \p \v 59 यहूदा के राजा सिदकियाह के राज के चौथा साल म, जब ओकर संग सरायाह ह बेबिलोन गीस, जऊन ह नेरियाह के बेटा महसेयाह के पोता अऊ राजभवन के अधिकारी घलो रिहिस, तब ओला यरमियाह अगमजानी ह ये संदेस दीस। \v 60 यरमियाह ह ओ जम्मो बिपत्तिमन ला एक किताब म लिख ले रिहिस, जऊन ह बेबिलोन ऊपर पड़नेवाला रिहिस—बेबिलोन के बारे म ओ जम्मो बात लिखे गे रिहिस। \v 61 यरमियाह ह सरायाह ला कहिस, “जब तें बेबिलोन म हबरबे, त जरूरी अय कि तें ये जम्मो बचन ला जोर से पढ़बे। \v 62 तब कहिबे, ‘हे यहोवा, तेंह कहे हस कि तें ये जगह ला अइसने नास कर देबे कि येमा न तो मनखे अऊ न ही पसुमन रहिहीं; येह हमेसा बर उजाड़ हो जाही।’ \v 63 जब तें ये किताब ला पढ़ लेबे, तब येमा एक पथरा ला बांधके येला फरात नदी म फटिक देबे, \v 64 अऊ तब कहिबे, ‘जऊन बिपत्ति मेंह बेबिलोन ऊपर लानहूं, ओकर कारन येही किसम ले बेबिलोन ह बुड़ जाही अऊ फेर कभू नइं उठही। अऊ ओकर मनखेमन गिरहीं।’ ” \b \b \p यरमियाह के बचन इहां खतम होथे। \c 52 \s1 यरूसलेम के गिरई \p \v 1 सिदकियाह ह इक्कीस साल के रिहिस, जब ओह राजा बनिस, अऊ ओह यरूसलेम म गियारह साल तक राज करिस। ओकर दाई के नांव हमूतल रिहिस, जऊन ह यरमियाह के बेटी रिहिस; हमूतल ह लिबना सहर के रिहिस। \v 2 सिदकियाह ह यहोवा के नजर म दुस्ट काम करिस, जइसने यहोयाकीम ह करे रिहिस। \v 3 यहोवा के गुस्सा के कारन यरूसलेम अऊ यहूदा ऊपर ये जम्मो बात होईस, अऊ आखिर म यहोवा ह ओमन ला अपन आघू ले भगा दीस। \p सिदकियाह ह बेबिलोन के राजा के बिरूध बिदरोह करिस। \p \v 4 एकरसेति सिदकियाह के राज के नौवां साल के दसवां महिना के दसवां दिन, बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह अपन जम्मो सेना के संग यरूसलेम के बिरूध लड़ई करे बर निकलिस। ओमन सहर के बाहिर डेरा डालिन अऊ सहर ला चारों कोति ले घेर लीन। \v 5 सहर म ये घेराबंदी सिदकियाह राजा के गियारहवां साल तक रिहिस। \p \v 6 चौथा महिना के नौवां दिन ले सहर म अकाल के असर अतेक भयंकर हो गीस कि मनखेमन बर खाय बर कुछू नइं रिहिस। \v 7 तब सहर के दीवार ला टोर दिये गीस, अऊ पूरा सेना ह रथिया राजा के बारी के लकठा म, दू ठन दीवार के बीच बने दुवार ले भाग गीस, हालाकि बेबिलोनीमन सहर ला घेरे रिहिन। ओमन अराबा\f + \fr 52:7 \fr*\ft या \ft*\fqa यरदन घाटी\fqa*\f* कोति भागिन, \v 8 पर बेबिलोनी सेना ह सिदकियाह राजा के पीछा करिस अऊ यरीहो के मैदान म ओकर करा हबर गीस। राजा के जम्मो सैनिकमन ओकर ले अलग होके तितिर-बितिर हो गीन, \v 9 अऊ राजा ला पकड़ लिये गीस। \p ओला हमात देस के रिबला सहर म बेबिलोन के राजा करा लाने गीस, जिहां ओला सजा सुनाय गीस। \v 10 उहां रिबला म, बेबिलोन के राजा ह सिदकियाह के बेटामन ला ओकर आंखी के आघू म मार डारिस; ओह यहूदा के जम्मो करमचारीमन ला घलो मार डारिस। \v 11 तब बेबिलोन के राजा ह सिदकियाह के आंखीमन ला निकाल दीस अऊ ओला कांसा के बेड़ीमन म जकड़के बेबिलोन ले गीस, जिहां ओह सिदकियाह ला ओकर मिरतू के दिन तक जेल म रखिस। \p \v 12 नबूजरदान ह बेबिलोन के राजा के सेवा करय अऊ ओह साही पहरेदारमन के सेनापति रिहिस; ओह बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर के राज के उन्नीसवां साल के पांचवां महिना के दसवां दिन यरूसलेम आईस। \v 13 नबूजरदान ह यहोवा के मंदिर, राजमहल अऊ यरूसलेम के जम्मो घरमन म आगी लगा दीस। हर एक बड़े भवन ला ओह जला दीस। \v 14 साही पहरेदारमन के सेनापति के अगुवई म, बेबिलोनीमन के जम्मो सेना ह यरूसलेम के चारों कोति के जम्मो दीवारमन ला गिरा दीस। \v 15 पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान ह सबले गरीब कुछू मनखे अऊ सहर म बचे मनखेमन ला, बाकि बचे कारीगरमन अऊ जऊन मनखेमन बेबिलोन के राजा ला छोंड़ दे रिहिन, ओ जम्मो ला बंधुवा करके ले गीस। \v 16 पर नबूजरदान ह देस म बाकि बचे बहुंत गरीब मनखेमन ला अंगूर के बारी अऊ खेतमन म काम करे बर छोंड़ दीस। \p \v 17 बेबिलोनीमन यहोवा के मंदिर के कांसा के खंभामन ला, सरकनेवाला सहारामन ला अऊ कांसा के हौज ला टोर दीन अऊ ओमन जम्मो कांसा ला बेबिलोन ले गीन। \v 18 ओमन हंड़िया, बेलचा, दीया के बाती ला कतरे के कतरनी, छिंचनेवाला कटोरा, बरतन अऊ मंदिर के सेवा म उपयोग होवइया जम्मो कांसा के चीजमन ला ले गीन। \v 19 घमेला, धूपदान, छिंचे के कटोरा, हंड़िया, दीवट, बरतन अऊ पेय-बलिदान म उपयोग होइवया कटोरामन—ओ चीज, जेमन सुध सोन या चांदी के बने रिहिन, ओ जम्मो ला साही पहरेदारमन के सेनापति ह ले गीस। \p \v 20 दू ठन खंभा के कांसा, हौज अऊ येकर खाल्हे के कांसा के बारह बईला, अऊ सरकनेवाला सहारामन, जेमन ला सुलेमान राजा ह यहोवा के मंदिर बर बनवाय रिहिस, ओ जम्मो ह अतेक जादा रिहिस कि ओमन ला तऊले नइं जा सकिस। \v 21 हर एक खंभा के ऊंचई अठारह क्यूबीट अऊ बारह क्यूबीट के गोलई\f + \fr 52:21 \fr*\ft लगभग 27 फीट ऊंचा अऊ 18 फीट गोलई\ft*\f* म रिहिस; हर एक के मोटई ह चार अंगरी\f + \fr 52:21 \fr*\ft लगभग 3 ईंच\ft*\f* के रिहिस, अऊ ओमन खोखला रिहिन। \v 22 एक खंभा के ऊपर कांसा के बने सिरा ह पांच क्यूबीट ऊंच रिहिस अऊ ओकर ऊपर चारों कोति कांसा के जाली अऊ अनार बनाके सजाय गे रिहिस। आने खंभा घलो अनारमन सहित वइसने ही बने रिहिस। \v 23 बाजूमन म छियानबे ठन अनार बने रिहिन; जाली के ऊपर चारों कोति कुल एक सौ अनार बने रिहिन। \p \v 24 पहरेदारमन के सेनापति ह मुखिया पुरोहित सरायाह, पद म ओकर बाद वाला पुरोहित सपनयाह अऊ तीन झन दुवारपाल ला कैदी के रूप म ले गीस। \v 25 अऊ सहर म जऊन मन बांचे रिहिन, ओमा के सैनिकमन के मुखिया, अऊ सात साही सलाहकार ला ओह ले गीस। ओह ओ सचिव ला घलो ले गीस, जऊन ह देस के मनखेमन के जरूरी सैनिक सेवा भरती के मुखिया अधिकारी रिहिस, ओमा के साठ झन सहर म मिलिन। \v 26 पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान ओ जम्मो झन ला लीस अऊ ओमन ला रिबला म बेबिलोन के राजा करा लानिस। \v 27 उहां हमात देस के रिबला म, राजा ह ओमन ला मरवा दीस। \p ये किसम ले यहूदा ह अपन देस ले दूर बंधुवई म चल दीस। \b \lh \v 28 येह ओ मनखेमन के गनती ए, जेमन ला नबूकदनेसर ह बंधुवई म ले गीस: \b \li1 ओकर राज के सातवां साल म, \li2 3,023 यहूदी; \li1 \v 29 अपन राज के अठारहवां साल म, \li2 नबूकदनेसर ह यरूसलेम ले 832 मनखेमन ला बंधुवा करके ले गीस; \li1 \v 30 फेर नबूकदनेसर के राज के तेईसवां साल म, \li2 राजा के पहरेदारमन के सेनापति नबूजरदान ह 745 यहूदी मनखे ला बंधुवई म ले गीस। \b \lf जम्मो ला मिलाके 4,600 मनखे होईन। \s1 यहोयाकीन ला छोंड़ दिये जाथे \p \v 31 यहूदा के राजा यहोयाकीन के बंधुवई के सैंतीसवां साल म, जब एवील-मरोदक ह बेबिलोन के राजा बनिस, त बारहवां महिना के पच्चीसवां दिन, ओह यहूदा के राजा यहोयाकीन ला छोंड़ दीस अऊ ओला जेल ले मुक्त कर दीस। \v 32 अऊ ओह ओकर संग मया ले बात करिस अऊ ओला ओ राजामन ले एक ऊंच आदर के पद दीस, जेमन ओकर संग बेबिलोन म रिहिन। \v 33 एकरसेति यहोयाकीन ह अपन जेल के कपड़ा ला उतार लीस अऊ जिनगी भर हर दिन राजा के मेज म जेवन करिस। \v 34 अऊ हर दिन के खरचा बर बेबिलोन के राजा ह यहोयाकीन बर एक भत्ता ठहिराय रिहिस, जऊन ह ओला ओकर मिरतू के दिन तक जिनगी भर मिलिस।