\id MAT - Gowlan \ide UTF-8 \h मत्ती \toc3 मत्ती \toc2 मत्ती \toc1 मत्ती रचित यीशु मसीह को सुसमाचार \mt2 मत्ती रचित यीशु मसीह का सुसमाचार \mt1 मत्ती रचित यीशु मसीह को सुसमाचार \imt पैछान \ip मत्ती रचित सुसमाचार यो उ नवो नीयम की चार किताब मे से एक हइ जो यीशु मसीह की जिवन को वर्णन करस हइ. या चार किताब मे से हर एक किताब को सुसमाचार बोल्यो गयो हइ जोको मतलब होस हइ सुसमाचार. यीशु को स्वर्ग मे जाना का बाद या किताब मत्ती, मरकुस, लूका अरु यहून्ना ने लिखी. मत्ती रचित सुसमाचार अच्छी कब लिखी गय येकी जानकारी विद्वानहोन खे नी हइ लेकीन हम असो मानी सकस हइ की यीशु का जन्म का लकभग 60 साल बाद लिखी गय हुये. येका लिये वा खा लिखी गय येकी जानकारी हमखे नी हइ फिर भी भोतजन को माननो हइ की या किताब तकलीप मे या यरुशलेम गाव मे लिखी गय हुइ. \ip या किताब को लेखक मत्ती हइ जो यीशु को चेलो होन से पैयले एक चुंगी लेनवालो थो अरु ओखे लेवी नाम से भी जानो जातो थो. मत्ती बारा सेवक मे से एक थो अरु ओने यहूदीया पढानआला का लिये लिखी. येका कारण हम देखस हइ कि या किताब मे 60 से जादा संदर्भ पुराना नीयम को हइ जोका बारे मे भविष्यवाणी हुइ उ मेतिदातो यीशु मसीह मे हइ यो मत्ती बतानो चातो थो. मत्ती ने परमेश्वर का राज्य का बारे मे भी भोत कुछ लिख्यो यहूदीयाहोन की या आस थी कि मसीह राज नैतिक राज्य को राजो हुये. मत्ती या बिचार खे छोडिखे परमेश्वर की अन्नत राज्य को वर्णन करस हइ. \ip मत्ती रचित सुसमाचार या एक अच्छी किताब हइ जोका से नवा नीयम कि सुरुवात हुइ, या किताब पुराना नीयम का तरप से बार बार हमारो ध्यान अपना तरप करस हइ या किताब पुरानो अरु नवो नीयम या दो किताबहोन खे जोडी देस हइ. विद्वानहोन को माननो हइ कि या किताब मे मत्ती मूसा का वजेसे लिखी हइ नीयम शास्त्र जो पुराना नीयम कि पहली पाच किताब हइ, येको ढाचो को अनुकरण करस हइ. यीशु ने जो टेकडी पर शिक्षा दि 5 से 7 येकी तुलना हम जो नीयम शास्त्र परमेश्वर ने मूसा खे दियो ओकासे करी सकस हइ. \xt व्यवस्था विवरन 19:3—23:25 \xt* \iot रुप रेखा \io1 1. यीशु को जन्म अरु ओकी सेवा की सुरुवात से मत्ती अपना सुसमाचार की सुरुवात करस हइ. \ior 1—4\ior* \io1 2. मत्ती यीशु कि सेवा का बारे मे अरु जो हर बात की ओने शिक्षा दी ओका बारे मे बतास हइ. \ior 5—25\ior* \io1 3. मत्ती रचित सुसमाचार को अन्नत भाग हइ सौ यीशु की सेवा की चरन सीमा का बारे मे मनजो ओखे भी ओका बारेमे बतानो हइ. \ior 26—28\ior* \c 1 \s यीशु मसीह की वंशावली \r (लूका 3:23-28) \p \v 1 अब्राहम को बेटो दाउद, को बेटो यीशु मसीह की वंशावली असी हइ. \p \v 2 अब्राहम से इसहाक पैयदा हुयो. इसहाक से याकूब पैयदा हुयो. अरु याकूब से यहूदा अरु ओको भैइ पैयदा हुयो. \v 3 यहूदा अरु तामार से पेरेस व जोरह, पेरेस से हिस्रोन अरु हिस्रोन से एराम, पैयदा हूयो. \v 4 अरु एराम से अम्‍मीनादाब. अरु अम्‍मीनादाब से नहशोन अरु नहशोन से सलमोन पैयदा हूयो. \v 5 सलमोन अरु राहब से बोआज, अरु बोआज अरु रुत से ओबेद. अरु ओबेद से यिशय पैयदा हुयो. \v 6 अरु यिशय से दाउद राजो अरु उरियाह दाउद से सुलैमान उ बय से पैयदा हुयो जो उरीय्याह की लुगेन थी. \v 7 सुलैमान से रहबाम, अरु रहबाम से अबिय्याह, अरु अबिय्याह से आसा पैयदा हुयो. \v 8 आसाफ से यहोशाफात, अरु यहोशाफात से योराम, अरु योराम से उज्जियाह पैयदा हुयो. \v 9 उज्जियाह से योताम से आहाज अरु आहाज से हिजकिय्याह पैयदा हुयो. \v 10 हिजकिय्याह से मनश्शे से पैयदा हुयो, मनश्शे से पैयदा हुयो आमोन, अरु आमोन योशिय्याह पैयदा हुयो, \p \v 11 अरु गिरपतार हुइखे बाबेल जान का टेम मे योशिय्याह से यकुन्याह, अरु ओको भैइ पैयदा हुयो. \p \v 12 गिरपतार हुइखे बाबेल पोचान जान का बाद यकुन्याह, से शालतीएल. अरु शालतीएल से जरुब्बाबेल पैयदा हुयो. \v 13 जरुब्बाबेल से अबिहुद. अबिहुद से एलयाकिम अरु एलयाकीम से अजोर पैयदा हुयो. \v 14 अजोर से सादोक, सादोक से अखीम. अरु अखीम से इलीहूद पैयदा हुयो. \v 15 इलीहूद से एलियाजार. एलियाजार से मत्तान. अरु मत्तान से याकूब पैयदा हुयो. \v 16 याकूब से यूसुफ. जो मरियम को अदमी थो, अरु मरियम से यीशु पैयदा हुयो, जो मसीह बोलस हइ. \p \v 17 यो प्रकार अब्राहम से दाउद तक सब चौदा पिडी हुइ अरु दाउद का टेम से बाबेल को गिरपतार हुइ खे पोचान जाना तक, चौदा पिडी अरु गिरपतार हुइ खे बेबीलोन खे पहुची जाना का टेम से लिखे मसीह तक चौदा पिडी हुय. \s यीशु को जन्म \r (लूका 2:1-7) \p \v 18 यीशु मसीह को जन्म या रीती से हुय, की जब ओकी माय मरियम की मगनी यूसुफ का साथ हुय गइ, ते उनको भ्याव होना से पैयले वा पवित्र आत्मा का तरप से दिन से हुय गय. \v 19 येकालिये ओका अदमी यूसुफ ने जो धर्मी होन का कारण ओखे बदनाम करणो नी चाहतो थो, या इच्छा से चुपचाप छोडी देन को मन कर्यो. \v 20 जब उ या बात का सोच मे थो ते प्रभु को एक स्वर्गदूत ओखे दृष्‍टान्‍त मे दिखानो अरु बोलन लग्यो. हे यूसुफ! दाउद की सन्तान खे तू मरियम खे अपनी बायको बनाना से डरे मत. क्युकी जो ओका पेट मे हइ, उ पवित्र आत्मा का तरप से हइ. \v 21 उ बेटो पैयदा कर्हे अरु तोने ओको नाम यीशु रखनु. क्युकी वु अपना दुन्याहोन को उनका पाप से उध्दार कर्हे. \p \v 22 यो सब कुछ येका लिये हुयो की जो वचन प्रभु ने भविष्यव्दक्ता का वजेसे बोल्यो थो. वु पुरो हुये. \v 23 “देख एक कुव्वारी दिन से हुये अरु एक बेटो पैयदा, अरु ओको नाम इम्मानुएल रख्यो जाह्ये,” जेको मतलब यो हइ की परमेश्वर हमारा साथ. \p \v 24 तब यूसुफ नीद से जागीखे प्रभु का दूत की बात कि आज्ञा का जसो ओने अपनी बायको बनान खे अपना घर मे लयली. \v 25 अरु जब तक मरियम का पास नी गयो जब तक ओने बेटा खे जन्म नी दियो अरु यूसुफ ने ओको नाम यीशु रख्यो. \c 2 \s पुरब से आनवाला पावना \p \v 1 हेरोदेस राजा का दिन मे यहूदीया देस का बैतलहम गाव मे यीशु को जन्म हुयो, ते पूर्व दिशा से कुछ तारा को आभ्यस करण आलो ज्ञानी इन्सान यरुशलेम मे अयखे पुछन लग्या. \p \v 2 कि यहूदीयाहोन को राजो जेको जन्म हुयो हइ, वु खा हइ? क्युकी हम ने पूर्व मे ओको तारो देख्यो हइ अरु ओखे प्रणाम करण आनो हइ. \p \v 3 यो सुनीखे हेरोदेस राजो अरु ओका सात सब यरुशलेम घबरय गया. \v 4 तब ओने दुन्याहोन का सब प्राधन याजकहोन अरु नीयम शास्त्रिहोन खे जमा करीखे उनखे पुछ्यो, कि मसीह को जन्म खा होनु चास? \p \v 5 उनने ओकासे बोल्यो की यहूदीया देस का बैतलहम गाव मे. क्युकी भविष्यव्दक्ता का वजेसे लिख्यो गयो हइ \q1 \v 6 हे बैतलहम, तू जो यहूदा देस मे हइ, \q2 तू कोय भी रीति से तू यहूदा को अधिकारीहोन मे सब से छोटो नी. \q1 क्युकी तरा मे से एक राजो नीकले, \q2 जो मरी जनता इस्राएल की रखवाली कर्हे. \p \v 7 तब हेरोदेस ने तारा को आभ्यस करणवाला ज्ञानी इन्सानहोन खे चुपचाप से बुलय खे उनका से पुछ्यो, की तारो बराबर कोन सा टेम मे दिखय दियो थो. \v 8 अरु ओने यो बोलीखे उनखे बैतलहम भेज्यो, कि जयखे उ बच्चा का बारे मे बरोबर मालूम करीखे, अरु जब व्हा कुछ मीली जाह्ये ते मेखे खबर दे, ताकी मी भी अयखे ओखे प्रणाम कऱ्यु. \p \v 9 वे राजा की बात सुनीखे चली गया, अरु देख, जो तारो उनने पूर्व मे देख्यो थो, वु उनका आगे आगे चल्यो, अरु झा बच्चो थो. वा जगा का उपर पोचीखे रुखी गयो. \v 10 वु तारा खे देखी खे वे भोत खुश हुय गया. \v 11 उनने उ घर मे पोची खे वु बच्चा खे ओकी माय मरियम का सात देख्यो, अरु मुडा का उपर गिरीखे बच्चा खे प्रणाम कऱ्यो. अरु अपनी अपनी थैली खोली खे ओखे सोन्नो, अरु लोबान, अरु गन्धरस ओखे दान चडायो.\fig लोभान, धूप दानी अरु धूप वेदी|alt="Frankincense branch, censer and incense altar" src="BK00116C.TIF" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="2:11"\fig* \p \v 12 तब दृष्‍टान्‍त मे परमेश्वर का वजेसे या चेतावनी सुनी खे कि हेरोदेस का पास फिर नी जानु, उ दुसरी रस्ता से जय खे अपना देस मे चली गयो. \s मीस्र देस मे जानो \p \v 13 उनका चली जाना का बाद परमेश्वर को एक दूत ने सपना मे यूसुफ खे देखीखे बोल्यो, उट. वु बच्चा खे अरु ओकी माय खे लिखे मीस्र देस मे भागी जा. अरु जब तक मी तरा से नी बोलू तब तक व्हा र्हेनु. क्युकी हेरोदेस यो बच्चा खे ढुडना पर हइ कि ओखे मारी डालस. \p \v 14 तब उ रात मे उठीखे बच्चा खे अरु ओकी माय खे लिखे मीस्र देस मे चली गयो. \v 15 अरु हेरोदेस का मरना तक व्हा ऱ्हीयो. येका लिये की उ वचन जो प्रभु ने भविष्यव्दक्ता का वजेसे बोल्यो थो उ पुरो हुयो खे “मेने अपना बेटा खे मीस्र से बुलायो.” \s बच्चाहोन खे मारनो \p \v 16 जब हेरोदेस ने यो देख्यो, की पडीतहोन ने ओका सात धोको कऱ्यो हइ, तब उ घुस्सा से भरी गयो अरु दुन्या खे भेजी खे पडीतहोन का वजेसे तारा देखन का टेम का जसो बैतलहम अरु ओका आस पास का सब गावहोन का सब बच्चा खे जो दो साल का या ओकासे छोटा था, मारी डाल्या. \p \v 17 तब जो वचन यिर्मयाह भविष्यव्दक्ता का वजेसे बोल्यो गयो थो, उ पुरो हुयो. \q1 \v 18 “रामाह मे एक चित्कर, रोन सुनायो दियो, \q2 रोनो अरु बडो विलाप \q1 राहेल अपना बच्चा का लिये रोय री हइ \q2 अरु शांती होनु नी चाती थी \q2 ‍क्युकी उ अब नी ऱ्हीयो.” \s मीस्र देस से वापस आनु \p \v 19 हेरोदेस का मरना का बाद को प्रभु खे दूत ने मीस्र मे यूसुफ का सपना मे दिखय दिखे बोल्यो. \v 20 उट, बच्चो खे अरु ओकी माय खे लीखे इस्राएल देस मे चली जा. क्युकी जो बच्चा को जान लेनो चाहतो थो, उ मरी गयो. \v 21 यूसुफ नीद से उठ्यो, अरु बच्चा अरु ओकी माय खे सात लीखे इस्राएल का देस मे आया. \p \v 22 पन यो सुनी खे की अरखिलाउस अपना बाप हेरोदेस कि जगा यहूदीया पर राज्य करी रोस हइ, व्हा जाना से डरीखे फिर दृष्‍टान्‍त मे परमेश्वर से सुचना लीखे गलील देस मे चली गयो. \v 23 अरु नासरत नामको एक नगर मे जय बठ्या. ताकि उ वचन पुरो हुये खे जो भविष्यव्दक्ताहोन का वजेसे बोल्यो गयो थो, “उ नासरी बोल्यो जाह्ये.” \c 3 \s बपतिस्मा देन आलो यहून्ना की शिक्षा \p \v 1 उ दिन मे यहून्ना बपतिस्मा देनवालो अयखे यहूदीया का जंगल मे यो प्रचार करण लग्यो. \v 2 अपना पाप से मन फिराव. क्युकी स्वर्ग को राज्यो नजीक अय गयो हइ. \v 3 यो उ हइ जोकी बात यशायाह \q1 भविष्यव्दक्ता का वजेसे करी गइ \q2 “जंगल मे एक पुकारन आलो को आवाज हुय रोस हइ, \q2 की प्रभु की रस्ता तैयार कर, ओकी सडक सीधी कर.” \p \v 4 यो यहून्ना उट का बाल का कपडा पेन्यो थो, अरु अपनी कमर मे चामडा को पट्टो बाध्यो हुयो थो, अरु ओको खानो टोटर अरु मोहरुस थो. \v 5 तब यरुशलेम का अरु सब यहूदीया, अरु यरदन नद्दी का आस पास का गाव का दुन्या ओका पास नीकली आया. \v 6 अरु अपना अपना पाप खे मानी खे यरदन नदी मे ओका से बपतिस्मा लियो. \p \v 7 जब ओने भोत सा फरीसीहोन अरु सदूकिहोन खे बपतिस्मा का लिये अपना पास आते देख्यो, ते उनसे बोल्यो, की हे साप का बच्चा तुम खे कोने बतय दियो, की आनवालो घुस्सा से भाग्यो? \v 8 अपना पाप से मन फिराव खे परमेश्वर तरप चली गयो असो जिवन खुद जिखे बता. \v 9 अरु अपना अपना मन मे यो नी सोचनू, की हमारो बाप अब्राहम हइ. क्युकी मी तुम से बोलूस हइ, की परमेश्वर यो फत्थर से अब्राहम का लिये बच्चो पैयदा करी सकस हइ. \v 10 अरु कुल्‍हाडी झाड की जडी पर रखी हुइ हइ, येका लिये जो जो झाड अच्छा फल नी लाय, ओखे, काट्यो अरु अंगार मे डाल्यो जास हइ. \v 11 मी तो पानी से मन फिराव को बपतिस्मा दियुस हइ, पन जो मरा बाद मे आनवालो हइ, उ मरासे भी शक्तिशाली हइ. मी ओका जुता खे उठान का योग्य नी, उ तुम खे पवित्र आत्मा अरु अंगार से बपतिस्मा देस. \v 12 ओको सुपडो ओका हात मे हइ, अरु उ अपना खेत अच्छा तरीका से सपा कऱ्हे, अरु अपना गहु खे खेत मे जमा कऱ्हे, पन भूसा खे उ अंगार मे जलाहे जो बुझन की नी. \s यीशु को बपतिस्मा \r (मरकुस 1:9-11; लूका 3:21-22) \p \v 13 उ टेम यीशु गलील से यरदन नद्दी का धुरा पर यहून्ना को पास ओकासे बपतिस्मा लेन आयो. \v 14 पन यहून्ना यो बोलीखे ओखे रोखन लग्यो, की मखे तरा हात से बपतिस्मा लेन की जरुरत हइ, अरु तू मरा पास आयो हइ? \p \v 15 यीशु ने ओखे यो उत्तर दियो, कि अब तो असो ही होन दे, क्युकी हमने या रीति से सब धार्मीकता खे पुरो करणो परमेश्वर कि नजर मे जरुरती हइ, तब ओने ओकी बात मानी ली. \p \v 16 अरु यीशु ने बपतिस्मा लिखे झल्दी पाणी मे से उपर आयो, अरु देख्यो, ओका लिये बद्दल खुली गयो. अरु ओने परमेश्वर की आत्मा खे कबूतर का जसो ओका उपर उतरते देख्यो. \v 17 अरु देख, या आकाशवाणी हुइ, “यो मरो लाड को बेटो हइ, जेका से मी पुरी तरह खुसी हइ.” \c 4 \s यीशु की परीक्षा \p \v 1 जब वा टेम मे आत्मा यीशु खे जंगल मे ली गयो ताकी सैतान से ओकी परीक्षा हुय. \v 2 उ चालीस दिन, अरु चालीस रात, उपास र्हीयो, तब ओखे भोत भुख लगी. \v 3 जब परखनआला ने नजीक अय खे ओका से बोल्यो, अगर तु परमेश्वर को बेटो आय, ते बोली दे, कि या फत्थर रोटी बनी जाह्ये. \p \v 4 यीशु ने उत्तर दियो, “की शास्त्र मे लिख्यो हइ, इन्सान फक्त रोटी मे से नी, पन हर एक वचन से जो परमेश्वर का मुडा से नीकलस हइ जिन्दो र्हीये.” \p \v 5 जब सैतान वोखे पवित्र नगर मे ली गयो अरु मन्‍दिर का छेडा पर खडो कर्यो \v 6 अरु ओकासे बोल्यो, अगर तु परमेश्वर को बेटो हइ, ते अपना आप खे नीच्चे गीऱ्य दे. क्युकी लिख्यो हइ, \q1 उ तरा बारे मे अपना स्वर्गदूत खे आज्ञा दिये. \q2 अरु वे तोखे हाथो हात उठय लीहे. \q2 असो नी होनु की तरा पाय मे फत्थर से ठोकर खाये. \p \v 7 यीशु ने ओकासे बोल्यो “शास्त्र मे यो भी लिख्यो हइ, कि तु प्रभु अपनो परमेश्वर की परीक्षा नी कर्हे.” \v 8 फिर सैतान ओखे एक भोत उची टेकडी, पर ली गयो अरु जगत कि महिमा राज्य अरु ओको वैभव बतायो. \v 9 ओकासे बोल्यो, कि अगर तु गिरी खे मेखे प्रणाम कर्हे, ते मी यो सब कुछ तोखे दि दियु. \p \v 10 जब यीशु ने ओकासे बोल्यो. हे सैतान दुर हुइ जा, क्युकी लिख्यो हइ, तु प्रभु अपना परमेश्वर खे प्रणाम कर, अरु फक्त ओखे उपासना कर. \p \v 11 जब सैतान ओका नजीक से चली गयो, अरु स्वर्गदूत अय खे ओकी सेवा करण लग्यो. \s गलील मे अपना काम की सुरवात \r (मरकुस 1:14; 15; लूका 4:14; 15) \p \v 12 जब ओने यो सुन्यो की यहून्ना पकडि दियो गयो, ते व्हा गलील खे चली गयो. \v 13 अरु नासरत खे छोडी खे कफरनहूम मे जो नद्दी का धुरा जबूलून अरु नपताली खे देस मे हइ जय खे र्हेन लग्यो. \v 14 ताकी जो यशायाह भविष्यव्दक्ता का वजेसे बोल्यो गयो थो, उ पुरो हुये. \q1 \v 15 “नद्दी कि रस्ता से जबूलून अरु नपताली को देस, \q2 समुद्र कि रस्ता पर, यरदन नद्दी का उ पार, \q2 गैरयहूदीहोन को गलील.” \q1 \v 16 “जो दुन्या अंधारा मे बठ्या था, \q2 उनने बडो उजालो देख्यो. \q1 अरु जो मरन का देस अरु छाया मी बठ्यो थो, \q2 उन पर उजालो चमक्यो.” \p \v 17 वो टेम से यीशु ने प्रचार करणो अरु यो बोलनो सुर्वात कऱ्यो, “कि हमारा पाप से मन फिराव क्युकी स्वर्ग को राज नजीक आयो हइ.” \s यीशु चार मंछीआला खे बुलायो जानो \r (मरकुस 1:16-20; लूका 5:1-11) \p \v 18 ओने गलील की नद्दी का धुरापर घुमते हुये दो भैइ अगर शमौन खे जो पतरस बोलस हइ, अरु ओको भैइ अन्द्रियास खे नद्दी मे जाल डालते देख्यो. क्युकी वे डिम्बरहोन था. \p \v 19 अरु ओने बोल्यो, “मरा पिछे चली खे आ, मी तुम खे इन्सानहोन खे परमेश्वर का राज मे लानवाला बानाह्यु.” \v 20 वे झल्दी जाल खे छोडी खे ओका पिछे लिया. \p \v 21 अरु व्हा से आगे बडी खे, ओने अरु दो भैइ अगर जब्दी को बेटो याकूब अरु ओको भैइ यहून्ना खे अपनो बाप जब्दी का सात डोंगा पर अपनी जाल खे सुधारते देख्यो. अरु उनखे भी बुलायो. \v 22 वे झल्दी डोंगा अरु अपना बाप खे छोडी खे ओका पिच्छे हुय गया. \s यीशु को बिमार वालाहोन खे ठिक करनु \r (लूका 6:17-19) \p \v 23 अरु यीशु सब गलील मे घुमते हुयो उनका आराधनालयहोन मे उपदेस करतो थो, अरु राज को सुसमाचार प्रचार करतो थो, अरु दुन्याहोन की हर प्रकार की बिमारी अरु दुर्बलता खे दुर करतो र्हीयो. \v 24 अरु सब सीरिया देस मे ओको यश फैली गयो. अरु दुन्या सब बिमारी खे, जो दुसरी तरीका की बीमारीहोन अरु दुख मे पड्या हुया था, अरु जोमे बुरी आत्मा थी अरु मीर्गीआला अरु लखवा का रोगीहोन खे ओका पास लायो अरु ओने उन खे अच्छो कऱ्यो. \v 25 गलील अरु दिकापुलीस, यरुशलेम का यहूदीयाहोन अरु यरदन नदी का पार से बडी गर्दी ओका पिच्छे हुय गइ. \c 5 \s यीशु मसीह को टेकडापर उपदेस \p \v 1 उ या गर्दी खे देखी खे, टेकडी पर चेढी गयो. अरु जब बठी गया ते ओका सेवक होन ओका पास आया. \v 2 यीशु ने उनखे शिक्षा देनो सुरु कऱ्यो \s धन्य वचन \r (लूका 6:20-23) \q1 \v 3 “अच्छो हइ उ, जो आत्मा से दीन हइ, \q2 क्योकि स्वर्ग को राज्य उनका मे हइ.” \q1 \v 4 “अच्छो हइ उ.” जो शोक करस हइ, \q2 क्युकी वे दुनीया शांती पाये. \q1 \v 5 “अच्छो हइ उ, जो नम्र हइ, \q2 क्योकि उ धरती को वारीस दार हुये.” \q1 \v 6 “अच्छो हइ उ, जो धार्मीकता को भूको अरु प्यासो हइ, \q2 क्युकी वे तृप्त धन्य कर्‍यो जाए.” \q1 \v 7 अच्छो हइ उ, जो दयावन हइ, \q2 किक्यु उन पर दया करी जाये. \q1 \v 8 अच्छो हइ उ जोको मन अच्छो हइ \q2 क्योकि उ परमेश्वर खे देखे. \q1 \v 9 अच्छो हइ उ जो शांती को काम करनवाला हइ; \q2 क्योकि वे परमेश्वर का बच्चा बोल्या जाये! \q1 \v 10 “अच्छो हइ उ जो धार्मीकता करनआला खे सतायो जास हइ; \q2 क्योकि स्वर्ग को राज्य उनकोय हइ! \p \v 11 “अच्छो हुये तुम जब इन्सान मरा कारन तुम्हारी मजाक उडाये अरु सताये अरु झुठ बोली खे तुम्हारा विरोध मे सब प्रकार की बुरी बात बोलस. \v 12 तब खुसी अरु मगन होनु, क्योकि तुम्हारा लिये स्वर्ग मे बडो प्रतीफल हइ. येका लिये कि उनने उ भविष्यव्दक्ता खे जो तुम से पैयले थो या रीति से सतायो थो. \s नोन अरु दिवो \r (मरकुस 9:50; लूका 14:34,35) \p \v 13 “तुम पृथ्वी का नोन हुये. पन अगर नोन को सवाद बिगडी जाये ते उ फिर कोय चिज से खारो कऱ्यो जाये? फिर उ कोय काम को नी, फक्त येखे बाहेर फेक्यो जाए अरु इन्सानहोन का पाय का नीचे खुद्यो जाए.” \p \v 14 तुम जगत को दिवो हुये. जो गाव टेकडी पर बस्यो हुयो हइ उ रुखी नी सकस. \v 15 अरु दुन्या दिवो जलयखे टोपली, नीचे नी पन दिवा खे घर पर रखस हइ, तब ओकासे घर का सब दुन्याहोन खे उजालो पोचास हइ. \v 16 यो प्रकार तुम्हारो उजालो इन्सानहोन का सामने चमख्ये कि उ तुम्हारो अच्छो काम खे देख्ये तुम्हारा बाप खे, जो स्वर्ग मे हइ, महिमा कर्‍हे. \s व्यवस्था की शिक्षा \p \v 17 “यो नी समजनु, कि मी मूसा व्यवस्था यो भविष्यव्दक्ता कि शिक्षाहोन खे लोप करण आयो हइ, खतम करण नी आयो, पन पुरो करण आयो हइ.” \v 18 क्योकि मे तुमारा से सच्ची बोलुस हइ, कि जब तक बद्दल अरु पृथ्वी खतम नी हुइ जाह्ये तब तक व्यवस्था से एक मात्र यो टिम्बो बिना पुरो हुयो नी जाह्ये. \v 19 येका लिये जो कोय या छोटी सी छोटी आज्ञाहोन मे से कोय एक खे पालन नी कर्‍हे, अरु असो मे दुन्याहोन खे सिखास उ स्वर्ग का राज मे सबसे छोटो बोल्यो जाह्ये पन जो कोय वा आज्ञाहोन को पालन कर्‍हे अरु उनखे सिखाए, उ स्वर्ग का राज्य मे महान बोल्यो जाये. \v 20 क्युकी मी तुम से बोलुस हइ, कि अगर तुमारी धार्मीकता पंडीतहोन अरु फरीसीहोन की न्यायीपन से बडीखे नी हुये ते तुम स्वर्ग का राज्य मे कभी प्रवेश करणो नी पाये. \s घुस्सा अरु हत्या \p \v 21 तुम सुनी चुक्या हइ, की पुरानो काल का दुन्याहोन से बोल्यो गयो थो, कि हत्या नी करणु अरु “जो कोय हत्या कर्‍हे उ कठोर दण्ड का योग्य हुये. \v 22 पन मी तुम से यो बोलुस हइ, कि जो कोय अपना भैइ पर घुस्सा कर्‍हे उ कोरट मे दण्ड का योग्य हुये अरु जो कोय भैइ खे नीकम्मो बोल्यो उ महासभा मे दण्ड का योग्य हुये. अरु जो कोय बोले अरे मुर्ख. उ नरक कि अंगार को दण्ड का योग्य हुये.” \v 23 येका लिए अगर तु अपनी दान वेदी पर ला अरु व्हा तु याद कर, कि मरा भैइ का मन मे मरा तरप से कुछ विरोध हइ. \v 24 ते अपनी दान वा वेदी का सामने छोडी दे, अरु जेखे पैयले अपना भैइ से मेल मीलाप कर. फिर अयखे अपनी दान चेडानु. \p \v 25 जब तक न्याय तु अपना दुशमन का साथ रस्ता मे हइ, ओकासे झटपट मेल मीलाप करी ले खय असो नी हुये कि दुशमन तोखे डॉक्टर खे सोपे, अरु डॉक्टर तोखे सेवक खे सोपी दिये अरु तू जेल खाना मे डाली दिये जाए. \v 26 मी तुम से सच्ची बोलुस हइ कि जब तक तु एक-एक सिक्का खे चुकय नी दे तब तक व्हा से छुटयो नी पाये. \s व्यभिचार कि शिक्षा \p \v 27 तुम सुनी चुक्या हइ कि बोल्यो गया थो, व्यभिचार नी करणु. \v 28 पन मी तुम से यो बोलुस हइ, कि जो कोइ कोय बय पर बुरीनजर डाले उ अपना मन मे ओकासे व्यभिचार करी चुक्यो. \v 29 अगर तरो जवनो आख तोखे ठोकर खलाये ते ओखे नीकाली खे फेकी दे. क्युकी तरा लिये योही अच्छो हइ कि तरा आंग मे से एक नास हुये जाये अरु तरो पुरो आंग नरक मे नी डाल्यो जाये. \v 30 अरु अगर तरो जवनो हात तोखे ठोकर खलाये का ते ओखे काटी खे फेकी दे, क्योकि तरा लिये योही अच्छो हइ, कि तरा आंग मे से एक आंग खतम हुये जाये अरु तरो पुरो आंग नरक मे नी डाल्यो जाये. \s फारकती कि शिक्षा \p \v 31 यो भी बोल्यो गयो थो, जो कोय अपनी लुगेन खे छोडी दे, ते ओखे फरकती दे. \v 32 पन मी तरा से यो बोलुस हइ कि जो कोय अपनी लुगेन खे व्यभिचार का वजेसे कोय अरु करण से फरकती देस, ते उ ओकासे व्यभिचार करवास हइ. अरु जो कोय वा छोडी हुये से भ्याव कर, उ व्यभिचार करस हइ. \s कसम का बारे मे शिक्षा \p \v 33 फिर तुम सुनी चुक्या हइ, कि पुराना जमाना का दुन्याहोन से बोल्यो गयो थो, झुठी कसम नी खानु, पन परमेश्वर का लिये अपनी कसम खे पुरी करणु. \v 34 पन मी तुम से यो बोलुस हइ, कि कभी कसम नी खानु. नी ते स्वर्ग की, किक्यु उ परमेश्वर की राजगद्दी हइ. \v 35 नी जमीन की, किक्यु वा ओका पाय की चौकी हइ. नी यरुशलेम की, किक्यु उ महा राजा को गाव हइ. \v 36 अपना माथा की भी कसम नी खानु किक्यु तु एक बाल खे भी सफेद या कालो नी करी सकस हइ. \v 37 पन तुम्हारी बात हव की हव, या नी कि नी हुये. किक्यु जो कुछ येका से अधिक होस हइ उ बुरो मे होस हइ. \s बदलो लेन की भावना \r (लूका 6:29,30) \p \v 38 तुम सुनी चुक्या हइ, कि बोल्यो गयो थो, कि आख का बदलो आख, अरु दात का बदलो दात. \v 39 पन मी तुमसे यो बोलुस हइ, जो तुम से बुरो व्यव्हार करस हइ ओको सामनो नी करणु. पन जो कोय तरा जवनो गाल पर थप्पड मारे ते ओका तरप दुसरो भी गाल दी देनु. \v 40 अरु अगर कोय तरा पर मुकद्दमो करीखे तरो कुर्ता लेनो चास ते ओखे कपडो भी लेन दे. \v 41 अरु जो कोय तोखे भोत दुर मजबुरी मे ली जाये ते ओका साथ दो कोस चली जा. \v 42 अरु जो कोय तरा से मागे, ओखे दे. अरु जो तरा से उधार लेनु चाह्ये, ओकासे मुडो नी मोडनु. \s दुश्मनहोन से प्रेम \p \v 43 तुम सुनी चुक्या हइ, कि बोल्यो गयो थो. कि अपना पडोसी से प्रेम रखनु अरु अपना दुसमन से दुर कर. \v 44 पन मी तुम से यो बोलुस हइ, कि अपना दुसमन होन से प्रेम रखनु अरु अपना सतानआलो का लिये प्रार्थना करणु. \v 45 जेका से तुम अपना स्वर्गीय बाप, बच्चा ऱ्हीये क्योकि उ अच्छो अरु बुरो दोय पर अपनो सुरज नीकलस हइ, अरु न्याय अरु धर्मी पन पर पाणी बरसास हइ. \v 46 किक्यु अगर तुम अपनो प्रेम रखनआला हि से प्रेम रखे, ते तुम्हारा लिये लाभ हुये, चुगी लेनआला भी असो नी करस. \v 47 अरु अगर तुम फक्त अपना भैइहोन खे हि नमस्कार कर्हे, ते कोन सो बडो काम करस हइ? गैरयहूदिहोन भी असो नी करस. \v 48 येका लिये सही कि तुम पक्को बन, जसो तुम्हारो स्वर्गीय बाप पक्को हइ. \c 6 \s दान का बारे मे शिक्षा \p \v 1 हुशार ऱ्हे तुम इन्सानहोन खे देखन का लिये अपनो धार्मीकता को काम नी करस, नी ते अपना स्वर्गीय बाप से कुछ भी फल नी पास. \v 2 येका लिये जब तु दान कर्‍हे, ते अपनो ढिडोरो नी पिटनु, जसा कपटि राधनालयहोन अरु गल्लिहोन मे करस हइ, ताकी दुन्या उनकि महिमा कह्रे, मी तरा से सच्ची बोलुस हइ ,कि वे अपनो प्रतीफल ली लिये. \v 3 पन जब तु दान कर्‍हे, ते जो तरो जवनो हात करस हइ, ओखे तरो डाखोर्‍या हात खे मालुम नी होन देनु. \v 4 ताकि तरो दान गुप्त ऱ्हीहे. अरु तब तरो बाप जो गुप्त मे देखस हइ, तोखे प्रतीफल दिये. \s प्रार्थना की शिक्षा \p \v 5 अरु जब तु प्रार्थना कर्‍हे, ते कपटिहोन का जसो नी हुये क्योकि दुन्याहोन खे देखन का लिये यहूदीया आराधनालय मे अरु सडकहोन, मोड पर खडो हुइ खे प्रार्थना करणु उनखे अच्छो लगस हइ. मी तरा से सच्ची बोलुस हइ, कि वे अपनो प्रतीफल ली लिये. \v 6 पन जब तु प्रार्थना कर्‍हे, ते अपनी झोपडि मे जा. अरु दरवाजो बन्द करी खे अपना बाप से जो चुपचाप मे हइ प्रार्थना कर. अरु तब तरो बाप जो चुपचाप मे देखस हइ, तोखे प्रतीफल दिये. \p \v 7 प्रार्थना करण का टेम गैरयहूदिहोन का जसो बक-बक नी करणु. क्योकि वे समझस हइ कि उनका भोत बोलना से उनकी सुनी जाये. \v 8 येका लिये तुम उनका जसो नी बन्नु, क्योकि तुम्हारो बाप तुम्हारा मागना से पैयले हि जानस हइ, कि तुम्हारी का जरुरत हइ. \v 9 अन्नत तुम या रिती से प्रार्थना कऱ्यो कर्‍हे हे, हमारा बाप \q1 तु जो स्वर्ग मे हमारा बाप हइ. \q2 तरो नाम पवित्र मान्यो जास; \q1 \v 10 “तरो राज्य आयो. \q2 तरी इच्छा जसी स्वर्ग मे पुरी होस हइ” असो पृथ्वी पर भी हुये. \q1 \v 11 हमारी दिन भर की रोटी आज हमखे दे. \q1 \v 12 अरु जो प्रकार हमने अपना गुना खे माफ कऱ्यो हइ, \q2 असो हि तु भी हमारी बुराइ खे माफ कर. \q1 \v 13 अरु हमखे परीक्षा मे मत ला, \q2 पन बुरोइ से बचास. \q2 क्युकी राज्य अरु पराक्रम अरु महिमा कभी भी तरी ही हइ. आमीन. \p \v 14 “येका लिये अगर तुम इन्सान को बुरो माफ कर्‍हे, ते तुम्हारो स्वर्गीय बाप भी तुमखे माफ करस. \v 15 अरु अगर तुम इन्सानहोन को बुरो माफ नी करस, ते तुम्हारो बाप भी तुम्हारो बुरो माफ नी कर्‍हे.” \s उपास का बारे मे शिक्षा \p \v 16 “जब तुम उपास कर्‍हे ते कपटिहोन का जसी तुम्हारो मुडा पर उदास नी ऱ्हेनु क्योकी वे अपनो मुडो बनायो ऱ्हेस हइ, ताकी दुन्या उनखे उपास जानस. मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, कि वे अपनो प्रतीफल ली चुक्या. \v 17 पन जब तू उपास करस ते अपना माथा पर तेल लगा अरु मुडो धोयले. \v 18 ताकी दुन्या नी पन तरो बाप जो गुप्त मे हइ, तोखे भुको जान्यो. या दशा मे तरो बाप जो गुप्त मे देखस हइ, तोखे प्रतीफल दिये.” \s स्वर्ग को धन \r (लूका 12:33,34) \p \v 19 “अपना लिये जमीन पर धन जमा नी करणु. जेमे कीडा अरु जंग लगस हइ, अरु चोरहोन तोडफोड करी खे चोरी करस हइ. \v 20 पन अपना लिये स्वर्ग मे धन जमा कर, जेमे कीडा अरु जंग लगस हइ, अरु चोरहोन तोडफोड करीखे चोरी करस हइ. \v 21 क्योकी तरो धन हइ ओमे तरो मन भी लग्यो ऱ्हेस.” \s आंग को दिवो \r (लूका 11:34-36) \p \v 22 “आंग को दिवो आख हइ. येका लिये अगर तरा आख अच्छा हुये ते तरो पुरो आंग भी उजालो हुये; \v 23 पन अगर तरा आख बुरा हुये तरो पुरो आंग भी अंधारा मे ऱ्हीये. येका कारण उ उजालो जो तरा मे हइ अगर अधारो हुये ते उ अधारो कसो डरवानो हुये.” \s परमेश्वर अरु धन \r (लूका 16:13; 12:22-31) \p \v 24 “कोय इन्सान दो स्वामीहोन की सेवा नी करी सकस, क्युकी उ एक से दुजाभाव अरु दुसरा से प्रेम रखस, या एक से नीष्ठावान ऱ्हिये अरु दूसरा को तिरस्कार कर्ये. तुम परमेश्वर अरु धन दोइ की सेवा नी करी सकस.” \p \v 25 येका लिये मी तुम से बोलुस हइ, कि अपना जान का लिये यो चिन्ता नी करणु कि हम का खाये अरु का पीये अरु नी अपना आंग का लिये की का पेने का जान खाना से, अरु आंग से कपडा से बडीखे नी? \v 26 बदल की पक्षिहोन खे देख! वे नी बोलस हइ, वे नी काटस हइ, अरु नी खेत मे जमा हइ. ते भी तुम्हारो स्वर्गीय बाप उनखे खलास हइ, तुम उनसे अधिक महत्व नी रखस? \v 27 तुम मे कोन हइ, जो चिन्ता करीखे अपना जिवन काल मे एक टेम भी महिमा करी सकस हइ? \p \v 28 “अरु कपडा का लिये काय बार चिन्ता करस हइ? जंगल का फुल पर ध्यान कर, कि वे कसा बढस हइ, वे नी ते महीनत करस हइ, अरु उनका कपडा बनास हइ. \v 29 ते भी मी तुम से बोलुस हइ, कि सुलैमान भी, अपना सब महिमा मे ओमे से कोय का जसा कपडा पेन्यो हुयो नी थो. \v 30 येका लिये जब परमेश्वर मैदान का घास खे, जो आज हइ, अरु कल अंगार मे डाल्यो जाये असो कपडा पेन्यो हइ, ते हे अल्पविश्वासिहोन, तुम खे योका नी पेनास.” \p \v 31 “येका लिये तुम चिन्ता करी खे यो नी बोलनु, कि हम का खाये या का पीये या का पेन्हे? \v 32 क्युकी गैरयहूदिहोन सब चिजहोन खे ढुढना मे ऱ्हेस हइ, अरु तुम्हारो स्वर्गीय बाप जानस हइ, की तुमखे या सब चिज होनु. \v 33 येका लिये पैयले तुम परमेश्वर का राज्य अरु धार्मीकता खे ढुढतो कर ते या सब चिज तुमखे मीली जाये. \v 34 आखरी कल का लिये चिन्ता नी करणु, क्युकी कल को दिन अपनी चिन्ता खुद करी लेस आज का लिये आज को ही दुख भोत हइ. \c 7 \s दुसरा पर दोष नी लगानु \r (लूका 6:37,38,41,42) \p \v 1 “दोष मत लगानु, जब की तुम पर भी दोष नी लगायो जाये \v 2 क्युकी जो प्रकार तुम दोष लगास हुये खे उ प्रकार तुम पर भी दोष लगायो जाये. अरु जो माप से तुम मापस हइ, ओका से तुमारा लिये भी नाप्यो जाये.” \v 3 “तु का अपना भैइ का आख खे तिनका देखस हइ, अरु अपना आख कि लाकडी तोखे नी सुझस? \v 4 जब तरा ही आख मे लाकडी हइ, ते तु अपना भैइ से कसो बोली सकस हइ, ला मी तरा आख से कचरो नीकाली दिउस.” \v 5 हे पाखण्डी, पैयले अपना आख मे से लाकडी नीकाली ले, तब तु अपना भैइ का आख को कचरो भली भाति देखीखे नीकाली सकस. \p \v 6 पवित्र चिज कुत्ताहोन खे नी देनु, अरु अपना किमती चिज डुक्कर का आगे मत डालनु. असो नी हुये की वे उनखे पाय का नीचे दबाये, अरु पलटी खे तुम खे फाडी डाले. \s मागे ते मील्ये \p \v 7 माग, ते तुम खे दियो जाये. ढुडे, ते तुम खे मीले. दरवाजो बजा, ते तुम्हारा लिए खोल्यो जाये. \v 8 क्युकी जो कोय मागस हइ, ओखे मीलस हइ. अरु जो ढुडस हइ, वे लेस हइ. अरु जो दरवजो बजास हइ, ओका लिये खोल्यो जाये. \v 9 “तुम मे से असो कोन सो इन्सान हइ, कि अगर ओको बेटो ओकासे रोटी मागे, ते उ ओखे पत्थर दिये. \v 10 यो मंछी मागे, ते ओखे साप दिये. \v 11 जब तुम बुरा हुइ खे, अपना बच्चाहोन खे अच्छो चिज देनु जानस हइ, ते तुम्हरो स्वर्गीय बाप अपना मागनवाला खे अच्छो चिज का नी देस” \p \v 12 येका करण जो कुछ तुम चास हइ, की इन्सान तुमारा सात करस, तुम भी उनका सात असो हि करणु. क्योकि मूसा की व्यवस्था, अरु भविष्यव्दक्ता कि शिक्षा यही हइ. \s छोटी अरु चौडी रस्ता \r (लूका 13:24) \p \v 13 “छोटा दरवाजो से प्रवेश कर, किक्यु चौडो हइ उ दरवाजो अरु सीधी हइ वा रस्ता जो विनाश का तरप ली जास हइ. अरु भोत सारा दुन्या हइ जो ओकासे आनजानो करस हइ. \v 14 क्योकि संकेत हइ उ दरवाजो अरु कठिन हइ वा रस्ता जो जिवन खे पहुचास हइ, अरु जरासा दुन्या ओका पास हइ.” \s जसो झाड वसो फल \r (लूका 6:43,44) \p \v 15 “झुटा भविष्यव्दक्ताहोन से हुशार ऱ्हे, जो मेढाहोन का भेस मे तुम्हारा पास आस हइ, पन अन्नत मे फाडनआलो लाडग्यो हइ. \v 16 उनका से तुम उनखे पैच्छानी लेस, काटा की झुडुप से अंगूर, या जंगल झाड से अंजीर तोडस हइ? \v 17 यो प्रकार हर एक अच्छो झाड अच्छो फल लास हइ अरु नीकम्मो झाड बुरो फल लास हइ. \v 18 अच्छो झाड बुरो फल नी लय सकस, अरु नी नीकम्मो झाड अच्छो फल लय सकस हइ. \v 19 जो-जो झाड अच्छो फल नी लास, अरु उ काटस, अरु अंगार मे डाल्यो जास हइ. \v 20 आखरी उनका काम से तुम झुठो भविष्यव्दक्ताहोन पैच्छानी लेस. \s मी तुमखे कभी नी चिनू \r (लूका 13:25-27) \p \v 21 “जो मरासे, हे ‘प्रभु, हे प्रभु’ बोलस हइ, ओमे से हर एक स्वर्ग का राज्य मे प्रवेश नी करस, पन वा जो मरा स्वर्गीय बाप कि इच्छा पर चलस हइ. \v 22 न्याय कादिन भोत दुन्या मरासे बोलस ‘हे प्रभु, हे प्रभु, हमने तरा नाम से भविष्यवाणी नी करी, अरु तरा नाम से बुरी आत्माहोन खे नी नीकली, अरु तरा नाम से भोत चमत्कार को काम नी कऱ्यो.’ \v 23 तब मी उनखे खोली खे बोली दियु, मेने तुम खे कभी नी जान्यो, हे बुरो करणवाला मरा पास से जय जा. \s दोइ तरप घर बनानआलो इन्शान \r (लूका 6:47-49) \p \v 24 “येकालिये जो कोय मरी या बात सुनीखे उनखे करस हइ उ ओखे डिमाकआलो इन्सान का जसो बताये जेने अपनो घर पत्थर पर बनायो. \v 25 अरु पानी आयो, अरु पुर अय अरु हवाधुन हुइ, अरु वु घर पर टाकरा लगया, पन वु घर नी गिऱ्यो, क्युकी ओका पय्या पत्थर पर डाली गइ थी. \p \v 26 “पन जो कोय मरी या बात खे सुनस हइ अरु उन पर नी चलास वे उ बेडिमाक इन्सान का जसो ऱ्हीहे जेने अपनो घर रेती पर बनायो. \v 27 अरु पाणी गिर्यो, अरु पुर अय, अरु हवाधुन हुइ, अरु उ घर पर टाकरइ अरु वु गिरीखे सत्यानाश हुये गयो.” \s यीशु को अधिकार \p \v 28 जब यीशु या बात बोली दिये, ते असो हुयो की गर्दी ओका उपदेस से चकित हुइ. \v 29 किक्यु उ उनका पंडीतहोन का जसो नी पन अधिकारी का जसो उनखे उपदेस देतो थो. \c 8 \s बेमार रोगी खे छिखे अच्छो करणो \r (मरकुस 1:40-45; लूका 5:12-26) \p \v 1 जब यीशु वा टेकडी से उतर्‍यो, ते एक बडी गर्दी ओका पीछे चलन लग्यी. \v 2 अरु एक कोढी ने पास अयखे ओखे प्रणाम कऱ्यो अरु बोल्यो, “हे प्रभु, अगर तु चाये ते मेखे अच्छो करी सकस हइ.” \p \v 3 यीशु ने हात उटयखे ओखे छुयो, अरु बोल्यो, “मी चैवस हइ, तू अच्छो हुइ जाये” अरु उ झल्दी कोढ से अच्छो हुइ गयो. \v 4 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “देख, कोय से नी बोलनु, पन जयखे अपना आप खे याजक खे देख्यो अरु जो दान चढायो मूसा ने रुख्यो हइ ओखे चेढा, ताकी ओका लिये गवाह हुये.” \s सेनापति को विश्वास यीशु पर \r (लूका 7:1-10) \p \v 5 अरु जब उ कफरनहूम मे आयो ते एक रोमी सेनापति ने ओका पास अयखे ओकासे प्रार्थना करी. \v 6 “हे प्रभु, मरो सेवक घर मे लकवा को मारो भोत दुख पीडा मे हइ.” \p \v 7 ओने ओकासे बोल्यो, “मी अयखे ओखे अच्छो कऱ्यु,” \p \v 8 सेनापति ने उत्तर दियो, “हे प्रभु, मी यो योग्य नी कि तु मरा घर मे आयो, पर फक्त मुडा से बोली दे ते मरो सेवक अच्छो हुइ जाये.” \v 9 क्युकी मी भी अधिकार इन्सान हइ, अरु सेवक मरा हात मे हइ, अरु जब एक से बोलस हइ, जा, ते उ जास हइ. अरु दुसरा खे, आ, ते उ आस हइ, अरु अपना दास से बोलस हइ, की यो कर, ते उ करस हइ. \p \v 10 यो सुनीखे यीशु ने अचम्बो कऱ्यो, अरु जो ओका पीछे ए रा था उनका से बोल्यो कि “मी तुम से सच्ची बोलुस हइ खे कि मेने इस्राएल मे भी असो विश्वास नी पायो.” \v 11 अरु मी तुम से बोलुस हइ, कि भोत सारा पूर्व अरु पश्चिम से अयखे अब्राहम अरु इसहाक अरु याकूब का साथ स्वर्ग का राज्य मे बठ. \v 12 पन राज को वारीस बाहेर अंधारा मे डाली दिया जाये व्हा रोनो अरु दात खे कटरनो हुये. \v 13 अरु यीशु ने सेनापति से बोल्यो, “जा जसो तरो विश्वास हइ, असो ही तरा लिये हुये.” \p अरु ओको सेवक उ टेम अच्छो हुइ गयो. \s यीशु कोढिहोन खे अच्छो करणो \r (मरकुस 1:29-34; लूका 4:38-41) \p \v 14 अरु यीशु ने पतरस का घर मे अयखे ओकी सासु खे तेज बुखार मे पडी देखी. \v 15 ओने ओको हात पड्यो अरु ओको बुखार उतरी गयो. अरु वा उठी खे ओकी सेवा करण लगी. \p \v 16 जब संज्जा हुइ तब वे ओका पास भोत से दुन्याहोन खे लायो जोमे बुरी आत्मा थी अरु ओने वा आत्माहोन खे अपना वचन से नीकाली दियो, अरु सब बेमारहोन खे अच्छो कऱ्यो. \v 17 ताकी जो वचन यशायाह भविष्यव्दक्ता का वजेसे बोल्यो गयो थो उ पुरो हुये “ओने खुद हमारी दुर्बलताहोन खे ली लियो अरु हमारी बेमारहोन खे उठय लियो.” \s यीशु का होन आला सेवक \r (लूका 9:57-62) \p \v 18 यीशु ने अपना चारी तरप एक बडी गर्दी देखी खे नद्दी का वा पार जान की आज्ञा दी. \v 19 अरु एक पंडीत ने ओका पास अयखे ओकासे बोल्यो, “हे गुरु, तु जहा कही तू जाये वहा मी तरा पीछे-पीछे हुइ लियु.” \p \v 20 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “लाडग्याहोन को घर अरु बद्दल की पक्षिहोन को बसेरो होस हइ. पन इन्सान का बेटा का लिये माथो धरन की भी जगा नी हइ.” \p \v 21 एक अरु सेवक ने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, मेखे पैयले जान दे, की अपना बाप खे गाडी दियु.” \p \v 22 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तु मरा पीछे हुइ ले. अरु मुर्दा खे अपना मुर्दाहोन खे गाडन दे.” \s हवा अरु तूफान खे शान्त करणो \r (मरकुस 4:35-41; लूका 8:22-25) \p \v 23 जब उ डोंगा पर चेढ्यो, ते ओका सेवक ओका पीछे हुइ लिया. \v 24 “अरु नदी मे एक असो बडो तुफान उठ्यो की डोंगा पानी की लहर से ढुबन लगी. अरु उ सोय रो थो. \v 25 तब उनने ओका पास अयखे ओखे जगायो, अरु बोल्यो, हे प्रभु, हमखे बचा, हम खतम हुय रास हइ.” \p \v 26 ओने उनका से बोल्यो, “हे अल्पविश्वासिहोन, क्यु डरस हइ?” तब ओने उठीखे हवा अरु पानी खे धमकायो, अरु सब शान्त हुइ गयो. \p \v 27 अरु दुनीया खे अचम्बो करीखे बोलन लग्यो, “यो कसो इन्सान हइ, कि हवा अरु पानी भी ओकि आज्ञा मानस हइ.” \s यीशु बुरी आत्माआला खे अच्छो करस \r (मरकुस 5:1-20; लूका 8:26-39) \p \v 28 जब उ वा पार गदरेनीयो का देश मे पोच्यो, ते दो इन्सान जोमे बुरी आत्मा थी कब्र से नीकलते हुये ओखे मीली, जो येतना बलवान था कि कोय वा रस्ता से जय नी सकस हइ. \v 29 अरु, उनने चिल्लय खे बोल्यो, “हे परमेश्वर का बेटा, हमारो तरा से काम का तु टेम से पैयले हमखे दुख देन ह्या आयो हइ.” \p \v 30 उनसे कुछ दुर भोत सा डुक्कर को एक झुड चरी रो थो. \v 31 बुरी आत्माहोन ने ओकासे बोलीखे प्रार्थना करी, “अगर तु हमखे नीकलस हइ अरु डुक्कर का झुण्ड मे भेजी देस” \p \v 32 ओने उनका से बोल्यो, “जा!” अरु उ नीकली खे डुक्कर मे घुसी गया अरु पुरो झुण्ड धुरा पर से झपटिखे पानी मे जय पड्यो अरु डुबी खे मऱ्यो. \p \v 33 अरु चरानआला भागीगा, अरु गाव मे जयखे या सब बात अरु जोमे बुरी आत्मा थी. उनको पुरो हाल सुनायो. \v 34 अरु सब गाव का दुन्या यीशु से मीलन खे नीकली आया अरु ओखे देखीखे प्रार्थना करी की हमारो देश से बाहेर नीकली जा. \c 9 \s एक लखवो को रोगी खे अच्छो करणो \r (मरकुस 2:1-12; लूका 5:17-26) \p \v 1 फिर यीशु डोंगा पर चेडी खे वा पार गयो, अरु अपना गाव मे आयो. \v 2 अरु देख, कोइ दुन्या एक लकवा को माऱ्यो हुया खे खटीया पर रखी खे ओका पास लायो. यीशु ने ओको विश्वास देखी खे, उ लकवे को माऱ्यो हुयो से बोल्यो, “हे बेटा, हिम्मत रख. तरो पाप माफ हुये गया.” \p \v 3 अरु कोय पंडीतहोन आपस मे बोलन लग्या, “यो तो परमेश्वर की नीन्दा करस हइ.” \p \v 4 यीशु ने उनका मन कि बात जानीखे बोल्यो, “तुम दुन्या अपना-अपना मन मे बुरो बिचार करी रास हइ? \v 5 सिधो का हइ? यो बोलनो, ‘तरा पाप माफ हुया’ या यो बोलनो, ‘उट अरु चल फिर.’ \v 6 पन तुम यो जानी ले की इन्सान का बेटा खे पृथ्वी पर पाप माफ करण को अधिकार हइ.” येका लिये ओने लखवा को माऱ्यो हुयो से बोल्यो, “उट, अपनी खटीया उठा, अरु अपना घर जय जा.” \p \v 7 उ उठीखे अपना घर चली गयो. \v 8 दुन्या यो देखीखे डरी गया अरु परमेश्वर कि महिमा करण लग्या जेने इन्सानहोन खे असो अधिकार दियो हइ. \s यीशु का वजेसे मत्ती खे बुलानो \r (मरकुस 2:13-17; लूका 5:27-32) \p \v 9 वा से आगे बडीखे यीशु ने मत्ती नाम को एक इन्सान खे चुंगी की चौकी पर बठ्यो देख्यो, अरु ओकासे बोल्यो, “मरा पीछे हुइ लियो.” \p उ उठीखे ओका पीछे हुइ लियो. \p \v 10 अरु जब उ मत्ती का घर मे खानो खान का लिये बठ्यो ते भोत जन चुंगी लेनआला अरु पापी अयखे यीशु अरु ओका सेवक का साथ खान बठ्या. \v 11 यो देखीखे फरीसीहोन ने ओका सेवक से बोल्यो, “तुम्हारो गुरु चुंगी लेनवाला अरु पापीहोन का साथ का खास हइ?” \p \v 12 यो सुनीखे यीशु ने ओकासे बोल्यो, “डाक्टर अच्छा भला खे नी पन बेमारहोन का लिये आकुल्यक हइ. \v 13 येका लिये तुम जयखे येको अर्थ सीखी ले, कि मी जनवर को बलिदान नी पन दया चाउस हइ. क्योकी मी धर्मीहोन खे नी पन पापीहोन खे बुलान आयो हइ.” \s यहून्ना को सेवक को उपास को सवाल \r (मरकुस 2:18-22; लूका 5:33-39) \p \v 14 तब यहून्ना को सेवक ने ओका पास अयखे बोल्यो, “का कारण हइ कि हम अरु फरीसी येतना उपास करस हइ, पर तरा सेवक उपास नी करस?” \p \v 15 यीशु ने ओकासे बोल्यो “बरात जब तक दुलो उनका साथ हइ, दुख करी सकस हइ? पर वे दिन आस कि दुलो उनसे अलग, कऱ्यो जास, उ टेम वे उपास कर्‍हे. \p \v 16 “नवा कपडा को थेगडो पुराना कपडा पर कोइ नी लगास, क्युकी उ जोड्यो कपडा से अरु कुछ खीची लेस हइ, अरु उ जादा फटी जास हइ. \v 17 अरु दुन्या नवो अंगूर को रस पुराना चामडा का झोरा मे नी भरस हइ. क्युकी असो करणा से चामडा को झोरो फुटी जास हइ, अरु अंगूर को रस बोह्य जास हइ, अरु चामडा को झोरो खतम हुइ जास हइ, पन नवो अंगूर को रस नवा चामडा का झोरा मे भरस हइ, अरु उ दो बच्यो ऱ्हेस हइ.” \s रोमी अधिकारी की बेटी अरु एक बय ने यीशु का कपडा खे छुयो \r (मरकुस 5:21-43; लूका 8:40-56) \p \v 18 उ ओकासे या बात बोली ही रो थो, कि देख, एक मुखियो ने अयखे ओखे प्रणाम कऱ्यो अरु बोल्यो, “मरी बेटी अभी मरी हइ. पन चडीखे अपनो हात ओका पर रख, ते वा जिन्दी हुइ जाये.” \p \v 19 यीशु उठीखे अपना सेवक का सात ओका पीछे हुइ लिया. \p \v 20 अरु देख, एक बय ने जेखे बारा साल से खुन बोहायो थो ओका पीछे से अयखे ओका कपडा को कोना खे पकडी लियो. \v 21 क्युकी उ अपना मन मे बोलतो थो, “अगर मी ओका कपडा खे पकडी लिह्यु ते अच्छी हुइ जायु.” \p \v 22 यीशु ने पलटी खे ओखे देख्यो अरु बोल्यो, “बेटी हिम्मत रख. तरा विश्वास ने तोखे अच्छो कऱ्यो हइ.” फिर वा बय उ टेम मे अच्छी हुइ गइ. \p \v 23 जब यीशु उ मुखिया का घर मे पोच्यो अरु बासरी बजानवाला अरु गर्दी मे हल्लो मचाते देख्यो, \v 24 तब यीशु ने बोल्यो, “हटी जा, पोरय मरी नी, पर सोय हइ.” येका पर वे ओकी हसी करण लग्या. \v 25 पन जब गर्दी नीकाली दी गइ, ते ओने अंदर जयखे पोरय को हात पकडीखे उठायो, अरु वा खडी हुइ गइ. \v 26 अरु या बात की चर्चा पुरा देस मे फैली गय. \s यीशु ने दो अंधा खे अच्छो करणो \p \v 27 जब यीशु व्हा से आगे बढ्यो, ते दो अंधा ओका पीछे यो बुलाते हुइ चल्यो, “हे दाउद को बेटा, हम पर दया कर.” \p \v 28 जब उ घर मे पोच्यो, ते वे अंधा ओका पास आया, अरु यीशु ने ओकासे बोल्यो “तुमखे विश्वास हइ, की मी तुमखे अच्छो करी सकुस हइ?” \p ओने ओकासे बोल्यो, “हव प्रभु.” \p \v 29 तब यीशु ने ओकी आख पकडिखे बोल्यो, “तुम्हारो विश्वास का जसो तुम्हारा लिये हुइ.” \v 30 अरु ओका आख खुली गया अरु यीशु ने उनखे आदेस का साथ हुशार कऱ्यो अरु बोल्यो, “हुशार, कोय या बात खे नी जानस.” \p \v 31 पर ओने नीकली खे सब देस मे ओको समाचार फैल्य दियो. \s एक गूगा खे अच्छा करणो \p \v 32 जब वे बाहेर जय रा था, तब दुन्या एक गूगा खे जोमे बुरीआत्मा थी ओका पास लायो. \v 33 अरु जब बुरी आत्माहोन नीकाली दी गय, ते गूगो बोलन लग्यो. अरु गर्दी ने अचम्बो करीखे बोल्यो, “इस्राएल मे असो कभी नी देख्यो गयो.” \p \v 34 पन फरीसीहोन ने बोल्यो, “यो तो बुरी आत्माहोन का मुखिया की सहायता से बुरी आत्माहोन खे नीकालस हइ.” \s यीशु की दुन्याहोन पर दया \p \v 35 अरु यीशु सब नगर अरु गाव मे फिरस ऱ्हेस अरु ओका आराधनालय मे उपदेस करस, अरु राज्य को सुसमाचार प्रचार करस, अरु हर प्रकार की बेमारी अरु दुर्बलता खे अच्छो करतो थो. \v 36 जब ओने गर्दी खे देख्यो ते ओखे दुन्या पर दया अय, क्युकी वे उ मेडा का जसो जेको कोय ठाट्यो नी हइ, व्याकुल अरु भटक्या हुया खे जसो थो. \v 37 तब यीशु ने अपना सेवक से बोल्यो, “पीक तो भोत हइ पर मजुर जरासा हइ. \v 38 येका लिये खेत का स्वामी से प्रार्थना कर कि उ अपना खेत मे काम करण का लिये मजुर भेजी दे.” \c 10 \s यीशु का बारा सेवक \r (मरकुस 3:13-19; लूका 6:12-16) \p \v 1 फिर ओने अपना बारा सेवक खे पास बुलय खे, ओने बुरी आत्माहोन पर अधिकार दियो, की उनखे नीकाल अरु सब प्रकार की बेमारीहोन अरु सब प्रकार की दुर्बलताहोन खे दुर कर. \v 2 ये बारा प्रेरितहोन को नाम यो हइ पयलो शमौन, जो पतरस बोलस हइ, अरु ओको भैइ अन्द्रियास. जब्दी को बेटो याकूब, अरु ओको भैइ यहून्ना. \v 3 फिलिप्पुस अरु बरतुल्मै, थोमा, अरु चुंगी लेनआलो मत्ती, हलफइस को बेटो याकूब अरु तद्दै. \v 4 शमौन कनानी, अरु यहूदा इस्करियोती, जेने ओखे पकडायो. \s सेवक होन खे सेवा का लिये भेज्यो जानो \r (मरकुस 6:7-13; लूका 9:1-6) \p \v 5 ये बाराहोन खे यीशु ने यो आदेस दिखे भेज्यो, “गैरयहूदीहोन का तरप नी जानु, अरु सामरीहोन का कोय नगर मे प्रवेश नी करणु. \v 6 पन इस्राएल का घरानो की ही गम्या हुया मेडा का पास जानु.” \v 7 अरु चलते-चलते प्रचार करीखे बोल्यो की स्वर्ग को राज्य बाहेर अय गो हइ. \v 8 बेमार होन खे अच्छो कर मर्या हुया खे जिन्दो कर, कोढी रोगी खे अच्छो कर, बुरी आत्माहोन खे नीकाल. तुम ने फुकट-मुकट पायो हइ, फुकट-मुकट दे. \v 9 अपना खीसा मे नी सोन्नो, अरु नी चादी, अरु नी तांबा का पैसा रखनु. \v 10 रस्ता का लिये नी थैली रखनु, नी कुर्ता को दुसरो जोड, नी जुता अरु नी लकडी ले, क्युकी मजुर खे ओको अधिकार मीलनो चाह्ये. \p \v 11 जो कोय नगर या गाव मे जाये ते पतो लगा की व्हा कोन अच्छो हइ? अरु जब तक व्हा से नी नीकले, ओका घर मे ऱ्हेनु. \v 12 अरु घर मे घुसता टेम मे ओखे आशिष देनु. \v 13 अगर वे घर का दुन्या अच्छा हुये ते तुम्हारी शांती उन पर पोचे पन अगर वे अच्छा नी हुये ते तुम्हारी शांती तुम्हारास पास वापस आह्ये. \v 14 अरु जो कोय तुमखे अपनानो नी कर्‍हे, अरु तुम्हारी बात नी सुने, उ घर या नगर से नीकलते हुये अपना पाय को धुलो झाडि डाले. \v 15 मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, की न्याय का दिन उ नगर की दशा से सदोम अरु गमोरा का नगर की दशा जादा सहन्यो योग्य हुये. \s आनआलो कठिन टेम \r (मरकुस 13:9-13; लूका 21:12-17) \p \v 16 “देख, मी तुमखे लाडगा का जसो मेढाहोन का बीच मे भेजुस हइ येकालिये साप का जसो चेतावनी अरु कबूतर का जसो भोलो ऱ्हे. \v 17 पन दुन्याहोन से बच्या ऱ्हे, क्युकी वे तुमखे आराधनालयहोन मे दिये, अरु अपना पंचायत मे तुमखे कोडा मारे.” \v 18 तुम मरा लिये अधिकारीहोन अरु राजाहोन का सामने उन पर, अरु गैरयहूदीहोन पर गवाह होन का लिये पोचायो जाये. \v 19 जब वे तुमखे पकडे ते या चिन्ता नी करणु, कि हम कोय रीति से का बोले. क्युकी जो कुछ तुम खे बोलनो हुये, उ टेम तुमखे बतायो दियो जाये. \v 20 क्युकी बोलनवाला तुम नी हुये पन तुम्हारा बाप की आत्मा तुम्हारा वजेसे बोलस हइ. \p \v 21 “भैइ अपना भैइ खे अरु बाप अपना बेटा खे, मरन का लिये सोपी दिये, अरु बच्चा अपना माय-बाप का खिलाब मे उठीखे उनखे मारी डाले.\x + \xo 10:21 \xo*\xt मीखा 7:6\xt*\x* \v 22 मरा नाम का कारण सब दुन्या तुम से दुजाभाव कर्‍हे, पर जो अन्नत तक धीरज धरे ओको उध्दार हुये.” \v 23 जब वे तुमखे एक नगर मे सताये, ते दुसरा खे भागी जानु. मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, इन्सान को बेटो आना तक तुम इस्राएल का सब नगर मे काम खतम नी करी सखे \p \v 24 “सेवक अपना गुरु से बडो नी होस. अरु नी सेवक अपना स्वामी से. \v 25 सेवक को गुरु का, अरु सेवक को स्वामी का, बरोबर होना मे भोत हइ. जब ओने घर का स्वामी खे सैतान बोल्यो ते ओका घरआला खे कुछ नी बोले.” \s प्रभु खे डरो \r (लूका 12:2-7) \p \v 26 “येकालिये इन्सान से मत डरनु क्योकी कुछ झाख्यो नी, जो खोल्यो नी जास. अरु नी कुछ छिप्यो हइ, जो जान्यो नी जास. \v 27 जो मी तुम से अंधारा मे बोलुस हइ, ओखे उजाला मे बोल. अरु जो कानहोन से कान सुनस हइ, छपर पर से प्रचार कर. \v 28 जो आंग खे मारी सकस हइ, पर आत्मा खे अरु मन खे मारी नी सकस, ओकासे मत डरनु. पर परमेश्वर से डर, जो आत्मा अरु आंग दोय खे नरक मे नास करी सकस हइ. \v 29 का पैसा मे दो चिडी नी बिकस? फिर भी तुम्हारो बाप की इच्छा का बिना ओमे से एक भी जमीन पर नी गिरी सकस. \v 30 तुम्हारा माथा का बाल भी सब गिन्या हुया हइ.\x + \xo 10:30 \xo*\xt लूका 12:7\xt*\x* \v 31 येकालिये डरनु नी. तुम बहोत से चिडीहोन से महत्वपुर्ण हइ \fig चिकनी छप्पर, जुन्ना टेम को इस्राएल मे घर|alt="Flat-roofed, olden house in Israel" src="LB00234B" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="10:27"\fig* \s यीशु खे मनानु या नी मनानु \r (लूका 12:8; 9) \p \v 32 “जो कोय इन्सान का सामने मेखे मानी लिये, ओखे मी भी अपना स्वर्गीय बाप का सामने मानी लियु. \v 33 पर जो कोय इन्सानहोन का सामने मेखे इन्कार कर्‍हे ओखे मी भी अपना स्वर्गीय बाप का सामने इन्कार कऱ्यु. \s यीशु आन को परिनाम \r (लूका 12:51-53; 14:26,27) \p \v 34 “यो नी समझनु, की मी पृथ्वी पर मीलनो झुलनो करण खे आयो हइ, मी मीलनो झुलनो करण खे नी, पर तलवार चलान आयो हइ. \v 35 मी तो आयो हइ, कि बेटा खे ओका बाप से, अरु बेटी खे ओकी माय से, अरु बहू खे ओकी सासु से अलग करी दुयु.” \v 36 इन्सान का दुसमन ओका घर का ही दुन्या हुये. \p \v 37 जो माय या बाप खे मरासे जादा प्रेम करस हइ, उ मरो अच्छो नी अरु जो बेटो या बेटी खे मरा से जादा प्रिय जानस हइ, उ मरो अच्छो नी. \v 38 अरु जो अपनो क्रुस लिखे मरा पीछी नी चले उ मरा योग्य नी. \v 39 जो अपनो जान बचास हइ, उ ओखे गमास. अरु जो मरा कारण अपनो जान गमास उ ओखे पास. \s प्रतीफल \r (मरकुस 9:41) \p \v 40 जो तुमखे स्वीकार करस हइ, उ मेखे ग्रहन करस हइ. अरु जो मेखे ग्रहन करस हइ, उ मरा भेजनवाला खे स्वीकार करस हइ. \v 41 जो कोय भविष्यव्दक्ता खे भविष्यव्दक्ता जानीखे स्वीकार कर, उ भविष्यव्दक्ता को इनाम मील्हे कर्‍हे. अरु जो धर्मी जानीखे धर्मी खे स्वीकार करस, उ धर्मी खे बदलो पास. \v 42 “जो कोय इन छोटा मे से एक खे सेवक जानीखे फक्त एक कटोरो थंण्डो पानी पीये, मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, उ अपनो इनाम कभी नी पाये.” \c 11 \s बपतिस्मा देनआला यहुन्ना का तरप से संदेश \p \v 1 जब यीशु अपना बारा सेवक खे शिक्षा दी रो थो, ते उ उनका गावहोन मे उपदेस अरु सुसमाचार करण खे व्हा से चली गयो. \p \v 2 यहून्ना ने बन्दिघर मे मसीह का काम को सुसमाचार सुनीखे अपना सेवक खे ओका पास भेज्यो. \v 3 “आनवालो तु ही हइ, या हम दुसरा कि रस्ता देखे?” \p \v 4 यीशु ने उत्तर दियो, “जो कुछ तुम सुनस हइ अरु देखस हइ, उ सब जयखे यहून्ना से बतय दे. \v 5 की अंधो देखस हइ अरु लंगडो चलस फिरस हइ, कोढी अच्छा करी जास हइ अरु बाहेर सुनस हइ, मुर्दा होन जिन्दो होस, अरु गरीब होन खे सुसमाचार सुनायो जास हइ. \v 6 अरु अच्छो हइ उ, जो मरा कारन ठोकर नी खाये.” \p \v 7 जब वे व्हा से चली गया, ते यीशु यहून्ना को बारे मे दुन्याहोन सेबोलन लग्यो, “तुम जंगल मे मेखे देखन गया था? हवा से हालते हुये सरकण्डा खे? \v 8 फिर तुम, देखन गया था? जो अच्छा कपडा पेन्या हुया, या राजभवन मे ऱ्हेस हइ. \v 9 ते फिर क्यु गया था? कोय भविष्यव्दक्ता खे तुम देखन गया था? हव, मी तुम से बोलुस हइ, जब भविष्यव्दक्ता से भी बडि हइ. \v 10 यो उ हइ जेका विषय मे लिख्यो हइ की तुम देख, मी अपना स्वर्गदूत खे तरा आगे भेजुस हइ जो तरा आगे तरी रस्ता खे तैयार करस. \v 11 मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, की जो बयहोन से जन्मो हइ, ओमे से यहून्ना बपतिस्मा देनआला से कोय बडो नी हुयो. पर जो स्वर्ग का राज्य मे ऱ्हेस वे छोटा से छोटा हइ उ ओकासे बडो हइ. \v 12 यहून्ना बपतिस्मा देनआला का दिनहोन से अभी तक स्वर्ग का राज्य मे बलपूर्वक अय रोस हइ, अरु बलवान ओखे छुडय रोस हइ. \v 13 यहून्ना तक सब भविष्यव्दक्ता अरु मूसा की व्यवस्था भविष्यवाणी करस ऱ्हेस. \v 14 अरु चाहा ते मानीले, एलिय्याह जो आनवालो थो उ यो हइ. \v 15 जेका कान हइ उ सुनी ले. \p \v 16 “मी या टेम मे ये दुन्याहोन की तुलना को का से करु? वे बच्चान का जसा हइ, जो बजार मे बठ्या हुया एक दुसरा से बुलयखे खे बोलस हइ. \v 17 हमने तुम्हारा लिये बासरी बजय, अरु तुम नी नाचे. हमने दुख कऱ्यो, अरु तुम ने अपनी छाती नी पिटि . \v 18 क्युकी यहून्ना नी खाते आयो अरु नी पीते आयो, अरु वे दुन्या बोलस हइ की ओमे बुरीआत्मा हइ. \v 19 इन्सान को बेटो खातो-पीतो आयो, अरु दुन्याहोन बोलस हइ की देख, यो पेटू अरु पियक्कड इन्सान हइ उ चुंगी लेनवालो अरु पापीहोन को दोस्त! पर परमेश्वर को ज्ञान अपना कामहोन मे से सच्चो ठहरो गयो हइ.” \s अविश्वासी गाव \p \v 20 तब वे उ गाव मे दोष देन लग्या, जेने ओने भोत अच्छा सामर्थ्य काम कऱ्या था. क्युकी ओने अपनो मन नी फिरायो थो. \v 21 “हाय, खुराजीन! हाय. बैतसैदा! जो सामर्थ काम तुम मे कऱ्यो गयो, अगर वे सूर अरु सैदा मे कऱ्यो जास, ते ठाटी होडीखे खे राख मे बठी, खे वे अपना पाप से मन फिरास हइ\f + \fr 11:21 \fr*\ft दुख उठानो अरु रख मे बठीखे, वे अपना पाप से मन फिरावो हइ.\ft*\f* \v 22 पन मी तुम से बोलुस हइ. कि न्याय का दिन मे तुम्हारी दशा से सूर अरु सैदा की दशा अधिक सहन योग्य हुये. \v 23 अरु हे कफरनहूम, तु स्वर्ग तक उपर कऱ्यो जास? तु तो दुन्याहोन तक नीचे जाये. जो सामर्थ काम तरा मे कऱ्ये गयो हइ, अगर सदोम मे कऱ्यो जास, ते उ आज तक बन्यो ऱ्हेस. \v 24 पर मी तरा से बोलुस हइ, कि न्याय का दिन तरा देस से सदोम कि दशा अधिक सहन योग्य हुये.” \s बोज मे डुब्या दुन्याहोन का लिये आराम \p \v 25 उ टेम यीशु ने बोल्यो, “हे बाप, स्वर्ग अरु पृथ्वी का प्रभु, मी तरो धन्यवाद करुस हइ, की तोने या बात खे ज्ञानीहोन अरु पढ्या लिख्या दुन्या से लुकय खे रखी, अरु बच्चाहोन पर प्रगट कऱ्यो हइ. \v 26 हव, हे बाप, क्युकी तोखे यो अच्छो लग्यो.” \p \v 27 “मरा बाप ने मेखे सब कुछ सोपी दियो हइ, अरु कोय बेटा खे नी जानस, फक्त बाप. अरु कोय बाप खे नी जानस, फक्त बेटो अरु उ जेको बेटा खे ओका पर प्रगट करणू चास. \p \v 28 “हे सब मेहनत करणवालो अरु बोज से दब्या हुया दुन्याहोन, मरा पास आ. मी तुमखे आराम दियु. \v 29 मरो जुवाडो अपना उपर उठ्य ले. अरु मरासे सीख. क्युकी मी दीन अरु मन से नम्र हइ; अरु तुम अपना मन मे आराम पाये. \v 30 क्युकी मरो जुवाडो सीदो हुयगो अरु मरो बोजो हलको हुयगो.” \c 12 \s आराम का बारे मे सवाल \p \v 1 उ टेम यीशु आराम का दिन खेत मे से हुइ खे जय रा था, अरु ओका सेवक होन खे भुख लगी थी, अरु वे बाले तोडी-तोडी खे खान लग्या. \v 2 फरीसीहोन ने यो देखीखे ओकासे बोल्यो की, “देख, तरा सेवक यो काम अच्छो नी कर रास हइ, जो आराम को दिन करणो अच्छो नी हइ.” \v 3 ओखे बोल्यो “ का तुम ने नी पढ्यो, कि दाउद ने जब उ अरु ओका साथी भूखा हुये ते का कऱ्यो? \v 4 उ कसो परमेश्वर का घर मे गयो अरु दान की रोटि खुद जेखे खइ नी ते उ अरु नी ओका साथीहोन का पर फक्त याजकहोन खे अच्छो थो? \v 5 यो का तुम ने मूसा की व्यवस्था मे नी पढ्यो की याजक आराम का दिन मन्‍दिर मे आराम का दिन कि विधी खे तोडीखे पर भी नीर्दोश ठहरस हइ? \v 6 पर मी तुम से बोलुस हइ कि यो उ हइ, जो मन्‍दिर से भी महान हइ. \v 7 अगर तुम येको अर्थ जानस की मी दया से सतुष्ट होस हइ, बलिदान से नी, ते तुम नीर्दोश खे दोषी नी ठहरानु. \v 8 इन्सान को बेटो तो आराम\f + \fr 12:8 \fr*\ft यहूदीया, विशाम दिन\ft*\f* का दिन को भी प्रभु हइ.” \s सुखा हात आलो इन्सान खे अच्छो करणो \p \v 9 व्हा से चलीखे यीशु यहूदीया का आराधनालय मे आयो. \v 10 व्हा एक इन्सान जो लकवा को थो, जेको हात सुखो हुयो थो. अरु फरीसीहोन ने ओका पर दोष लगान का लिये ओकासे पुछ्यो, “की तु आराम का दिन अच्छो करणु उचित हइ?” \p \v 11 ओने उनका से बोल्यो का “तुम मे असो कोन तो इन्सान हइ, जेको एक मेंडो हइ अरु उ आराम का दिन गड्डा मे गिरी जाये ते उ ओखे पकडीखे नी नीकाले? \v 12 अच्छो, इन्सान को एक मेंडो मे से कतनो बढी खे हइ! येका लिये आराम का दिन भलो करणु अच्छो हइ.” \v 13 तब ओने उ लखवा इन्सान से बोल्यो, “अपनो हात दे.” ओने हात बडायो अरु उ फिर अपना दुसरो हात का जसो अच्छो हुइ गयो. \v 14 तब फरीसी ने ओखे बाहेर जयखे ओका विरोध मे बिचार करीखे ओखे कोय रिती से मारी डाले? \s परमेश्वर को चुन्यो हुयो सेवक \p \v 15 यो जानीखे यीशु व्हा से चली गयो. अरु भोत दुन्या ओका पीछे चली गया, अरु ओने सब खे बेमारी से अच्छो करी दियो. \v 16 अरु ओने आज्ञा दी, कि मेखे प्रगट मत करणु. \v 17 कि जो वचन यशायाह भविष्यव्दक्ता का वजेसे बोल्यो गयो थो, उ पुरो हुये \q1 \v 18 “देख, यो मरो सेवक हइ, जेखे मेने चुन्यो हइ. \q2 मरो लाडको जेकासे मरो मन सतुष्ट हइ \q1 मी अपनी आत्मा ओका पर डाल्यु. \q2 अरु उ गैरयहूदीहोन को न्याय को समाचार दियु. \q1 \v 19 उ नी झगडो कर्‍हे, अरु नी धुम मचाये. \q2 अरु नी बजार मे कोय ओको शब्द जोर से सुनाये. \q1 \v 20 उ कुचल्यो हुयो सरकण्‍डे खे नी तोडे. \q2 अरु धुवा देस हुये बत्ती नी बुझाये \q1 जब तक न्याय को प्रबल नी कर्‍हे. \q2 \v 21 अरु गैरयहूदिहोन सब राष्ट्र ओका नाम पर आस रखस.” \s यीशु अरु बालजबुल \r (मरकुस 3:20-30; लूका 11:14-23) \p \v 22 तब दुन्या एक अंन्धो-मुको इन्सान खे जोमे बुरीआत्मा थी, ओका पास ओखे लायो. अरु ओने ओखे अच्छो कऱ्यो. अरु उ मुको इन्सान बोलन अरु देखन लग्यो. \v 23 येका पर सब दुन्या चकीत हुइखे बोलन लग्या, “यो का दाउद को बेटो हइ?” \p \v 24 पन फरीसीहोन ने यो सुनीखे बोल्यो, “यो तो बुरीआत्माहोन को मुखियो सैतान का सहायता का बिन बुरीआत्माहोन खे नी नीकालस\f + \fr 12:24 \fr*\ft बुरीआत्मा मुखियो हइ बालजबूल \ft*\f*.” \p \v 25 ओने उनका मन की बात जानीखे उनसे बोल्यो, “जो कोय राज्य मे अलग होस हइ, उ उजडी जास हइ अरु कोय गाव या घराना मे जोमे अलग होस हइ, बन्यो नी ऱ्हेस.” \v 26 अरु अगर सैतान खे निकाल्ये, ते उ अपनो ही दुशम्न हुये गयो हुये. फिर ओको राज्य कसो बन्यो ऱ्हेस? \v 27 अच्छो अगर मी सैतान की सहायता से ओमे बुरीआत्मा खे नीकलुस हइ, ते तुम्हारो कुल कोय की सहायता से नीकालस हइ? येका लिये वे ही तुम्हारो न्याय करस हइ. \v 28 पन अगर मी परमेश्वर कि आत्मा कि सहायता से बुरीआत्मा खे नीकालुस हइ, ते परमेश्वर को राज्य तुम्हारा पास ए पोच्यो हइ. \p \v 29 या कसो कोय इन्सान कोय बलवन्त का घर मे घुसीखे ओका पुरा घर को माल लुटी सकस हइ जब तक कि पैयले उ बलवन्त इन्सान खे बांधी नी ले? अरु तब तक उ ओका घर मे घुसीखे माल चोरी नी सकस. \p \v 30 जो इन्सान मरा सात नी, उ मरो विरोध मे हइ. अरु जो इन्सान मरा साथ जमा नी करस, उ फैली जास हइ. \v 31 येका लिये मी तुम से बोलुस हइ, की इन्सान का सब प्रकार को पाप अरु ओकी नीन्दा माफी करी जास, पर पवित्र आत्मा की नीन्दा करस हइ ओखे माफी नी कऱ्यो जास \v 32 जो कोय यो इन्सान को बेटा का विरोध मे कोय बात बोले, ओको यो बुरो माफी कऱ्यो जाये पन जो कोय या पवित्र आत्मा का विरोध मे कुछ बोले नी ते यो दुन्या मे या परलोक मे माफी कऱ्यो जाये. \s झाड अरु ओको फल \r (लूका 6:43-45) \p \v 33 अगर झाड खे अच्छो बोलस, ते ओका फल खे भी अच्छो बोल, ते झाड खे नीकम्मो बोले, ते ओका फल खे भी नीकम्मो बोल. क्युकी झाड अपना फल से ही पहचानो जास हइ. \v 34 हे साप का बच्चा होन, तुम बुरो हुइखे कसी अच्छी बात बोली सकस हइ? क्युकी जो मन मे भऱ्यो हइ, उ मुडा पर आस हइ. \v 35 अच्छो इन्सान मन का भला खेत से भली बात नीकलस हइ; अरु बुरो इन्सान का मन मे बुरा भण्‍डार से बुरी बात नीकलस हइ. \p \v 36 “अरु मी तुम से बोलुस हइ, कि जो-जो इन्सान नीकम्मी बात बोलस, न्याय का दिन हर एक बात की लेखी दिये. \v 37 क्युकी तू अपनी बातकरण नीर्दोष अरु अपनी बातकरण दोषी ठहरायो जास.” \s स्वर्गीय चिन्ह की माग \r (मरकुस 8:11-12; लूका 11:29-32) \p \v 38 येका पर कुछ शास्त्रिहोन अरु फरीसीहोन ने ओकासे बोल्यो, “हे गुरु, हम तरा से एक बडो चिन्ह देखनो चास हइ.” \p \v 39 ओने उनखे उत्तर दियो, “येका जमाना खे बुरो अरु व्यभिचार दुन्या बडो चिन्ह ढुढस हइ. पन योना भविष्यव्दक्ता का चिन्ह खे छोडी कोय अरु चिन्ह उनखे नी दियो जास.” \v 40 योना तीन रात-दीन बडी मच्छी का पेट मे ऱ्हियो, असो इन्सान को बेटो तीन रात-दिन पृथ्वी का अंदर ऱ्हेस. \v 41 नीनवे का दुन्या न्याय का दिन यो जमाना का दुन्या का साथ उठीखे उनखे दोषी ठहरास, क्युकी ओने योना को प्रचार सुनीखे, मन फिरावो अरु यो उ हइ जो योना से भी बडो हइ. \v 42 दक्षिन की रानी न्याय को दिन येका जमाना का दुन्या का साथ उठीखे उनखे दोषी ठहरास, क्युकी उ सुलैमान को ज्ञान सुनन का लिये पृथ्वी का छोर से अयखे , अरु यो उ हइ जो सुलैमान से भी बडो हइ. \s बुरी आत्मा को पलटनो \p \v 43 जब बुरी आत्मा इन्सान मे से नीकली जास हइ ते वा बुरी आत्मा सुखी जगा मे आराम ढुढती फिरस हइ अरु नी मीले . \v 44 तब बोलस हइ, की मी अपना उ घर मे झा से मी नीकली थी, वापस जाह्य, अरु अयखे उ सुन्यो झाड बुहारा अरु सजा-सजायो पास हइ. \v 45 “तब उ जयखे अपना से अरु बुरी सात आत्माहोन खे अपना साथ ली आस हइ, अरु वे ओमे बठीखे व्हा वास करस हइ, अरु उ इन्सान की पिछे कि दशा पैयले से भी बुरी हुय जास हइ. येका जमाना का बुरा दुन्या की दशा भी असी ही हुये.” \s यीशु की माय अरु ओको भैइ \p \v 46 जब उ गर्दी से बात करी ही रहो थो, ते ओकी माय अरु भैइ बाहेर खडा था, अरु ओकासे बात करणो चास हइ. \v 47 कोय ने ओकासे बोल्यो, “देख तरी माय अरु तरो भैइ बाहेर खडा हइ, अरु तरा से बात करणु चास हइ.” \v 48 यो सुनीखे ओने बोलनवाला खे उत्तर दियो, “कोन हइ मरी माय? अरु कोन हइ मरो भैइ?” \v 49 अरु अपना सेवकहोन का तरप हात बढय खे बोल्यो, “मरी माय अरु मरो भैइ ये हइ. \v 50 क्योकी जो कोय मरा स्वर्गीय बाप की इच्छा पर चलस, उ मरो भैइ, अरु भैइन, अरु मरी माय हइ.” \c 13 \s बिज बोनवाला को दृष्‍टान्‍त \r (मरकुस 4:1-9; लूका 8:4-8) \p \v 1 उ दीन यीशु घर से नीकलीखे एक झील का किनारा पर जयखे बठ्यो. \v 2 अरु ओका पास असी बडि गर्दी जमा हुये की उ एक डोंगा पर चेडी खे बठी गो, अरु सब गर्दी किनारा पर ही खडि ऱ्ही गय. \v 3 अरु यीशु ने उनसे दृष्‍टान्‍त मे भोत सारी बात बोली “अरु एक बोनआलो बीज बोन नीकलस. \v 4 बोन का टेम मे कुछ बीच रस्ता का किनारा पर गिरी जास अरु पक्षिहोन ने अयखे उनखे खय लियो. \v 5 कुछ बीचहोन पत्थर जमीन पर गिरी जास, झा उनखे भोत मट्टी नी मीले अरु नरम मट्टी का कारण बीजहोन जल्दी उगी जास. \v 6 पर बीज सुरज नीकलना पर वे जली गा, अरु जडी नी पकडना से सुखी गा \v 7 कुछ बीजहोन झाडिहोन मे गिरी जास, अरु झाडि होन ने बढिखे उनखे दबय दियो. \v 8 पर कुछ बीजहोन अच्छी जमीन पर गिरस, अरु अच्छा फल लास, कोय सौ गुना, अरु कोय साठ गुना, अरु कोय तीस गुना. \fig यीशु समुद्र का धुरा मे गर्दी खे उपदेश देते हुये|alt="Jesus teaching the crowd by the sea" src="LB00299C.TIF" size="span" copy="Horace Knowles ©" ref="13:2"\fig* \p \v 9 “जोका कान हुये ते वे सूनी ले.” \s दृष्‍टान्‍त को उद्देस्य \r (मरकुस 4:10-12; लूका 8:9,10) \p \v 10 अरु सेवक होन ने ओका पास अयखे ओकासे बोल्यो, “तू उनका से दृष्‍टान्‍त मे का बात करस हइ?” \p \v 11 ओने उत्तर दियो, “तुम खे स्वर्ग का राज्य को भेद कि सजा दी गय हइ, पर उनखे नी. \v 12 क्योकी जोका पास भोत हइ, ओखे दियो जाये. अरु ओका पास भोत जादा हुय जाये. पर जो इंन्सान का पास कुच नी हइ, ओका से जो कुछ ओका पास हइ, उ भी ली लियो जाये.” \v 13 मी उनसे दृष्‍टान्‍तहोन मे येकालिये बात करुस हइ, की वे देखता हुये नी देखस. अरु सुनता हुये नी सुने. अरु नी समझस. \v 14 अरु उनका बारे मे यशायाह कि या भविष्यवाणी पुरी होस हइ \q1 तुम कानहोन से ते नी सुने, पर समझे नी \q2 अरु आख से ते नी देखन को, पर तुमखे नी सुझे. \q1 \v 15 क्युकी ये दुन्याहोन को मन मे कठोर हुय गयो हइ, \q2 अरु वे कान से उचो सुनस हइ \q1 अरु ओने अपनी आख बन्द करी लीस हइ. \q2 कही असो नी हुये कि \q2 वे आख से देखस, \q1 अरु कान से सुनस \q2 अरु मन से समझस अरु फिरी जाये, \q2 अरु मी उनखे अच्छो कऱ्यु. \p \v 16 “पर धन्य हइ तुम्हारी आख, की वे देखी सकस हइ. अरु तुम्हारा कान, की वे सुनी सकस हइ. \v 17 क्योकी मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, कि बहोत सा भविष्यव्दक्ता अरु धर्मीहोन ने चायो कि जो बात तुम देखस हइ, देख पर देख नी सकस, अरु जो बात तुम सुनस हइ, पर सुनी नी सकस.” \s बीज बोनआलो दृष्‍टान्‍त की व्याख्या \r (मरकुस 4:13-20; लूका 8:11-15) \p \v 18 अब तुम बोनवाला को दृष्‍टान्‍त को अर्थ सुन. \v 19 जो कोय राज्य को वचन सुनीखे नी समझस, ओका मन मे जो कुछ बोयो गयो थो, ओखे उ दुष्ट अयखे छुड्य ली जास हइ. यो उ हइ, जो रस्ता का किनारा पर बोयो गयो हइ. \v 20 अरु जो बीज पत्थर जमीन पर बोयो गयो हइ, यो उ हइ, जो वचन सुनीखे झल्दी आनन्द का साथ मानी लेस हइ. \v 21 पर अपना मे जडी नी रखन का कारण उ जरासा ही दिन को हइ, अरु जब वचन का कारण क्लेश या अंत्याचार होस हइ, ते झल्दी ठोकर खास हइ. \v 22 जो झाडिहोन मे बोयो गयो हइ यो उ हइ, जो वचन खे सुनी लेस हइ, पर या जगत की चिन्ता अरु धन खे धोखा वचन खे दबास हइ, अरु उ फल नी लास. \v 23 “जो अच्छो बीज जमीन पर बोयो गयो, यो उ हइ, जो वचन सुनीखे समझस हइ, अरु फल लास हइ कोय सौ गुना, अरु कोय साट गुना, अरु कोय तीस गुना .” \s जंगली बीज को दृष्‍टान्‍त \p \v 24 यीशु ने उनखे एक अरु दृष्‍टान्‍त दियो, “स्वर्ग को राज्य उ इंन्सान का जसो हइ जेने अपना खेत मे अच्छो बीज बोयो हइ. \v 25 पर जब दुन्या सोय रा था ते ओका दुसमन आयखे गहु का जंगली बीज बोयी खे चली गया. \v 26 जब गहु को कोम नीकली अरु बाली लगी, ते जंगली दाना का झाड भी दिखय दियो.” \v 27 येका पर गृहस्थ का सेवक ने अय खे ओकासे बोल्यो, “हे स्वामी, का तोने अपना खेत मे अच्छो बीज नी बोयो थो? फिर जंगली का दाना का झाड ओमे खा से आयो?” \v 28 ओने ओकासे बोल्यो, “ह्या कोय दुसमन को कोय काम नी हइ. सेवक ने ओकासे बोल्यो, का तरी इच्छा हइ, की हम उनखे उखाडि खे फेकी दे?” \v 29 ओने बोल्यो, नी, असो नी हुये कि जंगली दाना का झाड जमा हुये तुम उनका साथ गहु भी उखाडी दी सकस ते. \v 30 “काटना तक दोय खे एक साथ बडन दे, अरु काटन का टेम मी काटन वाला से बोल्यु. पैयले जंगली दाना का झाड जमा करीखे जलान का लिये उनका गठ्टा बांदी ले, अरु गहु खे मरा खेत मे जमा करी देस.” \s रईका बीज को दृष्‍टान्‍त \r (मरकुस 4:30-32; लूका 13:18,19) \p \v 31 ओने उनसे एक अरु दृष्‍टान्‍त दियो, “अरु स्वर्ग को राज्य रइ को एक दाना का जसो हइ, जेने कोय इंन्सान ने लीखे अपना खेत मे बोय दियो. \v 32 उ सब बीजहोन से छोटो ते हइ पर जब बडो होस हइ, तब सब बगीचो को रोप से बडो होस हइ. अरु असो झाड हुये जास हइ, की बद्दल की पक्षिहोन अयखे ओकी डग्यान पर अपनो घोसलो बनय खे ऱ्हेन लग्या.” \s खमीर को दृष्‍टान्‍त \r (लूका 13:20-21) \p \v 33 ओने अरु एक दृष्‍टान्‍त उनखे सुनायो, “अरु स्वर्ग को राज्य खमीर का जसो हइ जेखे कोय बय ने लीखे तीन पस आटा मे खमीर हुइ गयो.” \s यीशू का द्वारा दृष्‍टान्‍त को प्रयोग \r (मरकुस 4:33,34) \p \v 34 ये सब बातहोन यीशु ने द्दष्टानहोन मे दुन्या से बोली, अरु बिना दृष्‍टान्‍त उ उनसे कुछ नी बोल्यो थो. \v 35 की जो वचन भविष्यव्दक्ता का वजेसे बोल्यो गयो थो, उ पुरो हुये \q1 “मी दृष्‍टान्‍त बोलन खे अपनो मुढो खोल्यु \q2 मी वा सब बात खे जो जगत की उत्पत्ति से दबीखे ऱ्ही हइ प्रगट कऱ्यु.” \s जंगली बीज को दृष्‍टान्‍त की व्याख्या \p \v 36 तब वे गर्दी खे छोडी खे अपना घर मे आया, अरु ओका सेवक होन ने ओका पास अयखे बोल्यो, “खेत का जंगली दाना को दृष्‍टान्‍त हमखे समझ्य दे.” \p \v 37 ओने उनखे उत्तर दियो, “अच्छो बीज खे बोनआलो इन्सान को बेटो हइ. \v 38 खेत जगत हइ, अरु अच्छो बीज राज्य को बेटो हइ, अरु जंगली बीज दुष्ट को बेटो हइ. \v 39 जो दुसमन ने ओखे बोयो उ सैतान हइ. काटना से जगत को अन्त: हइ अरु काटन वलो स्वर्गदूत हइ. \v 40 अत: जसो जंगली दाना खे जमाकरी जास अरु जलाया जास हइ असो हि जगत का अन्त: मे होस. \v 41 इन्सान को बेटो अपनो स्वर्गदूतहोन खे भेजस, अरु वे ओका राज्य मे से सब ठोकर का कारण खे अरु बुरो करणवाला खे जमा करस.” \v 42 अरु उनखे अंगार का कुव्वा मे डालस, व्हा रोनो अरु दात पिसानो हुये. \v 43 उ टेम परमेश्वर का धर्मी दुन्या अपना बाप का राज्य मे सुर्य का जसो चमकस. जेको कान हुये उ सुनी लेस. \s लूक्यो धन को दुष्टान्त \p \v 44 स्वर्ग को राज्य खेत मे लुकायो हुयो धन का जसो हइ, जेखे कोय इंन्सान ने लिखे लुकय दियो, अरु आनन्द का मारे जयखे अपनो सब कुछ बेचीखे उ खेत खे मोल ली लियो. \s अनमोल मोती को दुष्टान्त \p \v 45 फिर स्वर्ग को राज्य एक धंदा आला का जसो हइ जो अच्छो मोतिहोन का खोज मे हइ. \v 46 जब ओखे एक बहुमूल्य मोती मील्यो ते ओने जयखे अपनो सब कुछ बेची डालयो अरु उ मोति खे मोल ली लियो. \s जाल को दृष्‍टान्‍त \p \v 47 फिर स्वर्ग को राज्य उ बडा जाल का जसो हइ, जो समुदर मे डाल्यो गयो, अरु हर प्रकार की मछलिहोन खे जमाकरी लायो. \v 48 अरु जब जाल भरी गइ, ते मच्छीहोन ओखे किनारा पर खीची खे लायो, अरु बैठिखे अच्छी-अच्छी बर्तन मे जमाकरी अरु बेकार-बेकार फेकी दि. \v 49 जगत को अन्त: मे असो ही हुये. स्वर्गदूत अयखे पापीहोन खे धर्मीहोन से अलग करी दिये, \v 50 अरु उनखे अंगार का कुव्वा मे डाली दिये. व्हा रोनो अरु दात पीसनो हुये. \s पुरानी अरु नवा शिक्षा को महत्व \p \v 51 “का तुम ये सब बात समझी गया?” \p सेवक होन ने उत्तर दियो हव. \p \v 52 फिर यीशु ने उनखे बोल्यो, “येकालिये हर एक शास्त्रिहोन जो स्वर्ग का राज्य का सेवक बन्या हइ, उ गृहस्थ का जसो हइ जो अपना भण्‍डार से नवो अरु पुरानो सामन नीकाली देस हइ.” \s नासरत मे यीशु को आनो \r (मरकुस 6:1-6; लूका 4:16-30) \p \v 53 जब यीशु या सब बात को दृष्‍टान्‍त बोली चुक्यो, ते व्हा से चली गयो. \v 54 अरु अपना गाव मे अयखे उनका आराधनालय मे उनखे असो शिक्षा देन लग्यो. कि वे चकित हुइखे बोलन लग्या, “इनखे यो ज्ञान अरु बडो सामर्थ्य को काम खा से मील्यो? \v 55 का यो बडो बेटो नी? अरु का येकी माय को नाम मरियम अरु येका भैइ को नाम याकूब, अरु यूसुफ, अरु शमौन अरु यहुदा नी? \v 56 अरु का इनखे सब भैइनहोन हमारा बीज मे नी ऱ्हेस? फिर इनखे यो सब खा से मालुन होस?” \v 57 येका प्रकार ओने ओका कारण ठोकर खइ हइ \p पर यीशु ने उनसे बोल्यो, “भविष्यव्दक्ता अपना गाव अरु अपना घर खे छोडी खे अरु कोय नीरादर नी होस.” \v 58 अरु ओने व्हा उनका अविश्वास का कारण भोत सामर्थ्य को काम नी कर्‍हे. \c 14 \s यहुन्ना बपतिस्मा देनआला खे मारनो \r (मरकुस 6:14-29; लूका 9:7-9) \p \v 1 उ टेम गलील देस को हेरोदेस राजो थो यीशु का बारे मे चर्चा सुनी. \v 2 अरु अपना सेवकहोन से हेरोदेस बोल्यो, “यो यहून्ना बपतिस्मा देनवालो हइ उ मऱ्या हुया मे से जिन्दो उठ्यो हइ, येका लिये ओकासे सामर्थ को काम प्रगट होस हइ.” \p \v 3 क्युकी हेरोदेस ने अपना भैइ फिलिप्पुस की लुगेन हेरोदियास का कारण यहून्ना खे पकडीखे बाध्यो, अरु जेल खाना मे डाली दियो थो. \v 4 क्युकी यहून्ना ने ओकासे बोल्यो थो, कि येका से भ्याव करणो अच्छो नी हइ. \v 5 अरु उ ओखे मार डालनो चातो थो, पर दुन्या से डरतो थो, क्युकी वे ओखे भविष्यव्दक्ता मानता था. \p \v 6 पर जब हेरोदेस का जन्मदिन आयो, ते हेरोदियोस कि बेटी ने उ तिवार मे नाच बतायो, अरु हेरोदेस खे खुश कऱ्यो. \v 7 येका लिये ओने कसम खयखे वचन दियो, “जो कुछ तु मागे, ते मी तोखे दियु.” \p \v 8 उ अपनी माय खे उकसाना से बोले, “जो यहून्ना बपतिस्मा देनआला को माथो ठाटी मे उही मेखे मागी दे.” \p \v 9 राजो दुखी हुयो, पर अपनी कसम का अरु सात बठन आला का कारण, आज्ञा दी, की दी दियो जाये. \v 10 अरु ओने जेल मे दुन्याहोन खे भेजीखे यहून्ना को माथो काटी दियो. \v 11 अरु ओको माथो ठाटी मे लायो गयो, अरु ओकी बेटी खे दियो गयो. अरु उ ओखे अपनी माय का पास लीखे गयो. \v 12 अरु ओका सेवक होन ने अयखे ओका मुर्दा खे ली जयखे गाडी दियो अरु यीशु का सामने पुरो समाचार दियो. \s पाच हजार दुन्याहोन खे खलानो \r (मरकुस 6:30-44; लूका 9:10-17; यहून्ना 6:1-14) \p \v 13 जब यीशु ने यहुन्ना का बारे मे सुन्यो, ते डोंगा पर चेडीखे व्हा से कोय सुनसान जगह पर, अकेला मे चली गयो. अरु दुन्या यो सुनीखे गाव-गाव से पयदल ओका पीछे हुये लीयो. \v 14 ओने डोंगा से नीकलीखे एक बडी गर्दी देखी, अरु उन पर दया अयगी, अरु ओने उनका बेमारहोन खे अच्छो कऱ्यो. \p \v 15 जब रात हुइ ते ओका सेवक होन ने ओका पास अयखे ओखे बोल्यो, “या तो सुनसान जगा हइ अरु देर हुये ऱ्ही हइ, अरु दुन्याहोन खे बिदा कऱ्यो जाये की वे बजार मे जयखे अपना लिये खानो मोल लाये.” \p \v 16 यीशु ने सेवक होन से बोल्यो, की उनको जानो जरुरी नी हइ! तुम ही जयखे उनका लिये खानो ला \p \v 17 ओने ओकासे बोल्यो, “की हमारा पास पाच रोटी अरु दो मंछी खे छोडी खे अरु कुछ नी हइ.” \p \v 18 यीशु ने बोल्यो, “उनखे मरा पास लिखे आ.” \v 19 तब ओने दुन्याहोन खे घास पर बठन खे बोल्यो, अरु वे पाच रोटीहोन अरु दो मंछीहोन खे लीखे आ. अरु स्वर्ग का तरप देखीखे धन्यवाद बोल्यो अरु रोटीहोन खे तोडी-तोडीखे सेवक होन खे दी, अरु सेवक होन ने दुन्‍याहोन खे दी. \v 20 अरु सब खयखे मगम हुये गया, अरु ओने बचया हुया टुकडाहोन से भरी हुये बारा टोपली उठ्य. \v 21 अरु खानवाला बय अरु बच्चाहोन खे छोडी खे पाच हजार इन्सान का नजीकपास था. \s पानी पर यीशु को चलनो \r (मरकुस 6:45-52; यहून्ना 6:15-21) \p \v 22 अरु ओने जलदी अपना सेवक होन खे डोंगा पर चडय दियो, कि वे ओकासे पैयले पार चली जाये जब तक कि उ दुन्याहोन खे बिदा करी देस. \v 23 उ दुन्याहोन खे बिदा करीखे, प्रार्थना करण खे दुसरा टेकडा पर चडी गयो, अरु रात खे उ व्हा अकेलो थो. \v 24 उ टेम डोंगो झील का बीज मे पानी की लहर से डगमगय रो थो, क्युकी सामने से हवा चालु थी. \p \v 25 अरु यीशु फजर का तीन से छे बजे का नजीकपास पानी पर चलतो हुये उनका पास आयो. \v 26 सेवक ओखे पानी पर चलते हुये देखीखे घबरय गा, अरु बोलन लग्या, “ की उ भुत हइ,” अरु डर का मारे चिल्लान लग्या. \p \v 27 यीशु ने उनका साथ बात करीखे बोल्यो, “हिम्मत रख, मी आय. डरे मत.” \p \v 28 पतरस ने ओखे उत्तर दियो, “हे प्रभु, अगर तु ही हइ, ते मेखे अपना पास पानी पर चडीखे आन की आज्ञा दे.” \p \v 29 यीशु ने बोल्यो, “आ!” तब पतरस डोंगा पर से उतरीखे यीशु का पास जान खे पाणी पर चलन लग्यो. \v 30 पतरस तब हवा खे देखीखे डरन लग्यो, अरु जब डुबन लग्यो ते ओखे चिल्लय खे बोल्यो, “हे प्रभु, मेखे बचा.” \p \v 31 तब यीशु ने ओखे झल्दी हात बढय खे ओखे थामी लियो, अरु ओकासे बोल्यो, “हे अल्पविश्वासिहोन, तोने का सन्देस कऱ्यो?” \p \v 32 जब वे डोंगा पर चडी गयो, ते हवा रुखी गइ. \v 33 येका पर जो डोंगा पर था, ओने ओकी आराधना करीखे बोल्यो, “सचमुच, तू परमेश्वर को बेटो हइ.” \s यीशु का वजे से गन्नेसरत मे रोगिहोन खे अच्छो करणो \r (मरकुस 6:53-56) \p \v 34 “वे छोटी नद्दी का पार उतरीखे जमीन पर गनेसरत देश मे पोच्या. \v 35 अरु व्हा, दुन्याहोन ने यीशु खे पहचानी खे ओका आस पास का सब देस मे बुलाओ भेज्यो, अरु सब बेमारहोन खे ओका पास लाया. \v 36 अरु ओकासे प्रार्थना करण लग्या कि उ उनखे अपना कपडा को एक कोना खे ही छिन दे. अरु जतना ने ओखे छुयो, वे अच्छा हुये गा.” \c 15 \s बापदादाहोन की शिक्षा \r (मरकुस 7:1-13) \p \v 1 “तब यरुशलेम से कुछ फरीसीहोन अरु शास्त्रिहोन यीशु का पास अयखे बोलन लग्या, \v 2 तरा सेवक होन बापदादा की रितीरिवाज खे काय बर टालस हइ, कि बिना हात धोय रोटि खास हइ?” \fig यहूदीहोन का हाथ से धोन कि रित|alt="Ceremonial washing" src="LB00280C.TIF" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="15:2"\fig* \p \v 3 ओने उनखे उत्तर दियो, “तुम भी अपना रितीरिवाज का कारण क्यु परमेश्वर कि आज्ञा खे टालस हइ? \v 4 क्युकी परमेश्वर ने बोल्यो, अपना बाप अरु माय को आदर करणो, अरु जो कोय बाप या माय खे बुरो अच्छो बोले ओखे मारी डाल्यो जाये. \v 5 पर तुम बोलस हइ, कि अगर अपना बाप या माय से बोलस, जो कुछ तोखे मरासे लाभ पोच्यो सकस हइ, उ परमेश्वर खे दान चेडय जय चुक्यो. \v 6 ते उ अपना बाप को आदर नी करस, येका प्रकार तुम ने अपना रितीरिवाज का कारण परमेश्वर का वचन खे टाली दियो. \v 7 हे कपटिहोन, यशायाह ने तुम्हारा बारे मे या भविष्यवाणी ठिक ही करी हइ! \q1 \v 8 “ये दुन्याहोन होठ से मरो आदर करस हइ, \q2 पर उनको मन मरासे दुर ऱ्हेस हइ. \q1 \v 9 अरु ये व्यर्थ मरी उपासना करस हइ, \q2 उनकी शिक्षा तो फक्त इन्सानहोन ने सिखय हुइ नीयम हइ.” \s अशुध्द करणवाली बात \r (मरकुस 7:14-23) \p \v 10 अरु ओने दुन्याहोन खे अपना पास बुल्यखे उनसे बोल्यो, “सुन, अरु समझ. \v 11 जो मुडा मे जास हइ, उ इन्सान खे अच्छो नी करस हइ, पर जो मुडा से नीकलस हइ, उ इन्सान खे अच्छो करस हइ.” \p \v 12 तब ओका सेवक होन ने अयखे ओकासे बोल्यो, “की तुम जानस हइ की फरीसीहोन की भावनाहोन खे ठेस पोचास?” \p \v 13 ओने उत्तर दियो, “हर झाड जो मरा स्वर्गीय बाप ने नी लगायो, ओखे जड से उखाडि दियो जाये. \v 14 उनखे जान दे वे अंधा खे रस्ता बतानवाला हइ अरु अंधा खे अगर अंधो रस्ता बतास, ते दो झना गड्डा मे गिरी जास.” \p \v 15 यो सूनीखे पतरस ने ओकासे बोल्यो, “या काहानी हमखे समझय दे.” \p \v 16 ओने बोल्यो, “का तुम भी अभी तक नी समझ्या हइ? \v 17 का तुम नी जानस, कि जो कुछ मुडा मे जास हइ, उ पेट मे गिरस हइ, अरु उ शौच से नीकली जास हइ? \v 18 पर जो कुछ मुडासे नीकलस हइ उ मन से भी नीकलस हइ, अरु उ इन्सान खे अच्छो करस हइ. \v 19 क्युकी बुरो बिचार, मारनो, व्यभिचार, चोरी, झुटी गवाही अरु नीन्दा मन मे से नीकलस हइ. \v 20 यो हइ जो इन्सान खे अच्छो करस हइ, पन हात बिना धोये भोजन करणो इन्सान अच्छो नी करस हइ.” \s बय को विश्वास \r (मरकुस 7:24-30) \p \v 21 यीशु व्हा से नीकलीखे, सूर अरु सैदा का देस का तरप चली गयो. \v 22 अरु देख, उ देस से एक कनानी बय नीकली, अरु चिल्लयखे बोलन लगी, “हे प्रभु! दाउद को बेटो, मरा पर दया कर, मरी बेटी बुरी आत्मा मे भोत दुख उठ्य री हइ.” \p \v 23 पर ओने ओखे कुछ भी उत्‍तर नी दियो, अरु ओका सेवक होन ने अयखे ओकासे प्रार्थना करीखे बोल्यो, “येखे बिदा कर. क्युकी वा हमारा पीछे पीछे चिलाती चिलाती आस हइ.” \p \v 24 ओने उत्तर दियो, “इस्राएल का घराना का गम्या हुये मेडा खे छोडी खे मी कोय का पास नी भेज्यो गयो.” \p \v 25 पर उ आयो, अरु वा अयखे अपना टोगर्या टेकीखे प्रणाम कऱ्यो, “हे प्रभु, मरी मदत कर.” \p \v 26 ओने उत्तर दियो, “बच्चाहोन की रोटी लिखे कुत्ताहोन का सामने डालनो अच्छो नी हइ.” \p \v 27 ओने बोल्यो, “सत्य हइ प्रभु, पर कुत्ताहोन भी वे टुकडा खास हइ, जो उनका स्वामीहोन का मेज से गिरास हइ.” \p \v 28 येका पर यीशु ने ओखे उत्तर दिखे बोल्यो, “हे बय, तरो विश्वास बडो हइ. जसो तू चास हइ, तरा लिये असो ही हुये” अरु ओकी बेटी उ टेम अच्छी हुय गइ. \s कुछ रोगिहोन खे अच्छो करणो \p \v 29 यीशु व्हा से चलीखे, गलील का एक समुदर का पास आयो, अरु एक टेकडी पर चडीखे व्हा बठी गयो. \v 30 अरु गर्दी पर गर्दी ओका पास अयखे , वे अपना सात भोत लगडा, अंधा, मुक्को, ठुट्टो, अरु भोत खे लिखे यीशु का पास आया. अरु उनखे ओका पाय पर डाली दिया, अरु ओने उनखे अच्छो कऱ्यो. \v 31 अत: जब दुन्याहोन ने देख्यो, कि मुक्को बोलस अरु ठुट्टो अच्छो होस अरु लगडा चलस अरु अंधा देखस हइ, ते अचम्बो करीखे इस्राएल का परमेश्वर खे महिमा करण लग्या \s चार हजार दुन्याहोन खे खलानो \r (मरकुस 8:1-10) \p \v 32 यीशु ने अपना सेवक होन खे बुलय खे बल्यो, “मेखे या गर्दी पर दया आस हइ. क्युकी वे तीन दिन से मरा साथ हइ अरु उनका पास कुछ भी खान खे नी हइ. अरु मी उनखे भुखो बिदा करणो नी चास. कही असो नी हुये की रस्ता मे थकीखे गिरी जाये.” \p \v 33 सेवकहोन ने ओकासे बोल्यो, “ हमखे या जंगल मे खा से एत्ती रोटी मील्ये कि हम एत्ती बडि गर्दी खे संतुष्ट कर्या” \p \v 34 यीशु ने उनसे पुछ्यो, “तुमारा पास कतनी रोटी हइ?” \p ओने बोल्यो, “सात अरु जरासी छोटी मंछी हइ.” \p \v 35 तब ओने दुन्याहोन खे जमीन पर बठ्न कि आज्ञा दी. \v 36 अरु ओने सात रोटीहोन अरु मंछीहोन खे लीखे धन्यवाद करीखे तोडि खे अरु अपना सेवक होन खे दियो गयो, अरु सेवक होन ने दुन्याहोन खे दी. \v 37 येका प्रकार सब खयखे संतुष्ट हुये गया अरु बच्या हुया टुकडाहोन से भरी हुइ सात टोपलीहोन उठय. \v 38 अरु खानवाला बय अरु बच्चाहोन खे छोडी खे चार हजार इन्सान था. \p \v 39 तब उ गर्दीहोन खे बिदा करीखे डोंगा पर चेडी गयो, अरु उ मगदन देश मे आयो. \c 16 \s स्वर्गीय चिन्ह की माग \r (मरकुस 8:11-13; लूका 12:54-56) \p \v 1 अरु फरीसीहोन अरु सदूकिहोन ने ओका पास अयखे ओखे परखन का लिये ओकासे बोल्यो, “ताकी हमखे स्वर्ग को कोय चिन्ह दिख्यो.” \v 2 ओने उनखे उत्तर दियो, “संजा खे तुम बोलस हइ, कि मोसम अच्छो ऱ्हीहे, क्युकी बद्दल लाल हइ. \v 3 अरु फजर खे तुम बोलस हइ, कि आज हवाधुन आह्ये क्युकी बद्दल लाल अरु झावरो हइ. तुम आकाश खे दुर लक्षण देखीखे टेमहोन को चिन्ह खे नी बतय सकस हइ? \v 4 या जमाना का बुरो अरु व्यभिचार दुन्या चिन्हा ढुढस हइ पर योना खे चिन्ह खे छोड कोय अरु चिन्ह उनखे नी दिखय जाये.” \p अरु उ उनखे छोडी खे चली गयो. \s फरीसीहोन अरु सदुकीहोन को खमीर \r (मरकुस 8:14-21) \p \v 5 अरु सेवक होन नदी का वा बाजु जान का टेम रोटी लेनो भूली गया था. \v 6 यीशु ने उनका से बोल्यो, “देख, फरीसीहोन अरु सदूकिहोन का खमीर से हुशार ऱ्हेनू.” \p \v 7 वे आपस मे बिचार करण लग्या, “हमने रोटी नी लैय. येकालिये उ असो बोलस हइ.” \p \v 8 यो जानीखे, यीशु ने उनका से बोल्यो, “हे अल्पविश्वासिहोन, तुम आपस मे का बिचार करस हइ की हमारा पास रोटी नी हइ? \v 9 का तुम अभी तक नी समझ्या? अरु उ टेम पाच हजार दुन्या खे पाच रोटी याद नी करस, अरु नी यो की खे तनी टोपली उठय थी? \v 10 अरु नी उ चार हजार दुन्याहोन की सात रोटी, अरु नी ह्या की खे तनी टोपलीहोन भरी खे उठय थी? \v 11 तुम का नी समझस कि मेने तुम से रोटी का बारे मे नी बोल्यो? पन फरीसीहोन अरु सदूकिहोन का खमीर से हुशार ऱ्हेन खे बतायो थो.” \p \v 12 तब उनखे समझ मे आयो, की ओने रोटी का खमीर से नी, पर फरीसीहोन अरु सदूकिहोन कि शिक्षा से हुशार ऱ्हेन का बारे मे बोल्यो थो. \s पतरस ने यीशु खे मसीह स्वीकार कर्यो \r (मरकुस 8:27-30; लूका 9:18-21) \p \v 13 यीशु कैसरीया का फिलिप्पी का एक देस मे अयखे अपना सेवक होन से पुछन लग्यो, “दुन्याहोन इन्सान का बेटा खे का बोलस हइ?” \p \v 14 उनने बोल्यो, कुछ तो यहून्ना बपतिस्मा देन आलो बोलस हइ अरु कुछ एलिय्याह, अरु कुछ यिर्मयाह यो भविष्यव्दक्ताहोन मे से कोय एक बोलस हइ. \p \v 15 ओने उनका से बोल्यो, “पन तुम मरा से का बोलस हइ?” \p \v 16 शमौन पतरस ने उत्तर दियो, “तु ही मसीह हइ जिन्दो परमेश्वर को बेटो हइ.” \p \v 17 यीशु ने ओखे उत्तर दियो, “हे शमौन, योना को बेटो, तु अच्छो हइ. क्युकी मास अरु खुन नी, पन मरो बाप जो स्वर्ग मे हइ, या बात तरा पर प्रगट करी हइ. \v 18 अरु मी भी तरा से बोलुस हइ, कि तू पतरस हइ, अरु मी यो पत्थर पर अपनी मंडली बनाउ, अरु मरन को सामर्थ्य दुन्या का फाटक ओका पर विजय नी हुये. \v 19 मी तोखे स्वर्ग का राज्य कि कुंजी दियु अरु जो कुछ तू पृथ्वी पर बाधे, उ स्वर्ग मे भी बाधे. अरु जो कुछ तु पृथ्वी पर खोले, उ स्वर्ग मे भी खोले.” \p \v 20 तब ओने सेवक होन खे चेतावनी दी, “कोय से नी बोलनु! की मी मसीह हइ.” \s अपना मरना का बारे मे यीशु की भविष्यवाणी \r (मरकुस 8:31—9:1; लूका 9:22-27) \p \v 21 उ टेम से यीशु अपना सेवक होन खे बतान लग्यो, “मेखे जरुरती हइ, की मी यरुशलेम खे जाउ, अरु बापदादाहोन अरु याजकहोन अरु पंडीतहोन का हात से भोत दुख उठायु अरु मार्या डाली जायु अरु तीसरा दिन जिन्दो हुये जायु.” \p \v 22 येका पर पतरस ने ओखे अलग ली जयखे धमकान लग्यो, हे प्रभु, परमेश्वर नी करणु! तरा पर असो कभी नी हुये. \p \v 23 ओने फिरीखे पतरस से बोल्यो, “हे सैतान, मरा सामने से दुर हुय जा! तू मरा लिये ठेस को कारण हइ. क्युकी तू परमेश्वर की बात नी, पर इन्सानहोन की बात पर मन लगास हइ.” \s यीशु का पिछे चलन को मतलब \p \v 24 तब यीशु ने अपना सेवक होन से बोल्यो. “अगर कोय मरा पीछे आनो चाह्ये, ते अपना आप खे इन्कार कर अरु अपनो क्रुस उठा, अरु मरा पीछे हुये ले. \v 25 क्युकी जो कोय अपनो जान बचानो चाह्ये, उ ओखे गमाये. अरु जो कोय मरा लिये अपनो जान गमाये, उ ओखे पाये. \v 26 अगर इन्सान सब जगत खे मील्यो कर्‍हे ते, अरु अपना जान की हानी उठाये, ते ओखे का लाभा हुये? यो इन्सान अपना जान का बदल मे का दिये? \v 27 इन्सान को बेटो अपना स्वर्गदूतहोन का सात अपना बाप की महिमा मे आह्ये, अरु उ टेम उ हर एक खे ओका काम का अनुसार प्रतीफल दिये. \v 28 मी तुम से सच्ची बोलुस हइ की जो ह्या खडा हइ उनमे से केतना असा हइ, की जब तक इन्सान का बेटो खे ओका राज्य मे आते हुये नी देखी लिये, तब तक मरन को सवाद कभी नी चखे.” \c 17 \s यीशु को रुप बदलनो \r (मरकुस 9:2-13; लूका 9:28-36) \p \v 1 छे दिन का बाद यीशु ने पतरस अरु याकूब अरु ओको भैइ यहून्ना खे सात लियो, अरु ओखे अकेला मे कोय उची टेकडी पर लीखे गया. \v 2 अरु व्हा उनका सामने ओको रुपातरण हुयो ओका मुडा पर सुरज का जसो चमक्यो अरु ओका कपडा उजाल्ला का जसो उजालो हुये गयो. \v 3 अरु मूसा अरु एलिय्याह ओका सात बात करता हुया तीन सेवक खे दिखय दियो. \v 4 येका पर पतरस ने यीशु से बोल्यो, “हे प्रभु, हमारो ह्या ऱ्हेनो अच्छो हइ. अगर तरी इच्छा हुये ते मी ह्या तीन मण्डप बनायु. एक तरा लिये अरु एक मूसा का लिये अरु एक एलिय्याह का लिये.” \p \v 5 उ बोली रो थो, की एक उजालो बद्दल ने उनखे झाकी लियो, अरु उ बद्दल मे से यो बोल नीकल्यो, “उ तरो लाड को बेटो हइ. जेका से मी प्रसन्न हुयो येको सुन.” \p \v 6 सेवक होन यो सूनीखे मुडा का बल गिरि गया अरु भोत डरी गा. \v 7 यीशु ने उनका पास अयखे पकड्यो, अरु बोल्यो, “उट, डरे मत.” \v 8 तब उनने अपना आख उठ्यखे यीशु खे छोडी खे कोय दुसरा खे नी देख्यो. \p \v 9 जब वे टेकडी से उतरी रा था तब यीशु ने उनखे या आज्ञा दि, “जब तक इन्सान को बेटो मऱ्या हुया मे से जिन्दो हुयो, तब तक जो कुछ तुम ने देख्यो हइ कोय दुन्याहोन से नी बोलनु.” \p \v 10 अरु ओका सेवक होन ने ओकासे पुछ्यो, “फिर व्यवस्था का शास्त्री का बोलस हइ, एलिय्याह को पैयले आनो नीश्वित हइ?” \p \v 11 ओने उत्तर दियो, “एलिय्याह तो जरुरती आह्ये अरु सब कुछ सुधारे. \v 12 पन मी तुम से बोलुस हइ, की एलिय्याह ए चुक्यो. अरु उनने ओखे नी पैछान्यो. पन जसो चायो असो ही ओका सात कऱ्यो. यो प्रकार से इन्सान को बेटो भी ओका हात से दुख उठाये.” \p \v 13 तब सेवक होन ने समझ्यो कि ओने हम से यहून्ना बपतिस्मा देनआला का बारे मे बोल्यो हइ. \s बुरी आत्मा से पिडीत बच्चाहोन खे अच्छो करणो \r (मरकुस 9:14-29; लूका 9:37-43) \p \v 14 “जब वे गर्दी का पास पोच्यो, ते एक इन्सान ओका पास आयो, अरु टोगऱ्या टेकी खे बोलन लग्यो. \v 15 हे प्रभु, मरा बेटा पर दया कर! क्युकी ओखे मीर्गी आस हइ, अरु उ भोत दुख उठास हइ. अरु बार-बार अंगार मे अरु बार-बार पानी मे गिरी जास हइ. \v 16 अरु मी ओखे तरा सेवक होन का पास लायो थो, पर वे ओखे अच्छो नी करी सक्या.” \p \v 17 यीशु ने उत्तर दियो, हे अविश्वासीहोन अरु बिगड्या दुन्याहोन, मी कब तक तुम्हारा सात ऱ्हुयु? कब तक तुम्हारो सहनु? ओखे ह्या मरा पास ला. \v 18 तब यीशु ने ओखे आज्ञा दी, अरु बुरीआत्मा ओमे से नीकली. अरु बेटो उ टेम मे अच्छो हुय गयो. \p \v 19 तब सेवक होन ने एकला मे यीशु का पास अयखे बोल्यो, “हम येखे, नी निकालीस सक्या?” \p \v 20 ओने उनका से बोल्यो, “अपना विश्वास कि कमी का कारण क्युकी मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, अगर तुमारो विश्वास रइ का दाना का बराबर भी हुये, ते या टेकडी से बोली सखे, ह्या से सरकी खे व्हा से चली जा. ते वा चली जाये. अरु कोय बात तुमारा लिये कठीन नी हुये. \v 21 पर या जातहोन का बिना प्रार्थना अरु उपास का बिना नी नीकलस.” \s अपना मरना का बारे मे यीशु कि डबल भविष्यवाणी \r (मरकुस 9:30-32; लूका 9:43-45) \p \v 22 जब वे गलील मे था, ते यीशु ने उनका से बोल्यो, “इन्सान को बेटो इन्सानहोन का हात मे पकड्यो जाये. \v 23 अरु वे ओखे मारी डालनो चास कि अरु उ तीसरा दिन जिन्दो उठ्ये.” \p येका पर वे भोत उदास हुये. \s मन्‍दिर को कर लेनो \p \v 24 जब यीशु अरु सेवक कफरनहूम मे पोच्या, ते मन्‍दिर का लिये कर लेनवाला ने पतरस का पास अय खे ओका से पुछ्यो “तुमारो गुरु मन्‍दिर को कर नी दिये?” \p \v 25 ओने बोल्यो, हव देउस हइ. जब उ घर मे आयो, ते यीशु ने ओका पुछना से पैयले ओकासे बोल्यो, “हे शमौन तु का समझस? \p “पृथ्वी को राजो चुंगी या कर को का से लेस हइ? अपना बेटाहोन से या दुसरा से?” \p \v 26 पतरस ने ओकासे बोल्यो? \p “दुसरा से.” यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तब बेटाहोन कर देना से बची गया. \v 27 फिर भी हम उनखे ठोकी खे नी खलानु, तु नदी का एक किनारा पर जय खे जाल डाल, अरु जो मंछी पैयले नीकले, ओखे ला. ते तोखे ओको मुडो खोलना पर एक चादी को सिक्काको\f + \fr 17:27 \fr*\ft स्टाटेर शब्द शा एक चादि, सिक्का, था जिस, किमत दो झणकी चुगी, बरोबर था \ft*\f* मील्हे, ओखे लिखे मरो अरु अपना बदल मे उनखे दी देनु.” \c 18 \s स्वर्ग का राज्य मे बडो कोन? \r (मरकुस 9:33-37; लूका 9:46-48) \p \v 1 उ टेम सेवक होन यीशु का पास अय खे ओखे पुछन लग्या, “स्वर्ग का राज्य मे बडो कोन हइ?” \p \v 2 येका पर ओने एक बच्चा खे ओका पास बुलय खे उनका बिच मे खडो कऱ्यो, \v 3 अरु तुम बोल्य, “मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, अगर तुम नी बदलनु अरु बच्चाहोन का जसो नी बने, ते स्वर्ग का राज्य मे नी जय सकी पाये. \v 4 जो कोय अपना आप खे यो बच्चा का जसो छोटो कर्‍हे, उ स्वर्ग का राज्य मे बडो हुये. \v 5 अरु जो कोय मरा नाम से एक असो बच्चा खे अपनास हइ उ मेखे अपनास हइ. \s पाप करन की परिक्षा \r (मरकुस 9:42-48; लूका 17:1; 2) \p \v 6 “पर जो कोय यो छोटा मे से जो मरा पर विश्वास करस हइ उ एक खे विश्वास मे ठोकर देस, ओका लिये अच्छो हुये की बडी चक्की को पाट ओका गला मे लटकायो जाये, अरु उ खोल समुदर मे डूबी जाये. \v 7 ठोकर का कारण जगत पर हाय! विश्वास मे धोको मीलनो जरुरती हइ. पर हाय उ इन्सान पर जेका वजेसे ठोकर लगस हइ. \p \v 8 “अगर तरा हात या तरा पाय तोखे विश्वास मे धोको देस, ते उनखे काटी खे फेकी दे. अरु टुट्या या लगडा हुइ खे जिवन मे प्रवेश करणो तरा लिये येका से अच्छो हइ, कि दो हात या दो पाय ऱ्हेता हुये तू अनन्त अंगार मे डाल्यो जाये. \v 9 अगर तरा आख तोखे विश्वास मे ठोकर दिये ओखे फेकीदे, ते ओखे नीकाली खे फेकी दे, न हुइ खे भी जिवन मे प्रवेश करणो तरा लिये येका से अच्छो नी हइ, की दो आख ऱ्हेते हुये तू नरक की अंगार मे डाल्यो जाये. \s गम्या हुयो मुडा को दृष्‍टान्‍त \r (लूका 15:3-7) \p \v 10 “देख तुम ये छोटा मे से तुच्छ नी जाननु. क्युकी मी तुम से बोलुस हइ, कि स्वर्ग मे उनका स्वर्गदूत मरा स्वर्गीय बाप को मुडो हमेशा देखस हइ. \v 11 क्युकी इन्सान को बेटो गम्या हुया खे बचान आयो हइ\f + \fr 18:11 \fr*\ft पुराने दस्ताविज मे नी मीलता\ft*\f*. \p \v 12 “तुम का समझस हइ? अगर कोय इन्सान का पास सौ मेडा हुये, अरु ओमे से एक भटकी जाये ते, नन्यानन्व खे छोडी खे अरु टेकडी पर जैखे, उ भटकी हुये खे नी ढुढे? \v 13 अगर असो हुये की ओखे पाये, ते मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, कि उ वे नन्यानन्व मेडा का लिये जो भटकी नी थी अतनो आनन्द नी करस, जेतनो की या मेडा का लिये करस हइ. \v 14 असा मे तुमारा बाप की जो स्वर्ग मे हइ या इच्छा नी की ये छोटा मे से एक भी खतम हुये. \s पाप करण आला भैइ अरु भैइन \p \v 15 “अगर तरो भैइ तरा बदल मे पाप करस, ते जा अरु येकला मे बातचीत करीखे ओखे समझा. अगर उ तरी सुने ते अपनो भैइ तोखे मीली गयो. \v 16 अगर उ नी सुने, ते एक दो झना खे अपना सात लिखे जा, जसो कि शास्त्र मे लिख्यो हइ कि हर एक की बात दो या तीन गवाह का मुडा से रुखी जाये. \v 17 अगर उ उनकी भी नी माने, ते मंडली से बोली दे, पन अगर उ मंडली कि भी नी माने का ते तू ओखे गैरयहूदिहोन का अरु चुंगी लेनवाला का जसो जानस. \s अनुमती देनो अरु अनुमतती नी देनो \p \v 18 “मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, जो कुछ तुम पृथ्वी पर बाधे, उ स्वर्ग पर भी बाधे अरु जो कुछ तुम पृथ्वी पर खोले, उ स्वर्ग मे भी खोले. \p \v 19 “फिर मी तुम से बोलुस हइ, अगर तुम मे से दो झना पृथ्वी पर कोय बात का लिये जेखे वे मागस, एक मन हुइ खे ते उ मरा बाप का तरप से जो स्वर्ग मे हइ उनका लिये पुरो कऱ्यो जाये. \v 20 क्युकी झा दो या तीन मरा नाम पर जमा होस हइ व्हा मी उनका बीच मे होस हइ.” \s माफ नी करणवाला सेवक की दृष्‍टान्‍त \p \v 21 तब पतरस ने ओका पास अय खे, यीशु से बोल्यो, “हे प्रभु, अगर मरो भैइ पाप करतो ऱ्हीये, ते मी केत्तना बार ओखे माफ करु, सात बार तक?” \p \v 22 यीशु ने ओकासे बोल्यो, मी तरा से नी बोलुस, की सात बार तक वरन सात बार खे सत्तर गुना तक. \v 23 “येका लिये स्वर्ग को राज्य उ राजा का जसो हइ, जेने अपना सेवक होन से लीख्यो लेनो चायो.” \v 24 जब उ लीख्यी लेन लग्यो, ते एक झनो ओका जसो लायो गयो जो करोड सिक्का को कर्जदार थो. \v 25 जब की चुकान खे ओका पास कुछ नी थो, ते ओका स्वामी ने बोल्यो, की यो अरु येकी लुगेन अरु ओका बाल-बच्चा अरु जो कुछ येको हइ सब कुछ बेची जाह्ये अरु उ करजो चुकय दियो जाये. \v 26 येका पर उ सेवक ने ओका पाय पर गिरी खे ओखे प्रणाम कऱ्यो, अरु बोल्यो, हे स्वामी तुम धीरज धर मी सब कुछ भरी दुयु. \v 27 तब उ सेवक का स्वामी ने दया खय खे ओखे छोडी दियो, अरु ओको करजो माफ कऱ्यो. \p \v 28 “पन जब उ सेवक बाहेर नीकल्यो, ते ओका सब, सेवक होन मे से ओखे मील्या, जो ओका सौ सिक्का को कर्जदार थो. ओने ओखे पकड्यो, ‘ओका गलो दबायो अरु बोल्यो, जो कुछ तरा पर कर्जो हइ भरी दे.’ \v 29 येका पर ओका सात का सेवक होन ओका पाय पर गिरी खे, अरु ओकासे प्रार्थना करण लग्यो. कि धीरज धर मी सब भरी दुयु. \v 30 ओने नी मान्यो, पन जय खे ओखे बन्दीगृह मे डाली दियो. कि जब तक कर्जा खे भरी नी दिये तब तक व्हा ऱ्हेये. \v 31 ओका सात का सेवक यो जो हुयो थो देखी खे उदास हुया, अरु अपना स्वामी खे पुरो हाल बतय दियो. \v 32 तब ओका स्वामी ने ओखे बुलय खे अरु ओकासे बोल्यो, ‘हे दुष्ट सेवक, तोने जो मरासे प्रार्थना करी, ते मेने उ तरा पुरो कर्जो माफ कऱ्यो. \v 33 येका लिये जसो मेने तरा पर दया करी, असो ही का तोखे भी अपना सात का सेवक पर दया करणो नी चातो थो?’ \v 34 अरु ओका स्वामी ने घुस्सा मे अय खे ओखे जाल मे भेजी दियो, कि जब तक उ सब कर्जो भरी नी दिये तब तक व्हा पर ऱ्हीहे.” \p \v 35 यो प्रकार अगर तुम मे से हर एक, “अपना भैइ खे मन से माफ नी करस ते मरो बाप जो स्वर्गीय मे हइ, तोखे भी माफ नी कर्‍हे.” \c 19 \s फारकती का बारे मे यीशु की शिक्षा \r (मरकुस 10:1-12) \p \v 1 जब यीशु ने या बात बोली दी, ते उ गलील से चली गयो. अरु यहूदीया का परदेस मे यरदन नद्दी का पार आयो. \v 2 अरु बडी गर्दी ओका पुछे हुये ली, अरु ओने उनखे व्हा अच्छो कऱ्यो. \p \v 3 तब फरीसी ओकी परीक्षा करण का लिये ओका पास अय खे बोलन लग्या, “का हर एक कोय भी कारण से अपनी लुगेन खे छोडनो अच्छो हइ का?” \p \v 4 ओने उन खे उत्तर दियो, “तुम ने शास्त्र मे नी पढ्यो, जेने उनखे बनायो ओने पैयलेसे से अदमी अरु लुगेन बनय, \v 5 येका करण इन्सान अपना माय बाप से अलग हुइ खे अपनी लुगेन का सात ऱ्हेस अरु वे दो झना एक तन हुये? \v 6 अत: वे अब दो नी पन एक तन हइ येका लिये जेने परमेश्वर ने जोड्यो हइ, ओखे इन्सानहोन अलग नी करस.” \p \v 7 ओने यीशु से बोल्यो, “फिर मूसा ने का यो ठयरायो की फारकती दीखे ओखे छोडी दे?” \p \v 8 यीशु ने उनका से बोल्यो, “मूसा ने तुमारा मन की कठुरता करण तोखे अपनी लुगेन खे छोडी देन की अनुमति दी, पन पैयले से पैयले असो नी थो. \v 9 अरु मी तुम से बोलुस हइ, कि जो कोय व्यभिचार खे छोडी खे अरु कोय करण से अपनी लुगेन खे तरास कर्‍हे ते दुसरी से भ्याव कर्‍हे, उ व्यभिचार करस हइ.” \p \v 10 सेवक होन ने ओकासे बोल्यो, “अगर अदमी अरु लुगेन का बिच मे असी बात हइ ते यो अच्छो हइ की भ्याव नी कर्‍हे.” \p \v 11 ओने उनका से बोल्यो, “सब भ्याव का बिना नी ऱ्ही सकस, फक्त वे जेखे यो दान दियो गयो हइ. \v 12 क्युकी कुछ नपुसक असो हइ जो माय का पेट मे से असो जन्म लेस अरु कुछ नपुसक असो हइ, जेखे इन्सान ने नपुसक बनायो: अरु कुछ नपुसक असो हइ, जेने स्वर्ग को राज्य का लिये अपना आप खे नपुसक बनायो हइ, जो येखे अपनायो करी सकस हइ उ अपनास हइ.” \s बच्चाहोन खे आशीर्वाद \r (मरकुस 10:13-16; लूका 18:15-17) \p \v 13 तब दुन्याहोन ने बच्चाहोन खे ओका पास लाया, कि उ उन पर हात रखी खे अरु प्रार्थना कर. पर सेवक होन ने उन खे धमकय दियो. \v 14 यीशु ने बोल्यो, “बच्चाहोन खे मरा पास आन दे, अरु उन खे मना नी करणु क्युकी स्वर्ग को राज्य इनका जसो ही हइ.” \v 15 अरु उ उन पर हात रखी खे व्हा से चली गयो. \s लखपती इन्शान \p \v 16 अरु एक इन्सान ने ओका पास अय खे ओकासे बोल्यो, “हे गुरु मी कोन सो अच्छो काम करु कि मी अनन्त जिवन मील्हे?” \p \v 17 ओने ओकासे बोल्यो, “तू मरा से भलाइ का बारे मे पुछस हइ? अच्छो नी हइ. पर अगर तू जिवन मे प्रवेश करणो चास हइ, ते आज्ञाहोन खे मानीले.” \p \v 18 ओने ओकासे बोल्यो, “कोन सी आज्ञा?” \p यीशु ने बोल्यो, “की कोय खे मारनु नी करणु, अरु व्यभिचार नी करणु, अरु चोरी नी करणु, अरु झुठी गवाही नी देनु. \v 19 अपना बाप अरु अपनी माय को आदर करणो, अरु अपना घर का बाजु आला से अपना जसो प्रेम रखनो.” \p \v 20 उ जवान ने ओकासे बोल्यो, “या सब खे ते मेने मानी ली हइ अब मरा मे अरु कोय बात की कमी नी हइ?” \p \v 21 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “अगर तु सिध्द होनु चास हइ. ते जा, अपनो सब कुछ बेची खे गरीबहोन खे बाटी दे. अरु तोखे स्वर्ग मे धन मीले. अरु अय खे मरा पीछे हुये ले.” \p \v 22 पन उ जवान या बात सुनीखे उदास हुइ खे चली गयो, क्युकी उ भोत धनी थो. \p \v 23 तब यीशु ने अपना सेवक होन से बोल्यो, “मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, कि धनवान इन्सान खे स्वर्ग का राज्य मे प्रवेश करणो भोत कठीन हइ. \v 24 फिर मी तुम से बोलुस, कि परमेश्वर को राज्य मे धनवान इन्सान को प्रवेश करणा से उट, सूइ का नाक मे से नीकली खे जानो सहज हइ.” \p \v 25 यो सूनी खे, सेवक होन भोत चकीत हूइ खे बोल्यो, “फिर कोय को उध्दार हुइ सकस?” \p \v 26 यीशु ने उनका तरप देखी खे बोल्यो, “इन्सानहोन से तो यो नी हुये सकस, पन परमेश्वर से सब कुछ हुये सकस हइ.” \p \v 27 येका पर पतरस ने ओकासे बोल्यो, “देख, हमने तो सब कुछ छोडी खे तरा पीछे हुये लिया हइ ते हम खे का मीले?” \p \v 28 यीशु ने उनका से बोल्यो, मी तुम से सच्ची बोलुस हइ की नवा जमाना मे जब इन्सान को बेटो अपनी महिमा का सिंहासन पर बठे, ते तुम भी जो मरा पिछे हुये लिया हइ, बारा सिहासनहोन पर बठि खे अरु इस्राएल का बारा कुलहोन को न्यान कर्‍हे. \v 29 अरु जो कोय ने घरहोन, या भैइ, या भैइन, या बाप, या माय, या बाल-बच्चा, या खेत, खे मरा नाम का लिये छोडी दियो हइ ओखे सौ बुरो मीलस, अरु उ अनन्त जिवन को अधिकार हुये. \v 30 पन भोत सारा जो पैयले हइ, वे दुसरा हुये. अरु जो दुसरा हइ, वे पैयले हुये. \c 20 \s अंगुर कि बाडी का मजुरहोन को दृष्‍टान्‍त \p \v 1 स्वर्ग को राज्य कोय गृहस्थ का जसो हइ, जो फजर खे नीकलस कि अपना अंगूर कि बाडी मे मजुरहोन को लानो. \v 2 अरु ओने मजुरहोन से एक दिन मजुरी पर ठहरायो, उन खे अपना अंगूर कि बाडी मे भेज्यो. \v 3 फिर पहर को एक दीन चढ्यो ओने नीकली खे कुछ दुन्या खे बजार मे बेकार खडो देखी खे, \v 4 अरु उनका से बोल्यो, तुम भी अंगूर की बाडी मे जा, अरु जो कुछ योग्य हइ, तुम खे दियु. तब वे भी गया. \v 5 फिर ओने दुसरा अरु तीसरा पार का बाहेर नीकली खे असो ही कऱ्यो. \v 6 अरु संज्जा का पाच बजे फिर उ नीकली खे दुसरा खे खडो देख्यो, अरु ओकासे बोल्यो तुम का ह्या दीन भर बेकार खडा ऱ्हेस? उनने ओकासे बोल्यो, \v 7 येकालिये कि कोय हमखे काम पर नी लगाय. ओने उनका से बोल्यो, तुम भी अंगूर की बाडी जा. \p \v 8 “प्रभु ने संज्जा खे अंगूर की बाडी का मालीक ने अपना मुकडदम से बोल्यो, मजुरहोन खे बुलय खे पिछला से लिखे पैयले तक उन खे मजुरी दी दे. \v 9 जब वे आया, जो पाच बजे ही मजुरी लगय गया था, ते उनखे एक-एक सिक्का मील्या. \v 10 जो पैयले आया था, उनखे भी समझ मे आयो, की हम खे जादा मील्हे. पन उन खे भी एक एक सिक्का य मील्यो. \v 11 जब मील्यो, ते उ घर का मालीक पर घुस्सा हुये खे बोलन लग्यो, \v 12 यो पिछेआला ने एक ही घंटो काम कऱ्यो, अरु तोने उनखे हमारा बरोबर करी दियो, जेने दिन भर भार उठायो अरु घाम खायोस? \v 13 ओने उनका से एक खे उत्तर दियो, हे दोस्त, मी तरा से कुछ अन्याय नी करुस. का तोने मरासे एक चान्‍दी को सिक्का नी ठहरायो थो? \v 14 जो तरो हइ, उठ्य ले, अरु चली जा. मरी इच्छा या हइ की जेतनो तोखे, येतनो ही उ दुसरा खे भी दुयु. \v 15 का यो उचित नी की मी अपना माल से जो चाहु असो ही करु? का तू मरा भला होन का कारण मरा तरप बूरी नजर से देखस हइ का?” \p \v 16 उजालो जो अगलो हइ, “यो प्रकार जो आखरी अरु जो पयलो, हइ वे आखरी हुये जाये.” \s अपना मरन का बारे मे तीसरी भविष्यवाणी \r (मरकुस 10:32-34; लूका 18:31-34) \p \v 17 यीशु यरुशलेम खे जास हुये बारा सेवक होन खे एकात जगा मे ली गयो, अरु रस्ता मे उनका से बोलन लग्यो. \v 18 “देख, हम यरुशलेम खे जास हइ. अरु इन्सान को बेटो मुख्य याजकहोन अरु पंडीतहोन का हात पकडि जानो अरु वे ओखे मृत्यु दण्ड का योग्य ठहरास. \v 19 अरु ओखे गैरयहूदीहोन का हात मे सोपे, कि वे ओखे मजाक मे उडाये जाये, अरु कोडा मारी खे, अरु क्रुस पर चेडाये अरु उ तीसरा दिन जिन्दो कर्ह्यो जाह्ये.” \s एक माय की प्रार्थना \r (मरकुस 10:34-45) \p \v 20 फिर जब्दी का बेटाहोन की माय ने अपना बेटाहोन का सात यीशु का पास अयखे प्रणाम कऱ्यो, अरु ओकासे कुछ मागन लगी. \p \v 21 यीशु ने ओकासे पुच्यो, “तु का चास हइ?” \p वा ओकासे बोली, “यो बोल, कि मरा ह्या दो बेटा तरा राज्य मे एक तरा डाखोऱ्या तरप अरु एक तरा जवना तरप बठ्यो.” \p \v 22 यीशु ने उत्तर दियो, “तु नी जानस की का मागुंस हइ. जो कटोरो मी पीना पर हइ, का तू पी सकस हइ?” यीशु ने ओकासे बोल्यो, \p “हव पी सकस हइ.” \p \v 23 ओने ओकासे बोल्यो, “तु मरो कटोरो ते पिये पर अपना डाखोरा अरु जवना कोय खे बठानो मरो काम नी, पर जेका लिये मरो बाप ने तैयार कऱ्यो गयो, उनका लिये हइ.” \p \v 24 यो सुनीखे दस सेवक होन ये दो भैइहोन पर घुस्सा हुया. \v 25 यीशु ने उन खे पास बुयल खे बोल्यो, “तुम जानस हइ, की गैरयहूदीहोन को अधिकारी उन पर प्रभुता करस हइ. अरु जो बडा हइ, वे उन पर अधिकार जतास हइ. \v 26 पन तुम मे असो नी हुये. पन जो कोय तुम मे बडो होनु चास, उ तुमारो सेवक होन खे बनस. \v 27 अरु जो तुम मे मुखियो होनु चास उ तुमारो सेवक बनस. \v 28 जसो की इन्सान को बेटो, उ येकालिये नी आयो की अपनी सेवा करवास, पन येकालिये आयो की सेवा कर्‍हे अरु भोत झना का लिये अपनी जान दिये.” \s दो अंधा खे आख को दान \r (मरकुस 10:46-52; लूका 18:35-43) \p \v 29 जब यीशु अरु ओका सेवक यरीहो से नीकली रा था, ते एक बडि गर्दी ओका पीछे हुइ ली. \v 30 अरु दो अंधा, जो सडक का धुरो पर बठ्या था, यो सुनीखे कि यीशु जय रोस हइ, “बुलय खे बोलन लग्या, हे प्रभु\f + \fr 20:30 \fr*\ft कुछ दताविज मे हे प्रभु नी\ft*\f*, दाउद का बेटा, हम पर दया कर.” \p \v 31 दुन्याहोन ने उनखे गाली दी, खे चुप ऱ्हे, ओखे धमकय खे बोलन लग्या, हे प्रभु, दाउद का बेटा, हम पर दया कर. \p \v 32 तब यीशु ने खडो हूइ खे, उनखे बुलायो, अरु बोल्यो, “तुम का चास हइ की मी तुमारा लिये का करु?” \p \v 33 उनने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, यो की हमारी आख खुली जाये.” \p \v 34 यीशु ने दया खय खे उनकी आखहोन खे पकड्या, अरु वे झल्दी देखन लग्या. अरु ओका पीछे हुइ लिया. \c 21 \s यीशु को यरुशलेम मे विजय जानो \r (मरकुस 11:1-11; लूका 19:28-40; यहून्ना 12:12-19) \p \v 1 जब यीशु ओका सेवक यरुशलेम का नजीक पोच्या अरु जैतून का झाड पर बैतफगे का पास आया, ते यीशु ने दो सेवक होन खे यौ बोलीखे भेज्यो, \v 2 अपना सामने का गाव मे जा, व्हा पोचते ही एक गधी बाधी हइ, अरु ओका सात बच्चा होन तुम खे मील्हे. उन खे खोली खे, मरा पास लिखे आ. \v 3 अगर तुम से कोय कुछ बोले, ते ओखे बोल, की प्रभु खे इनकी जरुरत हइ तब उ झल्दी उनखे भेजी दिये. \q1 \v 4 यो येका लिये हुयो, की जो वचन भविष्यव्दक्ता का वजेसे बोल्यो गयो थो का उ पुरो हुये \q1 \v 5 “सिय्योन कि बेटी से बोल, \q2 देख, तरो राजो तरा पास आस हइ. \q1 उ नम्र हइ अरु गधी पर बठ्यो हइ. \q2 जब गधी का बच्चा पर”. \p \v 6 सेवक होन ने जय खे जसो यीशु ने उनका से बोल्यो थो, असो ही कऱ्यो. \v 7 अरु गधी अरु बच्चाहोन खे लयखे, उन पर अपना कपडा डाले, अरु यीशु ओका पर बठी गयो. \v 8 अरु भोत सारा दुन्याहोन ने अपना कपडा खे रस्ता मे बिछायो, अरु दुन्याहोन ने झाड से डग्‍यान तोडी खे रस्ता मे बिछायो. \v 9 अरु जो गर्दी आगेजानआली अरु पीछे से आनवाली खे बुलय-बुलय खे बोलन लगी, “दाउद का बेटा को जय हुये. धन्य हइ उ जो प्रभु का नाम से आस हइ, बद्दल मे होशन्ना.” \p \v 10 जब ओने यरुशलेम मे प्रवेश कऱ्यो, ते सब नगर मे भाग दोड मची गइ. अरु दुन्या बोलन लग्या, “की यो कोन हइ?” \p \v 11 “दुन्याहोन ने बोल्यो, यो गलील को नासरत को भविष्यव्दक्ता यीशु हइ” \s यीशु मन्‍दिर मे जास \r (मरकुस 11:15-19; लूका 19:45-48; यहून्ना 2:13-22) \p \v 12 यीशु ने परमेश्वर की मन्‍दिर मे जयखे, उन सब खे, जो मन्‍दिर मे लेनो-देनो करी रा था, नीकली दियो. अरु साफ का मेज अरु कबूतर खे बेचनआला खे चौकी उलटय दी. \v 13 अरु ओने बोल्यो, “शास्त्र मे लिख्यो हइ, अरु परमेश्वर ने बोल्यो हइ की मरो घर प्रार्थना को घर बोलस हइ. पन तुम येखे लुटेरा को अडो बनास हइ.” \p \v 14 अरु अंधा अरु लगडा, मन्‍दिर मे ओका पास आया, अरु ओने उनखे अच्छो कऱ्यो. \v 15 पन जब प्रधान याजकहोन अरु पंडीतहोन ने यो बडो काम खे, जो ओने कऱ्यो, अरु लगडा खे मन्‍दिर मे दाउद का बेटा खे होशन्ना, बोलते हुये देख्यो, ते वे घुस्सा हुया, \v 16 अरु ओकासे बोलन लग्या तू सुनस हइ की यो, \p “बोलस हइ?” यीशु ने उनका से बोल्यो, “हव, तुम ने यो शास्त्र मे कभी पढ्यो नी बालकहोन अरु दूध पीता बच्चाहोन का मुडा से तोने स्तुती सिध्द करी?” \p \v 17 तब उ उनखे छोडी खे नगर का बाहेर बैतनीय्याह गाव मे गयो, अरु व्हा रात बितय. \s यीशु ने अंजीर का झाड खे श्राप दियो \r (मरकुस 11:12-14,20-24) \p \v 18 दुसरा दिन खे जब उ नगर खे लोटी रो थो, ते ओखे भुख लगी. \v 19 अरु अंजीर का झाड खे सडक का किनारा पर देखी खे उ ओका पास गयो, अरु पता खे छोडी खे ओमे अरु कुछ नी पय खे ओकासे बोल्यो, “अभी से तरा मे कभी फल नी लगन का,” अरु अंजीर को झाड झल्दी सुखी गो. \p \v 20 यो देखी खे सेवक होन ने अचम्बो कऱ्यो अरु बोल्यो, “यो अंजीर को झाड झल्दी कसो सुखी गयो?” \p \v 21 यीशु ने उनखे उत्तर दियो, “मी तुम से सच्ची बोलुस हइ. अगर तुम विश्वास रखे ते, अरु दुर नी कर्‍हे. ते फक्त यो कर्‍हे, जो यो अंजीर का झाड से कऱ्यो गयो हइ. पन अगर या टेकडी से भी बोले की उखडी जा अरु समुदर मे जा पड ते यो हुये जाये. \v 22 अरु जो कुछ तुम प्रार्थना मे विश्वास से मागे उ सब तुम खे मीले.” \s यीशु को अधिकार पर सवाल \r (मरकुस 11:27-33; लूका 20:1-8) \p \v 23 यीशु मन्‍दिर मे फिर से जयखे शिक्षा करण लग्यो, की प्रधान याजक अरु दुन्याहोन बापदादा ने ओका पास अयखे पुछ्यो, “तू यो काम कोनता अधिकार से करस हइ? अरु तोखे यो अधिकार कोने दियो हइ?” \p \v 24 यीशु ने उनखे उत्तर दियो, “मी भी तुम से एक बात पुछस हइ, अगर उ मेखे बताये ते मी भी तुमखे बतायु कि यो काम को का अधिकार से करुस हइ. \v 25 यहून्ना को बपतिस्मा खा से थो? स्वर्ग का तरप से या इन्सान का तरप से थो?” तब वे आपस मे वाद विवाद करण लग्या, \p “अगर हम बोले ते स्वर्ग का तरप से ते उ हम से बोले की फिर तुम ने ओको विश्वास क्यु नी कऱ्यो?” \v 26 “अरु अगर बोले, इन्सान का तरप से, ते हम खे गर्दी को डर हइ, क्युकी वे सब यहून्ना खे भविष्यव्दक्ता\f + \fr 21:26 \fr*\ft परमेश्वर, तरप से सदेस लानवालो\ft*\f* मानस हइ.” \v 27 अत उनने यीशु खे उत्तर दियो, “हम नी जानस.” \p ओने भी उनका से बोल्यो, ते मी भी तुमखे नी बतवू, कि यो काम कोय अधिकार से करुस हइ. \s दो बेटाहोन दृष्‍टान्‍त \p \v 28 “तुम का समझस हइ? कोय इन्सान का दो बेटा था. ओने पैयला का पास जयखे बोल्यो हे बेटा आज अंगूर की बाडी मे काम कर. \v 29 ओने उत्तर दियो मी नी जउ पन बाद मे ओने अपनो मन बदली दियो अरु चली गयो. \v 30 फिर दुसरा का पास जयखे असो ही बोल्यो प्रभु ने उत्तर दियो, जी हव, जउस हइ, पन नी गयो. \v 31 ये दो मे से को ने बाप की इच्छा पुरी करी? \p “उनने बोल्यो, पैयला ने. यीशु ने उनका से बोल्यो, \p “मी तुम से सच्ची बोलुस हइ चुंगी लेनवालो अरु वेश्या तुम से पैयले परमेश्वर का राज्य मे प्रवेश करी रास हइ. \v 32 क्युकी यहून्ना धार्मीकता का रस्ता से तुमारा पास आयो, अरु तुम ने ओका पर विश्वास नी कऱ्यो पर चुंगी लेनवाला अरु वेश्याहोन ने ओका पर विश्वास कऱ्यो अरु तुम देखी खे बाद मे भी नी पछतायो की ओका पर विश्वास करी लेता. \s दुष्ट किसानहोन को दृष्टान्त \r (मरकुस 12:1-12; लूका 20:9-19) \p \v 33 “एक अरु दृष्‍टान्‍त सुन, एक घर थो, जेने अंगूर की बाडी लगय. अरु ओका चारी तरप बादी बाधी. अरु ओने एक रस को कुवो खोद्यो. अरु मचाग बनय. अरु किसानहोन खे ओको ठेको दिखे उ परदेस चली गयो. \v 34 जब फल को टेम नजीक आयो, ते ओने अपना सेवक होन खे ओका फल लान का लिये किसानहोन का पास भेज्यो. \v 35 पर किसानहोन ने ओका सेवक होन खे पकडी खे, कोय खे पीटियो, अरु कोय खे मारी डाल्यो. अरु कोय पत्थर माऱ्यो. \v 36 फिर ओने अरु सेवक होन खे भेज्यो, जो पैयले से जादा था. अरु उनने उनका से भी असो हि कऱ्यो. \v 37 अन्नत मे ओने अपना बेटा खे उनका पास यो सोची खे भेज्यो, कि वे मरा बेटा को सम्मान कर्‍हे. \v 38 पन किसानहोन ने बेटा खे देखी खे आपस मे बोल्यो, यो तो वारिस हइ, ओखे भी मारी डालस हइ अरु ओकी सम्पंत्ती ली लेवास. \v 39 अरु उनने ओखे पकड्यो अरु अंगूर की बाडी से बाहेर नीकाली खे मारी डाल्यो. \fig अंगूर की बाडी मे मचाग|alt="Watchtower in a vineyard" src="HK00105C.TIF" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="21:33"\fig* \p \v 40 “यीशु ने पुछ्यो, येका लिये जब अंगूर की बाडी को स्वामी आये, ते ये किसानहोन का सात का कर्‍हे? यीशु खे आते देख्यो. \p \v 41 “उनने ओकासे बोल्यो, ‘उ वे बुरा दुन्याहोन खे जरुरत खतम कर्‍हे.’ अरु अंगूर की बाडी को ठेको ‘अरु किसानहोन खे दिये जो टेम’ पर ओका फल दियो कर्‍हे.” \p \v 42 यीशु ने उनखे उत्तर दियो, तुम ने कभी पवित्रशास्त्र मे यौ नी पढ्यो? \q1 जो पत्थर खे राजमिस्त्रीहोन खे नी बुरो समझ्यो थो. \q2 उ कोना का माथा को फत्तर हुइ गयो. \q1 यो प्रभु का तरप से हुयो; \q2 अरु हमारी नजर मे बडो हइ!\x + \xo 21:42 \xo*\xt भजन संहिता 118:22,23 \xt*\x* \p \v 43 “येका लिये मी तुम से बोलुस हइ, की परमेश्वर, ‘को राज तुम से ली लियो जाये.’ अरु असी जातहोन को जसो ओको फल लास हइ. \v 44 ‘जो यो पत्थर पर,’ गिरी गयो उ चकनाचुर हुये जाये अरु जेका ‘पर उ गिरे, ओखे पिसी डाले.’” \p \v 45 प्रधान याजकहोन अरु फरीसी ओका दृष्‍टान्‍तहोन खे सुनीखे समझी गया, की उ हमारा विषय मे बोलस हइ. \v 46 अरु उनने ओखे पकडनो चायो, पन वे दुन्याहोन से डरी गया क्युकी वे ओखे भविष्यव्दक्ता जानता था. \c 22 \s भ्याव को खाना को दृष्‍टान्‍त \r (लूका 14:15-24) \p \v 1 येका पर यीशु ने फिर उनका से दृष्‍टान्‍त मे बोलन लग्यो. \v 2 स्वर्ग को राज्य उ राजा का जसो हइ, जेने अपना बेटा को भ्याव कऱ्यो. \v 3 अरु ओने अपना सेवक होन खे भेज्यो, नीवता दिया हुया दुन्याहोन खे भ्याव का खाना मे बुला. पन उनने आनो नी चायो. \v 4 फिर ओने अरु सेवक होन खे यो बोली खे भेज्यो नीवता दिया हुया दुन्याहोन से बोल देख कि मी खानो तैयार करी चुक्यो हइ, अरु मरा बैल अरु पाल्या हुया जानवर होन माऱ्या गया हइ, अरु सब कुछ तैयार हइ. भ्याव का खाना मे आ. \v 5 पन वे नीवता खे दिखे येका पर कोय ने ध्यान नी दियो कोय अपना खेत मे, कोय अपना धदा मे. \v 6 अरु दुसरा दुन्याहोन ने जो बची रा था ओका सेवक होन खे पकडी खे उनको अपमान करी खे मारी डाल्यो. \v 7 तब राजा खे घुस्सा अह्ये अरु ओने अपना सेना खे भेजी खे वे खुनी होन खे खतम कऱ्यो, अरु उनका नगर खे फुकी दियो. \v 8 तब ओने अपना सेवक होन से बोल्यो, भ्याव को खानो तैयार हइ, पन नीवता दिया दुन्याहोन लायक नी रुख्या. \v 9 येका लिये चौक मे जा, अरु जतना दुन्या तुम खे मीलस, सब खे भ्याव का खाना मे बुलय ला. \v 10 वे सेवक होन ने सडक पर जय खे का बुरा का भला, जेतना मील्या, सब खे जमा कऱ्या. अरु भ्याव को घर मीजवान होन से भरी गयो. \p \v 11 “जब राजा मीजवानहोन खे देखन खे अंदर आयो. ते ओने व्हा एक इन्सान खे देख्यो, जो भ्याव का कपडा नी पेन्यो थो. \v 12 ओने ओकासे पुछ्यो, हे दोस्त. तू भ्याव का कपडा पेने बिना ह्या काय का लिये आयो? अरु उ इन्सान चुप हुय गयो. \v 13 तब राजा ने सेवकहोन से बोल्यो. येका हात-पाय बाधीखे ओखे बाहेर अंधारा मे डाली दे, उ रोन लग्यो, अरु दात पीसन लग्यो. \v 14 क्युकी बुलाया हुया ते भोत हइ पन चुन्या हुया जरासा हइ.” \s रोमन सम्राट खे कर देने का बारे मे प्रश्‍न \r (मरकुस 12:13-17; लूका 20:20-26) \p \v 15 तब फरीसीहोन ने जय खे आपस मे बिचार करी, की येखे सवाल पुछी खे कसो फसावा. \v 16 उनने अपना सेवक होन खे हेरोदिया का सात ओका पास यो बोली खे भेज्यो, “हे गूरु, हम जानस हइ, की सच्ची हइ, अरु परमेश्वर की रस्ता सच्चाइ से सिखस हइ, अरु कोय को भेदभाव नी करस हइ, क्युकी तू इन्सान का मुंडा देखी खे बात नी करस हइ. \v 17 येका लिये हम खे बता तु का समझस हइ? कैसर खे कर देनो अच्छो हइ, की नी.” \p \v 18 यीशु ने उनका दृष्‍टान्‍त जानीखे बोल्यो, “हे कपटिहोन, इन्सान होन मेखे क्यु परखस हइ? \v 19 कर को सिक्को मेखे बता.” \p तब वे ओका पास एक सिक्को लीखे आया. \v 20 ओने उनका से पुछ्यो, “यो चित्र अरु नाम कोको हइ?” \p \v 21 उनने ओकासे बोल्यो, कैसर को. \p तब ओने उनका से बोल्यो, “जो कैसर को हइ, उ कैसर खे दे. अरु जो परमेश्वर को हइ, उ परमेश्वर खे दे.” \p \v 22 यो सुनीखे उनखे अचम्बो कऱ्यो, अरु ओखे छोडी खे वे चली गया. \s पुनरुत्‍थान का बारे मे प्रश्‍न \r (मरकुस 12:18-27; लूका 20:27-40) \p \v 23 उ दीन सदूकि जो बोलस हइ की मऱ्या हुया को पुनरुत्थान हइ की नी ओका पास आयो, अरु ओकासे पुछ्यो, \v 24 “हे गुरु, मूसा ने बोल्यो थो, की अगर कोय बिना बेटा को मरी जाये ते ओको भैइ ओकी लुगेन का सात भ्याव करी खे अपना भैइ का लिये कुल पइदा कर्‍हे. \v 25 अभी हम ह्या सात भैइ था. पयलो भ्याव करीखे मरी गयो. अरु बेटा नी होन का कारण अपनी विधवा लुगेन खे अपना भैइ का लिये छोडी गयो. \v 26 यो प्रकार दुसरा ने अरु तीसरा ने भी कऱ्यो, अरु सात तक यो चलतो ऱ्हियो. \v 27 सब का बाद मे वा बय भी मरी गय. \v 28 जिन्दो उठना पर वा वे सात मे से कोकी लुगेन हुये? क्युकी वा सब की लुगेन हुय चुकी थी.” \p \v 29 यीशु ने उनखे उत्तर दियो, “तुम पवित्रशास्त्र अरु परमेश्वर की सामर्थ्य नी जानस. यो कारण बडी भूल मे पडी गो हइ. \v 30 क्युकी जिन्दी उठना पर भ्याव नी कर्‍हे अरु नी भ्याव मे दियो जाये. पन वे स्वर्ग का दूत का सामने हुये. \v 31 पन मऱ्या हुया का जिन्दी उठन का विषय मेका तुम ने यो वचन नी पढ्यो जो परमेश्वर ने तुम से बोल्यो: \v 32 मी अब्राहम को परमेश्वर, अरु इसहाक को परमेश्वर, अरु याकूब को परमेश्वर हइ? उ मऱ्या हुया को नी, पन जिन्दा को परमेश्वर हइ.” \p \v 33 जब यो सुनीखे यीशु कि शिक्षा पर दुन्या चकीत हुया. \s सब से बडि आज्ञा \r (मरकुस 12:28-34; लूका 10:25-28) \p \v 34 जब फरीसीहोन ने सुनी खे यीशु ने सदूकिहोन को मुंडो बन्द करी दियो. ते वे जमा हुया. \v 35 अरु ओमे से एक व्यवस्था का मास्तर ने परखन का लिये ओकासे पुछ्यो, \v 36 “हे गुरु, व्यवस्था मे कोन सी सब से आज्ञा बडी हइ?” \p \v 37 ओने ओकासे बोल्यो, “तू परमेश्वर अपना जान से अपना सब मन अरु अपनी सब जान अरु अपनी पुरी दिमाक का सात प्रेम रख. \v 38 बडी अरु मुख्य आज्ञा ते या हइ. \v 39 असा मे दुसरा सब से बडी आज्ञा हइ, की तू अपना पडोसी से अपना जसो प्रेम रख. \v 40 ये दो आज्ञा होन सब व्यवस्था अरु भविष्यव्दक्ताहोन को आधार हइ.” \s मसीह का बारे मे प्रश्न \r (मरकुस 12:35-37; लूका 20:41-44) \p \v 41 जब फरीसी जमा था, ते यीशु ने उनका से पुछ्यो, \v 42 “मसीह का विषय मे तुम खे समझस हइ? उ कोको बेटो हइ?” \p उनने ओकासे बोल्यो,? “दाउद को.” \p \v 43 “ओने उनका, से पुछ्यो,” ते दाउद आत्मा मे “हुइ खे ओखे ‘प्रभु का’? बोलस हइ, \q1 \v 44 “ प्रभु ने, मरा प्रभु से बोल्यो, मरा जवना तरप बठ जब तक की मी तरा दुसमन होन खे तरा पाय का \q1 नीचे नी करी दियु \q2 जब तक मरा पास बठ. \v 45 जब दाउद ओखे प्रभु बोलस हइ, ते उ दाउद ओको बेटो कसो बन्यो?” \p \v 46 ओका उत्तर मे कोय भी एक बात नी बोली सक्यो. पन उ दिन से कोय खे फिर ओका से कुछ पुछन को साहस नी हुयो. \c 23 \s पडीतहोन अरु फरीसीहोन की आलोचनो \r (मरकुस 12:38,39; लूका 11:43,46; 20:45,46) \p \v 1 तब यीशु ने गर्दी से अरु अपना सेवक होन से बोल्यो, \v 2 “पंडीत अरु फरीसी मूसा कि गद्दी पर बठ्या हुया व्यवस्था को अर्थ बतास हइ. \v 3 येका लिये वे तुम से जो कुछ बोल्ये उ करणू, अरु माननु, पन ओका जसो काम मत करणु. क्युकी वे बोलस हइ पर कर्हे नी. \v 4 उ एक असो भारी बोझ खे जेखे उठानो कठीन हइ, बाधीखे उनखे इन्सानहोन का खांदा पर रखस हइ. पन तुम ओखे अपनी उगली से भी सरकानो नी चास. \v 5 वे अपना सब काम खे दुन्याहोन खे बतान का लिये करस हइ वे अपनी ताबीज खे चौडी करस, अरु अपना कपडा की झालर खे बडास हइ. \v 6 खाना मे मुख्य-मुख्य जगा, अरु आराधनालयहोन मे मुख्य-मुख्य जगा, \v 7 अरु बजार मे नमस्कार अरु इन्सान मे गुरु बोलनो उनखे भास हइ. \v 8 पन तुम गुरु नी बोलस, क्युकी तुमारो एक ही गुरु हइ अरु तुम एक ही भैइ अरु भैइन हुये. \v 9 अरु पृथ्वी पर कोय खे अपनो बाप नी बोलनु, क्युकी तुम्हारो एक ही बाप हइ, जो स्वर्ग मे हइ. \v 10 अरु स्वामी भी नी बोलनु, क्युकी तुमारो एक ही मास्तर हइ, यानेकी मसीह. \v 11 जो तुम मे से बडो हुय खे उ तुमारो सेवक बन्ये. \v 12 जो कोय अपना आप खे बडो बनाये, उ छोटो कऱ्यो जाये अरु जो कोय अपना आप खे छोटो बनाये, उ बडो कऱ्यो जाये. \s यीशु का द्वारा कपटीहोन की नीन्दा \r (मरकुस 12:40; लूका 11:39-42,44,52; 20:47) \p \v 13 “हे कपटि पंडीतहोन अरु फरीसीहोन तुमारा पर हाय! तुम इन्सानहोन का बदल मे स्वर्ग का राज्य को दरवाजो बन्द करस हइ, नी ते खुद मे ओमे प्रवेश करस हइ अरु नी ओमे प्रवेश करण आला खे प्रवेश करण देस हइ. \v 14 हे कपटी पंडीतहोन अरु फरीसीहोन, तुम पर हाय! तुम विधवा होन का घर खे जास हइ, अरु बतान का लिये बडि देर तक प्रार्थना करतो ऱ्हेस हइ येका लिये तुमखे जादा दण्ड मील्ये. \p \v 15 “हे कपटि पंडीतहोन अरु फरीसीहोन तुम पर हाय! तुम एक जन खे अपना मोत मे लान का लिये सब नदी अरु थल मे फिरस; अरु जब उ मोत मे ए जास हइ, ते उ अपना से डबल नरक का लिये बनी जास हइ. \p \v 16 “हे अंधा सेवकहोन, तुम पर हाय! ‘जो बोलस हइ कि अगर कोय मन्‍दिर की कसम खास ते कुछ नी, पन अगर कोय मन्‍दिर का सोन्ना की कसम खास ते ओकासे बंधय जास.’ \v 17 हे मुर्ख, अरु अंधो, कोन बडो हइ, सोन्नो या उ मन्‍दिर जेका से सोन्नो पवित्र होस हइ? \v 18 फिर बोलस हइ कि अगर कोय वेदी कि कसम खाये ते कुछ नी, पन जो दान ओका पर हइ, अगर कोय ओकी कसम खाये ते बंधय जाह्ये. \v 19 हे अंधा, कोन बडो हइ, दान या वेदी जेका से दान पवित्र होस हइ? \v 20 येका लिये जो वेदी की कसम खास हइ, उ ओकी, अरु जो कुछ ओका पर हइ, ओकी भी कसम खास हइ. \v 21 अरु जो मन्‍दिर कि कसम खास हइ, उ ओकी अरु ओमे र्‍हेनआला परमेश्वर की भी कसम खास हइ. \v 22 अरु जो स्वर्ग कि कसम खास हइ, उ परमेश्वर की राजगद्दी की अरु ओका पर बठनआला की भी कसम खास हइ. \p \v 23 “हे कपटि पंडीतहोन, अरु फरीसीहोन, तुम पर हाय! तुम पुदीना अरु सौफ अरु जीरा को दसवा भाग देस हइ, पन तुम ने व्यवस्था की गम्भीर बात यानेकी न्याय, अरु दया, अरु विश्वास खे छोडी दियो हइ. चातो थो की या बात खे भी करस ऱ्हेस, अरु वा बात खे भी नी छोडनु. \v 24 हे अंधा अगुवाहोन, तुम माखा खे ते छानी डालस हइ, पन उट खे गिली लेस हइ. \p \v 25 “हे कपटि पंडीतहोन, अरु फरीसीहोन, तुम पर हाय! तुम कटोरा अरु ठाटी खे उपर उपर से ते मांजस हइ पन वे अंदर से अंधारा अरु लालच से लुटी हूइ बात से भरी हुइ हइ. \v 26 हे अंधा फरीसी, पैयले कटोरा अरु ठाटी खे अंदर से मांज कि वे बाहेर से भी अच्छी हुये. \p \v 27 “हे कपटि पंडीतहोन, अरु फरीसीहोन, तुम पर हाय! तुम चुना से पोती हुइ कब्र का जसा हइ जो उपर से ते अच्छी दिखइ देस हइ, पन अंदर मुर्दा की हड्डीहोन अरु सब प्रकार की गंदकी से भरी हइ. \v 28 या रिती से तुम भी उपर से इन्सानहोन खे धर्मी दिखइ देस हइ, पन अंदर से कपट अरु बुरा से भऱ्या हुया हइ. \s फरीसीहोन की शिक्षा \r (लूका 11:47-51) \p \v 29 “हे कपटि पंडीतहोन,अरु फरीसीहोन, तुम पर हाय! तुम भविष्यव्दक्ताहोन कि कब्र बनास हइ अरु धर्मीहोन कि कब्र सजास हइ. \v 30 अरु बोलस हइ, अगर हम अपना बापदादा का दिन मे होस ते भविष्यव्दक्ताहोन कि खुन मे उनका सात मे नी होस. \v 31 येका से ते तुम अपना हि खिलाप मे गवइ देस हइ, की तुम भविष्यव्दक्ताहोन खे मारनआलो का बेटा हुये. \v 32 तुम अपना बापदादा को पाप को घडो भरी दे. \v 33 हे साप, अरु साप का बच्चाहोन, तुम नरक का दण्ड से कसा बच्ये? \v 34 येका लिये देख, मी तुमारा पास भविष्यव्दक्ताहोन अरु दिमाकआला अरु शास्त्रिहोन खे भेज्यो हइ. अरु तुम ओमे से कुछ खे मारी डाल्ये, अरु क्रुस पर चेढाये. अरु कुछ खे अपना आराधनालयहोन मे कोडा मार्ये, अरु एक नगर से दुसरा नगर मे भाकता फिरे. \v 35 जेका से धर्मी हाबिल से लीखे बिरीक्याह को बेटो जकर्याह तक, जेखे तुम ने मन्‍दिर अरु वेदी का बीच मे मारी डाल्यो थो, जेने धर्मीहोन को खुन जमीन पर बोहय गो थो, उ सब तुमारा माथा पर आह्ये. \v 36 मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, या सब बात या कुटुम्ब का दुन्याहोन पर ए गीरे. \s यीशु को यरुशलेम गाव पर प्रेम \r (लूका 13:34,35) \p \v 37 “हे यरुशलेम, हे यरुशलेम! तू जो भविष्यव्दक्ताहोन खे मारी डालस हइ, अरु जो तरा पास भेज्यो गयो, उनखे पत्थराव करस हइ केतना ही बार मेने चायो की जसा मुर्गी अपना बच्चाहोन खे अपना पंख का नीचे जमा करस हइ, असो ही मी भी तरा बच्चाहोन खे जमा करी खे, पन तुम ने नी चायो\f + \fr 23:37 \fr*\ft नगर खे दुन्या खे \ft*\f*. \v 38 देख, तुमारो घर तुमारा लिये उजाड छोड्यो जास हइ. \v 39 क्युकी मी तुम से बोलुस हइ, की अभी से जब तक तुम नी बोले धन्य हइ उ ‘जो प्रभु नाम से आस हइ तब तक तुम मेखे फिर कभी नी देखनका.’” \c 24 \s यीशु का वजो से मन्‍दिर की खतम होन की भविष्यवाणी \r (मरकुस 13:1,2; लूका 21:5-6) \p \v 1 जब यीशु मन्‍दिर से नीकलीखे जय रो थो, ते ओका सेवक होन ओखे मन्‍दिर की रचना बतान का लिये ओका पास आया. \v 2 ओने ओकासे बोल्यो, “तुम यो सब नी देखस? मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, यो पत्थर पर पत्थर भी नी छोड्यो, जो रख्यो नी जाये.” \s विपत्तीहोन की सुरुवात \r (मरकुस 13:3-13; लूका 21:7-19) \p \v 3 अरु जब उ जैतून की टेकडी पर बठ्यो थो, ते सेवक होन ने अलग से ओका पास अयखे बोल्यो, “हम से बोल की या बात कब हुये? अरु तरो आन को, अरु जगत को अन्त: को का चिन्ह हुये.” \p \v 4 यीशु ने उनखे उत्तर दियो, हुशार ऱ्हे! कोय तुमखे फसय नी पाय. \v 5 क्युकी भोत सा असा हुये जो मरा नाम से अयखे बोले, मी मसीह हइ ,अरु भोत झना खे बिचकय दिह्ये. \v 6 तुम झगडाहोन अरु झगडाहोन की बातचीत सुने. देख घबऱ्य नी जानु क्युकी उनको होनो जरुरी हइ, पन उ टेम खतम नी हुये. \v 7 क्युकी राष्ट्र पर राष्ट्र, अरु राज्य पर राज्य चेढ्या कर्‍हे, अरु जगा-जगा अकाल हुय खे अरु भूकम्प हुये. \v 8 या बात पीडाहोन का पैयले से हुये. \v 9 तब वे देन का लिये तुमखे पकड्ये, अरु तुमखे मारी डाल्ये अरु मरा नाम का कारण सब राष्ट्रहोन का दुन्या तुम से बैर रख्ये. \v 10 तब भोत झना ठोकर खाये, अरु एक दुसरा खे पकड्ये, अरु एक दुसरा से बैर रख्ये. \v 11 भोत सा झुठा भविष्यव्दक्ता उठी खे खडा हुये खे अरु भोतझना खे बिचकाये. \v 12 अरु बुरा का बडना से भोतझना को प्रेम ठण्डो हुइ जाये. \v 13 पन जो अन्नत तक धीरज धरी खे रखे, ओको उध्दार हुये. \v 14 अरु राज्य को यो सुसमाचार पुरा जगत मे प्रचार कर्‍यो जाये, कि सब राष्ट्रहोन पर गवाही हुये तब खतम हुइ जाये. \s यरुशलेम को बडो संकट \r (मरकुस 13:14-23; लूका 21:20-24) \p \v 15 येका लिये जब तुम उ खतरनाक घुणित चिज खे जेकी बातचीत दानीएल भविष्यव्दक्ता का वजेसे हुइ थी, पवित्र जगा मे खडी हुइ देख, जो पढ, उ समझ. \v 16 तब जो यहूदीयाहोन मे हुये वे टेकडी पर भागी जा. \v 17 जो घर पर छपर हुये, उ अपना घर मे से सामन लेन खे नी उतह्ये. \v 18 अरु जो खेत मे हुये, उ अपना कपडा लेन खे पीछे नी आह्ये. \v 19 उ दिन मे जो पेट से अरु दूध पिलान आली हुये, उनका लिये दुख को दिन बोल्यो जाये. \v 20 अरु प्रार्थना कर. की तुमखे ठंडी मे या आराम का दिन भागनो नी पडे. \v 21 क्युकी उ टेम असो भी क्लेश हुये, जसो जगत का पैयलेसे अभी तक नी हुयो, अरु नी कभी हुये. \v 22 अरु अगर उ दिन कम नी हुय जाये, ते कोय जनवर नी बचता. पन चुन्या हुया का कारण उ दिन कम नी हुय जाये. \p \v 23 उ टेम अगर कोय तुम से बोले, की देख, मसीह यो हइ! या उ हइ! ते विश्वास नी करणु. \v 24 क्युकी झुठा मसीह अरु झुठा भविष्यव्दक्ता उठीखे खडा हुये, अरु बडो चिन्ह चमत्कार अरु बडो काम बताये, की अगर हुय सकस ते चुन्या हुया खे भी भयकय दे. \v 25 देख, मेने पैयले से तुम से या सब कुछ बोली दियो हइ. \p \v 26 येका लिये अगर वे तुम से बोल्ये देख, उ जंगल मे हइ, ते बाहेर नी नीकली जानु; देख उ खोलीमे हइ. ते विश्वास नी करणु. \v 27 क्युकी जसी बिजली पुर्व से नीकलीखे पश्चिम तक चमकती जास हइ, असो ही इन्सान का बेटा खे भी आनो हुये. \p \v 28 झा लाश हुये, व्हा घुब्बड जमा हुये. \s इन्सान का बेटा को डबल जन्म \r (मरकुस 13:24-27; लूका 21:25-28) \p \v 29 उ दिन क्लेश का बाद झल्दी सुरज अंधारो हुय जाये, अरु चांद को ऊजालो जातो ऱ्हीये, अरु तारा बद्दल से गिरी जाये अरु बद्दल की शक्ति हली जाये. \v 30 तब इन्सान का बेटा को चिन्ह बद्दल मे बतायो जाये अरु तब पृथ्वी का सब कुल का दुन्या छाती पीट्ये; अरु इन्सान का बेटा की बडी सामर्थ्य अरु महिमा का सात बद्दल का बद्दल पर आते देख्ये \v 31 अरु उ पिपडी का बडा बोल का सात, अपना स्वर्गदूतहोन खे भेजो, अरु वे बद्दल का या पार से वा पार तक, चारी दिशा से ओका चुन्या हुया खे जमा कर्‍हे. \s अंजीर का झाड को दुष्टान्त \r (मरकुस 13:28-31; लूका 21:29-33) \p \v 32 अंजीर का झाड से यो दृष्‍टान्‍त सीख जब ओकी डग्‍यान नाजुक हुय जास अरु पत्ता नीकलन लगस हइ, ते तुम जानी लेस हइ, की गर्मी को टेम पास हइ. \v 33 या रीति से जब तुम या सब बातहोन खे देख, ते जानी लेस, की उ नजीक हइ, पन दरवाजा पर हइ. \v 34 मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, कि जब तक या बात पुरी नी हुइ जाये, तब तक या पीडी को नाश नी हुये. \v 35 बद्दल अरु पृथ्वी टली जाये, पन मरो बोल कभी नी टले. \s अनजानो दिन अरु टेम \r (मरकुस 13:32-37; लूका 17:26-30,34-36) \p \v 36 उ दिन अरु उ टेम का बारे मे कोय नी जानस, नी स्वर्ग का दूतहोन, अरु नी बेटा होन, पन फक्त बाप. \v 37 जसो नूह को दिन थो, असा मे इन्सान का बेटो को भी आनो हुये. \v 38 क्युकी जसो पानी-प्रलय से पैयले का दिन मे, जो दिन तक की नूह डोंगा पर नी चढ्यो थो, उ दिन तक दुन्या खाता-पीता था, अरु ओमे भ्याव शादी होस हइ. \v 39 अरु जब तक जल-प्रलय अयखे वे सब खे बोह्य खे ली गयो, तब तक उनखे कुछ भी मालुम नी थो. असा मे इन्सान का बेटो को भी आनो हुये. \v 40 उ टेम दो झना खेत मे हुय खे एक खे ली जाये अरु दुसरा खे छोडी दियो जाये. \v 41 दो बयहोन चक्की पिसती ऱ्ही जाये, एक ली जाये, अरु दुसरी छोडी जाये. \v 42 येका लिये जागता ऱ्हे, क्युकी तुम नी जानस की तुम्हारो प्रभु कोनता दिन आह्ये. \v 43 पन यो जानी ले कि अगर घर का स्वामी खे यो मालुम हुये की चोर कोनता टेम आये ते जागतो ऱ्हेस. अरु अपना घर मे चोरी नी होन देस. \v 44 येका लिये तुम भी तैयार ऱ्हे, क्युकी जो टेम का बारे मे तुम सोचस भी नी, उ टेम इन्सान को बेटो अय जाये. \s विश्वास योग्य सेवक अरु दुष्ट सेवक \p \v 45 “उ विश्वासयोग्य अरु डिमाकआलो सेवक कोन हइ, जेखे स्वामी ने अपना नौकर चाकर पर मुखियो बनायो, की टेम पर उनखे खानो दिये? \v 46 अच्छो हइ, उ सेवक, जेखे ओको स्वामी अयखे असो ही करतो देखे. \v 47 मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, उ ओखे अपनी पुरी संपत्ती पर अधिकार ठैराये. \v 48 पन अगर उ दुष्ट सेवक सोचन लग्यो, की मरा स्वामी खे आना मे देर हइ. \v 49 अरु अपना सात का सेवकहोन खे मारन लग्यो, अरु पीन आला का सात मे खायो-पीयो. \v 50 ते उ सेवक को स्वामी असो दिन अयो, जब उ ओका टुकडा टुकडा कर्‍हे, अरु असो टेम की जेखे उ नी समजस हइ, \v 51 अरु उ कठोर दण्ड दिये ओको भागी कपटिहोन का सात ठैरायो जाये व्हा रोनो अरु दात पीसनो हुये.” \c 25 \s दस कुव्वारीहोन को दृष्‍टान्‍त \p \v 1 तब स्वर्ग का राज्य वे दस कुव्वारीहोन का जसो हुये जो अपनी मशाल लीखे दुल्हा से मीलन करण का लिये नीकली. \v 2 ओमे पाच मूर्ख अरु पाच समझदार थी. \v 3 मूर्खहोन ने अपनी मशाल तो ली, पन अपना सात तेल नी लियो \v 4 पन समझदारहोन ने अपना मशाल का सात अपनी सीसी मे तेल भी भरी लियो. \v 5 जब दुल्हा खे आना मे देर हुय, ते वे सब जपन लगी, अरु सोय गय. \p \v 6 आधी रात खे धुम मची की देख, दुलो अय रोस हइ, ओकासे दान करण का लिये चल. \v 7 तब वे सब कुव्वारीहोन उठीखे अपनी मशाल बरोबर करण लगी. \v 8 अरु मूर्खहोन ने समझदारहोन से बोल्यो. अपना तेल मे से कुछ हमखे भी दे, क्युकी हमारी मशालहोन बुझी ऱ्हीस हइ. \v 9 पन समझदाहोन ने उत्तर दियो की कही हमारा अरु तुमारा लिये पुरो नी हुये. ते अच्छो तो यो हइ, की तुम बेचनआला का पास जयखे अपना लिये तेल मोल ले. \v 10 जब वे मोल लेन खे जय ही री थी, ते दुलो ए पोच्यो, अरु जो पाच तैयार थी, वे ओका सात भ्याव का भवन मे चली गय अरु दरवाजो बन्द करी दियो. \p \v 11 येका बाद वे दुसरी कुव्वारीहोन भी अयखे बोलन लगी, हे स्वामी, हे स्वामी, हमारा लिये दरवाजो खोली दे. \v 12 दुल्हा ने उत्तर दियो, की मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, मी तुमखे नी पहचानुस हइ. \p \v 13 “ क्यु कि जागता! ऱ्हे, नी तुम उ दिन खे जानस हइ, नी उ टेम खे. \s तीन दासहोन को दृष्‍टान्‍त \p \v 14 “क्युकी यो उ इन्सान का जसी दशा हइ जेने परदेसी खे जाता टेम अपना सेवकहोन खे बुलय खे अपनी पुरी संपत्ती उनखे सोपी दी. \v 15 ओने एक खे पाच सोन्ना का सिक्का, अरु दुसरा खे दो, अरु तीसरा खे एक, अगर हर एक खे ओकी सामर्थ्य का जसो दियो, अरु तब उ जत्रा पर चली गयो. \v 16 तब, जेखे पाच सोन्ना का सिक्का मील्या था, ओने झल्दी जयखे ओने लेन-देन कऱ्यो, अरु पाच सोन्ना का सिक्का, अरु कमाया. \v 17 या रीति से जेखे दो सोन्ना का सिक्का, मील्या था, ओने भी दो अरु कमाया. \v 18 पन जेखे एक सोन्ना को सिक्का को मील्यो थो, ओने जयखे मट्टी खोदी, अरु अपना स्वामी को धन लुकय दियो. \fig सोन्ना का सिक्को|alt="Talents" src="HK00168C.TIF" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="25:15"\fig* \p \v 19 “भोत दिन का बाद वे सेवकहोन को स्वामी अयखे उनसे लेखो लेन लग्यो. \v 20 जेखे पाच सोन्ना का सिक्का मील्या था, ओने पाच सिक्का, अरु लीखे बोल्यो, हे स्वामी का तोने मेखे पाच सोन्ना का सिक्का सोपी दे, देख मेने पाच सोन्ना का सिक्का अरु कमाया हइ. \v 21 ओका स्वामी ने ओकासे बोल्यो, धन्य हे अच्छो अरु विश्वासयोग्य सेवक का तू जरासा मे विश्वासयोग्य ऱ्हेस. मी तोखे भोत धन पर अधिकार दियु अपना स्वामी का आनन्द मे हिस्सेदार हुये. \v 22 अरु जेखे दो सोन्ना का सिक्का मील्या था, ओने भी अयखे बोल्यो. हे स्वामी तोने मेखे भी दो सोन्ना का सिक्का खे सोपी दिया था, देख, मेने भी दो सोन्ना का सिक्का, अरु कमाया. \v 23 ओका स्वामी ने ओकासे बोल्यो, धन्य हइ अच्छो अरु विश्वासयोग्य सेवक का तू जरासा मे विश्वासयोग्य ऱ्हीहे कमी तोखे भोत धन पर अधिकार दियु अपना स्वामी को आनन्द मे हिस्सेदार हुये. \v 24 तब जेखे एक सोन्ना को सिक्का मील्यो थो, ओने अयखे बोल्यो. हे स्वामी, मी तोखे जानतो थो, की तू अच्छो इन्सान नी हइ. तू झा कही नी बोस व्हा से काटस हइ, अरु झा नी बोयो व्हा से जमा करस हइ. \v 25 येका लिये मी डरी गयो अरु जयखे तरा सोन्ना का सिक्का खे मट्टी मे लुकय दियो. देख, जो तरो हइ, उ यो हइ. \v 26 ओका स्वामी ने उनका से बोल्यो, की हे दुष्ट अरु आलसी सेवक. जब तु यो जनतो थो, की झा मेने नी बोयो व्हा से काटुस हइ. अरु झा बीज मेने बोयो नी व्हा से जमा करुस हइ. \v 27 ते तु चातो थो, की मरो धन सफा करी खे दे, तब मी अयखे अपनो धन ब्याज समेत लीयुस. \v 28 येका लिये उ सोन्ना का सिक्का खे येका से ली ले अरु जेका पास सोन्ना को सिक्का हइ, ओखे दी दे. \v 29 क्युकी जो कोय का पास हइ, ओखे अरु दियो जाये. अरु ओका पास भोत हुये ते पन जेका पास नी हइ, ओकासे उ भी जो ओका पास हइ ली लियो जाये. \v 30 अरु यो नीकम्मा सेवक खे बाहेर का अंधारा मे डाली दे, झा रोन अरु दात पीसनो होस. \s आखरी न्याय को दिन \p \v 31 “जब इन्सान को बेटो अपनी महिमा मे आये, अरु सब स्वर्गदूत ओका सात आये, ते उ अपनी महिमा की राजगद्दी पर बठयो हुये. \v 32 अरु सब राष्ट्रहोन खे ओका सामने जमा कऱ्यो जाये. अरु जसो चरानआलो मेंडा खे बकरी से अलग करी देस हइ, असो ही उनखे एक दुसरा से अलग करस. \v 33 अरु उ मेंडा खे अपना जवना तरप अरु दुसरी बकरीहोन खे डाखोर्‍या तरप खडी करस. \v 34 तब राजो अपना डाखोर्या का जवना तरप आला से बोल्ये, हे मरा बाप, धन्य दुन्याहोन, आ, उ राज्य को अधिकारी हुये जाये, जो जगत का पैयले से तुमारा लिये तैयार कऱ्यो हुयो हइ. \v 35 क्युकी मी भुको थो, अरु तुम ने मेखे खान खे दियो. मी प्यासो थो, अरु तुम ने मेखे पानी पिलायो, मी नवाडो थो, तुम ने मेखे अपना घर मे रख्यो. \v 36 मी नंगो थो, तुम ने मेखे कपडा पेनाया. मी बेमार थो, तुम ने मरी सुदी ली, मी बन्दीगृह मे थो, तुम मरासे मीलन आया. \v 37 तब धर्मी ने ओखे उत्तर दियो, हे प्रभु, हमने कब तोखे भुखो देख्यो अरु खलायो? या प्यासो देख्यो, अरु पानी पिलायो? \v 38 हमने कब तोखे नवाडो देख्यो अरु अपना घर मे रख्यो या नंगो देख्यो, अरु कपडा पेनाया? \v 39 हमने कब तोखे बेमार देख्यो या बन्दीगृह मे देख्यो अरु तरा से मीलन आया? \v 40 तब राजा ने उनखे उत्तर दियो, मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, की तुम ने जो मरा वे छोटा से छोटा भैइहोन मे से कोय एक का सात कऱ्यो, उ मरा ही सात कऱ्यो. \p \v 41 “तब उ डाखोर्या तरप आला से बोलस, हे श्रापित दुन्याहोन, मरा सामने से उ अनन्त अंगार मे चली जा, जो सैतान अरु ओका दूतहोन का लिये तैयार करी गइ हइ. \v 42 क्युकी मी भुखो थो, अरु तुम ने मेखे खान खे नी दियो, मी प्यासो थो, अरु तुम ने मेखे पानी नी पिलायो. \v 43 मी नवाडो थो, अरु तुम ने मेखे अपना घर मे नी रुख्यो. मी नंगो थो, अरु तुम ने मेखे कपडा नी पेनाया. बेमार अरु बन्दीगृह मे थो, अरु तुम ने मरी याद नी करी. \v 44 तब वे उत्तर दिये, हे प्रभु, ‘हमने तोखे कब भुखो, या प्यासो, या नवाडो, या नंगो, या बेमार, या बन्दीगृह मे देख्यो, अरु तरी सेवा टहल नी करी?’ \v 45 तब राजो उनखे उत्तर दिये, ‘मी तुम से सच्ची बोलुस हइ की तुम ने जो ये छोटा से छोटाहोन मे से कोय एक का सात नी कऱ्यो, राजो मरा सात भी नी करस.’ \v 46 अरु ये सब अनन्त दण्ड भोगन का लिये ली जाये पन धर्मी अनन्त जिवन मे प्रवेश कर्‍हे.” \c 26 \s यीशु का बदला मे शाजिस \r (मरकुस 14:1,2; लूका 22:1,2; यहून्ना 11:45-53) \p \v 1 जब यीशु या सब बात बोली चुक्यो, ते अपना सेवक होन से बोलन लग्यो. \v 2 “तुम जानस हइ, की दो दिन का बाद मे फसह को तिवार हुये. अरु इन्सान को बेटा क्रुस पर चेडायो जान का लिये पकड्यो जाये.” \p \v 3 तब मुखियो याजक अरु दुन्या का बापदादा कैफा नामका महाराजा का अंगन मे जमा हुया. \v 4 अरु आपस मे बिचार करण लग्या की यीशु खे धोका से पकडि खे मारी डाले. \v 5 पन वे बोलता था, “की तिवार का टेम मे नी. कही असो नी हुये कि दुन्याहोन मे दंगो मची जाये.” \s बेतनीयाह मे येशु को अभिशेक \r (मरकुस 14:3-9; यहून्ना 12:1-8) \p \v 6 जब यीशु बैतनीय्याह मे शमौन कोढी का घर मे थो. \v 7 ते एक बय संगमरमर का बर्तन मे भोतकिमती अत्रर लीखे ओका पास पिच्छे हुयखे , अरु जब उ खानो खान खे बठ्यो थो, ते ओका माथा पर डाली दियो. \v 8 यौ देखीखे, ओका सेवक घुस्सा से हूइ खे बोलन लग्या, “येको का सत्यानाश करी दियो? \v 9 यो ते अच्छा दाम पर बेचीखे सब गरीबहोन खे बाटी जय सकतो थो.” \p \v 10 यो जानीखे यीशु ने उनका से बोल्यो, की बय खे काय बर सतास हइ? ओने मरा सात अच्छो काम कऱ्यो हइ. \v 11 गरीब तुमारा सात हमेशा ऱ्हेस हइ, पन मी तुमारा सात हमेशा नी ऱ्हुयु. \v 12 ओने मरा आंग पर जो यो अत्रर डाल्यो हइ, उ मरा गाड्यो जान का लिये कऱ्यो हय. \v 13 मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, की सब जगत मे झा कही यो सुसमाचार को प्रचार कऱ्यो जाये, व्हा ओका यो काम को वर्णन भी ओका याद मे कऱ्यो जाये. \s यहुदा इस्करियोती को विश्वासघात \r (मरकुस 14:10,11; लूका 22:3-6) \p \v 14 तब यहूदा इस्करियोती ने, बारा सेवक होन मे से एक थो, मुखियो याजकहोन का पास जयखे बोल्यो, \v 15 अरु ओने बोल्यो, “अगर मी यीशु खे तुमारा हात मे पकडि खे दियु, ते मेखे का दिये?” ओने ओखे तीस चादी का सिक्का गिनी खे दी दिया. \v 16 अरु ओखे उ टेम से यीशु खे पकडन को अच्छो मौको ढुढन लग्यो. \s सेवकहोन का सात तिवार को आखरी खानो \p \v 17 अखमीरी की रोटी को तीवार का पयला दिन, सेवक यीशु का पास अयखे पुछन लग्या, “तु का चास हइ की हम तरा लिये फसह खाना की तैयारी करस?” \p \v 18 ओने बोल्यो, “गाव मे फलाना का पास जयखे ओकासे बोल, की गुरु बोलस हइ, की मरो टेम नजीक हइ, मी अपना सेवक होन का सात तरा ह्या फसह मनाउ.” \p \v 19 सेवक होन ने यीशु की आज्ञा मानी, अरु फसह तैयार कऱ्यो. \p \v 20 जब संजा हूइ, ते यीशु बारा सेवक होन का सात खानो खान का लिए बठ्या. \v 21 जब वे खय रा था, ते ओने बोल्यो, “मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, कि तुम मे से एक मेखे पकडाये.” \p \v 22 येका पर वे भोत उदास हुया, अरु हर एक ओकासे पुछन लग्या, “हे प्रभु, का उ मी हइ?” \v 23 ओने उत्तर दियो, “जेने मरा सात ठाटी मे हात डाल्यो हइ, उ मेखे पकडाये. \v 24 इन्सान को बेटा तो जसो ओका बारे मे लिख्यो हइ, जाना मे हइ. पन उ इन्सान का लिये शोक हइ जेका वजेसे इन्सान को बेटो पकडायो जास हइ अगर उ इन्सान को जन्म नौ होस, ते ओका लिये अच्छो हइ.” \p \v 25 तब ओका पकडनवाला यहूदा ने बोल्यो, “हे गुरु, का उ मी हइ?” \p यीशु ओकासे बोल्यो, “तू बोली चुक्यो.” \s प्रभु-खानो \p \v 26 जब वे खय रा था, ते यीशु ने रोटी ली, अरु धन्यवाद मागीखे तोडि, अरु सेवक होन खे दीखे बोल्यो, “ले, खा. यो मरो आंग हइ.” \p \v 27 फिर ओने कटोरो लीखे परमेश्वर को धन्यावाद कऱ्यो, अरु उन खे देखी खे बोल्यो, “तुम सब येमे से पीनु, \v 28 क्युकी यो वचन को मरो उ खुन हइ, जो भोतजन का लिये पाप की माफी का लिये बोहायो जास हइ. \v 29 मी तुम से बोलुस हइ, की अंगूर को उ रस उ दिन तब कभी नी पीउ, जब तक तुमारा सात अपना बाप का राज्य मे नवो नी पीयु.” \p \v 30 फिर वे गानो बोली खे जैतून कि टेकडि पर चली गया. \s पतरस का इन्कार की भविष्यवाणी \p \v 31 तब यीशु ने उनका से बोल्यो, “तुम सब आज ही रात खे मरा बारे मे ठोकर खाये, क्युकी शास्त्र मे लिख्यो हइ, मी चरवाहोन खे मारी डाल्यु. अरु झुण्ड का मेंडाहोन इदर-उदर हुय जाये. \v 32 पन मी अपना जिन्दो उठन का बाद तुम से पैयले गलील खे जाउ.” \p \v 33 येका पर पतरस ने ओकासे बोल्यो, “अगर सब तरा बारे मे ठोकर खाये ते खाये, पन मी कभी ठोकर नी खाउ.” \p \v 34 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “मी तरा से सच्ची बोलुस हइ, की आज ही रात मुर्गा का बांग देन का पैयले, तू तीन बार मरा से मुकरी जाये.” \p \v 35 पतरस ने ओकासे बोल्यो, “अगर मेखे तरा सात मरनू भी हुये, ते भी, मी तरा से कभी नी घुस्सा हुयु.” अरु असो ही सब सेवक होन ने भी बोल्यो. \s यीशु की गतसमनी मे प्रार्थना \r (मरकुस 14:32-42; लूका 22:39-46) \p \v 36 तब यीशु ने अपना सेवक होन का सात गतसमनी नामका एक जगा मे आया अरु अपना सेवक होन से बोलन लग्यो “ह्या बठ्या ऱ्हे, जब तक की मी व्हा जयखे प्रार्थना करुस.” \v 37 अरु उ पतरस अरु जब्दी को दो बेटाहोन का सात ली गयो, अरु उदास अरु व्याकुल होन लग्या. \v 38 तब ओने उनका से बोल्यो, “ मरो मन भोत उदास हइ ह्या तक की मरो जान नीकली जास हइ. तुम ह्या रुख, अरु मरा सात जागता ऱ्हे.” \p \v 39 फिर उ जरासा अरु आगे बडिखे मुंडा का बल गिरीगो, अरु या प्रार्थना करण लग्यो, हे मरा बाप, अगर हुइ सखे, ते यो कटोरो मरासे टली जाये, फिर भी जसो मी चास हइ असो नी, पन जसो तु चास हइ असो ही हुये. \p \v 40 फिर सेवक होन का पास अयखे उनखे सोते देख्यो, अरु पतरस से बोल्यो, “का तुम मरा सात एक घण्टा भर नी जागी सकस? \v 41 जागता ऱ्हे, अरु प्रार्थना करता ऱ्हे, की तुम परीक्षा मे नी पडे! आत्मा ते तैयार हइ, पन आंग कमजोर हइ.” \p \v 42 फिर ओने दुसरा बार जयखे या प्रार्थना करी, “हे मरा बाप, अगर या मरा पिना का बिना नी हटी सखे ते मरी इच्छा पुरी हुये.” \v 43 तब ओने अयखे उनखे फिर सोते देख्यो, क्युकी उनकी आख नीद से भरी थी. \p \v 44 अरु उनखे छोडी खे फिर चली गयो, अरु वही बात फिर बोलीखे, तीसरी बार प्रार्थना करी. \v 45 तब ओने सेवक होन का पास अयखे उनका से बोल्यो, “अभी सोते ऱ्हे, अरु आराम कर देख, टेम ए पोच्यो हइ, अरु इन्सान को बेटो पापीहोन का हात मे दियो जाये. \v 46 उठ, सेवक आ चल देख मरा पकडनवालो नजिक पिच्छे हुयय गो.” \s यीशु खे बन्दी बनानो \p \v 47 उ यो बोली ही रो थो, की यहूदा जो बारा सेवक होन मे से एक थो, आयो, अरु ओका सात मुखियो याजकहोन अरु दुन्याहोन का बापदादा होन का तरप से बडि गर्दी, तलवार अरु लकडिहोन लिखे आया. \v 48 ओका पकडनवाला ने उनखे यो पतो दियो थो “जेखे मी चुमो लियु उ हइ. ओखे पकडि लेनु.” \p \v 49 अरु झल्दी यीशु का पास अयखे बोल्यो, “हे गुरु, नमस्कार!” अरु ओको चुमो लियो. \p \v 50 यीशु ने ओकासे बोल्यो, \p “हे दोस्त, जो काम का लिये तू आयो हइ, ओखे करी ले.” तब ओका पास अयखे यीशु पर हात डाल्यो अरु ओखे पकडि लियो. \v 51 तब यीशु का साथिहोन मे से एक ने हात बडय खे अपनी तलवार खीची ली अरु महा याजक का एक सेवक पर चलय खे ओको कान काटी दियो. \v 52 तब यीशु ने ओकासे बोल्यो, “अपनी तलवार खे म्यान मे रखी ले क्युकी जो तलवार चलास हइ, वे सब तलवार से खतम कऱ्या जास. \v 53 का तु नी समझस, कीमी अपना बाप से प्रार्थना करी सकुस हइ, अरु उ स्वर्गदूतहोन का बारा सेवक होन का सैन्य-दल से जादा मरा पास अभी हजर करी दिये? \v 54 पन पवित्रशास्त्र की या बात खे असो ही होनो अच्छो हइ, कसी पुरी हुये?” \p \v 55 उ टेम यीशु ने गर्दी से बोल्यो, “का तुम तलवार अरु लकडि लीखे मेखे डाकू का जसा पकडन का लिये नीकल्या हइ? मी हर दिन मन्दिर मे बठीखे शिक्षा दियो करतो थो, अरु तुम ने मेखे नी पकड्यो. \v 56 पन यो सब येकालिये हुयो हइ, की भविष्यव्दक्ताहोन को वचन पुरो हुये.” \p तब सब सेवक ओखे छोडी खे भागी गया. \s महासभा का सामने यीशु \p \v 57 अरु यीशु खे पकडनवाला खे ओका कैफा नामका महा याजक का पास ली गया, झा पंडीतहोन अरु बापदादाहोन जमा हुया था. \v 58 अरु पतरस दुर से ओका पीछे-पीछे महायाजक का घर का अंगन तक गयो, अरु अंदर जयखे अन्त देखन का लिये सेवकहोन का सात बठी गयो. \v 59 मुखियो याजकहोन अरु सब महासभा यीशु खे मारी डालन का लिये ओका विरोध मे झुठी गवाही की खोज मे था. \v 60 पन भोत सा झुठा गवाह का आना पर भी नी पासयो. आखरी मे दो झना आया, \v 61 अरु बोल्यो, “येने बोल्यो की मी परमेश्वर की मन्दिर खे तोडि सकुस हइ अरु तीन दिन मे बनय सकुस हइ.” \p \v 62 तब महायाजक ने खडो हूयखे ओकासे बोल्यो, “का तु कोय उत्तर नी देस? ये दुन्या तरा विरोध मे का गवाही देस हइ?” \v 63 पन यीशु चुप ही थो. तब महायाजक ने ओकासे बोल्यो “मी तोखे जिन्दा परमेश्वर की कसम दियुस हइ, कि अगर तु परमेश्वर को बेटो मसीह हइ, ते हम से बोली दे.” \p \v 64 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तोने खुद ही बोलि दियो. जब मी तुम से यो भी बोलुस हइ, की अभी से तुम इन्सान का बेटा खे फक्त सर्वशक्तिमान का जवना तरप बठ्यो, अरु आकाश का बद्दलहोन पर आते देखे\x + \xo 26:64 \xo*\xt दानिएल 7:13\xt*\x*.” \v 65 तब महायाजक ने अपना कपडा फाडी खे बोल्यो, “येने परमेश्वर की नीन्दा करी हइ, अभी हम खे गवाहहोन को प्रयोजन? देख, तुम ने अभी या नीन्दा सुनी हइ! \v 66 तुम का समझस हइ?” ओने उत्तर दियो, यो मरन को दण्ड होन का योग्य हइ. \v 67 तब उनने ओका मुडा पर थंपड अरु घुसा माऱ्या, दुसरा ने थप्पड माऱ्यो, \v 68 अरु बोल्यो “हे मसीह, हम से भविष्यवाणी करीखे बोल की कोय ने तोखे माऱ्यो का?” \s पतरस का वजेसे यीशु खे नकारनो \r (मरकुस 14:66-72; लूका 22:56-62; यहून्ना 18:15-18,25-27) \p \v 69 पतरस बाहेर अंगन मे बठ्यो हुयो थो की एक दासी ने ओका पास अयखे बोल्यो, “तू भी यीशु गलीली को साथी थो.” \p \v 70 ओने सब का सामने यो बोलीखे इन्कार कऱ्यो अरु बोल्यो, “मी नी जानुस तू का बोली ऱ्हिस हइ.” \v 71 जब उ बाहेर दरवाजा मे चली गयो, ते दुसरी दासी ने ओखे देखीखे ओने जो वहा थो बोल्यो, “यो भी तो यीशु नासरी का सात थो.” \p \v 72 ओने कसम खयखे फिर इन्कार कऱ्यो, “मी उ इन्सान खे नी जानुस.” \p \v 73 जरासा देर का बाद मे, जो व्हा खडा था, उनने पतरस का पास अयखे ओकासे बोल्यो, “सच मुच तू भी ओमे से एक हइ. क्युकी तरी बोली तरो भेद खोली देस हइ\f + \fr 26:73 \fr*\ft तु गालीली हइ\ft*\f*.” \p \v 74 तब उ कोसन अरु कसम खान लग्यो, “मी उ इन्सान खे नी जानु.” अरु झल्दी मुर्गा ने बांग दी. \v 75 तब पतरस खे यीशु की बोली हुये बात याद अय “अरु मुर्गा का बांग देना से पैयले तू तीन बार मरो इन्कार कर्हे.” अरु उ बाहेर जयखे फुटी-फुटी खे रोन लग्यो. \c 27 \s पिलातुस का सामने यीशु \r (मरकुस 15:1; लूका 23:1,2; यहून्ना 18:28-32) \p \v 1 जब फजर हुइ, ते सब प्रधान याजकहोन अरु दुन्याहोन का बापदादा ने यीशु खे मारी डालन की योजना करी. \v 2 अरु उनने ओखे बांध्यो अरु ली जयखे पिलातुस राज्यपाल का हात मे सोपी दियो. \s यहूदा को मरनो \r (प्रेरितहोन 1:18,19) \p \v 3 जब ओका पकडनवाला यहूदा ने देख्यो की उ दोषी ठैर्यो गयो हइ ते उ पछतायो अरु वे तीस चादी का सिक्का खे प्राधन याजकहोन अरु बापदादाहोन खे देन गयो. \v 4 अरु बोल्यो, “मेने नीर्दोष खे मरन का लिये पकडीखे पाप कऱ्यो हइ?” उनने बोल्यो, “हमखे का? तू ही देखी ले.” \v 5 तब उ वे सिक्काहोन खे मन्‍दिर मे फेकी खे चली गयो, अरु जयखे अपना आप खे फासी दी. \p \v 6 प्रधान याजकहोन ने वे सिक्काहोन खे लिखे बोल्यो, “इनखे पेटी मे रखनो अच्छो नी, क्युकी वे खुन को दाम हइ.” \v 7 आखरी उनने योजना करी खे वे सिक्काहोन से नवाडाहोन खे गाडन का लिये कुमार को खेत मोल लीयो. \v 8 यो कारण उ खेत आज तक खुन को खेत बोलस हइ. \p \v 9 तब जो वचन यिर्मयाह भविष्यव्दक्ता का वजेसे बोल्यो गयो थो उ पुरो हुये “उनने वे तीस सिक्का खे अगर उ ठैरायो हुयो मुल्य खे जो इस्राएल का बेटा मे से कत्ता ने ठेरायो थो ली लीयो. \v 10 अरु जसो प्रभु ने मेखे आज्ञा दी थी असो ही उनखे कुमार का खेत का लिये दी दियो.” \s पिलातुस को सवाल \r (मरकुस 15:2-5; लूका 23:3-5; यहून्ना 18:33-38) \p \v 11 जब यीशु राज्यपाल का सामने खडो थो, ते राज्यपाल ने ओकासे पुछ्यो “तू यहूदीयाहोन को राजो हइ?” यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तु खुद ही बोली रोस हइ.” \v 12 जब प्रधान याजक अरु बापदादा ओका पर दोष लगय रा था, ते ओने कुछ भी उत्तर नी दियो. \v 13 येका पर पिलातुस ने ओकासे बोल्यो “तु नी सुनस की ये तरा बारे मे केतना गवाही दी रास हइ?” \v 14 पन यीशु ने पिलातुस खे एक बात को भी उत्तर नी दियो, ह्या तक की राज्यपाल खे बडो आश्चर्य हुयो. \s यीशु खे मरन की दण्ड की आज्ञा \r (मरकुस 15:6-15; लूका 23:13-25; यहून्ना 18:39—19:16) \p \v 15 अरु रोमी राज्यपाल की या रीति थी, की उ तिवार मे दुन्याहोन का लिये कोय एक बन्दी खे जेखे वे चाता था, ओखे छोड्यो दियो जातो थो. \v 16 उ टेम मे उनखे बन्दीगृह बरअब्बा नाम को, एक जानो मानो गुना बन्दी थो. \v 17 अत: जब वे जमा हुया, ते पिलातुस ने उनका से बोल्यो, “तुम कोखे चास हइ, की मी तुमारा लिये छोडी दुयु? बरअब्बा खे, या यीशु खे जो मसीह बोलस हइ?” \v 18 क्युकी वे जानता था की ओने ओखे धोका से पकड्यो हइ. \p \v 19 जब उ न्याय की गद्दी पर बठ्यो हुयो थो ते ओकी लुगेन ने ओखे बुलावो भेज्यो, “तू उ न्यायी का मामला मे हात नी डालनु क्युकी मेने आज दृष्‍टान्‍त मे ओका कारण भोत दुख उठायो हइ.” \p \v 20 अगर प्रधान याजकहोन अरु बापदादाहोन ने दुन्याहोन खे उकसा यो की वे बरअब्बा खे मांगी ले, अरु यीशु खे नाश करी सखे . \v 21 रोमी राज्यपाल ने उनका से पुछ्यो, “ये दो मे से कोखे चास हइ, की तुमारा लिये छोडी दुयु?” \p उनने बोल्यो, बरअब्बा खे. \p \v 22 पिलातुस ने उनका से पुछ्यो, “फिर यीशु खे जो मसीह बुलास हइ का करु?” सब ने ओकासे बोल्यो, “ओखे क्रुस पर चेडायो जाये.” \p \v 23 राज्यपाल ने बोल्यो “ओने का बुरोइ करी हइ?” पन वे अरु भी चिलय-चिल्लय खे बोलन लग्या, की ओखे क्रुस पर चेडायो जाये. \p \v 24 जब पिलातुस ने देख्यो, की कुछ बनी नी पास पन हूल्लड कि सम्भावना हइ, ते ओने पानी लीखे गर्दी का सामने अपना हात धोया, अरु बोल्यो, मी यो न्यायी का खुन से नीर्दोष हुयु. तुम ही जानी ले. \p \v 25 सब दुन्याहोन ने उत्तर दियो, “येको खुन हम पर अरु हमारा बच्चाहोन पर हुये!” \p \v 26 येका पर ओने बरअब्बा खे उनका लिये छोडी दियो, अरु यीशु खे कोडा मारी खे सोपी दियो, की क्रुस पर चेडायो जाये. \s सिपाहीहोन का वजेसे यीशु को अपमान\x + \xo 27:27 \xo*\xt यहून्ना 19:2,3\xt*\x* \p \v 27 तब राज्यपाल का सिपाहीहोन ने यीशु खे किल्ला मे ली जयखे सब सेवक ओका चारी तरप जमा कऱ्या. \v 28 अरु ओका कपडा उतारीखे ओखे चमकीला लाल कपडा पेनाया. \v 29 अरु काटा की टोपी गुथीखे ओका माथा पर रखी. अरु ओका जवना हात मे सरकण्‍डे दियो अरु ओका आगे टोगऱ्या टेकीखे ओकी मजाक उडान लग्या, “हे यहूदीयाहोन का राजा, को जय हुये!” \v 30 अरु ओका पर थुक्यो. अरु ये सरकण्‍डे ओका माथा पर मारन लग्या. \v 31 जब वे ओकी मजाक करी चुक्या, ते वे चमकीला कपडा ओका पर से उतारीखे फिर ओका कपडा ओखे पेनाया, अरु क्रुस पर चेडान का लिये ली गया. \s यीशु को क्रुस पर चेडायो जानो \p \v 32 जब वे बाहेर जाता हुये उनखे एक शमौन नाम को एक कुरेनी इन्सान मील्यो, उनने ओखे बेकार मे पकड्यो कि ओको क्रुस खे उठ्य खे ली चल्या. \b \p \v 33 अरु वा जगा पर जो गुलगुता नाम की जगा अगर खोपडी की जगा बोलता था पोचीखे. \v 34 उनने कडवो रस मील्यो हुयो अंगूर को रस ओखे पीन खे दियो, पन ओने चाट्यो पीयो नी. \p \v 35 तब उनने ओखे क्रुस पर चेडायो. अरु चिट्टी डालीखे ओका कपडा बाटी लिया. \v 36 अरु व्हा बठीखे ओकी जागल करण लग्या. \v 37 अरु ओकी दोषचिठ्ठी खे ओका माथा का उपर लगायो, की “यो यहूदीयाहोन को राजो यीशु हइ.” \v 38 तब ओका सात दो डाकू एक जवनो अरु डाखोऱ्यो बाजू क्रुस पर चेडायो गयो. \p \v 39 अरु आन-जानआला दुन्या माथो हलय-हलय खे ओकी नीन्दा करता था. \v 40 अरु यो बोलता था, “हे मन्‍दिर खे तोडनवाला अरु तीन दिन मे बनानवाला, अपना आपखे ते बचा! अगर तू परमेश्वर को बेटो हइ, ते क्रुस पर से उतरी खे आ.” \p \v 41 या रीति से प्रधान याजक भी पडीतहोन अरु बापदादाहोन का साथ मजाक करीखे बोलता था, \v 42 येने दुसरा खे बचायो, अरु अपना आपखे नी बचय सकस. यो तो इस्राएल को राजो हइ. अब क्रुस पर से उतरी खे आये, ते हम ओका पर विश्वास कर्‍हे. \v 43 ओने परमेश्वर को भरोसो रख्यो हइ, अगर उ येखे चास हइ, ते अभी येखे छुडाये, क्युकी येने बोल्यो थो, मी परमेश्वर को बेटो हइ. \p \v 44 यो प्रकार डाकू भी जो ओका सात क्रुस पर चेडाया गया था ओकी नीन्दा करता था. \s यीशु को मरनो \r (मरकुस 15:33-41; लूका 23:44-49; यहून्ना 19:28-30) \p \v 45 दुपार से लीखे तिसरा पार तक ओका सब देस मे अंधारो हुइ गयो. \v 46 तीसरा पहर का नजीक यीशु ने बडो आवाज से पुकारी खे बोल्यो, “एली, एली, लमा शबक्तनी?” अगर “हे मरा परमेश्वर, हे मरा परमेश्वर, तोने मेखे कायबर छोडी दियो?” \p \v 47 जो व्हा खडा था, ओमे से केतना ने यो सुनीखे बोल्यो, “यो तो एलिय्याह खे बुलय रोस हइ.” \v 48 ओमे से एक झल्दी भाग्यो, अरु स्पंज लिखे अंगूर को कडु रस मे डुबय खे, सरकण्‍डे पर रखीखे ओखे पीन खे दियो. \p \v 49 भोतझना ने बोल्यो, “ऱ्ही जा, देखस, की एलिय्याह ओखे बचान आस हइ की नी.” \p \v 50 तब यीशु ने बडा जोर से चिल्लय खे जान छोडी दियो. \p \v 51 तब, मन्‍दिर का परदा उपर से नीचे तक फटी खे दो टुकडा हुय गया अरु जमीन हली गय अरु टेकडी फटी गय. \v 52 अरु कब्र खुली गय, अरु सोया हुय पवित्र दुन्याहोन खे भोत सा मुर्दो जिन्दा उठ्या. \v 53 अरु ओका जी उठना का बाद मे वे कब्र मे से नीकलीखे पवित्र गाव यरुशलेम मे गया, अरु भोतझना खे दिखइ दिया. \p \v 54 तब सुबेदार अरु जो ओका सात यीशु की चौकीदारी दी रा था, भूकम्प अरु जो कुछ हुयो थो, देखीखे भोत डरी गया, अरु बोल्यो, “सचमुच यो परमेश्वर को बेटो थो!” \p \v 55 व्हा भोत सी बयहोन जो गलील से यीशु की सेवा करती हुइ ओका सात मे ए थी, दुर से देखी री थी. \v 56 ओमे मरियम मगदलीनी अरु याकूब अरु यूसुफ कि माय मरियम अरु जब्दी की लुगेन. \s यीशु खे गाड्यो जानो \r (मरकुस 15:42-47; लूका 23:50-56; यहून्ना 19:38-42) \p \v 57 जब संजा हुयी ते यूसुफ नाम अरिमतियाह को एक धनी इन्सान जो खुद ही यीशु को चेलो बन्या \v 58 ओने पिलातुस का पास जयखे यीशु का मुर्दा खे माग्यो. पिलातुस ने यूसुफ खे मुर्दो खे ले जान की आज्ञा दी. \v 59 यूसुफ ने मुर्दा खे लीखे ओखे सफेद चद्दर मे गुढ्यो. \v 60 अरु ओने अपनी नवी कब्र मे रख्यो, जो ओने टेकडी मे खोदी थी, अरु कब्र का दरवाजा पर बडो पत्थर लुढकैय खे चली गयो. \v 61 अरु मरियम मगदलीनी अरु दुसरी मरियम व्हा कब्र का सामने बठी थी. \s यीशु कि क्रब पर पहरेदारी \p \v 62 आराम को दिन जो तैयारी का दिन का बाद को दिन थो, प्रधान याजकहोन अरु फरीसीहोन ने पिलातुस का पास जमा हुइखे बोल्यो. \v 63 हे स्वामी, हमखे याद हइ, की उ भरमानआला ने अपना जीते जी बोल्यो थो, की मी तीन दिन का बाद जिन्दो हुयु. \v 64 अत: आज्ञा दे की तीसरा दिन तक कब्र की रखवाली करी जाये, असो नी हुये की ओका सेवक होन ओखे चोरी खे ली जाये, अरु दुन्याहोन से बोलन लग्या, की उ मऱ्या हुया मे से जिन्दो उठ्यो हइ, तब अगलो झुठो पैयले से भी बुरो हुये. \p \v 65 पिलातुस ने उनका से बोल्यो, “तुमारा पास चोकीदारहोन तो हइ जा, अपनी समझ से क्रब खे सुरक्षित कर.” \p \v 66 आखरी मे वे चोकीदारहोन खे सात मे ली गया, अरु पत्थर पर एक नीशान लगयखे कब्र खे पुरी रिती से सुरक्षित बन्य दी. \c 28 \s यीशु को जिन्दो होनु \r (मरकुस 16:1-10; लूका 24:1-12; यहून्ना 20:1-10) \p \v 1 आराम का दिन का बाद हप्ता को पयलो दिन जब फजर हुइ ऱ्ही थी, मरियम मगदलीनी अरु दुसरी मरियम कब्र खे देखन अय. \v 2 तब एक बडो भुकम्प हुयो, क्युकी परमेश्वर को एक दूत स्वर्ग से उतऱ्यो, अरु पास अयखे ओने पत्थर खे लुडक्य दियो, अरु ओका पर बठी गो. \v 3 ओको रुप बिजली का जसो अरु ओका कपडा पेन्या बर्फ का जसो उज्जाला था. \v 4 ओका डर से पहरेदार कब उठ्या, अरु मर्‍या का जसा हुय गया. \v 5 स्वर्गदूत ने बयहोन से बोल्यो, “मत डर, मी जानुस हइ की तुम यीशु खे जो क्रुस पर चेढायो गयो थो ढुढस हइ. \v 6 उ ह्या नी हइ, पन अपना वचन का जसो उ जिन्दो उठ्यो हइ. आख या जगा खे देख कि झा प्रभु खे रख्यो गयो थो. \v 7 अरु झल्दी जयखे ओका सेवक होन से बोल, की उ मऱ्या मे से जिन्दो उठ्यो हइ. अरु देख उ तुम से पैयले गलील खे जास हइ, उ ओको दर्शन पाये, देख का मेने तुमखे बात बोली दी.” \p \v 8 अरु वे डर अरु बडा आनन्द का सात कब्र से झल्दी लोटिखे ओका सेवक होन खे समाचार बतान का लिये भागी गय. \s बयहोन खे यीशु को दर्शन \p \v 9 तब, यीशु उनखे मील्यो अरु बोल्यो, “सुख से ऱ्हे” अरु उनका पास अयखे अरु ओका पाय पकडीखे ओखे प्रणाम कऱ्यो. \v 10 तब यीशु ने उनका से बोल्यो, मत डर मरा “भैइहोन से जयखे बोल,” “की गलील खे चली जा व्हा मेखे देखे.” \s पहरेदारहोन की खबर \p \v 11 वे जय ही री थी, की पहरेदारहोन मे से केतना ने नगर मे अयखे पुरो हाल मुखिया याजकहोन से बोल सुन्यो. \v 12 तब उनने बापदादाहोन का सात जमा हूयखे योजना करी, अरु सिपहीहोन खे भोत चादी का सिक्काहोन दिया. \p \v 13 अरु बोल्यो, “यो बोलनु की रात खे जब हम सोया था, ते ओका सेवक अयखे ओखे चोरी खे गया. \v 14 अरु अगर या बात राज्यपाल का कान तक पोची जाये, ते हम ओखे समझ्य लीये अरु तुमखे चिंता से आजाद करी दिया.” \p \v 15 येका लिये उनने सिक्का लिखे जसो सिखायो गयो तो, असो ही कऱ्यो. अरु या बात आज तक यहूदीयाहोन मे फैली हइ. \s सेवकहोन यीशु दर्शन देस हइ \r (मरकुस 16:14-18; लूका 24:36-49; यहून्ना 20:19-23; प्रेरितहोन 1:6-8) \p \v 16 अरु ग्यारा सेवक गलील मे वा टेकडी पर गया, जो यीशु ने उनखे बतय थी. \v 17 अरु उनने ओको दर्शन लीयो ओखे प्रणाम कऱ्यो, पर कोय-कोय खे विश्वास नी हुयो. \v 18 यीशु ने उनका पास अयखे बोल्यो, “की स्वर्ग अरु पृथ्वी को सब अधिकार मेखे दियो गयो हइ. \v 19 येका लिये तुम जयखे सब राष्ट्रहोन खे दुन्याहोन खे सेवक बन्या. अरु उनखे बाप, अरु बेटा, अरु पवित्र आत्मा का नाम से बपतिस्मा दे, \v 20 अरु उनखे सब बात जो मेने तुमखे आज्ञा दी हइ, ओको पालन करणो सिखा. अरु देख, मी जगत का आखरी तक हमेशा तुमारा सात ऱ्हीयु.”