\id 1TI - Gowlan \ide UTF-8 \h 1 तीमुथियुस \toc3 1 तिमोथी \toc2 1 तिमोथी \toc1 1 तीमुथियुस का नाम से पौलुस प्रेरित कि पहली चिठ्ठी \mt2 1 तीमुथियुस का नाम पौलुस प्रेरित कि चिठ्ठी \mt1 1 तीमुथियुस का नाम पौलुस प्रेरित कि चिठ्ठी \imt पैछान \ip तीमुथियुस की कि किताब प्रेरित पौलुस द्वारा अपने चेला तीमुथियुस खे लिख्यो गइ एक चिठ्ठी ह. 1 तिमोथी संभवत यीशु को जन्म का नजीक पास 62-64 साल बाद लिखा गया था. ये होता पौलुस को जीवन का आखरी का बाहेर थो. पौलुस को तीमुथियुस का साथ नजीक संबंध थो अरु व्हा ओको उल्लेख करतो थो एक बेटा का रुप मे खे त्ता बार \xt फिलेमोन 2-22; 1 तिमोथी 1:2—1:18\xt* \ip ह्या पौलुस का चार चिठ्ठी मे से एक हइ जो मंडली का बजाय कोय इन्सान खे बतायोस हइ. दुसरी तीन चिठ्ठी 2 तीमुथियुस, तीतुस अरु फिलेमोन हइ 1 तीमुथियुस मे भोत सारी शिक्षाहोन हइ मंडली की पूजा पर \xt 2:1-15 \xt*मंडली को नेताहोन का लिए योग्यता \xt 3:1-13\xt* का अरु चुनोती का खिलाफ झूटी शिक्षक \xt 1:3-11; 4:1-5; 6:2-5 \xt*. यो बतास हइ कि पौलुस तिमोथी को एक नेता बनन का लिए कसो शिक्षन करी रा था मंडली का बीच. 1 तीमुथियुस मे कोय सिद्धांन्त शामील हइ जो हमारी मंडली को नेताहोन की मदद करी सकस हइ व्हय कि मंडली का मंत्रालय को अधीकार करण का दिन. \iot रुप रेखा \io1 1. पौलुस ने तीमुथियुस खे प्रनाम करीखे शुरुआत करी \ior 1:1-2\ior*. \io1 2. फिर व्हा तीमुथियुस खे झूटा शिक्षक का खीलाप चेतावनी देस हइ \ior 1:3-11 \ior*. \io1 3. पौलुस यो समझाते हुये आगे बडते हइ कि व्हा यीशु मसीह का लिए खे त्तो आभार हइ \ior 1:12-19 \ior* \io1 4. येका बाद व्हा तीमुथियुस खे पूजा अरु मंडली को नेताहोन का बारे मे नीर्देश देतस हइ \ior 2—3 \ior*. \io1 5. पौलुस ने तीमुथियुस खे कुछ आखरी नीर्देश दिखे अपनी चिठ्ठी खत्म करी \ior 4—6 \ior*. \c 1 \s अभिवादन \p \v 1 पौलुस का तरप से जो हमारो उद्धारकर्ता परमेश्वर को अरु हमारी आस मसीह यीशु की आज्ञा से मसीह यीशु को प्रेरित. \p \v 2 ती तीमुथियुस को नाम जो विश्वास मे मरो सच्चो बेटो हइ बाप परमेश्वर को अरु हमारो \p प्रभु मसीह यीशु का तरप से तोखे अनुग्रह दया खे अरु शांती मीलती र्‍हे.\x + \xo 1:2 \xo*\xt प्रेरित 16:1\xt*\x* \s झुठो मास्तरहोन का खीलाप चेतावनी \p \v 3 जसो मे ने मकिदुनी खे जान का टेम्म तो समझायो थो, कि इफिसुस मे ऱ्हि खे कुछ दुन्याहोन खे आज्ञा दि की झुटी प्रकार कि शिक्षा नी देनु, \v 4 अरु वा कानहोन अरु अनन्त पुरवजहोन पर मन नी लगायेका जेकासे वाद विवाद होस हइ, अरु परमेश्वर को उ प्रबन्ध का जसो नी, जो विश्वास से सम्बन्ध रखस हइ. असो मेय फिर भी बोलुस हइ. \v 5 आज्ञा को सारांश यो हइ कि सपा मन अरु अच्छो विवेक को अरु नीष्कपट विश्वास से परदा प्रेम होस. \v 6 इनखे छोडी केतना दुन्या बेकार बात मे भटकी गया हइ. \v 7 अरु वे व्यवस्थापक शिक्षक तो होनो चास हइ, पर जो बात बोलस अरु जेको \p दृढता से बोलस हइ, उनका समझस भी नी. \v 8 पर हम जानस हइ की अगर कोय नीयम खे अच्छी रीति पर काम मे लगाये ते उ अच्छो हइ \v 9 यो जानी, कि धर्मी जन खे नीयम लिये नी अधर्मीहोन खे नीरंकुश भक्तिहीन पापिहोन, अपवित्र अरु अशुध्दकाम माय बाप मारनवालो, खुनी, \v 10 व्यभिचारी खे इन्सान गामीहोन, इन्सान खे बेचन आलो को झुट बोलनवालो अरु झुटी करम खानआलो का अरु इनखे छोडीखे स्च्ची शिक्षा को सब खिलाप खे लिये रोख्यो गयो हइ. \v 11 यो परमधन्य परमेश्वर कि महिमा को उ सुसमाचार का जसो हइ जो मे का दियो गयो हइ. \s परमेश्वर की दया का लिए धन्यवाद \p \v 12 अरु मी अपना प्रभु मसीह यीशु को जेने मे खे सामर्थ्य दी हइ, धन्यवाद करुस हइ कि ओने मे, विश्वासयोग्य समझी खे अपनी सेवा का लिये ठयरायो. \v 13 मी तो पैयले नीन्दा करणवालो खे अरु सतानवालो खे वाद विवाद करणवालो थो. ते भी मरा पर दया हुइ, क्युकी मे ने अविश्वास करण बिना समजे मेने यो सब कर्‍यो थो.\x + \xo 1:13 \xo*\xt प्रेरित 8:3-9-4-5\xt*\x* \v 14 अरु हमारो प्रभु को अनुग्रह उ विश्वास अरु प्रेम का सात जो मसीह यीशु मे हइ भोतायत से हुयो. \v 15 या बात सची अरु हर प्रकार से मानन, योग्य हइ, की मसीह यीशु पापिहोन को उध्दार करण का लिये जगत मे आयो कि जेमे सबसे बडो पापी मी हइ. \v 16 पर मरा पर येका लिये दया हुइ कि मी सबसे बडो पापी मे यीशु मसीह अपनी पुरी सहनशिलता बतय, कि जो दुन्या ओका पर अनन्त जिवन का लिये विश्वास करस कि उनका लिये मी एक आदर्श बनु. \v 17 आब सनातन राजा मंनजे अविनाशी कि अनदेखी अद्वैत परमेश्वर कि इज्जत अरु महिमा हमेशा होस ऱ्हेस. \p \v 18 हे बेटा ती तीमुथियुस! उ भविष्यव्दाणीहोन का जसो कि जो पैयले तरा बारे मे करी गय थी किमी या आज्ञा दियुस हइ, कि तु उनका जसो अच्छो झगडा को झगरतो ऱ्हीहे, \v 19 अरु विश्वास अरु उ अच्छा विवेक खे पकड्यो रख का जेखे दुर करण करन खे तना को विश्वास रुपी डोगो डुबी गयो. \v 20 उनका मे से हुमीनयुस अरु आलेक्झांडर हइ, जिनको मे ने सैतान खेदि दियो कि नीन्दा करणो नी सी. \c 2 \s मंडी कि प्रार्थना \p \v 1 आब मी सब से पैयले यो आग्रह करुस हुये खे कि बिनती का अरु प्रार्थना को अरु नीवेदन को अरु धन्यवाद सब इन्सानहोन कालिये कऱ्यो जाये. \v 2 राजाहोन अरु सब उच्चा पदआलो खे नीमीत्त येका लिये कि हम अराम अरु चैन का सात परमेश्वर कि भक्ति अरु गरिमा से जिवन बितास. \v 3 यो हमारो उद्धारकर्ता परमेश्वर खे अच्छो लगस अरु भास भी हइ. \v 4 जो यो चाहस हइ, कि सब इन्सानहोन को उध्दार हुये. अरु वे सत्य कि ज्ञान कि भली-भाति पैच्छानी ले. \v 5 क्युकी परमेश्वर एक मेय हइ, अरु परमेश्वर अरु इन्सानहोन का बिच मे भी एक मेय बिचवइ हइ, अगर मसीह यीशु जो इन्सान हइ. \v 6 जेने अपना आप खे सबको छुट कारा को दाम मे दि दियो कि ताकी ओकी गवइ अच्छा टेम पर दि जाये. \v 7 मी सच्ची बोलुस हुये खे झुटी नी बोलुका कि मी यो उद्देश्य से प्रचार अरु प्रेरित अरु गैरयहूदीहोन का लिये विश्वास सत्य को शिक्षक ठहरायो गयो. \p \v 8 येका लिये मी चास हइ, कि हर उपासना कि जगा अदमी बिना घुस्सा अरु विवाद खे पवित्र हातहोन खे उठ्य प्रार्थना करस हुये. \v 9 असो मेय बयहोन भी संकोच अरु धीरज का सात सुहावने कपडा से अपना आप खे सजास. नी की बाल गूथनो, सोनो, मोतिहोन खे अरु किमति कपडाहोन से. \v 10 पन अच्छा काम होन से क्युकी परमेश्वर कि भक्ति करनवाली बयहोन खे यो अच्छो भी हइ. \v 11 अरु बय खे चुपचाप से पुरी अधीनता मे र्‍हिखे सिखनो चास. \v 12 सिकव पन मी बोलुस हइ, कि बय नी शिक्षा दे अरु नी अदमी पर अधिकार चलाये का पन चुपचाप र्‍हिये. \v 13 क्युकी आदम पैयले को ओका बाद हवा बनय गय. \v 14 अरु आदम भैकायो नी गयो कि पर बय भैइकया मे एक गुना हइ. \v 15 ते भी बय बच्चा जन्म का वजेसे उध्दार पायेका अगर वा धीरज का सात विश्वास को प्रेम का अरु पवित्र मे स्थिर ऱ्हीहे. \c 3 \s मुखीया की योग्यता \p \v 1 या बात सची हइ कि मुखियो को पद होनो चास हइ, ते उ अच्छा काम कि इच्छा करस हइ. \v 2 यो आकुल्यक हइ की मुखियो नीर्दोष, अरु एक मेय बायको को अदमी, संयमी, सुशील, सभ्य, अतिथी-सत्कार करणवालो,अरु सिखाना मे नीपुण हुये. \v 3 पियक्कड या मारपीट करणवालो नी होनु. पन नाजुक होनु, अरु नी झगडा लुका अरु नी धन को लोभ होनु. \v 4 अपना घर को अच्छो प्रबन्ध करस हुये खे अरु अपनो बाल बच्चा का सब गम्भीरता से अधीन मे रखस हुये. \v 5 जब कोय अपना घर मेय को प्रबन्ध करणो नी जानस हुये खे ते परमेश्वर कि मंडली की रखवाली कसो कर्‍हे. \v 6 फिर यो कि नवो विश्वासी नी होनु का असो नी हुये की अभिमान करी कि सैतान का जसो दण्ड पाये. \v 7 अरु मंडली का बाहेरवाला मे भी ओको सुनाम हुये असो नी हुये कि नीन्दित हुइखे सैतान का जाल फन्दा मे फसी जाये. \s मंडली को सेवक \p \v 8 असो मेय सेवक को जसो होनु चायेका दो मेडाको का अंगूर को रस पियक्कड खे अरु बेइमान कि लोभी नी होनु. \v 9 पर विश्वास को भेद खे अच्छा विवेक से सुरक्षित रखे. \v 10 अरु ये भी पैयले समज्हे जायेका तब अगर नीर्दोष नीकले ते सेवक को काम कर्‍हे. \v 11 यो प्रकार से बयहोन खे भी गम्भीर होनु चाये दोष लगानवाली नी होनु, पर धीरज अरु सब बातहोन मे भरोसोयोग्य हुये. \v 12 सेवक एक मेय बय को अदमी हुये अरु बाल बच्चा अरु अपना घर को अच्छो प्रबन्ध करणो जानस हुये. \v 13 क्युकी जो सेवक को काम अच्छा तरीका से करी सकस हइ वे अपना लिये अच्छो पद उ विश्वास मेका जो मसीह यीशु पर बडो साहस मील्हे करस हइ. \s महान रहस्य \p \v 14 मी तरा पास झल्दी आन की आस रखना पर भी या बात तोखे येका लिये लिखुस हुये \v 15 अगर मरा आना मे देर हुये ते तू जानी ले की परमेश्वर का घराना मे जो जिन्दो परमेश्वर कि मंडली हइ कि अरु जो सच को खबो अरु पय्यो हइ; कसो बरताव करणु चास हइ. \v 16 अरु येमे आंग नी कि भक्ति को भेद गम्भीर हइ: \q2 अगर उ जो आंग मे प्रगट हुयो, \q2 आत्मा मे न्यायी रुख्यो कि स्वर्गदूतहोन खे दिखाइ दियो, \q2 गैरयहूदीयाहोन मे ओको प्रचार हुयो, \q1 जगत मे ओका पर विश्वास कऱ्यो गयो, \q2 अरु महिमा मे उपर उठायो गयो. \c 4 \s झुठी शिक्षा से चेतावनी \p \v 1 पवित्र आत्मा सपा से बोलस हइ कि आनवालो टेम मे कतना दुन्या भटकन आली आत्माहोन खे अरु बुरीआत्माहोन कि शिक्षाहोन पर मन लगय खे विश्वास से भैइकी जाये. \v 2 यो वु झूटा इन्सान को कपट करन हुये खे जेको विवेक मानो जलता हुया लोखोड से दबायो गयो हइ \v 3 जो भ्याव करणा से रोख्या अरु खान कि कुछ चिजहोन से दुर ऱ्हेन की आज्ञा दिखे जेने परमेश्वर ने येका लिये सृजा की विश्वासी अरु सच पहचानआलो उनका धन्यवाद का साथ खाये. \v 4 क्युकी परमेश्वर कि सृजी हुइ हर एक चिज अच्छी हइ अरु कोय चिज अस्विर करण का योग्य नी पर यो कि धन्यवाद का साथ खाय जाये हइ. \v 5 क्युकी परमेश्वर को वचन अरु प्रार्थना का वजेसे से शुध्द हुये जास हइ. \s यीशु मसीह खे अच्छा सेवक \p \v 6 अगर तू भैइहोन खे या बात की याद दिलातो र्‍हेस काते मसीह यीशु को अच्छो सेवक ठैहरे. अरु विश्वास अरु वा अच्छी शिक्षा की बात से जो तू मानतो आयो हइ, तरो पालन पोषण होतो ऱ्हीहे. \v 7 पर अशुध्द अरु डोकरीहोन कोनसी खानीहोन से अलग र्‍हेस. अरु भक्ति मे खुद को प्रशिक्षित कर्‍हे. \p \v 8 क्युकी आंग की साधना से कम लाभ होस हइ, पर भक्ति सब बात का लिये लाभदायक हइ, क्युकी यो टेम को अरु आनवाला जिवन की भी वादो येका लिये हइ. \v 9 या बात सची अरु हर प्रकार से मानन का योग्य हइ \v 10 क्युकी हम मेहनत अरु यत्न येका लिये करस हइ की हमारी आस उ जिन्दो परमेश्वर पर हइ, जो सब इन्सानहोन खे अरु विशेष रुप से विश्वासीहोन को उद्धारकर्ता हइ. \p \v 11 या बात की आज्ञा दिखे अरु सिखातो र्‍हे. \s सेवक का उपर ध्यान रखनो \p \v 12 कोय तरी जवानी को तुच्छ नी समझ पाये. पर वचन को चाल चलन को अरु प्रेम का अरु विश्वास को अरु पवित्रता मे विश्वासिहोन का लिये आदर्श बनी जास. \v 13 जब तक मी नी अव तब तक पडन अरु उपदेस देन अरु सिखाना मे लौलीन र्‍हे. \v 14 उ वरदान से जो तरा मे हइ, अरु भविष्यद्वाणी का वजेसे बुजुरुख होन खे हात रखते टेम तोखे मील्यो थो, नीश्चिन्त मत र्‍हे \v 15 वा बात खे करतो र्‍हे अरु येमे मी अपनो ध्यान लगायो ऱ्हे, ताकी तरी उन्नती सब पर प्रगट हुये. \v 16 अपनी अरु अपना उपदेस मे सावधानी रख. या बात पर स्थिर र्‍हे का क्युकी अगर असो करतो र्‍हिहे, ते तू अपना खे अरु अपना सुननवाला खे लिये भी उध्दार को करण हुये. \c 5 \s विश्वासीहोन का प्रती जबाबदारी \p \v 1 कोय बापदादा के नी गाली देनु का पर ओका बाप जानी खे समझ्य देनु का अरु जुवान खे अपनो भैइ समझनु. \v 2 डोकरी बयहोन खे माय जानी खे समझनु खे अरु जुवान बयहोन खे पुरी पवित्रता से बहन जानी खे समझय दे. \p \v 3 वे विधवाहोन जो सचमेच विधवा हइ इज्जत कर. \v 4 अरु अगर कोय विधवा को बच्चा या नाती पंत्ती हुये खे ते वे पैयले अपना घराना का सात ख्रिती धर्म का जसो जबाबदारी नीभान को अरु अपना माय बाप अरु आजी बाबा, समाली के उनको उपकार फेडे क्युकी यो परमेश्वर खे अच्छो हइ. \v 5 जो सचमेच विधवा हइ, अरु ओको कोय नी कि वा परमेश्वर पर आस रखस हइ, अरु रात दिन बिनती अरु प्रार्थना मे लौलीन ऱ्हेस हइ. \v 6 पर जो भोग विलास मे पड गइ, वा जीते जी मरी गइ हइ. \v 7 दुन्याहोन यो सुचना कर कि ताकि कोय उन पर नीर्दोष नी लगानु. \v 8 पर अगर कोय अपना रिश्तेदारहोन की विशेष रुप से अपना परिवार की चिन्ता नी कर्‍हे, ते उ विश्वास से मुकरी गयो हइ अरु अविश्वासी से भी बुरो बनी गयो हइ. \p \v 9 वा विधवा को नाम लिख्यो जाये जो साठ साल से कम की नी होनु कि अरु एक मेय अदमी कि लुगेन ऱ्ही हुये खे \v 10 अरु अच्छो काम मे सुनाम ऱ्ही हुये खे जेने बच्चाहोन को पालन पोषण कर्‍यो हइ. मीजवानहोन की सेवा करी हइ, पवित्र दुन्याहोन का पाय धोया हइ, दुखहोन की मदत करी हइ, अरु हर एक अच्छा काम मे मन लगायो हइ. \p \v 11 पर जुवान विधवाहोन को नाम नी लिखनु, क्युकी जब वे सुख विलासकरण भ्याव करणो चास हइ ते मसीह के चलस हइ \v 12 अरु दोष ठ्यरस हइ, क्युकी उनने अपनी पहली प्रतीज्ञा खे छोडी दि हइ. \v 13 अरु येका सात मे सात वे घर घर फिरी खे आलसी होन खे सीखस हइ, अरु फक्त आलसी पर बगबग करस ऱ्हेस हइ अरु दुसरा काम मे हात भी डालस हइ अरु अनुचीत बात बोलस हइ. \v 14 येका लिये मी यो चाहुस हुये कि जुवान विधवाहोन भ्याव कर्‍हे, अरु बच्चा परदा अरु घरदार सबाले, अरु कोय विरोधीहोन खे बदनाम करण को अवसर नी दे. \v 15 क्युकी कोइ एक तो भैकी खे सैतान का पिछे हुये गइ हइ. \v 16 अगर कोय विश्वासिनी खे ह्या विधवा हुये खे ते वा उनकी मदत कर्‍हे कि मंडली पर बोज नी हुये खे ताकि वा उनकी मदत करी सके जो सचमेच विधवा हइ. \p \v 17 जो बुजरुक अच्छो प्रबन्ध करस हइ, विशेष करीखे वे जो वचन सुनानो अरु सिखाना मे मेहनत करस हइ, दो गुना आदर को योग्य समझी जाये. \v 18 क्युकी पवित्रशास्त्र बोलस हइ, “दावनआला बैल को मुडो नी बाधनू.” क्युकी “मजुर अपनी मजुरी को हक्कदार हइ.” \v 19 कोय दोष कोय बुजरुक पर लगायो जाये ते बिना दो या तीन गवाह का बिना ओखे स्वीकार नी करणु. \v 20 पाप करणवाला खे सब का सामने समझ्य दे, ताकि दुसरा दुन्या भी डरे. \p \v 21 परमेश्वर खे अरु मसीह यीशु खे अरु चुन्या हुया स्वर्गदूतहोन कि उपस्थित जानी खे मी तोखे चेतावनी दियुस हइ कि तु मन खोली खे या बात खे मानीखे अरु कोय काम पक्षपात से नी कर्‍हे. \v 22 प्रभू सेवा खातीर कोय पर हात नी रखीखे प्रार्थना करण का लिये झल्दी मत करणू अरु दुसरा का पाप मे भागी नी होनु. अपना आप खे पवित्र बनायो रख. \p \v 23 भविष्य मे फक्त पाणी खे पिनवालो नी ऱ्हीहे, पन अपना पेट खे अरु अपनो घडी घडी बिमार होन का कारण थोडो थोडो अंगूर को रस भी लियो कर. \p \v 24 कुछ इन्सानहोन को पाप प्रगट हुइ जास हइ, अरु न्याय का लिये पैयले से पोची जास हइ, लेकीन दुसरा को पाप बाद मे दिखय जास हइ. \v 25 असा कुछ अच्छा काम भी प्रगट होस हइ. अरु जो प्रगट नी होस, वे भी लुकी नी सखे . \c 6 \p \v 1 जेतना दास गुलाम का नीचे हइ, वे अपना अपना स्वामी को बडो सम्मान का योग्य जानस, ताकि परमेश्वर को नाम अरु शिक्षा की नीन्दा नी हुये. \v 2 अरु जेको स्वामी विश्वासी हइ, उनका वे भैइ अरु बहीन होन कारन कम नी जाने. जब उनकी अरु भी सेवा कर, क्युकी येका से लाभ उठानआला विश्वास अरु प्रेम हइ. \s झुटी शिक्षा अरु सच्चो धन \p या बात की शिक्षा कऱ्यो कर अरु समझातो ऱ्हेस. \p \v 3 अगर कोय अरु ही प्रकार को सिध्दान्त शिकास हइ अरु हमारो प्रभु यीशु मसीह बोलीखे अरु हमारी धर्मीक शिक्षन खे नी मानस, \v 4 ते उ अभिमानी हइ अरु कुछ नी जानस. जब उ वाद विवाद अरु बोल पर तर्क करण को रोग हइ, जेखे से डाह, अरु वाद विवाद, अरु नीन्दा की बात, अरु बुरो बुरो सन्आंग, \v 5 अरु वे इन्सानहोन मे व्यर्थ रगडो वाद विवाद परदा होस हइ, जेकी डिमाक बिगडी गय हइ अरु वे सच्ची से दुर हुये गय हइ, जो समझस हइ, कि भक्ति बडी कमय को सादन हइ. \p \v 6 पर सन्तोष सहित भक्ति बडी लाभ हइ. \v 7 क्युकी नी हम जगत मे कुछ लास हइ अरु नी कुछ ली जय सकस हइ. \v 8 अरु अगर हमारा पास खानो अरु पेनन को हइ, ते इनका पर सन्तोष करणो चास. \v 9 पर जो धनी होनु चास हइ, वे असी पेपर खे अरु जाल का फन्दा अरु भोत सा व्यर्थ अरु हानी खे लालसाहोन मे फसस हइ, जो इन्सानहोन, बिगाडी देस हइ अरु विनास का समुदर मे डुबय देस हइ. \v 10 क्युकी पैसा को लोभ सब प्रकार की बुराइहोन कि जडी हइ, जेखे मील्हे करण को प्रयत्न करस हुये कतना ने विश्वास से भटकी खे अपना आप खे दुसरा प्रकार को दुख से दिल खे तोड्यो हइ. \s व्यक्‍तिगत नीर्देश \p \v 11 पर हे परमेश्वर को जन, तू या बात से भाग. अरु न्यायी जिवन, भक्ति, विश्वास, प्रेम, धिरज, अरु नम्रता को पीछो कर. \v 12 विश्वास की अच्छी कुश्ती खेल. अरु उ आखरी जिवन खे धरी ले जेका लिये तु बुलायो गयो, अरु भोत गवाहोन का सामने अच्छो अंगीकार कर्‍यो थो. \v 13 मी तोखे परमेश्वर को जो सब खे जिन्दो रखस हइ, अरु मसीह यीशु की गवइ करीखे जेने पुन्तियुस पिलातुस का सामने अपना विश्वास को अच्छो अंगीकार कऱ्यो, या आज्ञा देस हुये. \v 14 कि तु हमारो प्रभु यीशु मसीह को प्रगट होना तक या आज्ञा खे नीष्कलंक अरु नीर्दोष रख, \v 15 जेखे उ अच्छा टेम पर दिख्यो, जो परमध्यन अरु एकमात्र उ अधिकारी अरु राजाहोन को राज अरु प्रभुहोन को प्रभु हइ, \v 16 अरु अमरता फक्त वोकि हइ, अरु उ अगम्य ज्योति मे र्‍हेस हइ, अरु नी उ कोय इन्सान ने देख्यो अरु नी कभी देखी सकस हइ. ओकी प्रतीष्ठा अरु राज्य जमाना सेज मानो र्‍हिये. आमीन. \p \v 17 यो जगत का पैसावाला खे आज्ञा दे कि वे अभिमानी नी हुये अरु अनीश्चित धन पर आस नी रखे, पन परमेश्वर पर जो हमारो सुख का लिये सब कुछ भोतायत से देस हइ. \v 18 अरु अच्छो करीखे अरु अच्छा काम मे धनी बनीखे अरु उदार अरु सहायता देना मे तत्पर हुये खे \v 19 अरु आनवाला जिवन का लिये एक अच्छो पय्यो डाल्यो रखीखे कि सच्ची जिवन खे जिती ले. \p \v 20 हे तीमुथियुस या धरोहर की रखवाली कर. जो तोखे दी गइ हइ अरु बेवकुब बात से अरु विरोध खे तर्क जो झुठो ज्ञान बोलस हइ, दुर र्‍हेस. \v 21 केतना यो ज्ञान खे अंगीकार करीखे विश्वास से भटकी गया हइ. तुम पर अनुग्रह होस र्‍हे.