\id PHP - Gowlan \ide UTF-8 \h फिलीपियो \toc3 फिलीपियो \toc2 फिलीपियो \toc1 फिलीपियो खे नाम पौलुस प्रेरित कि चिठ्ठी \mt2 फिलीपियो खे नाम पौलुस प्रेरित कि चिठ्ठी \mt1 फिलीपियो का नाम पौलुस प्रेरित कि चिठ्ठी \imt पैछान \ip जेल से लिखी गइ, फिलिप्पिहोन मे कुछ सब से उत्साहजनक रस्ता हइ जहा उ मसीह, बारे मे अपनो उत्साह, बारे मे बात करस हइ, बीच मे ओकी खुशी, अरु मरन, सामने ओको आत्मविश्वास दिखास. फिलिप्पीहोन को लेखक कोन आय? लेखक खुद हइ पौलुस \xt 1:13\xt* को रुप मे पहचान देस हइ. हालाकी कविता 1 मे पौलुस, संग ती तीमुथियुस भी हइ उल्लेख करस हइ, पर उ फक्त बधाइ देनआला, रुप मे हइ. बाकी को भागहोन मे पौलुस पैयले व्यक्ति एक वचन को उपयोग करस हइ, साफ रुप से हिसारो देस हइ कि वा चिठ्ठी को लेखक आय. फिलिफ्पियहोन कब लिखी गयो हइ? पौलुस जेल मे हइ. सम्राट कि सेवक अरु ओको रक्षक ओका संग या ओकी मंडली को सदस्य हइ. उनको मरनो तय हइ. इन तथ्यहोन, देखस हुये हमखे यो तय करण को जरुरत हइ कि पौलुस खा जेल मे हइ खानी कि पौलुस तीन अलग-अलग शहरहोन जेल मे हइ. उ शहर कैसरिया, इफियुस अरु रोम ही आय. उपर दिया मेद्दा मे रोम सब, प्रशंसनीय स्पष्टीकरण दी रोस हइ असो दिखय देस हइ. या चिठ्ठी रोम मे ओका दो साल, मदत मे दियो गयो होनू. \xt प्रेरित 16 \xt* \ip फिलिप्पीहोन मे खानी लिखी गइ हइ? पौलुस ने कही करण से फिलिप्पीहोन, लिखी फिलिप्पीहोन, यो बताव लायो कि ओकी वर्तमान परेशानी खुशी, करणो हइ \xt 4:10-19 \xt*. एकता को आग्रह करणो लायो. मंडली, कतरा, बारे मे एक चेतावनी जारी करस, उनका यो सुचित करणो लिये कि इपफ्रुदीतुस अब अच्छी तरह से हइ , उनको समर्थन को लिये उनका धन्यवाद देन लिये. अरु बताव लायो ती तीमुथियुस, उनका बाहेर खान की उनकी इच्छा को वजह \xt 2:19-30 \xt*. \iot रुप रेखा \io1 1. उद्घाटन नमस्कार अरु धन्यवाद \ior 1:1-2\ior* \io1 2. पौलुस को रावास पौलुस अरु सुसमाचार को लिये संभावना \ior 1:3—2:30\ior* \io1 3. मंडली मे विनम्रता अरु एकता को लिये अपील \ior 3:1—4:9\ior* \io1 4. फिलिप्पी कि जत्राहोन भविष्य कि योझना \ior 4:10-23 \ior* \c 1 \p \v 1 मसीह यीशु को दास पौलुस अरु ती तीमुथियुस का तरफ से सब पवित्र दुन्या का नाम जो मसीह यीशु मे एक हुइ, फिलिप्पी मे र्हेस हइ, मुखियो अरु सेवकहोन समेत.\x + \xo 1:1 \xo*\xt प्रेरित 16:12\xt*\x* \fig फिलिप्पिस को शहर|alt="City of Philippi" src="hk00363c.tif" size="span" copy="Horace Knowles ©" ref="1:1"\fig* \p \v 2 हमारो बाप परमेश्वर अरु प्रभु यीशु मसीह का तरफ से तुमखे अनुग्रह अरु शांती मीलती र्‍हिये. \s पौलुस की प्रार्थना अरु धन्यवाद \p \v 3 मी जब जब तुमखे याद करुस हइ, तब तब अपना परमेश्वर को धन्यवाद करस हइ. \v 4 अरु जब कभी तुम सब का लिये प्रार्थना करुस हइ, ते सदा का साथ प्रार्थना करुस हइ. \v 5 येका लिये कि तुम पैयला दिन से लिखे आज तक सुसमाचार, फैलाना मे मरा हिस्सेदार र्‍हिया हइ. \v 6 मेखे या बात को भरोसो हइ कि जेने तुम मे अच्छोकाम सुरु कर्यो हइ,उ ओने यीशु मसीह का दिन तक पुरो कर्ये. \v 7 अच्छो हइ कि मी तुम सब का लिये असो हि बिचार कर्यू, क्युकि तुम मरा मन मे अयखे बस्यो हइ, अरु मरी बन्धन मे अरु सुसमाचार का लिये उत्तर अरु प्रमाण देना मे तुम सब मरा सात अनुग्रह मे सातीदार हुये. \v 8 येमे परमेश्वर मरो गवा हइ कि मी मसीह यीशु कि करुना प्रेम से करीखे तुम सब की लालसा करुस हइ. \p \v 9 मी या प्रार्थना करुस हइ कि तुम्हारो प्रेम ज्ञान अरु सब प्रकार खे विवेक सहित अरु भी बडतो जाए, \v 10 ह्या तक कि तुम अच्छा से अच्छा बातहोन खे प्रिय जाननु कि अरु मसीह को दिन तक समज्हे सच्चा बन्या र्हेनु अरु ठोकर नी खानू. \v 11 अरु उ धार्मीकता को फल से जे यीशु मसीह, वजेसे होस हइ, भरपुर होता जानु जेका से परमेश्वर की महिमा अरु स्तुती होती र्‍हिये. \s मसीह हि जिवन \p \v 12 हे मसीह भैइ, मी चाउस हइ कि तुम यो जानी ले कि मरा पर जे बीत्यो हइ, ओकासे सुसमाचार ही की बढती हुइ हइ. \v 13 ह्या तक कि कैसर का राजभवन कि पुरी पलटन अरु बाकी सब दुन्याहोन मे यो प्रगट हुइ गया हइ कि मी मसीह, लिये बन्धन हइ.\x + \xo 1:13 \xo*\xt प्रेरित 28:30\xt*\x* \v 14 अरु प्रभु मे जे मसीह भैइ हइ, उन मे से जादा मरा कैद होनाकरण, हिम्मत बांधी खे परमेश्वर को वचन बेधडक सुनान को अरु भी हिम्मत करुस हइ. \v 15 कुछ जलन अरु झगडा से मसीह को प्रचार करस हइ अरु कुछ भली इच्छा से. \v 16 कोय एक ते या जानी, कि मी सुसमाचार का लिये जवाब देन को ठैरायो गयो हइ, प्रेम से प्रचार करस हइ. \v 17 अरु कोय एक ते सीधा से नी पर विरोध से मसीह की कथा सुनास हइ, यो सोची खे कि मरी बन्धन खे मरा लिये दुख पइदा करणु. \p \v 18 ते का हुयो? फक्त यो कि हर प्रकार से, चाउ बहानो से चाउ सच्ची से मसीह की कथा सुनाइ जास हइ अरु मी येमे से खुश हइ अरु, खुश र्‍हियु भी. \s जिंदो र्‍हेनु मसीह हइ \p \v 19 क्युकि मी जानुस हइ कि तुम्हारी प्रार्थना बिंनती का द्वारा, अरु यीशु मसीह की आत्मा को दान का द्वारा येको प्रतीफल मरो उध्दार हुये. \v 20 मी तो यो लालुच अरु आस रखस हइ कि मी कोय बात मे लज्जित नी हुयु, पर जसो मरा मजबुत हिम्मत का वजेसे मसीह की बड्यी मरा आंग का द्वारा सदा होती र्र्‍हिये हइ वसी ही अब भी हुये, चाउ मी जिंदो र्‍हियु या मरी जाउ. \v 21 क्युकि मरा लिये जिन्दो र्‍हेनु मसीह हइ, अरु मरी जानु लाभदायक हइ. \v 22 पर अगर आंग मे जिन्दो र्‍हेनु ही मरो काम का लिये लाभदायक हइ ते मी नी जानु कि कोखे चुनू. \v 23 क्युकि मी दो, बीच आधा मे लटक्यो हइ. जी तो चास हइ कि कुच करी खे मसीह का पास जैइ खे र्‍हियु, क्युकि यो भोत ही अच्छो हइ. \v 24 पन आंग मे र्‍हेनु तुम्हारा करण अरु जरुरी हइ. \v 25 येका लिये कि मेखे येको भरोसो हइ आखरी मी जानुस हइ कि मी जिंदो र्‍हेनु, क्युकी तुम सब का साथ र्‍हेनु जेकासे तुम विश्वास मे मजबुत होते जानु अरु ओका मे खुश र्‍हेनु. \v 26 अरु घमण्ड तुम मरा बारे मे करस हइ, उ मरा फिर तुम्हारा पास आना से मसीह यीशु मे अरु भी बडी जाए. \p \v 27 फक्त इत्तो करणु कि तुम्हरो चाल-चलन मसीह का मन से सुसमाचार को योग्य हुये कि चाउ मी अय खे तुमखे देख्यु, चाउ न भी आयु, तुम्हारा बारे मे योय सुन्यो कि तुम एक आत्मा मे स्थिर हुये खे अरु एक चित्त हुइ, सुसमाचार को विश्वास का लिये मेहनत करता र्‍हेस हइ. \v 28 अरु कोय बात मे विरोधिहोन से डर नी खाये. यो उनका लिये अविनाश को स्पष्ट नीशानी हइ, पन तुम्हारा लिये उध्दार को अरु यो परमेश्वर का तरफ से हइ. \v 29 क्युकि मसीह करण तुम पर यो अनुग्रह हुयो कि न फक्त ओ पर विश्वास करणु पर ओका लिये दुख भी उठानु. \v 30 अरु तुमखे ओसो ही करणो हइ, जसो तुम ने मेखे करते देख्यो हइ अरु अब भी सुनस हइ कि मी ओसो हि करुस हइ.\x + \xo 1:30 \xo*\xt प्रेरित 16:19-40\xt*\x* \c 2 \s मसीहा की दीनता अरु महानता \p \v 1 आखरी अगर मसीह मे कुछ शांती, अरु प्रेम से सांत्वन अरु आत्मा को हिस्सेदार, अरु कुछ करुणा अरु दया हइ. \v 2 ते मरी या खुशी पूरी करणू कि एक मन र्हेनु, अरु एक ही प्रेम एक ही चित्त, अरु एक ही मन सा रखनु. \v 3 स्वार्थी या झुठी बडइ का लिये कुछ नी करणू, पर दीनता से एक दूसरा खे अपना से अच्छो समझनु, \v 4 हर एक अपना ही हितका नी, क्युकी दूसराहोन का हित की भी चिन्ता करणू. \v 5 जसो मसीह यीशु को स्वभाव थो वसो ही तुम्हरो भी स्वभाव होनु. \q1 \v 6 ओका पास हमेशा परमेश्वर को रुप थो, जो अपना रुप मे यद्पी परमेश्वर को स्वरुप थो, \q2 ओका समान र्‍हेनु लाभ हइ लौलिन असो ओने मान्यो नी. \q1 \v 7 क्युकी अपना आपखे असो शून्य करी दियो, \q2 अरु सेवक को स्वरुप धारन कर्यो. \q1 \v 8 अरु इन्सान का रुप मे प्रगट हुइ, अपना आप खे दीन कर्यो, \q2 अरु ह्या तक आज्ञाकारी र्‍हियु कि क्रुस कि मृत्यु भी सइ लियो. \q1 \v 9 यो करण परमेश्वर ने ओका उचो से उची जगा पर से उठायो, \q2 अरु ओखे उ नाम दियो जो सब नाम होन मे उचो हइ. \q1 \v 10 कि जे स्वर्ग मे अरु पृथ्वी पर अरु पृथ्वी का नीचे हइ, \q2 वे सब यीशु मसीह का नाम पर घुटना टेकै. \q1 \v 11 अरु परमेश्वर बाप कि महिमा, \q2 लिये हर एक जीभ अंगीकार कार करी ले कि यीशु मसीह ही प्रभु हइ. \s जगत मे ज्योति, समान चमकनु \p \v 12 येका लिये हे मरा प्रिय, जो प्रकार तुम सदा आज्ञा मानते आया हइ, ओसो ही अब भी नी फक्त मरा साथ र्हेता हुये पर विशेष करी खे अब मरा दूर र्‍हेना पर भी डरस अरु कापते हुये अपना अपना उध्दार को कार्य पुरो करता जानु. \v 13 क्युकि परमेश्वर ही हइ जेने अपनो प्रेम को काम खे पुरो करण का लिये बिचार डाल्यो हइ ओका जसो, बल भी देस हइ. \v 14 सब काम बिना कुरकुर अरु बिना झगडा को किर्या करणू. \v 15 ताकि तुम नीर्दोष अरु भोला हुइ, तेडा अरु हटेला इन्सानहोन का बीच परमेश्वर को नीष्कलंक सन्तान बन्या र्‍हेनू, जिनका बीच मे तुम जिवन को वचन लियो हुयो संसार मे जलतो दियाहोन का समान दिख्ये देस हइ. \v 16 कि मसीह का दिन मेखे घमण्ड करण को कारन हुये कि नी मरो दौडनु अरु नी मरी मेहनत करणू बेकार हुयो. \p \v 17 अगर मेखे तुम्हारो विश्वास रुपी बलिदान अरु सेवा का साथ अपना खुन भी बहानू पड्ये का तेभी मी खुश हइ अरु तुम सब का साथ खुशी करस हइ. \v 18 वसो ही तुम भी खुश होनु अरु मरा साथ खुशी करणु. \s ती तीमुथियुस अरु इपफ्रुदीतुस \p \v 19 मेखे प्रभु यीशु मसीह मे आस हइ कि मी तीमुथियुस खे तुम्हारा पास जल्दी भेजू, ताकि तुम्हारी दशा सुनी खे मेखे दिलासो मील्ये \v 20 क्युकि मरा पास असो प्रभाव का कोय नी जो शुध्द मन से तुम्हारी चिन्ता कर्हे. \v 21 क्युकि सब अपना स्वार्थी की खोज मे र्हेस हइ, नी कि यीशु मसीह कि. \v 22 पर ओखे तो तुम ने परख्यो अरु जानी भी लियो हइ कि जसो बेटा का साथ करस हइ, वसो ही ओने सुसमाचार खे फैलाना मे मरा साथ मेहनत कर्यो. \v 23 येका लिये मेखे आस हइ कि जोही मेखे जान लिये कि मरी का हालत हुये खे ते ही मी ओखे जल्दी भेजी दियु. \v 24 अरु मेखे प्रभु मे भरोसो हइ कि मी तुम भी जल्दी आह्यु. \p \v 25 पर मे ने इपफ्रुदीतुस खे जो मरो मसीह भैइ अरु सहकर्मी अरु संगी योध्दो अरु तुम्हारो जासुस अरु जरुरी बातहोन मे मरी सेवा टहल करणआला हइ, तुम्हारा पास भेझनो जरुरी समझ्यो. \v 26 क्युकि ओको मन तुम सब मे लग्यो हुयो थो, यो करण उ व्याकुल र्‍हेतो थो क्युकि तुम ने ओकी बीमारी को हाल सुन्यो थो. \v 27 नीश्चय ही उ बीमार ते हुइ गयो थो ह्या तक कि मरना पर थो, पन परमेश्वर ने ओ पर दया की, अरु फक्त ओ ही पर नी पर मरा पर भी कि मेखे शोक पर शोक नी हुये. \v 28 येका लिये मे ने ओखे भेजन को अरु भी कोशीस कर्यो कि तुम ओकासे फिर मेला कात करी, खुश हुइ जानू अरु मरो भी शोक घटी जाए. \v 29 येका लिये तुम प्रभु खे ओकासे भोत खुशी का सात मेला कात करणो, अरु असा को सम्मान किर्या करणू. \v 30 क्युकि उ मसीह काम का लिये अपनो जान पर तकलीप उठैखे मरन का पास अय गो थो ताकि जो कमी तुम्हारा तरफ से मरी सेवा मे हुइ ओखे पुरो कर्ये. \c 3 \s सच्ची धर्मीकता \p \v 1 येका लिये हे मरा भैइ प्रभु.मे खुश र्हेनु. उ हि बातहोन तुम बार बार लिखना मे मेखे ते कोय मैनत नी होय, अरु येमे तुम्हारी कुशलता हइ, \v 2 कुत्ताहोन से हुशार र्हेनु वे बुरा काम करणवाला से हुशार र्हेनु वे काट कुट करणवाला से हुशार र्हेनु \v 3 क्युकि खतनो करणआला ते हम भी हइ जो परमेश्वर कि आत्मा कि बड्यी से उपास करस हइ, अरु मसीह यीशु पर घमण्ड करस हइ अरु शरीर पर भरोसो नी रख्ये. \v 4 पर मी ते आंग पर भी भरोसो रखी सकुस हइ अगर कोय दुसरा को आंग पर भरोसो रखन को खयाल हुये खे ते मी ओकसे भी बडी खे रखी सकुस हइ. \v 5 आठवा दिन मरो खतनो हुयो,इस्राएल, बंस अरु बिन्यामीन का गोत को हइ. इब्रानीहोन को इब्रानी हइ. व्यवस्था का बारे मे अगर बोल्ये ते फरीसी हइ. \v 6 उत्साह का बारे मे अगर बोल्ये ते मंडली खे सतानआला. अरु व्यवस्था कि धार्मीकता, बारे मे अगर बोल्ये ते नीर्दोष थो. \v 7 पन जो जो बातहोन मरा लाभ की थी, उनने खे मेने मसीह करण नुकसान समझी लियो हइ. \v 8 क्युकी मी अपना प्रभु मसीहा यीशु खे पैछान खे उत्तमता को करण सब बातहोन को नुकसान समझस हइ.जेकरण मे ने सब चिजहोन खे नुकसान उठैइ, अरु उनका कुडो समझस हइ, जेकासे मी मसीह खे हासील कर्यु. \v 9 अरु ओने पायो जायु. नी कि अपना वा धार्मीकता का साथ का जो व्यवस्था से हइ क्युकी वा धार्मीकता का साथ जे मसीह पर विश्वास करण हइ अरु परमेश्वर का तरफ से विश्वास करणा पर मीलस हइ. \v 10 ताकि मी ओखे अरु उनखे कि सामर्थ्य खे अरु ओका साथ दुखहोन मे हिस्सेदार होना को मर्म खे जान्यु, अरु ओको पुनरुत्थान की समानता कि मील्हे कर्यु. \v 11 कि मी कोय भी रीति से मर्या हुयो मे से जी उठन का पद तक पहुच्यो. \s नीशाना का तरफ दौवडनु \p \v 12 यो मतलब नी कि मी परय चुक्यो हइ, यो सिध्द हुइ चुक्यो हइ, पर उ चीजखे पकडना का लिये भागीखे जय जास हइ. जेका लिये मसीह यीशु ने मेखे पकड्यो थो. \v 13 हे मसीह भैइ मरी भावना या नी कि मी पकडय चुक्यो हइ. पन फक्त यो एक काम करस हइ कि जे बातहोन पिच्छे र्र्‍ही गइ हइ उनका भुलि खे आगे कि बातहोन का तरफ बढतो हुयो. \v 14 नीशाना का तरफ दौवडी चलि जास हइ, ताकि यो इनाम पाये जेका लिये परमेश्वर ने मेखे मसीह यीशु मे उपर बुलायो हइ. \p \v 15 हम मे से जेत्ता सिध्द हइ, यो बिचार रख्ये अरु अगर कोय बात मे तुम्हारा अरु ही बिचार हुये ते परमेश्वर ओखे भी तुम पर प्रगट करी दिये. \v 16 येका लिये जहा तक हम पहुच्या हइ, ओका जसो चलनु. \p \v 17 हे मसीह भैइ अरु भैइन तुम सब मीलिखे मरी जसी चाल चलनु, अरु उनका परछानी खे रखनु जो या रीति पर चलस हइ जेको उदाहरण तुम हम मे पास हइ. \v 18 क्युकि भोत सी अशी चाल चलस हइ, जेकी चर्चा मे ने तुम से बार बार करी हइ अरु अब भी रोइ खे बोलुस हइ कि वे अपनी चाल चलन से मसीह का क्रुस का दुशमन हइ. \v 19 उनको आखरी अविनाश हइ, उनको इश्वर पेट हइ, वे अपना लाज की बातहोन पर घमण्ड करस हइ अरु पृथ्वी कि चिजहोन पर मन लगैइ र्हेस हइ. \v 20 पर हमारो स्वदेश स्वर्ग पर हइ. अरु हम एक उद्धारकर्ता प्रभु यीशु मसीह खे वहा से आना कि रस्ता देखी रा हइ. \v 21 उ अपनी‍ शक्ति का प्रभाव का जसो जेका वजेसे उ सब चीजहोन खे अपना कब्जा मे करी सकस हइ, हमारी दीन-हीन आंग को रुप बदली, अपनी महिमा की आंग को अनुकूल बन्यी दिये. \c 4 \s नीर्दोश \p \v 1 येका लिये हे मरा मसीह भैइ अरु बयहोन जेमे मरो जी लग्यो र्हेस हइ, जो मरा खुशी अरु मुकुट हुये, हे प्रिय भैइहोन, प्रभु मे यो प्रकार स्थिर र्हेनु. \p \v 2 मी यहूदीया का भी समझुस हइ अरु सुन्तुखे, भी कि वे प्रभु मे एक मन र्हेनु. \v 3 हे सच्चा सहकर्मी, मी तरा से भी प्रार्थना करुस हइ कि तू उन बयहोन की मदत कर, क्युकि उनने मरा साथ सुसमाचार फैलाना मे, क्लेमेस अरु मरा दुसरा सोप्तीहोन समेत काम कर्यो, जिनको नाम जिवन की किताब मे लिख्यो हुयो हइ. \v 4 प्रभु मे सदा खुश र्हेनु. मी फिर बोलुस हइ, खुश र्हेनु \v 5 तुम्हारी कोमलता सब इन्सानहोन पर प्रगट हुये प्रभु का पास हइ. \v 6 कोय भी बात कि चिन्ता मत करणू. पन हर एक बात मे तुम्हारो नीवेदन, प्रार्थना अरु प्रार्थना का वजेसे धन्यवाद का सात परमेश्वर का सामने उपस्थित कर्यो जाए \v 7 तब परमेश्वर खे शांती जो सब समझ परे हइ मन अरु तुम्हारा बिचारहोन को मसीह यीशु मे हिपाजत से रख्ये. \p \v 8 येका लिये मसीह भैइ जो जो बातहोन सच्ची हइ अरु जो जो बात आदरणीय हइ, अरु जो जो बात अच्छी हइ, अरु जो जो बात पवित्र हइ, अरु जो जो बात सुहावनी हइ, अरु जो जो बात मनभावनी हइ, मंनजे जो भी सदगुण अरु प्रशंसा की बात हइ उन पर ध्यान लगाया करणू. \v 9 जो बात तुम ने मरा से सीखी, अरु ग्रहन करी, अरु सुनी ,अरु मरा मे देखी, उनी को पालन कऱ्यो, जब परमेश्वर जो शांती को दूत हइ तुम्हारा साथ र्‍हीये. \s दान, लिये धन्यवाद \p \v 10 मी प्रभु मे भोत खुश हइ कि अब इत्ता दिनहोन का बाद तुम्हारी चिन्ता मरा बारे मे फिर जागृत हुइ हइ. नीश्चय तुमने सुर्वात मेभी येको बिचार थो, पर तुमखे मौको नी मील्यो. \v 11 यो नी कि मी अपना कमी करण यो बोलूस हइ. क्युकि मे ने यो सीख्यो हइ कि जे दशा मे हइ. ओका मे खुश कर्यु. \v 12 मी लीन होनु भी जानुस हइ अरु बडनो भी जानुस हइ. हर एक बात अरु सब दशाहोन मे मेने मगन होनु, भुको र्‍हेनू, अरु बढनो घटनो सीख्यो हइ. \v 13 जे मेखे शक्ति देस हइ ओमे मी सब कुछ करी सकुस हइ. \p \v 14 तेभी तुम ने भलो कर्यो कि मरो क्लेश मे मरा हिस्सेदार हुया. \v 15 हे फिलिप्पिहोन तुम भी जानस हइ कि सुसमाचार प्रचार को सुर्वात मे, जब मी मकिदुनी से बीदा हुयो तब तुमखे छोडी खे अरु फक्त मंडली ने लेनो देना का बारे मे मरी मद्दत नी करी. \v 16 यो प्रकार जब मी थिस्सलुनीखे, मे थो, तब भी तुम ने मरी कमी पूरी करण का लिये एक बार का क्युकी दो बार कुछ भेज्यो थो. \v 17 यो नी कि मी दान चाउस हइ पन मी असो फल चाउस हइ जो तुम्हारा लाभ का लिये बडतो जास. \v 18 मरा पास सब कुछ हइ, क्युकी भोत से भी हइ. जे चिजहोन तुम ने इपफ्रुदीतुस का हात से भेज्यो थो उनका मीलीखे मी मगम हूइ गयो हइ, उ तो सुखदायक सुगन्ध ग्रहन करणा योग्य बलिदान हइ जे परमेश्वर खे भास हइ. \v 19 मरो परमेश्वर भी अपना उ धन का जसो जे महिमा सहित मसीह यीशु मे हइ, तुम्हारा हर एक घटी खे पूरी कर्ये. \v 20 हमारो परमेश्वर अरु बाप की महिमा पिडमपिडि होती र्हिये. आमीन. \s आखरी नमस्कार \p \v 21 हर एक पवित्र झन खेजे प्रभु यीशु मसीहा मे हइ नमस्कार बोलनु. जे मसीह भैइ मरा साथ हइ, तुमखे नमस्कार बोलस हइ. \v 22 सब पवित्र इन्सान, विशेष करीखे जे कैसर का घराना का हइ, तुमके नमस्कार बोलस हइ. \v 23 हमारो प्रभु यीशु मसीह को अनुग्रह तुमारी आत्मा का साथ र्‍हिये.