\id 1PE Mehra Standard Project \ide UTF-8 \h 1पतरस \toc3 1पतरस \toc2 1पतरस \toc1 पतरस की पहली चिठ्टी \mt2 पतरस का पहला पस्र \mt1 पतरस की पहली चिठ्टी \imt भूमिका \ip पतरस की चिठ्टी प्रेरित पतरस दुवारा लिखो गयो थो। पतरस न अपनी चिठ्टी की सुरूआत याहा कहते वाहा कोन हतो अऊर को ख लिख रहयो थो। ओ न न उन सभी मसी हुन की चिठ्टी संबोधित कियो जिन्हे ओ न, “अजनबी” \xt 1:1; 1:17; 2:11\xt* कहयो थो। उन न अपनो पाठको ख इस तरह कई बार संदर्भित करियो काहेकि वी विभिन्न देस हुन म बिखरा हुआ था। काहेकि याहा चिठ्टी कई मायना म इफिसीयो ख लिखी गई पोलुस की चिठ्टी से मिलतो जुलतो हैं, बेजा सा इंसान हुन माना हैं कि 1 पतरस इफिसीयो को बाद मसी को जनम को लगभग 65 साल बाद लिखो गयो थो। पतरस न याहा चिठ्टी रोम से लिखो थो जसो ओ न बबुल \xt 5:13\xt* कहयो थो। \ip पतरस कहव हैं कि ओ न या चिठ्टी तुम ख प्रोत्साहित करनो अऊर या बात कि गवाही देवन को लाने लिखो हैं कि याहा परमेस्वर की सच्ची दया \xt 5:12; 1पतरस 2:11—3:7; इफिसीयो 5:18; 6:9; कुलुस्सियो 3:18—4:6 \xt*को बीच कई समानताए हैं। यी तीनी खंड पारिवारिक संबंध हुन अऊर हुकुम पालन अधिकारी हुन को बारा म निर्देस देवा हैं। वाहा मसी हुन ख भी प्रोत्साहित करह हैं कि जब दुख हो, ते मजबुत रहे काहेकि अन्त जोने हैं। \xt 4:1\xt* \iot रूप रेखा \io1 1 पतरस अपनो परिचय देवा हैं अऊर अपनो पाठको ख संबोधित करह हैं। \ior 1:1-2\ior* \io1 2. फिर वाहा उ उध्दार को लाने परमेस्वर ख धन्यवाद करह हैं जे से वी सब साझा करह हैं अऊर जे उन की जिन्दगी को लाने मायना रखह हैं। \ior 1:3—2:10\ior* \io1 3. ऐको बाद वाहा विस्वासी हुन ख निर्देस देवा हैं कि कसो दुनिया म अच्छी तरह से रहनो हैं अऊर पति अऊर अऊरत अऊर दास अऊर मालिक को बीच विभिन्न संबंधो ख संबोधित करह हैं। \ior 2:11—4:11 \ior* \io1 4. ऐको बाद पतरस उन्हे दुख सहन म लगे रहवन को लाने प्रोत्साहित करह हैं। \ior 4:12—5:11 \ior* \io1 5. फिर वाहा अपनी चिठ्टी ख समाप्त करह हैं। \ior 5:12-14\ior* \c 1 \s अभिवादन \p \v 1 पतरस कि तरफ से, जे यीसु मसी ख प्रेरित आय, \p परमेस्वर का वी चुनयो भयो अदमी हुन ख नाम जे पुन्तुस, गलातिया, कप्पदूकिया, आसिया अर बिथुनिया का इते-उते होय ख रवाह हैं, \v 2 जे परमेस्वर बाप को आन वालो ख ग्यान को जसो, आत्मा ख सुध्द करन ख लाने कहना मान ख अर यीसु मसी को खून ख छिड़को जान का लाने चुनो गयो हैं। \p तुम ख दया अर सान्ति ढ़ेर सारा हुन से मिलती रहा। \s एक जीवित आसा \p \v 3 हमारो प्रभु यीसु मसी ख परमेस्वर अऊर बाप को धन्यवाद होय। जो न यीसु मसी ख मरो हुओ म से जी उठन को दुवारा, अपनी बडी दया से हम ख जिन्दगी कि आसा को लाने नयो जनम लियो, \v 4 असो कि एक अविनासी, अर निर्मल, अर अजर मीरास का लाने जे तुमारा लाने स्वर्ग म रखी हैं; \v 5 जिन कि रक्छा परमेस्वर कि सामर्थ्य को भरोसा को दुवारा उ उध्दार को लाने, जे आवन वालो बखत म परगट होवन वाली हैं, की जावा हैं। \p \v 6 यूही तुम अदमी हुन ख लाने बड़ी खुसी कि खबर हैं, कि पक्को हैं कि अभी थोड़ा बखत दिन को लाने खुद ख हर एक तरीका को परेसानी सहन करनु पड़ रैया हैं; \v 7 अर यू एकोलाने होवत आय कि तुमारो परखनो वालो विस्वास हैं, जो आग से तपायो हुए नास होन वाला सोना से भी कही जादा किमती हैं, यीसु मसी ख परगट होना पर खुसी अर बड़ाई अर आदर का लाने रहवा हैं।\x + \xo 1:7 \xo*\xt अय्यूब 23:13; भजन 66:10; यसायाह 48:10; याकूब 1:12\xt*\x* \v 8 ओसे तुम बिन देखे प्रेम करा हैं, अर अब तो ओपर बिन देख्यो भी भरोसा करा ख असो खुस अर मगन होय हैं जो कि कोई सीमा नी हाय अर महिमा से भरयो पड़ो हैं; \v 9 अर अपनो विस्वास को इनाम हैं, अपनी खुदकी आत्मा को उध्दार होनो। \p \v 10 यू ही मुक्ति का बारा म उन ख भविस्य बातान वाला\f + \fr 1:10 \fr*\ft भविस्यव्दताओ \ft*\f* न बेजा खोज बीन अर परख पड़ताल करी हैं, जीन न वा दया को बारे म जो तुम पा होन वाली हती, भविस्यवानी करी हती। \v 11 उन न या बात की खोज करी की कि मसी की आत्मा जे उन म थी, अऊर पहले ही से मसी ख दुख हुन कि ओर ओको बाद होवन वाली महिमा की गवाही देतो थो, वाहा कऊन से अऊर कसो बखत की ओर संकेत करतो थो।\x + \xo 1:11 \xo*\xt 2 पतरस 1:21; यसायाह 52:13-14; लूका 24:25-27\xt*\x* \v 12 उन पर यू परगट कियो गयो कि वी अपनी नी पर तुमारी सेवा को लाने यी बात हुन कय्हो करिये हैं, जीन को बारा अब तुम ख ओको दुवारा मिलो जीन हुन न सुध्द आत्मा को व्दारा, जो स्वर्ग से भेजो गयो, तुम ख सुसमाचार को बारा सुनायो; अर बात हुन का स्वर्ग दूत भी ध्यान से देखन कि लोभ रख हैं। \s सुध्द जीवन जीने कि आवाज \p \v 13 यू वजे से अपनी अपनी बुध्दि (मन) कि कमर बाँध ख, अर हुसयार रय्हे ख उ दया की पूरी आसा रख जो यीसु मसी को परगट होन का बखत तुम ख मिलन वाली हैं। \v 14 आदेस सुनन वालो पोरिया हुन को जसो अपनी ना समझ को बखत कि पुरानी लोभ हुन ख सदस्य नी बनी। \v 15 पर जसो तुमारा पुकारन वालो सुध्द हैं, असो ही तुम भी अपनो सारा चाल चलन म सुध्द बनो। \v 16 काहेकि सुध्द सास्र लिखो हैं, “सुध्द बनो, काहेकि मी सुध्द हैं।”\x + \xo 1:16 \xo*\xt लैव्य 11:44; 19:2; 20:7\xt*\x* \p \v 17 अर जब कि तुम अरे बाप कह ख ओ ख विनती करिये हैं, जो बिना तरफ दारी हर एक का काम को हिसाब से न्याव करह हैं, तो अपनो दुसरा देस होन का बखत डर से रहो।\x + \xo 1:17 \xo*\xt 2 इतिहास 19:7; भजन 28:4; यसायाह 59:18; यिर्मयाह 3:19; 17:10\xt*\x* \v 18 काहेकि तुम ख मालूम आय कि तुमारा बेकार चाल चलन जो बाप दादा हुन से चलते आयो हैं, ओ ख तुमारी छुडानो चाँदी सोना अर पर नास होन वाली चीज हुन से दुवारा नी भयो;\x + \xo 1:18 \xo*\xt भजन 49:7-8; गलातियो 1:4; यसायाह 52:3\xt*\x* \v 19 पर बेकसूर अर बेदाग पिल्ला एकोमतलब मसी को किमती खून का दुवारा भयो। \v 20 ओको ग्यान ते दुनिया की सुरू से पहलो ही जानो गयो हतो, पर अब यू आखरी बखत म तुमारो लाने परगट भयो हैं। \v 21 ओको दुवारा तुम उ परमेस्वर पर विस्वास करिये हैं, जे न ओ ख मरो हुओ म से जिन्दो कियो अर बड़ाई करी कि तुमारा विस्वास अर आसा परमेस्वर पर होए। \p \v 22 अब जब कि तुम न भई चारा करी नी ते कोई कपट रीति को हिसाब से सच ख मानो से अपनो मान ख सुध्द\f + \fr 1:22 \fr*\ft सुध्द\ft*\f* कियो हैं, ते तन मन लगा ख एक दुसरा से जादा प्रेम रख जो। \v 23 काहेकि तुम न खत्म होन नी वाली पर अविनासी बीज से, परमेस्वर को जिन्दो अर हमेसा रूकन वाला वचन को दुवारा नयो जनम मिलो हैं। \v 24 काहेकि हर एक जीव\f + \fr 1:24 \fr*\ft प्रानी \ft*\f* घास का जसो हैं, \q1 अर ओकी सारी सुन्दरता हुन फूल का जसो हैं, \q2 चारा सूख जाव हैं। \q1 अर फूल झड़ जाव हैं, \q2 \v 25 पर प्रभु को वचन सदा-सदा को लाने खड़ो रवह हैं। \p अर यू अच्छो समाचार हैं जो तुम ख सुनायो गयो हतो। \x + \xo 1:25 \xo*\xt यसायाह 40:6-8 \xt*\x* \c 2 \s जिन्दो पत्थर अर सुध्द जनता \p \v 1 एकोलाने सब तरीका को बैरभाव अर छल अर कपट घुस्सा अर बुराई ख दूर रख क, \v 2 नयो जनम भयो पोरिया हुन का जसा साफ आत्मिक दुध की लालच करिये हैं, काहेकि ओखा दुवारा उध्दार पान को लाने बढ़ते जाव, \v 3 काहेकि तुम न प्रभु कि भलाई को स्वाद चक लियो हैं।\x + \xo 2:3 \xo*\xt भजन 34:8 \xt*\x* \v 4 ओको जोने आ ख, जेय ख अदमी हुन न ते बेकार रखो पर परमेस्वर को जोने चुनो हुयो अर बेजा किमती जिन्दो पत्थर हैं। \v 5 तुम भी खुद जिन्दो पत्थर हुन को जसो आत्मिक घर बनाव जाव हैं, जे से पण्डित हुन को सुध्द जात बन ख असो आत्मिक बलिदान चढ़ा जो यीसु मसी को दुवारा परमेस्वर ख अपना वा हैं। \v 6 यू कारन सुध्द सास्र म भी आयो हैं: \q1 “देख, मी सिय्योन पर्वत म कोना सिरे को चुनो हुओ \q2 अर बेजा किमती पत्थर रखू हूँ: \q2 अर जो कोई ओ पर विस्वास करेगों, उ कुई तरीका से लज्जित नी होनू पडे।\x + \xo 2:6 \xo*\xt यसायाह 28:16\xt*\x*” \p \v 7 अब तुमारो लाने जो भरोसा करिये हैं उ ते बेजा किमती हैं, \q1 पर जो भरोसा नी करिये उनका लाने \q2 “जे पत्थर ख राजमिसतिरी हुन न निकम्मो \f + \fr 2:7 \fr*\ft निकम्मा\ft*\f* ठहरायो हतो, \q2 उ कोना को सिरा हो गयो,”\x + \xo 2:7 \xo*\xt भजन 118:22; दानिय्येल 2:34-35\xt*\x* \p \v 8 अर “झट लगन को पत्थर अर झट खान की टेकड़ा हो गयो हैं,” \q1 काहेकि वी ते वचन ख नी मान ख ठोकर खाव हैं \q2 अर यी का लाने वी ठहरायो भी गयो हते।\x + \xo 2:8 \xo*\xt 1 कुरिन्थियो 1:23; यसायाह 8:14-15\xt*\x* \p \v 9 पर तुम एक चुनो हुआ जाति अर राज-पदधारी पण्डित हुन समाज, अर सुध्द अदमी, अर (परमेस्वर कि) निज लोग हुन आय, एकोलाने कि जेना तुम ख अन्धकार म से अपनी अद्भुत प्रकास म बुलायो हैं, ओखा गुना प्ररगट करियो।\x + \xo 2:9 \xo*\xt निर्गमन 19:5-6; व्यवस्था 7:6; यसायाह 9:2; 43:20-21\xt*\x* \v 10 तुम पहले ते कुछ भी नी हते पर अब परमेस्वर कि अदमी आय; तुम पर दया नी हुई हती पर अब तुम पर दया हुई हैं।\x + \xo 2:10 \xo*\xt होसे 1:10; 2:23\xt*\x* \s मसी कहलावन वाले \p \v 11 अरे प्यारो भई हुन, मी तुम से विनती करू हैं कि तुम अपनो खुद ख दुसरा देस अर घूमन वालो फिर ख जान ख उन सारीरिक लालच हुन से जो आत्मा से लड़ई करिये हैं, बचे रहो।\x + \xo 2:11 \xo*\xt गलातियो 5:24; 1पतरस 4:2\xt*\x* \v 12 दुसरी जात हुन म तुमारो चाल चलन अच्छो होए; काहेकि जीन बात हुन म वी तुम ख बुरो काम जान ख बदनाम करिये हैं, वी तुमारा अच्‍छो काम हुन ख देख ख उन्ही का लाने दया दृस्टि का दिन परमेस्वर की महिमा करे। \p \v 13 प्रभु का लाने अदमी हुन को ठहरायो भयो हर एक प्रबन्ध का बस म रहो, राजा का एकोलाने कि उ सब पर मेन हैं, \v 14 अर नऊकर चाकर हुन ख, काहेकि वी बुराई हुन ख सजा देन अर अच्छो काम काज वालो हुन ख अर कि बड़ाई का लाने ओको भेजा होए हैं। \v 15 काहेकि परमेस्वर कि मन यू हैं कि तुम अच्छो काम करन का दुवारा बे अकली अदमी हुन बे ग्यानी की बात हुन बन्द कर दे। \v 16 अपनो खुद ख जान, पर अपनी यी आजादी ख बुराई को लाने रूकावट नी बनो; पर अपनो खुद ख परमेस्वर को दास \f + \fr 2:16 \fr*\ft दास \ft*\f* मान ख चल। \v 17 सब को इज्जत कर, भई हुन से प्यार रख, परमेस्वर से डर, राजा को सम्मान कर। \x + \xo 2:17 \xo*\xt नीति 24:21; रोमियो 12:10\xt*\x* \s मसी हमारो नमूना (आदर्स) \p \v 18 अरे दास हुन, हर तरीका को डर को संग अपनो मालिक हुन का बस रह, नी अकेलो उनका जो अच्छो अर मन म दीन हो पर उन ख भी जो बुरे बेईमान हैं। \v 19 काहेकि अदि कोई परमेस्वर को सलाह मसोरा कर ख अन्याय से दुख उठा वा हुए संकट झल हैं ते यू अच्छो मऊका हैं। \v 20 काहेकि अदि तुम न पाप कर ख मार खायो अर सान्ति रखो, ते यू म का बड़ाई कि बात आय? पर अदि अच्छो काम कर ख दुख उठाए हैं अर सान्ति रख हैं, ते यू परमेस्वर को बड़ाई को योग्य आय। \v 21 अर तुम ऐको ही लाने बुलायो भी गयो हैं, काहेकि मसी भी तुमारो लाने दुख उठा ख तुम ख एक नमूना दे गयो हैं कि तुम भी ओखा चाल चलन पर चलो। \v 22 नी ते ओ न पाप कियो अर नी ओखा मुँह से छल की कोई बात निकली।\x + \xo 2:22 \xo*\xt यसायाह 53:9; 2 कुरिन्थियो 5:21\xt*\x* \v 23 उ गाली सुन ख गाली नी ते रहे हतो, अर दुख उठा ख कोई ख भी धमकी नी देवत हतो, पर अपनो खुद ख सच्चो न्याव को हात म देत रह हतो।\x + \xo 2:23 \xo*\xt यसायाह 53:7; 1पतरस 4:19\xt*\x* \v 24 उ अपना तुम ख ही हमारा पाप हुन ख अपनी सरीर पर लाने हुए सूली पर चढ़ गयो, जेना हम ख पाप हुन का लाने मर ख धार्मिकता को लाने जिन्दगी बताए: ओखा ही मार खाना से तुम चोक्खो भयो।\x + \xo 2:24 \xo*\xt यसायाह 53:4-5; गलातियो 3:13\xt*\x* \v 25 काहेकि तुम पहले भटकी हुई भेड़ हुन जसो हते, पर अब अपनी जान हुन ख रखवालो अर अध्यक्छ को नजदीक लउट आयो हैं। \c 3 \s घर वालो अर घरवाली \p \v 1 अरे घर वाली हुन, तुम भी अपनो घर वालो\f + \fr 3:1 \fr*\ft पति\ft*\f* को बस म रहो, एकोलाने कि अदि इन म से कोई असो हैं जो वचन का नी माना हैं,\x + \xo 3:1 \xo*\xt इफिसीयो 5:22; कुलुस्सियो 3:18 \xt*\x* \v 2 तेबी तुमारो डर संग सुध्द चाल चलन ख देख कर बिना वचन को अपनी-अपनी घर वाली ख चाल-चलन को दुवारा खिच जाहे। \v 3 तुमारो सजनू दिखान वालो नी होए, असो कि बाल गूँथनू, अर सोना का जेवर, या अलग-अलग का कपड़ा पहिननो, \v 4 यानी कि तुमारो छिपो हुओ अर लुकाम मनुस्यत्व, नम्र हुन अर मन कि दीन हुन कि अविनासी सजावट से सुसज्जित रय्हे, काहेकि परमेस्वर कि आँखी म एको किमत बड़ो हैं। \v 5 पुरानो जमाना म सुध्द बाई हुन भी, जो परमेस्वर पर आसा रखह हती, अपनो खुद ख यू रिती रिवाज से संवारती अर अपनो-अपनो घर वालो को बस म रह हती। \v 6 जसो सारा अब्राहम कि बात ख मानत रवह हती अर ओ ख मालिक कहत हती। यू तरीका तुम भी अदि भलाई कर अर कोई तरीका को डर से डर जो मत, ते ओकी पोरी हुन कहलायेगी। \p \v 7 असो ही अरे पति हुन, तुम भी समझ दारी से पत्नी हुन संग जिन्दगी गुजार ख\f + \fr 3:7 \fr*\ft निर्वाह \ft*\f* कर, अर ओरत को सुध्द बर्तन जान ख ओको आदर कर, यू समझ ख कि हम दोई जिन्दगी को वरदान का सन्तान हैं, जेसे तुमारी प्रार्थना हुन रूक नी जाहे। \s भलई को कारन सताओ \p \v 8 अब: सब झन एक मन अर कृपामय अर भई चारा हुन को रखन वाली, अर करूनामय अर सिधो बनो। \v 9 बुरा का बदला बुरा मत कर अर नी गाली को बदला गाली नी दे; पर एका बदला आसीस ही दे, काहेकि तुम आसीस को सन्तान होन का लाने बुलायो गयो हो। \v 10 काहेकि \q1 “जे कोई जिन्दगी से प्यार रखह हैं, \q2 अर अच्छो दिन देखन चाहूँ हैं, \q2 वा अपनी जीभ ख बुराई से, \q2 अर अपनो होठ हुन ख धोखा कि बात हुन करन से रोके रह। \q1 \v 11 उही बुराई का संग छोड़े, अर भलाई ही कर; \q2 वा मेल झुल करन ढूँढे, अर ओखा तैयारी म रहो। \q1 \v 12 काहेकि प्रभु कि आँखी धर्मियो करन वाली का ऊपर पर लगी रह हैं, \q2 अर ओखा कान उनकी प्रार्थना करी तरफ लगा रह हैं; \q2 पर प्रभु बुराई करन वाली का विमुख रह हैं।”\x + \xo 3:12 \xo*\xt भजन 34:12-16; यूहन्ना 9:31; नीति 15:29\xt*\x* \p \v 13 अदि तुम भलाई करन का लाने परेसान\f + \fr 3:13 \fr*\ft उतेजित \ft*\f* रह हैं ते तुमारो बुराई करन वालो फिर कऊन हैं? \v 14 अदि तुम धरम को लाने दुख भी उठाओ, ते भलो हैं; पर अदमी हुन का डरान से मत डर, अर नी घबराओ,\x + \xo 3:14 \xo*\xt मत्ती 5:10 \xt*\x* \v 15 पर मसी को प्रभु जान ख अपनो अपनो मन म सुध्द समझो। पर जो कोई तुम से तुमारी आसा को बारा म कई पूछे, ओ ख जवाब देन का लाने हमेसा तैयार रह, पर नम्रता अर डर का संग; \v 16 अर मन से भी सुध्द रख जो, एकोलाने कि जीन बात हुन का बारा म तुमारी बदनामी होय हैं उनके बारा म वी, जो मसी म तुमारो अच्छो चाल चलन की बेज्जती करह हैं, लज्जित हैं। \v 17 काहेकि अदि परमेस्वर की यू ही इच्छा हैं कि तुम भलाई करन का लाने दुख उठाओ, ते यू बुराई करन का लाने दुख उठाना से सही हैं। \v 18 एकोलाने कि मसी न भी, याने अधर्मी हुन को लाने धरमी न, पाप हुन का लाने एक बार दुख उठायो, काहेकि हम ख परमेस्वर को नजदीक पहुँचाए; उ सरीर का भाव से ते जख्म कियो गयो, पर आत्मा ख भाव से जिलायो गयो। \v 19 ओ म ही ओ न जा ख बंदी हुई आत्मा हुन ख भी खबर कियो, \v 20 जिन न उ बीतो बखत म आग्या नी मानी, जब परमेस्वर नूह का दिन हुन म सान्ति रख ख रोको रय्हो, अर उ नाव बना रय्हो हता, जे म बैठ ख थोड़ा अदमी याने आठ प्रानी पानी को दुवारा बच गया। \v 21 उही पानी को उदाहरन भी, याने बपतिस्मा, यीसु मसी को जी उठन को दुवारा, अब तुम ख बचाव हैं; ऐ से सरीर को मईल ख दूर करन को मतलब नी हैं, पर भलो विवेक से परमेस्वर को बस म हो जान का मतलब हैं। \v 22 उ स्वर्ग पर जा ख परमेस्वर कि दाहिनो तरफ बैठ गयो; अर स्वर्ग दूत अर अधिकार अर सक्ति साली ओखा बस म कियो गयो हैं। \x + \xo 3:22 \xo*\xt इफिसीयो 1:20-21; भजन 110:1\xt*\x* \c 4 \s बदलाव वालो जिन्दगी \p \v 1 एकोलाने जब कि मसी न आँग म हो ख दुख उठायो ते तुम भी वही इच्छा को अवजार ख जसो धारण करियो हैं, काहेकि जे न सरीर म दुख उठायो उ पाप\f + \fr 4:1 \fr*\ft पाप\ft*\f* से छुट गयो हैं, \v 2 काहेकि आवन वालो (भविस्य) टेमं म अपनो बचो हुओ सारीरिक जिन्दगी अदमी हुन कि लोभ हुन का अनुसार नी पर परमेस्वर कि इच्छा को हिसाब से बिताया कर। \v 3 काहेकि दुसरी जात हुन कि इच्छा को हिसाब से काम करन, अर लुचपन कि बुरी लोभ हुन, दारू पीवन वालो, लीलाक्रीड़ा, पियक्कड़ पन, अर बुरो काम म मूर्ति पूजा म जहाँ लक हम न पहले बखत गँवाया उही ढ़ेर भयो। \v 4 ऐ से वी गजब करिये हैं कि तुम असो भारी लुचपन म उनको संग नी देव हैं, अर एकोलाने वी बुरो अच्छो कह हैं; \v 5 पर वी ओ ख जे जिन्दो हुन अर मरो भयो ख न्याव करन ख तैयार हैं, हिसाब दे हे।\x + \xo 4:5 \xo*\xt 2 तीमुथियुस 4:1\xt*\x* \v 6 काहेकि मरो हुयो ख भी अच्छो समाचार बताव हैं एकोलाने सुनायो गयो कि सरीर \f + \fr 4:6 \fr*\ft सरीर \ft*\f* म ते अदमी हुन को हिसाब से उनको न्याव हो, पर आत्मा म वी परमेस्वर को हिसाब से जिन्दो रवह हैं। \s परमेस्वर को अच्छो भण्डारी \p \v 7 सारी बात हुन ख आखरी हैं पर होन वालो हैं; एकोलाने गंभीर\f + \fr 4:7 \fr*\ft संयमी\ft*\f* होय ख विनती का लाने हुसयार रह।\x + \xo 4:7 \xo*\xt याकूब 5:8; इफिसीयो 6:18; नीति 10:12\xt*\x* \v 8 सब म अच्छो बात या हैं कि एक दुसरा से जादा प्रेम रख जो, काहेकि प्रेम हर एक पाप हुन ख छुपा दे हैं। \v 9 बिना कुड़कुड़ाए एक दुसरा ख पोवनाई सत्कार कर। \v 10 जे ख जो वरदान मिलो हैं, उ ओ ख परमेस्वर को हर एक तरीका को दया का लाने भण्डारी हुन को जसा एक दूसरा कि सेवा म लगो। \v 11 अदि कोई बोले, ते असो बोल मानो परमेस्वर को वचन आय; अदि कोई सेवा करे, ते ओ ख साक्ति से कर जो परमेस्वर देव हैं; जे से सारी बात हुन म यीसु मसी को व्दारा, परमेस्वर कि महिमा प्ररगट होए। बड़ाई अर राज हमेसा को लाने ओको ही आय। आमीन। \s मसी को दुख हुन सामिल होनू \p \v 12 हे प्यारो, जे दुख रूपी आग तुमारो परखन का लाने तुम म भड़की हैं, यी से यू समझ ख अचम्भा नी कर कि कोई अनोखी बात तुम पर पड़ रय्ही हैं। \v 13 पर जसो जसो मसी को दु: ख हुन म सह भागी होवा हैं, खुसी मनावो, जे से ओकी बड़ाई को प्ररगट भयो बखत भी तुम खुसी से अर मगन हो। \v 14 फिर अदि मसी को नाम को लाने तुमारी बुराई की जाव हैं ते तुम भलो हैं, काहेकि बड़ाई को आत्मा हैं, जो परमेस्वर को आत्मा हैं, तुम पर छायो करिये हैं। \v 15 तुम म कोन अदमी मरन वालो अर चोर अर बुरो काम करन वालो, अर परायो काम म हात डालन का कारन दुख मिले, ते बेज्जती नी होए, पर यू बात को लाने परमेस्वर कि महिमा कर। \v 16 पर अदि मसी होन का कारन दुख मिले, ते लज्जित नी होए, पर यू बात का लाने परमेस्वर कि बड़ाई कर। \p \v 17 काहेकि उ बखत आ गयो हैं कि पहले परमेस्वर को घरानो का न्याव कियो जाहे; अर जब कि फैसला का सुरू हम ही से होगो, ते उनको का खत्म होए जो परमेस्वर को अच्छो समाचार ख नी मानत हैं?\x + \xo 4:17 \xo*\xt इब्रानियो 12:24-25; यिर्मयाह; 25:29; यहेजकेल 9:6 \xt*\x* \v 18 अर अदि, \q1 धर्मी अदमी ही कठिनाई से उध्दार पाएगो, \q2 ते भक्तिहीन अर पापी को का जगह?\x + \xo 4:18 \xo*\xt नीति 11:31 \xt*\x* \p \v 19 काहेकि जो परमेस्वर कि मर्जी को हिसाब से संकट उठाए हैं, वी भलाई करते हुए, अपनो अपनो जान को विस्वास योग्य सृजनहार का हात म दियो गयो हैं। \c 5 \s पुराना हुन अऊर जवान हुन ख खबर बतानु \p \v 1 तुम म जो सियाना हैं, म उन का जसो पुराना अर मसी हुन को दुख हुन ख गवाही अर परगट होन वाली बड़ाई म संग होय ख उन ख यू समझ हैं। \v 2 कि परमेस्वर उ झुंड करी, जो तुमारो बीच म हैं रख वाली कर; अऊर यू दबाव से नी अदि परमेस्वर कि इच्छा को हिसाब से खुसी से, अऊर नीच कमाई को लाने नी पर मन लगा ख।\x + \xo 5:2 \xo*\xt यूहन्ना 21:15-17 \xt*\x* \v 3 जो अदमी हुन तुम ख दियो गयो हैं, उन पर हक नी जताओ, पर \f + \fr 5:3 \fr*\ft वरन्\ft*\f*झुंड को लाने चोक्खो बन। \v 4 जब प्रधान रख वालो प्ररगट होय, ते तुम ख बड़ाई को मुकुट दियो जाहे ते उ मुरझान को नी। \p \v 5 यू ही तीरका अरे जवान हुन, तुम भी सियाना जमाना का अदमी हुन का बस म रहो, पर तुम सारा का सारा एक दुसरा कि सेवा का लाने नम्रता से कमर बाँधी रहो, काहेकि “परमेस्वर घमण्डी हुन को विरोध करह आय, जब कि दया करन वालो पर अपनी दया दिखाव हैं।” \v 6 एकोलाने परमेस्वर को ताकत वार हात का नीच नम्रता\f + \fr 5:6 \fr*\ft दीनता \ft*\f* से रह, जे से उ तुम ख उचित बखत पर उचो करिये।\x + \xo 5:6 \xo*\xt मत्ती 23:12; लूका 14:11; 18:14\xt*\x* \v 7 अपनी पुरी चिन्ता ओ पर ही डाल दे, काहेकि तुमारो ध्यान हैं। \p \v 8 होसियार हो, अर जागते रह; काहेकि तुमारो बुरी करन वालो सैतान गर्जन वालो सेर को जसो यू खोज म रह हैं कि कोई ख कब फाड़ खाऐ। \v 9 विस्वास म पक्को होय ख, अर यू जान ख ओको संग लड़ाई कर कि तुमारो भई जो दुनिया म हैं असो ही दुख सहन करिये हैं। \v 10 अदि परमेस्वर जो सारो दया को दाता हैं, जे न तुम ख मसी म अपनी अनन्त बड़ाई का लाने बुलायो हैं, तुमारो थोड़ी देर लक दुख उठान को बाद खुद ही तुम ख सच्चो अर खड़ो अर ताकत वार करेगों। \v 11 उही का समराज हमेसा हमेसा रहे। आमीन \f + \fr 5:11 \fr*\ft आमीन\ft*\f* \s आखरी अभिवादन \p \v 12 मी न सिलवानुस को हात, जेना मी विस्वास योग्य भई समझू हैं, छोटो सा म लिख ख तुम ख समझायो हैं, अर यू गवाही दी हैं कि परमेस्वर को सच्चो दया यही आय, यू म खड़ो रहो। \p \v 13 जो बेबीलोन म तुमारो समान चुनो हुओ अदमी आय, उ अर मोरो पोरिया मरकुस तुम ख नमस्कार कह हैं। \v 14 प्रेम को चुमा से एक दुसरा ख नमस्कार कर। \p तुम सब ख, जो मसी म हो, सान्ति मिलती रह।