\id GAL - Gowlan \ide UTF-8 \h गलतिया \toc3 गलतिया \toc2 गलतिया \toc1 गलतिया \mt2 गलातिया खे नाम पौलुस प्रेरित कि चिठ्ठी \mt1 गलातिया का नाम पौलुस प्रेरित कि चिठ्ठी \imt पैछान \ip गलातिया की किताब प्रेरित पौलुस \xt 1:1 \xt* का वजेसे लिखी गय थी. या एक चिठ्ठी थी जेने पौलुस ने यीशु मसीह को जन्म का नजीक पास 48-57 साल का बीच मे गलातिया का मंडली खे लिख्यो थो.गलातियन जित रोमन देस गलातिया मे र्हेन वाला दुन्या था. डिमाक वाला जरुरी नी हइ कि जब पौलुस ने चिठ्ठी लिखी थी तब व्हा बोलता था, लेकिन इफिसस अरु कुरिन्थिहोन को शहर दोय मे किताब लिखि हइ. \ip पौलुस ने गलातिया का मंडली मे यहूदी अरु गैरयहूदी दोय मसीह होन खे बतान का लिये लिखि थी. उनने जरुरी रुप से ओखे झुठी शिक्षा को सामनो करन का लिये लिखि थी जेमे बोल्यो गयो थो कि मसिह होन खे जुन्नो नीयम को यहूदी कानून खे जरुरी करी खे खतना को पालन करन की जरुरी हइ. मसिह होन का बीच दुन्या को एक झुनड थो, जिनखे जुडाइजर बोल्यो जातो थो, जो गैरयहूदी मसिह होन को खतना करन की मांग करी रा था. उनने पौलुस प्रेरित को अधिकार पर भी सवाल चिन्ह लगायो. पौलुस ने अपनी कुछ खानी \xt 1:11—2:14\xt* बतयखे अपनी प्रेरितत्व को बचाव कर्यो अरु उनने यो समझय खे खुसखबर कि बचाव करी कि मुक्ती फक्त यीशु मसीह मे विश्वास का वजेसे य मील्हे की जय सकस हइ \xt 2:1\xt*6 या प्रभु की दया को परिणाम हइ नी कि दुन्या जो करता हइ. \iot रुप रेखा \io1 1. पौलुस ने अपनी चिठ्ठी की शुरुवात गलातिया की मंडली होन खे नमस्कार करते हुए करी \ior 1:1-5\ior*. \io1 2. फिर पौलुस ने पढान खे अपनो अधिकार को बचाव करन का लिए अपनी जन्म भुय का बारे मे कुछ बतायो अरु बतायो कि ओने कानून का अनुसार जिन की कोशिश करी थी लेकिन व्हा काम नी करी रा था \ior 1:6—2:21\ior*. \io1 3. आगे व्हा स्वर्ग मे कानून अरु अनुग्रह की रुपरेखा का बारे मे अरु बतास हइ \ior 3—4\ior*. \io1 4. फिर व्हा अच्छो मसीह जीवन का लिये कुछ बराबर नीर्देश देस हइ 5\ior 6:10 \ior* \io1 5. पौलुस ने अपनी चिठ्ठी को एक अभिवादन अरु यो याद रखन की आखरी विनती का साथ खत्म कर्यो कि पमेश्वर का वजेसे एक नवो इन्सान मे बदल होनो बाहरी नीयम का जसो कि खतना होना, से कोय जादा महत्वपूर्ण नी हइ \ior 6:11-18\ior*. \c 1 \s अभिवादन \p \v 1 मेखे पौलुस कि प्रेरित अरु से जो नी इन्सान का तरप से अरु नी कोय इन्सान का वजेसे जब यीशु मसीह अरु परमेश्वर बाप का वजेसे का जेने ओखे मुर्दा मे से जिन्दो कर्‍यो प्रेरित हइ \v 2 अरु सब भैइ का तरप से जो मरा साथ हइ, गलातिया का मंडलीहोन का नाम: \v 3 हमारो परमेश्वर बाप अरु हमारो प्रभु यीशु मसीह का तरप से तोखे अनुग्रह अरु शांती मीलती ऱ्हेस. \p \v 4 ओ ने अपना आप खे हमारा पाप का लिये दी दीयो, ताकि हमारो परमेश्वर अरु बाप की इच्छा का अनुसार हम उ वर्तमान बुरो संसार से हमारो उध्दार कर्हे. \v 5 परमेश्वर की महिमा हमेशा का लिये आमीन. \s कोय दुसरो सुसमाचार नी \p \v 6 मेखे आश्चर्य होस हइ, की जेने तोखे मसीह का अनुग्रह से बुलायो ओकासे तु एतनो जल्दी फिर कर दुसरा प्रकार को सुसमाचार का तरप भटकी गयो. \v 7 पन व्हा दुसरो सुसमाचार हइ हि नी पर बात यो हइ की कतनो असो हइ जो तोखे भ्रम मे डाली देस हइ, अरु मसीह का सुसमाचार खे बिगाडनो चास हइ \v 8 अगर हम, यो स्वर्ग से कोय दूत भी उ सुसमाचार खे छोड जो हम ने तुम खे सुनायो हइ, कोय अरु सुसमाचार तोखे सुनास ते श्रापित होस. \v 9 जसो हम पैयले बोली दियो हइ, वोसो हि मी आब फिर बोलुस हइ कि उ सुसमाचार खे छोड्यो जो तो ने ग्रहन कऱ्यो हइ अगर कोय अरु सुसमाचार सुनस हइ ते शापित होस. \p \v 10 का येकासे तोखे असो लगस हइ कि मी इन्सानहोन खे समर्थन चुस हइ यो नी की मेखे परमेश्वर को समर्थन मीले अथवा? का मी इन्सानहोन खे प्रसन्न करण खे कोशिश करी रोस हइ? अगर मी इन्सानहोन खे प्रसन्न करस हइ ते मसीह को सेवक नी बनी पातो थो. \s परमेश्वर का वजेसे पौलुस की बुलाहट \p \v 11 हे भैइ अरु बहिन, मी तोखे बतउस की जो सुसमाचार मे ने सुनायो हइ, यो इन्सान को नी. \v 12 क्युकी उ मेखे इन्सान का तरप से नी पैचाने, अरु नी मेखे सिखायो गयो, पर खुद यीशु मसीह मेखे प्रगट कऱ्यो. \p \v 13 यहूदी मत मे जो पैयले मरी चाल-चलन थी ओका बारे तु सुनी चुक्यो हुये की मी परमेश्वर की मंडली खे भोत ही सतास, अरु खतम करणो चउस\x + \xo 1:13 \xo*\xt प्रेरित 8:3; 22:4,5; 26:9-11\xt*\x*. \v 14 मी अपना यहूदी धर्म को पालन मे अपना युग का समकाली यहूदीहोन से आगे थो क्युकी हमारा बापदादाहोन से जो रितीरिवाज होन मेखे मीली थी ओमे मरो उत्साही आस हइ.\x + \xo 1:14 \xo*\xt प्रेरित 22:3\xt*\x* \p \v 15 पन परमेश्वर ने ओका अनुग्रह ही से मरी मी माय का पेट से चुनी लियो ,अरु बुलायो ताकी मी ओकी सेवा करी सकु,\x + \xo 1:15 \xo*\xt प्रेरित 9:3-6; 22:6-10; 26:13-18 \xt*\x* \v 16 जब ओने सोच्यो की मरा मे अपना बेटा खे प्रगट करी खे , मी गैरयहूदीहोन मे ओको सुसमाचार सुनायु, ते मे ने कोय इन्सानहोन का आंग से सलाह ली, \v 17 अरु नी यरुशलेम खे ओका पास गयो जो मरा से पैयले प्रेरित थो, पर झल्दी अरब खे चली गयो अरु फिर व्हा से दमीश्क खे वापस आयो \v 18 फिर तीन साल का बाद मे कैफा पतरस से भेट करणा का लिये यरुशलेम गयो, अरु ओका पास पंद्रा दिन तक ऱ्हीयो\x + \xo 1:18 \xo*\xt प्रेरित 9:26-30\xt*\x* \v 19 पन प्रभु को भैइ याकूब खे छोडी अरु प्रेरितहोन मे से कोय से नी मील्यो. \p \v 20 जो बात मी तोखे लिखुस हइ, देख परमेश्वर खे उपस्थित जानीखे बोलस हइ कि वे झुठ नी. \p \v 21 येका बाद मी सीरिया अरु किलिकिया का देश मे आयो. \v 22 पर यहूदीया की मंडलीहोन ने जो मसीह मे थो, मेखे व्यक्तिगत रुप से कभी नी देखतो थो. \v 23 पर तुमरा बारे यो यतनो सुन्यो थो, कि जो हमखे पैयले सतातो थो, व्हा अब उ विश्वास को सुसमाचार सुनास हइ जेखे पैयले खतम करतो थो. \v 24 अरु उनने मरा कारण परमेश्वर की महिमा करी थी. \c 2 \s पौलुस अरु दुसरो प्रेरीत \p \v 1 चौदा साल का बाद मे बरनबास का साथ फिर यरुशलेम खे गयो, अरु तीतुस खे भी साथ ली गयो. \v 2 मी यो गयो, अरु मे ने गैरयहूदीहोन का बीच मे जो सुसमाचार को प्रचार करस हइ ओका सुसमाचार खे मे ने एक नीजी सभा क बीच मंडली का मुखीया खे सुनायो मी येका लिये गयो थो कि परमेश्वर ने मेखे दर्शयो थो कि मेखे यो जानो चास ताकि जो काम मे ने दुसरा दिन कऱ्यो थो जो मी अभी भी करी रोस हइ बेकार नी जाये. \v 3 पन तीतुस खे भी जो मरा सहयोगी हइ अरु जो यूनानी हइ, खतनो करणा का लिये विकुल नी कऱ्यो गयो. \v 4 यो उ झुठो भैइ का कारण हुयो जो चोरी से घुसी आयो थो की उ स्वतंत्रता को जो मसीह यीशु मे हम खे मील्यो हइ, भेद लिखे हम खे दास बनाये. \v 5 एक घडी भर का लिये भी हम ने उनको अधीन होनु स्वीकार नी कऱ्यो, येका लिये सुसमाचार की सच्चीचाइ तुम मे बनी ऱ्हेस. \p \v 6 फिर जो दुन्या महत्व पुर्ण लगस हइ यो चाये जो भी हुये, मेके येका से कुछ काम नी पडस परमेश्वर कोय को बाहरी रुप देख कोय न्याय नी करस ओकासे जो अपना पान को महत्व पुर्ण दुन्या था का मे खे ओमे कुछ भी फायदो नी हुयो. \v 7 पन येका विपरीत ओने देख्यो की जसो खतना कऱ्यो हुया दुन्या का लिये सुसमाचार को काम पतरस खे सोपी गयो, वसो ही गैरयहूदिहोन का लिये मे सुसमाचार सुनानो सोपी गयो. \v 8 क्युकी जेने पतरस से खतना कऱ्यो हुयो मे प्रेरिताइ कार्य बडो प्रभाव शाहीत करवायो, ओ ने मरा से भी गैरयहूदीहोन मे शक्तीशाली कर्य कऱ्यो \v 9 अरु जब ओने उ अनुग्रह खे जो मेखे मील्यो थो जानी लियो, ते याकूब, अरु कैफा, अरु यहून्ना ने जो मंडली का खम्भा समझी जाता था, मेखे अरु बरनबास का संगती को डाखोऱ्यो हात दियो की हम गैरयहूदीहोन का पास जास अरु वे खतना कऱ्यो हुया दुन्याहोन का पास; \v 10 फक्त यो बोलो की हम गरीबहोन कि याद ली, अरु यो काम खे कारन को मी खुद भी यत्न करी रो हइ. \s पौलुस का वजेसे पतरस को धर्मी ऱ्हेनो \p \v 11 पर जब कैफा पतरस अन्ताकिया मे आयो ते मे ने ओका मुडा पर ओको सामनो कऱ्यो, क्युकी उ दोषी थो. \v 12 येका लिये की याकूब का वजेसे भेज्यो हुयो कुछ दुन्या ह्या आना से पैयले पतरस गैरयहूदिहोन विश्वासीहोन से दुर हुयो अरु उनका साथ खायो पियो करतो थो, पन जब वे दुन्या पोच्यो ते पतरस गैरयहूदिहोन विश्वासीहोन से दुर हुयो अरु उनका साथ खानो पिनो बन्द करी दियो यो ओने वे दुन्याहोन का डर से असो कऱ्यो जो चातो थो कि गैरयहूदीयाहोन को भी खतनो होनो चातो थो. \v 13 दुसरा यहूदीया दुन्या ने भी येका बताना मे भी पतरस खे साथ दियो ह्या तक भी यो पाखंड कारण बरनबास भी भटकी गयो. \v 14 पर जब मे ने देख्यो कि वे सुसमाचार की सच्चाइ पर सीधी चाल नी चली, ते मे ने सब का सामने कैफा से बोल्यो, “जब तू यहूदी हुइ खे गैरयहूदीहोन का जसो चलस हइ अरु यहूदीयाहोन का जसो नी ते तु गैरयहूदीयाहोन खे यहूदीयाहोन का जसो चलन खे क्यु बोलस हइ?” \s विश्वास का वजेसे धर्मी ठहरानो \p \v 15 हम तो जन्म से यहूदीया हइ, अरु पाप गैरयहूदीहोन मे से नी. \v 16 तेभी यो जानीखे की इन्सान व्यवस्थाकाम से नी, पर फक्त यीशु मसीह पर विश्वास करणा का वजेसे धर्मी ठहरानो हइ, हम ने खुद भी मसीह यीशु पर विश्वास कऱ्यो की हम व्यवस्था काम से नी पर मसीह पर विश्वास करणा से धर्मी रुख्यो. येका लिये कि व्यवस्था का काम से कोय जनवर धर्मी नी ठैरायो. \v 17 हम जो मसीह मे धर्मी ठहरनो चास हइ, अगर तु हि गैरयहूदीया जसो पापी निकल्यो ते का मसीह पाप को सेवक हइ? कभी नी! \v 18 क्युकी जो कुछ मे ने गिरय दियो अगर ओखे फिर बनास हुयो, ते अपना आप खे अपराधी ठहरास हइ. \v 19 क्युकी व्यवस्था का वजेसे मी मरी चुक्यो थो ताकी परमेश्वर का लिये जीयु मी मसीह का साथ क्रुस पर चेडी गयो हइ. \v 20 अब मी मसीह मे जिन्दो नी ऱ्हे, पर काम मसीह मरा मे जिन्दो हइ, अरु मी आंग मे अब जो जिन्दो हुयो ते फक्त उ विश्वास से जिन्दो हुयो जो परमेश्वर का बेटा पर हइ, जेने मरा से प्रेम कऱ्यो अरु मरा लिये अपना आप खे दि दीयो. \v 21 मी परमेश्वर को अनुग्रह नी ठुकरुस. पन अगर कोय व्यवस्था का वजेसे न्यायी ठैरायो जास ते ये को अर्थ यो हइ की मसीह को मरनो व्यर्थ होस. \c 3 \s विश्वास या व्यवस्था को पालन करणो \p \v 1 हे नीर्बुध्दि गलातिहोन, कोने तोखे मोह लियो हइ? तुमारो ते माने आख का सामने यीशु मसीह क्रुस पर साफ रीति से दिखाय गयो! \v 2 मी तुम से फक्त यो जाननो चास हुये कि तुमने परमेश्वर कि आत्मा खे का व्यवस्था को पालन करणा से, या सुसमाचार सुनना से अरु विश्वास करणा से मील्यो? \v 3 येतनो भी दुन्या मुर्ख तू कसो हुये सकस हइ! की परमेश्वर कि आत्मा का वजेसे सुरवात करीखे अरु अपना आंग की शक्ति का वजेसे येखे पुरो करणो चास हइ? \v 4 का तुम ने येको दुख व्यर्थ हि उठायो? नीश्चित रुप से येको मतलब कुछ थो. \v 5 जो परमेश्वर तुमखे आत्मा प्रदान करस हइ, यो येकालिये करस हइ कि तुम व्यवस्था का नीयमहोन खे पालस हइ यो येकालिये कि तुमखे सुसमाचार खे सुनास अरु ओका पर विश्वास को काम करस? \p \v 6 जसो अब्राहम का अनुभव का बारे मे न्याय मे लिख्यो हइ, “ओने ते परमेश्वर पर विश्वास कऱ्यो अरु ओका विश्वास का कारण परमेश्वर ने ओखे न्याय गिन्यो गयो.” \v 7 आखरी यो जान ले कि जो विश्वास करणवाला हइ, वे हि अब्राहम कि बच्चा हइ. \v 8 अरु पवित्रशास्त्र ने पैयले से यो बतय दियो कि परमेश्वर गैरयहूदीहोन खे विश्वास से न्याय रुख्यो. पैयले से धर्मी मे अब्राहम खे यो सुसमाचार कि घोषना करी दि की “तरा वजेसे सब दुन्याहोन खे आशिष मीले.” \v 9 अब्राहम ने विश्वास रख्यो, अरु आशीषित हुया ओका तरप से जो विश्वास रखस हइ वे आशीष पास हइ. \p \v 10 येकालिये जतना दुन्या व्यवस्था को पालन करस हूये जितस हइ, वे सब श्राप का अधीन हइ, क्युकी जो शास्त्र मे लिख्यो हइ, “व्यवस्था को पालन नी सब बात को पालन करणा मे यो परमेश्वर का श्राप का अधीन हइ.” \v 11 पर या बात सफा हइ कि व्यवस्था का वजेसे प्रभु को यो कोय भी न्याय नी रखस, क्युकी शास्त्र बोलस हइ न्याय जन विश्वास से जिन्दो ऱ्हेस. \v 12 पर जो कोय व्यवस्था को विश्वास से कोय भी सम्बन्ध नी. क्युकी शास्त्र मे लिख्यो हइ “जो उनको करस, उ ओका कारण जिन्दो ऱ्हेस.” \p \v 13 पर मसीह हमारा लिये श्रापित बन्यो, ताकी हमखे व्यवस्था का श्राप छुडाये करी सखे, क्युकी शास्त्र मे लिख्यो हइ, “जो कोय भी झाड पर लटकायो जास हइ व्हा परमेश्वर का श्राप का अधीन हइ.” \v 14 यो येकालिये हुयो कि अब्राहम को आशीर्वाद मसीह यीशु मे गैरयहूदीहोन तक पोच्यो, अरु हम विश्वास का वजेसे वा आत्मा खे मीलह्ये जेकी प्रतीज्ञा परमेश्वर ने करी हइ. \s व्यवस्था अरु वादो \p \v 15 हे भैइ अरु बयहोन, मी एक इन्सान दैनिक जिवन से एक उदाहरण देन जय रोस हइ. जसो कोय दो इन्सान का वजेसे कोय करार करी दियो जाना पर नी ते ओखे रद्द करी दियो सकस हइ अरु नी ओमे से कुछ जय सकस हइ अरु नी बढायो जय सकस हइ. \v 16 आखरी परमेश्वर ने अब्राहम का अरु ओका वंश खे जो प्रतीज्ञा दी हइ ओका बारे मे शास्त्र यो नी बोलस “तरा वंश खे,” अगर भोत सा दुन्या, पन एक वचन जसो “तरा वंश खे” अगर तरो एक इन्सान मसीह हइ \v 17 पन मरो बोलनो यो हइ जो प्रतीज्ञा परमेश्वर ने अब्राहम का सात करी थी अरु वचन पैयले से मरो टेम नीश्चिय करी दियो ओका चार सौ तीस साल बाद मे आनवाली व्यवस्था नी बदली सकस. \v 18 क्युकी अगर मी परमेश्वर को दान व्यवस्था पर आधारीत हइ ते उ प्रतीज्ञा का आधारीत नी हुइ सकस पन परमेश्वर ने यो अब्राहम का प्रतीज्ञा का आधार पर दी हइ. \p \v 19 तब फिर व्यवस्था को उद्देश का हइ? आज्ञा को उलधंन को अपराध का कारण व्यवस्था खे वचन से जोडि दियो गयो थो ताकी जेका लिये वचन दियो गयो थो अब्राहम का वंश का आना तक उ ऱ्हीयो व्यवस्था एक मध्यस्थ को रुप मूसाकी सहायता से एक स्वर्गदूत का वजेसे दी गइ थी. \v 20 मध्यस्थ तो एक को नी होस, पन परमेश्वर एक ही हइ \s व्यवस्था को उद्देश \p \v 21 ते का व्यवस्था परमेश्वर की प्रतीज्ञा होन का खिलाप मे हइ? अगर नी! क्युकी अगर असी व्यवस्था दी जास जो जिवन दी सकस, ते सच मुच न्यायपन व्यवस्था का पालन का वजेसे मीलस हइ. \v 22 पन पवित्रशास्त्र ने सब खे पाप का आधीन करी दियो, ताकि उ प्रतीज्ञा जेको आधार यीशु मसीह पर विश्वास करणो हइ विश्वास करण का लिये पूरी हुइ जाये. \p \v 23 पर विश्वास का आना से पैयले व्यवस्था खे बन्दकरी हमारी रखवाली होती थी, अरु उ विश्वास का आना तक जो प्रगट होनआला थो, हम ओ का बन्धन मे ऱ्हेस. \v 24 हम खे मसीह तक पोचान का लिये व्यवस्था को रस्तादर्शन रोख्यो की हम विश्वास से धर्मी रुख्या. \v 25 अरु जब विश्वास अय गयो, ते हम अब विश्वास का अधीन नी ऱ्हेस. \p \v 26 क्युकी तु सब उ विश्वास का वजेसे जो मसीह यीशु एक होना का कारण, परमेश्वर को बेटो हुये. \v 27 अरु तुम मे से जेतना ने मसीह मे एक होन का लिये बपतिस्मा लियो हइ वे सब मसीह मे एक हुये गया. \v 28 अब नी कोय यहूदी ऱ्हीयो अरु नी यूनानी, नी कोय सेवक नी स्वतंत्रता, नी कोय बायको नी इन्सान, क्युकी तुम सब मसीह यीशु मे जुडि जान का कारण एक हुइ जा. \v 29 अरु अगर तु मसीह को हुये ते अब्राहम को वंश अरु प्रतीज्ञा को अनुसार वारिस भी हुये. \c 4 \p \v 1 मी यो बोलस हुये कि वारिस जब तक बच्चो हइ, अगर सब सामनहोन को स्वामी हइ तेभी ओमे अरु गुलाम मे कोय भेद नी. \v 2 पन बाप को रख्यो हुयो टेम तक संरक्षकहोन अरु प्रबन्धकहोन का बस मे ऱ्हेस हइ. \v 3 असो ही हम भी, जब बच्चा था, ते जगत का आदी मास्तर का बस मे हुइखे दास बन्या हुया था. \v 4 पन जब टेम पुरो हुयो, ते परमेश्वर ने अपनो बेटा खे भेज्यो जो बय से जन्म्यो, अरु व्यवस्था का अधीन पइदा हुयो, \v 5 ताकि सहम जो व्यवस्था का अधीन हइ उनखे छुडाये जेका से हम परमेश्वर का बालबच्चा बनी सकस. \p \v 6 अरु तुम जो बेटो हुये, येका लिये परमेश्वर ने अपना बेटा का आत्मा खे, जो “हे अब्बा, हे बाप” बोलीखे फुकारस हइ, हमारा दिलहोन मे भेज्यो हइ. \v 7 येका लिये तु अब गुलाम नी, पन बेटो हइ. अरु जब बेटो हुयो, ते परमेश्वर का वजेसे वारिस भी हुयो. \s गलातिया का बारे मे पौलुस कि चिन्ता \p \v 8 पैयले ते तुम परमेश्वर खे नी जानीके ओको सेवक थो जो स्वभाव से परमेश्वर नी, \v 9 पर अब जो तुम ने परमेश्वर खे पहचान लियो जब परमेश्वर ने तुम खे पहचान्यो, ते उ नीर्बल अरु नीक्कमो आदी-मास्तर कि बात का तरप फिरस हुये, जेखे तुम डबल से सेवक होनु चास हइ? \v 10 तुम दिन अरु महिनाहोन अरु मोसमहोन अरु साल के मानस हइ. \v 11 मी तुमारा बारे मे डरुस हइ कही असो नी हुये कि जो मैहनत मेने तुमारा लिये करी हइ वो व्यर्थ रख्यो. \p \v 12 हे भैइहोन, मी तुम से प्रार्थना करस हुये, तुम मरा जसो हुये जाये, क्युकी मी भी तुमारो जसो हुये गयो हुये. तुम ने मरो कुछ बिगाड्यो नी. \v 13 पर तुम जानस हुये कि पयलो-पहर मे ने आंग कि नीर्बलता का करण तोने सुसमाचार सुनायो. \v 14 अरु तुम ने मरो आंग होन का दशा खे जो तुमारी पेपर का करण थो, तुच्छ नी जान्यो. नी ओकासे घुस्साकरी. अरु परमेश्वर का दूत जब स्वयं यीशु मसीह का समान मेखे ग्रहन कऱ्यो. \v 15 ते उ तुमारो आनन्द मनानो बोली गयो? मी तुमारो गवइ हुये कि अगर हुये सकस ते तुम अपनी आख भी नीकाली मेके दी देता. \v 16 ते का तुम से सच्ची बोलन का कारण मी तुमारो दुशमन बनी गयो हुये? \p \v 17 वे तुमखे दोस बनानो तो चास हइ, पर अच्छो उद्देश से नी. जब तोके मरा से अलग करणो चास हइ कि तुम उनखे दोस बनय ले. \v 18 पर यो भी अच्छो हइ कि भली बात मे हर टेम दोस्त बनना को प्रयास कऱ्र्यो जाये, नी फक्त उ टेम कि जब मी तुम्हारा सात ऱ्हेस हइ. \v 19 हे मरा बच्चा, जब तक तुम मे मसीह को रुप नी बनी जाये तब तक मी तुमारा लिये फिर जच्चो कि सी दुख सहयो हुये. \v 20 इच्छा तो या होस हइ कि अब तुमारा पास येका अरु हि प्रकार से बोलु क्युकी तुमारा बारे मे उलझन मे हइ. \s सारा अरु हाजिरा को उदाहरण \p \v 21 तुम जो व्यवस्था को अधीन होनु चास हुये, मेखे बता का तुम व्यवस्था कि नी सुनस? \v 22 यो लिख्यो हइ कि अब्राहम का दो बेटा हुये, एक दासी से अरु एक स्वतंत्रता बय से. \v 23 पन जो दासी से हुयो, उ आंग होन कि रीति से जन्यो. अरु जो स्वतंत्रता बय से हुयो, उ प्रतीज्ञा का जसो जन्यो. \v 24 या बातहोन मे दृष्‍टान्‍त हइ, ये बय मान्यो दो वाचा हइ, एक ते सीनै टेकडी की जेका से गुलाम ही पइदा होस हइ. अरु उ हाजिरा हइ. \v 25 अरु हाजिरा मान्यो अरब को सीनै टेकडी हइ, अरु आधुनीक यरुशलेम ओको तुलना हइ, जो अपना बेटाहोन का सात मे गुलामी मे हइ. \v 26 पर उपर की येरुशलेम स्वतंत्रता हइ, अरु वो हमारी माय हइ. \v 27 क्युकी शास्त्र मे लिख्यो हइ, \q1 “हे बाझ, तु जो नी पइदा करस ते आनन्द कर. \q2 तु जेको दुख नी उठाये, गंलो खोली, \q1 जय जयकार कर. \q2 क्युकी छोड्या हुया को बेटो सुहाग कि बेटा से भी अधीन हइ.” \p \v 28 हे भैइहोन अरु भैइनहोन, हम इसहाक का जसो प्रतीज्ञा को बेटो हइ. \v 29 अरु जसो उ टेम आंग का जसो जन्या हुया आत्मा का जसो जन्यो हुये खे सतातो थो, असो ही अब भी होस हइ. \v 30 पन पवित्रशास्त्र का बोलस हइ “दासी अरु ओका बेटा खे नीकली दे, क्युकी दासी को बेटो स्वतंत्रता बय का बेटा का साथ वारिस नी हुये.” \v 31 येका लिये हे भैइहोन, हम दासी को नी पन स्वतंत्रता बय को बेटो हइ. \c 5 \s मसीह मे स्वतंत्रता \p \v 1 मसीह ने स्वतंत्रता का लिये हमखे हइ आखरी येमे स्थिर ऱ्हे,अरु दासत्व का जुवाडा मे फिर से नी जोता. \v 2 देख, पौलुस तुम से बोलस हइ की अगर खतना कऱ्यो करी खे तुम फिर से व्यवस्था का तरप वापस जास हुये ते तुमारा लिये मसीह से तुम खे कुछ लाभ नी हुये. \v 3 फिर भी मी हर एक खतना करणवालो खे समझय दिरोस हइ की ओका सब व्यवस्था मानु पडे. \v 4 तुम जो व्यवस्था का वजेसे धर्मी ठहरनो हइ, मसीह से अलग अरु अनुग्रह से वचित कऱ्या गया हुये. \v 5 क्युकी आत्मा का कारण हम विश्वास से आस करी हुये न्यायीपन को रस्ता देखस हइ. \v 6 मसीह यीशु मे एक होस हइ जब नी खतना अरु नी खतनारहित ऱ्हेस कुछ काम को हइ, पन फक्त विश्वास जो प्रेम का वजेसे प्रभाव डालस हइ. \p \v 7 तुम तो भोत अच्छा से दौड रा था. अब कोने तोखे रोकी दियो की सच्ची खे नी मान्यो. \v 8 असो सीख्यो तुमारो बुलानवाला परमेश्वर का तरप से नी. \v 9 थोडो सो खमीर सब ओसनीआले आटो खे खमीर बयन डारस. \v 10 प्रभु पर तुमारा विषय मे भरोसो रखस हइ की तुमारो कोय दुसरो विषय नी हुये. पन जो तोखे घबऱ्ये देस हइ, व्हा कोय भी ही हुये खे दण्ड पाए. \p \v 11 पन हे भैइ अरु भैइनहोण, अगर मी आज तक भी जसो की कुछ दुन्या समझस हइ की खतना करण को महत्व को प्रचार करस हइ, ते मेखे अब तक सतायो जास हइ तब भी मसीह खे क्रुस को प्रचार करण पइदा हुयो मरा सभी बाधाहोन खतम होनु चास. \v 12 अच्छो होस की जो तोखे दुखी करस हइ, वे सब रस्ता पर जाये अपनो आंग हि खे काटि डालस. \p \v 13 हे भैइ, तुम स्वतंत्रता होन का लिये बुलाया गया हइ. पन असो अपना आप खे स्वतंत्रता आंग का काम का लिये अवसर बन्यो, जब प्रेम से एक दुसरो को सेवक बन्यो. \v 14 क्युकी सब व्यवस्था ये एक ही बात मे पुरी हुइ जाए हइ, “तु अपना पडोसी से अपना जसो प्रेम रखस.” \v 15 पन अगर तुम एक दुसरा खे दुख अरु चोट पोचास हइ तुम आपस मे एक दुसरा खे पुरी रीति से खतम करस हइ. \s पवित्र मन का वजेसे सचालन \p \v 16 पर मी बोलुस हइ, आत्मा का जसो चल ते तुम आंग कि लालसा कोय रीति से पुरी नी कऱ्यु. \v 17 क्युकी आंग आत्मा का विरोध मे अरु मन आग का विरोध मे लालसा करस हइ, अरु ये एक दुसरा का विरोधी हइ, येका लिये की जो तुम करणो चास हुये उ नी करण पाए. \v 18 अरु अगर तुम आत्मा चाल चलस हइ ते व्यवस्था का आधीन नी र्‍हेनु. \p \v 19 आंग का काम व्यभिचार, अपवित्रता, अरु भोग-विलास को काम लुचपन, \v 20 मूर्तिपुजा, जादुटोनो, शत्रुता, लडनो वाद विवाद, इर्ष्या, घुस्सा, स्वार्थी पन, \v 21 डाह, मतवालो, लिलाक्रीडा अरु येका जसा अरु-अरु काम हइ, येका विषय मे मी तुम से पैयले से बोली दिउस हुये जसो पैयले बोल्यो भी चुक्यो हुये, की असो असो काम करणवाला परमेश्वर का राज्य को वारिस नी हुये. \p \v 22 पर आत्मा को फल प्रेम, आनन्द, शांती, धीरज, कृपा, अच्छो, विश्वास, \v 23 नम्रता, अरु संयम हइ. असा काम का विरोध मे कोय भी व्यवस्था नी. \v 24 अरु जो मसीह यीशु को हइ, ओने आंग का ओकि लालसाहोन अरु अभिलाषाहोन समेत क्रुस पर चडय दीयो हइ. \v 25 अगर हम आत्मा का वजेसे जिन्दो हइ, ते मन का जसो चले भी. \v 26 हम अभिमानी नी एक दुसरा पर नी चिडचिडानो या एक दुसरा की प्रती नी इर्षा रख. \c 6 \s एक दुसरा को बोज उठानो \p \v 1 हे भैइ अरु भैइनहोन, अगर कोय इन्सान कोय भी अपराध मे पकड्यो भी जाये ते तुम जो आत्मीक हुये नम्रता का साथ असा का संभाल्यो की अरु अपनी भी चौकसी रख की तुम भी सैतान परिक्षा मे नी पड्यो. \v 2 तुम एक दुसरा को भार उठायो, अरु यो प्रकार मसीह की व्यवस्था खे पुरी कर. \v 3 क्युकी अगर कोय भी कुछ नी होना पर भी अपनो आप खे कुछ समझस हइ, ते अपना आप खे धोको देस हइ. \v 4 पर हर एक अपना ही काम खे जाची ले, अरु तब दुसरा का बारे मे नी पन अपना ही बारे मे समज्हे ओका घमण्ड करण को अवसर हुये. \v 5 क्युकी हर एक व्यक्ति अपनो हि बोजो उठाये. \p \v 6 जो वचन की शिक्षा पास हइ, व्हा सब अच्छो सामनहोन मे सिखानवाला खे हिस्सो दे. \p \v 7 अपना आप खे धोको मत दे परमेश्वर खे मुर्ख नी बनय सकस, तुम यो काटस जो तुम ने ही बोयो हइ. \v 8 क्युकी जो अपना आग का लिये बोस हइ व्हा आग का वजेसे खतम कि कटिन काटे. अरु जो मन का लिये बोस हइ, व्हा आत्मा का वजेसे आखरी जिवन कि कठनी काटस. \v 9 हम अच्छो काम करणा मे साहस नी छोडे, क्युकी अगर हम हार नी मान्या ते ठिक टेम पर कटिन काटस. \v 10 येका लिये जहा तक अवसर मील्यो हम सब खे अच्छो कर, विशेष करीखे विश्वासी कुटुब का भैइ भैइन का साथ. \s आखरी चेतावनी अरु अभिवादन \p \v 11 देख, मे ने कसो बडा बडा अक्षरहोन मे तुम खे अपना हात से लिख्यो हइ. \v 12 जो दुन्या भारी बात को अभिमान करस हइ अरु बडोपन करस हइ वे ही तुमारो खतना करणा का लिये दबय डालस हइ, फक्त येका लिये की वे मसीह का क्रुस का कारन सताया नी जाए. \v 13 क्युकी खतना करणवाला स्वयं ते व्यवस्था पर नी चलस, पर तुमारो खतना येका लिये करणो चास हइ की तुमारो आंग होन दशा पर घमण्ड कर. \v 14 पर असो नी हुये कि मी हर कोय बात को घमण्ड करु, फक्त हमारो प्रभु यीशु मसीह का क्रुस को जेका वजेसे जगत मरी नजर मे अरु मी जगत कि नजर मे क्रुस पर चडायो गयो हुये. \v 15 क्युकी नी ते खतना को कोय महत्व हइ अरु नी खतनारहित को अगर महत्व हइ ते उ नइ सृष्टी को हइ. \v 16 जतनो ये नियम पर चलास उनका पर अरु परमेश्वर का दुन्याहोन पर शांती अरु दया होस ऱ्हेस. \p \v 17 चिठ्ठी खे खतम करस हइ मी तुम से प्रार्थना करुस हइ कि अब मेखे कोय अरु दुख मत दे क्युकी अपना आंग मे पैयले से ही सीच घाव सहीनो हइ उ बतास हइ की मी यीशु को गुलाम हइ. \p \v 18 हे भैइ अरु भैइनहोन, हमारो प्रभु यीशु मसीह को अनुग्रह तुमारो आत्मा का साथ ऱ्हेस. आमीन.