\id EPH - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \usfm 3.0 \ide UTF-8 \h इफिसुस \toc1 इफिसुस के कलीसिया ला पौलुस के चिट्ठी \toc2 इफिसुस \toc3 इफि \mt1 इफिसुस \mt2 के कलीसिया ला पौलुस के चिट्ठी \c 1 \po \v 1 में, पौलुस जऊन ह कि परमेसर के ईछा ले मसीह यीसू के एक प्रेरित अंव, \po इफिसुस सहर के परमेसर के ओ संतमन ला ये चिट्ठी लिखत हंव, जऊन मन मसीह यीसू म बिसवासयोग्य मनखे अंय: \po \v 2 तुमन ला, हमर ददा परमेसर अऊ परभू यीसू मसीह ले अनुग्रह अऊ सांति मिलय। \s1 मसीह म आतमिक आसीस \p \v 3 परमेसर अऊ हमर परभू यीसू मसीह के ददा के परसंसा होवय, जऊन ह हमन ला स्वरगीय ठऊर म मसीह म हर एक आतमिक आसीस दे हवय। \v 4 काबरकि परमेसर ह हमन ला संसार ला रचे के पहिली मसीह म चुन लीस कि हमन ओकर नजर म पबितर अऊ निरदोस ठहिरन। \v 5 अपन खुसी अऊ ईछा मुताबिक, मया म, ओह पहिलेच ले ये फैसला करे रिहिस कि हमन यीसू मसीह के दुवारा ओकर बेटा बनबो, \v 6 ताकि ओकर महिमामय अनुग्रह के परसंसा होवय, जेला ओह अपन मयारू बेटा म हमन ला मुफत म दे हवय। \v 7 यीसू मसीह म हमन ला ओकर लहू के दुवारा पाप ले मुक्ति मिलिस—याने कि पाप के छेमा परमेसर के बहुंतायत अनुग्रह के मुताबिक होईस, \v 8 जऊन ला ओह जम्मो बुद्धि अऊ समझ सहित हमर ऊपर बहुंतायत ले खरचा करिस। \v 9 अऊ ओह अपन ईछा के भेद ला, अपन सुमति के मुताबिक हमन ला बताईस; जऊन ला ओह मसीह म ठान ले रिहिस। \v 10 ताकि जब समय ह पूरा होही, त परमेसर ह अपन ये योजना ला पूरा करही—याने कि ओह स्वरग म अऊ धरती म जम्मो चीजमन ला एक संग एके झन मसीह के अधिकार म कर दीही। \p \v 11 परमेसर के योजना के मुताबिक, येह पहिली ले फैसला करे गे हवय कि ओमा हमन घलो चुने गे हवन। ओह हर एक चीज ला अपन ईछा के उदेस्य के संग पूरा करथे, \v 12 ताकि हमन जऊन मन कि पहिली मसीह ऊपर आसा रखे रहेंन, ओकर महिमा के इस्तुति के कारन बनन। \v 13 अऊ तुमन घलो मसीह म मिलाय गे रहेव, जब तुमन सत के बचन ला सुनेव, जऊन ह उद्धार के सुघर संदेस अय। ओमा, जब तुमन बिसवास करेव, त परतिगियां करे गय पबितर आतमा के मुहर तुमन म लगिस। \v 14 अऊ ये पबितर आतमा ह हमर उत्तराधिकारी बने के गारंटी ए, जब तक कि परमेसर ह ओमन ला जऊन मन ओकर संपत्ति अंय, पाप ले मुक्ति नइं दे देवय, जेकर ले ओकर महिमा के इस्तुति होवय। \s1 धनबाद अऊ पराथना \p \v 15 एकरसेति, जब ले मेंह परभू यीसू म तुम्हर बिसवास के बारे अऊ जम्मो संतमन बर तुम्हर मया के बारे म सुने हवंव, \v 16 तब ले मेंह तुमन ला अपन पराथना म सुरता करत, तुम्हर बर धनबाद देवई बंद नइं करे हवंव। \v 17 मेंह हमेसा बिनती करथंव कि हमर परभू यीसू मसीह के परमेसर, महिमामय ददा ह तुमन ला बुद्धि अऊ आतमिक परकासन के आतमा देवय, ताकि तुमन ओला अऊ बने करके जानव। \v 18 मेंह ये घलो पराथना करथंव कि तुम्हर हिरदय के आंखीमन अंजोर होवंय, ताकि तुमन ओ आसा ला जानव, जेकर बर ओह तुमन ला बलाय हवय अऊ ये घलो जानव कि संतमन म ओकर उत्तराधिकार के महिमा के धन का अय, \v 19 अऊ हमन बर जऊन मन कि बिसवास करथन, ओकर अतुलनीय महान सक्ति का अय। ओ सक्ति ह ओकर सक्तिसाली बल के सहीं अय, जऊन ह काम करत हवय, \v 20 जेकर उपयोग ओह तब करिस, जब ओह मसीह ला मरे म ले जियाईस अऊ ओला स्वरगीय ठऊर म अपन जेवनी हांथ कोति बईठाईस। \v 21 मसीह ह जम्मो नियम, अधिकार, सक्ति अऊ परभूता के बहुंत ऊपर हवय अऊ ओह ओ हर एक नांव के ऊपर हवय, जऊन ला कि ये समय या अवइया समय म दिये जा सकथे। \v 22 अऊ परमेसर ह जम्मो चीजमन ला ओकर गोड़ खाल्हे कर दीस अऊ ओला जम्मो चीजमन के ऊपर कलीसिया बर मुखिया ठहिराईस, \v 23 अऊ ये कलीसिया ह ओकर देहें अय अऊ येह ओकर परिपूर्नता अय, जऊन ह हर एक चीज ला हर किसम ले पूरा करथे। \c 2 \s1 मसीह म जिनगी \p \v 1 पहिली तुमन अपन अपराध अऊ पाप के कारन मर गे रहेव। \v 2 ये अपराध अऊ पाप म रहत, तुमन ये संसार के रीति अऊ सैतान के पाछू चलत रहेव, जऊन ह अकास के सासन करइया ए अऊ येह ओ आतमा अय, जऊन ह अब ओमन म काम करथे, जऊन मन परमेसर के हुकूम नइं मानंय। \v 3 हमन जम्मो झन एक समय येमन के बीच, हमर देहें के लालसा म दिन बितावत रहेंन अऊ देहें अऊ मन के ईछा ला पूरा करत रहेंन, अऊ ये किसम ले बाकि मानव-जाति सहीं, सुभाव ले कोरोध के संतान रहेंन। \v 4 पर परमेसर जऊन ह कि दया के धनी अय, हमर बर अपन बड़े मया के कारन, \v 5 ओह हमन ला मसीह के संग जियाईस, जब हमन अपराध म मर गे रहेंन—अनुग्रह के दुवारा तुम्हर उद्धार होईस। \v 6 अऊ परमेसर ह हमन ला मसीह के संग जियाईस अऊ मसीह यीसू म स्वरगीय राज म हमन ला ओकर संग बईठाईस, \v 7 ताकि अवइया समय म, ओह अपन अनुग्रह के असीम धन ला देखावय, जऊन ला ओह अपन दया ले मसीह यीसू म हमर ऊपर परगट करिस। \v 8 काबरकि अनुग्रह ले, बिसवास के दुवारा, तुम्हर उद्धार होईस। अऊ येह तुम्हर अपन कोति ले नइं, फेर येह परमेसर के दान ए। \v 9 अऊ येह मनखे के करम करे के कारन नो हय, ताकि कोनो घमंड झन करंय। \v 10 काबरकि परमेसर ह हमन ला बनाईस अऊ मसीह यीसू म ओ बने करम करे बर गढ़िस, जऊन ला परमेसर ह पहिली ले हमर बर तियार करे हवय कि हमन ओ काममन ला करन। \s1 मसीह म जम्मो झन एक अन \p \v 11 एकरसेति, सुरता रखव कि तुमन जनम ले आनजात अव। अऊ जऊन मन अपनआप ला खतना वाले कहिथें (ओमन के खतना, देहें म मनखेमन के हांथ ले करे गीस), ओमन तुमन ला बिगर खतना वाले कहिथें— \v 12 सुरता रखव, ओ समय तुमन बिगर मसीह के अऊ परमेसर के मनखे इसरायलीमन ले अलग रहेव अऊ परतिगियां के करार ले अनजान रहेव, अऊ बिगर आसा के अऊ संसार म बिगर परमेसर के रहेव। \v 13 मसीह यीसू म, तुमन एक समय बहुंत दूरिहा रहेव, पर अब मसीह के लहू के दुवारा तुमन लकठा म लाय गे हवव। \p \v 14 काबरकि मसीह ह खुद हमर सांति ए अऊ ओह यहूदी अऊ आनजातमन के बीच बईरता के ओ दीवार ला नास कर दे हवय, जऊन ह ओमन ला अलग कर दे रिहिस अऊ ओह दूनों दल ला एक कर दे हवय। \v 15 मसीह ह अपन देहें म यहूदी कानून ला, हुकूम अऊ नियम सहित खतम कर दीस, ताकि ये दूनों जाति म ले ओह अपन खुद म एक नवां मनखे बनावय अऊ ये किसम ले सांति के इस्‍थापना करय। \v 16 कुरूस म अपन मिरतू के दुवारा, मसीह ह ओमन के बईरता ला नास करिस अऊ ये किसम ले एक देहें म, ओह दूनों दल के मेल-मिलाप परमेसर करा कुरूस के दुवारा कराईस। \v 17 मसीह ह आईस अऊ तुमन ला जऊन मन बहुंत दूरिहा रहेव अऊ ओमन ला जऊन मन लकठा म रिहिन, दूनों ला सांति के परचार करिस। \v 18 काबरकि मसीह के दुवारा, हमन यहूदी अऊ आनजात, दूनों पबितर आतमा के जरिये परमेसर ददा करा आ सकथन। \p \v 19 एकरसेति, तुमन अब परदेसी अऊ अजनबी नो हव, पर तुमन परमेसर के मनखेमन संग रहइया अऊ परमेसर के परिवार के सदस्य अव। \v 20 अऊ तुमन प्रेरित अऊ अगमजानीमन के नीव के ऊपर बनाय गे हवव, जेकर कोना के पथरा खुद मसीह यीसू अय। \v 21 ओमा जम्मो भवन ह एक संग जुड़े हवय अऊ परभू म एक पबितर मंदिर के रूप म बाढ़त जावत हवय। \v 22 अऊ ओमा तुमन घलो एक संग एक घर के रूप म बनाय जावत हवव, जऊन म परमेसर ह अपन आतमा म होके रहिथे। \c 3 \s1 पौलुस परचारक आनजातमन बर \p \v 1 एकरे कारन, में पौलुस, तुम आनजातमन के हित म मसीह यीसू के कैदी अंव। \p \v 2 तुमन परमेसर के ओ अनुग्रह के काम के बारे म जरूर सुने हवव, जऊन ला परमेसर ह तुम्हर बर मोला करे बर दे हवय। \v 3 अऊ ओ काम ये अय कि परमेसर ह अपन भेद ला परगट करिस अऊ मोला बताईस, जइसने कि मेंह पहिली थोरकन लिखे हवंव। \v 4 जब तुमन येला पढ़हू, तब तुमन मसीह के भेद के बारे म मोर गियान ला समझहू, \v 5 जऊन ला आने पीढ़ी के मनखेमन ला नइं बताय गीस, जइसने येह अब पबितर आतमा के दुवारा परमेसर के पबितर प्रेरित अऊ अगमजानीमन ऊपर परगट करे गे हवय। \v 6 अऊ भेद ह ये अय—कि आनजातमन, सुघर संदेस के दुवारा इसरायलीमन के संग वारिस, एकेच देहें के अंग अऊ मसीह यीसू म परतिगियां के भागी अंय। \p \v 7 मेंह ये सुघर संदेस के सेवक, परमेसर के अनुग्रह के दान के दुवारा बने हवंव, जऊन ला कि ओकर सामर्थ के परभाव के दुवारा मोला दिये गीस। \v 8 हालाकि मेंह परमेसर के जम्मो पबितर मनखे म सबले छोटे अंव, तभो ले ये अनुग्रह मोला दिये गीस कि मेंह आनजातमन ला मसीह के अगम धन के परचार करंव, \v 9 अऊ येला अइसने साफ-साफ बतावंव कि हर एक झन ये भेद के बात ला देख सकंय, जऊन ह कि जम्मो चीज के गढ़इया परमेसर म जुग-जुग ले लुकाय रिहिस। \v 10 ताकि अब कलीसिया के दुवारा परमेसर के नाना किसम के बुद्धि ला ओ सासन करइया अऊ अधिकारीमन ला बताय जावय, जऊन मन स्वरगीय जगह म हवंय। \v 11 येह ओकर सदाकाल के मनसा के मुताबिक रिहिस, जऊन ला ओह हमर परभू मसीह यीसू म पूरा करिस। \v 12 अऊ मसीह म हमर संगति अऊ मसीह म हमर बिसवास के दुवारा, हमन निधड़क अऊ भरोसा के संग परमेसर करा आ सकथन। \v 13 एकरसेति, मेंह तुम्हर ले बिनती करत हंव कि जऊन दुख-तकलीफ तुम्हर बर मेंह सहथंव, ओकर कारन तुमन हिम्मत झन हारव। येह तुम्हर महिमा अय। \s1 इफिसीमन बर पराथना \p \v 14 एकरे कारन मेंह ददा परमेसर के आघू म माड़ी टेकथंव, \v 15 जेकर ले स्वरग म अऊ धरती ऊपर, बिसवासीमन के हर एक घराना के नांव रखे जाथे। \v 16 मेंह पराथना करथंव कि अपन महिमा के धन के मुताबिक, ओह तुम्हर अंतस ला अपन आतमा के दुवारा, सामर्थ के संग मजबूत करय, \v 17 ताकि मसीह ह तुम्हर हिरदय म बिसवास के दुवारा रहय। अऊ मेंह पराथना करथंव कि तुमन मया म जरी पकड़त अऊ बढ़त जावव, \v 18 ताकि संतमन संग तुम्हर करा घलो समझे के ये सक्ति होवय कि मसीह के मया ह कतेक लम्बा अऊ चाकर अऊ ऊंचहा अऊ गहिरा अय, \v 19 अऊ तुमन जान सकव कि मसीह के मया ह हमर गियान ले बढ़के होथे, ताकि तुमन परमेसर के जम्मो भरपूरी ले भर जावव। \p \v 20 अब ओ, जऊन ह अइसने सामर्थी अय कि हमन जतकी मांगथन या सोचथन, ओकर ले घलो बहुंत जादा कर सकथे, अऊ येह ओकर ओ सामर्थ के मुताबिक होथे, जऊन ह हमन म काम करथे। \v 21 ओकर महिमा, कलीसिया म अऊ मसीह यीसू म पीढ़ी दर पीढ़ी, जुग-जुग होवत रहय। आमीन। \c 4 \s1 कलीसिया म एकता \p \v 1 तब परभू खातिर एक कैदी के रूप म, मेंह तुमन ले बिनती करथंव कि ओ बुलावा के लईक जिनगी जीयव, जेकर बर तुमन बलाय गे हवव। \v 2 पूरा दीन अऊ नम्र बनव अऊ धीर धरके मया म एक-दूसर के सह लेवव। \v 3 सांति के बंधन म बंधाके पबितर आतमा के एकता ला बनाय रखे के पूरा कोसिस करव। \v 4 एक देहें अऊ एक पबितर आतमा हवय, जइसने कि एके आसा हवय, जेकर बर परमेसर ह तुमन ला बलाय हवय। \v 5 एक परभू, एक बिसवास अऊ एक बतिसमा अय। \v 6 अऊ जम्मो झन के एके परमेसर अऊ ददा अय, जऊन ह जम्मो के ऊपर अऊ जम्मो के बीच म अऊ जम्मो म हवय। \p \v 7 मसीह के ईछा के मुताबिक, हमन ले हर एक झन ला अनुग्रह दिये गे हवय। \v 8 एकरसेति परमेसर के बचन ह कहिथे: \q1 “जब ओह ऊंचहा जगह म गीस, \q2 ओह अपन संग बहुंत बंधुवामन ला ले गीस \q2 अऊ मनखेमन ला बरदान दीस।”\f + \fr 4:8 \fr*\ft \+xt भजन 68:18\+xt*\ft*\f* \m \v 9 (ओह ऊपर चघिस—एकर मतलब होथे कि ओह पहिली, धरती के खाल्हे भागमन म उतरिस। \v 10 जऊन ह खाल्हे उतरिस, येह ओहीच अय, जऊन ह अकासमन ले घलो बहुंत ऊपर चघिस, ताकि जम्मो संसार ला अपन उपस्थिति ले भर देवय।) \v 11 येह ओ अय, जऊन ह कुछू झन ला प्रेरित, कुछू झन ला अगमजानी, कुछू झन ला सुघर संदेस के परचारक अऊ कुछू झन ला पास्टर अऊ गुरूजी होय के बरदान दीस, \v 12 ताकि परमेसर के मनखेमन सेवा के काम खातिर तियार करे जावंय अऊ मसीह के देहें\f + \fr 4:12 \fr*\ft या \ft*\fqa कलीसिया\fqa*\f* ह बढ़त जावय, \v 13 जब तक कि हमन जम्मो झन बिसवास म अऊ परमेसर के बेटा के गियान म एक सहीं नइं होवन, अऊ परिपक्व मनखे बनके ओ पूरा सिद्धता ला नइं पा लेवन, जऊन ह मसीह म पाय जाथे। \p \v 14 तब हमन लइकामन सहीं नइं रहिबो, जऊन मन मनखेमन के धूर्तता अऊ चतुरई के दुवारा ओमन के धोखा देवइया योजना म पड़ जाथें अऊ ओमन के उपदेस के झोंका ले डावांडोल होके एती-ओती बहकाय जाथें। \v 15 पर मया म सच ला गोठियाबो अऊ हमन जम्मो बात म, ओमा बाढ़त जाबो जऊन ह मुड़\f + \fr 4:15 \fr*\ft या \ft*\fqa मुखिया\fqa*\f* अय याने कि मसीह। \v 16 अऊ ओकर ले जम्मो देहें जुड़े रहिथे, अऊ ओमा हर एक जोड़ के दुवारा जम्मो देहें ह एक संग बंधे रहिथे; अऊ जब हर भाग ह अपन काम करथे, त येह अपनआप मया म बढ़त अऊ बनत जाथे। \s1 अंजोर के लइकामन सहीं जिनगी बितई \p \v 17 एकरसेति, मेंह तुमन ला कहत हंव अऊ परभू म जोर देवत हंव कि जइसने आनजातमन अपन मन के बेकार सोच म चलथें, वइसने तुमन बिलकुल झन चलव। \v 18 ओमन के मन ह अंधियार म हवय। ओमन अपन हिरदय ला कठोर कर ले हवंय, जेकर कारन ओमन म अगियानता हवय अऊ अगियानता के कारन ओमन परमेसर के जिनगी ले अलग हो गे हवंय। \v 19 ओमन ला कोनो सरम नइं ए, ओमन अपनआप ला दुराचार के काम बर दे देय हवंय, ताकि हर किसम के असुध काम म हमेसा देहें के वासना म बने रहंय। \p \v 20 पर तुमन मसीह के अइसने सिकछा नइं पाय हवव। \v 21 तुमन सही रूप म, ओकर सुने हवव अऊ ओ सच्चई के सिकछा पाय हवव, जऊन ह यीसू म हवय। \v 22 एकरसेति अपन पुराना चालचलन ला छोंड़ देवव, जऊन ह तुम्हर पहिली के जिनगी ले संबंध रखथे अऊ अपन धोखा देवइया लालसा के दुवारा बिगड़त जाथे; \v 23 अऊ अपन मन के आतमा म नवां बन जावव; \v 24 अऊ नवां चालचलन ला धर लेवव, जऊन ह सही के धरमीपन अऊ पबितरता म, परमेसर के सरूप म सिरजे गे हवय। \p \v 25 एकरसेति, लबारी गोठियाय ला छोंड़ देवव अऊ तुमन ले हर एक झन अपन परोसी ले सच गोठियावय, काबरकि हमन जम्मो झन एके देहें के सदस्य अन। \v 26 गुस्सा त करव, फेर पाप झन करव;\f + \fr 4:26 \fr*\ft \+xt भजन 4:4\+xt*\ft*\f* सूरज के बुड़त के पहिली अपन गुस्सा ला थूक देवव। \v 27 अऊ सैतान ला कोनो मऊका झन देवव। \v 28 जऊन ह चोरी करथे, ओह अब चोरी झन करय, पर ईमानदारी के काम म अपन हांथ ले मेहनत करय; ताकि जऊन मन ला जरूरत हवय, ओमन ला देय बर ओकर करा कुछू रहय। \p \v 29 तुम्हर मुहूं ले कोनो खराप बात झन निकलय, पर सिरिप ओहीच बात निकलय, जऊन ह जरूरत के मुताबिक आने मन के बढ़ती म मददगार होथे, ताकि जऊन मन सुनंय, ओमन ला एकर ले फायदा होवय। \v 30 अऊ परमेसर के पबितर आतमा ला उदास झन करव, जेकर दुवारा तुम्हर ऊपर ओ दिन बर मुहर लगे हवय, जब पाप ले मुक्ति होही। \v 31 जम्मो किसम के करू बात, रोस, गुस्सा, कलह, निन्दा अऊ जम्मो किसम के बईरता ला छोंड़ देवव। \v 32 एक-दूसर के ऊपर दया अऊ किरपा करव, अऊ जइसने परमेसर ह मसीह म तुमन ला छेमा करिस, वइसने तुमन घलो एक-दूसर ला छेमा करव। \c 5 \nb \v 1 एकरसेति, मयारू लइकामन सहीं परमेसर के अनुसरन करव, \v 2 अऊ मया के जिनगी जीयव, जइसने मसीह ह हमन ला मया करिस अऊ अपनआप ला हमर बर महकत भेंट अऊ बलिदान के रूप म परमेसर ला दे दीस। \p \v 3 पर तुम्हर बीच म छिनारी या कोनो किसम के असुध बात या लालच के चरचा तक झन होवय, काबरकि ये बातमन परमेसर के पबितर मनखेमन बर उचित नो हंय। \v 4 अऊ तुम्हर बीच म न खराप बात, न मुरूखता के बात अऊ न खराप हंसी-ठट्ठा होवय, काबरकि ये बातमन तुम्हर बर ठीक नो हंय, पर तुम्हर बीच म धनबाद के बात होवय। \v 5 तुमन ये निस्चित जानव कि जऊन ह छिनार, असुध या लालची मनखे अय, ओह एक मूरती-पूजा करइया के सहीं अय अऊ अइसने मनखे बर मसीह के अऊ परमेसर के राज म कोनो भाग नइं ए। \v 6 कोनो तुमन ला बेकार के बात करके धोखा झन देवय, काबरकि अइसने बात के कारन परमेसर के परकोप ओमन ऊपर भड़कथे, जऊन मन ओकर बात नइं मानंय। \v 7 एकरसेति, ओमन के संग कोनो नाता झन रखव। \p \v 8 काबरकि एक समय रिहिस, जब तुमन अंधियार म रहेव, पर अब तुमन परभू के चेला बने के कारन अंजोर म हवव। एकरसेति अंजोर के संतान सहीं जिनगी बितावव, \v 9 (काबरकि जिहां अंजोर हवय, उहां जम्मो किसम के भलई, धरमीपन अऊ सच्चई होथे) \v 10 अऊ ये पता लगावव कि परभू ह कोन बात ले खुस होथे। \v 11 अंधियार के बेकार के काम म भागी झन होवव; फेर ओमन के खरापी ला परगट करव। \v 12 काबरकि जऊन काम ओमन गुपत म करथें, ओकर बारे म चरचा करई घलो सरम के बात अय। \v 13 पर हर ओ चीज जऊन ह अंजोर के दुवारा परगट करे जाथे, ओह दिखे लगथे—अऊ हर ओ चीज जेला अंजोर करे जाथे, ओह एक अंजोर बन जाथे। \v 14 एकरे कारन, ये कहे गे हवय: \q1 “हे सोवइया, जाग, \q2 मरे मन ले जी उठ, \q2 अऊ मसीह ह तोर ऊपर चमकन लगही।” \p \v 15 एकरसेति बहुंत सचेत रहव कि तुमन जिनगी म कइसने चलत हव—मुरूख मनखे सहीं नइं, पर बुद्धिमानमन सहीं चलव। \v 16 तुमन ला मिले हर मऊका के जादा से जादा फायदा उठावव, काबरकि समय ह खराप हवय। \v 17 एकरसेति, मुरूख झन बनव, पर जानव कि परभू के मनसा का हवय। \v 18 मंद पीके मतवार झन बनव, काबरकि एकर ले बहुंत खराप काममन होथें। एकर बदले अपनआप ला पबितर आतमा ले भर लेवव। \v 19 एक-दूसर ले परमेसर के भजन, इस्तुति अऊ आतमिक गीत के संग गोठियावव। परभू बर अपन जम्मो हिरदय ले गावव अऊ बजावव। \v 20 अऊ हमेसा, हर एक बात बर, हमर परभू यीसू मसीह के नांव म परमेसर ददा ला धनबाद देवव। \s1 घरवाला अऊ घरवाली \p \v 21 मसीह के आदर म, एक-दूसर के अधीन रहव। \p \v 22 हे घरवालीमन, अपन-अपन घरवाला के अधीन रहव, जइसने कि परभू के अधीन रहिथव। \v 23 काबरकि घरवाला ह घरवाली के मुड़ अय, जइसने मसीह ह कलीसिया के मुड़ अय। कलीसिया ह ओकर देहें अऊ ओह कलीसिया के उद्धार करइया ए। \v 24 जइसने कलीसिया ह मसीह के अधीन रहिथे, वइसने घरवालीमन घलो हर एक बात म अपन घरवालामन के अधीन रहंय। \p \v 25 हे घरवालामन, अपन-अपन घरवाली ला मया करव, जइसने मसीह ह कलीसिया ला मया करिस अऊ अपनआप ला ओकर बर दे दीस, \v 26 ताकि बचन के परचार के जरिये ओला पानी म धोके साफ करय अऊ ओला पबितर बनावय; \v 27 अऊ ओला एक अइसने महिमामय कलीसिया के रूप म अपनआप ला पेस करय, जऊन म न कोनो दाग, न झुर्री, न कोनो आने दोस रहय। पर ओह पबितर अऊ निरदोस होवय। \v 28 एही किसम ले घरवालामन बर उचित ए कि अपन-अपन घरवालीमन ले अपन खुद के देहें सहीं मया करंय। जऊन ह अपन घरवाली ले मया करथे, ओह अपनआप ले मया करथे। \v 29 कोनो मनखे अपन खुद के देहें ले घिन नइं करय, पर ओह ओकर पालन-पोसन करथे अऊ देखरेख करथे, जइसने कि मसीह ह कलीसिया के संग करथे; \v 30 काबरकि हमन ओकर देहें के अंग अन। \v 31 “एकरे कारन मरद ह अपन दाई-ददा ले अलग होके अपन घरवाली संग मिले रहिही। अऊ ओ दूनों एक तन होहीं।”\f + \fr 5:31 \fr*\ft \+xt उत 2:24\+xt*\ft*\f* \v 32 येह एक बड़े भेद के बात अय—पर मेंह मसीह अऊ कलीसिया के बारे म कहत हवंव। \v 33 पर जइसने घलो होवय, तुमन ले हर एक झन अपन घरवाली ला अपन सहीं मया करय, अऊ घरवाली ह अपन घरवाला के आदरमान करय। \c 6 \s1 दाई-ददा अऊ लइकामन \p \v 1 हे लइकामन हो, परभू म अपन दाई-ददा के बात मानव, काबरकि येह उचित अय। \v 2 “अपन दाई अऊ ददा के आदर करव”, जऊन ह एक परतिगियां के संग पहिली हुकूम ए, \v 3 “ताकि तुम्हर भलई होवय अऊ तुमन धरती म बहुंत दिन तक जीयत रहव।”\f + \fr 6:3 \fr*\ft \+xt ब्यव 5:16\+xt*\ft*\f* \p \v 4 हे ददामन\f + \fr 6:4 \fr*\ft या \ft*\fqa दाई-ददामन\fqa*\f* हो, अपन लइकामन ला गुस्सा झन दिलावव, पर परभू के अनुसासन अऊ सिकछा के मुताबिक ओमन के पालन-पोसन करव। \s1 मालिक अऊ गुलाम \p \v 5 हे गुलाममन हो, जइसने तुमन मसीह के बात मानथव, वइसने आदर, भय, अऊ निस्कपट हिरदय ले अपन संसारिक मालिकमन के बात ला मानव। \v 6 जब ओमन तुमन ला देखत रहिथें, त सिरिप ओमन के दिल जीते बर ही ओमन के बात नइं मानव, पर मसीह के गुलाम सहीं अपन हिरदय ले परमेसर के ईछा म चलव। \v 7 पूरा हिरदय ले सेवा करव, ये समझके कि तुमन मनखेमन के नइं, पर परभू के सेवा करत हव, \v 8 काबरकि तुमन जानथव कि हर एक झन चाहे ओह गुलाम होवय या सुतंतर मनखे, जऊन भलई के काम ओह करथे, परभू ह ओला ओकर ईनाम दीही। \p \v 9 हे मालिकमन हो, ओहीच किसम ले तुमन अपन गुलाममन संग बरताव करव। ओमन ला झन डरावव-धमकावव, काबरकि तुमन जानथव कि ओमन के मालिक अऊ तुम्हर मालिक ओहीच अय, जऊन ह स्वरग म हवय, अऊ ओह काकरो संग पखियपात नइं करय। \s1 परमेसर के हथियार \p \v 10 आखिरी बात ये अय कि परभू म अऊ ओकर बड़े सामर्थ के परभाव म मजबूत बनव। \v 11 परमेसर के जम्मो हथियार ला बांध लेवव ताकि तुमन सैतान के छल-कपट के मुकाबला कर सकव। \v 12 काबरकि हमर लड़ई हाड़ा अऊ मांस ले बने मनखे के बिरोध म नो हय, पर हमर लड़ई ह ये अंधियार संसार के सासन करइयामन ले, अधिकारीमन ले अऊ अंधियार संसार के सक्तिमन के बिरोध म अय अऊ हमर लड़ई ह अकास म सैतान के आतमिक सेनामन के बिरोध म अय। \v 13 एकरसेति, परमेसर के जम्मो हथियार ले लव ताकि जब सैतान ह हमला करय, त तुमन अपन जगह म मजबूत ठाढ़े रह सकव, अऊ मजबूत ठाढ़े रहे बर जम्मो चीज करे के बाद, \v 14 सच के कमरपट्टा ले अपन कनिहां ला कस लेवव। धरमीपन के झिलम पहिर लेवव, \v 15 अऊ अपन गोड़मन म सांति के सुघर संदेस के तियारी के पनही पहिर लव। \v 16 ये जम्मो चीज के अलावा बिसवास के ढाल ले लव, जेकर ले तुमन ओ दुस्ट के जम्मो अगनी बान ला बुझा सकव। \v 17 उद्धार के टोप अऊ आतमा के तलवार जऊन ह कि परमेसर के बचन ए, ले लव। \p \v 18 जम्मो किसम के पराथना अऊ बिनती के संग हर समय आतमा म पराथना करव। मन म येला रखके सचेत रहव अऊ जम्मो संत मनखेमन बर हमेसा पराथना करत रहव। \v 19 मोर बर घलो पराथना करव कि जब भी मेंह गोठियावंव, परमेसर ह मोला बचन देवय, ताकि निडर होके मेंह सुघर संदेस के भेद ला खोलके बता सकंव, \v 20 जेकर खातिर मेंह कैद म, एक राजदूत अंव। पराथना करव कि मेंह ये बात ला निधड़क बोलंव, जइसने कि मोला करना चाही। \b \s1 आखिरी जोहार \p \v 21 तुखिकुस ह हमर मयारू भाई अऊ परभू म बिसवासयोग्य सेवक ए। ओह तुमन ला हर एक बात बताही ताकि तुमन घलो जान लेवव कि मेंह कइसने हवंव अऊ का करत हवंव। \v 22 मेंह ओला तुम्हर करा एकर खातिर पठोवत हवंव कि तुमन जान लेवव कि हमन कइसने हवन अऊ ये घलो कि ओह तुमन के हिरदय ला उत्साहित करय। \b \p \v 23 परमेसर ददा अऊ परभू यीसू मसीह कोति ले भाईमन ला सांति अऊ बिसवास के संग मया मिलय। \b \p \v 24 ओ जम्मो झन ला अनुग्रह मिलय, जऊन मन हमर परभू यीसू मसीह ले अइसने मया करथें, जऊन ह कभू खतम नइं होवय।