\id 1SA - Biblica® Open Chhattisgarhi Contemporary Version \usfm 3.0 \ide UTF-8 \h 1 समूएल \toc1 समूएल के पहिला किताब \toc2 1 समूएल \toc3 1 समू \mt1 समूएल \mt2 के पहिला किताब \c 1 \s1 समूएल के जनम \p \v 1 एपरैम के पहाड़ी देस के रामातैम-सोपीम नगर म, एलकाना नांव के एक मनखे रिहिस, ओह एक एपरैमी रिहिस। ओह यरोहाम के बेटा रिहिस अऊ यरोहाम ह एलीहू के, एलीहू ह तोहू के अऊ तोहू ह सूप के बेटा रिहिस। \v 2 एलकाना के दू झन घरवाली रिहिन; एक के नांव हन्ना अऊ दूसर के नांव पनिन्ना रिहिस। पनिन्ना के तो लइका रिहिन, पर हन्ना के लइका नइं रिहिन। \p \v 3 ओ मनखे ह हर साल अपन नगर ले यहोवा सर्वसक्तिमान ला दंडवत करे बर अऊ बलिदान चघाय बर सीलो नगर म जावत रिहिस, जिहां होपनी अऊ पीनहास नांव के एली के दू झन बेटा, यहोवा के पुरोहित रिहिन। \v 4 जब भी एलकाना ह बलिदान चघावय, त ओह अपन घरवाली पनिन्ना अऊ ओकर जम्मो बेटा-बेटीमन ला मांस के बांटा देवय। \v 5 पर हन्ना ला ओह दू गुना देवय काबरकि ओह हन्ना ले मया करय, तभो ले यहोवा ह ओकर कोख ला बंद कर दे रिहिस। \v 6 काबरकि यहोवा ह ओकर कोख ला बंद कर दे रिहिस, एकर खातिर ओकर सऊत ह ओला चिढ़ाके दुख देवय। \v 7 अइसने बहुंते साल तक चलते रिहिस। जब भी हन्ना ह यहोवा के भवन म जावय, त पनिन्ना ह ओला चिढ़ावय; जेकर कारन हन्ना ह रोवय अऊ खाना-पीना छोंड़ देवय। \v 8 एकरसेति ओकर घरवाला एलकाना ह ओला कहय, “हे हन्ना, तेंह काबर रोवत हस? तेंह काबर नइं खावत हस? तोर मन ह काबर उदास हवय? का तोर बर मेंह दस झन बेटा ले घलो बढ़के नो हंव?” \p \v 9 एक बार अइसने होईस कि जब ओमन सीलो म खा-पी लीन, त हन्ना ह उठिस। ओ बेरा एली पुरोहित ह यहोवा के भवन के चौखट के बाजू म कुरसी म बईठे रिहिस। \v 10 हन्ना ह अपन मन म बहुंत दुखी होके यहोवा ले पराथना करन लगिस, अऊ बिलख-बिलखके रोवन लगिस। \v 11 अऊ ओह ये कहत मन्नत मानिस, “हे यहोवा सर्वसक्तिमान, यदि तें अपन दासी के दुख ला सही म देखबे अऊ मोर सुधि लेबे, अऊ अपन दासी ला नइं भूलबे पर ओला एक बेटा देबे, त मेंह ओला ओकर जिनगी भर बर यहोवा ला अरपन कर दूहूं, अऊ ओकर मुड़ म कभू उस्तरा फिरन नइं पाही।” \p \v 12 जब ओह यहोवा के आघू म अइसने पराथना करत रिहिस, त एली ह ओकर मुहूं कोति देखत रिहिस। \v 13 हन्ना ह अपन मन म पराथना करत रिहिस, ओकर ओंठ तो हालत रिहिस फेर ओकर अवाज नइं सुनई पड़त रिहिस। एली ह समझिस कि ओह नसा म हवय \v 14 अऊ ओला कहिस, “तें कब तक नसा म रहिबे? अपन नसा ला उतार।” \p \v 15 हन्ना ह कहिस, “हे मोर मालिक, अइसने नो हय, मेंह तो एक दुखियारी माईलोगन अंव। मेंह न तो अंगूर के मंद पीये हंव अऊ न ही कोनो अऊ मंद; मेंह अपन मन के बात खोलके यहोवा ला कहत रहेंव। \v 16 अपन दासी ला दुस्ट माईलोगन झन समझ; मेंह अब्बड़ पीरा म अऊ दुखी होके इहां पराथना करत रहेंव।” \p \v 17 एली ह कहिस, “सांति से जा, इसरायल के परमेसर ह तोला मनचाहा बरदान देवय।” \p \v 18 ओह कहिस, “तोर दासी ह तोर नजर म अनुग्रह पावय।” तब ओ माईलोगन ह चले गीस अऊ जेवन करिस, अऊ ओकर मुहूं ह फेर उदास नइं दिखिस। \p \v 19 दूसर दिन बड़े बिहनियां ओमन उठके यहोवा के आघू म अराधना करिन अऊ तब अपन घर रामा ला लहुंट गीन। एलकाना ह अपन घरवाली हन्ना करा गीस, अऊ यहोवा ह हन्ना के सुधि लीस। \v 20 तब कुछू दिन के बाद हन्ना देहें म होईस अऊ एक बेटा ला जनम दीस। ओह ये कहत ओकर नांव समूएल\f + \fr 1:20 \fr*\fq समूएल \fq*\ft इबरानी म \ft*\fqa परमेसर के दुवारा सुने गय\fqa*\f* रखिस, “काबरकि मेंह येला यहोवा ले मांगेंव।” \s1 हन्ना ह समूएल ला अरपन करथे \p \v 21 जब एलकाना ह हर साल के सहीं अपन जम्मो परिवार सहित यहोवा ला बलिदान चघाय बर अऊ अपन मन्नत पूरा करे बर गीस, \v 22 त हन्ना ह नइं गीस। ओह अपन घरवाला ला कहिस, “जब लइका के दूध छूट जाही, तब मेंह ओला ले जाहूं अऊ यहोवा के आघू म ओला अरपन करहूं, अऊ ओह उहां हमेसा रहिही।” \p \v 23 ओकर घरवाला एलकाना ह ओला कहिस, “जऊन बात तोला बने लगय, ओहीच कर। जब तक तें ओकर दूध ला नइं छोंड़ाथस, तब तक इहां ठहिरे रह; सिरिप अइसने होवय कि यहोवा ह अपन बचन ला पूरा करय।” एकरसेति हन्ना ह घर म रूक गीस अऊ अपन बेटा के दूध छूटत तक ओला दूध पीयात रिहिस। \p \v 24 जब लइका के दूध ह छूट गीस, तब ओह ओला अपन संग म ले गीस, अऊ संग म तीन साल के एक बछवा,\f + \fr 1:24 \fr*\ft कुछू हस्तलिपि म \ft*\fqa तीन ठन बछरू\fqa*\f* एपा\f + \fr 1:24 \fr*\ft लगभग 16 किलोग्राम\ft*\f* भर पीसान अऊ अंगूर के मंद ले भरे चमड़ा के एक थैली घलो लीस, अऊ ये जम्मो चीज सहित लइका ला सीलो म यहोवा के भवन म लानिस। \v 25 बछवा ला बलि करे के बाद, ओमन लइका ला एली करा लानिन, \v 26 तब हन्ना ह कहिस, “हे मोर मालिक, मोला छेमा कर, तोर जिनगी के कसम, मेंह ओहीच माईलोगन अंव, जऊन ह इहां तोर बाजू म ठाढ़ होके यहोवा ले पराथना करत रहेंव। \v 27 येह ओ लइका ए, जेकर बर मेंह पराथना करे रहेंव, अऊ यहोवा ह मोला मोर मुहूं मांगा बर दे हवय। \v 28 एकरसेति अब मेंह ओला यहोवा ला अरपन कर देवत हंव। येह अपन जिनगी भर यहोवा ही के बने रहय।” अऊ तब ओह\f + \fr 1:28 \fr*\ft या \ft*\fqa एलकाना अऊ ओकर परिवार\fqa*\f* उहां यहोवा के अराधना करिस। \c 2 \s1 हन्ना के पराथना \p \v 1 तब हन्ना ह पराथना करत कहिस: \q1 “मोर मन ह यहोवा म आनंदित हवय; \q2 यहोवा म मोर सींग\f + \fr 2:1 \fr*\fq सींग \fq*\ft इहां येह ताकत के प्रतीक ए; \+xt पद 10|link-href="1SA 2:10"\+xt* म घलो\ft*\f* ला ऊपर करे गे हवय। \q1 मोर मुहूं ह मोर बईरीमन के बिरूध खुल गीस, \q2 काबरकि में तोर दिये गय छुटकारा म आनंदित हंव। \b \q1 \v 2 “यहोवा के सहीं कोनो पबितर नइं अंय; \q2 तोर छोंड़ अऊ कोनो नइं अंय; \q2 हमर परमेसर के सहीं कोनो चट्टान नइं अय। \b \q1 \v 3 “घमंड से भरे बात झन करत रहव, \q2 या घमंड के बात तुम्हर मुहूं ले झन निकले, \q1 काबरकि यहोवा ह अइसने परमेसर अय, जऊन ह जम्मो बात ला जानथे, \q2 अऊ ओह हमर काम के नियाय करथे। \b \q1 \v 4 “सूरबीरमन के धनुसमन टूट गीन, \q2 पर ठोकर खानेवालामन ला ताकत दिये जाथे। \q1 \v 5 जऊन मन के पेट भरे रिहिस, ओमन जेवन बर बनी करे बर जाथें, \q2 पर जऊन मन भूखा रिहिन, ओमन अब भूखा नइं अंय। \q1 ओ माईलोगन, जऊन ह बांझ रिहिस, ओह सात झन लइका जनमे हवय, \q2 पर ओह, जेकर कतको बेटा रिहिन, ओह सोक मनाथे। \b \q1 \v 6 “यहोवा ह मिरतू लानथे अऊ जियाथे घलो; \q2 ओह खाल्हे कबर म उतारथे अऊ फेर जियाथे। \q1 \v 7 यहोवा ह गरीब बनाथे अऊ धन घलो देथे; \q2 ओह मनखे ला नीचा दिखाथे अऊ ओला ऊंचा घलो उठाथे। \q1 \v 8 ओह गरीब ला धुर्रा ले उठाथे \q2 अऊ जरूरतमंद ला राख के कुढ़ा ले ऊपर करथे; \q1 ओह ओमन ला हाकिममन के संग बईठाथे \q2 अऊ ओमन ला आदर के सिंघासन के अधिकारी बनाथे। \b \q1 “काबरकि धरती के नीव यहोवा के अय; \q2 अऊ ओकरे ऊपर ओह संसार ला धरे हवय। \q1 \v 9 ओह अपन बिसवासयोग्य सेवकमन के पांव ला संभाले रहिही, \q2 पर दुस्टमन ला अंधियार म चुप रहे बर कहे जाही। \b \q1 “कोनो मनखे अपन ताकत के दुवारा जीत नइं सकय; \q2 \v 10 जऊन मन यहोवा के बिरोध करथें ओमन टूट जाहीं। \q1 सर्वोच्च परमेसर ह अकास ले गरजही; \q2 यहोवा ह धरती के छोर तक नियाय करही। \b \q1 “ओह अपन राजा ला ताकत दीही \q2 अऊ अपन अभिसिक्त मनखे के सींग ला ऊंचा करही।” \p \v 11 तब एलकाना ह अपन घर रामा ला चले गीस, पर ओ लइका ह एली पुरोहित के अधीन म रहिके यहोवा के सेवा करन लगिस। \s1 एली के दुस्ट बेटामन \p \v 12 एली के बेटामन दुस्ट मनखे रिहिन; ओमन के मन म यहोवा बर कोनो आदर नइं रिहिस। \v 13 उहां पुरोहितमन के ये रिवाज रिहिस कि जब भी कोनो मनखे बलिदान चघावय, त पुरोहित के सेवक ह मांस चुरे के बेरा म एक तीन दांतवाला कांटा अपन हांथ म धरके आवय \v 14 अऊ ओला कढ़ाही, या करसी, या करसा, या धमेला के भीतर डुबोवय। अऊ जतेक मांस कांटा म फंसके ऊपर आवय, ओला पुरोहित ह अपन बर ले लेवय। ये किसम ले ओमन ओ जम्मो इसरायलीमन संग बरताव करंय, जऊन मन सीलो म आवंय। \v 15 अऊ इहां तक कि चरबी ला जलाय के पहिली, पुरोहित के सेवक ह आके बलिदान करइया मनखे ला कहय, “भूंजे बर पुरोहित ला कुछू मांस दे; ओह तोर ले चुरे हुए मांस ला नइं लेवय, पर सिरिप कच्चा मांस ला लीही।” \p \v 16 अऊ कहूं ओ मनखे ह सेवक ला कहय, “पहिली चरबी ला जरन दे, तब तें जो चाहथस, ओला ले जा सकथस,” तब सेवक ह जबाब देवय, “नइं, अभी दे; यदि नइं देवस, त मेंह येला छीनके ले जाहूं।” \p \v 17 ओ जवानमन के ये पाप ह यहोवा के नजर म बहुंत बड़े रिहिस, काबरकि ओमन यहोवा के भेंट के अपमान करत रिहिन। \p \v 18 पर समूएल जऊन ह लइका रिहिस, सन के कपड़ा के एपोद पहिरे यहोवा के आघू म सेवा करत रिहिस। \v 19 ओकर दाई ह हर साल ओकर बर एक ठन छोटे अंगरखा बनाके ओकर बर ले जावय, जब भी ओह अपन घरवाला संग हर साल बलिदान चघाय बर उहां जावय। \v 20 एली ह एलकाना अऊ ओकर घरवाली ला ये कहिके आसीस देवय, “जऊन लइका बर तोर घरवाली ह पराथना करे रिहिस अऊ ओला यहोवा ला अरपन कर दीस, ओकर बदला म यहोवा ह तोला तोर ये घरवाली ले अऊ लइका देवय।” तब ओमन अपन घर चले जावंय। \v 21 अऊ यहोवा ह हन्ना के सुधि लीस; ओह अऊ तीन बेटा अऊ दू बेटी ला जनम दीस। ये बीच म लइका समूएल ह यहोवा के संग म रहत बाढ़त गीस। \p \v 22 एली ह अब्बड़ डोकरा हो गे रिहिस, अऊ ओह ओ जम्मो बात के बारे म सुनिस, जेला ओकर बेटामन जम्मो इसरायलीमन के संग करत रिहिन अऊ कइसे मिलापवाला तम्बू के मुंहटा म सेवा करइया माईलोगनमन संग कुकरम घलो करत रिहिन। \v 23 एकरसेति ओह अपन बेटामन ला बलाके कहिस, “तुमन अइसने काम काबर करथव? मेंह जम्मो मनखेमन ले तुम्हर ये कुकरम के बारे म सुनत हंव। \v 24 हे मोर बेटामन, अइसने झन करव; काबरकि जऊन खबर यहोवा के मनखेमन के बीच म फईलत हे, अऊ जेला मेंह सुनत हंव, ओह ठीक नो हय। \v 25 यदि एक मनखे ह दूसर मनखे के बिरूध पाप करथे, त परमेसर\f + \fr 2:25 \fr*\ft या \ft*\fqa नियायधीस\fqa*\f* ह ओकर बिचवई करही; पर यदि कोनो मनखे ह यहोवा के बिरूध पाप करथे, त ओकर बिचवई कोन करही?” तभो ले एली के बेटामन अपन ददा के गोठ ला नइं सुनिन, काबरकि यहोवा के ईछा ओमन ला मार डारे के रिहिस। \p \v 26 अऊ लइका समूएल ह डीलडौल अऊ यहोवा अऊ मनखेमन के अनुग्रह म बढ़त गीस। \s1 एली के परिवार के बिरूध अगमबानी \p \v 27 तब परमेसर के एक जन ह एली करा आईस अऊ ओला कहिस, “यहोवा अइसने कहत हे: ‘जब तोर पुरखामन के घराना ह मिसर म फिरौन राजा के अधीन रिहिन, त का मेंह ओमन करा अपनआप ला साफ-साफ परगट नइं करे रहेंव? \v 28 मेंह इसरायल के जम्मो गोत्रमन ले तोर पुरखा ला मोर पुरोहित होय बर चुनेंव कि ओमन मोर बेदी करा जावंय, उहां धूप जलावंय, अऊ मोर आघू म एपोद पहिरंय। मेंह तोर पुरखामन के घराना ला इसरायलीमन के चघाय जम्मो जेवन-बलिदान ला घलो देंव। \v 29 तुमन काबर मोर ओ चढ़ावा अऊ बलिदान के अपमान करत हव, जेला मेंह अपन निवास बर ठहिराय हंव? तेंह\f + \fr 2:29 \fr*\ft इबरानी म बहुबचन \ft*\fqa तुमन\fqa*\f* काबर मोर मनखे इसरायलीमन के दुवारा चघाय जम्मो बलिदान के बने भाग ला खाके अपनआप ला मोटा-ताजा करत हवस अऊ मोर ले जादा अपन बेटामन के आदर करत हवस?’ \p \v 30 “एकरसेति यहोवा, इसरायल के परमेसर ह घोसना करत हे: ‘मेंह वायदा करे रहेंव कि तोर परिवार के मनखेमन हमेसा मोर आघू म सेवा करहीं।’ पर अब यहोवा ह घोसना करत हे: ‘अब अइसने नइं होवय! जऊन मन मोर आदर करथें, ओमन के में आदर करहूं, पर जऊन मन मोला तुछ समझथें, ओमन तुछ समझे जाहीं। \v 31 ओ समय ह आवत हवय जब मेंह तोर ताकत अऊ तोर पुरोहिती घराना के ताकत ला कम कर दूहूं, ताकि तोर खानदान म कोनो डोकरा होवत तक नइं जी सकहीं, \v 32 अऊ तेंह मोर निवास म दुख ला देखबे। हालाकि इसरायल के भलई करे जाही, पर तोर खानदान म कोनो कभू डोकरा होवत तक नइं जीयन पाही। \v 33 तुमन म के हर एक झन ला मोर बेदी के सेवा ले अलग नइं करंव; मेंह सिरिप तोर आंखी ला नास करे बर अऊ तोर ताकत घटाय बर ओमन ला बचाय रखहूं, अऊ तोर जम्मो संतानमन अपन भरे जवानी म मरहीं। \p \v 34 “ ‘तोर दूनों बेटामन के का होही, होपनी अऊ पीनहास तोर बर एक चिनहां होहीं, दूनों के दूनों एक ही दिन म मर जाहीं। \v 35 मेंह अपन बर एक बिसवासयोग्य पुरोहित ला ठहिराहूं, जऊन ह मोर हिरदय अऊ मन के मुताबिक काम करही। मेंह ओकर पुरोहिती घराना ला बने करके बसाहूं अऊ ओमन मोर अभिसिक्त जन के आघू म हमेसा सेवा करहीं। \v 36 तब तोर परिवार म बचे जम्मो झन आहीं अऊ चांदी के एक छोटे टुकड़ा\f + \fr 2:36 \fr*\ft या \ft*\fqa कुछू पईसा\fqa*\f* अऊ रोटी के एक टुकड़ा बर ओकर आघू म झुकहीं अऊ बिनती करहीं, “पुरोहित के कोनो काम बर मोर अभिसेक कर, ताकि खाय बर मोला जेवन मिलय।” ’ ” \c 3 \s1 यहोवा ह समूएल ला बलाथे \p \v 1 ओ लइका समूएल ह एली के अधीन म यहोवा के सेवा करत रिहिस। ओ समय म यहोवा के बचन के परकासन दुरलभ रिहिस; अऊ बहुंत कम दरसन मिलत रिहिस। \p \v 2 एक रथिया अइसने होईस कि एली, जेकर आंखी बहुंत कमजोर हो गे रिहिस अऊ ओला बहुंत कम दिखत रिहिस, ओह अपन जगह म लेटे रिहिस। \v 3 परमेसर के दीया ह अब तक ले बुताय नइं रिहिस, अऊ समूएल ह यहोवा के मंदिर म उहां लेटे रिहिस, जिहां परमेसर के सन्दूक रहय। \v 4 तब यहोवा ह समूएल ला बलाईस। \p समूएल ह कहिस, “में इहां हंव।” \v 5 अऊ ओह एली करा दऊड़के गीस अऊ कहिस, “में इहां हंव; तेंह मोला बलाय।” \p पर एली ह कहिस, “मेंह नइं बलाय हंव; जाके लेट जा।” त ओह जाके लेट गीस। \p \v 6 यहोवा ह ओला फेर बलाईस, “हे समूएल!” समूएल ह उठिस अऊ एली करा जाके कहिस, “में इहां हंव; तेंह मोला बलाय।” \p पर एली ह कहिस, “हे मोर बेटा, मेंह नइं बलाय हंव; जाके लेट जा।” \p \v 7 अभी तक ले समूएल ह यहोवा ला नइं पहिचानत रिहिस: यहोवा के बचन ह अभी तक ले ओकर ऊपर परगट नइं होय रिहिस। \p \v 8 फेर तीसर बार यहोवा ह बलाईस, “हे समूएल!” समूएल ह उठिस अऊ एली करा जाके कहिस, “में इहां हंव; तेंह मोला बलाय।” \p तब एली ह समझ गीस कि ये लड़का ला यहोवा ह बलाय हवय। \v 9 एकरसेति एली ह समूएल ला कहिस, “जाके लेट जा, अऊ यदि ओह तोला बलाथे, त कहिबे, ‘हे यहोवा, कह, काबरकि तोर सेवक ह सुनत हवय।’ ” तब समूएल ह अपन जगह म जाके लेट गीस। \p \v 10 तब यहोवा ह उहां आके ठाढ़ हो गीस, अऊ पहिले सहीं बलाईस, “हे समूएल! हे समूएल!” \p तब समूएल ह कहिस, “कह, काबरकि तोर सेवक ह सुनत हवय।” \p \v 11 अऊ यहोवा ह समूएल ला कहिस: “सुन, मेंह इसरायल म कुछू अइसने करइया हंव, जेकर ले जम्मो सुनइयामन म सनसनी फईल जाही। \v 12 ओ समय म मेंह एली के बिरूध ओ जम्मो काम करहूं, जऊन ला मेंह ओकर घराना के बिसय म कहे रहेंव, ओला सुरू ले आखिरी तक पूरा करहूं। \v 13 मेंह ओला कहे रहेंव कि ओ पाप के खातिर, जेला ओह जानत रिहिस, ओकर परिवार के नियाय सदाकाल बर करहूं; ओकर बेटामन परमेसर के निन्दा करिन, अऊ ओह ओमन ला रोके म असफल होईस। \v 14 एकरसेति मेंह एली के घराना के बिसय म ये किरिया खायेंव, ‘एली के घराना के अपराध के प्रायस्चित कोनो बलिदान या चढ़ावा के दुवारा कभू नइं होवय।’ ” \p \v 15 समूएल ह बिहान तक लेटे रिहिस अऊ तब ओह यहोवा के भवन के कपाटमन ला खोलिस। ओह एली ला ओ दरसन के बारे म बताय बर डरात रिहिस। \v 16 पर एली ह ओला बलाईस अऊ कहिस, “हे मोर बेटा, समूएल।” \p समूएल ह कहिस, “मेंह इहां हंव।” \p \v 17 तब ओह पुछिस, “ओह का गोठ अय, जऊन ला परमेसर ह तोर ले कहिस? ओ बात मोर ले झन छुपा। जऊन कुछू ओह तोर ले कहिस, यदि तेंह मोर ले छुपाबे, त परमेसर ह तोर ले वइसने ही बरताव, बरन ओकर ले घलो जादा कड़ई से बरताव करय।” \v 18 तब समूएल ह ओला जम्मो बात ला बता दीस, ओकर ले कुछू नइं छुपाईस। तब एली ह कहिस, “ओह यहोवा अय; जऊन कुछू ओकर नजर म बने लगथे, ओला ओह करय।” \p \v 19 समूएल बड़े होवत गीस अऊ यहोवा ह ओकर संग रिहिस, अऊ ओह समूएल के कोनो घलो बात ला बेकार नइं होवन दीस। \v 20 अऊ दान ले लेके बेरसेबा तक जम्मो इसरायलीमन जान डारिन कि समूएल ह यहोवा के अगमजानी के रूप म ठहिराय गे हवय। \v 21 यहोवा ह सीलो म परगट होते रिहिस, अऊ ओह उहां अपन बचन के जरिये अपनआप ला समूएल करा परगट करिस। \c 4 \p \v 1 अऊ समूएल के बचन जम्मो इसरायल देस म हबर गीस। \s1 पलिस्तीमन करार के सन्दूक ला छीन लेथें \p इसरायलीमन पलिस्तीमन ले लड़ई करे बर निकलिन। ओमन एबनेजेर सहर करा डेरा डालिन, अऊ पलिस्तीमन अपेक सहर म डेरा डालिन। \v 2 पलिस्तीमन इसरायलीमन के बिरूध म लड़ई करे बर अपन सेना के मोरचा बनाईन, अऊ जब घमासान लड़ई होवन लगिस, त इसरायलीमन पलिस्तीमन ले हार गीन, अऊ लगभग चार हजार इसरायली सेना के मनखे लड़ई के मैदान म मारे गीन। \v 3 जब इसरायली सैनिकमन डेरा म लहुंटके आईन, तब इसरायल के अगुवामन पुछिन, “आज यहोवा ह हमन ला पलिस्तीमन ले काबर हरवा दीस? आवव, हमन यहोवा के करार के सन्दूक ला सीलो ले लेय आवन, ताकि ओह हमर संग जावय अऊ हमन ला बईरीमन के हांथ ले बचावय।” \p \v 4 एकरसेति ओमन आदमीमन ला सीलो म पठोईन, अऊ ओमन ओ सर्वसक्तिमान यहोवा के करार के सन्दूक ला वापिस ले आईन, जऊन ह करूबमन के ऊपर बिराजमान हवय। अऊ एली के दू झन बेटा, होपनी अऊ पीनहास, परमेसर के करार के सन्दूक संग उहां रिहिन। \p \v 5 जब यहोवा के करार के सन्दूक ह डेरा म आईस, त जम्मो इसरायलीमन अतेक जोर से नरियाईन कि भुइयां ह कांप गीस। \v 6 ये अवाज ला सुनके पलिस्तीमन पुछिन, “इबरीमन के डेरा म नरियाय के ये का अवाज होवथे?” \p जब पलिस्तीमन ये जानिन कि यहोवा के सन्दूक ह डेरा म आय हवय, \v 7 त पलिस्तीमन डर्रा गीन अऊ कहन लगिन, “एक देवता ह डेरा म आय हवय, ओहो नइं! एकर पहिली अइसने कभू नइं होय रिहिस। \v 8 हमर ऊपर बिपत्ति आय हवय! हमन ला ये सक्तिसाली देवतामन के हांथ ले कोन बचाही? येमन ओ देवता अंय, जेमन सुनसान जगह म मिसरीमन ऊपर जम्मो किसम के महामारी लाने रिहिन। \v 9 हे पलिस्तीमन, हिम्मत रखव! मरद बनव, नइं तो तुमन इबरीमन के अधीन हो जाहू, जइसने कि ओमन तुम्हर अधीन म रिहिन। मरद बनव, अऊ लड़व!” \p \v 10 तब पलिस्तीमन लड़िन, अऊ इसरायलीमन हार गीन अऊ हर एक झन अपन-अपन तम्बू म भाग गीन। बहुंते झन मार डारे गीन; इसरायलीमन के तीस हजार पैदल चलइया सैनिकमन मार डारे गीन। \v 11 परमेसर के सन्दूक ला कब्जा कर लिये गीस, अऊ एली के दूनों बेटा, होपनी अऊ पीनहास मर गीन। \s1 एली के मिरतू \p \v 12 तब ओहीच दिन एक बिनयामीन बंस के मनखे लड़ई के जगह ले फटहा-चीरहा कपड़ा पहिरे अऊ मुड़ म धुर्रा लगाके दऊड़त सीलो म आईस। \v 13 जब ओह हबरिस, त एली ह सड़क-तीर म अपन कुरसी म बईठके देखत रहय, काबरकि ओकर मन म परमेसर के सन्दूक बर डर रहय। जब ओ मनखे ह नगर म आके जम्मो बात ला बताईस, त जम्मो नगर के मनखेमन रोये लगिन। \p \v 14 रोये के अवाज ला सुनके एली ह पुछिस, “ये हो-हल्ला के का मतलब ए?” \p ओ मनखे ह तुरते एली करा गीस, \v 15 एली ह अन्ठानबे साल के रिहिस, अऊ ओकर आंखीमन नइं दिखत रिहिन। \v 16 ओ मनखे ह एली ला कहिस, “मेंह अभीच लड़ई के जगह ले आय हवंव; में आजेच उहां ले भागके आय हवंव।” \p एली ह पुछिस, “हे मोर बेटा, उहां का होईस?” \p \v 17 ओ मनखे, जऊन ह संदेस लेके आय रिहिस ओह जबाब दीस, “इसरायलीमन पलिस्तीमन के आघू ले भाग गीन, अऊ सेना के बहुंत नुकसान होय हवय। तोर दूनों बेटा होपनी अऊ पीनहास घलो मर गीन, अऊ परमेसर के सन्दूक ला कब्जा कर लिये गे हवय।” \p \v 18 जइसे ही एली ह परमेसर के सन्दूक के बारे म सुनिस, ओह दुवार के बाजू म कुरसी म ले पाछू कोति लुड़कके गिर पड़िस। ओकर गरदन ह टूट गीस अऊ ओह मर गीस, काबरकि ओह डोकरा हो गे रिहिस अऊ भारी सरीर के रिहिस। ओह इसरायलीमन के अगुवई चालीस साल तक करिस। \p \v 19 ओकर बहू, पीनहास के घरवाली ह देहें म रिहिस अऊ ओकर छेवारी होय के समय ह लकठा आ गे रिहिस। जब ओह सुनिस कि परमेसर के सन्दूक ला छीन लिये गे हवय अऊ ओकर ससुर अऊ ओकर घरवाला मर गे हवंय, त ओला छेवारी होय के पीरा उठिस अऊ ओह एक लइका ला जनम दीस, पर ओह अपन छेवारी होय के पीरा ला सहे नइं सकिस। \v 20 जब ओह मरत रिहिस, त ओला छेवारी करइया माईलोगनमन ओला कहिन, “निरास झन हो; तेंह एक बेटा ला जनमे हस।” पर ओह कुछू जबाब नइं दीस या कुछू धियान नइं दीस। \p \v 21 ओह ये कहत ओ लइका के नांव ईकाबोद\f + \fr 4:21 \fr*\fq ईकाबोद \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa महिमा रहित\fqa*\f* रखिस, “इसरायल म ले महिमा ह चल दीस”—काबरकि परमेसर के सन्दूक ह छीन लिये गे रिहिस अऊ ओकर ससुर अऊ ओकर घरवाला मर गे रिहिन। \v 22 ओह कहिस, “इसरायल म ले परमेसर के महिमा ह चल दीस, काबरकि परमेसर के सन्दूक ला छीन लिये गे हवय।” \c 5 \s1 असदोद अऊ एकरोन म परमेसर के सन्दूक \p \v 1 परमेसर के सन्दूक ला कब्जा करे के बाद, पलिस्तीमन ओला एबनेजेर ले असदोद सहर ले गीन। \v 2 तब ओमन परमेसर के सन्दूक ला उठाके दागोन के मंदिर म ले गीन अऊ दागोन मूरती के बाजू म मढ़ा दीन। \v 3 ओकर दूसर दिन असदोदीमन बड़े बिहनियां उठके देखिन, त दागोन ह भुइयां म अपन मुहूं के भार यहोवा के सन्दूक के आघू म गिरे पड़े रहय! तब ओमन दागोन ला उठाके फेर ओकर जगह म रख दीन। \v 4 पर दूसर दिन जब ओमन बिहनियां उठिन, तब का देखिन कि दागोन ह भुइयां म अपन मुहूं के भार यहोवा के सन्दूक के आघू म फेर गिरे पड़े रहय! ओकर मुड़ अऊ हांथमन टूट गे रहंय अऊ कपाट करा पड़े रहंय; सिरिप ओकर देहें ह बांचे रिहिस। \v 5 एकर खातिर आज के दिन तक दागोन के पुरोहितमन या असदोद म दागोन के मंदिर म जवइया कोनो मनखे उहां के कपाट म गोड़ नइं रखंय। \p \v 6 यहोवा के कोप ह असदोद अऊ ओकर आसपास के इलाका म भड़किस; अऊ ओह ओमन ला बरबाद करे लगिस अऊ ओमन के सरीर म गिलठी पईदा करिस। \v 7 अपन ये हाल ला देखके असदोद के मनखेमन कहिन, “इसरायल के परमेसर के सन्दूक ह हमर बीच म झन रहय, काबरकि ओकर कोप ह हमर ऊपर अऊ हमर देवता दागोन ऊपर भड़के हवय।” \v 8 एकरसेति ओमन पलिस्तीमन के जम्मो सासन करइयामन ला बलाईन अऊ ओमन ले पुछिन, “हमन इसरायल के परमेसर के सन्दूक के संग का करन?” \p ओमन जबाब दीन, “इसरायल के परमेसर के सन्दूक ला गत नगर अमरा दिये जावय।” एकरसेति ओमन इसरायल के परमेसर के सन्दूक ला गत नगर अमरा दीन। \p \v 9 पर ओला उहां अमराय के बाद, यहोवा के कोप ह ओ सहर ऊपर भड़किस, अऊ उहां भयंकर हलचल मच गीस। परमेसर ह ओ सहर म छोटे ले लेके बड़े तक, जम्मो मनखे के देहें ला गिलठी होय के पीरा ले भर दीस। \v 10 एकरसेति ओमन परमेसर के सन्दूक ला एकरोन पठो दीन। \p जब परमेसर के सन्दूक ह एकरोन सहर के भीतर आवत रिहिस, त एकरोन के मनखेमन चिचियाके कहिन, “ओमन इसरायल के परमेसर के सन्दूक ला हमर करा हमन ला अऊ हमर मनखेमन ला मरवाय बर लाने हवंय।” \v 11 एकरसेति ओमन पलिस्तीमन के जम्मो सासन करइयामन ला एक जगह बलाईन अऊ कहिन, “इसरायल के परमेसर के सन्दूक ला निकाल दव; ओला अपन जगह म लहुंटा दव, नइं तो येह हमन ला अऊ हमर मनखेमन ला मार डारही।” काबरकि जम्मो सहर म मिरतू के डर के हलचल मचे हवय; परमेसर के भारी हांथ येकर ऊपर पड़े हवय। \v 12 जऊन मनखेमन नइं मरिन, ओमन के देहें म गिलठी हो गीस, अऊ सहर के मनखेमन के चिचियाहट ह ऊपर अकास तक गीस। \c 6 \s1 परमेसर के सन्दूक के इसरायल वापसी \p \v 1 जब यहोवा के सन्दूक पलिस्तीमन के इलाका म सात महिना तक रिहिस, \v 2 त पलिस्तीमन, पुरोहितमन अऊ सकुन-बिचार करइयामन ला बलाके पुछिन, “यहोवा के सन्दूक के हमन का करन? हमन ला बतावव कि हमन येला कइसन येकर जगह म वापिस पठोवन।” \p \v 3 ओमन जबाब दीन, “यदि तुमन इसरायल के परमेसर के सन्दूक ला वापिस पठोथव, त येला बिगर कोनो भेंट के वापिस झन पठोवव; जरूरी अय कि तुमन ओला दोस-बलिदान देके पठोवव। तब तुमन चंगा हो जाहू, अऊ तुमन जानहू कि ओकर कोप ह तुम्हर ऊपर ले काबर नइं उठे हवय।” \p \v 4 पलिस्तीमन पुछिन, “हमन ओला का दोस-बलिदान पठोवन?” \p ओमन कहिन, “पलिस्ती सासन करइयामन के गनती के मुताबिक सोन के पांच गिलठी अऊ सोन के पांच ठन मुसवा, काबरकि तुमन अऊ तुम्हर सासन करइयामन ला एकेच महामारी धरे हवय। \v 5 तुमन गिलठी अऊ मुसवामन के मूरती बनावव, जऊन मन देस ला नास करत हवंय, अऊ इसरायल के परमेसर के महिमा करव। हो सकत हे, ओकर कोप ह तुम्हर अऊ तुम्हर देवतामन अऊ देस ऊपर ले उठ जावय। \v 6 तुमन काबर अपन मन ला मिसरीमन अऊ फिरौन राजा सहीं कठोर कर ले हवव? जब इसरायल के परमेसर ह ओमन के संग कड़ई से पेस आईस, त का ओमन इसरायलीमन ला पठो नइं दीन कि ओमन अपन रसता म जावंय? \p \v 7 “एकरसेति, अब तुमन एक नवां गाड़ी तियार करव, अऊ संग म दू ठन दूधारू गाय लेवव, जऊन मन म कभू जुड़ा नइं रखे गे हवंय। गायमन ला ओ गाड़ी म फांदव, पर ओमन के बछरूमन ला ले जाके बाड़ा म बांध देवव। \v 8 तब यहोवा के सन्दूक ला लेके ओ गाड़ी ऊपर रखव, अऊ येकर बाजू म एक-दूसर सन्दूक म सोन के ओ चीजमन ला रखव जऊन ला तुमन ओकर करा दोस-बलिदान के रूप म पठोवत हवव। फेर गाड़ी ला ओकर रसता म पठो दव, \v 9 पर ओला देखत रहव। यदि ओह अपन खुद के इलाका, बेत-सेमेस कोति जाथे, तब जानव कि यहोवा ह ये बड़े बिपत्ति ला हमर ऊपर लाने हवय। पर यदि गाड़ी ह ओ कोति नइं जावय, त हमन जान लेबो कि हमर ऊपर ये बिपत्ति ह ओकर कोति ले नइं, पर संजोग से होईस।” \p \v 10 ओ मनखेमन वइसनेच करिन। ओमन वइसने दू ठन गाय लेके गाड़ी म फांद दीन अऊ ओमन के बछरूमन ला बाड़ा म बांध दीन। \v 11 ओमन यहोवा के सन्दूक, अऊ संग म ओ दूसर सन्दूक ला घलो गाड़ी म रख दीन, जेमा सोन के मुसवा अऊ गिलठी के नमूना रहंय। \v 12 तब गायमन सीधा बेत-सेमेस कोति सड़क म चिचियावत चले गीन; ओमन न तो जेवनी अऊ न ही डेरी कोति मुड़िन। पलिस्तीमन के सासन करइयामन ओमन के पाछू-पाछू बेत-सेमेस के सीमना तक गीन। \p \v 13 बेत-सेमेस के मनखेमन घाटी म अपन गहूं लुवत रहंय, अऊ जब ओमन आंखी उठाके सन्दूक ला देखिन, त ओला देखके आनंदित होईन। \v 14 गाड़ी ह बेत-सेमेस के यहोसू नांव के एक मनखे के खेत म आईस अऊ उहां एक ठन पथरा के बाजू म रूक गीस। मनखेमन गाड़ी के कठवा ला काटिन अऊ गायमन ला यहोवा बर होम-बलिदान के रूप म चघाईन। \v 15 लेवीमन यहोवा के सन्दूक ला, सोन के चीज रखे ओ सन्दूक सहित उतारिन, अऊ ओमन ला ओ बड़े पथरा म मढ़ा दीन। ओ दिन बेत-सेमेस के मनखेमन यहोवा ला होम-बलिदान अऊ चढ़ावा चघाईन। \v 16 पलिस्तीमन के पांच सासन करइयामन ये जम्मो ला देखिन अऊ तब ओहीच दिन एकरोन लहुंट गीन। \p \v 17 सोन के जऊन गिलठीमन ला पलिस्तीमन यहोवा बर दोस-बलिदान के रूप म पठोय रिहिन, ओमा ले एक असदोद, एक गाजा, एक अस्कलोन, एक गत अऊ एक एकरोन कोति ले देय गे रिहिस। \v 18 अऊ ओ सोन के मुसवामन पलिस्तीमन के ओ सहरमन के गनती के मुताबिक रिहिन, जेमन पांच सासन करइयामन के अधीन रिहिन; ओमा दीवारवाले सहरमन अऊ ओमन के बिगर दीवार के गांवमन घलो रिहिन। जऊन बड़े पथरा म लेवीमन यहोवा के सन्दूक ला रखे रिहिन, ओह आज तक बेत-सेमेस म यहोसू के खेत म एक गवाही अय। \p \v 19 पर परमेसर ह बेत-सेमेस के रहइया कुछू मनखेमन ला मारिस, काबरकि ओमन यहोवा के सन्दूक के भीतर झांके रिहिन। परमेसर ह ओमन के सत्तर\f + \fr 6:19 \fr*\ft जादातर इबरानी हस्तलिपि अऊ सेप्टाजिन्ट \ft*\fqa 50,070\fqa*\f* मनखे ला मार डारिस। ओ मनखेमन सोक मनाईन काबरकि यहोवा के भारी कोप ओमन के ऊपर भड़के रिहिस। \v 20 अऊ बेत-सेमेस के मनखेमन पुछिन, “यहोवा, ये पबितर परमेसर के आघू म कोन ह ठाढ़ हो सकत हे? इहां ले सन्दूक ह काकर करा जाही?” \p \v 21 तब ओमन ये कहिके किरयत-यारीम के मनखेमन करा दूतमन ला पठोईन, “पलिस्तीमन यहोवा के सन्दूक ला लहुंटा दे हवंय। एकरसेति तुमन खाल्हे आवव अऊ येला अपन सहर म ले जावव।” \c 7 \nb \v 1 तब किरयत-यारीम के मनखेमन आईन अऊ यहोवा के सन्दूक ला ले गीन। ओमन येला पठार ऊपर अबीनादाब के घर म लानिन अऊ यहोवा के सन्दूक के पहरेदारी करे बर अबीनादाब के बेटा एलिआजर के अभिसेक करिन। \v 2 किरयत-यारीम म सन्दूक ह बहुंत समय तक रिहिस—कुल बीस बछर तक। \s1 समूएल के मिसपा म पलिस्तीमन ऊपर जीत \p तब इसरायल के जम्मो मनखेमन यहोवा के पाछू चले लगिन। \v 3 एकरसेति समूएल ह जम्मो इसरायलीमन ला कहिस, “यदि तुमन अपन पूरा मन से यहोवा कोति फिरत हवव, त अपनआप ला आने देवतामन अऊ असतोरेत के मूरतीमन ले दूरिहा रखव अऊ अपनआप ला यहोवा ला सऊंप दव अऊ सिरिप ओकरेच सेवा करव, त ओह तुमन ला पलिस्तीमन के हांथ ले छुड़ाही।” \v 4 एकरसेति इसरायलीमन ओमन के बाल देवतामन ला अऊ असतोरेत देवीमन ला छोंड़ दीन, अऊ सिरिप यहोवा के सेवा करिन। \p \v 5 तब समूएल ह कहिस, “जम्मो इसरायलीमन ला मिसपा सहर म जूरे बर कहव, अऊ मेंह तुम्हर बर यहोवा ले बिनती करहूं।” \v 6 जब ओमन मिसपा म जूर गीन, त ओमन पानी लानके यहोवा के आघू म ढारिन। ओ दिन ओमन उपास करिन अऊ ये कहिके अपन पाप ला मानिन, “हमन यहोवा के बिरूध म पाप करे हन।” अऊ समूएल ह मिसपा म इसरायलीमन के अगुवा के रूप म सेवा करत रिहिस। \p \v 7 जब पलिस्तीमन सुनिन कि इसरायलीमन मिसपा म जूरे हवंय, त ओमन के सासन करइयामन इसरायलीमन ऊपर हमला करे बर आईन। ये सुनके इसरायलीमन पलिस्तीमन ले डरा गीन। \v 8 अऊ इसरायलीमन समूएल ला कहिन, “यहोवा हमर परमेसर करा हमर बर रोना बंद झन कर, ताकि ओह हमन ला पलिस्तीमन के हांथ ले बचावय।” \v 9 तब समूएल ह एक दूध-पियइया मेढ़ा-पीला ला लेके ओला पूरा होम-बलिदान के रूप म यहोवा ला चघाईस। ओह इसरायलीमन बर यहोवा करा बिलाप करिस, अऊ यहोवा ह ओकर पराथना के उत्तर दीस। \p \v 10 जब समूएल ह होम-बलिदान चघात रिहिस, तब पलिस्तीमन इसरायलीमन संग लड़ई करे बर लकठा म आ गीन। पर ओ दिन यहोवा ह बड़े अवाज म पलिस्तीमन के बिरूध बादर सहीं गरजिस अऊ ओमन ला अइसने डरवाईस कि ओमन इसरायलीमन के आघू ले भाग गीन। \v 11 तब इसरायली मनखेमन मिसपा ले निकलके पलिस्तीमन के पीछा करिन, अऊ ओमन ला डहार म बेत-कर के खाल्हे तक मारत चले गीन। \p \v 12 तब समूएल ह एक ठन पथरा ला लेके मिसपा अऊ सेन के बीच म ठाढ़ करिस, अऊ ओह ये कहिके ओकर नांव एबनेजेर\f + \fr 7:12 \fr*\fq एबनेजेर \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa मदद के पथरा\fqa*\f* रखिस, “इहां तक यहोवा ह हमर मदद करे हवय।” \p \v 13 ये किसम ले पलिस्तीमन दब गीन अऊ ओमन इसरायलीमन के देस म चढ़ई करे बर बंद कर दीन। समूएल के जिनगी भर यहोवा के हांथ ह पलिस्तीमन के बिरूध बने रिहिस। \v 14 एकरोन ले लेके गत तक जतेक नगरमन ला पलिस्तीमन, इसरायलीमन ले छीन ले रिहिन, ओमन फेर इसरायलीमन ला वापिस मिल गीन, अऊ इसरायलीमन परोसी इलाका ला घलो पलिस्तीमन के हांथ ले छोंड़ाईन। अऊ इसरायली अऊ अमोरीमन के बीच सांति हो गीस। \p \v 15 समूएल ह अपन जिनगी भर इसरायलीमन के अगुवा बने रिहिस। \v 16 ओह हर साल बेतेल नगर ले गिलगाल नगर अऊ गिलगाल ले मिसपा नगर म जा-जाके ओ जम्मो जगह म इसरायलीमन के नियाय करत रिहिस। \v 17 पर ओह हमेसा वापिस रामा सहर चल देवय, जिहां ओकर घर रिहिस, अऊ उहां घलो ओह इसरायलीमन के नियाय करय। अऊ उहां ओह यहोवा बर एक बेदी बनाईस। \c 8 \s1 इसरायलीमन के दुवारा एक राजा के मांग \p \v 1 जब समूएल ह डोकरा हो गीस, त ओह अपन बेटामन ला इसरायलीमन के अगुवा ठहिराईस। \v 2 ओकर बड़े बेटा के नांव योएल अऊ दूसर बेटा के नांव अबियाह रिहिस, अऊ ओमन बेरसेबा नगर म सेवा करत रिहिन। \v 3 पर ओकर बेटामन ओकर रद्दा म नइं चलिन। ओमन बेईमानी करके फायदा उठाईन अऊ घूस लेवत रिहिन अऊ नियाय ला बिगाड़त रिहिन। \p \v 4 एकरसेति इसरायलीमन के जम्मो अगुवामन एक संग जूरिन अऊ रामा नगर म समूएल करा आईन, \v 5 अऊ ओमन ओला कहिन, “सुन, तेंह तो अब डोकरा हो गे हस, अऊ तोर बेटामन तोर रद्दा म नइं चलत हें; अब हमर अगुवई\f + \fr 8:5 \fr*\ft या \ft*\fqa नियाय\fqa*\f* करे बर एक राजा ठहिरा, जइसने कि जम्मो दूसर जातिमन के राजा हवंय।” \p \v 6 पर जब ओमन ये कहिन, “हमर अगुवई करे बर हमन ला एक राजा दे,” त ये बात ह समूएल ला खराप लगिस; एकरसेति ओह यहोवा ले पराथना करिस। \v 7 अऊ यहोवा ह ओला कहिस, “मनखेमन जऊन कुछू तोला कहत हवंय, ओ जम्मो बात ला सुन; येह तें नो हस, जऊन ला ओमन अस्वीकार करे हवंय, पर ओमन मोला अपन राजा के रूप म अस्वीकार करे हवंय। \v 8 जइसने काम ओमन ओ दिन ले करत आय हवंय, जब मेंह ओमन ला मिसर देस ले निकाल लानेंव, ओमन आज घलो वइसने काम करत हें; मोला तियागके आने देवतामन के सेवा करत हवंय; वइसने ओमन तोर संग घलो करत हवंय। \v 9 एकरसेति अब ओमन के बात ला सुन; पर ओमन ला बने करके चेता दे अऊ ओमन ला बता दे कि जऊन राजा ह ओमन ऊपर राज करही, ओकर बेवहार कइसने होही।” \p \v 10 समूएल ह यहोवा के जम्मो बात ओ मनखेमन ला बता दीस, जऊन मन ओकर ले एक राजा के मांग करत रिहिन। \v 11 ओह कहिस, “जऊन राजा ह तुम्हर ऊपर राज करही, ओकर बेवहार अइसने होही: ओह तुम्हर बेटामन ला लीही अऊ ओमन ला अपन रथ अऊ घोड़ामन के काम म लगाही, अऊ ओमन ओकर रथमन के आघू-आघू दऊड़हीं। \v 12 कुछू झन ला ओह हजार-हजार अऊ कुछू झन ला पचास-पचास के ऊपर सेनापति ठहिराही, अऊ कतको ले ओह अपन नांगर जोतवाही, अऊ अपन फसल कटवाही, अऊ कतको ले ओह लड़ई के हथियार अऊ रथमन के साजो-सामान बनवाही। \v 13 ओह तुम्हर बेटीमन ला लेके ओमन ले खुसबूवाला इतर अऊ जेवन अऊ रोटी बनवाही। \v 14 ओह तुम्हर सबले बने खेत अऊ अंगूर अऊ जैतून के बारीमन ला लेके अपन सेवकमन ला दे दीही। \v 15 ओह तुम्हर अनाज अऊ अंगूर के फर के दसवां भाग ला लेके अपन अधिकारी अऊ सेवकमन ला दे दीही। \v 16 तुम्हर सेवक-सेविकामन ला, अऊ तुम्हर सबले बने पसु\f + \fr 8:16 \fr*\ft सेप्टाजिन्ट; इबरानी म \ft*\fqa जवान मनखे\fqa*\f* अऊ गदहामन ला लेके अपन उपयोग म लानही। \v 17 ओह तुम्हर भेड़-बकरीमन के दसवां भाग ला ले लीही, अऊ तुमन खुद ओकर गुलाम बन जाहू। \v 18 जब ओ दिन आही, त तुमन अपन ओ चुने हुए राजा ले छुटकारा पाय बर गोहारहू, पर यहोवा ह ओ दिन तुम्हर बात नइं सुनही।” \p \v 19 पर ओ मनखेमन समूएल के बात ला नइं सुनिन। ओमन कहिन, “नइं! हमन अपन बर एक राजा चाहत हन। \v 20 तब जम्मो दूसर देसमन सहीं हमर करा घलो हमर अगुवई करे बर एक राजा होही, जऊन ह आघू-आघू जाही अऊ हमर लड़ई लड़ही।” \p \v 21 जब समूएल ह ओ मनखेमन के कहे जम्मो बात ला सुनिस, त ओह ओ बात ला यहोवा के आघू म बताईस। \v 22 यहोवा ह समूएल ला कहिस, “ओमन के बात ला मानके ओमन बर एक राजा ठहिरा दे।” \p तब समूएल ह इसरायलीमन ला कहिस, “तुमन जम्मो झन अपन-अपन नगर म वापिस जावव।” \c 9 \s1 समूएल ह साऊल के अभिसेक करथे \p \v 1 बिनयामीन के गोत्र म कीस नांव के एक मनखे रिहिस, जऊन ह अबीएल के बेटा रिहिस, अबीएल ह सरोर के बेटा, सरोर ह बकोरत के बेटा अऊ बकोरत ह अपीह के बेटा रिहिस। कीस ह एक बिनयामीनी अऊ इज्जतदार मनखे रिहिस। \v 2 ओकर साऊल नांव के एक जवान बेटा रिहिस, जऊन ह सुन्दर रिहिस, अऊ इसरायलीमन म कोनो ओकर ले बढ़के सुन्दर नइं रिहिन; ओह अतेक ऊंच रिहिस कि आने मनखेमन ओकर कंधा तक ही आवत रिहिन। \p \v 3 एक दिन साऊल के ददा कीस के गदहामन गंवा गीन, त कीस ह अपन बेटा साऊल ले कहिस, “एक सेवक ला अपन संग म ले जा अऊ गदहामन ला खोजके लान।” \v 4 तब ओह एपरैम के पहाड़ी देस अऊ सलीसा के इलाका म होवत गीस, पर ओमन ला गदहामन नइं मिलिन। तब ओमन सालीम जिला म गीन, पर गदहामन उहां घलो नइं रिहिन। तब ओमन बिनयामीन के इलाका म होवत गीन, पर गदहामन नइं मिलिन। \p \v 5 जब ओमन सूप जिला म हबरिन, त साऊल ह अपन संग के सेवक ला कहिस, “आ, हमन वापिस चलन, नइं तो मोर ददा ह गदहामन के चिंता ला छोंड़के हमर चिंता करे लगही।” \p \v 6 पर सेवक ह कहिस, “देख, ये नगर म परमेसर के एक जन हवय, जेह बहुंत आदर योग्य अय, अऊ जऊन भी बात ओह कहिथे, ओह सच हो जाथे। आ, हमन उहां चलबो, हो सकत हे कि ओह हमन ला रद्दा बतावय कि हमन ला कते डहार जाना हे।” \p \v 7 साऊल ह अपन सेवक ले कहिस, “यदि हमन ओ मनखे करा जाबो, त ओकर बर का लेके जाबो? हमर झोलामन के जेवन ह खतम हो गे हवय। परमेसर के ओ जन ला देय बर हमर करा भेंट के लईक कोनो चीज नइं ए। हमर करा का हवय?” \p \v 8 सेवक ह साऊल ला फेर जबाब दीस, “देख, मोर करा चांदी के एक चौथाई सेकेल\f + \fr 9:8 \fr*\ft लगभग 3 ग्राम\ft*\f* हवय। मेंह येला परमेसर के ओ जन ला दे दूहूं ताकि ओह हमन ला बतावय कि कोन डहार म जाना हे।” \v 9 (पुराना जमाना म इसरायल म, जब कोनो मनखे परमेसर ले कुछू पुछे बर जावय, त ओह कहय, “आ, हमन अगम-दरसी करा चलबो,” काबरकि आज के अगमजानी ला पहिली अगम-दरसी कहे जावत रिहिस।) \p \v 10 तब साऊल ह अपन सेवक ला कहिस, “तेंह सही कहत हस, आ, हमन चलन।” अऊ ओमन ओ नगर ला चलिन, जिहां परमेसर के जन रिहिस। \p \v 11 जब ओमन ओ नगर म जाय बर पठार ला चघत रिहिन, त ओमन ला कुछू जवान माईलोगनमन मिलिन, जऊन मन पानी भरे बर निकले रिहिन, अऊ ओमन ओ माईलोगनमन ले पुछिन, “का अगम-दरसी इहां हवय?” \p \v 12 ओमन जबाब दीन, “हवय, ओह तुम्हर आघू कोति हवय। अब जल्दी करव; ओह आज ही हमर नगर म आय हवय, काबरकि मनखेमन ऊंचहा जगह म बलिदान करत हवंय। \v 13 जइसने ही तुमन नगर म हबरहू, वइसने ही ओह तुमन ला ऊंचहा जगह म जेवन करे बर जाय के पहिले मिलही। मनखेमन खाय के सुरू नइं करंय, जब तक ओह नइं आ जाही, काबरकि बलिदान ला ओकर आसीस देना जरूरी अय; ओकर पाछू नेवताहारी मनखेमन खाथें। एकरसेति तुमन अभी ऊपर जावव; इही बेरा म ओह तुमन ला मिलही।” \p \v 14 ओमन ऊपर नगर म गीन अऊ जब ओमन नगर के भीतर हबरिन, त समूएल ह ऊंचहा जगह ला जाय बर ओमन कोति आवत रहय। \p \v 15 साऊल के आय के एक दिन पहिली, यहोवा ह समूएल ला ये बता दे रिहिस: \v 16 “कल लगभग अतकेच बेरा, मेंह तोर करा बिनयामीन के देस ले एक मनखे ला पठोहूं। ओला तेंह मोर इसरायली मनखेमन के ऊपर सासन करइया के रूप म अभिसेक करबे; ओह मोर मनखेमन ला पलिस्तीमन के हांथ ले बचाही। मेंह अपन मनखेमन ऊपर किरपा-दिरिस्टी करे हवंव, काबरकि मदद बर ओमन के रोवई ह मोर करा हबरे हवय।” \p \v 17 जब समूएल के नजर साऊल ऊपर पड़िस, त यहोवा ह ओला कहिस, “येहीच ह ओ मनखे अय, जेकर बारे म मेंह तोला बताय रहेंव; ओह मोर मनखेमन ऊपर राज करही।” \p \v 18 साऊल ह दुवार के लकठा म समूएल करा जाके पुछिस, “किरपा करके मोला बता कि अगम-दरसी के घर कहां हवय?” \p \v 19 समूएल ह कहिस, “मेंह अगम-दरसी अंव; तें मोर ले आघू ऊपर ऊंचहा जगह म जा, काबरकि आज तें मोर संग जेवन करबे, अऊ जऊन कुछू तोर मन म हवय, बिहनियां ओ जम्मो बात तोला बताके बिदा करहूं। \v 20 अऊ तोर जऊन गदहामन तीन दिन पहिली गंवा गे रिहिन, ओमन के चिंता झन कर; ओमन मिल गे हवंय। अऊ कोन ए, जेला इसरायल के जम्मो मनखेमन चाहथें, का येह तें अऊ तोर जम्मो घराना नो हय?” \p \v 21 साऊल ह जबाब दीस, “का मेंह इसरायल के सबले छोटे गोत्र के एक बिनयामीनी नो हंव, अऊ का मोर कुल ह बिनयामीन के गोत्र के जम्मो कुलमन म ले छोटे नो हय? तेंह मोला अइसन बात काबर कहत हस?” \p \v 22 तब समूएल ह साऊल अऊ ओकर सेवक ला ओ बड़े कोठरी म ले आईस अऊ नेवताहारीमन के खास जगह म बईठा दीस—करीब तीस जन नेवताहारी उहां रिहिन। \v 23 फेर समूएल ह रसोइया ला कहिस, “ओ मांस के टुकड़ा ला लान, जऊन ला मेंह तोला देके अलग रखे बर कहे रहेंव।” \p \v 24 त रसोइया ह मांस समेत जांघ ला उठाके साऊल के आघू म मढ़ा दीस। तब समूएल ह कहिस, “येह ओ चीज अय, जऊन ला तोर बर रखे गे रिहिस। खा, काबरकि येह ओ समय ले तोर बर इही ठहिराय बेरा सेति अलग रखे गे रिहिस, जब मेंह कहे रहेंव, ‘मेंह पहुनामन ला नेवता दे हवंव।’ ” अऊ साऊल ह ओ दिन समूएल के संग जेवन करिस। \p \v 25 जब ओमन ऊंचहा जगह ले उतरके नगर म आ गीन, त समूएल ह अपन घर के छानी म साऊल के संग गोठियाईस। \v 26 ओमन दूसर दिन बड़े बिहनियां सुतके उठिन, अऊ समूएल ह साऊल ला छानी म बलाके कहिस, “तियार हो जा, मेंह तोला बिदा करहूं।” जब साऊल ह तियार हो गीस, त ओह अऊ समूएल एक संग बाहिर निकलिन। \v 27 जब ओमन खाल्हे नगर के तीर मेर जावत रिहिन, त समूएल ह साऊल ला कहिस, “अपन सेवक ला कह कि ओह हमर ले आघू जावय”—अऊ सेवक ह आघू चल दीस—“पर तें कुछू समय तक इहां रूक, ताकि मेंह तोला परमेसर के एक संदेस सुनावंव।” \c 10 \p \v 1 तब समूएल ह एक कुप्पी म तेल लेके साऊल के मुड़ म रितोईस अऊ ओला चूमके कहिस, “का यहोवा ह अपन मनखे इसरायलीमन ऊपर परधान होय बर तोर अभिसेक नइं करे हवय? \v 2 आज जब तेंह मोर करा ले जाबे, त राहेल के कबर के लकठा म, बिनयामीन के देस के सीमना ऊपर सेलसह सहर म तोला दू झन मिलहीं अऊ ओमन तोला कहिहीं, ‘जऊन गदहामन ला तेंह खोजे बर गे रहय, ओमन मिल गे हवंय। अऊ अब तोर ददा ह गदहामन के चिंता छोंड़के तोर चिंता करत हवय। ओह पुछत हे, “मेंह अपन बेटा बर का करंव?” ’ \p \v 3 “फेर उहां ले, तें आघू बढ़बे अऊ ताबोर के बड़े रूख करा हबरबे, तब तीन झन परमेसर के अराधना करे बर बेतेल सहर जावत उहां तोला मिलहीं। ओमा के एक झन ह तीन ठन छेरी-पीला, दूसर ह तीन ठन रोटी, अऊ तीसर ह चाम के बोतल म अंगूर के मंद धरे होही। \v 4 ओमन तोर कुसल-मंगल पुछे के बाद तोला दू ठन रोटी दीहीं, अऊ तेंह ओला ओमन करा ले स्वीकार करबे। \p \v 5 “ओकर बाद, तेंह परमेसर के गिबा म जाबे, जिहां पलिस्तीमन के एक चउकी हवय। अऊ जब तेंह उहां नगर म हबरबे, त तोला अगमजानीमन के एक दल ऊंचहा जगह ले उतरत मिलही, अऊ ओमन के आघू म सितार, डफली, बांसुरी अऊ बीना बजत होही; अऊ ओमन अगमबानी करत होहीं। \v 6 तब यहोवा के आतमा तोर ऊपर बल से उतरही, अऊ तेंह ओमन के संग अगमबानी करबे, अऊ तेंह बदलके एक अलग मनखे बन जाबे। \v 7 जब ये चिनहांमन पूरा हो जाहीं, तब तोला जऊन काम करे बर मिलथे, ओला कर, काबरकि परमेसर ह तोर संग हवय। \p \v 8 “तें मोर ले आघू गिलगाल नगर ला जा। मेंह होम-बलिदान अऊ मेल-बलिदान चघाय बर तोर करा खाल्हे जरूर आहूं, पर तें सात दिन तक मोर रसता देखत रहिबे, जब तक कि मेंह आके तोला नइं बतावंव कि तोला का करना हे।” \s1 साऊल ला राजा बनाय जाथे \p \v 9 जब साऊल ह समूएल करा ले जाय बर मुड़िस, त परमेसर ह साऊल के मन ला बदल दीस, अऊ ओ जम्मो चिनहांमन ओहीच दिन पूरा होईन। \v 10 जब ओ अऊ ओकर सेवक गिबा करा हबरिन, त अगमजानीमन के एक दल ओला मिलिस; अऊ परमेसर के आतमा ओकर ऊपर बल से उतरिस, अऊ ओह ओमन के संग अगमबानी करे लगिस। \v 11 जब ओ जम्मो, जऊन मन ओला पहिली ले जानत रिहिन, ये देखिन कि ओह अगमजानीमन के संग अगमबानी करत हवय, त ओमन आपस म कहन लगिन, “कीस के बेटा ला ये का हो गे हे? का साऊल घलो अगमजानीमन म ले एक झन अय?” \p \v 12 उहां के रहइया एक मनखे ह जबाब दीस, “अऊ कोन ह ओमन के ददा अय?” एकरसेति येह एक अनमोल बानी बन गीस, “का साऊल घलो अगमजानीमन म ले एक झन अय?” \v 13 साऊल ह अगमबानी करे के बाद, ऊंचहा जगह म चल दीस। \p \v 14 तब साऊल के कका ह ओकर अऊ ओकर सेवक ले पुछिस, “तुमन कहां चले गे रहेव?” \p साऊल ह कहिस, “हमन तो गदहामन ला खोजे बर गे रहेंन, पर जब हमन ला गदहामन नइं मिलिन, त हमन समूएल करा गेंन।” \p \v 15 साऊल के कका ह कहिस, “मोला बता कि समूएल ह तोला का कहिस।” \p \v 16 साऊल ह अपन कका ले कहिस, “ओह हमन ला बिसवास देवाके कहिस कि गदहामन मिल गे हवंय।” पर समूएल ह ओकर राजा बने के बारे म जऊन बात कहे रिहिस, ओह ओ बात अपन कका ला नइं बताईस। \p \v 17 तब समूएल ह इसरायल के मनखेमन ला मिसपा म यहोवा करा बलाईस \v 18 अऊ ओमन ला कहिस, “यहोवा, इसरायल के परमेसर ह अइसने कहत हे: ‘मेंह इसरायल ला मिसर देस ले निकाल लानेंव, अऊ मेंह तुमन ला मिसर के हांथ ले, अऊ ओ जम्मो राजमन के हांथ ले छोंड़ांय, जऊन मन तुम्हर ऊपर अतियाचार करत रिहिन।’ \v 19 पर तुमन अब अपन परमेसर ला तियाग दे हवव, जऊन ह तुमन ला तुम्हर जम्मो बिपत्ति अऊ संकट म बचाथे। अऊ तुमन कहे हवव, ‘हमर ऊपर एक राजा ठहिरा दे।’ एकरसेति, अब तुमन अपन-अपन गोत्र अऊ कुल के मुताबिक यहोवा के आघू म ठाढ़ हो जावव।” \p \v 20 जब समूएल ह जम्मो इसरायल ला गोत्रमन के मुताबिक आघू म ले आईस, त बिनयामीन के गोत्र म चिट्ठी निकलिस। \v 21 तब ओह बिनयामीन के गोत्र ला कुल-कुल करके आघू म लानिस, अऊ चिट्ठी ह मतरी के कुल म निकलिस। आखिर म चिट्ठी ह कीस के बेटा साऊल के नांव म निकलिस। पर जब ओमन ओला खोजिन, त ओह नइं मिलिस। \v 22 एकरसेति ओमन फेर यहोवा ले पुछिन, “का ओ मनखे ह इहां आ गे हवय?” \p अऊ यहोवा ह कहिस, “हव, ओह अपनआप ला सामान के बीच म लुकाय हवय।” \p \v 23 तब ओमन दऊड़के गीन अऊ ओला बाहिर निकालिन, अऊ जब ओह मनखेमन के बीच म ठाढ़ होईस, त ओह अतेक ऊंचहा रिहिस कि आने जम्मो मनखेमन ओकर कंधा तक आवत रिहिन। \v 24 समूएल ह जम्मो मनखेमन ला कहिस, “का तुमन यहोवा के चुने मनखे ला देखत हव? जम्मो मनखे म ओकर सहीं अऊ कोनो नइं एं?” \p तब मनखेमन चिचियाके कहिन, “राजा चिरंजीव रहय!” \p \v 25 तब समूएल ह मनखेमन ला राजपद के अधिकार अऊ काममन के बारे म बताईस। ओह ओमन ला एक ठन चामपट्टी म लिखके यहोवा के आघू म रख दीस। तब समूएल ह जम्मो मनखेमन ला अपन-अपन घर जाय बर बिदा करिस। \p \v 26 साऊल घलो अपन घर गिबा ला चल दीस, अऊ ओकर संग साहसी मनखेमन के एक दल घलो गीस, जेमन के मन ला परमेसर ह उभारे रिहिस। \v 27 पर कुछू दुस्ट मनखेमन कहिन, “ये मनखे ह हमन ला कइसे बचाही?” ओमन ओला तुछ जानिन अऊ ओकर करा भेंट नइं लानिन। पर साऊल ह चुपेचाप रिहिस। \c 11 \s1 साऊल ह याबेस सहर ला बचाथे \p \v 1 तब अमोनी राज के नाहास ह चढ़ई करके गिलाद के याबेस सहर के बिरूध म डेरा डालिस। अऊ याबेस के जम्मो मनखेमन नाहास ला कहिन, “हमर संग एक करार कर, अऊ हमन तोर अधीन म रहिबो।” \p \v 2 पर अमोनी नाहास ह ओमन ले कहिस, “मेंह तुमन ले एक सर्त म करार करहूं कि मेंह तुमन जम्मो झन के जेउनी आंखी ला फोरे के दुवारा जम्मो इसरायल ला कलंकित करहूं।” \p \v 3 याबेस के अगुवामन ओला कहिन, “हमन ला सात दिन के मोहलत दे ताकि हमन जम्मो इसरायल म दूतमन ला पठो सकन; यदि हमन ला कोनो बचानेवाला नइं मिलही, त हमन तोर अधीन हो जाबो।” \p \v 4 जब दूतमन साऊल के गिबा म आके मनखेमन ला ये सर्त के बारे म बताईन, त ओ जम्मो झन चिचिया-चिचियाके रोईन। \v 5 ओतेक बेरा साऊल ह बईलामन के पाछू-पाछू खेत ले आवत रहय; अऊ साऊल ह पुछिस, “मनखेमन ला का होईस कि ओमन रोवत हवंय?” तब ओमन याबेस के मनखेमन के कहे बात ओला सुनाईन। \p \v 6 ये खबर सुनत ही साऊल ऊपर परमेसर के आतमा बल से उतरिस, अऊ ओकर गुस्सा ह भड़क गीस। \v 7 ओह एक जोड़ी बईला ला लेके ओमन ला काटके कुटा-कुटा करिस, अऊ ये कहिके दूतमन के हांथ म इसरायल के जम्मो देस म दूतमन ला पठोईस, “जऊन कोनो साऊल अऊ समूएल के पाछू नइं चलही, ओकर बईलामन के संग घलो अइसने ही करे जाही।” तब यहोवा के आतंक मनखेमन ऊपर फईल गीस अऊ ओमन एक मन होके निकल आईन। \v 8 तब साऊल ह ओमन ला बेजेक म गनिस, अऊ इसरायल के मनखेमन तीन लाख अऊ यहूदा के मनखेमन तीस हजार होईन। \p \v 9 ओमन, जऊन दूतमन उहां आय रिहिन, ओमन ला कहिन, “तुमन गिलाद म याबेस के मनखेमन ला कहव, ‘कल घाम बाढ़े के बेरा, तुमन के छुटकारा होही।’ ” जब दूतमन जाके याबेस के मनखेमन ला ये बात बताईन, त ओमन खुस होईन। \v 10 याबेस के मनखेमन अमोनी मनखेमन ला कहिन, “कल हमन अपनआप ला तुम्हर अधीन कर देबो, अऊ तब तुमन हमर संग जो चाहव, ओ कर सकत हव।” \p \v 11 ओकर दूसर दिन साऊल ह अपन मनखेमन के तीन ठन दल बनाईस; अऊ रथिया के आखिरी पहर म, ओमन अमोनीमन के डेरा म हमाईन अऊ घाम के बाढ़त तक ओमन के कतल करत गीन। जऊन मन बांचके निकल गीन, ओमन अइसने तितिर-बितिर होईन कि ओमन के दू झन एक संग कोनो मेर नइं बांचिन। \s1 साऊल के राजा के रूप म पुस्टि होथे \p \v 12 तब मनखेमन समूएल ला कहिन, “जऊन मनखेमन कहे रिहिन, ‘का साऊल हमर ऊपर राज करही?’ ओमन ला हमर हांथ म सऊंप दे कि हमन ओमन ला मार डारन।” \p \v 13 पर साऊल ह कहिस, “आज के दिन कोनो घलो मारे नइं जावय, काबरकि आज यहोवा ह इसरायलीमन ला छुटकारा दे हवय।” \p \v 14 तब समूएल ह मनखेमन ला कहिस, “आवव, हमन गिलगाल ला जावन अऊ उहां राजपद ला नवां तरीका ले स्थापित करन।” \v 15 एकरसेति जम्मो मनखेमन गिलगाल ला गीन अऊ उहां यहोवा के आघू म साऊल ला राजा बनाईन। उहां ओमन यहोवा ला मेल-बलिदान चघाईन, अऊ साऊल अऊ जम्मो इसरायलीमन एक बड़े उत्सव करिन। \c 12 \s1 समूएल के बिदाई संदेस \p \v 1 समूएल ह जम्मो इसरायलीमन ला कहिस, “जऊन कुछू तुमन मोर ले कहेव, ओ जम्मो बात ला मेंह सुनेंव अऊ तुम्हर ऊपर एक राजा ठहिरांय। \v 2 अब तुम्हर करा तुम्हर अगुवा के रूप म एक राजा हवय। अब मेंह, डोकरा हो गे हवंव अऊ मोर चुंदीमन पाक गे हवंय, अऊ मोर बेटामन इहां तुम्हर संग हवंय। मेंह अपन लड़कपन ले लेके आज तक तुम्हर अगुवा रहे हंव। \v 3 इहां में ठाढ़े हंव। तुमन यहोवा अऊ ओकर अभिसिक्त राजा के आघू म मोर बिरूध गवाही देवव। मेंह काकर बईला ला ले लेय हंव? या काकर गदहा ला ले लेय हंव? या काकर ऊपर अंधेर करे हंव? या कोन ला सताय हंव? या काकर हांथ ले अपन आंखी ला बंद करे बर घूस ले हंव? कहूं मेंह येमा के कोनो चीज करे हवंव, त बतावव; मेंह ओकर भरती दूहूं?” \p \v 4 ओमन कहिन, “तेंह न तो हमर ऊपर अंधेर करे हस अऊ न ही हमन ला सताय हस। अऊ न ही काकरो हांथ ले कुछू घूस ले हस।” \p \v 5 समूएल ह ओमन ला कहिस, “आज के दिन यहोवा गवाह हवय, अऊ ओकर अभिसिक्त राजा घलो ये बात के गवाह हवय कि तुमन ला मोर बिरूध म कुछू नइं मिलिस।” \p ओमन कहिन, “हव, ओह गवाह हवय।” \p \v 6 तब समूएल ह मनखेमन ला कहिस, “येह यहोवा ए, जऊन ह मूसा अऊ हारून ला ठहिराईस अऊ तुम्हर पुरखामन ला मिसर देस ले निकालके लानिस। \v 7 अब तुमन इहां ठाढ़े रहव, काबरकि मेंह यहोवा के आघू म ओकर ओ जम्मो धरमी काममन के बारे म तुमन ला बताहूं, जेला ओह तुम्हर अऊ तुम्हर पुरखामन के संग करे हवय। \p \v 8 “याकूब के मिसर म जाय के बाद, तुम्हर पुरखामन यहोवा ले मदद बर गोहार लगाईन, अऊ यहोवा ह मूसा अऊ हारून ला पठोईस, जऊन मन तुम्हर पुरखामन ला मिसर ले निकालके लानिन अऊ ये जगह म बसाईन। \p \v 9 “पर ओमन यहोवा अपन परमेसर ला भुला गीन; एकरसेति ओह ओमन ला हासोर सहर के सेनापति सीसरा, अऊ पलिस्तीमन अऊ मोआब के राजा के अधीन कर दीस; अऊ येमन ओमन के संग लड़िन। \v 10 तब तुम्हर पुरखामन यहोवा ला गोहार पारके कहिन, ‘हमन पाप करे हवन; हमन यहोवा ला तियागके बाल देवता अऊ असतोरेत देवीमन के सेवा करे हवन; पर अब तेंह हमन ला हमर बईरीमन के हांथ ले छोंड़ा, अऊ हमन तोर सेवा करबो।’ \v 11 तब यहोवा ह यरूब्बाल,\f + \fr 12:11 \fr*\fq यरूब्बाल \fq*\ft ला \ft*\fqa गिदोन घलो कहे जाथे\fqa*\f* बाराक,\f + \fr 12:11 \fr*\ft कुछू हस्तलिपि म \ft*\fqa बेदान\fqa*\f* यिप्तह अऊ समूएल\f + \fr 12:11 \fr*\ft इबरानी; कुछू हस्तलिपि म \ft*\fqa सिमसोन\fqa*\f* ला पठोईस अऊ तुमन ला तुम्हर चारों कोति के बईरीमन के हांथ ले छोंड़ाईस, जेकर ले तुमन निडर रहे लगेव। \p \v 12 “पर जब तुमन देखेव के अमोनीमन के राजा नाहास ह तुम्हर ऊपर चढ़ई करत हवय, त तुमन मोला कहेव, ‘नइं, हमर ऊपर राज करे बर हमन एक राजा चाहत हन’ हालाकि यहोवा तुम्हर परमेसर ह तुम्हर राजा रिहिस। \v 13 अब तुम्हर चुने ओ राजा ह इहां हवय, जेकर बर तुमन मोर ले पराथना करे रहेव; देखव, यहोवा ह तुम्हर ऊपर एक राजा ठहिराय हवय। \v 14 यदि तुमन यहोवा के भय मानथव अऊ ओकर सेवा करथव अऊ ओकर बात मानथव अऊ ओकर बिरोध म बिदरोह नइं करव, अऊ यदि तुमन अऊ ओ राजा, जऊन ह तुम्हर ऊपर राज करथे, दूनों यहोवा तुम्हर परमेसर के पाछू चलथव, त बने बात ए! \v 15 पर यदि तुमन यहोवा के बात नइं मानहू, अऊ ओकर बिरोध म बिदरोह करहू, त फेर जइसने ओकर हांथ तुम्हर पुरखामन के बिरूध म उठे रिहिस, वइसने तुम्हर बिरूध म घलो उठही। \p \v 16 “एकरसेति, अब तुमन ठाढ़े रहव अऊ ये बड़े काम ला देखव, जेला यहोवा ह तुम्हर आंखी के आघू म करइया हवय! \v 17 का अभी गहूं लुवई नइं होवत हे? मेंह यहोवा ले बिनती करहूं कि ओह बादर गरजाय अऊ पानी बरसाय। अऊ तब तुमन जानहू कि एक राजा ला मांगके तुमन यहोवा के नजर म कतेक बड़े खराप काम करे हवव।” \p \v 18 तब समूएल ह यहोवा ले बिनती करिस, अऊ ओहीच दिन यहोवा ह बादर गरजाईस अऊ पानी गिराईस। एकरसेति जम्मो मनखेमन ऊपर यहोवा अऊ समूएल के भय छा गीस। \p \v 19 तब जम्मो मनखेमन समूएल ला कहिन, “यहोवा तोर परमेसर ले अपन सेवकमन बर पराथना कर, ताकि हमन झन मरन, काबरकि हमन एक राजा मांगके अपन जम्मो पाप म एक अऊ बुरई जोड़ ले हवन।” \p \v 20 समूएल ह कहिस, “झन डरव, तुमन ये जम्मो बुरई तो करे हवव; पर अब यहोवा के पाछू चले बर झन छोंड़व, पर अपन पूरा मन से यहोवा के सेवा करव। \v 21 बेकार के मूरतीमन के पाछू झन चलव। ओमन तुम्हर कुछू भलई नइं कर सकंय, अऊ न ही ओमन तुमन ला बचा सकंय, काबरकि ओमन बेकार के चीज अंय। \v 22 यहोवा ह अपन बड़े नांव के खातिर अपन मनखेमन ला नइं छोंड़य, काबरकि यहोवा ह तुमन ला अपन बनाके खुस होईस हे। \v 23 मोर ले ये बात ह दूरिहा रहय कि मेंह तुम्हर बर पराथना नइं करके यहोवा के बिरूध म पाप करंव। अऊ मेंह तुमन ला सिखाहूं कि कोन ह बने अऊ सही रद्दा अय। \v 24 पर जरूरी अय कि तुमन यहोवा के आदर करव अऊ ईमानदारी से अपन पूरा मन सहित ओकर सेवा करव; ये तो सोचव कि ओह तुम्हर बर कतेक बड़े-बड़े काम करे हवय। \v 25 पर तभो ले यदि तुमन बुरई करते रहिहू, त तुमन अऊ तुम्हर राजा दूनों के दूनों नास हो जाहू।” \c 13 \s1 समूएल ह साऊल ला डांटथे \p \v 1 साऊल ह तीस साल के रिहिस जब ओह राजा बनिस, अऊ ओह इसरायल ऊपर बियालीस साल तक राज करिस। \p \v 2 साऊल ह इसरायलीमन ले तीन हजार मनखे ला चुनिस; ओमा के दू हजार साऊल के संग मिकमास सहर म अऊ बेतेल के पहाड़ म रिहिन, अऊ एक हजार योनातन के संग बिनयामीन के गिबा सहर म रिहिन। बाकि मनखेमन ला ओह ओमन के घर वापिस पठो दीस। \p \v 3 तब योनातन ह गिबा म पलिस्तीमन के चउकी ऊपर हमला करिस, अऊ पलिस्तीमन येकर बारे म सुनिन। तब साऊल ह जम्मो देस म तुरही बजवाके ये कहिस, “इबरी मनखेमन सुनंय!” \v 4 अऊ जम्मो इसरायलीमन ये खबर ला सुनिन कि साऊल ह पलिस्तीमन के चउकी ऊपर हमला करे हवय, अऊ पलिस्तीमन इसरायलीमन ले नफरत करत हवंय। अऊ मनखेमन ला गिलगाल म साऊल के संग चले बर बलाय गीस। \p \v 5 पलिस्तीमन इसरायलीमन के संग लड़े बर जूरिन, अऊ ओमन करा तीन हजार\f + \fr 13:5 \fr*\ft कुछू हस्तलिपि म; इबरानी \ft*\fqa तीस हजार\fqa*\f* रथ, छै हजार सारथी, अऊ समुंदर तीर के बालू सहीं अनगिनत सैनिक रहंय। ओमन ऊपर जाके बेत-आवेन के पूरब कोति मिकमास म डेरा डालिन। \v 6 जब इसरायलीमन देखिन कि ओमन संकट म हवंय अऊ ओमन के सेना ह घिर गे हवय, त ओमन खोड़रा अऊ झाड़ीमन म, पथरामन के बीच म, अऊ गड्ढा अऊ पानी के जगहमन म छुपे लगिन। \v 7 अऊ कुछू इबरीमन यरदन नदी पार करके गाद अऊ गिलाद के इलाका म चल दीन। \p पर साऊल ह गिलगाल म ही रह गीस, अऊ ओकर संग के जम्मो सैनिक दलमन डर के मारे कांपत रहंय। \v 8 समूएल के ठहिराय समय, याने कि सात दिन तक साऊल ह इंतजार करिस; पर समूएल ह गिलगाल म नइं आईस, अऊ साऊल के आदमीमन एती-ओती होय लगिन। \v 9 एकरसेति ओह कहिस, “मोर करा होम-बलिदान अऊ मेल-बलिदानमन ला लानव।” अऊ साऊल ह होम-बलिदान चघाईस। \v 10 जइसने ही ओह बलिदान चघाय ला खतम करिस, वइसने ही समूएल ह उहां हबरिस, अऊ साऊल ह ओकर ले भेंट करे बर बाहिर निकलिस। \p \v 11 समूएल ह पुछिस, “तेंह ये का करे हस?” \p साऊल ह कहिस, “जब मेंह देखेंव कि आदमीमन एती-ओती होवत हवंय, अऊ तेंह अपन ठहिराय समय म नइं आय, अऊ पलिस्तीमन मिकमास म जूरत रिहिन, \v 12 त मेंह सोचेंव, ‘पलिस्तीमन गिलगाल म मोर ऊपर आ पड़हीं, अऊ मेंह यहोवा ले मदद बर बिनती घलो नइं करे हवंव।’ एकरसेति दबाव म आके मेंह होम-बलिदान चघांय।” \p \v 13 समूएल ह कहिस, “तेंह मुरूखता के काम करे हस; यहोवा तोर परमेसर ह तोला जऊन हुकूम दे रिहिस, ओला तेंह नइं माने हस; यदि तेंह माने होते, त ओह तोर राज ला इसरायलीमन ऊपर सदा बनाय रखतिस। \v 14 पर अब तोर राज ह इस्थिर नइं रहय; यहोवा ह अपन बर एक अइसने मनखे ला खोज ले हवय, जऊन ह ओकर मन के मुताबिक हवय अऊ ओह ओला अपन मनखेमन ऊपर परधान होय बर ठहिराय हवय, काबरकि तेंह यहोवा के हुकूम ला नइं मानय।” \p \v 15 तब समूएल ह गिलगाल ले चल दीस अऊ बिनयामीन के गिबा म गीस, अऊ साऊल ह अपन संग के मनखेमन के गनती करिस। ओमन करीब छै सौ मनखे रिहिन। \s1 इसरायलीमन बिगर हथियार के \p \v 16 साऊल अऊ ओकर बेटा योनातन अऊ ओमन के संग के मनखेमन बिनयामीन के गिबा म ठहिरे रिहिन, जबकि पलिस्तीमन मिकमास म डेरा डाले रिहिन। \v 17 पलिस्तीमन के डेरा ले हमला करइयामन तीन दल बनाके निकलिन। एक दल ह सूआल देस के तीर म ओपरा सहर कोति गीस, \v 18 दूसर दल ह बेत-होरोन सहर कोति गीस, अऊ तीसर दल ह सुन्ना जगह के सामने सबोईम के घाटी ला धियान नइं देवत सीमना म लगे देस कोति गीस। \p \v 19 इसरायल के जम्मो देस म लोहार कहीं नइं मिलत रिहिन, काबरकि पलिस्तीमन कहे रिहिन, “इबरीमन तलवार या भाला बनावन झन पावंय!” \v 20 एकरसेति जम्मो इसरायलीमन अपन नांगर के फाल, गैंती, टंगिया, अऊ हंसियामन ला धार करवाय बर पलिस्तीमन करा जावंय। \v 21 ओमन नांगर के फाल अऊ गैंती ला धार करवाय के एक सेकेल के दू-तिहाई भाग\f + \fr 13:21 \fr*\ft लगभग 8 ग्राम\ft*\f*, अऊ तिरसूल अऊ टंगिया अऊ तुतारी ला धार करवाय बर एक सेकेल के एक तिहाई भाग\f + \fr 13:21 \fr*\ft लगभग 4 ग्राम\ft*\f* देवत रिहिन। \p \v 22 एकरसेति लड़ई के दिन, साऊल अऊ योनातन के संग के कोनो सैनिक के हांथ म तलवार या भाला नइं रिहिस; सिरिप साऊल अऊ ओकर बेटा योनातन करा तलवार अऊ भाला रिहिस। \s1 योनातन ह पलिस्तीमन ऊपर हमला करथे \p \v 23 पलिस्तीमन के सैनिक के एक दल ह निकलके मिकमास के घाटी म गे रिहिस। \c 14 \nb \v 1 एक दिन साऊल के बेटा योनातन ह हथियार ढोवइया जवान ले कहिस, “आ, हमन ओती पलिस्तीमन के सेना के चउकी करा जाबो।” पर योनातन ह ये बात अपन ददा ला नइं बताईस। \p \v 2 साऊल ह गिबा के सीमना म मिगरोन म अनार के एक रूख के खाल्हे म ठहिरे रिहिस। अऊ ओकर संग म करीब छै सौ आदमी रिहिन, \v 3 ओमन म अहियाह घलो रिहिस, जऊन ह एपोद पहिरे रिहिस। ओह ईकाबोद के भाई अहीतूब के एक बेटा रिहिस; अहीतूब ह पीनहास के बेटा अऊ पीनहास ह ओ एली के बेटा रिहिस, जऊन ह सीलो म यहोवा के पुरोहित रिहिस। पर कोनो नइं जानत रिहिन कि योनातन ह चले गे हवय। \p \v 4 जऊन घाटी ला पार करके योनातन ह पलिस्तीमन के चउकी करा जाय चाहत रिहिस, ओ घाटी के दूनों कोति एक-एक खड़े चट्टान रिहिस; एक चट्टान के नांव बोसेस अऊ दूसर के नांव सेने रिहिस। \v 5 एक चट्टान ह उत्तर कोति मिकमास के आघू, अऊ दूसर चट्टान ह दक्खिन कोति गेबा के आघू म निकले रिहिस। \p \v 6 तब योनातन ह अपन हथियार ढोवइया जवान ला कहिस, “आ, हमन ओ खतनारहित मनखेमन के सेना के चउकी करा जाबो। हो सकथे, यहोवा ह हमर मदद करय। यदि यहोवा ह बचाही, त कोनो रूकावट नइं डाल सकंय, चाहे ओह अब्बड़ मनखेमन के दुवारा बचावय या थोरकन मनखेमन के दुवारा।” \p \v 7 ओकर हथियार ढोवइया ह कहिस, “जइसने तेंह सोचत हस, वइसने कर; चल, मेंह तोर संग अपन मन अऊ आतमा सहित हंव।” \p \v 8 योनातन ह कहिस, “त फेर आ, हमन नाहकके ओमन कोति जाबो कि ओमन हमन ला देखंय। \v 9 यदि पलिस्तीमन हमन ला कहिथें, ‘उहां ठहिरव, जब तक कि हमन तुम्हर करा नइं आ जावन,’ तब हमन रूक जाबो अऊ ओमन करा नइं जाबो। \v 10 पर यदि ओमन कहिथें, ‘हमर करा आवव,’ त हमन ओमन करा ऊपर जाबो, काबरकि ओह हमर बर चिनहां होही कि यहोवा ह ओमन ला हमर हांथ म कर दे हवय।” \p \v 11 तब ओ दूनों अपनआप ला पलिस्तीमन के चउकी के नजर म लानिन। तब पलिस्तीमन कहिन, “देखव! इबरी मनखेमन ओ बिलमन ले निकलके आवत हें, जिहां ओमन लुकाय रिहिन।” \v 12 चउकी के मनखेमन योनातन अऊ ओकर हथियार ढोवइया ला चिचियाके कहिन, “हमर करा आवव अऊ हमन तुमन ला एक पाठ पढ़ाबो।” \p तब योनातन ह अपन हथियार ढोवइया ला कहिस, “मोर पाछू ऊपर आ जा; यहोवा ह ओमन ला इसरायलीमन के हांथ म कर दे हवय।” \p \v 13 योनातन ह अपन हांथ अऊ गोड़ के सहारा लेके ऊपर चघिस, अऊ ओकर हथियार ढोवइया घलो ओकर पाछू-पाछू चघ गीस। पलिस्तीमन योनातन के आघू म गिरत गीन, अऊ ओकर हथियार ढोवइया ओकर पाछू-पाछू ओमन ला मारत गीस। \v 14 ओ पहिली हमला म, योनातन अऊ ओकर हथियार ढोवइया करीब आधा एकड़ जमीन म लगभग बीस मनखे ला मार डारिन। \s1 इसरायलीमन पलिस्तीमन ला लड़ई म हराथें \p \v 15 तब जम्मो सेना म आतंक फईल गीस—जऊन मन डेरा अऊ भांठा म रहंय, अऊ जऊन मन सेना के चउकी अऊ हमला करइया दल म रहंय—अऊ भुइयां ह कांप गीस। ये आतंक ह परमेसर के दुवारा भेजे गे रिहिस। \p \v 16 साऊल के पहरेदारमन बिनयामीन के गिबा म देखिन कि सेना के मनखेमन चारों कोति तितिर-बितिर होवत हवंय। \v 17 त साऊल ह अपन संग के आदमीमन ला कहिस, “सेना के मनखेमन के गनती करके देखव कि कोन ह इहां नइं ए।” जब ओमन गनती करिन, त पाईन कि योनातन अऊ ओकर हथियार ढोवइया उहां नइं रिहिन। \p \v 18 तब साऊल ह अहियाह ला कहिस, “परमेसर के सन्दूक ला लान।” (ओ बेरा परमेसर के सन्दूक ह इसरायलीमन करा रिहिस।) \v 19 जब साऊल ह पुरोहित ले गोठियावत रिहिस, तब पलिस्तीमन के डेरा म हुल्लड़ अऊ बढ़त गीस। एकरसेति साऊल ह पुरोहित ले कहिस, “अपन हांथ ला वापिस खींच ले।” \p \v 20 तब साऊल अऊ ओकर जम्मो मनखेमन जूरिन अऊ लड़ई म गीन। उहां ओमन देखिन कि पलिस्तीमन के बीच म गड़बड़ हो गे रहय, अऊ ओमन एक-दूसर ला तलवार ले घात करत रहंय। \v 21 ओ इबरी जऊन मन पहिली पलिस्तीमन के संग रिहिन, अऊ ओमन के संग ओमन के डेरा म चल दे रिहिन, ओमन आके ओ इसरायलीमन संग मिल गीन, जऊन मन साऊल अऊ योनातन के संग रिहिन। \v 22 जब ओ जम्मो इसरायली, जऊन मन एपरैम के पहाड़ी देस म लुकाय रिहिन, ये सुनिन कि पलिस्तीमन भागत हवंय, त ओमन घलो लड़ई म सामिल होके पलिस्तीमन के पीछा करे म लग गीन। \v 23 ओ दिन, यहोवा ह इसरायलीमन ला बचाईस, अऊ लड़ई ह बेत-आवेन के बाहिर तक चल दीस। \s1 योनातन ह मंधरस खाथे \p \v 24 पर इसरायली मनखेमन ओ दिन दुखी रिहिन, काबरकि साऊल ह मनखेमन ला किरिया खवाके कहे रिहिस, “सरापित होवय ओ मनखे, जऊन ह सांझ होय के पहिली कुछू खावय, या मोर बईरीमन ले बदला लेय के पहिली कुछू खावय!” एकरसेति कोनो घलो मनखे जेवन नइं करिन। \p \v 25 जम्मो सेना ह जंगल भीतर गीस, अऊ उहां भुइयां म मंधरस परे रहय। \v 26 जब ओमन जंगल भीतर गीन, त ओमन देखिन कि मंधरस ह चूहत रहय; तभो ले कोनो ओला नइं खाईस, काबरकि ओमन ला किरिया के डर रहय। \v 27 पर योनातन ह ये बात ला नइं जानत रिहिस कि ओकर ददा ह मनखेमन ला किरिया खवाय हवय, एकरसेति ओह अपन हांथ के लउठी के एक छोर ला मंधरस के छत्ता म बोरिस, अऊ अपन हांथ म मंधरस लेके खाय लगिस, अऊ ओकर आंखी म चमक आ गीस। \v 28 तब सैनिकमन ले एक झन ह ओला कहिस, “तोर ददा ह सेना के मनखेमन ला एक कठोर किरिया खवाके कहे हवय, ‘सरापित होवय ओ मनखे, जऊन ह आज कुछू खावय!’ ओकरे कारन मनखेमन थक गे हवंय।” \p \v 29 योनातन ह कहिस, “मोर ददा ह मनखेमन ला समस्या म डाल दे हवय। देख, मोर आंखी म कइसे चमक आ गीस, जब में ये मंधरस ला थोरकन चिखेंव त। \v 30 कतेक बढ़िया होय रहितिस, यदि मनखेमन अपन बईरीमन ले लूटे चीज म ले कुछू आज खाय रहितिन। का पलिस्तीमन के कतल करई ह अऊ बड़े बात नइं होतिस?” \p \v 31 ओ दिन, इसरायली सेना के मनखेमन पलिस्तीमन ला मिकमास ले लेके अय्यालोन तक मारे के बाद बहुंत थक गीन। \v 32 एकरसेति ओमन लूट के सामान ऊपर टूट पड़िन अऊ भेड़, गाय-बईला अऊ बछरूमन ला लेके भुइयां म मारिन अऊ ओमन ला खून समेत खाईन। \v 33 तब एक मनखे ह साऊल ला बताईस, “देख, मनखेमन खून समेत मांस ला खाके यहोवा के बिरूध म पाप करत हवंय।” \p तब साऊल ह ओमन ले कहिस, “तुमन बिसवासघात करे हवव; तुरते एक बड़े पथरा लुड़का के इहां लानव।” \v 34 फेर साऊल ह कहिस, “मनखेमन के बीच म जाके ओमन ला कहव, ‘हर एक जन अपन-अपन पसु अऊ भेड़मन ला साऊल राजा करा लानय, अऊ इहां ओमन ला मारके खावय। खून समेत मांस ला खाके यहोवा के बिरूध म पाप झन करव।’ ” \p एकरसेति जम्मो मनखेमन ओ रथिया अपन-अपन बईला ला ले जाके उहां मारिन। \v 35 तब साऊल ह यहोवा बर एक बेदी बनाईस; ओह पहिली बार बेदी बनाईस। \p \v 36 तब साऊल ह कहिस, “आवव, हमन खाल्हे जाके रथिया पलिस्तीमन के पीछा करन अऊ बिहान होवत तक ओमन ला लूटन; अऊ ओमन ले एको झन ला घलो जिंदा नइं छोड़न।” \p ओमन कहिन, “जऊन कुछू तोला बने लगय, ओही कर।” \p पर पुरोहित ह कहिस, “आवव, हमन इहां परमेसर ले पुछन।” \p \v 37 एकरसेति साऊल ह परमेसर ले पुछिस, “का में खाल्हे जाके पलिस्तीमन के पीछा करंव? का तेंह ओमन ला इसरायलीमन के हांथ म कर देबे?” पर ओ दिन परमेसर ह ओला जबाब नइं दीस। \p \v 38 एकरसेति साऊल ह कहिस, “सेना के जम्मो अगुवामन इहां आवव, अऊ हमन पता लगाबो कि हमर ले आज का पाप होईस हवय। \v 39 यहोवा जऊन ह इसरायल ला बचाथे, ओकर जिनगी के कसम, अऊ त अऊ यदि मोर बेटा योनातन घलो दोसी पाय जाथे, त निस्चय ओह घलो मार डारे जाही।” पर ओमा के कोनो कुछू नइं कहिस। \p \v 40 तब साऊल ह जम्मो इसरायलीमन ला कहिस, “तुमन एक तरफ ठाढ़ हो जावव; में अऊ मोर बेटा योनातन दूसर तरफ ठाढ़ होबो।” \p ओमन कहिन, “जऊन कुछू तोला बने लगत हे, ओही कर।” \p \v 41 तब साऊल ह यहोवा, इसरायल के परमेसर ले पराथना करिस, “तेंह काबर आज अपन सेवक ला जबाब नइं दे। यदि गलती मोर या मोर बेटा योनातन के अय, त ऊरीम म जबाब दे, पर यदि इसरायल के मनखेमन के गलती अय, त तुम्मीम म जबाब दे।” चिट्ठी ह योनातन अऊ साऊल के नांव म निकलिस, अऊ मनखेमन बांच गीन। \v 42 तब साऊल ह कहिस, “मोर अऊ मोर बेटा योनातन के नांव म चिट्ठी निकालव।” अऊ चिट्ठी योनातन के नांव म निकलिस। \p \v 43 तब साऊल ह योनातन ला कहिस, “मोला बता कि तेंह का करे हस।” \p योनातन ह ओला बताईस, “मेंह अपन लउठी के एक छोर म थोरकन मंधरस लेके चखे हंव। अऊ अब में जरूर मरहूं!” \p \v 44 साऊल ह कहिस, “हे योनातन यदि तेंह नइं मरबे, त परमेसर ह मोर संग अइसने ही करय, बरन एकर ले घलो जादा करय।” \p \v 45 पर मनखेमन साऊल ले कहिन, “का योनातन ला मार डारे जावय, जऊन ह इसरायल बर अइसने बड़े छुटकारा लाने हवय? अइसने कभू झन होवय! यहोवा के जिनगी के कसम, ओकर मुड़ के एक ठन चुंदी घलो भुइयां म गिरन नइं पाही; काबरकि ओह आज परमेसर के मदद ले ये करे हवय।” ये किसम ले मनखेमन योनातन ला बचा लीन, अऊ ओह नइं मारे गीस। \p \v 46 तब साऊल ह पलिस्तीमन के पीछा करई छोंड़ दीस, अऊ ओमन अपन इलाका म चल दीन। \p \v 47 जब साऊल के राज ह इसरायलीमन ऊपर इस्थिर हो गीस, तब ओह अपन चारों कोति के बईरी मोआबी, अमोनी, एदोमी, सोबा के राजामन, अऊ पलिस्तीमन ले लड़िस। जिहां कहूं घलो ओह गीस, हर जगह ओह जय पाईस। \v 48 ओह बीरता से लड़िस अऊ अमालेकीमन ला हराईस, अऊ इसरायलीमन ला ओमन के हांथ ले छोंड़ाईस, जऊन मन ओमन ला लूटे रिहिन। \s1 साऊल के परिवार \p \v 49 साऊल के बेटामन योनातन, इसवी अऊ मलकी-सुआ रिहिन। ओकर बड़े बेटी के नांव मेरब, अऊ छोटे बेटी के नांव मीकल रिहिस। \v 50 साऊल के घरवाली के नांव अहीनोअम रिहिस, जऊन ह अहीमास के बेटी रिहिस। साऊल के सेना के सेनापति के नांव अबनेर रिहिस, जऊन ह नेर के बेटा रिहिस, अऊ नेर ह साऊल के कका रिहिस। \v 51 साऊल के ददा कीस अऊ अबनेर के ददा नेर, दूनों अबीएल के बेटा रिहिन। \p \v 52 साऊल ह अपन जिनगी भर पलिस्तीमन ले भारी लड़ई लड़ते रिहिस, अऊ जब भी साऊल कोनो बलवान अऊ हिम्मती मनखे ला देखय, त ओह ओला अपन सेवा म ले लेवय। \c 15 \s1 यहोवा ह साऊल ला राजा के रूप म अस्वीकार करथे \p \v 1 एक दिन समूएल ह साऊल ला कहिस, “यहोवा ह मोला पठोय रिहिस कि मेंह ओकर मनखे इसरायलीमन ऊपर तोला राजा के रूप म अभिसेक करंव; एकरसेति अब यहोवा के बचन ला सुन ले। \v 2 यहोवा सर्वसक्तिमान ह ये कहत हे: ‘मेंह अमालेकीमन ला ओ काम के सजा दूहूं, जेला ओमन इसरायलीमन के संग करिन कि जब इसरायलीमन मिसर देस ले आवत रिहिन, तब अमालेकीमन घात लगाके ओमन ऊपर हमला करिन। \v 3 एकरसेति अब तें जा अऊ अमालेकीमन ऊपर हमला कर अऊ ओमन के जम्मो चीज ला पूरा नास कर दे। ओमन ला झन छोंड़बे; मनखे, माईलोगन, लइका अऊ दूध पीयत लइका, गाय-बईला, भेड़, ऊंट अऊ गदहा, जम्मो ला मार डार।’ ” \p \v 4 एकरसेति साऊल ह मनखेमन ला बलाके ओमन ला तलाईम सहर म जूरे बर कहिस—उहां ओमन दू लाख पैदल चलइया सैनिक अऊ दस हजार यहूदा के मनखे रिहिन। \v 5 साऊल ह अमालेक सहर म गीस अऊ घाटी म घात लगाके बईठिस। \v 6 तब ओह केनीमन ले कहिस, “इहां ले चले जावव, अमालेकीमन ला छोंड़के चले जावव, ताकि मेंह तुमन ला ओमन के संग नास झन करंव; काबरकि तुमन जम्मो इसरायलीमन ऊपर दया करे रहेव, जब ओमन मिसर देस ले निकलके आवत रिहिन।” एकरसेति केनीमन अमालेकीमन के बीच म ले अलग हट गीन। \p \v 7 तब साऊल ह हवीला के इलाका ले लेके मिसर के पूरब के सीमना के लकठा म सूर तक, अमालेकीमन ऊपर हमला करिस। \v 8 ओह अमालेकीमन के राजा अगाग ला जीयत पकड़िस, अऊ ओकर जम्मो मनखेमन ला तलवार ले नास कर दीस। \v 9 पर साऊल अऊ ओकर सेना ह अगाग अऊ जम्मो बने चीजमन ला नइं मारिन, जइसे कि बने भेड़ अऊ गाय-बईला, मोटहा बछेड़ा अऊ मेढ़ा-पीलामन ला। येमन ला ओमन नास करे बर नइं चाहत रिहिन, पर जऊन चीजमन तुछ अऊ कमजोर रिहिन, ओमन ला साऊल अऊ ओकर सेना ह पूरा नास कर दीस। \p \v 10 तब यहोवा के ये बचन समूएल करा आईस: \v 11 “मेंह साऊल ला राजा बनाके पछतावत हंव, काबरकि ओह मोर पाछू चलना छोंड़ दे हवय अऊ मोर हुकूममन ला नइं मानत हवय।” समूएल ह गुस्सा होईस, अऊ ओ रात भर ओह यहोवा ले गोहार पारिस। \p \v 12 दूसर दिन बड़े बिहनियां समूएल ह उठिस अऊ साऊल ले भेंट करे बर गीस, पर ओला ये बताय गीस, “साऊल ह करमेल नगर ला चल दे हवय। उहां ओह अपन आदर म एक स्मारक बनवाय हवय अऊ लहुंटके खाल्हे गिलगाल चल दे हवय।” \p \v 13 जब समूएल ह साऊल करा हबरिस, त साऊल ह कहिस, “यहोवा ह तोला आसीस देवय! मेंह यहोवा के बचन ला पालन करे हवंव।” \p \v 14 पर समूएल ह कहिस, “तब भेड़मन के ये मिमियाना, जऊन ह मोर कान म पड़त हे, येह का ए? अऊ गाय-बईलामन के रम्भाना, जेला मेंह सुनत हंव, ये का ए?” \p \v 15 साऊल ह जबाब दीस, “सैनिकमन येमन ला अमालेकीमन ले इहां लाने हवंय; ओमन सबले बने भेड़ अऊ गाय-बईलामन ला बचाके रखे हवंय कि ओमन ला यहोवा तोर परमेसर ला बलिदान चघावंय, पर बाकि जम्मो ला हमन पूरा नास कर दे हवन।” \p \v 16 समूएल ह साऊल ला कहिस, “भइगे! बीते रथिया यहोवा ह मोला का कहिस, मेंह तोला बतावत हंव।” \p साऊल ह कहिस, “बता।” \p \v 17 समूएल ह कहिस, “हालाकि एक समय तेंह खुद अपन नजर म छोटे रहय, पर का तें इसरायल के गोत्रमन के मुखिया नइं बन गे? यहोवा ह इसरायल ऊपर राजा के रूप म तोर अभिसेक करिस। \v 18 अऊ यहोवा तोला एक खास काम करे बर ये कहिके पठोईस, ‘जा अऊ ओ दुस्ट अमालेकी मनखेमन ला पूरा नास कर दे; अऊ जब तक ओमन खतम नइं हो जावंय, तब तक ओमन के बिरूध लड़ई करते रह।’ \v 19 त फेर तेंह यहोवा के बात काबर नइं मानय? तेंह काबर लूट के चीजमन ऊपर टूट पड़य अऊ यहोवा के नजर म खराप काम करय?” \p \v 20 तब साऊल ह कहिस, “पर मेंह तो यहोवा के बात ला माने हंव। जऊन खास काम यहोवा ह मोला दे रिहिस, ओला करे बर मेंह गेंव। मेंह अमालेकीमन ला पूरा नास कर देंव अऊ ओमन के राजा अगाग ला वापिस ले आनेंव। \v 21 पर सैनिकमन लूट म ले भेड़ अऊ गाय-बईलामन ला ले लीन, याने कि परमेसर के भक्ति म सबले बने चीजमन, ताकि ओ चीजमन ला गिलगाल म यहोवा तोर परमेसर बर बलिदान चघावंय।” \p \v 22 पर समूएल ह जबाब दीस: \q1 “का यहोवा ह होम-बलिदान अऊ बलिदानमन ले ओतेक खुस होथे \q2 जतेक कि ओकर बात ला माने ले होथे? \q1 हुकूम मनई ह बलिदान चघई ले, \q2 अऊ बात ला धियान देवई ह मेढ़ामन के चरबी ले घलो बने अय। \q1 \v 23 काबरकि बिदरोह करई ह सकुन-बिचार के पाप, \q2 अऊ घमंड करई ह मूरती-पूजा के पाप सहीं अय। \q1 काबरकि तेंह यहोवा के बचन ला नइं मानय, \q2 एकरसेति ओह तोला राजा के रूप म अस्वीकार करे हवय।” \p \v 24 तब साऊल ह समूएल ला कहिस, “मेंह पाप करे हवंव। मेंह यहोवा के हुकूम अऊ तोर बात ला नइं मानेंव। मेंह मनखेमन ले डरके ओमन के बात मानेंव। \v 25 पर अब मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि मोर पाप ला छेमा कर अऊ मोर संग वापिस चल, ताकि मेंह यहोवा के अराधना करंव।” \p \v 26 पर समूएल ह ओला कहिस, “मेंह तोर संग वापिस नइं जावंव। तेंह यहोवा के बचन ला अस्वीकार करय, त यहोवा ह तोला इसरायल के राजा के रूप म अस्वीकार करे हवय।” \p \v 27 जब समूएल ह जाय बर मुड़िस, त साऊल ह ओकर कपड़ा के छोर ला धरिस, अऊ ओह चीरा गीस। \v 28 तब समूएल ह ओला कहिस, “यहोवा ह आज तोर ले इसरायल के राज ला टोर दीस अऊ येला तोर एक परोसी इसरायली ला दे दीस, जऊन ह तोर ले बने हवय। \v 29 जऊन ह इसरायल के महिमामय परमेसर अय, ओह लबारी नइं मारय या अपन मन ला नइं बदलय; काबरकि ओह कोनो मनखे नो हय कि अपन मन ला बदलय।” \p \v 30 साऊल ह बिनती करिस, “मेंह पाप करे हवंव; पर किरपा करके मोर मनखेमन के अगुवामन के आघू म अऊ इसरायल के आघू म मोर आदर कर; मोर संग वापिस चल, ताकि मेंह यहोवा तोर परमेसर के अराधना करंव।” \v 31 एकरसेति समूएल ह साऊल के संग वापिस गीस, अऊ साऊल ह यहोवा के अराधना करिस। \p \v 32 तब समूएल ह कहिस, “अमालेकीमन के राजा अगाग ला मोर करा लान।” \p अगाग ह संकली म बंधाय ओकर करा आईस। अऊ ओह सोचत रिहिस, “निस्चय ही खराप समय ह खतम हो गीस अऊ मेंह मिरतू ले बच गेंव।” \p \v 33 पर समूएल ह कहिस, \q1 “जइसे कि तोर तलवार ह माईलोगनमन ला बिगर लइका के कर दीस, \q2 वइसे ही तोर दाई घलो माईलोगनमन के बीच म बिगर लइका के होही।” \m अऊ समूएल ह अगाग ला गिलगाल म यहोवा के आघू म मार डारिस। \p \v 34 तब समूएल ह अपन घर रामा ला चल दीस, पर साऊल ह अपन नगर गिबा म अपन घर गीस। \v 35 एकर बाद, समूएल ह अपन जिनगी भर फेर कभू साऊल ले भेंट करे बर नइं गीस, हालाकि समूएल ह साऊल बर दुखी होवत रिहिस। अऊ यहोवा ह साऊल ला इसरायल के राजा बनाके पछताईस। \c 16 \s1 समूएल ह दाऊद के अभिसेक करथे \p \v 1 एक दिन यहोवा ह समूएल ला कहिस, “जब मेंह साऊल ला इसरायल के राजा के रूप म अस्वीकार करे हंव, त तें कब तक साऊल बर दुखी होते रहिबे? अपन सींग म तेल भर अऊ चल; मेंह तोला बैतलहम नगर के यिसै करा पठोवत हंव। मेंह ओकर बेटामन ले एक झन ला राजा होय बर चुने हंव।” \p \v 2 पर समूएल ह कहिस, “मेंह कइसे जा सकत हंव? यदि साऊल ह ये बात ला सुनही, त ओह मोला मार डारही।” \p यहोवा ह कहिस, “अपन संग एक बछिया ला ले अऊ कह, ‘मेंह यहोवा करा बलिदान चघाय बर आय हवंव।’ \v 3 बलिदान करे बर यिसै ला घलो नेवता दे, अऊ मेंह तोला बताहूं कि का करना हे। जेला मेंह बताहूं, तेला तें मोर कोति ले अभिसेक करबे।” \p \v 4 समूएल ह वइसने करिस, जइसने यहोवा ह कहिस। जब समूएल ह बैतलहम हबरिस, त ओ नगर के अगुवामन ओकर ले मिलके कांपे लगिन। ओमन पुछिन, “का तें सांत मन से आय हवस?” \p \v 5 समूएल ह कहिस, “हव, सांति मन से; मेंह यहोवा ला बलिदान चघाय बर आय हवंव। तुमन अपनआप ला पबितर करके मोर संग बलिदान चघाय बर आवव।” तब ओह यिसै अऊ ओकर बेटामन ला पबितर करिस अऊ बलिदान चघाय बर ओमन ला नेवता दीस। \p \v 6 जब ओमन आईन, त ओह एलीआब ला देखिस अऊ सोचिस, “निस्चय, ये जो यहोवा के आघू म हवय, ओही ह ओकर अभिसिक्त जन अय।” \p \v 7 पर यहोवा ह समूएल ला कहिस, “ओकर रूप अऊ ओकर कद के ऊंचई के बारे म झन सोच, काबरकि मेंह ओला अस्वीकार करे हंव। यहोवा ह मनखेमन सहीं नइं देखय। मनखेमन तो बाहिरी रूप ला देखथें, पर यहोवा ह मनखे के मन ला देखथे।” \p \v 8 तब यिसै ह अबीनादाब ला बलाईस अऊ ओला समूएल के आघू म पठोईस। पर समूएल ह कहिस, “यहोवा ह येला घलो नइं चुने हवय।” \v 9 यिसै ह तब सम्मा ला पठोईस, पर समूएल ह कहिस, “यहोवा ह येला घलो नइं चुने हवय।” \v 10 ये किसम ले, यिसै ह अपन सात बेटामन ला समूएल के आघू म पठोईस, पर समूएल ह यिसै ला कहिस, “यहोवा ह येमन ला नइं चुने हवय।” \v 11 एकरसेति ओह यिसै ले पुछिस, “का तोर अतकेच बेटामन हवंय?” \p ओह जबाब दीस, “नइं, सबले छोटे ह अभी नइं आय हवय; ओह भेड़मन ला चरावत हे।” \p समूएल ह कहिस, “ओला बलाय बर कोनो ला भेज; जब तक ओह नइं आ जाही, तब तक हमन नइं बईठन।” \p \v 12 तब यिसै ह ओला बलाय बर एक झन ला पठोईस अऊ ओला लाय गीस। ओकर देहें ह दमकत रहय अऊ रूप ह सुघर अऊ सुडौल रहय। \p तब यहोवा ह कहिस, “उठ अऊ ओकर अभिसेक कर; ओह येहीच अय।” \p \v 13 एकरसेति समूएल ह तेल ले भरे सींग ला लीस अऊ ओकर भाईमन के आघू म ओकर अभिसेक करिस, अऊ ओ दिन ले लेके आघू घलो यहोवा के आतमा दाऊद ऊपर बल से उतरे लगिस। समूएल ह तब उठके रामा ला वापिस चल दीस। \s1 दाऊद ह साऊल के सेवा म \p \v 14 यहोवा के आतमा ह साऊल ला छोंड़के चल दीस, अऊ यहोवा कोति ले एक दुस्ट आतमा ओला सताय लगिस। \p \v 15 साऊल के अधिकारीमन ओला कहिन, “देख, परमेसर कोति ले एक दुस्ट आतमा तोला सतावत हवय। \v 16 हमर मालिक ह इहां अपन सेवकमन ला हुकूम देवय कि ओमन कोनो बने बीना बजइया ला खोजके लानंय। जब-जब परमेसर कोति ले दुस्ट आतमा तोर ऊपर आवय, तब-तब ओह बीना बजावय, ताकि तोला बने लगय।” \p \v 17 एकरसेति साऊल ह अपन सहायकमन ला कहिस, “एक बने बीना बजइया ला खोजव अऊ ओला मोर करा लानव।” \p \v 18 तब सेवकमन ले एक झन ह जबाब देवत कहिस, “मेंह बैतलहम के रहइया यिसै के एक बेटा ला देखे हंव, जऊन ह बीना बजाय बर जानथे। ओह एक बहादुर मनखे अऊ योद्धा घलो अय। ओह समझ से गोठियाथे अऊ दिखे म सुघर हवय। अऊ यहोवा ह ओकर संग हवय।” \p \v 19 तब साऊल ह दूतमन के हांथ म यिसै करा ये खबर पठोईस, “अपन बेटा दाऊद ला मोर करा पठो, जऊन ह भेड़मन के संग म हवय।” \v 20 तब यिसै ह रोटी ले लदे एक गदहा, चाम के थैली म अंगूर के मंद अऊ बकरी के पीला लीस अऊ येमन ला अपन बेटा दाऊद के हांथ म साऊल करा पठो दीस। \p \v 21 दाऊद ह साऊल करा आईस अऊ ओकर सेवा म लग गीस। साऊल ह ओला बहुंत पसंद करिस, अऊ दाऊद ह साऊल के एक हथियार ढोवइया बन गीस। \v 22 तब साऊल ह यिसै करा ये खबर पठोईस, “दाऊद ला मोर सेवा म रहन दे, काबरकि मेंह ओकर ले खुस हवंव।” \p \v 23 जब भी परमेसर कोति ले साऊल ऊपर आतमा आवय, तब दाऊद ह अपन बीना ला लेके बजावय। तब साऊल ला अराम मिलय, ओला बने लगय, अऊ ओ दुस्ट आतमा ह ओला छोंड़ देवय। \c 17 \s1 दाऊद अऊ गोलियत \p \v 1 एक दिन पलिस्तीमन लड़ई बर अपन सेना ला इकट्ठा करिन अऊ ओमन यहूदा देस के सोको नगर म जूरिन। ओमन सोको अऊ अजेका के बीच एपेस दम्मीम म डेरा डालिन। \v 2 साऊल अऊ इसरायलीमन घलो इकट्ठा होके एला नांव के घाटी म डेरा डालिन अऊ लड़ई बर पलिस्तीमन के बिरूध म पांति बांधिन। \v 3 पलिस्तीमन एक तरफ के पहाड़ी म अऊ इसरायलीमन दूसर तरफ के पहाड़ी म रहंय, अऊ ओमन के बीच म घाटी रहय। \p \v 4 तब पलिस्तीमन के छावनी ले गोलियत नांव के एक बीर ह निकलिस, जऊन ह गत नगर के रिहिस। ओकर ऊंचई छै क्यूबीट अऊ एक स्पान रिहिस।\f + \fr 17:4 \fr*\ft लगभग 9 फीट 9 ईंच\ft*\f* \v 5 ओकर मुड़ म पीतल के टोप रहय अऊ ओह एक पीतल के परत चढ़े झिलम पहिरे रिहिस, जेकर वजन पांच हजार सेकेल\f + \fr 17:5 \fr*\ft लगभग 58 किलोग्राम\ft*\f* रिहिस; \v 6 ओकर गोड़मन म पीतल के कवच रहय, अऊ ओकर पीठ म बरछी लटकत रहय। \v 7 ओकर भाला ह बुनकर के डोंगी सहीं रहय अऊ ओ भाला के लोहा के फाल के वजन छै सौ सेकेल\f + \fr 17:7 \fr*\ft लगभग 7 किलोग्राम\ft*\f* रहय, अऊ ओकर ढाल ला लेके एक झन ओकर आघू-आघू चलत रहय। \p \v 8 गोलियत ठाढ़ होईस अऊ इसरायली पांति के सैनिकमन ला चिचियाके कहिस, “तुमन इहां आके लड़ई बर काबर दल बांधे हव? का मेंह एक पलिस्ती नो हंव, अऊ तुमन साऊल के सेवक नो हव? तुमन अपन म ले एक झन ला चुनव अऊ ओला मोर करा आवन दव। \v 9 यदि ओह मोर ले लड़के मोला मार डारही, त हमन तुम्हर अधीन हो जाबो; पर यदि मेंह ओकर ऊपर जय पाके ओला मार डारंव, त फेर तुमन ला हमर अधीन होके हमर सेवा करना पड़ही।” \v 10 फेर ओ पलिस्ती ह कहिस, “मेंह आज इसरायली सेना ला ललकारत हंव! एक मनखे ला मोर करा पठोवव कि में ओकर संग लड़ंव।” \v 11 ओ पलिस्ती के बात ला सुनके साऊल अऊ जम्मो इसरायलीमन चिंतित होके बहुंत डरा गीन। \p \v 12 दाऊद ह यहूदा के बैतलहम नगर के ओ एपराती मनखे के बेटा रिहिस, जेकर नांव यिसै रिहिस। यिसै के आठ झन बेटा रिहिन अऊ ओह साऊल के समय म बहुंत डोकरा हो गे रिहिस। \v 13 यिसै के तीन बड़े बेटामन साऊल के पाछू होके लड़ई म गे रिहिन। ओकर पहिलांत बेटा एलीआब, दूसरा अबीनादाब, अऊ तीसरा सम्मा रिहिस। \v 14 दाऊद ह सबले छोटे रिहिस; तीनों बड़े बेटामन साऊल के सेना म सामिल हो गे रिहिन, \v 15 पर दाऊद ह साऊल मेर ले आ-जाके बैतलहम म अपन ददा के भेड़मन ला चरात रिहिस। \p \v 16 ओ पलिस्ती ह चालीस दिन तक बिहनियां अऊ सांझ के बेरा इसरायली सेना के आघू म जाके ठाढ़ होय करत रिहिस। \p \v 17 एक दिन यिसै ह अपन बेटा दाऊद ला कहिस, “ये एपा\f + \fr 17:17 \fr*\ft लगभग 16 किलोग्राम\ft*\f* भर भूंजे अनाज अऊ दस ठन रोटी अपन भाईमन बर छावनी म जल्दी लेके जा। \v 18 अपन संग म पनीर के ये दस टिकिया ओमन के दल के सेनापति बर ले जा, अऊ तोर भाईमन कइसे हवंय, देखबे अऊ ओमन ले कुछू चिनहां लेके आबे। \v 19 साऊल अऊ तोर भाई अऊ जम्मो इसरायली मनखेमन एला नांव के घाटी म पलिस्तीमन ले लड़त हवंय।” \p \v 20 बड़े बिहनियां दाऊद ह उठिस अऊ भेड़-बकरीमन ला एक चरवाहा के हांथ म कर दीस अऊ अपन ददा यिसै के हुकूम के मुताबिक सामानमन ला लादके चल दीस। जब सेना ह निकलके लड़ई करे बर चिचियावत लड़ई के जगह म जावत रिहिस, तभे दाऊद ह छावनी म हबरिस। \v 21 तब इसरायली अऊ पलिस्तीमन एक-दूसर के आमने-सामने लड़ई बर पांति बांधत रिहिन। \v 22 दाऊद ह अपन सामान ला सामान के रखवार के हांथ म छोंड़के लड़ई के पांति करा दऊड़के गीस अऊ अपन भाईमन ले ओमन के हालचाल पुछे लगिस। \v 23 जब ओह ओमन के संग गोठियावत रिहिस, तभे गत के रहइया ओ पलिस्ती बीर, गोलियत अपन पांति म ले आघू आईस अऊ पहिले के सहीं लड़ई बर चिचियाय लगिस, अऊ दाऊद ह ओला सुनिस। \v 24 जब भी इसरायलीमन ओ मनखे ला देखंय, त ओ जम्मो झन डर के मारे ओकर करा ले भाग जावंय। \p \v 25 इसरायलीमन एक-दूसर ला कहत रिहिन, “का तुमन देखत हव कि ओ मनखे ह कइसे बार-बार निकलके आथे? ओह इसरायलीमन ला ललकारे बर आथे। जऊन कोनो ये मनखे ला मार डारही, ओला राजा ह बहुंत धन दीही। ओह अपन बेटी के बिहाव घलो ओकर संग कर दीही अऊ ओकर परिवार ला इसरायल के कर पटाना घलो नइं पड़ही।” \p \v 26 तब दाऊद ह अपन लकठा म खड़े सैनिकमन ले पुछिस, “ओ मनखे बर का करे जाही, जऊन ह ये पलिस्ती ला मारके इसरायल ले ये बेजत्ती ला दूर करही? ये खतनारहित पलिस्ती कोन ए कि जीयत परमेसर के सेना ला ललकारे?” \p \v 27 ओमन ओला ओहीच बात फेर बता दीन अऊ ओला जबाब दीन, “जऊन कोनो गोलियत ला मारही, ओकर बर अइसने करे जाही।” \p \v 28 जब दाऊद के सबले बड़े भाई, एलीआब ह ओला सैनिकमन ले गोठियावत सुनिस, त ओह दाऊद ऊपर अब्बड़ गुस्सा होईस अऊ ओकर ले पुछिस, “तें इहां काबर आय हवस? अऊ सुन्ना जगह म ओ थोरकन भेड़मन ला तेंह काकर करा छोंड़े हवस? मेंह जानत हंव कि तेंह कतेक घमंडी अस अऊ तोर मन म कतेक बुरई हवय; तेंह इहां सिरिप लड़ई देखे बर आय हवस।” \p \v 29 दाऊद ह कहिस, “अब मेंह का करे हंव? का मेंह बात भी नइं कर सकंव।” \v 30 तब दाऊद ह ओकर ले मुड़के आने सैनिक करा गीस अऊ ओहीच बात पुछे लगिस, अऊ मनखेमन ओला पहिले के सहीं जबाब दीन। \v 31 जब दाऊद के बात ला आने मन सुनिन, त ये बात साऊल ला घलो बताय गीस, अऊ साऊल ह दाऊद ला बलाय बर मनखे पठोईस। \p \v 32 तब दाऊद ह साऊल ला कहिस, “ये पलिस्ती के कारन कोनो मनखे निरास झन होवय; तोर सेवक ह जाके ओ पलिस्ती ले लड़ही।” \p \v 33 साऊल ह कहिस, “तेंह जाके ओ पलिस्ती के बिरूध लड़ नइं सकस; तेंह अभी सिरिप एक जवान अस, अऊ ओह लड़कपन ही ले एक लड़नेवाला बीर अय।” \p \v 34 पर दाऊद ह साऊल ला कहिस, “तोर सेवक ह अपन ददा के भेड़मन ला बहुंत समय ले चरावत आवत हे; अऊ जब भी कोनो सेर या भालू आके बरदी म ले भेड़ ला उठाके ले जावय, \v 35 त मेंह ओकर पीछा करके ओकर ऊपर वार करंव, अऊ भेड़ ला ओकर मुहूं ले छोड़ांव; जब ओह मोर ऊपर हमला करय, त मेंह ओकर चुंदी ला धरके ओकर ऊपर वार करंव अऊ ओला मार डारंव। \v 36 तोर सेवक ह सेर अऊ भालू दूनों ला मारे हवय; ये खतनारहित पलिस्ती ह ओमन ले एक ठन सहीं होही, काबरकि ओह जीयत परमेसर के सेना ला ललकारे हवय। \v 37 यहोवा, जऊन ह मोला सेर के पंजा अऊ भालू के पंजा ले बचाईस, ओह मोला ये पलिस्ती के हांथ ले घलो बचाही।” \p साऊल ह दाऊद ला कहिस, “जा, यहोवा तोर संग रहय।” \p \v 38 तब साऊल ह अपन कपड़ा दाऊद ला पहिराईस। ओह ओला झिलम अऊ ओकर मुड़ म पीतल के टोप पहिराईस। \v 39 तब दाऊद ह ओकर तलवार ला कपड़ा के ऊपर म कसिस अऊ एती-ओती चले के कोसिस करिस; काबरकि ओला वइसने चीज पहिरे के आदत नइं रिहिस। \p दाऊद ह साऊल ला कहिस, “येमन ला पहिरके मेंह नइं जा सकंव, काबरकि मोला येमन के आदत नइं ए।” एकरसेति दाऊद ह ओमन ला उतार दीस। \v 40 तब ओह अपन लउठी ला अपन हांथ म लीस, अऊ नरवा ले पांच ठन चिकना पथरा छांटके अपन चरवाहा झोला म धरिस, अऊ अपन गोफन हांथ म लेके ओ पलिस्ती कोति गीस। \p \v 41 इही दौरान, ओ पलिस्ती ह दाऊद के लकठा म आवन लगिस, अऊ ओकर ढाल धरइया ह ओकर आघू-आघू चलत रहय। \v 42 पलिस्ती ह दाऊद ला देखके ओला तुछ समझिस, काबरकि ओह एक लड़का ले थोरकन बड़े रिहिस अऊ ओकर बदन ह चमकत रहय अऊ ओह सुघर रहय। \v 43 पलिस्ती ह दाऊद ला कहिस, “का मेंह कुकुर अंव कि तेंह लउठी लेके मोर करा आय हवस?” अऊ पलिस्ती ह अपन देवतामन के नांव लेके दाऊद ला कोसन लगिस। \v 44 फेर पलिस्ती ह दाऊद ला ये घलो कहिस, “इहां आ, अऊ मेंह तोर मांस ला चिरई अऊ जंगली पसुमन ला दूहूं!” \p \v 45 दाऊद ह पलिस्ती ला कहिस, “तेंह तो मोर ले लड़े बर तलवार अऊ बरछी अऊ भाला लेके आय हवस, पर मेंह ओ यहोवा सर्वसक्तिमान, इसरायल के सेनामन के परमेसर के नांव म तोर बिरूध आय हवंव, जेला तेंह ललकारे हस। \v 46 आज यहोवा ह तोला मोर हांथ म कर दीही, अऊ मेंह तोला मारहूं, अऊ तोर मुड़ ला तोर देहें ले अलग कर दूहूं। आज के ही दिन मेंह पलिस्ती सेना के लासमन ला चिरई अऊ जंगली पसुमन ला दे दूहूं, तब जम्मो संसार के मनखेमन जानहीं कि इसरायल म एक परमेसर हवय। \v 47 ओ जम्मो, जऊन मन इहां जूरे हवंय, ओमन जान जाहीं कि येह तलवार या बरछी नो हय, जेकर दुवारा यहोवा ह बचाथे; काबरकि लड़ई तो यहोवा के अय, अऊ ओह तुमन जम्मो झन ला हमर हांथ म कर दीही।” \p \v 48 जब ओ पलिस्ती ह हमला करे बर दाऊद कोति आय लगिस, त दाऊद ह ओकर सामना करे बर तुरते दऊड़के लड़ई के पांति कोति गीस। \v 49 दाऊद ह अपन झोला ले एक ठन पथरा निकालिस, अऊ ओला गोफन म रखके पलिस्ती के माथा म अइसने मारिस कि पथरा ह ओकर माथा भीतर घुस गीस, अऊ ओ पलिस्ती ह भुइयां म मुहूं के बल गिरिस। \p \v 50 ये किसम ले, दाऊद ह अपन हांथ म बिगर कोनो तलवार के, एक गोफन अऊ एक पथरा के दुवारा ओ पलिस्ती ऊपर घात करिस अऊ ओला मार डारिस। \p \v 51 तब दाऊद ह दऊड़के गीस अऊ पलिस्ती ऊपर ठाढ़ हो गीस, अऊ ओह पलिस्ती के तलवार ला खींचके मियान ले निकालिस, अऊ ओला मारे के बाद, ओकर मुड़ ला ओही तलवार से काटके अलग कर दीस। \p जब पलिस्तीमन देखिन कि ओमन के सूरबीर ह मारे गे हे, त ओमन लहुंटके भागे लगिन। \v 52 तब इसरायल अऊ यहूदा के मनखेमन ललकारत एक संग आघू बढ़िन अऊ गत अऊ एकरोन सहर के कपाटमन तक पलिस्तीमन के पीछा करिन। अऊ पलिस्तीमन के लास ह सारैम के रद्दा ले लेके गत अऊ एकरोन तक परे रहय। \v 53 जब इसरायलीमन पलिस्तीमन के पीछा करके लहुंटिन, त ओमन पलिस्तीमन के डेरामन ला लूट लीन। \p \v 54 दाऊद ह पलिस्ती के मुड़ ला यरूसलेम ले आईस; अऊ ओह पलिस्ती के हथियारमन ला अपन तम्बू म रखिस। \p \v 55 जब साऊल ह दाऊद ला ओ पलिस्ती के सामना करे बर जावत देखिस, त ओह अपन सेना के सेनापति, अबनेर ले पुछिस, “हे अबनेर, ओ जवान ह काकर बेटा अय?” \p अबनेर ह कहिस, “हे महाराजा, तोर जिनगी के कसम, मोला मालूम नइं ए।” \p \v 56 राजा ह कहिस, “पता लगा कि ये जवान ह काकर बेटा अय?” \p \v 57 जतेक जल्दी दाऊद ह ओ पलिस्ती गोलियत ला मारके लहुंटिस, अबनेर ह ओला लेके साऊल करा आईस, अऊ ओतेक बेरा दाऊद ह पलिस्ती के मुड़ ला धरे रहय। \p \v 58 साऊल ह ओकर ले पुछिस, “हे जवान, तेंह काकर बेटा अस?” \p दाऊद ह कहिस, “मेंह तोर सेवक बैतलहम नगर के रहइया, यिसै के बेटा अंव।” \c 18 \s1 साऊल के मन म दाऊद के भय पईदा होथे \p \v 1 दाऊद के साऊल के संग गोठियाय के बाद, योनातन के मन ह दाऊद ऊपर अइसे लगिस कि ओह दाऊद ला अपन परान के सहीं मया करे लगिस। \v 2 ओ दिन ले साऊल ह दाऊद ला अपन करा रखिस, अऊ ओला ओकर ददा के घर जावन नइं दीस। \v 3 अऊ योनातन ह दाऊद के संग एक करार करिस, काबरकि ओह ओला अपन परान सहीं मया करत रिहिस। \v 4 योनातन ह अपन पहिरे लम्बा ओनहा ला उतारके अपन कुरता सहित दाऊद ला दे दीस, अऊ ओह अपन तलवार, तीर-धनुस अऊ कमरबंध ला घलो ओला दे दीस। \p \v 5 साऊल ह जऊन भी काम करे बर दाऊद ला पठोवय, ओ जम्मो काम म दाऊद ह सफल होवय, एकरसेति साऊल ह ओला सेना म एक ऊंचा पद दीस। ये बात ले सेना के जम्मो दल अऊ साऊल के अधिकारीमन घलो खुस होईन। \p \v 6 जब दाऊद ह ओ पलिस्ती गोलियत ला मारके लहुंटत रिहिस, अऊ मनखेमन घलो आवत रिहिन, तब जम्मो इसरायली नगरमन के माईलोगनमन डफली अऊ बीना बजावत, आनंद के संग गावत अऊ नाचत, साऊल राजा ले भेंट करे बर निकलिन। \v 7 अऊ माईलोगनमन नाचत-नाचत अइसने गावत रिहिन: \q1 “साऊल ह हजारों बईरी ला, \q2 अऊ दाऊद ह लाखों बईरी ला मारिस।” \p \v 8 तब साऊल ह बहुंत गुस्सा होईस; अऊ ये बात ह ओला बहुंत खराप लगिस। ओह सोचिस, “ओमन दाऊद बर तो लाखों अऊ मोर बर सिरिप हजारों कहत हवंय। अब तो मोर राज के छोंड़ ओला अऊ का मिलना बाकि हे?” \v 9 अऊ ओ समय ले साऊल ह दाऊद ऊपर नजर रखे लगिस। \p \v 10 ओकर दूसर दिन परमेसर कोति ले एक दुस्ट आतमा साऊल ऊपर बल से उतरिस। ओह अपन घर के भीतर अगमबानी करत रिहिस, जबकि दाऊद ह हर दिन के सहीं बीना बजावत रहय। साऊल ह अपन हांथ म एक बरछी धरे रहय \v 11 अऊ ओह अपनआप ले ये कहत बरछी ला जोर से फेंकिस, “मेंह दाऊद ला छेदके दीवार म धंसा दूहूं।” पर दाऊद ह होसियारी से दू बार बच गीस। \p \v 12 साऊल ह दाऊद ले डरत रिहिस, काबरकि यहोवा ह दाऊद के संग रिहिस अऊ साऊल ला छोंड़ दे रिहिस। \v 13 एकरसेति साऊल ह ओला अपन करा ले अलग करके ओला एक हजार सैनिकमन ऊपर मुखिया के जिम्मेदारी दे रिहिस, अऊ दाऊद ह ओ सैनिक दल के लड़ई म अगुवई करय। \v 14 ओह जऊन कुछू भी करिस, ओमा ओह बहुंत सफल होईस, काबरकि यहोवा ह ओकर संग रिहिस। \v 15 जब साऊल ह देखिस कि दाऊद ह बहुंत सफल होवत हे, त ओह दाऊद ले डरे लगिस। \v 16 पर इसरायल अऊ यहूदा के जम्मो मनखेमन दाऊद ले मया करत रिहिन, काबरकि दाऊद ह ओमन के सैनिक अभियान म अगुवई करत रिहिस। \p \v 17 साऊल ह दाऊद ला कहिस, “येह मोर बड़की बेटी मेरब अय। मेंह येकर बिहाव तोर ले कर दूहूं; तेंह सिरिप बीरता से मोर सेवा कर अऊ यहोवा के लड़ई ला लड़।” काबरकि साऊल ह सोचत रिहिस, “मेंह अपन हांथ ओकर बिरूध नइं उठावंव। ये काम ला पलिस्तीमन करंय।” \p \v 18 पर दाऊद ह साऊल ला कहिस, “मेंह कोन अंव, अऊ मोर परिवार या इसरायल म मोर कुल ह का ए कि मेंह राजा के दामाद बनंव?” \v 19 तभो ले जब समय आईस कि साऊल के बेटी मेरब के बिहाव दाऊद के संग करे जावय, त ओकर बिहाव दाऊद के संग नइं करके महोला नगर के अदरीएल के संग कर दिये गीस। \p \v 20 साऊल के बेटी मीकल ह दाऊद ले मया करत रिहिस अऊ जब साऊल ला ये बात के पता चलिस, त ओह खुस होईस। \v 21 साऊल ह सोचिस, “मेंह मीकल के बिहाव दाऊद के संग करहूं ताकि मीकल ह ओकर बर एक फांदा बन जावय अऊ पलिस्तीमन के हांथ ओकर बिरूध उठय।” एकरसेति साऊल ह दाऊद ला कहिस, “मोर दामाद बने बर अब तोर करा दूसरा मऊका हवय।” \p \v 22 तब साऊल ह अपन अधिकारीमन ला हुकूम दीस: “दाऊद ला अलग ले जाके कहव, ‘देख, राजा ह तोला पसंद करथे, अऊ ओकर जम्मो सेवकमन तोर ले मया करथें; एकरसेति अब तेंह राजा के दामाद बन जा।’ ” \p \v 23 साऊल के अधिकारीमन दाऊद करा जाके ये बात कहिन। पर दाऊद ह कहिस, “का तुमन सोचथव कि राजा के दामाद बनई एक छोटे बात ए? मेंह तो एक गरीब मनखे अंव अऊ मोला बहुंत कम मनखेमन जानथें।” \p \v 24 जब साऊल के सेवकमन साऊल करा आके दाऊद के कहे बात ला बताईन, \v 25 त साऊल ह कहिस, “तुमन दाऊद ला कहव, ‘राजा ह दुलहिन के दाम के रूप म पलिस्तीमन के सिरिप एक सौ लिंग के चमड़ी के छोंड़ अऊ कुछू नइं चाहत हे, अऊ ये किसम ले ओह बईरीमन ले बदला लेय चाहथे।’ ” साऊल के योजना ये रिहिस कि दाऊद ह पलिस्तीमन के दुवारा मार डारे जावय। \p \v 26 जब सेवकमन ये बात दाऊद ला बताईन, त ओह राजा के दामाद बने बर खुसी से राजी हो गीस। एकरसेति ठहिराय गे समय के पहिली, \v 27 दाऊद ह अपन सैनिकमन ला लेके निकलिस, अऊ दू सौ पलिस्तीमन ला मारिस अऊ ओमन के लिंग के चमड़ी ला ले आईस। ओ लिंग के चमड़ीमन ला पूरा गनती करके राजा ला दिये गीस, ताकि दाऊद ह राजा के दामाद बन सकय। तब साऊल ह अपन बेटी मीकल के बिहाव ओकर संग कर दीस। \p \v 28 जब साऊल ह ये बात ला जानिस कि यहोवा ह दाऊद के संग म हवय अऊ ओकर बेटी मीकल ह दाऊद ला मया करथे, \v 29 त साऊल ह दाऊद ले अऊ डरे लगिस, अऊ साऊल ह अपन बाकि जिनगी भर दाऊद के बईरी बने रिहिस। \p \v 30 पलिस्तीमन के सेनापतिमन लगातार लड़ई करे बर जावत रिहिन, अऊ जब भी ओमन लड़ई बर निकलंय, त दाऊद ह ओमन ले लड़े अऊ ओह साऊल के बाकि दूसर सैनिक अधिकारीमन ले जादा सफल होवय, अऊ दाऊद के नांव जम्मो मनखेमन म फईल गीस। \c 19 \s1 साऊल ह दाऊद ला मार डारे के कोसिस करथे \p \v 1 साऊल ह अपन बेटा योनातन अऊ अपन जम्मो अधिकारीमन ला कहिस कि दाऊद ला मार डारव। पर योनातन ह दाऊद ला बहुंत पसंद करत रिहिस \v 2 अऊ ओह दाऊद ला चेताके कहिस, “मोर ददा ह तोला मार डारे बर मऊका खोजत हे। एकरसेति कल बिहनियां तेंह सचेत रहिबे, कोनो जगह म जाके छुप जाबे अऊ उहां रहिबे; \v 3 अऊ तेंह जिहां रहिबे, उहां मैदान म मेंह अपन ददा के संग जाहूं अऊ ओकर ले तोर बारे म गोठियाहूं, अऊ जऊन कुछू भी होही, मेंह तोला बताहूं।” \p \v 4 योनातन ह अपन ददा साऊल ले दाऊद के परसंसा करके ओकर ले कहिस, “हे राजा, अपन सेवक दाऊद के बिरूध कोनो गलत काम झन कर; काबरकि ओह तोर बिरूध म कोनो गलती नइं करे हवय, अऊ जऊन कुछू भी ओह करे हवय, ओकर ले तोर बहुंत भलई होय हवय। \v 5 ओह अपन परान के चिंता नइं करिस जब ओह ओ पलिस्ती ला मारिस। यहोवा ह जम्मो इसरायलीमन ला एक बड़े जीत देवाईस हे, अऊ तेंह येला देखके खुस होय रहय। तब तें काबर बिगर कारन के दाऊद सहीं निरदोस मनखे ला मारके गलती करे चाहत हस?” \p \v 6 साऊल ह योनातन के बात ला सुनिस अऊ ये कसम खाईस: “यहोवा के जिनगी के कसम, दाऊद ला मारे नइं जावय।” \p \v 7 ओकर पाछू योनातन ह दाऊद ला बलाईस अऊ ये जम्मो बात ओला बताईस। योनातन ह दाऊद ला साऊल करा लेके आईस, अऊ दाऊद ह पहिली के सहीं साऊल के संग रहे लगिस। \p \v 8 तब लड़ई ह फेर सुरू हो गीस, अऊ दाऊद ह जाके पलिस्तीमन ले लड़िस। ओह पलिस्तीमन ला अइसने मारे लगिस कि ओमन ओकर आघू ले भाग गीन। \p \v 9 पर जब साऊल ह अपन घर म बईठे रहय अऊ ओकर हांथ म एक बरछी रहय, तभे यहोवा करा ले एक दुस्ट आतमा साऊल ऊपर आईस, अऊ ओ बेरा दाऊद ह बीना ला बजावत रहय, \v 10 तब साऊल ह बरछी फेंकके ओला दीवार म धंसा देय के कोसिस करिस, पर दाऊद ह होसियारी से बच गीस, अऊ बरछी ह दीवार म धंस गीस। दाऊद ह भागिस, अऊ ओ रथिया ओह बच गीस। \p \v 11 तब साऊल ह दाऊद के घर के निगरानी करे बर अऊ बिहनियां ओला मार डारे बर आदमीमन ला पठोईस। पर दाऊद के घरवाली मीकल ह ओला ये कहिके चेताईस, “यदि तेंह आज रथिया अपन परान बचाके नइं भागबे, त कल तेंह मार डारे जाबे।” \v 12 मीकल ह दाऊद ला खिड़की ले खाल्हे उतार दीस अऊ ओह भागके बच निकलिस। \v 13 तब मीकल ह एक मूरती ला लेके पलंग म सुता दीस, अऊ मुड़ म छेरीमन के कुछू रूआं ला रखके ओकर ऊपर चादर ओढ़ा दीस। \p \v 14 जब साऊल ह दाऊद ला पकड़े बर आदमीमन ला पठोईस, त मीकल ह कहिस, “ओह बेमार हवय।” \p \v 15 तब साऊल ह आदमीमन ला दाऊद ला देखे बर वापिस पठोईस अऊ ओमन ला कहिस, “ओला पलंग समेत उठाके मोर करा लानव ताकि मेंह ओला मार डारंव।” \v 16 पर जब ओ आदमीमन घर के भीतर गीन, त देखिन कि पलंग म मूरती हवय अऊ मुड़ म छेरीमन के कुछू रूआं रखे हवय। \p \v 17 ये बात ला जानके साऊल ह मीकल ला कहिस, “तेंह मोला अइसने धोखा काबर देय अऊ मोर बईरी ला भगा दे कि ओह बचके निकल गीस?” \p मीकल ह साऊल ला कहिस, “ओह मोर ले कहिस, ‘मोला जावन दे। मेंह तोला काबर मार डारंव?’ ” \p \v 18 जब दाऊद ह भागके बच निकलिस, त ओह रामा म समूएल करा गीस अऊ जऊन कुछू साऊल ह ओकर संग करे रिहिस, ओ जम्मो बात ओला बताईस। तब ओ अऊ समूएल जाके नबायोत म रहे लगिन। \v 19 जब ये बात साऊल ला बताय गीस कि दाऊद ह रामा के नबायोत म हवय, \v 20 त ओह दाऊद ला पकड़े बर आदमीमन ला पठोईस। पर जब साऊल के सेवकमन देखिन कि अगमजानीमन के एक दल ह अगमबानी करत हवय, अऊ समूएल ह ओमन के अगुवा के रूप म उहां ठाढ़े हवय, त परमेसर के आतमा साऊल के आदमीमन ऊपर उतरिस, अऊ ओमन घलो अगमबानी करे लगिन। \v 21 ये बात जब साऊल ला बताय गीस, त ओह अऊ आदमीमन ला पठोईस, अऊ ओमन घलो जाके अगमबानी करे लगिन। साऊल ह तीसर बार आदमीमन ला पठोईस, पर ओमन घलो जाके अगमबानी करे लगिन। \v 22 आखिर म साऊल ह खुद रामा जाय बर निकलिस, अऊ सेकू नगर के बड़े तरिया करा हबरके पुछे लगिस, “समूएल अऊ दाऊद कहां हवंय?” \p उहां मनखेमन जबाब दीन, “ओमन तो रामा के नबायोत म हवंय।” \p \v 23 तब साऊल ह रामा के नबायोत म गीस। पर परमेसर के आतमा ओकर ऊपर घलो उतरिस अऊ ओह रामा के नबायोत ला हबरते तक अगमबानी करत गीस। \v 24 ओह अपन कपड़ामन ला उतार दीस, अऊ ओह घलो समूएल के आघू म अगमबानी करे लगिस। ओह ओ पूरा दिन अऊ पूरा रथिया नंगरा परे रिहिस। एकरे कारन मनखेमन कहिथें, “का साऊल ह घलो अगमजानीमन म ले एक जन अय?” \c 20 \s1 दाऊद अऊ योनातन \p \v 1 तब दाऊद ह रामा के नबायोत ले भागिस अऊ योनातन करा जाके ओकर ले पुछिस, “मेंह का करे हंव? मोर का अपराध ए? मेंह तोर ददा के का गलत करे हंव कि ओह मोला मार डारे के कोसिस करत हवय?” \p \v 2 योनातन ह ओला जबाब दीस, “तेंह नइं मारे जावस! देख, मोर ददा ह मोला बिगर बताय, कोनो बड़े या छोटे काम नइं करय। त फेर ओह ये बात ला मोर ले काबर छुपाही? अइसने कोनो बात नइं ए!” \p \v 3 पर दाऊद ह किरिया खाके कहिस, “तोर ददा ह बने करके जानत हे कि तोर किरपा-दिरिस्टी मोर ऊपर हवय, अऊ ओह अपन मन म सोचे होही, ‘योनातन ला ये बात के पता झन चलय, नइं तो ओह दुखी हो जाही।’ तभो ले यहोवा के जिनगी के कसम अऊ तोर जिनगी के कसम, मोर अऊ मिरतू के बीच म सिरिप एक कदम के फासला हवय।” \p \v 4 योनातन ह दाऊद ला कहिस, “तेंह जऊन कुछू मोर ले चाहत हस, मेंह तोर बर करहूं।” \p \v 5 एकरसेति दाऊद ह कहिस, “देख, कल नवां चंदा के भोज अय, अऊ येकरे कारन राजा के संग बईठके जेवन करे पड़ही; पर तें मोला जावन दे कि में परसों सांझ होवत तक मैदान म छुपे रहंव। \v 6 यदि तोर ददा ह मोर बारे म पुछही, त ओला कहिबे, ‘दाऊद ह अपन नगर बैतलहम ला जल्दी जाय बर मोर ले बिनती करके छुट्टी मांगे हवय, काबरकि उहां ओकर जम्मो कुल के मनखेमन बर एक सालाना बलिदान चघाय जावत हे।’ \v 7 यदि ओह अइसने कहय, ‘बने बात ए!’ तब तो तोर सेवक बर कोनो डर के बात नो हय। पर यदि ओह अब्बड़ गुस्सा करय, त तेंह जान लेबे कि ओह मोर हानि करे बर ठान ले हवय। \v 8 अब तेंह अपन सेवक के ऊपर दया कर, काबरकि तेंह यहोवा के आघू म ओकर संग एक करार करे हस। यदि मेंह दोसी अंव, त तेंह खुद मोला मार डार! तेंह मोला अपन ददा के हांथ म काबर सऊंपबे?” \p \v 9 योनातन ह कहिस, “अइसने कभू नइं होवय! यदि मोला थोरकन भी जानकारी होतिस कि मोर ददा ह तोर हानि करे के ठाने हवय, त का मेंह तोला नइं बतातेंव?” \p \v 10 दाऊद ह पुछिस, “यदि तोर ददा ह तोला कठोर जबाब देथे, त ये बात मोला कोन बताही?” \p \v 11 योनातन ह कहिस, “आ, हमन मैदान म जाबो।” अऊ ओमन दूनों सहर ले बाहिर मैदान म चल दीन। \p \v 12 तब योनातन ह दाऊद ला कहिस, “मेंह यहोवा, इसरायल के परमेसर के कसम खावत हंव कि मेंह परसों ये बेरा तक अपन ददा के मन के भेद ला जरूर पा लूहूं! यदि ओह तोर हित म गोठियाथे, त मेंह खबर भेजके तोला बता दूहूं। \v 13 पर यदि मोर ददा ह तोर हानि करे के इरादा करे हवय, अऊ ये बात यदि मेंह तोला नइं बताके तोला सांति से बिदा करहूं, त यहोवा ह मोर संग बहुंत कठोरता करय। यहोवा ह तोर संग वइसने ही रहय, जइसने ओह मोर ददा के संग रिहिस। \v 14 पर मोर जीयत तक, यहोवा के दया सहीं तेंह मोर ऊपर अपन दया रखे रह, ताकि मेंह मारे झन जावंव, \v 15 अऊ मोर परिवार ले घलो अपन करूना ला कभू झन हटाबे, अऊ त अऊ जब यहोवा ह दाऊद के जम्मो बईरीमन ला ये धरती ले नास कर देवय, तभो ले घलो अपन किरपा-दिरिस्टी झन हटाबे।” \p \v 16 एकरसेति योनातन ह दाऊद के घराना ले ये कहिके एक करार करिस, “यहोवा ह दाऊद के बईरीमन ले बदला लेवय।” \v 17 अऊ योनातन ह दाऊद बर अपन मया के कारन, ओह दाऊद के संग किरिया ला फेर मजबूत करिस, काबरकि ओह ओला अपन परान के सहीं मया करय। \p \v 18 तब योनातन ह दाऊद ला कहिस, “कल नवां चंदा के भोज अय, अऊ तोर बारे म पुछे जाही, काबरकि तोर कुरसी ह खाली रहिही। \v 19 परसों, सांझ के बेरा, तेंह ओ जगह म जाबे, जिहां तेंह ये समस्या के सुरूआत म छुपे रहय, अऊ उहां एजेल नांव के पथरा के लकठा म बाट जोहबे। \v 20 मेंह ओकर बाजू म तीन ठन तीर चलाहूं, मानो कि मेंह निसाना लगाय हंव। \v 21 तब मेंह एक छोकरा ला ये कहिके पठोहूं, ‘जा अऊ तीरमन ला खोजके लान।’ यदि मेंह ओ छोकरा ला ये कहंव, ‘देख, तीरमन तोर ये कोति हवंय; ओमन ला इहां ले आ,’ तब तेंह आ जाबे, काबरकि यहोवा के जिनगी के कसम, तेंह सुरकछित हस; कोनो खतरा नइं ए। \v 22 पर यदि मेंह ओ छोकरा ला कहंव, ‘देख, तीरमन तोर ओ कोति हवंय,’ तब तेंह चले जाबे, काबरकि यहोवा ह तोला बिदा करे हवय। \v 23 अऊ जऊन बात के चरचा तें अऊ में करे हवन ओला सुरता रखबे, यहोवा तोर अऊ मोर बीच म हमेसा बर गवाह हवय।” \p \v 24 एकरसेति दाऊद ह मैदान म जाके छुप गीस, अऊ जब नवां चंदा के भोज होईस, त राजा साऊल ह जेवन खाय बर बईठिस। \v 25 राजा ह पहिले सहीं अपन ओ आसन म बईठिस, जऊन ह दीवार करा रिहिस; योनातन ह साऊल के सामने, अऊ अबनेर ह साऊल के बाजू म बईठिस, पर दाऊद के जगह ह खाली रिहिस। \v 26 ओ दिन तो साऊल ह ये सोचके कुछू नइं कहिस, “दाऊद ला कुछू होय होही, जेकर से ओह रिवाज के मुताबिक सुध नइं होही, जरूर ओह असुध होही।” \v 27 पर ओकर आने दिन, याने कि महिना के दूसर दिन, दाऊद के जगह ह फेर खाली रिहिस। तब साऊल ह अपन बेटा योनातन ले पुछिस, “का कारन ए कि यिसै के बेटा ह न तो कल खाय बर आईस, अऊ न ही आज खाय बर आय हवय?” \p \v 28 योनातन ह जबाब दीस, “दाऊद ह बैतलहम जाय बर मोर ले बिनती करके छुट्टी मांगिस \v 29 अऊ कहिस, ‘मोला जावन दे, काबरकि उहां नगर म हमर परिवार के मन एक बलिदान चघावत हंय अऊ मोर भाई ह मोला उहां हाजिर होय के हुकूम देय हवय। यदि मोर ऊपर तोर किरपा-दिरिस्टी होवय, त मेंह अपन भाईमन ले मिले बर जावंव।’ एकरे कारन ओह राजा के संग भोज खाय बर नइं आ सकिस।” \p \v 30 तब साऊल के कोप योनातन ऊपर भड़किस अऊ ओह योनातन ला कहिस, “हे कुटिल अऊ बिदरोही माईलोगन के बेटा! का मेंह नइं जानत हंव कि अपन लाज-सरम अऊ अपन जनमाय दाई के लाज-सरम के परवाह करे बिगर, तेंह यिसै के ओ बेटा के तरफ हो गे हवस? \v 31 काबरकि जब तक यिसै के बेटा ये धरती म जीयत रहिही, तब तक न तो तें अऊ न ही तोर राज ह स्थापित होही। एकरसेति अब कोनो ला पठोके ओला मोर करा लान, काबरकि ओकर मरना जरूरी अय!” \p \v 32 योनातन ह अपन ददा ले पुछिस, “ओह काबर मार डारे जाही? ओह का करे हवय?” \v 33 पर साऊल ह ओला मारे बर ओकर ऊपर अपन बरछी फेंकिस। तब योनातन जान डारिस कि ओकर ददा ह दाऊद ला मार डारे के इरादा करे हवय। \p \v 34 योनातन ह अब्बड़ गुस्सा करत खाय के ओ मेज ले उठिस; भोज के ओ दूसर दिन ओह खाना नइं खाईस, काबरकि दाऊद बर ओकर ददा के खराप बरताव के कारन, ओह बहुंत दुखी रिहिस। \p \v 35 दूसर दिन बिहनियां, योनातन ह मैदान म दाऊद ले मिले बर ठहिराय जगह म गीस। ओह अपन संग एक छोटे लड़का ला ले गे रिहिस, \v 36 अऊ ओह ओ लड़का ला कहिस, “दऊड़के जाबे अऊ जऊन तीर मेंह चलाहूं, ओमन ला खोजके लानबे।” जब लड़का ह दऊड़िस, त योनातन ह एक तीर ओकर आघू कोति चलाईस। \v 37 जब लड़का ह ओ जगह म आईस, जिहां योनातन के चलाय तीर ह गिरे रिहिस, तब योनातन ह ओकर पाछू ले आरो लगाके कहिस, “तीर ह तोर आघू कोति हवय।” \v 38 तब योनातन ह चिचियाके कहिस, “जल्दी कर! तुरते चले जा! झन ठहर!” अऊ लड़का ह तीर ला उठाके अपन मालिक करा आ गीस। \v 39 (भेद के ओ बात के बारे म ओ लड़का ह कुछू नइं जानत रिहिस; सिरिप योनातन अऊ दाऊद ओ बात ला जानत रिहिन।) \v 40 तब योनातन ह अपन हथियार ओ लड़का ला देके कहिस, “जा, येमन ला वापिस नगर म ले जा।” \p \v 41 जब लड़का ह चले गीस, तब दाऊद ह पथरा के दक्खिन कोति ले निकलिस, अऊ भुइयां म मुहूं के भार तीन बार गिरके योनातन ला दंडवत करिस। तब ओमन एक-दूसर ला चूमिन अऊ रोईन, पर दाऊद बहुंत जादा रोईस। \p \v 42 योनातन ह दाऊद ला कहिस, “सांति से जा, काबरकि हमन दूनों एक-दूसर ले ये कहिके यहोवा के नांव म किरिया खाय हवन, ‘यहोवा ह तोर अऊ मोर बीच, अऊ तोर बंस अऊ मोर बंस के मनखेमन के बीच सदा गवाह हवय।’ ” तब दाऊद ह उठके चले गीस, अऊ योनातन ह नगर ला वापिस चल दीस। \c 21 \s1 दाऊद ह नोब नगर म \p \v 1 दाऊद ह नोब म, अहीमेलेक पुरोहित करा गीस। अहीमेलेक ह डर के मारे कांपत रिहिस, जब ओह दाऊद ले भेंट करिस, अऊ ओह दाऊद ले पुछिस, “का कारन ए कि तेंह अकेला हस? तोर संग म अऊ कोनो काबर नइं ए?” \p \v 2 दाऊद ह अहीमेलेक पुरोहित ला जबाब दीस, “राजा ह मोला एक काम म पठोके मोला कहे हवय, ‘जऊन काम बर मेंह तोला पठोत हवंव, ओकर बारे म कोनो झन जान पावय।’ मेंह अपन मनखेमन ला एक जगह म मोर ले मिले बर कहे हवंव। \v 3 त अब, तोर हांथ म का हवय? तेंह पांच ठन रोटी, या जऊन कुछू तोर करा हवय, ओला मोला दे।” \p \v 4 पर पुरोहित ह दाऊद ला जबाब दीस, “मोर करा सधारन रोटी तो नइं ए; पर इहां कुछू पबितर रोटी हवय, येह ओमन बर अय, जऊन मन अपनआप ला जवान माईलोगनमन ले अलग रखे हवंय।” \p \v 5 दाऊद ह कहिस, “वास्तव म, माईलोगनमन हमर ले अलग हवंय, अऊ जब भी मेंह काम म निकलथंव, ओमन अलग रहिथें। आदमीमन के देहें ह पबितर रहिथे, जब ओमन सधारन काम म घलो जाथें। आज तो अऊ पबितर होहीं!” \v 6 तब पुरोहित ह ओला पबितर रोटी दीस; काबरकि उहां अऊ दूसर रोटी नइं रिहिस, सिरिप भेंट के रोटी रिहिस, जऊन ला यहोवा के आघू ले उठाय गे रिहिस, अऊ ओकर जगह म ओहीच दिन गरम रोटी रखे गे रिहिस। \p \v 7 ओ दिन, उहां साऊल के एक सेवक ह यहोवा के आघू रूके रिहिस; ओह एक एदोमी मनखे रिहिस अऊ ओकर नांव दोएग रिहिस अऊ ओह साऊल के चरवाहामन के मुखिया रिहिस। \p \v 8 दाऊद ह अहीमेलेक ले पुछिस, “का इहां तोर करा कोनो बरछी या तलवार हवय? राजा के काम ह जरूरी रिहिस अऊ मेंह जल्दी म अपन तलवार या कोनो अऊ हथियार नइं लाने हंव।” \p \v 9 पुरोहित ह कहिस, “पलिस्ती गोलियत के तलवार इहां हवय, जेला तेंह एला के घाटी म मारे रहय; ओकर तलवार कपड़ा म लपेटे एपोद के पाछू माढ़े हवय। यदि तेंह चाहथस, त ओला लेय ले; ओकर छोंड़ इहां अऊ कोनो तलवार नइं ए।” \p दाऊद ह कहिस, “ओकर सहीं अऊ कोनो तलवार नइं ए; ओहीच ला मोला दे।” \s1 दाऊद ह गत म \p \v 10 ओ दिन दाऊद ह साऊल के डर के मारे भागिस अऊ गत के राजा आकीस करा गीस। \v 11 पर आकीस के सेवकमन आकीस ले कहिन, “का येह ओ देस के राजा दाऊद नो हय? का येह ओ नो हय, जेकर बारे म मनखेमन नाचत ये गीत गावत रिहिन: \q1 “ ‘साऊल ह हजारों मनखे ला, \q2 अऊ दाऊद ह लाखों मनखे ला मारिस’?” \p \v 12 दाऊद ह ये गोठ के बारे म सोचके गत के राजा आकीस ले अब्बड़ डर गीस। \v 13 एकरसेति ओह ओमन के आघू म एक चाल चलिस; अऊ जब ओह ओमन के हांथ म रिहिस, त ओह एक पागल मनखे सहीं बरताव करिस अऊ दुवार के कपाटमन ला खुरचत अपन लार ला दाढ़ी म बोहाय लगिस। \p \v 14 तब आकीस ह अपन सेवकमन ला कहिस, “ओ मनखे ला देखव! ओह पागल ए! तुमन ओला मोर करा काबर लाने हव? \v 15 का मोर करा पागल मनखेमन के कोनो कमी हवय कि तुमन ये मनखे ला इहां मोर आघू म पागलपन करे बर लाने हवव? का अइसने मनखे ला मोर भवन म लाना जरूरी ए?” \c 22 \s1 दाऊद ह अदुल्लाम अऊ मिसपा म \p \v 1 दाऊद ह गत सहर ला छोंड़ दीस अऊ बचके अदुल्लाम नगर के गुफा म हबरिस। जब ओकर भाई अऊ ओकर ददा के परिवार के मन येकर बारे म सुनिन, त ओमन उहां ओकर करा गीन। \v 2 ओ जम्मो जऊन मन संकट म पड़े रिहिन या करजदार रिहिन या जेमन असंतुस्ट रिहिन, ओमन दाऊद करा जूरिन, अऊ ओह ओमन के परधान होईस। लगभग चार सौ मनखे ओकर संग हो गीन। \p \v 3 उहां ले दाऊद ह मोआब के मिसपा नगर ला गीस अऊ मोआब के राजा ला कहिस, “का मोर ददा अऊ दाई आके तोर संग रह सकत हंय, जब तक कि मेंह ये नइं जान लेवंव कि परमेसर ह मोर बर का करे चाहथे?” \v 4 अऊ ओह ओमन ला मोआब के राजा के संग छोंड़ दीस, अऊ ओमन तब तक राजा के संग रिहिन, जब तक दाऊद ह ओ गढ़ म छुपे रिहिस। \p \v 5 पर गाद नांव के एक अगमजानी ह दाऊद ला कहिस, “ये गढ़ म झन रह। यहूदा देस म जा।” एकरसेति दाऊद ह ओ जगह ला छोंड़के हेरेत के जंगल म चल दीस। \s1 साऊल ह नोब के पुरोहितमन ला मार डालथे \p \v 6 साऊल ह सुनिस कि दाऊद अऊ ओकर मनखेमन के पता चल गे हवय। ओ बेरा साऊल ह अपन हांथ म बरछी धरके गिबा के पहाड़ी म एक झाऊ के रूख के खाल्हे म बईठे रहय, अऊ ओकर जम्मो करमचारीमन ओकर आसपास ठाढ़े रहंय। \v 7 तब साऊल ह अपन करमचारीमन ला कहिस, “हे बिनयामीनी मनखेमन, सुनव! का यिसै के बेटा ह तुमन जम्मो झन ला खेत अऊ अंगूर के बारी दीही? का ओह तुमन जम्मो ला हजार-हजार मनखेमन ऊपर अऊ सौ-सौ मनखेमन ऊपर सेनापति बनाही? \v 8 का येकर खातिर तुमन जम्मो झन मोर बिरूध म सडयंत्र करे हवव? जब मोर बेटा ह यिसै के बेटा के संग करार करिस, त ये बात मोला कोनो नइं बताईस। तुमन म ले कोनो मोर चिंता नइं करय या नइं बतावय कि मोर बेटा ह मोर सेवक ला मोर घात करे बर उभारे हवय, जइसने कि ओह आज करत हे।” \p \v 9 तब एदोमी दोएग, जऊन ह साऊल के करमचारीमन के संग ठाढ़े रिहिस, जबाब देवत कहिस, “मेंह तो यिसै के बेटा ला नोब म अहीतूब के बेटा अहीमेलेक करा आवत देखेंव। \v 10 अहीमेलेक ह ओकर बर यहोवा ले पुछिस; ओह यिसै के बेटा ला जेवन के सामान अऊ पलिस्ती गोलियत के तलवार घलो दीस।” \p \v 11 तब राजा ह अहीतूब के बेटा अहीमेलेक पुरोहित ला अऊ ओकर ददा के परिवार के जम्मो मनखे, जऊन मन नोब म पुरोहित रिहिन, ओ जम्मो ला बलाय बर पठोईस, अऊ ओ जम्मो झन राजा करा आईन। \v 12 साऊल ह कहिस, “हे अहीतूब के बेटा, सुन!” \p अहीमेलेक ह कहिस, “हे मोर मालिक, का हुकूम हे?” \p \v 13 साऊल ह ओकर ले पुछिस, “का कारन ए कि तें अऊ यिसै के बेटा मोर बिरूध म सडयंत्र करे हवव? तेंह ओला रोटी अऊ तलवार दे हवस अऊ ओकर बर परमेसर ले पुछे हवस, जेकर ले ओह मोर बिरूध म बिदरोह करे हवय अऊ मोला घात करे म लगे हवय, जइसने कि ओह आज करत हे?” \p \v 14 अहीमेलेक ह राजा ला जबाब दीस, “तोर जम्मो सेवकमन म दाऊद सहीं बिसवासयोग्य कोन हवय? ओह तो तोर दामाद अऊ तोर रकछा करइयामन के मुखिया ए अऊ तोर परिवार म ओकर बहुंत आदर करे जाथे। \v 15 का ओ दिन पहिली बार मेंह ओकर बर परमेसर ले पुछेंव? नइं! राजा ह अपन सेवक ऊपर या ओकर ददा के परिवार के काकरो ऊपर दोस झन लगावय, काबरकि तोर सेवक ये जम्मो चीज के बारे म कुछू भी नइं जानत हे।” \p \v 16 पर राजा ह कहिस, “हे अहीमेलेक, तेंह जरूर मार डारे जाबे, तें अऊ तोर पूरा परिवार घलो।” \p \v 17 तब राजा ह अपन लकठा म खड़े पहरेदारमन ला हुकूम दीस, “मुड़व अऊ यहोवा के पुरोहितमन ला मार डारव, काबरकि ओमन घलो दाऊद कोति हो गे हवंय। ओमन जानत रिहिन कि दाऊद ह भागत रिहिस, तभो ले ओमन मोला नइं बताईन।” \p पर राजा के पहरेदारमन यहोवा के पुरोहितमन ला मारे बर हांथ उठाना नइं चाहत रिहिन। \p \v 18 तब राजा ह दोएग ला हुकूम दीस, “तेंह मुड़के पुरोहितमन ला मार डार।” तब एदोमी दोएग ह मुड़के पुरोहितमन ला मार डारिस। ओ दिन, ओह ओ पचयासी झन ला मार डारिस, जऊन मन सन के बने एपोद पहिरे रिहिन। \v 19 ओह पुरोहितमन के नगर नोब के मनखे, माईलोगन, लइका अऊ दूध पीयत लइका, अऊ नगर के गाय-बईला, गदहा अऊ भेड़-बकरीमन ला घलो तलवार ले मार डारिस। \p \v 20 पर अहीतूब के बेटा अहीमेलेक के अबियातार नांव के एक बेटा बच निकलिस, अऊ भागके दाऊद करा चल दीस। \v 21 अबियातार ह दाऊद ला बताईस कि साऊल ह यहोवा के पुरोहितमन ला मार डारे हवय। \v 22 तब दाऊद ह अबियातार ला कहिस, “ओ दिन, एदोमी दोएग ह उहां रिहिस, तभे मेंह जान गे रहेंव कि ओह जरूर साऊल ला बताही। मेंह तोर जम्मो परिवार के मिरतू के जिम्मेदार अंव। \v 23 मोर संग रह अऊ झन डर। जऊन मनखे ह तोला मार डारे चाहत हे, ओह मोला घलो मार डारे के कोसिस करत हे। तेंह मोर संग सुरकछित रहिबे।” \c 23 \s1 दाऊद ह कीला नगर ला बचाथे \p \v 1 जब दाऊद ला ये बताय गीस कि पलिस्तीमन कीला नगर ले लड़त हवंय अऊ कोठारमन ला लूटत हवंय, \v 2 त ओह ये कहिके यहोवा ले पता लगाईस, “का मेंह जाके ये पलिस्तीमन ऊपर हमला करंव?” \p यहोवा ह ओला जबाब दीस, “जा, अऊ पलिस्तीमन ऊपर हमला कर अऊ कीला नगर ला बचा।” \p \v 3 पर दाऊद के मनखेमन ओला कहिन, “इहां यहूदा देस म, हमन डरत रहिथन; अऊ यदि हमन पलिस्तीमन के सामना करे बर कीला नगर ला जाबो, त हमर का हाल होही?” \p \v 4 तब दाऊद ह एक बार फेर यहोवा ले पता लगाईस, अऊ यहोवा ह ओला जबाब दीस, “खाल्हे कीला नगर ला जा, काबरकि मेंह पलिस्तीमन ला तोर हांथ म कर दूहूं।” \v 5 एकरसेति दाऊद अऊ ओकर मनखेमन कीला नगर म जाके पलिस्तीमन ले लड़िन अऊ ओमन के पसुमन ला ले आईन। दाऊद ह पलिस्तीमन के बहुंत नुकसान करिस अऊ कीला के मनखेमन ला बचाईस। \v 6 (जब अहीमेलेक के बेटा अबियातार ह दाऊद करा कीला नगर म भागके आईस, त ओह अपन संग एपोद धरके आय रिहिस।) \s1 साऊल ह दाऊद के पीछा करथे \p \v 7 साऊल ला बताय गीस कि दाऊद ह कीला नगर ला चल दे हवय, त ओह कहिस, “परमेसर ह ओला मोर हांथ म कर दे हवय, काबरकि ओह कपाट अऊ बेड़ा लगे नगर म घुसके अपनआप ला बंदी बना ले हवय।” \v 8 अऊ साऊल ह अपन जम्मो सेना ला लड़ई बर बलाईस कि कीला नगर म जाके दाऊद अऊ ओकर मनखेमन ला घेर लेवंय। \p \v 9 जब दाऊद ला ये पता चलिस कि साऊल ह ओकर बिरूध म सडयंत्र करत हे, त ओह अबियातार पुरोहित ला कहिस, “एपोद ला लान।” \v 10 तब दाऊद ह पराथना करिस, “हे यहोवा, इसरायल के परमेसर, तोर सेवक ह निस्चय सुने हवय कि साऊल ह मोर कारन कीला म आके नगर ला नास करे के योजना बनात हवय। \v 11 का कीला के मनखेमन मोला ओकर हांथ म कर दीहीं? का साऊल ह आही, जइसने कि तोर सेवक ह सुने हवय? हे यहोवा, इसरायल के परमेसर, अपन सेवक ला बता।” \p अऊ यहोवा ह कहिस, “हव, ओह आही।” \p \v 12 दाऊद ह फेर पुछिस, “का कीला के मनखेमन मोला अऊ मोर मनखेमन ला साऊल के हांथ म कर दीहीं?” \p अऊ यहोवा ह कहिस, “हव, ओमन अइसने करहीं।” \p \v 13 तब दाऊद अऊ ओकर मनखे, जऊन मन लगभग छै सौ जन रिहिन, कीला नगर ले निकलके एती-ओती जगह-जगह फिरे लगिन। जब साऊल ला ये बताय गीस कि दाऊद ह कीला ले निकलके भाग गे हवय, त ओह उहां नइं गीस। \p \v 14 दाऊद ह सुनसान गढ़मन म अऊ जीप के सुनसान पहाड़ीमन म रहे लगिस। साऊल ह ओला हर दिन खोजिस, पर परमेसर ह दाऊद ला ओकर हांथ म नइं पड़न दीस। \p \v 15 जब दाऊद ह जीप के सुनसान जगह म होरेस सहर म रिहिस, त ओला पता चलिस कि साऊल ह ओकर परान के खोज म निकले हवय। \v 16 अऊ साऊल के बेटा योनातन ह होरेस म दाऊद करा गीस अऊ परमेसर ऊपर बिसवास म मजबूती से बने रहे बर ओकर मदद करिस। \v 17 ओह दाऊद ला कहिस, “झन डर! मोर ददा साऊल ह तोला नइं पकड़ सकय। तेंह इसरायल के राजा बनबे, अऊ मोर पद ह तोर बाद दूसरा नम्बर म होही। अऊ त अऊ ये बात ला मोर ददा साऊल घलो जानत हे।” \v 18 तब ओ दूनों झन यहोवा के आघू म एक करार करिन। तब योनातन अपन घर चल दीस, पर दाऊद ह होरेस म रह गीस। \p \v 19 तब जीपीमन गिबा म साऊल करा जाके कहिन, “का दाऊद ह हमर बीच म, हकीला पहाड़ी म, होरेस के गढ़मन म नइं छुपे हवय, जऊन ह यसीमोन के दक्खिन कोति हवय? \v 20 एकरसेति, हे राजा, तोला जब भी सही लगय, तेंह आ, अऊ ओला तोर हांथ म कर देना हमर जिम्मेदारी होही।” \p \v 21 साऊल ह जबाब दीस, “मोर चिंता करे के कारन, यहोवा ह तुमन ला आसीस देवय। \v 22 तुमन जाके अऊ पता लगावव। पता लगावव कि दाऊद ह अकसर कहां जाथे अऊ कोन ह ओला उहां देखे हवय। मोला बताय गे हवय कि ओह बहुंत चालबाज अय। \v 23 ओह कहां-कहां छुपथे, ओ जम्मो जगह के पता लगावव अऊ वापिस आके मोला सही-सही बतावव। तब मेंह तुम्हर संग चलहूं; यदि ओह ओ इलाका म होही, त मेंह ओला यहूदा के जम्मो गोत्र म ले खोज निकालहूं।” \p \v 24 तब ओमन चलिन अऊ साऊल ले पहिले जीप ला गीन। दाऊद अऊ ओकर मनखेमन माओन के सुनसान जगह म रिहिन, जऊन ह अराबा म यसीमोन के दक्खिन कोति हवय। \v 25 तब साऊल अऊ ओकर मनखेमन दाऊद के खोज म लग गीन, अऊ जब दाऊद ला येकर बारे म बताय गीस, त ओह खाल्हे चट्टान करा उतर गीस अऊ माओन के सुनसान जगह म रहे लगिस। जब साऊल ह ये बात ला सुनिस, त ओह माओन के सुनसान जगह म दाऊद के पीछा करे बर गीस। \p \v 26 साऊल ह पहाड़ के एक तरफ जावत रिहिस, अऊ दाऊद अऊ ओकर मनखेमन पहाड़ के दूसर कोति साऊल ले बचे बर जल्दी-जल्दी जावत रिहिन। जब साऊल अऊ ओकर सेना ह दाऊद अऊ ओकर मनखेमन ला पकड़े बर लकठा म आवत रिहिन, \v 27 तभे एक दूत ह साऊल करा आईस अऊ कहिस, “जल्दी करके आ! काबरकि पलिस्तीमन देस ऊपर हमला करत हवंय।” \v 28 ये सुनके साऊल ह दाऊद के पीछा करे बर छोंड़के पलिस्तीमन के सामना करे बर गीस। येकरे कारन मनखेमन ओ जगह ला सेला-हम्मालकोत\f + \fr 23:28 \fr*\fq सेला-हम्मालकोत \fq*\ft के मतलब होथे \ft*\fqa अलग करे के चट्टान\fqa*\f* कहिथें। \v 29 अऊ दाऊद ह उहां ले चल दीस अऊ एन-गदी के गढ़मन म रहे लगिस। \c 24 \s1 दाऊद ह साऊल ला छोंड़ देथे \p \f + \fr 24 \fr*\ft इबरानी अनुवाद म \+xt 24:1‑22\+xt* ला 24:22‑23 गने गे हवय\ft*\f* \v 1 जब साऊल ह पलिस्तीमन के पीछा करके लहुंटिस, त ओला ये बताय गीस, “दाऊद ह एन-गदी के सुनसान जगह म हवय।” \v 2 तब साऊल ह जम्मो इसरायलीमन म ले तीन हजार उत्तम जवानमन ला लीस अऊ दाऊद अऊ ओकर मनखेमन ला जंगली छेरीमन के खड़े चट्टानमन के लकठा म खोजे बर निकलिस। \p \v 3 जब ओह रद्दा म भेड़थान करा आईस, त उहां एक गुफा रिहिस, अऊ साऊल ह बहिर फिरे बर ओकर भीतर गीस। दाऊद अऊ ओकर मनखेमन ओही गुफा के पाछू म बईठे रहंय। \v 4 तब दाऊद के मनखेमन ओकर ले कहिन, “आज ओ दिन अय, जेकर बारे म यहोवा ह तोला कहे रिहिस, ‘मेंह तोर बईरी ला तोर हांथ म कर दूहूं ताकि तें ओकर संग अपन ईछा मुताबिक बरताव कर।’ ” तब दाऊद ह रेंगत गीस अऊ चुपेचाप साऊल के अंगरखा के छोर ला काट लीस। \p \v 5 येकर बाद, दाऊद ह साऊल के कपड़ा के छोर ला काटके पछताईस। \v 6 ओह अपन मनखेमन ला कहिस, “यहोवा ह मना करथे कि मेंह अपन मालिक, यहोवा के अभिसिक्त जन के संग अइसने काम करंव, या ओकर ऊपर अपन हांथ उठावंव; काबरकि ओह यहोवा के अभिसिक्त जन अय।” \v 7 अइसने बात कहिके दाऊद ह अपन मनखेमन ला बहुंत चेताईस अऊ ओमन ला साऊल ऊपर हमला करे के अनुमति नइं दीस। ओकर पाछू साऊल ह गुफा ले निकलके अपन डहार म चल दीस। \p \v 8 तब दाऊद ह खोड़रा ले बाहिर निकलिस अऊ साऊल ला नरियाके कहिस, “हे राजा मोर मालिक।” जब साऊल ह अपन पाछू कोति मुड़के देखिस, त दाऊद ह झुकके भुइयां कोति मुड़ ला नवाके दंडवत करिस। \v 9 ओह साऊल ला कहिस, “तेंह ओ मनखेमन के बात ला काबर सुनथस, जऊन मन ये कहिथें कि दाऊद ह तोर हानि करे चाहत हे? \v 10 आज तेंह अपन आंखी ले देख डारे हस कि यहोवा ह गुफा म कइसे तोला मोर हांथ म कर दे रिहिस। मोर कुछू मनखेमन तो तोला मार डारे बर घलो कहिन, पर मेंह तोला छोंड़ देंव; मेंह कहेंव, ‘मेंह अपन मालिक ऊपर हांथ नइं उठावंव, काबरकि ओह यहोवा के अभिसिक्त जन अय।’ \v 11 देख, हे मोर ददा, मोर हांथ म तोर अंगरखा के ये कुटा ला देख! मेंह तोर कपड़ा के छोर ला काट तो लेंव पर तोला घात नइं करेंव। देख कि मोर हांथ म अइसने कुछू नइं ए, जेकर से ये पता चले कि मेंह गलत काम करे के या बिदरोह करे के दोसी अंव। मेंह तोर बिरूध म कोनो गलती नइं करे हंव, पर तेंह मोर परान लेय बर मोला खोजत हस। \v 12 यहोवा ह तोर अऊ मोर नियाय करय। अऊ जऊन गलत काम तेंह मोर बिरूध म करे हवस, यहोवा ओकर बदला लेवय, पर मोर हांथ ह तोर हानि करे बर नइं उठय। \v 13 जइसे कि पुराना कहावत हे, ‘दुस्ट मनखेमन ले दुस्टता के काम होथे,’ एकरसेति मोर हांथ ह तोर ऊपर नइं उठही। \p \v 14 “इसरायल के राजा ह काकर बिरूध म निकलके आय हवय? तेंह काकर पाछू पड़े हस? एक मरे कुकुर के पाछू? एक कीरा के पाछू? \v 15 यहोवा ह हमर नियाय करइया होवय अऊ फैसला करय। ओह मोर मामला ऊपर बिचार करय अऊ मोला संभालय; ओह मोला तोर हांथ ले बचाके मोर नियाय करय।” \p \v 16 जब दाऊद ह साऊल ले ये बात कह चुकिस, त साऊल ह पुछिस, “हे मोर बेटा, दाऊद, का येह तोर अवाज ए?” अऊ साऊल ह चिचियाके रोवन लगिस। \v 17 फेर ओह दाऊद ले कहिस, “तेंह मोर ले जादा धरमी अस। तेंह तो मोर संग भलई करे हस, पर मेंह तोर संग बुरई करे हंव। \v 18 तेंह जऊन भलई मोर संग करे हस, ओकर बारे म तेंह मोला अभी बताय; यहोवा ह मोला तोर हांथ म कर दे रिहिस, पर तेंह मोर घात नइं करय। \v 19 जब कोनो मनखे अपन बईरी ला पाथे, त का ओह ओकर बिगर कोनो हानि करे ओला जावन देथे? आज तेंह जइसने बरताव मोर संग करे हस, यहोवा ह तोला ओकर बने ईनाम देवय। \v 20 मेंह जानत हंव कि तेंह जरूर राजा बनबे अऊ इसरायल के राज ह तोर हांथ म इस्थिर होही। \v 21 अब तेंह मोर ले यहोवा के कसम खा कि तेंह मोर संतानमन ला नास नइं करबे या मोर ददा के घराना ले मोर नांव ला नइं मेटाबे।” \p \v 22 एकरसेति दाऊद ह साऊल ले अइसने ही कसम खाईस। तब साऊल ह अपन घर लहुंट गीस, पर दाऊद अऊ ओकर मनखेमन ऊपर गढ़ म चल दीन। \c 25 \s1 दाऊद, नाबाल अऊ अबीगैल \p \v 1 समूएल के मिरतू हो गीस, अऊ जम्मो इसरायलीमन जूरिन अऊ ओकर बर सोक मनाईन; अऊ ओमन ओला रामा सहर के ओकर घर म माटी दीन। तब दाऊद ह खाल्हे पारान\f + \fr 25:1 \fr*\fq पारान \fq*\ft कुछू हस्तलिपि म \ft*\fqa माओन\fqa*\f* के सुन्ना जगह म चल दीस। \p \v 2 माओन नगर म एक मनखे रिहिस, जेकर उहां करमेल नगर म संपत्ति रिहिस, अऊ ओह बहुंत धनी मनखे रिहिस। ओकर करा एक हजार बकरी अऊ तीन हजार भेड़ रिहिन, अऊ ओह करमेल म अपन भेड़मन के ऊन कतरत रिहिस। \v 3 ओ मनखे के नांव नाबाल अऊ ओकर घरवाली के नांव अबीगैल रिहिस। ओह एक बुद्धिमान अऊ सुन्दर माईलोगन रिहिस, पर ओकर घरवाला ह कठोर अऊ खराप काम करनेवाला रिहिस—ओह एक कालेबबंसी रिहिस। \p \v 4 जब दाऊद ह सुन्ना जगह म रिहिस, त ओह सुनिस कि नाबाल ह अपन भेड़मन के ऊन कतरत हवय। \v 5 त दाऊद ह अपन दस जवानमन ला कहिस, “करमेल म नाबाल करा जावव अऊ मोर कोति ले ओला जोहार-भेंट करव। \v 6 अऊ ओला अइसने कहव, ‘तेंह जीयत रह! तोर अऊ तोर घराना के कल्यान होवय! अऊ तोर जम्मो चीज के कल्यान होवय! \p \v 7 “ ‘मेंह सुने हंव कि येह भेड़मन के ऊन कतरे के समय अय। जब तोर चरवाहामन हमर संग रिहिन, त हमन ओमन के संग कोनो गलत बरताव नइं करेंन अऊ जतेक समय ओमन हमर संग करमेल म रिहिन, ओमन के कुछू नइं गंवाईस। \v 8 तेंह अपन सेवकमन ला पुछ अऊ ओमन तोला बताहीं। एकरसेति, जब हमन खुसी के बेरा म आय हवन, त मोर जवान मनखेमन ऊपर किरपा कर। जऊन कुछू तोर ले हो सकत हे, अपन सेवकमन ला अऊ अपन बेटा सहीं दाऊद ला दे।’ ” \p \v 9 जब दाऊद के जवानमन उहां हबरिन, त ओमन दाऊद के नांव म नाबाल ला ये संदेस देके इंतजार करिन। \p \v 10 नाबाल ह दाऊद के सेवकमन ला ये जबाब दीस, “दाऊद ह कोन ए? ये यिसै के बेटा कोन ए? आजकल बहुंत सेवकमन अपन मालिकमन ला छोंड़के भागत हवंय। \v 11 मेंह काबर अपन रोटी अऊ पानी, अऊ मांस, जऊन ला मेंह अपन ऊन कतरइयामन बर काटे हवंव, ओला लेके अइसने मनखेमन ला दे दंव, जेमन ला मेंह नइं जानंव कि ओमन कहां ले आय हवंय?” \p \v 12 दाऊद के जवानमन लहुंटके वापिस चल दीन। जब ओमन दाऊद करा हबरिन, त ओमन ओला जम्मो बात जस के तस सुना दीन। \v 13 तब दाऊद ह अपन मनखेमन ला कहिस, “जम्मो झन अपन-अपन तलवार बांध लेवव!” अऊ ओमन अपन-अपन तलवार बांध लीन, अऊ दाऊद घलो अपन तलवार ला बांध लीस। लगभग चार सौ मनखे दाऊद के संग गीन, अऊ दू सौ मनखे सामान के संग रूक गीन। \p \v 14 पर एक सेवक ह नाबाल के घरवाली अबीगैल ला बताईस, “दाऊद ह सुनसान जगह ले हमर मालिक ला अपन जोहार-भेंट करे बर दूत पठोय रिहिस, पर हमर मालिक ह ओमन के बेजत्ती करिस। \v 15 जबकि ओ आदमीमन हमर संग भलई करिन। ओमन हमर ले गलत बरताव नइं करिन, अऊ ओ पूरा समय जब हमन मैदान म ओमन के लकठा म रहेंन, तब हमर कोनो चीज नइं गंवाईस। \v 16 ओ पूरा समय जब हमन ओमन के लकठा म भेड़-बकरीमन ला चरात रहेंन, त ओमन रात-दिन हमर चारों कोति आड़ बनके रिहिन। \v 17 अब तें येकर बारे म सोच-बिचार कर अऊ देख कि तेंह का कर सकथस, काबरकि बिपत्ति ह हमर मालिक अऊ ओकर जम्मो घराना ऊपर अवइया हे। हमर मालिक तो अइसने दुस्ट मनखे अय कि ओकर ले कोनो गोठिया नइं सकय।” \p \v 18 तब अबीगैल ह जल्दी करके दू सौ रोटी, दू ठन चाम के थैली म अंगूर के मंद, पांच ठन भेड़मन के मांस, पांच सेआ\f + \fr 25:18 \fr*\ft लगभग 27 किलोग्राम\ft*\f* भूंजे अनाज, एक सौ किसमिस के केक अऊ दबाय अंजीर के दू सौ केक लेके गदहामन म लदवाईस, \v 19 अऊ अबीगैल ह अपन सेवकमन ला कहिस, “तुमन आघू चलव; मेंह तुम्हर पाछू-पाछू आवत हंव।” पर ओह अपन घरवाला नाबाल ला ये बात नइं बताईस। \p \v 20 जब ओह अपन गदहा म चघके पहाड़ के एक घाटी म आईस, त उहां दाऊद अऊ ओकर मनखेमन ओकर कोति खाल्हे उतरत आवत रिहिन, अऊ ओह ओमन ले मिलिस। \v 21 दाऊद ह थोरकन देर पहिली अपनआप ले कहे रिहिस, “ये सब बेकार हो गे—सुनसान जगह म, ये मनखे के संपत्ति के, मेंह पूरा पहरेदारी करेंव, जेकर से ओकर कुछू घलो चीज नइं गंवाईस। ओह भलई के बदले मोर संग बुरई करे हवय। \v 22 परमेसर ह दाऊद के संग बहुंत कठोरता से बरताव करय, यदि बिहनियां होवत तक, में ओ मनखे के अधीन म रहइया एको आदमी ला घलो जीयत छोड़ंव त!” \p \v 23 जब अबीगैल ह दाऊद ला देखिस, त ओह जल्दी से अपन गदहा ले उतरिस अऊ दाऊद के आघू मुहूं के बल भुइयां म गिरके ओला दंडवत करिस। \v 24 ओह दाऊद के गोड़ खाल्हे गिरके कहिस: “हे मोर मालिक, अपन सेविका ला छेमा कर, अऊ मोला तोर से गोठियावन दे; सुन कि तोर सेविका का कहे चाहत हे। \v 25 हे मोर मालिक, ओ दुस्ट मनखे नाबाल ऊपर धियान झन दे। जइसने ओकर नांव हे, वइसने ही ओह अय—ओकर नांव के मतलब मुरूख होथे, अऊ सही म ओमा मुरूखता पाय जाथे। पर में, तोर सेविका ह ओ जवानमन ला नइं देख सकेंव, जेमन ला मोर मालिक ह पठोय रिहिस। \v 26 अऊ अब, हे मोर मालिक, यहोवा तोर परमेसर के जिनगी अऊ तोर जिनगी के कसम, जबकि यहोवा ह तोला खून करे ले अऊ अपन हांथ से खुद बदला लेय से रोके हवय, एकरसेति तोर बईरीमन अऊ ओ जम्मो, जेमन मोर मालिक ला नुकसान पहुंचाय के इरादा रखथें, ओमन के हालत नाबाल के सहीं होवय। \v 27 अऊ ये भेंट, जऊन ला तोर सेविका ह अपन मालिक करा लाने हवय, येला तोर पाछू चलइया मनखेमन ला दिये जावय। \p \v 28 “किरपा करके अपन सेविका के अपराध ला छेमा कर। यहोवा तोर परमेसर ह निस्चय ही मोर परभू के राजबंस ला स्थापित करही, काबरकि तेंह यहोवा के लड़ई लड़त हस, अऊ तोर जिनगी भर तोर म कोनो बुरई नइं पाय जाही। \v 29 हालाकि एक मनखे तोर परान लेय बर तोर पीछा करत हे, पर मोर मालिक के परान यहोवा तोर परमेसर के दुवारा जिनगी के गठरी म बंधाय रहिही, अऊ तोर बईरीमन के परान ला अइसने निकाल लीही, जइसने गोफन म ले गोटी निकलथे। \v 30 जब यहोवा ह मोर मालिक ले करे गय वायदा के जम्मो बने चीज ला पूरा कर लीही अऊ ओला इसरायल ऊपर परधान ठहिरा दीही, \v 31 तब मोर मालिक ला ये खातिर पछताना नइं पड़ही कि ओह अकारन खून बहाय हवय या ओह खुद बदला लेय हवय। अऊ जब यहोवा तोर परमेसर ह मोर मालिक ला सफलता दे दीही, तब अपन सेविका ला सुरता करबे।” \p \v 32 दाऊद ह अबीगैल ला कहिस, “यहोवा, इसरायल के परमेसर के महिमा होवय, जऊन ह आज मोर ले भेंट करे बर तोला पठोय हवय। \v 33 परमेसर ह तोला आसीस देवय, काबरकि तेंह सही निरनय ले हस अऊ मोला आज तें खून बहाय अऊ अपन खुद के हांथ ले अपन बदला लेय से रोक ले हस। \v 34 नइं तो, यहोवा, इसरायल के परमेसर के जिनगी के कसम, जऊन ह मोला तोर नुकसान करे ले रोके हवय, कहूं तेंह जल्दी करके मोर ले भेंट करे बर नइं आय रहितय, त बिहनियां के होवत तक नाबाल के कोनो आदमी जीयत नइं बचे रहितिन।” \p \v 35 तब दाऊद ह अबीगैल के दुवारा लाय गे चीजमन ला गरहन करिस अऊ ओला कहिस, “सांति से अपन घर जा। मेंह तोर बात ला सुनेंव अऊ तोर बिनती ला मान ले हंव।” \p \v 36 तब अबीगैल ह नाबाल करा गीस, त देखिस कि ओह घर म राजा के सहीं एक भोज के आयोजन करत हवय। ओकर मन ह मगन रहय अऊ ओह नसा म चूर हो गे रहय। एकरसेति अबीगैल ह बिहनियां के होवत तक, ओला कुछू नइं कहिस। \v 37 दूसर दिन बिहनियां, जब नाबाल के नसा ह उतर गे रिहिस, तब ओकर घरवाली ह ओला ये जम्मो बात बताईस, तब ओह अपन मन म बहुंत हतास होईस अऊ ओह एक पथरा सहीं सुन्न हो गीस। \v 38 लगभग दस दिन के बाद, यहोवा ह नाबाल ला अइसने मारिस कि ओह मर गीस। \p \v 39 जब दाऊद ह सुनिस कि नाबाल ह मर गे हवय, त ओह कहिस, “यहोवा के महिमा होवय, जऊन ह नाबाल के दुवारा करे गय मोर अपमान के बदला लीस। ओह अपन सेवक ला गलती करे ले रोकिस अऊ नाबाल के बुरई ला ओकरेच मुड़ म डार दीस।” \p तब दाऊद ह अबीगैल करा खबर भिजवाके पुछिस कि ओह दाऊद के घरवाली बनय। \v 40 दाऊद के सेवकमन करमेल गीन अऊ अबीगैल ला कहिन, “दाऊद ह हमन ला तोला ले जाय बर पठोय हवय, ताकि तेंह ओकर घरवाली बनके रह।” \p \v 41 अबीगैल ह मुहूं के बल भुइयां म गिरके दंडवत करिस अऊ कहिस, “मेंह तोर सेविका अंव अऊ तोर सेवा करे बर अऊ अपन मालिक के सेवकमन के चरन धोय बर तियार हंव।” \v 42 तब अबीगैल ह जल्दी से एक गदहा ऊपर चघिस, अऊ अपन पांच सेविकामन ला लेके दाऊद के दूतमन के संग गीस, अऊ ओकर घरवाली हो गीस। \v 43 दाऊद ह यिजरेल नगर के अहीनोअम ले घलो बिहाव कर लीस, अऊ ओ दूनों ओकर घरवाली होईन। \v 44 पर साऊल ह अपन बेटी, दाऊद के घरवाली, मीकल ला लैस के बेटा पलतीएल\f + \fr 25:44 \fr*\ft इबरानी म \ft*\fqa पलती \fqa*\ft जऊन ह \ft*\fq पलतीएल \fq*\ft के आने नांव ए\ft*\f* ला देय दे रिहिस, जऊन ह गल्लीम के रहइया रिहिस। \c 26 \s1 दाऊद ह फेर साऊल ला छोंड़ देथे \p \v 1 जीपीमन गिबा म साऊल करा जाके कहिन, “का दाऊद ह ओ हकीला नांव के पहाड़ी म नइं छुपे हवय, जऊन ह यसीमोन के सामने म हवय?” \p \v 2 एकरसेति साऊल ह अपन तीन हजार चुने इसरायलीमन के संग दाऊद ला खोजे बर जीप के सुनसान जगह म गीस। \v 3 साऊल ह अपन डेरा हकीला नांव के पहाड़ी के रद्दा के तीर म डालिस, जऊन ह यसीमोन के सामने म रिहिस। पर दाऊद ह सुनसान जगह म रूके रिहिस। जब ओह ये जानिस कि साऊल ह ओकर पीछा करत उहां आ गे हवय, \v 4 त ओह भेदियामन ला पठोके ये जान लीस कि साऊल ह सही म आ गे हवय। \p \v 5 तब दाऊद ह निकलिस अऊ ओ जगह म गीस, जिहां साऊल ह डेरा डाले रिहिस। ओह ओ जगह ला देखिस, जिहां साऊल अऊ सेना के सेनापति, नेर के बेटा अबनेर पड़े रहंय। साऊल ह डेरा के भीतर लेटे रहय, अऊ सेना ह ओकर चारों कोति डेरा डाले रहय। \p \v 6 तब दाऊद ह हित्ती अहीमेलेक अऊ सरूयाह के बेटा, योआब के भाई, अबीसै ले पुछिस, “मोर संग कोन ह खाल्हे डेरा म साऊल करा जाही?” \p अबीसै ह कहिस, “मेंह तोर संग चलहूं।” \p \v 7 त दाऊद अऊ अबीसै रथिया सेना करा गीन, अऊ का देखिन कि साऊल डेरा के भीतर सोवत हवय, ओकर बरछी ह ओकर मुड़ के लकठा म भुइयां म गड़े हवय। अबनेर अऊ सैनिकमन ओकर चारों कोति पड़े रहंय। \p \v 8 तब अबीसै ह दाऊद ला कहिस, “परमेसर ह आज तोर बईरी ला तोर हांथ म कर दे हवय। मोला कह, मेंह बरछी के एके वार म ओला भुइयां म बेध दूहूं; मोला ओकर ऊपर दूबारा वार करना नइं पड़ही।” \p \v 9 पर दाऊद ह अबीसै ला कहिस, “ओला नास झन कर! यहोवा के अभिसिक्त जन ऊपर हांथ उठाके कोन ह निरदोस हो सकथे?” \v 10 फेर दाऊद ह कहिस, “यहोवा के जिनगी के कसम, यहोवा ह ओला मारही, या ओकर समय आही अऊ ओह मर जाही, या ओह लड़ई म जाके नास हो जाही। \v 11 पर यहोवा ये झन करय कि मेंह यहोवा के अभिसिक्त जन ऊपर हांथ उठावंव। अब तें ओकर मुड़ के लकठा म रखे बरछी अऊ पानी के सुराही ला धर, अऊ आ हमन इहां ले चले जावन।” \p \v 12 तब दाऊद ह बरछी अऊ पानी के सुराही ला साऊल के मुड़ के लकठा ले लेय लीस, अऊ ओमन चल दीन। कोनो येला नइं देखिस या येकर बारे नइं जानिस, अऊ न ही कोनो जागिस। ओमन जम्मो झन सुतत रिहिन, काबरकि यहोवा ह ओमन ला भारी नींद म डार दे रिहिस। \p \v 13 तब दाऊद ह पार होके दूसर कोति गीस अऊ कुछू दूरिहा म पहाड़ी ऊपर जाके ठाढ़ हो गीस; अऊ ओमन के बीच म एक बड़े जगह रहय। \v 14 दाऊद ह ओ सेना ला अऊ नेर के बेटा अबनेर ला नरियाके कहिस, “हे अबनेर, का तेंह मोला जबाब देबे?” \p अबनेर ह जबाब दीस, “तेंह कोन अस, जो राजा ला नरियावत हस?” \p \v 15 दाऊद ह अबनेर ला कहिस, “तेंह एक आदमी अस, अस कि नइं? अऊ इसरायल म तोर सहीं कोन हवय? तेंह अपन मालिक, राजा के पहरेदारी काबर नइं करय? एक झन तोर मालिक, राजा ला नास करे बर आय रिहिस। \v 16 जऊन काम तें करे हस, ओह ठीक नो हय। यहोवा के जिनगी के कसम, तें अऊ तोर मनखेमन मारे जाय के लईक हव, काबरकि तुमन अपन मालिक, यहोवा के अभिसिक्त जन के पहरेदारी नइं करेव। अपन चारों कोति देख। राजा के ओ बरछी अऊ पानी के सुराही कहां हवय, जऊन ह ओकर मुड़ के लकठा म रिहिस?” \p \v 17 साऊल ह दाऊद के अवाज ला चिन डारिस अऊ कहिस, “हे मोर बेटा, दाऊद, का येह तोर अवाज अय?” \p दाऊद ह जबाब दीस, “हव, हे मोर मालिक मोर राजा, येह मोर अवाज अय।” \v 18 फेर ओह कहिस, “मोर परभू ह अपन सेवक के पीछा काबर करत हवय? मेंह का करे हवंव, अऊ मेंह कोन गलत काम के दोसी अंव? \v 19 अब, मोर मालिक, राजा ह अपन सेवक के बात ला सुन लेवय। यदि यहोवा ह तोला मोर बिरूध उकसाईस हवय, त फेर ओह एक भेंट गरहन करय। पर यदि मनखेमन अइसने करे हवंय, त ओमन ला यहोवा के आघू म सराप लगय! ओमन आज मोला यहोवा के उत्तराधिकार के बांटा ले अलग कर दे हवंय अऊ कहे हवंय, ‘जा, आने देवतामन के सेवा कर।’ \v 20 एकरसेति अब मोर खून ह यहोवा ले दूरिहा भुइयां म झन गिरन पावय। इसरायल के राजा ह एक कीरा ला खोजे बर निकले हवय—जइसने कि कोनो पहाड़मन म तीतर के सिकार करथे।” \p \v 21 तब साऊल ह कहिस, “मेंह पाप करे हवंव। हे मोर बेटा दाऊद, वापिस आ जा। मेंह फेर तोर कुछू हानि करे के कोसिस नइं करंव, काबरकि तेंह आज मोर परान ला बहुंत अनमोल समझय। निस्चय ही, मेंह मुरूख सहीं काम करे हंव अऊ बहुंत गलत करे हंव।” \p \v 22 दाऊद ह जबाब देवत कहिस, “राजा के बरछी इहां हवय; तोर कोनो जवान इहां आवय अऊ येला ले जावय। \v 23 यहोवा ह हर एक ला ओकर धरमीपन अऊ बिसवासयोग्यता के ईनाम देथे। यहोवा ह आज तोला मोर हांथ म कर दे रिहिस, पर मेंह यहोवा के अभिसिक्त जन के ऊपर हांथ उठाना उचित नइं समझेंव। \v 24 जइसने कि मेंह आज तोर जिनगी ला मयारू जानेंव, वइसने ही यहोवा घलो मोर जिनगी ला मयारू जानय अऊ मोला जम्मो बिपत्ति ले बचावय।” \p \v 25 तब साऊल ह दाऊद ला कहिस, “हे मोर बेटा दाऊद, परमेसर ह तोला आसीस देवय; तेंह बड़े-बड़े काम करबे अऊ जरूर जय पाबे।” \p तब दाऊद ह अपन रसता म चल दीस, अऊ साऊल ह अपन घर लहुंट गीस। \c 27 \s1 दाऊद ह पलिस्तीमन के बीच \p \v 1 ओकर पाछू दाऊद ह अपन मन म सोचिस, “अब में कोनो न कोनो दिन साऊल के हांथ ले मारे जाहूं। सबले बने बात ये होही कि मेंह बचके पलिस्तीमन के देस म भाग जावंव। तब साऊल ह इसरायल के कोनो भी जगह म मोला खोजना छोंड़ दीही, अऊ मेंह ओकर हांथ ले बच निकलहूं।” \p \v 2 एकरसेति दाऊद अऊ ओकर संग छै सौ मनखे ओ जगह ला छोंड़ दीन अऊ ओमन गत सहर के राजा माओक के बेटा आकीस करा गीन। \v 3 दाऊद अऊ ओकर मनखेमन गत म आकीस के संग रहे लगिन। हर एक मनखे के संग ओकर परिवार घलो रहय, अऊ दाऊद के दू झन घरवाली रिहिन: यिजरेल के अहीनोअम अऊ करमेल के अबीगैल, जऊन ह नाबाल के बिधवा रिहिस। \v 4 जब साऊल ला ये बताय गीस कि दाऊद ह गत ला भाग गे हवय, त ओह ओला फेर नइं खोजिस। \p \v 5 तब दाऊद ह आकीस ला कहिस, “यदि मोर ऊपर तोर किरपा-दिरिस्टी हवय, त देहात इलाका म कोनो नगर मोला दे ताकि मेंह उहां रहंव। तोर सेवक ह तोर संग राजकीय सहर म काबर रहय?” \p \v 6 एकरसेति ओ दिन आकीस ह दाऊद ला सिकलग नगर दे दीस, अऊ तब ले सिकलग ह यहूदा के राजामन के बने हवय। \v 7 दाऊद ह पलिस्तीमन के इलाका म एक साल अऊ चार महिना रिहिस। \p \v 8 दाऊद अऊ ओकर मनखेमन ऊपर जाके गसूरी, गिरजी अऊ अमालेकीमन ऊपर हमला करिन। (पुराना जमाना ले, ये मनखेमन ओ देस म रहत रिहिन, जऊन ह सूर अऊ मिसर देस तक फईले रिहिस।) \v 9 दाऊद ह जब भी कोनो इलाका म हमला करय, त ओह उहां के एको मनखे या माईलोगन ला जीयत नइं छोंड़य, पर भेड़-बकरी, गाय-बईला, गदहा, ऊंट अऊ कपड़ामन ला ले लेवय अऊ तब ओह लहुंटके आकीस करा जावय। \p \v 10 जब आकीस ह पुछय, “आज तुमन कहां हमला करे बर गे रहेव?” त दाऊद ह कहय, “यहूदा के नेगेव म” या “यरहमेल के नेगेव म” या “केनीमन के नेगेव म।” \v 11 दाऊद ह ये सोचके एको मनखे या माईलोगन ला जीयत नइं छोंड़य, “ओमन गत म आके हमर बारे म ये कह सकत हें, ‘दाऊद ह अइसने करे हवय।’ ” अऊ जब तक ओह पलिस्तीमन के इलाका म रिहिस, तब तक ओह अइसने ही करिस। \v 12 आकीस ह दाऊद ऊपर बिसवास करय अऊ अपन मन म कहय, “ओह अपन इसरायली मनखेमन के नजर म अइसे गिर गे हवय कि ओह जिनगी भर मोर सेवक बने रहिही।” \c 28 \p \v 1 कुछू दिन के पाछू पलिस्तीमन इसरायल के बिरूध लड़े बर अपन सेना ला संकेलिन। आकीस ह दाऊद ला कहिस, “तेंह ये बात ला जान ले कि तोला अऊ तोर मनखेमन ला मोर संग सेना म जाना पड़ही।” \p \v 2 दाऊद ह कहिस, “तब तेंह खुद देखबे कि तोर सेवक ह का कर सकत हे।” \p आकीस ह जबाब दीस, “बहुंत बढ़िया, मेंह तोला अपन जिनगी भर अपन अंगरछक बनाके रखहूं।” \s1 एनदोर म साऊल अऊ भूत सिद्धि-करइया माईलोगन \p \v 3 समूएल ह मर गीस, अऊ जम्मो इसरायलीमन ओकर बर सोक मनाईन अऊ ओला ओकर नगर रामा म माटी दीन। साऊल ह भूतसाधक अऊ बईगामन ला देस ले निकाल देय रिहिस। \p \v 4 पलिस्तीमन जूरिन अऊ आके सुनेम नगर म डेरा डालिन, जबकि साऊल ह जम्मो इसरायलीमन ला संकेलके गिलबो पहाड़ म डेरा डालिस। \v 5 जब साऊल ह पलिस्ती सेना ला देखिस, त ओह डरा गीस; ओकर मन ह आतंक ले भर गीस। \v 6 ओह यहोवा ले पुछताछ करिस, पर यहोवा ह ओला न तो सपना, न ही ऊरीम अऊ न ही अगमजानीमन के दुवारा कोनो जबाब दीस। \v 7 साऊल ह तब अपन सेवकमन ले कहिस, “मोर बर कोनो भूतसाधक माईलोगन ला खोजव ताकि मेंह ओकर करा जाके पुछताछ करंव।” \p ओमन कहिन, “एनदोर नगर म एक भूत सिद्धि-करइया माईलोगन हवय।” \p \v 8 तब साऊल ह अपन भेस ला बदलिस अऊ आने कपड़ा पहिरके दू झन मनखे ला संग म लीस, अऊ रथिया ओ माईलोगन करा गीस, अऊ कहिस, “मोर बर कोनो आतमा ले सम्पर्क कर, अऊ जेकर नांव में लेवंव, ओ आतमा ला बला।” \p \v 9 पर ओ माईलोगन ह ओला कहिस, “तेंह तो जानत हस कि साऊल ह का करे हवय। ओह भूत सिद्धि-करइया अऊ बईगामन ला देस ले निकाल दे हवय। फेर तेंह मोला मरवाय बर मोर परान म फांदा काबर लगावत हस?” \p \v 10 साऊल ह यहोवा के कसम खाके ओला कहिस, “यहोवा के जिनगी के कसम, तोला येकर बर सजा नइं मिलय।” \p \v 11 तब माईलोगन ह पुछिस, “मेंह तोर बर कोन ला बलावंव?” \p ओह जबाब दीस, “समूएल ला बला।” \p \v 12 जब ओ माईलोगन ह समूएल ला देखिस, त ओह जोर से चिचियाके साऊल ले कहिस, “तेंह मोला काबर धोखा देय हस? तेंह तो साऊल अस!” \p \v 13 राजा ह ओला कहिस, “झन डर। तोला का दिखत हे?” \p माईलोगन ह कहिस, “मेंह भूत सहीं एक रूप\f + \fr 28:13 \fr*\ft या \ft*\fqa आतमा\fqa*\ft ; या \ft*\fqa देवता\fqa*\f* ला भुइयां ले बाहिर निकलत देखत हंव।” \p \v 14 ओह पुछिस, “ओह कइसे दिखत हवय?” \p ओ माईलोगन ह जबाब दीस, “एक सियान मनखे बागा पहिरे ऊपर आवत हवय।” \p तब साऊल ह जान डारिस कि ओह समूएल अय, अऊ ओह झुकिस अऊ मुहूं के भार भुइयां म पट पड़के दंडवत करिस। \p \v 15 समूएल ह साऊल ला कहिस, “तेंह मोला ऊपर बलाके काबर बाधा डाले हवस?” \p साऊल ह कहिस, “मेंह भारी संकट म हवंव। पलिस्तीमन मोर संग लड़त हवंय अऊ परमेसर ह मोला छोंड़ दे हवय। ओह अब मोला कोनो जबाब नइं देवय, न तो अगमजानीमन के दुवारा अऊ न ही सपना के दुवारा। एकरसेति मेंह तोला बलाय हवंव कि तेंह मोला बता कि मेंह का करंव।” \p \v 16 समूएल ह कहिस, “जब यहोवा ह तोला छोंड़के तोर बईरी बन गे हवय, त फेर तेंह मोर ले काबर पुछत हस? \v 17 यहोवा ह जइसने मोर जरिये कहवाय रिहिस, वइसने ही ओह करे हवय। यहोवा ह तोर हांथ ले राज ला छीनके तोर परोसी दाऊद ला दे दीस हवय। \v 18 काबरकि तेंह यहोवा के बात ला नइं माने अऊ अमालेकीमन के बिरूध ओकर भड़के कोप के मुताबिक ओमन ला दंड नइं देय, एकरसेति यहोवा ह तोर संग आज अइसने करे हवय। \v 19 यहोवा ह तोला अऊ इसरायलीमन ला पलिस्तीमन के हांथ म कर दीही, अऊ कल तें अऊ तोर बेटामन मोर संग होहू। यहोवा ह इसरायली सेना ला घलो पलिस्तीमन के हांथ म कर दीही।” \p \v 20 समूएल के बात ला सुनके साऊल ह डर के मारे भुइयां म चित गिर पड़िस। ओकर ताकत ह खतम हो गे रहय, काबरकि ओह ओ पूरा दिन अऊ ओ पूरा रथिया कुछू नइं खाय रिहिस। \p \v 21 जब ओ माईलोगन ह साऊल करा आईस अऊ देखिस कि साऊल ह बहुंत डरे हवय, त ओह कहिस, “देख, तोर सेविका ह तोर बात ला मानिस। मेंह अपन परान ला जोखिम म डालके, तें जो कहय, ओला करेंव। \v 22 अब तें घलो अपन सेविका के बात ला मान; मेंह तोला कुछू खाय बर देवत हंव; ओला खा, ताकि अपन रसता म जाय बर तोला ताकत मिलय।” \p \v 23 ओह मना करके कहिस, “मेंह नइं खावंव।” \p पर साऊल के मनखेमन घलो ओ माईलोगन के संग ओकर ले बिनती करिन, अऊ ओह ओमन के बात मान लीस। ओह भुइयां ले उठके खटिया म बईठिस। \p \v 24 ओ माईलोगन करा कोठा म एक मोटा बछवा रहय, जेला ओह तुरते काटके बनाईस। फेर ओह कुछू पीसान लेके गुंथिस अऊ बिगर खमीर डाले ओकर रोटी बनाईस। \v 25 तब ओह साऊल अऊ ओकर मनखेमन के आघू म ओ जेवन ला परोस दीस, अऊ ओमन खाईन। तब ओमन उठके ओहीच रथिया उहां ले चल दीन। \c 29 \s1 आकीस ह दाऊद ला वापिस सिकलग पठोथे \p \v 1 पलिस्तीमन अपन जम्मो सेना ला अपेक सहर म संकेलिन, अऊ इसरायलीमन यिजरेल म झरना के बाजू म डेरा डाले रहंय। \v 2 जब पलिस्ती सासन करइयामन अपन सेना के सौ-सौ अऊ हजार-हजार के दल बनाके आघू बढ़िन, त ओमन के पाछू-पाछू दाऊद अऊ ओकर मनखेमन आकीस के संग बढ़िन। \v 3 तब पलिस्तीमन के दूसर सेनापतिमन पुछिन, “ये इबरीमन का करहीं?” \p आकीस ह जबाब दीस, “का येह दाऊद नो हय, जऊन ह इसरायल के राजा साऊल के एक अधिकारी रिहिस? एक साल ले जादा हो गे, ओह मोर संग हवय, अऊ जब ले ओह साऊल ला छोंड़के आय हवय, तब ले लेके आज तक, मेंह ओमा कोनो दोस नइं पाय हवंव।” \p \v 4 पर दूसर पलिस्ती सेनापतिमन आकीस ऊपर गुस्सा होईन अऊ कहिन, “ओ मनखे ला वापिस भेज, ताकि ओह ओ जगह ला जावय, जेला तेंह ओकर बर ठहिराय हस। ओला हमर संग लड़ई म बिलकुल ही नइं जाना हे, नइं तो ओह लड़ई चलत समय हमर बिरूध हो जाही। बने बात ये होही कि ओह अपन मालिक के मन फेर जीतय, एकर बदले कि ओह हमर मनखेमन के मुड़ काटय। \v 5 का येह ओ दाऊद नो हय, जेकर बारे म इसरायल के माईलोगनमन नाचत-नाचत अइसने गावत रिहिन: \q1 “ ‘साऊल ह हजारों मनखे ला, \q2 अऊ दाऊद ह लाखों मनखे ला मारिस’?” \p \v 6 एकरसेति आकीस ह दाऊद ला बलाईस अऊ ओला कहिस, “यहोवा के जिनगी के कसम, तेंह भरोसा करे के लईक मनखे अस, अऊ सेना म मोर संग तोर सेवा ला पाके, मेंह खुस होहूं। जऊन दिन ले तेंह मोर करा आय, ओ दिन ले लेके आज तक, मेंह तोर म कोनो गलती नइं पाय हंव, पर दूसर सेनापतिमन तोला नइं चाहत हंय। \v 7 एकरसेति तेंह अब सांति से लहुंटके चले जा; अऊ अइसने कुछू झन कर, जेकर से दूसर पलिस्ती सासन करइयामन तोर ले नराज होवंय।” \p \v 8 दाऊद ह आकीस ले पुछिस, “पर मेंह का करे हंव? जब ले मेंह तोर करा आय हंव, तब ले लेके आज तक, तेंह अपन सेवक म का गलती पाय हस? मेंह जाके मोर मालिक राजा के बईरीमन के बिरूध म काबर लड़ नइं सकंव?” \p \v 9 आकीस ह जबाब दीस, “मेंह जानत हंव कि तेंह मोर नजर म तो परमेसर के स्वरगदूत सहीं बने लगत हस; पर पलिस्ती सेनापतिमन कहे हवंय, ‘ओला हमर संग लड़ई म बिलकुल ही नइं जाना हे।’ \v 10 एकरसेति तेंह तोर मालिक के ओ सेवक, जऊन मन तोर संग आय हवंय, ओमन के संग बड़े बिहनियां उठबे, अऊ ओमन के संग बिहनियां अंजोर होते ही चले जाबे।” \p \v 11 एकरसेति दाऊद अऊ ओकर मनखेमन बड़े बिहनियां उठिन अऊ पलिस्तीमन के देस ला लहुंट गीन, अऊ पलिस्तीमन ऊपर यिजरेल कोति बढ़ गीन। \c 30 \s1 दाऊद ह अमालेकीमन ला नास करथे \p \v 1 दाऊद अऊ ओकर मनखेमन तीसर दिन सिकलग सहर म हबरिन। इही बीच अमालेकीमन नेगेव अऊ सिकलग ऊपर हमला करे रहंय। ओमन हमला करके सिकलग ला जला दे रहंय, \v 2 अऊ ओमन उहां के माईलोगन, जवान, डोकरा अऊ आने जम्मो झन ला बंदी बनाके ले गे रहंय। ओमन कोनो के हतिया नइं करिन, पर ओमन ला अपन संग लेके चल दे रिहिन। \p \v 3 जब दाऊद अऊ ओकर मनखेमन सिकलग हबरिन, त देखिन कि नगर ला आगी ले जलाके नास कर दे गे हवय, अऊ ओमन के घरवाली अऊ बेटा-बेटीमन ला बंदी बनाके ले गे रहंय। \v 4 तब दाऊद अऊ ओकर मनखेमन चिचिया-चिचियाके अतका रोईन कि ओमन म अऊ रोये के ताकत नइं बचिस। \v 5 दाऊद के दू घरवालीमन घलो बंदी बनाय गे रिहिन—यिजरेल के अहीनोअम, अऊ अबीगैल, जऊन ह करमेल नगर के नाबाल के बिधवा रिहिस। \v 6 दाऊद ह बहुंत संकट म रिहिस, काबरकि मनखेमन ओला पथरवाह करके मार डारे के बात एक-दूसर ले करत रिहिन; हर एक मनखे ह अपन बेटा-बेटीमन के कारन मन म बहुंत दुखी रिहिस। पर दाऊद ला यहोवा ओकर परमेसर म ताकत मिलिस। \p \v 7 तब दाऊद ह अहीमेलेक के बेटा, अबियातार पुरोहित ला कहिस, “एपोद ला मोर करा लान।” तब अबियातार ह एपोद ला दाऊद करा ले आईस, \v 8 अऊ दाऊद ह यहोवा ले पुछताछ करिस, “का मेंह ये हमला करइया दल के पीछा करंव? का मेंह पीछा करके ओमन ला पकड़ लूहूं?” \p ओह जबाब दीस, “ओमन के पीछा कर। तेंह ओमन ला जरूर पकड़ लेबे अऊ जम्मो ला छोंड़ाके ले आबे।” \p \v 9 तब दाऊद ह अपन छै सौ मनखेमन के संग बसोर घाटी करा आईस; उहां कुछू मनखेमन रूक गीन। \v 10 दू सौ मनखे बहुंत थक गे रिहिन, जेकर कारन ओमन घाटी के ओ पार नइं जा सकिन, पर दाऊद ह चार सौ मनखेमन संग पीछा करत आघू बढ़िस। \p \v 11 मनखेमन ला मैदान म एक मिसरी मनखे मिलिस अऊ ओमन ओला दाऊद करा ले आईन। ओमन ओला पीये बर पानी अऊ खाय बर जेवन घलो दीन— \v 12 जेमा अंजीर के केक के एक टुकड़ा अऊ किसमिस के दू ठन केक रहय। जब ओह खाईस, त ओकर जी म जी आईस, काबरकि ओह तीन दिन अऊ तीन रथिया ले न तो खाना खाय रिहिस अऊ न ही पानी पीये रिहिस। \p \v 13 दाऊद ह ओकर ले पुछिस, “तेंह काकर मनखे अस? अऊ तेंह कहां ले आवत हस?” \p ओह जबाब दीस, “मेंह एक मिसरी मनखे अंव अऊ एक अमालेकी के गुलाम अंव। तीन दिन पहिले जब में बेमार पड़ेंव, त मोर मालिक ह मोला छोंड़ दीस। \v 14 हमन करेतीमन के नेगेव, यहूदा के देस के कुछू इलाका अऊ कालेब के नेगेव म हमला करे रहेंन। अऊ हमन सिकलग ला जला देंन।” \p \v 15 दाऊद ह ओकर ले पुछिस, “का तेंह मोला ओ हमला करइया दल करा ले जा सकत हस?” \p ओह जबाब दीस, “परमेसर के आघू म मोर ले कसम खा कि तेंह मोर परान नइं लेबे या मोला मोर मालिक के हांथ म नइं कर देबे, तब मेंह तोला खाल्हे ओमन करा ले जाहूं।” \p \v 16 ओह दाऊद ला खाल्हे ले गीस, अऊ ओमन उहां रहंय। ओमन ओ इलाका म बगर गे रहंय अऊ खावत-पीयत अऊ खुसी मनात रहंय, काबरकि ओमन पलिस्तीमन के देस अऊ यहूदा के देस ले बहुंत सामान लूटे रहंय। \v 17 दाऊद ह ओ दिन के सांझ ले लेके दूसर दिन के सांझ होवत तक ओमन के संग लड़ते रिहिस, अऊ ओमन के एको झन नइं बांचिन, सिरिप चार सौ जवान मनखेमन ला छोंड़के, जऊन मन ऊंटमन म चघके भाग गीन। \v 18 जऊन कुछू अमालेकीमन ले गे रिहिन, ओ जम्मो ला दाऊद ह छुड़ा लीस, अपन दूनों घरवालीमन ला घलो छुड़ा लीस। \v 19 कुछू घलो नइं गंवाईस: जवान या सियान, नोनी या बाबू, लूट के माल या अऊ कोनो चीज, जेला अमालेकीमन ले गे रिहिन। दाऊद ह जम्मो चीज ला वापिस ले आईस। \v 20 ओह जम्मो भेड़-बकरी अऊ गाय-बईलामन ला लीस, अऊ ओकर मनखेमन ये कहत ओमन ला आने जानवरमन के आघू हांकत ले गीन, “येह दाऊद के लूट के माल अय।” \p \v 21 तब दाऊद ह ओ दू सौ मनखेमन करा आईस, जऊन मन बहुंत थकावट के कारन ओकर संग नइं जा सके रिहिन, अऊ ओमन ला बसोर घाटी म छोंड़ दिये गे रिहिस। ओमन दाऊद अऊ ओकर संग के मनखेमन संग मिले बर बाहिर निकलिन। जब दाऊद अऊ ओकर मनखेमन ओमन करा हबरिन, त दाऊद ह ओमन के हालचाल पुछिस। \v 22 पर जऊन मन दाऊद के संग गे रिहिन, ओमा के दुस्ट अऊ खराप मनखेमन कहे लगिन, “ये मनखेमन हमर संग नइं गे रिहिन, एकरसेति हमन ओमन ला अपन छुड़ाय गे लूट के माल म ले कुछू नइं देवन। पर येमन अपन-अपन घरवाली अऊ अपन लइकामन ला लेके जा सकत हें।” \p \v 23 पर दाऊद ह कहिस, “हे मोर भाईमन, नइं! तुमन ओ सामान के संग अइसने झन करव, जेला यहोवा ह हमन ला दे हवय। ओह हमन ला बचाय हवय अऊ ओ हमला करइया दल ला हमर हांथ म कर दीस, जऊन ह हमर बिरूध म आय रिहिस। \v 24 ये बिसय म तुम्हर बात ला कोन सुनही? लड़ई म जवइयामन ला जइसने बांटा मिलही, वइसने ही बांटा ओमन ला घलो मिलही, जऊन मन इहां सामान के संग रूक गे रिहिन। जम्मो झन ला बरोबर-बरोबर बांटा मिलही।” \v 25 दाऊद ह येला इसरायलीमन बर एक कानून अऊ नियम बना दीस, अऊ ओ दिन ले लेके आज तक येह चले आवत हे। \p \v 26 जब दाऊद ह सिकलग म हबरिस, त ओह यहूदा के ओ अगुवामन करा लूट के कुछू माल पठोईस, जऊन मन ओकर संगवारी रिहिन, अऊ ओमन ला ये संदेस घलो पठोईस, “यहोवा के बईरीमन ले हमर लूटे गय माल म ले येह तुम्हर बर एक भेंट अय।” \p \v 27 दाऊद ह ये भेंट ओमन ला पठोईस, जऊन मन बेतेल, रामोत नेगेव, यत्तीर, \v 28 अरोएर, सिपमोत, एसतमोआ \v 29 राकाल म; अऊ जऊन मन यरहमेली अऊ केनीमन के नगरमन म; \v 30 होरमा, बोर-आसान, अताक \v 31 अऊ हेबरोन म; अऊ ओ जम्मो जगह म रहत रिहिन, जिहां दाऊद अऊ ओकर मनखेमन घुमे-फिरे रिहिन। \c 31 \s1 साऊल ह अपन परान ले लेथे \p \v 1 इही दौरान पलिस्तीमन इसरायलीमन ले लड़िन; इसरायलीमन ओमन ले हारके भाग गीन, अऊ बहुंते झन गिलबो नांव के पहाड़ म मारे गीन। \v 2 पलिस्तीमन साऊल अऊ ओकर बेटामन के तेजी से पीछा करत रिहिन, अऊ ओमन ओकर बेटा योनातन, अबीनादाब अऊ मलकी-सुआ ला मार डारिन। \v 3 साऊल के चारों कोति भयंकर लड़ई होय लगिस, अऊ जब धनुसधारीमन पीछा करके ओला घेर लीन, त ओमन ओला घायल कर दीन। \p \v 4 तब साऊल ह अपन हथियार ढोवइया ला कहिस, “अपन तलवार ला खींचके मोला भोंग दे, नइं तो ये खतनारहित मनखेमन आके मोर ठट्ठा करहीं।” \p पर ओकर हथियार ढोवइया ह डरके वइसने नइं करिस। तब साऊल ह अपन तलवार ला ठाढ़ करके ओकर ऊपर गिर गीस। \v 5 जब हथियार ढोवइया ह देखिस कि साऊल ह मर गीस, त ओह घलो अपन तलवार ऊपर गिरके ओकर संग मर गीस। \v 6 ये किसम ले साऊल अऊ ओकर तीनों बेटा अऊ ओकर हथियार ढोवइया अऊ ओकर जम्मो मनखेमन ओहीच दिन एके संग मर गीन। \p \v 7 जब घाटी के तीर के अऊ यरदन नदी के ओ पार के इसरायलीमन देखिन कि इसरायली सेना ह भाग गे हवय अऊ साऊल अऊ ओकर बेटामन मर गे हवंय, त ओमन अपन-अपन नगर ला छोंड़के भाग गीन। अऊ पलिस्तीमन आके ओ नगरमन ला अपन अधिकार म ले लीन। \p \v 8 दूसर दिन, जब पलिस्तीमन मरे मनखेमन के माल ला लूटे बर आईन, त ओमन ला साऊल अऊ ओकर तीनों बेटामन के लास गिलबो पहाड़ म मिलिस। \v 9 ओमन साऊल के मुड़ ला काटिन, अऊ ओकर हथियार ला निकाल लीन, अऊ ओमन पलिस्तीमन के पूरा देस म संदेसियामन ला एकरसेति पठोईन कि ओमन के मूरतीमन के मंदिर अऊ ओमन के मनखेमन के बीच म जाके ये खबर सुनावंय। \v 10 ओमन साऊल के हथियार ला असतोरेत नांव के देवी के मंदिर म रखिन अऊ ओकर लास ला बेत-सान सहर के दीवार म ठोंक दीन। \p \v 11 जब याबेस-गिलाद सहर के मनखेमन सुनिन कि पलिस्तीमन साऊल के संग का करे हवंय, \v 12 त ओमन के जम्मो साहसी मनखेमन रातों-रात बेत-सान गीन। ओमन साऊल अऊ ओकर बेटामन के लास ला बेत-सान के दीवार ले खाल्हे उतारके याबेस म ले आईन, अऊ उहां जला दीन। \v 13 तब ओमन साऊल अऊ ओकर बेटामन के हाड़ामन ला लीन अऊ ओमन ला याबेस म एक ठन झाऊ के रूख के खाल्हे म गाड़ दीन, अऊ ओमन सात दिन तक उपास रखिन।