\id HEB - Mehra Standard Project \ide UTF-8 \h इब्रानियो \toc3 इब्रानियो \toc2 इब्रानियो \toc1 इब्रानियो को नाम कि चिठ्टी \mt2 इब्रानियो के नाम का पस्र \mt1 इब्रानियो को नाम की चिठ्टी \imt भूमिका \ip इब्रानियो कि किताब एक उत्साजनक चिठ्टी आय जे दर्सावा हैं कि कसो यीसु न पुरानो नेम कि कई भविस्यवानी हुन ख पुरो करियो। यहाँ एक उपदेस कि तरह से लिख्यो गयो थो। इब्रानियो म पुरानो नेम ख 60 से जादा संदर्भ आए जे स्पस्ट रूप से दिखावा हैं कि कसो यीसु न भविस्यवानी अऊर यहूदी बडो याजक को कर्तव्य हुन ख पुरो करियो। यू वजह से या किताब यहूदी इसाई हुन ख उत्साहित रखन वाली आय। इब्रानियो न दिखायो कि कसो यीसु न नेम ख पूरी करियो ताकि याजक हुन ख फिर कभी बलिदान नी देनू पड़े। यीसु पुरा बाप हुन को लाने एक बार अऊर हमेसा को लाने बलिदान हुयो। हमारो बखत म इसाई भी इब्रानियो ख चिठ्टी म प्रोत्साहन पा सकह हैं कि वी यीसु मसी को अनुसरन करह हैं, जे हमारो लाने परमेस्वर प भरोसा करनु संभव बनावा हैं, अऊर संग ही ओ पर भरोसा करते रहनु। \xt 12:2 \xt* \ip इब्रानियो ख कोना लिख्यो कोई नी जानह, पर विध्दानो न प्रेरित पोलुस, लूका या बरनबास जसो सुझाव दियो हैं। लिखन की तारीक भी पता नी हैं पर अधिकास को मानो आय कि यहाँ ईसा मसी को जनम को 70 साल पहिले लिखयो गयो थो। यरूसलेम ख 70 म खत्म कर दियो रह, पर या चिठ्टी ख लेखक यरूसलेम को बारा म बात करह हैं जसो कि यहाँ अभी लक खत्म नी हुओ थो। इब्रानियो ख रोम सहर \xt 13:24\xt* म लिख्यो गयो थो अऊर संभवत: की चर्चा हुन म प्ररसारित करियो गयो थो। \iot रूप-रेखा: \io1 1. लेखक दिखावा हैं कि यीसु परमेस्वर आय भविस्यवक्ता हुन अऊर स्वर्ग दुत हुन से बडो आय। \ior 1:1—4:13\ior* \io1 2. फिर वाहा दिखावा हैं कि यीसु न यू याजक हुन से बडो जे यरूसलेम म परमेस्वर को मन्दिर म सेवा करह आय। \ior 4:14—7:28 \ior* \io1 3. संग ही यीसु न सेवकाई उ पुरानो वाचा से भी बडो अपनो लोगो को संग आय जे परमेस्वर न अपना इंसान हुन को संग उ नेम को दुवारा कि जो ओ न मूसा ख दियो रह। \ior 8:1—10:31 \ior* \io1 4. यहाँ समझावन को बाद यीसु ख पुरी तरह से बडो आय, लेखक कई व्यवहारिक निर्देस देवा हैं। \ior 10:32—13:17\ior* \io1 5. अन्त म लेखक कुछ प्रोत्साहन अऊर अभिवादक को संग चिठ्टी को संग खत्म करह हैं। \ior 13:18-25 \ior* \c 1 \s परमेस्वर को वचन, पोरिया व्दारा \p \v 1 पहले को जमाने म परमेस्वर न बापदादा से थोडो थोडो कर ख अर भाँति-भाँति से भविस्यवक्ता हुन को व्दारा बात करी, \v 2 इ आखरी दिन\f + \fr 1:2 \fr*\ft आखरी दिन\ft*\f* म ओ न हम से पोरिया को दुवारा बात करी, जिन ख उन न सब चीज को वारिस रखयो अर ओको दुवारा ओ ना सब दुनिया ख ओ न रची हैं। \v 3 यु पोरिया परमेस्वर कि महिमा वह उन की महिमा को उजाला अर उन को तत्व को छाप हैं, अर सब चीज अपनी सक्ति को वचन से संभालयो हैं। उ पाप ख धो ख ऊँचो जगह पर महामहिम परमेस्वर ख जेनो तरफ जा ख बठयो; \v 4 अर ओको पद स्वर्गदूत से उंचो ठहरो; काहेकि जे नाम ओ ख उत्तराधिकार म मिल्यो हैं, उ ओको नाम से कही गुना बडो हैं। \s परमेस्वर को पोरिया स्वर्गदूत हुन से सर्वाच्चय हैं \p \v 5 काहेकि परमेस्वर न कभी कोई स्वर्गदूत से यहाँ कहयो, \q1 “तु मोरो पोरिया आय, \q2 आज मी न तो ख पैदा कियो हैं” \q1 अऊर मी ओको लाने बाप बन जाऊँगो, \q2 अऊर उ मोरो पोरिया होगा? \p \v 6 अर जब सबसे पहले पोरिया की दुनिया म फिर लावा हैं ते कवह हैं, \q1 “परमेस्वर को पुरो स्वर्गदूत हुन ओ ख दण्डवत करहे।” \p \v 7 अर स्वर्गदूत को बारे म यू कहवा हैं, \q1 “वह अपना दुत हुन ख हवा, \q2 अर अपना सेवक ख धधक्ती आगी बनावा हैं।” \p \v 8 कि अपनो पोरिया को बारे म कहव हैं, \q1 “हे परमेस्वर तोरो सिंहासन हमेसा हमेसा तक रय्हे: \q2 तोरो राज को राजदण्ड न्याव को राजदण्ड आय। \q1 \v 9 तू न धरम से प्यार रखयो अर अधर्म से दुसमनी रखी; \q1 एकोलाने हे परमेस्वर, \q2 तोरो परमेस्वर न, तोरो संगी हुन से बड ख, \q2 हर्सरुपी तेल से तोरो अभिसेक करयो।” \p \v 10 अऊर ओ न याहा भी कहयो \q1 “हे प्रभु, आदि म तू न जमीन की नीव डाली, \q2 अर स्वर्ग तोरो हात की बनावट आय। \q1 \v 11 वी तो खत्म हो जाये, पर तू बन्यो रय्हे; \q2 अर वी सब कपड़ा को समान पुराना हो जाहे, \q1 \v 12 अर तू उन ख चादर को समान लपेटेगो, \q2 अर वी कपड़ा को समान बदल जाहे: \q1 पर तू बदलेगो नी, \q2 अर तोरो साल कभी खत्म नी होवन को।” \p \v 13 परमेस्वर न कभी कोई स्वर्ग दूत हुन से असो नी कहयो, \q1 “तू मोरो जेवनो तरफ बठ, \q2 जब लक कि मी तोरा दुसमन ख तोरा पाय को नीचे की पीढ़ी नी कर दूँ?” \p \v 14 का वी सब सेवा टहल करन वाली आत्मा नी, जो उध्दार पावन वाला को लाने सेवा करन ख भेजी जावह हैं। \c 2 \s बडो उध्दार \p \v 1 एकोलाने हम जे सन्देस मिल्यो हैं, ओ पर अच्छी तरह ध्यान देनो चहिए। कही असो न हो कि हम रस्ता से भटक जाये। \v 2 अदि स्वर्गदूत हुन दुवारा दियो हुओ सन्देस ख इतनो योग्य थो कि ओको हर एक अतिक्रमण अथवा तिरस्कार ख उचित दण्ड मिल्यो, \v 3 ते हम अदमी असो बडो उध्दार से निस्चित रह ख कसा बच सकह हैं? जो की बात पहले पहल प्रभु को व्दारा भी, अर सुनन वाला को व्दारा हम ख ओको पक्को मालुम हुओ। \v 4 परमेस्वर न भी चिन्ह हुन ख तरह-तरह ख अदभुत काम अर करम अर सुध्द आत्मा ख वी दान दुवारा म जे ओकी इच्छा ख अनुसार उन ख दिया अर ओ न ओ ख प्रमाण कर ख दियो। \s हमारो उध्दार करन वालो \p \v 5 परमेस्वर न उ आवन वाली नई दुनिया ख, जोकी चर्चा हम कर रहया हैं, स्‍वर्ग दूत हुन को अधीन नी कियो हैं। \v 6 लेकिन कोई न कही या गवही दी हैं की, \q1 “अदमी का हैं की तू ओकी सुधि लेवह हैं? \q2 यू इंसान को पोरिया का हैं की तू ओ की चिन्ता करह हैं? \q1 \v 7 तू न उन स्वर्गदूत से कुछ ही कम करयो; \q2 तू न उन पर महिमा अर आदर को मुकुट रखयो, \q2 अर उन ख अपनो हात को काम पर अधिकार दियो। \q1 \v 8 तू न सब कुछ ओको पाय को नीचे कर दियो।” \p ऐको लाने जब की उन न सब कुछ ओको निचे कर दियो, ते परमेस्वर न कुछ भी रखह नी छोडयो जो ओकी अधीन न हो। पर हम अबा लक सब कुछ उन को अधीन नी देखयो। \v 9 पर हम यीसु ख स्वर्गदूत हुन से कुछ ही कम करयो गयो, माऊत को दुख उठान को कारन महिमा अर आदर को मुकुट पहिनायो हुओ देखयो हैं, लेकिन परमेस्वर को दया से उ हर एक अदमी को लाने माऊत को स्वाद चक्यो। \v 10 परमेस्वर जेको कारन अर जिन को व्दारा सब कुछ होव हैं, उन ख वही चोक्खो लगयो कि जब वी बेजा सा पोरिया-पारी हुन ख महिमा म पहुचायो, ते यीसु न उध्दार को कर्ता को दुख उठावन को व्दारा सिध्द करयो। \p \v 11 काहेकि सुध्द करन वाला अर जे सुध्द कियो जावह हैं, वी एक ही बाप को आय; ओको कारन यीसु उन ख भई बहिन कहन से नी सरमावा हैं। \v 12 उ परमेस्वर से बोलह हैं, \q1 “मी कलेसिया को बीच म अपना भई बहिन हुन को बीच म, \q2 तोरो नाम की बड़ाई को गीत गाहूँ।” \p \v 13 अर फिर उ, “मी परमेस्वर पर पुरो भरोसा रखूगो।” अर फिर उ “देख मी उन पोरिया-पारी सहित जीन ख परमेस्वर न मो ख दियो गयो हैं।” \p \v 14 काहेकि कि पोरिया-पारी मांस अऊर खून म सामिल हता एकोलाने उ भी यीसु इंसान को जसो रूप म हो गयो अर ओ न ओ ख एकोमतलब सैतान ख खतम कर सके जेका पास म मारनु की सक्ति हती। \v 15 अर उन जिन ख माऊत को डर को मारे जिन्दगी भर गुलामी म फसया रह, उन ख छुडा ल। \v 16 काहे की उ पक्को हैं तो स्वर्गदूत ख नी बल्कि वरन् अब्राहम का दास ख संभालह हैं। \v 17 ऐको कारन ओ ख जरूरी हतो, कि सब बात म अपनो भई को समान रय्हे; जसो उन न बोली मी जो परमेस्वर से सम्बन्ध रखह हैं, एक दयालु अर भरोसा लायक बडो महा याजक बने ताकि अदमी ख पाप को लाने प्रायस्चित करे। \v 18 काहेकि यीसु जब उन न परीक्छा की दसा म दुख उठायो, ते उ ओकी भी मदद कर सकह हैं, जेकी परीक्छा होवा हैं। \c 3 \s यीसु मूसा से बडो \p \v 1 इन को लाने स्वर्ग को तरफ से बुलाहट म सामिल हैं उ प्रेरित अर महा याजक, यीसु कि तरफ लगाया ख रखनू जे परमेस्वर को चुनयो वालो अर हमारो भरोसा को हिसाब से याजक को जसो। \v 2 जसो परमेस्वर ख पुरो घराना\f + \fr 3:2 \fr*\ft परिवार\ft*\f* म मूसा भरोसा को लायक हतो, वसो ही यीसु भी, जो न ओ ख चुनयो रह उ परमेस्वर को लायक थो। \v 3 काहे कि यीसु मूसा से इतो बड़ ख महिमा को लायक समझो गयो हैं, कि जितनो कि घर ख बनावन वालो घर से बड़ ख मान रखह हैं। \v 4 काहे कि सब घर ख कोई न कोई बनावन वालो रह हैं, पर जो न सब कुछ बनायो उ परमेस्वर आय। \v 5 मूसा ते परमेस्वर को सब घर म सेवक को समान भरोसा लायक रहयो कि जे बात की चर्चा होन वाली हती, ओकी गवाई देहे। \v 6 पर परमेस्वर को घराना म मसी तो एक पोरिया को जसो भरोसा करन लायक हैं अऊर अदि हम धीरज म अर वा आसा म भरोसा ख बनाय ख रखा हैं ते हम ही ओखा घर हुन आय। \s भरोसा नी करन वाला ख चेतावनी \p \v 7 ते जसो सुध्द आत्मा कवह हैं, \pi “अदि आज तुम ओको सब्द सुने, \q2 \v 8 ते अपनो मन ख ढीट मत करनो।” \p जसो की गुस्सा दिलावन को बखत भयो \q2 अर परीक्छा को दिन जंगल म करयो रह। \q1 \v 9 जीते तुमरा बापदादा न मो ख जाँच ख परख्यो \q2 अर चालीस बरस लक मोरो काम देख्या। \q1 \v 10 ऐको वजे से मी उ बखत ख इंसान हुन से घुस्सा रयो, \q2 अर फिर मीना कय्हो, “इनको मन हमेसा भटकते रहवा हैं, \q2 अर इन न मोरी रस्ता ख नी जानयो \q1 \v 11 मी न घुस्सा म आ ख ईमान खई, \q2 वी मोरा आराम म प्रवेस करन नी पाऐ।” \p \v 12 हे भई हुन हुसयार रहो की तुम म असो बुरो अर अविस्वास मन न हो, जे तुम ख जिन्दा परमेस्वर से दुर हटा ले जाए। \v 13 पर जो दिन तक आज को दिन काहा जावा हैं, हर एक दिन दुसरा ख समझाते रहो, असो नी होऐ कि तुम म से कोई जन अदमी पाप को छल म आ ख कठोर हो जाऐ। \v 14 काहेकि हम मसी का भागी दारी भया हैं, पर हम अपनो पहलो भरोसा पर आखरी तक दृढ़ता से स्थिर रहयो। \v 15 जसो कि बोलह जावा हैं, \q1 “पर आज तू ओ की बात सुने, \q2 ते अपनो मन ख कठोर नी करे,” \p “जसो कि गुस्सा दिलावन को बखत करयो रह।” \p \v 16 भला इन अदमी न सुन ख भी गुस्सा दिलायो; का उ सब न नी, जे मूसा को व्दारा मिसर से निकलया रह? \v 17 अर वी चालीस साल तक कऊन अदमी से गुस्सा रहया? कि उन से नी जिन न पाप करयो, अर उन ख सव जंगल म पड़या रहया? \v 18 अर उन न जेसे कसम खई कि तुम मोरो विसराम म प्रवेस नी करन पाहे? का केवल उन से नी जो न आदेस नी मानी? \v 19 अत: हम देखह हैं कि वे अविस्वास को कारन प्रवेस नी कर सकया। \c 4 \s परमेस्वर को अदमी को आराम \p \v 1 एकोलाने परमेस्वर जब कि उन को आराम म अन्दर आन को वादा प्रतिग्या अब तक हैं, ते हम ख डर नो चाहिए असो नी होए कि तुम म से कोई अदमी उन से वंचित रह जाए। \v 2 काहेकि हम ख उन कि तरह चोक्खो सुसमाचार सुनायो गयो रह, पर सुनाया वाला वचन से उन ख कही फायदा नी भयो; काहे कि सुनन वाला को मन म भरोसा को संग नी बठयो। \v 3 पर हम जिन पर भरोसा कियो हैं, वी आराम करन को दिन म भीतर नी आन का; जसो कि परमेस्वर न कहयो, \q1 “मी न अपनो गुस्सा म ईमान खई कि वी मोरा आराम को दिन भीतर नी आ पाहे” \q2 हाला कि दुनिया को पैदा वार को उ बखत से उन को काम पुरो हो गयो थो। \p \v 4 काहेकि साँतवा दिन को बारे म ओ न कही असो कही हैं, \p “परमेस्वर न साँतवो दिन अपनो सब काम हुन ख निपटा ख आराम करयो।” \v 5 अर या जगह फिर उ असो कह हैं, \q1 “वी मोरो आराम म भीतर नी आ पान का।” \p \v 6 ते जब या बात बाकी हैं, कि कित्ता अऊर हैं जे उस आराम म प्रवेस करे, अर जिन ख ओको सुसमाचार पहले सुनायो गयो ओ न आदेस नी मानन को कारन ओ म प्रवेस नी करह पाहे, \v 7 एकोलाने परमेस्वर न कोई खास दिन ख ठहरा ख इतो दिन को बाद दाऊद को दुवारा परमेस्वर न उ दिन क बारा म किताब म बतायो थो। जसो पहले कहयो गयो \q1 “अदि आज तुम ओकी आवाज सुने, \q2 ते अपनो मन ख कठोर मत करनु।” \p \v 8 “काहेकि अदि यहोसू” उन ख आराम म प्रवेस करा लेतो, ते परमेस्वर बाद म कोई भी दुसरो दिन कि बात को बारा म नी करतो। \v 9 ते खैर जे भी होय। जान ल कि परमेस्वर क भक्त हुन को लाने एक वसो ही अराम रहव हैं जसो ही आराम को हफ्ता को दिन परमेस्वर को हतो। \v 10 काहे कि जो न ओको आराम म प्रवेस करयो हैं, उन न भी परमेस्वर को समान अपनो काम ख पुरो कर ख आराम करयो हैं। \v 11 अत: काहे कि जो न ओ कि आराम म प्रवेस करन कि कोसिस करे, असो नी होए कि अदमी हुन को समान आदेस नी मान ख गिर जाहे। \p \v 12 काहेकि परमेस्वर को वचन जिन्दो, अर मजबुत अर हर एक दोधारी तलवार से भी बेजा तेज हैं, अर प्रान अर आत्मा ख, अर गाँठ-गाँठ अर गुदा-गुदा ख अलग कर ख आर पार छेद देह हैं अर मन कि भावना ख अर विचार ख परख लेवह हैं। \v 13 परमेस्वर से कोई भी दुनिया कि चिज ओसे नी छिपी हैं लेकिन जो से हम ख काम हैं, ओकी आँख को सामने सब चीज खुली अर प्ररगट हैं। \s यीसु ही बडो महायाजक हैं \p \v 14 ऐको लाने काहेकि परमेस्वर को पोरिया यीसु एक असो बडो पुजारी हैं, जे स्वर्ग से हो ख गयो हैं, ते परमेस्वर को पोरिया हम ख, अपना अंगीकार ख घोसित म भरोसा ख दृढ़ता को संग थामे रखनू चाहिए। \v 15 काहे कि हमरो असो बडो पुजारी नी जो हमारो निर्बलता हुन म हमारो संग दुखी नी हो सकह, लेकिन उ सब बात म हमारो समान परखो तो गयो, तेभी नीस पाप निकल्यो। \v 16 ऐको लाने आव, अपुन अनुग्रह को सिंहासन को पास हियाव बाँध ख चले कि हम पर दया हो, अर उ अनुग्रह पाऐ जे जरूरत को बखत\f + \fr 4:16 \fr*\ft बखत\ft*\f* म हमारी मदद करे। \c 5 \p \v 1 काहे कि हर एक बडो पुजारी अदमी ओ म से लियो जाए हैं, अर अदमी ही को लाने, उ बात को बारे म जे परमेस्वर से सम्बन्ध रखह हैं, ठहरायो जावह हैं कि भेट अर पाप बलि चढ़ाया करो। \v 2 वी अन्जानो अर भूलिया भटकता को संग नरमी से व्यवहार कर सकह हैं, ऐको लाने कि वी आबा भी निर्बलता से घिरयो हैं। \v 3 एको लाने ओ ख जरूरी हैं कि जसा अदमी को लाने वसो ही अपनो लाने भी पाप-बलि चढायो करहे। \v 4 यू आदर को पद कोई अपनो तुम से नी लेवह, जब तक कि हारून को सामान परमेस्वर कि ओर से रोखयो नी जाए। \v 5 वसो ही मसी न भी बडो पुजारी बनना को बड़ाई अपनो तुम से नी ली, \q1 पर ओ ख उन न दी, जो न ओसे कहयो थो, \q2 “तू मोरो पोरिया हैं, आज मी न तो ख पैदा कियो हैं।”\fig महायाजक अपनो पुरोहित कपड़ा अर धुपदानी को संग|alt="High priest with his priestly clothes and censer" src="hk00267c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="5:5"\fig* \p \v 6 यू ही तरीका से उ दुसरी जगह म भी कह हैं, \q1 “तु मलिकिसिदक की रीति प हमेसा को लाने पूजारी आय।” \p \v 7 यीसु न अपनी सरीर म रहन को दिन म ऊँची बात से बुला बुला ख अर आँसु बाहा-बाहा ख ओ से जे ओ की मोउत से बचा सकयो थो,, प्रार्थाना अर विनती कि अर भक्ति को कारन ओकी सुन ली। \v 8 पोरिया होवन पर भी ओ न दुख उठा-उठा ख आदेस माननो सिखयो, \v 9 अर सिध्द बन ख, अपना सब झन हुन ख हुकुम मानन वाला को लाने हमेसा काल को उध्दार को कारन हो गयो, \v 10 अर ओ ख परमेस्वर कि तरफ मलिकिसिदक कि रिती पर बडो पुजारी को पद मिलयो। \s विस्वासी जीवन म से भटक जान वालो परिणाम \p \v 11 ओको बारे म हम ख बेजा सी बात कहनू हैं, जेको समझानो भी कठिन हैं, ऐको लाने कि तुम उँचा सुनन लगया हैं। \v 12 टेमं (बखत) को विचार से ते तुम ख जरूर गुरू हो जानो थो, तेभी वी आवस्यक हो गयो हैं कि कोई तुम ख परमेस्वर को वचन की आदि‍ सिक्छा फिर से सिखाऐ। तुम तो असा हो गया हैं कि तुम ख अनाज को बदला म आबा तक दुध ही होनू। \v 13 काहे कि दुध पीवन वाला बच्चा ख ते धर्म को वचन कि पहचान नी होए, काहे कि वी बच्चा हैं। \v 14 पर अनाज सहायता को लाने हैं, जोकी ग्यानेन्द्रि अभ्यास कर ख भलो बुरो म भेद करन म निपुण\f + \fr 5:14 \fr*\ft सब चिज जानने वाला \ft*\f* हो गई हैं। \c 6 \p \v 1 ऐको लाने आओ मसी कि सिक्छा को सुरू कि बात ख छोड़ ख हम सिध्द बन कर आगे की ओर बड़ते जाए, अर मरीया वाला काम हुन से मन फिराव न, अर परमेस्वर पर भरोसा करे, \v 2 अर बपतिस्मा को अर हात रखन की विधि, अर मरिया वाला हुन को जिन्दो होनू, अर आखरी न्याव कि ग्यान रुपी नीव फिर से नी डाले। \v 3 अदि परमेस्वर की याहा हुकुम हैं ते हम असो ही करेगों। \p \v 4 याहा उन अदमी हुन को लाने असंभव हैं ज्योति को प्रात हो गयो हैं। जिन न स्वर्गीय उपहार को स्वाद चखो हैं अऊर जे सुध्द आत्मा सह भागी हुया हैं। \v 5 जिन न परमेस्वर अर जीन ख परमेस्वर को उत्तम वचन को अर आवन वाली दुनिया की सक्ति को सवाद चख चुक्यो हैं, \v 6 अदि वी भटक जाए ते उन ख मन फिरान को लाने फिर नयो बननो उन ख बड़ो मूसकिल हैं, वी अपनो नुकसान को लाने वी हर बार परमेस्वर को पोरिया ख क्रूस पर चढ़ा रहया हैं। अऊर उन ख सब अदमी हुन को सामे अपमान कर रहया हैं। \p \v 7 काहे कि जे जमीन पर बरखा को पानी ख जे ओ पा बार-बार गीरा हैं, पी पी ख सोख लेवा हैं अर वा अदमी हुन को लाने काम की फसल उगावा हैं, जे ओपर खेती करा हैं, ते वा परमेस्वर कि तरफ से आसीर्वाद पावा हैं। \v 8 पर अदि वी झाड़ी अर दंग धतुरा उगावा हैं ते वा बेकार हैं अर ओपर सराप पड़न को डर हैं, आखीर म ओ ख जलाय देहे। \p \v 9 अरे प्यारो भई-बंद हुन चाहे हम असो तरीका से बोला हैं पर तुमरो बारे म ऐसे भी अच्छी बात को भरोसा हैं जे बात उ उध्दार को बारे म हैं। \v 10 तुमना परमेस्वर ख जन हुन कि हमेसा मददत करते हुए जे प्रेम दिखायो हैं, ओ ख अर तुमरा दुसरा काम हुन क परमेस्वर कभी नी भुलन को। उ अन्याय करन वालो नी आय। \v 11 पर हम बेजा चाहव हैं कि तुम म से हर कोई जिन्दगी भर असो ही कड़ी मेहनत करते रैय अदि तुम आसा की खुसी को लाने करा हैं ते हकिगत म ओखा पा लेहे जेकी तुम आस करा हैं। \v 12 हम यू नी चाहव आय कि तुम आलसी हो जाय। बल्कि तुम उनको जसो चलो जे भरोसा अर धीरज को संग म वी चीज ख पा रया हैं जेको परमेस्वर न वादा दियो रहा। \s परमेस्वर की अटल प्रतिग्या \p \v 13 जब परमेस्वर न अब्राहम से वादा करयो रहा, तब खुद ओसे बड़ो कोई नी हतो, जेकी कसम ख सके एकोलाने अपनी कसम खा ख उ। \v 14 कहन लग गयो, “सही म मी तो ख आसीस देहु, अर मी तो ख ढ़ेर सारी सन्तान देहु।” \v 15 अर ऐका लाने ओ न धीरज को संग म इंतजार करयो, जेमा ओ ना उ हासिल करयो जेकी ओसे वादा हती। \v 16 अदमी हुन अपना से बड़ा वाला को नाम लेखा कसम खावा हैं। ओमन खाई वाली कसम की बात पक्की होवा हैं अर पुरो लड़ाई झगड़ा खतम हो जावा हैं। \v 17 परमेस्वर ऐखा वी इंसान हुन को लाने, पुरी तरीका से साफ-सुतरो कर देन कि सोचत रहा, जेखा ओखा हासिल करनो थो, जेका देन को ओ ना वादा करयो रहा कि उ अपनो करयो वालो वादा ख कभी नी बदलन को एकोलाने अपनो वचन को संग ओ ना अपनी कसम ख जोड़ दियो। \v 18 ते फिर यी दो बात हैं ओको वादा अर ओकी कसम जे कभी नी बदलन कि अऊर जेको बारे म परमेस्वर कभी झुट नी बोल सका। एको लाने हम जो परमेस्वर को जोने सभल ख रहन आया हैं अर जे आसा ओ ना हमका दी हैं, हमरी सान्ति ओमा बंध जाय। \v 19 या आसा हमारो आत्मा को लाने असो लंगर हैं जे स्थिर अऊर मजबूत गढ़ हैं, अऊर परदा को जोने तक पहुँचता हैं। \v 20 जाहा यीसु न मलिकिसिदक कि रीति पर हमेसा काल को बडो पुजारी बन ख, हमारो लाने अगुवा को रूप म प्रवेस करयो हैं। \c 7 \s मलिकिसिदक याजक \p \v 1 यु मलिकिसिदक सालेम को राजा, अर परमप्रधान परमेस्वर को पूजारी, सब याजक बनो रह हैं। जब अब्राहम राजा ख मार ख लउटो जावह थो, ते इन न ओसे भेट कर ख आसीस दियो। \v 2 इन ख अब्राहम न सब चीज को दसवो अंस भी दियो। यु पहले अपनो नाम को अर्थ को अनुसार, धर्म को राजा, अर फिर सालेम अर्थात् सान्ति को राजा हैं। \v 3 जो को बाप भी नी अर माँ भी नी वंसावली हैं, जोको दिन को न आदि हैं अर न जिन्दगी को अन्त: हैं, पर परमेस्वर को पोरिया को रूप रुख ख वी हमेसा को लाने याजक बनो रह हैं। \p \v 4 अब ऐ पर ध्यान करो कि उ कसो बडो थो जो ख कुलपति अब्राहम न लूट ख चोक्खो से चोक्खो माल को दसवां अंस दियो। \v 5 लेवी की सन्तान म से जो याजक को पद लियो रह, उन ख आग्या मिलीयो रह कि अदमी हुन, अर अपनो भई से, चाहे वी अब्राहम ही की देह सरीर से काहे नी पैदा भयो, नेम को हिसाब से दसवां अंस ले। \v 6 पर उन न, मलिकिसिदक लेवी जे ओको वंसावली म को भी नी थो, अब्राहम से दसवां अंस लियो, अर जे ख वादा मिलो रह उन ख आसीस दियो। \v 7 इन से सन्देस नी कि छोटो बडो से आसीर्वाद लेवह हैं। \v 8 अर यहाँ ते मरनहार अदमी दसवां अंस लेवह हैं पर वाहा वी लेवह हैं जोकी गवाही दी जावह हैं कि उ जिन्दा हैं। \v 9 ते हम भी यु बोल सकह हैं कि लेवी न भी, जो दसवो अंस लियो हैं, अब्राहम को दुवारा दसवां अंस दियो। \v 10 काहे कि जो टेमं मलिकिसिदक न ओको बाप से भेट करी, उ टेमं वी अपनो बाप की देहं म थो \p \v 11 यदि लेवीय याजक पद को व्दारा सिध्दि प्राप्त हो सकी (जोको सहारो से अदमी ख इन्तजाम मिलो रह) ते फिर का जरूरत हती रह की दुसरो पूजारी मलिकिसिदक को रीति पर खडो हो, अर हारून कि रीति को नी कहलाए? \v 12 काहे कि जब याजक को पद बदलो जाय हैं, ते नेम ख भी बदलनो जरुरी हैं। \v 13 काहे कि जो को बारे म ई बात कही जाय आय की उ दुसरो गोत को आय, जो म से कोई न भी वेदी कि सेवा नी करी, \v 14 ते प्रगट हैं, कि हमारो प्रभु यहूदा को गोत म से पैदा भयो हैं, अर इस गोत को बारे म मूसा न पूजारी पद कि कोई बात नी करी। \v 15 हमारो दावा अर भी स्पसस्टता से प्रगट हो जाय हैं, जे मलिकिसिदक को समान एक अर पूजारी पैदा हो जाय हैं, \v 16 जे सारीरिक आग्या को नेम को हिसाब से नी, पर अविनासी जिन्दगी को सक्ति को हिसाब से नियुक्त हुओ हो। \v 17 काहे कि ओको बारे म यह गवाही दी गई हैं, “तु मलिकिसिदक कि रीति पर हमेसा-हमेसा याजक हैं।” \p \v 18 पहलो आग्या एकोलाने समाप्त कियो गयो काहेकि वाहा बेकार हतो। \v 19 काहेकि मूसा को नेम कोई ख सम्मान सिध्द नी कियो हमे ऐसे महान आसा दियो हैं। अऊर ऐको माध्यम से परमेस्वर को जोने पहुँचियो हैं। \p \v 20 परमेस्वर पहले बिना कसम खाए काम म नियुक्त करता था, लेकिन यीसु मसी ख कसम खा ख बडो याजक बनायो। \v 21 काहेकि यीसु ख नियुक्त को बखत प्रभु परमेस्वर न कसम खाई थी अऊर ओसे कहयो \q1 हे प्रभू कसम खाई हैं \q2 अऊर वाहा अपनो मन ख भी नी बदलेगो। \q2 तू हमेसा हमेसा याजक बनो रहेगो। \p \v 22 यु तरह यीसु एक चोक्खो वाचा को जमीन ठहरो। \p \v 23 वी तो बेजा बडी संख्या म पूजारी बनते आयो, ऐको मतलब यू हतो कि मरनो उन ख रहन नी देत रह, \v 24 पर यीसु सदा बनू \f + \fr 7:24 \fr*\ft हमेसा के लाने\ft*\f* रहव हैं, ऐको लाने ओको याजक पद अटल हैं। \v 25 यूही वजह हैं कि जे अदमी यीसु को दुवारा परमेस्वर सरन लेवह हैं वी पुरो तरीका से सक्ति कि सामर्थ रखह हैं काहेकि वाह ओकी ओर से निवेदन करन को लाने। हमेसा जिन्दो हैं। \p \v 26 अत: असो ही बडो पुजारी हमारो लायक थो जे सुध्द, अर निस्कपट, अर निर्मल, अर पापी हुन से अलग, अर स्वर्ग से भी ऊँचो कियो हुयो हो। \v 27 यु बडो पुजारी को समान ओसे जरुरी नी कि हर दिन पहले अपनो पाप अर फिर अदमी को पाप को लाने बलि चडाए, काहे कि ओ न अपनो तुम ख बलिदान चडा ख ओ ख एक ही बार म पुरो कर दियो \v 28 काहे कि नेम ते निर्बल अदमी हुन ख बडो पुजारी नियुक्त करह हैं, पर उ कसम को वचन, जे नेम को बाद खई गई, उ पोरिया ख नियुक्त करह हैं जे सदा को लाने सिध्द करयो गयो हैं। \c 8 \s यीसु नयो अऊर उत्तम वाचा को महायाजक \p \v 1 अब हम जे बात करह हैं ओ म से सब से बडी बात या आय कि हमारो असो बडो पुजारी हैं, जे स्वर्ग पर महामहिम परमेस्वर को सिंहासन को दाहिनो ओर जा बठयो हैं, \v 2 अर सुध्द जगह अर उ सच्चो तम्बू म जसो प्रभु न स्थापित करयो हतो नी कि अदमी न, सेवा को काम करह हैं। \p \v 3 काहेकि हर एक बडो पुजारी ख ऐको लाने चुन्यो जावह हैं कि वी भेट हुन अऊर बलिदान चढ़ान को लाने ठहरायो जावह हैं। अर ऐको लाने यू बडो पुजारी को लाने भी उ जरुरी हतो की ओको जोने भी चढ़ावन को लाने कही होय। \v 4 यदि वी जमीन पर होतो ते कभी पूजारी नी होतो, उ याजक नी हो पातो ते काहेकि वाहा पहेलो से ही असो अदमी हैं जे नेम को अनुसार भेट चडावन वाला तो हैं \v 5 अदि वाहा एक असो आराधना कि जगह म अराधना करह हैं उ सही म एक प्रति रूप हैं अऊर स्वर्ग म जे कही छाया हैं वाहा उसी तरह आय जसो मूसा को संग थो एकोलाने तब मूसा सुध्द तम्बू आरम्भ करन वाला हता ते ओ ख परमेस्वर कि ओर से याहा हुकुम मिल्यो हैं देखो जसो तो ख परवत पर दिखायो गयो थो ओको हिसाब से सब कुछ बनाजो। \v 6 पर अब जे धर्म सेवा यीसु मसी ख मिली हैं, वाहा कही गुणा बडी हैं; काहेकि वह एक असो नेम को अधिन हैं जे सबसे महान हैं। अऊर उत्तम वादा हुन सहारो को दुवारा बाँधी गई हैं। \p \v 7 काहे कि यदि उ पहलो वाचा बेकसूर होती ते दुसरो को लाने अवसर नी ढुँढो जातो। \v 8 पर परमेस्वर उन पा आरोप लगा ख कह हैं, \q1 “प्रभु कह हैं कि, देखनु वी दिन आवा हैं \q2 कि मी इस्राएल को घराना को संग, अर यहूदा को घराना को संग, अर यहूदा को घराना को संग नई वादा बाँधूँगो।” \q1 \v 9 याहा वादा से नी होगा जसो मी न उनको सयाना हुन को संग उ बखत कियो थो \q2 जब मी न उन ख मिसर देस से निकालन को लाने उन की सहायता करी रह प्रभु याहा कहव हैं \q1 उन न मोरो वाचा की नी मानी \q2 एकोलाने मी भी ओकी सुधि नी ली। \q1 \v 10 फिर प्रभु कह हैं, कि जे वाचा मी वी दिन को बाद इस्राएल को घराना को संग बाधुँगो, \q2 वा या आय कि मी अपनो नयो नेम ख उन को मन म डालूगो, \q1 अर ओ ख उन को हदय हुन पर लिखुगो, \q2 अर मी उन को परमेस्वर ठहरुगो \q2 अर वी मोरा अदमी ठहरे। \q1 \v 11 अर हर एक अपना देस वाला ख \q2 अर अपना भई ख या सिक्छा नी देह, \q2 कि तू प्रभु ख पहचान, \q2 काहे कि छोटा से बडा लक सब मो ख जान लेहे। \q1 \v 12 काहे कि मी न उन को अधर्म को बारे म दयावन्त रहूंगो, \q2 अर उन को पाप ख फिर याद नी करन को। \p \v 13 परमेस्वर यू नेम ख नयो कह ख पुकारह हैं एकोलाने ओ न पहली वाचा ख रद्द कर दियो हैं। जे पुराना अऊर व्यवहारिक असीम आय वाहा खत्म होन वाली हैं। \c 9 \s संसारिक अऊर स्वर्गीय आराधनालय \p \v 1 वा पहली वाचा म भी सेवा करन खा नेम हता, अर असी सुध्द जगह हती, जो यू दुनिया को हतो। \v 2 एक तम्बू खडो कर दियो गयो। ओको अगलो कक्छ म दीवट हती मेज हती अऊर भेट की रोटी हती। याहा सुध्द जगह कहलावा हैं रह। \v 3 दुसरो परदा को पिछे उ तम्बू थो, जे परम सुध्द जगह कहलावा हैं। \v 4 ओ म सोना कि धूपदानी, अर चारो तरफ सोना से मढ़यो वालो वाचा की पेटी हती अर ऐमा मन्ना से भरयो वालो सोना को मर्तबान अर हारून को छड़ी जे म फुल फल आय गया रहा अर वाचा की पटिया हती। \v 5 सन्दूक को ऊपर दोई तेजोमय करूब हता, जे छमा कि जगह पर छाया किया हुआ हता इन ख एक एक कर ख समझान को अभी मऊका नी हाय।\fig प्रार्थना मन्दिर को तम्मू को अन्दर को हिस्सा|alt="Interior of tabernacle" src="bk00278c.tif" size="span" copy="Horace Knowles ©" ref="9:3"\fig* \p \v 6 असो ही विनती करन की जगह ख तैयार करयो गयो रह विनती करन कि विधि ख सुरु करन को लाने याजक हर बखत तम्बू जा ख सेवा को काम सुरु करत रह। \v 7 लेकिन भीतरी कक्छ म केवल बडो ही याजक अन्दर आवत रह अऊर वाहा भी साल म एक बार। वाहा बिना उ खून को कभी अन्दर नी आवत रह जो ख वाहा खुद अपनो दुवारा अऊर अदमी हुन को दुवारा अनजान म किया गया पाप हुन को लाने भेंट चढ़ावत रह। \v 8 ऐको दुवारा सुध्द आत्मा यही दिखानो चाहाव हैं कि अभी पहलो तम्बू खडो भयो हैं, तब लक सुध्द जगह की रस्ता परगट नी हुओ। \v 9 यु आज को युग तम्बू तुरत टेमं को लाने एक उदाहरन हैं, जे म असी भेट अर बलि चढ़ावा जाऐ हैं, जेसे आराधना करन वालो को विवेक सिध्द नी कर सकह। \v 10 काहेकि वी केवल खान पान की चीज अऊर नयो प्रकार से सुध्दी करन को नेम हैं। जे आसा उ बखत को सरीर ख सरीर ख पुननिर्मान को लाने नियुक्त कियो गयो थो जे उपदेस को जे आखरी बखत लक लागु होन वाली बाहायरी नेम आय। \s मसी को खुन को सामर्थ्य \p \v 11 पर अब मसी आँवन वालो भली चीज को बडो याजक हो ख आय गयो हैं ते ओ न उ ढ़ेर सारो अर बडा अर पुरो सिध्द तम्बू म से होय ख भीतर आयो, जे अदमी ख हात हुन से बनाई हुई नी हतो अर इस दुनिया को नी आय, \v 12 अर बकरा अर बच्छा को खून को व्दारा नी पर अपनो ही खुन को व्दारा एक ही बार म सुध्द जगह म प्रवेस कियो अर हमेसा को लाने छुटकारा अर उध्दार पायो। \v 13 काहे कि जब बकरा हुन अर बईल हुन को खून अऊर जलयो वाला बच्छा की राख ख असुध्दता अदमी पर छिड़को जानो सरीर कि अच्छाई को लाने उन ख सुध्दता करयो हैं, \v 14 ते मसी को खून जे न अपनो तुम ख अनन्त आत्मा को दुवारा परमेस्वर को सामने बेकसूर चढ़ायो, तुमारो विवेक को मरो हुओ कामो से काहे नी सुध्द करेगों ताकि तुम जिन्दा परमेस्वर की सेवा करो। \p \v 15 यही कारन वी नई वाचा को बिचवई हैं, ताकि ओकी मरने के व्दारा जे पहली वाचा को बखत को अपराध से छुटकारा पावन को लाने हुई हैं, बुलायो हुओ अदमी वादा को अनुसार आखरी मीरास ख प्राप्त करहे। \v 16 काहे कि जे वाचा बाँधी गई हैं वाहा वाचा बाँधन वाली की मरन को समझ लेनो भी जरुरी हैं \v 17 काहेकि असी विसेस वाचा मरन पर पक्की होव हैं, अर जब तक वाचा बाँधन वालो जिन्दा रह हैं तब तक वाचा काम की नी होय। \v 18 ऐको लाने पहली वाचा भी बिना खून को नी बाँधी गई। \v 19 काहेकि जब मूसा सब अदमी हुन को सामे कि हर एक नेम हुन ख पढ़ ख सुनायो ते उन न पानी लाल उन अऊर जूफे को संग बच्छा अऊर बकरा हुन को खून लियो अऊर पुस्तक पर अऊर हर एक अदमी हुन पर छिड़क दियो। \v 20 ओ न हुकुम दियो रह याहा उस वाचा को खून हैं जो ख परमेस्वर न तुम्हारो लाने रखो हैं। \v 21 अर यही रीति से ओ न तम्बू अर सेवा को सारो समान पर खून छिड़को। \v 22 मूसा को नेम को हिसाब से सब कुछ मूसा को दुवारा सुध्द कियो जावह हैं अऊर बिना खून बहाये पाप हुन से छमा नी मीलह। \s मसी को बलिदान को व्दारा पाप हुन को दुर होनू \p \v 23 ऐको लाने जरुरी हैं कि स्वर्ग म कि चीज को प्रति रूप या बलिदानो को व्दारा सुध्द कियो जाए, पर स्वर्ग म की चीज स्वंय इन म उत्तम बलि को व्दारा सुध्द कि जावा। \v 24 काहे कि मसी न उ हात को बनायो हुओ सुध्द जगह म, जो सच्चो सुध्द जगह को नमूना हैं, प्रवेस नी कियो पर स्वर्ग ही म प्रवेस कियो, ताकि हमारो लाने आबा परमेस्वर को सामने दिखाई दे। \v 25 अऊर न ही अपनो बार-बार बलिदान चढ़ावन को लाने ओको स्वर्ग म उ तरीका से अन्दर आयो जसो बडो याजक उ खून ख संग जे ओको अपनो नी हैं। सुध्द जगह म हर साल प्रवेस करह हैं। \v 26 अदि असो होतो ते दुनिया को प्रारम्भ से उन ख बार-बार भोगनो पड़तो, पर अब युग को आखरी म वाहा एक ही उत्पन्न हुओ जसो वाहा ताकि अपने ही बलिदान को दुवारा पाप ख दुर कर देहे। \v 27 अर जसो अदमी को लाने एक ही बार मारनो अर ओको बाद न्याय को होनो नियुक्त हैं, \v 28 असो ही मसी भी बेजा को पाप को उठावान को लाने एक ही बार बलि हुओ, अर जे अदमी ओकी रस्ता जोहते हैं उन को उध्दार को लाने दुसरी बार बिना पाप उठाए हुओ दिखाई देह। \c 10 \p \v 1 काहे कि नेम जे म आँवन वाली भली चीज को प्रतिबिम्ब्र हैं पर उन को असली रूप नी, ऐको लाने वी एक ही प्रकार को बलि को व्दारा जेय हर साल उत्तम अच्छो चड़ाए जावा हैं, जोने आँवन वालो ख कभी भी सिध्द नी कर सकह। \v 2 अदि असो हो पावा ते का उन को ते उन को बलि चढ़ानो बन्द काहे नी हो जाय? काहेकि फिर ते सेवा करन वालो एक ही बार म हमेसा हमेसा को लाने सुध्द होय जावह हैं। अऊर अपनो पाप हुन को लाने फिर कभी खुद ख अपराधी नी समझा। \v 3 पर उन को व्दारा हर साल पाप ख याद दिलायो जावह हैं। \v 4 काहे कि यू अनहोनी हैं कि बईल अर बकरा हुन को खून पाप ख दुर करहे असो सम्भव नी हैं। \p \v 5 ऐको लाने जब यीसु यू दुनिया म आयो थो ते ओ न कहयो थो: \q1 “तु न बलिदान अर कोई भेट तू न नी चाहायो, \q2 पर मोरे लाने एक सरीर तैयार करयो हैं। \q1 \v 6 घर की बलि अर पाप-बलि से तू खुस नी भयो। \q1 \v 7 तब फिर मी न कहयो हतो, \q2 देख, मी आय गयो हैं, सुध्द पुस्तक म मोरो बारे म लिखो हुओ हैं, \q2 ताकि हैं परमेस्वर, तोरी इच्छा पुरी करुँ।” \p \v 8 ओ न पहलो कहयो थो, “नी तू न बलि अर भेट अर घर की बलि अर पाप बलि ख ते तू चाहवा हैं,” अर नी ही तू उन न खुस हुओ, लेकिन (यघपि) यू बलि तो नेम को हिसाब से चढायो जावा हैं। \v 9 अऊर उसी बखत याहा कहव हैं, “देख मी आय गयो हैं, ताकि तोरी इच्छा पुरी करुँ,” अत: वी पहिलो को उठा देवह हैं, तेकी दुसरो ख नियुक्त करे। \v 10 सो परमेस्वर की इच्छा से एक बार ही हमेसा हमेसा को लाने यीसु मसी को सरीर को बलि दान को दुवारा हम सुध्द कर दियो गयो।\fig वेदी प होमबली|alt="Burnt offering on an altar" src="hk00256c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="10:10"\fig* \p \v 11 हर याजक एक दिन को बाद दुसरो दिन खडो हो ख अपनो भक्ती हुन को काम हुन ख पुरो करह हैं। उ बार-बार एक जसी ही बलि हुन चढ़ावा हैं जे पाप हुन ख कभी दुर नी कर सकह हैं। \v 12 ते याजक को जसो म मसी ते पाप हुन को लाने हमेसा को लाने एक ही बलि चढ़ाय आय ख परमेस्वर को जेवनो हात तरफ जा ख बठयो, \v 13 अर वईच बखत से ओ ख अपना बैरी हुन ख ओको; पाय को नीचु को पीढ़ी बना देन को इन्तजार हैं। \v 14 काहे कि ओ न एक ही बार बली को दुवारा, जे सुध्द होते जा रया हैं, उन ख सदा हमेसा को लाने पूरो सुध्द कर दियो। \p \v 15 अर सुध्द आत्मा भी हम ख यही गवाही देवह हैं, काहे की ओ न पहले कय्हो रहा, \q1 \v 16 “प्रभु कह हैं कि जे वाचा मी वी दिन को बाद \q2 उन से बाँधूगो वा या आय कि \q1 मी अपनो नेम ख उन को मन म लिखूगो \q2 अर मी उन को दिमाक म डालूगो।” \p \v 17 फिर उ असो कहा हैं, “मी उनका पाप हुन ख अर उनका अधर्म का काम हुन ख फिर कभी याद नी करन को।” \v 18 जब पाप हुन कि माफी मिल गई हैं, ते फिर पाप हुन को लाने बली चढ़ान कि जरूत नी राई। \s नसिहत अऊर चेतावनी \p \v 19 अरे मोरा भई बहिन, अब हम ख पुरो भरोसा हो गयो हैं कि हम यीसु को खून से सुध्द जगह मे प्रवेस कर सकह हैं। \v 20 यीसु न हमारो लाने जीवित रसता खोल दियो, जे ओकी सरीर रुपी परदा से हो ख जावा हैं। \v 21 अऊर काहेकि हमारो जोने एक असो बड़ो याजक आय जे परमेस्वर को घराना को अधिकारी आय। \v 22 ते आव, हम सच्चो मन से अऊर पुरो भरोसा को संग अऊर विवेक कि गलत फैमी ख दूर करन को लाने सरीर पर छिड़काव लेय ख अऊर सरीर ख सुध्द पानी से नहेलाय ख परमेस्वर को जोने जाए। \v 23 हम अपनी आसा कि गवाही देनो म अटल अर मजबूत बनाया रैय, काहेकि हमसे वादा करयो रह, उ भरोसा को काबिल हैं। \v 24 हम ख या बात को ध्यान रखनो चाहिए कि हम कसो तरीका से प्रेम अर दुसरा हुन ख लाने एक दुसरा ख बड़ा सका हैं। \v 25 हम अपनी सभा हुन म मिलनो-जुड़नो नी छोड़नो चाहिए, जसो कि कुछ इंसान हुन करा हैं, बल्कि हम एक दुसरा ख धीरज दे। जब तुम उ दिन का जोने आते देख रया हैं, ते असो करनो अऊर भी जरूरी हो जाय हैं। \p \v 26 काहेकि सही को ग्यान मिल जान को बाद भी अदि हम जान बूज ख पाप करते रहवा हैं, ते पाप की माफी को लाने फिर कोई बलिदान बाकी नी हाय। \v 27 एक भयानक धुन बाकी रह जावा हैं न्याव की, अर एक भयानक आँग की, जो बैरी हुन ख सिदो ही गील लेन कि सोचा हैं। \v 28 जे कोई मूसा को नेम को पालन करनो से मना करा आय, ओखा बीना दया को दो या तीन गवाह हुन कि गवाही पर मार ड़ालो जाय हैं, \v 29 ते सोच ल कि वी कितना अर भी भारी सजा को लायक ठहरोगो, जे न परमेस्वर को पोरिया ख पाय से खुन्दियो अर वाचा को खून ख, जेको दुवारा उ सुध्द ठहरायो गयो रहा, असुध्द जान्यो हैं, अर दया कि आत्मा ख बेज्जती करियो हैं। \v 30 काहेकि हम ओ ख जानह हैं, जे न कहयो, “पलटा लेनो मोरो काम हैं, मीइच ही बदला लेहूँ।” अर फिर यु, कि “प्रभु अपनो इंसान हुन को न्याय करेगों,” \v 31 कोई पापी को जिन्दा परमेस्वर को हात म पड़ जानो एक भयानक बात हैं। \p \v 32 तुम इंसान वी बितीया वाला दिन हुन ख याद करो जब तुम ख उजेरो मिलन को तुरत बाद वा, बडी दु: ख मूसिबत संघर्स भोगनो को बाद समना करते हुए, मजबूती से डटिया रहे। \v 33 कभी ते सब अदमी हुन को सामे तुम ख अपमान अऊर अत्याचार सहनो पड़ो अऊर कुछ अदमी हुन ख असी बेदसा म पडिया वाला को संग सामिल होनू पडो। \v 34 अपनो कैदी को अदमी हुन को संग दुख म उनको दुख बाटो अऊर जब तुम्हारो धन सम्पत्ति ख कबजा कर लियो ते अपनो अपनो म जे हानि हुओ हैं ओ ख खुस हो ख मान लियो काहेकि वी जानत रह की हमारो जाने अबा भी कुछ पैसा अऊर जमीन जाजायद हैं जे हमेसा को लाने रहे। \v 35 एकोलाने तुम लोग अपनो भरोसा अऊर धैर्य छोडो ऐको पुरस्कार महान हैं। \v 36 तुम इंसान हुन ख धीरज धरनो जरुरी हैं, जेसे परमेस्वर कि इच्छा ख पुरी करन को बाद तुम ख उ मिल जाये जेको वादा परमेस्वर कर चुक्यो हैं। \v 37 जसो कि धर्म सास्र म लिखो, \q1 “जो आवन वाली वाहा \q2 थोडी ही बखत बाद आवन वालो हैं।” \q2 अऊर उ देर नी करन को। \q1 \v 38 मोरो धर्मी काम करन वालो लोगो भरोसा को दुवारा जिन्दगी बचायगो, \q2 पर अदि कोई पिच्छु हट जाये, \q2 ते मोरो मन ओसे खुस नी होन को। \p \v 39 पर हम वी इंसान हुन म से नी आय, जो पिच्छु हटन को वजे से नास हो जावा हैं, बल्कि हम वी इंसान हुन म से आय, जे अपनो भरोसा को दुवारा जिन्दगी ख पावा हैं। \c 11 \s भरोसा की बड़ाई \p \v 1 भरोसा वी बात को पक्को प्रमाण हैं जेकी हम आस करह हैं, अऊर वी चीज को पक्को भरोसा को बारे म पक्की आसा हैं, जे ख हम नी देखा। \v 2 काहेकि येको ही बारे म हमरा सियाना हुन की अच्छी गवाही दी गई हैं। \p \v 3 भरोसा ही से हम जान जाव हैं, कि पुरी दुनिया की रचना परमेस्वर को वचन को वजे से भई हैं पर असो नी हाय की जे कुछ देखनु म आवा हैं, उ देखी वाली चीज से बन्यो होय। \p \v 4 हाबिल न भरोसा को वजे से ही परमेस्वर को कैन से उत्तम बलि चढ़ायो रह। भरोसा को वजे से ही ओ ख एक धर्मी इंसान को रूप म तब इंज्जत मिली रह जब परमेस्वर न ओकी भेट की बड़ाई करी रहा। अऊर भरोसा को वजे से ही उ आज भी बोलह आय पर उ मर चुक्यो हैं। \p \v 5 भरोसा की वजे से हनोक जिन्दो स्वर्ग म चलो गयो वाहा मऊत ख नी देखयो काहेकि परमेस्वर ओ ख स्वर्ग पर उठा लियो थो, अऊर ओको उठायो जानो से पहले ओकी यू गवाई दियो गयो हैं कि ओ न परमेस्वर ख खुस कियो थो। \v 6 अर भरोसा को बगर परमेस्वर ख खुस करनो बडो मुसकिल हैं ऐको लाने जे परमेस्वर को जोने जावन की सोचा हैं ओ ख भरोसा करनो चहिए कि परमेस्वर हैं वाहा उ उन लोगो ख आसीस देगो, जे परमेस्वर कि खोज म लगिया रहव हैं। \v 7 भरोसा से नूह उ बात को बारे म जे उ बखत परमेस्वर को दुवारा चेतावनी पावत रह नूह याहा चेतावनी पा ख महिमा को संग अपनो परिवार बचान को लाने नाव बनायो ओ न अपनो भरोसा को दुवारा दुनिया को दोसी ठहरायो अऊर वाहा नेक काम को अधिकारी बनो जे भरोसा पर अटल हैं। \p \v 8 भरोसा को वजह से ही, जब अब्राहम परमेस्वर को हुकुम मान ख उ देस जाय जो ख वाहा विरासत म करन वालो थो। अब्राहम नी सोचो कि मी काहा जा रहयो हैं फिर भी वाहा चल्यो जावा हैं। \v 9 भरोसा को वजह से ही उन न वादा को देस म जमीन ख देन को ओ ख वचन दियो रह, ओ पर ओ न एक अजनबी परदेसी को समान अपनी तिरपाल की जुग्गी झोपडी बना ख रहयो। उ अपनी तिरपाल जुग्गी झोपडी म असो ही जसा इसहाक अर याकूब रहत रह जे ओको संग म परमेस्वर को उ वादा को वारिस भया। \v 10 अब्राहम न असो करयो, काहेकि उ उ पक्को नीव वालो सहर को इंतजार म हतो, जेको रचन वालो अर बनान वालो परमेस्वर आय। \p \v 11 भरोसा को वजे से ही अब्राहम जे सियानो हो चुक्यो रहा अऊर सारा जे खुद बाँझ-बजली हती जेना वादा दियो रहा ओखा भरोसा करन वाली समझ ख पेट से राई अऊर अब्राहम ख बाप बना दियो। \v 12 एको वजे से एक ही इंसान से, जो मरीयल सो हतो, आकास ख तारा अर समुंदर कि रेता को कन हुन को समान अनगिनत अवलाद हुन पैदा भई। \p \v 13 इन सब की विस्वासी दसा म ही माऊत भई। उनका वादा करी वाली जगा नी मिली, सिरप दुर ही से ओखा देख्यो अर ओकी इज्जत करी। उनना मान लियो कि वी दुनिया म परदेसी अऊर बाहर ख रहवासी आय। \v 14 जो असो तरीका की बात हुन करा हैं, वी यू साबीत कर देवा हैं कि वी अपनो खुदको देस ख ढुंडनो म लग्या हैं। \v 15 अदि वी उ देस को बारे म सोचता जेखा वी छोड़ चुक्या हैं ते उनको फिर से लउटन को मऊका रहतो \v 16 पर नी, वी तो एक उत्तम अपनो खुद को देस एकोमतलब स्वर्ग ख ढुंडनो म लग्या हता; एकोलाने परमेस्वर ख वी इंसान हुन को परमेस्वर कहलानो म लाज-सरम नी आवा। ओ ना तो उनको लाने एक सहर ख बना ख रख्यो रहा। \p \v 17 जब परमेस्वर न अब्राहम को मन लियो, तब विस्वास को वजे से अब्राहम न इसहाक ख भेट चढ़ायो। उ अपनो खुद को पोरिया ख बली चढ़ान को लाने तैयार हो गयो, फिर भी ओसे यू वादा कर लियो गयो रहा \v 18 अर बोल दियो गयो रह कि इसहाक ही से तोरो खानदान आगे बडे ते भी उ अपनो एक ठिया पोरिया ख बलि चढ़ावन को लाने तैयार हो गयो। \v 19 काहेकि अब्राहम जानत रह कि परमेस्वर मरिया वाला ख भी जिन्दो कर सकह हैं, अऊर एक उदाहरन रूप से इसहाक उन ख फिर से मिल गयो। \p \v 20 भरोसा को वजे से इसहाक न याकूब अऊर एसाव को भविस्य को लाने आसीर्वाद दियो। \p \v 21 भरोसा को वजे से ही याकूब न मरते घड़ी यूसुफ को हर एक पोरिया ख आसीर्वाद दियो अऊर उन न अपनी छड़ी की मूठ को सहारे झुक ख परमेस्वर की दण्डवत करी। \v 22 भरोसा को ही वजह से ही यूसुफ न, मरते घड़ी मिस्र से इस्राएल कि अवलाद हुन ख निकल जान कि बात करी, अपनी हड्डी हुन को बारे म हुकुम दियो। \p \v 23 जब मूसा पैदा भयो ते ओखा माय बाप ओ ख भरोसा से तीन महीना लक लूका ख रखिया; काहेकि उन न देखियो की पोरिया बडो अच्छो हैं। वी राजा को हुकुम से नी डरीया। \p \v 24 जब मूसा बडो भयो ते भरोसा से ओ न राजा फिरोन कि पोरी को पोरिया बन्नो से मना कर दियो। \v 25 उन न थोडा दिन पाप म सुख भोगनो से अच्छो, परमेस्वर की प्रजा को संग दुख भोगनु ऐसे उत्तम समझियो। \v 26 उन न मिसर कि धन दऊलत से बड़ ख मसी को लाने बेज्जती होनू जादा अच्छो समझियो, काहेकि उन को ध्यान होन वालो बखत म मिलन वाली चिज पर लगयो हतो। \p \v 27 भरोसा को वजे से उन न मिसर देस ख छोड़ दियो। उ राजा फिरोन को गुस्सा से नी डरीया, बल्कि हिम्मत से खडो रयो, मानलेव उ नी दिखई देन वालो परमेस्वर ख देखत होये। \v 28 भरोसा करन को वजे से मूसा न फसह को तिहार की विधि हुन को पालन करयो अर खून छिडकियो, जो से बड़ा पोरिया हुन ख मार डालन वालो दूत इस्राएली हुन ख बड़ा पोरिया हुन पा हात नी लगान को। \p \v 29 भरोसा करन को वजह से वी इंसान हुन न लाल समुंदर ख पार करयो, मान लेव उ सुखी जमीन पर चलत होय। पर जब मिसतिरी न वसो ही पार करन कि कोसिस करी, ते वी डुब ख मर गया। \p \v 30 भरोसा ही से यरीहो सहर की बाउनडरी सात रोज लक ओको फेरा लगान को बाद वा गीर गई। \v 31 भरोसा करन को वजह से ही राहाब वेस्या परमेस्वर कि बात नी मानन वालो को संग खत्म नी भई, काहेकि ओ न परमेस्वर को दुवारा भेजियो वाला कि सान्ति से रखी रह। \p \v 32 जादा का बोलू? काहे कि बखत नी रहयो कि गिदोन को, अर बाराक अर सिमसोन को, अर यिफतह को, अर दाऊद अर समूएल ख, अर भविस्य वक्ता हुन को बारा म बतहु। \v 33 उन न अपनो विस्वास को दुवारा राज्य हुन ख अपनो बस म करयो, नेम हुन को पालन करया, वादा करी वाली हुन चिज ख हासिल करी सेर हुन को मुंडो बन्द करयो; \v 34 अऊर धधक्ती आगी बुझई। वी तलवाल कि धार से बच गया की ज्वाला ख ठंडी करी; तरवार की धार से बच ख निकलयो; अर कमजोर होनू पर भी सक्तिसाली हो गया। उन न युध्द म अपनो जोस दिखायो अर दुसरो देस वाला ख मार भगायो। \v 35 ओरत हुन न मरिया वाला ख फिर से जिन्दो देखयो; \p अर कितना ते मार खाते खाते मर गया अर वी ओसे एकोलाने छुटकारा कि कोसिस नी करत रह कि उन ख वा मेन जगह हासिल करनो हतो। \v 36 कई को ते मजाक उडायो गयो; कोडा खानु अऊर बाँधी जानो, अर जेल म डाल दियो जानो पर परख्या गया। \v 37 कुछ इंसान हुन पत्थर से मारो गयो, अऊर कई ख ते आरा से चिरया अर कई ख तरवार से माऊत को घात उतार दियो। अर कई इंसान सताव अऊर दुख झेलन को लाने भेड़ अऊर बकरी हुन की खाल ओढ़ ख इते उते भटकते फिरते रया। \v 38 या दुनिया उन को लायक नी हती, वी बियाबान जंगल, अऊर पहाड़ हुन म घुमते रया अऊर गुफा हुन अर जमीन म पोल म, लुकते लुकते फिरया, की दड़ाड म भटकता फिरया। \p \v 39 अपनो भरोसा को वजे से ही, इन सब ख उठायो गयो। फिर भी परमेस्वर को जेको महान वादा दियो रह ओ ख इन म से कोई भी नी हासिल कर पायो। \v 40 परमेस्वर को जोने अपनी मरजी को हिसाब से हमरो लाने कुछ अऊर भली बात हती जेसे उन ख भी बस हमरो संग भी पुरो सिध्द करो जाहे। \c 12 \s परमेस्वर पिता व्दारा ताड़नो \p \v 1 काहे कि हम गवाही हुन की असी इत्ती बडी भीड़ से घिरया हैं, जो हम ख भरोसा को मतलब का होव हैं ऐकी गवही देवा हैं ऐको लाने आओ रोड़ा बनन वाली हर एक चिज ख अऊर उ पाप ख जो सहज ही हम ख उलझा देवा हैं झटक ख फेके अऊर वा दऊड जेय म हम ख दऊडनू हैं, आओ धीरज को संग म ओ ख उखाड़ ख फेके आओ ओ ख धीरज को संग म दऊडे, \v 2 अर भरोसा को करता कर सही करन वाला यीसु की तरफ देखते रहे, जे न उ खुसी को लाने जो ओको आगे धरो थो, लज्जा कि कोई फिकर नी कर ख सूली को दु: ख सहयो, अर परमेस्वर को सिंहासन की जेवनो तरफ जा बठयो। \p \v 3 ऐको लाने उन पर याद करो, जे न अपनी बुराई म पापी हुन ख इतनी बुराई सह लियो कि तुम निरास हो ख साहस नी छोड़ दे। \v 4 तुम न पाप से लड़तो हुओ ओसे असी मुठभेड़ नी करी की तुमारो खून बहायो; \v 5 का तुम लोग उ वचन ख भूल गया हैं जो परमेस्वर न तुम ख तुम ख पोरिया मान लियो रह। मोरो पोरिया प्रभु को अनुसासन ख बेकार मत समझो अऊर ओकी फटकार से हिम्मत या सान्ति मत हारजो। \q1 \v 6 “काहे कि प्रभु जसो प्यार करह हैं, ओकी ताड़ना भी करह हैं, \q2 अर जे ख पोरिया बना लेवह हैं, ओ ख कोड़ा भी मारा हैं।” \p \v 7 तुम दु: ख को ताड़नो समझ ख सहे ल, परमेस्वर तुम ख पोरिया जान ख तुमरो संग सलुप करह हैं उ कऊन सो पोरिया आय जे कि ताड़ना बाप नी करह? \v 8 यदि वा ताडना जे को भागी सब होए हैं, तोरी नी भई ते हम पोरिया नी, पर छिनाला को सन्तान ठहरिये। \v 9 फिर जब कि हमारो सारीरिक बाप भी हमारी ताड़ना कियो करतो थो अऊर हम न उन को सम्मान करियो, ते को आत्मा को बाप को अऊर भी अधीन नी रहे जेसे हम जिन्दा रहे। \v 10 वी ते अपनी-अपनी समझ को अनुसार थोड़ा दिन को लाने ताड़ना करत थो, पर उ ते हमारो फायदा को लाने करह हैं, कि हम भी ओकी सुध्दता को भागी हो जाए। \v 11 तुरत म हर तरह कि ताड़ना खुसी की नी, पर दु: ख ही कि बात दिखई पड़ हैं; तेभी जे ओ ख सहते-सहते मजबूत हो गयो हैं, बाद म उन ख चैन को संग धर्म को फल मीलह हैं \s उपदेस अर सावधानी \p \v 12 ऐको लाने ढील्लो हात अर निर्बल टोंगरीया ख सीधो करो, \v 13 अर अपनो पाय को लाने सिधो रस्ता बनाओ कि लंगड़ा भटक नी जाए पर भलो चोक्खो भलो हो जाए। \p \v 14 सब से मेल मिलाओ रखो, अर उ सुध्दता को खोजी हो जेको बिना कोई प्रभु को कभी नी देखोगो। \v 15 ध्यान से देखते रहो, असो नी होए कि कोई परमेस्वर कि दया से वंचित रह जाऐ, या कोई कडू जड़ फुट ख दु: ख देहे, अर ओको व्दारा बेजा सा अदमी असुध्द हो जाहे। \v 16 असो नी होए कि कोई जन व्यभिचारी, या एसाव\f + \fr 12:16 \fr*\ft इसहाक का बड़ा पोरया\ft*\f* को समान अधर्मी हो जे न एक बार को खाना को बदला अपनो पहिलऊठो होन को पद बेच डालयो। \v 17 तुम जानह हैं कि बाद म जब ओ न धन्यवाद पावन चाहायो ते निकम्मो गिनो गयो, अर आसू बाहा-बाहा ख खोजन पर भी मन फिराव को बखत ओ ख नी मिलियो। \p \v 18 तुम ते उ पहाड़ को पास, जो छुओ जा सकतो थो, अर आगी से प्रज्वलित थो, अर काली घटा, अर इंधारा अर आँधी को पास, \v 19 अर तुरही की अवाज अर बोलन वाला को असो सब्द को पास नी आहे, जेको सुनन वालो न बिनती की कि अब हम से अऊर बात नी करी जाए। \v 20 काहे कि वी उ आदेस ख नी सहे सके: “लेकिन कोई जानवर भी पहाड़ ख छिए ते ओ पर पथराव कियो जाहे।” \v 21 अर उ दर्सन असो भयानक थो कि मूसा न कहयो, “मी खुब डर अर कँपु हूँ।” \p \v 22 पर तुम सिय्योन को पहाड़ को पास, अर जिन्दा परमेस्वर को नगर, स्वर्गीय यरूसलेम, को पास पर लाखो स्वर्गदूत हुन। \v 23 अर उ पहिलऊठो हुन कि एक सभा अर कलीसिया, जेको नाम स्वर्ग म लिखो हुओ हैं, अर सब को न्याव करन वालो सुना परमेस्वर को जोने, असो सिध्द कियो हुओ धर्मी हुन कि आत्मा हुन, \v 24 अर नोवती वाचा ख बिचवई यीसु अर छिड़काव को उ खुन को जोने आयो रह, जे हाबिल को खून से चोक्खो बात कह हैं। \p \v 25 सावधान रहो, अर उ कहन वालो से मुँह न फेरो, काहे कि वी अदमी जब जमीन पर को चेतावनी देन वालो मुँह मोड़ ख नी बच सके, ते हम स्वर्ग पर से चेतावनी देन वालो से मुँह मोड़ ख कसो बच सके? \v 26 उ टेमं (बखत) तो ओकी बात न जमीन ख हला दियो पर आबा ओ न यु वादा कियो हैं, “एक बार फिर मी नी केवल जमीन ख वरन् आकास ख भी हला देहु।” \v 27 अर या वाक्य एक बार फिर या बात ख परगट करहु हैं कि जे चीज हला जावह हैं, वी सृजी भई चीज होन को कारन टल जायेगो; तेकी जे चीज हिलई नी जावह, वी अटल बनी रहे। \p \v 28 यू कारन हम यू राज ख पा ख जे हिलन को नी क्रतग्य हो, अर सेवा अर डर सहित परमेस्वर की असी आराधना करे जेसे उ खुस हो वा हैं। \v 29 काहे कि हमारो परमेस्वर भस्म करन वाली आगी आय। \c 13 \s मसी म जिन्दगी जीवन को तरीका \p \v 1 भई चारा हुन की एकता बनी रहे। \v 2 मिजवान (अतिथि सत्कार) को सम्मान करनो नी भूलनो, काहे कि ओको व्दारा कई अदमी न अनजानो म स्वर्गदूत को सम्मान कियो हैं। \v 3 कैदी हुन की असी सुधि लो कि मानो उन को संग तुम भी कैद म बंद होया होए, अर जेको संग बुरो बर्ताव कियो जावह हैं, ओकी भी यू समझ ख खबर लियो करो कि हमारो भी सरीर आय। \p \v 4 बिहाव ख सब म सम्मान कि बात समझी जाव, अर तुमारो बिहाव को बिछोना सुध्द होनो चहिए जे न कोई पाप नी करयो (निस्कलंक) निर्मल रह, काहे कि परमेस्वर छिनाला अर पराई ओरत को संग म कु करम करन वाला हुन को न्याव करेगों। \p \v 5 तुम नी धन को लालच करन वालो हो, अर जे तुमरो पास हैं उसी पर संतोस करो; काहे कि ओ न तो ख ही बोलयो हैं, “मी तो ख कभी नी छोड़न को, अर नी कभी तो ख त्यागूगो।” \v 6 ऐको लाने हम नी डर हो ख कवह हैं, \q1 “प्रभु मोरो सहायक हैं, \q2 मी न डरगो; \q2 इंसान मोरो का कर सकह हैं।” \p \v 7 जे तुमरो अगुवो थो, अर जो न तुम ख परमेस्वर को वचन सुनायो हैं, उन ख याद रखयो; अर ध्यान से उन को चाल चलन को आखरी तक देख ख उन को भरोसा को अनुकरण करो। \v 8 यीसु मसी कल अर आज अर हमेसा एक-सो हैं। \v 9 कई तरह का विचितर आदेस से नी भरमाए जाहे, काहे कि मन को दया से मजबुत रहनो चोक्खो हैं, नी कि वा खान कि चीज से जेसे काम रखन वालो ख कुछ फयदा नी हुयो। \p \v 10 हमरी एक असी वेदी आय जे पर से खान को हक वी अदमी ख नी, जे तम्बू कि सेवा करह हैं। \v 11 काहे कि जे जानवर को खून बडो पुजारी पाप बलि को लाने सुध्द जगह म ले जावह हैं, ओको सरीर छावनी को बाहार जलावा जावह हैं। \v 12 यू कारन, यीसु न भी अदमी हुन ख अपनो ही खून को व्दारा सुध्द करन को लाने फाटक को बाहार दुख उठायो। \v 13 ऐको लाने आओ, ओ की बुराई अपनो उपर लियो हुओ छावनी को बाहार ओको जोने निकल चलयो। \v 14 काहे कि याहा हमारो कोई जगह नगर नी, वरन् हम एक आवन वालो नगर की खोज म हैं। \v 15 ऐको लाने हम ओको व्दारा स्तुतिरुपी बलि, अर्थात् उ होठ को फल जे ओको नाम ख अंगीकार करह हैं, परमेस्वर ख हमेसा चढ़ायो करहे। \v 16 भलई करनो अर उदारता दिखानो न भूलो, काहे की परमेस्वर असो बलि से खुस होव हैं। \p \v 17 अपनो अगुवो को आदेस मानो अर उन को अधीन रहो, काहे कि वी उन को समान तुमारी जान को लाने जगयो रह हैं, जिन ख लेखा देनो पड़े वी यू काम खुसी से रहे, नी की ठंडी साँस ले-ले ख, काहे कि या दसा म तुम ख कोई फायदा नी। \p \v 18 हमारो लाने प्रार्थना करते रहनु, काहे कि हम ख भरोसा हैं कि हमरो विवेक सुध्द हैं: अर हम सब म बात अच्छी चाल चलन चावह हैं। \v 19 विनती करन को लाने मी तुम ख अऊर भी समझऊ कि मी जल्दी तुमरो जोने भी आ सकू। \v 20 अब सान्ति दाता परमेस्वर, जे हमारो प्रभु यीसु को जे भेड़ को बडो रखवालो आय आखरी वाचा को खून को गुन से मरो हुओ म से जिन्दो कर ख ले आयो, \v 21 तुम ख हर एक भली बात म सिध्द करेहे, ऐसे तू ओकी इच्छा पुरी करहे, अर जे कुछ ओ ख भावा हैं ओ ख यीसु मसी को व्दारा हम म पैदा करहे। ओको महिमा युगयुग होते रहे। आमीन। \v 22 भैय्या अर बहिन हुन! तुम से विनती हैं कि तुम मोरी सान्ति का यी वचन हुन ख सान्ति को संग स्वीकार करनो। मीना साफ सुतरो म ही लिखो हैं। \v 23 तुम ख यू ग्यात होयो कि तीमुथियुस, हमारो भई छुट गयो हैं अर यदि वी जल्दी आ गयो ते मी ओको संग तुम से भेंट करुँगो। \p \v 24 अपना सब अगवा अर सब सुध्द अदमी ख नमस्कार कहे। इटली वाले तुम ख नमस्कार कहव हैं। \p \v 25 तुम सब पर दया होते रहे। आमीन।