\id JHN - Gowlan \ide UTF-8 \h यहून्ना \toc3 यहून्ना \toc2 यहून्ना \toc1 यहून्ना रचित यीशु मसीह को सुसमाचार \mt2 यहून्ना रचित यीशु मसीह का सुसमाचार \mt1 यहून्ना रचित यीशु मसीह को सुसमाचार \imt पैछान \ip या यहुन्ना ने लिखी हइ सुसमाचार कि किताब नवा नीयम कि चार सुसमाचार कि किताब मे से एक हइ, जो यीशु को जिवन को वर्णन करस हइ, यीशु मसीह का मरना का बाद, मत्ती, मरकुस, लूका अरु यहुन्ना से या किताब लिखी गइ, या हर एक किताब को सुसमाचार कि किताब बोलस हइ, मसीह का जन्म का बाद 90 साल का आस पास यो सुसमाचार प्रेरितहोन ने लिख्यो हइ, या किताब मे असो लिख्यो नी कि 1 यहून्ना 2 यहुन्ना अरु 3 यहुन्ना कि लिखना से मेल खास हइ, उन दिन यहुन्ना इफिसुस मे लिखी गइ असा कुछ बुजरुकहोन लिखनो मानस हइ. \ip यहुन्ना या किताब को उद्देश साफ करस हइ कि इन्सानहोन का लिये यीशु ही मसीह हइ अरु परमेश्वर को बेटो हइ या बात पर विश्वास मीलस हइ, ओका पर विश्वास करणा से ओका नाम से हम खे जिवन मीली सकस, या किताब यहूदीया अरु गैरयहूदीया का लिये लिखी गइ हइ, यहुन्ना को सुसमाचार मे तीन बातहोन सुसमाचार से बातहोन अलग हइ, यीशु मसीह का कर्या हुया चमत्कर पर यहुन्ना ध्यान करस हइ, अरु ओका बारे मे जादा नी लिख्यो गयो, यीशु को बपतिस्मो अरु सुनसान जगा मे परिक्षा कि असी घटनाहोन को यो सुसमाचार मे लिख्यो नी गयो हइ. \xt 20:31\xt* \iot रुप रेखा \io1 1. यहुन्ना सुसमाचार की सुरुवात करस हइ \ior 1:1-18\ior* \io1 2. बाद मे उ चमत्कार होन का बारे मे लिखस हइ जो यीशु ने कर्यो \ior 1:19—12:50 \ior* \io1 3. उ यीशु का जिवन को वर्णन करस हइ जो ओखो मरनो अरु पुनरुत्थान का पास ली जास हइ की जन सेवा \ior 13:1—20:31\ior* \io1 4. यहुन्ना का अध्याय मे सुसमाचार खत्म करस हइ जोमे यीशु मरना से जिन्दो हुइ, इन्सानहोन खे दिखैइ देस हइ अरु आखरी दिन मे अपनी किताब लिखना को उद्देश बताता हुये खत्म करस हइ. \ior 21\ior* \c 1 \s शब्द आंगधारी हुयो \p \v 1 सुरु मे शब्द थो, अरु शब्द परमेश्वर का साथ थो, अरु शब्द परमेश्वर थो. \v 2 यो ही सुरु मे परमेश्वर का साथ थो. \v 3 सब कुछ ओका वजेसे पइदा हुयो अरु जो कुछ पइदा हुयो हइ ओमे से कोय भी चिज ओका बिना पइदा नी हुया. \v 4 उ जिवन थो, उ जिवन इन्सानहोन को उजालो थो. \v 5 अरु उजालो अंधारा मे चमकस हइ. अरु अंधारा ने ओखे कबुल नी कऱ्यो. \p \v 6 एक इन्सान परमेश्वर का तरप से आयो उपस्थित हुयो जोको नाम यहून्ना थो. \v 7 यो गवइ देन आयो, कि उजाला कि गवइ दे, ताकि सब ओका वजेसे विश्वास लाये. \v 8 उ खुद तो उजालो नी थो, पर उ उजाला का बारेमे गवइ देन का लिये आयो थो. \v 9 सच्ची उजालो जो हर एक इन्सान खे उजालो करस हइ जगत मे आनआलो थो. \p \v 10 उ जगत मे थो, अरु इन्सान ओका वजेसे पइदा हुया, अरु इन्साहोन ने ओखे नी परछान्यो. \v 11 उ अपना घर मे आयो अरु ओका अपना ने ओखे कबुल नी कर्यो. \v 12 पर जोत्ता ने ओखे कबुल कर्यो, ओने उनखे परमेश्वर का बच्चा होन को अधिकार दियो, यानेकी उनने जो ओका नाम पर विश्वास रखस हइ. \v 13 वे नी ते खुन से, नी आंग की इच्छा से, नी इन्सान की इच्छा से, पर परमेश्वर से पइदा हुयो हइ. \p \v 14 अरु वचन देहधारी हुयो. अरु अनुग्रह अरु सच्चीइ से परिपूर्ण हुइखे हमारा बीच जियो, अरु हमने ओकी असी महिमा देखी जसी बाप का एकलौता बेटा की महिमा. \p \v 15 यहून्ना ने ओका बारे मे गवइ दी, अरु बुलय खे बोल्यो, यो उ हइ, जोको मेने वर्णन कर्यो, कि जो मरा बाद अय रो हइ, उ मरासे बडीखे हइ, क्युकी उ मरासे पइले थो. \p \v 16 क्युकि ओकी परिपूर्णता से हम सब ने मील्हे कर्यो मंनजे अनुग्रह पर अनुग्रह. \v 17 येका लिये कि व्यवस्था तो मूसाक का वजेसे दी गवइ, पर अनुग्रह अरु सच्ची यीशु मसीह का वजेसे पहुची. \v 18 परमेश्वर खे कोय ने कभी नी देख्यो, एकलोतो बेटो जो बाप का खोरा मे हइ, ओने ओखे प्रगट कर्यो. \s यहून्ना बपतिस्मा देनआला की गवइ \p \v 19 यहून्ना की गवइ या हइ, कि जब यहूदीयाहोन ने यरुशलेम से याजकहोन अरु लेवीहोन खे ओकासे पुछन का लिये भेज्यो, “तू कोन आय?” \p \v 20 ते ओने यो मानी लियो, अरु इनकार नी कर्यो, पर मानी लियो “मी मसीह नी आय.” \p \v 21 “तब ओने ओकासे पूछ्यो,” “ते फिर तू कोन आय?” \p “तू एलिय्याह आय?” ओने बोल्यो, \p “मी नी आय” का ते तू उ भविष्यव्दक्ता आय? \p “ओने जवाब दियो नी.” \p \v 22 “तब ओने ओका से पूछ्यो का फिर तू हइ कोन ताकि हम अपना भेजन आला खे जवाब दे कि तू अपना बारे मे का बोलस हइ?” \p \v 23 ओने बोल्यो, “जसो यशायाह भविष्यव्दक्ता ने बोल्यो हइ मी जंगल मे फुकारनआला को आवाज आय खे तुम प्रभु का लिये रस्ता सीधी करणु.” \v 24 वे दूत जो फरीसीहोन का तरफ से भेज्या गया था. \v 25 उनने ओकासे यो सवाल पूछ्यो, “अगर तू नी मसीह हइ, अरु नी एलिय्याह, अरु नी उ भविष्यव्दक्ता आय, ते फिर बपतिस्मा क्यु देस हइ?” \p \v 26 यहून्ना ने उनखे जवाब दियो, मी पाणी से बपतिस्मा देउस हइ, पर तुम्हारा बीच मे एक इन्सान खडो हइ, जेखे तुम खे नी मालुम. \p \v 27 अगर मरा बाद आनआलो हइ, ओका जुता कि तन्नी मी खोलना का लायक नी. \p \v 28 या बातहोन यरदन नद्दी पार बैतनीय्याह मे हुइ खे , जहा यहून्ना बपतिस्मा देतो थो. \s परमेश्वर को मेडो \p \v 29 दूसरा दिन यहून्ना यीशु खे अपना तरफ आते देखी खे बोल्यो, “देखनु, यो परमेश्वर को मेडो हइ जो जगत को पाप उठै ली जास हइ. \v 30 यो उ आय, जोका बारे मे मेने बोल्यो थो, कि एक इन्सान मरा पीछे आस हइ, जो मरा से बडो हइ, क्युकि उ मरासे पैयले थो. \v 31 अरु मी तो ओखे परछानतो नी थो, पर येका लिये मी तो पाणी से बपतिस्मा देतो आयो, कि उ इस्राएल पर प्रगट हुइ जाह्ये.” \p \v 32 अरु यहून्ना ने या गवइ दी, मेने आत्मा खे कबूतर का रुप मे स्वर्ग से उतरता देख्यो हइ, अरु उ ओ पर ठैरी गयो. \v 33 अरु मी तो ओखे परछानतो नी थो, पर जो ने मेखे पानी से बपतिस्मा देन खे भेज्यो, ओने मेखे बोल्यो, जोका पर तू आत्मा खे उतरते अरु रोखते देख्यो. उ पवित्र आत्मा से बपतिस्मा देनालो हइ. \v 34 अरु मेने देख्यो, अरु गवइ दी हइ कि यो मे परमेश्वर को बेटो हइ.\x + \xo 1:34 \xo*\xt भजन संहिता 2:7\xt*\x* \s यीशु को पयलो चेलो \p \v 35 दूसरा दिन फिर यहून्ना अरु ओका सेवक मे से दो झन खडा हुया था. \v 36 अरु ओने यीशु पर जो जै रो थो, नजर करीखे बोल्यो, “देखनु, यो परमेश्वर को मेडो हइ.” \p \v 37 तब वे दो सेवक ओकी सुनीखे यीशु का पीछे गया. \v 38 यीशु ने घुमी खे अरु उनखे पीछे आते देखी खे उनसे बोल्यो, “तुम को की खोज मे हइ?” उनने ओकासे बोल्यो, “हे गुरु, मंनजे हे गुरु, तू खा र्‍हेस हइ?” \p \v 39 ओने उनसे बोल्यो, “चल, ते देखी लिये” तब उनने अय, ओकी र्‍हेन कि जगा देखी, अरु उ दिन ओका साथ र्‍हिया. अरु यो दसवा घंटा का नजीकपास थो. \p \v 40 वे दोइ मे से, जो यहून्ना की बात सुनीखे यीशु का पीछे चली गया था, एक शमौन पतरस को भैइ अन्द्रियास थो. \v 41 ओने पैयले अपना सगो भैइ \p शमौन से मीलीखे ओकासे बोल्यो, “हमखे ख्रिस्त अगर मसीह मीली गयो.” \v 42 उ ओखे यीशु का पास लायो \p यीशु ने ओका पर नजर करीखे बोल्यो, “तू यहून्ना को बेटो शमौन हइ, तू कैफा मंनजे पतरस कहलाये.” \s फिलिप्पुस अरु नतनएल खे बुलायो जानो \p \v 43 दूसरा दिन यीशु ने गलील खे जानो चाह्यो, अरु फिलिप्पुस से मीलीखे बोल्यो, “मरा पीछे अय जा.” \v 44 फिलिप्पुस तो अन्द्रियास अरु पतरस को नगर बैतसैदा को नीवासी थो. \v 45 फिलिप्पुस ने नतनएल से मीलीखे ओकासे बोल्यो, “जेको वर्णन मूसा ने व्यवस्था मे अरु भविष्यव्दक्ताहोन ने कर्यो हइ, उ हमखे मीली गयो. उ यूसुफ को बेटो, यीशु नासरत हइ.”\x + \xo 1:45 \xo*\xt मत्ती 21:11\xt*\x* \p \v 46 नतनएल ने ओकासे बोल्यो “कोय अच्छी चिज भी \p “नासरत से नीकली सकस हइ?” फिलिप्पुस ने ओकासे बोल्यो, “चलीखे देखी ले.” \p \v 47 यीशु ने नतनएल खे अपना तरफ आते देखीखे ओका बारे मे बोल्यो, “देखनु, यो सच्ची मे इस्त्राएलि हइ येमे कपट नी.” \p \v 48 नतनएल ने ओका से बोल्यो, “तू मेखे कसो जानस हइ?” यीशु ने ओखे जवाब दियो, “येका से पैयले कि फिलिप्पुस ने तोखे बुलायो, जब तू अंजीर का झाड का नीचे थो, तब मेने तोखे देख्यो थो.” \p \v 49 नतनएल ने ओखे जवाब दियो, “हे गुरु, तू परमेश्वर को बेटो हइ. तू इस्राएल को महा राजो हइ.” \p \v 50 यीशु ने ओखे जवाब दियो “मेने जो तरा से बोल्यो, कि मेने तोखे अंजीर का झाड का नीचे देख्यो, तू येका लिए विश्वास करस हइ? तू येका से भी बडा-बडा काम देख्ये.” \v 51 फिर ओकासे बोल्यो “मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ कि तुम स्वर्ग खे खुल्यो हुयो, अरु परमेश्वर का स्वर्गदूतहोन खे इन्सान को बेटा का उपर उतरते अरु उपर जाते देख्ये.”\x + \xo 1:51 \xo*\xt उत्पत्ति 28:12\xt*\x* \c 2 \s काना शहर मे भ्याव \p \v 1 तीसरा दिन गलील का काना मे कोय एक का शहर भ्याव थो, अरु यीशु की माय भी व्हा थी. \v 2 यीशु अरु ओका सेवक भी उ भ्याव मे बुलाया था. \v 3 जब अंगूर को रस खत्म हुइ गयो, ते यीशु की माय ने उकासे बोल्यो, “उनका पास अंगुरकोरस नी र्‍हियो.” \p \v 4 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “हे बय मेखे तरा से का काम? अभी मरो टेम नी आयो.” \p \v 5 ओकी माय ने सेवकहोन से बोल्यो, “जो कुछ उ तुम से बोल्ये का उ करणु.” \p \v 6 व्हा यहूदीयाहोन खे अच्छो करण का लिये पत्थर का छे मडका रख्या था, जोमे दो दो, तीन-तीन मन समाता था. \v 7 यीशु ने उनसे बोल्यो, “मडका मे पानी भरी दे” तब उनने उनका मुडा तक भरी दियो. \v 8 तब ओने उनसे बोल्यो, “अरु नीकालीखे खाना का प्रधान का पास लि जा.” अरु वे लि गए. \v 9 जब खाना को प्रधान ने उ पानी चख्यो, जो अंगूर को रस बनी गया थो अरु नी जानतो थो कि उ खा से आयो हइ. पर जिन सेवकहोन ने पानी नीकल्या थो वे जानता था, ते खाना को प्रधान ने दूल्हा खे बुल्येइ खे ओकासे बोल्यो. \v 10 “हर एक इन्सान पैयले अच्छो अंगूर को रस देस हइ, अरु जब इन्सान पीखे छकी जास हइ, तब मध्यम देस हइ. पर तोने अच्छो अंगूर को रस अभी तक रख छोड्यो हइ.” \fig फतर का मडका मे पाणी भरता हुये|alt="Filling water in the stone jars" src="LB00135C.TIF" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="2:7"\fig* \p \v 11 यीशु ने गलील का काना मे अपनो पयलो चिन्ह देखीखे अपनी महिमा प्रगट करी अरु ओका सेवक होन ने ओका पर विश्वास कर्यो. \p \v 12 येका बाद उ अरु ओकी माय, ओका भैइ, ओका सेवक, कफरनहूम खे गया अरु व्हा कुछ दिन र्‍हिया. \s मन्‍दिर से बेपारीहोन खे नीकल्यो जानो \r (मत्ती 21:12,13; मरकुस 11:15-17; लूका 19:45,46) \p \v 13 यहूदीयाहोन को फसह को त्योहार पास थो, अरु यीशु यरुशलेम खे गयो. \v 14 अरु ओने मन्‍दिर मे बैल, अरु मेडो अरु कबूतर खे बेचनआला का तरफ सर्राफाहोन खे बठौ हुया पायो. \v 15 तब ओने दोरकासहोन को कोडो बनैइ खे, सब मेढाहोन अरु बैलहोन खे मन्‍दिर से नीकाली दियो, अरु सर्राफाहोन का पैसा फैलय दिया,अरु मेज उलट्यै दी. \v 16 अरु कबूतर बेचनआला से बोल्यो, “इनखे ह्या से लि जा, मरा बाप का भवन खे व्यापार को घर मत बनानु.” \v 17 तब ओका सेवक होन खे, “याद आयो कि लिख्यो हइ, तरी मन्‍दिर की धुन मेखे खैइ जाये.” \p \v 18 येका पर यहूदीयाहोन ने ओकासे बोल्यो, “तू जो यो करस हइ ते हमखे कोनतो चिन्ह दिखास हइ?” \p \v 19 यीशु ने उनखे जवाब दियो, “या मन्‍दिर खे गिर्यैइ दे, अरु मी येखे तिन दिन मे खडी करी दिह्यु” \p \v 20 यहूदीयाहोन ने बोल्यो, “या मन्‍दिर खे बनाना मे छेचालीस साल लग्या हइ, अरु का तू ओखे तीन दिन मे खडी करी दिये?” \p \v 21 पर ओने अपनो आंग पर मन्‍दिर का बारे मे बोलतो थो. \v 22 फिर जब उ मुर्दा मे से जिन्दो उठ्यो फिर ओका चेलाहोन खे याद आयो कि ओने यो बोल्यो थो. अरु उनने पवित्रशास्त्र अरु उ वचन को जो यीशु ने बोल्यो थो, विश्वास कर्यो. \s यीशु इन्सान का मन खे जानस हइ \p \v 23 जब उ यरुशलेम मे फसह का टेम को त्योहार मे थो, ते भोतझन ने उ चिन्ह खे जो उ दिखातो थो देखीखे ओका नाम पर विश्वास कर्यो. \v 24 पर यीशु ने अपना आप खे उनका विश्वास पर नी छोडनु, क्युकी उ सब खे जानतो थो. \v 25 अरु ओखे प्रयोजन नी थो कि इन्सान का बारे मे कोय गवइ दे क्युकी उ खुद जानतो थो कि इन्सान का मन मे का हइ? \c 3 \s यीशु अरु नीकुदेमुस \p \v 1 फरीसीहोन मे से नीकुदेमुस नाम को एक इन्सान थो, जो यहूदीयाहोन को मुखियो थो. \v 2 ओने रात खे यीशु का पास अयखे ओकासे बोल्यो, “हे गुरु, हम जानस हइ, कि तू परमेश्‍वर का तरफ से गुरु हुइ खे आयो हइ. क्युकी कोय इन चिन्ह खे जो तू दिखास हइ, अगर परमेश्वर ओका साथ नी हइ, ते नी दिखैइ सक्ये” \p \v 3 यीशु ने ओखे जवाब दियो, “मी तरा से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, अगर कोय नवा सिरा से नी जन्मे ते परमेश्वर को राज्य देख नी सक्ये.” \p \v 4 नीकुदेमुस ने ओकासे बोल्यो, “इन्सान जब बुढो हुइ गयो, ते कसो जन्म लि सकस हइ? उ अपना माय का गर्भ मे दूसरी बार प्रवेश करीखे जन्म लि सकस हइ?” \v 5 यीशु ने जवाब दियो, “मी तरा से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, जब तक कोय इन्सान पानी अरु आत्मा से नी जन्मे ते उ परमेश्वर को राज्य मे प्रवेश नी करी सक्ये. \v 6 क्युकी जो आंग से जन्म्यो हइ, वह आंग हइ. अरु जो आत्मा से जन्म्यो हइ, उ आत्मा हइ. \v 7 अचम्बो नी करणु कि मेने तरा से बोल्यो, ‘तोखे नवा सिरा से जन्म लेनो जरुरी हइ.’ \v 8 हवा जिधर चलस हइ उधर चलस हइ, अरु तू ओकी अवाज सुनस हइ, पर नी जानु, कि वा खा से आस अरु किधर खे जास हइ? जो कोइ आत्मा से जन्म्यो हइ उ असा मे हइ.” \p \v 9 नीकुदेमुस ने ओखे जवाब दियो, “या बातहोन कसी हुइ सकस हइ?” \p \v 10 यो सुनीखे यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तू इस्राएलिहोन को गुरु हुइखे भी का या बातहोन खे नी समझ्यो?” \v 11 मी तरा से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ कि हम जो जानस हइ, उ बोलस हइ, अरु जेखे हमने देख्यो हइ ओकी गवइ देस हइ, अरु तुम हमारी गवइ स्वीकार नी करस. \v 12 जब मेने तुम से पृथ्वी की बातहोन बोली, अरु तुम विश्वास नी कर्‍हे, ते अगर मी तुम से स्वर्ग की बातहोन बोलुका ते फिर क्यु विश्वास कर्ये? \v 13 कोय स्वर्ग पर नी चड्यो, फक्त उ जो स्वर्ग से उतर्यो, अगर इन्सान को बेटो जो स्वर्ग मे हइ. \p \v 14 अरु जिस तरह से मूसा ने जंगल मे साप खे उच्चा पर चडायो, चाउ रीति से जरुरती हइ कि इन्सान को बेटो भी उच्चा पर चडायो जाये. \v 15 ताकि जो कोय ओका पर विश्वास कर्ये उ अनन्त जिवन पाये. \v 16 क्युकी परमेश्वर ने जगत से असो प्रेम रख्यो कि ओने अपनो एकलौतो बेटो दि दियो, ताकि जो कोय ओ पर विश्वास कर्येका उ नाश नी हुइ खे पर अनन्त जिवन पाये. \v 17 परमेश्वर ने अपना बेटा खे दुन्या मे येका लिये नी भेज्यो, कि जगत पर दण्ड की आज्ञा दे, पर येका लिए कि दुन्या ओका वजेसे उध्दार पाये. \p \v 18 जो ओका पर विश्वास करस हइ, ओका पर दण्ड की आज्ञा नी होय, पर जो ओका पर विश्वास नी कर्‍हे, उ दोषी बनायो करी दी चुक्यो हइ. येका लिए कि ओने परमेश्वर का एकलौता बेटा का नाम पर विश्वास नी कर्यो. \v 19 अरु न्याय की आज्ञा करण यो हइ कि ज्योति जगत मे अय हइ, अरु इन्सानहोन ने अंधारा खे ज्योति से जादा प्रिय जान्यो क्युकी उनको काम बुरो थो. \v 20 क्युकी जो कोय बुरो करस हइ, उ ज्योति से बैर रखस हइ, अरु ज्योति का पास नी आय, असो नी हो कि ओका काम होन पर इलजाम लगायो जाये. \v 21 पर जो सच्चीई पर चलस हइ, उ ज्योति का पास आस हइ, ताकि ओका काम मे प्रगट हो कि उ परमेश्वर का तरफ से कर्यो गयो हइ. \s यीशु का बारे मे यहून्ना की गवइ \p \v 22 येका बाद यीशु अरु ओको सेवक यहूदीया देस मे आया. अरु उ व्हा उनका साथ र्‍हिखे बपतिस्मा देन लग्यो. \v 23 अरु यहून्ना भी सालेम का पास एनोन मे बपतिस्मा देतो थो, क्युकी व्हा भोत पानी थो, अरु इन्सानहोन अय खे बपतिस्मा लेता था. \v 24 क्युकी यहून्ना वा टेम्म तक जोल खाना मे नी डाल्यो गयो थो. \p \v 25 व्हा यहून्ना का सेवकहोन का कोय यहूदीया का साथ अच्छा का बारे मे वाद विवाद हुयो. \v 26 अरु ओने यहून्ना का पास अयखे ओकासे बोल्यो, “हे गुरु, जो इन्सान यरदन नद्दी का पार तरा साथ था, अरु जोकी तोने गवइ दी हइ. देख, उ बपतिस्मा देस हइ, अरु सब ओका पास आस हइ.” \p \v 27 यहून्ना ने जवाब दियो, “जब तक इन्सान खे स्वर्ग से नी दियो जाये तब तक वह कुछ नी मीली सखे . \v 28 तुम तो आप मे मरा गवइ हइ, कि मेने बोल्यो, कि ‘मी मसीह नी हइ का पन ओका आगे भेजो गयो.’ \v 29 जोकी दुल्हिन हइ, उ दूलो हइ पर दूला को दोस्त जो खडो हुयो ओकी सुनस हइ, दूला की बात से भोत खुश होस हइ. अब मरी या खुशी पुरी हुइ हइ. \v 30 जरुरती हइ कि उ बढ़े अरु मी घटू.” \s मसीह कि श्रेष्ठता \p \v 31 “जो उपर से आस हइ, उ सबसे अच्छो हइ, जो पृथ्वी से आस पृथ्वी को हइ. अरु पृथ्वी की बातहोन बोलस हइ जो स्वर्ग से आस हइ, उ सब का उपर हइ.\x + \xo 3:31 \xo*\xt यहून्ना 8:23\xt*\x* \v 32 जो कुछ ओने देख्यो, अरु सुन्यो हइ, ओकी गवइ देस हइ. अरु कोय ओकी गवइ ग्रहण नी कर्‍हे. \v 33 जेने ओकी गवइ ग्रहण कर ली ओने या बात पर नीशान दि दी कि परमेश्वर सच्चो हइ. \v 34 क्युकी जेखे परमेश्वर ने भेज्यो हइ, उ परमेश्वर की बातहोन बोलस हइ क्युकी वा आत्मा नापि खे नी दे. \v 35 बाप बेटा से प्रेम रखस हइ, अरु ओने सब चिजहोन ओका हात मे दि दी हइ. \v 36 जो बेटा पर विश्वास करस हइ, अनन्त जिवन ओको हइ. पर जो बेटा की नी माने, उ जिवन खे नी देख्ये पर परमेश्वर की घुस्सा ओका पर र्‍हेस हइ.” \c 4 \s यीशु को सामरी बय से बात करणो \p \v 1 फिर जब प्रभु खे मालूम हुयो कि फरीसीहोन ने सुनायो हइ कि यीशु यहून्ना से जादा सेवक बनास अरु उनखे बपतिस्मा देस हइ. \v 2 अगर यीशु खुद नी क्युकी ओका सेवक बपतिस्मा देता था, \v 3 तब उ यहूदीयाहोन खे छोडी खे फिर गलील खे चली गयो, \v 4 अरु ओखे सामरिया से हुइखे जानो जरुरती थो. \p \v 5 येकालिये उ सूखार नामक सामरिया का एक नगर तक आयो, जो वा जमीन का पास हइ जेखे याकूब ने अपनो बेटो यूसुफ खे दियो थो. \v 6 अरु याकूब को कुव्वो भी वहीं थो, यीशु रस्ता को थक्यो हुयो उ कुव्वा पर मे बठी गयो, अरु या बात नजीकपास दुपेर का टेम हुइ. \p \v 7 इत्ता मे एक सामरिया बय पानी भरन खे अय, यीशु ने ओकासे बोल्यो, “मेखे पानी पिला.” \v 8 ओका चेलाहोन तो नगर मे खानो मोल लेन खे गए था. \p \v 9 वा सामरी बय ने ओकासे बोल्यो, “तू यहूदी हुइखे मेखे सामरी बय से पानी क्यु मागस हइ?” क्युकी यहूदी सामरिहोन का साथ कोय प्रकार को व्यव्हार नी रखे. \v 10 यीशु ने जवाब दियो, “अगर तू परमेश्वर को वरदान खे जानती अरु यो भी जानती कि उ कोन हइ जो तरा से बोलस हइ, मेखे पानी पिला का ते तू ओकासे मागती का अरु उ तोखे जिवन को पानी देती.” \p \v 11 बय ने ओकासे बोल्यो, “हे स्वामी, तरा पास पानी भरन खे तो कुछ हइ भी नी, अरु कुव्वो खोल हइ. ते फिर उ जिवन को पानी तरा पास खा से आयो? \v 12 का तू हमारो बाप याकूब से बडो हइ, जेने हमखे यो कुव्वो दियो. अरु खुद ही अपना सन्तान अरु अपना जनवरहोन समेत ओमे से पीयो?” \p \v 13 यीशु ने ओखे जवाब दियो, “जो कोय यो पानी पीये उ फिर प्यासो हुये. \v 14 पर जो कोय उ पानी मे से पीये जो मी ओखे दियु, उ फिर पिडमपिडि तक प्यासो नी हुये. क्युकी जो पानी मी ओखे दियु, उ ओमे एक झरनो बनी जाये, जो अनन्त जिवन का लिये उमडतो र्‍हिये” \p \v 15 बय ने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, उ पानी मेखे दे ताकिस मी प्यासी नी हुयु अरु नी पानी भरन खे इत्ता दूर आयु.” \p \v 16 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “जा, अपना अदमी खे ह्या बुलैखे ला.” \p \v 17 बय ने जवाब दियो, “मी बिना अदमी की हइ,” \p यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तू ठीक बोलस हइ, ‘मी बिना अदमी की हइ.’ \v 18 क्युकी तू पाच अदमी करी चुकी हइ, अरु जोका पास तू अब हइ उ भी तरो अदमी नी यो तोने सच्ची बोल्यो हइ.” \p \v 19 बय ने ओकासे बोल्यो, हे प्रभु, मेखे लगस हइ कि तू भविष्यव्दक्ता हइ. \v 20 हमारा बाप दादाहोन ने यो टेकडा पर परमेश्वर कि आराधना करी, अरु तुम बोलस हुये कि वा जगा झा आराधना करन खे होनु व्हा यरुशलेम मे हइ.स \p \v 21 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “हे बय, मरी बात को विश्वास कर कि उ टेम आयो हइ कि तुम नी ते या टेकडि पर बाप को भजन कर्ये, नी यरुशलेम मे. \v 22 \x + \xo 4:22 \xo*\xt 4:22 \xt*\xt यशया 2:3\xt*\x*तुम जेखे नी जाने, ओको भजन करस हइ. अरु हम जेखे जानस हइ, ओको भजन करस हइ. क्युकी उध्दार यहूदीहोन मे से हइ. \v 23 पर उ टेम आयो हइ, क्युकी अब भी हइ, जेमे सच्चो भक्त बाप की आराधना आत्मा अरु सच्चीय से कर्ये, क्युकी बाप अपना लिये असोय भक्तहोन खे ढूढस हइ. \v 24 परमेश्वर आत्मा हइ, अरु जरुरी हइ कि ओकी आराधना करणआला आत्मा अरु सच्चीइ से आराधना करणु.” \p \v 25 बय ने ओकासे बोल्यो, “मी जानुस हइ कि मसीह जो ख्रिस्त बोलस हइ, आनआला हइ. जब उ आह्ये ते हमखे सब बातहोन बतै दिये.” \p \v 26 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “मी जो तरा से बोली रो हइ , उ हइ.” \s सेवकहोन की वापसी \p \v 27 इत्ता मे ओका सेवक अय गया , अरु अचम्बो करण लग्या कि वा बय से बात करी रो हइ. फिर भी कोय ने नी पूछ्यो, “तू का चाहस हइ?” या “को का लिये ओकासे बात करस हइ?” \p \v 28 तब बय अपनो मडका खे छोडी खे नगर मे चली गइ, अरु इन्सानहोन से बोलन लगी, \v 29 “एक इन्सान खे देख्यो, जो ने सब कुछ जो मेने कर्यो मेखे बतय दियो का योही तो मसीह नी हइ?” \v 30 तब वे नगर से नीकली खे ओका पास आन लग्या. \p \v 31 इत्ता मे ओका सेवक यीशु से या प्रार्थना करण लग्या, “हे गुरु, कुछ ले.” \p \v 32 पर ओने उनसे बोल्यो, “मरा पास खान का लिये असो खानो हइ जेखे तुम नी जाने.” \p \v 33 तब सेवकहोन ने आपस मे बोल्यो, “का कोय ओका लिये कुछ खान खे लायो हइ?” \p \v 34 यीशु ने उनसे बोल्यो, “मरो खानो यो हइ, कि अपना भेजनआला की इच्छा का अनुसार चल्यू अरु ओको काम पूरो कर्यु. \v 35 का तुम नी बोले, ‘पीक काटना मे अब भी चार महीना बाकी हइ’ देखनु, मी तुम से बोलुस हइ, अपनी आखहोन उठैखे खेतहोन पर नजर डालनु, कि वे काटन का लिये पकी चुक्या हइ. \v 36 अरु काटन आलो मजुरी पास का अरु अनन्त जिवन का लिये फल बटोरस हइ, ताकि बोनआलो अरु काटन आलो दोइ झन मीलीखे खुशी मनाये. \v 37 क्युकी येका पर या खावत ठीक बठस हइ ‘बोनआलो अरु हइ काटन आलो अरु.’\x + \xo 4:37 \xo*\xt मीखा 6:15\xt*\x* \v 38 मेने तुमखे उ खेत काटन का लिये भेज्यो जोमे तुम ने मेहनत नी कर्यो दुसरा ने मेहनत कर्यो अरु तुम उनका मेहनत का फल मे हिस्सेदार हुया.” \s सामरिहोन को विश्वास करणो \p \v 39 अरु उ नगर का भोत सा सामरीहोन ने वा बय का बोलना से यीशु पर विश्वास कर्यो. जो ने या गवय दी थी, कि ओने सब कुछ जो मेने कर्यो हइ, मेखे बतै दियो. \v 40 तब जब या सामरी ओका पास अय, ते ओकासे प्रार्थना करण लगी कि हमारा ह्या र्‍हे, अरु उ व्हा दो दिन तक र्‍हियो. \p \v 41 अरु ओका वचन का कारण अरु भी भोतझन ने विश्वास कर्यो. \v 42 अरु वा बय से बोल्यो, “अब हम तरा बोलना मे से विश्वास नी कर्‍हे. क्युकी हमने खुद ही सुनी लियो, अरु जानस हइ कि यो सच मुच ही जगत को उद्धारकर्ता हइ.” \s राजकर्मचारीहोन का बेटा खे अच्छो करनो \p \v 43 फिर उन दो दिन का बाद उ व्हा से नीकलीखे गलील खे गयो. \v 44 क्युकी यीशु ने खुद ही गवय दी कि भविष्यव्दक्ता अपना देस मे सम्मान नी पाय. \v 45 जब उ गलील मे आयो, ते गलीली खुशी का साथ ओकासे मील्या. क्युकी जोत्ता काम ओने यरुशलेम मे त्योहार का टेम मे कर्या था, उनने वे सब खे देख्यो थो , क्युकी वे भी त्योहार मे गया था. \p \v 46 तब उ फिर गलील का काना मे आयो, झा ओने पानी खे अंगूर को रस बनायो थो उ राजा को एक कर्मचारी थो जोको बेटो कफरनहूम मे बीमार थो. \v 47 उ यो सुनीखे कि यीशु यहूदीया से गलील मे अय गयो हइ, ओका पास गयो अरु ओकासे प्रार्थना करण लग्यो कि चलीखे मरा बेटा खे अच्छो करी दे क्युकी उ मरना पर हइ. \v 48 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “जब तक तुम चिन्ह अरु अद्भुत काम नी देख्ये तब तक कभी भी विश्वास नी कर्ये”\x + \xo 4:48 \xo*\xt दानिएल 4:2\xt*\x* \p \v 49 राजा का कर्मचारी ने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, मरा बेटा का मरना से पैयले चल.” \p \v 50 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “जा, तरो बेटो जिन्दो हइ” \p उ इन्सान ने यीशु की बोली हुइ बात पर विश्वास कर्यो अरु चली गयो. \v 51 उ रस्ता मे थो, कि ओका सेवक ओकासे अयखे मील्या अरु बोलन लग्या, “तरो बेटो जिन्दो हइ.” \p \v 52 ओने उनसे पूछ्यो, “कोय घडी उ अच्छो होन लग्यो?” उनने ओकासे बोल्यो, “कल सातवा घण्टा मे ओको ज्वर उतरी गयो.” \v 53 तब बाप जानी गयो कि यो उ घडी हुयो जो घडी यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तरो बेटो जिन्दो हइ,” अरु ओने अरु ओका पुरा घराना ने विश्वास कर्यो. \p \v 54 यो दूसरो चिन्ह थो जो यीशु ने यहूदीया से गलील मे अयखे दिखायो. \c 5 \s अडोतीस साल का रोगी खे अच्छो करनो \p \v 1 या बातहोन का बाद यहूदीयाहोन को एक त्योहार हुयो, अरु यीशु यरुशलेम खे गयो. \v 2 यरुशलेम मे मेडा का फाटक का पास एक कुण्ड हइ, जो इब्रानी भाषा मे बैतहसदा बोलस हइ, अरु ओका पाच ओसरी हइ. \v 3 येका मे भोत सा बीमार, अंधा, लगडा अरु सूख्या आंग आला पानी का हलान की आस मे पडया र्‍हेता था. \v 4 क्युकी चुन्या टेम पर परमेश्‍वर का स्वर्गदूत कुण्ड मे उतरीखे पानी खे हलायो करता था पानी हलाते मे जो कोय पैयले उतरतो, उ अच्छो हुइ जातो थो, चाह्ये ओकी कोय बीमारी क्यु नी हो. \v 5 व्हा एक इन्सान थो, जो अडतीस साल से बीमारी मे पड्यो थो. \v 6 यीशु ने ओखे पड्यो हुयो देखीखे अरु यो जानीखे कि उ भोत दिनहोन से योही दशा मे पड्यो हइ, ओकासे पूछ्यो “का तू अच्छो होनो चाहस हइ?” \p \v 7 उ बीमार ने ओखे जवाब दियो, “हे स्वामी, मरा पास कोय इन्सान नी, कि जब पानी हलायो जाये, ते मेखे कुण्ड मे उतारनु. पर मरा पहुचते-पहुचते दूसरो मरासे पैयले उतरी जास हइ.” \p \v 8 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “उट, अपनी खटिया उठा अरु चल फिर.” \v 9 उ इन्सान तुरुत अच्छो हुइ गयो, \p अरु अपनी खटिया उठैइखे चलन फिरन लग्यो. \v 10 उ अराम को दिन थो, येका लिए यहूदीया ओकासे जो अच्छो हुयो थो, बोलन लग्यो, “आज तो अराम को दिन हइ, तोखे खटिया उठानो अच्छो नी.” \p \v 11 ओने उनखे जवाब दियो, “जेने मेखे अच्छो कर्यो, ओने मरासे बोल्यो, अपनी खटिया उठैइखे चल फिर.” \p \v 12 उनने ओकासे पुछ, “उ कोन इन्सान हइ, जो ने तरा से बोल्यो, खटिया उठा अरु चल फिर?” \v 13 पर जो अच्छो हुइ गयो थो, उ नी जानतो थो कि उ कोन हइ. क्युकी वा जगा मे गर्दी होना कारण यीशु व्हा से हटी गयो थो. \p \v 14 या बातहोन का बाद उ यीशु खे मन्‍दिर मे मील्यो, तब ओने ओकासे बोल्यो, “देख, तू तो अच्छो हुइ गयो हइ. फिर से पाप मत करणु, असो नी हुये कि येका से कोय भारी विपत्ति तरा पर अय पड्ये.” \v 15 उ इन्सान ने जैइखे यहूदीयाहोन से बोली दियो, कि जो ने मेखे अच्छो कर्यो, उ यीशु हइ. \v 16 यो वजेसे यहूदीया यीशु खे सतान लग्या, क्युकी उ असो-असो काम अराम का दिन करतो थो. \p \v 17 येका पर यीशु ने उनसे बोल्यो, “ मरो बाप अब तक काम करस हइ, अरु मी भी काम करुस हइ.” \p \v 18 येका वजेसे यहूदीया अरु भी जादा ओखे मारी डालन की कोशीस करण लग्या, कि उ नी फक्त आराम का दिन की विधी खे तोडतो, पर परमेश्वर खे अपनो बाप बोलीखे, अपना आप खे परमेश्वर का बराबर ठहरातो थो. \s बेटा को अधिकार \p \v 19 येका पर यीशु ने उनसे बोल्यो, मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, बेटो खुद से कुछ नी करी सकतो; फक्त उ जो बाप खे करते देखस हइ, क्युकी जो काम होन खे उ करस हइ, उनखे बेटो भी उ रीति से करस हइ. \v 20 क्युकी बाप बेटा से प्रेम करस हइ. अरु जो-जो काम उ खुद करस हइ, उ सब ओखे दिखस हइ. अरु उ इनसे भी बडा काम ओखे दिखाये का ताकि तुम अचम्बो करणु. \v 21 क्युकी जसो बाप मऱ्या हुया खे उठास अरु जिलास हइ, ओसो ही बेटो भी जेखे चाहस हइ, उनखे जिलास हइ. \v 22 बाप कोय को न्याय भी नी कर्‍हे, पर न्याय करण को सब काम बेटा खे सोपी दियो हइ, \v 23 येका लिए कि सब इन्सान जसो बाप को सम्मान करस हइ ओसो मे बेटा को भी सम्मान करणु.जो बेटा को सम्मान नी कर्‍हे, उ बाप खे जेने ओखे भेज्यो हइ, सम्मान नी कर्‍हे. \p \v 24 मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, जो मरो वचन सुनीखे मरा भेजनआला पर विश्वास करस हइ, अनन्त जिवन ओको हइ, अरु ओका पर दण्ड की आज्ञा नी होती पर उ मरना से पार हुइखे जिवन मे प्रवेश करी चुक्यो हइ. \v 25 “मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, उ टेम आस हइ, अरु अब हइ, जेमे मर्यो परमेश्वर का बेटा को शब्द सुन्ये का अरु जो सुन्ये वे जीये. \v 26 क्युकी जो रीति से बाप अपना आप मे जिवन रखस हइ, उ रीति से ओने बेटा खे भी यो अधिकार दियो हइ कि अपना आप मे जिवन रखनु. \v 27 अगर ओखे न्याय करण को भी अधिकार दिया हइ, येका लिए कि उ इन्सान को बेटो हइ. \v 28 येका से अचम्बो मत करणु. क्युकी उ टेम आस हइ, कि जोत्ता कब्रहोन मे हइ, ओको शब्द सुनीखे नीकल्ये. \v 29 जेने भलाइ करी हइ, वे जिवन का पुनरुत्थान का लिये जी उठ्ये अरु जेने बुरोइ करी हइ, वे दण्ड का पुनरुत्थान का लिये जी उठ्ये. \x + \xo 5:29 \xo*\xt दानिएल 12:2\xt*\x* \s यीशु का बारे मे गवइ \p \v 30 “मी अपना आप से कुछ नी करी सकु जसो सुनुस हइ, ओसो न्याय करुस हइ, अरु मरो धर्मी सच्चो हइ. क्युकी मी अपनी इच्छा नी खे पर अपनो भेजन आला की इच्छा चाहुस हइ. \p \v 31 “अगर मी खुद मे अपनी गवइ दियु. ते मरी गवइ सच्ची नी. \v 32 एक अरु हइ जो मेरी गवइ देस हइ, अरु मी जानुस हइ कि मरी जो गवइ उ देस हइ, वा सच्ची हइ. \v 33 तुम ने यहून्ना से पुछ्यो अरु ओने सच्ची की गवइ दी हइ. \v 34 पर मी अपना बारे मे इन्सान की गवइ नी चाहु. फिर भी मी या बातहोन येका लिये बोलुस हइ, कि तुमखे उध्दार मील्ये. \v 35 उ तो जलस अरु चमकतो हुयो दिवो थो. अरु तुमखे कुछ देर तक ओका उजाला मे मगन होनो अच्छा लग्यो. \v 36 पर मरा पास जो गवइ हइ, उ यहून्ना की गवइ से बडी हइ क्युकी जो काम बाप ने मेखे पूरो करण खे सोप्यो हइ अगर योही काम जो मी करुस हइ, वे मरा गवाह हइ, कि बाप ने मेखे भेज्यो हइ. \v 37 अरु बाप जो ने मेखे भेज्यो हइ, ओ ने मरी गवइ दी हइ तुम ने नी कभी ओकी आवाज सुन्यो, अरु नी ओको रुप देख्यो हइ. \v 38 अरु ओको वचन खे मन मे स्थिर नी रख्ये क्युकी जेखे ओने भेज्यो तुम ओका पर विश्वास नी कर्‍हे. \v 39 तुम पवित्रशास्त्र मे ढूडस हइ, क्युकी समझस हइ कि ओमे अनन्त जिवन तुमखे मीलस हइ, अरु यो उ हइ, जो मरी गवइ देस हइ. \v 40 फिर भी तुम जिवन पान का लिये मरा पास आनो नी चाह्ये. \p \v 41 “मी इन्सानहोन से सम्मान नी चाहु. \v 42 पर मी तुमखे जानुस हइ, कि तुम मे परमेश्वर को प्रेम नी. \v 43 मी अपना बाप को नाम से आयो हइ, अरु तुम मेखे ग्रहण नी कर्‍हे. अगर कोय अरु अपना ही नाम से आयो, ते ओखे ग्रहण करी लिये. \v 44 तुम जो एक दूसरा से सम्मान चाहस हइ अरु उ सम्मान जो एकमात्र परमेश्वर का तरफ से हइ, नी चाह्ये, कि कोय प्रकार विश्वास करी सकस हइ? \v 45 यो नी समझनु कि मी बाप का सामने तुम पर दोस लगाह्यु, तुम पर दोस लगानआलो तो हइ, यानेकी मूसा हइ जेका पर तुम ने भरोसो रख्यो हइ. \v 46 क्युकी अगर तुम मूसा पर विश्वास करस, ते मरा पर भी विश्वास करस, येका लिए कि ओने मरा बारे मे लिख्यो हइ.\x + \xo 5:46 \xo*\xt लूका 24:27\xt*\x* \v 47 पर अगर तुम ओकी लिखी हुइ बातहोन पर विश्वास नी कर्‍हे, ते मरी बातहोन पर का विश्वास कर्ये?” \c 6 \s यीशु को पाच हजार दुन्याहोन खे खलानो \r (मत्ती 14:13-21; मरकुस 6:30-44; लूका 9:10-17) \p \v 1 या बातहोन का बाद यीशु गलील को तललाव मंनजे तिबिरियुस की तलाव का पार गयो. \v 2 अरु एक बडी गर्दी ओका पीछे हुइ गइ क्युकी जो आश्चर्य कर्म उ बीमारहोन पर दिखातो थो वे उनखे देखेता था. \v 3 तब यीशु टेकडी पर चडीखे अपना सेवक होन का साथ व्हा बठ्यो. \v 4 अरु यहूदीयाहोन को फसह को त्योहार पास थो. \v 5 तब यीशु ने अपनी आखहोन उठ्यैखे एक बडी गर्दी खे अपना पास आते देख्यो, अरु फिलिप्पुस ने बोल्यो, “ हम इनखे खान का लिये खा से रोटी मोल लाह्या?” \v 6 पर ओने या बात ओखे परखन का लिये बोली. क्युकी उ खुद जानतो थो कि उ का कर्ये. \p \v 7 फिलिप्पुस ने ओखे जवाब दियो, “दो सौ सिक्का की रोटी भी उनका लिये पूरी नी हुये कि उनमे से हर एक खे थोड़ी-थोड़ी मीली जाये.” \p \v 8 ओका सेवक होन मे से शमौन पतरस को भैइ अन्द्रियास ने ओकासे बोल्यो , \v 9 “ह्या एक पोर्यो हइ, जोका पास जौ की पाच रोटी अरु दो मच्छीहोन हइ, पर इत्ता दुन्या का लिये वे का हइ.” \p \v 10 यीशु ने बोल्यो, “दुन्याहोन कि बठ्यैइ दे” वा जगा भोत घास था, तब वे दुन्या जो गिनती मे नजीकपास पाच हजार था, बठी गा. \v 11 तब यीशु ने रोटिहोन लीखे अरु धन्यवाद करीखे बठन आलाहोन खे बाटी खे बाटी दी. अरु ओसो मे मच्छीहोन मे से जोतनी वे चाहता था बाटी दि. \v 12 जब वे खैइ खे मगम हुइ गया, ते ओने अपना सेवक होन से बाटी ले बोलयो, “बच्या हुया टुकडा से बारा टोपली जमा करी ले, कि कुछ फेक्यो नी जाये.” \v 13 येका लिये उनने जमा हुया, अरु जौ की पाच रोटिहोन का टुकडा जो खानआला से बची र्‍हि थी, उनकी बारह टोपलीहोन भरी. \p \v 14 तब जो आश्चर्यकर्म ओने करी दिखायो ओखे वे इन्सान देखी खे बोलन लग्या. कि “उ भविष्यव्दक्ता जो जगत मे आनआलो थो जरुरत योही हइ.” \x + \xo 6:14 \xo*\xt मत्ती 21:11\xt*\x* \v 15 यीशु यो जानीखे कि वे ओखे राजो बनान का लिये अयखे पकडनो चाहस हइ, फिर टेकडी पर अयखेलो चले गयो. \s यीशु को पानी पर चलनो \r (मत्ती 14:22-33; मरकुस 6:45-52) \p \v 16 फिर जब संज्जा हुइ, ते ओका सेवक होन से झील का किनारा गया, \v 17 अरु डोंगा पर चडीखे झील का पार कफरनहूम खे बिदा करण लग्यो वा टेम अधारो हुइ गयो थो, अरु यीशु अभी तक उनका पास नी आयो थो. \v 18 अरु आधी करण झील मे लहरहोन उठन लगी. \v 19 तब जब वे खेते-खेते तीन चार मील का नजीकपास नीकली गया, ते उनने यीशु खे झील पर चलता, अरु डोगा का पास आते देख्यो, अरु डरी गया. \v 20 पर ओने उनसे बोल्यो, हिम्मत रख मी आयो, डरनु मत. \v 21 तब वे ओखे डोंगा पर चडैइ देन का लिये तैयार हुया अरु जल्दी उ डोंगा उ जमीन पर जा पहुच्यो जहा उ जातो थो. \s इन्सानहोन को यीशु खे ढूढनो \p \v 22 दूसरा दिन वा गर्दी ने जो झील का पार खड़ी थी, यो देख्यो, कि यो एक खे छोडी खे अरु कोय छोटा डोंगा नी थो, अरु यीशु अपना सेवक होन का साथ वा डोंगा पर नी चड्यो, पर फक्त ओका सेवक मे गया था. \v 23 ते भी अरु छोटी डोगाहोन तिबिरियुस से वा जगा पास अय, झा उनने प्रभु खे धन्यवाद करण का बाद रोटी खय थी. \v 24 जब गर्दी ने देख्यो, कि ह्या नी यीशु हइ, अरु नी ओका सेवक, ते वे भी छोटी-छोटी डोगाहोन पर चडी खे यीशु खे ढुढतो हुया कफरनहूम खे पहुच्या. \s यीशु जिवन की रोटी \p \v 25 अरु झील का पार ओकासे मीलीखे बोल्यो, “हे गुरु, तू ह्या कब आयो?” \p \v 26 यीशु ने उनखे जवाब दियो, “मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, तुम मेखे येका लिए नी ढूढस हइ कि तुम ने चमत्कार काम देख्या, पर येका लिए कि तुम रोटिहोन खैइ खे तृप्त हुया. \v 27 नाशवान खाना का लिये परिश्रम नी करणु, पर उ खाना का लिये जो अनन्त जिवन तक ठैइरस हइ, जेखे इन्सान को बेटो तुमखे दिये क्युकी बाप खे मंनजे परमेश्वर ने ओका पर नीशान करी दी हइ.” \p \v 28 उनने ओकासे बोल्यो, “परमेश्वर काम कारण का लिये हम खे करणु?” \p \v 29 यीशु ने उनखे जवाब दियो, “परमेश्वर को काम यो हइ, कि तुम ओका पर जेखे ओने भेज्यो हइ, विश्वास करणु.” \p \v 30 तब उनने ओकासे बोल्यो, “फिर तू कोन सो चिन्ह दिखास हइ कि हम ओखे देखीखे तरा पर विश्वास करणु? तू कोन सो काम दिखास हइ? \v 31 हमारा बुजुरुखहोन ने जंगल मे मेडो खायो. जसो लिख्यो हइ, ‘ओने उनखे खान का लिये स्वर्ग से रोटी दी.’” \v 32 यीशु ने उनसे बोल्यो, “मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ कि मूसा ने तुमखे वा रोटी स्वर्ग से नी दी, पर मरो बाप तुमखे सच्ची रोटी स्वर्ग से देस हइ. \v 33 क्युकी परमेश्वर की रोटी वाइ हइ, जो स्वर्ग से उतरीखे जगत खे जिवन देस हइ.” \p \v 34 तब उनने ओकासे बोल्यो, “हे स्वामी, या रोटी हमखे हमेशा दिया करणु.” \p \v 35 यीशु ने उनसे बोल्यो, “जिवन की रोटी मी हइ जो मरा पास आह्ये उ कभी भूखो नी हुये अरु जो मरा पर विश्वास कर्ये उ कभी प्यासो नी हुये. \v 36 पर मेने तुम से बोल्यो, कि तुम ने मेखे देखी भी लियो हइ, ते भी विश्वास नी कर्ये. \v 37 जो कुछ बाप मेखे देस हइ वे सब मरा पास अह्ये का अरु जो कोय मरा पास आह्ये ओखे मी कभी नी नीकालीयु. \v 38 क्युकी मी अपनी इच्छा नी क्युकी अपना भेजनआला की इच्छा पूरी करण का लिये स्वर्ग से उतर्यो हइ. \v 39 अरु मरा भेजनआला की इच्छा या हइ कि जो कुछ ओने मेखे दियो हइ, ओमे से मी कुछ नी खोयु पर ओखे अन्नत दिन फिर जिन्दो उठायु. \v 40 क्युकी मरा बाप की इच्छा या हइ, कि जो कोय बाप खे देख्ये का अरु बेटा पर विश्वास कर्यु, उ अन्नत जिवन पाये. अरु मी ओखे अनन्त दिन मे फिर जिन्दो उठायु.” \p \v 41 तब यहूदीया ओका पर कुरकुर करण लग्या, येका लिए कि ओने बोल्यो थो, “जो रोटी स्वर्ग से उतरी खे वा मी हइ.” \v 42 अरु उनने बोल्यो “ का यो यूसुफ को बेटो यीशु नी, जोका माय बाप खे हम जानस हइ? ते उ क्यु बोलस हइ कि मी स्वर्ग से उतर्यो हइ?” \p \v 43 यीशु ने उनखे जवाब दियो, “आपस मे मत कुरकुरानु. \v 44 कोय मरा पास नी अय सक्ये का जब तक बाप जेने मेखे भेज्यो हइ, ओखे खीची नी ले. अरु मी ओखे अन्नत दिन फिर जिला उठायु. \v 45 भविष्यव्दक्ताहोन कि किताबहोन मे यो लिख्यो हइ वे सब परमेश्वर का तरफ से सिखाया हुया हुये खे जेखे कोय ने बाप से सुन्यो अरु सीख्यो हइ, उ मरा पास आस हइ. \x + \xo 6:45 \xo*\xt यशया 54:13\xt*\x* \v 46 यो नी, कि कोय ने बाप खे देख्यो हइ पर जो परमेश्वर का तरफ से हइ, फक्त ओ ने बाप खे देख्यो हइ. \v 47 मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, कि जो कोय विश्वास करस हइ, अनन्त जिवन ओ को हइ. \v 48 जिवन की रोटी मी हइ. \v 49 तुमारा बुजुरुखहोन ने जंगल मे मन्ना खायो अरु मरी गया. \v 50 या वा रोटी हइ जो स्वर्ग से उतरस हइ ताकि इन्सान ओमे से खाये अरु नी मर्ये. \v 51 जिवन की रोटी जो स्वर्ग से उतरी मी आय अगर कोय या रोटी मे से खाये ते कभी भी जीवित र्‍हिये. अरु जो रोटी मी जगत कि जिवन का लिये दिह्यु, उ मरो मास हइ.” \p \v 52 येका पर यहूदीया यो बोलीखे आपस मे झगडन लग्या, “यो इन्सान कसो हमखे अपनो मास खान खे दि सकस हइ?” \v 53 यीशु ने उनसे बोल्यो, “मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ जब तक इन्सान का बेटा को मास नी खाये, अरु ओको खुन नी पीयेका तुम मे जिवन नी. \v 54 जो मरो मास खास अरु मरो खुन पीस हइ, अनन्त जिवन ओ को हइ, अरु मी अन्नत दिन फिर ओखे जिन्दो उठाह्ये. \v 55 क्युकी मरो मास वास्तव मे खान की चिज हइ अरु मरो खुन वास्तव मे पीन की चिज हइ. \v 56 जो मरो मास खाये अरु मरो खुन पीस हइ, उ मरा मे स्थिर बन्यो र्हेस हइ, अरु मी ओमे. \v 57 जसो जीन्दा बाप ने मेखे भेज्यो अरु मी बाप का करण जिन्दो हइ ओसा मे उ भी जो मेखे खाये मरा कारण जिन्दो र्‍हिये. \v 58 जो रोटी स्वर्ग से उतरी या हइ, बुजुरुखहोन का जसा नी कि खायेका अरु मरी गया. जो कोय या रोटी खाये उ कभी भी जिन्दो र्‍हिये.” \p \v 59 ये बातहोन ओने कफरनहूम का एक आराधनालय मे उपदेस देता टेम बोली. \s अनन्त जिवन को वचन \p \v 60 येका लिये ओका सेवकहोन मे से भोतजन ने यो सुनीखे बोल्यो, “या तो कठोर शिक्षा हइ. येखे कोन मानी सकस हइ?” \p \v 61 यीशु ने अपना मन मे यो जानीखे कि मरा सेवक आपस मे या बात पर कुरकुर करीस हइ, उनसे पूछ्यो का “या बात से तुमखे ठोकर लगस हइ? \v 62 अरु अगर तुम इन्सान का बेटा खे झा उ पैयले थो, व्हा उपर जाता देख्ये का ते हुये?\x + \xo 6:62 \xo*\xt भजन संहिता 47:5\xt*\x* \v 63 आत्मा तो जिवनदायक हइ, आंग से कुछ लाभ नी जो बातहोन मेने तुम से बोली हइ वे आत्मा हइ, अरु जिवन भी हइ. \v 64 पर तुम मे से खेताने असो हइ जो विश्वास नी कर्‍हे” क्युकी यीशु तो पैयले मे से जानतो थो कि जो विश्वास नी कर्येका वे कोन हइ. अरु कोन मेखे पकडाये. \v 65 अरु ओने बोल्यो, “येका लिये मेने तुम से बोल्यो थो कि जब तक कोय खे बाप का तरफ से यो वरदान नी दियो जाये तब तक उ मरा पास नी अय सक्ये.” \p \v 66 येका पर ओका सेवक होन मे से भोत सारा उल्टा फिरी गया अरु येका बाद ओका साथ नी चल्यो. \v 67 तब यीशु ने उन बारा जन से बोल्यो का “तुम भी चली जानु चाहस हइ?” \p \v 68 शमौन पतरस ने ओखे जवाब दियो, “हे प्रभु, हम कोका पास जाये? अनन्त जिवन की बातहोन तो तरा ही पास हइ. \v 69 अरु हमने विश्वास कर्यो, अरु जानी गया हइ, कि परमेश्वर पवित्र जन तू ही हइ.” \p \v 70 यीशु ने उनखे जवाब दियो का “मेने तुम बारा झन खे नी चुनी लियो? ते भी तुम मे से एक इन्सान सैतान हइ.” \v 71 यो ओने शमौन इस्करियोती को बेटो यहूदा का बारे मे बोल्यो, क्युकी योही जो उन बारा जन मे से थो, ओखे पकडान खे थो. \c 7 \s यीशु को झोपडि मे खानो खान खे जानो \p \v 1 या बातहोन का बाद यीशु गलील मे फिरतो र्‍हियो, क्युकी यहूदी ओखे मारी डालन का शाजीस करी र्‍हा था, येकालिये उ यहूदीया मे फिरनो नी चाहतो थो. \v 2 अरु यहूदीहोन कि एक तिवार झोपडिहोन को तिवार पास थो. \x + \xo 7:2 \xo*\xt लेवी 23:34\xt*\x* \v 3 येकालिये ओका भैइहोन ने ओकासे बोल्यो, “ह्या से कूच करीखे यहूदीया मे चली जा, कि जो काम तू करस हइ, उनखे तरा सेवक भी देख्ये. \v 4 क्युकी असो कोइ नी हुये जो प्रसिद्ध होनो चाह्ये, अरु रुखी खे काम कर्ये अगर तू यो काम करस हइ, ते अपना आप खे जगत पर प्रगट कर.” \v 5 क्युकी ओका भैइ भी ओका पर विश्वास नी करता था. \p \v 6 तब यीशु ने उनसे बोल्यो, “मरो टेम अभी नी आयो. पर तुमारा लिये सब टेम हइ. \v 7 जगत तुम से बैर नी कर सक्ये, पर उ मरासे बैर करस हइ, क्युकी मी ओका विरोध मे या गवय देउस हइ, कि ओको काम बुरो हइ. \v 8 तुम त्योहार मे जाओ. मी अभी यो त्याहार मे नी जउ, क्युकी अभी तक मरो टेम पूरो नी हुयो.” \v 9 उ उनसे या बातहोन बोलीखे गलील मे र्ही गयो. \s झोपडिहोन को त्योहार मे यीशु \p \v 10 पर जब ओका भैइ त्योहार मे चली गया, ते उ खुद मे प्रगट मे नी, पर माननु गुप्त हुइखे गया. \v 11 यहूदी त्योहार मे ओखे यो बोलीखे ढूढ़न लग्या कि “उ खा हइ?” \p \v 12 अरु दुन्या मे ओका बारे चुपखे-चुपखे भोत सी बातहोन हुइ कत्ता बोलता था, “उ अच्छो इन्सान हइ” अरु कत्ता बोलता था, “नी, उ दुन्याहोन खे भरमास हइ.” \v 13 ते भी यहूदीहोन का डर का मारे कोय इन्सान ओका बारे मे खुली खे नी बोलतो थो. \p \v 14 अरु जब त्योहार का आधो दिन बीती गयो. ते यीशु मन्दिर मे जैइखे उपदेस करण लग्यो. \v 15 तब यहूदीहोन ने अचम्बो करीखे बोल्यो, “येखे बिन पडी शिक्षन कसी अय गइ?” \p \v 16 यीशु ने उनखे जवाब दियो, “मरो उपदेस मरो नी, पर मरो भेजनआला को हइ. \v 17 अगर कोय ओकी इच्छा पर चलनो चाह्ये, ते उ यो उपदेस का बारे मे जानी जाये कि उ परमेश्वर का तरफ से हइ, या मी अपना तरफ से बोलूस हइ. \v 18 जो अपना तरफ से कुछ बोलस हइ, उ अपनी मे बढ़ाइ चाहस हइ. पर जो अपना भेजनआला की बडाइ उ चाहस हइ उ सच्ची हइ, अरु ओमे बुरोकाम नी. \v 19 का मूसा ने तुमखे व्यवस्था नी दी? ते भी तुम मे से कोय व्यवस्था पर नी चले, तुम का मेखे मारी डालनो चाहस हइ?” \p \v 20 दुन्याहोन ने जवाब दियो “तरा मे बुरीआत्मा हइ! कोन तोखे मारी डालनो चाहस हइ?” \p \v 21 यीशु ने उनखे जवाब दियो, “मेने एक काम कर्यो, अरु तुम सब अचम्बो करस हइ. \v 22 यो कारण मूसा ने तुमखे खतना की आज्ञा दी हइ, यो नी कि उ मूसा का तरफ से हइ पर बुर्जुकहोन से चली अय हइ, अरु तुम अराम का दिन खे इन्सान को खतनो करस हइ. \x + \xo 7:22 \xo*\xt उत्पत्ति 17:10-13; लेवी 12:3\xt*\x* \v 23 जब अराम का दिन इन्सान को खतनो कर्या जास हइ ताकि मूसा की व्यवस्था की आज्ञा टली नी जाये, ते तुम मरा पर का येकालिये घुस्सा करस हइ, कि मेने अराम का दिन एक इन्सान का पूरी रीति से अच्छो कर्यो. \v 24 मुडो देखीखे धर्मी नी करणु, पर ठीक-ठीक न्याय करणु.”\x + \xo 7:24 \xo*\xt यशया 11:3; यहून्ना 8:15\xt*\x* \s का यीशु मे मसीहा हइ \p \v 25 तब कत्ताने यरुशलेम वासीहोन बोलन लग्या, “का यो उ नी, जेखे मारी डालन की कोशिश कर्यो जय रो हइ? \v 26 पर देखनु, उ तो खुल्लमखुल्ला बातहोन करस हइ अरु कोय ओकासे कुछ नी बोले. का मुमकीन हइ कि मुखियोहोन ने सच्ची सच्ची जानी लियो हइ. कि योही मसीह हइ? \v 27 येखे तो हम जानस हइ, कि यो खा को हइ. पर मसीह जब आह्ये, तो कोइ नी जान्ये कि उ खा को हइ.” \p \v 28 तब यीशु ने मन्दिर मे उपदेस देते हुये पुकारी खे बोल्यो, “तुम मेखे जानस हइ कि यो भी जानस हइ कि मी खा को हइ, मी तो खुद से नी आयो पर मरो भेजनआलो सच्ची हइ, ओखे तुम नी जाने. \v 29 मी ओखे जानुस हइ. क्युकी मी ओका तरफ से हइ अरु ओने मेखे भेज्यो हइ.” \p \v 30 येका पर उनने ओखे पकडनो चाह्यो ते भी कोय ने ओका पर हात नी डाल्यो, क्युकी ओको टेम अब तक नी आयो थो. \v 31 अरु गर्दी मे से भोतजन ने ओका पर विश्वास कर्यो, अरु बोलन लग्या, “मसीह जब आह्ये, ते का येकासे जादा चिन्ह खे दिखाये जो येने दिखाया?” \s यीशु खे पकडन की कोशिश \p \v 32 फरीसीहोन ने दुन्याहोन खे ओका बारे मे या बातहोन लुकीखे-लुकीखे करता सुन्यो. अरु मुखियो याजकहोन अरु फरीसीहोन ने पकडन खे सेवक भेज्या. \v 33 येका पर यीशु ने बोल्यो, “मी थोडि देर तक अरु तुमारा साथ हइ. तब अपना भेजनआला का पास चली जायु. \v 34 तुम मेखे ढूढ्ये का पर नी पाये अरु झा मी हइ, व्हा तुम नी अय सक्ये.” \p \v 35 यहूदीहोन ने आपस मे बोल्यो, यो खा जाये कि हम येखे नी पाये? का उ उनका पास जाये जो यूनानीहोन मे तितर-बितर हूइ खे र्‍हेस हइ, अरु यूनानीहोन खे भी उपदेस दिये? \p \v 36 या का बात हइ जो उनने बोली कि तुम मेखे ढूढ्ये का पर नी पाये: अरु झा मी हइ, व्हा तुम नी अय सक्ये? \s जिवन-पानी की नद्दिहोन \p \v 37 फिर त्योहार का अन्नत दिन, जो मुख्य दिन हइ, यीशु खडो हुयो अरु पुकारी खे बोल्यो, “अगर कोइ प्यासो हइ ते मरा पास आनु अरु पीनु. \x + \xo 7:37 \xo*\xt यशया 55:1\xt*\x* \v 38 जो मरा पर विश्वास कर्ये, जसो पवित्रशास्त्र मे आयो हइ, ‘ओका अंदर से जिवन कि पानी की नदिहोन बोहय नीकल्ये.’” \v 39 ओने यो वचन या आत्मा का बारे मे बोल्यो, जो ओका पर विश्वास करण आला पाना पर था. क्युकी आत्मा आब तक नी उतरी थी, क्युकी यीशु आब तक अपनी महिमा खे नी पहुच्यो थो. \x + \xo 7:39 \xo*\xt यशया 44:3\xt*\x* \s यीशु का बारे मतभेद \p \v 40 तब गर्दी मे से कोइ-कोइ ने या बातहोन सुनी खे बोल्यो, “सच मुच योही उ भविष्यव्दक्ता हइ.” \x + \xo 7:40 \xo*\xt मत्ती 21:11\xt*\x* \p \v 41 दुसराहोन ने बोल्यो, “यो मसीह हइ,” पर कोय ने बोल्यो, \p “क्यु? का मसीह गलील से आह्ये? \v 42 का पवित्रशास्त्र मे नी आयो कि मसीह दाउद का वंश से अरु बैतलहम गाव से आह्ये, झा दाउद र्हेतो थो?” \x + \xo 7:42 \xo*\xt यशया 11:1; मीखा 5:2\xt*\x* \v 43 अन्नत ओका कारण दुन्याहोन मे फूट पडि. \v 44 उनमे से कत्ताने ओखे पकडनो चाहता था, पर कोय ने ओका पर हात नी डाल्यो. \s यहूदी सेवक होन को अविश्वास \p \v 45 तब सेवकहोन मुखियो याजकहोन अरु फरीसीहोन का पास आह्ये, अरु उनने उनसे बोल्यो, “तुम ओखे क्यु नी लाये?” \p \v 46 सेवकहोन ने जवाब दियो, “कोय इन्सान ने कभी असी बातहोन नी करी.” \p \v 47 फरीसीहोन ने उनखे जवाब दियो, “का तुम भी भरमाया गया हइ.” \v 48 का मुखियोहोन या फरीसीहोन मे से कोय ने भी ओका पर विश्वास कर्यो हइ? \v 49 पर ये इन्सान जो व्यवस्था नी जाने “का हमारी व्यवस्था कोय इन्सान खे जब तक पैयले ओकी सुनीखे जानी नी ले कि उ का करस हइ. दोषी ठहरास हइ?” \v 50 नीकुदेमुस ने जो पैयले ओका पास आयो थो अरु उनमे से एक थो, उनसे बोल्यो, \v 51 “का हमारी व्यवस्था कोय इन्सान खे जब तक पैयले ओकी सुनीखे जानी नी ले कि उ का करस हइ; दोषी ठहरास हइ?” \p \v 52 उनने ओखे जवाब दियो, “का तू भी गलील को हइ? ढूढ़ अरु देख, कि गलील से कोय भविष्यव्दक्ता प्रगट नी होन को.” \v 53 तब सब कोय अपना-अपना घर चली गया. \c 8 \s व्यभिचारिणी खे माफी \p \v 1 पर यीशु जैतून कि टेकडी पर गयो. \v 2 अरु फजर खे फिर मन्‍दिर मे आयो, अरु सब इन्साहोन ओका पास आया. अरु उ बठीखे उनखे शिक्षन देन लग्यो. \v 3 तब शास्त्री अरु फरीसी एक बय खे लैइ जो व्यभिचार मे पकडी गइ थी, अरु ओखे बीच मे खडी करीखे यीशु से बोल्यो, \v 4 “हे गुरु, या बय व्यभिचार करते पकडी गइ हइ. \v 5 व्यवस्था मे मूसा ने हमखे आज्ञा दी हइ कि असी बयहोन खे पत्थराव करणु. अन्नत तू या बय का बारे मे का बोलस हइ?” \x + \xo 8:5 \xo*\xt लेवी 20:10\xt*\x* \v 6 उनने ओखे परखनन का लिये या बात बोली ताकि ओका पर इलजम लगान का लिये कोय बात पाये का पर यीशु झुकी खे उंगली से जमीन पर लिखन लग्यो. \v 7 जब वे ओकासे पुछता र्‍हिया, ते उ सीधो हुइ खे उनसे बोलीखे, “तुम मे जो नीष्पाप हुये उ पैयले ओखे पत्थर मारनु.”\x + \xo 8:7 \xo*\xt रोमीयो 2:1\xt*\x* \v 8 अरु फिर झुकी खे जमीन पर उंगली से लिखन लग्यो. \v 9 पर वे यो सुनी खे बापदादा से लीखे छोटा तक एक-एक करीखे नीकली गया, अरु यीशु अयखेलो र्‍हि गयो, अरु बय व्हा बीच मे खडी ऱ्ही गइ. \v 10 यीशु ने सीधो हुइ खे ओकासे बोल्यो, “हे बय, वे खा गया? कोय ने तरा पर दण्ड की आज्ञा नी दी?” \p \v 11 ओने बोल्यो, “हे प्रभु, कोय ने नी” \p यीशु ने बोल्यो, “मी भी तरा पर दण्ड की आज्ञा नी देउ. जा अरु फिर पाप नी करणु.” \s यीशु जगत की ज्योति \p \v 12 तब यीशु ने फिर दुन्याहोन से बोल्यो, “जगत की ज्योति मी हइ. जो मरा पीछे अह्ये खे उ अंधारा मे नी चल्ये का पर जिवन की ज्योति पाये.”\x + \xo 8:12 \xo*\xt यहून्ना 12:46\xt*\x* \p \v 13 फरीसीहोन ने ओकासे बोल्यो “तू अपनी गवइ खुद देउस हइ. तरी गवइ सच्ची नी.” \p \v 14 यीशु ने उनखे जवाब दियो, “अगर मी अपनी गवइ खुद देउस हइ, ते भी मरी गवइ सच्ची हइ, क्युकी मी जानुस हइ, कि मी खा से आयो हइ अरु खा खे जाउस हइ? पर तुम नी जाने कि मी खा से आयो हइ या खा खे जउस हइ. \v 15 तुम आंग का जसो न्याय करस हइ. मी कोय को न्याय नी करु. \v 16 अरु अगर मी न्याय कर्हु भी, ते मरो न्याय सच्ची हइ. क्युकी मी अयखेलो नी, पर मी बाप का साथ हइ, जो ने मेखे भेज्यो हइ. \v 17 अरु तुमारी व्यवस्था मे भी लिख्यो हइ. कि दो जनहोन की गवइ मीलीखे सच्ची होस हइ. \v 18 एक तो मी खुद अपनी गवइ देउस हइ, अरु दूसरो बाप मरी गवइ देउस हइ जो ने मेखे भेज्यो.” \p \v 19 उनने ओकासे बोल्यो, \p “तरो बाप खा हइ?” यीशु ने जवाब दियो, “नी तुम मेखे जानस हइ, नी मरा बाप खे अगर मेखे जानस, ते मरो बाप खे भी जानता.” \p \v 20 ये बातहोन ओने मन्‍दिर मे उपदेस देता हुये दान घर मे बोली, अरु कोय ने ओखे नी पकड्यो. क्युकी ओको टेम अब तक नी आयो थो. \s अपना बारे मे यीशु को कथन \p \v 21 ओने फिर उनसे बोल्यो, “मी जउस हइ, अरु तुम मेखे ढूढ्ये अरु अपना पाप मे मर्ये. झा मी जउस हइ, व्हा तुम नी अय सक्ये.” \p \v 22 येका पर यहूदीयाहोन ने बोल्यो का उ अपना आप खे मारी डाल्येका जो बोलस हइ, “झा मी जउस हइ \b व्हा तुम नी अय सक्ये?” \p \v 23 ओने उनसे बोल्यो, “तुम नीचे का हइ, मी उपर को हइ. तुम जगत का हइ, मी जगत को नी. \v 24 येका लिए मेने तुम से बोल्यो, कि तुम अपना पापहोन मे मर्ये. क्युकी अगर तुम विश्वास नी कर्ये कि मी उ हइ, ते अपना पापहोन मे मर्ये.” \p \v 25 उनने ओकासे बोल्यो, “तू कोन हइ?” \p यीशु ने उनसे बोल्यो, “उ हइ जो सुरुवात से तुम से बोलतो आयो हइ. \v 26 तुमारा बारे मे मेखे भोत कुछ बोलनो अरु नीर्णय करणो हइ पर मरो भेजनआलो सच्ची हइ. अरु जो मेने ओकासे सुन्यो हइ, उ जगत से बोलस हइ” \p \v 27 वे नी समझे कि हम बाप का बारे मे बोलस हइ. \v 28 तब यीशु ने बोल्यो, “जब तुम इन्सान का बेटा खे उच्चा पर चढाये का ते जान्ये कि मी उ हइ, अरु अपना आप से कुछ नी कर्येका पर जसो मरो बाप ने मेखे सिखायो, असो ही या बातहोन बोलुस हइ. \v 29 अरु मरो भेजनआलो मरा साथ हइ. ओने मेखे एखलो नी छोड्यो. क्युकी मी हमेशा उ काम करुस हइ, जेका से उ प्रसन्‍न होस हइ.” \p \v 30 उ या बातहोन बोली र्‍हो थो, कि भोतजन ने ओका पर विश्वास कर्यो. \s सच्चाइ तुमखे स्वतत्रता कर्ये \p \v 31 तब यीशु ने वे यहूदीयाहोन से जिन्हे ओका पर विश्वास कर्यो थो, बोल्यो, “अगर तुम मरा वचन मे बन्या र्‍हियेका ते सच मुच मरा सेवक ठैइऱ्यो. \v 32 अरु सच्चाइ खे जान्येका अरु सच्चाइ तुमखे स्वतत्रता कर्ये.” \p \v 33 उनने ओखे जवाब दियो, “हम तो अब्राहम का वंश से हइ, अरु कभी कोय, सेवक नी हुया. फिर तू क्यु बोलस हइ, कि तुम स्वतंत्र हुये जाये?” \p \v 34 यीशु ने उनखे जवाब दियो, “मी तुम से सच्ची-सच्ची‍ची बोलुस हइ कि जो कोय पाप करस हइ, उ पाप को सेवक हइ. \v 35 अरु सेवक कभी भी घर मे नी र्‍हे. बाप हमेशा र्हेस हइ. \x + \xo 8:35 \xo*\xt गलतिया 4:30 \xt*\x* \v 36 येका लिए अगर बाप बेटा खे स्वतत्रता कर्हे ते सच्ची मे तुम स्वतत्रता हुइ जाये. \v 37 मी जानुस हइ कि तुम अब्राहम का वंश से हइ. तो भी मरो वचन तुमारा मन मे जगा नी पाय, येका लिए तुम मेखे मारी डालनो चाहस हइ. \v 38 मी उ बोलुस हइ, जो अपना बाप खे ह्या देखस हइ. अरु तुम उ करता र्‍हेस हइ जो तुम ने अपना बाप से सुन्यो हइ.” \p \v 39 उनने ओखे जवाब दियो, \p “हमारो बाप तो अब्राहम हइ.” यीशु ने उनसे बोल्यो, \p “अगर तुम अब्राहम का सन्तान होस, ते अब्राहम का जसो काम करता. \v 40 पर अब तुम मेखे जसो इन्सान खे मारी डालनो चाहस हइ, जो ने तुमखे उ सच्ची वचन बतायो जो परमेश्वर से सुन्यो, यो ते अब्राहम ने नी कर्यो थो. \v 41 तुम अपना बाप का जसा काम करस हइ” \p उनने ओकासे बोल्यो, “हम व्यभिचार से नी जन्मो, हमारो एक बाप हइ यानेकी परमेश्वर.” \p \v 42 यीशु ने उनसे बोल्यो, “अगर परमेश्वर तुमारो बाप होतो, ते तुम मरासे प्रेम रखता. क्युकी मी परमेश्वर मे से नीकलीखे आयो हइ. मी खुद से नी आयो, पर ओ ने मेखे भेज्यो. \v 43 तुम मरी बात क्यु नी समझे? येका लिए कि मरो वचन सुनी नी सक्ये. \v 44 तुम अपना बाप सैतान से हइ, अरु अपना बाप की लालसाहोन खे पूरो करणो चाहस हइ उ ते सुरुवात से खुनी हइ, अरु सच्चीचाइ पर स्थिर नी र्हे, क्युकी सच्ची ओमे हइ ही नी. जब उ झूठ बोलस, ते अपना स्वभाव मे से बोलस हइ. क्युकी उ झूठो हइ, क्युकी झूठ को बाप हइ. \v 45 पर मी जो सच्ची बोलस हइ, येका लिए तुम मरो विश्वास नी कर्ये. \v 46 तुम मे से कोन मेखे पापी ठैइरास हइ? अरु अगर मी सच्ची बोलुस हइ, ते तुम मरो विश्वास क्यु नी कर्ये? \v 47 जो परमेश्वर से होस हइ, उ परमेश्वर की बातहोन सुनस हइ. अरु तुम येका लिए नी सुनस कि परमेश्वर की तरफ से नी हइ.” \s यीशु को अपना बारे मे दावो करणु \p \v 48 यो सुन्यो यहूदीयाहोन ने ओकासे बोल्यो “हम ठीक नी बोले, कि तू सामरी हइ, अरु तुम मे बुरीआत्मा हइ?” \p \v 49 “यीशु ने जवाब दियो,” मरा मे बुरीआत्मा नी. पर मी अपना बाप को आदर करुस हइ, अरु तुम मरो नीरादर करुस हइ. \v 50 पर मी अपनी महिमा नी चाहु का हव, एक हइ जो चाहस हइ, अरु न्याय करस हइ. \p \v 51 मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ कि अगर कोय इन्सान मरा वचन पर चले का ते उ पिडमपिडि तक मरना खे नी देख्ये. \p \v 52 यहूदीयाहोन ने ओकासे बोल्यो, “अब हमने जानी लियो कि तरा मे बुरीआत्मा हइ अब्राहम मरी गयो, अरु भविष्यव्दक्ता भी मरी गए हइ अरु तू बोलस हइ, ‘अगर कोय मरो वचन पर चल्ये ते उ पिडमपिडि तक मरना को सवाद नी चख्ये.’ \v 53 हमारो बाप अब्राहम ते मरी गयो, तू ओकासे बडो हइ? अरु भविष्यव्दक्ता भी मरी गया, तू अपना आप खे ठैइरास हइ?” \p \v 54 यीशु ने जवाब दियो, “अगर मी खुद अपनी महिमा करु, ते मरी महीमा कुछ नी, पर मरी महिमा करण आलो मरो बाप हइ, जेखे तुम बोलस हइ, कि उ हमारो परमेश्वर हइ. \v 55 अरु तुम ने तो ओखे नी जान्यो पर मी ओखे जानुस हइ. अरु अगर बोलु कि मी ओखे नी जानू, ते मी तुमारो जसो झूठा ठैइरायु पर मी जानुस, अरु ओका वचन पर चलुस हइ. \v 56 तुमारो बाप अब्राहम मरा दिन देखन की आस से भोत मगन थो. अरु ओने देख्यो, अरु खुशी करी.” \p \v 57 यहूदीयाहोन ने ओकासे बोल्यो, “अब तक तू पचास साल को नी, फिर भी तोने अब्राहम खे देख्यो हइ?” \p \v 58 यीशु ने उनसे बोल्यो, “ मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, कि पैयले येका कि अब्राहम पइदा हुयो मी हइ.” \p \v 59 तब उनने ओखे मारन का लिये पत्थर उठायो, पर यीशु लुकीखे मन्‍दिर से नीकली गयो. \c 9 \s पइदा से अंधा सखे नजरदासन \p \v 1 फिर जाता हुया ओने एक इन्सान खे देख्यो, जो जन्म से अंधो थो. \v 2 अरु ओका सेवक होन ने ओकासे पूछ्यो, “हे गुरु, कोय ने पाप कर्यो थो कि यो अंधो जन्म्यो यो इन्सान ने या ओकी माय बाप ने?” \p \v 3 यीशु ने जवाब दियो, “नी ते येने पाप कर्यो थो, नी येका माय बाप ने पर यो येका लिए हुयो, कि परमेश्वर का काम ओमे प्रगट हुये. \v 4 जो ने मेखे भेज्यो हइ. हमखे ओका मे दिन हीस दिन मे करणो जरुरती हइ वा रात आनआली हइ जोमे कोय काम नी करी सकतो. \v 5 जब तक मी जगत मे हइ, तब तक जगत को उजालो हइ.”\x + \xo 9:5 \xo*\xt यहून्ना 8:12\xt*\x* \p \v 6 यो बोलीखे ओने जमीन पर थूक्यो अरु उ थूक से मट्टी छासनी, अरु वा मट्टी उ अंधा का आखहोन पर लगैइखे. \v 7 ओकासे बोल्यो, “जा, शीलोह का कुण्ड मे धोइ ले” शीलोह को अर्थ भेज्यो हुयो हइ अन्नत ओने जैइखे ले, अरु देखता हुया लौटी आयो.\x + \xo 9:7 \xo*\xt यशया 35:5\xt*\x* \p \v 8 तब पडोसी अरु जिन्हे पैयले ओखे भीख मागते देख्यो थो, बोलन लग्या “यो उ नी जो बठ्यो भीख माग्या करतो थो?” \p \v 9 कुछ दुन्या ने बोल्यो, “यो उ हइ,” दुसरा जन ने बोल्यो नी, \p पर ओका जसो हइ ओने बोल्यो, “मी उ हइ.” \p \v 10 “तब वे ओकासे पूछन लग्या?” तरी आखहोन कसी खुली गइ. \p \v 11 ओने जवाब दियो, “यीशु नामको एक इन्सान ने मट्टी छानी, अरु मरा आखहोन पर लगैइखे मरासे बोल्यो, शीलोह मे जैइखे धोइ ले, ते मी गयो, अरु धोइ खे देखन लग्यो.” \p \v 12 उनने ओकासे पूछ्यो, “उ खा हइ?” \p ओने बोल्यो, “मी नी जानु.” \s फरीसीहोन द्वारा चगाइ की जाच-पडताल \p \v 13 इन्सान जो पैयले अंधो थो फरीसीहोन का पास ली गयो. \v 14 जो दिन यीशु ने मट्टी छानी खे ओकी आखहोन खोली थी उ अराम को दिन थो. \v 15 फिर फरीसीहोन ने भी ओकासे पूछ्यो. तरी आखहोन कोनता रीति से खुली गइ? ओने उनसे बोल्यो, “ओने मरी आखहोन पर मट्टी लगइ, फिर मेने धोइ लियो, अरु अब देखुस हइ.” \p \v 16 येका पर कइ फरीसी बोलन लग्या, “यो इन्सान परमेश्वर का तरफ से नी, क्युकी उ अराम का दिन नी मानतो” दुसरा झन ने बोल्यो, \p “पापी इन्सान कसो असो चिन्ह दिखैइ सकस हइ?” अन्नत उनमे फूट पिडी. \p \v 17 उनने उ अंधा से फिर बोल्यो, “ओने जो तरी आखहोन खोली, तू ओका बारे मे का बोलस हइ?” ओने बोल्यो, \p “यो भविष्यव्दक्ता हइ.” \p \v 18 पर यहूदीयाहोन खे विश्वास नी हुयो कि यो अंधो थो अरु अब देखस हइ जब तक उनने ओका माय बाप खे जोकी आखहोन खुली गइ थी, बुलैइ खे. \v 19 उनसे पूछ्यो “का यो तुमारो बेटो हइ, जेखे तुम बोलस हइ कि अंधो जन्म्यो थो? फिर अब कसो देखस हइ?” \p \v 20 ओका माय-बाप ने जवाब दियो, “हम तो जानस हइ कि यो हमारो बेटो हइ, अरु अंधो जन्म्यो थो. \v 21 पर हम यो नी जानस हइ कि अब कसो देखस हइ. अरु नी यो जानस हइ, कि कोय ने ओका आखहोन खोली. उ सयानो हइ. ओका से पुछी ले. उ अपना बारे मे बोली दिये.” \v 22 या बातहोन ओका माय-बाप ने येका लिए बोली क्युकी वे यहूदीयाहोन से डरता था. क्युकी यहूदीया एकमत हुइ चुक्या था, कि अगर कोय बोल्ये कि उ मसीह हइ, ते आराधनालय से नीकाली जाये. \v 23 यो कारण ओका माय बाप ने बोल्यो, “उ सयानो हइ. ओका से पूछी ले.” \p \v 24 तब उनने उ इन्सान खे जो अंधो थो दूसरी बार बुलैइ खे ओकासे बोल्यो, “परमेश्वर की महिमा कर. हम तो जानस हइ कि उ इन्सान पापी हइ.” \v 25 ओने जवाब दियो, “मी नी जानु कि उ पापी हइ या नी मी एक बात जानूस हइ कि मी अंधो थो अरु अब देखुस हइ.” \p \v 26 उनने ओकासे फिर बोल्यो, “ओने तरा साथ का कर्यो? अरु कोनता तरीका से तरी आखहोन खोली?” \v 27 ओने उनसे बोल्यो, “मी तो तुम से बोली चुक्यो, अरु तुम ने नी सुन्यो. अब दूसरी बार क्यु सुननो चाहस हइ? का तुम भी ओका सेवक होनु चाहस हइ?” \p \v 28 तब वे ओखे बुरो-भलो बोलीखे बोल्या, “तू ही ओको चेलो हइ. हम तो मूसा का सेवक हइ. \v 29 हम जानस हइ कि परमेश्वर ने मूसा से बातहोन बोली. पर यो इन्सान खे नी जाने की खा को हइ.” \p \v 30 ओने उन खे जवाब दियो, “यो तो अचम की बात हइ कि तुम नी जाने की खा को हइ तेभी ओने मरी आखहोन खोली दी. \v 31 हम जानस हइ कि परमेश्वर पापीहोन की नी सुने पर अगर कोय परमेश्वर को भक्त हइ, अरु ओकी इच्छा पर चलस हइ, ते उ ओकी सुनस हइ. \v 32 जगत कि सुरुवात से यो कभी सुनना मे नी आयो, कि कोय ने भी जन्म का अंधा की आखहोन खोली हो. \v 33 अगर यो इन्सान परमेश्वर का तरफ से नी होतो, ते कुछ भी नी करी सकतो.” \p \v 34 उनने ओखे जवाब दियो, “तू तो बिलकुल पापहोन मे जन्म्यो हइ, तू हम खे का सिखास हइ?” अरु उनने ओखे भइर नीकाली दियो. \s आत्मीक अंधो पन \p \v 35 यीशु ने सुन्यो, कि उनने ओखे बाहेर नीकाली दियो हइ. अरु जब ओकासे मील्यो हुइ ते बोल्यो “तू परमेश्वर का बेटा पर विश्वास करस हइ?” \p \v 36 ओने जवाब दियो, “हे प्रभु, उ कोन हइ कि मी ओका पर विश्वास करु?” \p \v 37 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तोने ओखे देख्यो भी हइ. अरु जो तरा साथ बातहोन करी र्‍हो हइ उ हइ.” \p \v 38 ओने बोल्यो, “हे प्रभु, मी विश्वास करुस हइ” अरु ओखे प्रणाम कर्यो. \p \v 39 तब यीशु ने बोल्यो, “मी यो जगत मे न्याय का लिये आयो हइ, ताकि जो नी देखे वे देख्ये का अरु जो देखस हइ वे अंधा हुइ जाये.” \p \v 40 जो फरीसी ओका साथ था, उनने या बातहोन सुनी खे ओकासे बोल्यो, “हम भी अंधा हइ?” \p \v 41 यीशु ने उनसे बोल्यो, “अगर तुम अंधा होस ते पापी नी ठैरता पर अब बोलुस हइ, कि हम देखस हइ, येका लिए तुमारा पाप बन्यो र्‍हेस हइ. \c 10 \s चरानआला अरु मेडा को दृष्टान्त \p \v 1 “मी तुम से सच्ची सच्ची बोलुस हइ, कि जो कोइ दरवाजा से मेडा कि खोली मे अंदर नी कर्ये का पर अरु कोय दुसरा से चडी जास हइ का उ चोर अरु डाकू हइ. \v 2 पर जो दरवाजा से अंदर प्रवेश करस हइ उ व्हा मेढाहोन को चरवाहा हइ. \v 3 येका लिये द्वारपाल दरवाजो खोली देस हइ, अरु मेढाहोन ओकी आवाज शब्द सुनस हइ, अरु उ अपना मेढाहोन का नाम ली लीखे बुलास हइ बाहेर ली जास हइ. \v 4 अरु जब उ अपनी सब मेढाहोन खे बाहेर नीकाली चुक्यो हइ, ते उनका आगे आगे चलस हइ, अरु मेढाहोन ओका पीछे-पीछे चली जास हइ. क्युकी वे ओकी आवाज पहचानस हइ. \v 5 पर वे दुसरा का पीछे नी जायेका पर ओकासे भाग्येका क्युकी वे दुसरा को आवाज नी पहचाने.” \p \v 6 यीशु ने उनसे यो दृष्टान्त बोल्यो, पर वे नी समझे कि या बातहोन हइ जो वह हम से बोलस हइ. \s यीशु अच्छो चरानआलो \p \v 7 तब यीशु ने उनसे फिर बोल्यो, “मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, कि मेढाहोन को दरवाजा मी हइ. \v 8 जोत्ता मरासे पैयले आया. वे सब चोर अरु डाकू हइ, पर मेढाहोन ने उनकी नी सुनी. \v 9 दरवाजो मी हइ. अगर कोय मरा वजेसे अंदर प्रवेश कर्ये ते उध्दारपाये अरु अंदर बाहर आह्ये-जाये कर्ये अरु चारो पाये. \v 10 चोर कोइ अरु काम का लिये नी पर फक्त चोरी करण अरु मारन खे अरु खेत्म खे आस हइ, मी येका लिए आयो कि वे जिवन पायेका अरु भोतायत से पाये. \fig मेडा को कोठा मे अपना मेडा का साथ|alt="Shepherd with his sheep in sheepfold" src="LB00014C.TIF" size="span" copy="Horace Knowles ©" ref="10:7"\fig* \p \v 11 “अच्छो चरानआलो मी आय. अच्छो चरानआलो मेडा का लिये अपनो जान देस हइ. \v 12 मजूर जो नी चरानआलो हइ, अरु नी मेढाहोन को मालिक हइ, लाडगाहोन खे आते हुया देख्यो, मेढाहोन खे छोडी खे भागी जास हइ, अरु लाडगाहोन उनखे पकडस अरु इधर-उधर करी देस हइ. \v 13 उ येका लिए भागी जास हइ कि उ मजूर हइ, अरु ओखे मेडाहोन की चिन्ता नी \v 14 अच्छो चरानआलो मी आय. मी अपनी मेडाहोन खे जानुस हइ, अरु मरा मेडाहोन मेखे जानस हइ. \v 15 जसो बाप मेखे जानस हइ, अरु मी बाप खे जानुस हइ, अरु मी मेडाहोन, लिये अपनो जान देउस हइ. \v 16 मरा अरु भी मेडा हइ, जो यो मेडा खोली की नी. मेखे उन खे भी लानो जरुरती हइ, वे मरो आवाज सुन्ये. तब एक मे झुण्ड अरु एक मे चरानआलो हुये. \p \v 17 “बाप येका लिए मरासे प्रेम रखस हइ, कि मी अपनो जान देउस हइ, कि ओखे फिर ली लियु. \v 18 कोय ओखे मरासे छीने नी, क्युकी मी ओखे खुद मे देउस हइ, मेखे ओखे देन को अधिकार हइ, अरु ओखे फिर लेन को भी अधिकार हइ, या आज्ञा मरो बाप से मेखे मीली हइ.” \p \v 19 या बातहोन का कारण यहूदीयाहोन मे फिर फूट पडी. \v 20 उनमे से भोत जन बोलन लग्या, “ओमे बुरीआत्मा हइ, अरु उ पागल हइ. ओकी क्यु सुनस हइ?” \p \v 21 दुसरा ने बोल्यो, “या बातहोन असो इन्सान की नी जोमे बुरीआत्मा हइ, बुरीआत्मा अंधा की आख खोली सकस हइ?” \s यहूदीयाहोन को अविश्वास \p \v 22 यरुशलेम मे समर्पन त्योहार हुयो, अरु ठड को दिन थो. \v 23 अरु यीशु मन्‍दिर मे सुलेसमान कि ओसरी मे घुमीरो थो. \v 24 तब यहूदीयाहोन ने ओखे अय घेर्यो अरु पूछ्यो, “तू हमारा मन खे कब तक तखलीप मे रख्ये? अगर तू मसीह हइ, ते हम से सपा बोली दे.” \p \v 25 यीशु ने उनखे जवाब दियो, “मेने तुम से बोली दियो, अरु तुम विश्वास कर्‍हे ही नी, जो काम मी अपना बाप का नाम से करुस हइ वे य मरा गवा हइ. \v 26 पर तुम येका लिए विश्वास नी कर्‍हे, कि मरा मेडाहोन मे से नी हइ. \v 27 मरा मेडाहोन मरो आवाज सुनस हइ, अरु मी उनखे जानुस हइ, अरु वे मरा पीछे पीछे चलस हइ. \v 28 अरु मी उनखे अनन्त जिवन देउस हइ, अरु वे कभी नाश नी हुये कि अरु कोय उनखे मरा हात से छीनी नी लिये. \v 29 मरो बाप, जो ने उनखे मेखे दियो हइ, सबसे बडो हइ, अरु कोय उनखे बाप का हात से छीनी नी सक्ये. \v 30 मी अरु बाप एक हइ.” \p \v 31 यहूदीयाहोन ने ओखे पत्थराव करण खे फिर पत्थर उठाया. \v 32 येका पर यीशु ने उनसे बोल्यो, “मेने तुमखे अपना बाप का तरफ से भोत सा भला काम दिखाया हइ, उनमे से कोनता काम का लिये तुम मेखे पत्थराव करस हइ?” \p \v 33 यहूदीयाहोन ने ओखे उत्तर दियो, “अच्छो काम का लिये हम तोखे पथर नी मारा, पन परमेश्वर की नीन्दा का कारण अरु येका लिये कि तू इन्सान हुयखे अपना आप खे परमेश्वर बनास हइ.” \x + \xo 10:33 \xo*\xt लेवी 24:16\xt*\x* \p \v 34 यीशु ने उनखे जवाब दियो “तुम्हारी व्यवस्था मे नी लिख्यो हइ कि ‘मेने बोल्यो, तु प्रभु हइ?’\x + \xo 10:34 \xo*\xt भजन संहिता 82:6\xt*\x* \v 35 अगर ओने उनखे प्रभु बोल्यो जिन का पास परमेश्वर को वचन पहुच्यो अरु पवित्रशास्त्र की बात लुकी नी हुइ सक्ये. \v 36 ते जेखे बाप ने पवित्र ठैइरी खे जगत मे भेज्यो हइ, तुम ओकासे बोलस हइ, तू नीन्दा करस हइ येका लिए कि मेने बोल्यो, मी परमेश्वर को बेटो हइ? \v 37 अगर मी अपना बाप को काम नी करु, ते मरो विश्वास नी करणु. \v 38 पर अगर मी करुस हइ, ते चाह्ये मरो विश्वास नी भी करणु, पर वे काम होन पर विश्वास करणु, ताकि तुम जान्येका अरु समझे, कि बाप मरा मे हइ, अरु मी बाप मे हइ.” \p \v 39 तब उनने फिर ओखे पकडन कि कोशीस कर्यो पर उ उनका हात से नीकली गयो \p \v 40 फिर उ यरदन नद्दी का पार वा जगा पर चली गयो, झा यहून्ना पैयले बपतिस्मा दिया करतो थो, अरु वही र्‍हियो. \v 41 अरु भोत सारा ओका पास अयखे बोलता था, “यहून्ना ने ते कोय चिन्ह नी दिखायो, पर जो कुछ यहून्ना ने येका बारे मे बोल्यो थो उ सब सच्ची थो.” \v 42 अरु उ भोतजन ने ओका पर विश्वास कर्यो. \c 11 \s लाजर खे मारनो \p \v 1 मरियम अरु उसकी भैइन मार्था को गाव बैतनीय्याह को लाजर नाम एक इन्सान बीमार थो. \v 2 या उ मरियम थी जेने प्रभु पर अत्रर डालीखे ओका पायहोन खे अपना बालहोन से पोछ्यो थो, ओ को भैइ लाजर बीमार थो. \v 3 तब ओकी भैइनहोन ने ओखे बुलाओ भेज्यो, “हे प्रभु, देख, जोका से तू प्रेम करस हइ, उ बीमार हइ.” \p \v 4 यो सुनीखे यीशु ने बोल्यो, “या बीमारी मरन की नी, पर परमेश्वर की महिमा का लिये हइ, कि ओका वजेसे परमेश्वर का बेटा की महिमा हुये.” \p \v 5 अरु यीशु, मार्था अरु ओकी भैइन अरु लाजर से प्रेम रखतो थो. \v 6 जब ओने सुन्यो, कि उ बीमार हइ, ते जो जगा पर उ थो, व्हा दो दिन अरु ठैरी गयो. \v 7 फिर ओका बाद ओने सेवक होन से बोल्यो, “ओका हम फिर यहूदीया खे चल्हे.” \p \v 8 सेवक होन ने ओकासे बोल्यो, “हे गुरु, अभी तो यहूदीया तोखे पत्थराव करणो चाहतो थो, अरु तू फिर भी वही जास हइ?” \p \v 9 यीशु ने जवाब दियो “ का दिन बारा घंटा नी होय? अगर कोय दिन मे चल्यो, ते ठोकर नी खाता, क्युकी यो जगत को उजालो देखस हइ. \v 10 पर अगर कोय रात खे चल्ये का ते ठोकर खास हइ, क्युकी ओमे उजालो नी.” \v 11 ओने या बातहोन बोली, अरु येका बाद उनसे बोलन लग्यो, “हमारो दोस्त लाजर सोइ गयो हइ, पर मी ओखे जगान जउस हइ.” \p \v 12 तब सेवक होन ने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, अगर उ सोइ गयो हइ, ते बची जाये.” \p \v 13 यीशु ने तो ओका मरना का बारे मे बोल्यो थो पर वे समझ्या कि ओने नीद से सोइ जाना का बारे मे बोल्यो. \v 14 तब यीशु ने उनसे साफ बोली दियो, “लाजर मरी गयो हइ. \v 15 अरु मी तुमारा कारण खुश हइ कि मी व्हा नी थो जोका से तुम विश्वास करणु. पन अब आ हम ओका पास चले.” \p \v 16 तब थोमा ने जो दिदिमुस बोलस हइ, अपना साथ का सेवक होन से बोल्यो, “ओका हम भी ओका साथ मरन खे चल्यो.” \s यीशु पुनरुत्थान अरु जिवन \p \v 17 फिर यीशु खे अयखे यो मालूम हुयो कि ओखे कब्र मे रख्या चार दिन हुइ चुक्या हइ. \v 18 बैतनीय्याह यरुशलेम का सामने कोय दो मील की दूरी पर थो. \v 19 अरु भोत सा यहूदीया मार्था अरु मरियम का पास उनका भैइ का बारे मे शांती देन का लिये आया था. \p \v 20 जब मार्था यीशु को आन को समाचार सुनैखे ओकासे मीलन खे गइ, पर मरियम घर मे बठी र्‍हि. \v 21 मार्था ने यीशु से बोल्यो, “हे प्रभु, अगर तू ह्या होतो, ते मरो भैइ कभी नी मरतो. \v 22 अरु अब भी मी जानुस हइ, कि जो कुछ तू परमेश्वर से माग्ये परमेश्वर तोखे दिये.” \p \v 23 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तरो भैइ जी उठ्यो.” \p \v 24 मार्था ने ओकासे बोल्यो, “मी जानूस हइ, अन्नत दिन मे पुनरुत्थान का टेम उ जी उठ्ये.” \p \v 25 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “पुनरुत्थान अरु जिवन मी आय, जो कोय मरा पर विश्वास करस हइ उ अगर मरी भी जाये ते भी जीये. \v 26 अरु जो कोइ जिन्दो हइ, अरु मरा पर विश्वास करस हइ, उ पिडमपिडि तक नी मर्येका तू या बात पर विश्वास करस हइ?” \p \v 27 ओने ओकासे बोल्यो, “हव, हे प्रभु, मी विश्वास करी चुकी हइ, कि परमेश्वर को बेटो मसीह जो जगत मे आनआलो थो, उ तू हीस हइ.” \s लाजर खे जिन्दो जानो \p \v 28 यो बोलीखे वा चली गइ, अरु अपनी भैइन मरियम खे चुपचाप से बुलैखे बोल्यो, “गुरु ह्यही हइ, अरु तोखे बुलास हइ.” \v 29 यो सुनते ही जल्दी उठीखे ओका पास अय. \v 30 यीशु अभी गाव मे नी पहुच्यो थो, पर उ जगा मे थो झा मार्था ने ओकासे दान करी थी. \v 31 तब जो यहूदीया ओका साथ घर मे था, अरु ओखे शांती दि र्‍हा था, यो देखीखे कि मरियम जल्दी उठीखे बाहेर गइ हइ अरु यो समझी खे कि उ कब्र पर रोन खे जास हइ, ओका पीछे गइ. \p \v 32 जब मरियम व्हा पहुची झा यीशु थो, ते ओखे देखता ही ओका पायहोन पर गिरीखे बोल्यो, “हे प्रभु, अगर तू ह्या होतो ते मरो भैइ नी मरतो.” \p \v 33 जब यीशु ने ओखे अरु वे यहूदीयाहोन खे जो ओका साथ आया था रोते हुया देख्यो, ते आत्मा मे भोत मे उदास अरु व्याकुल हुयो, \v 34 अरु बोल्यो, “तुम ने ओखे खाहा रख्यो हइ?” उनने ओकासे बोल्यो, \p “हे प्रभु, चलीखे देखी ले.” \p \v 35 यीशु रोयो \v 36 तब यहूदीया बोलन लग्या, “देखनु, उ ओकासे कसो प्रेम करतो थो.” \p \v 37 पर उनमे से केत्ता ने बोल्यो “का यो जेने अंधा की आखहोन खोली, यो भी नी करी सक्यो कि यो इन्सान नी मरतो?” \s लाजर खे जीवन दान \p \v 38 यीशु मन मे फिर भोत मे उदास हुइखे कब्र पर आयो, वा एक गुफा थी, अरु एक पत्थर ओका पर रख्यो थो. \v 39 यीशु ने बोल्यो, “पत्थर खे उठाव” उ मर्यो हुया की भैइन मार्था ओकासे बोलन लगी, “हे प्रभु, अब तो ओमे से बास आस हइ, क्युकी ओखे मर्या चार दिन हुइ गया.” \p \v 40 यीशु ने ओकासे बोल्यो “का मेने तरा से नी बोल्यो थो कि अगर तू विश्वास कर्येका ते परमेश्वर की महिमा खे देख्ये.” \v 41 तब उनने उ पत्थर खे हटायो, फिर यीशु ने आखहोन उठैइखे बोल्यो, “हे बाप, मी तरो धन्यवाद करुस हइ कि तोने मरी सुनी ली हइ. \v 42 अरु मी जानतो थो, कि तू हमेशा मेरी सुनस हइ, पर जो गर्दी आस-पास खड़ी हइ, उनका कारण मेने यो बोल्यो, जोका से कि वे विश्वास कर्येका कि तोने मेखे भेज्यो हइ.” \v 43 यो बोलीखे ओने बडा आवाज से पु,कार्यो, “हे लाजर, नीकलीखे आ!” \v 44 जो मरी गयो थो, उ कफन से हात पाय बध्या हुयो नीकलीखे आयो अरु ओको मेडो कपडो से लिपट्यो हुयो थो यीशु ने उनसे बोल्यो, “ओखे खोलीखे अरु जान दे” \s यीशु का खिलाफ साजिस \r (मत्ती 26:1-5; मरकुस 14:1; 2; लूका 2:1; 2) \p \v 45 तब जो यहूदीया मरियम का पास आया था अरु ओको यो काम देख्यो थो, उनमे से भोत जन ने ओका पर विश्वास कर्यो. \v 46 पर उनमे से खे त्ता ने फरीसीहोन का पास जैइखे यीशु का काम होन को समाचार दियो. \v 47 येका पर प्रधान याजकहोन अरु फरीसीहोन ने मुख्य सभा का दुन्याहोन खे जमा करीखे बोल्यो, “हम कारस का हइ? यो इन्सान तो भोत चिन्ह बतास हइ. \v 48 अगर हम ओखे असो मे छोडी दिये, ते सब ओका पर विश्वास ली आह्ये अरु रोमी अयखे हमारी जगा अरु राष्ट्रहोन दोइ पर अधिकार करी लिये.” \p \v 49 तब उनमे से कैफा नाम एक इन्सान ने जो उ साल को महायाजक थो, उनसे बोल्यो, “तुम कुछ नी जाने. \v 50 अरु नी यो सोचस हइ, कि तुमारा लिये यो अच्छो हइ, कि दुन्या का लिये एक इन्सान मर्ये, अरु नी यो कि पुरो जातहोन नाश हुये.” \v 51 या बात ओने अपना तरफ से नी बोली, पर उ साल को महायाजक हुइखे भविष्यवाणी करीखे कि यीशु वे राष्ट्रहोन का लिये मर्ये. \v 52 अरु नी फक्त वे राष्ट्रहोन का लिये क्युकी येका लिए भी, कि परमेश्वर की तितर-बितर सन्तानहोन खे एक करी दिये. \p \v 53 अन्नत उ दिन से वे ओखे मारी डालन की सम्मति करण लग्या. \v 54 येका लिए यीशु वा टेम से यहूदीयाहोन मे प्रगट हुइखे नी फिर्यो. पर व्हा से जंगल का नजीक पास परदेस को एप्रैम नाम का एक नगर खे चली गयो. अरु अपना सेवक होन का साथ वही र्‍हेन लग्यो. \p \v 55 अरु यहूदीयाहोन को फसह को तीवार पास थो, अरु भोत सारा इन्सान फसह से पैयले दिहात से यरुशलेम खे गया कि अपना आप खे अच्छो करणु.\x + \xo 11:55 \xo*\xt 2 इतिहास 30:17\xt*\x* \v 56 वे यीशु खे ढूढन अरु मन्‍दिर मे खडो हुइखे आपस मे बोलन लग्यो, “तुम का समझस हइ? का उ त्योहार मे नी आह्ये?” \v 57 अरु प्रधान याजकहोन अरु फरीसीहोन ने भी आज्ञा दि रखी थी, कि अगर कोय यो जाने कि यीशु खा हइ ते बतानु, कि ओखे पकडी ले. \c 12 \s बैतनीय्याह मे यीशु को अभिषेक \r (मत्ती 26:6-13; मरकुस 14:3-9) \p \v 1 फिर यीशु फसह तिवार से छे दिन पैयले बैतनीय्याह मे आयो, झा लाजर थो. जेखे यीशु ने मर्या हुया मे से जिन्दो लायो थो. \v 2 व्हा उनने ओका लिये खानो तैयार कर्यो, अरु मार्था सेवा करी र्‍हि थी, अरु लाजर उनमे से एक थो, जो ओका साथ खानो खान का लिये बठ्या था. \v 3 तब मरियम ने जटामासी को आधो सेर बहुमूल्य अत्रर लीखे यीशु का पाय पर डाल्यो, अरु अपना बालहोन से ओका पाय पोछ्या, अरु अत्रर की सुगध से घर सुगन्धित हूइ गयो. \v 4 पर ओका सेवक होन मे से यहूदा इस्करियोती नाम एक चेलो जो ओखे पकडान पर थो, बोलन लग्यो, \v 5 “यो अत्रर तीन सौ सिक्का, मे बेचीखे गरीबहोन खे क्यु नी दिया गयो?” \v 6 ओने या बात येका लिए नी बोली, कि ओखे गरीबहोन की चिन्ता थी का पर येका लिए कि उ चोर थो अरु ओका पास उनकी थैली र्‍हेती थी, अरु ओमे जो कुछ डाल्या जातो थो काउ नीकाली लेतो थो. \fig संगमरमर को बर्तन|alt="Alabaster jars" src="HK00142C.TIF" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="12:3"\fig* \p \v 7 यीशु ने बोल्यो, “ओखे मरा गाड्या जान का दिन का लिये र्‍हेन दे. \v 8 क्युकी गरीब तो तुमारा साथ हमेशा र्‍हेस हइ, पर मी तुमारा साथ हमेशा नी र्‍हियु.” \s लाजर खे मारी डालन को नीर्णय \p \v 9 यहूदीयाहोन मे से साधारण दुन्या जानी गया, कि उ व्हा हइ, अरु वे नी फक्त यीशु का कारण आया पर येका लिए भी कि लाजर खे देख्ये का जेखे ओने मऱ्या हुया मे से जिन्दो थो. \v 10 तब मुखियो याजकहोन ने लाजर खे भी मारी डालन की सम्मति करी. \v 11 क्युकी ओका कारण भोत सा यहूदीया चली गया, अरु यीशु पर विश्वास कर्यो. \s यीशु को यरुशलेम मे विजय-प्रवेश \r (मत्ती 21:1-11; मरकुस 11:1-11; लूका 19:28-40) \p \v 12 दूसरा दिन भोत सा दुन्याहोन ने जो त्योहार मे आया था, यो सुनीखे, कि यीशु यरुशलेम मे अय र्हो हइ. \v 13 उनने खारीक की डालिहोन ली, अरु ओकासे मीलन खे नीकल्या, अरु फुकारन लग्या, “होशन्ना! धन्य इस्राएल को राजो, जो प्रभु, नाम से आस हइ.” \p \v 14 जब यीशु खे एक गधी को बच्चो मील्यो, ते उ ओका पर बठ्यो, जसो लिख्यो हइ, \q1 \v 15 “हे सिय्योन की बेटी, \q1 मत डर. \q2 देख, तरो राजो गधी का बच्चा पर चड्यो हुयो चल्यो आस हइ.” \p \v 16 ओका सेवक या बातहोन पैयले नी समझ्या था. पर जब यीशु की महिमा प्रगट हुइ, ते उनखे याद आयो, कि या बातहोन ओका बारे मे लिखी हुइ थी. अरु दुन्याहोन ने ओकासे यो प्रकार को व्यव्हार कर्यो थो. \p \v 17 तब गर्दी का दुन्याहोन ने जो उ टेम ओका साथ था या गवइ दी कि ओने लाजर खे कब्र मे से बुलैइ खे, मऱ्या हुया मे से जिन्दो थो. \v 18 यो कारण इन्सानहोन ओकासे दान करण खे आया था क्युकी उनने सुन्यो थो, कि ओने यो आश्चर्यकर्म दिखायो हइ. \v 19 तब फरीसीहोन ने आपस मे बोल्यो, “सोचनु की तुम इन्सान कुछ नी करी र्‍हा हइ. देखनु, जगत ओका पीछे हुइ चल्यो हइ.” \s यीशु अरु यूनानी \p \v 20 जो इन्सान उ त्योहार मे आराधना करण आया था उनमे से कइ यूनानी था. \v 21 उनने गलील का बैतसैदा का र्‍हेनआला फिलिप्पुस का पास अयखे स्वामी से प्रार्थना करी, “श्रीमान हम यीशु से दान करणो चाहस हइ.” \p \v 22 फिलिप्पुस ने अयखे अन्द्रियास से बोल्यो. तब अन्द्रियास अरु फिलिप्पुस ने यीशु से बोल्यो. \v 23 येका पर यीशु ने उनसे बोल्यो, “ वा टेम अय गइ हइ, कि इन्सान का बेटा कि महिमा हुये. \v 24 मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, कि जब तक गहु का दानो जमीन मे गीरी खे मरी नी जाय, उ एकलो र्‍हेस हइ पर जब मरी जास हइ, ते भोत फल लास हइ. \v 25 जो अपनो जान खे प्रेम जानस हइ, उ ओखे गमइ देस हइ. अरु जो यो जगत मे अपना जान खे अप्रिय जानस हइ. उ अनन्त जिवन का लिये ओकी रक्षा कर्ये. \v 26 अगर कोय मरी सेवा कर्ये ते मरा पीछे अय जा. अरु झा मी हइ व्हा मरो सेवक भी हुये. अगर कोय मरी सेवा कर्ये ते बाप ओको आदर कर्ये. \s अपना मरना का बारे मे भविष्यद्वाणी \p \v 27 “अब मरी आत्मा अरु मन से व्याकुल हइ, येका लिए अब मी का बोलु ‘हे बाप का मेखे या टेम से बचा?’ पर मी यो करण से तो मी ह्यातक पहुच्योस हइ. \v 28 हे बाप अपना नाम की महिमा कर,” \p तब या आकाशवाणी हुइ, “मेने ओकी महीमा करी हइ, अरु फिर भी कर्‍यु.” \p \v 29 तब जो इन्सान खडा हुया सुनी र्‍हा था, उनने बोल्यो. कि बद्दल गरज्यो का दुसरा ने बोल्यो, “कोय स्वर्गदूत ओकासे बोल्हे.” \p \v 30 येका पर यीशु ने बोल्यो का “यो आवाज मरा लिये नी पर तुमारा लिये आयो हइ. \v 31 अब यो जगत को न्याय होस हइ, अब यो जगत को मुखियो नीकाली दियो जाये. \v 32 अरु मी अगर पृथ्वी पर से उचो पर चढायो जाये ते सब खे अपना पास खीच्यु.” \v 33 असो बोलीखे ओने यो प्रगट करी दियो, कि उ कसी मृत्यु से मर्ये. \p \v 34 येका पर दुन्याहोन ने ओकासे बोल्यो, “हमने व्यवस्था की या बात सुनइ हइ, कि मसीह कभी भी र्‍हिये का फिर तू का बोलस हइ, कि इन्सान का बेटा खे उचा पर चडायो जानो जरुरत हइ? यो इन्सान को बेटो कोन हइ?” \p \v 35 यीशु ने उनसे बोल्यो, “ज्योति अब थोड़ी देर तक तुमारा बीच मे हइ, जब तक ज्योति तुमारा साथ हइ तब तक चल्यो चलनु. असो नी हो कि अधारो तुमखे अय घेर्‍यो. जो अंधारा मे चलस हइ उ नी जाने कि किधर जास हइ \v 36 जब तक ज्योति तुमारा साथ हइ, ज्योति पर विश्वास करणु कि तुम ज्योति का सन्तान बननु” या बातहोन बोलीखे यीशु चली गयो अरु उनसे लुक्यो र्‍हियो. \s भविष्यवाणिहोन को पूरो होनो \p \v 37 अरु ओने उनका सामने इत्ता चिन्ह दिखाया, ते भी उनने ओका पर विश्वास नी कर्यो. \v 38 ताकि यशायाह भविष्यव्दक्ता को वचन पूरो हुये जो ओने बोल्यो: \q1 “हे प्रभु, हमारा समाचार पर कोय ने विश्वास कर्यो हइ? \q2 अरु प्रभु को बाहुबल को पर प्रकट हुयो?” \p \v 39 यो कारण वे विश्वास नी करी सक्या, क्युकी यशायाह ने यो भी बोल्यो हइ \q1 \v 40 “ओने उनकी आख अंधी, \q2 अरु उनको मन कठोर कर्यो हइ. \q1 कही असो नी हो, कि आखहोन से देख्ये का \q2 अरु मन से समझ्येका \q2 अरु फिर्ये, अरु मी उनखे अच्छो कर्यु.” \p \v 41 यशायाह ने या बातहोन येका लिए बोली, कि ओने ओकी महिमा देखी. अरु ओने ओका बारे मे बातहोन करी. \v 42 ते भी मुखियोहोन मे से भी भोत जन ने ओका पर विश्वास कर्यो, पर फरीसीहोन का कारण प्रगट मे नी मानता था, असो नी हो कि आराधनालय मे से नीकाली जाये \v 43 क्युकी इन्सानहोन की प्रशसा उनखे परमेश्वर की प्रशसा से जादा प्रिय लगती थी. \s उजाला मे चलनो \p \v 44 यीशु ने पुकारी खे बोल्यो, “जो मरा पर विश्वास करस हइ, उ मरा पर नी, क्युकी मरा भेजनआला पर विश्वास करस हइ. \v 45 अरु जो मेखे देखस हइ, उ मरा भेजनआला खे देखस हइ. \v 46 मी जगत मे उजालो हुइखे आयो हइ ताकि जो कोय मरा पर विश्वास कर्येका उ अंधारा मे नी र्‍हे. \v 47 अगर कोय मरी बातहोन सुनीखे नी माने, ते मी ओखे दोषी नी ठैरास, क्युकी मी जगत खे दोषी ठैरान का लिये नी, पर जगत को उध्दार करण का लिये आयो हइ. \v 48 जो मेखे तुच्छ जानस हइ अरु मरी बातहोन खे अपनाय नी ओखे दोषी ठैरानआला तो एक हइ यानेकी जो वचन मेने बोल्यो हइ, उ अन्नत दिन मे ओखे दोषी ठैइराये. \v 49 क्युकी मेने अपना तरफ से बातहोन नी करी, पर बाप जेने मेखे भेज्यो हइ ओ ने मेखे आज्ञा दी हइ, कि का का बोलु अरु का का बतवु? \v 50 अरु मी जानुस हइ, कि ओकी आज्ञा अनन्त जिवन हइ येका लिए मी जो बोलुस हइ, उ जसो बाप ने मरासे बोल्यो हइ ओसो मी बोलस हइ.” \c 13 \s प्रभु भोज \p \v 1 फसह को त्योहार से पैयले जब यीशु ने जानी लियो, कि मरी वा टेम अय पहुची हइ कि जगत छोडी खे बाप का पास जायु ते अपना दुन्याहोन से जो जगत मे था, जसो प्रेम उ रखेतो थो, अन्नत तक ओसो मे प्रेम रखेतो र्‍हिये. \v 2 अरु जब सैतान शमौन को बेटो यहूदा इस्करियोती का मन मे यो डाली चुक्यो थो, कि ओखे पकडनो हइ ते खाना का टेम मे. \v 3 यीशु ने यो जानीखे कि बाप ने सब कुछ ओका हात मे करी दियो हइ अरु मी परमेश्वर का पास से आयो हइ, अरु परमेश्‍वर का पास जउस हइ. \v 4 खाना पर से उठीखे अपना कपडा उतारी दिया, अरु डुप्पटा लीखे अपनी कम्मर बाधी. \v 5 तब बर्तन मे पानी भरीखे सेवक होन का पाय धोनो अरु जो डुप्पटा से ओकी कम्मर बधी थी ओका से पोछन लग्यो. \v 6 जब उ शमौन पतरस का पास आयो तब ओने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, का तू मरा पाय धोस हइ?” \p \v 7 यीशु ने ओखे जवाब दियो, “जो मी करुस हइ, तू अभी नी जानु, पर येका बाद समझ्ये.” \p \v 8 पतरस ने ओकासे बोल्यो, “तू मरा पाय कभी नी धोय पाये!” \p यो सुनीखे यीशु ने ओकासे बोल्ये “अगर मी तोखे नी धोयु, ते मरा साथ तरा कुछ भी भाग नी” \p \v 9 शमौन पतरस ने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु ते मरा पाय ही नी क्युकी हात अरु माथो भी धोइ दे.” \p \v 10 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “जो नैइ चुक्यो हइ, ओका पाय सिवा अरु कुछ धोना को प्रयोजन नी. पर उ बिलकुल अच्छो हइ अरु तुम अच्छो हुये. पर सब का सब नी.” \v 11 उ ते अपना पकडनआला खे जानतो थो येका लिए ओने बोल्यो, “तुम सब का सब अच्छो नी.” \p \v 12 जब उ उनका पाय धो चुक्यो अरु अपना कपडा पेनीखे फिर बठी गयो ते उनसे बोलन लग्यो “तुम समझ्या कि मेने तुमारा साथ कर्यो? \v 13 तुम मेखे गुरु अरु प्रभु बोलस हइ, अरु भलो बोलस हइ, क्युकी मी उ आय. \v 14 अगर मेने प्रभु अरु गुरु हुइखे तुमारा पाय धोया. ते तुमखे भी एक दूसरा का पाय धोनो होनु. \v 15 क्युकी मेने तुमखे नमूनो दिखैइ दियो हइ, कि जसो मेने तुमारा साथ कर्यो हइ, तुम भी ओसो ही कर्या करणु. \v 16 मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, सेवक अपना स्वामी से बडो नी. अरु नी भेज्या हुया अपना भेजनआला से. \v 17 तुम तो या बातहोन जानस हइ, अरु अगर उन पर चलनु, ते धन्य हुये. \p \v 18 “मी तुम सब काबारे मे नी बोलस जिन खे मेने चुनी लियो हइ, उनखे मी जानस हइ. पर यो येका लिए हइ, कि पवित्रशास्त्र को यो वचन पूरा हुये, ‘जो मरी रोटी खास हइ ओने मरा पर लात उठैइ.’ \v 19 अब मी ओका होना से पैयले तुमखे बतैइ देउस हइ कि जब हुइ जाये ते तुम विश्वास करणु कि मी उ आय. \v 20 मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलस हय, कि जो मेरा भेजो हुया खे ग्रहण करस हइ, उ मेखे ग्रहण करता हइ, अरु जो मेखे ग्रहण करस हइ, वह मेरे भेजनआला खे ग्रहण करस हइ.” \s विश्वासघात का तरफ इशारो \r (मत्ती 26:20-25; मरकुस 14:17-21; लूका 22:21-23) \p \v 21 या बातहोन बोलीखे यीशु आत्मा मे व्याकुल हुयो अरु या गवइ दी, “मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, कि तुम मे से एक मेखे पकडवाये.” \p \v 22 सेवक होन यो संदेह करता हुया, कि उ को का बारे मे बोलस हइ, एक दूसरा का तरफ देखन लग्या. \v 23 ओका सेवक होन मे से एक जोका से यीशु प्रेम रखेतो थो, यीशु कि छाती का तरफ झुक्यो हुयो बठौ थो. \v 24 तब शमौन पतरस ने ओका तरफ हिसारो करीखे पूछ्यो, “बता तो, उ को का बारे मे बोलस हइ?” \p \v 25 तब ओने वा तरह यीशु की छाती का तरफ झुकीखे पूछ्यो, “हे प्रभु, उ कोन हइ?” यीशु ने जवाब दियो, “जेखे मी या रोटी को टुकडो डुबैइ खे दियु, उ हइ.” \p \v 26 यीशु ने उत्तर दियो अरु ओने टुकडो डुबैइ खे शमौन को बेटो यहूदा इस्करियोती खे दियो. \v 27 अरु टुकडो लेते मे सैतान ओमे समैयी गयो तब यीशु ने ओकासे बोल्यो, “जो तू करणआलो हइ, जल्दी कर.” \v 28 पर बठनआलाहोन मे से कोय ने नी जान्यो कि ओने या बात ओकासे काय का लिये बोली. \v 29 यहूदा का पास थैली र्‍हेती थी, येका लिए कोइ-कोय ने समझ्यो, कि यीशु ओकासे बोलस हइ, कि जो कुछ हमखे तिवार का लिये होनु उ मोल ले, या यो कि गरीबहोन खे कुछ दे. \p \v 30 तब उ टुकडो लीखे जल्दी बाहेर चली गयो, अरु रात को टेम थो. \s एक नइ आज्ञा \p \v 31 जब उ बाहेर चली गयो ते यीशु ने बोल्यो, “आब इन्सान का बेटा की महिमा हुइ, अरु परमेश्वर की महिमा ओमे हुय. \v 32 अरु परमेश्वर भी अपना मे ओकी महिमा कर्ये क्युकी झल्दी कर्ये. \v 33 हे बच्चाहोन, मी अरु थोड़ी देर तुमारा पास हइ फिर तुम मेखे ढूढ्येका अरु जसो मेने यहूदीयाहोन से बोल्यो, ‘झा मी जउस हइ, व्हा तुम नी अय सक्ये ओसो ही मी अब तुम से भी बोलुस हइ.’ \v 34 मी तुमखे एक नइ आज्ञा देउस हइ, कि एक दूसरा से प्रेम रखनु जसो मेने तुम से प्रेम रख्यो हइ, ओसो मे तुम भी एक दूसरा से प्रेम रखनु. \v 35 अगर आपस मे प्रेम रख्ये ते येका से सब जान्ये कि तुम मरा सेवक हइ.” \s यीशु द्वारा पतरस को इनकासर की भविष्यद्वाणी \r (मत्ती 26:31-35; मरकुस 14:27-31; लूका 22:31-34) \p \v 36 शमौन पतरस ने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, तू खा जास हइ?” \p यीशु ने जवाब दियो, “झा मी जउस हइ, व्हा तू अब मरा पीछे अय नी सक्ये. पर येका बाद मरा पीछे आह्ये.” \p \v 37 पतरस ने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, अभी मी तरा पीछे क्यु नी अय सक्ये? मी तरा लिये अपनो जान दियु.” \p \v 38 यीशु ने जवाब दियो “तू मरा लिये अपनो जान दिये? मी तरा से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ कि मुर्गा बांग नी दिये जब तक तू तीन बार मरो इनकार नी करी लिये. \c 14 \s यीशु का अपना चेलहोन खे धिरज देनो \p \v 1 “तुम्हारो मन व्याकुल न हुये, तुम परमेश्वर पर विश्वास रखस हइ मरा पर भी विश्वास रखनु. \v 2 मरा बाप का घर मे भोत सी र्‍हेन कि जगा हइ, अगर नी होती ते मी तुम से बोली देतो क्युकी मी तुमारा लिये जगा तैयार करण जउस हइ. \v 3 अरु अगर मी जैइखे तुमारा लिये जगा तैयार कर्यु, ते फिर अयखे तुमखे अपना ह्या ली जायू, कि झा मी र्‍हियु व्हा तुम भी र्‍हेनु. \v 4 अरु झा मी जउस हइ तुम व्हा कि रस्ता जानस हइ.” \p \v 5 थोमा ने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, हम नी जाने कि तू खा जास हइ. ते रस्ता कसा जान्ये?” \p \v 6 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “रस्ता अरु सच्ची अरु जिवन मी ही हइ. बिना मरा वजेसे कोय बाप का पास नी पहुचे सक्ये. \v 7 अगर तुम ने मेखे जान्यो होतो, ते मरा बाप खे भी जानता, अरु अब ओखे जानस हइ, अरु ओखे देख्यो भी हइ.” \p \v 8 फिलिप्पुस ने ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, बाप खे हमखे दिख्यै दे योही हमारा लिये भोत हइ.” \p \v 9 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “हे फिलिप्पुस, मी येत्ता दिन से तुमारा साथ हइ, अरु का तू मेखे नी जाने? जे ने मेखे देख्यो हइ ओने बाप खे देख्यो हइ तू का बोलस हइ कि बाप खे हमखे दिखा? \v 10 का तू विश्वास नी कर्‍हे, कि मी बाप मे हइ, अरु बाप मरा मे हइ? या बातहोन जो मी तुम से बोलस हइ, अपना तरफ से नी बोलु, पर बाप मरा मे र्‍हिखे अपनो काम करस हइ. \v 11 मरो ही विश्वास करणु, कि मी बाप मे हइ. अरु बाप मरा मे हइ. नी ते कामहोन का कारण मरो विश्वास करणु. \p \v 12 “मी तुम से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, कि जो मरा पर विश्वास रखस हइ, ये काम जो मी करस हइ उ भी कर्ये, क्युकी इनसे भी बडा काम कर्ये, क्युकी मी बाप का पास जउस हइ. \v 13 अरु जो कुछ तुम मरा नाम से माग्ये, उ मी कर्यु कि बेटा का वजेसे बाप की महिमा हुये. \v 14 अगर तुम मरासे मरा नाम से कुछ माग्ये, ते मी ओखे कर्यु. \s पवित्र आत्मा की प्रतीज्ञा \p \v 15 “अगर तुम मरासे प्रेम रखस हइ, ते मरी आज्ञाहोन खे मान्ये. \v 16 अरु मी बाप से प्रार्थना कर्यु, अरु उ तुमखे एक अरु मदत करी दिह्ये, कि उ कभी भी तुमारा साथ र्‍हिये. \v 17 यानेकी सच्चीइ की आत्मा खे जेखे जगत ग्रहण नी करी सक्ये, क्युकी उ नी ओखे देखस हइ अरु नी ओखे जानस हइ तुम ओखे जानस हइ, क्युकी उ तुमारा साथ र्हेस हइ, अरु उ तुम मे हुये. \p \v 18 “मी तुमखे अनाथ नी छोड्यु, मी तुमारा पास वापस अउस हइ. \v 19 अरु थोड़ी देर र्‍हि गइ हइ कि जगत मेखे नी देख्ये, पर तुम मेखे देख्ये, येकालिये कि मी जिन्दो हइ, तुम भी जिन्दो र्हिये. \v 20 उ दिन तुम जान्ये, कि मी अपना बाप मे हइ, अरु तुम मरा मे, अरु मी तुम मे. \p \v 21 “जेका पास मरी आज्ञा हइ, अरु उ उनखे मानस हइ, उ मरासे प्रेम रखस हइ, अरु जो मरासे प्रेम रखस हइ, ओकासे मरो बाप प्रेम रख्ये, अरु मी ओकासे प्रेम रख्यु, अरु अपना आप खे ओका पर प्रगट कर्‍यु.” \p \v 22 उ यहूदा ने जो इस्करियोती नी थो, ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु, का हुयो कि तू अपना आप खे हम पर प्रगट करणो चाहस हइ, अरु जगत पर नी?” \p \v 23 यीशु ने ओखे जवाब दियो, “अगर कोय मरासे प्रेम रख्ये, ते उ मरो वचन खे मान्ये, अरु मरो बाप ओकासे प्रेम रख्ये, अरु हम ओका पास आह्ये, अरु ओका साथ वास कर्ये. \v 24 जो मरासे प्रेम नी रख्ये, उ मरो वचन नी माने, अरु जो वचन तुम सुनस हइ, उ मरो नी क्युकी बाप को हइ, जे ने मेखे भेज्यो. \p \v 25 “या बातहोन मेने तुमारा साथ र्‍हेता हुये तुम से बोली. \v 26 पर मदतगार यानेकी पवित्र आत्मा जेखे बाप मरा नाम से भेज्ये, उ तुमखे सब बातहोन सिखाये, अरु जो कुछ मेने तुम से बोल्यो हइ, उ सब तुमखे याद कराये.” \p \v 27 मी तुमखे शांती दिखे जउस हइ, अपनी शांती तुमखे देउस हइ. जसो जगत देस हइ, मी तुमखे नी देउ तुमारो मन नी घबराये अरु नी डरनु. \v 28 तुम ने सुन्यो कि मेने तुम से बोल्यो, मी जउस हइ अरु तुमारा पास फिर अउस हइ. अगर तुम मरासे प्रेम रख्ये. ते या बात से खुश हुये, कि मी बाप का पास जउस हइ क्युकी बाप मरा से बडो हइ. \v 29 अरु मेने अब येका होना से पैयले तुम से बोली दियो हइ, कि जब उ हुये जाये, ते तुम विश्वास करणू. \v 30 मी अब से तुमारा साथ अरु भोत बातहोन कर्यु क्युकी यो जगत को मुखियो आस हइ, अरु मरा पर ओको कुछ अधिकार नी. \v 31 पर यो येकालिये होस हइ कि जगत जान्ये कि मी बाप से प्रेम रखुस हइ, अरु जो तरह बाप ने मेखे आज्ञा दी, मी ओसो ही करुस हइ, \p उठी खे ह्या से चल. \c 15 \s यीशु सच्ची अंगूर कि बेल \p \v 1 सच्ची अंगूर कि बेल मी हइ. अरु मरो बाप किसान हइ. \v 2 जो डाली मरा मे हइ, अरु नी फले, ओखे उ काटी डालस हइ, अरु जो फलस हइ, ओखे उ छाटस हइ ताकि जादा फल्ये. \v 3 तुम तो उ वचनकरण जो मेने तुम से बोल्यो हइ, अच्छो हुये. \v 4 तुम मरा मे बन्या र्‍हेनु, अरु मी तुम मे जसी डाली अगर अंगूर कि बेल मे बनी नी ऱ्हिये ते अपना आप से नी फली सक्ये ओसो ही तुम भी अगर मरा मे बन्या नी र्‍हिये ते नी फली सक्ये. \p \v 5 मी अंगूर कि बेल हइ तुम डालीहोन हइ. जो मरा मे बन्यो र्‍हेस हइ, अरु मी ओमे, उ भोत फल फलस हइ, क्युकी मरासे अलग हुइखे तुम कुछ भी नी करी सक्ये. \v 6 अगर कोय मरा मे बन्यो नी र्हियेका ते वा डाली का जसा फेकी दियो जास, अरु सूखी जास हइ. अरु इन्सान उनखे बटोरीखे अंगार मे फेकी देस हइ, अरु वे जली जास हइ. \v 7 अगर तुम मरा मे बन्या र्‍हिये अरु मरी बातहोन तुम मे बनी र्‍हिये ते जो चाह्ये मागनू अरु उ तुमारा लिये हुइ जाये. \v 8 मरा बाप की महिमा येमे से होस हइ, कि तुम भोत सो फल लानु, तब तुम मरा सेवक ठैइऱ्यो. \v 9 जसो बाप ने मरासे प्रेम रख्यो, ओसो मेने तुम से प्रेम रख्यो, मरा प्रेम मे बन्या र्‍हिये. \v 10 अगर तुम मरी आज्ञाहोन खे मान्ये का ते मरा प्रेम मे बन्या र्हिये जसा कि मेने अपना बाप की आज्ञाहोन खे मान्यो हइ, अरु ओका प्रेम मे बन्यो र्‍हेस हइ. \p \v 11 मेने या बातहोन तुम से येका लिये बोली हइ, कि मरो आनन्द तुम मे बन्यो र्‍हिये अरु तुमारो आनन्द पूरा हुइ जाये. \p \v 12 मरी आज्ञा या हइ, कि जसो मेने तुम से प्रेम रख्यो, ओसो ही तुम भी एक दूसरा से प्रेम रखनु. \v 13 येका से बडो प्रेम कोय को नी, कि कोय अपना दोस्तहोन का लिये अपनो जान देनु. \v 14 जो कुछ मी तुमखे आज्ञा देउस हइ, अगर ओखे करणु, ते तुम मरा दोस्त हुये. \v 15 अब से मी तुमखे दास नी बोल्यु, क्युकी सेवक नी जाने, कि ओको स्वामी का करस हइ पर मेने तुमखे दोस्त बोल्यो हइ, क्युकी मेने जो बातहोन अपना बाप से सुनी, वे सब तुमखे बतैइ दी. \v 16 तुम ने मेखे नी चुन्यो पर मेने तुमखे चुन्यो हइ अरु तुमखे ठैइरायो ताकि तुम जैइखे फल लानु. अरु तुमारो फल बन्यो र्‍हिये कि तुम मरा नाम से जो कुछ बाप से माग्ये उ तुमखे दिये. \v 17 या बातहोन की आज्ञा मी तुमखे येका लिये देउस हइ, कि तुम एक दूसरा से प्रेम रखनु. \s जगत से सताव \p \v 18 “अगर जगत तुम से बैर रखस हइ, ते तुम जानस हइ, कि ओने तुम से पैयले मरासे भी बैर रख्यो. \v 19 अगर तुम जगत का होस, ते जगत अपना से प्रेम रखेतो, पर यो कारण कि तुम जगत, नी क्युकी मेने तुमखे जगत मे से चुनी लियो हइ. येका लिये जगत तुम से बैर रखस हइ. \v 20 जो बात मेने तुम से बोली थी, ‘सेवक अपना स्वामी से बडो नी होय.’ ओखे याद रखनु अगर उनने मेखे सतायो, ते तुमखे भी सताये. अगर उनने मरी बात मानी, ते तुमारी भी मान्ये. \v 21 पर यो सब कुछ वे मरा नामकरण तुमारा साथ कर्ये क्युकी वे मरा भेजनआला खे जाने. \v 22 अगर मी नी आतो अरु उनसे बातहोन नी करतो, ते वे पापी नी रोखता था पर अब उनके उनका पाप का लिये कोय बहानो नी. \v 23 जो मरासे बैर रखस हइ, उ मरा बाप से भी बैर रखस हइ. \v 24 अगर मी उनमे वे काम नी करतो, जो दुसरा कोय ने नी कर्या ते वे पापी नी ठैइरता, पर अब तो उनने मेखे अरु मरा बाप दोइ खे देख्यो, अरु दोइ से बैर कर्यो. \v 25 अरु येका लिये हुयो, कि उ वचन पूरा हो, जो उनकी व्यवस्था मे लिख्यो हइ, ‘उनने मरासे बेकार बैर कर्यो.’ \p \v 26 “पर जब उ मदतगार अये जेखे मी तुमारा पास बाप का तरफ से भेजु, मंनजे सच्ची की आत्मा जो बाप, तरफ से नीकलस हइ, ते वा मरी गवइ दिये. \v 27 अरु तुम भी गवइ होनु क्युकी तुम सुरुवात से मरा साथ हइ. \c 16 \p \v 1 “या बातहोन मेने तुम से, येका लिए बोली कि तुम ठोकर नी खानू. \v 2 वे तुमखे आराधनालयहोन मे से नीकाली दिये क्युकी उ टेम आस हइ, कि जो कोय तुमखे मारी डाल्ये यो समझ्ये कि मी परमेश्वर की सेवा करुस हइ. \v 3 अरु येका लिए कर्ये कि उनने नी बाप खे जान्यो हइ अरु नी मेखे जानस हइ. \v 4 पर या बातहोन मेने येका लिए तुम से बोली, कि जब उनखे पूरो होन को टेम आयो ते तुमखे याद अय जाये कि मेने तुम से पैयले ही बोली दियो थो. \s पवित्र आत्मा को काम \p “मेने सुरुवात मे तुम से या बातहोन येका लिए नी बोली क्युकी मी तुम्हारा साथ थो. \v 5 अब मी अपना भेजन आला का पास जउस हइ अरु तुम मे से कोय मरासे नी पुछे, तू खा जास हइ? \v 6 पर मेने जो या बातहोन तुम से बोली हइ, येका लिए तुमारो मन शोक से भरी गयो. \v 7 फिर भी मी तुम से सच्ची बोलुस हइ, कि मरो जानो तुमारा लिये अच्छा हइ, क्युकी अगर मी नी जाउ, ते उ मदतगार तुमारा पास नी आये का पर अगर मी जाह्यु, ते ओखे तुमारा पास भेजी दिह्यु. \v 8 अरु उ अय खे जगत खे पाप अरु धार्मीकता अरु न्याय का बारे मे नीरुत्तर कर्ये. \v 9 पाप का बारे मे येका लिए कि वे मरा पर विश्वास नी कर्ये. \v 10 अरु धार्मीकता का बारे मे येका लिए कि मी बाप का पास जउस हइ, अरु तुम मेखे फिर नी देख्ये. \v 11 न्याय का बारे मे येका लिए कि जगत को मुखियो दोषी ठैरायो गयो हइ. \p \v 12 “मेखे तुम से अरु भी भोत सी बातहोन बोलनो हइ, पर अभी तुम उनखे सै नी सक्ये. \v 13 पर जब उ मंनजे सचाइ कि आत्मा अये ते तुमखे सब सच्चीइ कि रस्ता बताये क्युकी उ अपना तरफ से नी बोल्ये पर जो कुछ सुन्ये का उ बोल्ये अरु आनआली बातहोन तुमखे बताये. \v 14 उ मरी महिमा कर्ये क्युकी उ मरी बातहोन मे से लीखे तुमखे बताये. \v 15 जो कुछ बाप को हइ, उ सब मरो हइ. येका लिए मेने बोल्यो, कि उ मरी बातहोन मे से लीखे तुमखे बताये. \s दुख खुशी मे बदली जाये \p \v 16 “थोडी देर मे तुम मेखे नी देख्ये, अरु फिर थोडी देर मे मेखे देख्ये.” \p \v 17 तब ओका केत्ता सेवक होन ने आपस मे बोल्यो, यो का हइ, जो उ हम से बोलस हइ, थोडी देर मे तुम मेखे नी देख्ये का अरु फिर थोड़ी देर मे मेखे देख्ये? अरु यो येका लिये कि मी बाप का पास जउस हइ? \v 18 तब उनने बोल्यो कि यो थोड़ी देर जो उ बोलस हइ का बात हइ? हम नी जाने कि का बोलस हइ. \p \v 19 यीशु ने यो जानीखे कि वे मरासे पुछनो चाउस हइ, उनसे बोल्यो तुम आपस मे मरी या बात का बारे मे पुछ-ताछ करस हइ, थोडी देर मे तुम मेखे नी देख्ये का अरु फिर थोड़ी देर मे मेखे देख्ये? \v 20 मी तुम से सच्ची सच्ची बोलुस हइ. कि तुम रोये अरु विलाप कर्ये पर जगत खुशी कर्ये तुमखे दुख हुये कि पर तुमारो दुख खुशी बनी जाये. \v 21 जब बय जन्म देस हइ ते ओखे दुख होस हइ, क्युकी ओको दुख की घडी अय पहुची, पर जब उ बच्चा खे जन्म दि चुकी ते या खुशी से कि जगत मे एक इन्सान उत्पन्न हुयो, वा संकट खे फिर याद नी कर्ये. \v 22 अरु तुमखे भी अब तो दुख हइ, पर मी तुम से फिर मील्यु अरु तुमारा मन मे खुशी हुये. अरु तुमारी खुशी कोय तुम से छुडय नी लीये. \p \v 23 “उ दिन तुम मरासे कुछ नी पुछ्ये. मी तुम से सच्ची सच्ची बोलुस हइ, अगर बाप से कुछ माग्ये का ते उ मरा नाम से तुमखे दिये. \v 24 अब तक तुम ने मरा नाम से कुछ नी माग्यो. माग्ये ते मील्हे जब कि तुमारी खुशी पूरी हुइ जाये. \s जगत पर विजय \p \v 25 “मेने या बातहो न तुम से बुरीआत्माहोन मे बोली हइ, पर उ टेम आस हइ, कि मी तुम से बुरीआत्माहोन मे अरु फिर नी कर्यु पर खोलीखे तुमखे बाप का बारे मे बतायु. \v 26 उ दिन तुम मरा नाम से माग्ये, अरु मी तुम से यो नी बोलु, कि मी तुमारा लिये बाप से प्रार्थना कर्यु. \v 27 क्युकी बाप तो खुद मे तुम से प्रेम रखस हइ, येका लिए कि तुम ने मरा से प्रेम रख्यो हइ, अरु यो भी विश्वास कर्यो, कि मी बाप का तरफ से आयो. \v 28 मी बाप का तरफ से जगत मे आयो हइ, फिर जगत खे छोडी खे बाप का पास वापस जउस हइ.” \p \v 29 ओका सेवक होन ने बोल्यो, “देख, अब तो तू खुली खे बोलस हइ, कोय दृष्‍टान्‍त नी बोले. \v 30 आब हम जानी गया, कि तू सब कुछ जानस हइ, अरु जरुरत नी की कोय तरा से सवाल कर्ये येका से हम विश्वास करस हइ, कि तू परमेश्वर का तरफ से आयो हइ” \p \v 31 यो सुनी खे यीशु ने उनसे बोल्यो “का तुम आब विश्वास करस हइ? \v 32 देखनु, वा घडी आस हइ क्युकी अय पहुची कि तुम सब इदर उदर हुइखे अपना-अपना रस्ता लिये अरु मेखे अयखेलो छोड दिये फिर भी मी एकलो नी क्युकी बाप मरा साथ हइ. \v 33 मेने या बातहोन तुम से येका लिए बोली हइ, कि तुमखे मरा मे शांती मीले. जगत मे तुमखे दुख होस हइ, पर हिम्मत बाधनु, मेने जगत खे जीती लियो हइ.” \c 17 \s यीशु की खुद का लिये प्रार्थना \p \v 1 यीशु ने या बातहोन बोली अरु अपनी आखहोन बद्दल का तरफ उठैइखे बोल्यो, “हे बाप, वा घडी अय पहुची, अपना बेटा की महिमा कर, कि बेटो भी तरी महिमा कर्ये \v 2 क्युकी तोने ओखे सब जनवरहोन पर अधिकार दियो, कि जिन खे तोने ओखे दियो हइ, उन सब खे उ अनन्त जिवन दे. \v 3 अरु अनन्त जिवन यो हइ, कि वे तोखे एकी सच्ची परमेश्वर खे अरु यीशु मसीह खे, जेखे तोने भेज्यो हइ, जाने. \v 4 जो काम तोने मेखे करण खे दियो थो, ओखे पूरो करीखे मेने पृथ्वी पर तरी महिमा करी हइ. \v 5 अरु अब हे बाप, तू अपना साथ मरी महिमा कर जो जगत की सृष्टि पैयले, मरा तरा साथ थी. \p \v 6 “मेने तरो नाम वे इन्सानहोन पर प्रगट कर्यो जिन खे तोने जगत मे से मेखे दियो वे तरा था अरु तोने उनने मेखे दियो अरु उनने तरा वचन खे मानी लियो हइ. \v 7 अब वे जानी गया हइ, कि जो कुछ तोने मेखे दियो हइ, सब तरा तरफ से हइ. \v 8 क्युकी जो बातहोन तोने मेखे पहुचैइ दी, मेने उनखे पहुचैइ दि अरु उनने उनखे ग्रहण कर्यो अरु सच्ची सच्ची जानी लियो हइ, कि मी तरा तरफ से आयो हइ, अरु यो विश्वास कर्यो हइ की तोने ही मेखे भेज्यो. \p \v 9 “मी उनका लिये प्रार्थना करुस हइ, जगत का लिये प्रार्थना नी करुस हइ पर उन्ही का लिये जिन खे तोने मेखे दियो हइ, क्युकी वे तरा हइ. \v 10 अरु जो कुछ मरो हइ उ सब तरो हइ. अरु जो तरो हइ उ मरो हइ. अरु इनसे मरी महिमा प्रगट हुय हइ. \v 11 मी अब जगत मे नी र्‍हियु, पर ये जगत मे ऱ्‍हियेका अरु मी तरा पास अउस हइ. हे पवित्र बाप, अपना उ नाम से जो तोने मेखे दियो हइ, उनकी रक्षा कर, कि वे हमारा जसो एक समान हो. \v 12 जब मी उनका साथ थो, ते मेने तरा उ नाम से, जो तोने मेखे दियो हइ, उनकी रक्षा करी मेने उनकी देख-रेख करी अरु विनाश का बेटा खे छोड उनमे से कोय नाश नी हुयो, येका लिए कि पवित्रशास्त्र की बात पूरी हुये. \v 13 पर आब मी तरा पास अउस हइ, अरु या बातहोन जगत मे बोलुस हइ, कि वे मरी खुशी अपना मे पूरा पाये. \v 14 मेने तरो वचन उनखे पहुचैइ दियो हइ, अरु जगत ने उनसे बैर कर्यो, क्युकी जसो मी जगत को नी, ओसो ही वे भी जगत का नी. \v 15 मी या प्रार्थना नी करु, कि तुम उनखे जगत से उठै ले, पर यो कि तुम उनखे उ दुष्ट से बचैइ रख. \v 16 जसो मी जगत को नी, ओसो ही वे भी जगत नी. \v 17 सच्चाइ का वजेसे उनखे पवित्र कर तरो वचन सच्ची हइ. \v 18 जसो तोने जगत मे मेखे भेज्यो, ओसो मे मेने भी उनखे जगत मे भेज्यो. \v 19 अरु उनका लिये मी अपना आप खे पवित्र करुस हइ ताकि वे भी सच्चाइ का वजेसे पवित्र कर्या जाये. \p \v 20 “मी फक्त इन का लिये प्रार्थना नी करु, पर उनका लिये भी जो इन, वचन खे वजेसे मरा पर विश्वास कर्ये \v 21 कि वे सब एक हो. जसो तू हे बाप मरा मे हइ, अरु मी तरा मे हइ, ओसो ही वे भी हम मे हुये खे येका लिए कि जगत विश्वास कर्ये का कि तोने ही ने मेखे भेज्यो. \v 22 अरु वा महिमा जो तोने मेखे दी, मेने उनखे दी हइ कि वे असो ही एक हो जसा कि हम एक हइ. \v 23 मी उनमे अरु तू मरा मे कि वे सिद्ध हुइखे एक हुय जाये अरु जगत जान कि तोने मेखे भेज्यो, अरु जसो तोने मरासे प्रेम रख्यो, ओसो ही उनसे प्रेम रख्यो. \p \v 24 “हे बाप, मी चाहुस हइ कि जिन खे तोने मेखे दियो हइ, झा मी हइ, व्हा वे भी मरा साथ हो कि वे मरी वा महिमा खे देख्ये जो तोने मेखे दी हइ, क्युकी तोने जगत की उत्पत्ति से पैयले मरासे प्रेम रख्यो. \v 25 हे धर्मी बाप, जगत ने मेखे नी जान्यो, पर मेने तोखे जान्यो अरु येने भी जान्यो कि तोने ही मेखे भेज्यो. \v 26 अरु मेने तरो नाम उनखे बतायो अरु बतातो र्‍हियु कि जो प्रेम तोखे मरासे थो, उ उनमे र्‍हिये अरु मी उनमे र्‍हियु.” \c 18 \s बगीचा मे यीशु को पकडायो जानो \r (मत्ती 26:47-56; मरकुस 14:43-50; लूका 22:47-53) \p \v 1 यीशु या बातहोन बोलीखे अपना सेवक होन का साथ किद्रोन का नाला का पार गयो, व्हा एक बारी थी, जोमे उ अरु ओका सेवक गया. \v 2 अरु ओको पकडनआलो यहूदा भी वा जगा जानतो थो, क्युकी यीशु अपना सेवक होन का साथ व्हा जाया करतो थो. \v 3 तब यहूदा सैना-दल का अरु प्रधान याजकहोन अरु फरीसीहोन का तरफ से सेवकहोन खे लीखे दीयाहोन अरु मशालहोन अरु हथियारहोन खे लिया हुया व्हा आयो. \v 4 तब यीशु वे सब बातहोन खे जो ओका पर आनआली थी, जानीखे नीकल्यो, अरु उनसे बोलन लग्यो, “कोखे ढूढस हइ?” \p \v 5 उनने ओखे जवाब दियो, “यीशु नासरी खे” \p यीशु ने उनसे बोल्यो, “मी आय” \p अरु ओको पकडनआलो यहूदा भी उनका साथ खडो थो. \p \v 6 ओखे यो बोलतो ही, “मी आय,” वे पीछे हटीखे जमीन पर गिर पड्या. \v 7 तब ओने फिर उनसे पूछ्यो, \p “तुम को खे ढूढस हइ” वे बोल्या, “यीशु नासरी खे.” \p \v 8 यीशु ने जवाब दियो, “मी तो तुम से बोल चुक्यो हइ कि मी आय, अगर मेखे ढूढस हइ ते इनखे जान दे.” \v 9 यो येका लिए हुयो, कि यो वचन पूरो हुये, जो ओने बोल्यो थो “जिन खे तोने मेखे दियो, उनमे से मेने एक खे भी नी खोयो.” \p \v 10 शमौन पतरस ने तलवार, जो ओका पास थी, खीची अरु महायाजक का सेवक पर चलखे, ओको दाहिनो कान काटी दियो, उ दास को नाम मलखुस थो. \v 11 तब यीशु ने पतरस से बोल्यो, “अपनी तलवार मयान मे रख जो कटोरो बाप ने मेखे दियो हइ, का मी ओखे नी पीयु?” \s हन्ना का सामने यीशु \p \v 12 तब सेवकहोन अरु उनका सुबेदार अरु यहूदीयाहोन का सेवकहोन ने यीशु खे पकडैखे बाधी लियो, \v 13 अरु पैयले ओखे हन्ना का पास ली गया क्युकी उ ओखे साल को महायाजक कैफा को सुसरो थो. \v 14 यो उ कैफा थो, जेने यहूदीयाहोन खे सलाह दी थी कि हमारा दुन्याहोन का लिये एक इन्सान को मरनु अच्छो हइ. \s पतरस को यीशु खे पहचानना से इनकार \r (मत्ती 26:69,70; मरकुस 14:66-68; लूका 22:55-57) \p \v 15 शमौन पतरस अरु एक अरु चेलो भी यीशु का पीछे अय गा यो चेलो महायाजक को जाना पैछान्यो थो अरु यीशु का साथ महायाजक का अंगन मे गयो. \v 16 पर पतरस बाहेर दरवाजा पर खडो र्‍हियो, तब उ दूसरो चेलो जो महायाजक को जान्यो पहचान्यो थो, बाहेर नीकल्यो, अरु चौकीदार से बोलीखे पतरस खे अंदर ली आयो. \v 17 वा दासी ने जो चौकीदार थी, पतरस से बोल्यो “तू भी यो इन्सान का सेवक होन मे से हइ?” \p ओने बोल्यो, “मी नी आय.” \p \v 18 दास अरु सेवक ठडकारण कोयला जलय खे अंगार तापी र्‍हा था अरु पतरस भी उनका साथ खडो अंगार तापी र्‍हो थो. \s महायाजक का सामने यीशु \r (मत्ती 26:59-66; मरकुस 14:55-64; लूका 22:66-71) \p \v 19 तब महायाजक ने यीशु से ओका सेवक होन का बारे मे अरु ओका उपदेस का बारे मे पुछयो. \v 20 यीशु ने ओको जवाब दियो, “मेने जगत से खुली खे बातहोन करी. मेने आराधनालयहोन अरु मन्‍दिर मे झा सब यहूदीया जमा हुया करस हइ सदा उपदेस कर्यो अरु गुप्त मे कुछ भी नी बोल्यो. \v 21 तू मरासे क्यु पूछस हइ? सुनानवाला से पूछ्यो कि मेने उनसे का बोल्यो? देख वे जानस हइ. कि मेने बोल्यो.” \p \v 22 जब ओने यो बोल्यो, तो सेवकहोन मे से एक ने जो पास खडो थो, यीशु खे थप्पड मारीखे बोल्यो, “ का तू महायाजक खे यो प्रकार जवाब देस हइ?” \p \v 23 यीशु ने ओखे जवाब दियो, “अगर मेने बुरो बोल्यो तरे वा बुरोइ पर गवइ दे. पर अगर भलो बोल्यो, तो मेखे क्यु मारस हइ?” \p \v 24 हन्ना ने ओखे बध्यो हुया कैफा महायाजक खे पास भेजी दियो. \s पतरस को यीशु खे पहचानना से फिर से इनकार \r (मत्ती 26:71-75; मरकुस 14:69-72; लूका 22:58-62) \p \v 25 शमौन पतरस खडो हुयो अंगार तापी र्‍हो थो तब उनने ओकासे बोल्यो “ का तू भी ओका सेवक होन मे से हइ?” \p ओने इनकार करीखे बोल्यो, “मी नी आय” \p \v 26 महायाजक का सेवकहोन मे से एक जो ओका कुटुब मे से थो, जोको कान पतरस काटी डाल्यो थो, बोल्यो, “ का मेने तोखे ओका साथ बाडी मे नी देख्यो थो?” \p \v 27 पतरस फिर इनकार करी गयो अरु जल्दी मुर्गा ने बांग दी. \s यीशु खे पिलातुस का सामने लाया जानो \r (मत्ती 27:1,2,11-14; मरकुस 15:1-5; लूका 23:1-5) \p \v 28 अरु वे यीशु खे कैफा का पास से किल्ला मे खे ली गया अरु फजर को टेम थो, पर वे खुद किल्ला का अंदर नी गयो ताकि अशुद्ध नी हुये पर त्योवार खै सखे. \v 29 तब पिलातुस उनका पास बाहेर नीकली आयो अरु बोल्यो, “तुम यो इन्सान पर कोनती बात को इलजाम लगास हइ?” \p \v 30 उनने ओखे जवाब दियो, “अगर उ कुकर्मी नी होतो ते हम ओखे तरा हात नी सौपता.” \p \v 31 पिलातुस ने ओकासे बोल्यो, “तुम मे येखे ली जैइखे अपनी व्यवस्था का जसो ओको न्याय करणु.” यहूदीयाहोन ने ओकासे बोल्यो, “हमखे अधिकार नी कि कोइ कि जान ले.” \v 32 यो येका लिए हुयो, कि यीशु की वा बात पूरी हो जो ओने यो दर्शाता हुये बोली थी, कि ओको मरनो कसो हुये. \p \v 33 तब पिलातुस फिर किल्ला का अंदर गयो अरु यीशु खे बुलैइ खे, ओकासे पूछ्यो “तू यहूदीयाहोन को राजो हइ?” \p \v 34 यीशु ने जवाब दियो, “का तू या बात अपना तरफ से बोलस हइ या दुसरा ने मरा बारे मे तरा से बोली?” \p \v 35 पिलातुस ने जवाब दियो, “मी यहूदीया आय? तरी मे जाति अरु प्रधान याजकहोन ने तोखे मरा हात दियो तोने का कर्यो हइ?” \p \v 36 यीशु ने जवाब दियो, “मरो राज्य यो जगत को नी, अगर मरो राज्य यो जगत को होतो, ते मरा सेवक लडता, कि मी यहूदीयाहोन का हात सोपी नी जातो पर अब मरो राज्य ह्या को नी.” \p \v 37 पिलातुस ने ओकासे बोल्यो, “ते का तू राजा हइ?” \p यीशु ने जवाब दियो, “तू बोलस हइ कि मी राजा आय. मेने येका लिए जन्म लियो, अरु येका लिए जगत मे आयो हइ कि सच्चाइ पर गवइ दे जो कोय सच्चाइ को हइ, उ मरी आवाज सुनस हइ.” 1 यूह. 4:6 \p \v 38 पिलातुस ने ओकासे बोल्यो, “सच्चाइ हइ?” अरु यो बोलीखे उ फिर यहूदीयाहोन का पास नीकली गयो अरु उनसे बोल्यो, \s मरन का दण्ड कि आज्ञा \r (मत्ती 27:15-31; मरकुस 15:6-20; लूका 23:13-25) \p मी तो ओमे कुछ दोष नी होन. \p \v 39 पर तुम्हारी या रीति हइ कि, “मी त्योवारमे तुम्हारा लिये एक इन्सान खे छोडी दियू. ते का तुम चाहस हइ, कि मी तुम्हारा लिये यहूदीयाहोन को राजा का छोडी दियु?” \p \v 40 तब उनने फिर चिलैइ खे बोल्यो, “येखे नी पर हमारा लिये बरअब्बा खे छोडी दे.” अरु बरअब्बा डाकू थो. \c 19 \p \v 1 येका पर पिलातुस ने यीशु खे लिखे कोडा लगवाया. \v 2 अरु सेवकहोन ने काटा को मुकुट गूधिखे ओका माथा रख्यो, अरु ओखे बैगनी कपडा पेनाया, \v 3 अरु ओका पास अयखे बोलन लग्या, “हे यहूदीयाहोन का राजा खे प्रणाम!” अरु ओखे थप्पड मार्यो. \p \v 4 तब पिलातुस ने फिर बाहेर नीकलीखे दुन्याहोन से बोल्यो, “देखनु, मी ओखे तुम्हारा पास फिर बाहेर लउस हइ. ताकि तुम जान्ये कि मी कुछ भी दोष नी मील्हे.” \p \v 5 तब यीशु का काटा को मुकुट अरु बैगनी कपडा परन्या हुया बाहेर नीकल्यो अरु पिलातुस ने उनसे बोल्यो, “देखनु यो इन्सान.” \p \v 6 जब प्रधान याजकहोन अरु सेवकहोन ने ओखे देख्यो ते चिलैइ खे बोल्यो, “ओखे क्रुस पर चडा, क्रुस पर!” पिलातुस ने उनसे बोल्यो, \p “तुम मे ओखे लिखे क्रुस पर चडा. क्युकी मी ओका मे दोष नी पायो.” \p \v 7 यहूदीयाहोन ने ओखे जवाब दियो, “हमारी भी व्यवस्था हइ अरु व्यवस्था का जसो उ मार्यो जान का योग्य हइ क्युकी ओने अपना आप खे परमेश्वर को बेटो बतायो.” \p \v 8 जब पिलातुस ने या बात सुनी ते अरु भी डरी गयो. \v 9 अरु फिर किल्ला का अंदर गयो अरु यीशु से बोल्यो, \p “तू खा को हइ?” पर यीशु ने ओखे कुछ भी जवाब नी दियो. \v 10 पिलातुस ने ओकासे बोल्यो, “मरासे क्यु नी बोले, तू नी जाने कि तोखे छोड़ देन को अधिकार मेखे हइ अरु तोखे क्रुस पर चडान को भी अधिकार हइ.” \p \v 11 यीशु ने जवाब दियो, “अगर तोखे उपर से नी दियो जातो, ते तरो मरा पर कुछ अधिकार नी होतो. येका लिए जेने मेखे तरो हात पकडवायो हइ, ओको पाप जादा हइ.” \p \v 12 येका से पिलातुस ने ओखे छोड़ देनो चायो, पर यहूदीयाहोन ने चिल्लै चिल्लय खे बोल्यो, “अगर तू येखे छोड़ दिये ते तू कैसर को दोस्त नी. जो कोय अपना आप खे राजो बनास हइ उ कैसर को सामनो करस हइ.” \p \v 13 या बातहोन सुनीखे पिलातुस यीशु खे बाहेर लायो अरु वा जगह मे एक चबूत्ररो थो का जो इब्रानी मे “गब्बता” बोलस हइ का अरु न्याय आसन पर बैठ्यो. \v 14 यो त्योवार को तैयारी को दिन थो अरु छे घंटा का नजीकपास थो तब ओने यहूदीहोन से बोल्यो, “देखनु, योही हइ, तुम्हारो राजो!” \p \v 15 पर वे चिल्लाया, ली जा! \p ली जा! ओखे क्रुस पर चढ़ा! पिलातुस ने उनसे बोल्यो “मी तुम्हारो राजा?” \p “खे क्रुस पर चढ़ाउ प्रधान याजकहोन ने जवाब दियो.” \p “कैसर खे छोड़ हमारो अरु कोय राजो नी.” \s क्रुस पर चढायो जानो \r (मत्ती 27:32-44; मरकुस 15:21-32; लूका 23:26-43) \p \v 16 तब ओने ओखे उनका हात सौप दियो ताकि उ क्रुस पर चढायो जाये. \v 17 तब वे यीशु खे ली गया अरु उ अपनो क्रुस उठायो हुया उ जगा तक बाहेर गयो जो “खोपडी कि जगा” बोलस हइ अरु इब्रानी मे “गुलगुता.” \v 18 व्हा उनने ओखे अरु उ ओका साथ अरु दो इन्सानहोन खे क्रुस पर चढायो, एक खे इधर अरु एक खे उधर, अरु बीच मे यीशु खे. \v 19 अरु पिलातुस ने एक दोष चिट्टी लिखीखे क्रुस पर लगै दि अरु ओमे यो लिख्यो हुयो थो, “यीशु नासरी यहूदीयाहोन को राजो.” \v 20 यो दोष चिट्टी भोत यहूदीयाहोन ने पड्यो क्युकी वा जगा झा यीशु क्रुस पर चढायो गयो थो नगर का पास थी अरु चिट्टी इब्रानी अरु लतीनी अरु यूनानी मे लिखी हुइ थी. \v 21 तब यहूदीयाहोन को प्रधान याजकहोन ने पिलातुस से बोल्यो, “यहूदीयाहोन को राजो” मत लिख पर यो कि “ओने बोल्यो, मी यहूदीयाहोन को राजो हइ.” \p \v 22 पिलातुस ने जवाब दियो, “मेने जो लिखी दियो, उ लिखी दियो.” \p \v 23 जब सेवक होन ने यीशु खे क्रुस पर चडा चुक्या, ते ओका कपडा लिखे चार टुकडा कर्या, हर सेवक का लिये एक टुकडो अरु कुर्ता भी लियो, पर कुर्ता बिन सीअन उपर से नीचे तक सियो हुयो थो. \v 24 येका लिए उनने आपस मे बोल्यो, “हम येखे नी फाड्ये पर येका पर चिट्ठी डाल्ये कि उ कोको हुये” यो येका लिए हुयो, \q1 कि पवित्रशास्त्र की बात पूरी हो, \q2 “उनने मरा कपडा आपस मे बाटी लिया अरु मरा कपडा पर चिट्ठी डाली.” \p \v 25 अन्नत सेवकहोन ने असो मे कर्यो, पर यीशु खे क्रुस का पास ओकी माय अरु ओकी माय की भैइन मरियम, क्लोपास की लुगइ अरु मरियम मगदलीनी खड़ी थी. \v 26 यीशु ने अपनी माय अरु ओका सेवक खे जोका से उ प्रेम रखेतो थो पास खडा देखीखे अपनी माय से बोल्यो, “हे बय, देख, यो तरो बेटो आय.” \v 27 तब ओका सेवक से बोल्यो, “या तरी माय आय” अरु उ टेम से उ सेवक ओखे अपना घर ली गया. \s यीशु को मरनो \r (मत्ती 27:45-56; मरकुस 15:33-41; लूका 23:44-49) \p \v 28 येका बाद यीशु ने यो जानीखे कि आब सब कुछ हुइ चुक्यो. येका लिए कि पवित्रशास्त्र की बात पूरी हुये बोल्यो, “मी प्यासो हइ.” \v 29 व्हा एक सिरका से भर्यो हुयो बर्तन धर्यो थो, येका लिए उनने सिरका भिजायो हुया पनसोख्‍ता को जूफा पर रखीखे ओका मुडा से लगायो. \v 30 जब यीशु ने वह सिरकी लि खे बोल्यो, “पूरो हुय” अरु माथो झुखै खे आत्मा छोडी दियो. \s भाला से छेध्यो जानो \p \v 31 अरु येका लिए कि उ तैयारी को दिन थो, यहूदीयाहोन ने पिलातुस से प्रार्थना करीखे कि उनकी टाग तोडी दि जाह्ये अरु वे उतार्ये जाह्ये क्युकी अराम को दिन वे क्रुस पर नी र्‍हिये क्युकी उ अराम को दिन बडो दिन थो. \v 32 येका लिए सेवक होन ने अयखे पहइले की टागहोन तोडी तब दूसरा की भी, जो ओका साथ क्रुसहोन पर चडाया गया था. \v 33 पर जब यीशु का पास देख्यो कि उ मरी चुक्यो हइ, ते ओकी टागहोन नी तोडी. \v 34 पर सेवक होन मे से एक ने ओको पजर बेधा अरु ओमे से जल्दी खुन अरु पानी नीकल्यो. \v 35 जो ने यो देख्यो, ओ ने गवइ दी हइ, अरु ओकी गवइ सच्ची हइ. अरु उ जानस हइ, कि सच्ची बोलस हइ कि तुम भी विश्वास करणु. \v 36 ये बातहोन येका लिए हुइ कि पवित्रशास्त्र की या बात पूरी हुये, “ओकी कोय हड्डी तोडी नी जाये.” \v 37 फिर एक अरु जगा पर यो लिख्यो हइ, “जोका से उनने बेध्यो हइ, ओ पर दृष्टि कर्ये.” \s यूसुफ का कब्र मे यीशु को दफनायो जानो \r (मत्ती 27:45-56; मरकुस 15:33-41; लूका 23:44-49) \p \v 38 या बातहोन का बाद अरिमतियाह का यूसुफ ने, जो यीशु को चेलो थो, पर यहूदीयाहोन का डर से या बात खे लुकायो थो, पिलातुस से प्रार्थना करीखे कि मी यीशु कि लास खे ली जउ, अरु पिलातुस ने ओकी प्रार्थना सुनी, अरु उ अय खे ओको लास ली गयो. \v 39 नीकुदेमुस भी जो पहइले यीशु का पास रात खे गयो थो पचास सेर का लोबान मील्यो हुयो गन्धरस अरु एलवा ली आयो. \v 40 तब उनने यीशु को लास खे लियो अरु यहूदीयाहोन का गाडन की रीति का जसो ओखे गधानवाली चिज का साथ कपडा मे गुड्यो. \v 41 जगा पर झा यीशु क्रुस पर चढायो गयो थो, एक बारी थी. अरु वा बारी मे एक नइ कब्र थी. जोमे कभी कोय नी रख्यो गयो थो. \v 42 अन्नत यहूदीयाहोन की तैयारी का दिन थो, उनने यीशु खे ओ मे रख्यो, क्युकी वा कब्र पास थी. \c 20 \s खाली कब्र \r (मत्ती 28:1-8; मरकुस 16:1-8; लूका 24:1-12) \p \v 1 हप्ता, पैयले दिन मरियम मगदलीनी फजर का अधारो र्‍हेतो मे कब्र पर अय, अरु पत्थर खे कब्र से हट्यो हुयो देख्यो. \v 2 तब वा दौडी अरु शमौन पतरस अरु उ दूसरा सेवक का पास जोका से यीशु प्रेम रखेतो थो अयखे बोल्यो, “वे प्रभु खे कब्र मे से नीकाली ली गया हइ. अरु हम नी जानती, कि ओखे खा रखी दियो हइ.” \p \v 3 तब पतरस अरु उ दूसरो चेलो नीकलीखे कब्र का तरफ चल्यो. \v 4 अरु दोइ साथ-साथ दौडी र्‍हा था, पर दूसरो चेलो पतरस से आगे बडीखे कब्र पर पहइले पहुच्यो. \v 5 अरु झुकीखे कपडा पड्या देख्या ते भी उ अंदर नी गयो. \v 6 तब शमौन पतरस ओका पीछे-पीछे पहुच्यो अरु कब्र का अंदर गयो अरु कपडा पड्या देख्या. \v 7 अरु उ कपडो जो ओका माथा पर बाध्यो हुयो थो कपडा का साथ पडयो हुयो नी पर अलग एक जगा लपेट्यो हुयो देख्यो. \v 8 तब दूसरो चेलो भी जो कब्र पर पैयले पहुच्यो थो, अंदर गयो अरु देखीखे विश्वास कर्यो. \v 9 वे तो अब तक पवित्रशास्त्र की वा बात नी समझता था, कि ओखे मर्या हुया मे से जी उठनो हुये. \v 10 तब ये सेवक अपना घर लौटी गया. \s मरियम मगदलीनी खे दर्शन \r (मत्ती 28:9,10; लूका 16:9-11) \p \v 11 पर मरियम रोती हुइ कब्र का पास मे बाहेर खड़ी थी अरु रोते-रोते कब्र का तरफ झुकीखे, \v 12 दो स्वर्गदूतहोन खे सफात कपडा पेन्या हुया एक खे सिरहाना अरु दूसरा खे पाय का पास बठ्यो देख्यो, झा यीशु की लास पड्‍यो थो. \v 13 उनने ओकासे बोल्यो, “हे बय, तू क्यु रोस हइ?” ओने उनसे बोल्यो, \p “वे मरा प्रभु खे उठै ली गया अरु मी नी जानु कि ओखे खा रख्यो हइ.” \p \v 14 यो बोलीखे वा पीछे फिरी अरु यीशु खे खडो देख्यो अरु नी पहचान्यो कि यो यीशु हइ. \v 15 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “हे बय तू क्यु रोस हइ? को खे ढूढस हइ?” ओने माली समझी खे ओकासे बोल्यो, “हे श्रीमान, अगर तोने ओखे उठै लियो हइ ते प्रभु से बोल कि ओखे खा रख्यो हइ अरु मी ओखे ली जायु.” \p \v 16 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “मरियम!” ओने पीछे फिरीखे ओकासे इब्रानी मे बोल्यो का “रब्बूनी!” मंनजे हे गुरु. \p \v 17 यीशु ने ओकासे बोल्यो का “मेखे मत छी क्युकी मी अब तक बाप का पास उपर नी गयो, पर मरा भैइहोन का पास जैइखे उनसे बोली दे कि मी अपना बाप का अरु तुम्हारा बाप का अरु अपना परमेश्वर अरु तुम्हारा परमेश्वर का पास उपर जउस हइ.” \p \v 18 मरियम मगदलीनी ने जैइखे सेवक होन खे बतायो, “मेने प्रभु खे देख्यो अरु ओने मरासे बातहोन बोली.” \s सेवक होन का बीच मे यीशु को प्रगट होनो \r (मत्ती 28:16-20; मरकुस 16:14-18; लूका 24:36-49) \p \v 19 उ दिन जो हप्ता का पहइलो दिन थो, शाम को टेम जब व्हा, दरवाजा झा सेवक था, यहूदीयाहोन का डर का मारे बन्द था, तब यीशु आयो अरु उनका बीच मे खडो हुइखे ओने बोल्यो, “तुम खे शांती मील्ये.” \v 20 अरु यो बोलीखे ओने अपना हात अरु अपनी हतेली उनखे दिखायो तब सेवक प्रभु खे देखीखे खुश हुया. \v 21 यीशु ने फिर उनसे बोल्यो, “तुमखे शांती मीले. जसो बाप ने मेखे भेज्यो हइ, वसो मी भी तुमखे भेजुस हइ.” \v 22 यो बोलीखे ओने उन पर फूक्यो अरु उनसे बोल्यो, “पवित्र आत्मा ले. \v 23 जिन को पाप तुम माफी करणु वे उनका लिये माफ कर्या गया हइ. जिन खे तुम रख्ये वे रख्या गया हइ.” \s देखनो अरु विश्वास करणु \p \v 24 पर बारा जन मे से एक इन्सान मंनजे थोमा जो दिदिमुस बोलस हइ, जब यीशु आयो ते उनखे साथ नी थो. \v 25 जब अरु सेवक ओकासे बोलन लग्या, “हमने प्रभु खे देख्यो हइ,” तब ओने उनसे बोल्यो, “जब तक मी ओका हाथहोन मे खीला को छेद नी देखी लूका अरु खीला का छेदहोन मे अपनी उगली नी डाली लूका तब तक मी विश्वास नी कर्यु.” \p \v 26 आठ दिन का बाद ओका सेवक फिर घर का अंदर था, अरु थोमा उनका साथ थो, अरु दरवाजो बन्द था, तब यीशु ने अयखे अरु बीच मे खडो हुइखे बोल्यो, “तुम खे शांती मीले.” \p \v 27 तब ओने थोमा से बोल्यो, “अपनी उगली ह्या लैइखे मरा हाथहोन खे देख अरु अपनो हात लैइखे मरा हतेली मे डाल अरु अविश्वासी नी पर विश्वासी होनु” \p \v 28 यो सुन्यो थोमा ने जवाब दियो, “हे मरा प्रभु, हे मरा परमेश्‍वर!” \p \v 29 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “तोने तो मरो विश्वास कर्यो हइ? धन्य हइ वे जेने बिन देख्यो विश्वास कर्यो.” \s या किताब यहून्ना ने क्यु लिखी \p \v 30 यीशु ने अरु भी भोत चिन्ह सेवक होन का सामने दिखायो, जो या किताब मे लिख्यो नी गया. \v 31 पर ये येका लिए लिख्यो गयो हइ, कि तुम विश्वास करणु, कि यीशु मे परमेश्वर को बेटो मसीह हइ अरु विश्वास करीखे ओका नाम से जिवन पाये. \c 21 \s तिबिरियुस नद्दी का धुरा चेलाहोन पर प्रगट होनो \p \v 1 या बातहोन का बाद यीशु ने अपना आप खे तिबिरियुस झील का किनारा सेवक होन पर प्रगट कर्ये अरु या रीति से प्रगट कर्यो. \v 2 शमौन पतरस अरु थोमा जो दिदिमुस बोलस हइ, अरु गलील का काना नगर का नतनएल अरु जब्दी को बेटो, अरु ओका सेवक होन मे से दो अरु जन जमा था. \v 3 शमौन पतरस ने उनसे बोल्यो, “मी मछ्छी पकडन जास हइ.” उनने ओकासे बोल्यो, “हम भी तरा साथ चलस हइ.” \p येका लिए वे नीकलीखे डोंगा पर चड्या, पर उ रात कुछ नी पकड्यो. \v 4 फजर होते ही यीशु किनार पर खडो हुयो. फिर भी सेवक होन ने नी पहचान्यो कि यो यीशु हइ. \v 5 तब यीशु ने उनसे बोल्यो, “हे बच्चाहोन, तुम्हारा पास कुछ खान खे हइ?” उनने जवाब दियो, “नी.” \v 6 ओने उनसे बोल्यो, “डोंगा की दाहिनी तरफ जाल डाल, ते पाये.” तब उनने जाल डाली, \p अरु अब मच्छीहोन का कारण जाल खीच नी सक्या. \p \v 7 येका लिए वा सेवक ने जोका से यीशु प्रेम रकतो थो पतरस से बोल्यो, “यो तो प्रभु हइ” शमौन पतरस ने यो सुनीखे कि प्रभु हइ, कमर मे कपडा खे कसी लियो, क्युकी उ बिना कपडा को थो, अरु झील मे कूद पड्यो. \v 8 पर अरु सेवक होन डोंगा पर मच्छीहोन से भरी हुइ जाल खीचते हुयो आयो का क्युकी वे किनार से जमीन जादा दूर नी कि कोय दो सौ हात पर थो. \v 9 जब किनारा पर जमीन पर उतर्या, ते उनने कोयला की आग का अरु ओका पर मच्छी रखी हुइ, अरु रोटी देखी. \v 10 यीशु ने उनसे बोल्यो, “जो मच्छीहोन तुम ने अभी पकडी हइ, उनमे से कुछ ला.” \p \v 11 शमौन पतरस ने डोंगा पर चडीखे एक सौ त्रिरेपन बडी मच्छीहोन से भर्यो हुयो जाल किनारा अरु जमीन पर खीच्यो, अरु इत्ती मच्छीहोन होना पर भी जाल नी फट्यो. \v 12 यीशु ने उनसे बोल्यो, “आ खानो या.” अरु सेवक होन मे से कोय खे हिम्मत नी हुयो, कि ओकासे पूछे, “तू कोन हइ?” क्युकी वे जानता था कि यो प्रभु हइ. \v 13 यीशु आयो, अरु रोटी लीखे उनने दी अरु ओसो मे मच्छी भी. \p \v 14 या तीसरी बार हइ, कि यीशु ने मऱ्या हुया मे से जिन्दो उठना का बाद सेवक होन खे दर्शन दियो. \s यीशु की पतरस से बातचीत \p \v 15 खानो खाना का बाद यीशु ने शमौन पतरस से बोल्यो, \p “हे शमौन, यहून्ना को बेटा, खे तू इनसे बडीखे मरासे प्रेम रखस हइ?” ओने ओकासे बोल्यो, “हव प्रभु. तू तो जानस हइ, कि मी तरा से प्रिती रखुस हइ.” \p ओने ओकासे बोल्यो, “मरा मेडाहोन खे चरा.” \v 16 ओने फिर दूसरी बार ओकासे बोल्यो, “हे शमौन यहून्ना को बेटा खे तू मरासे प्रेम रखस हइ?” ओने उनसे बोल्यो, “हव, प्रभु तू जानस हइ, कि मी तरा से प्रिती रखुस हइ.” ओने ओकासे बोल्यो, “मरा मेडाहोन की रखवाली कर.” \v 17 ओने तीसरी बार ओकासे बोल्यो, “हे शमौन, यहून्ना को बेटा खे तू मरासे प्रिती रखस हइ?” पतरस उदास हुयो, \p कि ओने ओखे तीसरी बार असो बोल्यो, “तू मरासे प्रेम रखस हइ?” अरु ओकासे बोल्यो, “हे प्रभु तू तो सब कुछ जानस हइ तू यो जानस हइ कि मी तरा से प्रिती रखुस हइ” \p यीशु ने ओकासे बोल्यो, “मरा मेडाहोन खे चरा. \v 18 मी तरा से सच्ची-सच्ची बोलुस हइ, जब तू जवान थो, ते अपनी कमर बाधीखे झा चाहतो थो, व्हा फिरतो थो. पर जब तू बूढ्ढो हुये ते अपना हात लम्बा कर्येका अरु दूसरो तरी कमर बाधीखे झा तू नी चाह्ये व्हा तोखे ली जाये.” \v 19 ओने या बातहोन से दर्शायो कि पतरस कसो मरना से परमेश्वर की महिमा कर्ये. अरु यो बोलीखे ओकासे बोल्यो, “मरा पीछे अय जा.” \s यीशु अरु ओको प्रिय सेवक \p \v 20 पतरस ने फिरीखे उ सेवक खे पीछे आते देख्यो, जोका से यीशु प्रेम रखेतो थो, अरु जो ने खाना का टेम ओकी छाती का तरफ झुकीखे पूछ्यो “हे प्रभु, तरो पकडनआलो कोन हइ?” \v 21 ओखे देखीखे पतरस ने यीशु से बोल्यो, “हे प्रभु, येको का हाल हुये?” \p \v 22 यीशु ने ओकासे बोल्यो, “अगर मी चाहु कि उ मरा आना तक ठैर्यो र्‍हिये ते तोखे? तू मरा पीछे अय जा.” \p \v 23 येका लिए भैइहोन मे या बात फैली गइ, कि उ चेलो नी मर्ये. ते भी यीशु ने ओकासे यो नी बोल्यो, कि यो नी मर्येका पर यो कि “अगर मी चाहु कि यो मरा आना तक ठैर्यो र्‍हिये ते तोखे येका से का?” \p \v 24 यो उ चेलो हइ, जो या बातहोन की गवइ देस हइ अरु जो ने या बातहोन खे लिख्यो हइ अरु हम जानस हइ, कि ओकी गवइ सच्ची ची हइ. \s परिनाम \p \v 25 अरु भी भोत सा काम हइ, जो यीशु ने कर्या. अगर वे एक-एक करीखे लिख्या जास, ते मी समझयुस हइ, कि किताबहोन जो लिखी जास वे जगत मे भी नी समाती.