\id PHP - Mehra Standard Project \ide UTF-8 \h फिलिप्पियो \toc3 फिलिप्पियो \toc2 फिलिप्पियो \toc1 फिलिप्पियो को नाम पोलुस की चिठ्टी \mt2 फिलिप्पियो के नाम पोलुस का पस्र \mt1 फिलिप्पियो को नाम पोलुस की चिठ्टी \imt भूमिका \ip पोलुस न फिलिप्पियो म विस्वासी हुन ख यीसु मसी को जनम को करीब 61 बरस बाद चिठ्टी लिखी। जेल म रहन को करीब लिख्यो रहा, \xt 1:13\xt* सायद रोम म। या चिठ्टी फिलिप्पियो सहर म रहन वाली कलेसिया ख लिखो गयो रहा। फिलिप्पियो को बारा म हम प्रेरित को काम कि किताब से थोड़ो बेजा जान सका हैं। फिलिप्पियो मैसेडोनिया सिवानी कि राज धानी हती। या पहली कलेसिया भी हती जेखा मैसेडोनिया म बसायो गयो रहा। पोलुस अर सिलास न एक संग कलेसिया सुरू करी अऊर उन ख एक रात को लाने जेल म भी रख्यो गयो जब वी वहाँ हता। \xt प्रेरितो 16\xt* \ip या चिठ्टी ख लिखनो म पोलुस को कई मक्सद हो सका हैं। उन न उ मोखा को लाने कलेसिया ख धन्यवाद देन को लाने लिख्यो, जो उन न भेजो रहा जब उन न सुनियो कि उ जेल म हतो। \xt 4:10-19\xt* उन न जेल म उनकी परिस्थिति पा भी उन ख अधतन करयो अऊर तीमुथियुस अर एपाफ्रोडिटस को कलेसिया कि साहयता करी काहे वी उनकी इज्जत करे अऊर उनकी बात को सम्मान करे। \xt 2:19-30\xt* \iot रूप-रेखा: \io1 1. पोलुस फिलिप्पियो को कलेसिया का चिठ्टी नमस्कार का ख लिखनो सुरू करा हैं। \ior 1:1-11 \ior* \io1 2. ये को बाद उ अपनी परिस्थिति को बारे म कुछ जानकारी अर कुछ चिन्ता हुन ख सुनावा हैं। जो ओको जोने हैं। \ior 1:3—2:30 \ior* \io1 3. फिर उ मसी जीवन जीन को लाने कई तरीका ख नेम हुन ख देवा हैं। \ior 3:1—4:9 \ior* \io1 4. पोलुस न फिलिप्पियो कि कलेसिया ख उनका भेट देन को लाने धन्यवाद देखा अऊर अपनो नमस्कार भेज ख खतम करयो। \ior 4:10-23\ior* \c 1 \p \v 1 मसी यीसु को नउकर पोलुस अर तीमुथियुस कि तरफ से, पूरा सुध्द अदमी हुन को नाम जो मसी यीसु म हो ख फिलिप्पी म रवह हैं, अध्यक्छ हुन अर सेवक हुन मिल ख। \v 2 हमारो बाप परमेस्वर अर प्रभु यीसु मसी कि ओर से तुम ख दया अर सान्ति मिलती रय्हे। \s पोलुस कि प्रार्थना अर धन्यवाद \p \v 3 मी जब तुम ख याद करू हैं, तब तब अपनो परमेस्वर ख धन्यवाद करू हैं; \v 4 अर जब कभी तुम पुरा को लाने विनती करू हैं, ते हमेसा खुसी को संग विनती करू हैं। \v 5 एकोलाने कि तुम पहले दिन से ले ख आज तक सुसमाचार का सुननो म मोरो संग म रया हैं। \v 6 मोखा या बात का विस्वास हैं, कि जेन तुम म भली बात को काम सुरू कियो हैं, उही ओ ख यीसु मसी को दिन तक पूरो करेगों। \v 7 उचित हैं कि मी तुम सब को लाने असा ही विचार करू, काहेकि तुम मोरो मन म आ ख बसे हो, अर मोरी जेल म अर सुसमाचार का लाने जवाब अर नमस्कार देन म तुम सब मोरो संग सामिल हो गया हैं। \v 8 ऐ म परमेस्वर मेरो गवाह आय कि मी मसी यीसु कि प्रेम कर ख तुम पुरा कि इच्छा \f + \fr 1:8 \fr*\ft लालसा\ft*\f* करू हैं। \fig फिलिप्पि हुन को सहर|alt="City of Philippi" src="hk00363c.tif" size="span" copy="Horace Knowles ©" ref="1:1"\fig* \p \v 9 मी यहाँ प्रार्थना करू हैं कि तुमारो प्रेम ग्यान अर पूरो तरीका को ग्यान संग अर भी बढ़ते जाहे। \v 10 यहाँ तक कि तुम अच्छी से अच्छी बात हुन की परख करो, अर मसी को दिन तक सच्चो बनो रय्हे, अर ठेस मत खा; \v 11 अर उ धार्मिक हुन को फल से जो यीसु मसी को दुवारा होय हैं, पूरा होव जाओ जे से परमेस्वर कि बड़ाई अर प्रससा होती रहे। \s पोलुस कि जेल से सुसमाचार कि बड़ाई \p \v 12 अरे भई हुन, मी चाहूँ हैं कि तुम या बात जान ले कि मो पर जे बीतो हैं, ओ ख सुसमाचार ही कि बढती हुई हैं। \v 13 यहाँ लक कि कैसर को किला कि पूरी पलटन अर बाकी\f + \fr 1:13 \fr*\ft सेस\ft*\f* पूरा अदमी हुन म यू प्ररगट हो गयो कि मी मसी को लाने मी जेल हैं; \v 14 अर प्रभु म जे भई हैं, उन म से बेजा सा मोरो जेल होन का लाने, विस्वास रख ख परमेस्वर का वचन बेधड़क सुनान ख अर भी हियाव करह हैं। \p \v 15 कई ते घुस्सा अर लडाई को लाने मसी को प्रचार करियो हैं अर कुछ भली इच्छा से। \v 16 कोई एक ते यू जान ख कि मी सुसमाचार को लाने जवाब देन ख ठहरायो गयो हैं, प्रेम से भासन करियो हैं। \v 17 अर कुई एक ते सीधाई से नी पर खिलाप से मसी कि कथा सुनाव हैं, यू सोच ख कि मेरी जेल म मोरो लाने दुख पैदा\f + \fr 1:17 \fr*\ft उत्पन्न\ft*\f* करा हैं। \p \v 18 ते का भयो? परन्तु यू कि हर प्रकार से, या बहाने से या सच्चाई से, मसी कि कथा सुनाई जाव हैं, अर मी ऐ म खुसी हैं अर खुसी रहूंगो भी \s जिन्दो रहनू मसी हैं \p \v 19 काहेकि मी जानू हैं कि तुमारी प्रार्थना को दुवारा, अर यीसु मसी कि आत्मा को दान को दुवारा, ऐको प्रतिफल मोरो मुक्ति होए। \v 20 मी ते उही लालसा अर आसा रखा हैं कि मी कोई भी बात म लज्जित नी होऊ, पर जसो मोरो सक्ति साहस को कारन मसी कि महिमा मोरी सरीर\f + \fr 1:20 \fr*\ft देह\ft*\f* को दुवारा हमेसा होती रय्ह हैं, वसो ही अब भी हो, या मी जिन्दो रहू या मर जाऊ \v 21 काहेकि मोरो लाने जिन्दो रहनू अर मसी हैं, अर मर जानू फयदा हैं। \v 22 अदि सरीर म जिन्दो रहनू ही मोरो काम का लाने लाभ दायक हैं ते मी नी जानू कि को ख चुनू। \v 23 काहेकि मी दोई को बीच अधर म लटको हैं; जी ते चाहूँ हैं कि कूच कर ख मसी को नजीक जा रहू, काहेकि यू बेजा ही अच्छो हैं, \v 24 पर सरीर म रहनू तुमारो कारन अर भी आवस्यक हैं। \v 25 एकोलाने कि मो ऐको विस्वास हैं अब मी जानू हैं कि मी जिन्दो रहूंगो, याने तुम पूरा का संग रहूंगो जे से तुम विस्वास म पक्को\f + \fr 1:25 \fr*\ft दृढ़ \ft*\f* होव जाओ अर ओ म खुस रह; \v 26 अर जे घमण्ड तुम मोरो बारा म करिये हैं, उ मोरो फिर तुमारो नजीक आवन से मसी यीसु म बेजा बढ़ जावह हैं। \p \v 27 अकेलो इतनो कर कि तुमारो चाल-चलन मसी को सुसमाचार ख लायक हो कि चाहे मी आ ख तुम ख देखू चाहे नी भी आऊ, तुमारो बारा मी यू सुनु हैं कि तुम एक ही आत्मा म मजबूत हो, अर एक मन हो ख सुसमाचार को विस्वास ख लाने महेन्त करिये रवह हो, \v 28 अर कुई बात म बुराई हुन से डर नी खाते। यू उन ख लाने मुक्ति का अर यू परमेस्वर कि ओर से हैं। \v 29 काहेकि मसी को कारन तुम पर यू दया भयो कि नी अकेलो उ पर विस्वास कर पर ओखा लाने दुख भी उठा \v 30 अर तुम ख वसो ही मेहनत करनु हैं, जसो तुम न मो ख करते देखो हैं, अर अब भी सुनह हैं कि मी वसो ही करू हैं। \c 2 \s मसी कि नम्रता अर महानता \p \v 1 पर अदि मसी म कई सान्ति, अर प्रेम से हियाव, अर आत्मा कि संग म हता, अर कई दया अर भलाई हैं, \v 2 ते मोरो यू खुसी पूरा कर कि एक मन रह, अर एक ही प्रेम, एक ही चित, अर एक ही इच्छा\f + \fr 2:2 \fr*\ft मनसा\ft*\f* रख। \v 3 विरोध या झूठी बड़ाई का लाने कई नी कर, पर नम्रता से एक दूसरो ख अपनो से अच्छो समझे। \v 4 हर एक अपनो ही स्वार्थ की नी, यानी दूसरा का स्वार्थ कि भी चिन्ता कर। \v 5 जसो मसी यीसु को स्वभाव हतो वसो ही तुमारो भी स्वभाव हो; \q1 \v 6 जे न परमेस्वर को स्वरूप म हो ख भी परमेस्वर को तुल्य होन ख \q2 अपनो बस म रख कि चीज नी समझ। \q1 \v 7 याने अपनो तुम ख असो सून्य कर दियो, \q1 अर दास को स्वरूप धारण कियो, \q2 अर अदमी का समान म हो ख गयो। \q1 \v 8 अर अदमी को रूप म प्ररगट हो ख अपनो तुम ख दीन करियो, \q2 अर यहाँ तक कि आदेस मानन ते रय्हो कि मरन हाव, सूली कि मरन भी सहन कर लियो। \q1 \v 9 यू लाने परमेस्वर न ओ ख बेजा महान भी करियो \q2 अर ओ ख उ नाम दियो जो सब नामो म चोक्खो\f + \fr 2:9 \fr*\ft सेरेस्ट \ft*\f* हैं, \q1 \v 10 कि जीई स्वर्ग म अर धरती पर अर धरती को नीचु हैं, \q2 वी सब यीसु ख नाम घुटना टेके; \q1 \v 11 अर परमेस्वर बाप कि बड़ाई का लाने हर एक जुबा मानन ख ले \q2 कि यीसु मसी ही प्रभु आय। \s दुनिया म उजियालो जसो चमको \p \v 12 एकोलाने अरे मोरो प्यारो भई, जो तरीका तुम हमेसा से आदेस मानते आयो हैं, वसो ही अब भी नी अकेलो मोरो संग रहते भयो पर विसेस कर ख अब मोरो दूर रहन पर भी डर हैं अर कापते भयो अपनो अपनो मुक्ति को काम पूरो करते जा। \v 13 काहेकि परमेस्वर ही हैं जे न अपनी जो भी इच्छा\f + \fr 2:13 \fr*\ft सुइच्छा\ft*\f* निमित तुमारो मन म इच्छा अर काम, दोई बात हुन को करन को प्रभाव डाल दियो हैं। \p \v 14 सब काम बिना कुडकुडाए अर बिना लडाई का कियो कर, \v 15 काहे कि तुम बेकसूर अर सीधो हो ख टेढे अर जिद्दी अदमी हुन ख बीच परमेस्वर ख निस्कलक वारिस बने रय्हो, जेका बीच म तुम जीवन को वचन लाने भयो दुनिया म जलते दिया हुन का जसो दिखाई देव हैं \v 16 कि मसी को दिन मोखा घमण्ड करन का हो लाने कि नी मोरो दऊडनो अर नी मोरो मेहनत करनो बेकार भयो। \p \v 17 अदि मोखा तुमारो विस्वास रूपी बलिदान अर सेवा का संग अपनो लहू भी बहाना पडे हैं, तेबी मी खुसी हूँ अर तुम सब का संग खुसी करू हैं। \v 18 असो ही तुम भी खुसी हो अर मोरो संग खुस करा। \s तीमुथियुस अर इपफ्रदीतुस \p \v 19 मो ख प्रभु यीसु म आसा हैं कि मी तीमुथियुस ख तुमारो नजीक पर भेजूगो, काहे तुमारो हालत\f + \fr 2:19 \fr*\ft दसा\ft*\f* सुन ख मो ख सान्ति मिले। \v 20 काहेकि मोरो नजीक असो स्वभाव को कोई नी जो सुध्द मन से तुमारो चिन्ता करा। \v 21 काहेकि सब अपनो स्वार्थ कि खोज म रह हैं, नी कि यीसु मसी की। \v 22 पर ओ ख ते तुम नी परख अर जान भी लियो हैं कि जसो पोरिया बाप ख संग करू हैं, असो ही ओ न सुसमाचार ख फैलान म मोरो संग मेहनत कियो। \v 23 एकोलाने मो ख आसा हैं कि जसो ही मो ख जान पडेगा कि मोरी का हालत होए, वसो ही मी ओ ख तुरंत भेज दूगो। \v 24 अर मोखा प्रभु म विस्वास हैं कि मी तुम भी जल्दी आऊ। \p \v 25 पर मी नी इपफ्रुदीतुस ख जे मोरा भई अर सहकर्मी अर संग सेना अर तुमारो दूत, अर जरूरी बात हुन म मोरी सेवा चऊकरी करन वाला आय, तुमारो नजीक भेजनो जरूरी समझा हैं। \v 26 काहेकि ओखा मन म तुम सब म लगो हुआ हतो, यू कारन उ बे चैन रवह हतो काहेकि तुम न ओ की बिमारी ख हाल सुना हता। \v 27 अर निस्चय से \f + \fr 2:27 \fr*\ft निस्चय\ft*\f*ही उ बीमार ते हो गयो हतो यहाँ तक कि मरन पर हतो, पर परमेस्वर ने ओखा ऊपर दया करी अर केवल ओ पर ही नी पर मो पर भी करी कि मो ख सोक पर सोक नी हो। \v 28 एकोलाने मी न ओ ख भेज को अर भी कोसिस कियो कि तुम ओ ख फिर मिल ख कर ख खुसी हो जा अर मोरो भी दुख कम हो जाहे। \v 29 एकोलाने तुम प्रभु म ओ ख बेजा खुसी का संग मिलनू, अर असो हुन ख आदर कियो करनो, \v 30 काहेकि उ मसी को काम ख लाने अपनो जान हुन पर जोखिम उठा ख मरन को नजीक आ गयो हतो काहे कि जो कमी तुमारो ओर से मोरी सेवा म भई ओ ख पूरो करा। \c 3 \s सच्ची संगति \p \v 1 एका लाने अरे मोरो भई हन, प्रभु म खूस रहो। वी ही बात हुन तुम ख बार बार लिखन म मो ख ते कोई संकट \f + \fr 3:1 \fr*\ft कस्ट\ft*\f* नी होवा, अर ऐ म तुमारी कुसलता हैं, \v 2 कुत्ता हुन से हुसयार रहा, उन बुरो काम करन वाला से हुसयार रहो, उन काट पटी करन वाला हुन से हुसयार रहो। \v 3 काहेकि खतना वाला\f + \fr 3:3 \fr*\ft खतनावाले\ft*\f* वाला हुन ते हम ही आय जो परमेस्वर को आत्मा कि अगुवाई से आराधना करिये हैं, अर मसी यीसु पर घमण्ड करिये हैं, अर सरीर पर विस्वास नी रखा हैं। \v 4 पर मी ते सरीर पर विस्वास रख सका हैं। अदि कई अर ख सरीर पर विस्वास रखन का विचार हो ख, ते मी ओ ख भी बढ़ ख रख सका हैं। \v 5 आठवो दिन मोरो बुरो काम (खतना) भयो, इस्राएल को खानदान, बिन्यामीन को जाति ख आय; इब्रानियो ख इब्रानी आय; नेम का बारा म अदि कय्हो ते फरीसी आय। \v 6 उत्साह को बारे म अदि कय्हो ते कलीसिया ख सताव वाला; अर नेम कि धार्मिकता का बारा म अदि कह ते बेकसूर हतो। \v 7 पर जे जे बात हुन मोरो लाभ कि हती, उनकी ख मी न मसी को लाने नुकसान समझ लियो हैं। \v 8 याने मी अपनो प्रभु मसी यीसु कि पहिचान कि उतमता ख लाने पूरी बात हुन ख नुकसान समझा हैं। जे का लाने मी न पूरा चीज हुन कि नुकसान उठाई हैं, अर उन ख कूडा कचरा समझा हैं, जे से मी मसी ख ले सकू हैं। \v 9 अर ओ म मिल जाऊ; नी कि अपनी धार्मिकता ख संग, जे नेम से हैं, याने वा धार्मिकता का संग जे मसी पर विस्वास करन को लाने हैं अर परमेस्वर कि ओर से विस्वास करन पर मिला हैं; \v 10 काहेकि मी ओ ख अर ओखा फिर से जी उठनो कि सक्ति ख, अर ओको संग दुख हुन म सहभागी होन का मर्म ख जान हैं, अर ओकी मरन कि समानता हुन ख लियो करू \v 11 कि मी कोई ख भी रीति से मरा भयो म से जी उठन का पद तक पहुचू। \s चिन्ह कि ओर दऊडनो \p \v 12 यू मतलब नी कि मी पा चूको हैं, का सिध्द हो चूको हैं; पर वा चीज ख पकडन ख लाने दऊडा चलो जाव हैं, जेका लाने मसी यीसु न मो ख पकड़ो हतो। \v 13 अरे भई हुन, मोरी इच्छा यू नी कि मी पकड चूको हैं; पर अकेलो यू एक काम करू हैं कि जो बात पिछु रह गई हैं उनको भूल ख, सामने कि बात हुन कि ओर बढता भयो, \v 14 चिन्ह कि ओर दऊडा चला हैं, काहेकि उ इनाम पाऊ जे का लाने परमेस्वर न मो ख मसी यीसु म ऊपर बुलायो हैं। \p \v 15 हम म से जीतना सिध्द हैं, यू ही विचार रख, अर अदि कोई बात म तुमारो अर ही विचार होए ते परमेस्वर ओ ख भी तुम पर प्ररगट कर दे हे। \v 16 एकोलाने जहाँ तक हम पहुँचिया हैं, उही का अनुसार चले। \p \v 17 हे भई हुन, तुम से सब मिल ख मोरी जसी चाल चल, अर उन ख पहचाना भी हैं, जो यू रीति पर चल हैं जे को उदाहरन तुम हम म देख हैं। \v 18 काहेकि बेजा सी असी चाल चल हैं, जेकी चर्चा मी न तुम से बार बार करी हैं, अर अब भी रो ख कहूँ हैं कि वी अपनी चाल चलन से मसी को सूली कि बैरी हैं। \v 19 उन ख आखरी (अन्त) नास हैं, उन ख ईस्वर पेट हैं, वी अपनी लज्जा कि बात हुन घमण्ड करिये हैं अर पृथ्वी कि चीज हुन पर मन लगायो रहते हैं। \v 20 पर हमारी स्वदेस स्वर्ग पर हैं; अर हम एक उध्दार कर्ता प्रभु यीसु मसी को वहा से आवन कि बाट जोतू रवह हैं। \v 21 उ अपनी सक्ति को ओ पर प्रभाव को अनुसार जेको व्दारा उ सब चीज हुन ख अपनो बस म रख हैं, हमारी दीन हीन सरीर को रूप बदल ख, अपनी महिमा कि सरीर को अनुकूल बना दे हे। \c 4 \p \v 1 एकोलाने अरे मोरो प्यारो भई हुन, जेन म मोरो मन लगो रय्हो हैं, जो मोरो खुसी अर मुकूट हो, अरे प्रिय भई हुन, प्रभु म यू ही तरीका से खड़ा रहो। \s व्यावहारिक सलाह \p \v 2 मी यूओदिया अर सुन्तुखे, दोनो बहिनो से निवेदन करत हूँ, कि वी प्रभु म एक मन रहो। \v 3 अरे सच्चा मददत करन वाला (सहकर्मी), मी तू से भी विनती करू हैं कि तू उन बाई\f + \fr 4:3 \fr*\ft बाई हुन \ft*\f* हुन कि मददत करा, काहेकि उन न ख मोरो संग सुसमाचार फैलान म क्लेमेस अर मोरा दुसरा भी संगी हुन का संग महेनत कियो, जे को नाम जीवन कि किताब म भी लिखो हुए हैं। \p \v 4 प्रभु म हमेसा खूस रहो, मी फिर कहू हैं, खूस रहो। \p \v 5 तुमारी कोमलता पूरा अदमी हुन पर परगट हो। प्रभु नजीक म हैं। \v 6 कुई भी बात कि चिन्ता मत करा; पर हर एक बात म तुमारो विनती, प्रार्थना अर विनती ख दुवरा धन्यवाद का संग परमेस्वर का समने उपस्थित करिये जाहे। \v 7 तब परमेस्वर कि सान्ति, जो पूरा समझ से पूरा हैं, तुमारो मन अर तुमारो विचार हुन ख मसी यीसु म चोक्खो रखे। \p \v 8 एकोलाने अरे भई हुन, जो जो बात सच हैं, अर जो जो बात हुन समान योग्य हैं, अर जो जो बात हुन उचित हैं, अर जो जो बात सुध्द हैं, अर जो जो बात हुन अच्छी हैं, अर जो जो बात हुन मन ख अच्छो हैं, याने जो भी सद्‍गुण अर महिमा कि बात हैं उन पर चित लगाया करा। \v 9 जो बात तुम न मो से सिखी हैं, अर स्वीकार करी, अर सुनी हैं, अर मो म देखी हैं, उन ही को पालन किया करा हैं, तब परमेस्वर जो सान्ति को सोता हैं तुमारो संग रहेगो। \s दान का लाने धन्यवाद \p \v 10 म प्रभु म बेजा खूस हैं कि अब इतना दिन हुन का बाद तुमारी चिन्ता मोरा बारे म फिर उजागर\f + \fr 4:10 \fr*\ft जागृत\ft*\f* भई हैं; निस्‍चय तुम ख सुरू म भी एको विचार हतो, पर तुम ख मऊका नी मिलो। \v 11 यू नी कि मी अपनी कमी का कारन यू कहू हैं; काहेकि मी न यू सिखो हैं कि जिई स्थिति म हैं; ओ म ही म सान्ति रख। \v 12 मी नम्र होनू भी जानू हैं अर बढनो भी जानू हैं; हर एक बात अर सब स्थिति हुन म मी न भरपूर\f + \fr 4:12 \fr*\ft तृप्त \ft*\f* होनू, भूखो रहनो, अर बढनो-घटना सिखो हैं। \v 13 जो मो ख सक्ति देवा हैं ओ म मी सब कई कर सका हैं। \p \v 14 तेबी तुम न अच्छो कियो कि मोरो दुख म मोरो संगी लोग हैं। \v 15 अरे फिलिप्पियो, तुम खुद भी मालूम हैं कि सुसमाचार प्रचार का सुरू म, जब मी मकिदुनिया से विदा भयो, तब तुम ख छोड़ अर कोई कलीसिया न लेन देन को बारा म मोरी मददत\f + \fr 4:15 \fr*\ft सहायता\ft*\f* नी करी। \v 16 यू प्रकार जब मी थिस्सलुनीके म हता, तब भी तुम न मोरी कमी पूरी करन का लाने एक बार का याने दो बार कुछ भेजो हतो। \v 17 यू नी कि मी दान चाहूँ हैं पर मी असो फल चाहूँ हैं जो तुमारो लाभ का लाने बढवा जाहे। \v 18 मोरो नजीक सब कुछ हैं, याने बेजा हुन से भी हैं; जो चीज हुन तुम न इपफ्रुदीतुस का हात से भेजी हती उन ख पा ख मी भरपूर हो गयो हैं, उ ते सुखदायक, सुगन्ध स्वीकार करन योग्य बलिदान हैं, जो परमेस्वर ख भाव हैं। \v 19 मोरो परमेस्वर भी अपनो उ धन ख अनुसार जे महिमा संग मसी यीसु म हैं, तुमारो हर एक कमी ख पूरी करेगों \v 20 हमारो परमेस्वर अर बाप कि बड़ाई हमेसा हमेसा होती रय्हे। आमीन। \s आखरी अभिवादन \p \v 21 हर एक सुध्द दास ख, जो यीसु मसी म हैं नमस्कार बोल हैं। जो भई मोरो संग हैं, तुम ख नमस्कार कह हैं। \v 22 पूरा सुध्द लोग ख, खास कर ख जो कैसर का घराना का हैं, तुम ख नमस्कार बोल हैं। \p \v 23 हमारो प्रभु यीसु मसी को दया\f + \fr 4:23 \fr*\ft अनुग्रह \ft*\f* तुमारी आत्मा का संग रहे।