\id ZEP - Biblica® Open Hindi Contemporary Version (Updated 2021) \ide UTF-8 \h जेफ़नयाह \toc1 जेफ़नयाह \toc2 जेफ़नयाह \toc3 जेफ़ \mt1 जेफ़नयाह \c 1 \p \v 1 याहवेह का यह वचन यहूदिया के राजा अमोन के पुत्र योशियाह के शासनकाल में कूशी के पुत्र ज़ेफनियाह के पास आया; जेफ़नयाह कूशी का, कूशी गेदालियाह का, गेदालियाह अमरियाह का तथा अमरियाह हिज़किय्याह का पुत्र था: \b \s1 याहवेह के दिन में सारी पृथ्वी पर न्याय \q1 \v 2 “मैं पृथ्वी से \q2 सारी चीज़ों को मिटा दूंगा,” \q2 याहवेह की यह घोषणा है. \q1 \v 3 “मैं मनुष्य तथा पशु दोनों को नष्ट कर दूंगा; \q2 मैं आकाश के पक्षियों \q2 और समुद्र की मछलियों को नष्ट कर दूंगा; \q2 और मूर्तियों को नष्ट कर दूंगा, जो दुष्ट जन के गिरने का कारण बनती हैं.” \b \q1 “जब मैं पृथ्वी से सब \q2 मनुष्यों को मिटा दूंगा,” \q2 याहवेह की यह घोषणा है, \q1 \v 4 “मैं यहूदिया के विरुद्ध \q2 और येरूशलेम के सब निवासियों के विरुद्ध अपना हाथ बढ़ाऊंगा. \q1 मैं इस स्थान से बाल देवता की उपासना करनेवाले हर बचे हुए को, \q2 और मूर्ति पूजा करनेवाले पुरोहितों के नाम तक को मिटा दूंगा. \q1 \v 5 मैं उन्हें भी मिटा दूंगा, \q2 जो अपनी छतों पर झुककर आकाश के तारों की उपासना करते हैं, \q1 जो झुककर याहवेह की कसम खाते हैं \q2 और जो देवता मलकाम की भी कसम खाते हैं, \q1 \v 6 उन्हें भी, जो याहवेह के पीछे चलना छोड़ दिये हैं \q2 और न तो याहवेह की खोज करते हैं और न ही उसकी इच्छा जानने की कोशिश करते हैं.” \b \q1 \v 7 परम याहवेह के सामने चुप रहो, \q2 क्योंकि याहवेह का दिन निकट है. \q1 याहवेह ने एक बलिदान तैयार किया है; \q2 उन्होंने उनको पवित्र कार्य के लिये अलग रखा है, जिन्हें उन्होंने आमंत्रित किया है. \b \q1 \v 8 “याहवेह के ठहराए बलिदान चढ़ाने के दिन \q2 मैं कर्मचारियों और राजकुमारों को \q2 और उन सभी को दंड दूंगा, \q1 जो विदेशी कपड़े \q2 पहनते हैं. \q1 \v 9 उस दिन मैं उन सभी को दंड दूंगा \q2 जो मंदिर के फाटक पर पैर रखने से बचते हैं,\f + \fr 1:9 \+xt 1 शमु 5:5\+xt*\fr*\f* \q1 जो अपने देवताओं के मंदिर को \q2 हिंसा और छल से भर देते हैं. \b \q1 \v 10 “उस दिन” \q2 याहवेह घोषणा करते हैं, \q1 “मछली-द्वार से रोने की आवाज, \q2 नगर के नए बसे स्थान से विलाप का स्वर, \q2 और पहाड़ियों से बड़े धमाके की आवाज सुनाई देगी. \q1 \v 11 तुम जो बाजारवाले जिला में रहते हो, विलाप करो; \q2 क्योंकि तुम्हारे सारे व्यापारियों को, \q2 और चांदी का सब व्यवसाय करनेवालों को नष्ट कर दिया जाएगा. \q1 \v 12 उस समय मैं दीपक लेकर येरूशलेम में खोजूंगा \q2 और उन्हें दंड दूंगा, जो आत्म-संतुष्ट हैं, \q2 जो तलछट में छोड़े गये दाखरस के मैल के समान हैं, \q1 जो यह सोचते हैं, ‘याहवेह कुछ भी नहीं करेंगे, \q2 न भला करेंगे और न ही बुरा.’ \q1 \v 13 उनका धन लूट लिया जाएगा, \q2 और उनके घर ढह जाएंगे. \q1 यद्यपि वे घर बनाते हैं, \q2 किंतु वे उनमें नहीं रह सकेंगे; \q1 यद्यपि वे अंगूर की बारी तो लगाएंगे, \q2 किंतु वे उससे बना दाखमधु नहीं पी सकेंगे.” \b \q1 \v 14 याहवेह का भयानक दिन निकट है— \q2 यह निकट है और जल्दी आ रहा है. \q1 याहवेह के दिन का रोना भयानक है; \q2 बड़ा योद्धा भी दुःख के कारण फूट-फूटकर क्रंदन करता है. \q1 \v 15 वह कोप का दिन होगा, \q2 संकट और पीड़ा का दिन, \q3 परेशानी और विनाश का दिन, \q2 अंधकार और गम का दिन, \q3 घनघोर घटा और अंधकार का दिन, \q2 \v 16 गढ़वाले शहरों के विरुद्ध \q1 और कोनेवाले प्रहरी-मीनारों के विरुद्ध \q2 वह तुरही फूंकने और युद्ध के ललकार का दिन होगा. \b \q1 \v 17 “मैं संपूर्ण मानव जाति पर ऐसी विपत्ति लाऊंगा, \q2 कि वे ऐसे टटोलेंगे, जैसे अंधे व्यक्ति टटोलते हैं, \q2 क्योंकि उन्होंने याहवेह के विरुद्ध पाप किया है. \q1 उनका खून धूल के समान \q2 और उनकी अंतड़ी गोबर के समान फेंक दी जाएगी. \q1 \v 18 याहवेह के कोप के दिन, \q2 न तो उनकी चांदी \q2 और न ही उनका सोना उनको बचा पाएगा.” \b \q1 उसके जलन की आग में \q2 सारी पृथ्वी भस्म हो जाएगी, \q1 क्योंकि वह उन सबका अचानक अंत कर देगा \q2 जो पृथ्वी पर रहते हैं. \c 2 \s1 जाति-जाति के लोगों के साथ यहूदाह और येरूशलेम का न्याय \s2 यहूदाह को पश्चात्ताप करने के लिये आदेश \q1 \v 1 हे निर्लज्ज जाति के लोगों, \q2 इकट्‍ठे हो, अपने आपको इकट्ठा करो, \q1 \v 2 इसके पहले कि परमेश्वर की आज्ञा प्रभावी हो \q2 और हवा के द्वारा उड़ाए जानेवाली भूसी के समान वह दिन निकल जाए, \q1 इसके पहले कि याहवेह का भयंकर क्रोध \q2 तुम पर भड़के, \q1 इसके पहले कि याहवेह के कोप का दिन \q2 तुम पर आ जाए. \q1 \v 3 तुम सब, जो इस देश के नम्र लोग हो, \q2 जो याहवेह की आज्ञा को मानते हो, याहवेह के खोज में रहो. \q1 धर्मीपन के खोज में रहो, नम्र बनो; \q2 शायद तुम्हें याहवेह के क्रोध के दिन में \q2 शरण मिल जाए. \s2 फिलिस्तिया \q1 \v 4 अज्जाह\f + \fr 2:4 \fr*\fq अज्जाह \fq*\ft या \ft*\fqa गाज़ा\fqa*\f* को पूरी तरह त्याग दिया जाएगा \q2 और अश्कलोन तबाह हो जाएगा. \q1 दिन-दोपहरी को अशदोदवासी निकाल दिये जाएंगे \q2 और एक्रोन नगर को मिटा दिया जाएगा. \q1 \v 5 हे समुद्रतट पर रहनेवालो, तुम पर हाय, \q2 हे केरेथियों द्वीप के लोगों, तुम पर हाय; \q1 हे फिलिस्तीनियों के देश, कनान, \q2 याहवेह का वचन तुम्हारे विरुद्ध है. \q1 वह कहता है, “मैं तुम्हें नाश कर दूंगा, \q2 कोई भी न बचेगा.” \q1 \v 6 समुद्र के किनारे की भूमि चरागाह होगी, \q2 जहां चरवाहों के लिए कुएं \q2 और पशुओं के लिये बाड़े होंगे. \q1 \v 7 वह देश यहूदाह के बचे लोगों \q2 का देश होगा; \q2 वहां उन्हें आहार मिलेगा. \q1 संध्या के समय, वे लोग \q2 अश्कलोन के घरों में आराम के लिये लेटेंगे. \q1 क्योंकि याहवेह उनका परमेश्वर उनकी सुधि लेंगे; \q2 वे उनकी समृद्धि को लौटा लाएंगे. \s2 मोआब और अम्मोन \q1 \v 8 “मैंने मोआब के द्वारा कही गई अपमान की बातों \q2 और अम्मोनियों के द्वारा कही गई निंदा की बातों को सुना है, \q1 वे मेरे लोगों की बेइज्जती करते \q2 और उनके देश को छीन लेने की धमकी देते हैं. \q1 \v 9 इसलिये, मेरे जीवन की शपथ,” \q2 सर्वशक्तिमान याहवेह, \q2 इस्राएल के परमेश्वर की घोषणा है, \q1 “यह निश्चित है कि मोआब सोदोम के समान \q2 और अम्मोनी अमोराह के समान हो जाएंगे— \q1 ये घास-पात और नमक के गड्ढों की जगह हो जाएंगे, \q2 और हमेशा के लिये उजड़ जाएंगे. \q1 मेरे लोगों में से बचे हुए लोग उन्हें लूट लेंगे; \q2 और मेरी जाति के जीवित बचे लोग उनके देश पर अधिकार कर लेंगे.” \b \q1 \v 10 उनका घमंड करने और सर्वशक्तिमान याहवेह के लोगों का \q2 अपमान करने और हंसी उड़ाने का \q2 उनको यह प्रतिफल मिलेगा. \q1 \v 11 याहवेह का भय उनमें समाएगा, \q2 जब वह पृथ्वी के सब देवताओं को नाश कर देंगे. \q1 दूर-दूर के जाति-जाति के सब लोग अपने-अपने देश में \q2 याहवेह को झुककर दंडवत करेंगे. \s2 कूश \q1 \v 12 “हे कूश देश निवासियो, तुम भी \q2 मेरी तलवार से मारे जाओगे.” \s2 अश्शूर \q1 \v 13 याहवेह उत्तर दिशा के विरुद्ध अपना हाथ बढ़ाएंगे \q2 और अश्शूर को नाश कर देंगे, \q1 और नीनवेह को पूरी तरह उजाड़ \q2 और मरुभूमि की तरह सूखा छोड़ देंगे. \q1 \v 14 पशु और पक्षी के झुंड \q2 और सब प्रकार के जीव-जन्तु वहां आराम करेंगे. \q1 उसके खंभों पर मरुस्थल उल्लू \q2 और चीखनेवाला उल्लू बसेरा करेंगे. \q1 खिड़कियों में से उन उल्लुओं की आवाज सुनाई देगी, \q2 पत्थर के टुकड़ों से रास्ता भर जाएगा, \q2 देवदार लकड़ी के बल्लों को खुला छोड़ दिया जाएगा. \q1 \v 15 यह उस चहल-पहल वाले शहर की स्थिति है \q2 जो कभी सुरक्षित हुआ करती थी. \q1 वह अपने आपसे कहती थी, \q2 “मैं ही हूं! और मुझे छोड़ कोई दूसरा नहीं है.” \q1 वह खंडहर मात्र रह गई है, \q2 वन-पशुओं का एक मांद! \q1 जो कोई इसके पास से गुज़रता है, \q2 वह इसकी खिल्ली उड़ाता और अपना मुक्का तानता है. \c 3 \s2 येरूशलेम \q1 \v 1 उस शहर पर हाय, जो दुःख देनेवाला \q2 विद्रोही और गंदा है! \q1 \v 2 वह न तो किसी की बात को मानता है. \q2 और न ही किसी के सुझाव को स्वीकार करता है. \q1 वह याहवेह पर भरोसा नहीं करता, \q2 वह अपने परमेश्वर के पास नहीं जाता. \q1 \v 3 उसके अधिकारी उसमें \q2 गरजनेवाले सिंह; \q1 और उसके शासक संध्या के समय शिकार करनेवाले भेड़ियों के जैसे हैं, \q2 जो सुबह तक के लिये कुछ नहीं बचाते. \q1 \v 4 उसके भविष्यवक्ता अनैतिक हैं; \q2 वे विश्वासघाती लोग हैं. \q1 उसके पुरोहित पवित्र स्थान को अपवित्र करते हैं; \q2 और वे कानून को तोड़ते हैं. \q1 \v 5 याहवेह उसके बीच धर्मी हैं; \q2 वे कोई गलत काम नहीं करते. \q1 वे हर दिन प्रातः अपना न्याय प्रगट करते हैं, \q2 और किसी भी दिन वे असफल नहीं होते हैं, \q2 फिर भी अधर्मी लज्जित नहीं होते. \s2 येरूशलेम के लोग हठी बने रहते हैं \q1 \v 6 “मैंने जाति-जाति के लोगों को नाश किया है; \q2 उनके गढ़ ढहा दिये गये हैं. \q1 मैंने उनकी गलियों को विरान छोड़ दिया है, \q2 और उन गलियों से होकर कोई भी नहीं जाता. \q1 उनके शहर उजड़ गये हैं; \q2 वे त्याग दिये गये और खाली हैं. \q1 \v 7 येरूशलेम के बारे में मेरा विचार था, \q2 ‘निश्चय ही तुम मेरा भय मानोगे \q2 और मेरा सुझाव स्वीकार करोगे!’ \q1 तब उसके शरण स्थल न तो नाश किए जाते, \q2 और न ही मेरा कोई दंड उनके ऊपर आता. \q1 किंतु वे अपने सब कामों में \q2 और भी उत्सुकता से बुरे काम करने लगे. \q1 \v 8 इसलिये याहवेह की यह घोषणा है, \q2 मेरे लिये उस दिन का इंतजार करो, \q2 जब मैं गवाही देने के लिये खड़ा होऊंगा. \q1 मैंने निश्चय किया है कि मैं जाति-जाति के लोगों, \q2 और राज्य-राज्य के लोगों को इकट्ठा करूंगा, \q1 ताकि मैं उन पर अपना कोप प्रगट कर सकूं— \q2 मेरा पूरा भयंकर क्रोध. \q1 मेरी ईर्ष्या के क्रोध की आग से \q2 सारा संसार जलकर नष्ट हो जाएगा. \s1 इस्राएल के बचे भाग का संभाला जाना \q1 \v 9 “तब मैं लोगों के होंठों को शुद्ध करूंगा, \q2 कि वे सब याहवेह को पुकारें \q2 और कंधे से कंधा मिलाकर उनकी सेवा करें. \q1 \v 10 कूश की नदियों के पार से \q2 मेरी आराधना करनेवाले, मेरे बिखरे लोग, \q2 मेरे लिये भेंटें लेकर आएंगे. \q1 \v 11 हे येरूशलेम, उस दिन, तुम्हें मेरे विरुद्ध किए गये \q2 बुरे कामों के लिये लज्जित नहीं किया जाएगा, \q1 क्योंकि मैं तुम्हारे बीच से \q2 तुम्हारे ढीठ अहंकारी लोगों को निकाल दूंगा. \q1 और तुम मेरे पवित्र पहाड़ी पर \q2 फिर कभी घमंड न करोगे. \q1 \v 12 पर मैं तुम्हारे बीच \q2 सिर्फ नम्र और दीन लोगों को रहने दूंगा. \q1 इस्राएल के बचे हुए लोग \q2 याहवेह के नाम पर भरोसा करेंगे. \q1 \v 13 इस्राएल के बचे हुए लोग कोई गलत काम नहीं करेंगे; \q2 वे झूठ नहीं बोलेंगे. \q1 उनके मुंह से \q2 कोई छल की बात नहीं निकलेगी. \q1 वे खाकर आराम करेंगे \q2 और कोई उन्हें नहीं डराएगा.” \b \q1 \v 14 हे बेटी ज़ियोन, गा; \q2 हे इस्राएल, जय जयकार कर! \q1 हे बेटी येरूशलेम! \q2 खुश रह और अपने पूरे हृदय से आनंद मना. \q1 \v 15 याहवेह ने तुम्हारे दंड को दूर कर दिया है, \q2 उन्होंने तुम्हारे शत्रुओं को हटा दिया है. \q1 याहवेह, इस्राएल के राजा तुम्हारे साथ हैं; \q2 अब तुम्हें कभी कोई हानि नहीं होगी. \q1 \v 16 उस दिन \q2 वे येरूशलेम से कहेंगे, \q1 “हे ज़ियोन, मत डर; \q2 तुम्हारे हाथ दुर्बल न होने पाएं. \q1 \v 17 याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हारे साथ हैं, \q2 वह पराक्रमी योद्धा है, जो तुम्हें बचाता है. \q1 तुम उनके आनंद का विषय होगे; \q2 अपने प्रेम में वह तुम्हें फिर कभी नहीं डांटेंगे, \q2 पर तुम्हारे कारण वे गीत गाकर आनंदित होंगे.” \b \q1 \v 18 “जो लोग तुम्हारे ठहराये पर्वों में सम्मिलित न हो पाने के कारण खेदित रहते हैं, \q2 मैं उन सबको तुम्हारे बीच से हटा दूंगा, \q2 जो तुम्हारे लिए एक बोझ और कलंक है. \q1 \v 19 उस समय मैं उन सबसे लेखा लूंगा \q2 जिन्होंने तुम्हें दुःख दिया है. \q1 मैं लंगड़े को बचाऊंगा; \q2 मैं निकाले गये लोगों को इकट्ठा करूंगा. \q1 मैं उन्हें हर उस देश में महिमा और आदर दूंगा \q2 जहां उन्हें लज्जित होना पड़ा है. \q1 \v 20 उस समय मैं तुम्हें इकट्ठा करूंगा. \q2 उस समय मैं तुम्हें घर ले आऊंगा. \q1 मैं सारी पृथ्वी के लोगों के बीच \q2 तुम्हें आदर और महिमा दूंगा \q1 जब मैं तुम्हें तुम्हारी आंखों के सामने \q2 तुम्हारे खुशहाल जीवन को लौटा लाऊंगा,” \q2 याहवेह का यह कहना है.