\id HAG - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \ide UTF-8 \h हाग्गै \toc1 हाग्गै के किताब \toc2 हाग्गै \toc3 हाग्गै \mt1 हाग्गै \mt2 के किताब \c 1 \s1 यहोवा के भवन ला बनाय बर बुलावा \p \v 1 दारा राजा के सासनकाल के दूसर साल के छठवां महिना के पहिली दिन, यहोवा के ये बचन, हाग्गै अगमजानी के दुवारा, सालतीएल के बेटा जरूब्बाबेल करा, जऊन ह यहूदा के राजपाल रिहिस, अऊ योसादाक के बेटा यहोसू महा पुरोहित करा पहुंचिस: \p \v 2 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: “ये मनखेमन कहिथें, ‘यहोवा के भवन ला फेर बनाय के समय अभी नइं आय हवय।’ ” \p \v 3 तब यहोवा के बचन हाग्गै अगमजानी के दुवारा आईस: \v 4 “का ये समय ए कि तुमन खुद अपन बढ़िया घर म रहव, अऊ ये घर ह उजार परे रहय?” \p \v 5 अब सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: “अपन चालचलन ऊपर सही धियान देवव। \v 6 तुमन बहुंते बोय रहेव, पर कम फसल मिलिस। तुमन खाथव, पर तुम्हर पेट कभू नइं भरय। तुमन पीथव, पर तुम्हर पीयास कभू नइं बुझय। तुमन ओनहा पहिरथव, पर ओकर ले तुमन ला गरमी नइं मिलय। तुमन मजदूरी कमाथव, पर येह कइसन खरचा हो जाथे, तुमन ला पता नइं चलय।” \p \v 7 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: “अपन चालचलन ऊपर सही धियान देवव। \v 8 ऊपर पहाड़मन म जावव अऊ इमारती लकरी खाल्हे लानके मोर भवन ला बनावव, ताकि येकर से मोला खुसी मिलय अऊ मोर आदर होवय,” यहोवा ह कहत हे। \v 9 “तुमन बहुंत फसल पाय के आसा करत रहेव, पर थोरकन ही मिलिस। अऊ जब तुमन ओला घर लेके आयेव, त मेंह ओला उड़ा देंव। काबर?” सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे। “काबरकि मोर भवन ह उजार परे हवय, अऊ तुमन म ले हर एक झन अपन-अपन घर म ब्यस्त हवव। \v 10 एकरसेति, तुम्हर कारन ही अकास ह ओस गिरई अऊ धरती ह अनाज उपजई ला बंद कर दे हवय। \v 11 मेंह हुकूम दे हंव कि खेत अऊ पहाड़मन म, अनाज, नवां अंगूर के मंद, जैतून तेल म अऊ भुइयां के हर एक ऊपज म, मनखे अऊ घरेलू-पसुमन म, अऊ तुम्हर हांथ के जम्मो मेहनत म अकाल पड़य।” \b \p \v 12 तब सालतीएल के बेटा जरूब्बाबेल, योसादाक के बेटा यहोसू महा पुरोहित, अऊ जम्मो बांचे मनखेमन\f + \fr 1:12 \fr*\ft या \ft*\fqa बंधुवई ले लहुंटे जम्मो मनखेमन\fqa*\f* यहोवा, अपन परमेसर के गोठ अऊ हाग्गै अगमजानी के संदेस के पालन करिन, काबरकि यहोवा ओमन के परमेसर ह ओला भेजे रिहिस। अऊ मनखेमन यहोवा के भय मानिन। \p \v 13 तब यहोवा के संदेसिया, हाग्गै ह मनखेमन ला यहोवा के ये संदेस दीस: “मेंह तुम्हर संग हवंव,” यहोवा ह घोसना करत हे। \v 14 तब यहोवा ह सालतीएल के बेटा जरूब्बाबेल के आतमा ला, जऊन ह यहूदा के राजपाल रिहिस, अऊ योसादाक के बेटा यहोसू महा पुरोहित के आतमा ला, अऊ जम्मो बांचे मनखेमन के आतमा ला उभारिस। ओमन आईन अऊ सर्वसक्तिमान यहोवा, अपन परमेसर के भवन ला फेर बनाय के सुरू करिन, \v 15 ये काम छठवां महिना के चौबीसवां दिन सुरू होईस। \s1 नवां भवन के परतिगियां करे गय महिमा \p राजा दारा के सासनकाल के दूसर बछर म, \c 2 \nb \v 1 सातवां महिना के इक्कीसवां दिन, यहोवा के बचन ह हाग्गै अगमजानी के दुवारा पहुंचिस: \v 2 “सालतीएल के बेटा, यहूदा के राजपाल जरूब्बाबेल, अऊ योसादाक\f + \fr 2:2 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa यहोसादाक \fqa*\ft जऊन ह \ft*\fq योसादाक \fq*\ft के एक आने नांव ए\ft*\f* के बेटा यहोसू महा पुरोहित, अऊ जम्मो बांचे मनखेमन ले गोठिया। ओमन ले पुछ, \v 3 ‘तुमन म ले अब कोन बांचे हवय, जऊन ह ये भवन ला येकर पहिली के महिमा म देखे हवय? अब येह तुमन ला का दसा म दिखत हवय? का तुमन ला ये नइं लगत हे कि येमा अब कुछू नइं रही गे हवय? \v 4 पर अब, हे जरूब्बाबेल, मजबूत बन,’ यहोवा ह घोसना करत हे। ‘हे योसादाक के बेटा यहोसू महा पुरोहित, मजबूत बन। हे देस के जम्मो मनखेमन, मजबूत बनव,’ यहोवा ह घोसना करत हे, ‘अऊ काम करव। काबरकि मेंह तुम्हर संग हवंव,’ सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे। \v 5 ‘जब मिसर देस ले तुमन निकले रहेव, तब मेंह तुमन ले ये करार करे रहेंव। अऊ मोर आतमा ह तुम्हर बीच म हवय। तुमन झन डरव।’ \p \v 6 “सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: ‘थोरकन समय बाद, एक बार फेर मेंह अकास अऊ धरती, समुंदर अऊ सूखा भुइयां ला कंपाहूं। \v 7 मेंह जम्मो देसमन ला कंपाहूं, अऊ जम्मो जाति के मनखेमन के ईछा ह पूरा होही, अऊ मेंह ये भवन ला महिमा ले भर दूहूं,’ सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहत हे। \v 8 ‘चांदी ह मोर अय अऊ सोन ह घलो मोर अय,’ सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे। \v 9 ‘ये अभी के भवन के महिमा ह पहिले भवन के महिमा ले बढ़के होही,’ सर्वसक्तिमान यहोवा ह कहत हे। ‘अऊ ये जगह म मेंह सांति दूहूं,’ सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे।” \s1 असुध मनखेमन बर आसीस \p \v 10 राजा दारा के सासनकाल के दूसर साल के नौवां महिना के चौबीसवां दिन, यहोवा के बचन हाग्गै अगमजानी करा पहुंचिस: \v 11 “सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे: ‘पुरोहितमन ले पुछ कि कानून ह का कहिथे: \v 12 यदि कोनो मनखे अपन ओढ़ना म लपेटके पबितर मांस ले जाथे, अऊ ओ ओढ़ना ले कोनो रोटी या खाना, कुछू अंगूर के मंद, जैतून तेल या कोनो आने जेवन छू जाथे, त का ओ चीज घलो पबितर हो जाही?’ ” \p पुरोहितमन जबाब दीन, “नइं।” \p \v 13 तब हाग्गै ह पुछिस, “कोनो लास ला छुए के सेति यदि कोनो मनखे ह असुध हवय, अऊ ओह येमा के कोनो चीज ला छू लेथे, त का ओ चीज घलो असुध हो जाही?” \p पुरोहितमन जबाब दीन, “हव, ओह असुध हो जाही।” \p \v 14 तब हाग्गै ह कहिस, “ ‘मोर नजर म ये मनखेमन अऊ ये जाति घलो अइसनेच अंय,’ यहोवा ह घोसना करत हे। ‘जऊन कुछू ओमन करथें अऊ जऊन कुछू ओमन उहां चघाथें, ओह असुध अय। \p \v 15 “ ‘अब धियान देके आज ले ये बात ऊपर बिचार करव—सोच-बिचार करव कि पहिले चीजमन कइसे रिहिन, जब यहोवा के मंदिर म एक पथरा ऊपर दूसर पथरा नइं रखे गे रिहिस। \v 16 ओ समय, जब कोनो बीस नाप\f + \fr 2:16 \fr*\ft लगभग 200 किलोग्राम\ft*\f* अनाज के ढेर के आसा म आवय, त ओला सिरिप दस नाप\f + \fr 2:16 \fr*\ft लगभग 100 किलोग्राम\ft*\f* ही मिले। जब कोनो अंगूर के मंद के कुंड ले पचास नाप\f + \fr 2:16 \fr*\ft लगभग 100 लीटर\ft*\f* मंद लेय बर जावय, त उहां ओला सिरिप बीस\f + \fr 2:16 \fr*\ft लगभग 40 लीटर\ft*\f* ही मिले। \v 17 मेंह तुम्हर जम्मो खेती के काम म सूखा अऊ गेरूई रोग लानेंव अऊ फसल ऊपर करा गिरायेंव, तभो ले तुमन मोर मेर लहुंटके नइं आयेव,’ यहोवा ह घोसना करत हे। \v 18 ‘आज ले, नौवां महिना के ये चौबीसवां दिन ले ओ दिन के बारे म धियान देके सोच-बिचार करव, जब यहोवा के मंदिर के नीव डारे गे रिहिस। धियान देके सोच-बिचार करव: \v 19 का अभी तक ले कोनो बीजा ह कोठार म परे हवय? अभी तक ले अंगूर के नार, अंजीर के रूख, अनार के रूख अऊ जैतून के रूख म फर नइं लगे हवंय। \p “ ‘पर आज ले में तुमन ला आसीस दूहूं।’ ” \s1 जरूब्बाबेल, यहोवा के मुहरवाला मुंदरी \p \v 20 ओही महिना के चौबीसवां दिन, दूसर बार यहोवा के बचन हाग्गै करा आईस: \v 21 “यहूदा के राजपाल जरूब्बाबेल ला कह कि मेंह अकास अऊ धरती ला कंपाहूं। \v 22 मेंह राज सिंघासनमन ला उलट दूहूं अऊ बिदेसी राजमन के सक्ति ला चकनाचूर कर दूहूं। मेंह रथ अऊ ओमन के सारथीमन ला पटक दूहूं; घोड़ामन सहित ओमन के घुड़सवारमन एक-दूसर के तलवार ले मारे जाहीं। \p \v 23 “ ‘ओ दिन,’ सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे, ‘हे सालतीएल के बेटा मोर सेवक जरूब्बाबेल, मेंह तोला लूहूं,’ यहोवा ह घोसना करत हे, ‘अऊ मेंह तोला अपन मुहरवाला मुंदरी सहीं बना दूहूं, काबरकि मेंह तोला चुने हवंव,’ सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे।”