\id GEN - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \usfm 3.0 \ide UTF-8 \h उतपत्ती \toc1 उतपत्ती के किताब \toc2 उतपत्ती \toc3 उत \mt1 उतपत्ती \mt2 के किताब \c 1 \s1 सुरूआत \p \v 1 सुरू\f + \fr 1:1 \fr*\fq सुरू \fq*\ft मतलब \ft*\fqa सिरिस्टी के सुरूआत म\fqa*\f* म परमेसर ह अकास अऊ धरती ला रचिस। \v 2 अऊ धरती ह बेडौल अऊ सुनसान परे रिहिस, अऊ गहिरा पानी के ऊपर अंधियार रिहिस, अऊ परमेसर के आतमा पानी के ऊपर किंदरत रिहिस। \b \p \v 3 अऊ परमेसर ह कहिस, “अंजोर हो,” त अंजोर हो गीस। \v 4 परमेसर ह अंजोर ला देखिस कि येह बने हे, अऊ ओह अंजोर ला अंधियार ले अलग करिस। \v 5 परमेसर ह अंजोर ला “दिन,” अऊ अंधियार ला “रात” कहिस। अऊ सांझ होईस, फेर बिहान पहा गीस—ये किसम ले पहिला दिन हो गीस। \b \p \v 6 फेर परमेसर ह कहिस, “पानी के बीच म एक अइसने अंतर होवय कि पानी ह पानी ले अलग हो जावय।” \v 7 तब परमेसर ह अकास-मंडल बनाईस अऊ अकास-मंडल के खाल्हे के पानी ला एकर ऊपर के पानी ले अलग कर दीस। अऊ वइसने हो गीस। \v 8 परमेसर ह ओ अकास-मंडल ला “अकास” कहिस। अऊ सांझ होईस, फेर बिहान पहा गीस—ये किसम ले दूसर दिन हो गीस। \b \p \v 9 फेर परमेसर ह कहिस, “अकास के खाल्हे के पानी ह एके जगह म माढ़ जावय, अऊ सूखा भुइयां दिखय।” अऊ वइसने हो गीस। \v 10 परमेसर ह सूखा भुइयां ला “धरती” कहिस, अऊ जऊन पानी माढ़ गीस, ओला ओह “समुंदर” कहिस, अऊ परमेसर ह देखिस कि येह बढ़िया हे। \p \v 11 फेर परमेसर ह कहिस, “धरती म हरियर घांस, बीजावाले पऊधा अऊ फर देवइया रूख, अऊ रूख के फर म अपन-अपन किसम के मुताबिक बीजा होवय।” अऊ वइसने हो गीस। \v 12 ये किसम ले धरती म हरियर घांस, अऊ पऊधा, जेमा ओमन के जाति के मुताबिक बीजा होथे, अऊ फरवाला रूख, जेमा ओमन के जाति के मुताबिक बीजा होथे, ये जम्मो हो गीन। अऊ परमेसर ह देखिस कि येह बढ़िया हे। \v 13 अऊ सांझ होईस, फेर बिहान पहा गीस—ये किसम ले तीसर दिन हो गीस। \b \p \v 14 फेर परमेसर ह कहिस, “दिन ला रात ले अलग करे बर अकास-मंडल म अंजोरमन होवंय, अऊ ओमन पबितर समय, अऊ दिन अऊ बछरमन ला जाने बर चिनहां के रूप म काम करंय, \v 15 अऊ धरती ऊपर अंजोर देय बर ओमन अकास-मंडल म अंजोर बन जावंय।” अऊ वइसने हो गीस। \v 16 परमेसर ह दू ठन बड़े अंजोर बनाईस—ओमा के बड़े अंजोर ला दिन ऊपर परभूता करे बर अऊ छोटे अंजोर ला रात ऊपर परभूता करे बर बनाईस। ओह तारामन ला घलो बनाईस। \v 17 परमेसर ह ओमन ला अकास-मंडल म एकर बर रखिस कि ओमन धरती ऊपर अंजोर देवंय, \v 18 दिन अऊ रात ऊपर परभूता करंय, अऊ अंजोर ला अंधियार ले अलग करंय। अऊ परमेसर ह देखिस कि येह बढ़िया हे। \v 19 अऊ सांझ होईस, फेर बिहान पहा गीस—ये किसम ले चौथा दिन हो गीस। \b \p \v 20 फेर परमेसर ह कहिस, “पानी ह जीयत जन्तुमन ले भर जावय, अऊ चिरईमन धरती के ऊपर अकास म उड़ंय।” \v 21 परमेसर ह समुंदर के बड़े-बड़े जीव-जन्तुमन ला बनाईस, अऊ जाति-जाति के ओ जम्मो जीयत चीजमन ला बनाईस जेमन ले पानी भर गीस अऊ ओमन पानी म चलंय-फिरंय, अऊ किसम-किसम के पंखवाले चिरईमन ला घलो बनाईस। अऊ परमेसर ह देखिस कि येह बढ़िया हे। \v 22 परमेसर ह ओमन ला आसीस दीस अऊ कहिस, “फूलव-फरव; गनती म बाढ़व अऊ समुंदर के पानी म भर जावव, अऊ चिरईमन धरती ऊपर बहुंत हो जावंय।” \v 23 अऊ सांझ होईस, फेर बिहान पहा गीस—ये किसम ले पांचवां दिन हो गीस। \b \p \v 24 फेर परमेसर ह कहिस, “धरती म किसम-किसम के जीयत परानी होवंय: याने कि घरेलू-पसु, अऊ भुइयां म रेंगइया जन्तु अऊ बन पसु, हर एक अपन जाति-जाति के मुताबिक होवंय।” अऊ वइसने ही हो गीस। \v 25 परमेसर ह किसम-किसम के बन पसु, किसम-किसम के घरेलू-पसु, अऊ भुइयां ऊपर रेंगइया किसम-किसम के जम्मो जन्तुमन ला बनाईस। अऊ परमेसर ह देखिस कि येह बढ़िया हे। \p \v 26 तब परमेसर ह कहिस, “हमन मनखे ला अपन सरूप, अपन समानता म बनावन, ताकि ओमन समुंदर के मछरी, अकास के चिरई अऊ घरेलू-पसु अऊ जम्मो बन पसु अऊ भुइयां म रेंगइया जम्मो जीव-जन्तु ऊपर अधिकार रखंय।” \q1 \v 27 तब परमेसर ह मनखे ला अपन खुद के सरूप म बनाईस, \q2 अपन ही सरूप म परमेसर ह ओमन ला बनाईस; \q2 नर अऊ नारी करके ओह ओमन ला बनाईस। \p \v 28 अऊ परमेसर ह ओमन ला आसीस दीस अऊ ओमन ला कहिस, “फूलव-फरव अऊ गनती म बढ़व; धरती म भर जावव, अऊ येला अपन बस म कर लेवव। समुंदर के मछरी अऊ अकास के चिरई अऊ भुइयां ऊपर रेंगइया जम्मो जीव-जन्तुमन ऊपर अधिकार रखव।” \p \v 29 तब परमेसर ह ओमन ला कहिस, “सुनव, धरती के जम्मो बीजावाले पऊधा अऊ जम्मो रूख, जऊन म बीजावाले फर होथें, ओ सबो ला मेंह तुमन ला देवत हंव। ओमन तुम्हर जेवन बर अंय। \v 30 अऊ धरती के जम्मो पसु अऊ अकास के जम्मो चिरई अऊ भुइयां ऊपर रेंगइया जम्मो जीव-जन्तु—जेमन म जिनगी के सांस हवय—मेंह जम्मो हरियर-हरियर पऊधा ला जेवन बर देवत हंव।” अऊ वइसने ही हो गीस। \p \v 31 तब परमेसर ह अपन बनाय जम्मो चीज ला देखिस, अऊ येह बहुंत बढ़िया रिहिस। अऊ सांझ होईस, फेर बिहान पहा गीस—ये किसम ले छठवां दिन हो गीस। \b \c 2 \p \v 1 ये किसम ले अकास अऊ धरती अऊ ओमा के जम्मो चीज के बनई पूरा हो गीस। \b \p \v 2 परमेसर ह अपन काम, जेला ओह करत रिहिस, सातवां दिन म पूरा करिस अऊ ओह अपन जम्मो काम ले सातवां दिन बिसराम करिस। \v 3 तब परमेसर ह सातवां दिन ला आसीस दीस अऊ येला पबितर ठहिराईस, काबरकि ओ दिन ओह अपन सिरिस्टी के जम्मो बुता ले बिसराम करिस। \s1 आदम अऊ हवा \p \v 4 अकास अऊ धरती के बिबरन ये अय जब ओमन रचे गीन, मतलब कि जब यहोवा परमेसर ह अकास अऊ धरती ला बनाईस। \b \p \v 5 तब धरती\f + \fr 2:5 \fr*\ft या \ft*\fqa भुइयां\fqa*\f* म न तो कोनो झाड़ी उगे रिहिन, अऊ न ही कोनो पऊधा निकले रिहिन, काबरकि यहोवा परमेसर ह धरती म पानी नइं बरसाय रिहिस, अऊ भुइयां म खेती करे बर कोनो नइं रिहिन, \v 6 पर कुहरा\f + \fr 2:6 \fr*\ft या \ft*\fqa ओस\fqa*\f* धरती ले उठत रिहिस, जेकर ले जम्मो भुइयां पानी ले पलत रिहिस। \v 7 तब यहोवा परमेसर ह भुइयां के माटी ले एक मनखे\f + \fr 2:7 \fr*\fq मनखे \fq*\ft इबरानी म \ft*\fqa आदम\fqa*\f* ला रचिस, अऊ ओकर नाक म जिनगी के सांस फूंक दीस, अऊ मनखे ह जीयत परानी बन गीस। \p \v 8 अऊ यहोवा परमेसर ह पूरब कोति अदन\f + \fr 2:8 \fr*\ft अदन ह ओ इलाका के नांव ए जिहां बगीचा रिहिस\ft*\f* म एक बगीचा लगाईस, अऊ उहां ओ मनखे जेला ओह रचे रिहिस, रख दीस। \v 9 अऊ यहोवा परमेसर ह भुइयां म जम्मो किसम के रूख, जो देखे म मनोहर अऊ जेकर फर खाय म बने लगथे, उगाईस, अऊ बगीचा के मांझा म जिनगी के रूख अऊ भला अऊ बुरा के गियान के रूख ला घलो लगाईस। \p \v 10 ओ बगीचा ला पलोय बर, एक नदी अदन ले बहत रिहिस अऊ उहां ले आघू जाके ओह चार धारा म बंट गीस। \v 11 पहिली धारा के नांव पीसोन ए; येह हवीला नांव के पूरा देस ला, जिहां सोन मिलथे, घेरे हवय। \v 12 (ओ देस के सोन चोखा होथे; उहां खुसबूदार धूप अऊ गोमेदक घलो मिलथे।) \v 13 दूसर नदी के नांव गीहोन ए; येह कूस\f + \fr 2:13 \fr*\ft संभवतः आज के इराक देस\ft*\f* नांव के पूरा देस ला घेरे हवय। \v 14 अऊ तीसर नदी के नांव तिगरीस ए; येह अस्सूर के पूरब कोति बोहाथे। अऊ चौथा नदी के नांव फरात ए। \p \v 15 तब यहोवा परमेसर ह मनखे ला लेके अदन के बगीचा म रख दीस कि ओह ओमा काम करय अऊ ओकर देखभाल करय। \v 16 अऊ यहोवा परमेसर ह मनखे ला ये हुकूम दीस, “तें बगीचा के कोनो घलो रूख के फर बिगर रोक-टोक के खा सकत हस, \v 17 पर भला अऊ बुरा के गियान के जऊन रूख हवय, ओकर फर तें कभू झन खाबे, काबरकि जब तें ओकर फर ला खाबे, त निस्चित रूप से तेंह मर जाबे।” \p \v 18 फेर यहोवा परमेसर ह कहिस, “मनखे के अकेला रहई बने नो हय। में ओकर बर एक अइसन मददगार बनाहूं, जऊन ह ओकर ले मेल खावय।” \p \v 19 यहोवा परमेसर ह भुइयां ले जम्मो जाति के पसुमन ला अऊ अकास के जम्मो चिरईमन ला बनाय रिहिस अऊ ये देखे बर ओमन ला मनखे करा लानिस कि ओह ओमन के का-का नांव रखथे; अऊ जऊन-जऊन नांव लेके जीयत परानीमन ला मनखे ह बलाईस, ओह ओमन के नांव हो गीस। \v 20 ये किसम ले मनखे ह जम्मो घरेलू-पसुमन के, अकास के चिरईमन के अऊ जम्मो बन पसुमन के नांव रखिस। \p पर आदम\f + \fr 2:20 \fr*\ft या \ft*\fqa आदमी\fqa*\f* बर कोनो अइसने सहायक नइं मिलिस, जेकर संग ओकर मेल खावय। \v 21 एकरसेति यहोवा परमेसर ह आदम ला भारी नींद म डार दीस; अऊ जब ओह सुतत रिहिस, तब परमेसर ह आदम के एक पसली निकालके ओकर जगह म मांस भर दीस। \v 22 तब यहोवा परमेसर ह आदम ले निकाले ओ पसली\f + \fr 2:22 \fr*\ft या \ft*\fqa भाग\fqa*\f* म ले एक माईलोगन बनाईस, अऊ ओला आदम करा ले आईस। \p \v 23 तब आदम ह कहिस, \q1 “अब येह मोर हाड़ा म के हाड़ा \q2 अऊ मोर मांस म के मांस अय; \q1 एकरसेति येला ‘नारी’ कहे जाही, \q2 काबरकि येह नर म ले निकाले गे हवय।” \m \v 24 एकरे कारन आदमी ह अपन दाई-ददा ला छोंड़के अपन घरवाली संग मिले रहिही, अऊ ओ दूनों एक तन होहीं। \p \v 25 आदम अऊ ओकर घरवाली दूनों नंगरा रिहिन, पर ओमन लजात नइं रिहिन। \c 3 \s1 मनखे के पाप म गिरई \p \v 1 यहोवा परमेसर ह जतेक बन पसु बनाय रिहिस, ओ सब म सांप ह जादा धूर्त रिहिस। ओह माईलोगन ले पुछिस, “का परमेसर ह सही म कहे हवय, ‘तुमन ये बगीचा के कोनो रूख के फर ला झन खाहू’?” \p \v 2 माईलोगन ह सांप ला जबाब दीस, “हमन ये बगीचा के रूखमन के फर खा सकत हन, \v 3 पर जऊन रूख ह बगीचा के मांझा म हवय, ओकर फर के बारे म परमेसर ह कहे हवय कि न तो तुमन ओला खावव अऊ न ही ओला छुवव, नइं तो तुमन मर जाहू।” \p \v 4 तब सांप ह माईलोगन ला कहिस, “तुमन निस्चय नइं मरव। \v 5 बरन परमेसर खुद जानत हे कि जऊन दिन तुमन ये फर ला खाहू, ओहीच दिन तुम्हर आंखी ह उघर जाही, अऊ तुमन भला अऊ बुरा के गियान पाके परमेसर के सहीं हो जाहू।” \p \v 6 त जब माईलोगन ह देखिस कि रूख के फर ह खाय बर बढ़िया अऊ देखे म मनभाऊ, अऊ बुद्धि देय बर पसंद के लईक हे, त ओह ओमा ले कुछू ला टोरके खाईस, अऊ कुछू अपन घरवाला ला घलो दीस, जऊन ह ओकर संग रिहिस, अऊ ओह घलो खाईस। \v 7 तब ओ दूनों के आंखी उघर गीस, अऊ ओमन ला महसूस होईस कि ओमन नंगरा हवंय; एकरे बर ओमन अंजीर के पानमन ला जोड़-जोड़के अपन बर ढपनी बना लीन। \p \v 8 तब यहोवा परमेसर, जऊन ह दिन के ठंडा समय बगीचा म घुमय, ओकर अवाज ओमन ला सुनई दीस। तब आदम अऊ ओकर घरवाली बगीचा के रूखमन के बीच म यहोवा परमेसर ले लुका गीन। \v 9 पर यहोवा परमेसर ह हांक पारके आदम ला पुछिस, “तें कहां हस?” \p \v 10 ओह जबाब दीस, “में बारी म तोर अवाज ला सुनके डर गेंव, काबरकि में नंगरा रहेंव; एकरसेति में लुका गेंव।” \p \v 11 परमेसर ह कहिस, “तोला कोन कहिस कि तें नंगरा हस? जऊन रूख के फर खाय बर मेंह तोला मना करे रहेंव, का तेंह ओकर फर ला खाय हस?” \p \v 12 आदम ह कहिस, “जऊन माईलोगन ला तेंह मोर संग रहे बर देय हस—ओही ह ओ रूख के फर मोला खाय बर दीस अऊ मेंह ओला खांय।” \p \v 13 तब यहोवा परमेसर ह माईलोगन ले कहिस, “ये तें का करे हस?” \p माईलोगन ह जबाब दीस, “सांप ह मोला बहका दीस, त मेंह खांय।” \p \v 14 तब यहोवा परमेसर ह सांप ला कहिस, “काबरकि तेंह अइसने करे हस, \q1 “एकरसेति तें जम्मो घरेलू-पसु, \q2 अऊ जम्मो बन पसु ले जादा सरापित अस! \q1 तेंह पेट के बल म रेंगबे, \q2 अऊ तेंह जिनगी भर \q2 माटी खावत रहिबे। \q1 \v 15 अऊ मेंह तोर अऊ ये माईलोगन के बीच म, \q2 अऊ तोर बंस\f + \fr 3:15 \fr*\ft या \ft*\fqa बीजा\fqa*\f* अऊ एकर बंस के बीच म, \q2 बईरता उपजाहूं, \q1 ओह तोर मुड़ ला कुचरही, \q2 अऊ तें ओकर एड़ी ला डसबे।” \p \v 16 फेर माईलोगन ला ओह कहिस, \q1 “में तोर गरभवती होय के समय के पीरा ला अब्बड़ बढ़ाहूं; \q2 अऊ छेवारी होय के समय, तेंह पीरा सहके लइका जनमाबे। \q1 तोर लालसा तोर घरवाला बर होही \q2 अऊ ओह तोर ऊपर परभूता करही।” \p \v 17 अऊ आदम ला ओह कहिस, “काबरकि तेंह अपन घरवाली के बात ला माने, अऊ जऊन रूख के बिसय म मेंह तोला हुकूम देय रहेंव कि तें ओकर फर ला झन खाबे, ओला तेंह खाय हस। \q1 “भुइयां ह तोर कारन सरापित हे; \q2 तें एकर ऊपज अपन जिनगी भर \q2 दुख के संग खाय पाबे। \q1 \v 18 अऊ येह तोर बर कांटा अऊ कंटिला पऊधा उपजाही, \q2 अऊ तें खेत के ऊपज ला खाबे। \q1 \v 19 अऊ अपन माथा के पसीना के कमई \q2 तेंह खाय पाबे, \q1 अऊ आखिर म माटी म मिल जाबे; \q2 काबरकि तोला ओही म ले लिये गे हवय, \q1 तें तो माटी ही अस, \q2 अऊ माटी म ही फेर मिल जाबे।” \p \v 20 आदम ह अपन घरवाली के नांव हवा\f + \fr 3:20 \fr*\fq हवा \fq*\ft संभवतः येकर अर्थ होथे \ft*\fqa जिनगी या जीयत\fqa*\f* रखिस, काबरकि जम्मो जीयत मनखेमन के ओही ह दाई होईस। \p \v 21 अऊ यहोवा परमेसर ह आदम अऊ ओकर घरवाली बर चमड़ा के पहिरावा बनाके ओमन ला पहिरा दीस। \v 22 फेर यहोवा परमेसर ह कहिस, “मनखे ह भला अऊ बुरा के गियान पाके अब हमर म के एक झन सहीं हो गे हवय। एकरसेति अब अइसने झन होवय कि ओह हांथ लमाके जिनगी के रूख के फर ला घलो टोरके खा लेवय अऊ सदाकाल तक जीयत रहय।” \v 23 एकरसेति यहोवा परमेसर ह ओला अदन के बगीचा ले निकाल दीस कि ओह ओ भुइयां म काम करय, जेमा ले ओह बनाय गे रिहिस। \v 24 आदम ला निकाले के बाद, ओह जिनगी के रूख के रसता के रखवारी करे बर, अदन के बगीचा के पूरब दिग म करूबमन ला अऊ चारों कोति किंदरनेवाला आगी के तलवार ला घलो रख दीस। \c 4 \s1 कैन अऊ हाबिल \p \v 1 जब आदम ह अपन घरवाली हवा संग सुतिस, त ओह आसरा म होके कैन\f + \fr 4:1 \fr*\fq कैन \fq*\ft इबरानी म एकर मतलब होथे \ft*\fqa लानिस \fqa*\ft या \ft*\fqa पाईस\fqa*\f* ला जनम दीस अऊ कहिस, “मेंह यहोवा के मदद ले एक झन पुरूस पाय हंव।” \v 2 बाद म ओह ओकर भाई हाबिल ला जनम दीस। \p हाबिल ह भेड़-बकरी के चरवाहा बन गीस, अऊ कैन ह खेती-बारी करत रिहिस। \v 3 कुछू दिन के बाद, कैन ह यहोवा करा भुइयां के कुछू फर चढ़ावा के रूप म लानिस। \v 4 अऊ हाबिल घलो अपन भेड़-बकरी के कुछू पहिलांतमन ला लानिस अऊ ओमन के चरबी ला चढ़ावा के रूप म चघाईस। यहोवा ह हाबिल अऊ ओकर चढ़ावा ला तो गरहन करिस, \v 5 पर कैन अऊ ओकर भेंट ला गरहन नइं करिस। एकरसेति कैन ह अब्बड़ गुस्सा होईस अऊ ओकर चेहरा ह उतर गीस। \p \v 6 तब यहोवा ह कैन ले पुछिस, “तेंह काबर गुस्सा होवत हस? तोर मुहूं ह काबर उतरे हवय? \v 7 जऊन ह सही ए, यदि तेंह ओला करते, त का तोर भेंट ह गरहन नइं होतिस? पर जऊन ह सही ए, यदि तेंह ओला नइं करस, त पाप ह तोर दुवारी म ठाढ़े हवय; ओकर लालसा तोला पाय बर होही, पर तोला ओकर ऊपर जय पाना जरूरी ए।” \p \v 8 एक दिन कैन ह अपन भाई हाबिल ला कहिस, “चल हमन खेत डहार जाबो।” जब ओमन खेत म रिहिन, त कैन ह अपन भाई हाबिल ऊपर हमला करके ओला मार डारिस। \p \v 9 तब यहोवा ह कैन ले पुछिस, “तोर भाई हाबिल कहां हे?” \p त कैन जबाब दीस, “में नइं जानंव; का मेंह अपन भाई के रखवार अंव?” \p \v 10 यहोवा ह कहिस, “तेंह का करे हस? सुन! तोर भाई के लहू ह भुइयां ले मोला नरियावथे। \v 11 अब तेंह एक सराप के अधीन हस अऊ ओ भुइयां ले निकाले जावत हस, जऊन ह तोर भाई के लहू तोर हांथ ले पीये बर अपन मुहूं फारिस। \v 12 जब तेंह भुइयां म खेती करबे, त ओह अब तोला अपन फसल नइं देवय। तेंह धरती म बियाकुल होके इहां-उहां भटकत रहिबे।” \p \v 13 तब कैन ह यहोवा ला कहिस, “मोर सजा ह मोर सहे के बाहिर ए। \v 14 आज तेंह मोला ये भुइयां म ले निकालत हस, अऊ मेंह तोर नजर के आड़ म हो जाहूं; अऊ धरती म अस्थिर होके इहां-उहां भटकत रहिहूं, अऊ जऊन कोनो मोला पाही, ओह मोला मार डारही।” \p \v 15 पर यहोवा ह ओला कहिस, “अइसने नइं होवय; जऊन कोनो कैन ला मारही, ओकर ले सात गुना बदला लेय जाही।” तब यहोवा ह कैन बर एक चिनहां ठहिरा दीस ताकि कोनो मनखे कैन ला पाके ओकर हतिया झन कर देवय। \v 16 तब कैन ह यहोवा के आघू ले चल दीस अऊ नोद\f + \fr 4:16 \fr*\fq नोद \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa भटकनेवाला\fqa*\f* नांव के देस म, जेह अदन के पूरब कोति हवय, रहे लगिस। \p \v 17 जब कैन अपन घरवाली संग सुतिस, तब ओकर घरवाली ह आसरा म होईस अऊ ओह हनोक ला जनम दीस। कैन ह तब एक सहर बसावत रिहिस, अऊ ओह ओ सहर के नांव अपन बेटा के नांव म हनोक रखिस। \v 18 हनोक ले ईराद जनमिस, अऊ ईराद ह महूयाएल के ददा रिहिस, अऊ महूयाएल ह मतूसाएल के ददा रिहिस, अऊ मतूसाएल ह लेमेक के ददा रिहिस। \p \v 19 लेमेक ह दू झन माईलोगन ले बिहाव करिस, जेमा के एक झन के नांव आदा, अऊ दूसर के सिल्ला रिहिस। \v 20 आदा ह याबाल ला जनमिस; याबाल ह ओमन के पुरखा रिहिस जऊन मन तम्बू म रहिथें अऊ पसु-पालन करथें। \v 21 ओकर भाई के नांव यूबाल रिहिस; जऊन ह जम्मो किसम के सितार अऊ बंसी बजइयामन के पुरखा रिहिस। \v 22 सिल्ला घलो तूबल-कैन नांव के एक बेटा ला जनमिस; जऊन ह कांसा अऊ लोहा ढारके औजार बनइया\f + \fr 4:22 \fr*\ft या \ft*\fq जऊन ह \fq*\fqa जम्मो काम करइयामन ला सिखोईस\fqa*\f* होईस। तूबल-कैन के बहिनी के नांव नामा रिहिस। \p \v 23 लेमेक ह अपन घरवालीमन ला कहिस, \q1 “हे आदा अऊ सिल्ला, मोर गोठ ला सुनव; \q2 हे लेमेक के घरवालीमन, मोर बात ऊपर कान लगावव। \q1 मेंह एक मनखे ला, जेह मोला चोट पहुंचाय रिहिस, मार डारेंव। \q2 एक जवान, जऊन ह मोला घायल करे रिहिस। \q1 \v 24 यदि कैन के बदला सात गुना लेय जाथे, \q2 त लेमेक के सतहत्तर गुना लेय जाही।” \p \v 25 आदम फेर अपन घरवाली संग सुतिस, अऊ ओकर घरवाली ह एक बेटा ला जनम दीस अऊ ओकर नांव ये कहिके सेत\f + \fr 4:25 \fr*\fq सेत \fq*\ft के मतलब संभवतः \ft*\fqa दान होथे\fqa*\f* रखिस, “परमेसर ह मोला हाबिल के बदला म, जेला कैन ह मार डारिस, एक अऊ बेटा दे हवय।” \v 26 बाद म, सेत के घलो एक बेटा होईस; ओह ओकर नांव एनोस रखिस। \p ओही बेरा ले मनखेमन यहोवा ले पराथना\f + \fr 4:26 \fr*\ft या \ft*\fqa घोसना\fqa*\f* करे के सुरू करिन। \c 5 \s1 आदम ले लेके नूह तक \p \v 1 येह आदम के खानदान के लिखित बिबरन अय। \b \p जब परमेसर ह मनखे ला बनाईस, त ओह अपन ही सरूप म ओला बनाईस। \v 2 ओह ओमन ला नर अऊ नारी करके बनाईस अऊ ओमन ला आसीस दीस, अऊ ओमन के बनाय के दिन ओकर नांव “मनखे-जात”\f + \fr 5:2 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa आदम\fqa*\f* रखिस। \b \li1 \v 3 जब आदम ह 130 बछर के होईस, त ओकर एक बेटा ओकर समानता अऊ ओकर सरूप म जनमिस। ओह ओकर नांव सेत रखिस। \v 4 सेत के जनमे के बाद, आदम ह 800 बछर जीयत रिहिस, अऊ ओकर अऊ घलो बेटा-बेटी होईन। \v 5 ये किसम ले आदम के कुल उमर 930 बछर होईस, अऊ तब ओह मर गीस। \li1 \v 6 जब सेत 105 बछर के होईस, त ओह एनोस के ददा\f + \fr 5:6 \fr*\fq ददा \fq*\ft के मतलब हो सकथे \ft*\fqa पुरखा\fqa*\f* होईस। \v 7 एनोस के जनम के बाद, सेत ह 807 बछर तक जीयत रिहिस, अऊ ओकर अऊ बेटा-बेटी होईन। \v 8 ये किसम ले सेत के कुल उमर 912 बछर होईस, अऊ तब ओह मर गीस। \li1 \v 9 जब एनोस 90 बछर के होईस, तब ओकर ले केनान के जनम होईस। \v 10 केनान के जनम के बाद, एनोस 815 बछर तक जीयत रिहिस, अऊ ओकर अऊ घलो बेटा-बेटी होईन। \v 11 ये किसम ले एनोस के कुल उमर 905 बछर होईस, अऊ तब ओह मर गीस। \li1 \v 12 जब केनान 70 बछर के होईस, त ओकर ले महललेल के जनम होईस। \v 13 महललेल के जनम के बाद, केनान 840 बछर तक जीयत रिहिस, अऊ ओकर अऊ घलो बेटा-बेटी होईन। \v 14 ये किसम ले केनान के कुल उमर 910 बछर होईस, अऊ तब ओह मर गीस। \li1 \v 15 जब महललेल 65 बछर के होईस, त ओकर ले येरेद के जनम होईस। \v 16 येरेद के जनम के बाद, महललेल 830 बछर तक जीयत रिहिस, अऊ ओकर अऊ घलो बेटा-बेटी होईन। \v 17 ये किसम ले महललेल के कुल उमर 895 बछर होईस, अऊ तब ओह मर गीस। \li1 \v 18 जब येरेद 162 बछर के होईस, त ओकर ले हनोक के जनम होईस। \v 19 हनोक के जनम के बाद, येरेद 800 बछर तक जीयत रिहिस, अऊ ओकर अऊ भी बेटा-बेटी होईन। \v 20 ये किसम ले येरेद के कुल उमर 962 बछर होईस, अऊ तब ओह मर गीस। \li1 \v 21 जब हनोक 65 बछर के होईस, त ओकर ले मतूसेलह के जनम होईस। \v 22 मतूसेलह के जनम के बाद, हनोक 300 बछर तक परमेसर के संग-संग चलिस, अऊ ओकर अऊ भी बेटा-बेटी होईन। \v 23 ये किसम ले हनोक के कुल उमर 365 बछर होईस। \v 24 हनोक ह ईमानदारी से परमेसर के संग चलिस; तब ओह गायब हो गीस, काबरकि परमेसर ह ओला उठा लीस। \li1 \v 25 जब मतूसेलह 187 बछर के होईस, त ओकर ले लेमेक के जनम होईस। \v 26 लेमेक के जनम के बाद, मतूसेलह 782 बछर जीयत रिहिस, अऊ ओकर अऊ भी बेटा-बेटी होईन। \v 27 ये किसम ले मतूसेलह के कुल उमर 969 बछर होईस, अऊ तब ओह मर गीस। \li1 \v 28 जब लेमेक 182 बछर के होईस, त ओकर ले एक बेटा होईस। \v 29 ओह ओकर नांव ए कहिके नूह\f + \fr 5:29 \fr*\fq नूह \fq*\ft इबरानी म \ft*\fqa दिलासा \fqa*\ft सबद के सहीं अवाज लगथे\ft*\f* रखिस, “यहोवा ह धरती ला जऊन सराप दे हे, ओकर बारे म, ये बाबू-पीला ह हमर काम म अऊ जऊन कठोर मेहनत हमन करथन, ओमा हमन ला सांति दीही।” \v 30 नूह के जनम के बाद, लेमेक 595 बछर तक जीयत रिहिस, अऊ ओकर अऊ बेटा-बेटी जनमिन। \v 31 ये किसम ले लेमेक के कुल उमर 777 बछर होईस, अऊ तब ओह मर गीस। \li1 \v 32 जब नूह 500 बछर के होईस, त ओकर ले सेम, हाम अऊ येपेत के जनम होईस। \c 6 \s1 संसार म बुरई \p \v 1 जब मनखेमन धरती म गनती म बाढ़े लगिन अऊ ओमन के बेटीमन जनमिन, \v 2 त परमेसर के बेटामन\f + \fr 6:2 \fr*\fq परमेसर के बेटामन \fq*\ft इबरानी म \ft*\fqa स्वरगदूतमन\fqa*\ft ; \+xt अयू 1:6; 2:1\+xt*; \+xt भजन 29:1; 89:6\+xt*; \+xt दानि 3:25\+xt* \+xt 2 पत 2:4‑5\+xt*; \+xt यहू 6\+xt*\ft*\f* देखिन कि मनखे के बेटीमन सुघर हें अऊ ओमन जे-जे ला पसंद करिन, तेमन ले बिहाव कर लीन। \v 3 तब यहोवा ह कहिस, “मोर आतमा ह मनखे संग सदाकाल बर नइं रहय, काबरकि मनखे ह अमर नो हय; ओमन के उमर एक सौ बीस बछर होही।” \p \v 4 ओ समय धरती म नेफिलीम\f + \fr 6:4 \fr*\fq नेफिलीम \fq*\ft के मतलब \ft*\fqa दानव \fqa*\ft या \ft*\fqa बड़े अऊ सक्तिसाली मनखेमन\fqa*\f* रहत रिहिन, अऊ एकर पाछू जब परमेसर के बेटामन मनखे के बेटीमन संग संबंध बनाईन, त ओमन के मेल से जऊन लइका जनमिन, ओमन ओ समय सूरबीर अऊ जाने-माने मनखे रिहिन। \p \v 5 यहोवा ह देखिस कि मनखेमन के बुरई धरती म बहुंत बढ़ गे हवय, अऊ ओमन के हिरदय के जम्मो बिचार ह हर समय सिरिप बुरई के ही होथे। \v 6 त यहोवा ह धरती म मनखे ला बनाके पछताईस, अऊ अपन मन म बहुंत दुखी होईस। \v 7 एकरसेति यहोवा ह कहिस, “मेंह मनखे ला, जेला मेंह बनाय हंव, धरती म ले नास कर दूहूं—अऊ ओमन के संग पसु, चिरई अऊ भुइयां म रेंगइया जन्तु, ओ जम्मो ला नास कर दूहूं—काबरकि मेंह ओमन ला बनाके पछतात हंव।” \v 8 पर यहोवा के दया-दिरिस्टी नूह ऊपर बने रिहिस। \s1 नूह अऊ जल परलय \p \v 9 नूह अऊ ओकर परिवार के बिबरन ये अय। \b \p नूह एक धरमी अऊ अपन समय के मनखेमन म निरदोस रिहिस, अऊ ओह ईमानदारी से परमेसर के संग चलिस। \v 10 नूह के तीन झन बेटा रिहिन: सेम, हाम अऊ येपेत। \p \v 11 ओ समय धरती ह परमेसर के नजर म खराप हो गे रिहिस अऊ हिंसा ले भर गे रिहिस। \v 12 परमेसर ह देखिस कि धरती ह बहुंत खराप हो गे हे, काबरकि धरती के जम्मो मनखेमन अपन चालचलन ला बिगाड़ ले रहंय। \v 13 एकरसेति परमेसर ह नूह ला कहिस, “मेंह जम्मो मनखे के अन्त करइया हंव, काबरकि ओमन के कारन धरती ह हिंसा ले भर गे हवय। मेंह निस्चित रूप से ओमन ला धरती समेत नास करइया हंव। \v 14 एकरसेति तें गोपेर रूख के लकरी के एक पानी जहाज बना ले; ओकर भीतर म खोलीमन ला बनाबे, अऊ ओकर भीतर-बाहिर राल लगा देबे। \v 15 तें ओला अइसने बनाबे: जहाज ला तीन सौ क्यूबीट लम्बा, पचास क्यूबीट चाकर अऊ तीस क्यूबीट ऊंच बनाबे।\f + \fr 6:15 \fr*\ft लगभग 135 मीटर लम्बा, 23 मीटर चाकर अऊ 14 मीटर ऊंच\ft*\f* \v 16 जहाज के एक छत बनाबे अऊ छत खाल्हे एक क्यूबीट\f + \fr 6:16 \fr*\ft लगभग 18 ईंच या लगभग 45 सेन्टीमीटर\ft*\f* ऊंच खिड़की जहाज के चारों कोति बनाबे। जहाज के बाजू म एक कपाट रखबे अऊ जहाज ला तीन तल्ला बनाबे। \v 17 काबरकि देख, में धरती म जल-परलय करके जम्मो चीज ला जेमन म जिनगी के सांस हवय, अकास के तरी ले नास करइया हंव। धरती ऊपर जऊन कुछू हवय, सबो चीज नास हो जाहीं। \v 18 पर मेंह तोर संग करार करहूं, अऊ तेंह जहाज के भीतर जाबे—तोर बेटामन अऊ तोर घरवाली अऊ तोर बेटामन के घरवालीमन घलो तोर संग जहाज के भीतर जाहीं। \v 19 अऊ जम्मो जीयत परानी म ले, तें हर एक जाति के दू-दू ठन याने कि एक नर अऊ एक मादा ला जहाज भीतर लानबे अऊ ओमन ला अपन संग जीयत रखबे। \v 20 हर किसम के चिरई, हर किसम के पसु अऊ भुइयां म रेंगइया हर किसम के जीव म के दू-दू ठन तोर करा जीयत रहे बर आहीं। \v 21 तें आनि-बानि के खाय के जिनिस जेला खाय जाथे, अपन करा जमा कर लेबे, जऊन ह तोर अऊ ओमन के जेवन बर होही।” \p \v 22 परमेसर के हुकूम के मुताबिक नूह हर चीज ला करिस। \c 7 \p \v 1 तब यहोवा ह नूह ला कहिस, “तें अपन पूरा घराना समेत जहाज म जा, काबरकि मेंह ये पीढ़ी के मनखे म तोला अपन नजर म धरमी पाय हंव। \v 2 हर किसम के सुध पसु म ले, तें सात-सात जोड़ी याने कि नर अऊ मादा ले, पर हर किसम के असुध पसु म ले एक-एक जोड़ी याने कि नर अऊ मादा ले, \v 3 अऊ हर किसम के चिरई म ले घलो सात-सात जोड़ी याने कि नर अऊ मादा ले ताकि ओमन के बंस बांचके जम्मो धरती म बने रहंय। \v 4 सात दिन के बाद, मेंह धरती म चालीस दिन अऊ चालीस रात तक बरसा करहूं, अऊ मेंह जम्मो जीयत परानीमन ला धरती म ले नास कर दूहूं, जेमन ला मेंह बनाय हवंव।” \p \v 5 अऊ जइसे यहोवा ह हुकूम देय रिहिस, ओकरे मुताबिक नूह जम्मो चीज ला करिस। \p \v 6 नूह के उमर छै सौ साल रिहिस, जब धरती ऊपर जल-परलय आईस। \v 7 नूह ह अपन बेटा, घरवाली अऊ बहुमन के संग जल-परलय ले बांचे बर जहाज भीतर गीस। \v 8 सुध अऊ असुध दूनों किसम के पसु, चिरई अऊ भुइयां म रेंगइया जम्मो जन्तु म ले एक-एक जोड़ी \v 9 याने कि नर अऊ मादा, नूह करा आईन अऊ जहाज भीतर गीन, जइसने कि परमेसर ह नूह ला हुकूम दे रिहिस। \v 10 अऊ सात दिन के बाद, जल-परलय धरती म होय लगिस। \p \v 11 नूह के जिनगी के छै सौवां साल के दूसरा महिना के सतरहवां दिन गहिरा समुंदर के सोतामन फूट गीन अऊ अकास के पानी के झरोखामन घलो खुल गीन। \v 12 अऊ चालीस दिन अऊ चालीस रात तक धरती म लगातार बरसा होते रिहिस। \p \v 13 ठीक ओही दिन नूह अपन बेटा सेम, हाम, येपेत अऊ अपन घरवाली अऊ तीनों बहुमन संग जहाज भीतर गीस। \v 14 ओमन के संग हर किसम के जंगली पसु, हर किसम के घरेलू-पसु, हर किसम के धरती ऊपर रेंगइया जन्तु, अऊ हर किसम के उड़इया चिरईमन के एक-एक जोड़ी जहाज म गीन। \v 15 जम्मो परानी जेमा जिनगी के सांस रिहिस, ओमा के एक-एक जोड़ी नूह करा आईन अऊ जहाज भीतर गीन। \v 16 जऊन पसुमन भीतर जावत रिहिन, ओमा हर किसम के जीव-जन्तु के नर अऊ मादा रिहिन जइसने कि परमेसर ह नूह ला हुकूम दे रिहिस। तब यहोवा ह नूह के भीतर जाय के बाद जहाज के कपाट ला बंद कर दीस। \p \v 17 धरती म चालीस दिन तक पानी के परलय होते रिहिस, अऊ जइसे-जइसे पानी बढ़त गीस, वइसे-वइसे जहाज ह धरती ले ऊपर उठत गीस। \v 18 पानी बढ़त-बढ़त धरती ऊपर बहुंत हो गे अऊ जहाज पानी ऊपर तउंरे लगिस। \v 19 पानी ह धरती ऊपर अतेक भर गीस कि धरती के जम्मो बड़े-बड़े पहाड़ घलो बुड़ गीन। \v 20 पानी ह अऊ बढ़के पहाड़मन के ऊपर पंदरह क्यूबीट\f + \fr 7:20 \fr*\ft लगभग 23 फीट\ft*\f* ले घलो जादा भर गीस। \v 21 भुइयां म रहइया जम्मो जीव—चिरई, घरेलू-पसु, जंगली पसु, धरती के जम्मो उड़नेवाला जीव, अऊ जम्मो मनखे नास हो गीन। \v 22 सूखा भुइयां म रहइया हर ओ चीज जऊन म जिनगी के सांस रिहिस, ओ जम्मो के जम्मो मर गीन। \v 23 धरती के ऊपर जम्मो जीयत चीज के नास हो गीस; मनखे अऊ पसु अऊ भुइयां म रेंगइया जीव अऊ चिरई जम्मो के जम्मो धरती ले मर मिटिन। सिरिप नूह अऊ जतेक झन ओकर संग जहाज म रिहिन, ओमन बांचिन। \p \v 24 अऊ पानी धरती ऊपर एक सौ पचास दिन तक भरे रिहिस। \c 8 \p \v 1 अऊ परमेसर ह नूह अऊ जतेक जंगली पसु अऊ घरेलू-पसु ओकर संग जहाज म रिहिन, ओ जम्मो के सुधि लीस, अऊ परमेसर ह धरती ऊपर हवा बहाईस, अऊ पानी अंटाय लगिस। \v 2 अब गहिरा समुंदर के सोता अऊ अकास के पानी के झरोखामन बंद कर दिये गीन, अऊ अकास ले पानी गिरे के बंद हो गीस। \v 3 अऊ पानी ह धरती ले लगातार कम होवत गीस। एक सौ पचास दिन के बाद पानी ह कम होय लगिस; \v 4 अऊ साल के सातवां महिना के सतरहवां दिन जहाज ह अरारात नांव के पहाड़ म टेक गीस। \v 5 पानी ह दसवां महिना तक अंटात गीस, अऊ दसवां महिना के पहिला दिन पहाड़ के चोटीमन दिखे लगिन। \p \v 6 ओकर चालीस दिन के बाद नूह ह अपन बनाय जहाज के एक खिड़की ला खोलिस \v 7 अऊ एक ठन कऊआ ला उड़ा दीस, अऊ जब तक पानी ह धरती ऊपर ले नइं सूखा गीस, ओ कऊआ ह धरती ऊपर एती-ओती उड़ते रिहिस। \v 8 तब ओह एक ठन पंड़की ला ये देखे बर उड़िया दीस कि पानी धरती ऊपर ले अंटाईस कि नइं। \v 9 पर ओ पंड़की ला बईठे बर कोनो ठिकाना नइं मिलिस, काबरकि जम्मो धरती ह पानी ले भरे रिहिस, एकरसेति ओह लहुंटके नूह करा जहाज म आ गीस। तब नूह ह हांथ लमाके ओला वापिस अपन करा जहाज म ले आईस। \v 10 तब ओह सात दिन तक ठहिरके ओ पंड़की ला जहाज ले फेर उड़िया दीस। \v 11 जब ओ पंड़की ह सांझकुन नूह करा लहुंटके आईस, त ओह देखिस कि पंड़की के चोंच म जैतून के एक नवां पान हवय! तब नूह ह जान डारिस कि पानी धरती ऊपर ले अंटा गे हे। \v 12 ओह सात दिन अऊ ठहिरके ओ पंड़की ला फेर उड़िया दीस, पर ये समय ओह फेर लहुंटके नूह करा नइं आईस। \p \v 13 नूह के उमर के छै सौ एक बछर के पहिला महिना के पहिला दिन, पानी ह धरती ऊपर ले सूखा गीस। नूह ह तब जहाज के छानी ला खोल दीस अऊ देखिस कि धरती ह सूखा गे हे। \v 14 दूसर महिना के सत्ताईसवां दिन धरती ह पूरा सूखा गीस। \p \v 15 तब परमेसर ह नूह ला कहिस, \v 16 “तें अपन घरवाली, बेटा, अऊ बहुमन के संग जहाज ले निकल आ। \v 17 चिरई, पसु, अऊ जम्मो किसम के धरती ऊपर रेंगइया जन्तुमन ला घलो अपन संग निकालके ले आ ताकि धरती ऊपर ओमन बहुंत फूलंय-फरंय अऊ धरती म ओमन के गनती बढ़य।” \p \v 18 तब नूह, अपन बेटा, घरवाली अऊ बहुमन संग निकल आईस। \v 19 जम्मो पसु अऊ भुइयां म रेंगइया जम्मो जन्तु, अऊ जम्मो चिरई अऊ जम्मो जीव-जन्तु, जऊन मन धरती म रेंगथें-बुलथें, अपन जाति-जाति के मुताबिक जहाज ले निकल आईन। \p \v 20 तब नूह ह यहोवा बर एक बेदी बनाईस, अऊ जम्मो सुध पसु अऊ जम्मो सुध चिरई म ले थोर-थोर लेके बेदी ऊपर होम-बलिदान करिस। \v 21 यहोवा ह सुख-देवइया सुगंध ला सुंघके अपन मन म कहिस: “मनखे के कारन, में फेर कभू भुइयां ला सराप नइं दंव, हालाकि मनखे के लइकापन ले जऊन भी बिचार ओकर मन म आथे, ओह खराप ही होथे। पर जइसने मेंह जम्मो जीवमन ला नास करे हंव, वइसने अऊ फेर कभू नइं करंव। \q1 \v 22 “अब ले जब तक धरती ह रहिही, \q1 तब तक बीजा बोय अऊ लुये के समय, \q1 जाड़ा अऊ गरमी, \q1 धूपकाला अऊ जड़काला, \q1 दिन अऊ रात \q1 लगातार होवत रहिहीं।” \c 9 \s1 नूह संग परमेसर के करार \p \v 1 फेर परमेसर ह नूह अऊ ओकर बेटामन ला आसीस दीस अऊ ओमन ला कहिस, “फूलव-फरव अऊ गनती म बढ़व अऊ धरती म भर जावव। \v 2 तुम्हर डर अऊ भय धरती के जम्मो पसु, अऊ अकास के जम्मो चिरई, अऊ भुइयां म रेंगइया जम्मो जीव, अऊ समुंदर के जम्मो मछरीमन ऊपर बने रहय; ये जम्मो ला तुम्हर बस म करे जावथे। \v 3 जम्मो जीयत अऊ रेंगइया जन्तुमन तुम्हर खाय बर हवंय। जइसने मेंह तुमन ला हरियर पऊधा दे रहेंव, वइसने मेंह अब तुमन ला हर चीज देवत हंव। \p \v 4 “पर मांस ला तुमन परान सहित याने कि लहू समेत झन खाहू। \v 5 अऊ मेंह तुम्हर लहू याने कि परान के जरूर बदला लूहूं। मेंह जम्मो पसुमन ले बदला लूहूं। अऊ हर एक मनखे ले घलो मेंह दूसर मनखे के परान के बदला लूहूं। \q1 \v 6 “जऊन कोनो मनखे के लहू बहाही, \q2 ओकर लहू मनखे के दुवारा बहाय जाही; \q1 काबरकि परमेसर ह मनखे ला \q2 अपनेच सरूप म बनाय हवय। \m \v 7 अऊ तुमन फूलव-फरव अऊ गनती म बढ़व; धरती ऊपर बहुंत बढ़व अऊ येमा भर जावव।” \p \v 8 फेर परमेसर ह नूह अऊ ओकर बेटामन ला कहिस, \v 9 “सुनव, में अब तुम्हर संग अऊ तुम्हर पाछू तुम्हर होवइया संतानमन संग करार करत हंव; \v 10 अऊ जम्मो जीयत परानी जेमन तुम्हर संग हवंय—चिरई, घरेलू-पसु अऊ जम्मो जंगली पसु, अऊ धरती ऊपर जम्मो जीयत परानी, जऊन मन तुम्हर संग जहाज ले निकले हवंय, ओमन संग घलो। \v 11 में तुम्हर संग अपन ये करार करत हंव: फेर कभू जम्मो परानी जल-परलय ले नास नइं होवंय; फेर कभू धरती ला नास करे बर जल-परलय नइं होवय।” \p \v 12 फेर परमेसर ह कहिस, “जऊन करार मेंह तुम्हर अऊ जतेक जीयत परानी तुम्हर संग हवंय, ओ सबो के संग करत हंव, येह अवइया तुम्हर जम्मो पीढ़ी बर होही अऊ ओकर ये चिनहां होही: \v 13 मेंह बादर म अपन मेघ-धनुस रखे हवंव, अऊ येह मोर अऊ धरती के बीच म करार के चिनहां होही। \v 14 जब भी में धरती ऊपर बादर लानंव अऊ बादर म मेघ-धनुस दिखय, \v 15 त मेंह जऊन करार तुम्हर अऊ जम्मो किसम के जीयत परानीमन संग करे हंव, ओला में सुरता करहूं। फेर कभू अइसन जल-परलय जम्मो परानी के बिनास बर नइं होवय। \v 16 जब भी बादर म मेघ-धनुस दिखही, त मेंह ओला देखके ओ सदाकाल के करार ला सुरता करहूं, जऊन ला परमेसर अऊ धरती के जम्मो किसम के जीयत परानीमन के बीच करे गे हवय।” \p \v 17 फेर परमेसर ह नूह ले कहिस, “जऊन करार मेंह धरती के जम्मो परानीमन संग करे हंव, ओकर ये चिनहां अय।” \s1 नूह के बेटामन \p \v 18 नूह के बेटा, जेमन जहाज ले निकलिन, ओमन के नांव सेम, हाम अऊ येपेत रिहिस। (हाम ह कनान के ददा रिहिस।) \v 19 येमन नूह के तीन बेटा रिहिन, अऊ येमन के संतानमन जम्मो धरती म बगर गीन। \p \v 20 नूह ह भुइयां ले जुड़े मनखे रिहिस अऊ ओह अंगूर के एक बारी लगाईस। \v 21 एक दिन ओह अंगूर के मंद ला पीके मतवार हो गीस, अऊ अपन तम्बू के भीतर नंगरा पड़े रिहिस। \v 22 तब कनान के ददा, हाम ह अपन ददा ला नंगरा देखिस अऊ बाहिर आके अपन दूनों भाईमन ला बताईस। \v 23 तब सेम अऊ येपेत एक कपड़ा लेके अपन खांधा म रखिन अऊ उल्टा रेंगत अपन ददा के नंगरा देहें ला ढांप दीन। ओमन अपन मुहूं ला आने कोति करे रिहिन ताकि ओमन अपन ददा ला नंगरा झन देखंय। \p \v 24 जब नूह के नसा उतरिस, त ओह जान डारिस कि ओकर सबले छोटे बेटा ह ओकर संग का करे हे। \v 25 एकरसेति ओह कहिस, \q1 “कनान ला सराप लगय! \q2 ओह अपन भाईमन के \q2 दास म सबले छोटे दास होवय।” \p \v 26 ओह ये घलो कहिस, \q1 “सेम के परमेसर यहोवा के महिमा होवय! \q2 कनान ह सेम के दास होवय। \q1 \v 27 परमेसर ह येपेत\f + \fr 9:27 \fr*\fq येपेत \fq*\ft इबरानी म \ft*\fqa फईलई।\fqa*\f* के इलाका ला बढ़ाय; \q2 येपेत ह सेम के तम्बू म रहय \q2 अऊ कनान ह येपेत के गुलाम बनय।” \p \v 28 जल-परलय के बाद नूह 350 बछर जीईस। \v 29 ये किसम ले नूह के कुल उमर 950 बछर होईस, अऊ तब ओह मर गीस। \c 10 \s1 देस अऊ जातिमन के बिबरन \lh \v 1 येह नूह के बेटा सेम, हाम अऊ येपेत के बंसावली अय। जल-परलय के बाद ओमन के ये बेटामन जनमिन। \s2 येपेत के संतान \li1 \v 2 येपेत के बेटामन\f + \fr 10:2 \fr*\fq बेटामन \fq*\ft एकर मतलब \ft*\fqa बंसज \fqa*\ft घलो हो सकथे। \+xt पद 3|link-href="GEN 10:3"\+xt*, \+xt 4|link-href="GEN 10:4"\+xt*, \+xt 6|link-href="GEN 10:6"\+xt*, \+xt 7|link-href="GEN 10:7"\+xt*, \+xt 20‑23|link-href="GEN 10:20‑23"\+xt*, \+xt 29|link-href="GEN 10:29"\+xt* अऊ \+xt 31|link-href="GEN 10:31"\+xt* म घलो\ft*\f*: \li2 गोमेर, मागोग, मादै, यावान, तूबल, मेसेक अऊ तीरास होईन। \li1 \v 3 गोमेर के बेटामन: \li2 असकनज, रीपत अऊ तोगरमा होईन। \li1 \v 4 यावान के बेटामन: \li2 एलीसाह, तरसीस, कित्ती अऊ रोदानीमन होईन। \v 5 (येमन ले समुंदर तीर के मनखेमन अपन-अपन छेत्र म अपन गोत्र, अपन जाति अऊ अपन भासा के मुताबिक अलग-अलग हो गीन।) \s2 हाम के संतान \li1 \v 6 हाम के बेटामन: \li2 कूस, मिसर, पूत अऊ कनान होईन। \li1 \v 7 कूस के बेटामन: \li2 सबा, हवीला, सबता, रामा, अऊ सबतका होईन। \li1 रामा के बेटामन: \li2 सेबा अऊ ददान होईन। \lf \v 8 कूस ह निमरोद के ददा\f + \fr 10:8 \fr*\fq ददा \fq*\ft एकर मतलब \ft*\fqa पुरखा \fqa*\ft घलो हो सकथे; \+xt पद 13|link-href="GEN 10:13"\+xt*, \+xt 15|link-href="GEN 10:15"\+xt*, \+xt 24|link-href="GEN 10:24"\+xt* अऊ \+xt 26|link-href="GEN 10:26"\+xt*\ft*\f* रिहिस; निमरोद ह धरती म पहिला बड़े बीर होईस। \v 9 ओह यहोवा के नजर म एक बड़े सिकारी रिहिस; एकर खातिर ये कहे जाथे, “निमरोद के सहीं, यहोवा के नजर म एक बड़े सिकारी।” \v 10 ओकर राज के पहिली केन्द्रमन सिनार\f + \fr 10:10 \fr*\ft याने कि, बेबिलोनिया\ft*\f* देस म बेबिलोन, ऊरूक, अक्कद अऊ कलने रिहिन। \v 11 ओ देस ले, ओह निकलके अस्सूर देस म गीस, अऊ उहां नीनवे, रहोबोत-ईर अऊ कालह सहर बसाईस, \v 12 अऊ नीनवे अऊ कालह के बीच म रेसेन सहर बसाईस—जऊन ह बड़े सहर अय। \li1 \v 13 मिसर ह \li2 लूदी, अनामी, लहाबी, नपतूही, \v 14 अऊ पतरूसी, कसलूही (जेकर ले पलिस्तीमन आईन) अऊ कपतोरी मनखेमन के ददा रिहिस। \li1 \v 15 कनान के बड़े बेटा \li2 सीदोन रिहिस,\f + \fr 10:15 \fr*\ft या \ft*\fqa सीदोनीमन के पुरखा\fqa*\f* तेकर पाछू हित्ती, \v 16 यबूसी, अमोरी, गिरगासी, \v 17 हिब्बी, अरकी, सीनी, \v 18 अरवदी, समारी अऊ हमातीमन घलो होईन। \li2 (बाद म कनानी कुल के मनखेमन बगर गीन \v 19 अऊ कनानीमन के सीमना ह सीदोन ले लेके गरार के तरफ गाजा तक, अऊ फेर सदोम, अमोरा, अदमा अऊ सबोईम के तरफ लासा तक होईस।) \lf \v 20 येमन हाम के बंसज रिहिन, अऊ येमन अपन गोत्र अऊ भासा के मुताबिक अपन-अपन इलाका अऊ जाति म अलग हो गीन। \s2 सेम के संतान \lh \v 21 सेम जऊन ह येपेत के बड़े भाई रिहिस, ओकर घलो बेटामन होईन, अऊ सेम ह जम्मो एबेर बंस के पुरखा रिहिस। \li1 \v 22 सेम के बेटामन: \li2 एलाम, अस्सूर, अर्पछद, लूद अऊ अराम होईन। \li1 \v 23 अराम के बेटामन: \li2 ऊस, हूल, गेतेर अऊ मेसेक\f + \fr 10:23 \fr*\ft देखव सेप्टाजिन्ट अऊ \+xt 1 इति 1:17\+xt*; इबरानी म \ft*\fqa मस\fqa*\f* होईन। \li1 \v 24 अर्पछद ह सेलह के ददा \li2 अऊ सेलह ह एबेर के ददा रिहिस। \li1 \v 25 एबेर के दू झन बेटा होईन: \li2 एक के नांव पेलेग\f + \fr 10:25 \fr*\fq पेलेग \fq*\ft के मतलब \ft*\fqa बंटवारा\fqa*\f* रखे गीस, काबरकि ओकर समय म धरती ह बंट गीस; ओकर भाई के नांव योकतान रिहिस। \li1 \v 26 योकतान के बेटामन \li2 अलमोदाद, सेलेप, हसरमावेत, येरह \v 27 हदोराम, ऊजाल, दिकला, \v 28 ओबाल, अबीमाएल, सेबा, \v 29 ओपीर, हवीला अऊ योबाब रिहिन। ये जम्मो योकतान के बेटा रिहिन। \li2 \v 30 (ओ जगह जिहां येमन रहत रिहिन, ओह पूरब दिग के पहाड़ी देस म मेसा ले लेके सपारा तक फईले रिहिस।) \lf \v 31 येमन सेम के बंसज रिहिन, अऊ येमन अपन गोत्र अऊ भासा के मुताबिक अपन-अपन छेत्र अऊ जाति म अलग हो गीन। \b \lf \v 32 अपन-अपन संतान अऊ जाति के मुताबिक, येमन नूह के बेटामन के बंसज अंय। जल-परलय के बाद, जाति-जाति के मनखेमन येमन ले निकलके धरती म बगर गीन। \c 11 \s1 बेबिलोन के मीनार \p \v 1 जम्मो धरती म एके ठन भासा अऊ एके किसम के बोली रिहिस। \v 2 ओ समय जब मनखेमन पूरब दिग कोति जावत रिहिन, त ओमन ला सिनार देस म एक मैदान मिलिस अऊ उहां ओमन बस गीन। \p \v 3 तब ओमन एक-दूसर ला कहिन, “आवव, हमन ईंटा बना-बनाके ओला आगी म बने करके पकावन।” ओमन पथरा के बदला ईंटा अऊ चूना के गारा के बदला डामर के उपयोग करिन। \v 4 फेर ओमन कहिन, “आवव, हमन अपन बर एक सहर अऊ एक मीनार बनावन, जेकर चोटी अकास तक हबरे, ताकि हमर नांव होवय; नइं तो हमन ला जम्मो धरती ऊपर बगरे बर पड़ही।” \p \v 5 जब मनखेमन सहर अऊ मीनार बनाय लगिन, त यहोवा ह ओ सहर अऊ मीनार ला देखे बर खाल्हे उतर आईस। \v 6 अऊ यहोवा ह कहिस, “ये जम्मो झन एकेच दल अंय, अऊ येमन के भासा घलो एके ठन अय, अऊ येमन ये काम ला सुरू कर डारे हें; अब येमन जऊन कुछू भी बनाय के योजना करहीं, येमन बर कुछू भी असंभव नइं होही। \v 7 एकरसेति आवव, हमन उतरके येमन के भासा म गड़बड़ी कर देवन ताकि येमन एक-दूसर के बात ला झन समझंय।” \p \v 8 अइसने करके यहोवा ह ओमन ला उहां ले जम्मो धरती ऊपर बगरा दीस, अऊ ओमन ओ सहर ला बनाना छोंड़ दीन। \v 9 एकरे बर ओ सहर के नांव बेबिलोन\f + \fr 11:9 \fr*\fq बेबिलोन \fq*\ft इबरानी म \ft*\fq गड़बड़ी\fq*\f* पड़िस—काबरकि उहां यहोवा ह जम्मो धरती के भासा म गड़बड़ी करिस, अऊ उहां ले यहोवा ह मनखेमन ला धरती के जम्मो जगह बगरा दीस। \s1 सेम ले लेके अब्राम तक \p \v 10 सेम के परिवार के बिबरन ये अय। \b \li1 जल-परलय के दू बछर के पाछू, जब सेम ह 100 बछर के होईस, त ओह अर्पछद के ददा\f + \fr 11:10 \fr*\fq ददा \fq*\ft के मतलब \ft*\fqa पुरखा हो सकथे\fqa*\f* होईस। \v 11 अर्पछद के जनम के पाछू, सेम ह 500 बछर जीयत रिहिस अऊ ओकर अऊ भी बेटा-बेटीमन होईन। \li1 \v 12 जब अर्पछद 35 बछर के होईस, त ओकर ले सेलह के जनम होईस। \v 13 अऊ सेलह के जनम के पाछू, अर्पछद ह 403 बछर अऊ जीयत रिहिस अऊ ओकर अऊ भी बेटा-बेटीमन होईन। \li1 \v 14 जब सेलह 30 बछर के होईस, त ओकर ले एबेर के जनम होईस। \v 15 अऊ एबेर के जनम के पाछू, सेलह ह 403 बछर अऊ जीयत रिहिस अऊ ओकर अऊ भी बेटा-बेटीमन होईन। \li1 \v 16 जब एबेर 34 बछर के होईस, त ओकर ले पेलेग के जनम होईस। \v 17 अऊ पेलेग के जनम के पाछू, एबेर 430 बछर अऊ जीयत रिहिस अऊ ओकर अऊ भी बेटा-बेटीमन होईन। \li1 \v 18 जब पेलेग 30 बछर के होईस, त ओकर ले रू के जनम होईस। \v 19 अऊ रू के जनम के पाछू, पेलेग 209 बछर अऊ जीयत रिहिस अऊ ओकर अऊ बेटा-बेटीमन होईन। \li1 \v 20 जब रू 32 बछर के होईस, त ओकर ले सरूग के जनम होईस। \v 21 अऊ सरूग के जनम के पाछू, रू 207 बछर अऊ जीयत रिहिस अऊ ओकर अऊ बेटा-बेटीमन होईन। \li1 \v 22 जब सरूग 30 बछर के होईस, त ओकर ले नाहोर के जनम होईस। \v 23 अऊ नाहोर के जनम के पाछू, सरूग 200 बछर अऊ जीयत रिहिस अऊ ओकर अऊ बेटा-बेटीमन होईन। \li1 \v 24 जब नाहोर 29 बछर के होईस, त ओकर ले तेरह के जनम होईस। \v 25 अऊ तेरह के जनम के पाछू, नाहोर 119 बछर अऊ जीयत रिहिस अऊ ओकर अऊ बेटा-बेटीमन होईन। \li1 \v 26 जब तेरह 70 बछर के होईस, त ओकर ले अब्राम, नाहोर अऊ हारान के जनम होईस। \s1 अब्राम के परिवार \p \v 27 तेरह के परिवार के बिबरन ये अय। \b \p तेरह ले अब्राम, नाहोर अऊ हारान के जनम होईस। अऊ हारान ले लूत के जनम होईस। \v 28 हारान अपन ददा तेरह के जीते जी कसदीमन के ऊर नांव के नगर म, जऊन ह ओकर जनम भुइयां रिहिस, मर गीस। \v 29 अब्राम अऊ नाहोर दूनों झन बिहाव कर लीन। अब्राम के घरवाली के नांव सारै, अऊ नाहोर के घरवाली के नांव मिलका रिहिस; ओह हारान के बेटी रिहिस, जऊन ह मिलका अऊ यिसका दूनों के ददा रिहिस। \v 30 सारै के कोनो बाल-बच्चा नइं रिहिन, काबरकि ओला कभू गरभ नइं ठहिरिस। \p \v 31 तेरह अपन बेटा अब्राम, अपन पोता लूत, जेह हारान के बेटा रिहिस, अऊ अपन बहू सारै, जेह ओकर बेटा अब्राम के घरवाली रिहिस, ये जम्मो झन ला लेके कसदीमन के ऊर नगर ले कनान देस जाय बर निकलिस। पर जब ओमन हारान नांव के देस म आईन, त उहेंच रहे लगिन। \p \v 32 तेरह 205 बछर जीईस, अऊ ओह हारान देस म मर गीस। \c 12 \s1 अब्राम ला परमेसर के बुलावा \p \v 1 यहोवा ह अब्राम ला कहिस, “अपन देस, अपन मनखे अऊ अपन ददा के परिवार ला छोंड़के ओ देस म चले जा, जेला मेंह तोला देखाहूं। \q1 \v 2 “मेंह तोर ले एक बड़े जाति बनाहूं \q2 अऊ मेंह तोला आसीस दूहूं; \q1 मेंह तोर नांव ला बहुंत बड़े करहूं \q2 अऊ तेंह आसीस के कारन होबे। \q1 \v 3 जऊन मन तोला आसीस दीहीं, ओमन ला में आसीस दूहूं \q2 अऊ जऊन ह तोला सराप दीही, ओला मेंह सराप दूहूं; \q1 अऊ ये धरती के जम्मो मनखेमन \q2 तोर जरिये आसीस पाहीं।”\f + \fr 12:3 \fr*\ft या \ft*\fqa मनखेमन आसीस देय म तोर नांव के उपयोग करहीं \fqa*\ft (देखव \+xt 48:20\+xt*)\ft*\f* \p \v 4 यहोवा के ये बचन के मुताबिक अब्राम ह चल पड़िस; अऊ ओकर संग लूत घलो गीस। अब्राम ह पचहत्तर बछर के रिहिस, जब ओह हारान देस ले निकलिस। \v 5 अब्राम अपन घरवाली सारै, अपन भतीजा लूत, जऊन धन ओमन जमा करे रिहिन अऊ जऊन मनखेमन ला ओमन हारान म पाय रिहिन, ओ सबो ला लेके कनान देस जाय बर निकलिस अऊ ओमन कनान देस म आ गीन। \p \v 6 ओ देस म ले होवत अब्राम ह सकेम म मोरे के बड़े रूख तक गीस। ओ समय ओ देस म कनानीमन रहत रिहिन। \v 7 तब यहोवा ह अब्राम ला दरसन देके कहिस, “तोर संतान ला में ये देस दूहूं।” एकरसेति ओह उहां यहोवा बर, जऊन ह ओला दरसन दे रिहिस, एक बेदी बनाईस। \p \v 8 फेर उहां ले चलके ओह ओ पहाड़ करा आईस, जऊन ह बेतेल के पूरब कोति हवय, अऊ उहां ओह अपन तम्बू गाड़िस, जेकर पछिम कोति बेतेल अऊ पूरब कोति अई नगर हवय। उहां घलो ओह यहोवा बर एक ठन बेदी बनाईस अऊ यहोवा के अराधना करिस। \p \v 9 तब अब्राम उहां ले निकलके नेगेव कोति चल दीस। \s1 मिसर देस म अब्राम \p \v 10 कनान देस म अकाल पड़िस, एकर कारन अब्राम ह खाल्हे कोति मिसर देस म चल दीस अऊ उहां कुछू समय तक रिहिस, काबरकि देस म भयंकर अकाल रिहिस। \v 11 जब ओह मिसर देस म हबरनेचवाला रिहिस, त ओह अपन घरवाली सारै ला कहिस, “सुन, मेंह जानत हंव कि तें एक सुघर नारी अस। \v 12 जब मिसर देस के मनखेमन तोला देखहीं, त कहिहीं, ‘येह ओकर घरवाली अय।’ तब ओमन मोला तो मार डारहीं, पर तोला छोंड़ दीहीं। \v 13 एकरसेति ये कहिबे कि तें मोर बहिनी अस, ताकि तोर कारन मोर संग बने बरताव होवय अऊ मोर परान ह तोर कारन बच जावय।” \p \v 14 जब अब्राम मिसर म आईस, त मिसर देस के मनखेमन देखिन कि सारै ह बहुंत सुघर हे। \v 15 अऊ जब फिरौन\f + \fr 12:15 \fr*\ft येह राजा के नांव नो हय पर येह मिसर देस के राजा के उपाधि ए\ft*\f* के अधिकारीमन ओला देखिन, त फिरौन के आघू म ओकर बड़ई करिन, एकरसेति सारै ला फिरौन के महल म लाय गीस। \v 16 फिरौन ह ओकर कारन से अब्राम के संग बने बरताव करिस, अऊ अब्राम ला भेड़-बकरी, गरूवा-बईला, गदहा-गदही अऊ दास-दासी, अऊ ऊंट मिलिस। \p \v 17 पर यहोवा ह फिरौन अऊ ओकर परिवार ऊपर अब्राम के घरवाली सारै के कारन बड़े-बड़े बेमारी लानिस। \v 18 तब फिरौन ह अब्राम ला बलाके कहिस, “तेंह मोर संग ये का करे हस? तें मोला काबर नइं बताय कि ओह तोर घरवाली ए? \v 19 तेंह काबर कहे कि ओह तोर बहिनी ए? एकरसेति मेंह ओला अपन घरवाली बनाय बर ले गे रहेंव। पर अब अपन घरवाली ला ले अऊ इहां ले चले जा!” \v 20 तब फिरौन ह अपन मनखेमन ला अब्राम के बारे म हुकूम दीस, अऊ ओमन ओला अऊ ओकर घरवाली ला, ओकर जम्मो धन-संपत्ति सहित बिदा कर दीन। \c 13 \s1 अब्राम अऊ लूत के अलग होवई \p \v 1 तब अब्राम अपन घरवाली अऊ अपन जम्मो संपत्ति ला लेके मिसर देस ले नेगेव\f + \fr 13:1 \fr*\ft कनान के दक्खिन के भाग\ft*\f* गीस, अऊ लूत घलो ओकर संग म गीस। \v 2 अब्राम ह घरेलू-पसु अऊ सोन अऊ चांदी म अब्बड़ धनी हो गे रिहिस। \p \v 3 नेगेव ले चलके जगह-जगह होवत ओह बेतेल के लकठा म हबरिस, बेतेल अऊ अई नगर के बीच म, जिहां पहिली ओह अपन तम्बू ठाढ़ करे रिहिस \v 4 अऊ जिहां ओह पहिली बार बेदी बनाय रिहिस, उहां अब्राम ह यहोवा के अराधना करिस। \p \v 5 लूत, जऊन ह अब्राम संग चलत रिहिस, ओकर करा घलो भेड़-बकरी, गरूवा-बईला अऊ तम्बू रिहिस। \v 6 पर ओ जगह ह ओ दूनों ला नइं पूरत रिहिस। काबरकि ओमन के धन-संपत्ति अतकी जादा हो गे रिहिस कि ओमन एक संग रह नइं सकिन। \v 7 अब्राम अऊ लूत के चरवाहामन के बीच म झगरा होय लगिस। ओ समय कनानी अऊ परिज्जीमन घलो ओ देस म रहत रिहिन। \p \v 8 तब अब्राम ह लूत ला कहिस, “मोर अऊ तोर बीच, या मोर चरवाहा अऊ तोर चरवाहामन के बीच झगरा झन होवय, काबरकि हमन नजदीकी रिस्तेदार अन। \v 9 का पूरा देस तोर आघू म नइं ए? एकर खातिर मोर ले अलग हो जा। यदि तें डेरी कोति जाबे, त में जेवनी कोति जाहूं, अऊ यदि तें जेवनी कोति जाबे, त में डेरी कोति जाहूं।” \p \v 10 तब लूत ह चारों कोति देखिस कि सोअर कोति यरदन नदी के मैदान ह यहोवा के बगीचा अऊ मिसर देस सहीं पानी ले बने सिंचाय हवय। (येह ओ समय के बात ए, जब यहोवा ह सदोम अऊ अमोरा ला नास नइं करे रिहिस।) \v 11 एकरसेति लूत ह अपन बर यरदन के पूरा मैदान ला चुनके पूरब कोति गीस। अऊ ओ दूनों एक-दूसर ले अलग हो गीन: \v 12 अब्राम ह कनान देस म रह गीस, जबकि लूत ह ओ मैदान के सहरमन म रहे लगिस अऊ अपन तम्बू सदोम के लकठा म ठाढ़ करिस। \v 13 सदोम के मनखेमन दुस्ट रिहिन अऊ यहोवा के बिरूध बहुंत पाप करत रिहिन। \p \v 14 जब लूत ह अब्राम ले अलग हो गीस, तब यहोवा ह अब्राम ला कहिस, “जिहां तेंह ठाढ़े हस, उहां ले आंखी उठाके उत्तर, दक्खिन, पूरब अऊ पछिम चारों कोति देख। \v 15 काबरकि जतेक भुइयां तोला दिखत हे, ओ सब ला मेंह तोला अऊ तोर संतान\f + \fr 13:15 \fr*\ft या \ft*\fqa बीजा \fqa*\ft \+xt पद 16|link-href="GEN 13:16"\+xt* म घलो\ft*\f* ला सदाकाल बर दूहूं। \v 16 अऊ में तोर बंस के मनखेमन ला धरती के धुर्रा के कन सहीं बहुंत करहूं, ताकि यदि कोनो धरती के धुर्रा ला गने सकही, त फेर ओह तोर संतानमन ला घलो गने सकही। \v 17 उठ, अऊ ये देस के लम्बई अऊ चौड़ई म जतकी रेंग सकथस रेंग, काबरकि में येला तोला देवत हंव।” \p \v 18 एकरसेति अब्राम ह हेबरोन म ममरे के बड़े रूखमन के लकठा म रहे बर गीस अऊ उहां अपन तम्बू ठाढ़ करिस। अऊ उहां यहोवा बर एक ठन बेदी बनाईस। \c 14 \s1 अब्राम ह लूत ला बचाथे \p \v 1 ओ समय जब सिनार\f + \fr 14:1 \fr*\ft बेबिलोनिया; \+xt पद 9|link-href="GEN 14:9"\+xt* म घलो\ft*\f* के राजा अमरापेल, एल्लासार के राजा अरयोक, एलाम के राजा कदोरलाओमेर अऊ गोयीम के राजा तिदाल रिहिस, \v 2 त ये राजामन सदोम के राजा बेरा, अमोरा के राजा बिरसा, अदमा के राजा सिनाब, सबोईम के राजा सेमेबेर अऊ बेला के राजा (जऊन ला सोअर कहे जाथे) के बिरूध लड़ई करिन। \v 3 ये पांचों राजामन सिद्दीम नांव के घाटी म (जऊन ला मिरतू सागर घाटी कहे जाथे) जूरिन। \v 4 काबरकि बारह बछर तक येमन कदोरलाओमेर के अधीन रिहिन, पर तेरहवां बछर म येमन ओकर बिरूध बिदरोह करिन। \p \v 5 चौदहवां बछर म कदोरलाओमेर अऊ ओकर संगी राजामन एक संग आईन अऊ असतरोत-करनेम म रपाईमन, हाम म जूजीमन, साबे-किरयातैम म एमीमन \v 6 अऊ सेईर के पहाड़ी म होरीमन ऊपर चढ़ई करिन अऊ ओमन ला हरावत-हरावत मरू-भुइयां के लकठा म एल-पारान तक हबर गीन। \v 7 तब उहां ले ओमन लहुंटके एन-मिसपात (जऊन ला कादेस कहे जाथे) म आईन, अऊ ओमन अमालेकीमन के जम्मो देस ला अऊ संग म ओ अमोरीमन ला घलो जीत लीन, जेमन हससोन-तामार म रहत रिहिन। \p \v 8 तब सदोम के राजा, अमोरा के राजा, अदमा के राजा, सबोईम के राजा अऊ बेला के राजा (जऊन ला सोअर कहे जाथे) निकलिन अऊ सिद्दीम नांव के घाटी म \v 9 एलाम के राजा कदोरलाओमेर, गोयीम के राजा तिदाल, सिनार के राजा अमरापेल अऊ एल्लासार के राजा अरयोक के बिरूध म लड़ई करे बर ठाढ़ होईन—चार राजामन पांच राजामन के बिरूध म रहंय। \v 10 सिद्दीम के घाटी ह डामर के खंचवामन ले भर गे रिहिस, अऊ जब सदोम अऊ अमोरा के राजामन भागिन, त कुछू मनखेमन ओ खंचवामन म गिरिन अऊ बांचे मनखेमन पहाड़ी ऊपर भाग गीन। \v 11 तब ओ चारों राजा सदोम अऊ अमोरा के जम्मो सामान अऊ खाय के चीजमन ला लूटके चल दीन। \v 12 ओमन अब्राम के भतीजा लूत, जऊन ह सदोम म रहत रिहिस, ओला अऊ ओकर धन-संपत्ति ला घलो अपन संग ले गीन। \p \v 13 तब एक मनखे जऊन ह भागके बांच गे रिहिस, ओह जाके इबरी अब्राम ला ये बात बताईस। अब्राम तो अमोरी ममरे जऊन ह एसकोल अऊ आनेर के एक भाई\f + \fr 14:13 \fr*\ft या \ft*\fqa रिस्तेदार\fqa*\ft ; या \ft*\fqa एक संगी\fqa*\f* रिहिस, ओकर बड़े रूखमन के लकठा म रहत रिहिस; येमन के संबंध अब्राम के संग संगवारी के सहीं रिहिस। \v 14 जब अब्राम सुनिस कि ओकर भतीजा ला बंधुवई म ले गे हवंय, त ओह 318 लड़ई करे बर सिखोय मनखेमन ला, जेमन ओकर परिवार म जनमे रिहिन, लीस अऊ दान नगर तक ओमन के पीछा करिस। \v 15 रथिया के बेरा अब्राम ह ओमन ऊपर हमला करे बर अपन मनखेमन के अलग-अलग दल बनाईस अऊ दमिस्क सहर के उत्तर म होबा तक ओमन के पीछा करिस, अऊ ओमन ला हराईस। \v 16 अऊ ओह जम्मो सामान ला, अऊ अपन भतीजा लूत अऊ ओकर धन-संपत्ति ला, अऊ माईलोगन अऊ दूसर मनखेमन ला छोंड़ाके ले आईस। \s1 अब्राम ला मलकिसिदक के आसीस \p \v 17 जब अब्राम ह कदोरलाओमेर अऊ ओकर संगी राजामन ला हराके लहुंटत रिहिस, तब सदोम के राजा ह साबे नांव के घाटी म (जेला राजा के घाटी घलो कहे जाथे) अब्राम के संग भेंट करे बर आईस। \p \v 18 तब सालेम\f + \fr 14:18 \fr*\ft बाद म येला \ft*\fqa यरूसलेम \fqa*\ft कहे गीस; \+xt भजन 76:2\+xt*\ft*\f* के राजा मलकिसिदक रोटी अऊ अंगूर के मंद लेके आईस। ओह सर्वोच्च परमेसर के पुरोहित रिहिस, \v 19 अऊ ओह ये कहिके अब्राम ला आसीस दीस, \q1 “सर्वोच्च परमेसर ले, जऊन ह अकास अऊ धरती के रचइता ए, \q2 तोला आसीस मिलय। \q1 \v 20 अऊ सर्वोच्च परमेसर के महिमा होवय, \q2 जऊन ह तोर बईरीमन ला तोर बस म कर दीस।” \m तब अब्राम ह ओला हर एक चीज के दसवां भाग दीस। \p \v 21 तब सदोम के राजा ह अब्राम ला कहिस, “मनखेमन ला तें मोला दे अऊ धन ला तें अपन बर रख।” \p \v 22 पर अब्राम ह सदोम के राजा ला कहिस, “यहोवा, सर्वोच्च परमेसर जऊन ह अकास अऊ धरती के रचइता ए, ओकर करा मेंह हांथ उठाके किरिया खाय हंव \v 23 कि जऊन चीज तोर अय, ओमा ले में कुछू नइं लेवंव, न एक ठन सूंत, न जूता के एक बंधना घलो, ताकि तें ये कभू झन कहे सकस, ‘मेंह अब्राम ला धनी बनांय।’ \v 24 पर जऊन कुछू मोर मनखेमन खा ले हवंय अऊ ओमन के बांटा, जऊन मन मोर संग गे रिहिन याने कि आनेर, एसकोल अऊ ममरे के बांटा, में तोला नइं लहुंटांव। ओमन ला अपन बांटा रखन दे।” \c 15 \s1 अब्राम संग यहोवा के करार \p \v 1 एकर पाछू, यहोवा के ये बचन दरसन के दुवारा अब्राम करा आईस: \q1 “हे अब्राम, झन डर। \q2 मेंह तोर ढाल \q2 अऊ तोर बड़े ईनाम अंव।\f + \fr 15:1 \fr*\ft या \ft*\fqa तोर ईनाम ह बड़े होही\fqa*\f*” \p \v 2 पर अब्राम ह कहिस, “हे परमपरधान यहोवा, तें मोला का दे सकथस, जब में बिन लइका के हंव अऊ मोर घर के वारिस दमिस्क के एलिएजेर होही?” \v 3 अऊ अब्राम ह कहिस, “मोला तो तें कोनो लइका नइं दे हस; एकरसेति मोर परिवार म एक दास ह मोर वारिस होही।” \p \v 4 तब यहोवा के ये बचन ओकर करा आईस, “ये मनखे ह तोर वारिस नइं होवय, पर तोर खुद के मांस अऊ लहू ले जनमे बेटा ही तोर वारिस होही।” \v 5 ओह ओला बाहिर ले जाके कहिस, “आंखी उठाके अकास कोति देख अऊ ये तारामन ला गन—का तें येमन ला गन सकथस?” फेर ओह ओला कहिस, “तोर संतान ह अइसने होही।” \p \v 6 अब्राम ह यहोवा ऊपर बिसवास करिस, अऊ परमेसर ह येला अब्राम बर धरमीपन के बात मानिस। \p \v 7 परमेसर ह अब्राम ला ये घलो कहिस, “में ओही यहोवा अंव, जऊन ह तोला कसदीमन के ऊर नगर ले बाहिर लानेंव ताकि तोला ये देस ऊपर अधिकार देवंव।” \p \v 8 पर अब्राम ह कहिस, “हे परमपरधान यहोवा, में येला कइसे जानंव कि मेंह ये देस के ऊपर अधिकार रखहूं?” \p \v 9 त यहोवा ह ओला कहिस, “मोर बर तीन-तीन बछर के एक बछिया, एक बोकरा अऊ एक मेढ़ा लान अऊ संग म एक पंड़की अऊ एक परेवा के पीला लान।” \p \v 10 अब्राम ये जम्मो ला ओकर करा लानिस, अऊ ओमन के दू-दू कुटा करके ओ कुटामन ला एक-दूसर के आघू म मढ़ा दीस, पर चिरईमन ला ओह दू कुटा नइं करिस। \v 11 तब ओ मुरदामन ऊपर मांसाहारी चिरईमन झपटिन, पर अब्राम ओमन ला हंकाल दीस। \p \v 12 जब बेर ह बुड़त रिहिस, त अब्राम ह भारी नींद म सो गीस, अऊ भारी अऊ भयानक अंधियार ओकर ऊपर छा गीस। \v 13 तब यहोवा ह अब्राम ला कहिस, “ये बात ला निस्चय जान ले कि तोर संतानमन आने देस म चार सौ साल तक परदेसी होहीं अऊ उहां ओमन गुलाम बनाय जाहीं अऊ ओमन के ऊपर अतियाचार करे जाही। \v 14 पर जऊन देस के ओमन गुलाम के रूप म सेवा करहीं, ओ देस ला में दंड दूहूं, अऊ ओकर बाद ओमन उहां ले अब्बड़ धन लेके निकल आहीं। \v 15 पर, तें सांति से अपन पुरखामन संग मिल जाबे अऊ बने डोकरा होय के बाद तोला माटी मिलही। \v 16 पर चौथा पीढ़ी म, तोर संतानमन इहां फेर वापिस आहीं, काबरकि अमोरीमन के पाप के घड़ा ह अब तक नइं भरे हवय।” \p \v 17 जब बेर ह बुड़ गीस अऊ अंधियार छा गीस, तब एक अंगीठी म, जेमा ले धुआं उठत रहय, एक बरत मसाल दिखिस अऊ ओ मसाल मांस के कुटामन के बीच म ले निकल गीस। \v 18 ओ दिन यहोवा ह अब्राम के संग एक करार करिस अऊ कहिस, “मिसर के नरवा\f + \fr 15:18 \fr*\ft या \ft*\fqa मिसर के नदी\fqa*\f* ले लेके फरात नांव के बड़े नदी तक— \v 19 याने कि केनी, कनिज्जी, कदमोनी, \v 20 हित्ती, परिज्जी, रपाई, \v 21 अमोरी, कनानी, गिरगासी अऊ यबूसीमन के देस ला में तोर संतानमन ला देवत हंव।” \c 16 \s1 हाजिरा अऊ सारै \p \v 1 अब्राम के घरवाली सारै के कोनो संतान नइं रिहिस। पर ओकर हाजिरा नांव के एक झन मिसर देस के दासी रिहिस; \v 2 एकरसेति सारै ह अब्राम ला कहिस, “देख, यहोवा ह मोर कोख ला बंद कर दे हवय, एकरसेति तें मोर दासी के संग सुत; हो सकत हे कि ओकर दुवारा मोर परिवार आघू बढ़य।” \p सारै के ये बात ला अब्राम मान लीस। \v 3 अब्राम ला कनान देस म रहत दस साल होय के बाद ओकर घरवाली सारै ह अपन मिसर के दासी हाजिरा ला अपन घरवाला अब्राम के घरवाली होय बर दे दीस। \v 4 ओह हाजिरा संग सुतिस, तब हाजिरा ह आसरा म हो गीस। \p जब ओह जानिस कि ओह आसरा म हवय, त ओह अपन मालकिन ला तुछ समझे लगिस। \v 5 तब सारै ह अब्राम ला कहिस, “मोर संग जऊन अनियाय होवथे, ओकर जिम्मेदार तें अस। में तो अपन दासी ला तोर हांथ म दे देंव, पर जब ओह ये जानिस कि ओह आसरा म हवय, त ओह मोला तुछ समझत हे। एकर बर यहोवा तोर अऊ मोर नियाय करय।” \p \v 6 अब्राम ह सारै ला कहिस, “देख, तोर दासी ह तोर हांथ\f + \fr 16:6 \fr*\ft या \ft*\fqa अधिकार\fqa*\f* म हवय; जइसने तोला बने लगय, वइसने ओकर संग कर।” तब सारै ह हाजिरा ला दुख देय लगिस। एकरसेति ओह ओकर करा ले भाग गीस। \p \v 7 यहोवा के स्वरगदूत ह ओला सुनसान जगह म सूर के रसता म पानी के एक सोता करा पाईस। \v 8 अऊ ओह कहिस, “हे सारै के दासी, हाजिरा, तें कहां ले आवत हस, अऊ कहां जावत हस?” \p ओह जबाब दीस, “मेंह अपन मालकिन सारै करा ले भागके आय हंव।” \p \v 9 तब यहोवा के स्वरगदूत ह ओला कहिस, “अपन मालकिन करा लहुंट जा अऊ ओकर बस म रह।” \v 10 यहोवा के स्वरगदूत ह ओला ये घलो कहिस, “मेंह तोर संतान ला अब्बड़ बढ़ाहूं, इहां तक कि ओमन के गनती करई मुसकिल हो जाही।” \p \v 11 यहोवा के स्वरगदूत ह ओला ये घलो कहिस: \q1 “देख, तें आसरा म हस \q2 अऊ तें एक बेटा ला जनम देबे। \q1 तें ओकर नांव इसमायल\f + \fr 16:11 \fr*\fq इसमायल \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa परमेसर सुनथे\fqa*\f* रखबे, \q2 काबरकि यहोवा ह तोर दुख के बात ला सुन ले हवय। \q1 \v 12 ओह एक जंगली गदहा के सुभाव के मनखे होही; \q2 ओकर हांथ जम्मो झन के बिरूध उठही \q2 अऊ जम्मो झन के हांथ ओकर बिरूध उठही, \q1 अऊ ओह अपन जम्मो भाई-बंधुमन संग \q2 बईरता के संग जिनगी जीही।” \p \v 13 तब हाजिरा ह यहोवा के ये नांव रखिस, जऊन ह ओकर ले बात करे रिहिस: “तेंह ओ परमेसर अस, जऊन ह मोला देखथस,” काबरकि ओह कहिस, “मेंह अब ओला देख डारे हंव जऊन ह मोला देखथे।” \v 14 एकरे कारन ओ कुआं के नांव बेर-लहाय-रोई\f + \fr 16:14 \fr*\fq बेर-लहाय-रोई \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa मोला देखइया जीयत परमेसर के कुआं\fqa*\f* परिस, येह अभी घलो कादेस अऊ बेरेद के बीच म हवय। \p \v 15 हाजिरा ला अब्राम के दुवारा एक बेटा होईस, अऊ अब्राम ओ बेटा के नांव इसमायल रखिस, जेला हाजिरा जनम दीस। \v 16 जब हाजिरा ह अब्राम के दुवारा इसमायल ला जनम दीस, ओ समय अब्राम छियासी बछर के रिहिस। \c 17 \s1 खतना के करार \p \v 1 जब अब्राम ह निनानबे बछर के होईस, त यहोवा ह ओला दरसन देके कहिस, “में सर्वसक्तिमान\f + \fr 17:1 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa एल-सद्दाई\fqa*\f* परमेसर अंव; बिसवासयोग्यता के साथ मोर संग चल अऊ निरदोस बने रह। \v 2 त में तोर अऊ मोर बीच म अपन करार करहूं अऊ तोर बंस ला अब्बड़ बढ़ाहूं।” \p \v 3 तब अब्राम ह मुहूं के बल गिरके ओला दंडवत करिस, अऊ परमेसर ह ओला कहिस, \v 4 “देख, तोर संग मोर करार ये अय: तेंह बहुंते जाति के मनखेमन के ददा होबे। \v 5 एकर बर अब ले तोर नांव अब्राम\f + \fr 17:5 \fr*\fq अब्राम \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa बहुंत परसंसा के योग्य ददा\fqa*\f* नइं रहय, पर तोर नांव अब्राहम\f + \fr 17:5 \fr*\fq अब्राहम \fq*\ft संभवतः एकर मतलब होथे \ft*\fqa अब्बड़ झन के ददा\fqa*\f* होही; काबरकि मेंह तोला बहुंते जाति के मनखेमन के ददा ठहिराय हंव। \v 6 मेंह तोला बहुंत फलवंत करहूं; मेंह तोर ले जाति-जाति के मनखे बनाहूं अऊ तोर बंस म राजामन जनमहीं। \v 7 में तोर संग अऊ तोर पाछू तोर अवइया पीढ़ी-पीढ़ी के संतान संग सदाकाल के ये करार करहूं कि में तोर अऊ तोर पाछू तोर संतानमन के घलो परमेसर होहूं। \v 8 मेंह तोर अऊ तोर पाछू तोर संतानमन के अधिकार म, ये जम्मो कनान देस, जिहां तेंह अभी परदेसी होके रहिथस, सदाकाल बर दे दूहूं; अऊ मेंह ओमन के परमेसर होहूं।” \p \v 9 फेर परमेसर ह अब्राहम ला कहिस, “ये जरूरी ए कि तहूं घलो मोर करार के पालन कर, तें अऊ तोर पाछू अवइया तोर पीढ़ी-पीढ़ी के संतानमन घलो ये करार के पालन करंय। \v 10 तोर संग बांधे गय करार, जेला तोला अऊ तोर पाछू तोर संतानमन ला माने बर पड़ही, ओ ये अय: तुम्हर बीच म हर पुरूस के खतना करे जावय। \v 11 तुमन अपन-अपन खतना करवा लव, अऊ येह मोर अऊ तुम्हर बीच म करे गय करार के चिनहां होही। \v 12 पीढ़ी-पीढ़ी तक सिरिप तोर बंस के मनखे ही नइं, पर जेमन तोर घर म जनमे हें या जेमन ला कोनो परदेसी करा ले बिसाय गे हवय—जेमन तोर संतान नो हंय, अइसन जम्मो पुरूस के ओमन के जनमे के आठवां दिन म खतना करे जावय। \v 13 जऊन मन तोर घर म जनमे हवंय या फेर रूपिया देके बिसाय गे हवंय, ओमन के जरूर खतना करे जावय। मोर करार, जेकर चिनहां तोर देहें म होही, येह एक सदाकाल के करार होही। \v 14 कोनो बिगर खतना के पुरूस, जेकर चमड़ी के खतना नइं करे गे हवय, ओह अपन मनखेमन के बीच म ले अलग करे जाही, काबरकि ओह मोर करार ला टोरे हवय।” \p \v 15 फेर परमेसर ह अब्राहम ला कहिस, “तोर जऊन घरवाली सारै हवय, तेला अब तें सारै झन कहिबे; ओकर नांव सारा होही। \v 16 में ओला आसीस दूहूं, अऊ तोला ओकर दुवारा एक बेटा दूहूं; अऊ मेंह ओला अइसन आसीस दूहूं कि ओह जाति-जाति के मनखेमन के मूल महतारी होही, अऊ ओकर ले मनखेमन के राजामन आहीं।” \p \v 17 तब अब्राहम ह मुहूं के बल भुइयां म गिरिस; ओह हंसिस अऊ अपन मन म कहिस, “का सौ बछर के मनखे के घलो संतान पईदा होही? का सारा, जऊन ह नब्बे बछर के अय, एक लइका ला जनमही?” \v 18 अऊ अब्राहम ह परमेसर ला कहिस, “सिरिप इसमायल ह तोर आसीस म बने रहय, येह मोर बर बहुंत अय।” \p \v 19 तब परमेसर ह कहिस, “सही म, तोर घरवाली सारा ले तोर दुवारा एक बेटा होही, अऊ तें ओकर नांव इसहाक\f + \fr 17:19 \fr*\fq इसहाक \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa ओह हंसथे\fqa*\f* रखबे। में ओकर संग अइसन करार करहूं, जऊन ह ओकर बाद ओकर बंस बर घलो सदाकाल बर होही। \v 20 इसमायल के बिसय म घलो, में तोर बिनती ला सुने हंव: में ओला घलो आसीस दूहूं; में ओला फलवंत करहूं अऊ ओकर संतान ला बहुंत बढ़ाहूं। ओकर ले बारह सासन करइया पईदा होहीं अऊ में ओकर ले एक बड़े जाति बनाहूं। \v 21 पर में अपन करार इसहाक संग करहूं, जऊन ह अगले साल इही समय म, सारा ले तोर दुवारा जनमही।” \v 22 जब परमेसर ह अब्राहम के संग गोठिया लीस, तब ओह ओकर करा ले चल दीस। \p \v 23 तब अब्राहम ओहीच दिन अपन बेटा इसमायल अऊ ओकर घर म जनमे जम्मो पुरूस या ओकर घर म रहइया बिसाय गे जम्मो पुरूस ला लीस अऊ परमेसर के कहे मुताबिक ओमन के खतना करिस। \v 24 जब अब्राहम के खतना होईस, तब ओह निनानबे बछर के रिहिस, \v 25 अऊ जब ओकर बेटा इसमायल के खतना होईस, तब ओह तेरह बछर के रिहिस। \v 26 अब्राहम अऊ ओकर बेटा इसमायल दूनों के खतना एके दिन म होईस। \v 27 अऊ ओकर घर म जतेक पुरूस रिहिन, जेमन ओकर घर म जनमे रिहिन या जेमन परदेसीमन के हांथ ले बिसाय गे रिहिन, ओ जम्मो पुरूस के खतना ओकर संग होईस। \c 18 \s1 भेंट करइया तीन झन \p \v 1 अब्राहम ह ममरे के बड़े रूखमन के लकठा म, घाम के बेरा अपन तम्बू के दुवारी म बईठे रिहिस, तब यहोवा ह ओकर करा परगट होईस। \v 2 ओह आंखी उठाके देखिस, त तीन झन पुरूस लकठा म ठाढ़े रहंय। जब ओह ओमन ला देखिस, त ओह ओमन ले भेंट करे बर तम्बू के दुवारी ले दऊड़िस अऊ भुइयां म झुकके ओमन ला दंडवत करिस। \p \v 3 ओह कहिस, “हे परभू, यदि मोर ऊपर तुम्हर दया-दिरिस्टी हवय, त अपन दास करा ले झन जावव। \v 4 मेंह थोरकन पानी लेके आवत हंव, अऊ तब तुमन अपन गोड़ ला धोके ये रूख खाल्हे म सुसतावव। \v 5 मेंह तुम्हर बर कुछू खाय बर लानत हंव ताकि ओला खाके तुमन तरो-ताजा होवव अऊ तब आघू अपन रसता म जावव—काबरकि तुमन अपन दास करा आय हवव।” \p त ओमन कहिन, “येह बने बात ए; तेंह जइसने कहय, वइसने कर।” \p \v 6 तब अब्राहम ह तुरते तम्बू म सारा करा गीस अऊ कहिस, “जल्दी कर, तीन सेआ\f + \fr 18:6 \fr*\ft करीब 16 किलोग्राम\ft*\f* बढ़िया पीसान ले अऊ ओला गुंथके कुछू रोटी बना।” \p \v 7 तब अब्राहम ह दऊड़के अपन गरूवा-बईला के झुंड म गीस अऊ एक बढ़िया, नरम बछवा ला छांटके अपन दास ला दीस, जऊन ह जाके जल्दी से ओला पकाईस। \v 8 अब्राहम ह तब कुछू दही अऊ दूध अऊ ओ रांधे गय बछवा के मांस ला ओमन के आघू म परोस दीस। जब ओमन खावत रिहिन, त ओह ओमन के लकठा म रूख खाल्हे म ठाढ़े रिहिस। \p \v 9 ओमन ओला पुछिन, “तोर घरवाली सारा कहां हवय?” \p ओह कहिस, “ओह तो तम्बू भीतर हवय।” \p \v 10 त ओमा के एक झन ह कहिस, “में अगले साल इही समय म तोर करा फेर आहूं, अऊ तोर घरवाली सारा के एक बेटा होही।” \p सारा तम्बू के दुवारी म अब्राहम के पाछू कोति रहिके ये बात ला सुनत रिहिस। \v 11 अब्राहम अऊ सारा दूनों बहुंत डोकरा-डोकरी हो गे रिहिन, अऊ सारा के माहवारी भी बंद हो गे रिहिस। \v 12 एकरसेति सारा ह मन म हंसके कहे लगिस, “में तो डोकरी हो गे हंव अऊ मोर घरवाला घलो डोकरा हो गे हे, त का मोला ये सुख मिलही?” \p \v 13 तब यहोवा ह अब्राहम ला कहिस, “सारा अइसन कहिके काबर हंसिस, ‘में अब अतकी डोकरी हो गे हंव अऊ का सही म मोर एक बेटा होही?’ \v 14 का यहोवा बर कोनो काम कठिन ए? मेंह अगले साल ठहिराय समय म तोर करा फेर आहूं, अऊ सारा के एक बेटा होही।” \p \v 15 तब सारा डर के मारे ये कहिके अपन बात ले मुकर गीस, “में नइं हंसे रहंय।” \p पर ओह कहिस, “नइं, तें हंसे तो रहय।” \s1 सदोम बर अब्राहम के बिनती \p \v 16 जब ओ मनखेमन उहां ले जाय बर उठिन, त ओमन खाल्हे सदोम नगर कोति देखिन, अऊ अब्राहम ह ओमन ला बिदा करे बर ओमन संग गीस। \v 17 तब यहोवा ह कहिस, “अभी में जो करइया हंव, का ओला मेंह अब्राहम ले छुपाके रखंव? \v 18 अब्राहम ले सही म एक बड़े अऊ सक्तिसाली जाति पईदा होही, अऊ धरती के जम्मो जाति के मनखेमन ओकर जरिये आसीस पाहीं। \v 19 काबरकि मेंह ओला चुने हंव कि ओह अपन बाद अपन बेटा अऊ परिवार के मनखेमन ला हुकूम दीही कि ओमन सही अऊ नियाय के काम करे के दुवारा यहोवा के रसता म अटल बने रहंय, ताकि यहोवा ह जऊन परतिगियां अब्राहम ले करे हवय, ओला पूरा करय।” \p \v 20 फेर यहोवा ह कहिस, “सदोम अऊ अमोरा नगरमन के बिरूध नरियाई ह बहुंत बढ़ गे हवय अऊ ओमन के पाप ह बहुंत दुखदाई हो गे हवय, \v 21 एकरसेति में उतरके देखहूं कि ओमन के बिरूध जऊन नरियाई मोर कान म हबरे हे, ओकर मुताबिक ओमन के काम वइसने खराप हवय कि नइं। यदि नइं, त में ओला जान डारहूं।” \p \v 22 तब ओमा के दू झन उहां ले लहुंटके सदोम कोति जाय लगिन; पर अब्राहम ह यहोवा के आघू म ठाढ़े रिहिस। \v 23 तब अब्राहम ओकर करा जाके कहिस: “का तें दुस्टमन के संग म धरमीमन ला घलो नास करबे? \v 24 सायद ओ नगर म पचास धरमी मनखे होवंय, त का तें सही म ओ जगह ला नास कर देबे, अऊ ओ पचास धरमी जन के कारन ओला नइं छोंड़बे? \v 25 अइसन काम करई तोर ले दूरिहा रहय—कि दुस्ट के संग धरमी ला घलो मार डार अऊ धरमी अऊ दुस्ट दूनों के एके दसा होवय। अइसन काम तोर ले झन होवय! का जम्मो धरती के नियायी ह सही नियाय नइं करही?” \p \v 26 यहोवा ह कहिस, “यदि मोला सदोम सहर म पचास धरमी मिलहीं, त ओमन के कारन ओ जम्मो जगह ला छोंड़ दूहूं।” \p \v 27 तब अब्राहम ह फेर कहिस, “हे परभू, देख, में तो माटी अऊ राख सहीं अंव, तभो ले में हिम्मत करके तोर से गोठियावत हंव। \v 28 यदि ओ पचास धरमी म पांच कम रहंय, त का तें पांच धरमी के कम होय के कारन ओ पूरा सहर ला नास कर देबे?” \p ओह कहिस, “यदि उहां मोला पैंतालीस भी मिलहीं, त में ओला नास नइं करंव।” \p \v 29 एक बार फेर अब्राहम ह परमेसर ला कहिस, “यदि उहां सिरिप चालीस धरमी मिलंय त?” \p ओह कहिस, “में चालीस के कारन भी अइसने नइं करंव।” \p \v 30 तब अब्राहम ह कहिस, “हे परभू, नराज झन हो, पर मोला कुछू अऊ कहन दे। यदि उहां सिरिप तीस धरमी मिलंय त?” \p ओह ये जबाब दीस, “यदि मोला उहां तीस भी मिलंय, त में अइसने नइं करंव।” \p \v 31 फेर अब्राहम ह कहिस, “हे परभू, देख, में हिम्मत करके तोर ले गोठियावत हंव; यदि उहां सिरिप बीस धरमी मिलंय त?” \p ओह कहिस, “त फेर में बीस के कारन ओकर नास नइं करंव।” \p \v 32 तब अब्राहम ह कहिस, “हे परभू नराज झन हो, पर मोला सिरिप एक बार अऊ कहन दे। यदि उहां दस झन धरमी मिलंय त?” \p ओह जबाब दीस, “त फेर दस झन के कारन ओकर नास नइं करंव।” \p \v 33 जब यहोवा ह अब्राहम ले गोठिया लीस, तब ओह उहां ले चले गीस, अऊ अब्राहम अपन घर लहुंट गीस। \c 19 \s1 सदोम अऊ अमोरा के बिनास \p \v 1 सांझकुन दू झन स्वरगदूतमन सदोम करा आईन, अऊ लूत ह सदोम के कपाट करा बईठे रिहिस। जब ओह ओमन ला देखिस, त ओह ओमन ले भेंट करे बर उठिस अऊ मुहूं के भार भुइयां म झुकके दंडवत करिस अऊ कहिस, \v 2 “हे मोर परभूमन, अपन दास के घर म आवव, अऊ अपन गोड़ धोके रात भर अराम करव अऊ तब बड़े बिहनियां उठके अपन डहार म चले जावव।” \p ओमन कहिन, “नइं, हमन चऊक म ही रथिया बिताबो।” \p \v 3 पर ओह बहुंत बिनती करके ओमन ला मनाईस, एकरसेति ओमन ओकर संग ओकर घर म आईन। ओह ओमन बर जेवन तियार करिस, अऊ बिगर खमीर के रोटी बनाके ओमन ला खवाईस। \v 4 ओमन के सुते के पहिली सदोम सहर के जम्मो पुरूसमन आके—जवान ले लेके सियान तक लूत के घर ला घेर लीन; \v 5 अऊ ओमन लूत ला चिचियाके कहिन, “जऊन मनखेमन आज रथिया तोर करा आय हें, ओमन कहां हवंय? ओमन ला हमर करा बाहिर ले आ कि हमन ओमन संग भोग करन।” \p \v 6 तब लूत ह ओमन ले मिले बर घर ले बाहिर निकलिस अऊ कपाट ला बंद करके \v 7 ओमन ला कहिस, “हे मोर भाईमन, अइसने गंदा काम झन करव। \v 8 देखव, मोर दू झन बेटीमन हें, जेमन कभू कोनो पुरूस के संग नइं सुते हें। मेंह ओमन ला बाहिर तुम्हर करा ले आवत हंव, अऊ तुमन ला जइसने बने लगय, वइसने ओमन के संग करव। पर ये मनखेमन संग कुछू झन करव; काबरकि येमन मोर छानी के तरी म आय हवंय।” \p \v 9 ओमन कहिन, “हमर रसता ले हट जा। ये मनखे ह एक परदेसी के रूप म इहां आय रिहिस, पर अब नियायी बनत हे! हमन तोर संग ओमन ले घलो जादा खराप बरताव करबो।” अऊ ओमन लूत ऊपर दबाव डारे लगिन अऊ कपाट ला टोरे बर आघू बढ़िन। \p \v 10 पर ओ पहुनामन हांथ लमाके लूत ला अपन करा घर के भीतर खींच लीन अऊ कपाट ला बंद कर दीन। \v 11 तब ओमन का छोटे का बड़े, जम्मो मनखे ला, जेमन घर के दुवारी म रिहिन, अंधरा कर दीन, एकरसेति ओमन कपाट ला खोजे नइं सकिन। \p \v 12 तब ओ दूनों पहुनामन लूत ले पुछिन, “इहां तोर अऊ कोनो हवंय—दामाद, बेटा-बेटीमन, या अऊ कोनो ये सहर म तोर हवंय? त ओ जम्मो झन ला लेके इहां ले निकल जा, \v 13 काबरकि हमन ये जगह ला नास करइया हन। यहोवा करा ये जगह के मनखेमन के बिरूध नरियाई अतेक जादा हो गय हे कि ओह हमन ला एकर सतियानास करे बर पठोय हे।” \p \v 14 एकरसेति, लूत ह निकलके अपन दामादमन ला, जेमन संग ओकर बेटीमन के मंगनी हो गे रहय, कहिस, “जल्दी करव अऊ ये जगह ले निकलव; काबरकि यहोवा ह ये सहर ला नास करइया हे!” पर ओकर दामादमन सोचिन कि ओह ठट्ठा करत हे। \p \v 15 जब बिहान पहात रिहिस, त स्वरगदूतमन लूत ला कहिन, “जल्दी कर! अपन घरवाली अऊ अपन दूनों बेटी ला, जेमन इहां हवंय, अपन संग ले जा, नइं तो तुमन घलो ये सहर के दंड म नास हो जाहू।” \p \v 16 पर ओह झिझकत रिहिस, एकरसेति ओ पहुनामन ओकर अऊ ओकर घरवाली अऊ ओकर दूनों बेटीमन के हांथ ला धरिन अऊ सही-सलामत ओमन ला सहर के बाहिर ले गीन, काबरकि यहोवा के दया ओमन के ऊपर रिहिस। \v 17 जब ओमन ला बाहिर निकाल लीन, त ओमन ले एक झन ह कहिस, “अपन परान लेके भागव! पाछू पलटके झन देखहू, अऊ मैदान म कहूं मेर झन रूकहू! ओ पहाड़ ऊपर भाग जावव, नइं तो तुमन घलो नास हो जाहू!” \p \v 18 पर लूत ह ओमन ला कहिस, “हे मोर परभू, अइसन झन करव। \v 19 देख, तोर दास ऊपर तोर दया-दिरिस्टी होय हवय, अऊ तेंह मोर जिनगी ला बचाके मोर ऊपर अब्बड़ दया करे हस। पर में ओ पहाड़ ऊपर नइं जा सकंव; ये बिपत्ति ह मोर ऊपर आ जाही, अऊ में मर जाहूं। \v 20 देख, ओ नगर ह बहुंत लकठा म हवय अऊ मेंह उहां भाग सकत हंव, अऊ ओह छोटे घलो हवय। मोला उहां भाग जावन दे—का ओह बहुंत छोटे नगर नो हय? तब मोर परान ह बच जाही।” \p \v 21 ओह लूत ला कहिस, “ठीक हे, मेंह तोर ये बिनती ला घलो मानत हंव; जऊन नगर के बारे म तेंह कहत हस, ओला में नास नइं करंव। \v 22 पर जल्दी करके उहां भाग जा, काबरकि जब तक तेंह उहां नइं हबरबे, तब तक में कुछू नइं कर सकंव।” (एकरे बर ओ नगर ला सोअर\f + \fr 19:22 \fr*\fq सोअर \fq*\ft येकर मतलब होथे \ft*\fqa छोटे\fqa*\f* कहे गीस।) \p \v 23 जब लूत ह सोअर नगर म हबरिस, त बेर ह धरती ऊपर उग गे रिहिस। \v 24 तब यहोवा ह अपन कोति ले सदोम अऊ अमोरा म अकास ले बरत गंधक बरसाईस। \v 25 ये किसम ले, ओह ओ सहरमन ला अऊ ओ जम्मो मैदान ला अऊ सहर म रहइया जम्मो मनखेमन ला—अऊ भुइयां के घांस-पूस अऊ रूख-रई जम्मो ला नास कर दीस। \v 26 पर लूत के घरवाली ह पाछू कोति मुड़के देखिस, अऊ ओह नून के खंभा बन गीस। \p \v 27 दूसर दिन बड़े बिहनियां अब्राहम उठके ओ ठऊर म गीस, जिहां ओह यहोवा के आघू म ठाढ़े रिहिस। \v 28 ओह खाल्हे सदोम अऊ अमोरा अऊ ओ मैदान के जम्मो भुइयां कोति देखिस, त ओह का देखिस कि ओ जम्मो जगह ले धधकत भट्ठी ले निकलत धुआं सहीं घना धुआं उठत रहय। \p \v 29 अऊ जब परमेसर ह ओ मैदान के सहरमन ला नास करिस, त ओह अब्राहम ला सुरता करिस, अऊ ओह उहां रहइया लूत ला ओ संकट ले बचा लीस, जऊन ह ओ सहरमन ला उलट-पलट दीस। \s1 लूत अऊ ओकर बेटीमन \p \v 30 लूत अऊ ओकर दूनों बेटीमन सोअर ला छोंड़ दीन अऊ पहाड़ ऊपर रहे लगिन, काबरकि लूत ह सोअर म रहे बर डरत रिहिस। ओह अऊ ओकर दूनों बेटी गुफा म रहत रिहिन। \v 31 एक दिन बड़की बेटी ह छोटकी ला कहिस, “हमर ददा त डोकरा हो गे हे, अऊ इहां आसपास म अइसन कोनो पुरूस नइं ए, जऊन ह संसार के रीति के मुताबिक हमन ला लइका दे सकय। \v 32 एकरसेति आ, हमन अपन ददा ला मंद पीयाके ओकर संग सुतन अऊ अपन ददा के दुवारा अपन परिवार के बंस ला बंचावन।” \p \v 33 त ओमन ओहीच दिन रथिया अपन ददा ला मंद पीयाईन, अऊ तब बड़की बेटी जाके अपन ददा संग सुतिस, पर ओकर ददा ह नइं जानिस कि ओह कब ओकर संग लेटिस अऊ कब ओह उठ गीस। \p \v 34 ओकर दूसर दिन बड़की ह छोटकी बहिनी ला कहिस, “देख, कल रथिया मेंह अपन ददा संग सुतें। आ, आज रथिया हमन ओला फेर मंद पीयाबो, अऊ तब तें जाके ओकर संग सुतबे ताकि हमन अपन ददा के दुवारा अपन परिवार के बंस ला बचा सकन।” \v 35 एकरसेति ओमन ओ दिन घलो रथिया अपन ददा ला मंद पीयाईन अऊ छोटकी बेटी जाके अपन ददा संग सुतिस, अऊ फेर ओकर ददा ह नइं पता पाईस कि ओह कब ओकर संग लेटिस अऊ कब ओह उठ गीस। \p \v 36 ये किसम ले लूत के दूनों बेटी अपन ददा कोति ले आसरा म हो गीन। \v 37 बड़की बेटी के एक बेटा होईस, अऊ ओह ओकर नांव मोआब\f + \fr 19:37 \fr*\fq मोआब \fq*\ft इबरानी म \ft*\fqa ददा ले\fqa*\f* रखिस; ओह आज तक के मोआबीमन के जनमदाता होईस। \v 38 अऊ छोटकी के घलो एक बेटा होईस, अऊ ओह ओकर नांव बेन-अम्मी\f + \fr 19:38 \fr*\fq बेन-अम्मी \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa मोर ददा के मनखेमन के बेटा\fqa*\f* रखिस; ओह आज तक के अमोनीमन के जनमदाता होईस। \c 20 \s1 अब्राहम अऊ अबीमेलेक \p \v 1 फेर अब्राहम उहां ले निकलके नेगेव\f + \fr 20:1 \fr*\ft कनान के दक्खिन के भाग\ft*\f* के छेत्र म आईस अऊ कादेस अऊ सूर के बीच म रहे लगिस। कुछू समय तक ओह गरार नगर म ठहिरिस, \v 2 अऊ उहां अब्राहम ह अपन घरवाली सारा के बारे म कहिस, “ओह मोर बहिनी अय।” एकरसेति गरार के राजा अबीमेलेक ह दूत पठोके सारा ला अपन करा बला लीस। \p \v 3 पर रथिया परमेसर ह सपना म अबीमेलेक करा आके कहिस, “सुन, तेंह मर जाबे, काबरकि जऊन माईलोगन ला तेंह रख ले हस; ओह एक बिहाता माईलोगन अय।” \p \v 4 पर अबीमेलेक ओकर करा नइं गे रिहिस, एकर बर ओह कहिस, “हे परभू, का तें एक निरदोस जाति ला मार डारबे? \v 5 का ओह खुद मोला नइं कहिस कि ओह मोर बहिनी अय? अऊ ओ नारी ह घलो खुद नइं कहिस कि ओह मोर भाई अय? में तो अपन सुध बिबेक अऊ निरदोस हांथ ले ये काम ला करे हंव।” \p \v 6 तब परमेसर ह ओला सपना म कहिस, “हव, में भी जानत हंव कि सुध बिबेक से तेंह ये काम ला करे हस, अऊ एकरसेति मेंह तोला मोर बिरूध म पाप करे बर रोकके रखे हंव। एकरे कारन मेंह तोला ओला छुए नइं देंव। \v 7 अब ओ मनखे के घरवाली ला लहुंटा दे, काबरकि ओह एक अगमजानी अय, अऊ ओह तोर बर पराथना करही अऊ तें जीयत रहिबे। पर यदि तें ओला नइं लहुंटाबे, त जान ले कि तें अऊ तोर जतेक मनखे हें, ओ सब के सब मर जाहीं।” \p \v 8 दूसर दिन बड़े बिहनियां अबीमेलेक अपन जम्मो करमचारीमन ला बलाईस, अऊ जब ओह ओमन ला ओ जम्मो बात बताईस, त ओमन बहुंत डरा गीन। \v 9 तब अबीमेलेक ह अब्राहम ला बलाके कहिस, तेंह हमर संग ये का करे हस? मेंह तोर का बिगाड़ेंव कि तें मोर अऊ मोर राज ऊपर अइसने बड़े दोस डाल दे हस। तेंह मोर संग ओ काम करे हस, जऊन ह उचित नो हय। \v 10 फेर अबीमेलेक ह अब्राहम ले पुछिस, “तेंह का समझके अइसन काम करय?” \p \v 11 अब्राहम ह कहिस, “मेंह ये सोचेंव कि ये ठऊर म परमेसर के डर-भय नइं होही, अऊ मनखेमन मोर घरवाली के कारन मोला मार डारहीं। \v 12 एकर छोंड़, सही म ओह मोर बहिनी अय, मोर ददा के बेटी, हालाकि ओह मोर दाई के बेटी नो हय; अऊ फेर ओह मोर घरवाली बन गीस \v 13 अऊ जब परमेसर ह मोला मोर ददा के घर ला छोंड़के निकले के हुकूम दीस, त में ओला कहेंव, ‘तें ये किसम ले अपन मया मोर बर देखा सकथस: जिहां-जिहां हमन जाबो, उहां-उहां तें मोर बारे म कहिबे, “ये मोर भाई अय।” ’ ” \p \v 14 तब अबीमेलेक ह भेड़-बकरी, गरूवा-बईला ला, अऊ दास-दासीमन ला लेके अब्राहम ला दीस अऊ ओकर घरवाली सारा ला घलो ओला लहुंटा दीस। \v 15 अऊ अबीमेलेक ह कहिस, “देख, मोर देस तोर आघू म हवय; जिहां तोला बने लगय, उहां रह।” \p \v 16 सारा ला ओह कहिस, “देख, में तोर भाई ला एक हजार सेकेल\f + \fr 20:16 \fr*\ft करीब 12 किलोग्राम\ft*\f* चांदी देवत हंव। तोर बिरूध जऊन अपराध मेंह करे हंव, तोर संग के मनखेमन के आघू म, येह ओकर भरपई ए; तोर संग पूरा नियाय करे जावथे।” \p \v 17 तब अब्राहम ह परमेसर ले पराथना करिस, अऊ परमेसर ह अबीमेलेक, ओकर घरवाली अऊ ओकर दासीमन ला चंगा करिस कि ओमन फेर लइका जनमे लगंय, \v 18 काबरकि यहोवा ह अब्राहम के घरवाली सारा के कारन अबीमेलेक के घर के जम्मो माईलोगनमन के कोख ला बंद कर दे रिहिस। \c 21 \s1 इसहाक के जनम \p \v 1 यहोवा ह सारा के ऊपर अनुग्रह करिस जइसने कि ओह कहे रिहिस, अऊ ओह सारा बर वइसने करिस जइसने कि ओह परतिगियां करे रिहिस। \v 2 सारा ह अब्राहम ले गरभ म होईस अऊ ओकर बुढ़ापा म, ओही ठहिराय समय म परमेसर के परतिगियां के मुताबिक ओह एक बेटा जनमिस। \v 3 अब्राहम अपन ओ बेटा के नांव इसहाक\f + \fr 21:3 \fr*\fq इसहाक \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa ओह हंसथे\fqa*\f* रखिस, जेला सारा ह जनम दीस। \v 4 जब ओकर बेटा इसहाक ह आठ दिन के होईस, त अब्राहम ह परमेसर के हुकूम के मुताबिक ओकर खतना करिस। \v 5 अब्राहम ह एक सौ बछर के रिहिस, जब ओकर बेटा इसहाक के जनम होईस। \p \v 6 सारा ह कहिस, “परमेसर ह मोला खुसी दे हवय, अऊ जऊन कोनो भी एकर बारे म सुनही, ओह खुस होके हंसही।” \v 7 फेर ओह ये घलो कहिस, “का कोनो कभू अब्राहम ले ये कहे सकत रिहिन कि सारा ह लइकामन ला दूध पीयाही? पर देखव, मेंह ओकर बुढ़त काल म ओकर एक बेटा ला जनम दे हवंव।” \s1 हाजिरा अऊ इसमायल के निकलई \p \v 8 ओ लइका ह बढ़त गीस अऊ ओकर दूध छोंड़ाय गीस, अऊ इसहाक के दूध छोंड़ाय के दिन अब्राहम ह एक बड़े भोज करिस। \v 9 पर बाद म सारा ह देखिस कि मिसरी हाजिरा के बेटा, जऊन ह अब्राहम दुवारा जनमे रिहिस, ओकर हंसी उड़ात रिहिस, \v 10 त ओह अब्राहम ला कहिस, “ये गुलाम माईलोगन अऊ ओकर बेटा ला निकाल दे, काबरकि ये माईलोगन के बेटा ह मोर बेटा इसहाक के संग कभू हिस्सा नइं पावय।” \p \v 11 ये बात अब्राहम ला बहुंत खराप लगिस, काबरकि ये बात ओकर बेटा के बारे म रिहिस। \v 12 पर परमेसर ह अब्राहम ला कहिस, “ओ लइका अऊ अपन दासी के बारे म दुखी झन हो। जऊन बात सारा ह तोला कहत हे, ओला मान, काबरकि इसहाक के जरिये तोर बंस ह चलही। \v 13 मेंह दासी के बेटा ले घलो एक जाति बनाहूं, काबरकि ओह तोर संतान अय।” \p \v 14 ओकर दूसर दिन बड़े बिहनियां अब्राहम ह उठके कुछू जेवन अऊ पानी ले भरे चमड़ा के थैली लीस अऊ हाजिरा ला दीस। ओह जेवन अऊ पानी के थैली ला हाजिरा के कंधा म रखिस अऊ ओला अऊ ओकर बेटा ला बिदा करिस। ओह अपन रसता म चल दीस अऊ बेरसेबा के सुन्ना जगह म भटकत रिहिस। \p \v 15 जब चाम के थैली के पानी सिरा गीस, तब ओह अपन बेटा ला एक झाड़ी तरी म छोंड़ दीस। \v 16 अऊ तब अपन खुद तीर चलाय भर के दूरिहा म गीस अऊ ये सोचके बईठ गीस, “में अपन बेटा के मरना नइं देख सकंव।” अऊ ओह उहां बईठके रोवन लगिस। \p \v 17 परमेसर ह ओ छोकरा के रोये के अवाज ला सुनिस, अऊ परमेसर के स्वरगदूत ह स्वरग ले नरियाके हाजिरा ला कहिस, “हे हाजिरा, का बात ए? झन डर; जऊन करा तोर बेटा हवय, उहां ले ओकर रोये के अवाज ह परमेसर करा हबरे हवय। \v 18 उठ अऊ अपन बेटा ला अपन हांथ म उठा, काबरकि में ओकर दुवारा एक बड़े जाति बनाहूं।” \p \v 19 तब परमेसर ह ओकर आंखी ला उघार दीस अऊ ओला एक ठन पानी के कुआं दिखिस, तब ओह जाके थैली म पानी भरिस अऊ लइका ला पीयाईस। \p \v 20 परमेसर ह ओ लइका संग रिहिस, जब ओह बढ़े लगिस। ओह सुन्ना जगह म रहत एक धनुस चलइया बन गीस। \v 21 जब ओह पारान के सुन्ना जगह म रहत रिहिस, त ओकर दाई ह ओकर बर मिसर देस ले एक घरवाली लानिस। \s1 अब्राहम अऊ अबीमेलेक म समझौता \p \v 22 ओ समय म, अबीमेलेक अऊ ओकर सेनापति पीकोल अब्राहम ला कहिन, “जऊन कुछू तें करथस, ओमा परमेसर तोर संग रहिथे। \v 23 एकरसेति, अब मोर संग इहां परमेसर के आघू म किरिया खा कि तें न तो मोर संग, न मोर लइकामन संग अऊ न ही मोर अवइया संतान संग कोनो छल करबे। पर जइसन दया मेंह तोला देखाय हवंव, वइसन ही दया तें मोर अऊ ये देस ऊपर देखाबे, जिहां तेंह अभी एक परदेसी के रूप म रहत हस।” \p \v 24 अब्राहम ह कहिस, “में किरिया खावत हंव।” \p \v 25 तब अब्राहम ह अबीमेलेक ले एक कुआं के बारे म सिकायत करिस, जेला अबीमेलेक के दासमन जबरन लेय ले रिहिन। \v 26 पर अबीमेलेक ह कहिस, “में नइं जानंव कि कोन ह ये काम ला करिस। तें मोला नइं बताय, अऊ आज मोला ये बात के पता चलत हे।” \p \v 27 तब अब्राहम ह भेड़-बकरी अऊ गरूवा-बईला लानिस अऊ अबीमेलेक ला दीस, अऊ ओ दूनों झन आपस म करार करिन। \v 28 अब्राहम ह सात ठन मेढ़ा-पीला ला झुंड ले अलग रखिस, \v 29 त अबीमेलेक ह अब्राहम ले पुछिस, “ये सात ठन मेढ़ा-पीला, जेमन ला तें अलग रखे हस, तेकर का मतलब अय?” \p \v 30 ओह कहिस, “ये सात ठन मेढ़ा-पीला ला ये बात के साखी जानके मोर हांथ ले लेय ले कि मेंह ये कुआं ला खने हंव।” \p \v 31 ओ दूनों झन ओ ठऊर म आपस म किरिया खाईन, एकर कारन ओ जगह के नांव बेरसेबा\f + \fr 21:31 \fr*\fqa सात के कुआं \fqa*\ft या \ft*\fqa किरिया के कुआं\fqa*\f* परिस। \p \v 32 बेरसेबा म करार करे के बाद, अबीमेलेक अऊ ओकर सेना के सेनापति पीकोल पलिस्तीन देस ला लहुंट गीन। \v 33 अब्राहम ह बेरसेबा म एक झाऊ के रूख लगाईस अऊ उहां यहोवा ले, जेह सनातन परमेसर\f + \fr 21:33 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa एल-ओलाम\fqa*\f* अय, अराधना करिस। \v 34 अब्राहम ह पलिस्तीन देस म बहुंत साल तक एक परदेसी के रूप म रिहिस। \c 22 \s1 अब्राहम के परिछा \p \v 1 कुछू समय बाद, परमेसर ह अब्राहम के परिछा लीस। ओह अब्राहम ला कहिस, “हे अब्राहम!” \p अब्राहम ह कहिस, “में इहां हंव।” \p \v 2 तब परमेसर ह कहिस, “अपन बेटा याने अपन एकलऊता बेटा इसहाक ला, जेला तें मया करथस, अपन संग लेके मोरियाह छेत्र म जा। उहां ओला एक पहाड़ ऊपर होम-बलिदान करके चघा, जेला में तोला देखाहूं।” \p \v 3 अब्राहम बड़े बिहनियां उठिस अऊ अपन गदहा ऊपर सामान लादिस। ओह अपन संग म दू झन सेवक अऊ अपन बेटा इसहाक ला लीस। जब ओह होम-बलिदान बर लकरी फोर लीस, त ओह ओ जगह बर रवाना होईस, जेकर बारे म परमेसर ह ओला बताय रिहिस। \v 4 तीसर दिन अब्राहम ह आंखी उठाके ओ जगह ला दूरिहा ले देखिस, \v 5 अऊ ओह अपन सेवकमन ला कहिस, “गदहा के संग इहां ठाढ़े रहव; ये लड़का अऊ में उहां जावत हन। हमन अराधना करके तुम्हर करा लहुंट आबो।” \p \v 6 तब अब्राहम ह होम-बलिदान बर लकरी ला लीस अऊ अपन बेटा इसहाक के कंधा म रखिस, अऊ अपन खुद आगी अऊ छुरी ला धरिस। जब ओ दूनों एक संग जावत रिहिन, \v 7 त इसहाक ह अपन ददा अब्राहम ला कहिस, “हे ददा?” \p अब्राहम ह कहिस, “का बात ए, बेटा?” \p त इसहाक ह कहिस, “देख, आगी अऊ लकरी तो हमर करा हवय, पर होम-बलिदान बर मेढ़ा-पीला कहां हे?” \p \v 8 अब्राहम ह कहिस, “होम-बलिदान बर मेढ़ा-पीला के उपाय परमेसर ह खुद करही, बेटा।” अऊ ओ दूनों संगे-संग आघू बढ़त गीन। \p \v 9 जब ओमन ओ जगह म हबरिन, जेकर बारे म परमेसर ह ओला बताय रिहिस, तब अब्राहम ह उहां एक बेदी बनाके ओकर ऊपर लकरी ला छांट-छांटके रखिस, अऊ अपन बेटा इसहाक ला बांधके बेदी के लकरी ऊपर लेटा दीस। \v 10 तब ओह अपन बेटा ला बलि करे बर अपन हांथ म छुरी ला धरिस। \v 11 पर यहोवा के स्वरगदूत ह स्वरग ले ओला नरियाके कहिस, “हे अब्राहम! हे अब्राहम!” \p ओह कहिस, “में इहां हंव।” \p \v 12 परमेसर के दूत ह कहिस, “ओ लड़का ऊपर हांथ झन बढ़ा; ओला कुछू झन कर। अब में जानत हंव कि तें परमेसर के भय मानथस, काबरकि तें मोर बर अपन बेटा याने अपन एकलऊता बेटा ला घलो नइं छोंड़े।” \p \v 13 तब अब्राहम ह आंखी उठाके देखिस, त ओकर पाछू म एक मेढ़ा रहय, जेकर सींग झाड़ी म फंसे रहय। अब्राहम ह जाके ओ मेढ़ा ला लानिस अऊ अपन बेटा के बदला म, ओला होम-बलिदान के रूप म चघाईस। \v 14 एकरसेति अब्राहम ओ जगह के नांव, “यहोवा ह दीही” रखिस। अऊ आज घलो ये कहे जाथे, “यहोवा के पहाड़ ऊपर परबंध होही।” \p \v 15 यहोवा के स्वरगदूत ह दूसर बेर स्वरग ले अब्राहम ला नरियाके कहिस, \v 16 “यहोवा के ये बचन अय कि में अपनेच ही किरिया खावत हंव कि तें जो ये काम करे कि अपन बेटा याने अपन एकलऊता बेटा ला घलो नइं छोंड़य, \v 17 एकर कारन मेंह तोला जरूर आसीस दूहूं अऊ तोर संतानमन ला अकास के तारामन अऊ समुंदर तीर के बालू सहीं अनगिनत करहूं। तोर संतानमन अपन बईरीमन के सहरमन ला अपन अधिकार म ले लीहीं, \v 18 अऊ तोर संतान के जरिये धरती के जम्मो जाति के मनखेमन आसीस पाहीं, काबरकि तें मोर बात ला माने हस।” \p \v 19 तब अब्राहम अपन सेवकमन करा लहुंट आईस अऊ ओमन एक संग बेरसेबा गीन। अऊ अब्राहम ह बेरसेबा म रहत रिहिस। \s1 नाहोर के बेटामन \li1 \v 20 कुछू समय के बाद, अब्राहम ला ये संदेस मिलिस, “मिलका ह घलो दाई बने हे; ओह तोर भाई नाहोर कोति ले लइकामन ला जनमे हे। \li2 \v 21 ओकर बड़खा बेटा ऊस अऊ ओकर भाई बूज, \li2 कमूएल (जऊन ह अराम के ददा होईस), \li2 \v 22 केसेद, हजो, पिलदास, यिदलाप अऊ बतूएल।” \li3 \v 23 ये आठों बेटामन ला मिलका ह अब्राहम के भाई नाहोर कोति ले जनम दीस। \lf अऊ बतूएल ह रिबका के ददा होईस। \b \li1 \v 24 नाहोर के रूमा नांव के एक रखैल रिहिस; \li2 जेकर ले तेबह, गहम, तहस अऊ माका पईदा होईन। \c 23 \s1 सारा के मऊत \p \v 1 सारा ह एक सौ सत्ताईस बछर के रिहिस, \v 2 तब ओह कनान देस के किरयत-अरबा (जेला हेबरोन कहे जाथे) म मर गीस। एकरसेति अब्राहम ह सारा बर सोक मनाय अऊ रोये बर गीस। \p \v 3 तब अब्राहम ह अपन घरवाली के लास के बाजू म ठाढ़ होके हित्तीमन ला कहिस, \v 4 “मेंह तुम्हर बीच म एक परदेसी अऊ अजनबी अंव। मोला इहां मरघटी बर कुछू जमीन बिक्री म देवव ताकि में अपन मनखेमन के लास ला माटी दे सकंव।” \p \v 5 तब हित्तीमन अब्राहम ला कहिन, \v 6 “हे महोदय, हमर बात ला सुन। तेंह हमर बीच म एक बड़े आदमी अस। हमर कबर म ले, जेह तोला बने लगय, ओमा अपन घरवाली के लास ला माटी दे। तोला अपन मनखे के लास ला माटी देय बर हमन म ले कोनो भी अपन कबर देय बर तोला मना नइं करय।” \p \v 7 तब अब्राहम उठके ठाढ़ होईस अऊ ओ देस के मनखे हित्तीमन के आघू म मुड़ नवाके कहिस, \v 8 “यदि तुम्हर मन हवय कि इहां में अपन घरवाली ला माटी देवंव, त मोर बात ला सुनव अऊ मोर कोति ले सोहर के बेटा एपरोन ले बिनती करव \v 9 कि ओह अपन मकपेला के गुफा, जेह ओकर नांव म हे अऊ येह ओकर भुइयां के छोर म हवय, ओकर पूरा दाम लेके मोला बेच देवय कि ओह तुम्हर बीच म मोर अऊ मोर मनखेमन बर मरघटी होवय।” \p \v 10 एपरोन हित्ती ह अपन मनखेमन के बीच म बईठे रिहिस अऊ ओ जम्मो हित्ती, जऊन मन ओकर नगर के कपाट करा आय रिहिन, ओमन के सुनत म ओह अब्राहम ला कहिस, \v 11 “हे मोर परभू, अइसन नइं, मोर बात ला सुन; ओ भुइयां ला में तोला देवत हंव, अऊ ओमा जऊन गुफा हवय, ओला घलो तोला देवत हंव। मेंह येला अपन मनखेमन के आघू म तोला देवत हंव। तें अपन मनखे के लास ला उहां माटी दे।” \p \v 12 तब अब्राहम ह ओ देस के मनखेमन के आघू म फेर मुड़ नवाईस \v 13 अऊ ओमन के सुनत म एपरोन ला कहिस, “यदि तोर अइसन मन हे, त मोर बात ला सुन। ओ भुइयां के जऊन दाम हे, तेला मेंह दूहूं। ओला तें मोर करा ले लेय ले, ताकि में अपन मनखे के लास ला उहां माटी दे सकंव।” \p \v 14 एपरोन ह अब्राहम ला जबाब दीस, \v 15 “हे मोर परभू, मोर बात ला सुन; ओ भुइयां के दाम तो चार सौ सेकेल\f + \fr 23:15 \fr*\ft लगभग 4.6 किलोग्राम चांदी\ft*\f* हवय, पर तोर अऊ मोर बीच म येह कुछू नो हय। अपन मनखे के लास ला उहां माटी दे।” \p \v 16 अब्राहम ह एपरोन के बात ला मानके ओला ओतकी चांदी तऊलके दे दीस, जतकी ओह हित्तीमन के सुनत म कहे रिहिस, याने कि चार सौ सेकेल, जऊन ह ओ समय बेपारीमन म चलत रिहिस। \p \v 17 ये किसम ले एपरोन के भुइयां, जऊन ह ममरे के लकठा म मकपेला म रिहिस—ओ भुइयां अऊ गुफा, अऊ ओ जम्मो रूख जऊन मन ओ भुइयां के सीमना म आवत रिहिन, \v 18 ओ जम्मो संपत्ति, ओ सबो हित्ती, जऊन मन सहर के कपाट करा आय रिहिन, ओमन के आघू म अब्राहम के हक म पक्का हो गीस। \v 19 ओकर बाद अब्राहम ह अपन घरवाली सारा के लास ला मकपेला के भुइयां के गुफा म माटी दीस, जऊन ह ममरे के, याने कि हेबरोन के लकठा म कनान देस म हवय। \v 20 ये किसम ले ओ भुइयां ह गुफा समेत हित्तीमन कोति ले मरघटी बर अब्राहम के अधिकार म पक्का हो गीस। \c 24 \s1 इसहाक अऊ रिबका \p \v 1 अब्राहम अब बहुंत डोकरा हो गे रिहिस, अऊ यहोवा ह ओला सब बात म आसीस दे रिहिस। \v 2 अब्राहम ह अपन पुराना सेवक ला, जऊन ह ओकर जम्मो धन-दौलत ऊपर मुखिया रिहिस, कहिस, “अपन हांथ ला मोर जांघ के तरी म रख,\f + \fr 24:2 \fr*\ft कसम खाय के बेरा एक प्रतिकात्मक चिनहां\ft*\f* \v 3 अऊ मोर ले यहोवा, जऊन ह अकास अऊ धरती के परमेसर ए, ओकर ये बात के किरिया खा कि तें कनानीमन के बेटीमन ले, जेमन के बीच म मेंह रहिथंव, कोनो ला मोर बेटा के घरवाली बनाके नइं लानबे, \v 4 पर तें मोर देस अऊ मोरेच रिस्तेदारमन करा जाके, मोर बेटा इसहाक बर एक घरवाली लानबे।” \p \v 5 तब दास ह ओकर ले पुछिस, “मान ले ओ नोनी के मन ह मोर संग ये देस म आय के नइं होही, त का मोला तोर बेटा ला ओ देस म ले जाय बर पड़ही, जिहां ले तें आय हस?” \p \v 6 अब्राहम ह ओला कहिस, “ये बात के धियान रहय कि मोर बेटा ला उहां कभू झन ले जाबे। \v 7 यहोवा, जऊन ह स्वरग के परमेसर ए, ओह मोला मोर ददा के घर ले अऊ मोर जनम भुइयां ले बाहिर लानिस अऊ मोर ले गोठियाईस अऊ कसम खाके मोर ले ये परतिगियां करिस, ‘में ये देस तोर संतान ला दूहूं,’ त ओहीच ह अपन स्वरगदूत ला तोर आघू-आघू पठोही कि तें मोर बेटा बर उहां ले एक घरवाली ले आन। \v 8 पर यदि ओ नोनी-पीला ह तोर संग नइं आय चाहही, तब तो तें मोर ये किरिया से छूट जाबे; पर मोर बेटा ला उहां झन ले जाबे।” \v 9 तब ओ दास ह अपन मालिक अब्राहम के जांघ के तरी म अपन हांथ रखके ये बिसय म ओकर ले किरिया खाईस। \p \v 10 तब ओ दास ह अपन मालिक के दस ठन ऊंट ला लीस अऊ ओमा अपन मालिक के जम्मो किसम के बने चीजमन ला जोरके अरम-नहरैम\f + \fr 24:10 \fr*\ft याने कि, उत्तर-पछिम मेसोपोटामिया\ft*\f* जाय बर निकलिस अऊ ओह नाहोर के नगर करा हबरिस। \v 11 ओह ऊंटमन ला नगर के बाहिर कुआं के लकठा म बईठाईस। ओ सांझ के बेरा रहय, अऊ ओ समय म माईलोगनमन पानी भरे बर आवंय। \p \v 12 तब ओह ये पराथना करन लगिस, “हे यहोवा, मोर मालिक अब्राहम के परमेसर, आज तें मोर काम ला सफल कर अऊ मोर मालिक अब्राहम ऊपर दया कर। \v 13 देख, में पानी के ये सोता के बाजू म ठाढ़े हंव, अऊ नगर के मनखेमन के बेटीमन पानी भरे बर निकलके आवत हें। \v 14 एकरसेति अइसन होवन दे कि जऊन जवान नोनी ला में ये कहंव, ‘अपन घघरी ला मोर कोति नवा कि में पानी पी सकंव,’ अऊ ओह कहय, ‘ले पी ले, अऊ में तोर ऊंटमन ला घलो पानी पीयाहूं’—त ओही ह ओ जवान छोकरी होवय, जेला तेंह अपन दास इसहाक बर ठहिराय हस। एकर दुवारा, मेंह जान डारहूं कि तेंह मोर मालिक ऊपर दया करे हस।” \p \v 15 एकर पहिली कि ओकर पराथना खतम होतिस, रिबका ह अपन कंधा म घघरी बोहके आईस, जऊन ह अब्राहम के भाई नाहोर के घरवाली मिलका के बेटा बतूएल के बेटी रिहिस। \v 16 ओह बहुंत सुन्दर अऊ कुंवारी रिहिस, अऊ कोनो पुरूस के संग नइं सुते रिहिस। ओह पानी के सोता करा उतरिस अऊ अपन घघरी ला भरके फेर ऊपर आईस। \p \v 17 तब ओ दास ह जल्दी करके ओकर ले भेंट करे बर गीस अऊ कहिस, “किरपा करके अपन घघरी म ले मोला थोरकन पानी पीया दे।” \p \v 18 ओह कहिस, “हे मोर परभू, ले, पी ले,” अऊ ओह जल्दी से घघरी ला उतारके हांथ म धरे-धरे ओला पीया दीस। \p \v 19 जब ओह ओला पानी पीया डारिस, तब कहिस, “में तोर ऊंटमन बर घलो तब तक पानी भर-भरके लानहूं, जब तक ओमन पी नइं डारहीं।” \v 20 तब ओह तुरते अपन घघरी के पानी ला कोटना म ढारके फेर कुआं म पानी भरे बर दऊड़िस अऊ ओकर जम्मो ऊंटमन बर पानी भर दीस। \v 21 ओ मनखे ह ओकर कोति चुपेचाप धियान से देखत, ये जाने के कोसिस करत रिहिस कि यहोवा ह ओकर काम ला सफल करिस हे कि नइं। \p \v 22 जब ऊंटमन पानी पी डारिन, तब ओ मनखे ह एक बेका\f + \fr 24:22 \fr*\ft लगभग 6 ग्राम\ft*\f* सोन के नकफुली निकालके ओला दीस, अऊ दस सेकेल\f + \fr 24:22 \fr*\ft करीब 115 ग्राम\ft*\f* सोन के दू ठन कंगन ओकर हांथ म पहिरा दीस; \v 23 अऊ पुछिस, “तें काकर बेटी अस? मोला बता, का तोर ददा के घर म हमर बर रथिया ठहिरे बर जगह हवय?” \p \v 24 ओह जबाब दीस, “में तो नाहोर के घरवाली मिलका के जनमाय बेटा बतूएल के बेटी अंव।” \v 25 फेर ओह ओला कहिस, “हमर घर म पैंरा अऊ चारा बहुंत हवय, अऊ रात बिताय बर जगह घलो हवय।” \p \v 26 तब ओ मनखे ह मुड़ नवाके यहोवा के अराधना करिस \v 27 अऊ कहिस, “यहोवा, मोर मालिक अब्राहम के परमेसर के महिमा होवय, जऊन ह अपन दया अऊ सच्चई ला मोर मालिक ऊपर ले नइं हटाईस। यहोवा ह मोला सही रसता म लेके मोला मोर मालिक के भाई-बंधुमन के घर म पहुंचा दीस।” \p \v 28 तब ओ जवान नोनी ह दऊड़के गीस अऊ अपन दाई के घर के मनखेमन ला ये बात बताईस। \v 29 रिबका के भाई लाबान ह तुरते दऊड़के ओ मनखे करा कुआं म गीस। \v 30 जब ओकर नजर अपन बहिनी के नकफुली अऊ हांथ म पहिरे कंगन म परिस, अऊ ओकर ये बात ला सुनिस कि ओ मनखे ह रिबका ला का कहे रिहिस, त ओह तुरते ओ मनखे करा गीस, जऊन ह कुआं के तीर म ऊंटमन करा ठाढ़े रहय। \v 31 लाबान ह कहिस, “हे यहोवा कोति ले आसीसित मनखे, मोर संग आ। तें काबर इहां बाहिर म ठाढ़े हस? मेंह तोर बर घर ला तियार करे हंव, अऊ ऊंटमन बर घलो जगह तियार करे हंव।” \p \v 32 त ओ मनखे ह घर म गीस, अऊ ऊंटमन के काठी खोलके ओमन ला चारा-पानी दिये गीस, अऊ ओकर अऊ ओकर संगीमन के गोड़ धोय बर पानी लाने गीस। \v 33 तब ओला खाना परोसे गीस, पर ओह कहिस, “में जब तक अपन आय के कारन नइं बता दंव, तब तक कुछू नइं खावंव।” \p लाबान ह कहिस, “त फेर बता।” \p \v 34 तब ओह कहिस, “में तो अब्राहम के दास अंव। \v 35 यहोवा ह मोर मालिक ला अब्बड़ आसीस दे हवय, अऊ ओह धनी मनखे हो गय हे। परमेसर ह ओला भेड़-बकरी, गाय-बईला, सोन-चांदी, दास-दासी, ऊंट अऊ गदहामन दे हवय। \v 36 मोर मालिक के घरवाली सारा ह अपन बुढ़त काल म ओकर बर एक बेटा जनमाय हे, अऊ ओ बेटा ला अब्राहम ह अपन सबो कुछू दे देय हवय। \v 37 अऊ मोर मालिक ह मोला किरिया खवाके ये कहिस, ‘तें कनानीमन के बेटीमन ले, जेमन के देस म मेंह रहिथंव, कोनो ला मोर बेटा के घरवाली बनाके झन लानबे, \v 38 पर मोर ददा के परिवार अऊ मोर अपन गोत्र म जा अऊ मोर बेटा बर एक घरवाली लान।’ \p \v 39 “तब में अपन मालिक ले पुछेंव, ‘मान ले ओ नोनी ह मोर संग नइं आही त?’ \p \v 40 “मोर मालिक ह मोला कहिस, ‘यहोवा जेकर पाछू में ईमानदारी से चलत आय हंव, ओह तोर संग अपन स्वरगदूत ला भेजके तोर यातरा ला सफल करही, अऊ तें मोर गोत्र अऊ मोर ददा के परिवार ले मोर बेटा बर एक घरवाली लाय सकबे। \v 41 तेंह मोर किरिया ले तभे छूटबे, जब तें मोर गोत्र के मनखेमन करा जाबे, अऊ ओमन यदि तोला अपन नोनी ला देय म इनकार करहीं, त तें मोर ये किरिया ले छूट जाबे।’ \p \v 42 “जब में आज ओ पानी के सोता करा आयेंव त पराथना करेंव, ‘हे यहोवा, मोर मालिक अब्राहम के परमेसर, यदि तें मोर यातरा ला सफल करथस, \v 43 त देख, में पानी के ये सोता के बाजू म ठाढ़े हंव। यदि कोनो जवान छोकरी पानी भरे बर आवय, अऊ में ओला कहंव, “मोला अपन घघरी म ले थोरकन पानी पीया,” \v 44 अऊ यदि ओह मोला कहय, “ले, पी ले, अऊ में तोर ऊंटमन ला घलो पानी पीयाहूं,” त ओहीच ह ओ नोनी होवय, जेला यहोवा ह मोर मालिक के बेटा बर ठहिराय हवय।’ \p \v 45 “एकर पहिली कि मेंह अपन मन म करत पराथना ला खतम करतेंव, रिबका ह अपन कंधा म घघरी बोहके आईस, अऊ ओह खाल्हे सोता करा जाके पानी भरे लगिस, त में ओला कहेंव, ‘मोला पानी पीया दे ओ।’ \p \v 46 “अऊ ओह तुरते अपन घघरी ला कंधा ले उतारके कहिस, ‘ले, पी ले, अऊ में तोर ऊंटमन ला घलो पीयाहूं।’ त मेंह पानी पीयेंव, अऊ ओह ऊंटमन ला घलो पानी पीयाईस। \p \v 47 “तब मेंह ओला पुछेंव, ‘तेंह काकर बेटी अस?’ \p “ओह कहिस, ‘में तो नाहोर के घरवाली मिलका के जनमाय बेटा बतूएल के बेटी अंव।’ \p “तब मेंह ओकर नाक म नकफुली अऊ ओकर हांथ म कंगन पहिरा देंव। \v 48 फेर में मुड़ नवाके यहोवा के दंडवत करेंव। मेंह यहोवा, मोर मालिक अब्राहम के परमेसर के महिमा करेंव, काबरकि ओह मोला सही रसता म लानिस कि में अपन मालिक के बेटा बर ओकर भाई के नतनीन ला लान सकंव। \v 49 एकरसेति अब, यदि तुमन मोर मालिक बर दया अऊ ईमानदारी देखाय चाहत हव, त मोला बतावव; अऊ यदि नइं चाहत हव, त ओला घलो बतावव, ताकि में जान सकंव कि मोला कोन कोति जाना हे।” \p \v 50 तब लाबान अऊ बतूएल जबाब दीन, “येह यहोवा कोति ले होईसे; एकरसेति हमन तोला न हां कहे सकन, न ना कहे सकन। \v 51 देख, रिबका इहां हवय; ओला ले जा अऊ ओह यहोवा के बचन के मुताबिक तोर मालिक के बेटा के घरवाली हो जावय।” \p \v 52 ओमन के ये बात ला सुनके, अब्राहम के दास ह भुइयां म मुड़ नवाके यहोवा ला दंडवत करिस। \v 53 तब ओ दास ह सोन अऊ चांदी के जेवर अऊ कपड़ा निकालके रिबका ला दीस; अऊ ओकर भाई अऊ दाई ला घलो ओह मंहगा-मंहगा चीज भेंट म दीस। \v 54 तब ओ अऊ ओकर संग के मनखेमन खाईन-पीईन अऊ उहां रथिया अराम करिन। \p जब ओमन दूसर दिन बिहनियां सोके उठिन, त ओह कहिस, “मोला मोर मालिक करा जाय बर बिदा करव।” \p \v 55 पर रिबका के भाई अऊ दाई कहिन, “नोनी ला हमर करा कुछू दिन, याने कि कम से कम दस दिन अऊ रहन दे; तब तें ओला ले जाबे।” \p \v 56 पर ओह ओमन ला कहिस, “यहोवा ह मोर यातरा ला सफल करिस हे, एकरसेति मोला झन रोकव। अब मोला बिदा करव कि में अपन मालिक करा जावंव।” \p \v 57 तब ओमन कहिन, “हमन नोनी ला बलाके एकर बारे म पुछथन।” \v 58 तब ओमन रिबका ला बलाके पुछिन, “का तें ये मनखे संग जाबे?” \p ओह कहिस, “हव, में जाहूं।” \p \v 59 तब ओमन अपन बहिनी रिबका अऊ ओकर धाई अऊ अब्राहम के दास अऊ ओकर संग के मनखेमन ला बिदा करिन। \v 60 अऊ ओमन रिबका ला आसीरबाद देके कहिन, \q1 “हे हमर बहिनी, तोर संतानमन \q2 हजारों लाखों के संखिया म होवंय; \q1 तोर संतान के मनखेमन अपन बईरीमन के \q2 सहरमन ला अपन अधिकार म करंय।” \p \v 61 तब रिबका अऊ ओकर सेविकामन तियार होके ऊंट के ऊपर चघिन अऊ ओ मनखे के संग चल दीन। ये किसम ले ओ दास ह रिबका ला लेके चल दीस। \p \v 62 इसहाक ह बेर-लहाय-रोई ले लहुंटके आय रिहिस, अऊ नेगेव देस म रहत रिहिस। \v 63 एक दिन सांझ के बेरा ओह मैदान म मनन-चिंतन करे बर निकले रिहिस, अऊ जब ओह आंखी उठाके देखिस, त का देखिस कि ऊंटमन आवत रहंय। \v 64 रिबका ह घलो आंखी उठाके इसहाक ला देखिस, अऊ ओह अपन ऊंट ऊपर ले उतरिस, \v 65 अऊ दास ले पुछिस, “जऊन मनखे मैदान ले हमर करा भेंट करे बर आवथे, ओह कोन अय?” \p ओ दास ह जबाब दीस, “ओह तो मोर मालिक अय।” तब रिबका ह अपन घूंघट लेके अपनआप ला ढांप लीस। \p \v 66 दास ह इसहाक ला अपन यातरा के पूरा कहानी बताईस। \v 67 तब इसहाक ह रिबका ला अपन दाई सारा के तम्बू म ले आईस, अऊ ओकर संग बिहाव करिस। ये किसम ले रिबका ह ओकर घरवाली बनिस, अऊ इसहाक ह ओला मया करिस; अऊ इसहाक ला अपन दाई के मऊत के पाछू सांति मिलिस। \c 25 \s1 अब्राहम के मिरतू \p \v 1 अब्राहम ह एक झन अऊ माईलोगन ला अपन घरवाली बनाय रिहिस, जेकर नांव कतूरा रिहिस। \v 2 ओकर ले जिमरान, योकसान, मदान, मिदयान, यिसबाक अऊ सूह जनमिन। \v 3 योकसान ले सेबा अऊ ददान पईदा होईन; अऊ ददान के संतान अस्सूरी, लतूसी अऊ लुम्मीमन रिहिन। \v 4 मिदयान के एपा, एपेर, हनोक, अबीदा अऊ एलदा नांव के बेटामन होईन। ये जम्मो कतूरा के संतान रिहिन। \p \v 5 इसहाक ला अब्राहम ह अपन जम्मो कुछू ला दे दीस। \v 6 पर अपन रखैलीमन के बेटामन ला कुछू भेंट देके अपन जीते जी अपन बेटा इसहाक करा ले ओमन ला दूरिहा पूरब देस म पठो दीस। \p \v 7 अब्राहम के कुल उमर एक सौ पचहत्तर बछर के होईस। \v 8 तब अब्राहम के पूरा बुढ़ापा म परान छूट गीस; ओह पूरा उमर के एक डोकरा रिहिस; अऊ ओह मरे के बाद अपन पुरखामन संग जा मिलिस। \v 9 ओकर बेटा इसहाक अऊ इसमायल ओला हित्ती सोहर के बेटा एपरोन के भुइयां म, ममरे के लकठा म जऊन मकपेला के गुफा रिहिस, ओमा माटी दीन, \v 10 याने कि जऊन भुइयां ला अब्राहम ह हित्तीमन\f + \fr 25:10 \fr*\ft या \ft*\fqa हेथ के संतानमन\fqa*\f* करा ले बिसाय रिहिस; ओही म अब्राहम ला ओकर घरवाली सारा के संग माटी दीन। \v 11 अब्राहम के मरे के बाद, परमेसर ह ओकर बेटा इसहाक ला आसीस दीस, जऊन ह ओ बेरा बेर-लहाय-रोई के लकठा म रहत रिहिस। \s1 इसमायल के संतान \p \v 12 अब्राहम के बेटा इसमायल, जऊन ह सारा के दासी, हाजिरा मिसरी ले जनमे रिहिस, ओकर ये बंसावली अय। \b \lh \v 13 इसमायल के बेटामन के नांव ओमन के जनम के मुताबिक ये अय: \b \li1 इसमायल के बड़े बेटा नबायोत, \li1 तब केदार, अदबेल, मिबसाम, \li1 \v 14 मिस्मा, दूमा, मस्सा, \li1 \v 15 हदद, तेमा, यतूर, \li1 नापीस अऊ केदमा। \b \lf \v 16 इसमायल के बेटा येमन रिहिन, अऊ ओमन के बसावट अऊ छावनीमन के मुताबिक ये बारह जाति के परधानमन के नांव अय। \b \p \v 17 इसमायल के कुल उमर एक सौ सैंतीस बछर होईस। तब ओह मर गीस अऊ अपन मनखेमन संग मिल गीस। \v 18 ओकर संतानमन हवीला ले लेके सूर के छेत्र म बस गीन, जेह मिसर देस के पूरबी सीमना के लकठा म, अस्सूर के रसता म हवय। ओमन अपन जम्मो गोत्र के भाई-बंधुमन के बईरी के सहीं रहत रिहिन। \s1 याकूब अऊ एसाव \p \v 19 अब्राहम के बेटा इसहाक के परिवार के बिबरन ये अय। \b \p अब्राहम ले इसहाक जनम लीस, \v 20 अऊ इसहाक चालीस बछर के रिहिस, जब ओह रिबका ले बिहाव करिस, जऊन ह पदन-अराम के निवासी, अरामी बतूएल के बेटी अऊ अरामी लाबान के बहिनी रिहिस। \p \v 21 इसहाक के घरवाली बांझ रिहिस, एकरसेति ओह अपन घरवाली बर यहोवा ले पराथना करिस अऊ यहोवा ह ओकर पराथना ला सुनिस, अऊ ओकर घरवाली रिबका ला गरभ ठहिरिस। \v 22 लइकामन ओकर गरभ म एक-दूसर ला धक्का देय लगिन, त ओह कहिस, “मोर संग अइसन काबर होवथे?” एकरसेति ओह यहोवा ले पुछे बर गीस। \p \v 23 तब यहोवा ह ओला कहिस, \q1 “तोर गरभ म दू ठन जाति हवंय, \q2 अऊ तोर म ले दू किसम के मनखेमन निकलके अलग-अलग होहीं; \q1 एक दल के मनखेमन दूसर मनखेमन ले जादा बलवान होहीं, \q2 अऊ बड़खा बेटा ह छोटे के सेवा करही।” \p \v 24 जब रिबका के छेवारी होय के समय आईस, त पता चलिस कि ओकर गरभ म जुड़वां लइका हवंय। \v 25 जऊन ह पहिली जनमिस, ओह लाल रिहिस, अऊ ओकर जम्मो देहें ह बाल से भरे रिहिस; एकरसेति ओकर नांव एसाव\f + \fr 25:25 \fr*\fq एसाव \fq*\ft येकर मतलब हो सकथे \ft*\fqa बाल या रूआंवाला\fqa*\f* रखे गीस। \v 26 एकर बाद, ओकर भाई अपन हांथ ले एसाव के एड़ी धरके पईदा होईस; एकरसेति ओकर नांव याकूब\f + \fr 25:26 \fr*\fq याकूब \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa ओह एड़ी पकड़थे, \fqa*\ft एक इबरानी मुहावरा जेकर मतलब होथे \ft*\fqa ओह धोखा देथे\fqa*\f* रखे गीस। जब रिबका ह ये लइकामन ला जनमिस, तब इसहाक साठ साल के रिहिस। \p \v 27 ओ लड़कामन बढ़त गीन, अऊ एसाव ह खुला भुइयां म रहइया, एक चतुर सिकारी हो गीस, पर याकूब ह तम्बू के बीच घर म रहिके संतुस्ट रहय। \v 28 इसहाक ह सिकार के मांस ला खाना पसंद करय, एकरसेति ओह एसाव ले मया करय, पर रिबका ह याकूब ला मया करय। \p \v 29 एक दिन जब याकूब ह कुछू रांधत रिहिस, त एसाव ह खुला मैदान कोति ले आईस अऊ ओला बहुंत भूख लगत रहय। \v 30 त ओह याकूब ला कहिस, “जऊन लाल चीज ला तेंह रांधत हस, जल्दी करके ओमा के कुछू मोला दे, काबरकि मोला बहुंत भूख लगत हे!” (एकरसेति ओला एदोम\f + \fr 25:30 \fr*\fq एदोम \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fq लाल\fq*\f* घलो कहे जावय।) \p \v 31 याकूब ह कहिस, “पहिले तें अपन पहिलऊठा के अधिकार मोर करा बेच दे।” \p \v 32 एसाव ह कहिस, “देख, में तो मरइया हंव, त पहिलऊठा के अधिकार ले मोला का फायदा?” \p \v 33 पर याकूब ह कहिस, “पहिले तें मोर करा किरिया खा।” त ओह किरिया खाके याकूब करा अपन पहिलऊठा के अधिकार ला बेच दीस। \p \v 34 तब याकूब ह एसाव ला कुछू रोटी अऊ रंधाय दाल दीस। ओह खाईस-पीईस अऊ उठके चल दीस। \p ये किसम ले, एसाव ह अपन पहिलऊठा के अधिकार ला तुछ जानिस। \c 26 \s1 इसहाक अऊ अबीमेलेक \p \v 1 कुछू समय के बाद, ओ देस म अकाल परिस, एकरे बर इसहाक ह पलिस्तीमन के राजा अबीमेलेक करा गरार म गीस। ये ओ अकाल ले अलग रिहिस, जऊन ह अब्राहम के समय म परे रिहिस। \v 2 गरार म यहोवा ह इसहाक ला दरसन देके कहिस, “मिसर देस म झन जा; मेंह तोला जऊन देस म रहे बर कहथंव, ओही देस म रह। \v 3 तें ये देस म कुछू समय तक रह, अऊ में तोर संग रहिहूं अऊ तोला आसीस दूहूं। ये पूरा देस में तोला अऊ तोर संतानमन ला दूहूं; ये किसम ले जऊन किरिया में तोर ददा अब्राहम करा खाय रहेंव, ओला पूरा करहूं। \v 4 में तोर संतानमन ला अकास के तारामन सहीं अनगिनत करहूं अऊ ओमन ला ये जम्मो देस ला दूहूं, अऊ तोर संतान के जरिये धरती के जम्मो जाति के मनखेमन आसीस पाहीं,\f + \fr 26:4 \fr*\ft या \ft*\fq अऊ \fq*\fqa धरती के जम्मो जाति के मनखेमन आसीस पाय बर तोर संतान के नांव के उपयोग करहीं\fqa*\f* \v 5 काबरकि अब्राहम ह मोर बात मानिस, अऊ जऊन हुकूम, नियम अऊ निरदेस, में ओला दे रहेंव, ओ जम्मो के पालन करिस।” \v 6 एकरे बर इसहाक ह गरार म रह गीस। \p \v 7 जब ओ ठऊर के मनखेमन ओकर घरवाली के बारे म ओकर ले पुछिन, त ओह कहिस, “ओह मोर बहिनी अय।” काबरकि ओह ये सोचके डरत रिहिस कि यदि में ओला अपन घरवाली कहिहूं, त इहां के मनखेमन रिबका के कारन मोला मार डारहीं, काबरकि ओह सुन्दर हवय। \p \v 8 जब ओला उहां रहत बहुंत दिन बीत गीस, तब एक दिन पलिस्तीमन के राजा अबीमेलेक ह खिड़की ले झांकके देखिस कि इसहाक ह अपन घरवाली रिबका के संग प्रेमालाप करत हे। \v 9 तब अबीमेलेक ह इसहाक ला बलाके कहिस, “ओह सही म तोर घरवाली अय! फेर तें काबर ओला अपन बहिनी कहय?” \p इसहाक ह जबाब दीस, “मेंह सोचेंव कि ओकर कारन मोला अपन परान गंवाना पड़ सकत हे।” \p \v 10 तब अबीमेलेक ह कहिस, “तेंह हमर संग ये का करे हस? अइसन म तो कोनो भी मनखे तोर घरवाली संग आसानी से कुकरम कर सकत रिहिस, अऊ तें हमन ला पाप म फंसाते।” \p \v 11 एकर कारन अबीमेलेक ह जम्मो मनखेमन ला हुकूम दीस, “जऊन ह भी ओ मनखे अऊ ओकर घरवाली संग गलत बेवहार करही, ओह खचित मार डारे जाही।” \p \v 12 फेर इसहाक ह ओ देस म खेती करिस, अऊ ओही बछर म सौ गुना फर पाईस, काबरकि यहोवा ह ओला आसीस दीस। \v 13 अऊ ओह धनी हो गीस, अऊ ओकर धन लगातार बढ़त गीस अऊ ओह बहुंत धनी हो गीस। \v 14 जब ओकर बहुंत भेड़-बकरी, गरूवा-बईला, अऊ नौकर-चाकर हो गीन; तब पलिस्तीमन ओकर ले जलन करे लगिन। \v 15 एकर कारन जतेक कुआंमन ला ओकर ददा के सेवकमन ओकर ददा अब्राहम के जीते जी खने रिहिन, ओला पलिस्तीमन माटी पाटके बंद कर दीन। \p \v 16 तब अबीमेलेक ह इसहाक ला कहिस, “हमर पास ले चले जा, काबरकि तें हमन ले बहुंत बलवान हो गे हस।” \p \v 17 एकरे बर इसहाक उहां ले चल दीस अऊ गरार के घाटी म अपन तम्बू ठाढ़ करके उहां रहे लगिस। \v 18 तब जऊन कुआंमन ला ओकर ददा के समय खने गे रिहिस, अऊ अब्राहम के मरे के पाछू पलिस्तीमन पाट दे रिहिन, ओमन ला इसहाक ह फेर खनवाईस, अऊ ओमन के ओहीच नांव रखिस, जे नांव ओकर ददा ह रखे रिहिस। \p \v 19 फेर इसहाक के दासमन घाटी म खोदई करिन अऊ उहां ओमन ला ताजा पानी के एक ठन कुआं मिलिस। \v 20 पर गरार के चरवाहामन इसहाक के चरवाहामन संग झगरा करिन अऊ ओमन कहिन, “ये पानी हमर अय।” एकरे बर ओह ओ कुआं के नांव एसेक\f + \fr 26:20 \fr*\fq एसेक \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa झगरा\fqa*\f* रखिस; काबरकि ओमन ओकर संग झगरा करे रिहिन। \v 21 तब ओमन आने कुआं खनिन, पर ओमन ओकर बर घलो झगरा करिन; एकरे बर ओह ओकर नांव सितनाह\f + \fr 26:21 \fr*\fq सितनाह \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa बिरोध\fqa*\f* रखिस। \v 22 तब ओह उहां ले निकलके एक अऊ कुआं खनवाईस, अऊ ओकर बर उहां कोनो झगरा नइं करिन। ओह ओकर नांव ये कहिके रहोबोत\f + \fr 26:22 \fr*\fq रहोबोत \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa ठऊर\fqa*\f* रखिस, “अब यहोवा ह हमन ला बहुंत जगह दे हवय अऊ हमन ये देस म फूलबो-फरबो।” \p \v 23 उहां ले इसहाक ह बेरसेबा चल दीस। \v 24 ओ रथिया यहोवा ह ओला दरसन देके कहिस, “मेंह तोर ददा अब्राहम के परमेसर अंव। झन डर, काबरकि मेंह तोर संग हवंव; में अपन दास अब्राहम ले करे परतिगियां के कारन तोला आसीस दूहूं अऊ तोर संतानमन के गनती ला बढ़ाहूं।” \p \v 25 तब इसहाक ह उहां एक ठन बेदी बनाईस अऊ यहोवा के अराधना करिस। उहां ओह अपन तम्बू ठाढ़ करिस, अऊ उहां ओकर दासमन एक ठन कुआं खनिन। \p \v 26 ये बीच म, अबीमेलेक ह अपन सलाहकार अहुज्जत अऊ अपन सेना के सेनापति पीकोल के संग गरार ले इसहाक करा आईस, \v 27 त इसहाक ह ओमन ले पुछिस, “तुमन मोर ले बईरता करके मोला अपन बीच ले निकाल दे रहेव, अब मोर करा काबर आय हवव?” \p \v 28 ओमन जबाब दीन, “हमन सच म देख डारेंन कि यहोवा ह तोर संग रहिथे; एकरे बर हमन सोचेंन कि हमर बीच म किरिया खाके करार होना चाही—हमर अऊ तोर बीच म। आ, हमर संग करार कर \v 29 कि तेंह हमर कोनो हानि नइं करबे, जइसन कि हमन तोर कोनो हानि नइं करेंन, पर तोर संग हमेसा बने बरताव करेंन अऊ तोला सांति से बिदा करेंन। अऊ अब तें यहोवा के दुवारा आसीसित अस।” \p \v 30 तब इसहाक ह ओमन बर एक भोज करिस अऊ ओमन खाईन-पीईन। \v 31 दूसर दिन बड़े बिहनियां ओ मनखेमन एक-दूसर ले किरिया खाईन। तब इसहाक ह ओमन ला बिदा करिस, अऊ ओमन सांति से उहां ले चल दीन। \p \v 32 ओही दिन इसहाक के दासमन आके ओ खने गय कुआं के बारे बताईन। ओमन कहिन, “हमन ला पानी मिल गे हवय।” \v 33 तब ओह ओकर नांव सिबा\f + \fr 26:33 \fr*\fq सिबा \fq*\ft के मतलब हो सकथे \ft*\fqa किरिया \fqa*\ft या \ft*\fqa सात\fqa*\f* रखिस, अऊ आज तक ओ नगर के नांव बेरसेबा\f + \fr 26:33 \fr*\fq बेरसेबा \fq*\ft के मतलब हो सकथे \ft*\fqa किरिया के कुआं \fqa*\ft अऊ \ft*\fqa सात के कुआं\fqa*\f* परे हे। \s1 याकूब ह एसाव के आसीस ला ले लेथे \p \v 34 जब एसाव ह चालीस बछर के होईस, त ओह हित्ती बेरी के बेटी यूदीत, अऊ हित्ती एलोन के बेटी बासमत ले बिहाव कर लीस। \v 35 ओमन इसहाक अऊ रिबका के दुख के कारन रिहिन। \c 27 \p \v 1 जब इसहाक ह डोकरा हो गीस अऊ ओकर आंखी ह अतेक कमजोर हो गीस कि ओला दिखना ही बंद हो गीस, तब ओह अपन बड़खा बेटा एसाव ला बलाके कहिस, “हे बेटा।” \p ओह कहिस, “में इहां हंव।” \p \v 2 इसहाक ह कहिस, “सुन, में तो डोकरा हो गे हंव अऊ नइं जानंव कि कब मर जाहूं। \v 3 एकरसेति, अब तें अपन साज-सामान—तीर-धनुस लेके खुले मैदान म जा, अऊ मोर बर कोनो जंगली पसु सिकार करके लान, \v 4 अऊ मोर मन के लईक सुवादवाला जेवन बनाके मोर करा लान कि में ओला खाके मरे के पहिली तोला आसीस देवंव।” \p \v 5 जब इसहाक ह अपन बेटा एसाव ले गोठियावत रिहिस, त ओ बात ला रिबका ह सुनत रिहिस। जब एसाव ह सिकार करे बर खुला मैदान म चल दीस, \v 6 त रिबका ह अपन बेटा याकूब ला कहिस, “देख, मेंह तोर ददा ला तोर भईया एसाव ले ये कहत सुने हंव, \v 7 ‘तें मोर बर सिकार करके लान अऊ सुवादवाला जेवन बना कि में मरे के पहिली ओला खाके तोला यहोवा के आघू म आसीस देवंव।’ \v 8 एकरसेति, हे मोर बेटा, धियान से सुन अऊ मोर बात ला मान: \v 9 पसुमन के झुंड म जाके दू ठन बने-बने बोकरा-पीला ले आन कि में तोर ददा बर ओकर मन के लईक सुवादवाला जेवन बनावंव। \v 10 तब तें ओला अपन ददा करा ले जाबे कि ओह ओला खाके मरे के पहिली तोला आसीस देवय।” \p \v 11 याकूब ह अपन दाई रिबका ला कहिस, “देख, मोर भईया एसाव तो रूआंवाला मनखे अय, पर में तो बिन रूआं के अंव। \v 12 कहूं मोर ददा मोला छूही, तब का होही? में तो ओकर नजर म धोखा देवइया हो जाहूं अऊ आसीस के बदला म मोला सराप मिलही।” \p \v 13 ओकर दाई ह ओला कहिस, “हे मोर बेटा, सराप तोला नइं, मोला मिलय। में जऊन बात कहत हंव, ओला कर; जा अऊ बोकरामन ला मोर करा ले आन।” \p \v 14 तब याकूब ह जाके बोकरामन ला अपन दाई करा ले आईस, अऊ ओकर दाई ह ओकर ददा के मन के लईक सुवादवाला जेवन बना दीस। \v 15 तब रिबका ह अपन बड़खा बेटा एसाव के सबले सुन्दर कपड़ा ला लीस, जऊन ह कि ओकर करा घर म रिहिस अऊ ओला लेके अपन छोटे बेटा याकूब ला पहिरा दीस। \v 16 अऊ ओह बोकरा के खाल ला लेके याकूब के हांथमन म अऊ ओकर चिकना घेंच म लपेट दीस। \v 17 तब ओह सुवादवाला जेवन अऊ अपन बनाय रोटी ला अपन बेटा याकूब के हांथ म धरा दीस। \p \v 18 याकूब ह अपन ददा करा गीस अऊ कहिस, “हे मोर ददा।” \p ओकर ददा ह कहिस, “हव, मोर बेटा, तेंह कोन अस?” \p \v 19 याकूब ह अपन ददा ला कहिस, “मेंह तोर बड़खा बेटा एसाव अंव। जइसे तेंह मोला कहे रहय, वइसे मेंह करे हंव। बईठ जा अऊ मोर दुवारा सिकार करके लाने गे मांस ला खा अऊ मोला आसीस दे।” \p \v 20 इसहाक ह अपन बेटा ले पुछिस, “येह तोला अतकी जल्दी कइसे मिल गीस, बेटा?” \p ओह जबाब दीस, “यहोवा तोर परमेसर ह मोला सफल करिस।” \p \v 21 तब इसहाक ह याकूब ला कहिस, “मोर लकठा म आ कि में तोला छुवंव, मोर बेटा, अऊ जानंव कि तें सही म मोर बेटा एसाव अस कि नइं।” \p \v 22 याकूब ह अपन ददा इसहाक के लकठा म गीस; तब इसहाक ह ओला छुईस अऊ कहिस, “अवाज तो याकूब के अवाज अय, पर हांथमन एसाव के हांथ अंय।” \v 23 इसहाक ह याकूब ला नइं चिन्हिस, काबरकि ओकर हांथमन ओकर भईया एसाव के सहीं रूआंदार रिहिन; एकर बर इसहाक ह ओला आसीस देय के सुरू करिस। \v 24 अऊ ओह पुछिस, “का सही म, तें मोर बेटा एसाव अस?” \p ओह कहिस, “हव, में अंव।” \p \v 25 तब इसहाक ह कहिस, “हे मोर बेटा, सिकार के मांस ला मोर करा ले आ कि में ओला खावंव अऊ तोला अपन आसीस देवंव।” \p ओह मांस ला इसहाक करा ले आईस अऊ ओह खाईस; अऊ याकूब ह ओकर करा अंगूर के मंद घलो लानिस अऊ ओह खाईस-पीईस। \v 26 तब ओकर ददा इसहाक ह ओला कहिस, “हे मोर बेटा, इहां आ अऊ मोला चूम।” \p \v 27 याकूब ह ओकर करा गीस अऊ ओला चूमिस। जब इसहाक ह ओकर कपड़ा के गंध पाईस, त ओला आसीस दीस अऊ कहिस, \q1 “अहा, मोर बेटा के सुगंध ह \q2 अइसन खेत के सुगंध सहीं अय \q2 जऊन ला यहोवा ह आसीस दे हवय। \q1 \v 28 परमेसर तोला अकास ले ओस \q2 अऊ धरती के उत्तम चीज— \q2 बहुंत अकन अनाज अऊ अंगूर के नवां मंद देवय। \q1 \v 29 जाति-जाति के मनखेमन तोर सेवा करंय \q2 अऊ मनखेमन तोला झुकके दंडवत करंय। \q1 तें अपन भाईमन के सुवामी हो जा, \q2 अऊ तोर दाई के बेटामन तोला दंडवत करंय। \q1 जऊन मन तोला सराप देवंय, ओमन खुद सराप पावंय \q2 अऊ जऊन मन तोला आसीस देवंय, ओमन आसीस पावंय।” \p \v 30 जब इसहाक ह याकूब ला आसीस दे चुकिस, अऊ याकूब ह अपन ददा इसहाक करा ले निकले ही रिहिस कि ओकर भाई एसाव ह सिकार करके घर आ गीस। \v 31 ओह घलो सुवादवाला जेवन बनाके अपन ददा करा लानिस अऊ कहिस, “हे मोर ददा, बईठ जा अऊ मोर दुवारा सिकार करके लाने गे मांस ला खा अऊ मोला अपन आसीस दे।” \p \v 32 ओकर ददा इसहाक ह ओकर ले पुछिस, “तें कोन अस?” \p ओह कहिस, “मेंह तोर बड़खा बेटा एसाव अंव।” \p \v 33 इसहाक ह बहुंत थरथरात कहिस, “फेर ओह कोन रिहिस, जेह सिकार करके मोर करा लानिस? अभी तोर आय के पहिली ही ओ सिकार के मांस ला में खायेंव अऊ ओला आसीस देंव—अऊ सही म ओला आसीस मिलही।” \p \v 34 अपन ददा के ये गोठ सुनके एसाव ह दुख के मारे नरियाके अऊ फूट-फूटके रोईस अऊ अपन ददा ला कहिस, “हे मोर ददा, मोला आसीस दे—मोला घलो आसीस दे!” \p \v 35 पर ओह कहिस, “तोर भाई धोखा से आईस अऊ तोर आसीस ला ले लीस।” \p \v 36 एसाव ह कहिस, “का ओकर नांव याकूब\f + \fr 27:36 \fr*\fq याकूब \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa ओह एड़ी ला धरथे\fqa*\ft , इबरानी म एक मुहावरा, जेकर मतलब होथे \ft*\fqa ओह फायदा उठाथे \fqa*\ft या \ft*\fqa ओह धोखा देथे\fqa*\f* सही नइं रखे गे हे? येह दूसर बार ए, ओह मोर ले फायदा उठाय हवय: ओह मोर पहिलऊठा के अधिकार ला ले लीस, अऊ अब ओह मोर आसीस ला घलो ले गीस!” तब ओह अपन ददा ले पुछिस, “का तेंह मोर बर कोनो आसीस नइं रखे हस?” \p \v 37 इसहाक ह एसाव ला जबाब दीस, “मेंह ओला तोर ऊपर सुवामी ठहिराय हंव अऊ ओकर जम्मो रिस्तेदार ला ओकर सेवक बनाय हंव, अऊ मेंह ओला अनाज अऊ अंगूर के नवां मंद ले आसीसित करे हंव। अब हे मोर बेटा, में तोर बर का कर सकत हंव?” \p \v 38 एसाव ह अपन ददा ला कहिस, “हे मोर ददा, का तोर करा सिरिप एके ठन आसीस हवय? हे मोर ददा, मोला घलो आसीस दे!” तब एसाव चिचिया-चिचियाके रोईस। \p \v 39 ओकर ददा इसहाक ह ओला जबाब दीस, \q1 “तोर निवास ह धरती के \q2 उपजाऊ भुइयां ले दूरिहा होही, \q2 ऊपर के अकास के ओस ओमा नइं पड़ही। \q1 \v 40 तेंह तलवार के बल म जिनगी जीबे \q2 अऊ तेंह अपन भाई के सेवा करबे। \q1 पर जब तेंह बियाकुल हो जाबे, \q2 त तेंह ओकर सेवा करई \q2 छोंड़ देबे।” \p \v 41 एसाव ह ओ आसीस के कारन याकूब बर बईरता के भावना रखय, जऊन ला ओकर ददा ह याकूब ला देय रिहिस। ओह अपन मन म कहिस, “मोर ददा के मरे के दिन ह लकठा म हे; तब में अपन भाई याकूब ला मार डारहूं।” \p \v 42 जब रिबका ला ओकर बड़खा बेटा एसाव के ये बात बताय गीस, त ओह अपन छोटे बेटा याकूब ला बलाके कहिस, “सुन, तोर भईया एसाव ह बदला लेय बर तोला मार डारे के योजना बनावत हे। \v 43 एकरसेति हे मोर बेटा, मोर बात ला मान: तुरते मोर भाई लाबान करा हारान नगर म भाग जा। \v 44 अऊ कुछू समय तक ओकरे संग रह, जब तक कि तोर भईया के गुस्सा नइं उतर जावय। \v 45 जब तोर भईया के गुस्सा ह खतम हो जाही अऊ जऊन काम तेंह ओकर बिरूध करे हवस, ओला भुला जाही, तब में तोला खबर भिजवाके उहां ले बला लूहूं। अइसन झन हो कि एके दिन म, में तुमन दूनों झन ला गंवा दंव।” \p \v 46 तब रिबका ह इसहाक ला कहिस, “ये हित्ती माईलोगनमन के कारन, में अपन जिनगी ले असकटा गे हंव। यदि याकूब ह ये देस के कोनो माईलोगन ला याने कि ये हित्ती माईलोगनमन ले कोनो ला अपन घरवाली बना लेथे, त फेर मोर जीये के कोनो मतलब नइं होही।” \c 28 \p \v 1 एकरसेति इसहाक ह याकूब ला बलाके आसीस दीस, अऊ ओला हुकूम दीस: “तें कोनो कनानी छोकरी ले बिहाव झन करबे। \v 2 तें तुरते पदन-अराम\f + \fr 28:2 \fr*\ft उत्तर-पछिम मेसोपोटामिया; \+xt पद 5|link-href="GEN 28:5"\+xt*, \+xt 6|link-href="GEN 28:6"\+xt* अऊ \+xt 7|link-href="GEN 28:7"\+xt* म घलो\ft*\f* म, अपन नाना बतूएल के घर जा। उहां तोर ममा लाबान के कोनो बेटी ले बिहाव कर ले। \v 3 सर्वसक्तिमान परमेसर ह तोला आसीस देवय अऊ तोला फूलाय-फलाय अऊ तोर गनती ला बढ़ाय, जब तक कि तें मनखेमन के एक समाज नइं बन जावस। \v 4 ओह अब्राहम ले करे गे परतिगियां के आसीस तोला अऊ तोर बंस ला देवय, ताकि तें ये देस के मालिक बन जा, जिहां अभी तें एक परदेसी के रूप म रहिथस, अऊ जेला परमेसर ह अब्राहम ला दे रिहिस।” \v 5 तब इसहाक ह याकूब ला बिदा करिस, अऊ ओह पदन-अराम म अरामी बतूएल के बेटा लाबान के घर गीस। लाबान ह याकूब अऊ एसाव के दाई रिबका के भाई रिहिस। \p \v 6 जब एसाव ला ये पता चलिस कि इसहाक ह याकूब ला आसीस दे हवय अऊ ओला पदन-अराम पठोय हवय कि ओह उहां बिहाव करय, अऊ ओला आसीस देके ये हुकूम दे हवय, “तें कोनो कनानी माईलोगन ले बिहाव झन करबे,” \v 7 अऊ याकूब ह अपन दाई-ददा के बात मानके पदन-अराम ला चल दे हवय। \v 8 तब एसाव महसूस करिस कि कनानी छोकरीमन ओकर ददा इसहाक ला कतेक नापसंद रिहिन; \v 9 एकरसेति ओह अब्राहम के बेटा इसमायल करा गीस, अऊ इसमायल के बेटी महलत ले बिहाव कर लीस, जऊन ह कि नबायोत के बहिनी रिहिस। एसाव के अऊ घलो घरवाली रिहिन। \s1 याकूब के बेतेल म सपना देखई \p \v 10 याकूब ह बेरसेबा ला छोंड़के हारान जाय बर निकलिस। \v 11 जब ओह एक जगह म हबरिस, त उहां रात काटे बर रूकिस काबरकि बेर बुड़ गे रहय। उहां एक पथरा ला लेके अपन मुड़ खाल्हे तकिया के रूप म रखिस अऊ सुत गीस। \v 12 ओह सपना म देखिस कि एक सीढ़ी धरती म ठाढ़े हे अऊ ओकर दूसर छोर ह स्वरग तक हबरत हे, अऊ परमेसर के स्वरगदूतमन ओमा चघत-उतरत हवंय। \v 13 ओकर ऊपर म यहोवा ह ठाढ़ होके कहत हे: “में यहोवा, तोर दादा अब्राहम के परमेसर अऊ तोर ददा इसहाक के परमेसर अंव। जऊन भुइयां म तेंह सुते हस, ओला में तोला अऊ तोर बंस ला दूहूं। \v 14 तोर संतानमन भुइयां के धुर्रा सहीं अनगिनत होहीं, अऊ ओमन पछिम, पूरब, उत्तर, दक्खिन, चारों कोति बगर जाहीं। धरती के जम्मो मनखेमन तोर अऊ तोर संतान के जरिये आसीस पाहीं। \v 15 सुन, में तोर संग हवंव अऊ जिहां कहूं तें जाबे, में तोर रकछा करहूं, अऊ मेंह तोला ये देस म लहुंटाके लानहूं। मेंह तोर ले जऊन परतिगियां करे हंव, जब तक ओला पूरा नइं कर लूहूं, तब तक में तोला नइं छोड़ंव।” \p \v 16 जब याकूब ह नींद ले जागिस, त ओह सोचिस, “सही म, ये ठऊर म यहोवा हवय, अऊ में ये बात ला नइं जानत रहेंव।” \v 17 ओह डर के मारे कहिस, “ये ठऊर ह कतेक बढ़िया हवय! येह परमेसर के घर के छोंड़ अऊ कुछू नइं हो सकय; येह स्वरग के कपाट अय।” \p \v 18 बड़े बिहनियां याकूब ह ओ पथरा ला लीस, जऊन ला ओह अपन मुड़ के खाल्हे तकिया के रूप म रखे रिहिस अऊ ओला खंभा के रूप म ठाढ़ करिस अऊ ओकर टीप म तेल रितो दीस। \v 19 ओह ओ ठऊर के नांव बेतेल\f + \fr 28:19 \fr*\fq बेतेल \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa परमेसर के घर\fqa*\f* रखिस, हालाकि ओ सहर के नांव लूज रिहिस। \p \v 20 तब याकूब ह ये मन्नत मानके कहिस, “यदि परमेसर ह मोर संग रहिही अऊ ये यातरा म मोर रकछा करही अऊ मोला खाय बर रोटी अऊ पहिरे बर कपड़ा दीही \v 21 अऊ में अपन ददा के घर म सही-सलामत लहुंटके आहूं, त यहोवा ह मोर परमेसर ठहिरही \v 22 अऊ ये पथरा जेला मेंह खंभा के रूप म ठाढ़ करे हवंव, परमेसर के घर होही, अऊ जऊन कुछू तें मोला देबे, ओ जम्मो के दसवां हिस्सा में तोला दूहूं।” \c 29 \s1 याकूब पदन-अराम म आथे \p \v 1 तब याकूब ह अपन यातरा म आघू बढ़िस अऊ पूरब दिग के मनखेमन के देस म आईस। \v 2 उहां ओह मैदान म एक कुआं देखिस, जेकर लकठा म भेड़-बकरीमन के तीन झुंड बईठे रहंय, काबरकि ओमन ला ओ कुआं ले पानी पीयाय जावय। कुआं के मुहूं के ऊपर के पथरा ह बहुंत बड़े रिहिस। \v 3 जब जम्मो झुंड ह उहां जमा होवय, त चरवाहामन कुआं के मुहूं ले पथरा ला हटाके भेड़-बकरीमन ला पानी पीयावंय, अऊ तब ओमन पथरा ला फेर कुआं के मुहूं ऊपर जइसन के तइसन मढ़ा दें। \p \v 4 याकूब ह चरवाहामन ला पुछिस, “हे भाईमन, तुमन कहां के अव?” \p ओमन जबाब दीन, “हमन हारान के अन।” \p \v 5 तब ओह ओमन ले पुछिस, “का तुमन नाहोर के पोता लाबान ला जानथव?” \p ओमन जबाब दीन, “हव, हमन ओला जानथन।” \p \v 6 तब याकूब ह ओमन ले पुछिस, “का ओह बने हवय?” \p ओमन कहिन, “हव, ओह बने हवय, अऊ देख, ओकर बेटी राहेल ह भेड़मन ला लेके आवत हे।” \p \v 7 ओह कहिस, “देखव, अभी तो दिन बहुंत हे; अभी पसुमन के जूरे के बेरा नइं होय हे। भेड़मन ला पानी पीयावव अऊ फेर ले जाके चरावव।” \p \v 8 ओमन कहिन, “हमन अइसन नइं कर सकन; जब जम्मो झुंड ह जूरही अऊ पथरा ह कुआं के मुहूं ले टारे जाही, तब हमन भेड़मन ला पानी पीयाबो।” \p \v 9 जब ओह ओमन ले गोठियावत रिहिस, तभे राहेल ह अपन ददा के भेड़मन ला लेके आईस, काबरकि ओह पसु चराय के बुता करय। \v 10 जब याकूब ह अपन ममा लाबान के बेटी राहेल, अऊ अपन ममा के भेड़मन ला देखिस, त ओह उहां जाके कुआं के मुहूं ले पथरा ला टार दीस अऊ अपन ममा के भेड़मन ला पानी पीयाईस। \v 11 तब याकूब ह राहेल ला चूमिस अऊ चिचिया-चिचियाके रोये लगिस। \v 12 ओह राहेल ला बता दे रिहिस कि ओह ओकर फुफेरा भाई ए, याने कि ओकर फूफू रिबका के बेटा ए। एकरसेति राहेल ह दऊड़के गीस अऊ अपन ददा ला बताईस। \p \v 13 अपन भांचा याकूब के खबर पाते ही, लाबान तुरते ओकर संग भेंट करे बर गीस। ओह ओला पोटारके चूमिस अऊ ओला अपन घर ले आईस, अऊ उहां याकूब ओला अपन जम्मो बात बताईस। \v 14 तब लाबान ह ओला कहिस, “तें तो मोर खुद के मांस अऊ लहू अस।” \s1 याकूब ह लिआ अऊ राहेल ले बिहाव करथे \p याकूब के लाबान संग एक महिना रहे के बाद, \v 15 लाबान ह ओला कहिस, “रिस्तेदार अस तभो ले तोला सोझे म बुता कराना मोला बने नइं लगय, त मोला बता कि बुता करे के बदला म में तोला का देवंव?” \p \v 16 लाबान के दू झन बेटी रिहिन; बड़की के नांव लिआ अऊ छोटकी के नांव राहेल रिहिस। \v 17 लिआ के आंखीमन कमजोर रिहिन, पर राहेल ह रूपवती अऊ सुघर रिहिस। \v 18 याकूब ह राहेल ले मया करय, एकरसेति ओह कहिस, “में तोर छोटे बेटी राहेल बर सात बछर तोर काम करहूं।” \p \v 19 लाबान ह कहिस, “ये बने बात अय कि ओला कोनो अऊ मनखे ला देय के बदले तोला देवंव। इहां मोर संग रह।” \v 20 याकूब सात बछर तक राहेल ला पाय बर सेवा करिस, पर ये सात बछर ह ओला सिरिप कुछू दिन सहीं लगिस काबरकि ओह राहेल ले मया करय। \p \v 21 तब याकूब ह लाबान ला कहिस, “मोर घरवाली ला मोला दे। मोर समय ह पूरा हो गीस, अऊ अब मेंह ओकर मेर जाय चाहत हंव।” \p \v 22 तब लाबान ह उहां के जम्मो मनखे ला इकट्ठा करिस अऊ ओमन ला एक भोज दीस। \v 23 पर जब सांझ होईस, त ओह अंधियार के बेरा अपन बेटी लिआ ला याकूब करा लानिस, अऊ याकूब ओकर संग संबंध बनाईस। \v 24 लाबान ह अपन बेटी लिआ के दासी होय बर अपन दासी जिलपा ला दीस। \p \v 25 जब बिहान होईस, तब पता चलिस कि ये तो लिआ ए। एकरसेति याकूब ह लाबान ला कहिस, “तें मोर संग ये का करे हस? का में तोर सेवा राहेल बर नइं करेंव? तें मोला काबर धोखा दे हस?” \p \v 26 लाबान ह जबाब दीस, “हमर इहां अइसन रीति नइं ए कि बड़की बेटी के रहत छोटकी बेटी के बिहाव करन। \v 27 बेटी के बिहाव उत्सव के ये हप्ता ला पूरा कर; फेर हमन छोटकी ला घलो तोला देबो, तेकर बर तोला अऊ सात साल मोर काम करना पड़ही।” \p \v 28 तब याकूब ह वइसनेच करिस। ओह लिआ के संग हप्ता पूरा करिस, अऊ तब लाबान ह ओला अपन बेटी राहेल ला घलो दीस कि ओह ओकर घरवाली होवय। \v 29 लाबान ह अपन बेटी राहेल के दासी होय बर अपन दासी बिलहा ला दीस। \v 30 याकूब ह राहेल ले घलो संबंध बनाईस, अऊ ओकर मया लिआ ले जादा राहेल बर रहय। अऊ ओह लाबान बर अऊ सात बछर काम करिस। \s1 याकूब के लइकामन \p \v 31 जब यहोवा ह देखिस कि लिआ ह मया नइं पावत हे, त ओह ओला गरभ ठहिरे के आसीस दीस, पर राहेल बांझ रहय। \v 32 लिआ ह आसरा म होईस अऊ एक बेटा ला जनमिस। ओह ये कहिके ओकर नांव रूबेन\f + \fr 29:32 \fr*\fq रूबेन \fq*\ft येकर मतलब होथे \ft*\fqa देखव, एक बेटा\fqa*\f* रखिस, “यहोवा ह मोर दुख कोति धियान दे हवय। अब मोर घरवाला ह खचित मोला मया करही।” \p \v 33 ओह फेर आसरा म होईस, अऊ ओकर फेर एक बेटा होईस, त ओह कहिस, “काबरकि यहोवा ह सुनिस कि मोला मया नइं मिलत हे, तेकर खातिर ओह मोला ये बेटा घलो दीस।” अऊ ओह ओकर नांव सिमोन\f + \fr 29:33 \fr*\fq सिमोन \fq*\ft संभवतः येकर मतलब होथे \ft*\fqa सुनइया\fqa*\f* रखिस। \p \v 34 ओह फेर आसरा म होईस, अऊ ओकर फेर एक बेटा होईस, त ओह कहिस, “अब मोर घरवाला ह मोला मिल जाही, काबरकि ओकर दुवारा मोर तीन बेटा होईन।” एकरसेति ओकर नांव लेवी\f + \fr 29:34 \fr*\fq लेवी \fq*\ft इबरानी म येकर मतलब हो सकथे \ft*\fqa लगाव\fqa*\f* रखे गीस। \p \v 35 ओह फेर आसरा म होईस, अऊ ओकर एक अऊ बेटा होईस, त ओह कहिस, “अब के बार में यहोवा के परसंसा करहूं।” एकरसेति ओह ओकर नांव यहूदा\f + \fr 29:35 \fr*\fq यहूदा \fq*\ft सायद इबरानी म येकर मतलब होथे \ft*\fqa इस्तुति\fqa*\f* रखिस। तब कुछू समय तक ओला लइका नइं होईस। \c 30 \p \v 1 जब राहेल ह देखिस कि याकूब कोति ले ओला कोनो लइका नइं होवथे, त ओह अपन बहिनी ले जलन करे लगिस। ओह याकूब ला कहिस, “मोला लइका दे, नइं तो में मर जाहूं।” \p \v 2 याकूब ह राहेल ऊपर गुस्सा होके कहिस, “का में परमेसर अंव? तोर कोख ला तो ओही ह बंद रखे हवय।” \p \v 3 तब राहेल ह कहिस, “ये दे मोर दासी बिलहा इहां हवय। ओकर ले संबंध बना ताकि ओह मोर बर लइका जनमे अऊ में घलो ओकर जरिये एक परिवार बनावंव।” \p \v 4 त ओह अपन दासी बिलहा ला ओकर घरवाली होय बर दीस। याकूब ओकर करा गीस, \v 5 अऊ बिलहा ह आसरा म होईस अऊ याकूब ले ओला एक बेटा होईस। \v 6 तब राहेल ह कहिस, “परमेसर ह मोर नियाय करे हवय; ओह मोर बिनती ला सुनके मोला एक बेटा दे हवय।” एकर कारन ओह ओकर नांव दान\f + \fr 30:6 \fr*\fq दान \fq*\ft इहां येकर मतलब होथे \ft*\fqa ओह \fqa*\fq नियाय करे हवय\fq*\f* रखिस। \p \v 7 राहेल के दासी बिलहा फेर आसरा म होईस अऊ याकूब ले ओकर एक अऊ बेटा होईस। \v 8 तब राहेल ह कहिस, “मोर बहिनी के संग मोर बहुंत संघर्स होईस, अऊ में जीत गेंव।” त ओह ओकर नांव नपताली\f + \fr 30:8 \fr*\fq नपताली \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa मोर \fqa*\fq संघर्स\fq*\f* रखिस। \p \v 9 जब लिआ देखिस कि अब ओकर लइका नइं होवथे, त ओह अपन दासी जिलपा ला याकूब के घरवाली होय बर दीस। \v 10 अऊ लिआ के दासी जिलपा ले याकूब के एक बेटा होईस। \v 11 तब लिआ ह कहिस, “कतेक बढ़िया किस्मत!” त ओह ओकर नांव गाद\f + \fr 30:11 \fr*\fq गाद \fq*\ft के मतलब हो सकथे \ft*\fqa बने भाग्य \fqa*\ft या \ft*\fqa दल\fqa*\f* रखिस। \p \v 12 लिआ के दासी जिलपा के याकूब ले एक अऊ बेटा होईस। \v 13 तब लिआ ह कहिस, “में बहुंत खुस हंव! माईलोगनमन मोला धइन कहिहीं।” त ओह ओकर नांव आसेर\f + \fr 30:13 \fr*\fq आसेर \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fq खुस\fq*\f* रखिस। \p \v 14 गहूं लुवई के समय, रूबेन ला मैदान म कुछू दूदा फर\f + \fr 30:14 \fr*\ft अइसे समझे जाथे कि येह सारीरिक संबंध बर \ft*\fqa उत्तेजित \fqa*\ft करथे अऊ माईलोगन ला गरभवती होय म मदद करथे\ft*\f* मिलिस, जेला ओह अपन दाई लिआ करा ले गीस। तब राहेल ह लिआ ला कहिस, “तोर बेटा के दूदा फर म ले कुछू महूं ला दे।” \p \v 15 पर लिआ ह ओला कहिस, “तेंह जो मोर घरवाला ला लेय ले हस; का येह छोटे बात अय? अऊ अब मोर बेटा के दूदा फर ला घलो लेय चाहत हस?” \p राहेल ह कहिस, “ठीक हे, तोर बेटा के दूदा फर के बदला म, आज रथिया हमर घरवाला ह तोर करा सुतही।” \p \v 16 सांझकुन जब याकूब ह खेत ले आईस, त लिआ ह ओकर ले भेंट करे बर गीस अऊ ओला कहिस, “तोला मोर करा आय बर पड़ही, काबरकि मेंह अपन बेटा के दूदा फर के बदला म तोला लेय ले हंव।” त याकूब ह ओ रथिया ओकर संग सुतिस। \p \v 17 परमेसर ह लिआ के सुनिस, अऊ ओह आसरा म होके याकूब बर पांचवां बेटा जनमिस। \v 18 तब लिआ ह कहिस, “में जो अपन दासी ला अपन घरवाला ला देंव, एकरे बर परमेसर ह मोला ईनाम दे हवय।” त ओह ओकर नांव इस्साकार\f + \fr 30:18 \fr*\fq इस्साकार \fq*\ft इबरानी म येकर मतलब हो सकथे \ft*\fq ईनाम\fq*\f* रखिस। \p \v 19 लिआ फेर आसरा म होईस अऊ याकूब ले ओकर छठवां बेटा जनमिस। \v 20 तब लिआ ह कहिस, “परमेसर ह मोला बढ़िया ईनाम दे हवय। अब के बार मोर आदमी मोर संग आदर के बरताव करही, काबरकि मेंह ओकर दुवारा छै बेटा जनमे हंव।” त ओह ओकर नांव जबूलून\f + \fr 30:20 \fr*\fq जबूलून \fq*\ft संभवतः येकर मतलब होथे \ft*\fqa सम्मान\fqa*\f* रखिस। \p \v 21 कुछू समय के बाद, ओकर एक झन बेटी घलो होईस अऊ ओह ओकर नांव दीना रखिस। \p \v 22 तब परमेसर ह राहेल के घलो सुधि लीस; ओह ओकर गरभ ठहिरे के आसीस दीस। \v 23 ओह आसरा म होईस अऊ एक बेटा जनमिस अऊ कहिस, “परमेसर ह मोर बेजत्ती ला दूर करे हवय।” \v 24 ओह ये कहिके अपन बेटा के नांव यूसुफ\f + \fr 30:24 \fr*\fq यूसुफ \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa ओह जोड़य\fqa*\f* रखिस, “यहोवा मोला एक अऊ बेटा देवय।” \s1 याकूब के पसुमन के गनती म बढ़ती \p \v 25 जब राहेल ह यूसुफ ला जनमिस, त याकूब ह लाबान ला कहिस, “मोला बिदा कर कि में अपन देस वापिस जा सकंव। \v 26 मोर घरवाली अऊ मोर लइकामन ला मोला दे, जेमन बर में तोर सेवा करे हंव ताकि में इहां ले चले जावंव। तें तो जानत हस कि मेंह तोर कतेक सेवा करे हंव।” \p \v 27 पर लाबान ह ओला कहिस, “यदि तोर नजर म में दया पाय के लईक हंव, त रूक जा। काबरकि मेंह अनुभव ले जान डारे हंव कि यहोवा ह तोर कारन से मोला आसीस दे हवय।” \v 28 फेर ओह कहिस, “तें अपन बनी बता अऊ में तोला तोर बनी दूहूं।” \p \v 29 याकूब ह ओला कहिस, “तेंह जानत हस कि मेंह तोर कइसन सेवा करे हंव अऊ तोर पसुमन मोर देखरेख म कइसन बढ़िन हें। \v 30 मोर आय के पहिली ओमन थोरकन रिहिन, अऊ अब कतेक बढ़ गे हवंय, अऊ जिहां कहूं मेंह हांथ लगांय, यहोवा ह तोला अब्बड़ आसीस दीस। पर अब, में अपन परिवार बर कब कुछू करहूं?” \p \v 31 ओह पुछिस, “में तोला का देवंव?” \p याकूब ह कहिस, “तें मोला कुछू झन दे; पर यदि तें मोर बर एक काम करबे, त में फेर तोर भेड़-बकरी ला चराहूं अऊ ओमन के देखरेख करहूं: \v 32 मोला आज तोर जम्मो भेड़-बकरी के बीच म ले होके जावन दे, अऊ जऊन भेड़मन धारीवाले या चितकबरी हवंय, अऊ जऊन मेढ़ामन करिया हवंय अऊ जऊन छेरीमन धारीवाले अऊ चितकबरी हवंय, ओमन ला अलग करन दे। ओमन मोर मजदूरी होहीं। \v 33 अऊ अवइया समय म मोर ईमानदारी के सबूत ये होही कि जऊन मजदूरी तेंह मोला दे हस; जब तें ओकर जांच करबे; त यदि कोनो बकरी धारीवाले या चितकबरी नइं होही या कोनो मेढ़ा-पीला करिया रंग के नइं होही, त ओह चोरी के समझे जाही।” \p \v 34 लाबान ह कहिस, “में राजी हंव। तोर कहे के मुताबिक होवय।” \v 35 ओहीच दिन ओह जम्मो धारीवाले अऊ धब्बावाले बोकरा, अऊ जम्मो धारीवाली अऊ धब्बावाली बकरी (सफेद धब्बावाली) अऊ जम्मो करिया मेढ़ा-पीलामन ला अलग करके अपन बेटामन के देखरेख म कर दीस। \v 36 तब ओह अपन अऊ याकूब के बीच म तीन दिन के यातरा के दूरी बना लीस, अऊ याकूब ह लाबान के बाकि भेड़-बकरीमन ला चराय लगिस। \p \v 37 तब याकूब ह चिनार, बादाम, अऊ अरमोन रूख के हरियर-हरियर छड़ी लेके ओकर छिलका ला जगह-जगह छिलके धारीदार बना दीस, जेकर से ओ छड़ीमन के सफेदी ह दिखे लगिस। \v 38 तब छिलाय छड़ीमन ला पानी पीये के जम्मो कोटना म अइसे रखिस कि जब भेड़-बकरीमन पानी पीये बर आवंय, त ओमन सीधा भेड़-बकरीमन के आघू म रहंय। जब भेड़-बकरीमन गाभिन होय के समय पानी पीये बर आईन, \v 39 त ओमन छड़ीमन के आघू म समागम करिन अऊ गाभिन होके भेड़-बकरीमन धारीवाला या चित्तीवाला या चितकबरा पीला जनमे लगिन। \v 40 याकूब ह मेढ़ा-पीलामन ला अलग-अलग करिस, पर बाकि बचे भेड़-बकरीमन के मुहूं ला लाबान के चित्तीवाले अऊ करिया भेड़-बकरीमन कोति कर दीस। ये किसम ले ओह अपन भेड़-बकरीमन के अलग झुंड बनाईस अऊ ओमन ला लाबान के भेड़-बकरीमन संग मिले नइं दीस। \v 41 जब भी मजबूत भेड़-बकरीमन के गाभिन होय के समय होवय, त याकूब ह ओ छड़ीमन ला कोटना म ओमन के आघू म ठाढ़ कर देवय, जेकर से ओमन छड़ीमन के लकठा म गाभिन होवंय, \v 42 पर जब कमजोर भेड़-बकरीमन गाभिन होवंय, त ओह ओमन ला छड़ीमन के आघू म नइं रखय। ये कारन से कमजोर पसुमन लाबान के होईन अऊ मजबूत पसुमन याकूब के हो गीन। \v 43 अइसन करके याकूब ह भारी धनवान हो गीस। ओकर खुद के अब्बड़ भेड़-बकरी, अऊ दास-दासी, अऊ ऊंट, अऊ गदहामन हो गीन। \c 31 \s1 याकूब के लाबान करा ले भगई \p \v 1 लाबान के बेटामन के ये बात याकूब के सुने म आईस, “याकूब ह हमर ददा के जम्मो चीज ला लेय ले हे, अऊ हमर ददा के धन के कारन ओह ये जम्मो धन-संपत्ति कमाय हे।” \v 2 अऊ याकूब ह धियान दीस कि लाबान के बरताव ह ओकर बर पहिले सहीं नइं ए। \p \v 3 तब यहोवा ह याकूब ला कहिस, “तेंह अपन पुरखा अऊ अपन रिस्तेदारमन के देस म लहुंट जा, अऊ मेंह तोर संग रहिहूं।” \p \v 4 एकरसेति याकूब ह राहेल अऊ लिआ ला बाहिर मैदान म आय बर खबर भिजवाईस जिहां ओकर भेड़-बकरीमन रहंय। \v 5 ओह ओमन ला कहिस, “में देखत हंव कि तुम्हर ददा के बरताव ह मोर बर पहिले सहीं नइं ए, पर मोर ददा के परमेसर ह मोर संग हवय। \v 6 तुमन जानत हव कि में तुम्हर ददा के सेवा पूरा मेहनत से करे हंव, \v 7 तभो ले तुम्हर ददा ह दस बार मोर बनी ला बदलके मोर ले छल-कपट करिस। पर परमेसर ह ओला मोर हानि करे बर नइं दीस। \v 8 जब ओह कहिस, ‘चित्तीवाला बोकरामन तोर मजदूरी होहीं,’ त जम्मो भेड़-बकरीमन चित्तीवाला जनमे लगिन; अऊ जब ओह कहिस, ‘धारीवालामन तोर मजदूरी होहीं,’ त जम्मो भेड़-बकरीमन धारीवाला जनमे लगिन। \v 9 अइसन करके परमेसर ह तोर ददा के पसुमन ला लेके मोला दे हवय। \p \v 10 “भेड़-बकरी के गाभिन होय के समय म एक बार मेंह सपना म देखेंव कि जऊन बोकरामन बकरी ऊपर चघत हवंय, ओमन धारीवाला, चित्तीवाला या चितकबरा हवंय। \v 11 तब परमेसर के स्वरगदूत ह सपना म मोला कहिस, ‘हे याकूब।’ में कहेंव, ‘में इहां हंव।’ \v 12 अऊ ओह कहिस, ‘आंखी उठाके देख कि ओ जम्मो बोकरा, जेमन बकरीमन ऊपर चघत हवंय, ओमन धारीवाला, चित्तीवाला या चितकबरा हवंय, काबरकि में ओ जम्मो चीज ला देखे हवंव, जऊन ला लाबान तोर संग करत हवय। \v 13 में ओ बेतेल के परमेसर अंव, जिहां तें एक खंभा के अभिसेक करे रहय, अऊ मोर मन्नत माने रहय। अब तें ये देस ला तुरते छोंड़ अऊ अपन जनम भुइयां ला लहुंट जा।’ ” \p \v 14 तब राहेल अऊ लिआ कहिन, “का हमर ददा के संपत्ति म अब भी हमर कुछू बांटा या हिस्सा बांचे हवय? \v 15 का ओह हमन ला परदेसी नइं समझत हे? ओह सिरिप हमन ला बेचे ही नइं ए, पर हमर बदले दिये गय रूपिया ला खा डारिस हे। \v 16 सही म, ओ जम्मो धन जऊन ला परमेसर ह हमर ददा ले लेय लीस, ओ हमर अऊ हमर लइकामन के अय। एकरसेति जइसन परमेसर ह तोला कहे हवय, वइसने कर।” \p \v 17 तब याकूब ह अपन लइका अऊ घरवालीमन ला ऊंट म चघाईस, \v 18 अऊ जतेक पसु अऊ सामान ओह पदन-अराम म कमाय रिहिस, ओ जम्मो ला अपन आघू म रवाना करके, अपन ददा इसहाक करा कनान देस जाय बर निकलिस। \p \v 19 जब लाबान ह अपन भेड़मन के ऊन कतरे बर गे रिहिस, त राहेल ह अपन ददा के घर-देवतामन ला चोरा लीस। \v 20 याकूब ह लाबान अरामी करा ले चोरी से चले गीस; ओला नइं बताईस कि ओह भागके जावत हे। \v 21 ओह अपन जम्मो कुछू ला लेके भागिस, अऊ फरात नदी ला पार करके गिलाद के पहाड़ी देस कोति गीस। \s1 लाबान ह याकूब के पीछा करथे \p \v 22 तीसर दिन लाबान ला खबर मिलिस कि याकूब ह भाग गे हवय। \v 23 अपन रिस्तेदारमन ला लेके, ओह सात दिन तक याकूब के पीछा करिस अऊ गिलाद के पहाड़ी देस म ओकर करा हबरिस। \v 24 पर परमेसर ह रथिया सपना म आके अरामी लाबान ला कहिस, “सावधान रह! तें याकूब ला न तो भला कहिबे, न बुरा।” \p \v 25 जब लाबान ह याकूब करा हबरिस, तब याकूब ह गिलाद के पहाड़ी देस म अपन तम्बू गाड़े रिहिस, अऊ लाबान ह घलो अपन रिस्तेदारमन संग उहां अपन तम्बू गाड़िस। \v 26 तब लाबान ह याकूब ला कहिस, “तेंह ये का करे हस? तेंह मोला धोखा दे हस, अऊ मोर बेटीमन ला अइसने लाने हस, जइसने लड़ई के समय दूसरमन ला बंदी बनाके लानथें। \v 27 तेंह काबर चुपेचाप भागके मोला धोखा देय? तेंह मोला काबर नइं बताय, नइं तो में तोला आनंद के संग गावत अऊ मिरदंग अऊ बीना बजावत बिदा करे रहितेंव? \v 28 तेंह तो मोला अपन नाती-नतनीन अऊ बेटीमन ला चूमे तक नइं देय? तेंह गंवारी करे हस। \v 29 तोला नुकसान पहुंचाय के ताकत मोर करा हवय, पर बीते रथिया, तोर ददा के परमेसर ह मोला कहिसे, ‘सावधान रह! तें याकूब ला न तो भला कहिबे, न बुरा।’ \v 30 तें अपन ददा के घर के मोह के कारन चले आय। पर तें मोर देवतामन ला काबर चोराके ले आने हस?” \p \v 31 याकूब ह लाबान ला जबाब दीस, “में ये सोचके डरा गे रहेंव कि कहूं तें अपन बेटीमन ला मोर ले जबरदस्ती झन छीन ले। \v 32 पर जेकर मेर तें अपन देवतामन ला पाबे, ओ जीयत नइं बांचय। मोर रिस्तेदारमन के आघू म, तें खुद देख ले, कहूं तोर कोनो चीज मोर करा हवय त; यदि हवय, त ओला लेय ले।” याकूब ह नइं जानत रिहिस कि राहेल ह देवतामन ला चोराके ले आने हे। \p \v 33 एकरसेति लाबान ह याकूब के तम्बू अऊ लिआ के तम्बू अऊ दू झन दासीमन के तम्बूमन म गीस, पर ओला कुछू नइं मिलिस। लिआ के तम्बू म ले निकलके, ओह राहेल के तम्बू म गीस। \v 34 राहेल ह घर-देवतामन ला लेके अपन ऊंट के काठी के भीतर म रखे रिहिस अऊ ओकर ऊपर बईठ गे रिहिस। लाबान ह ओकर जम्मो तम्बू म खोजिस पर ओला कुछू नइं मिलिस। \p \v 35 राहेल ह अपन ददा ला कहिस, “हे मोर परभू, गुस्सा झन कर कि में तोर आघू म ठाढ़ नइं हो सकेंव; काबरकि मोला माहवारी होवत हे।” ओह खोजिस पर ओला घर-देवतामन नइं मिलिन। \p \v 36 तब याकूब ह गुस्सा होके लाबान ले बिबाद करे लगिस अऊ लाबान ले पुछिस, “मोर का दोस ए?” में तोर का गलत करे हंव कि तें मोर पीछा करत आय हस? \v 37 तें मोर जम्मो सामान ला खोजके देख डारे; इहां तोला अपन घर के सामान म ले का चीज मिलिस? कुछू पाय हस, त ओला तोर अऊ मोर रिस्तेदारमन के आघू म रख, अऊ ओमन ला हमन दूनों के नियाय करन दे। \p \v 38 “मेंह तोर संग बीस बछर तक रहेंव; अऊ ये दौरान न तो तोर भेड़-बकरीमन के गरभ गिरिस, न कभू में तोर झुंड के मेढ़ा के मांस खायेंव। \v 39 तोर जऊन पसुमन ला हिंसक पसुमन मार डारिन, ओमन ला में तोर करा नइं लानेंव; ओकर हानि में खुद उठांय। कोनो चीज, चाहे दिन के चोरी जाय या रथिया, तें ओकर भरती मोर ले मांगे। \v 40 मोर तो ये दसा रिहिस: दिन के समय घाम ले अऊ रथिया ठंड के मारे मरत रहेंव, अऊ नींद ह मोर आंखी ले कोसों दूर रिहिस। \v 41 मेंह ये दसा म तोर घर म बीस बछर तक रहेंव। में चौदह बछर तक तोर दूनों बेटी बर अऊ छै बछर तक तोर भेड़-बकरीमन बर सेवा करेंव, अऊ तें मोर मजदूरी ला दस बार बदले हस। \v 42 कहूं मोर ददा के परमेसर, याने कि अब्राहम के परमेसर, जेकर भय इसहाक घलो मानथे, कहूं ओह मोर संग नइं होतिस, त खचित तें मोला जुच्छा हांथ पठो दे रहितय। पर परमेसर ह मोर दुख अऊ मोर हांथ के मेहनत ला देखे हवय, अऊ बीते रथिया ओह तोला डांटिस।” \p \v 43 लाबान ह याकूब ला कहिस, “ये माईलोगनमन तो मोर बेटी अंय, अऊ ये लइकामन मोर लइका अंय, अऊ ये भेड़-बकरीमन भी मोर अंय। जऊन कुछू तेंह देखत हस, ओ जम्मो मोर अंय। पर अब में मोर ये बेटीमन के का कर सकत हंव, या येमन के दुवारा जनमे लइकामन के का कर सकत हंव? \v 44 अब आ, हमन एक करार करन, तें अऊ में, अऊ येह हमर बीच म एक गवाही के काम करय।” \p \v 45 तब याकूब ह एक पथरा लीस अऊ ओला एक खंभा के रूप म ठाढ़ करिस। \v 46 ओह अपन रिस्तेदारमन ला कहिस, “कुछू पथरा संकेलव।” त ओमन पथरा संकेलके कुढ़ो दीन, अऊ ओही कुढ़ा मेर जेवन करिन। \v 47 ओ कुढ़ा के नांव लाबान ह यजर-सहादुथा, पर याकूब ह गलीद\f + \fr 31:47 \fr*\ft अरामिक म \ft*\fq यजर-सहादुथा \fq*\ft अऊ इबरानी म \ft*\fq गलीद \fq*\ft दूनों सबद के मतलब होथे \ft*\fqa गवाही के कुढ़ा\fqa*\f* रखिस। \p \v 48 लाबान ह कहिस, “ये कुढ़ा ह आज तोर अऊ मोर बीच म एक गवाही ए।” एकरसेति ओला गलीद कहे गीस। \v 49 येला मिसपा\f + \fr 31:49 \fr*\fq मिसपा \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa निगरानी करे के मीनार\fqa*\f* घलो कहे गीस, काबरकि ओह कहिस, “जब हमन एक-दूसर ले अलग हो जाबो, त यहोवा के नजर तोर अऊ मोर ऊपर रहय। \v 50 यदि तें मोर बेटीमन ला दुख देबे या मोर बेटीमन के छोंड़ अऊ कोनो ला घरवाली बना लेबे, हालाकि हमर संग कोनो मनखे नइं ए, त सुरता रख कि परमेसर ह तोर अऊ मोर बीच म गवाह हे।” \p \v 51 लाबान ह याकूब ला ये घलो कहिस, “ये कुढ़ा ह इहां हवय, अऊ ये खंभा ला में तोर अऊ मोर बीच म ठाढ़ करे हंव। \v 52 ये कुढ़ा अऊ ये खंभा दूनों ये बात के गवाह रहंय कि तोर नुकसान करे के बिचार ले, न तो में ये कुढ़ा ला नाहकके तोर तरफ आहूं, अऊ न ही मोर नुकसान करे के बिचार ले, तें ये कुढ़ा या खंभा ला नाहकके मोर तरफ आबे। \v 53 अब्राहम अऊ नाहोर अऊ ओकर ददा के परमेसर ह हमन दूनों के बीच नियाय करय।” \p तब याकूब ह अपन ददा इसहाक के भय के नांव म किरिया खाईस। \v 54 अऊ ओह उहां पहाड़ ऊपर एक बलि चघाईस अऊ अपन रिस्तेदारमन ला जेवन करे बर बलाईस। जेवन करके ओमन उहां रात बिताईन। \p \v 55 ओकर दूसर दिन बड़े बिहनियां लाबान ह उठके अपन नाती-नतनीन अऊ बेटीमन ला चूमिस अऊ ओमन ला आसीस दीस। तब ओह ओमन ला छोंड़के अपन घर लहुंट गीस।\f + \fr 31:55 \fr*\ft इबरानी म ये पद ला \+xt 32:1\+xt* गने गे हवय\ft*\f* \c 32 \s1 याकूब ह एसाव ले भेंट करे के तियारी करथे \p \v 1 याकूब ह घलो अपन डहार धरिस, अऊ परमेसर के स्वरगदूतमन ओकर ले मिलिन। \v 2 जब याकूब ह ओमन ला देखिस, त ओह कहिस, “येह तो परमेसर के डेरा अय!” एकरसेति ओह ओ जगह के नांव महनैम\f + \fr 32:2 \fr*\fq महनैम \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa दू ठन डेरा\fqa*\f* रखिस। \p \v 3 याकूब ह सेईर देस याने कि एदोम के देस म, अपन भईया एसाव करा अपन आघू दूतमन ला पठोईस। \v 4 ओह ओमन ला ये हुकूम दीस, “मोर मालिक एसाव ला तुमन ये कहिहू: ‘तोर दास याकूब ह अइसन कहिथे, मेंह लाबान के संग रहत रहेंव अऊ अब तक उहां रहेंव। \v 5 मोर करा गरूवा-बईला अऊ गदहा, भेंड़-बकरी, अऊ दास-दासीमन हवंय। में अपन परभू करा एकर खातिर खबर पठोत हंव कि तोर दया-मया मोर ऊपर होवय।’ ” \p \v 6 जब ओ दूतमन याकूब करा लहुंटके आईन, त ओमन कहिन, “हमन तोर भईया एसाव करा गे रहेंन, अऊ ओह तोर करा भेंट करे बर आवत हे, अऊ चार सौ मनखे ओकर संग आवत हंय।” \p \v 7 याकूब ह अब्बड़ डरा गीस अऊ चिंतित होके ओह अपन मनखेमन ला दू ठन दल म बांट दीस, अऊ वइसने गरूवा-बईला, भेड़-बकरी अऊ ऊंटमन ला घलो दू ठन दल म बांट दीस। \v 8 ओह सोचिस, “यदि एसाव ह आके एक दल ला मारही, त सायद दूसर दल ह बांच जाही।” \p \v 9 तब याकूब ह पराथना करिस, “हे मोर दादा अब्राहम के परमेसर, मोर ददा इसहाक के परमेसर, यहोवा, तेंह तो मोला कहे रहय, ‘अपन देस अऊ अपन रिस्तेदारमन करा लहुंट जा, अऊ मेंह तोला बढ़ाहूं,’ \v 10 तेंह ओ जम्मो दया अऊ किरपा मोर ऊपर करे हस, में ओकर लईक नो हंव। जब में ये यरदन नदी ला पार करेंव, त मोर करा सिरिप मोर छड़ी रिहिस, पर अब मोर करा दू ठन दल हवय। \v 11 में बिनती करत हंव कि मोला मोर भईया एसाव के हांथ ले बंचा, काबरकि मोला डर हवय कि ओह आके मोर ऊपर, अऊ लइकामन सहित दाईमन ऊपर घलो हमला करही। \v 12 पर तेंह कहे रहय, ‘मेंह सही म तोला बढ़ाहूं अऊ तोर संतान ला समुंदर के बालू के सहीं करहूं, जऊन ला गने नइं जा सकय।’ ” \p \v 13 ओह ओ रथिया उहां काटिस, अऊ जऊन कुछू ओकर करा रिहिस, ओमा ले ओह अपन भईया एसाव ला देय बर ये भेंट ला छांटके निकालिस: \v 14 याने कि दू सौ बकरी अऊ बीस ठन बोकरा, दू सौ भेड़ी अऊ बीस ठन मेढ़ा, \v 15 तीस ठन माई ऊंट ओमन के पीला सहित, चालीस ठन गाय अऊ दस ठन बईला, अऊ बीस ठन गदही अऊ दस ठन गदहा। \v 16 ओह येमन ला दल-दल करके अपन दासमन ला सऊंप दीस अऊ ओमन ला कहिस, “मोर आघू-आघू चलव, अऊ हर एक दल के बीच म कुछू जगह रखव।” \p \v 17 जऊन ह सबले आघू के दल म रिहिस, ओला ओह ये हुकूम दीस: “जब मोर भईया एसाव तोर ले मिलही अऊ पुछही, ‘तें काकर दास अस, अऊ कहां जावत हस, अऊ तोर आघू म ये जो जम्मो जानवर जावत हंय, ओमन काकर अंय?’ \v 18 तब तें ये कहिबे, ‘येमन तोर दास याकूब के अंय। हे मोर मालिक एसाव, येमन तोर बर एक भेंट के रूप म भेजे गे हवंय, अऊ ओह खुद हमर पाछू-पाछू आवत हवय।’ ” \p \v 19 याकूब ह दूसर, तीसर अऊ ओ जम्मो झन ला घलो ये हुकूम दीस, जेमन जानवर के दलमन के पाछू-पाछू चलत रिहिन: “जब तुमन एसाव ले मिलहू, त तुमन घलो अइसनेच कहिहू। \v 20 अऊ ये जरूर कहिहू, ‘तोर दास याकूब ह हमर पाछू-पाछू आवत हे।’ ” काबरकि ओह ये सोचिस, “ये भेंटमन ला आघू भेजके, मेंह ओकर गुस्सा ला सांत कर लूहूं; अऊ बाद म, जब में ओकर ले मिलहूं, त सायद ओह मोला स्वीकार कर ले।” \v 21 एकरसेति याकूब के मनखेमन भेंट ला आघू लेके गीन, पर ओह खुद डेरा म ओ रथिया काटिस। \s1 याकूब ह परमेसर के संग कुस्ती लड़थे \p \v 22 ओ रथिया याकूब उठिस अऊ अपन दूनों घरवाली, अपन दूनों दासी अऊ अपन गियारह बेटामन ला लीस अऊ यब्बोक नदी के घाट के ओ पार हो गीस। \v 23 ओह ओमन ला नदी नहकाय के बाद, अपन जम्मो चीज ला घलो ओ पार भेजवा दीस। \v 24 याकूब ह एके झन उहां रह गीस, अऊ एक मनखे ह आके बिहान पहात तक ओकर संग कुस्ती लड़िस। \v 25 जब ओ मनखे ह देखिस कि ओह याकूब ला नइं जीत सकत हे, त ओह याकूब के जांघ के हाड़ा के जोड़ ला छुईस, तब कुस्ती लड़त याकूब के जांघ के हाड़ा ह चढ़ गीस। \v 26 तब ओ मनखे ह कहिस, “मोला जावन दे, काबरकि बिहान पहा गे हवय।” \p पर याकूब ह कहिस, “जब तक तें मोला आसीस नइं देबे, तब तक में तोला जावन नइं दंव।” \p \v 27 ओ मनखे ह ओकर ले पुछिस, “तोर का नांव ए?” \p ओह जबाब दीस, “याकूब।” \p \v 28 तब ओ मनखे ह कहिस, “तोर नांव अब याकूब नइं, पर इसरायल\f + \fr 32:28 \fr*\fq इसरायल \fq*\ft संभवतः येकर मतलब होथे \ft*\fqa ओह परमेसर संग लड़थे\fqa*\f* होही, काबरकि तें परमेसर अऊ मनखेमन संग कुस्ती लड़े हस अऊ जीते हस।” \p \v 29 याकूब ह कहिस, “किरपा करके मोला अपन नांव बता।” \p पर ओह कहिस, “तेंह मोर नांव काबर पुछत हस?” तब ओह ओला उहां आसीरबाद दीस। \p \v 30 एकरसेति याकूब ह ये कहिके ओ जगह के नांव पनिएल\f + \fr 32:30 \fr*\fq पनिएल \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa परमेसर के चेहरा\fqa*\f* रखिस, “परमेसर ला आमने-सामने देखके घलो मोर परान ह बांच गीस।” \p \v 31 जब ओह पनिएल ले जावत रिहिस, तब बेर निकल गे रिहिस, अऊ ओह जांघ के हाड़ा के कारन खोरवात रिहिस। \v 32 एकरसेति आज घलो इसरायलीमन जांघ के हाड़ा ला जोड़नेवाला नस ला नइं खावंय, काबरकि ओ मनखे ह याकूब के जांघ के जोड़ के नस के लकठा ला छुये रिहिस। \c 33 \s1 याकूब ह एसाव ले भेंट करथे \p \v 1 याकूब ह नजर उठाके देखिस कि एसाव चार सौ मनखेमन संग चले आवत हे; एकरसेति ओह लइकामन ला लिआ, राहेल अऊ दूनों दासीमन के बीच म बांट दीस। \v 2 ओह सबले आघू म दूनों दासी अऊ ओमन के लइकामन ला, ओकर बाद लिआ अऊ ओकर लइकामन ला, अऊ सब के पाछू म राहेल अऊ यूसुफ ला रखिस। \v 3 ओह खुद आघू-आघू चलिस अऊ जब ओह अपन भईया करा हबरिस, त सात बार भुइयां म गिरके दंडवत करिस। \p \v 4 पर एसाव ह याकूब संग भेंट करे बर दऊड़िस अऊ ओला छाती ले लगा लीस; ओह ओला बाहां म पोटारके चूमिस। अऊ ओ दूनों रोईन। \v 5 तब एसाव ह माईलोगन अऊ लइकामन ला देखिस अऊ पुछिस, “तोर संग येमन कोन अंय?” \p याकूब ह जबाब दीस, “येमन तोर सेवक के लइकामन अंय, जेमन ला परमेसर ह अनुग्रह करके दे हवय।” \p \v 6 तब दासी अऊ ओमन के लइकामन हबरिन अऊ आके दंडवत करिन। \v 7 फेर लिआ अऊ ओकर लइकामन आईन अऊ दंडवत करिन। सबले आखिरी म यूसुफ अऊ राहेल आईन, अऊ ओमन घलो दंडवत करिन। \p \v 8 एसाव ह पुछिस, “ये जो गाय-बईला अऊ भेड़-बकरी के दलमन रसता म मोला मिलिन, एकर का मतलब ए?” \p ओह कहिस, “हे मोर मालिक, ये जम्मो चीज एकरसेति अय कि तोर दया मोर ऊपर होवय।” \p \v 9 पर एसाव ह कहिस, “हे मोर भाई, मोर करा पहिले ही बहुंत हवय। जऊन कुछू तोर करा हवय, ओह तोरेच रहय।” \p \v 10 याकूब ह कहिस, “नइं, नइं! यदि तोर दया मोर ऊपर हवय, त मोर ये भेंट ला गरहन कर। काबरकि तोर चेहरा देखई ह परमेसर के चेहरा देखे सहीं अय, अऊ तेंह मोला खुसी से गरहन करे हस। \v 11 तोर करा जऊन भेंट लाय गे हे, ओला गरहन कर, काबरकि परमेसर ह मोर ऊपर अनुग्रह करे हवय अऊ मोर करा मोर जरूरत के जम्मो चीज हवय।” अऊ जब याकूब ह बहुंत बिनती करिस, त एसाव ह ओ भेंट ला गरहन कर लीस। \p \v 12 फेर एसाव ह कहिस, “आ, अब हमन चलन; में तोर संग चलहूं।” \p \v 13 पर याकूब ह ओला कहिस, “हे मोर मालिक, तेंह जानत हस कि मोर संग नान-नान लइकामन हवंय अऊ ओ भेड़ अऊ गायमन के देखभाल करना जरूरी ए, जऊन मन अपन लइकामन ला दूध पीयावत हें। यदि येमन एक दिन भी जादा खेदे जाहीं, त जम्मो के जम्मो पसु मर जाहीं। \v 14 एकरसेति मोर मालिक ह अपन सेवक के आघू चलय, अऊ मेंह ये पसु जऊन मन मोर आघू म रेंगत हवंय, ओमन के मुताबिक अऊ लइकामन के रेंगई के मुताबिक धीरे-धीरे चलहूं, अऊ सेईर म अपन मालिक करा हबरहूं।” \p \v 15 एसाव ह कहिस, “त मोर कुछू मनखेमन ला तोर संग छोंड़ देवत हंव।” \p याकूब ह कहिस, “पर अइसने काबर करबे? सिरिप मोर मालिक के दया मोर ऊपर बने रहय, अतकेच ह बहुंत ए।” \p \v 16 तब एसाव ह ओही दिन वापिस सेईर जाय बर निकलिस। \v 17 पर याकूब ह उहां ले सुक्कोत गीस, अऊ उहां अपन बर एक घर अऊ अपन पसुमन बर कोठा बनाईस। एकरसेति ओ जगह के नांव सुक्कोत\f + \fr 33:17 \fr*\fq सुक्कोत \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa आसरय\fqa*\f* परिस। \p \v 18 याकूब ह पदन-अराम\f + \fr 33:18 \fr*\ft याने कि, उत्तर-पछिम मेसोपोटामिया\ft*\f* ले आय के बाद, कनान के सकेम सहर म सही-सलामत हबरिस अऊ सहर के लकठा म अपन डेरा ठाढ़ करिस। \v 19 भुइयां के जऊन भाग म, ओह तम्बू गाड़े रिहिस, ओला ओह सकेम के ददा, हमोर के बेटामन के हांथ ले एक सौ चांदी के टुकड़ा म बिसाय रिहिस। \v 20 उहां ओह एक बेदी बनाईस अऊ ओकर नांव एल-एलोहे-इसरायल\f + \fr 33:20 \fr*\fq एल-एलोहे-इसरायल \fq*\ft के मतलब हो सकथे \ft*\fqa एल इसरायल के परमेसर ए \fqa*\ft या \ft*\fqa सक्तिसाली ए इसरायल के परमेसर\fqa*\f* रखिस। \c 34 \s1 दीना अऊ सकेमीमन \p \v 1 एक दिन लिआ के बेटी, दीना जेह याकूब ले जनमे रिहिस, ओ देस के छोकरीमन संग भेंट करे बर निकलिस। \v 2 जब ओ इलाका के हाकिम, हिब्बी हमोर के बेटा सकेम ह ओला देखिस, त ओह ओला ले जाके ओकर संग कुकरम करिस। \v 3 ओकर दिल ह याकूब के बेटी दीना म लग गीस; ओह ओ जवान छोकरी ले मया करिस अऊ ओकर ले गुरतूर बात करिस। \v 4 अऊ सकेम ह अपन ददा हमोर ला कहिस, “ये छोकरी ला मोर घरवाली के रूप म लान दे।” \p \v 5 जब याकूब ह सुनिस कि ओकर बेटी दीना ह असुध हो गे हे; त ओ समय ओकर बेटामन ओकर पसुमन संग मैदान म रिहिन; एकरसेति ओह ओमन के घर आवत तक, एकर बारे म कुछू नइं करिस। \p \v 6 तब सकेम के ददा हमोर ह निकलके याकूब करा बातचीत करे बर आईस। \v 7 इही बीच म, जइसने ही याकूब के बेटामन ये बात ला सुनिन, त ओमन मैदान ले घर आ गीन। ओमन ला ये बात ला सुनके धक्का लगिस अऊ ओमन बहुंत गुस्सा हो गीन, काबरकि सकेम ह याकूब के बेटी संग कुकरम करके इसरायल के घराना ले गंवारी के काम करे रिहिस—एक अइसने काम, जेला नइं करना रिहिस। \p \v 8 पर हमोर ह ओमन ला कहिस, “मोर बेटा सकेम ह तोर बेटी ऊपर दिल लगा बईठे हे। किरपा करके अपन बेटी ला मोर बेटा के घरवाली के रूप म देय दे। \v 9 हमर संग सादी-बिहाव करव; अपन बेटीमन ला हमन ला दव अऊ हमर बेटीमन ला अपन बर लव। \v 10 तुमन हमर बीच म रह सकत हव; ये देस ह तुम्हर बर खुला हवय। इहां रहव; काम-धंधा करव, अऊ अपन बर इहां संपत्ति बनावव।” \p \v 11 तब सकेम ह दीना के ददा अऊ भाईमन ला कहिस, “मोर ऊपर तुमन दया करव, अऊ जऊन कुछू भी तुमन बोलहू, मेंह दूहूं। \v 12 दुलहिन के जो भी दाम बोलहू, मेंह दूहूं अऊ जतेक बड़े भेंट तुमन पसंद करव, मेंह लानहूं, अऊ जऊन कुछू घलो कहव, मेंह दूहूं। पर ओ जवान छोकरी ला मोर घरवाली होय बर मोला दव।” \p \v 13 काबरकि ओमन के बहिनी दीना ह असुध हो गे रिहिस, याकूब के बेटामन सकेम अऊ ओकर ददा हमोर ला छल करके जबाब दीन। \v 14 ओमन कहिन, “हमन अइसन काम नइं कर सकन; हमन अइसने मनखे ला हमर बहिनी नइं दे सकन, जेकर खतना नइं होय हवय। येह हमर ऊपर एक कलंक होही। \v 15 हमन तुम्हर संग सिरिप एक सर्त म सहमत होबो अऊ ओ ये अय कि तुम्हर जम्मो पुरूसमन खतना करवाके हमर सहीं हो जावंय। \v 16 तब हमन अपन बेटीमन ला तुमन ला बिहाव म देबो अऊ तुम्हर बेटीमन ला अपन बर बिहाव म लेबो। हमन तुम्हर बीच म रहिबो अऊ तुम्हर संग एक जात के मनखे हो जाबो। \v 17 पर यदि तुमन अपन खतना करवाय बर राजी नइं होहू, त हमन अपन बहिनी ला लेके इहां ले चले जाबो।” \p \v 18 ओमन के ये बात हमोर अऊ ओकर बेटा सकेम ला बने लगिस। \v 19 सकेम ह अपन ददा के जम्मो घराना म सबले जादा नामी रिहिस, अऊ ओमन के कहे काम ला करे बर ओह देरी नइं करिस, काबरकि ओह याकूब के बेटी ला अब्बड़ चाहत रिहिस। \v 20 एकरसेति हमोर अऊ ओकर बेटा सकेम अपन सहर के कपाट करा जाके सहर के मनखेमन ला अइसने समझाय लगिन, \v 21 “ओ मनखेमन हमर संग संगवारी के रूप म रहे चाहथें; ओमन ला हमर देस म रहिके लेन-देन करन देवन; ये देस म ओमन बर बहुंत जगह हवय। हमन ओमन के बेटीमन ले बिहाव कर सकत हन अऊ ओमन हमर बेटीमन ले बिहाव कर सकथें। \v 22 पर ओमन सिरिप एक सर्त म हमर संग एक मनखे के रूप म रहे बर तियार हवंय, अऊ ओ ये अय कि ओमन के सहीं हमर जम्मो आदमीमन के खतना होवय। \v 23 का ओमन के भेड़-बकरी, गाय-बईला, ओमन के धन-संपत्ति अऊ ओमन के जम्मो आने पसुमन हमर नइं हो जाहीं? एकरसेति आवव, हमन ओमन के बात ला मान लेवन, त ओमन हमर संग रहिहीं।” \p \v 24 ओ जम्मो मनखे, जऊन मन सहर के कपाट ले बाहिर निकले रिहिन, ओमन हमोर अऊ ओकर बेटा सकेम के बात ला मान लीन, अऊ सहर म हर आदमी के खतना करे गीस। \p \v 25 तीन दिन के बाद, जब ओ जम्मो झन पीरा म रिहिन, तब सिमोन अऊ लेवी, याकूब के दू झन बेटा, जेमन दीना के भाई रिहिन, अपन-अपन तलवार लेके सहर के मनखेमन के बिगर जानत हमला कर दीन अऊ जम्मो आदमीमन ला मार डारिन। \v 26 ओमन हमोर अऊ ओकर बेटा सकेम ला तलवार ले मार डारिन अऊ दीना ला सकेम के घर ले, ले गीन। \v 27 याकूब के बेटामन लासमन के ऊपर होवत आईन अऊ ओ सहर ला लूट लीन, जिहां ओमन के बहिनी ला असुध करे गे रिहिस। \v 28 ओमन भेड़-बकरी अऊ गाय-बईला अऊ गदहा अऊ सहर अऊ मैदान के ओमन के जम्मो चीज ला लूट लीन। \v 29 ओमन उहां के जम्मो संपत्ति अऊ जम्मो माईलोगन अऊ लइकामन ला ले गीन, अऊ उहां के हर घर के सामान ला घलो लूटके ले गीन। \p \v 30 तब याकूब ह सिमोन अऊ लेवी ला कहिस, “तुमन ये देस के निवासी कनानी अऊ परिज्जीमन के मन म मोर बर घिन पईदा करे हव, अऊ मोला तुमन संकट म डार दे हव। हमन गनती म थोरकन मनखे हन, अऊ यदि ओमन एक संग आहीं अऊ मोर ऊपर चढ़ई कर दीहीं, त में अऊ मोर घराना नास हो जाही।” \p \v 31 पर ओमन कहिन, “का ओला हमर बहिनी संग एक बेस्या के सहीं बरताव करना सही रिहिस?” \c 35 \s1 याकूब ह बेतेल लहुंटथे \p \v 1 तब परमेसर ह याकूब ला कहिस, “इहां ले निकलके बेतेल म जा अऊ उहां बस जा, अऊ उहां परमेसर बर एक बेदी बना, जऊन ह तोला ओ समय दरसन दीस, जब तें अपन भाई एसाव ले डरके भागत रहय।” \p \v 2 तब याकूब ह अपन घराना अऊ अपन संग के जम्मो झन ला कहिस, “तुमन जऊन पराय देवतामन ला अपन संग रखे हव, ओमन ला निकाल फेंकव, अऊ अपनआप ला सुध करव अऊ अपन कपड़ामन ला बदल डारव। \v 3 तब आवव, हमन इहां ले निकलके बेतेल जाबो; उहां में परमेसर बर एक ठन बेदी बनाहूं, जऊन ह संकट के दिन म मोर बात सुनिस अऊ जिहां घलो में गेंव, ओह मोर संग म रिहिस।” \v 4 एकरसेति ओमन अपन जम्मो पराय देवता अऊ अपन कान के कुंडलमन ला याकूब ला दे दीन, अऊ ओह ओ जम्मो ला सकेम म बलूत रूख के खाल्हे म गड़िया दीस। \v 5 तब ओमन आघू बढ़िन, अऊ ओमन के चारों कोति के नगरमन के निवासी के मन म परमेसर के डर हमा गीस, जेकर कारन कोनो ओमन के पीछा नइं करिन। \p \v 6 याकूब अऊ ओकर संग के जम्मो मनखेमन कनान देस के लूज नगर म आईन। लूज ला बेतेल घलो कहे जाथे। \v 7 उहां ओह एक ठन बेदी बनाईस, अऊ ओ जगह के नांव एल बेतेल\f + \fr 35:7 \fr*\fq एल बेतेल \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa बेतेल के परमेसर\fqa*\f* रखिस, काबरकि येह ओ जगह रिहिस, जिहां परमेसर ह ओकर करा परगट होईस, जब ओह अपन भईया के डर ले भागत रिहिस। \p \v 8 रिबका के धाई दबोरा ह मर गीस, अऊ ओला बेतेल के बाहिर बलूत रूख के खाल्हे म माटी दिये गीस। एकरसेति ओ रूख के नांव अल्लोन-बकूत\f + \fr 35:8 \fr*\fq अल्लोन-बकूत \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa रोवइया बांझ रूख\fqa*\f* रखे गीस। \p \v 9 याकूब के पदन-अराम ले लहुंटे के बाद, परमेसर ह ओला फेर दरसन देके आसीस दीस। \v 10 परमेसर ह ओला कहिस, “तोर नांव याकूब\f + \fr 35:10 \fr*\fq याकूब \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa ओह एड़ी ला धरथे \fqa*\ft इबरानी भासा के मुहावरा म येकर मतलब होथे \ft*\fqa ओह धोखा देथे\fqa*\f* ए, पर अब ले तोला याकूब नइं कहे जाय; तोर नांव इसरायल\f + \fr 35:10 \fr*\fq इसरायल \fq*\ft संभवतः येकर मतलब होथे \ft*\fqa ओह परमेसर के संग लड़थे\fqa*\f* होही।” अऊ परमेसर ह ओकर नांव इसरायल रखिस। \p \v 11 फेर परमेसर ह ओला कहिस, “में सर्वसक्तिमान\f + \fr 35:11 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa एल-सद्दाई\fqa*\f* परमेसर अंव; तें फूल-फर अऊ गनती म बढ़। तोर ले एक जाति अऊ जातिमन के एक समुदाय बनही, अऊ तोर बंस म राजामन पईदा होहीं। \v 12 जऊन देस मेंह अब्राहम अऊ इसहाक ला दे रहेंव, ओला में तोला घलो देवत हंव, अऊ तोर पाछू ये देस तोर बंसमन ला घलो दूहूं।” \v 13 तब परमेसर जिहां याकूब ले बात करत रिहिस, उहां ले ऊपर चल दीस। \p \v 14 जऊन जगह म परमेसर ह याकूब ले बात करे रिहिस, उहां याकूब ह पथरा के एक खंभा ठाढ़ करिस, अऊ ओह ओकर ऊपर पेय-बलिदान के चढ़ावा चघाके तेल घलो डारिस। \v 15 जऊन मेर परमेसर ह याकूब ले बात करिस, ओ जगह के नांव याकूब ह बेतेल\f + \fr 35:15 \fr*\fq बेतेल \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa परमेसर के घर\fqa*\f* रखिस। \s1 राहेल अऊ इसहाक के मऊत \p \v 16 तब ओमन बेतेल ले आघू बढ़िन। जब ओमन एपराता सहर ले थोरकन दूरिहा म रिहिन, तभे राहेल ला छेवारी होय के बहुंत पीरा होय लगिस। \v 17 अऊ जब ओला भारी पीरा होय लगिस, तब धाई ह ओला कहिस, “निरास झन हो, काबरकि तोर फेर एक बेटा होय हवय।” \v 18 राहेल के मरे के घरी आ गीस, पर परान छूटत-छूटत ओह अपन बेटा के नांव बेन-ओनी\f + \fr 35:18 \fr*\fq बेन-ओनी \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa मोर दुख के बेटा\fqa*\f* रखिस। पर ओकर ददा ह ओकर नांव बिनयामीन\f + \fr 35:18 \fr*\fq बिनयामीन \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa मोर जेवनी हांथ के बेटा\fqa*\f* रखिस। \p \v 19 ये किसम ले राहेल के मऊत हो गीस अऊ एपराता याने कि बैतलहम के डहार म ओला माटी देय गीस। \v 20 याकूब ह ओकर कबर ऊपर एक खंभा ठाढ़ करिस, अऊ आज तक ओ खंभा ह राहेल के कबर के चिनहां ए। \p \v 21 इसरायल ह फेर आघू बढ़िस अऊ मिग्दल-एदेर के बाहिर अपन तम्बू ठाढ़ करिस। \v 22 जब इसरायल ह ओ छेत्र म रहत रिहिस, तब एक दिन रूबेन ह जाके अपन ददा के रखैल बिलहा संग कुकरम करिस, अऊ ये बात इसरायल ला पता चल गीस। \b \lh याकूब के बारह बेटा रिहिन: \b \li1 \v 23 ओमा ले लिआ के बेटा येमन रिहिन: \li2 याकूब के बड़े बेटा रूबेन, \li2 फेर सिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार अऊ जबूलून। \li1 \v 24 अऊ राहेल के बेटा येमन रिहिन: \li2 यूसुफ अऊ बिनयामीन। \li1 \v 25 अऊ राहेल के दासी बिलहा के बेटा येमन रिहिन: \li2 दान अऊ नपताली। \li1 \v 26 अऊ लिआ के दासी जिलपा के बेटा येमन रिहिन: \li2 गाद अऊ आसेर। \b \lf येमन याकूब के बेटा रिहिन, जेमन ओकर ले पदन-अराम म जनमिन। \b \p \v 27 याकूब अपन ददा इसहाक के घर ममरे म आईस, जऊन ह किरयत-अरबा याने कि हेबरोन के लकठा म हवय; ममरे म अब्राहम अऊ इसहाक परदेसी होके रहे रिहिन। \v 28 इसहाक के उमर एक सौ अस्सी बछर के होईस। \v 29 तब ओह आखिरी सांस लीस अऊ मर गीस अऊ डोकरा अऊ पूरा उमर के होके अपन पुरखामन संग जा मिलिस। अऊ ओकर बेटा एसाव अऊ याकूब ओला माटी दीन। \c 36 \s1 एसाव के संतानमन \p \v 1 एसाव जेला एदोम घलो कहे जाथे, ओकर परिवार के बिबरन ये अय। \b \p \v 2 एसाव ह कनानी माईलोगनमन ले बिहाव करे रिहिस: याने कि हित्ती एलोन के बेटी आदा, अऊ अना के बेटी ओहोलीबामा, जऊन ह हिब्बी सिबोन के नतनीन रिहिस। \v 3 अऊ ओह इसमायल के बेटी बासमत ले घलो बिहाव करे रिहिस, जऊन ह नबायोत के बहिनी रिहिस। \p \v 4 एसाव के घरवाली आदा ह एलीपज ला, अऊ बासमत ह रूएल ला जनम दीस। \v 5 अऊ ओहोलीबामा ह यूस, यालाम अऊ कोरह ला जनम दीस। एसाव के ये बेटामन कनान देस म पईदा होईन। \p \v 6 एसाव ह अपन घरवाली अऊ बेटा-बेटी अऊ घर के जम्मो मनखेमन, अऊ अपन भेड़-बकरी अऊ गाय-बईला अऊ जम्मो दूसर पसुमन अऊ कनान देस म कमाय जम्मो संपत्ति ला लीस, अऊ अपन भाई याकूब करा ले एक-दूसर देस म चल दीस। \v 7 काबरकि ओमन के धन-संपत्ति अतेक हो गे रिहिस कि ओमन एक संग नइं रहे सकिन; ओमन करा अतेक पसु हो गे रिहिन कि जिहां ओमन रहत रिहिन, उहां ओमन के चारा-पानी के परबंध नइं हो सकत रिहिस। \v 8 एकरसेति एसाव याने कि एदोम ह सेईर नांव के पहाड़ी देस म रहे लगिस। \b \lh \v 9 सेईर नांव के पहाड़ी देस म रहइया एदोमीमन के पुरखा एसाव के बंसावली ये अय। \b \li1 \v 10 एसाव के बेटामन के नांव ये अय: \li2 एसाव के घरवाली आदा के बेटा एलीपज, अऊ एसाव के घरवाली बासमत के बेटा रूएल। \li1 \v 11 एलीपज के बेटामन: \li2 तेमान, ओमार, सपो, गाताम अऊ कनज। \v 12 एसाव के बेटा एलीपज के तिमना नांव के एक रखैल रिहिस, जेह एलीपज कोति ले अमालेक ला जनम दीस। एसाव के घरवाली आदा के नाती येमन होईन। \li1 \v 13 रूएल के बेटामन: \li2 नहत, जेरह, सम्मा, अऊ मिज्जा। एसाव के घरवाली बासमत के नाती येमन होईन। \li1 \v 14 एसाव के घरवाली ओहोलीबामा, जऊन ह अना के बेटी अऊ सिबोन के नतनीन रिहिस, ओह एसाव कोति ले ये बेटामन ला जनम दीस: \li2 यूस, यालाम अऊ कोरह। \b \lh \v 15 एसाव के बंस म येमन मुखिया होईन: \li1 एसाव के पहिलांत बेटा एलीपज के बेटामन: \li2 मुखियामन—तेमान, ओमार, सपो, कनज, \v 16 कोरह, गाताम अऊ अमालेक। एलीपज के बंस म ले, एदोम देस म येमन मुखिया होईन अऊ येमन आदा के नाती रिहिन। \li1 \v 17 एसाव के बेटा रूएल के बेटामन: \li2 मुखियामन—नहत, जेरह, सम्मा, मिज्जा। रूएल के बंस म ले, एदोम देस म येमन मुखिया होईन अऊ येमन एसाव के घरवाली बासमत के नाती रिहिन। \li1 \v 18 एसाव के घरवाली ओहोलीबामा के बेटामन: \li2 मुखियामन—यूस, यालाम, कोरह। एसाव के घरवाली ओहोलीबामा, जेह अना के बेटी रिहिस, ओकर बंस म येमन मुखिया होईन। \lf \v 19 एसाव याने कि एदोम के बेटामन येमन रिहिन, अऊ येमन ओमन के मुखिया रिहिन। \b \li1 \v 20 सेईर, जऊन ह होरी जाति के रिहिस, ओकर ये बेटामन ओ इलाका म रहत रिहिन: \li2 लोतान, सोबाल, सिबोन, अना, \v 21 दीसोन, एसेर अऊ दीसान। एदोम देस म, सेईर के येमन ही होरी जाति के मुखिया होईन। \li1 \v 22 लोतान के बेटामन: \li2 होरी अऊ होमाम।\f + \fr 36:22 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa हेमाम \fqa*\ft येह \ft*\fq होमाम \fq*\ft के आने नांव ए (देखव \+xt 1 इति 1:39)\+xt*\ft*\f* तिमना ह लोतान के बहिनी रिहिस। \li1 \v 23 सोबाल के बेटामन: \li2 आलवान, मानहत, एबाल, सपो अऊ ओनाम। \li1 \v 24 सिबोन के बेटामन: \li2 अय्या अऊ अना। येह ओही अना अय, जेला सुन्ना जगह म अपन ददा सिबोन के गदहामन ला चरात बेरा गरम पानी के झरना मिलिस। \li1 \v 25 अना के लइकामन: \li2 अना के दीसोन\f + \fr 36:25 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa दीसान \fqa*\ft जऊन ह \ft*\fq दीसोन \fq*\ft के आने नांव ए\ft*\f* नांव के बेटा अऊ ओहोलीबामा नांव के बेटी होईस। \li1 \v 26 दीसोन के बेटामन: \li2 हेमदान, एसबान, यितरान अऊ करान। \li1 \v 27 एसेर के बेटामन: \li2 बिलहान, जाबान अऊ अकान। \li1 \v 28 दीसान के बेटामन: \li2 ऊस अऊ अरान। \li1 \v 29 होरी जाति के मुखिया येमन होईन: \li2 लोतान, सोबाल, सिबोन, अना, \v 30 दीसोन, एसेर, दीसान। \lf सेईर के देस म, अपन दल के मुताबिक येमन होरी जाति के मुखिया रिहिन। \s1 एदोम के राजामन \lh \v 31 कोनो इसरायली राजा के एदोम म राज करे के पहिली, येमन ओ राजा रिहिन, जेमन एदोम म राज करिन: \li1 \v 32 बेओर के बेटा बेला ह एदोम के राजा बनिस। ओकर सहर के नांव दिनहाबा रखे गीस। \li1 \v 33 बेला के मरे के बाद, बोसरा के रहइया जेरह के बेटा योबाब ओकर जगह म राजा बनिस। \li1 \v 34 योबाब के मरे के बाद, तेमानीमन के देस के हूसाम ओकर जगह म राजा होईस। \li1 \v 35 जब हूसाम ह मर गीस, त बदद के बेटा हदद ह ओकर जगह म राजा होईस: येह ओही अय, जऊन ह मोआब के देस म मिदयानीमन ला हराईस। ओकर सहर के नांव अबीत रखे गीस। \li1 \v 36 हदद के मरे के बाद, मसरेका नगर के रहइया समला ह ओकर जगह म राजा होईस। \li1 \v 37 जब समला ह मर गीस, त साऊल ह ओकर जगह म राजा होईस, जेह नदी के तीर म बसे रहोबोत नगर के रिहिस। \li1 \v 38 साऊल के मरे के बाद, अकबोर के बेटा बाल-हानान ओकर जगह म राजा होईस। \li1 \v 39 अकबोर के बेटा बाल-हानान के मरे के बाद, ओकर जगह म हदद राजा होईस। ओकर सहर के नांव पाऊ रखे गीस, अऊ ओकर घरवाली के नांव महेतबेल रिहिस, जऊन ह मतरेद के बेटी अऊ मे-जाहब के नतनीन रिहिस। \b \lh \v 40 अपन कुल अऊ इलाका के मुताबिक एसाव के बंस के मुखियामन के नांव ये रिहिस: \li1 तिमना, अलबा, यतेत, \li1 \v 41 ओहोलीबामा, एला, पीनोन, \li1 \v 42 कनज, तेमान, मिबसार, \li1 \v 43 मगदीएल अऊ ईराम। \lf देस म कब्जा करे के बाद, अपन-अपन जगह के मुताबिक येमन एदोम के मुखिया रिहिन। \b \lf येह एसाव के बंसावली अय, जेह एदोमीमन के पुरखा अय। \c 37 \s1 यूसुफ के सपना \p \v 1 याकूब तो कनान देस म रहत रिहिस, जिहां ओकर ददा रहत रिहिस। \b \p \v 2 याकूब के परिवार के बिबरन ये अय। \b \p यूसुफ सतरह बछर के एक जवान रिहिस अऊ अपन भाईमन संग भेड़-बकरी चरात रिहिस; ओकर ये भाईमन ओकर ददा के घरवाली बिलहा अऊ जिलपा के बेटामन रिहिन; अऊ यूसुफ ह अपन भाईमन के खराप काम के खबर अपन ददा ला बताय करय। \p \v 3 इसरायल ह यूसुफ ला अपन जम्मो दूसर बेटामन ले जादा मया करय, काबरकि ओह ओकर बुढ़त काल म जनमे रिहिस; अऊ इसरायल ह ओकर बर एक रंग-बिरंगा अंगरखा बनाय रिहिस। \v 4 जब ओकर भाईमन देखिन कि ओमन के ददा ह ओ जम्मो झन ले जादा यूसुफ ले मया करथे, त ओमन ओकर ले नफरत करे लगिन अऊ ओकर ले ठीक से बात घलो नइं करत रिहिन। \p \v 5 यूसुफ ह एक सपना देखिस, अऊ जब ओकर बारे म, ओह अपन भाईमन ला बताईस, त ओमन ओकर ले अऊ नफरत करे लगिन। \v 6 ओह ओमन ला कहिस, “जऊन सपना मेंह देखे हंव, ओला सुनव: \v 7 हमन खेत म अनाज के बीड़ा बांधत रहेंन, त मेंह देखेंव कि मोर बीड़ा ह उठके ठाढ़ हो गीस, जबकि तुम्हर बीड़ामन मोर बीड़ा के चारों कोति जूर गीन अऊ ओला दंडवत करिन।” \p \v 8 ओकर भाईमन ओला कहिन, “का तेंह हमर ऊपर राज करे के इरादा करत हस? का तेंह सही म हमर ऊपर राज करबे?” यूसुफ के सपना अऊ ओह जऊन कुछू कहिस, ओकर कारन ओमन ओकर ले अऊ जादा नफरत करे लगिन। \p \v 9 तब ओह एक ठन अऊ सपना देखिस, अऊ अपन भाईमन ला ये सपना के बारे म घलो बताईस। ओह कहिस, “सुनव, मेंह एक अऊ सपना देखे हंव, अऊ ये बखत सूरज अऊ चंदा अऊ गियारह तारामन मोला दंडवत करत रिहिन।” \p \v 10 जब ओह अपन सपना के बारे म अपन भाईमन ला अऊ फेर अपन ददा ला बताईस, त ओकर ददा ह ओला घुड़कके कहिस, “ये का सपना तेंह देखे हस? का सच म, तोर दाई अऊ में अऊ तोर भाईमन आबो अऊ तोर आघू म भुइयां म गिरके तोला दंडवत करबो?” \v 11 ओकर भाईमन ओकर ले जलन करे लगिन, पर ओकर ददा ह ये बात ला अपन मन म रखिस। \s1 यूसुफ ला ओकर भाईमन बेच देथें \p \v 12 यूसुफ के भाईमन अपन ददा के भेड़-बकरीमन ला चराय बर सकेम के लकठा म गे रिहिन, \v 13 तब इसरायल ह यूसुफ ला कहिस, “जइसे कि तेंह जानथस, तोर भाईमन सकेम के लकठा म भेड़-बकरी चरावत हंय। एकरसेति आ, में तोला ओमन करा पठोहूं।” \p त ओह जबाब दीस, “बने बात ए।” \p \v 14 तब इसरायल ह ओला कहिस, “जा अऊ देख कि तोर भाई अऊ भेड़-बकरीमन कइसन हवंय, अऊ आके मोला ओमन के खबर बता।” तब ओह ओला हेबरोन के घाटी म ले पठोईस। \p जब यूसुफ ह सकेम हबरिस, \v 15 त एक मनखे ह ओला मैदान म एती-ओती भटकत देखके ओकर ले पुछिस, “तेंह का खोजत हस?” \p \v 16 ओह कहिस, “मेंह अपन भाईमन ला खोजत हंव। का तें मोला बता सकत हस कि ओमन अपन भेड़-बकरीमन ला कहां चरात हवंय?” \p \v 17 ओ मनखे ह जबाब दीस, “ओमन इहां ले चल दीन हंय, अऊ मेंह ओमन ला ये कहत सुने हंव, ‘आवव, हमन दोतान जाबो।’ ” \p एकरसेति यूसुफ अपन भाईमन के पाछू गीस, अऊ ओमन ला दोतान के लकठा म पाईस। \v 18 एकर पहिली कि ओह अपन भाईमन करा हबरतिस, ओकर भाईमन ओला दूरिहा ले आवत देख डारिन, अऊ ओला मार डारे के उपाय करिन। \p \v 19 ओमन आपस म कहे लगिन, “देखव, ओ सपना देखइया आवत हे। \v 20 आवव, हमन ओला मारके कोनो खंचवा म फटिक दन अऊ ये कहन कि कोनो हिंसक पसु ओला मारके खा लीस। तब हमन देखबो कि ओकर सपना के का होथे।” \p \v 21 जब रूबेन ह ये बात ला सुनिस, त ओह ओला ओमन के हांथ ले बंचाय के बिचार करिस अऊ कहिस, “हमन ओकर परान नइं लेवन; \v 22 लहू झन बहावव। ओला इहां सुन्ना जगह के ये खंचवा म फटिक दव, पर ओकर ऊपर हांथ झन उठावव।” रूबेन ह ओला ओमन के हांथ ले बचाके अपन ददा करा वापिस लाने चाहत रिहिस। \p \v 23 एकरसेति जब यूसुफ अपन भाईमन करा हबरिस, तब ओमन ओकर रंग-बिरंगा अंगरखा ला उतार लीन, जेला ओह पहिरे रिहिस, \v 24 अऊ ओमन ओला लेके खंचवा म फटिक दीन; ओ खंचवा ह खाली रिहिस अऊ ओमा पानी नइं रिहिस। \p \v 25 जब ओमन रोटी खाय बर बईठिन, त देखिन कि इसमायलीमन के एक दल ह गिलाद ले आवत रहय। ओमन के ऊंटमन ऊपर मसाला, मलहम अऊ गंधरस लदाय रहय, अऊ ओमन ओला लेके मिसर देस जावत रिहिन। \p \v 26 तब यहूदा ह अपन भाईमन ला कहिस, “अपन भाई ला मारके ओकर खून ला छुपाय ले हमन ला का फायदा होही? \v 27 आवव, हमन ओला इसमायलीमन के हांथ म बेच देवन अऊ अपन हांथ ओकर ऊपर झन उठावन; काबरकि ओह हमर भाई, हमर अपन मांस अऊ खून अय।” अऊ ओकर भाईमन ओकर बात ला मान लीन। \p \v 28 एकरसेति जब मिदयानी बेपारीमन ओमन के लकठा म हबरिन, त यूसुफ के भाईमन ओला खंचवा ले बाहिर निकालिन अऊ इसमायलीमन के हांथ म चांदी के बीस सेकेल\f + \fr 37:28 \fr*\ft लगभग 230 ग्राम\ft*\f* म बेच दीन, अऊ ओमन यूसुफ ला मिसर देस ले गीन। \p \v 29 जब रूबेन ह खंचवा करा लहुंटिस अऊ देखिस कि यूसुफ ह उहां नइं ए, त दुखी होके ओह अपन ओनहा ला चीरिस, \v 30 अऊ अपन भाईमन करा वापिस जाके कहिस, “छोकरा तो उहां नइं ए! अब में कहां जावंव?” \p \v 31 तब ओमन यूसुफ के अंगरखा ला लीन, अऊ एक ठन बोकरा ला मारके ओकर लहू म ओला बोर दीन। \v 32 ओमन ओ रंग-बिरंगा अंगरखा ला अपन ददा करा वापिस ले जाके कहिन, “येह हमन ला मिले हे। तेंह जांचके देख ले कि येह तोर बेटा के अय कि नइं।” \p \v 33 ओह ओला चिन डारिस अऊ कहिस, “येह तो मोर बेटा के अंगरखा ए! कोनो हिंसक पसु ह ओला मारके खा डारिस। सही म, यूसुफ के कुटा-कुटा कर दे गे हवय।” \p \v 34 तब याकूब ह दुख म अपन ओनहा ला चीरिस, बोरा ला पहिरिस अऊ अपन बेटा बर अब्बड़ दिन ले दुख मनाईस। \v 35 ओकर जम्मो बेटा-बेटीमन ओला सांति देय बर आईन, पर ओला सांति नइं मिलिस। ओह कहिस, “नइं, मेंह तब तक दुख मनात रहिहूं, जब तक में अपन बेटा करा कबर म माटी नइं पा जावंव।” ये किसम ले ओकर ददा ह ओकर बर रोते रिहिस। \p \v 36 ये बीच म, मिदयानीमन यूसुफ ला मिसर देस ले जाके पोतीफर के हांथ म बेच दीन। पोतीफर ह फिरौन राजा के एक हाकिम याने कि राजा के अंगरछकमन के मुखिया रिहिस। \c 38 \s1 यहूदा अऊ तामार \p \v 1 ओ समय अइसन होईस कि यहूदा ह अपन भाईमन करा ले चल दीस अऊ हीरा नांव के अदुल्लाम गांव के रहइया मनखे करा रहे लगिस। \v 2 उहां यहूदा ह सूआ नांव के कनानी मनखे के बेटी ला देखिस; अऊ ओकर ले बिहाव करके ओकर संग सुतिस। \v 3 ओह आसरा म होके एक बेटा ला जनम दीस, जेकर नांव एर रखे गीस। \v 4 ओह फेर आसरा म होईस अऊ एक बेटा ला जनम दीस अऊ ओह ओकर नांव ओनान रखिस। \v 5 ओह एक अऊ बेटा ला जनमिस, जेकर नांव सेलह रखे गीस। जऊन समय एकर जनम होईस, ओ समय यहूदा ह कजीब म रहत रिहिस। \p \v 6 यहूदा ह तामार नांव के एक माईलोगन ले अपन बड़े बेटा एर के बिहाव कर दीस। \v 7 पर यहूदा के बड़े बेटा एर ह यहोवा के नजर म दुस्ट मनखे रिहिस; एकरसेति यहोवा ह ओला मार डारिस। \p \v 8 तब यहूदा ह ओनान ला कहिस, “अपन भौजी संग सुत अऊ ओकर संग देवर के धरम पूरा करके अपन भाई बर संतान पईदा कर।” \v 9 पर ओनान जानत रिहिस कि जऊन संतान जनमही, ओह ओकर नइं होवय; एकरसेति ओह जब भी अपन भौजी संग सुते, त अपन बीर्य ला ओह भुइयां म गिरा दे, ताकि ओकर भाई के नांव ले कोनो संतान झन होवय। \v 10 जऊन कुछू ओह करत रिहिस, ओह यहोवा के नजर म दुस्टता के काम रिहिस, एकरसेति यहोवा ह ओला घलो मार डारिस। \p \v 11 तब यहूदा ह ये सोचके कि कहूं सेलह ह घलो अपन भाईमन सहीं मर न जावय, अपन बहू तामार ले कहिस, “जब तक मोर बेटा सेलह जवान नइं हो जावय, तब तक तें अपन ददा के घर म बिधवा के रूप म रह।” एकरसेति तामार ह अपन ददा के घर म जाके रहे लगिस। \p \v 12 बहुंत समय के बाद, यहूदा के घरवाली याने कि सूआ के बेटी मर गीस। जब यहूदा ह दुख ला भुला गीस, त ओह अपन भेड़ के ऊन कतरइयामन करा तिमना नगर गीस, अऊ संग म अपन संगी अदुल्लाम के रहइया हीरा ला घलो ले गीस। \p \v 13 जब तामार ला ये खबर मिलिस, “तोर ससुर ह अपन भेड़मन के ऊन कतरे बर तिमना जावथे।” \v 14 त ओह अपन बिधवा के पहिरावा ला उतारिस अऊ घूंघट डारके अपन ला ढांप लीस, अऊ एनैम नगर के कपाट करा जाके बईठ गीस, जेह तिमना के डहार म हवय। काबरकि ओह देख डारे रिहिस कि सेलह ह जवान हो गे हवय, पर ओला ओकर घरवाला बने बर नइं दिये गे हवय। \p \v 15 जब यहूदा ह ओला देखिस, त ओह ओला बेस्या समझिस, काबरकि ओह अपन मुहूं ला ढांपे रिहिस। \v 16 ये बिगर जाने कि ओह ओकर बहू अय, यहूदा ह ओकर करा सड़क-तीर म गीस अऊ ओला कहिस, “आ, मोला तोर संग सुतन दे।” \p ओह पुछिस, “तोर संग सुते के बदले, तें मोला का देबे?” \p \v 17 ओह कहिस, “में अपन छेरी के झुंड म ले एक ठन छेरी-पीला तोर मेर पठो दूहूं।” \p तब ओह पुछिस, “ओला भेजत तक, का तेंह मोला गिरवी के रूप म कुछू देबे?” \p \v 18 यहूदा ह कहिस, “गिरवी के रूप म, तोला में का दंव?” \p ओह जबाब दीस, “तोर मुहर अऊ एकर डोरी, अऊ अपन हांथ म धरे लउठी।” तब ओह ओ चीजमन ला ओला दे दीस अऊ ओकर संग सुतिस, अऊ ओह ओकर कोति ले आसरा म होईस। \v 19 उहां ले जाय के बाद, ओह अपन घूंघट ला उतार दीस अऊ फेर अपन बिधवा के ओनहा ला पहिर लीस। \p \v 20 ये बीच म, यहूदा ह अदुल्लाम के रहइया, अपन संगी के हांथ म एक ठन छेरी-पीला पठो दीस, ताकि ओह ओ माईलोगन ले ओकर गिरवी रखे चीजमन ला ले आवय, पर ओला ओ माईलोगन नइं मिलिस। \v 21 ओह उहां रहइया मनखेमन ले पुछिस, “ओ मंदिर के बेस्या कहां हवय, जऊन ह एनैम के सड़क-तीर म बईठे रिहिस?” \p ओमन कहिन, “इहां कोनो मंदिर के बेस्या नइं रिहिस।” \p \v 22 एकरसेति ओह यहूदा करा वापिस जाके कहिस, “मोला ओह नइं मिलिस; अऊ उहां रहइया मनखेमन कहिन, ‘इहां कोनो मंदिर के बेस्या नइं रिहिस।’ ” \p \v 23 तब यहूदा ह कहिस, “ओला ओ चीजमन ला रखन दे, नइं तो हमर हंसी उड़ाय जाही। मेंह तो ये छेरी-पीला ला ओकर करा पठोय रहेंव, पर ओह तोला नइं मिलिस।” \p \v 24 करीब तीन महिना के बाद, यहूदा ला ये बताय गीस, “तोर बहू तामार ह बेभिचार करे हवय, अऊ ओकर कारन से ओह आसरा म हवय।” \p यहूदा ह कहिस, “ओला बाहिर लानव अऊ जलाके ओला मार डारव!” \p \v 25 जब ओला बाहिर लाने जावत रिहिस, त ओह अपन ससुर करा ये खबर पठोईस, “जऊन मनखे के ये चीजमन अंय, ओकरे कोति ले मेंह आसरा म हंव,” ओह ये घलो कहे रिहिस, “देख अऊ चिन ले कि ये मुहर अऊ डोरी अऊ लउठी काकर अंय।” \p \v 26 यहूदा ह ओ चीजमन ला चिन डारिस अऊ कहिस, “ओह तो मोर ले कम दोसी अय, काबरकि मेंह ओकर बिहाव अपन बेटा सेलह के संग नइं करेंव।” अऊ ओह ओकर संग फेर कभू नइं सुतिस। \p \v 27 जब ओकर छेवारी होय के बेरा आईस, त पता चलिस कि ओकर कोख म जुड़वां लइकामन हवंय। \v 28 जब ओह छेवारी होवत रिहिस, त एक लइका के हांथ ह बाहिर आईस; एकरसेति धाय ह लाल सुत लेके ओ लइका के कलई म बांध दीस अऊ कहिस, “येह पहिली जनमिस।” \v 29 पर जब ओ लइका ह अपन हांथ ला भीतर तीर लीस, त ओकर भाई ह जनमिस, तब ओ धाय ह कहिस, “ये किसम ले, तेंह जबरदस्ती निकल आय!” अऊ ओकर नांव पेरेस\f + \fr 38:29 \fr*\fq पेरेस \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa जबरन निकलई\fqa*\f* रखे गीस। \v 30 तब ओकर भाई, जेकर कलई म सिन्दूरी सूंत बंधाय रिहिस, जनमिस। अऊ ओकर नांव जेरह\f + \fr 38:30 \fr*\fq जेरह \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fq सिन्दूरी \fq*\ft या \ft*\fqa चमकीला\fqa*\f* रखे गीस। \c 39 \s1 यूसुफ अऊ पोतीफर के घरवाली \p \v 1 जब यूसुफ ला मिसर देस म लाय गीस, त पोतीफर नांव के एक मिसरी, जेह फिरौन के एक हाकिम याने कि अंगरछकमन के मुखिया रिहिस, ओला ओ इसमायलीमन करा ले बिसा लीस, जेमन ओला उहां लाने रिहिन। \p \v 2 यूसुफ ह अपन मिसरी मालिक के घर म रहत रिहिस, अऊ यहोवा ह ओकर संग रिहिस, एकरसेति ओह उन्नति करत गीस। \v 3 जब यूसुफ के मालिक ह देखिस कि यहोवा ओकर संग रहिथे अऊ जऊन काम ओह करथे, यहोवा ह ओमा ओला सफल करथे, \v 4 त ओकर किरपा के नजर यूसुफ ऊपर होईस अऊ यूसुफ ला ओकर सेवा-टहल करे बर ठहिराय गीस। पोतीफर ह ओला अपन घर के जिम्मा देके अपन जम्मो चीज ला ओकर भरोसा म छोंड़ दीस। \v 5 जब ले ओह अपन घर के जिम्मा अऊ अपन सबो चीज ला ओकर भरोसा म कर दीस, तब ले यहोवा ह यूसुफ के कारन ओ मिसरी के घर म आसीस देय लगिस। पोतीफर के जम्मो चीज म, ओकर घर अऊ खेत दूनों म यहोवा के आसीस होय लगिस। \v 6 एकरसेति पोतीफर ह अपन जम्मो चीज ला यूसुफ के देखरेख म कर दीस, इहां तक कि यूसुफ के कारन अपन खाय के रोटी के छोंड़, ओह अपन कोनो चीज के फिकर नइं करत रिहिस। \p यूसुफ ह सुन्दर अऊ ओकर कद-काठी बहुंत बढ़िया रिहिस, \v 7 कुछू समय के बाद, ओकर मालिक के घरवाली ह यूसुफ ऊपर नजर लगाईस अऊ कहिस, “आ, मोर संग सुत!” \p \v 8 पर ओह इनकार करके अपन मालिक के घरवाली ला कहिस, “जम्मो चीज ला मोर जिम्मा म देके, मोर मालिक ह घर म कोनो चीज के फिकर नइं करय; जऊन कुछू ओकर हवय, ओ जम्मो ला मोर भरोसा म छोंड़ दे हवय। \v 9 ये घर म मोर ले बड़े कोनो नइं ए। ओह तोला छोंड़, अपन करा अऊ कुछू नइं रखे हे, काबरकि तें ओकर घरवाली अस। तब में अइसन दुस्ट काम करके परमेसर के बिरूध म कइसे पाप कर सकथंव?” \v 10 अऊ हालाकि ओह रोज-रोज यूसुफ ले बात करय, पर यूसुफ ह ओकर संग सुते बर इनकार करय, अऊ त अऊ ओकर संग रहे बर घलो नइं चाहय। \p \v 11 एक दिन अइसन होईस कि यूसुफ ह अपन काम-धाम करे बर घर भीतर गीस, अऊ घर के कोनो सेवक भीतर म नइं रिहिन। \v 12 तब ओ माईलोगन ह ओकर ओनहा ला धरके कहिस, “मोर संग सुत!” पर ओह अपन ओनहा ला ओकर हांथ म छोंड़के घर के बाहिर भाग गीस। \p \v 13 जब ओ माईलोगन ह ये देखिस कि ओह अपन ओनहा ला ओकर हांथ म छोंड़के घर के बाहिर भाग गे हे, \v 14 त ओह अपन घर के सेवकमन ला बलाके कहिस, “देखव, ओ इबरी मनखे ला मसखरी करे बर इहां लाने गे हवय! ओह तो इहां मोर संग सुते के मतलब से भीतर आय रिहिस, पर में जोर से नरियांय। \v 15 मदद खातिर जब ओह मोर नरियाई ला सुनिस, त ओह अपन ओनहा ला मोर करा छोंड़के घर के बाहिर भाग गीस।” \p \v 16 ओह ओकर ओनहा ला ओकर मालिक के घर आवत तक अपन करा रखे रिहिस। \v 17 जब ओह आईस, त ओला ये कहानी बताईस, “ओ इबरी दास, जेला तें हमर करा लाने हस, ओह मोर करा मसखरी करे बर आय रिहिस। \v 18 पर जब में मदद खातिर नरियांय, त ओह अपन ओनहा मोर करा छोंड़के घर के बाहिर भाग गीस।” \p \v 19 जब ओकर मालिक ह अपन घरवाली के ये बातमन ला सुनिस, “तोर दास ह मोर संग अइसन बेवहार करे हवय।” त ओह गुस्सा के मारे भड़क गीस। \v 20 यूसुफ के मालिक ह ओला पकड़के जेलखाना म डार दीस, जिहां राजा के कैदीमन बंद रिहिन। \p पर जब यूसुफ ह जेलखाना म रिहिस, \v 21 त यहोवा ह ओकर संग रिहिस। ओह ओकर ऊपर दया करिस, जेकर कारन जेलखाना के दरोगा के किरपा यूसुफ ऊपर होईस। \v 22 एकरसेति जेलखाना के दरोगा ह यूसुफ ला उहां जम्मो कैदीमन के मुखिया बना दीस, अऊ जऊन काम-बुता उहां करे जावत रिहिस, ओकर जिम्मेदारी घलो यूसुफ ला दे दीस। \v 23 यूसुफ के देखरेख म जऊन कुछू रिहिस, ओमा के कोनो बात के फिकर दरोगा ला नइं रिहिस, काबरकि यहोवा ह यूसुफ के संग रिहिस अऊ जऊन कुछू यूसुफ ह करय, ओ जम्मो म ओला सफल करत रिहिस। \c 40 \s1 पीयानेवाला अऊ पकानेवाला \p \v 1 कुछू समय बाद, अइसन होईस कि मिसर के राजा के पीयानेवाला अऊ जेवन पकानेवाला अपन मालिक, राजा के बिरूध म कुछू अपराध करिन। \v 2 फिरौन ह अपन ओ दूनों हाकिम याने कि पीयानेवालामन के मुखिया अऊ रंधइयामन के मुखिया ऊपर नराज होईस, \v 3 अऊ ओमन ला पकड़के अंगरछकमन के मुखिया के घर के ओही जेलखाना म डलवा दीस, जिहां यूसुफ कैदी रिहिस। \v 4 तब अंगरछकमन के मुखिया ह ओमन ला यूसुफ के हांथ म सऊंप दीस, अऊ ओह ओमन के देखरेख करे लगिस। \p ओमन के कुछू समय तक जेलखाना म रहे के बाद, \v 5 ओमा के दूनों मनखे—मिसर के राजा के पीयानेवाला अऊ रंधइया, जेमन जेलखाना म बंद रिहिन—एके रात म सपना देखिन, अऊ हर सपना के अलग-अलग मतलब रिहिस। \p \v 6 बिहनियां जब यूसुफ ओमन करा आईस, त देखिस कि ओमन उदास हवंय। \v 7 एकरसेति फिरौन के ओ अधिकारीमन ला, जेमन ओकर संग ओकर मालिक के घर\f + \fr 40:7 \fr*\ft या \ft*\fqa जेलखाना\fqa*\f* म बंद रिहिन, यूसुफ ह पुछिस, “आज तुम्हर मुहूं काबर उतरे हवय?” \p \v 8 ओमन जबाब दीन, “हमन दूनों झन सपना देखे हन, अऊ ओकर अर्थ बतानेवाला कोनो नइं ए।” \p यूसुफ ह ओमन ला कहिस, “का सपना के अर्थ बतानेवाला परमेसर नो हय? मोला अपन-अपन सपना बतावव।” \p \v 9 तब पीयानेवालामन के मुखिया ह अपन सपना यूसुफ ला अइसन बताय लगिस, “मेंह सपना म देखेंव कि मोर आघू म एक अंगूर के नार हे, \v 10 अऊ ओ अंगूर के नार म तीन ठन डंगाली हवंय। जतकी जल्दी ओमा कली फूटिस, ओमा फूल लगिस, अऊ गुच्छामन म अंगूरमन पाक गीन। \v 11 फिरौन राजा के कटोरा ह मोर हांथ म रिहिस, अऊ मेंह ओ अंगूरमन ला लेके फिरौन राजा के कटोरा म निचोंय अऊ कटोरा ला ओकर हांथ म दे देंव।” \p \v 12 यूसुफ ह ओला कहिस, “एकर मतलब ये अय—तीन डंगालीमन के अर्थ तीन दिन अय। \v 13 अब ले तीन दिन के भीतर फिरौन राजा ह तोला जेलखाना ले निकलवाही अऊ तोला तोर पद मिल जाही, अऊ तें फिरौन राजा के कटोरा ओकर हांथ म देबे, जइसने कि पहिली तें करत रहय, जब तें ओकर पीयानेवाला रहय। \v 14 पर जब तोर संग सब ठीक हो जाही, त मोला सुरता करबे अऊ मोर ऊपर दया देखाबे; मोर बारे म फिरौन राजा ला बताबे अऊ ये जेलखाना ले मोला बाहिर निकालबे। \v 15 असल म, मोला इबरीमन के देस ले जबरदस्ती लाय गे हवय, अऊ इहां घलो मेंह अइसन कुछू काम नइं करे हंव कि मोला ये जेलखाना म डारे जावय।” \p \v 16 जब रंधइयामन के मुखिया ह देखिस कि यूसुफ ह सपना के बने अर्थ बताय हवय, त ओह यूसुफ ला कहिस, “मेंह घलो एक सपना देखे हंव: मेंह देखेंव कि मोर मुड़ ऊपर रोटी के तीन ठन टुकनी हवंय। \v 17 सबले ऊपर के टुकनी म फिरौन राजा बर जम्मो किसम के चुरे-पाके चीजमन हवंय, पर चिरईमन मोर मुड़ म के टुकनी म ले ओ चीजमन ला खावत हवंय।” \p \v 18 यूसुफ ह कहिस, “एकर मतलब ये अय: तीन ठन टुकनी के मतलब तीन दिन अय। \v 19 अब ले तीन दिन के भीतर फिरौन राजा ह तोर मुड़ ला कटवाके तोर देहें ला एक ठन खंभा ऊपर टंगवा दीही। अऊ चिरईमन तोर मांस ला खाहीं।” \p \v 20 तीसर दिन फिरौन राजा के जनम दिन रिहिस, अऊ ओह अपन जम्मो करमचारीमन ला एक जेवनार दीस। ओह अपन करमचारीमन के आघू म पीयानेवालामन के मुखिया अऊ रंधइयामन के मुखिया ला जेलखाना ले बाहिर निकलवाईस। \v 21 ओह पीयानेवालामन के मुखिया ला फेर ओकर पद दे दीस, ताकि ओह फिरौन राजा के हांथ म कटोरा देवय— \v 22 पर रंधइयामन के मुखिया ला ओह सूली म टंगवा दीस, जइसने कि यूसुफ ह ओमन ला सपना के अर्थ बताय रिहिस। \p \v 23 तभो ले, पीयानेवालामन के मुखिया ह यूसुफ ला सुरता नइं करिस; ओह ओला भुला गीस। \c 41 \s1 फिरौन राजा के सपना \p \v 1 जब पूरा दू बछर हो गीस, त फिरौन राजा एक सपना देखिस: ओह नील नदी के तीर म ठाढ़े रिहिस, \v 2 अऊ ओ नदी म ले सात ठन सुन्दर अऊ मोट-मोट गाय निकलके कछार के कांदी ला चरे लगिन। \v 3 ओमन के बाद, सात ठन आने कुरूप अऊ कमजोर गाय नील नदी ले निकलिन अऊ नदी के तीर म ठाढ़े दूसर गायमन के बाजू म ठाढ़ हो गीन। \v 4 अऊ जऊन गायमन कुरूप अऊ कमजोर रिहिन, ओमन ओ सात ठन सुन्दर अऊ मोट-मोट गायमन ला खा डारिन। तब फिरौन ह नींद ले जाग गीस। \p \v 5 ओह फेर सुत गीस अऊ एक आने सपना देखिस: एक ही डंठल म ले सात ठन मोट अऊ बने बीजा के पीकमन निकलिन। \v 6 ओमन के बाद, सात ठन अऊ बीजा के पीकमन निकलिन, जेमन पातर अऊ पूरब दिग के हवा ले मुरझा गे रिहिन। \v 7 ओ बीजा के पातर पीकमन ओ सातों मोट अऊ दाना ले भरे पीकमन ला लील डारिन। तब फिरौन ह जाग गीस; येह एक सपना रिहिस। \p \v 8 बिहनियां फिरौन के मन ह बियाकुल हो गीस, एकरसेति ओह मिसर के जम्मो जादूगर अऊ पंडितमन ला बुलवाईस, अऊ ओमन ला अपन दूनों सपना ला बताईस, पर कोनो घलो ओला ओ सपनामन के अर्थ नइं बता सकिन। \p \v 9 तब पीयानेवालामन के मुखिया ह फिरौन ला कहिस, “आज में अपन गलती ला सुरता करत हंव। \v 10 जब फिरौन ह अपन सेवकमन ले नराज रिहिस, अऊ ओह मोला अऊ रंधइयामन के मुखिया ला अंगरछकमन के मुखिया के घर म कैद करके रखे रिहिस। \v 11 तब हमन दूनों झन एके रथिया एक-एक सपना देखेंन, अऊ हर सपना के अपन म अलग अर्थ रिहिस। \v 12 उहां हमर संग एक इबरी जवान रिहिस, जऊन ह अंगरछकमन के मुखिया के सेवक रिहिस। हमन ओला अपन-अपन सपना बतायेंन, अऊ ओह हमर सपनामन के अर्थ हमन ला बताईस; हमन के एक-एक के सपना के अर्थ ओह बता दीस। \v 13 अऊ जइसने-जइसने अर्थ ओह हमन ला बताय रिहिस, एकदम वइसनेच होईस घलो: मोला मोर पद फेर मिल गीस, पर रंधइयामन के मुखिया ला सूली ऊपर लटका दिये गीस।” \p \v 14 तब फिरौन ह यूसुफ ला बलाय बर पठोईस, अऊ ओला तुरते जेलखाना ले बाहिर निकाले गीस, अऊ ओह चुंदी कटवाके अऊ कपड़ा बदलके फिरौन के आघू म आईस। \p \v 15 फिरौन ह यूसुफ ला कहिस, “मेंह एक सपना देखे हंव, अऊ कोनो ओकर अर्थ नइं बता सकत हें। पर मेंह तोर बारे म सुने हवंव कि तें सपना ला सुनके ओकर अर्थ बता देथस।” \p \v 16 यूसुफ ह फिरौन ला जबाब दीस, “में ये नइं कर सकंव, पर परमेसर ह फिरौन ला ओकर ईछा के जबाब दीही।” \p \v 17 तब फिरौन ह यूसुफ ला कहिस, “में अपन सपना म नील नदी के तीर म ठाढ़े रहेंव। \v 18 तब नदी म ले सात ठन मोट-मोट अऊ सुन्दर गाय निकलिन अऊ कछार के कांदी ला चरे लगिन। \v 19 ओमन के बाद, सात ठन गाय अऊ निकलिन, जेमन दुरबल, बहुंत कुरूप अऊ पातर रिहिन। मेंह पूरा मिसर देस म अइसन कुरूप गाय कभू नइं देखे रहेंव। \v 20 ये पातर अऊ कुरूप गायमन ओ पहिली के सात ठन मोट-मोट गायमन ला खा डारिन। \v 21 पर ओमन ला खाय के बाद घलो कोनो ये नइं कह सकत रिहिन कि ओमन अइसन करे हवंय, काबरकि ओमन पहिली के सहीं जस के तस कुरूप दिखत रिहिन। तब में जाग गेंव। \p \v 22 “फेर में दूसर सपना म देखेंव कि एक ही डंठल म सात ठन बने-बने अऊ बीजा ले भरे पीकमन निकलिन। \v 23 ओमन के बाद, अऊ सात ठन पीक निकलिन, जेमन कमजोर अऊ पातर अऊ पूरब के हवा ले मुरझा गे रिहिन। \v 24 बीजा के ये पातर पीकमन ओ बने सात ठन पीकमन ला लील डारिन। मेंह येला जादूगरमन ला बतांय, पर ओमा के कोनो मोला ओकर अर्थ नइं बता सकिन।” \p \v 25 तब यूसुफ ह फिरौन ला कहिस, “फिरौन के सपनामन एके ठन अऊ ओहीच अंय। परमेसर जऊन काम करे बर चाहत हवय, ओला ओह फिरौन ऊपर परगट करे हवय। \v 26 ओ सात बने गायमन सात बछर अंय, अऊ ओ बीजा के सात ठन बने पीकमन घलो सात बछर अंय; येह एके ठन अऊ ओहीच सपना अय। \v 27 जऊन सात ठन पातर अऊ कुरूप गायमन निकलिन, अऊ जऊन सात ठन बेकार अऊ पूरब के हवा ले मुरझाय पीकमन निकलिन: ओमन अकाल के सात बछर अंय। \p \v 28 “येह ओही बात अय, जेला में फिरौन ला बता डारे हंव: परमेसर जऊन काम करनेवाला हे, ओला ओह फिरौन ला देखाय हवय। \v 29 सुन, जम्मो मिसर देस म सात बछर तो अब्बड़ ऊपज होही। \v 30 पर ओकर पाछू, सात बछर अकाल पड़ही, अऊ मिसर देस के मनखेमन ओ जम्मो बने ऊपज ला भुला जाहीं, अऊ अकाल ले देस ह नास हो जाही। \v 31 ओ अब्बड़ ऊपज ला कोनो सुरता नइं करही, काबरकि ओकर बाद जऊन अकाल पड़ही, ओह बहुंत भयंकर होही। \v 32 फिरौन ला ये जो सपना दू किसम ले देखाय गीस, एकर कारन ये अय कि ये बात परमेसर कोति ले ठहिराय जा चुके हवय अऊ परमेसर ह येला जल्दी पूरा करही। \p \v 33 “एकरसेति अब फिरौन ह कोनो समझदार अऊ बुद्धिमान मनखे ला खोजके ओला मिसर देस ऊपर मुखिया ठहिराय। \v 34 फिरौन ह देस भर म अधिकारीमन ला ठहिराय, जेमन सुकाल के सात बछर रहत तक मिसर देस के मनखेमन ले ऊपज के पांचवां भाग ला लेवंय। \v 35 ओमन अवइया बने समय म जम्मो खाय-पीये के चीज ला संकेलंय, अऊ फिरौन के अधिकार ले सहरमन म अनाज ला जमा करंय, ताकि खाय बर भोजन-बस्तु रहय। \v 36 ये भोजन-बस्तु ला देस बर बचाके रखे जावय, ताकि मिसर देस ऊपर अवइया अकाल के ओ सात बछर के समय एकर उपयोग करे जा सकय, अऊ देस ह अकाल ले नास झन होवय।” \p \v 37 ये बात फिरौन अऊ ओकर जम्मो करमचारीमन ला बने लगिस। \v 38 एकरसेति फिरौन ह अपन करमचारीमन ला कहिस, “का हमन ला ये मनखे सहीं कोनो मिल सकत हे, जेमा परमेसर के आतमा रहिथे?” \p \v 39 तब फिरौन ह यूसुफ ला कहिस, “जब परमेसर ह तोला ये जम्मो बात बताय हवय, त तोर सहीं समझदार अऊ बुद्धिमान मनखे अऊ कोनो नइं एं। \v 40 एकरसेति तेंह मोर महल के मुखिया होबे, अऊ मोर जम्मो मनखेमन तोर हुकूम ला मानहीं। सिरिप सिंघासन के आदर के कारन मेंह तोर ले बड़े रहिहूं।” \s1 यूसुफ, मिसर के अधिकारी \p \v 41 फेर फिरौन ह यूसुफ ले कहिस, “देख, में तोला पूरा मिसर देस ऊपर अधिकारी ठहिरात हंव।” \v 42 तब फिरौन ह अपन अंगरी ले मुहरवाला मुंदरी निकालके यूसुफ के अंगरी म पहिरा दीस। ओह ओला सुघर मलमल के ओनहा पहिराईस अऊ ओकर गला म सोन के माला पहिरा दीस। \v 43 ओह ओला अपन बाद दूसर अधिकारी के रूप म रथ म चघाईस, अऊ मनखेमन ओकर आघू-आघू चिचियाके ये कहत रिहिन, “ओला दंडवत करव!” ये किसम ले, ओह ओला मिसर के जम्मो देस के ऊपर अधिकारी बना दीस। \p \v 44 तब फिरौन ह यूसुफ ला कहिस, “फिरौन तो में अंव, पर जम्मो मिसर देस म कोनो घलो तोर हुकूम के बिना कुछू नइं कर सकंय।” \v 45 फिरौन ह यूसुफ के नांव सापनत-पानेह रखिस अऊ ओन\f + \fr 41:45 \fr*\ft हिलियापुलिस; देखव \+xt पद 50|link-href="GEN 41:50"\+xt*\ft*\f* नगर के पुरोहित पोतीपेरा के बेटी आसनत ले ओकर बिहाव करवा दीस। अऊ यूसुफ जम्मो मिसर देस म दउरा करिस। \p \v 46 जब यूसुफ ह मिसर के राजा फिरौन के सेवा म आईस, त ओह तीस बछर के रिहिस। अऊ यूसुफ ह फिरौन करा ले जाके जम्मो मिसर देस म दउरा करिस। \v 47 सुकाल के सातों बछर अब्बड़ फसल होईस। \v 48 यूसुफ ह मिसर देस म सुकाल के ओ सातों बछर म जम्मो किसम के जेवन के चीज-वस्तु ला संकेलिस अऊ सहरमन म रखत गीस। हर सहर के चारों कोति के खेत म पईदा होय खाय-पीये के चीज ला ओह ओहीच सहर म जमा करत गीस। \v 49 अइसन करके यूसुफ ह अनाज ला समुंदर के बालू सहीं भारी तदाद म जमा कर लीस; अनाज अतकी जादा हो गीस कि ओह ओकर हिसाब रखे बर छोंड़ दीस, काबरकि येह गनती के बाहिर हो गीस। \p \v 50 अकाल परे के पहिली, यूसुफ के दू झन बेटा, ओन सहर के पुरोहित पोतीपेरा के बेटी आसनत ले होईन। \v 51 यूसुफ ह अपन बड़े बेटा के नांव ये कहिके मनस्से\f + \fr 41:51 \fr*\fq मनस्से \fq*\ft सायद इबरानी म \ft*\fqa भूल जवई\fqa*\f* रखिस, “परमेसर ह मोर ले मोर जम्मो दुख अऊ मोर ददा के जम्मो घराना ला भुला दीस हे।” \v 52 दूसर बेटा के नांव ओह ये कहिके एपरैम\f + \fr 41:52 \fr*\fq एपरैम \fq*\ft सायद इबरानी म \ft*\fq फलवंत\fq*\f* रखिस, “मोर दुख भोगे के देस म परमेसर ह मोला फलवंत करे हे।” \p \v 53 मिसर देस म सुकाल के सात बछर सिरा गीस, \v 54 अऊ यूसुफ के कहे मुताबिक सात बछर के अकाल सुरू हो गीस। दूसर जम्मो देसमन म घलो अकाल परिस, पर पूरा मिसर देस म खाय के चीज-वस्तु रिहिस। \v 55 जब पूरा मिसर देस अकाल के चपेट म आईस, त मनखेमन फिरौन ले नरिया-नरियाके खाय बर मांगे लगिन। तब फिरौन ह जम्मो मिसरीमन ला कहिस, “यूसुफ करा जावव अऊ जऊन कुछू ओह तुमन ला कहिथे, वइसने करव।” \p \v 56 जब अकाल ह जम्मो देस म फईल गीस, त यूसुफ ह जम्मो गोदाममन ला खोल दीस अऊ मिसरीमन ला अनाज बेचे लगिस, काबरकि जम्मो मिसर देस म भयंकर अकाल परे रिहिस। \v 57 अऊ जम्मो संसार के मनखेमन मिसर देस म यूसुफ करा अनाज बिसाय बर आय लगिन, काबरकि जम्मो जगह भयंकर अकाल परे रिहिस। \c 42 \s1 यूसुफ के भाईमन के मिसर देस जवई \p \v 1 जब याकूब ला पता चलिस कि मिसर देस म अनाज हवय, त ओह अपन बेटामन ला कहिस, “तुमन काबर सिरिप एक-दूसर ला देखत हवव?” \v 2 फेर ओह कहिस, “मेंह सुने हंव कि मिसर म अनाज हवय। तुमन उहां जावव अऊ हमर बर कुछू अनाज बिसाके लानव, ताकि हमन झन मरन, पर जीयत रहन।” \p \v 3 तब यूसुफ के दस भाईमन अनाज बिसाय बर मिसर गीन। \v 4 पर याकूब ह यूसुफ के भाई बिनयामीन ला ओमन के संग नइं पठोईस, काबरकि ओह डरात रिहिस कि बिनयामीन ऊपर बिपत्ति आ सकत हे। \v 5 ये किसम ले जऊन मन अनाज बिसाय बर गीन, ओमन म इसरायल के बेटामन घलो गीन, काबरकि कनान देस म घलो अकाल परे रिहिस। \p \v 6 यूसुफ ह मिसर देस के राजपाल रिहिस, अऊ ओह ओ देस के जम्मो झन ला अनाज बेचत रिहिस। एकरसेति जब यूसुफ के भाईमन आईन, त ओमन भुइयां म मुहूं के भार गिरके ओला दंडवत करिन। \v 7 यूसुफ ह अपन भाईमन ला देखत ही ओमन ला चिन डारिस, पर ओह अनजान बने रिहिस अऊ ओमन ले कड़ई से पुछिस, “तुमन कहां ले आय हव?” \p ओमन कहिन, “हमन कनान देस ले अनाज बिसाय बर आय हन।” \p \v 8 हालाकि यूसुफ अपन भाईमन ला चिन डारिस, पर ओमन ओला नइं चिन्हिन। \v 9 तब ओह ओमन के बारे म देखे अपन सपना ला सुरता करिस अऊ ओमन ला कहे लगिस, “तुमन भेदिया अव! तुमन ये देखे बर आय हव कि हमर देस म कते करा पहरेदारी नइं होवत हे।” \p \v 10 ओमन जबाब दीन, “नइं, नइं, हे हमर मालिक, तोर सेवकमन भोजन-बस्तु बिसाय बर आय हवंय। \v 11 हमन जम्मो झन एके मनखे के बेटा अन। तोर सेवकमन ईमानदार मनखे अंय, भेदिया नो हंय।” \p \v 12 ओह ओमन ला कहिस, “नइं! तुमन ये देखे बर आय हव कि हमर देस म कते करा पहरेदारी नइं होवत हे।” \p \v 13 पर ओमन कहिन, “तोर सेवकमन बारह भाई रिहिन, अऊ जम्मो झन कनान देस म रहइया एके मनखे के बेटा अंय। सबले छोटे ह अभी हमर ददा करा हवय, अऊ एक झन ह काल कर डारिस।” \p \v 14 यूसुफ ह ओमन ला कहिस, “मेंह तुमन ला कह डारे हंव कि तुमन भेदिया अव! \v 15 अऊ तुम्हर ये किसम ले जांच होही: फिरौन के जिनगी के कसम, जब तक तुम्हर छोटे भाई ह इहां नइं आ जाही, तुमन इहां ले नइं जा सकव। \v 16 तुमन अपन म ले एक झन ला पठोवव कि ओह तुम्हर भाई ला लेके आवय; बाकि तुमन इहां कैद म रहिहू, ये किसम ले तुम्हर बात ह परखे जाही कि तुमन सच कहत हव कि नइं। यदि तुम्हर बात ह सच नइं होही, त फिरौन के जिनगी के कसम, तुमन सच म भेदिया अव!” \v 17 अऊ ओह ओमन ला तीन दिन तक कैद म रखिस। \p \v 18 तीसर दिन यूसुफ ह ओमन ला कहिस, “एक काम करव, त जीयत रहिहू, काबरकि में परमेसर के भय मानथंव: \v 19 यदि तुमन ईमानदार मनखे अव, त तुम्हर भाईमन ले एक झन इहां जेलखाना म रूके, अऊ बाकि झन अपन परिवार के मनखेमन के भूख मिटाय बर अनाज ले जावव। \v 20 पर तुमन अपन सबले छोटे भाई ला मोर करा ले आवव, ताकि तुम्हर बात ला सच साबित करे जा सकय, अऊ तुमन झन मारे जावव।” तब ओमन वइसनेच करिन। \p \v 21 ओमन एक-दूसर ला कहिन, “सच म, हमन अपन भाई के कारन दंड पावत हन। हमन देखे रहेंन कि ओह कतेक दुखी रिहिस, जब ओह हमर ले अपन जिनगी बर बिनती करत रिहिस, पर हमन नइं सुनेंन; एकरसेति ये बिपत ह हमर ऊपर परे हवय।” \p \v 22 रूबेन ह कहिस, “का में तुमन ला नइं कहे रहेंव कि छोकरा के बिरूध म पाप झन करव? पर तुमन नइं सुनेव! अब हमन ला ओकर लहू के हिसाब देना पड़ही।” \v 23 ओमन नइं जानत रिहिन कि यूसुफ ह ओमन के बात ला समझत हवय, काबरकि ओमन के संग गोठियाय बर यूसुफ ह एक दुभासिया के उपयोग करत रिहिस। \p \v 24 तब ओह ओमन करा ले हट गीस अऊ रोये लगिस, पर ओह फेर वापिस आईस अऊ ओमन ले फेर बात करिस। ओह ओमन ले सिमोन ला लीस अऊ ओमन के आघू म ओला बांधके कैदी बना लीस। \p \v 25 तब यूसुफ ह हुकूम दीस कि ओमन के बोरामन ला अनाज ले भर देवव अऊ हर एक झन के बोरा म ओकर रूपिया ला घलो रख देवव, अऊ रसता बर ओमन ला भोजन-पानी दे देवव। ओमन बर अइसने ही करे गीस। \v 26 तब ओमन अपन गदहामन ऊपर अनाज लादके उहां ले चल दीन। \p \v 27 रसता म ओमन एक जगह रात बिताय बर रूकिन, त ओमन के एक झन ह अपन गदहा ला चारा देय बर अपन बोरा ला खोलिस, त ओह देखिस कि ओकर रूपिया ह अनाज के ऊपर म रहय। \v 28 तब ओह अपन भाईमन ला कहिस, “मोर रूपिया तो लहुंटा दे गे हवय; देखव, येह मोर बोरा म हवय।” \p तब ओमन के जी म जी नइं रिहिस अऊ ओमन डर के मारे एक-दूसर कोति देखके कांपे लगिन अऊ कहिन, “परमेसर ह हमर संग ये का करे हवय?” \p \v 29 जब ओमन कनान देस म अपन ददा याकूब करा आईन, त जऊन कुछू ओमन के संग होय रिहिस, ओ जम्मो बात ओला बताईन। ओमन कहिन, \v 30 “जऊन मनखे ह ओ देस के हाकिम अय, ओह हमन ले बहुंत कड़ई से बात करिस अऊ हमर ले अइसन बरताव करिस, जइसन कि हमन ओकर देस के भेद लेवत रहेंन। \v 31 पर हमन ओला कहेंन, ‘हमन ईमानदार मनखे अन; हमन भेदिया नो हन। \v 32 हमन बारह भाई, जम्मो एके ददा के बेटा अन। एक भाई ह काल कर डारिस, अऊ सबले छोटे ह अभी कनान देस म हमर ददा करा हवय।’ \p \v 33 “तब ओ मनखे, जऊन ह ओ देस के हाकिम अय, हमन ला कहिस, ‘ये किसम ले मोला मालूम हो जाही कि तुमन ईमानदार मनखे अव कि नइं: तुमन अपन म ले एक भाई ला मोर करा छोंड़ जावव, अऊ अपन परिवार के मनखेमन के भूख मिटाय बर भोजन-बस्तु लेके जावव। \v 34 पर अपन छोटे भाई ला मोर करा लेके आवव, तब मेंह जानहूं कि तुमन भेदिया नइं, पर ईमानदार मनखे अव। तब में तुम्हर भाई तुमन ला सऊंप दूहूं, अऊ तुमन ये देस म लेन-देन कर सकहू।’ ” \p \v 35 जब ओमन अपन-अपन बोरा म ले अनाज निकाले लगिन, त देखिन कि हर एक के रूपिया के थैली ओकर बोरा म हवय! जब ओमन अऊ ओमन के ददा ह रूपिया के थैलीमन ला देखिन, त ओमन बहुंत डरा गीन। \v 36 तब ओमन के ददा याकूब ह ओमन ला कहिस, “तुमन मोर ले मोर लइकामन ला छीन ले हव। यूसुफ तो नइं ए अऊ सिमोन घलो नइं ए, अऊ अब तुमन बिनयामीन ला घलो ले जाय चाहत हव। ये जम्मो बिपत्ति मोर ऊपर आ गे हवय।” \p \v 37 तब रूबेन ह अपन ददा ला कहिस, “यदि में ओला तोर करा वापिस नइं लानहूं, त तें मोर दूनों बेटा ला मार डारबे। तें ओला मोर हांथ म सऊंप दे, अऊ में ओला वापिस लेके आहूं।” \p \v 38 पर याकूब ह कहिस, “मोर बेटा ह तोर संग उहां नइं जावय; ओकर भाई ह मर चुके हे अऊ ओह एके झन बांचे हवय। जिहां तुमन जावत हव, यदि डहार म ओकर ऊपर कोनो बिपत पड़थे, त तुमन के कारन, मेंह ये बुढ़ापा म दुख म मर जाहूं।” \c 43 \s1 मिसर देस के दूसरइया यातरा \p \v 1 कनान देस म अभी घलो अकाल ह बहुंत भयंकर रिहिस। \v 2 जब मिसर ले लाने जम्मो अनाज सिरा गीस, त याकूब ह अपन बेटामन ला कहिस, “मिसर देस वापिस जावव अऊ हमर बर थोरकून अऊ अनाज बिसाके लानव।” \p \v 3 तब यहूदा ह ओला कहिस, “ओ मनखे ह हमन ला चेताके कहे रिहिस, ‘यदि तुम्हर भाई तुम्हर संग नइं आही, त फेर तुमन मोर आघू म नइं आ सकव।’ \v 4 यदि तें हमर भाई ला हमर संग पठोबे, त हमन जाबो अऊ तोर बर अनाज बिसाबो। \v 5 पर यदि तें ओला नइं पठोबे, त हमन नइं जावन, काबरकि ओ मनखे ह हमन ला कहिसे, ‘यदि तुम्हर भाई तुम्हर संग नइं आही, त फेर तुमन मोर आघू म नइं आ सकव।’ ” \p \v 6 तब इसरायल ह पुछिस, “तुमन ओ मनखे ला ये बताके कि तुम्हर एक झन अऊ भाई हवय, काबर मोर ऊपर ये समस्या लानेव?” \p \v 7 ओमन जबाब दीन, “ओ मनखे ह बड़े सावधानी से हमर अऊ परिवार के बारे म अइसने सवाल पुछिस, ‘का तुम्हर ददा ह अब तक जीयत हवय? का तुम्हर अऊ भाई हवय?’ तब हमन सधारन रूप म ओकर सवाल के जबाब देंन। हमन कइसे जान सकत रहेंन कि ओह ये कहिही, ‘अपन भाई ला इहां ले आवव’?” \p \v 8 तब यहूदा ह अपन ददा इसरायल ला कहिस, “ओ छोकरा ला मोर संग म पठो दे अऊ हमन तुरते चले जाबो, ताकि हमन अऊ तें अऊ हमर लइकामन जीयत रहंय अऊ मरंय झन। \v 9 में खुद ओकर सुरकछा के जमानत अंव; तेंह मोला ओकर बर जिम्मेदार ठहिरा सकथस। यदि में ओला तोर करा लानके इहां तोर आघू म ठाढ़ नइं कर देवंव, त मोर जिनगी भर, में तोर अपराधी ठहिरहूं। \v 10 यदि हमन देरी नइं करतेंन, त अभी तक दू बार जाके लहुंट आय रहितेंन।” \p \v 11 तब ओमन के ददा इसरायल ह ओमन ला कहिस, “यदि येह जरूरी अय, त अइसने करव: ये देस के सबले बने चीजमन ले थोर-थोर अपन बोरा म रखव अऊ ओ मनखे बर भेंट के रूप म ले जावव—जइसे कि थोरकन मलहम अऊ थोरकन मंधरस, कुछू मसाला अऊ गंधरस, कुछू पिसता अऊ बादाम। \v 12 अपन-अपन संग म दू गुना रूपिया ले जावव; काबरकि जऊन रूपिया तुम्हर बोरामन के मुहूं म रख दिये गे रिहिस, ओला लहुंटाना जरूरी अय। सायद गलती से अइसने होय होही। \v 13 अपन भाई ला घलो ले लव अऊ ओ मनखे करा तुरते वापिस जावव। \v 14 अऊ सर्वसक्तिमान परमेसर ह ओ मनखे ला तुम्हर ऊपर दयालु करय, ताकि ओह तुम्हर दूसर भाई अऊ बिनयामीन ला तुम्हर संग वापिस आवन दे। यदि में बिगर बंस के हो जावंव, त हो जावंव।” \p \v 15 तब ओ मनखेमन ओ भेंट अऊ दू गुना रूपिया, अऊ बिनयामीन ला संग म लेके चल दीन, अऊ मिसर म हबरके यूसुफ के आघू म ठाढ़ होईन। \v 16 जब यूसुफ ह बिनयामीन ला ओमन के संग देखिस, त ओह अपन घर के देखरेख करइया ला कहिस, “ये मनखेमन ला मोर घर म ले जा, अऊ एक पसु मारके जेवन तियार कर; काबरकि येमन मंझनियां मोर संग जेवन करहीं।” \p \v 17 ओ मनखे ह यूसुफ के कहे मुताबिक करिस अऊ ओ मनखेमन ला यूसुफ के घर ले गीस। \v 18 जब ओमन ला यूसुफ के घर म लाने गीस, त ओमन डरा गीन। ओमन सोचिन, “जऊन रूपिया पहिली बखत हमर बोरामन म लहुंटा दिये गे रिहिस, ओकरे कारन हमन ला इहां लाने गे हवय। ओह हमर ऊपर हमला करके हमन ला अपन बस म करे चाहत हे अऊ हमन ला गुलाम के रूप म पकड़के हमर गदहामन ला लेय चाहत हे।” \p \v 19 एकरसेति ओमन यूसुफ के घर के देखरेख करइया करा गीन अऊ घर के कपाट करा ओकर ले ये कहे लगिन, \v 20 “हे हमर मालिक, हमन ला छेमा कर; हमन पहिली बार इहां अनाज बिसाय बर आय रहेंन। \v 21 पर वापिस जावत बेरा, जब एक जगह रात बिताय बर रूकेंन अऊ अपन-अपन बोरा ला खोलेंन, त का देखेंन कि हर एक के पूरा-पूरा पईसा ओकर बोरा के मुहूं म धराय रहय। एकरसेति हमन ओला अपन संग लेके आय हन। \v 22 हमन अपन संग अऊ रूपिया अनाज बिसाय बर लाने हन। हमन नइं जानन कि हमर रूपिया ला हमर बोरा म कोन रखे रिहिस।” \p \v 23 घर के देखरेख करइया ह कहिस, “कोनो बात नइं ए; झन डरव। तुम्हर परमेसर, जऊन ह तुम्हर ददा के घलो परमेसर अय, ओही ह तुम्हर बोरा म तुमन ला धन दे हवय; तुम्हर रूपिया तो मोला मिल गे हवय।” तब ओह सिमोन ला निकालके ओमन करा ले आईस। \p \v 24 तब ओ सेवक ह ओ मनखेमन ला यूसुफ के घर भीतर ले आईस, अऊ गोड़ धोय बर ओमन ला पानी दीस अऊ ओमन के गदहामन बर चारा दीस। \v 25 ये सुनके कि आज हमन ला इहां जेवन करना हे, ओमन यूसुफ के आय के समय, याने कि मंझनियां तक, अपन-अपन भेंट ला तियार करके रखिन। \p \v 26 जब यूसुफ ह घर म आईस, त ओमन घर के भीतर लाय अपन भेंट यूसुफ ला दीन, अऊ भुइयां म गिरके ओला दंडवत करिन। \v 27 ओह ओमन के हालचाल पुछिस अऊ कहिस, “तुम्हर सियान ददा कइसने हवय, जेकर बारे म तुमन मोला बताय रहेव? का ओह अभी घलो जीयत हवय?” \p \v 28 ओमन कहिन, “हव, तोर सेवक, हमर ददा ह अभी घलो जीयत हवय अऊ बने हवय।” अऊ ओमन मुड़ नवाके ओला दंडवत करिन। \p \v 29 जब ओह आंखी उठाके अपन भाई बिनयामीन ला देखिस, जऊन ह ओकर खुद के दाई के बेटा रिहिस, त ओह पुछिस, “का येह तुम्हर सबले छोटे भाई अय, जेकर बारे म तुमन मोला बताय रहेव?” अऊ ओह कहिस, “हे मोर बेटा, परमेसर तोर ऊपर अनुग्रह करय।” \v 30 अपन भाई ला देखके यूसुफ के आंखी भर आईस, अऊ रोये बर सुन्ना जगह देखे लगिस। ओह अपन निजी कमरा म गीस अऊ उहां रोये लगिस। \p \v 31 अपन मुहूं ला धोये के बाद, ओह बाहिर निकलिस अऊ अपनआप ला सांत करके कहिस, “जेवन परोसव।” \p \v 32 तब ओमन ओकर बर अलग, ओकर भाईमन बर अलग, अऊ जऊन मिसरी मनखेमन ओकर संग खावत रिहिन, ओमन बर घलो अलग जेवन परोसिन, काबरकि मिसरी मनखेमन इबरी मनखेमन संग जेवन नइं करंय; ओमन बर अइसन करई ह घिन के बात रिहिस। \v 33 यूसुफ के भाईमन ला ओकर आघू म ओमन के उमर के हिसाब से बईठाय गे रिहिस, पहिले बड़खा, फेर ओकर बाद वालामन अऊ आखिरी म सबले छोटे; अऊ ओमन चकित होके एक-दूसर ला देखे लगिन। \v 34 तब यूसुफ के मेज म ले ओमन ला भोजन-बस्तु परोसे गीस, पर बिनयामीन ला ओकर भाईमन ले पांच गुना जादा भोजन-बस्तु परोसे गीस। ओमन यूसुफ के संग खुलके खाईन-पीईन। \c 44 \s1 एक ठन बोरा म एक ठन चांदी के कटोरा \p \v 1 तब यूसुफ ह अपन घर के देखरेख करइया ला ये हुकूम दीस: “ये मनखेमन जतेक जादा भोजन-बस्तु अपन बोरा म ले जा सकथें, ओतेक जादा भरव, अऊ हर एक के रूपिया ला ओमन के बोरा के मुहूं म रख देवव। \v 2 तब मोर चांदी के कटोरा ला सबले छोटे के बोरा के मुहूं म ओकर अनाज के रूपिया के संग रख देवव।” अऊ ओह वइसने करिस, जइसने यूसुफ ह कहिस। \p \v 3 बिहनियां होते ही, ओ मनखेमन ला ओमन के गदहामन के सहित बिदा करे गीस। \v 4 ओमन सहर ले जादा दूरिहा नइं गे होहीं जब यूसुफ ह अपन घर के देखरेख करइया ला कहिस, “तुरते ओ मनखेमन के पीछा कर, अऊ जब ओमन तुमन ला मिल जाहीं, त ओमन ला कह, ‘तुमन भलई के बदला म बुरई काबर करे हव? \v 5 का येह ओ कटोरा नो हय, जेमा मोर मालिक पीथे अऊ अगम के बात कहे बर घलो एकर उपयोग करथे? तुमन एक दुस्ट काम करे हव।’ ” \p \v 6 जब ओला ओमन मिल गीन, त ओह ओमन ले वइसनेच कहिस। \v 7 पर ओमन ओला कहिन, “हे हमर मालिक, तें अइसन बात काबर कहत हस? अइसने काम करई तोर सेवकमन ले दूरिहा रहय! \v 8 देख, इहां तक कि जऊन रूपिया हमन ला हमर बोरामन के मुहूं के भीतर म मिले रिहिस, ओला हमन कनान देस ले तोर करा वापिस ले आयेंन, त फेर तोर मालिक के घर ले चांदी या सोन, हमन काबर चोराबो? \v 9 यदि तोर दासमन ले जेकर करा घलो ओ चीज निकलही, ओह मार डारे जाही; अऊ बाकि हमन, हे हमर मालिक, तोर गुलाम हो जाबो।” \p \v 10 ओह कहिस, “तब, ठीक हे। तुम्हर कहे मुताबिक होवय। जेकर करा ओ चीज निकलही, ओह मोर दास हो जाही; अऊ बाकि तुमन दोस मुक्त हो जाहू।” \p \v 11 ओमन जल्दी-जल्दी अपन-अपन बोरा ला भुइयां म उतारके ओला खोले लगिन। \v 12 तब यूसुफ के घर के देखरेख करइया ह खोजे लगिस; ओह सबले बड़े के बोरा ले सुरू करके सबले छोटे के बोरा म खतम करिस। अऊ कटोरा ह बिनयामीन के बोरा म मिलिस। \v 13 येला देखके ओमन अपन-अपन ओनहा ला चीरिन। तब ओमन जम्मो झन अपन-अपन गदहा ऊपर बोरा लादके सहर म वापिस आईन। \p \v 14 जब यहूदा अऊ ओकर भाईमन आईन, त यूसुफ ह घरेच म रिहिस, अऊ ओमन ओकर आघू म भुइयां म गिरिन। \v 15 यूसुफ ह ओमन ला कहिस, “तुमन ये कइसन काम करे हव? का तुमन ये नइं जानत हव कि मोर सहीं मनखे ह अगम के बात कहे के दुवारा चीज के पता लगा सकथे?” \p \v 16 “हमन हमर मालिक ला का कह सकत हन?” यहूदा ह कहिस। “हमन का कह सकत हन? हमन कइसे अपनआप ला निरदोस साबित करन? परमेसर ह तोर सेवकमन के अपराध ला देखा दे हे। अब हमन हमर मालिक के गुलाम अन—हमन खुद अऊ ओह घलो, जेकर करा कटोरा मिले हवय।” \p \v 17 पर यूसुफ ह कहिस, “अइसन करई मोर ले दूरिहा रहय! जेकर करा कटोरा निकले हवय, सिरिप ओहीच ह मोर दास होही। बाकि के तुमन सांति से अपन ददा करा वापिस जावव।” \p \v 18 तब यहूदा ओकर करा जाके कहे लगिस, “हे मोर मालिक, अपन सेवक ला छेमा कर; मोला एक बात कहन दे। तोर गुस्सा तोर सेवक ऊपर झन भड़के, काबरकि तें तो फिरौन के बरोबर अस। \v 19 हे मोर परभू, तेंह अपन सेवकमन ले पुछे रहय, ‘का तुम्हर ददा या भाई हवय?’ \v 20 अऊ हमन जबाब देय रहेंन, ‘हव, हमर डोकरा ददा हवय, अऊ ओकर बुढ़त काल म जनमे एक बेटा हवय। ओकर भाई ह मर गीस, अऊ अब ओह अपन दाई के एके झन बेटा बांचे हवय, अऊ ओकर ददा ह ओकर ले मया करथे।’ \p \v 21 “तब तें अपन सेवकमन ला कहे, ‘ओला मोर करा ले आवव ताकि मेंह खुदे ओला देख सकंव।’ \v 22 अऊ हे मोर मालिक, हमन कहेंन, ‘ओ लड़का ह अपन ददा ला नइं छोंड़ सकय; नइं तो ओकर ददा ह मर जाही।’ \v 23 पर तें अपन सेवकमन ला कहे, ‘यदि तुम्हर छोटे भाई तुम्हर संग नइं आही, त फेर तुमन मोर आघू म नइं आ सकव।’ \v 24 जब हमन तोर सेवक हमर ददा करा गेंन, त हे मोर परभू, जऊन कुछू तेंह कहे रहे, हमन ओला बतायेंन। \p \v 25 “तब हमर ददा ह कहिस, ‘वापिस जावव अऊ थोरकून अऊ भोजन-बस्तु बिसाके लानव।’ \v 26 पर हमन कहेंन, ‘हमन नइं जा सकन। हां, यदि हमर छोटे भाई हमर संग होही; त हमन जाबो। यदि हमर छोटे भाई हमर संग नइं होही, त हमन ओ मनखे के आघू म नइं जा सकन।’ \p \v 27 “तब तोर सेवक मोर ददा ह हमन ला कहिस, ‘तुमन तो जानत हव कि मोर घरवाली दू झन बेटा जनमे रिहिस। \v 28 ओमा ले एक झन तो मोर ले दूरिहा चले गीस, अऊ मेंह सोचेंव, “निस्चय ही ओला पसुमन चीर डारे होहीं।” अऊ तब ले ओला, में नइं देखे हंव। \v 29 यदि तुमन येला घलो मोर आंखी ले दूरिहा ले जाथव, अऊ कोनो बिपत एकर ऊपर पड़थे, त तुम्हर कारन, में ये बुढ़ापा के समय दुख म मर जाहूं।’ \p \v 30 “एकरसेति, तोर सेवक मोर ददा करा जब में वापिस जाहूं, अऊ यदि ये लड़का हमर संग म नइं होही, अऊ जब मोर ददा, जेकर परान ये लड़का म लटके रहिथे, \v 31 देखही कि लड़का ह उहां नइं ए, त ओह मर जाही। तोर सेवकमन के कारन, हमर ददा ह बुढ़ापा म दुख म मर जाही। \v 32 तोर सेवक ह मोर ददा ला ये कहिके लड़का के सुरकछा के जमानत ले हवय, ‘यदि में येला तोर करा वापिस नइं लानहूं, त मोर जिनगी भर, में तोर अपराधी ठहिरहूं!’ \p \v 33 “एकरसेति, हे मोर मालिक, किरपा करके तोर सेवक ला ये लड़का के बदला म तोर गुलाम के रूप म इहां रहन दे, अऊ ये लड़का ला अपन भाईमन संग वापिस जावन दे। \v 34 यदि ये लड़का ह मोर संग नइं जाही, त में कइसे अपन ददा करा वापिस जा सकथंव? नइं! मोला अपन ददा ऊपर अवइया दुख ला झन देखन दे।” \c 45 \s1 यूसुफ ह अपनआप ला परगट करथे \p \v 1 तब यूसुफ ह अपन जम्मो सेवकमन के आघू म अपनआप ला नइं रोक सकिस, अऊ चिचियाके कहिस, “इहां के जम्मो मनखे बाहिर चले जावव!” अपन भाईमन के आघू म अपनआप ला परगट करे के बेरा उहां यूसुफ के संग अऊ कोनो नइं रिहिन। \v 2 अऊ ओह चिचिया-चिचियाके रोय लगिस, जेला मिसरीमन सुनिन, अऊ फिरौन के घर के मन ला घलो एकर खबर मिलिस। \p \v 3 यूसुफ ह अपन भाईमन ला कहिस, “में यूसुफ अंव! का मोर ददा अभी तक ले जीयत हवय?” पर ओकर भाईमन ओला जबाब नइं दे सकिन, काबरकि ओमन ओकर आघू म घबरा गे रिहिन। \p \v 4 तब यूसुफ ह अपन भाईमन ला कहिस, “मोर लकठा म आवव।” जब ओमन ओकर लकठा म आईन, त ओह कहिस, “मेंह तुम्हर भाई यूसुफ अंव, जेला तुमन मिसर अवइयामन के हांथ म बेच दे रहेव। \v 5 अब तुमन दुखी झन होवव, अऊ मोला इहां बेच देय के कारन, अपनआप ले गुस्सा झन होवव, काबरकि परमेसर ह परान बचाय बर मोला तुम्हर आघू इहां पठो दीस। \v 6 दू बछर हो गे, ये देस म अकाल परे हवय, अऊ अवइया पांच साल तक अइसने ही होही—न तो नांगर चलही अऊ न ही फसल लुये जाही। \v 7 पर परमेसर ह मोला तुम्हर आघू ये खातिर पठोईस कि ओह तुम्हर बर तुम्हर एक भाग ला बंचाके रखय अऊ एक बड़े छुटकारा के दुवारा तुम्हर जिनगी ला बचावय। \p \v 8 “एकरसेति, मोला इहां पठोइया तुमन नइं, पर परमेसर अय। ओही ह मोला फिरौन के ददा सहीं अऊ ओकर जम्मो घर के मालिक अऊ जम्मो मिसर देस ऊपर सासन करइया ठहिराय हवय। \v 9 अब तुमन जल्दी करके मोर ददा करा जावव अऊ ओला कहव, ‘तोर बेटा यूसुफ ह अइसन कहत हे: परमेसर ह मोला जम्मो मिसर देस के मालिक बनाय हे। तें बिगर देरी करे मोर करा चले आ। \v 10 तें गोसेन के इलाका म रहिबे—तें, तोर लइकामन अऊ नाती-पोतामन, तोर भेड़-बकरी अऊ गाय-बईला, अऊ जऊन कुछू तोर करा हवय, ओ जम्मो सहित मोर लकठा म रहिबे। \v 11 अकाल के जऊन पांच बछर अऊ होही, ओमा में उहां तोर पालन-पोसन करहूं। अइसन झन होवय कि तें अऊ तोर घराना अऊ तोर करा जऊन मन हवंय, ओमन भूखन मरंय।’ \p \v 12 “तुमन खुद अपन आंखी ले देख सकत हव, अऊ मोर भाई बिनयामीन घलो देख सकत हे कि में जो तुम्हर ले गोठियावत हंव, सही म यूसुफ अंव। \v 13 ओ जम्मो आदरमान, जऊन ह मोर करा मिसर देस म हवय अऊ जऊन कुछू तुमन देखे हव, ओ जम्मो बात मोर ददा ला बतावव। अऊ तुरते मोर ददा ला इहां ले आवव।” \p \v 14 तब ओह अपन भाई बिनयामीन ला पोटारके रोईस, अऊ बिनयामीन घलो रोवत ओला पोटार लीस। \v 15 अऊ यूसुफ ह अपन जम्मो भाईमन ला चूमके रोईस। एकर बाद ओकर भाईमन ओकर संग गोठियाय लगिन। \p \v 16 जब ये खबर फिरौन के महल म पहुंचिस कि यूसुफ के भाईमन आय हवंय, त फिरौन अऊ ओकर जम्मो करमचारीमन खुस होईन। \v 17 फिरौन ह यूसुफ ला कहिस, “अपन भाईमन ले कह कि ओमन अइसन करंय: ‘अपन पसुमन ऊपर सामान लादके कनान देस वापिस चले जावंय, \v 18 अऊ अपन ददा अऊ अपन घर के मनखेमन ला लेके मोर करा आवंय। मेंह मिसर देस के सबले बने भुइयां तुमन ला दूहूं अऊ तुमन ला देस के उत्तम से उत्तम चीज खाय बर मिलही।’ \p \v 19 “तोला ये घलो हुकूम दिये जावत हे कि तें ओमन ला बता कि ओमन अइसन करंय: ‘मिसर देस ले कुछू गाड़ी अपन लइका अऊ घरवाली अऊ तोर ददा बर ले जावंय, अऊ ओमन ला लेके आवंय। \v 20 अपन सामान के चिंता झन करंय, काबरकि मिसर म सबले बने चीजमन तुम्हर होही।’ ” \p \v 21 इसरायल के बेटामन वइसने ही करिन। यूसुफ ह फिरौन के हुकूम के मुताबिक ओमन ला गाड़ी दीस, अऊ रसता बर ओमन ला भोजन-बस्तु घलो दीस। \v 22 ओमा के हर एक झन ला ओह एक-एक जोड़ा ओनहा दीस, पर बिनयामीन ला ओह तीन सौ चांदी के सेकेल\f + \fr 45:22 \fr*\ft लगभग साढ़े तीन किलोग्राम\ft*\f* अऊ पांच जोड़ा ओनहा दीस। \v 23 अऊ अपन ददा बर ओह ये सामान पठोईस: मिसर देस के सबले बने चीजमन ले लदाय दस ठन गदहा, अऊ अनाज अऊ रोटी अऊ ओकर ददा के रसता बर आने भोजन-बस्तु ले लदाय दस ठन गदही। \v 24 तब ओह अपन भाईमन ला बिदा करिस, अऊ जब ओमन जावत रिहिन, त ओह ओमन ला कहिस, “डहार म झगरा झन करिहव!” \p \v 25 मिसर ले निकलके, ओमन कनान देस म अपन ददा याकूब करा आईन। \v 26 ओमन ओला ये बताईन, “यूसुफ अभी तक ले जीयत हे! अऊ जम्मो मिसर देस म ओही ह राज करत हे।” ये सुनके, याकूब ह हक्का-बक्का हो गीस; ओह ओमन के बात ला बिसवास नइं करिस। \v 27 पर जब ओमन ओ जम्मो बात ओला बताईन, जेला यूसुफ ह ओमन ले कहे रिहिस, अऊ जब ओह ओ गाड़ीमन ला देखिस, जेला यूसुफ ह ओला लाने बर पठोय रिहिस, तब ओमन के ददा याकूब के मन ह सांत होईस। \v 28 अऊ इसरायल ह कहिस, “मोला बिसवास हो गे हे! मोर बेटा यूसुफ ह अभी तक जीयत हे। एकर पहिली कि में मर जावंव, मेंह जाके ओला देखहूं।” \c 46 \s1 याकूब मिसर देस जाथे \p \v 1 तब इसरायल ह अपन जम्मो संपत्ति लेके निकलिस, अऊ जब ओह बेरसेबा म हबरिस, त उहां ओह अपन ददा इसहाक के परमेसर ला बलिदान चघाईस। \p \v 2 अऊ परमेसर ह रथिया इसरायल ला दरसन म कहिस, “हे याकूब! हे याकूब!” \p ओह कहिस, “में इहां हंव।” \p \v 3 परमेसर ह कहिस, “में परमेसर अंव, तोर ददा के परमेसर। तें मिसर देस जाय बर झन डरा, काबरकि में उहां तोर ले एक बड़े जाति बनाहूं। \v 4 मेंह तोर संग म मिसर जाहूं, अऊ निस्चित रूप से, में उहां ले तोला फेर वापिस ले आनहूं। अऊ यूसुफ ह अपन हांथ ले तोर आंखीमन ला बंद करही।” \p \v 5 तब याकूब बेरसेबा ले चल दीस, अऊ इसरायल के बेटामन अपन ददा याकूब अऊ अपन लइकामन ला अऊ अपन घरवालीमन ला ओ गाड़ीमन म चघाके चल दीन, जेला फिरौन ह ओमन ला लाने बर पठोय रिहिस। \v 6 ये किसम ले, याकूब अऊ ओकर संतानमन अपन भेड़-बकरी, गाय-बईला, अऊ कनान म कमाय अपन जम्मो धन-दौलत ला लेके मिसर देस गीन। \v 7 याकूब ह अपन संग अपन बेटा-बेटी, पोता-पोती, याने अपन जम्मो संतान ला मिसर म ले आईस। \b \lh \v 8 इसरायल (याकूब अऊ ओकर संतान) के बेटामन के नांव ये अय, जऊन मन ओकर संग मिसर देस गीन: \b \li1 याकूब के बड़खा बेटा रूबेन। \li1 \v 9 रूबेन के बेटामन: \li2 हनोक, पल्लू, हेसरोन अऊ करमी। \li1 \v 10 सिमोन के बेटामन: \li2 यमूएल, यामीन, ओहद, याकीन, सोहर अऊ कनानी माईलोगन ले जनमे साऊल। \li1 \v 11 लेवी के बेटामन: \li2 गेरसोन, कहात अऊ मरारी। \li1 \v 12 यहूदा के बेटामन: \li2 एर, ओनान, सेलह, पेरेस अऊ जेरह (पर एर अऊ ओनान कनान देस म ही मर गे रिहिन)। \li2 पेरेस के बेटामन: \li3 हेसरोन अऊ हामूल। \li1 \v 13 इस्साकार के बेटामन: \li2 तोला, पुआ, यसूब\f + \fr 46:13 \fr*\ft समारीतान पेन्टाटूक अऊ कुछू सेप्टाजिन्ट हस्तलिपि म \ft*\fqa यासूब \fqa*\ft देखव \+xt गन 26:24\+xt* अऊ \+xt 1 इति 7:1\+xt*\ft*\f* अऊ सिमरोन। \li1 \v 14 जबूलून के बेटामन: \li2 सेरेद, एलोन अऊ यहलेल। \lf \v 15 येमन याकूब के घरवाली लिआ ले पदन-अराम\f + \fr 46:15 \fr*\ft याने कि, उत्तर-पछिम मेसोपोटामिया\ft*\f* म जनमे बेटामन रिहिन। ओकर दीना नांव के एक बेटी घलो रिहिस। ओकर ये बेटा अऊ बेटीमन कुल तैंतीस झन रिहिन। \b \li1 \v 16 गाद के बेटामन: \li2 सिफियोन, हाग्गी, सूनी, एसबोन, एरी, अरोदी अऊ अरेली। \li1 \v 17 आसेर के बेटामन: \li2 यिमना, इसवा, इसवी, बरीया। ओमन के बहिनी के नांव सेरह रिहिस। \li2 बरीया के बेटामन: \li3 हेबेर अऊ मलकीएल। \lf \v 18 येमन याकूब कोति ले जिलपा ले जनमे लइकामन रिहिन, जेला लाबान ह अपन बेटी लिआ ला दासी के रूप म देय रिहिस। येमन कुल सोलह झन रिहिन। \b \li1 \v 19 याकूब के घरवाली राहेल के बेटामन: \li2 यूसुफ अऊ बिनयामीन। \li3 \v 20 मिसर देस म, ओन\f + \fr 46:20 \fr*\ft याने कि, हिलियापुलिस\ft*\f* के पुरोहित पोतीपेरा के बेटी आसनत ले यूसुफ के दू झन बेटा होईन—मनस्से अऊ एपरैम। \li1 \v 21 बिनयामीन के बेटामन: \li2 बेला, बेकेर, असबेल, गेरा, नामान, एही, रोस, मुप्पीम, हुप्पीम अऊ अर्द। \lf \v 22 येमन याकूब के घरवाली राहेल ले जनमे बेटामन रिहिन। येमन कुल चौदह झन रिहिन। \b \li1 \v 23 दान के बेटा: \li2 हूसीम। \li1 \v 24 नपताली के बेटामन: \li2 यहसेल, गूनी, येसेर अऊ सिल्लेम। \lf \v 25 येमन याकूब कोति ले बिलहा ले जनमे बेटामन रिहिन, जेला लाबान ह अपन बेटी राहेल ला दासी के रूप म देय रिहिस। येमन कुल सात झन रिहिन। \b \lf \v 26 ओ जम्मो, जऊन मन याकूब के संग मिसर म गीन अऊ ओकर खुद के बंस रिहिन—ओमन कुल छियासठ झन रिहिन अऊ येमा ओकर बहुमन ला नइं गने गे रिहिस। \v 27 यूसुफ के दू झन बेटा मिसर म जनमिन; येमन अऊ याकूब के घराना के जऊन मनखेमन मिसर म गीन, ओ जम्मो मिलाके कुल सत्तर\f + \fr 46:27 \fr*\ft सेप्टाजिन्ट हस्तलिपि म \ft*\fqa पचहत्तर\fqa*\f* झन रिहिन। \b \p \v 28 याकूब ह यहूदा ला अपन आघू यूसुफ करा पठोईस कि ओह ओकर ले गोसेन के डहार के पता करय। जब ओमन गोसेन के इलाका म आईन, \v 29 तब यूसुफ ह अपन रथ फंदवाके अपन ददा इसरायल ले भेंट करे बर गोसेन गीस। जब ओह अपन ददा करा हबरिस, त ओला पोटारके बहुंत देर तक रोईस। \p \v 30 इसरायल ह यूसुफ ला कहिस, “में अब मरे बर तियार हंव, काबरकि में खुद देख चुकेंव कि तें जीयत हस।” \p \v 31 तब यूसुफ ह अपन भाईमन ला अऊ अपन ददा के घर के मनखेमन ला कहिस, “मेंह जाके फिरौन ले गोठियाहूं अऊ ओला बताहूं, ‘मोर भाईमन अऊ मोर ददा के घर के मनखे, जेमन कनान देस म रहत रिहिन, ओमन मोर करा आ गे हवंय। \v 32 ओमन चरवाहा अंय; ओमन पसु-पालन करथें, अऊ ओमन अपन संग अपन भेड़-बकरी, गाय-बईला अऊ अपन जम्मो सामान लेके आय हवंय।’ \v 33 जब फिरौन ह तुमन ला बलाके पुछही, ‘तुमन का धंधा करथव?’ \v 34 तब तुमन ये कहिहू, ‘तोर सेवकमन लइकापन ले लेके आज तक पसु-पालन करत आय हन, अऊ हमर पुरखामन घलो अइसने ही करत रिहिन।’ तब तुमन ला गोसेन के इलाका म रहे बर मिलही, काबरकि मिसरीमन जम्मो चरवाहामन ले घिन करथें।” \c 47 \p \v 1 यूसुफ ह फिरौन करा जाके ये समाचार दीस, “मोर ददा अऊ भाईमन अपन भेड़-बकरी, गाय-बईला अऊ अपन जम्मो सामान सहित कनान देस ले आ गे हवंय अऊ अभी ओमन गोसेन म हवंय।” \v 2 ओह अपन भाईमन ले पांच झन ला चुनिस अऊ ओमन ला फिरौन करा लानिस। \p \v 3 फिरौन ह ओकर भाईमन ले पुछिस, “तुमन के का धंधा अय?” \p ओमन फिरौन ला कहिन, “तोर सेवकमन चरवाहा अंय, अऊ हमर पुरखामन घलो चरवाहा रिहिन।” \v 4 ओमन ओला ये घलो कहिन, “हमन इहां कुछू समय तक रहे बर आय हन, काबरकि कनान म भारी अकाल परे हे अऊ तोर सेवकमन के पसु बर कुछू चारा नइं बचे हे। एकरसेति, किरपा करके अपन सेवकमन ला गोसेन म रहे के हुकूम दे।” \p \v 5 फिरौन ह यूसुफ ला कहिस, “तोर ददा अऊ तोर भाईमन तोर करा आय हवंय, \v 6 अऊ मिसर देस तोर आघू म हवय; ये देस के सबले बने भाग म अपन ददा अऊ अपन भाईमन ला बसा दे, याने कि ओमन ला गोसेन म ही रहन दे। अऊ यदि तें जानत हस कि ओमा के कोनो म बिसेस योग्यता हवय, त ओला मोर पसुमन के ऊपर मुखिया ठहिरा दे।” \p \v 7 तब यूसुफ ह अपन ददा याकूब ला फिरौन करा लेके आईस। जब याकूब ह फिरौन ला आसीस दे डारिस, \v 8 तब फिरौन ह याकूब ले पुछिस, “तोला कतेक साल होवथे?” \p \v 9 याकूब ह फिरौन ला कहिस, “मेंह एक सौ तीस बछर परदेसी होके अपन जिनगी जी डारे हंव। मोर जिनगी के उमर ह थोरकून रिहिस अऊ कठिन रिहिस अऊ मोर पुरखामन परदेसी होके जतेक बछर तक जीयत रिहिन, में ओतेक बछर के नइं होय हंव।” \v 10 तब याकूब ह फिरौन ला आसीस देके ओकर आघू ले चल दीस। \p \v 11 तब यूसुफ ह अपन ददा अऊ अपन भाईमन ला मिसर देस म बसा दीस, अऊ फिरौन के हुकूम के मुताबिक देस के सबले बने भाग, याने कि रामसेस नांव के जिला म ओमन ला जमीन दीस। \v 12 यूसुफ ह अपन ददा ला अऊ अपन भाईमन ला अऊ अपन ददा के घर के जम्मो मनखेमन ला ओमन के लइकामन के गनती के मुताबिक भोजन-बस्तु घलो दीस। \s1 यूसुफ अऊ अकाल \p \v 13 ओ जम्मो देस म खाय बर कुछू नइं रिहिस, काबरकि बहुंत भारी अकाल परे रिहिस; मिसर अऊ कनान म बहुंत कठिन समय रिहिस। \v 14 मिसर अऊ कनान के मनखेमन जऊन रूपिया-पईसा देके अनाज बिसात रिहिन, ओ जम्मो रूपिया ला यूसुफ ह जमा करके फिरौन के महल म ले आवत रिहिस। \v 15 जब मिसर अऊ कनान देस के मनखेमन के रूपिया ह सिरा गीस, त मिसर के जम्मो मनखेमन यूसुफ करा आईन अऊ कहिन, “हमन ला भोजन-बस्तु दे। का तोर रहत ले हमन मर जाबो? हमर जम्मो पईसा सिरा गे।” \p \v 16 यूसुफ ह कहिस, “यदि रूपिया नइं ए, त अपन पसुमन ला लानव, अऊ में ओकर बदला म तुमन ला भोजन-बस्तु दूहूं, काबरकि तुम्हर पईसा ह सिरा गे हे।” \v 17 एकरसेति ओमन अपन पसुमन ला यूसुफ करा लाय लगिन, अऊ ओह ओमन ला ओमन के घोड़ा, भेड़-बकरी, गाय-बईला अऊ गदहामन के बदला म भोजन-बस्तु देय लगिस। ओ साल ओह ओमन के जम्मो पसुमन के बदला म भोजन-बस्तु देके ओमन के पालन-पोसन करिस। \p \v 18 ओ बछर तो अइसने कट गीस, तब अगले साल ओमन ओकर करा आके कहिन, “हमन अपन मालिक ले ये बात ला छिपा नइं सकन कि हमर रूपिया-पईसा खतम हो गे अऊ हमर पसुमन तोर हो गे हंय; अब हमर मालिक के आघू म हमर करा हमर देहें अऊ जमीन के छोंड़ अऊ कुछू नइं बांचे हे। \v 19 हमन तोर देखत म काबर मर जावन, अऊ हमर जमीन ह काबर उजाड़ हो जावय? हमन ला अऊ हमर जमीन ला भोजन-बस्तु के बदला म बिसा ले, अऊ हमन अपन जमीन सहित फिरौन के गुलामी म रहिबो। हमन ला बीजा दे कि हमन जीयत रहन अऊ मरन झन, अऊ जमीन ह उजाड़ झन होवय।” \p \v 20 तब यूसुफ ह मिसर के जम्मो जमीन ला फिरौन बर बिसा लीस। मिसर के जम्मो मनखेमन अपन जमीन बेच दीन, काबरकि उहां भयंकर अकाल परे रिहिस। जम्मो जमीन ह फिरौन के हो गीस, \v 21 अऊ यूसुफ ह मनखेमन ला मिसर देस के एक छोर ले लेके दूसर छोर तक गुलाम बना दीस।\f + \fr 47:21 \fr*\ft समारीतान पेन्टाटूक अऊ सेप्टाजिन्ट (वल्गेट ला घलो देखव); मासोरेटिक अनुवाद \ft*\fq अऊ \fq*\fqa ओह मनखेमन ला सहर म ले आईस\fqa*\f* \v 22 पर ओह पुरोहितमन के जमीन ला नइं बिसाईस, काबरकि ओमन ला फिरौन कोति ले नियम के मुताबिक बांटा मिलत रिहिस अऊ फिरौन के दुवारा दिये गय बांटा म ओमन बर परयाप्त भोजन के परबंध रिहिस। एकरसेति ओमन अपन जमीन नइं बेचिन। \p \v 23 यूसुफ ह मनखेमन ला कहिस, “सुनव, मेंह आज तुमन ला अऊ तुम्हर जमीन ला फिरौन बर बिसा ले हंव; देखव, तुमन बर इहां बीजा हवय; येला लेवव अऊ भुइयां म बोवव। \v 24 पर जब फसल होथे, त ओकर पांचवां हिस्सा फिरौन ला देवव। बाकि के चार हिस्सा तुम्हर होही, जेला तुमन खेत म बोये बर अऊ अपन अऊ अपन घर के मनखे अऊ लइकामन के खाय बर उपयोग करव।” \p \v 25 ओमन कहिन, “तेंह हमर जिनगी ला बंचाय हस; हमर परभू के किरपा के नजर हमर ऊपर बने रहय; हमन फिरौन के गुलामी म रहिबो।” \p \v 26 ये किसम ले, यूसुफ ह मिसर के जमीन के बारे म येला कानून के रूप म कर दीस, जऊन ह आज तक लागू हवय कि फसल के पांचवां हिस्सा फिरौन के अय। सिरिप पुरोहितमन के जमीन ह फिरौन के नइं होईस। \p \v 27 इसरायलीमन मिसर देस के गोसेन के इलाका म बस गीन। ओमन उहां धन-संपत्ति कमाईन अऊ फूलिन-फरिन अऊ गनती म बहुंत बढ़ गीन। \p \v 28 याकूब ह मिसर देस म सतरह बछर तक जीयत रिहिस, अऊ ओकर जिनगी के कुल उमर एक सौ सैंतालीस बछर होईस। \v 29 जब इसरायल के मरे के समय ह लकठा आईस, तब ओह अपन बेटा यूसुफ ला बुलवाईस अऊ ओला कहिस, “यदि तोर किरपा मोर ऊपर हवय, त अपन हांथ ला मोर जांघ के तरी म रख अऊ परतिगियां कर कि तें मोर ऊपर किरपा करके सच्चई से ये काम ला करबे। मोला मिसर म माटी झन देबे, \v 30 पर जब में अपन पुरखामन के सहीं मर जावंव, त मोला मिसर ले बाहिर ले जाबे अऊ उहां माटी देबे, जिहां मोर पुरखामन ला माटी दे गे हवय।” \p तब यूसुफ ह कहिस, “में तोर बचन के मुताबिक करहूं।” \p \v 31 फेर याकूब ह कहिस, “मोर ले किरिया खा।” तब यूसुफ ह ओकर ले किरिया खाईस, अऊ इसरायल ह अपन लउठी के मुठ के ऊपर निहरके परमेसर के अराधना करिस।\f + \fr 47:31 \fr*\ft या \ft*\fq इसरायल \fq*\fqa ह अपन बिस्तर के मुड़सरिया तरफ झुक गीस\fqa*\f* \c 48 \s1 मनस्से अऊ एपरैम \p \v 1 कुछू समय के बाद, यूसुफ ला ये बताय गीस, “तोर ददा ह बेमार हे।” तब ओह अपन दूनों बेटा मनस्से अऊ एपरैम ला अपन संग लेके ओकर करा गीस। \v 2 जब याकूब ला बताय गीस, “तोर बेटा यूसुफ ह तोर करा आय हवय,” त इसरायल ह अपनआप ला संभालके बिस्तर म बईठ गीस। \p \v 3 याकूब ह यूसुफ ला कहिस, “सर्वसक्तिमान\f + \fr 48:3 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa एल-सद्दाई\fqa*\f* परमेसर ह कनान देस के लूज नगर म मोला दरसन दीस, अऊ उहां ओह मोला आसीस दीस, \v 4 अऊ कहिस, ‘देख, में तोला फलवंत करहूं अऊ गनती म तोला बढ़ाहूं। मेंह तोला मनखेमन के एक समाज बनाहूं, अऊ तोर पाछू तोर संतानमन ला ये देस सदाकाल बर दे दूहूं।’ \p \v 5 “अब, तोर दूनों बेटा, जऊन मन मिसर म मोर आय के पहिली जनमे हवंय, ओमन मोर गने जाहीं; जइसने कि रूबेन अऊ सिमोन मोर अंय, वइसने ही मनस्से अऊ एपरैम घलो मोर होहीं। \v 6 ओमन के बाद, तोर कोनो लइका जनमथें, त ओमन तोर होहीं; पर अपन बंटवारा म, ओमन अपन भाईमन के नांव म गने जाहीं। \v 7 जब में पदन\f + \fr 48:7 \fr*\ft पदन-अराम या उत्तर-पछिम मेसोपोटामिया\ft*\f* ले वापिस आवत रहेंव, त मोर बर दुख के बात ये होईस कि डहार म ही एपराता हबरे के थोरकून पहिले, राहेल ह कनान देस म मर गीस। एकरसेति मेंह ओला उहां एपराता (बैतलहम) जाय के डहार तीर म माटी दे देंव।” \p \v 8 जब इसरायल ह यूसुफ के बेटामन ला देखिस, त ओह पुछिस, “येमन कोन एं?” \p \v 9 यूसुफ ह अपन ददा ला कहिस, “ये मोर बेटामन अंय, जेमन ला परमेसर ह मोला इहां दे हवय।” \p तब इसरायल ह कहिस, “ओमन ला मोर करा लान कि में ओमन ला आसीस देवंव।” \p \v 10 इसरायल के आंखीमन बुढ़ापा के कारन धुंधला गे रिहिन, अऊ ओला बहुंत कम दिखत रिहिस। एकरसेति यूसुफ अपन बेटामन ला ओकर लकठा म ले आईस, अऊ ओकर ददा ह ओमन ला चूमिस अऊ ओमन ला पोटार लीस। \p \v 11 तब इसरायल ह यूसुफ ला कहिस, “में कभू आसा नइं करे रहेंव कि में तोर चेहरा फेर देखहूं, पर देख, परमेसर ह मोला तोर लइकामन ला घलो देखाईस।” \p \v 12 तब यूसुफ ह अपन बेटामन ला इसरायल के माड़ीमन के बीच ले हटाईस अऊ अपन मुहूं के भार गिरके दंडवत करिस। \v 13 अऊ यूसुफ ह ओ दूनों ला लीस, अऊ एपरैम ला अपन जेवनी कोति, याने कि इसरायल के डेरी हांथ कोति अऊ मनस्से ला अपन डेरी कोति, याने कि इसरायल के जेवनी हांथ कोति रखिस, अऊ ओमन ला इसरायल के लकठा म लानिस। \v 14 पर इसरायल ह अपन जेवनी हांथ बढ़ाके एपरैम के मुड़ ऊपर रखिस, हालाकि ओह छोटे रिहिस, अऊ अपन डेरी हांथ बढ़ाके मनस्से के मुड़ ऊपर रख दीस, हालाकि मनस्से ह पहिले जनमे रिहिस। \p \v 15 तब ओह यूसुफ ला आसीस दीस अऊ कहिस, \q1 “परमेसर जेकर आघू म मोर बाप-ददा \q2 अब्राहम अऊ इसहाक सच्चई से चलिन, \q1 ओ परमेसर, जऊन ह मोर जनम ले लेके \q2 आज तक मोर चरवाहा बने हे, \q1 \v 16 ओ स्वरगदूत, जऊन ह मोला जम्मो बुरई ले बचाय हे \q2 —ओही ह ये लड़कामन ला आसीस देवय। \q1 येमन मोर नांव अऊ मोर बाप-ददा \q2 अब्राहम अऊ इसहाक के नांव से जाने जावंय, \q1 अऊ येमन धरती ऊपर \q2 गनती म बहुंत बढ़ंय।” \p \v 17 जब यूसुफ ह देखिस कि ओकर ददा ह अपन जेवनी हांथ एपरैम के मुड़ ऊपर रखे हे, त ये बात ओला खराप लगिस; एकरसेति ओह अपन ददा के जेवनी हांथ ला ये बिचार से धरिस कि ओला एपरैम के मुड़ ले हटाके मनस्से के मुड़ ऊपर रखय। \v 18 अऊ यूसुफ ह अपन ददा ला कहिस, “नइं, हे ददा, येह पहिले जनमे हे; अपन जेवनी हांथ ला एकर मुड़ ऊपर रख।” \p \v 19 पर ओकर ददा ह मना करिस अऊ कहिस, “में जानत हंव, मोर बेटा, में जानत हंव। एकर दुवारा घलो मनखेमन के एक समाज बनही, अऊ येह घलो महान होही। तभो ले एकर छोटे भाई एकर ले जादा महान होही, अऊ ओकर बंस ह कतको जाति के मनखेमन के एक झुंड हो जाही।” \v 20 ओ दिन, ओह ओमन ला आसीस दीस अऊ कहिस, \q1 “तोर नांव म इसरायल ह अइसन आसीस दीही: \q2 ‘परमेसर तोला एपरैम अऊ मनस्से के सहीं बनाय।’ ” \m ये किसम ले ओह एपरैम ला मनस्से के पहिले रखिस। \p \v 21 तब इसरायल ह यूसुफ ला कहिस, “देख, में तो मरनेवाला हंव, पर परमेसर ह तुमन के संग रहिही, अऊ तुमन ला तुम्हर पुरखामन के देस म वापिस ले जाही। \v 22 अऊ मेंह तोला तोर भाईमन ले एक ठन जादा पहाड़ी जमीन\f + \fr 48:22 \fr*\fq पहाड़ी जमीन \fq*\ft इबरानी म सकेम नांव के जगह सहीं\ft*\f* देवत हंव, जेला मेंह अमोरीमन ले अपन तलवार अऊ धनुस के बल म ले रहेंव।” \c 49 \s1 याकूब अपन बेटामन ला आसीस देथे \p \v 1 तब याकूब ह अपन बेटामन ला बलाके कहिस: “ये मेर जूरव ताकि में तुमन ला बता सकंव कि अवइया दिन म तुम्हर ऊपर का होवइया हे। \q1 \v 2 “हे याकूब के बेटामन, ये मेर जूरव अऊ सुनव; \q2 अपन ददा इसरायल के बात ला सुनव। \b \q1 \v 3 “रूबेन, तें मोर पहिले जनमे बेटा अस, \q2 तें मोर सक्ति अऊ मोर ताकत के पहिली फर अस, \q2 तें आदर के लईक, अऊ ताकत म उत्तम अस। \q1 \v 4 तें जो पानी के लहरा सहीं उफननेवाला अस, तें अब उत्तम नइं ठहिरबे, \q2 काबरकि तें अपन ददा के बिछौना ऊपर चघे, \q2 मोर खटिया ऊपर चघे अऊ ओला असुध करे।\f + \fr 49:4 \fr*\ft \+xt उत 35:22\+xt*\ft*\f* \b \q1 \v 5 “सिमोन अऊ लेवी तो भाई-भाई अंय— \q2 ओमन के तलवारमन हिंसा करे के हथियार अंय। \q1 \v 6 मोला ओमन के सभा म झन जाना पड़य, \q2 मोला ओमन के संगत म झन रहना पड़य, \q1 काबरकि ओमन अपन कोप म मनखेमन ला मार डारे हवंय \q2 अऊ अपन खुसी बर बईलामन ला खोरवा कर दे हवंय।\f + \fr 49:6 \fr*\ft \+xt उत 34:26\+xt*\ft*\f* \q1 \v 7 धिक्कार ए ओमन के कोप ला, जेह भयंकर रिहिस, \q2 अऊ ओमन के कोरोध ला, जेह बहुंत निरदयी रिहिस! \q1 मेंह ओमन ला याकूब म फईला दूहूं \q2 अऊ इसरायल म तितिर-बितिर कर दूहूं। \b \q1 \v 8 “हे यहूदा,\f + \fr 49:8 \fr*\fq यहूदा \fq*\ft सायद इबरानी म \ft*\fqa परसंसा\fqa*\f* तोर भाईमन तोर परसंसा करहीं; \q2 तोर हांथ ह तोर बईरी के घेंच म होही; \q2 तोर ददा के बेटामन तोला दंडवत करहीं। \q1 \v 9 हे यहूदा, तेंह सेर के पीला अस; \q2 हे मोर बेटा, तें सिकार करके लहुंटे हस। \q1 सेर के सहीं, ओह बरताव करके बईठ जाथे, \q2 सेरनी के सहीं—कोन ह ओला छेड़े के हिम्मत करथे। \q1 \v 10 राजदंड ह यहूदा करा ले नइं जावय, \q2 अऊ न ही सासन करइया के छड़ी ह ओकर बंस ले अलग होही, \q1 जब तक कि ओह\f + \fr 49:10 \fr*\ft अवइया मसीह के बारे अगमबानी हो सकथे\ft*\f* नइं आ जाही, जेकर ये चीजमन अंय \q2 अऊ जाति-जाति के मनखेमन ओकर बस म नइं हो जाहीं। \q1 \v 11 ओह अपन गदहा ला अंगूर के नार म, \q2 अऊ अपन गदहा के पीला ला उत्तम नार म बांधही; \q1 ओह अपन ओनहा ला अंगूर के मंद म, \q2 अऊ अपन पहिरावा ला अंगूर के रस म धोही। \q1 \v 12 ओकर आंखीमन अंगूर के मंद ले जादा गहिरा रंग, \q2 अऊ ओकर दांतमन दूध ले जादा सफेद होहीं। \b \q1 \v 13 “जबूलून ह समुंदर के तीर म निवास करही \q2 अऊ पानी जहाजमन बर बंदरगाह के काम करही; \q2 ओकर सीमना ह सीदोन कोति बढ़ही। \b \q1 \v 14 “इस्साकार एक बलवान गदहा अय, \q2 जेह भेड़मन के भेड़साला म ढलंगे रहिथे। \q1 \v 15 जब ओह देखथे कि ओकर सुसताय के जगह ह कतेक बने हे \q2 अऊ ओकर जमीन ह कतेक मनोहर हे, \q1 त ओह बोझा ला लेय बर अपन कंधा ला नवाथे \q2 अऊ बंधुवा मजदूर बन जाथे। \b \q1 \v 16 “दान\f + \fr 49:16 \fr*\fq दान \fq*\ft इहां येकर मतलब ए \ft*\fqa ओह नियाय देथे\fqa*\f* ह इसरायल के एक गोत्र के रूप म \q2 अपन मनखेमन के नियाय करही। \q1 \v 17 दान ह सड़क के तीर म एक सांप, \q2 रसता के तीर म एक जहरिला सांप सहीं होही, \q1 जेह घोड़ा के एड़ी ला डसथे, \q2 जेकर ले ओकर सवार ह पाछू कोति गिरथे। \b \q1 \v 18 “हे यहोवा, में तोर दुवारा छुटकारा पाय के बाट जोहत हंव। \b \q1 \v 19 “गाद\f + \fr 49:19 \fr*\fq गाद \fq*\ft इबरानी म \ft*\fq हमला करइया\fq*\f* के ऊपर हमला करइयामन के एक दल ह चढ़ई तो करही, \q2 पर ओह ओमन के पाछू कोति ले ओमन ऊपर हमला करही। \b \q1 \v 20 “आसेर के भोजन-बस्तु ह उत्तम होही; \q1 अऊ ओह एक राजा के पसंद के सुवादवाला भोजन देय करही। \b \q1 \v 21 “नपताली ह खुले म घुमनेवाला एक हिरनी सहीं अय, \q2 जऊन ह सुघर पीला जनथे। \b \q1 \v 22 “यूसुफ एक फलवंत अंगूर के नार सहीं ए, \q2 ओह एक झरना के लकठा म एक फलवंत अंगूर के नार सहीं ए, \q2 जेकर डालीमन भीथी ऊपर चघके बगर जाथें। \q1 \v 23 धनुसधारीमन दुखी होके ओकर ऊपर हमला करिन; \q2 अऊ बईरता करके ओकर ऊपर तीर चलाईन। \q1 \v 24 पर ओकर धनुस इस्थिर रिहिस, \q2 याकूब के सक्तिसाली परमेसर के हांथ के कारन, \q1 ओ चरवाहा, इसरायल के चट्टान के कारन, \q2 ओकर बाहांमन फुरतिला होईन, \q1 \v 25 काबरकि तोर ददा के परमेसर ह तोर मदद करथे, \q2 काबरकि सर्वसक्तिमान ह तोला आसीस देथे, \q1 ये आसीस ह अकास के ऊपर के अय, \q2 ये आसीस ह गहिरा झरना के खाल्हे के अय, \q2 अऊ ये आसीस ह छाती अऊ गरभ के आसीस अय। \q1 \v 26 तोर ददा के आसीसमन \q2 पुराना पहाड़मन के आसीस ले, \q2 पुराना पहाड़ीमन के दान ले घलो बड़े अंय। \q1 ये जम्मो आसीस यूसुफ के मुड़ म आवय, \q2 जऊन ह अपन भाईमन ले अलग होके राजा बन गीस, ओकर ललाट म आवय। \b \q1 \v 27 “बिनयामीन ह एक भूखा भेड़िया सहीं अय; \q2 बिहनियां ओह सिकार ला मन भरके खाथे, \q2 अऊ सांझ के लूट के सामान ला बांट लेथे।” \p \v 28 ये जम्मो इसरायल के बारह गोत्र अंय, अऊ ये ओ बातमन अंय, जेला ओमन के ददा ह ओमन ले कहिस जब ओह ओमन ला आसीस दीस; जइसने हर एक बर उचित रिहिस, वइसने ओह ओमन ला आसीस दीस। \s1 याकूब के मऊत \p \v 29 तब याकूब ह ओमन ला हुकूम दीस: “बहुंत जल्दी मेंह मरके अपन पुरखामन संग मिलनेचवाला हंव। मोला हित्ती एपरोन के खेत के गुफा म मोर पुरखामन संग माटी दूहू, \v 30 याने कि ओ गुफा म जेह कनान देस म ममरे के लकठा म मकपेला के खेत म हवय, जेला अब्राहम ह हित्ती एपरोन ले खेत सहित एकरसेति बिसाय रिहिस कि ओला मरघटी बनावय। \v 31 उहां अब्राहम अऊ ओकर घरवाली सारा ला माटी देय गे रिहिस; उहां इसहाक अऊ ओकर घरवाली रिबका ला माटी देय गे रिहिस; अऊ उहां लिआ ला घलो माटी दे हंव। \v 32 ओ खेत अऊ ओमा के गुफा ला हित्तीमन ले बिसाय गे रिहिस।” \p \v 33 जब याकूब ह अपन बेटामन ला हुकूम दे डारिस, त ओह अपन गोड़ ला खटिया ऊपर करके अपन परान ला छोंड़ दीस अऊ अपन पुरखामन संग जा मिलिस। \c 50 \p \v 1 यूसुफ अपन ददा ला पोटारके रोईस अऊ ओला चूमिस। \v 2 तब यूसुफ ह अपन अधीन सेवा करइया बईदमन ला हुकूम दीस कि ओमन ओकर ददा इसरायल के लास म सुगंधित लेपन लगांय। तब बईदमन ओकर लास म सुगंधित रसायन लगा दीन। \v 3 ओमन पूरा चालीस दिन तक सुगंधित रसायन लगाईन, काबरकि कोनो लास म सुगंधित रसायन लगाय बर अतेक दिन के जरूरत परय। अऊ मिसरी मनखेमन ओकर बर सत्तर दिन तक बिलाप करिन। \p \v 4 जब बिलाप करे के दिन पूरा हो गीस, तब यूसुफ ह फिरौन के घर के मनखेमन ला कहिस, “यदि तुम्हर किरपा मोर ऊपर हवय, त मोर कोति ले फिरौन ले बात करव। ओला कहव, \v 5 ‘मोर ददा ह मोर ले किरिया खवाके कहे रिहिस, “देख, में मरनेचवाला हंव; मोला ओ कबर म माटी देबे, जेला मेंह अपन बर कनान देस म खनवाय हंव।” एकरसेति अब मोला उहां जाके मोर ददा ला माटी देवन दे; ओकर बाद, में वापिस आ जाहूं।’ ” \p \v 6 फिरौन ह कहिस, “जा अऊ अपन ददा के खवाय किरिया के मुताबिक ओला माटी दे।” \p \v 7 तब यूसुफ ह अपन ददा ला माटी दे बर गीस। फिरौन के जम्मो करमचारी याने कि ओकर घर के सम्मानित मनखे अऊ मिसर देस के जम्मो सम्मानित मनखेमन ओकर संग गीन, \v 8 संग म यूसुफ के घर के जम्मो झन अऊ ओकर भाईमन अऊ ओकर ददा के घर के जम्मो मनखेमन घलो गीन। सिरिप ओमन के लइका अऊ भेड़-बकरी अऊ गाय-बईलामन गोसेन के इलाका म छूट गीन। \v 9 रथ अऊ घुड़सवारमन\f + \fr 50:9 \fr*\ft या \ft*\fqa सारथीमन\fqa*\f* घलो ओकर संग म गीन। येह मनखेमन के एक बड़े दल रिहिस। \p \v 10 जब ओमन यरदन नदी के लकठा म, आताद के कोठार करा हबरिन, त ओमन उहां दुख ले भरे भारी बिलाप करे लगिन; अऊ उहां यूसुफ ह अपन ददा बर सात दिन तक सोक मनाईस। \v 11 जब ओ कनानी, जऊन मन उहां रहत रिहिन, आताद के कोठार करा बिलाप करत देखिन, त ओमन कहिन, “येह मिसरीमन के दुख ले भरे गंभीर बिलाप ए।” ओकरे कारन यरदन नदी के लकठा म ओ जगह के नांव आबेल-मिसरैम\f + \fr 50:11 \fr*\fq आबेल-मिसरैम \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fq मिसरीमन \fq*\fqa के \fqa*\fq बिलाप\fq*\f* परिस। \p \v 12 इसरायल के बेटामन ठीक वइसने करिन, जइसने ओह ओमन ला हुकूम दे रिहिस: \v 13 याने कि ओमन ओला कनान देस म ले गीन अऊ ममरे के लकठा म, मकपेला के खेत के ओ गुफा म ओला माटी दीन, जेला अब्राहम ह हित्ती एपरोन ले खेत समेत एकरसेति बिसाय रिहिस कि ओह ओमन के मरघटी होवय। \v 14 अपन ददा ला माटी देय के बाद, यूसुफ ह मिसर देस लहुंट गीस, अऊ ओकर संग ओकर भाई अऊ ओ जम्मो झन, जेमन ओकर ददा ला माटी देय बर गे रिहिन, ओ जम्मो मनखे घलो मिसर देस लहुंट गीन। \s1 यूसुफ ह अपन भाईमन ला फेर बिसवास देवाथे \p \v 15 जब यूसुफ के भाईमन देखिन कि ओमन के ददा मर गे हे, तब ओमन कहे लगिन, “यदि यूसुफ के मन म हमर बर बईरता होही, अऊ जतेक खराप काम हमन ओकर संग करे रहेंन, ओह ओकर बदला लीही, त का करबो।” \v 16 एकरसेति ओमन यूसुफ करा ये खबर भेजिन, “तोर ददा ह मरे के पहिली हमन ला ये हुकूम दे रिहिस, \v 17 ‘तुमन यूसुफ ला अइसने कहिहू: मेंह कहत हंव कि तोर संग गलत बरताव करके तोर भाईमन तोर बिरूध म जऊन पाप अऊ अपराध करे रिहिन, ओकर बर तें ओमन ला छेमा कर।’ अब किरपा करके अपन ददा के परमेसर के सेवकमन के पाप ला छेमा कर।” ओमन के ये बात ला सुनके यूसुफ रो डारिस। \p \v 18 ओकर बाद, ओकर भाईमन आईन अऊ ओकर आघू म गिरके कहिन, “देख, हमन तोर गुलाम अन।” \p \v 19 पर यूसुफ ह ओमन ला कहिस, “झन डरावव। का में परमेसर के जगह म हंव? \v 20 तुम्हर इरादा मोर संग हानि करे के रिहिस, पर परमेसर ह एकर दुवारा भलई करे के बिचार करिस, जऊन ह अब बहुंते झन के जिनगी बचाय के दुवारा पूरा होवत हे। \v 21 एकरसेति, अब झन डरावव। मेंह तुम्हर अऊ तुम्हर लइकामन के पालन-पोसन करहूं।” अऊ ओह ओमन ला फेर बिसवास देवाईस अऊ ओमन के संग बने ढंग से गोठियाईस। \s1 यूसुफ के मऊत \p \v 22 यूसुफ अपन ददा के जम्मो घराना समेत मिसर म रहत रिहिस। ओह एक सौ दस बछर जीईस \v 23 अऊ तीसर पीढ़ी तक एपरैम के लइकामन ला देखे पाईस। मनस्से के बेटा, माकीर के लइकामन घलो जनम के बाद यूसुफ के कोरा म रखे गीन। \p \v 24 तब यूसुफ ह अपन भाईमन ला कहिस, “में तो मरनेचवाला हंव। पर परमेसर जरूर तुम्हर मदद करही अऊ तुमन ला ये देस ले निकालके ओ देस म ले जाही, जेकर परतिगियां ओह किरिया खाके अब्राहम, इसहाक अऊ याकूब ले करे रिहिस।” \v 25 अऊ यूसुफ ह इसरायलीमन ला किरिया खवाईस अऊ कहिस, “परमेसर जरूर तुम्हर मदद करे बर आही, अऊ तब तुमन मोर हाड़ामन ला ये जगह ले ओ देस म जरूर ले जावव।” \p \v 26 ये किसम ले यूसुफ ह एक सौ दस बछर के उमर म मर गीस। अऊ ओमन ओकर लास म सुगंधित लेपन लगाईन, अऊ ओला मिसर म मुरदा रखे के एक सन्दूक म रख दीन।