\id 1CO - Mehra Standard Project \ide UTF-8 \h 1 कुरिन्थियो \toc3 1 कुरिन्थियो \toc2 1 कुरिन्थियो \toc1 कुरिन्थियो को नाम पोलुस की पेहली चिठ्टी \mt2 1 कुरिन्थियो के नाम पोलुस का पहला पस्र \mt1 1 कुरिन्थियो को नाम पोलुस की पेहली चिठ्टी \imt भूमिका \ip कुरिन्थुस ख प्रेरित पोलुस न मसी ख जनम को करीब 55 साल बाद \xt 1:1\xt* लिखो रह। हमरो जोने जो दो चिट्ठी हुन हैं, उनमा से या पहली हैं जो पोलुस न कुरिन्थुस की कलीसिया ख लिखो रह। ओ न सायद या चिठ्टी इफिसुस म अपनो रहन को हिसाब से मैसेडोनिया से आन अऊर जान को रस्ता म कुरिन्थुस ख अपनो यातरा म जानो से पहले लिखो रह। \xt 16:5-9\xt* \ip या चिठ्टी वी बता हुन कि हैं जे पोलुस की कलीसिया का कुछ मेन अदमी से कलीसिया म कई सारी प्रथा हुन को बारे म मिली थी, जेमन फैलनो अर जवान इंसान हुन कि सादी बिहाव कि बात सामिल हैं अऊर गलत काम सामिल हैं। कुरिन्थ नगर अपनो गलत काम (योन अनैतिकता) को लाने अच्छी तरह से जानो जातो थो, एकोलाने या दुख की बात नी हैं कि वहा की कलेसीया ई मुर्दा हुन को सामनो कर रहत रह। 1. कुरिन्थि हुन म प्यार प प्रसिद्ध अध्याय भी सामिल आय। \xt 13\xt* \iot रूप रेखा \io1 1. पोलुस कुरिन्थि हुन को अनुवाद करह हैं अऊर उन को लाने परमेस्वर ख धन्यवाद करह हैं \ior 1:1-9\ior* \io1 2. फिर वाहा कुरन्थि हुन की कलीसिया म विभाजन हुन को बारा म मिली सुचना हुन को संबोधित करह हैं \ior 1:10—4:21 \ior* \io1 3. ऐको बाद वाहा गलत काम (योन अनैतिकता) अऊर एक दुसरा ख अदालत म ले जान को मुर्दा ख समजावा करह हैं। (5-6) \io1 4. ओको बाद वाहा ब्याह, मुर्ति हुन की बलि, सार्वजनिक पुजा, आध्यात्मिक दान अऊर पुनरुत्थान को मामला हुन प आदेस देवा हैं। \ior 7—15\ior* \io1 5. अंत मी वाहा कही व्यवहार अऊर अदमी गत मामलो को संग खत्म होवा हैं। \ior 16\ior* \c 1 \p \v 1 पोलुस कि ओर से जे परमेस्वर कि इच्छा से यीसु मसी को प्रेरित होन का लाने बुलायो गयो अऊर भई सोस्थिनेस को तरफ से चिठ्टी, \p \v 2 परमेस्वर कि वा कलीसिया को नाम जीई कुरिन्थुस नगर म हैं, पर उनको नाम जे मसी यीसु म सुध्द करियो गयो, अर सुध्द होन ख लाने बुलायों गया हैं; अऊर उन सब का नाम भी जीई हर जगह हमारो अऊर अपनो प्रभु यीसु मसी को नाम से लेहे अर प्रर्थाना करा हैं। \p \v 3 हमारो बाप परमेस्वर अऊर प्रभु यीसु मसी कि ओर से तुम ख दया अर सान्ति मिलेह हैं। \s मसी को नाम को व्दारा आसीर्वाद यीसु म दियो गयो हैं। \p \v 4 मी तुमारो बारा म अपनो परमेस्वर कि जय जयकार करू हैं, कि परमेस्वर ख यी दया तुम पर मसी यीसु म विनती आय। \v 5 कि ओमा, होय ख तुम हर बात म असो सारो वचन अऊर सारो ग्यान म धनी करियो गयो हैं \v 6 कि मसी कि गवाई तुम म पक्को निकलियो \v 7 यहाँ तक कि कई वरदान म तुम ख घटी नी हैं, अऊर तुम हमारो प्रभु यीसु मसी ख प्ररगट होन कि रस्ता देख रह हैं। \v 8 वी तुम ख आखरी तक मजबूत भी करे कि तुम हमारो प्रभु यीसु मसी ख दिन मी बेकसूर ठहरायो। \v 9 परमेस्वर सच्चो हैं, जे न तुम ख अपनो पोरिया हमारो प्रभु यीसु मसी कि संगति म बुलायो हैं। \s कलीसिया म फूट फैल \p \v 10 अरे भई अर बहिन, मी तुम से हमारो प्रभु यीसु मसी का नाम से विनती करू हैं कि तुम सारा एक ही बात कह, अऊर तुम म फूट नी होय, पर एक ही मन अऊर एक ही मत हो ख मिलो रह। \v 11 काहेकि अरे मोरा भई-बहिन हुन, खलोए को घराना ख अदमी हुन न मो ख तुमारो बारा म बतायो हैं कि तुम म लड़ाई होय रही हैं। \v 12 मोरो कहनो को मतलब यू हैं कि तुम म कोई ते अपनो खुद ख “पोलुस ख,” ते कोई “अपुल्लोस ख,” ते “कैफा को,” ते कोई “मसी को” कह हैं। \v 13 का मसी बँट गयो? का पोलुस तुमारो लाने सूली पर चढ़ायो गयो? या तुम ख पोलुस को नाम पर बपतिस्मा मिलो? \p \v 14 म परमेस्वर ख सुक्रिया करू हैं कि क्रिसपुस अऊर गयुस ख छोड़ मी न तुम म से कुई ख भी बपतिस्मा नी दियो। \v 15 कही असो नी हो कि कोई कहे कि तुम ख मोरो नाम पर बपतिस्मा मिलो। \v 16 अऊर हाव, मी न स्तिफनास को घराना ख भी बपतिस्मा दियो; इन ख छोड़ मी नी मालूम हैं कि मी न अऊर कोई ख बपतिस्मा दियो। \v 17 काहेकि मसी न मोखा बपतिस्मा देन ख नी, पर सुसमाचार सुनान ख भेजो हैं, अऊर यू भी मनुस्य को वचन हुन ख ग्यान को अनुसार नी, असो नी होय कि मसी ख सूली बेकार ठहरे। \s मसी यीसु परमेस्वर को ग्यान अऊर साक्ति आय \p \v 18 काहेकि सूली कि कथा बेकार होन वाला का लाने मूर्ख आय, पर हम उध्दार पान वाला का लाने परमेस्वर कि सक्ति आय। \v 19 काहेकि लिखो हैं, \q1 “मी ग्यान हुन ख ग्यान ख बेकार करू, \q2 अऊर ग्यान कि समझ ख बेकार कर दा हूँ।” \p \v 20 कहाँ रयो ग्यानवान? कहाँ रय्हो सासतिरी? कहाँ रयो यू दुनिया को लड़ाई हन? का परमेस्वर न दुनिया को ग्यान ख मूर्ख हुन नी ठहरायो।\x + \xo 1:20 \xo*\xt रोमियो 1:22\xt*\x* \p \v 21 काहेकि जब परमेस्वर ख ग्यान को जसो दुनिया न ग्यान से परमेस्वर ख न जानो, ते परमेस्वर ख यू अच्छो लगो कि यू प्रचार कि मुर्ख हुन ख व्दार विस्वास करन वालो ख उध्दार दे। \v 22 यहूदी ते चिन्ह माँग हैं, अऊर यूनानी ग्यान कि खोज म आयो, \v 23 अऊर हम ख ते ओकी सूली पर चढ़ायो हुयो ख मसी को प्रचार करिये हैं, जे यहूदी हुन ख लाने ठोकर को लाने अऊर गैर यहूदी हुन ख का लाने मूर्खाता हैं; \v 24 अऊर जो बुलायो हुयो हैं, का यहूदी का यूनानी, उनको नजीक मसी कि सक्ति अऊर परमेस्वर को ग्यान हैं। \v 25 काहेकि परमेस्वर कि मुर्खता बेकार अदमी हुन ख ग्यान वान से समझ दार हैं, अऊर परमेस्वर कि कमजोर अदमी हुन को ताकत से बेजा सक्ति साली हैं। \p \v 26 अरे भई हुन, अपनो बुलाए हुन जान ख ते सोच कि नी सरीर ख अनुसार बेजा ग्यान वान, अऊर नी बेजा सक्ति, अऊर नी बेजा अच्छो ख खानदार बुलायो गयो। \v 27 अदि परमेस्वर न दुनिया ख मुर्ख हुन ख चुन लियो हैं कि ग्यान हुन ख लज्जित करे, अऊर परमेस्वर न दुनिया को कमजोर हुन ख छाट लियो हैं कि सक्तिसाली हुन ख लज्जित करे; \v 28 अऊर परमेस्वर न दुनिया को नीच हुन अऊर बेकार काम हुन ख, अदि जे हता भी नी उन ख भी चुन लियो कि उन ख जो हैं, बेकार खड़ो करा हैं। \v 29 काहेकि जे कोई इंसान हुन परमेस्वर का नजीक घमण्ड नी कर सक। \v 30 अदि ओकी कि ओर से तुम मसी यीसु म हैं, जे परमेस्वर कि ओर से हमारो लाने ग्यान वान रयो हैं, अदि धार्मिक, अऊर सुध्दता करे, अऊर छुटकारा;\x + \xo 1:30 \xo*\xt इफिसीयो 1:17; रोमियो 8:1 \xt*\x* \v 31 काहेकि जसो लिखो हैं, वसो ही हो, “जे घमण्ड करे उ प्रभु म घमण्ड करे।” \x + \xo 1:31 \xo*\xt 2 कुरिन्थियो 10:17\xt*\x* \c 2 \s क्रूस मसी कि बारा सन्देस \p \v 1 भई अर बहिन हुन, ते मी परमेस्वर ख भेद सुनाते भयो तुमारो नजदीक आयो, ते वचन हुन या ग्यान कि उतमता का संग नी आयो। \v 2 काहेकि मीन यू फैसला लियो हतो कि तुमारो बीच यीसु मसी पर सूली पर चढ़ायो हुयो मसी ख छोड़ अऊर कई बात ख नी जान। \v 3 मी कमजोर हुन अऊर डर ख संग, अऊर बेजा घबराते हुयो तुमारो संग रयो; \v 4 अऊर मोरो वचन, अऊर मोरो प्रचार म ग्यान कि लालच वाली बात हुन नी हैं, पर आत्मा अऊर सक्ति को नमस्कार हतो, \v 5 एकोलाने कि तुमारो भरोसा अदमी हुन का ग्यान पर नी, पर परमेस्वर कि सक्ति पर निर्भर होय हैं। \s सुध्द आत्मा को ग्यान \p \v 6 फिर भी सिध्द अदमी हुन म हम ग्यान सुनत हैं; अऊर यू दुनिया को अऊर यू दुनिया नास होन वाला अदमी हुन मुखिया हुन ख ग्यान नी हैं; \v 7 पर हम ख परमेस्वर को उ छुपो ग्यान, भेद कि रीत रीवज पर बताये हैं, जसो परमेस्वर न सनातन युग से हमारी महिमा का लाने ठहरायो गयो हतो। \v 8 जे से यू दुनिया को मुखिया हुन म से कोई न नी जानो, काहेकि यदि वी जान हैं ते महिमामय प्रभु ख सूली पर नी चढ़ा तो।\x + \xo 2:8 \xo*\xt प्रेरितो 13:27\xt*\x* \v 9 अदि जसो लिखो हैं, \q1 “जो बात हुन आँखी न नी देख अऊर कान न नी सुनी, \q2 अऊर जे बात हुन अदमी को मन म नी चढ़ी, \q2 वी ही आय जे परमेस्वर न अपनो प्रेम रखन वालो का लाने तैयार करो हैं।”\x + \xo 2:9 \xo*\xt यसायाह 64:4\xt*\x* \p \v 10 परमेस्वर न अपनो आत्मा का व्दारा हम पर प्ररगट कियो, काहेकि आत्मा सब बात हुन पर परमेस्वर कि गहरी बात हुन भी परख हैं। \v 11 अदमी हुन म से कोन कोई अदमी कि अधीन हुन जान हैं, अकेलो अदमी कि आत्मा जो ओ म हैं? वसो ही परमेस्वर कि बात हुन भी कोई नी जान, अकलो परमेस्वर को आत्मा।\x + \xo 2:11 \xo*\xt नीति 20:27\xt*\x* \v 12 पर हम न दुनिया कि आत्मा नी, पर उ आत्मा पायो हैं जो परमेस्वर कि ओर से आय कि हम उन बात हुन ख जान सके कि जो परमेस्वर न हम ख दियो हैं। \p \v 13 जे ख हम अदमी हुन को ग्यान कि सिखाई हुई बात हुन म नी हैं, पर आत्मा कि सिखाई हुई बात हुन मिल ख सुनाए हैं। \v 14 पर दुनिया को अदमी हुन परमेस्वर कि आत्मा कि बात हुन मान नी करिये, काहेकि वी ओकी देखना म बेकार कि बात हैं, अर नी उ उन ख जान सक हैं काहेकि ओकी परख आत्मिक रीति से होए हैं। \v 15 आत्मिक अदमी हुन सब कुछ जाँचा हैं, पर उ अपना खुद ख परख हुन नी जाहे हैं। \p \v 16 काहेकि प्रभु को मन ख कोन जानो हैं \q1 “कि ओ ख सिखाव हैं? \q2 पर हम म मसी को मन आय।” \x + \xo 2:16 \xo*\xt यसायाह 40:13\xt*\x* \c 3 \s कलीसिया एक-दूसरा बुराई \p \v 1 अरे भई अर बहिन हुन म तुम से यू रिवाज से बात हुन नी कर सक। जसो आत्मिक अदमी हुन से, पर जसो दुनिया अदमी से, अर उनसे जो मसी म नानू हैं \v 2 मी न तुम ख दूध पिलायो, खाना नी खिलायो; काहेकि तुम ओ ख नी खा सक्त हैं; पर तब तक भी नी खा सक्त हैं, \v 3 काहेकि अब तक सारीरिक हैं। एकोलाने कि जब तुम म जलन अऊर लड़ाई हैं, ते का तुम सारीरिक नी हैं? अऊर का अदमी कि रिती रिवाज पर नी चल हैं? \v 4 काहेकि जब एक बोल हैं, “मी पोलुस को आय” अऊर दूसरो, “मी अपुल्लोस को आय” ते का तुम सारीरिक नी आय? \p \v 5 अपुल्लोस कोन आय? अऊर पोलुस कोन आय? अकलो सेवक, जीन ख व्दार तुम न विस्वास करियो हतो, ते हर एक ख प्रभु न दियो हतो। \v 6 मी न रोपा लगायो, अपुल्लोस न ओ ख सीचो, अऊर परमेस्वर न बढ़ायो। \v 7 एकोलाने नी ते लगानवालो कई हैं नी सीचने वालो, पर परमेस्वर ही सब कई आय जे बढ़ान वालो आय। \v 8 लगान वालो अऊर सीचन वालो दूई एक ही आय; पर हर एक अदमी अपनो ही आराम को जसो ही अपनो मजदूरी पाहे। \v 9 काहेकि हम परमेस्वर ख संग म काम करन आय हैं; \p तुम परमेस्वर कि खेती अऊर परमेस्वर की मन्दिर आय। \v 10 परमेस्वर ख ओकी दया का अनुसार जो मोखा दियो गयो, मी न हुसयार मिस्री का सामने नीव डाली, अऊर दूसरो ओ पर पर रदा रख्य हैं पर हर एक अदमी हुसयार रैय कि उ ओ पर कसो रदा रख हैं। \v 11 काहेकि वाह नीव ख छोड़ जो पड़ी हैं, अऊर उ यीसु मसी आय, कोई दूसरी नीव नी डाल नी सक आय। \v 12 अदि कोई नीव पर सोना अऊर चाँदी अऊर बेजा किमती पत्थर अऊर काठ अऊर घास अऊर फूस को रदा रख्यो हैं, \v 13 ते हर एक ख काम दिख जा हे; काहेकि उ दिन ओ ख बताएगो, एकोलाने कि सामने का संग दिखो जाहे अऊर उ सामने हर एक ख काम कि परखो होय कि कसो हैं। \v 14 जेको निर्मान को काम बनो रहे, ओ ख इनाम मिले। \v 15 पर कोई को काम पानी जाहे, ते उ नुकसान उठा हे; पर उ खुद उध्दार जाहे पर जलते जलते बच जाएगो। \p \v 16 का तुम ख नी पता हैं कि तुम परमेस्वर को मन्दिर आय, परमेस्वर को आत्मा तुम रवह हैं। \v 17 पर कोई परमेस्वर को मन्दिर ख नास करे ते परमेस्वर ओ ख नास करे; काहेकि परमेस्वर को मन्दिर सुध्द आय, अऊर उ तुम आय। \p \v 18 कोई अपनो स्वंय ख धोखा नी दे हैं। अदि तुम म से कोई यू दुनिया म अपनो स्वंय ख चलाक मान, हैं ते मुर्ख ओ ख हुसयार हो जा। \v 19 काहेकि यू दुनिया को ग्यान परमेस्वर का पास बेकार हैं, जसो लिखो हैं, “उ ग्यान वान हुन ख उनकी चालाकी म फँस देव हैं,”\x + \xo 3:19 \xo*\xt अय्यूब 5:13 \xt*\x* \v 20 अऊर फिर, “प्रभु चालाक हुन ख विचार हुन ख जान हैं कि वी बेकार हैं।\x + \xo 3:20 \xo*\xt भजन 94:11 \xt*\x* \v 21 एकोलाने अदमी हुन पर कोई घमण्ड नी कर, काहेकि सब कुछ तुमारो आय \v 22 का पोलुस, का अपुल्लोस, का कैफा, का दुनिया को जिन्दगी, का माऊत, का जल्दी को बखत म, का जोतिस सब कुछ तुमारो आय, \v 23 अऊर तुम मसी को आय, अऊर मसी परमेस्वर को आय।” \c 4 \s प्रेरित को सेवा को काम \p \v 1 अदमी हम ख मसी को दास अऊर परमेस्वर को छुपी बात का भण्डारी समझे। \v 2 फिर यहाँ भण्डारी म बात हुन देखी जाहे। कि उ भरोसा लायक होय। \v 3 पर मोरी देखन म यू बेजा छोटी सी हैं कि तुम अऊर अदमी हुन ख कोई सजा देनवालो मोखा जाचे, पर म खुद अपनो तुम ख नी परख हूँ हैं। \v 4 काहेकि म मोरो मन मोखा कोई बात म दोसी नी ठहरा हैं, पर असो मी बेकसूर नी रयो हैं, काहेकि मोखा परख वालो प्रभु आय। \v 5 एकोलाने जब तक प्रभु नी आये हे उ बखत से पहले कुई बात हुन ख फैसला नी करे उ अन्धकार कि छुपी बात हुन ज्योति म दिखाए, अऊर मन हुन ख अभिप्राय ख देखागो करेगों, तब परमेस्वर कि तरफ से हर एक कि स्वगत होय। \p \v 6 हे भई हुन, मन यू बात हुन म तुमारो लाने अपनो अऊर अपुल्लोस ख खबर उदाहरन का रीति पर हैं, एकोलाने कि तुम हमारो व्दारा यू सिख कि किन लिखो हुयो से सामने बड़नो, अऊर एक का तरफ म अऊर दूसरो का खलाप म घमण्ड नी कर जे। \v 7 काहेकि ते म अऊर दूसरो म कोन भेद करिये हैं? अर तोरो पास का हैं जो तुना (दूसरो से) नी पायो हैं, अर जब तू न दुसरो से पायो आय? ते असो घमण्ड काहे करिये हैं कि मानो नी पायो। \p \v 8 तुम ते भरपूर हो चूको, तुम धनी हो चूको, तुम न हमारो बिना राज कियो; पर चोक्खो हो तो कि तुम राज करिये कि हम भी तुमारो संग राज करिये। \v 9 मोरो समझ म परमेस्वर न हम ख प्रेरित हुन ख सब बाद उन अदमी हुन का सामे खड़ो करियो हैं, जिन की माऊत को हुकुम हो चुको हो; काहेकि हम दुनिया अऊर स्वर्गदूत हुन अऊर अदमी को लाने एक तमासा बने हैं। \v 10 हम मसी का लाने बेकार हैं, पर तुम मसी म समझदार हैं; हम कमजोर हैं पर तुम ताकतवार हैं। तुम भीतर पाय हैं, पर हम अपमान हो हैं। \v 11 हम यू बखत भी भूखा अऊर प्यासो अऊर नंगा हता, फटे पुराना कपड़ा पहन हैं, अऊर मार खायो हैं अऊर मारो-मारो फिर ये हैं; \v 12 अऊर अपनो ही हात हुन से काम कर ख मेहनत\f + \fr 4:12 \fr*\ft परिसरम \ft*\f* करा हैं। अदमी हम बुरो बोल हैं, कि हम आसीस देव हैं; वी परेसान करिये हैं, हम सहन कर हैं। \v 13 वी बदनाम करिये हैं, हम विनती करिये हैं। हम, आज तक दुनिया को कचरा अऊर सब सारी चीज हुन ख खुरचन का सामन रया हैं। \s धमकी \p \v 14 मी तुम ख लज्जित करन का लाने यू बात हुन नी लिखु हैं, पर अपनो अच्छो पोरिया समझ ख तुम ख बताऊँ हैं। \v 15 काहेकि यदि मसी म तुमारो सीखान वालो दस हजार भी हो, ते तब भी तुमारो बाप बेजा से नी; एकोलाने कि मसी यीसु म सुसमाचार ख व्दारा म तुमारो बाप हुयो हैं। \v 16 एकोलाने म तुम से विनती करू हैं मोरी जसी चाल‍ चल। \v 17 एकोलाने मन तीमुथियुस ख जो प्रभु म मोरो अच्छो दोस्त अऊर विस्वास लायक पोरिया हैं, तुमारो पास भेजो हैं। उ तुम ख यीसु मसी म मोरो आचरन याद करूँ, जसो कि म हर जगह हर एक कलीसिया म सिक्छा लाऊ। \p \v 18 कई ते असा घुस्सा हो गयो हैं, मान कि म तुमारो नजीक आवन को नी हतो \v 19 पर प्रभु न चाय्हो ते म तुमारो नजीक जल्दी ही आऊ, अऊर उन घुस्सा भेयो हुन का बात हुन ख नी, पर उनकी सक्ति ख समझ हैं। \v 20 काहेकि परमेस्वर को राज बात हुन म नी पर सक्ति काम हुन म हैं। \v 21 तू का चाय्हे हैं? का मी छड़ी लेख तुमारो पास आऊ, अऊर प्रेम अर दीनता कि आत्मा का संग म? \c 5 \s कलीसिया छिलाला \p \v 1 यहाँ तक सूना म आयो हैं कि तुम म गलत काम होय हैं, पर असो गलत काम जो गैर यहूदी हुन म नी होय कि अदमी अपनो बाप कि घरवाली ख रख हैं।\x + \xo 5:1 \xo*\xt लैव्य 18:8; व्यवस्था 22:30\xt*\x* \v 2 अऊर नाराज ते नी करिये, जे से असो काम करन वालो तुमारो बीच म से निकल जा हे, पर घमण्ड करिये हैं। \v 3 मी ते सरीर न का भाव से दूर हतो, अऊर आत्मा का भाव से तुमारो संग हो ख मान कि उपस्थिति कि मजबूरी म असो काम करनवालो का बारा म यू फैसला दे चूको हूँ। \v 4 कि जब तुम अऊर मोरी आत्मा, हमारो प्रभु यीसु कि सक्ति ख संग जमा हो, ते असो अदमी हमारो प्रभु यीसु को नाम से। \v 5 उही अदमी ख सैतान को हात म दे दियो, जेख ओखा सरीर ख नास हो, अर प्रभु को दिन ओकी आत्मा को छुटकारा हो। \p \v 6 तुमारो घमण्ड करनो अच्छो नी; का तुम नी जान की थोड़ो सो खमीर तीन दीन को गूँधो हुयो आटा ख खमीर कर दे हैं। \v 7 पूरानो खमीर रोटी निकाल ख अपनो तुम ख सुध्द कर कि नयो गूँधो हुयो आटा बना जाय; काहे कि तुम अखमीरी आय काहेकि हमारो भी फसह जो मसी हैं, जो बलिदान हुयो हैं। \v 8 एकोलाने आ, हम तेवर दिन म खुसी माना, नी ते पुरानो खमीर अऊर नी बुराई अऊर दुसमन हुन को खमीर से, पर सीधाई अऊर सही कि अखमरी रोटी से। \p \v 9 मीन अपनी चिठ्टी म तुम ख लिखो हैं कि बुरो काम हुन का संग मेल जोल नी रख। \v 10 यी जरूरी नी कि तुम बिल्कुल यी दुनिया का बुरो काम करन वाला हुन अऊर लालच हुन, अऊर अन्धेरा करन वालो, अऊर मूर्ति पूजा हुन कि संग म नी रह जो, काहेकि यू मजबूरी म ते तुम ख दुनिया म से निकल जानो ही पड़ हैं। \v 11 पर मोखा यू बोलनू हैं कि पर कोई भई बोल-ख बुरो काम, अऊर लाची, अऊर मूर्ति पूजा क हुन अऊर गाली देनवालो, अऊर पियक्कड़ अऊर अन्धेर करन वालो होय, ते ओकी संग म नी रह पर अदमी ख संग खाना भी नी खा। \p \v 12 काहेकि मोखा बाहार वाला का फैसला करना से का काम? का तुम भीतर वाला हुन का फैसला नी करिये? \v 13 पर बाहर वाला हुन कस फैसला परमेस्वर करिये हैं। एकोलाने ओकी कुकर्मी ख अपनो बीच म से निकाल दे। \c 6 \s विस्वास करन वाला म कोट कचेरी \p \v 1 का तुम से कुई ख यी याद\f + \fr 6:1 \fr*\ft हियाव \ft*\f* हैं कि जब दूसरो ख संग झगड़ा होय हैं ते फैसला ख लाने अधर्मी को काम कर वालो हुन का पास जाहे अऊर सुध्द अदमी हुन का नजीक नी जाय हे? \v 2 का तुम नी जानत आय कि सुध्द लोग दुनिया को फैसला करे? एकोलाने जब तुम दुनिया को फैसला करनो हैं, ते का तुम छोटा से छोटा लड़ाई हुन को भी निर्णय करन का लायक भी नी हैं?\x + \xo 6:2 \xo*\xt दानिय्येल 7:2 \xt*\x* \v 3 का तुम नी जान कि हम स्वर्गदूत हुन को फैसला\f + \fr 6:3 \fr*\ft न्याय \ft*\f* करे? ते का जमाना कि बात हुन को फैसला नी करे। \v 4 पर तुम ख जमाना कि बात हुन का फैसला करनो होय, ते का उन्ही का बैठा हे जे कलीसिया म कुछ नी समझे जाय हे? \v 5 मी तुम ख लज्जा आवन का लाने यू कहूँ हैं। का सच म तुम म एक भी समझदार नी मिल हैं, जो अपनो भई हुन ख फैसला कर सके? \v 6 तुम म भई-भई म मुकदमा होय हैं, अऊर उ भी अविस्वास हुन का सामने। \p \v 7 पर सही म तुम म बड़ो दोस ते यू हैं कि आपस म फैसला करिये हैं, जसो अन्याय काहे नी सह हैं? पर अपनी हानि काहे नी सह हैं? \v 8 पर तुम ते स्वंय जुम करिये हैं अऊर हानि देवा हैं, अऊर उ भी भई हुन ख। \v 9 का तुम नी जान हैं कि अधर्मी को काम करन वालो अदमी परमेस्वर का राज ख अधिकारी नी होय? धोखा नी खा; नी छिनाला करन वालो (न वेस्यागामी), नी मूर्ति पूजक हुन, नी बुरो काम करन वालो, नी पुरूसगामी, \v 10 नी चोर, नी लोभी, नी पियक्कड़ नी गाली देन वालो नी लुट पाट करन वालो परमेस्वर का राज ख अधिकारी नी होय। \v 11 अऊर तुम म से कितना असो भी हता, पर तुम प्रभु यीसु मसी का नाम से अऊर हमारो परमेस्वर का आत्मा से धोए गयो अऊर सुध्द हुयो अऊर धर्मी रया। \s अपनो सरीर ख परमेस्वर को लाने लगाओ \p \v 12 सब चीज मोरो लाने ठीक हैं, पर सब चीज हुन लाभ कि नी हैं, सब चीज हुन मोरो लाने ठीक हैं, पर मी कुई भी बात का बस नी होऊ। \v 13 कोई यू भी कहे, “अऊर खानो पेट का लाने हैं अऊर पेट खानो का लाने।” हाव पर परमेस्वर दोई ख खत्म कर दे हे। सरीर गलत काम का लाने नी, पर प्रभु को लाने हैं अऊर प्रभु सरीर को लाने। \v 14 परमेस्वर न अपनी सक्ति से प्रभु ख जिन्दो करिये, अऊर हम ख भी जीवित करे। \p \v 15 का तुम नी जाना कि तुमारो सरीर मसी को अंग आय? ते का म मसी को सरीर ले ख उन ख छिनाला पना हुन को जीवन बनाऊँ? कभी नी। \v 16 का तुम नी जिन्दगी कि जो कोई गलत काम से रह हैं, उ ओखा संग एक सरीर हो जाहे हैं? काहेकि लिखो हैं: “वी दूई एक तन होए।” \v 17 अऊर जो प्रभु कि भक्ति म रह हैं, उ ओखा संग एक आत्मा हो जाए हैं। \p \v 18 गलत काम से बचो रह, जितनो भी पाप अदमी करिये हैं वी जीवन का बाहर ही हैं, पर सरीर गलत काम करन वाला अपनी ही जीवन का विरोध पाप करिये हैं। \v 19 का तुम यू नी मालूम हैं कि तुमारो सरीर सुध्द आत्मा को मन्दिर आय, जो तुम म बसो भयो हैं अऊर तुम ख परमेस्वर कि तरफ से मिलो हैं; अऊर तुम अपनो नी हैं? \v 20 काहेकि तुम लोग पैसा देख ख खरीदो लियो गयो हैं, एकोलाने तुम लोग अपनो सरीर ख दुवारा परमेस्वर कि बड़ाई करे। \c 7 \s सादी से सम्बन्धित सवाल \p \v 1 इन बात हुन का बारा म जो तुम न लिखो, \p यू चोक्खो हैं कि अदमी ओरत ख नी छू। \v 2 अदि गलत काम का डर से हर एक अदमी कि घरवाली, अऊर हर एक ओरत को घरवालो होय। \v 3 घरवालो अपनी घरवाली को हक पूरो करे; अऊर असो ही घरवाली भी अपनो घरवालो को। \v 4 घरवाली ख अपनी सरीर पर अधिकार नी पर ओको घरवालो कि अधिकार हैं; असो ही घरवालो को भी अपनी जीवन पर अधिकार नी हैं, पर घरवाली को हैं। \v 5 तुम एक दूसरा से दूर मत रह; मगर केवल थोड़ी देर बखत तक आपस की मर्जी से कि प्रार्थना का लाने जोतिस बतान मिले, अऊर फिर एक संग रय्हे; असो नी हो कि तुमारो उपस्ति नी रहना का सैतान तुम ख जाँचे। \p \v 6 अगर मी जो यी कहूँ हैं वी अनुमती हैं नी कि कय्हे। \v 7 मी यी चाहूँ हैं कि जसो म हूँ, असो ही सारा अदमी हो; अगर हर एक ख परमेस्वर कि तरफ से खास खास वरदान मिलो हैं; कोई ख कई तरीका को, अर कई को अर तरका को। \p \v 8 अगर मी जेका सादी सूदा हुन वाला हुन अर बुरो काम हुन का बारा म कहूँ हैं कि उनका लाने असो ही रह नो चोक्खो हैं, जसो मी हूँ। \v 9 अगर यदि वी स्वंय नी कर सके, ते सादी करे: काहेकि सादी करूँ कामातुर रहनु से चोक्खो हैं। \p \v 10 जीन को सादी हो गयो हैं, उनको मी नी, पर प्रभु हुकुम देवह हैं कि घरवाली अपनो घरवालो से दूर नी हो \v 11 अर अगर दूर भी हो जाहे ते बिना दूसरो सादी कियो रह; या अपनो घरवालो से फिर मेल कर ले अर नी घरवालो अपनी इ घरवाली ख छोड़। \p \v 12 दूसरा से प्रभु नी अगर म ही कहूँ हैं पर कई भई की घरवाली भरोसा नी रखे हो अर ओखा संग रहना से खुसी हो, ते उ ओ ख नी छोड़। \v 13 यी पोरी को घरवालो विस्वास नी रख हो, अर ओखा संग रहना से खुसी हो; उ घरवालो ख नी छोड़। \v 14 काहेकि असा पति जो विस्वास नी रखा हो, उ पत्नी को कारन सुध्द रवह हैं; अर असी पत्नी जो विस्वास नी रखा, पति का कारन सुध्द रवह हैं; नी ते तुमारो पोरा पारी असुध्द रवह हैं, अगर अब ते सुध्द हैं। \v 15 अगर जो अदमी विस्वास नी रख, हैं पर उ अलग होव हैं ते अलग हो दूई, असी मजबूरी म कई भई या बहिन बन्धन म नी। परमेस्वर न हम ख मेल मिलाप का लाने बुलायो गयो हैं। \v 16 काहेकि हे पोरी, तू का मालू हैं कि तू अपनो घरवालो को उध्दार करा दे? अर हे अदमी, तो का मालू हैं तू अपनी घरवाली को उध्दार करा दे हे? \s परमेस्वर कि पुकार का अनुसार चलो \p \v 17 जसो प्रभु न हर एक ख बाँटो हैं, अर जसो परमेस्वर न हर एक क पुकार हैं, असो ही उ चलो। म सारी कलीसिया हुन म असो ही ठहराऊ हैं। \v 18 जो पूजा देनु\f + \fr 7:18 \fr*\ft खतना \ft*\f* कियो भेयो ख बुलायो गयो हैं, उ पूजा देनु (खतना रहित) नी बनो। जो बिना खतनाराहित बूलायो गयो हैं; उ खतना नी करिये। \v 19 नी तो खतना कुछ हैं अर नी खतना रहित, पर परमेस्वर कि आदेस हुन ख मान ही सब कुछ हैं। \v 20 हर एक अदमी जी मजबूरी म बुलायो गयो हैं ओ म ही रह। \v 21 पर तू दास कि मजबुरी म बुलायो गयो हैं, ते चिन्ता नी कर; अगर यदि तू आजाद हो सके, ते असो ही काम कर। \v 22 काहेकि जो गुलाम कि मजबूरी म प्रभु बुलायो गयो हैं, उ प्रभु स्वागत कियो भेयो हैं असो ही जो आजाद की मजबूरी म बुलायो गयो हैं, उ मसी को दास आय। \v 23 तुम ख दाम दे ख खरीद लियो गयो हैं; अदमी हुन का दास नी बन। \v 24 अरे भई बहिन, जो कोई जी दसा म बुलायो गयो हैं; उ ओ म ही परमेस्वर को संग रह। \s जीन कि सादी नी भई हुई अर बुरो काम हुन (विधवाएँ) \p \v 25 कुँवारी हुन का बारा म प्रभु की कोई कहना मोखा नी मिली, पर विस्वास योग्य होन का लाने जसो दया प्रभु न म पर कि हैं, ओखा अनुसार सम्मति दे हूँ। \p \v 26 एकोलाने मोरी समझ म यू चोक्खो हैं कि आज कल दुख का कारन, अदमी जसो हैं असो ही रह। \v 27 पर तोरी घरवाली आय, ते ओ ख दूर होन या तलाक कि कोसिस मत कर; अर अगर तोरी घरवाली नी, ते घरवाली की ढूँन मत। \v 28 पर अदि तू ब्याह भी करे, ते पाप नी; अर अदि कुंवारी बयाही जाहे ते कोई पाप नी। पर असो को सारीरिक दुख होए, अर म बचनो चाहूँ हैं। \p \v 29 हे भई हुन, म यी कहू हैं कि बखत कम कर दियो गयो हैं, एकोलाने चाहिए कि जीन की घरवाली होए, वी असो ही मानो उन कि घरवाली नी हो: \v 30 अर रोन वाला असो होए, मानो खुसी नी करिये; अर मोल लेन वालो असो होए, मानो ओखा पास कुछ हैं ही नी। \v 31 अर यी दुनिया का संग व्यवहार करन वालो असो हो, कि दुनिया ही को नी हो ले; काहेकि यी दुनिया की रीति रीवाज अर व्यवहार बदल जाहे हैं। \p \v 32 अब म यी चाहूँ हैं कि तुम ख चिन्ता न हो। जेन कि सादी\f + \fr 7:32 \fr*\ft अविवाहित\ft*\f* नी भई (अविवाहित) अदमी प्रभु कि बात हुन की चिन्ता म रय्हे हैं कि प्रभु ख कसो खुस रखू। \v 33 पर जीन कि सादी हो गई (विवाहित) अदमी दुनिया कि बात हुन कि चिन्ता म रय्हे हैं कि अपनी घरवाली ख किस तरका से खुस रखू। \v 34 जीन कि ब्याह होए (विवाहित) अर जीन कि ब्याह नी भई ओ म भी कुछ पाप हैं: जीन की ब्याह नी भई उ प्रभु कि म रय्हे हैं कि उ सरीर अर आत्मा दूई म सुध्द होए, पर जीन की ब्याह होऐ दुनिया कि आसा म रय्हे हैं कि अपनो घरवालो ख कसो खुस रखू। \p \v 35 मी यू बात तुमारो ही फयदा का लाने कहूँ हैं, न कि तुम ख फँसान का लाने, पर एकोलाने कि जसो सोभा देव हैं, वसो ही कियो जाहे, कि तुम एक मन हो ख प्रभु कि सेवा म लगो रह। \p \v 36 अगर कुई यी जरूरी नी समझ कि म अपनी वा कुंवारी को हक्क माँग रय्हे हूँ, जेकी जवानी बुडी हो गई हैं, अर जरूत भी होए, ते जसो चाय्हे वसो कर, इन म पापी नी, उ ओको ब्याह होन दे। \v 37 पर जो मन म फैसला रह हैं, अर ओ ख जरूत नी होए, अगर अपनी इच्छा पर अधिकार रख हैं, अर अपनो मन म यी बात ठान ली हैं कि उ अपनी कुंवारी पोरी कि ब्याह नी करिये, उ अच्छो करिये हैं। \v 38 एकोलाने जो अपनी कुंवारी ख ब्याह कर दे हैं, उ चोक्खो करिये हैं, अर जो ब्याह नी करिये दे, उ अर भी चोक्खो करिये हैं। \p \v 39 तब तक कोई ओरत की घरवालो जीवित रय्हे हैं, तब तक उ ओ से बन्धी भई हैं; अगर पर कको घरवालो मर जाहे ते जे से चाय्हे सादी कर सक हैं, अदि केवल प्रभु म। \v 40 अदि जसी हैं वसी ही रय्हे, ते मोरो खयाल म अऊर भी चोक्खो हैं; अऊर मी समझू हैं कि परमेस्वर को आत्मा मोरो म भी हैं। \c 8 \s मुर्ति हुन का चढ़ायो गयो खान \p \v 1 अब मुर्ति हुन का सामने चढ़ाई ख हुई चीज हुन का बारा म हम जान हैं कि हम ख सब को समझ हैं। समझ घमण्ड पैदा करिये हैं, अऊर प्रेम से पैदा होय हैं। \v 2 अदि कोई समझ कि म कुछ जानु हैं, ते जसो जानो चाहिए हैं वसो अब तक नी जान हैं। \v 3 अदि कोई परमेस्वर से प्रेम रख हैं, ते परमेस्वर ओ ख जान हैं। \p \v 4 अब मुरती हुन का सामने चढ़ाई हुई चीज हुन ख खान का बारा म हम जान हैं कि मुर्ति दुनिया म कुई चीज नी हैं, अऊर एक ख छोड़ अऊर कई भी परमेस्वर नी हैं। \v 5 अदि आकास म अऊर धरती पर बेजा से प्रभु कह हैं जसो कि बेजा से ईस्वर अऊर बेजा से प्रभु हैं। \v 6 ते भी हमारो लाने ते एक ही परमेस्वर हैं: अदि बाप जेकी ओर से सब चीज हुन हैं, अदि यीसु मसी जेका दुवारा सब चीज हुन हुई, अऊर हम भी ओखा को दुवारा हैं। \p \v 7 पर सब ख यू ग्यान नी हैं, कि कुछ ते अब तक मुरती ख कुछ समझन का कारन मूर्ति हुन का सामने चढ़ाई हुई चीज ख कुछ समझ ख खाऐ हैं, अऊर ओखा समझ कमजोर होन का कारन खराब होय गयो हैं। \v 8 खाना हम ख परमेस्वर का निकट नी पहुँच हैं। पर हम नी खाएँ ते हमारो कुछ नुकसान नी हैं, अऊर पर खाएँ ते कुछ फायदा नी हैं।\x + \xo 8:8 \xo*\xt व्यवस्था 4:39 \xt*\x* \p \v 9 अदि सतरक रैय, असो नी होय कि तुम हमारो यू आजादी कही कमजोर हुन का लाने ठोकर को कारन नी हो जाहे। \v 10 काहेकि पर कोई तोखा ग्यानी को मूर्ति ख मन्दिर म खाते देख अऊर उ कमजोर अदमी होय, ते का ओको विवेक को मूर्ति का सामने चढ़ाई हुई चीज खान ख हिम्मत नी होय हैं \v 11 यीई रीति रिवाज से तोरो ग्यान का कारन उ कमजोर भई जेका लाने मसी मरा नास हो जाहे। \v 12 ते भई बहिन हुन का विरोध पाप करन से अऊर उन ख कमजोर समझ ख चोट देन से, तुम मसी का विरोध पाप करिये हैं। \v 13 यू ईच कारन अदि खाना मोरो भई ख ठोकर खिलाएँ हैं, ते म कभी कुई रीति रिवाज से मांस नी खाऊँ हैं, नी होय कि म अपनो भई का ठोकर ख कारन बन जाऊ। \c 9 \s दास हुन को हक अर फर्ज (कर्तव्य) \p \v 1 का म आजाद अदमी नी हूँ? का म प्रेरित नी? का तुम मीन प्रभु यीसु ख को जे हमारो प्रभु आय, नी देख? का तुम प्रभु म मोरो बनयो हुयो नी हैं? \v 2 अदि मी दूसरो को लाने प्रेरित नी आय, ते तुमारो लाने ते आय; काहेकि तुम प्रभु म मोरो सिखावन पर चिखान आय। \p \v 3 जो अदमी हुन मोखा परख हैं, उनको लाने यू मोरो कहना हैं। \v 4 का हम ख खान पीवन को अधिकार भी नी आय? \v 5 का हम ख यू भी अधिकार नी आय, कि कई मसी बहिन हुन का संग सादी कर ख ख ओ ख लाने घूमे, जसो दूसरो प्रेरित अऊर प्रभु का भई अऊर कैफा करिये हैं? \v 6 का मी अऊर बरनबास ही अपनो जिन्दगी निर्वाह का लाने काम करन ख रुकवाट हैं। \v 7 का यू कभी सुननो म आयो कि कुई अपनो पैसा खर्च ख सेना म सेवा कर हैं? कोन अंगूर कि बारी लगा ख ओको फल नी खाय हैं? कोन पालतू ढोर पाल ख उन ढोर हुन को दूध नी पीवा हैं? \p \v 8 वी मी साधो जीवन को उदाहरन को आधार पा ही नी कह रहे हूँ बल्कि नेम भी उही कहत हैं। \v 9 का नेम भी यीई नी कय्हे? काहेकि मूसा को नेम म लिलो हैं, “दावन करते बखत चलते हुए बईल को मुण्डो मत बाँन्धजे।” का परमेस्वर बईल हुन ही कि चिन्ता करिये हैं? \x + \xo 9:9 \xo*\xt व्यवस्था 25:4\xt*\x* \v 10 या खास कर ख हमारो लाने कहूँ हैं। हाँव, हमारो लाने ही लिखो गयो, काहेकि जरूरी हैं कि जोतन वालो आसा से जोत अऊर दाँवन वालो सामिल होन की आस से दाँवनी करे। \v 11 अब जब तक हम न तुमारो लाने आत्मिक चीज हुन बोई हैं, ते का यी कोई बड़ी बात हैं कि तुमारो सारीरिक चीज हुन की फसल काटे। \v 12 जब दूसरा अदमी हुन को तुम पर यू अधिकार हैं, ते का हमारो सामिल होने ये से बेजा जादा अधिकार नी होए? \p पर हम ख यी अधिकार काम म नी लाजो; अऊर सब कुछ सहन करिये हैं कि हमारो अर मसी को सुसमाचार म कुछ रोकवाट नी होय। \v 13 का तुम अदमी यू नी जान हैं कि मन्दिर म देख भाल करन वाला हुन ख मन्दिर से खाना मिल हैं अऊर वेदी कि देख भाल करन वाला वेदी का चढ़न का हिस्सा दार हैं। \x + \xo 9:13 \xo*\xt लैव्य 3:16; 26; व्यवस्था 18:1-3\xt*\x* \v 14 यी ही रीति से प्रभु न भी आग्या दियो कि जो लोग सुसमाचार सुनात हैं, कि उनकी जीविका को सुसमाचार से होय हैं। \p \v 15 पर मी इन म से कुई ख भी बात काम म नी लायो, अऊर मीन ते यी बात हुन एकोलाने नी लिखी हैं, कि मोरो लाने असो करियो जाय कि, काहे कि यी से ते मोरो मरनो ही अच्छो हैं कि कोई मोरो घमण्ड ख बेकार खड़ो करे। \v 16 अगर म ससुमाचार सुनाऊ, ते मोरो लाने कुछ घमण्ड की बात नी हैं; काहेकि यी ते मोरो लाने जरूत हैं। अगर म सुसमाचार नी सुनाऊ, ते म पर धितकार! \v 17 अदि मी अपनो विस्वास से से यू करू हैं, ते मोखा इनाम को अधिकार होय। अर म अपनी मर्जी से यू नी करू हैं। मोखा जे काम दियो गयो हैं, म ओ ख पूरो करूँ हैं। \v 18 ते मोरो कोन सी मजदूरी आय? कि यी ससुमाचार सुनाऊ म कि म मसी को सुसमाचार कर दूँ यहाँ तक सुसमाचार म जो मोरो अधिकार हैं ओ ख भी म पूरी रीति से काम म नी लाऊ। \p \v 19 काहेकि सब से स्वतरत होना पर भी मन अपनो तुम ख सब का दास बना दियो हैं कि ढ़ेर सारो अदमी हुन ख खीच लाऊ। \v 20 मी यहूदी हुन का लाने यहूदी बनो कि यहूदी हुन ख खीच लाऊ। जो अदमी नियम हुन का बस हैं ओखा लाने म नियम, ख बस नी होनू पर भी नेम का बस बन कि उनको जो नियम को बस हैं, खीच लाऊ। \v 21 जो अदमी नेम का बस नी हैं, उन ख हासिल करन को लाने मी उनको जसो बिन व्यवस्था को पापी बनीयो, फिर भी मसी की व्यवस्था को बस म होन को वजेसे मी हकीगत म परमेस्वर की व्यवस्था से आजाद नी भयो हैं। \v 22 म कमजोर हुन ख लाने कमजोर जसो बनो कि कमजोर हुन ख खीच लाऊ। म सब अदमी हुन का लाने सब कुछ बनो हैं कि कुई न कोई रीति से कुई एक को उध्दार कराऊँ। \p \v 23 मी यू सब कुछ सुसमाचार का लाने करू हैं कि अऊर हुन का संग ओखा सामिल हो जाऊ। \s मसी हुन को दऊड \p \v 24 का तुम नी जाना की दऊड म तो दऊडा सब ही हैं, पर इनाम एक ही ले जावा हैं? तुम वसो ही दऊडो की जीते। \v 25 सब प्रतियोगी हर बात म संयम रखह हैं। वी मुरझान वालो मुकुट पावन को लाने असो करह हैं, जब कि हम अविनासी मुकुट को लाने। \v 26 एकोलाने म ते यू इच्छा से दऊड हूँ, पर इच्छा ही से नी; म भी यी इच्छा से मुकूट हुन से लूड़ हूँ, पर ओखा सामने नी जो हवा पीट हैं हुई लड़ हैं। \v 27 अदि म अपनी सरीर ख मार कूट अऊर बस म लाऊ हैं, असो नी होय कि उ दूसरा ख प्रचार करन म स्वंय ही कोई रिती से बेकार हो। \c 10 \s इस्राएल को भवस्य का लाने धमकी \p \v 1 अरे भई बहिन हुन, म नी चाहूँ कि तुम यी बात से अनजान रय्हे कि हमारो सब बापदादा बदल का नीचु हता, अऊर पूरा का पूरा समुंदर का बीच से निकल गयो, \x + \xo 10:1 \xo*\xt निर्गमन 14:25\xt*\x* \v 2 अऊर पूरा हुन न बदल म अऊर समुंदर हुन म, मूसा ख अनुवाई को रूप म बपतिस्मा लियो हैं; \v 3 अऊर सब हुन न एक ही आत्मिक खान खायो; \x + \xo 10:3 \xo*\xt निर्गमन 16:35\xt*\x* \v 4 अऊर सब हुन न एक ही आत्मिक पानी पीयो हैं, काहेकि वी वाह आत्मिक घाट हुन से पीवा हता जो ओखा संग संग‍ चलत भी हता, अऊर उ घाट मसी हतो।\x + \xo 10:4 \xo*\xt निर्गमन 17:6; गिनती 20:11\xt*\x* \v 5 अदि परमेस्वर उन न से पूरा हुन से खुस नी भयो, काहेकि वी जंगल म मर गया।\x + \xo 10:5 \xo*\xt इब्रानियो 3:17\xt*\x* \p \v 6 यी बात हुन हमारो लाने उदाहरन रयो हैं, कि जसो उन न लालच करियो, वसो ही हम न भी बेकार चीज हुन ख लालच नी कर।; \v 7 अऊर नी तुम मूर्ति पूजा हुन बन, जसो कि ओमा से कि कई किता बन गया भी हैं, जसो लिखो हैं, “अदमी खा पीवन बैठ, अऊर आनन्द मानन को लाने उठे।” \v 8 अऊर नी हम ख गलत काम कर, जसो उन म से कई न कियो; अऊर एक दिन म तेईस हजार मर गया हता।\x + \xo 10:8 \xo*\xt निर्गमन 25:1; गिनती 25:9\xt*\x* \v 9 अऊर नी हम प्रभु मसी ख परखा, जसो कुछ लोग हुन करियो, अऊर साँप हुन को कटने अऊर नास करियो गयो।\x + \xo 10:9 \xo*\xt निर्गमन 21:5-6 \xt*\x* \v 10 अऊर नी तुम कुड़ हुन, जसो रिती से उन न मन से कई कुड़ कुड़ाए अऊर खत्म करन वालो ख अर दूत न उनख खत्म कियो गयो। \p \v 11 यी सब उदारन जसो रूप म उन पर गुजरो अऊर हम ख चेतावनी देन का लाने लिखो गयो हैं, जे दुनिया का अन्त म विधमान हैं। \p \v 12 एकोलाने जो समझ हैं, “मी पक्को हूँ,” उ हुसयार रैय कि कही गिर नी पड़े। \v 13 तुम कई असी परीक्छा म नी पड़ो, जो अदमी ख सहन से बाहर हैं। परमेस्वर विस्वास लायक हैं अऊर उ तुम ख सक्ति से बाहर परीक्छा म नी पड़न दे, पर परीक्छा का संग निकास भी करे कि तुम, सहन सके। \x + \xo 10:13 \xo*\xt 2 पतरस 2:9 \xt*\x* \s मूर्ति पूजा का खिलाप धमकी \p \v 14 उ ईच ही कारन, अरे मोरो प्यारो, मूर्ति पूजा से बचो रैय। \v 15 म तुम लोग हुन ख समझदार जानु ख यू बोल रयो हूँ। तुम स्वंय मोरी बात हुन पर सलाह कर। \v 16 उ धन्यवाद को कटोरा, जे पर हम धन्यवाद करिये हैं, का मसी को खून को सहभागी नी हैं? का वा रोटी जेख हम तोड़ हैं, हम ख मसी की सरीर की सह भागी नी हैं? \v 17 एकोलाने कि एक ही रोटी हैं ते हम भी जो बेजा सारी हैं, एक ही सरीर हैं; काहेकि हम पूरा ओ म कि ही एक रोटी म सामिल भैय्या हैं। \p \v 18 जो जिन्दगी का भाव से इस्राएली आय, उन ख देख: का बलिदान हुन को खान वालो वेदी का संग म भाग नी हैं? \v 19 फिर मी का कहूँ हैं? का यू कि मुरती पर चढ़ायो गयो बलि दान कुछ हैं, अर मुरती कुछ हैं? \v 20 नी, पर यू कि गैर यहूदी जे बलिदान करियो हैं; वी परमेस्वर को लाने नी पर दुस्टात्मा हुन को लाने बलिदान करिये हैं अऊर म नी चाहूँ कि तुम दुस्टात्मा हुन का संग हो।\x + \xo 10:20 \xo*\xt व्यवस्था 32:17\xt*\x* \v 21 तुम प्रभु को कटारा अऊर दुस्टात्मा हुन का कटारा दूई म से नी पी सक हैं। तुम प्रभु कि मेज अऊर दुस्टात्मा हुन कि मेज दोई म सामिल नी हो सका। \v 22 का हम प्रभु; ख घुस्सा दिलाएँ हैं? का हम ओ ख से ताकत वार हैं?\x + \xo 10:22 \xo*\xt व्यवस्था 32:21\xt*\x* \s सब कुछ परमेस्वर की महिमा को लाने \p \v 23 पूरी चीज हुन मोरो लाने ठीक ते हैं, पर सब लोभ का लाने नी हैं: सब चीज हुन से बड़ो नी हैं। \v 24 अऊर सब कोई अपनो नी हैं, अर दूसरा हुन को लाने कोसिस करे। \p \v 25 अर जे बाजार म मांस बिक हैं, उ खा अर समझ का कारन कुछ नी पूछ? \v 26 “काहेकि जमीन अर ओकी कि भर पूरी प्रभु की आय।”\x + \xo 10:26 \xo*\xt भजन 24:1\xt*\x* \p \v 27 अगर अविस्‍वासियो म से कुई तुम ख नेवता दे, अर तुम ख जान कि इच्छा होए, ते जो कुछ तुमारो सामने रखो जाहे वही खा: अर समझ का कारन कुछ भी नी पूछ। \v 28 पर अगर कोई तुम ख कहे, “यी ते मूर्ति पर चढ़ायो गयो हुई चीज आय,” ते ओकी बखत वालो का कारन अर समझ का कारन नी खाजो। \v 29 मोरो असो कहन को मतलब हतो कि समझ नी पर ओकी दूसरो ख। \p अच्छो, मोरी आजादी दूसरो का लाने फैसला से काहे परखो जाहे? \v 30 अदि म धन्यवाद कर ख सामिल होऊ हैं। ते जे पर धन्यवाद करू हैं ओखा कारन मोरी बदनामी काहे होय हैं? \p \v 31 एकोलाने तुम ख मन चाहे खा, मन चाहे पी, मन चाहे जो कुछ कर, सब कुछ परमेस्वर की महिमा का लाने कर। \v 32 तुम ख नी यहूदी हुन, का लाने नी यूनानी हुन, का लाने अर नी परमेस्वर की कलीसिया का लाने ठोकर को कारन बन \v 33 जसो म भी सब बात हुन म सब ख खुस रखू हैं, अऊर अपनो ख नी पर ढ़ेर सारा हुन ख फयदा ढूँढ हूँ की वी उध्दार पाहे। \c 11 \p \v 1 तुम ख मोरी जसी चाल चल हैं जसो म मसी कि जसी चाल चलू हैं। \s आराधना म सिर ढाँकनू \p \v 2 अरे भई हुन, मी तुमख सराहता हूँ कि सब बात हुन तुम मोखा याद करत हो; जे रीति रिवाज मी न तुमख सोउपू हैं उनको पालन करत रहजे। \v 3 अदि म चाहूँ हैं कि तुम ख यू मालूम होय कि हर एक अदमी को माथा मसी हैं, अऊर ओरत हुन को माथा अदमी आय, अऊर मसी को सिर परमेस्वर आय। \v 4 जे अदमी माथा ढाँको होय प्रार्थना अऊर भविस्यव्दानी करिये हैं, उ अपनो माथा ख लज्जित करिये हैं। \v 5 पर जे ओरत हुन माथा पर बिना कपड़ा लेख प्रार्थना अर फिर भविस्यव्दानी करिये हैं, उ अपनो माथा को लज्जित करिये हैं, काहेकि उ मुण्डी होनू का बराबर हैं। \v 6 अदि बाई हुन ओढ़नी नी ओढ़े ते बाल भी काट ले; अदि ओरत का लाने बाल कटानो अर फिर मुण्डन करानो लज्जा कि बात हैं, ते ओढ़नी ओढ़े। \v 7 हाँव, अदमी ख अपनो माथा ढ़ाकनो जरूरी नी, हैं काहेकि उ परमेस्वर को जसो चहेरा हैं अऊर महिमा हैं; अऊर बाई अदमी कि सोभा आय। \v 8 काहे कि अदमी बाई से नी भयो, अऊर बाई अदमी से भई हैं\x + \xo 11:8 \xo*\xt उत्पति 2:21-23\xt*\x*; \v 9 अऊर अदमी बाई का लाने नी बनायो गयो, अऊर बाई अदमी का लाने बनायो गयो हैं।\x + \xo 11:9 \xo*\xt उत्पति 2:18\xt*\x* \v 10 एकोलाने स्वर्गदूत हुन का कारन बाई ख अच्छो हैं कि अधिकार अपनो माथा पर रख जो। \v 11 ते भी प्रभु म नी ते बाई बिना अदमी, अऊर नी अदमी बिना बाई को आय। \v 12 काहेकि जसो बाई अदमी से हैं, वसो ही अदमी बाई को दुवारा हैं; पर सारी चीज हुन परमेस्वर से हैं। \p \v 13 तुम ख स्वंय ही सालह कर, का बाई ख उघाड़े माथा परमेस्वर से प्रार्थना करनु सोभा देवा हैं? \v 14 का स्वाभाविक रीति से भी तुम नी जान हैं, कि अदि अदमी लम्बे बाल रख, ते ओखा लाने अपमान हैं। \v 15 अऊर अदि बाई लम्बे बाल रखे ते ओखा लाने सोभा हैं, काहेकि बाल ओ ख ओढ़नी का लाने दियो गयो हैं। \v 16 अदि अऊर कोई लड़ाई करनो चाहे, ते यी जान ले कि नी हमारी अऊर परमेस्वर कि कलीसिया हुन कि असी रिवाज हैं। \s प्रभु भोज का बारा म \r (मत्ती 26:26-29; मरकुस 14:22-25; लूका 22:14-20) \p \v 17 पर यी आदेस देते होय मी तुम ख नी सराह उ हैं, एकोलाने कि तुमारो इकट्ठा होना से अच्छाई नी हैं, अऊर तुम ख बुराई होय हैं। \v 18 काहेकि पहले ते यह हैं कि मोरो सुनन म आयो हैं, कि जब तुम ख कलीसिया म जमा होय हैं, ते तुम म फूट होय हैं, अऊर म यी पर थोड़ा विस्वास भी कर हैं। \v 19 काहेकि दलबन्दी भी तुम म जरू होए, एकोलाने कि जो अदमी तुम म विस्वास लायक हैं वी देख ना म आ जाहे। \v 20 अब तुम जो एक जगह म जमा होय हैं ते यी प्रभु-भोज खान का लाने नी, \v 21 काहेकि खान का बखत एक दूसरा से पहले अपनो रोटी खा ले हैं, यी तरीका से कुई ते ख भूखो रह हैं अऊर कुई नसा वालो होय जाहे हैं। \v 22 का खान पीवन का लाने तुमारो घर नी हैं? ते परमेस्वर कि कलीसिया ख बेकार जान हैं, अऊर जेका पास नी हैं उन ख लज्जित करिये हैं? म तुम से का कहूँ हैं वा? का यी बात हुन म तुमारो खुसी करूँ? इ बात को लाने मी नी मेरी प्रसंसा करूँ हैं। \p \v 23 काहेकि यी बात हुन मोखा प्रभु यीसु न जी रात उ पकड़वायो गयो, रोटी ली, \v 24 अऊर धन्यवाद कर ख ओ ख तोड़ी अऊर कय्हो, “यी मोरो सरीर आय, जो तुमारो लाने हैं: मोरो याद का लाने यी कियो कर।” \v 25 यू रीति से जो ओ न बियारी का पीछु कटोरा भी लियो अऊर कय्हो, “यी कटोरा बर्तन मोरो खून म नई वादा हैं: जब कभी पीवा हैं, ते मोरो याद का लाने यी कियो कर।”\x + \xo 11:25 \xo*\xt लूका 22:20\xt*\x* \fig यीसु अपना चेला हुन को संग म तिहार को खाना खातो हुए|alt="Jesus eating the Passover meal with his disciples" src="lb00320c.tif" size="span" copy="Horace Knowles ©" ref="11:23"\fig* \p \v 26 काहेकि जब तुम ख यी रोटी खाव अऊर यी कटोरा म से पीवा हैं, ते प्रभु कि मरन ख जब तक उ नी आगो प्रचार करते रहे। \v 27 एकोलाने जो कोई भूल चूक रिवाज से प्रभु कि रोटी ख खाव, ते ओकी कटोरा म से पीए, उ प्रभु कि सरीर की जीवन अऊर खून का अपराधी रहे। \v 28 एकोलाने अदमी अपनी तुम ख परखे ले अऊर यी तरीका से यी भोज म से खाऐ, अऊर यी कटारो म से पीए। \v 29 काहेकि जो खाव-पीते बखत प्रभु को सरीर ख नी पहिचाने, उ यी खाने अऊर पी से अपनो ऊपर सजा लाहे हैं। \v 30 यू तीरका तुम म बेजा सारा सो दुखी अऊर बीमार हैं, अऊर बेजा सारा मर भी गया। \v 31 अदि हम ख अपनो तुम ख परखे ते सजा नी मिले। \v 32 अऊर प्रभु हम ख सजा दे ख हमारी परख हैं, एकोलाने कि हम ख दुनिया को संग दोसी नी रह। \p \v 33 एकोलाने, अरे मोरो भई बहिन हुन, जब तुम ख खान का लाने इकट्ठा होय हैं ते एक दूसरा का लाने रूको रह। \v 34 अदि कोई भूखो हैं ते अपनो घर म खा ले, जे से तुमारो इकट्ठा होन का सजा को कारन नी हैं। अर बात हुन ख म आँख चोक्खो करूँ हैं। \c 12 \s आत्मिक वरदान \p \v 1 अरे भई बहिन हुन, म नी चाहूँ हैं कि तुम आत्मिक वरदान हुन का बारा म अनजान रैय। \v 2 तुम ख मालूम हैं कि जब तुम दुसरी जात हुन हता, ते गूंगी मुरती हुन का पीछु जसो चल्ये जाऐ हता वसो चलते हते।\x + \xo 12:2 \xo*\xt गलातियो 4:8 \xt*\x* \v 3 एकोलाने म तुम ख चेतावनी देवा हैं कि जो कोई परमेस्वर कि आत्मा की अगुवाई से बोलू हैं, उ नी कह हैं कि यीसु मजबूत हैं; अऊर नी कोई सुध्द आत्मा का बिना कह सक हैं कि यीसु प्रभु हैं। \p \v 4 वरदान ते ढ़ेर सारा ते हैं, पर आत्मा ते एक ही हैं; \v 5 अऊर सेवा भी कई तरीका हैं, पर प्रभु एक ही हैं; \v 6 अऊर सक्तिसाली काम भी कई तरीका का हैं, पर परमेस्वर एक ही हैं, जो सब म हर तरीका का प्रभाव भयो करिये हैं। \v 7 लेकिन सब का फायदा पहुँचान का लाने हर एक ख आत्मा ख उजाला दियो जाए हैं। \v 8 काहेकि एक आत्मा का दुवारा समझ कि बात हुन दी जाए हैं, अऊर दुसरा ख ओकी आत्मा का जसो समझदार कि बात करिये हैं। \v 9 कोई ख उही आत्मा से भरोसा, अऊर कोई ख ओ ही एक आत्मा से चोक्खो करन को वरदान दियो जाहे हैं। \v 10 फिर कोई ओकी ख सक्ति को काम करन की ताकत, अऊर कोई ख भविस्यव्दाणी की, अऊर कुई ख आत्मा हुन की जाँच कोई ख हर एक तरीका को भासा, अऊर कोई ख भासा हुन को मतलब बतानू देवा हैं। \v 11 अदि यी सारी प्रभासाली काम हुन उ एक ही आत्मा करिये हैं, अऊर जे ख जो चाहे हैं उ बाट दे हैं। \s जीवन एक ही अंग हुन आय \p \v 12 काहेकि जे प्रकार सरीर ते एक आय अऊर ओखा अंग हुन ढ़ेर सारा हैं, अऊर ओखा एक अंग हुन का ढ़ेर सारा होनू हैं पर भी सब मिल ख एक ही सरीर आय, उही तरीका से मसी भी आय। \v 13 काहेकि हम सब न का यहूदी होख का यूनानी, का दास होन पर का आजादी, एक आय आत्मा को दुवारा एक‍ सरीर होख का लाने का बपतिस्मा लियो, अऊर हम सब ख एक ही आत्मा पिलायो गयो। \p \v 14 एकोलाने कि सरीर म एक ही जिन्दगी नी हैं पर ढ़ेर सारा अंग हुन हैं। \v 15 अदि पाव कय्हे, “मी हात नी आय, एकोलाने जा सरीर को नी आय,” ते का उ यी लाने सरीर को नी आय? \v 16 अऊर अदि कान कय्हे, “मी आँख को नी आय ते का उ यी कारन सरीर को नी आय?” \v 17 अदि सारा सरीर आँख ही होय हैं, ते उ कसो सुन सक हैं? अदि सारा सरीर कान ही होय हैं, ते उ कसो सूँघ सक हैं? \v 18 पर सही म परमेस्वर न अपनी मर्जी का जसो हर एक सरीर म जगह दियो हैं। \v 19 अदि सब का सब एक ही सरीर होए, ते सरीर कसो होय हैं? \v 20 पर सच म ढ़ेर सारा अंग होना, पर भी सरीर एक ही हैं? \p \v 21 आँखी हात से नी कहे सक हैं, “मोखा तोरी जरूरत नी हैं,” अऊर नी, माथा पाव हुन से कहे सक हैं, “मोखा तुमारी जरूरत नी हैं।” \v 22 अऊर सरीर ख वी अंग हुन जे दूसरा से कमजोर लग हैं, बेजा ही जरूरत हैं: \v 23 अऊर सरीर ख अनुसार सरीर हुन ख हम भीतर का लायक नी समझ हैं उन ही ख हम अधिकार भीतर दे हैं, अऊर हमारी सोभा हीन सरीर अऊर भी बेजा सारी सोभा यमान होय हैं। \v 24 फिर भी हमारो सोभा यमान अंग हुन ख ओकी जरूरत नी हैं। पर परमेस्वर न उन ख जादा आदर देते हुए सरीर ख एक जुट करियो। \v 25 यू एकोलाने हुयो कि सरीर म फूट पैदा नी होय, पर अंग हुन एक दूसरा कि चिन्ता करे। \v 26 एकोलाने अगर एक सरीर नाराज मिल हैं, ते सारो अंग ओखा संग नाराज मिल हैं; अऊर अदि एक अंग कि बड़ाई होय हैं, ते ओखा संग सब अंग खुसी माना हैं। \p \v 27 यी तरीका से तुम सब मिल ख मसी कि सरीर आय, अऊर अलग अलग ओखा सरीर होय; \v 28 अदि परमेस्वर न कलीसिया हुन म अलग अलग अदमी नियुक्‍त करियो हैं: पहले प्रेरित, दूसरो भविस्यवक्ता, तीसरो सिखान वालो, फिर सक्ति को काम करन वालो, फिर चोक्खो करन वाला, अऊर उपकार करन वाला, अऊर प्रबधन करन वाला, अऊर अलग अलग भासा बोलन वाला; \v 29 का सब प्रेरित हैं? का सब भविस्यवक्ता हैं? का सब उपदेसक हैं? का सब सक्ति को काम करन वालो हैं? \v 30 का सब ख चोक्खो करन को वरदान मिलो हैं? का सब अलग अलग तरीका की भासा बोलन वाला हैं? \v 31 का सब अनुवाद करा हैं? तुम बड़ो से बड़ो वरदान हुन कि धुन म रह। \p अऊर म तुम ख अऊर भी सबसे चोक्खो रस्ता बताऊँ हैं। \c 13 \s प्रेम को परिचाय \p \v 1 अदि मी अदमी हुन अऊर स्वर्गदूत हुन की जसो बोलू अऊर प्रेम नी रखूँ, ते मी ठनठनातो पीतल, अऊर झंझनाती हुई झाँझ हैं। \v 2 अदि अगर म भविस्यव्दाणी करूँ सकू, अऊर सारी बात हुन अऊर सारी तरह को समझ ख समझू, अऊर मोखा यहाँ तक पूरो भरोसा हैं कि म टेकड़ा हुन ख अलग दे, पर अदि प्रेम नी रखूँ, ते म कुछ भी नी हैं। \v 3 अदि म अपन पूरी सम्पत्ति दान कर दूँ। अऊर प्रसिध्द पान का लाने अपनो सरीर दे दे; कि यदि मो म प्रेम को अभाव हैं, ते ऐ से मोखा कुछ भी लाभ नी हैं। \p \v 4 प्रेम सान्त रह हैं; अऊर दयालु रह हैं; प्रेम डाह नी करिये हैं: प्रेम अपनी बड़ाई नी करिये हैं अर घमण्ड नी करिये हैं, \v 5 उ अनरीति नी चल्ये हैं, उ अपनी भलो नी चय्हे, हैं झुझलाता नी हैं, बुरो नी माना हैं। \v 6 अधर्म को काम हुन \f + \fr 13:6 \fr*\ft कुकरम\ft*\f*से खुसी नी होए हैं, पर सच्चो से खुसी होए हैं। \v 7 उ सारो बात हुन ढाँक लेवा हैं, सब बात हुन को भरोसा करा हैं, सब बात हुन को आसा रखा हैं, सब बात हुन म धीरज धरा हैं। \p \v 8 प्रेम कभी खत्म नी हैं; भविस्यव्दाणी हुन होए, ते खत्म हो जाहे। \v 9 काहेकि हमारो ग्यान अधूरो हैं, अर हमारो भविस्य वानी अधूरो हैं। \v 10 पर अब सर्वसिध्द आएँगो, ते अधूरो मिट जाऐगो। \p \v 11 जब म पोरिया हतो, ते मी पोरिया हुन को जसो बोलत हतो, पोरिया का जसो मन हतो, पोरिया हुन कि जसी ग्यान वान हतो; पर जब कय्हो रयो ते पोरिया हुन कि बात छोड़ दियो। \v 12 अभी हम न आईना म धँधुलो सो दिखाई दे हैं, अदि ओ ख बखत आमने सामने देखे हैं: यू बखत ग्यान अधूरो हैं, पर ओ ख बखत असो पूरो रिती रिवाज से चीन ले, जसो मी चीन लूँ हैं। \p \v 13 पर अब भरोसा\f + \fr 13:13 \fr*\ft विस्वास \ft*\f* से, आसा प्रेम यी तीन हन मजबूत हैं, पर इन म से सब से बड़ो प्रेम हैं। \c 14 \s भविस्यव्दाणी अऊर अलग-अलग तरीका भासा हुन \p \v 1 प्रेम ख अनुकरण कर, अऊर आत्मिक वरदान हुन की धुन म रह हैं, पर खास रूप से भविस्यवानी को वरदान कि अभिलासा करिये हैं। \v 2 काहेकि जो दूसरा भासा म बात करिये हैं; वी अदमी से नी पर परमेस्वर बात हुन कुई नी समझ हैं, काहेकि उ रहस्‍य बात आत्मा म हो ख कय्हो हैं। \v 3 अऊर जो भविस्य बताया करिये हैं, उ अदमी हुन को सुधार अऊर उपदेस अऊर सान्ति की बात कह हैं। \v 4 जो दूसरी भासा म बोल हैं, उ अपनी ही बढ़ोतरी करिये हैं; पर जो भविस्य बताया करिये हैं, उ कलीसिया हुन की बढ़ोतरी करिये हैं। \p \v 5 मी ते चाहूँ हैं कि तुम सब दूसरी भासा हुन म बात करो पर असो बेजा यी चाह हैं कि भविस्यव्दानी कर: काहेकि अदि दूसरी भासा हुन म बोलन वालो कलीसिया की सुधार करन लाने अनुवाद नी करे ते भविस्यव्दानी करन वालो ओसे बढ़ ख हैं। \v 6 एकोलाने अरे भई बहिन हुन, अदि मी तुमारो नजीक आँख दूसरी भासा हुन म बात करूँ, अऊर उजालो अर समझ अर भविस्यव्दानी अर उपदेस कि बात हुन तुम से नी कहे, ते मोखा से तुमारो क फयदा होय। \p \v 7 यी तरीका से अदि ओमा जान हो ते चीज हुन भी जे से आवाज निकल हैं, जसो बाँसुरी अर फिर बीन, अदि उनको आवाज म राज नी होय ते जो फूँको या फिर बजायो जाहे हैं, उ कसो पहिचानो जाहे? \v 8 अदि अऊर तुरही कि आवाज चोक्खी नी हैं, ते कोन लड़ाई का लाने तैयारी करे? \v 9 असो ही तुम भी अदि जीभ से भली-भली बात हुन नी कहे, ते जे कुछ कय्हो जाय हैं उ कसो समझो जाहे? तुम ते हवा से बात करन वालो ठहरे। \v 10 दुनिया म नी जाने कितना तरीका का सब्द हैं अर उन म एक भी बिना अर्थ नी हैं। \v 11 एकोलाने अदि म कुई भासा को अर्थ नी समझू, ते कय्हो वालो की देखन म दुसरो देस रह हैं अऊर कहन वालो मोरो देखना म दुसरो देस रय्हे। \v 12 एकोलाने तुम भी जब आत्मिक वरदान हुन की धुन म हैं, ते असो उपाय करे कि तुमारो वरदान हुन की सुधार से कलीसिया कि सुधार होय।\fig गाना बजान की चिज|alt="musical instruments" src="hk00188c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="14:7"\fig* \p \v 13 यी कारन जे दूसरी भासा कह, वालो उ प्रार्थना करिये कि ओको अनुवाद भी कर सक। \v 14 एकोलाने अदि मी दूसरी भासा म प्रर्थना करूँ हैं; ते मोरी आत्मा प्रार्थना करिये हैं पर मोरी दिमाक काम नी दे हैं। \v 15 ते का करनु चाय्हे? मी आत्मा से भी प्रार्थना करूँ हैं, अऊर समझ से भी प्रार्थना करूँ हैं: मी आत्मा से गाऊँ, अऊर समझ से भी गाऊँ हैं। \v 16 नी ते अदि तू आत्मा ही से धन्यवाद करुँ, हैं ते फिर नी अग्यानता तोरो धन्यवाद पर आमीन कसो कह हे। काहेकि उ ते नी मालूम कि तू का कह हैं? \v 17 तू ते चोक्खो तरह धन्यवाद कर हैं, पर दूसरो की आत्मिक बढ़ोतरी नी होय हैं। \p \v 18 परमेस्वर को धन्यवाद मोखा तुम सब से जादा दूसरी भासा हुन म बोलन को वरदान मिलो हैं। \v 19 पर कलीसिया म दूसरी भासा म दस हजार बात कह से यी मोखा अर भी चोक्खो मालूम पड़ हैं, कि दूसरो ख सिखान का लाने समझ से पाँच ही बात कहूँ। \p \v 20 अरे भई बहिन हुन सोच विचार म पोरिया नी बन। हाँ, बुराई का रिस्ता म पोरिया बनो रैय; पर सोच विचार समझ दार म सयानो बन। \v 21 अऊर नेम म लिखो हैं कि प्रभु कह हैं, \q1 “मी अपरिचित भासा हुन बोलन वाला ख व्दारा, \q2 अऊर परायो मुँह को दुवारा यू अदमी हुन से बात करुँ ते वी मोरी नी सुने।” \p \v 22 एकोलाने दुसरी भासा म अविस्वास हुन का लाने नी हैं, पर विस्वास नी कर हुन का लाने चिन्ह हैं; अर नी हैं, पर अविस्वास कर वालो हुन का लाने चिखान\f + \fr 14:22 \fr*\ft चिह्र\ft*\f* हैं। \p \v 23 ते अब कलीसिया एक जगह जमा होय हैं, अऊर सब का सब दूसरी भासा हुन बोल हैं, अऊर बाहर वालो ते नी कर वालो हुन या अविस्वासी अदमी भीतर आ जाहे ते का वी तुम ख पागल नी कहे? \v 24 अऊर अदि सब भविस्यव्दानी करन लग लगिया, अर कोई विस्वास नी कर वाला हुन अऊर बाहर वालो अदमी भीतर आ जाहे, ते सब ओ ख पाप करे दे अर परख ले हे; \v 25 अऊर ओकी मन की बात हुन प्रगट हो जाहे, अऊर झुका पाय पढे करे, अऊर मान ले कि सच म परमेस्वर तुमारो बीच म हैं। \s भक्ति म कायदा रहनु \p \v 26 एकोलाने अरे भई हुन, क करनु चाहिए अऊर बाई हुन क करनु चाहिए, जब तुम संगित अऊर इकट्ठा होय? ते कोई भजन सुनना हैं ते कोई सिखा वा हैं, ते कोई अपनो पर प्ररगट करियो हुयो सच बोल हैं, ते कोई दूसरी भासा म बोल हैं अऊर कोई ओकी अर्थ बताया हैं। अऊर यू सब आत्मिक सुधार को लाने होनो चाहिए। \v 27 अदि दूसरी भासा म कह हैं ते दो अऊर बेजा सारा हुन होय ते तीन अदमी एक-एक से बोले हैं, अऊर एक अदमी अनुवाद करिये हैं। \v 28 अऊर अदि अनुवाद करन वालो नी होय, ते दूसरी भासा बोलन वालो कलीसिया म चुप रह, अऊर अपनो मन से अऊर परमेस्वर से बोल हैं। \v 29 भविस्य बतान वाला हुन म से दो अऊर तीन बोले ख, अऊर बाकी अदमी हुन ओखा वचन ख परखे। \v 30 अदि अर बेठो हुयो अदमी हुन से कोई पर भी सच प्रगरट करियो जाय हैं ते पहलो वक्ता चुप चाप रहे। \v 31 काहेकि तुम सब एक एक कर ख भविस्यव्दानी कर सक हैं, काहेकि सब सीखे अर सब सान्ति पाहे। \v 32 अऊर भविस्यव्दक्ता हुन कि आत्मा भविस्यव्दक्त हुन ख बस म हैं। \v 33 काहेकि परमेस्वर गड़बड़ी को नी जान हैं। \p पर सान्ति को परमेस्वर हैं। जसो सुध्द अदमी को सब कलीसिया हुन म हैं। \v 34 बाई हुन कि कलीसिया म बैठक म चुप रय्हे, काहेकि उन ख बात करन की आदेस नी हैं, पर बस रह को कहना हैं, जसो नेम म लिखो भी हैं। \v 35 यदि वी कुछ सिखनो चाहे, ते घर हुन म अपनो अपनो अदमी हुन से पूछे, काहेकि पोरी का कलीसिया म बात हुन करना म लज्जा कि बात हैं। \p \v 36 का परमेस्वर ख वचन तुम म से निकलो हैं? अर केवल तुम ही अदमी हुन तक भेजनू हैं? \v 37 अदि कोई अदमी अपनो तुम ख भविस्यव्दक्ता अऊर आत्मिक जन समझ हैं, ते उ यू समझ ले कि जो बात हुन म तुम ख लिखो हूँ, हैं वी प्रभु की आदेस हैं। \v 38 अऊर अदि कोई यू माने, ते ओको नी माननू। \p \v 39 अब मोरा भई बहिन हुन, भविस्य वाणी करन की धुन म रह अर दूसरी भासा कहन से मान नी कर; \v 40 यदि सब बात हुन सालीनता अऊर व्यवस्थित रूप से की जाहे। \c 15 \s मसी ख दूसरी बार जिन्दो होनू \p \v 1 अरे मोरो भई बहिनो हुन, अब मी तुम ख लोग हुन ख उ सुसमाचार बताऊँ हैं, जे ख प्रचार मी ना तुमारो बीच करियो हतो, जेख तुम हुन माननो भी हतो अऊर जे म तुम मजबूत बना हता। \v 2 ओको ही दुवारा तुमारो उध्दार भी होय हैं, यदि उ सुसमाचार ख जे म तुम ख सुन्यो याद भी रख हैं, अऊर नी ते तुमारो विस्वास करनो बेकार हैं। \p \v 3 मी ना तुम लोग हुन ख सबसे पहलो उ विस्वास दियो हतो जे मोखा मिल्यो हुयो हतो, अर्थात सुध्द सास्र को जसो मसी हमारो पाप हुन का लाने मरे, \v 4 अऊर गाड़ो\f + \fr 15:4 \fr*\ft गाड़ा\ft*\f* गयो, अऊर सुध्द सास्र का जसो तीसरा दिन जिन्दो भी हुयो, \x + \xo 15:4 \xo*\xt होसे 6:2 \xt*\x* \v 5 यीसु कैफा ख अऊर बाद म बारा हुन म दिखाई दियो। \v 6 फिर उ पाँच सव से जादा भई ख एक संग दिखाई दियो, जीन म से बेजा सबसे जादा पूरा अब तक जीवित हैं पर कुछ मर भी गयो। \v 7 फिर उ याकूब ख दिखाई दियो तब सब झन प्रेरित हुन ख दिखाई दियो। \p \v 8 सब का बाद मोखा भी दिखाई दियो, जो मान लेनू अधूरा दिन को भेयो हैं। \v 9 काहेकि मी प्रेरित हुन म सब से छोटो हैं, प्रेरित कहन का लायक भी नी हूँ, काहेकि मी न परमेस्वर कि कलीसिया ख परेसान करियो हतो। \v 10 पर मी जो कुच भी कहूँ हैं, परमेस्वर को किरपा से हैं। ओको आसीर्वाद जो मोखा पर भयो हैं, उ बेकार नी हुयो हैं; पर मी न उन सबसे बढ़ ख मेहनत भी करियो: तेभी यू मोरी तरफ से नी हुयो पर परमेस्वर का आसीर्वाद से जो मो पर हतो। \v 11 एकोलाने चाहे मी हैं, चाहे वी होय हम यू प्रचार करू हैं, अऊर यी पर तुम न विस्वास भी करियो हैं। \s हमारो दूसरो बार जिन्दो होनू \p \v 12 एकोलाने जब कि मसी ख यी प्रचार कियो जाहे हैं कि उ मरो म से जिन्दो भयो, ते तुम म से कई असा कह हैं कि मरो को दूसरो बार जिन्दो होनू हैं ही नी? \v 13 अदि मरिया वाला हुन ख दूसरी बार जिन्दो होनू हैं नी, ते मसी भी जिन्दो\f + \fr 15:13 \fr*\ft जी\ft*\f* हुयो; \v 14 अदि अऊर मसी नी हैं जिन्दो होनू, ते हमारो प्रचार करनो भी बेकार हैं; अऊर तुमारो भरोसा भी बेकार हैं। \v 15 यानी कि हम परमेस्वर ख झूठो गवाह रह हैं; एकोलाने हम न परमेस्वर ख बारा म यू गवाही दी हैं कि ओ न मसी ख जिन्दो कियो, असो नी जिन्दो करियो अऊर अदि मरा हुयो हैं, ते मसी भी नी जिन्दो भयो हैं; \v 16 अऊर अदि मरिया हुन नी जिन्दो हुयो, ते मसी भी नी जिन्दो भयो; \v 17 अदि अगर मसी नी जिन्दो हुयो ते तुम लोग हुन विस्वास बेकार हैं, अऊर तुम अब तक अपनो पापी हुन म फँसा हुयो हैं। \v 18 इत्तो ही नी, जे लोग मसी म विस्वास करिये हैं हुयो मरियो हैं, उनको भी नास हुयो हैं। \v 19 अदि हम मसी पर हमारी आसा यू ही जिन्दगी तक ही आखरी हैं, ते हम सब अदमी हुन म सब से जादा अभागो हैं। \p \v 20 पर सही म मसी मरा हुन म से जिन्दो भयो हैं, अऊर जे मर गयो हैं ओ म उ पहलो फल भयो हैं। \v 21 काहेकि जब अदमी ख दुवारा मरन आयो हैं, ते अदमी ही ख दुवारा मरन हुयो ख दूसरी बार जिन्दो होनू भी आयो। \v 22 अऊर जसो आदम म सब मर हैं, असो ही मसी म सब जिन्दो कियो जाहे, \v 23 पर हर एक अपनी बाड़ी म से: पहलो फसल मसी का पास ला, फिर मसी को आवान पर ओको लोग। \v 24 एका बाद अन्त भयो। उ बखत उ सारी अधिकार, अर सारो हक, अर सक्ति को अन्त कर ख राज को परमेस्वर बाप का हात म दियो गयो।\x + \xo 15:24 \xo*\xt दानिय्येल 2:44 \xt*\x* \v 25 काहेकि जब तक उ अपनो दुसमन हुन क अपनो पाय हुन का नीच नी ले आऊ तब तक ओ ख राज करनु जरूरी हैं।\x + \xo 15:25 \xo*\xt भजन 110:1\xt*\x* \v 26 सब से खास दुसमन जे नास कियो जाएगो, उ मर हैं। \v 27 काहेकि “परमेस्वर न सब कुछ ओको पाय हुन नीच कर दियो हैं,” पर जब उ कह हैं कि सब कुछ ओखा कर दियो गयो हैं ते प्रत्यक्स हैं कि जे न सब कुछ ओको हक म कर दियो, उ तुम ही अलग रय्हो।\x + \xo 15:27 \xo*\xt भजन 8:6\xt*\x* \v 28 अर जब सब कुछ ओखा बस होए जाएगो, ते पोरिया तुम ही ओखा बस होए जाएगो, जे न सब कुछ ओखा बस म कर दियो, काहे कि सब म परमेस्वर ही सब कुछ हैं। \p \v 29 नी ते जे अदमी मर भेयो का लाने बपतिस्मा ले हैं वी का करेगों? अगर मुर्दे हुन जिन्दो भेयो हैं नी ते फिर काहे उन ख लाने बपतिस्मा ले हैं? \v 30 अर हम भी काहे हर बखत संकट म पड़ रय्हे हैं? \v 31 अरे मोरो भई बहिन हुन, मोखा ओ पर घमण्ड की कसम जो हमारो प्रभु मसी यीसु म मी तुमारो बारा म कर उ हैं कि मी हर दिन मर हैं। \v 32 अगर म अदमी की रीति रिवाज पर इफिसुस म जंगल का जानवर हुन से लडाई ते मोखा का फायदा भेयो? अगर मुर्दे हुन जिन्दो नी होए, “ते आगो, खाएँ-पीए काहेकि कल ते मरनू ही जाएगो।” \x + \xo 15:32 \xo*\xt यसायाह 22:13\xt*\x* \p \v 33 धोखा नी देनु, “बुरो संगति अच्छो व्यवहार ख बेकार कर दे हैं।” \v 34 नेक पान ख लाने जाग उठ अर पाप नी करे काहेकि कुछ असा हैं जे परमेस्वर ख नी जान मी तुम ख लज्जित करन ख लाने यी कहूँ हैं। \s दूसरो बार को सरीर (देह) \p \v 35 अब कुई यी कहेगो, “मर्दे हुन कुई तरीका से जिन्दो भेयो हैं, कोई अर सरीर ख संग आए हैं?” \v 36 अरे मोरो मुर्ख! जे कुछ तू बोय हैं, जब तक उ नी मरे जिलाव नी जाहे। \v 37 अर जे तू बोय हैं, यी उ सरीर नी जो पैदा होन वालो हैं, पर निरो दाना हैं, चाहे गहूँ ख चाहे कुई अर फसल ख। \v 38 पर परमेस्वर अपनी इच्छा ख अनुसार ओको सरीर अंग दे हैं, अर हर एक बीज ख ओकी खास सरीर।\x + \xo 15:38 \xo*\xt उत्पति 1:11\xt*\x* \p \v 39 सब जिन्दगी एक समान नी हैं: अदमी हुन ख सरीर अर हैं, जानवर हुन को सरीर अर हैं, पक्छी हुन को सरीर अर हैं: मच्छी हुन ख सरीर अर हैं। \p \v 40 स्वर्गिय सरीर हैं अर पार्थिव सरीर भी हैं। पर स्वर्गीय सरीर हुन ख तेज अर हैं, अर पार्थिव ख अर। \v 41 धूप का तेज अर हैं, चाँद को अर हैं, अर तारा हुन को तेज अर हैं, काहेकि एक तारा से दूसरा तारा को तेज म अन्तर हैं। \p \v 42 मुर्दा हुन को जिन्दो होनू भी असो ही हैं। सरीर नास वान दसा म बोय जाहे हैं अर अविनासी \v 43 उ लज्जित का संग बोय जाहे हैं, अर तेज का संग जिन्दो भयो हैं; दुखी का संग बोय जाए हैं, अर सामर्थ्य का संग जीवित भयो हैं। \v 44 स्वाभाविक सरीर बोई जाऐ हैं, अर आत्मिक सरीर जिन्दो भयो हैं: जबकि स्वाभाविक सरीर हैं, ते आत्मिक सरीर भी हैं। \v 45 असो ही लिखो भी हैं, कि “पहलो अदमी, यानी आदम जीवित प्रानी बनो” अर अनन्त\f + \fr 15:45 \fr*\ft आखरी\ft*\f* म आदम, जीवन दायक आत्मा बनो। \v 46 पर पहलो आत्मिक नी हतो स्वाभाविक हता, एकोबाद आत्मिक भेयो। \v 47 पहलो अदमी जमीन से यानी माट्टी को हतो; दूसरो अदमी स्वर्गीय आय।\x + \xo 15:47 \xo*\xt यूहन्ना 3:31\xt*\x* \v 48 जसो उ माट्टी को हतो, असो ही वी भी आय जो माट्टी को आय; अर जसो उ स्वर्गीय आय, असो ही वी भी हैं जो स्वर्गीय आय। \v 49 अर जसो हम न ओको रूप लियो जो माट्टी को हतो असो ही उ स्वर्गीय को रूप भी ले हैं।\x + \xo 15:49 \xo*\xt यूहन्ना 3:2\xt*\x* \p \v 50 अरे मोरो भई हुन, मी यी कहूँ हैं कि मांस अर खून परमेस्वर को राज अधिकारी नी होए सक, अर नी नासवान अविनासी को अधिकारी भेय सक हैं। \p \v 51 देख, मी तुम से गुप्त की बात कहूँ हैं: हम सब नी मरे, पर सब बदल जाहे, \v 52 अर यी क्छण भर म, पलक लगते ही आखरी तुरही फूँकते ही होए। काहेकि तुरही फूँकी जाहे अर मुर्दा हुन अविनासी मजबूरी म जिन्दो कियो जाहे, अर हम बदल जा हे। \v 53 काहेकि पक्को हैं कि यी नास वान सरीर अविनास ख पहिन ले, अर यी मरनहार जिन्दगी अमरता ख पहिन ले। \v 54 अर तब यी नासवान अविनास ख पहिन ले, अर यी मरनहार अमरता ख पहिन ले, तब उ वचन जो लिखो हैं पूरो होए जाहे: “जय ते मर ख निगल लियो हैं।” \x + \xo 15:54 \xo*\xt यसायाह 25:8 \xt*\x* \q1 \v 55 अरे मर ख, \q1 तेरी जय कहाँ रय्ही? हे म?\x + \xo 15:55 \xo*\xt यसायाह 13:14 \xt*\x* \p \v 56 मर ख डंक पाप हैं, अर पाप ख सक्ति नेम हैं। \v 57 पर परमेस्वर को धन्यवाद होए, जो हमारो प्रभु यीसु मसी ख व्दारा हम ख जयवन्त करिये हैं। \p \v 58 एकोलाने अरे मोरो प्यारो भई हुन, मजबूत अर बढ़ते जाहे, काहेकि यी जान हैं कि तुमारो महेनत प्रभु म बेकार नी हैं। \x + \xo 15:58 \xo*\xt गलातियो 6:9\xt*\x* \c 16 \s सेवा करन को लाने दान \p \v 1 अब ओ ख दान का बारा म जे सुध्द अदमी हुन का लाने करो जाहे हैं, जसो कहनो मी न गलातिया कि कलीसिया हुन ख दियो हैं, असो ही तुम भी कर। \v 2 हफ्ता को पहलो दिन तुम म से हर एक अपनो संम्पति का अनुसार कुछ अपनो नजदीक रख छोड़ो रख कि मोरो आन पर चन्दा नी करनु पड़े। \v 3 अर जब मी आँऊ, ते जे ख तुम परख करे उन ख मी चिठ्टी हुन देख ख भेज दे हैं कि तुमारो दान यरूसलेम पहुँचा दे। \v 4 अगर मोरो भी जानो अच्छो भयो, ते वी मोरो संग जाहे। \s पोलुस कि रस्ता को योजना \p \v 5 मी मकिदुनिया हो ख तुमारो नजदीक आयो हैं, काहेकि मोखा मकिदुनिया हो ख जानो\f + \fr 16:5 \fr*\ft जाना \ft*\f* ही हैं। \v 6 पंरतु सम्भव हैं कि तुमारो यहाँ, पर ही रूक जाऊ अर सर्दी कि बखत तुमारो यहाँ रह हूँ: तब जे ख तरफ मोरो जानो हैं उ तरफ तुम मोखा पहुँचा दे जो। \v 7 काहेकि मी अब रस्ता म तुम से मिलनु नी चाहूँ हैं; पर मोखा आसा हैं कि अगर प्रभु चाहे ते कुछ बखततक तुमारो संग रहू। \p \v 8 अऊर मी पिन्तेकुस्त तक इफिसुस नगर म रहे, \v 9 काहेकि मोरो लाने वहाँ एक बड़ो अर काम म आवान वालो दरवाजा खुलो हैं, अर दुसमन ढ़ेर सारो हैं। \p \v 10 अऊर तीमुथियुस आय जाहे, ते देख जे कि उ तुमारो यहाँ बे धड़क रहगो, काहेकि उ मोरो जसो प्रभु ख काम करूँ हैं। \v 11 एकोलाने कोई ओ ख बेकार नी जाने, अर ओ ख सान्ति से यी तरफ पहुँचा दे जे कि मोरो पास आ जाहे; काहेकि मी ओकी रस्ता देख रय्हो हैं कि उ भई हुन का संग आएँगो। \p \v 12 भई अपुल्लोस से मी न ढ़ेर सारी विनती करी हती तुमारो\f + \fr 16:12 \fr*\ft तुम्हारे \ft*\f* पास भई हुन ख संग जाएगो; अर ओ न यी बखत जानो कि कुछ भी इच्छा नी करी, अर अब मऊका मिले तब आ जाहे। \s आखरी हुकुम अऊर अभिवादन \p \v 13 तुम लोग जागते रह, विस्वास म बनो रह, उ जगह ख पा हे, ताकत वार हो जा।\x + \xo 16:13 \xo*\xt इफिसीयो 6:10; 2 कुरिन्थियो 1:1 \xt*\x* \v 14 जे कुछ कर हैं, प्रेम से कर। \p \v 15 अरे मोरो भई बहिन हुन, तुम स्तिफनास को घराना ख जान हैं कि वी अखया को पहलो फल आय, अऊर सुध्द अदमी कि सेवा का लाने तैयार रह हैं। \v 16 एकोलाने मी तुम से प्रर्थाना करू हैं कि असो ख बस म रख, यानी कि हर एक ख जे यी काम म मेहनती अर संग काम करन वालो हैं। \p \v 17 मी स्तिफनास अर फूरतूनातुस अऊर अखइकुस ख आना से खुसी हैं, काहेकि तुमारो कमी ख पूरी करी हैं। \v 18 उनना मोरी अर तुमारो आत्मा ख सान्ति दियो हैं, एकोलाने असो ख मान। \p \v 19 आसिया की कलीसिया हुन ख तरफ तुम ख हात जोड़ू हैं; अक्विला अर प्रिस्का ख अर उनको घर की कलीसिया ख भी तुम ख प्रभु म ढ़ेर-सारो नमस्कार! \v 20 सब भई हुन तुम ख नमस्कार: \p सुध्द चमा लेन से आपस म नमस्कार कर, \p \v 21 मी खुद पोलुस को अपनो हात लिखो भयो हैं नमस्कार, \p \v 22 अदि कोई प्रभु से प्रेम नी रखे ते उ नास होव। अर कोई प्रभु से प्रेम नी रखे ते उ सापित होए। अरे हमारो प्रभु, आ। \p \v 23 प्रभु यीसु ख किरपा तुम पर होते रहे। \p \v 24 यीसु मसी म मोरो प्रेम तुम सब ख संग रहे।