\id COL - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \usfm 3.0 \ide UTF-8 \h कुलुस्सी \toc1 कुलुस्सी के कलीसिया ला पौलुस के चिट्ठी \toc2 कुलुस्सी \toc3 कुलु \mt1 कुलुस्सी \mt2 के कलीसिया ला पौलुस के चिट्ठी \c 1 \po \v 1 में पौलुस, जऊन ह कि परमेसर के ईछा ले मसीह यीसू के एक प्रेरित अंव, हमर भाई तीमुथियुस के संग, \po \v 2 कुलुस्सी सहर के परमेसर के ओ पबितर भाईमन ला ये चिट्ठी लिखत हंव, जऊन मन मसीह म बिसवासयोग्य अंय: \po तुमन ला, हमर ददा परमेसर ले अनुग्रह अऊ सांति मिलय। \s1 धनबाद अऊ पराथना \p \v 3 जब हमन तुम्हर बर पराथना करथन, त हमन हमेसा परमेसर, हमर परभू यीसू मसीह के ददा ला धनबाद देथन। \v 4 काबरकि हमन सुने हवन कि मसीह यीसू म तुम्हर बिसवास हवय अऊ तुमन परमेसर के जम्मो संतमन ला मया करथव। \v 5 तुम्हर ये बिसवास अऊ मया ओ आसा के कारन हवय, जऊन ह स्वरग म रखे हवय अऊ जेकर बारे म तुमन पहिली ले सच के बचन याने कि सुघर संदेस म सुन चुके हवव, \v 6 जऊन ह तुम्हर करा आय हवय। जम्मो संसार म ये सुघर संदेस ह फर लानथे अऊ बढ़त जावत हवय, जइसने कि येह तुम्हर बीच म ओ दिन ले फरत अऊ बाढ़त जावत हवय, जऊन दिन तुमन येला सुनेव अऊ एकर जम्मो सच्चई के संग परमेसर के अनुग्रह ला समझेव। \v 7 तुमन ला ये सिकछा, हमर मयारू संगी सेवक इपफ्रास ले मिले हवय, जऊन ह हमर तरफ ले मसीह के एक बिसवासयोग्य सेवक अय, \v 8 अऊ ओह हमन ला तुम्हर मया के बारे म बताईस, जऊन ह पबितर आतमा के दुवारा देय गे हवय। \p \v 9 एकर कारन, जऊन दिन ले हमन तुम्हर बारे म सुने हवन, ओ दिन ले हमन तुम्हर बर हमेसा पराथना करत हवन अऊ परमेसर ले बिनती करथन कि ओह तुमन ला जम्मो आतमिक बुद्धि अऊ समझ के जरिये अपन ईछा के गियान ले भर देवय, \v 10 ताकि तुमन परभू के लईक जिनगी जीयव अऊ ओला हर किसम ले खुस रखव: तुमन हर एक बने काम के दुवारा फर लानव, अऊ परमेसर के गियान म बाढ़त जावव, \v 11 अऊ ओकर महिमामय सामर्थ के मुताबिक जम्मो किसम के सक्ति म मजबूत होवत जावव, ताकि तुमन म जादा सहन सक्ति अऊ धीरज होवय, \v 12 अऊ आनंद सहित परमेसर ददा के धनबाद करव, जऊन ह कि तुमन ला एकर लईक बनाईस कि तुमन अंजोर के राज म ओकर संतमन के संग वारिस होवव। \v 13 काबरकि परमेसर ह हमन ला अंधियार के सक्ति ले छोंड़ाईस अऊ अपन मयारू बेटा के राज म लानिस, \v 14 जेकर दुवारा हमन ला पाप ले मुक्ति याने कि पाप के छेमा मिलथे। \s1 मसीह ह सबले बड़े ए \p \v 15 मसीह ह अदृस्य परमेसर के सरूप अऊ जम्मो सिरिस्टी म पहिलांत अय। \v 16 काबरकि ओकरे दुवारा जम्मो चीज सिरजे गीस: ओ जम्मो चीज जऊन ह स्वरग अऊ धरती म हवय, देखे अऊ अनदेखे चीज; चाहे सिंघासन हो या राज; सासन करइया हो या अधिकारी; जम्मो चीज ह ओकरे दुवारा सिरजे गीस अऊ ओकरे बर सिरजे गीस। \v 17 ओह जम्मो चीज ला सिरजे के पहिली रिहिस अऊ ओमा जम्मो चीज एक संग टिके रहिथें। \v 18 अऊ ओह देहें याने कि कलीसिया के मुड़ अय। ओहीच ह सुरू ए अऊ मरे मनखे म ले पहिली जी उठइया घलो, ताकि हर एक बात म ओह मुखिया ठहिरय। \v 19 काबरकि परमेसर ला ये बात म खुसी होईस कि ओकर जम्मो सुभाव ओमा रहय, \v 20 अऊ कुरूस म बहे ओकर लहू के दुवारा सांति स्थापित करय अऊ ये किसम ले अपन संग ओ जम्मो चीजमन के मेल-मिलाप करय; चाहे ओ चीज धरती म के होवय या फेर स्वरग म के। \p \v 21 एक समय रिहिस, जब तुमन परमेसर ले बहुंत दूरिहा हो गे रहेव अऊ अपन मन म खराप बरताव के कारन ओकर बईरी रहेव। \v 22 पर अब परमेसर ह, मसीह के सारीरिक मिरतू के दुवारा तुम्हर मेल-मिलाप करे हवय, ताकि ओह तुमन ला अपन आघू म पबितर, निस्कलंक अऊ निरदोस करके लानय— \v 23 यदि तुमन अपन बिसवास म स्थिर अऊ अटल बने रहव अऊ सुघर संदेस के आसा ले नइं डिगव त। येह ओ सुघर संदेस ए, जऊन ला तुमन सुनेव अऊ जेकर परचार अकास के खाल्हे म हर एक जीव ला करे गे हवय, अऊ जेकर में पौलुस ह सेवक बने हवंव। \s1 कलीसिया बर पौलुस के मेहनत \p \v 24 तुम्हर हित म, मेंह जऊन दुख उठाय हवंव, अब मेंह ओकर बर आनंद मनावत हंव। अऊ मसीह के दुख म जऊन कमी हवय, ओला मेंह अपन देहें म पूरा करथंव। मेंह येला मसीह के देहें के हित म करथंव अऊ ओकर देहें ह कलीसिया अय। \v 25 परमेसर के दिये हुकूम के दुवारा मेंह ये कलीसिया के सेवक बने हवंव, ताकि परमेसर के बचन ला मेंह तुमन ला पूरा-पूरा बता सकंव— \v 26 येह ओ भेद ए, जऊन ला ओह जुग-जुग अऊ पीढ़ी-पीढ़ी तक लुकाके रखे रिहिस, पर अब येला ओकर संतमन के ऊपर परगट करे गे हवय। \v 27 ओमन ला परमेसर ह चुनिस ताकि ओमन ये भेद के महिमामय धन ला आनजातमन के बीच म बतावंय। अऊ भेद ये अय कि मसीह ह तुमन म रहिथे अऊ ओह महिमा के आसा अय। \p \v 28 हमन ओकर परचार करथन। हमन जम्मो गियान के संग हर एक झन ला चेताथन अऊ सिखोथन, ताकि हमन हर एक झन ला सिद्ध करके मसीह म ला सकन। \v 29 एकरसेति, मेंह पूरा ताकत सहित मेहनत अऊ संघर्स करथंव, अऊ ये ताकत मोला मसीह ले मिलथे अऊ मोला उत्साहित करथे। \c 2 \p \v 1 मेंह चाहथंव कि तुमन जान लेवव कि तुमन बर अऊ जऊन मन लौदीकिया सहर म हवंय, ओमन बर अऊ ओ जम्मो झन जऊन मन मोर चेहरा नइं देखे हवंय ओमन बर, मेंह कतेक कठोर मेहनत करत हवंव। \v 2 मेंह ये मेहनत एकरसेति करत हवंव, ताकि ओमन हिरदय म उत्साहित होवंय अऊ मया म एक होके रहंय, अऊ ओमन ला पूरा समझ के जम्मो धन मिलय; अऊ ओमन परमेसर के भेद ला जानंय, अऊ ओ भेद ह मसीह अय, \v 3 जऊन म बुद्धि अऊ गियान के जम्मो भंडार छुपे हवय। \v 4 मेंह तुमन ला ये बात एकरसेति कहत हंव, ताकि कोनो तुमन ला, भरमाने वाला बात करके धोखा झन देवय। \v 5 हालाकि मेंह देहें के मुताबिक तुमन ले दूरिहा हवंव, पर आतमा म मेंह तुम्हर संग हवंव, अऊ मेंह ये देखके खुस हवंव कि तुमन सही जिनगी जीयत हवव अऊ मसीह म तुम्हर बिसवास ह मजबूत हवय। \s1 मसीह के दुवारा छुटकारा \p \v 6 जब तुमन मसीह यीसू ला परभू मान ले हवव, त ओहीच म अपन जिनगी बितावव। \v 7 ओमा जरी धरत अऊ बढ़त जावव, अऊ जइसने तुमन ला सिखोय गे हवय, बिसवास म मजबूत होवत जावव, अऊ धनबादी हिरदय ले भरे रहव। \p \v 8 सचेत रहव कि कोनो बेकार के गियान अऊ चापलूसी गोठ के दुवारा तुमन ला अपन बस म झन कर लेवय, जऊन ह मनखे के रीति अऊ ये संसार के मूल नियम के ऊपर निरभर रहिथे, पर मसीह के ऊपर निरभर नइं रहय। \p \v 9 काबरकि मसीह म जम्मो ईस्वरीय सुभाव ह देहें के रूप म वास करथे, \v 10 अऊ ये परिपूर्नता मसीह म तुम्हर करा हवय, जऊन ह हर सक्ति अऊ अधिकार के ऊपर मुखिया ए। \v 11 तुम्हर पापी सुभाव ला अलग करके, मसीह म तुम्हर घलो खतना करे गे हवय। ये खतना अइसने नो हय, जऊन ह मनखेमन के हांथ ले करे जाथे, पर ये खतना मसीह के दुवारा करे गे हवय। \v 12 मसीह संग तुमन बतिसमा म दफनाय गेव अऊ अपन बिसवास के जरिये ओकर संग जी उठेव, अऊ येह परमेसर के सामर्थ के दुवारा होईस, जऊन ह मसीह ला मरे म ले जियाईस। \p \v 13 जब तुमन अपन पाप म अऊ अपन देहें के बिगर खतना के दसा म मर गे रहेव; तभे परमेसर ह मसीह के संग तुमन ला जियाईस। ओह हमर जम्मो पाप ला छेमा करिस। \v 14 अऊ ओ लिखित बंधक नामा, जऊन ह हमर बिरोध म रिहिस अऊ जेकर बिधि-बिधान घलो रिहिस; ओह ओ जम्मो ला खारिज कर दीस। ओह ओला कुरूस म खीला ठोंकके हटा दीस। \v 15 ओह अपनआप ला सक्ति अऊ अधिकार के बंधन ले मुक्त करिस अऊ कुरूस के दुवारा ओमन के ऊपर जय पाईस अऊ ओह ओमन के खुल्लम-खुल्ला तमासा बनाईस। \s1 मनखे के नियम ले सुतंतरता \p \v 16 एकरसेति, तुम्हर खाना-पीना या धारमिक तिहार या नवां चंदा के उत्सव या बिसराम दिन के बारे म कोनो ला तुम्हर ऊपर दोस लगाय के कोनो मऊका झन देवव। \v 17 ये जम्मो ह अवइया बातमन के सिरिप एक छइहां अय। पर सही बात ह मसीह म मिलथे। \v 18 सचेत रहव कि जऊन ह झूठ-मूठ के दीनता अऊ स्वरगदूतमन के पूजा म खुस रहिथे, ओह तुमन ला ईनाम ले अलग झन कर देवय। अइसने मनखे ह जऊन चीज ला देखथे, ओहीच म अपन मन ला लगाथे अऊ बिगर कारन के अपन सोच-बिचार म घमंड करके फूलथे। \v 19 ओह मुड़ याने मसीह ले जूरे नइं रहय, जेकर ले जम्मो देहें के पालन-पोसन होथे अऊ देहें के जोड़ अऊ नसमन ले एक संग जुड़े रहिथे अऊ जइसने परमेसर चाहथे, वइसने बाढ़त जाथे। \p \v 20 यदि तुमन मसीह के संग मर गेव अऊ ये संसार के अंधियार के सक्ति ले छुटकारा पा गे हवव, त फेर तुमन काबर अइसने जिनगी बितावत हव, जइसने कि अभी घलो तुमन संसार के अव? तुमन काबर एकर बिधि-बिधान ला मानथव? \v 21 एकर ले दूरिहा रहव! येला झन चखव! येला झन छुवव। \v 22 ये जम्मो चीजमन काम म आवत नास हो जाहीं, काबरकि येमन मनखे के बनाय नियम अऊ उपदेस अंय। \v 23 वास्तव म, अइसने बिधि-बिधान म बुद्धि के एक दिखावा हवय। ये नियम म ओमन के खुद के गढ़े भक्ति, झूठ-मूठ के दीनता अऊ ओमन के देहें के कठोर अभियास घलो हवय, पर देहें के लालसा ला रोके बर, येमन कोनो काम के नो हंय। \c 3 \s1 पबितर जिनगी जीये बर नियम \p \v 1 जब तुमन मसीह के संग जियाय गे हवव, त अपन मन ला ऊपर, स्वरगीय बातमन म लगावव, जिहां मसीह ह परमेसर के जेवनी हांथ कोति बईठे हवय। \v 2 अपन मन ला ऊपर, स्वरगीय बातमन म लगावव, धरती के बात म नइं। \v 3 काबरकि तुमन मर गे हवव, अऊ तुम्हर जिनगी ह अब मसीह के संग परमेसर म लुकाय हवय। \v 4 जब मसीह, जऊन ह तुम्हर\f + \fr 3:4 \fr*\ft कुछू हस्तलिपि म \ft*\fqa हमर\fqa*\f* जिनगी ए, परगट होही, तब तुमन घलो ओकर संग महिमा म परगट होहू। \p \v 5 एकरसेति, अपन ओ सुभावमन ला मार डारव, जऊन मन संसारिक अंय—जइसने कि बेभिचार, असुधता, काम-वासना, खराप लालसा अऊ लोभ जऊन ह मूरती-पूजा सहीं अय। \v 6 एकरे कारन परमेसर के परकोप ओमन ऊपर आथे, जऊन मन ओकर हुकूम नइं मानय। \v 7 एक समय रिहिस, जब तुमन घलो अइसने जिनगी जीयत रहेव, अऊ ये किसम के बात म चले के तुम्हर आदत रिहिस। \v 8 पर अब ये जरूरी अय कि तुमन अइसने जम्मो बात ला छोंड़ दव, याने कोरोध, रोस, बईरता, निन्दा अऊ अपन मुहूं ले खराप गोठ करई। \v 9 एक-दूसर के संग लबारी झन मारव, काबरकि तुमन अपन जुन्ना सुभाव ला ओकर आदत सहित निकाल दे हवव, \v 10 अऊ नवां सुभाव ला पहिर ले हवव, जऊन ह गियान म नवां बनत जावत हवय अऊ येह अपन सिरजनहार के सरूप म होवथे। \v 11 ये नवां जिनगी म, न तो कोनो यूनानी ए अऊ न यहूदी, न खतनावाला अऊ न खतनारहित, न जंगली, न असभ्य, न गुलाम अऊ न सुतंतर। पर मसीह ह जम्मो कुछू ए, अऊ ओह जम्मो म हवय। \p \v 12 तुमन पबितर अऊ बहुंते मयारू अव। एकरसेति, परमेसर के चुने मनखेमन सहीं, अपनआप ला करूना, दया, दीनता, नमरता अऊ धीरज ले भर लेवव। \v 13 एक-दूसर के सहन करव अऊ एक-दूसर ला छेमा करव, चाहे एक-दूसर के बिरोध म कोनो घलो किसम के सिकायत होवय। छेमा करव, जइसने परभू ह तुमन ला छेमा करिस। \v 14 अऊ ये जम्मो बात के ऊपर मया ला बनाय रखव, जऊन ह तुमन ला सही एकता म एक संग बांधके रखथे। \p \v 15 मसीह के सांति तुम्हर हिरदय म बने रहय, जइसने कि तुमन एक देहें के अंग के रूप म बलाय गे हवव। अऊ धनबाद देवइया बने रहव। \v 16 मसीह के बचन ह तुमन म बहुंतायत से बने रहय, जइसने कि तुमन बड़े समझदारी के संग एक-दूसर ला सिखोथव अऊ सलाह देथव, अऊ जइसने कि अपन हिरदय म धनबाद सहित परमेसर बर भजन, इस्तुति अऊ आतमिक गीत गाथव। \v 17 अऊ जऊन कुछू घलो तुमन कहिथव अऊ करथव, ये जम्मो बात परभू यीसू के नांव म करव अऊ परभू यीसू के जरिये परमेसर ददा ला धनबाद देवव। \s1 मसीही परिवार बर नियम \p \v 18 हे घरवालीमन हो, अपन-अपन घरवाला के अधीन रहव, जइसने कि येह परभू म उचित अय। \p \v 19 हे घरवालामन हो, अपन-अपन घरवाली ला मया करव अऊ ओमन के संग कठोर बरताव झन करव। \p \v 20 हे लइकामन हो, हर एक बात म अपन-अपन दाई-ददा के बात मानव, काबरकि परभू ह एकर ले खुस होथे। \p \v 21 हे ददामन\f + \fr 3:21 \fr*\ft या \ft*\fqa दाई-ददामन\fqa*\f* हो, अपन लइकामन ला तंग झन करव, नइं तो ओमन हतास हो जाहीं। \p \v 22 हे गुलाममन हो, हर एक बात म अपन-अपन मालिक के हुकूम मानव। सिरिप जब ओमन तुमन ला देखत रहिथें या सिरिप मनखेमन के दिल जीते बर ही ये काम झन करव, पर निस्कपट हिरदय ले परभू के आदर खातिर ये काम करव। \v 23 जऊन कुछू घलो तुमन करथव, अपन पूरा मन लगाके करव। ये समझके कि तुमन परभू खातिर करथव, मनखेमन खातिर नइं। \v 24 तुमन जानथव कि ईनाम के रूप म, तुमन ला परभू ले एक बिरासत मिलही। काबरकि ओह परभू मसीह ए, जेकर सेवा तुमन करत हव। \v 25 जऊन ह खराप काम करथे, ओह अपन खराप काम के परतिफल पाही, काबरकि परमेसर ह काकरो संग पखियपात नइं करय। \c 4 \p \v 1 हे मालिकमन हो, अपन गुलाममन के संग सही अऊ बने बरताव करव, काबरकि तुमन जानत हव कि स्वरग म तुम्हर घलो एक मालिक हवय। \p \v 2 सचेत होके, धनबाद सहित पराथना म लगे रहव। \v 3 अऊ संगे-संग हमर बर घलो पराथना करव कि परमेसर ह सुघर संदेस सुनाय खातिर हमर बर दुवार खोलय, ताकि हमन मसीह के ओ भेद के परचार कर सकन, जेकर खातिर मेंह जेल म बंदी हवंव। \v 4 पराथना करव कि मेंह येला साफ-साफ बता सकंव, जइसने कि मोला करना चाही। \v 5 अबिसवासीमन के संग बुद्धिमानी ले बरताव करव। दिये गय हर एक मऊका के सही उपयोग करव। \v 6 तुम्हर गोठ ह हमेसा अनुग्रह ले भरे रहय अऊ मनभावन होवय, ताकि तुमन ये जानव कि हर एक झन ला सही जबाब कइसने दिये जावय। \b \s1 आखिरी जोहार \p \v 7 तुखिकुस ह तुमन ला, मोर बारे म जम्मो बात बताही। ओह एक मयारू भाई ए अऊ परभू म एक बिसवासयोग्य अऊ संगी सेवक ए। \v 8 एकरे कारन, मेंह ओला तुम्हर करा पठोवत हवंव, ताकि तुमन जानव कि हमन कइसने हवन अऊ ये घलो कि ओह तुमन के हिरदय ला ढाढ़स बंधावय। \v 9 ओह हमर बिसवासयोग्य अऊ मयारू भाई उनेसिमुस के संग आवत हवय, जऊन ह तुमन ले ही एक झन अय। इहां के जम्मो हालचाल, ओमन तुमन ला बताहीं। \b \p \v 10 अरिसतर्खुस, जऊन ह मोर संग जेल म हवय, तुमन ला अपन जोहार कहिथे, अऊ वइसने मरकुस घलो, जऊन ह बरनबास के (चचेरा या ममेरा) भाई ए, तुमन ला अपन जोहार कहिथे। (जेकर बारे म तुमन ला ये संदेस भेजे गे रिहिस कि यदि ओह तुम्हर करा आथे, त ओकर सुवागत करव)। \p \v 11 यीसू घलो, जऊन ला युसतुस कहिथें, तुमन ला जोहार कहत हवय। यहूदीमन ले सिरिप येमन परमेसर के राज खातिर, मोर सहकरमी अंय, अऊ येमन के कारन मोला सांति मिलथे। \p \v 12 इपफ्रास, जऊन ह तुमन ले एक झन अय, अऊ मसीह यीसू के एक सेवक अय, तुमन ला जोहार कहत हवय। ओह हमेसा बड़े उत्साह के संग तुम्हर बर पराथना करथे, ताकि तुमन परमेसर के जम्मो ईछा म मजबूत अऊ समझदार रहव अऊ ओमा पूरा भरोसा रखव। \v 13 मेंह ओकर गवाह अंव कि ओह तुम्हर बर अऊ जऊन मन लौदीकिया अऊ हियरापुलिस म हवंय, ओ जम्मो बर कठोर मेहनत करत हवय। \p \v 14 लूका, हमर मयारू संगी अऊ डाक्टर घलो अय, ओह अऊ देमास तुमन ला जोहार कहत हवंय। \p \v 15 लौदीकिया के भाईमन ला अऊ बहिनी नुमफास अऊ ओ कलीसिया, जऊन ह ओकर घर म जूरथे, ओ जम्मो झन ला मोर जोहार कहव। \b \p \v 16 ये चिट्ठी ला पढ़े के बाद, येला लौदीकिया के कलीसिया म पहुंचा देवव, ताकि ओमन घलो येला पढ़ेंय अऊ बदले म ओ चिट्ठी जऊन ह लौदीकिया ले आथे, ओला तुमन पढ़व। \b \p \v 17 अरखिप्पुस ला कहव: “देख जऊन सेवा, परभू म तोला मिले हवय, ओला तें जरूर पूरा कर।” \b \p \v 18 में, पौलुस ह अपन हांथ ले ये लिखके जोहार कहथंव। सुरता रखव कि मेंह जेल म हवंव। तुम्हर ऊपर अनुग्रह होवत रहय।