\id JAS – Mehra Standard Project \ide UTF-8 \h याकूब \toc3 याकूब \toc2 याकूब \toc1 याकूब की चिठ्टी \mt2 याकूब का पस्र \mt1 याकूब की चिठ्टी \imt भूमिका \ip याकूब कि किताब याकूब नामक कोई व्यक्ति दुवारा लिखी गई हती। याहा संभवत: यीसु को भई याकूब हतो, जे सुरूआती कलीसिया म एक अगुवा हतो अऊर यरूसलेम की परिसद को हिस्सा हतो। \xt प्रेरितो 15:13\xt* प्रेरित पोलुस न उसे \xt गलातियो 2:9\xt* म कलीसिया को खंमा भी कहयो। ग्यान वान हुन को माननो हैं कि याकूब कि किताब ईसा को जनम को लगभग 50 साल बाद लिखी गई हती। चुँकि याकूब यरूसलेम की कलीसिया को अगुवा थो, ओ न संभवत: वाहा रहतो हुओ किताब लिखी हती। \ip याकूब अपनी किताब ख दुसरी जाति हुन म बिखरे हुए बारा गोत्रो \xt 1:1\xt* ख सबोधित करह हैं। याकूब को पाट सभी मसी हुन प लागु होवा हैं लेकिन “बारा गोत्रो” सब्द हुन को उपयोग से याहा संभव हो जावा हैं की याकूब सिधो यहूदी मसी हुन ख लिख रहयो थो। चूँकि याहा किताब पाठक हुन की एक व्यापक समूह लक पहुँचन को लाने हती येना कई विसय हुन ख संबोधित करयो। याकूब भरोसा अऊर काम हुन को बीच संबंध प ध्यान केंद्रित करह हैं। सच्चो भरोसा कार्रवाई म दिखायो जाएगो। \xt 2:17\xt* वाहा धनी इंसान हुन \xt 2:1-4 \xt*को प्रति पक्छपात दिखान को खिलाफ भी चेतावनी देवा हैं अऊर हम ख बतावा हैं कि हम जे कहव हैं ओसे सावधान रहो। \xt 3:1-12 \xt* \iot रूप रेखा: \io1 1. याकूब म अपनो पाठक हुन को अभिवादन करह हैं। \ior 1:1\ior* \io1 2. ऐको बाद वाहा मसी हुन ख प्रोत्साहित करह हैं कि जब वी कस्ट सहे ते मजबुत बनिया रहे। \ior 1:2-27\ior* \io1 3. फिर वाहा कहव हैं कि करम को दुवारा भरोसा को परगट होनो कसो आवस्यक हैं। \ior 2:1-26 \ior* \io1 4. ओको बाद वाहा कहव हैं कि मुँह से निकले सब्द कित्ता सक्तिसाली हो सकह हैं। \ior 3:1-12 \ior* \io1 5. तब याकूब समझावा हैं कि कसो परमेस्वर कि बुध्दि दुनिया कि बुध्दि से भिन्न हैं। \ior 3:13—4:10 \ior* \io1 6. ऐको बाद वाहा अपनो पाठको ख घंमडी होवन को खिलाफ चेतावनी देवा हैं। \ior 4:11—5:6 \ior* \io1 7. याकूब कुछ सामान्य निर्देस दे ख पानी किताब म समाप्त करह हैं। \ior 5:7-20 \ior* \c 1 \s अभिवादन \p \v 1 परमेस्वर कि अऊर प्रभु यीसु मसी को दास याकूब की तरफ से उ बारा गोत हुन ख जे तितर-बितर हो ख रह हैं नमस्कार पँहुचे। \s भरोसा की परिक्छा \p \v 2 अरे मोरा भई हुन अर बहिन हुन, जब तुम पर कई तरीका को दुख आहे, तब इसे बडी खुसी की बात समझनो। \v 3 तुम जानह हैं कि तुमरो भरोसा को असो तरीका से परखनो से धीरज पैदा होवा हैं। \v 4 पर धीरज ख अपनो पुरो तरीका से काम देजे। तुम खुद इंसान पुरो तरीका से अच्छा बन जाहे अऊर तुम म कोई बात की घटी नी होन कि। \v 5 पर अदि तुम म से कोई कि बुध्दि कि घटी होए ते उ परमेस्वर से विनती करे अर ओ ख बुध्दि मिल जाहे काहेकि परमेस्वर खुल्लो हात से अऊर उदारता से सब ख देवा हैं। \v 6 पर ओ ख भरोसा को संग मागनू चहिए अऊर कुछ सक नी होनू चाहिए काहेकि सन्देह करह हैं उ समुंदर कि लरह को समान होवा हैं, जे हवा से इते-उते उछाली जाय हैं। \v 7 असो अदमी यू नी समझन को की मो ख प्रभु कि ओर से कुछ मिले। \v 8 काहेकि असो अदमी दो मन को हैं। अर अपनी पुरी बात म चंचल आय। \s गरीबी अर अमीरी \p \v 9 जब परमेस्वर जे मसी भई अर बहिन हुन ख मसी गरीबी से ऊपर उठावा हैं उन ख खुसी होनू चाहिए। \v 10 अर जब परमेस्वर कोई भई बहिन ख धनवान से गरीब म लावा हैं तब भी ओको खुसी होनू चाहिए। काहेकि वी घास को फूल को जसो नास हो जाएगो। \v 11 काहेकि सूरज उगन से ही बेजा धूप पड़ा हैं अर घास ख सुखा देवा हैं, अर ओको फूल झड़ जावा हैं अर ओकी सोभा जाती रहव हैं, यू तरीका से धनवान भी अपनो काम पर चलते-चलते मिठ्टी म मिल जाहे।\x + \xo 1:11 \xo*\xt यसायाह 40:6-7; भजन 102:11\xt*\x* \s परिक्छा अर लालच \p \v 12 धन्य हैं उ जो मूसिबत म विस्वास लायक रहवा हैं दुख से खडो निकलनो पर ओ ख जिन्दगी को उ मुकुट हासिल होय जे ख प्रभु न अपनो दास हुन ख देवन को वादा करयो हैं। अपन प्यार करन वाला से की आय। \v 13 जब कोई कि परीक्छा होए ते उ यु नी कहन को कि परमेस्वर कि तरफ से होवा हैं; काहेकि न तो बुरी बात से परमेस्वर कि परीक्छा हो सका हैं, न उ कोई की परीक्छा खुद लेवा हैं। \v 14 पर हर एक अदमी अपनी ही बुरी लालसा से खिच ख अर फँस ख परीक्छा म पड़ह हैं। \v 15 फिर लालसा पेट से हो पाप ख जनम देवा हैं अर पाप जब बढ़ जावा हैं ते माऊत ख पैदा करह हैं। \p \v 16 हे मोरा प्यारो भई हुन अर बहिन हुन, धोखा नी खानू। \v 17 काहेकि हर एक अच्छो वरदान अर हर एक उत्तम दान ऊपर से ही आय, अर उजारो को बाप की तरफ से मिलत हैं जे म नी ते कोई बदलाव हो सकह हैं, अर नी अदला बदला को कारन हो पर छाय पड़ हैं। \v 18 ओ न अपनी ही मरजी से हम ख सत्य को वचन को दुवारा हम ख जिन्दगी परदान कियो हैं, जेसे हम एक तरीका से ओकी दुनिया को पहलो फल बने। \s सुननो अऊर ओ पर चलनो \p \v 19 अरे मोरा प्यारो भई हुन, या बात तुम जान लेनू; अर हर एक अदमी सुनन को लाने तत्पर अर बोलनो म धीर अर गुस्सा म धीमो हो, \v 20 काहेकि अदमी को गुस्सा से परमेस्वर को धरम ख निरवाह नी कर सके। \v 21 एकोलाने पुरी मलिनता अर दुसमनी भाव की बढ़ती ख दुर कर ख उ वचन ख धीरे से ग्रहण कर ले जे दिल म बोयो गयो अर जे तुमरी जान हुन ख उध्दार कर सकह हैं। \p \v 22 पर परमेस्वर को वचन पर चलन वालो बनो, अर केवल सुनन वाला ही नी जे अपना तुम ख धोखा देवा हैं। \v 23 काहेकि जे कोई वचन ख सुनन वालो होए अर ओ पर चलन वालो नी होए, ते उ उस अदमी को समान आय जे अपनो खुद को मुडो ख आईना म देखा हैं। \v 24 एकोलाने की उ अपनो तुम ख देख ख चलो जावा अर तुरत भूल जावा हैं कि वह कसो हतो। \v 25 पर जे अदमी स्वतंतरता को सिध्द नेम पर याद करते रह हैं, उ अपनो काम म एकोलाने परमेस्वर से आसीस पाएगो कि सुन ख भूलहे नी पर वसो ही काम करा हैं। \p \v 26 अगर कोई अपनो तुम ख भक्त समझा अऊर अपनी जीभ पर लगाम नी देहे पर अपनो मन को धोखा देहे, ते ओकी भक्ति बेकार हैं।\x + \xo 1:26 \xo*\xt भजन 34:13; 141:3\xt*\x* \v 27 हमरो परमेस्वर अर बाप को जोने अर सुध्द निर्मल भक्ति यह आय कि अनाथ अर विधवा हुन को क्लेस म ओकी सुधि ले, अर अपनो तुम ख दुनिया से बेदाग रखे। \c 2 \s तरफ दारी को विरुध्द म चेतावनी \p \v 1 हे मोरा प्यारो भई हुन अर बहिन हुन, जसा कि हम हमारो महिमा पावन वाला प्रभु यीसु मसी पा भरोसा करत हैं। एकोलाने तुम कभी इंसान को बाहर को रूप देख ख अलग अलग तरीका से ओको पक्छपात करनु चहिए।\x + \xo 2:1 \xo*\xt अय्यूब 34:19; भजन 24:7-10\xt*\x* \v 2 काहेकि यदि एक अदमी सोना को छल्ला अर चोक्खो कपड़ा पहिने हुए तुम्हारी सभा म आहे अर एक कंगाल भी मैला कुचलियो कपड़ा ख पहिनिया हुए आए, \v 3 अर तुम उ चोक्खो कपड़ा वालो को मुँह देख ख कहो, “तु वाहा अच्छी जगह बठ”, अर उ कंगाल से बोल, “तु याहा खडो रह,” मोरो पाय को जोने बठ। \v 4 ते का तुम न आपस म भेद भाव नी कियो अर बुरो विचार से न्याव करन वालो नी ठहरे? \p \v 5 हे मोरा प्यारो भई हुन, सुनो का परमेस्वर न या दुनिया को गरीब ख नी चुनियो। कि भरोसा म धनी अर उ राज को मुखिया हो, जेको वादा ओ न ओसे करी हैं, जे ओसे प्यार रखह हैं? \v 6 पर तुम न उ गरीब को अपमान कियो। का धनी इंसान हुन तुम पर दुराचार नी करह अर का वी ही तुम ख कचहरी म फैसला करन को लाने घसीट घसीट ख नी ले जावा? \v 7 का वी उ सुन्दर नाम की चुगली नी करह, जे यीसु मसी ख तुम कहलावा हो? \p \v 8 सुध्द सास्र कहवा हैं, “तुम अपना पड़ोसी ख अपनो समान प्यार रख, सच्ची म उ राज नेम ख पुरी करह हैं, ते अच्छो ही करह आय।”\x + \xo 2:8 \xo*\xt लैव्य 19:18\xt*\x* \v 9 पर अदि तुम तरफ दारी\f + \fr 2:9 \fr*\ft पक्छपात \ft*\f* करह हैं ते पाप करह हैं; अर नेम तुम ख दुराचार ठहरावा हैं।\x + \xo 2:9 \xo*\xt लैव्य 19:15\xt*\x* \v 10 काहेकि जे कोई भी अदि पुरो नेम को पालन करह हैं पर एक ही बात म चुक जाहे ते उ सब बात म दोसी ठहर चुको हैं। \v 11 काहेकि जो न यू कहयो, “तू गलत काम मत करजो” ओ न यू भी कहयो, “कोई ख मारजे काटजे मत,” एकोलाने अदि तू न बुरो काम ते नी कियो करी पर तेभी तू नेम को उलघन करन वालो ठहरिये।\x + \xo 2:11 \xo*\xt निर्गमन 20:13-14; व्यवस्था 5:17-18\xt*\x* \v 12 तुम उन इंसान हुन को समान बोलो अर काम भी करो जे को न्याव उ नेम को व्दारा कियो जाएगो। जे आजाद करा हैं। \v 13 जे दयालु नी आय, ओको लाने परमेस्वर को न्याव भी बिना दया को ही होये। पर रहम न्याव पर जीत होवा हैं। \s भरोसा अर करम \p \v 14 अरे मोरा भई अर बहिन हुन, अदि कोई इंसान कहव हैं कि मी भरोसा करहु हैं, पर अदि वी करम नी करा हो, ते ओसे का फायदा? का असो भरोसा कभी ओको उध्दार कर सकह हैं? \v 15 अदि कोई भई या बहिन नंगा उघडीया हो अर उन ख रोज दिन खाना की घटी हो, \v 16 अर तुम लोगो म से कोई उन से कहे, “सान्ति से जाओ, तुम गरम-गरम कपड़ा पहिन अऊर भर पेट खाना खाओ”, पर वी उन ख सरीर को लाने जरूरत चीज नी देय, ते ऐसे का फायदा? \v 17 वसो ही भरोसा भी, अदि करम सहित नी होए ते अपना स्वभाव म मरीया हुआ हैं। \p \v 18 लेकिन कोई बोल सकह हैं, “तो ख भरोसा हैं अर मै करम कँरु हैं।” तू अपना भरोसा मो ख करम को बिना ते दिखा; अर मी अपना भरोसा अपने करमो को दुवारा तो ख दिखाऊँगो।\x + \xo 2:18 \xo*\xt गलातियो 5:6 \xt*\x* \v 19 तो ख भरोसा हैं कि एक ही परमेस्वर हैं; तू चोक्खो करह हैं। भूत\f + \fr 2:19 \fr*\ft दुस्टात्मा, सैतान\ft*\f* हुन भी भरोसा रखह, अर थरराँय हैं। \v 20 पर हे नीकम्मो अदमी, “का तू यह भी नी जानह कि करम बिना भरोसा बेकार हैं?” \v 21 जब हमारो बाप अब्राहम न अपनो पोरिया इसहाक ख वेदी पर चढ़ायो, ते का वह करमो से धर्मी नी ठहरो रहा?\x + \xo 2:21 \xo*\xt उत्पति 22:9\xt*\x* \v 22 तुम देखह हैं कि उन को भरोसा उन का करम ख संग प्रभाव डाला हैं अऊर उन को करम को वजे से ही भरोसा पुरो करयो गयो रहा।\x + \xo 2:22 \xo*\xt इब्रानियो 11:17 \xt*\x* \v 23 इ प्रकार सुध्दसास्र को वचन पूरो भयो। “अब्राहम न परमेस्वर पा भरोसा कियो अर भरोसा को आधार पा ही वी धर्मी ठहरायो।” अर इ ही से ही वी परमेस्वर को दोस्त ठहरायो।\x + \xo 2:23 \xo*\xt उत्पति 15:6\xt*\x* \v 24 तुम इंसान देखह हैं कि अदमी केवल भरोसा से नी पर करम हुन से धर्मी ठहरायो जावा हैं। \p \v 25 वसो ही राहाब वेस्या भी, जब ओ न दुतों को अपने घर म उतारियो अर दुसरी रस्ता से चलो गयो। ते का करमो से धार्मिक न ठहरी?\x + \xo 2:25 \xo*\xt यहोसू 2:1-21; इब्रानियो 11:31\xt*\x* \v 26 अत: जसो सरीर आत्मा बिना मरी हुई हैं, वसो ही भरोसा भी करमो बिना मरो हुओ हैं। \c 3 \s जीभ ख वंस म करनो \p \v 1 अरे मोरा भई हुन, तुम म से बेजा उपदेसक न बनो, काहेकि जानह हैं कि हम उपदेसक अर भी अपराधी ठहरेगो। \v 2 ऐको लाने कि हम सब ढ़ेर बार चूक जावा हैं; जे कई वचन म नी चुकह वीही ते सिध्द अदमी हैं अर सारी सरीर पर भी लगाम लगा सकह हैं। \v 3 जब हम अपनो वंस म करन को लाने घोड़ा हुन को मुंडो म लगाम लगावा हैं, ते हम ओकी पुरो सरीर ख भी घुमा सकह हैं। \v 4 देखो, जहाज भी, यघपि असो बड़ो होते हैं अर प्रचण्ड हवा से चलायो जावह हैं, तेभी एक छोटी सी पतवार को व्दारा माँझी को इच्छा को हिसाब से घुमाए जावह हैं। \v 5 वसो ही जीभ भी एक छोटी सी अंग आय अर वह बडी-बडी डीगें मारह हैं।\fig घोड़ा हुन प सवार|alt="Rider on a horse" src="lb00035c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="3:3"\fig* \p देखो, थोडी सी आग म कितनो बडो जंगल म आग लग जाय आय। \v 6 जीभ भी एक आगी आय; ओमा अधर्म को दुनिया से भरो पडो हैं; अर पुरो सरीर पर कलंक लगावा हैं अर जिन्दगी कि गति म आगी लगा देवा हैं, अऊर नरक कुण्ड कि आगी म से जलती रहव हैं। \v 7 काहेकि हर प्रकार का जंगल को जानवर पक्छी, अर रेगन वाला जन्तु, अर पानी म रहन वाला अदमी जाति को वंस म हो सकह हैं अर हो भी गया हैं। \v 8 पर जीभ ख कोई इंसान बस म नी कर सका। या बेजा खतरनाक जहर से भरी एक असी बुराई हैं जे कभी चैन से प्राणनासक विस से नी रह सका।\x + \xo 3:8 \xo*\xt भजन 140:3\xt*\x* \v 9 ऐसे ही से हम प्रभु अर बाप कि प्रर्थाना करह हैं अर येसे ही इंसान हुन ख जे परमेस्वर को स्वरूप म पैदा भया हैं अर बददुआ देवा हैं।\x + \xo 3:9 \xo*\xt उत्पति 1:26 \xt*\x* \v 10 एक ही मूँह से धन्यवाद अर बददुआ दोयी नीकला आय अरे मोरा भई हुन, असो नी होनू चहिए। \v 11 का झिरिया को एक ही मूँह से मीठो अर खारो पानी दोयी निकला हैं? \v 12 अरे मोरा भई हुन, का अंजीर को झाँड़ म जैतून या अंगूर कि बेला म अंजीर लग सकह हैं? वसो ही खारो झिरिया से मीठो पानी नी निकल सकह। \s स्वर्गीय ग्यान \p \v 13 तुम म ग्यान वान अऊर समझदार कऊन आय? जे असो हो वाहा अपनो काम हुन को अच्छो चाल चलन से उ नम्रता सहित परगट करे जे ग्यान से पैदा होवा हैं। \v 14 पर अदि तुम अपनो-अपनो मन म कड़वी जलन अऊर विरोध रखह हैं, ते सही को विरोध म घमण्ड नी करनो, अऊर न तो झुठ बोलनो। \v 15 यू ग्यान उ नी जे ऊपर से उतरहे लेकिन सांसारिक अर सारीरिक अर सैतानी आय। \v 16 काहेकि जाहा जलन अर बयीर होव हैं, वहा बखेड़ा अर हर प्रकार को दुस्कर्म भी होवा हैं। \v 17 पर जे ग्यान ऊपर से आवा हैं उ पहले तो सुध्द होव हैं फिर सान्ति से मिलनसार कोमल अर मृदुभाव अर दया अर अच्छो फल से लदो वालो अर पक्छपात अर मन कपट रहित होव हैं।\x + \xo 3:17 \xo*\xt इब्रानियो 12:11\xt*\x* \v 18 मिलाप करान वालो धरम को फल मेल-मिलाप को संग सान्ति से बोवह हैं। \x + \xo 3:18 \xo*\xt यसायाह 32:17\xt*\x* \c 4 \s संसारिक मन को बारे म सतरकता \p \v 1 तुम म लडाई हुन अर झगड़ा काहा से आ गया? का उ सुख विलासो से नी हैं जे तुम्हारो सरीर म लड़ते भिड़ते हैं? \v 2 तुम इंसान चाहव ते हो पर तुम ख मिल नी कर पावा। तुम म जलन हैं अऊर तुम दुसरो ख मार डाला हैं, फिर भी जे चाहाव हैं, मिल नी पावा। अऊर एकोलाने लड़ाई झगड़ा करा हैं, अपनी इक्छा की चीज हुन ख तुम ख नी मिल पावा काहेकि तुम उन ख परमेस्वर से नी माँगह। \v 3 तुम माँगा हैं अर तुम पाते नी, एकोलाने कि बुरी इच्छा से माँगह हैं, तेकी अपना भोग विलास म उड़ा दे। \v 4 हे छिनाला करन वाली, का तुम नी जानह की दुनिया से दोस्ती करनो परमेस्वर से दुसमनी करनु हैं? अत: जे कोई दुनिया को दोस्त होन चाहव हैं, उ अपनो तुम को परमेस्वर ख दुसमन बनाव हैं।\x + \xo 4:4 \xo*\xt 1यूहन्ना 2:15-16\xt*\x* \v 5 अर का तुम असो सोचा आय कि सुध्द सास्र बैकार म कहव हैं कि, “परमेस्वर न हमारो जोने जे आत्मा बसायो हैं,” काहेकि उ असी आसा करह हैं। जेको प्रतिफल बुरी बात आय? \v 6 पर परमेस्वर न हम पर बेजा जादा दया दिखई हैं, एकोलाने सास्र म कहयो गयो हैं, “परमेस्वर घमण्डी हुन को विरोध करह हैं, जब कि दया करन वालो पर अपनी दया दिखाव हैं।”\x + \xo 4:6 \xo*\xt नीति 3:34\xt*\x* \p \v 7 ऐको लाने अपना तुम ख परमेस्वर को अधीन कर दो; अर सैतान को सामना करो, उ तुम्हारो सामे से भाग खड़ो होये। \v 8 परमेस्वर को जोने आओ ते उ भी तुम्हारो जोने आएँगो। अरे पापी हुन, अपनो हात सुध्द करो, अर हे मार खान वाले दुचिन्ते अदमी, अपना मन ख सुध्द करो।\x + \xo 4:8 \xo*\xt यिर्मयाह 1:3; मलाकी 3:7\xt*\x* \v 9 दुखी हो, अर सोक करो, अर रोनू। तुम्हारी हँसी सोक म अर तुम्हारो खुसी उदासी म बदल जाहे। \v 10 प्रभु को सामने दीन बनो। उ तुम ख ऊँचो उठायेगो।\x + \xo 4:10 \xo*\xt भजन 147:6\xt*\x* \s भई हुन पर आरोप लगानो \p \v 11 हे भई हुन, एक दुसरा कि बदनामी मत करो। जे अपनो भई की बदनामी करह हैं या भई पर आरोप लगाव हैं, उ नेम पर आरोप लगाव हैं; अर अदि तू नेम पर आरोप लगाव हैं, ते तू व्यवस्था पर चलन वालो नी पर न्याव करन वालो का ठहरो। \v 12 नेम देन वालो अर हाकिम ते एक ही आय, जे बचानो म अर नास करनो म सामर्थ हैं। पर तू कोन आय, जे अपनो पडो़सी पर दोस लगाव हैं? \s घमण्ड को विरुध्द म चेतावनी \p \v 13 तुम जे यू कह हैं, “आज या कल हम कोई अर नगर म जा ख वाहा एक साल बिताहे, अर धन्दा\f + \fr 4:13 \fr*\ft व्यपार\ft*\f* कर ख फायदा करेहे।” \v 14 अर यू नी जाने कि कल का होएगो। सुन तो ल, तुम्हारी जिन्दगी हैं ही का? तुम ते भाप को समान आय, जे थोडी देर दिखई देवह आय, फिर लोभ हो जावा हैं।\x + \xo 4:14 \xo*\xt नीति 27:1\xt*\x* \v 15 ऐको उल्टो तुम ख यू कहनो चहिए, “अदि प्रभु चाहे ते हम जिन्दा रहेगो,” अर यू थो उ काम भी करेगों।\x + \xo 4:15 \xo*\xt प्रेरितो 18:21\xt*\x* \v 16 पर आबा तुम अपनो डीग मारन पर घमण्ड करह हैं; असो सब घमण्ड बुरो होव हैं। \fig गिराहक अर बैपारी अपनो समान को संग|alt="Customer, merchant with his wares" src="hk00172c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="4:13"\fig* \p \v 17 एकोलाने जे कोई भलाई करनो जानह हैं। अर नी करह ओको लाने उ पाप हैं। \c 5 \s धनी अदमी ख चेतावनी \p \v 1 अरे धनी अदमी हुन सुन तो लेव, तू अपनो आँवन वालो कस्ट\f + \fr 5:1 \fr*\ft क्लेसो\ft*\f* पर चिल्ला चिल्ला ख रोहे। \v 2 तुम्हारो धन बिगड़ गयो हैं, अर तुम्हारो कपड़ा ख कीडा खा गयो हैं।\x + \xo 5:2 \xo*\xt मत्ती 6:19 \xt*\x* \v 3 तुम्हारो सोना चाँदी म काई लग गई हैं; अर वा काई तुम पर गवाई देहे, अर आगी को समान तुम्हारो मांस खा जाऐगो। तुम न आखरी यूग म धन जमा करियो हैं। \v 4 देखो, जे बनियार न तुम्हारो खेत काटो, ओकी वा बनियारी जे तुम न धोखा दे ख रख ली हैं चिल्ला रही हैं, अर काटन वालो की दोहई सेना हुन को प्रभु के कानो तक पहुँच गई हैं।\x + \xo 5:4 \xo*\xt लैव्य 19:13\xt*\x* \v 5 तुम यू धरती पर सुख को जीवन अर अपन खुद की मर्जी पुरो कर रय्हे हैं अर तू वध होनो को रोज को लाने अपन तुम ख मोटो ताजो बनायो आया। \v 6 तुम न धर्मी ख दोसी ठहरा ख मार डाल्यो, उ तुम्हारो समान नी करतो। \s धीरज अर बिनती \p \v 7 एकोलाने अरे भई हुन, प्रभु को आँवन तुम भी धीरज रखो। देख, किरसान जमीन की उचीत फसल\f + \fr 5:7 \fr*\ft बहुमूल्य\ft*\f* कि आसा रखते हुयो पहलो अर आखरी बारिस होन तक धीरज रखह हैं।\x + \xo 5:7 \xo*\xt व्यवस्था 11:14\xt*\x* \v 8 तुम भी धीरज रखो, अर अपनो मन ख मजबूत करो, काहेकि प्रभु को आगमन जोने हैं। \p \v 9 अरे भई हुन अर बहिन हुन, एक दुसरा पर आरोप मत लगाओ, तेकी तुम आरोपी नी ठहरे; देख न्याव करन वालो \f + \fr 5:9 \fr*\ft हाकिम \ft*\f* दरवाजा पर खडो हैं। ताकि परमेस्वर भी तुम ख दोसी नी ठहराए। \v 10 अरे भई बहिन हुन, जिन भविस्य को बारे म न प्रभु को नाम से बात करी हैं, उन ख दुख उठानो अर धीरज रखनो को एक आदर्स समझो। \v 11 देख हम धीरज रखन वाला ख चोक्खो कहव हैं। तुम न अय्यूब को धीरज को बारे म तो सुनो ही हैं, अर प्रभु की तरफ से जे ओको प्रतिफल हुयो हो ख भी जान लियो हैं जसो प्रभू की बेजा करूना अर दया परगट होव हैं। \v 12 पर हे मोरा भई हुन, सब से बडी बात या आय कि कसम\f + \fr 5:12 \fr*\ft सपथ\ft*\f* नी खानो स्वर्ग की, नी दुनिया की, नी कोई अऊर चीज की; पर तुमरी बातचीत हाओ कि हाव, अर नी की नी हो, की तुम दण्ड को लायक नी ठहरो। \p \v 13 अगर तुम कोई भी दु: ख हैं ते उ प्रार्थना करहे। यदि खुस हैं ते स्तुति का भजन गाहे। \v 14 अदि तुम म से कोई रोगी हैं, ते कलीसिया का सियाना अदमी ख बुलाहे, अर वी प्रभु को नाम से ओ पर तेल मस ख ओको लाने प्रार्थना करे। \v 15 अर भरोसा की विनती को लाने रोगी बच जाएगो अर प्रभु उठा ख हो ख खडो करहे, अर अगर ओ न पाप भी करयो हैं ते ओकी भी माप करे जाहे। \v 16 एकोलाने तुम आपसी म एक दुसरा को सामने अपनो अपनो पाप ख मान लेव अर एक दुसरो को लाने प्रार्थाना करो जसो चंगा हो जाओ धर्मी अदमी की प्रार्थना को सक्तिसाली से बेजा कुछ हो सकह हैं। \v 17 एलिय्याह भी ते हमरो समान दुख सुख भोगयो अदमी थो, अर ओ न गिड़गिडा ख प्रार्थना करी कि पानी\f + \fr 5:17 \fr*\ft मुँह\ft*\f* नी बरसे अर साढे तीन साल लक धरती पर पानी नी बरसो।\x + \xo 5:17 \xo*\xt 1 राजा 17:1; 1 राजा 18:1\xt*\x* \v 18 फिर ओ न प्रार्थना करी, ते आकास से बारिस भई अर धरती फलवन्त भई।\x + \xo 5:18 \xo*\xt 1 राजा 18:42-45\xt*\x* \p \v 19 अरे मोरो भई हुन अर बहिन हुन, अगर तुम म से कोई सत्य की रस्ता से भटक जाहे अर कोई ओ ख फेर लाए, \v 20 ते उ यू जान लेहे कि जे कोई किसी भटको हुयो पापी ख फेर लाएगो, उ एक जीव की मरनो से बचाएगो अर बेजा\f + \fr 5:20 \fr*\ft अनेक\ft*\f* पाप पर परदा डालेगो।\x + \xo 5:20 \xo*\xt नीति 10:12; 1पतरस 4:8\xt*\x*