\id MRK – Dhankavi \ide UTF-8 \h मरकुस \toc3 मरकुस \toc2 मरकुस \toc1 मरकुस नी किताब \mt2 मरकुस कि किताब \mt1 मरकुस नी किताब \imt परिचय \ip ईशु क जीवन क वर्णन करने वावी चार पत्री मा से एक पत्री मतलब मरकूस रचीत खुश खबर था “चार पत्री ईशु क खुश खबर सोमवने से।” \ip ईशु क मृत्यु क बाद यो चार खुश खबर मत्ती, मरकुस, लूका वो यहुन्ना क हातेन लिख्यो गयो से यो चार पत्री मा से मरकुस खुश खबर आखा सी नानी पत्री से, काय तज्ञ कि मान्यता से कि मरकुस रचीत खुश खबर आखा सी पेहल लिख्यो गयो, बाकि क तीन खुश खबर ईशु क जनमक 65 से 70 साल क बाद लिख्यो गयो वो लिखने क कारण मतलब रोम शहर की मसीह मासा क मनोबल बड़ावने वो बढ़ावु करने क करता लिख्यो गया हुता। \ip यो मरकुस कुन? प्रेरित पौलुस वो बरनबास इनाक यो जवान सहककर्मी हुता, यहुन्ना मतलब मरकुस रचीत खुश खबर क लेखक मरकुस ओका साथ पेहले मिशनरी यात्रा से वीच मा ही छुड़ीन चाली जाने से ओकी मान मर्‍यादा क ठेस पुची \xt प्रेरितन 13:13\xt* बाद मा याहा मरकुस बरनबास क साथ सेवाकार्‍य मा सामिल हुता देख्या \xt प्रेरितन 15:37-39 \xt* लारे मरकुस पतरस क साथे क साथी हुता। \xt 1 पतरस 5:13, \xt* तज्ञ की ओसी मान्यता हे की जत्यार की मरकुस ने ईशु क जीवन वो सेवाकार्‍य आमने सामने देखी नी हुती ती पतरस क गवा क आधार पर उसने ओको खुश खबर लिख्या। याहा मरकुस क खुश खबर क आधार की वात से। \ip मरकुस रचीत क दुई विषय मतलब ईशु क सचा चेला बनने वो आखरी क भविष्य मा ईशु क द्बारा दी गय शिक्षा। \ip मरकुस रचीत खुश खबर मा ईशु क नम्र दास वो आपने बास कि मरजी पुरी करने मा सदा तीयार, ओसो यहोवा भगवान क मोंगावु पोर्‍यो याहा दुई रूप मा दशीया से वोसो ही मरकुस ने ईशु क द्बारा कर्‍या गया चमत्कार क विषय मा ज्यादा से ज्यादा लिख्या गया से। याहा खुश खबर क समापन ईशु क चेला क दिया गया महान हुकुम कर्‍या गया से। \iot रूप रेखा: \io1 1. बपतिस्मा देनेवावा यहुन्ना वो ईशु क बपतिस्मा \ior 1:1-13\ior* \io1 2. ईशु क द्बारा गलील प्रदेश वो क्षेत्र मा कर्‍या गया चमत्कार \ior 1:14–9:50\ior* \io1 3. गलील सी यरूशलेम तक की ईशु न यात्रा वो मंदिर मा आवनो\ior 10:1–12:44\ior* \io1 4. ईशु क द्बारा भविष्य क विषय मा दिया गया संदेश \ior 13:1-37\ior* \io1 5. ईशु क मरना वो आवी जीवीन उठने वो मरन हुकुम \ior 14:1–16:20\ior* \c 1 \s यहुन्ना बपतिस्मा देनेवावा क प्रचार \r (मत्ती 3:1-12; लूका 3:1-18; यहुन्ना 1:19-28) \p \v 1 यहोवा भगवान क पोर्‍या ईशु मसीह की खुश खबर की शुरूम। \v 2 जसो यशायाह कागळिया क पत्री मा लिखलो छे। \q1 यहोवा भगवान कहवे देख हाव म्हारा खुश खबर देने वाळा क तुमरे अगोळ मोकलू, \q2 जो थारे जुगू वाट सुधारसे। \q1 \v 3 यशायाह कागळियान “जंगल मा एक आयड़ने वावान बुल समवाय रया छे \q2 की पोरबु क वाट तीयार करू, \q2 आरू हेकी वाट सुदी करो।” \p \v 4 यहुन्ना बपतिस्मा देनेवालो आयो, जो जंगल मा बपतिस्मा देतो हतो, आरू पाप माफी क मन फिरावने क आरू बपतिस्मा लेने क खबर करतो हतो। \v 5 आखा यहूदिया देश क आरू यरूशलेम शहर मा सब रवने वावा निकवीन ओको पास गया, आरू आपसा पाप क मानीन यरदन नदी मा यहुन्ना सी बपतिस्मा लेदा। \p \v 6 बपतिस्मा देनेवावु यहुन्ना उटड़ान झटा क बनलो छिंदरो पेहरलु आरू हेकी कमर मा चामड़ान पट्टो बांधी रयो हुतो आरू टिड्डिया आरू बयड़ान माहव खाया करतो हुतो, \v 7 आरू यी करता यहुन्ना बपतिस्मा देनेवावो खबर करतो हुतो कि मार बाद मा त्यो आवने वावो छे, जो मार से भी जादा जानकार छे; हाव ते ओका पाय मा झुकीन खासड़ा निकावने जुगु भी नी होय। \v 8 हाव ते तुमूक पानी से बपतिस्मा दि रयो बाकि वो तुमूक चुखली आत्मा से बपतिस्मा आपसे \s ईशु क बपतिस्मा आरू परिक्षा \r (मत्ती 3:13–4:11; लूका 3:21-22; 4:1-13) \p \v 9 तिनु दाहड़ा मा ईशु गलील क नासरत शहर से आवीन, यरदन नदी मा यहुन्ना से बपतिस्मा लेदो। \v 10 आरू ईशु बपतिस्मा लीन पानीम रईन निकवीन बाहर आयो, तो तत्काल ईशु सोरग क खुलतो आरू चुखली आत्मा क पेरवान सारकी ओका उपर उतरता देख्यो। \v 11 \x + \xo 1:11 \xo*\xt मत्ती 3:17; 12:18; मरकुस 9:7; लूका 3:22\xt*\x*आरू हेको सोरग से यी अवाज समवाई देदी, कि तु म्हारो मोंगावु पोर्‍यो छे, “थारे से हाव खुश छे।” \p \v 12 तत्यार आत्मा तत्काल ईशु क जंगल मा मोकली। \v 13 जंगलमा चावीस दाहड़ा तक शैतान हेकी परीक्षा लिदो; आरू वो जंगली जनवार क साथ मा रयो, आरू सोरगदूत ओकी सेवा करता रया। \s ईशु क सेवान काम क सोरू करनो \r (मत्ती 4:12-17; लूका 4:14-15; 5:1-11) \p \v 14 बपतिस्मा देनेवावो यहुन्ना क धराय जाने क बाद ईशु गलील मा आवीन यहोवा भगवान क राजन वारली खबरन परचार करियो, \v 15 \x + \xo 1:15 \xo*\xt मत्ती 3:2\xt*\x*आरू कयो, “टेम पुरो हयो, आरू यहोवा भगवान क राज नाट आय गयो; पापो से मन फिरावु आरू खुश खबर पर विश्वास करो।” \p \v 16 ज्यार ईशु गलील दरियो क धड़े–धड़े जातो हतो, ती ईशु शमौन आरू ओका भाईस अन्द्रियास क दरियो जाव नाखता देख्यो; काहकि चे माछा मारन्या हुता। \v 17 ईशु तिनुक कयो, मार पछव आवु, “हाव तुमूक मानुस क यहोवा भगवान राज्यमा लावनेवावा बनावीस।” \v 18 चे तत्काल जाव छुड़ीन ईशु पछव होय लेदा। \p \v 19 थुड़ोक ओगव जाईन ईशु जबदी क पोर्‍या याकूब आरू यहुन्ना क ढोंड्यो पर जाव सुदारता देख्यो। सुधारता \v 20 ईशु तत्काल तिनुक बुलयो आरू चे तिन्दरा बास जबदीक दाहड़कियान क साथ मा ढोंड्यो पर छुड़ीन, ईशु क पछव चाल देदा। \s साहळा से भरायलो मानुस क वारू करनो \r (मत्ती 4:12-22; लूका 4:14-15; 5:1-11) \p \v 21 तत्यार चे कफरनहूम नगर मा गया, आरू वो तत्काल आराम क दाहड़े यहूदि यान प्रार्थना घर मा जाईन वारली खबर करने लाग्यो। \v 22 \x + \xo 1:22 \xo*\xt मत्ती 7:28,29\xt*\x*आरू लोगहन ओकी वारली खबर से अका बाकी होय गया, काहकि ईशु हिनुक शास्त्री मानुस क सारको नी, पुन हक क साथ मा वारली वात देखाड़तो हतो। \p \v 23 आरू तिना तेम मा, तिन्दरा प्रार्थना क घर मा एक मानुस हुतो जिनाम एक विटळ आत्मा हुती। \v 24 साहळा आयड़ीन कयी, हे ईशु नासरत, थारो हामरे साते थारो काय काम? काय तु हामुक नाश करने आवलो छे? हाव तुखे जानो, तु कुन से? “तु यहोवा भगवान क चुखलो मानुस से!” \p \v 25 “ईशु साहळा क लड़िन कयो, हुग रया; आरू हेकाम से बाहर निकवी जा।” \p \v 26 तत्यार साहळा ओको मुयड़तीजाईन, आरू मोटात् बुल से आयड़ीन ओको मा से निकली गयी। \v 27 अतरा पर जतरा लोगहन हेको देख रया हता चे आखा घबराय गिया आरू एक दिसरा क कयनो लागिया “यो काय छे? काय यो काहय भाती क नवलो सिखापन ते नी हय कि हेका पास साहळा क निकवने क हक छे आरू ची आत्मा ओको हुकुम माने।” \p \v 28 आरू ओको नाव छाटत गलील क आखा प्रदेश मा बढ़तो गयो। \s ईशु घण बेमार मानसे क आरगा कर्‍या \r (मत्ती 8:14-17; लूका 4:38-41) \p \v 29 ईशु छाटत प्रार्थना घर मा से निकवीन, याकूब आरू यहुन्ना क सात मा शमौन आरू अन्द्रियास क घर गयो। \v 30 शमौन की सासु जादा सेरी हयने से खाटला मा पड़ रयी हुती, आरू चे छाटात हेका बाराम हेके कयो। \v 31 तत्यार त्यो तिन्दरे सात मा जाईन हेको हात धरीन क हेके उठाड़ियो; आरू हेको ज्वर उतरी गयो, आरू ची ईशुन सेवा करने लागी। \p \v 32 दाहड़ो डुबने आरू शान्तो हयने क बाद मा लोगहन ईशु क त्या लोगहन क पास लाया आखा मांदला आरू साहळा से भरायलान क ओका पास लाया। \v 33 आरू आखा नगर क मानसे झोपला पर एखटा हुया। \v 34 आरू ईशु घणा जन क जो भातीभातीन बेमारी से दुखी हुता, तिनुक आरगा करियो; आरू घण सवटी साहळा क लोगहन मा से निकालियो; आरू दृष्टात्मान क बोलने नी दिदो, काहकि ची आत्मा ईशु जानती हती। \s सुनसान मा ईशु क प्रार्थना करने \r (लूका 4:42-44) \p \v 35 संदारे दाहडु निकव्यु छे घोणा पेहल, ईशु उठीन निकव्य, आरू एक बयड़ा उपर गयो आरू वा प्रार्थना करने लाग्यो। \v 36 तत्यार शमौन आरू ओको साथी ओको हेरने करीन गया। \v 37 जत्यार ईशु मेव गयो, ती ओको कयो; “सब लोगहन तुखे हेर रया।” \p \v 38 ईशु तिनुक कयो, “आवो हामु अळी काहय दिसरा गावोम जाजे, कि हाव त्या भी खुश खबर कयनु छे, काहकि हाव अतरान करीन आवलो छे।” \p \v 39 \x + \xo 1:39 \xo*\xt मत्ती 4:23; 9:35\xt*\x*आरू चे आखा गलील नगर मा आरू सभागृह मा खबर करतो आरू साहळा क निकावतो रयो। \s ईशु क एक कुड़ावा मानुस क आरगो करनों \r (मत्ती 8:1-4; लूका 5:12-16) \p \v 40 कुड़ावो लागली बीमारी क एक मानुस ईशु क पास आयो, ओका विनती करने लाग्यु, आरू ईशु अगळ घुटना टेकीन कयो, कदाम थार मरजी हय ती मखे वारू कर दे। \p \v 41 ईशु ओको पर दया करीन हात बढ़ायो, आरू ओको छिमीन कयो, “हाव यो चाहो कि तु वारू हय जा।” \v 42 आरू छाटलो ओकी कुड़ की बीमारी जात रया, आरू चो वारू होय गयो। \v 43 तत्यार ईशु ओका चकचवळयो करीन मकली दिदो। \v 44 आरू ओको कयो, “देख, कुदाक कोय भी नी कयनो, पुन जाईन पुजारा क देखाड़् कि थार सात मा काय हयो, आरू थारो वारू हुयने क बारामा जो काय नियम मूसा टाकलो छे तेरो चढ़ावो चढ़ाव।” \p \v 45 पुन चो मानुस बाहरो जात रयो आरू इनी वात की खबर फैलावने लाग्यो, कि बाद मा ईशु क उजेन्तो गाव मा नी जाय सक्यो, पुन बाहरो जंगल मा रयो; च्यार तरफ से लोगहन ओको पास आवता रया खुब देखड़तो रयो आरू या तक फिरने लाग्यो कि ईशु पछु खुल्लाम खुल्लु नगर मा नी जा सक्य, पुन बारतो जंगली स्थान मा रया; आरू चार तरफ से मानसे ओको आवता रया। \c 2 \s लखवा बीमारी वारू करने \r (मत्ती 9:1-8; लूका 5:17-26) \p \v 1 काही डाहादडान बाद ईशु कफरनहूम गाँव मा पछु आयु आरू सोमवायो, कि त्यो घर मा छे। \v 2 ती ओतरा सोवटा मानसे एखटा हुया, कि झोपला मा भी जागो नी हतो; आरू ईशु तिनुक वचन सोमवाडतु हतो। \v 3 आरू मानसे एक लखवा सी बीमार क चार मानसे ओको हुकलीन ईशुन साथे ली आश। \v 4 पुन जोत्यार चाँ गर्दीन कारण ईशुन चाँ नी पुचाय सक्यो, ती चे घर क उपर तिनान घरन नेड़ु ईशु हतु, खुल दिदा आरू चे इनाक उधार दिदा, ती खाटला पर लखवान बीमार पड़ रयु हतु, तीनाक लटकाड़ दिदा। \v 5 ईशु तेरू विश्वास देखीन तीन लखवा वावा कयो “ए पोर्‍या तारू पाप माफ होय गयु” \p \v 6 तव कोय शास्त्री चाँ बठ रया हता आपसा–आपसा मनमा विचार करणे लाग्या, \v 7 “यु मानुस काँ ओसो कयतो हतु? यु ते यहोवा भगवानन बुरा विचार करता छे! यहोवा भगवान क छुड़ीन आरू कुन पाप माफ कर सकता छे?” \p \v 8 ईशु तत्काल आपसी आत्मा मा जान लेदु, कि वो आपसा–आपसा मनमा विचार करने लाग्या, आरू तिनुक कयो, “तुमू आपसा–आपसा मनमा काँ विचार कर रया? \v 9 सहज काय छे? काय लखवा क बीमार छे यो कयनो कि थार पाप माप हयो, यो कयनो कि उठ आपसी खाटली हुचल आरू चाल पछु? \v 10 पुन तुमू ईशु क जान लेवु कि मानुस क पोर्‍या क धरती पर पाप माफ करने क भी हक छे।” त्यो लखवा क बीमार छे कयो, \v 11 “हाव तखो कयो, उठ, थार खाटली हुचलीन थारे घर जाती रोवे।” \p \v 12 त्यो उठयो, आरू तत्काल खाटली हुचलीन आखान क सामने चालीन जात रयो; इना पर आखा क आखा–बाकी हय गया, आरू यहोवा भगवान क बढ़ाई करीन कयनो लाग्यो, “हामु ओसो नी देख्या।” \s ईशु लेवी क बुलायु \r (मत्ती 9:9-13; लूका 5:27-32) \p \v 13 ईशु निकवीन नदीन क धोड़े गयो, आरू आखी गर्दी ओको साथे आवी, आरू त्यो तिनुक वारली–वारली वात कवे। \v 14 “जातो हयो ईशु क हलफई क पोर्‍यो क लेवी की आंगना मा फाळान चौकी पर बठलो देख्यो, आरू तीनाक कयो” मारे पोछल चाल। आरू त्यो उठीन ईशुन पछव गयो। \p \v 15 जव यु ओका घर मा रोटलो खाने बठया, तव फाळो लेनेवाळा आरू पापी, ईशु ओका चेला क साथे रोटलु खाने बठ्या; काहकि चे सोवटा हता, आरू ओको तेर पछव हुता। \v 16 शास्त्री आरू फरीसिया यो देखीन, कि वो तो पापी व्याज लेनेवावु क साथे रोटलु खाने बठ्या हतो, तेरा चेला कयो, “वो तो व्याज लेनेवावु आरू पापी क साथे खाता पीता छे!” \p \v 17 ईशु ने यो सोमवीन ओको कयो, “भलो व्याजवालो क मुवा–बुटी क नी, पुन बीमार क छे: हाव न्यायी क नी, पुन पापी क बुलावने आवलु छे।” \s उपवासन क बारामा सवाल \r (मत्ती 9:14-17; लूका 5:33-39) \p \v 18 बपतिस्मा देनेवावो यहुन्ना क चेला, आरू फरीसि उपवास करता हतो; शेवली कावा: त्या आवीन ईशु क कयो; “यहुन्ना क चेला आरू फरीसियो क चेला काय उपवास राख्या छे? पुन थारा चेला उपवास नी राख्या?” \p \v 19 ईशु तिनुक कयो, “जव तक लाड़ो वरात्यान क साथे रया छे, काय वो उपवास कर सकता छे? शेवली कावा जव तक लाड़ो तिनरे साथे छे, तव तक वो उपवास नी कर सकता। \v 20 पुन त्यो दाहडु आवसे जव लाड़ो तिनरे साथे रईन अलग होय जाछे; तिन टेहाव वो उपवास करसे। \p \v 21 “नवला छिंदरा क ठिगवने जुनला छिंदरो पर कोय नी लागाड़ता; नी तो वो ठिगवने तिनाम छे काय खेचाय जाय, मतलब नवला, जुनला छे, आरू वो पेहले छे जादा फाट जाछे। \v 22 नवलो अंगुरन रस क चामड़ान जुनली थैलो मा काही नी राखता नी तो अंगुरन रस क थैलो फाड़ देसे, आरू अंगुरन रस आरू थैलो दुयू सचाब होय जाछे; पुन नवल अंगुरन रस चामड़ान नोवली थैलो मा भराय जाय छे।” \fig अंगुरन रस मेकनेन चामड़ान थैलो|alt="Wineskin bag" src="lb00145c.tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="2:22"\fig* \s आराम क पोरबु \r (मत्ती 12:1-8; लूका 6:1-5) \p \v 23 उका समय ईशु आरामन दिन खेतो मा सी हुयन जातो हुतो, आरू ओका चेला चालता हता गवन उंब्या तुड़ने लाग्या। \v 24 तव फरीसिया ओको कयो, “देख; यो आराम क दाहडु वो काम काय काँ करता छे जो वारू नी?” \p \v 25 त्यो ओका सी कयो, काय तुमू क यो कदी नी भोन्या कि जव दाऊद आरू वो ओका साथी भुकला हुया आरू तीनु साथे खाने काही नी तव दाऊद काय कर्‍या हतो? \v 26 त्यो कोसा अबियातार डाहला पुजारा क टेहाव, यहोवा भगवान क घर मा जाईन भेंटन क रटलो खादा, ओको खानो पुजारा क छुड़ीन आरू कोयक क भी वारू नी, आरू आपसा साथी क भी दिदो? \p \v 27 तव त्यो तिनुक कयो, आराम क दाहडु लोगहन क करता बनाड़े गया छे, नी कि लोगहन आराम क दाहड़ान करता। \v 28 “एरकरीन लोगहन क पोर्‍या आराम क दाहडु क भी भगवान छे।” \c 3 \s ईशु सुकला हातवावो लोगहन क वारू करने \r (मत्ती 12:9-14; लूका 6:6-11) \p \v 1 ईशु पछु प्रार्थना घर मा गयु; चाँ एक मानुस तेरू सुखलु हाथ हतु, \v 2 आरू वो तीना पर त्योगली लागाड़ ने क करता ओकी घात मा लाग्या हया हुतो, कि देख, वो आराम क दाहड़े मा भी ओको वारू करतो छे कि नी। \v 3 ईशु कयो कि सुखला हातवावा मानुस काजे “वीच मा उभु रहने कयो।” \p \v 4 आरू तीनाक कयो, “काय आराम क दाहाड़े वारलो करनेन वारू छे यो बुरो करने, जीव क वाचावने या मारीने?” पर वो चुप रया। \v 5 “आरू त्यो तिनुक मनम क रिस होईन ओथुन–अथु भावीन तीनु मानसक कयो, आपनु हाथ ओगु करू।” आरू त्यो कर्‍यु, आरू तेरू हाथ सुधरी गयो। \v 6 तव फरीसिया बाहरता जाईन तत्काल हेरोदयो न क साथे ओका विरोध मा विचार करने लाग्या, कि ओको कसा करीन इनुक सारने। \s गर्दी क ईशुन पछव चालने \p \v 7 ईशु उका चेलाहन क साथ गलील दरिया क चाल देदु; आरू गलील क यहूदिन एक मोटी गर्दी ओको पछव होय गयो; \v 8 आरू यहूदि या, आरू यरूशलेम, आरू इदूमिया, आरू यरदन नदी क पार, आरू सोर हामरे सीदोन क आस–पास छे एक मोटित गर्दी यो सोमवीन कि वो कोसो भोंगलाय गयो आरू काम करता छे, ओको साथे आवी। \v 9 \x + \xo 3:9 \xo*\xt मरकुस 4:1; लूका 5:1-3\xt*\x*आरू त्यो आपसा चेला काजे कयो, “गर्दीन कारण एक नानलो ढोंड्यो मार वाटु तैयार करू ताकि वो मखे दबाय नी सके।” \v 10 काहकि ईशु वार सोवटा जणा वारू करलो हतु, काहकि एरकरीन जोतरा लोगहन बीमार हता, ईशु छिमनेन करीन ओको पर पड़्या। \v 11 विटळ आत्मा भी, जव ईशु क देखतली, त्योतार तेर ओगव पड़ जातली, आरू आयड़ीन कयतीली कि तु यहोवा–भगवान पोर्‍यो छे; \p \v 12 आरू ईशु द्रूष्ट आत्मा क कयो, कि तु मखे प्रकट नी कर सके। \s ईशु बारा चेला क नेवाड़्यु \r (मत्ती 10:1-4; लूका 6:12-16) \p \v 13 ईशु बयड़ा पर चड़ गयो, आरू जीनुक वो पसंद करतो हतो तिनुक आपने साथे बुलावीन; आरू वो ओको साथे माय। \v 14 तव वो बारा लोगहन क त्यो नेवाड़्यु क चे ईशुन साथे रवे, आरू वो तिनुक मुकले कि चे खबर करे। \v 15 आरू साहळा क बाहरता निकावनेन क हक छे। \p \v 16 ईशु बारा जनाम रईन शमौन न ओको एक ओवी नाव मेलमिलाप्यु पतरस। \v 17 आरू जबदी क पोर्‍या याकूब आरू याकूब क भाई यहुन्ना, ओको नाव त्यो बुअनरगिस मतलब गाजनो क पोर्‍या रख्यो, \v 18 आरू अन्द्रियास, आरू फिलिप्पुस, आरू बरतुल्मै, आरू मत्ती, आरू थोमा, आरू हलफई क पोर्‍या याकूब, आरू तध्य आरू शमौन कनानी यो रोमि सरकार विरोध। \v 19 आरू यहूदा इस्करियोती त्यो ईशु क धराय भी दिदो। \s ईशु आरू बालजबुल \r (मत्ती 12:46-50; लूका 8:19-21) \p \v 20 तव ईशु घर मा आयो; आरू ओसी गर्दी एखटी होई कि वो रटलो भी नी खाय सक्यो। \v 21 जव ओको घरानो यो सुन्यु, चे ओको धरनेन क करीन निकव्या; काहकि चाँ कयतला हतो, कि ओका सुध–बुध ठिकाना पर नी छे। \p \v 22 \x + \xo 3:22 \xo*\xt मत्ती 9:34; 10:25\xt*\x*शास्त्री भी जा यरूशलेम रईन आश, यो कयता हता, “कि ईशुन माहय बालजबुल छे” आरू यो भी “ईशु दृष्टात्मान सरदार छे मदत से साहळा क निकावतो छे” \p \v 23 एरकरीन ईशु तिनुक पास बुलावीन तिनुक दृष्टान्त क कयो, “शैतान क शैतान कोसो निकाव सके?” \v 24 जर कदी एकदा जिना राज्य मा फूट पड़ी, ते चो राज्य कोसो एक जागे रोवे छे? \v 25 आरू जर कदी एकदा घर मा फूट पड़्यो ते चो घर कोसो एक जागे रोवे छे? \v 26 एरकरीन जर कभी शैतान आपसेत विरोध मा लड़ाई मा जाय, ते चे कोसा बन्यो रोवे सकता छे? ओको तो राज्य सर जासे। \p \v 27 “पुन एकदु जुरवार मानुसन क घर मा भराइन ओको माल नी लूट सकता, जव तक वो जोरवार क बांध नी लेय; आरू तव ओको घर क लूट लेस।” \p \v 28 हाव तुमू क सच कयो छे, कि लोगहन की अवलियाद क आखान पाप आरू वायकेड़ा उड़ावे, माफ कर दे से, \v 29 \x + \xo 3:29 \xo*\xt लूका 12:10\xt*\x*पुन जो एकदु चुखलो आत्मा क बुरा निन्दा करे वो कदी भी माफ नी हवे: त्यो अमरकाय पापन गुणागार बनसु। \v 30 काहकि वो कयता कि तिनाम विटळ आत्मा छे। \s ईशु क माय आरू भाई \r (मत्ती 12:46-50; लूका 8:19-21) \p \v 31 तव ईशु की माय आरू ओका भाई, आरू बाहरता उबा हता आरू ईशु क ओको बुलावने मुकल्या। \v 32 गर्दी ओकान आस–पास बठी हती, आरू त्यो तिनुक कयो, “देखु, तारी बहिनीस आरू माय आरू तारू भाई बाहरता तुखे हेरने छे।” \p \v 33 ईशु तिनुक कयो, “कि मारी माय आरू मारा भाई कुन छे?” \v 34 आरू ओको पर जा तिनान आस–पास बठ्ला हता, तिनुक देखीन ईशु कयो, “कि देखु, मारी माय आरू मारा भाई यो छे। \v 35 काहकि जो कुन यहोवा–भगवान क मरजी पर चाले, चे मारा भाई, आरू बहिनीस आरू माय छे।” \c 4 \s बीज वेरने वावा क बाराम देखाड़नो \r (मत्ती 13:1-9; लूका 8:4-8) \p \v 1 \x + \xo 4:1 \xo*\xt लूका 5:1-3\xt*\x*ईशु पछु दरिया क धड़े परचार करने लाग्या: आरू ओसी मोटी गर्दी ओको साथे एखठी होय गयी कि वो दरिया मा एक ढोंड्या पर चढ़ीन बठ्या गया, आरू सारी गर्दी धरती पर दरिया क धड़े उभी रयी। \v 2 आरू वो तीनुक दृष्टान्त मा घोणा सी वात सिकाड़ने लाग्या, आरू परचार मा उनछे कयो, \p \v 3 धियान करीन “समवो! एक वेरनेवावो बीज वेरने करीन निकलियो। \v 4 वेरने टेहाव मा काही मार्ग धड़े पड़्या आरू चिल्ला ने आवीन उको खाय लेदा। \v 5 काही दगड़ाटया धरती पर पड़्या वा ओको क घोणा धुवो नी मुवयो आरू वारू धुवो नी मुव्यो क कारण छाटो उगी गया। \v 6 आरू जव दाहड़ो निकव्या तो धपी गया, आरू मुवे नी धरने क कारण सूखी गया। \v 7 आरू काही ते झाड़का पड़ गिया आरू झाड़किया मोटा हईन तिनु बिज क दबाई दिदा, आरू चे फव नी लाया। \v 8 पुन काही वारू धरती पर पड़्या, आरू वो उग्यो आरू मोट फलवंत हुयो; आरू काही तीस गुणा, आरू काही एक सौ गुणो फोव लाया।” \p \v 9 तव त्यो कयो, “जेरे साथे सोमवने क करता कान्टा होय, वो सोमवी लेय।” \s सपनो क उद्देश्य \r (मत्ती 13:10-17; लूका 8:9-10) \p \v 10 जव ईशु ऐखलो रया गयो, तो ओका साथी ने उन बारा सहावत ओका सी इन सपनो क विषय मा पुछया। \v 11 त्यो उनछे कयो, “तुमू क तो यहोवा–भगवान क राज्य क भेद की समझ दी गय छे, पुन बाहरतावावा क करता सब वात दृष्टान्त मा होयती छे।” \q1 \v 12 एरकरीन कि “वो देखता हुया देख्य \q2 आरू तीनुक सुझाई नी पड़े \q1 आरू सोमवता सोमव्या \q2 भी आरू नी समझे। \q1 ओसो नी हुये कि त्यो पोरबु भेणी पछो आवे, \q2 आरू माफ करी जाय।” \s बीज वेरने वावान सपनो की पुरावो \r (मत्ती 13:18-23; लूका 8:11-15) \p \v 13 पछु ओका सी उनछे कयो, काय तुमू यो सपनो नी समझते? तो पछु आरू सब सपनो क कोसो समझोगे? \v 14 वेरनेवावा वचन वेरयो छे। \v 15 जो वाट क धड़े क छे वा वचन वेराय जाय यो वो छे कि जव त्या सोमव्या, तो शैतान तत्काल आवीन वचन क उनमा बोया गया हुता, उठाय ली जाता छे। \v 16 जोसो ही जो दगड़ाळी धरती पर वेरलो जाय छे, यो वो छे जो वचन क सोमवीन तत्काल खुशी छे मान्य कर लेय छे। \v 17 पुन आपने माहीय मुवन भार नी राखने क कारण वो थुड़ा ही दाहड़ा क करता रयते छे; ओको बाद जव वचन क कारण उन पर पीड़ा यो झगड़ो करावनो हुयसे छे, तो वो तत्काल ठोकर खाय छे। \v 18 जो झाड़का मा वेराय गयो यो वो छे, जिन्होने वचन सोमव्या, \v 19 आरू संसार की चिंता, आरू धन क धोखा, आरू दिसरो समान क लोभ ओका समाकर वचन क दाबाय देता छे आरू वो निष्फल रया जाता छे। \v 20 “आरू जो वारली धरती मा वेराय गयो, यो वो छे जो यहोवा–भगवान क वचन सोमवीन मान्य करतो आरू फव लायो छे: तीस गुणा, काही साठ गुणो आरू काही सौ गुणो।” \s दिवा क सपनो \r (लूका 8:16-18) \p \v 21 \x + \xo 4:21 \xo*\xt मत्ती 5:15; लूका 11:33\xt*\x*ईशु ने उनछे कयो, “काय दिया एरकरीन लावता छे कि कागनी यो खाटलो क नेचो राख जाय? काय एरकरीन नी कि दीवट पर राख देने? \v 22 \x + \xo 4:22 \xo*\xt मत्ती 10:26; लूका 12:2\xt*\x*काहकि यहोवा–भगवान क राज्य काही वात साताय नी, पुन एरकरीन छे कि प्रगट होय जाए; आरू नी काय सातायलो छे, पर एरकरीन छे कि प्रगट होय जाय। \v 23 यदि काही क सोमवने क कान्टा हुयो, तो वो सोमवी लेय!” \p \v 24 \x + \xo 4:24 \xo*\xt मत्ती 7:2; लूका 6:38\xt*\x*पछु ईशु ओका कयो, “सावधान रयो कि जो काय तुमू सोमवता छे। जा नाप छे तुमू नापता छे ओको से तुमू क करता नापाय से, आरू तुमू क सवटो आपसे जाछे। \v 25 \x + \xo 4:25 \xo*\xt मत्ती 13:12; 25:29; लूका 19:26\xt*\x*काहकि जेका साथे छे, ओको दीया जाछे; आरू ओका साथे नी छे, ओका सी वो भी जो ओको साथे छे, लेय लीया जाछे” \s उगत हुयो बीज क सपनो \p \v 26 पछु ईशु ने कयो, “यहोवा–भगवान क राज्य ओसो छे, जोसो काही मानुस धरती पर बीज वेरे, \v 27 आरू रात क सुयो आरू दाहड़ा मा जाग्या, आरू वो बीज ओसो उगे आरू मोठे कि वो नी जानो। \v 28 धरती आप छे आप धान लावती छे, पेहले अंकुर, तव उम्बीया, आरू झटा मा तीयार दाना। \v 29 पुन जव दाना पाक जाय छे, तव वो तत्काल दातवा क दार लागाड़ता छे, काहकि काटनी आय पुगी छे।” \s राई क दानो क सपनो \r (मत्ती 13:31,32,34; लूका 13:18-19) \p \v 30 पछु ईशु ने कयो, “हामु यहोवा–भगवान क राज्य की बराबरी कुनी सी देंय, आरू काही सपनो छे ओका वर्णन कर्‍यो? \v 31 वो राई क दाना क समान छे: जव धरती मा वेराय जाय छे तो धरती क सब बीजों नानो होय छे, \v 32 पुन जव वेरने गया, तो उगीन सब सागपात छे मोटा होय जाता छे, आरू ओकी ओसी मोटी डावखा निकवता छे कि क चिल्ला ओकी साहवामा पांजरू कर सकता छे” \p \v 33 वो तिनुक इनीये प्रकार क घोणा छे सपनो आपीन ओकान समझ क लारे वचन सोमवता हुता, \v 34 आरू बिना सपनो कये वो उनछे काही भी निही कयता हुता; पुन सुनला मा वो आपने निज चेला क सब वात क मतलब समजाड़तो हुता। \s वाहवाक क बंद करने \r (मत्ती 8:23-27; लूका 8:22-25) \p \v 35 तीनी दाहड़ा जव शांत हुयी, तो ईशु ने चेला छे कयो, “आवु, हामु पार चल्या।” \v 36 आरू वो गर्दी क छुड़ीन जोसो वो हुता, वोसो ही ओको ढोंड्या पर साथे ली चाल्या; आरू ओको साथे आरू भी ढोंड्या हुती। \v 37 उचकाळुन मोट वाहवा आयो, आरू झेलक ढोंड्या पर याहा तक लागी कि वो पानी छे भराय जाती हुती। \v 38 पर वो आप पोछल भाग मा ताक्यो पर सुय रया हुता। तव त्या ओको जाईन ओका सी कयो, “हे गुरू, काय तुखे चिंता नी कि हामु नष्ट हुय जाय छे?” \p \v 39 तव त्यो उठीन वादुन क धमकाय, आरू पानी छे कयो, “शांत रया, थाम जा!” आरू वादुन थाम गयो आरू मोटा चैन होय गया; \v 40 आरू उनछे कयो, “तुमू काय घाबराय होय? काय तुमू हिमी तक विश्वास नी?” \p \v 41 वो घणा ही बिही गया, आरू आपसु मा बुल्या, “यो कुन छे कि वादुन आरू पानी भी ओकी हुकुम मानता छे?” \c 5 \s द्रूष्टात्माग्रस्त–लोगहन क वारू करने \r (मत्ती 8:28-34; लूका 8:26-39) \p \v 1 ईशु दरियो क पार गिरासेनियो क देश मा पुच्या, \v 2 ईशु जव वो ढोंड्या पर रईन उतरियो तो तत्काल एक मानसन जिनामा विटळ आत्मा हती, मोळवट्या मा रईन आवीन ईशु क देखाई। \v 3 काहकि वो बीड़ाम रयतो हतो आरू कोय तीनाक साकव करीन बांध भी नी सकता हता, \v 4 काहकि वो बार–बार साकव करीन बांधता हता, पुन त्यो साकव क तुड़ दिदो आरू साकव क टुकड़ा–टुकड़ा कर दिदो हतो, आरू कोय ओको मानाळी भी नी सकता। \v 5 वो लगातार रात–दाहड़ो मोड़वाट्याम आरू बयड़ाम आयड़े, आरू वो दगड़ा छे ठुकरायतो हतो। \p \v 6 वो ईशु क दुर रईन देखीन दौड़ीन ईशु क बुलाड़े, \v 7 आरू जुरे से ओवाज मा आयड़ीन कयो, “हे ईशु, महान यहोवा–भगवान क पोर्‍या, मखे तुखे छे काय काम छे? हाव तुखे यहोवा–भगवान क शपथ खाम की मखे पीड़ा मा आपे।” \v 8 काहकि ईशु ओको कयो, हतो “हे विटळ आत्मा इन मानुस मा रईन निकवी जा।” \p \v 9 ईशु ओका पुछु, “थारो नाव काय छे?” \p त्यो ईशु कयो, “मारो नाव सेना छे; काहकि हामु घणा सोवटा छे!” \v 10 आरू त्यो ईशु क विनती करने लाग्या, “हामु क इन प्रदेश रईन बाहर मा मुकले।” \p \v 11 वो बयड़ा पर सुहर्‍या क टुवु चर रया हता। \v 12 त्यो ईशु क विनती करीन कयो, कि “हामु इनु सुहर्‍या मा मुकली दे कि हामु ओको साथे जासु।” \v 13 शेवली कावा ईशु ने हुकुम दिदो आरू विटळ आत्मा निकवीन सुहर्‍या क धोड़े गयु त्यो आरू टुवु दुइ हजार क हतो, बयड़ा धड़े रईन दौड़ीन गया आरू दरिया मा जाईन आरू डूब मर्‍या। \p \v 14 ओका चारनेवावा ढ़ासाड़ीन नगर आरू गाव मा खबर सोमवाळ्या, आरू जो हयो हतो, लोगहन ओको देखने आया। \v 15 ईशुन क साथे आवीन वो ओको जी साहळा समाई हती, छिंदरा पेहरने आरू विचार करीन देखीन घबराय गया। \v 16 देखनेवावा ने ओकाम साहळा हती, आरू सुहर्‍या क पुरा हाल ओको क कय सोमवाळ्यो। \p \v 17 तव वो ओको रावन्या करीन कयनो लाग्यो कि हामरी सिवम रईन जात रया। \p \v 18 जव वो ढोंड्या पर चढ़ने लाग्यो ते वो जिनमा पेहल साहळा हती, तीनाक रावन्या करने लाग्यो, “मखे तारे साथे रयने दे।” \p \v 19 पुन ईशु ओको आवने नी दिदो, आरू तीनाक कयो, “आपने घर जाईन आपसा लोगहन क कयजी कि तख पर दया करियो, ईशु क थारे करता कोसो मोठ काम करियो छे।” \p \v 20 वो जाईन दिकापुलिस नगर मा इन वात क खबर करने लाग्यो कि ईशु मख करता कोसो मोठ काम कर्‍या; आरू आखा लोगहन भोंगलाय गयो हतो। \s याईर क मरली पोराय आरू एक बीमार बायर \r (मत्ती 9:18-26; लूका 8:40-56) \p \v 21 जव ईशु पछु ढोंड्या पर बठीन पल धोड़े गयो, ते एक मोटी गर्दी ओको साथे एखठी होय गय। वो तलाव क धोड़े हतो कि \v 22 याईर नाव क प्रार्थना घर क सरदार मा रईन एक आयो, ओको नाव याइराईस हतो, चाँ आयु यो देखी वो कुन छे, ओको पाय पड़्या, \v 23 आरू यो रावन्या करने लाग्या कि, मारी “नानली पोराय मरना क होय रई ईशु आवीन तेर पर हाथ राखीन ते ची आरगी होईन जीवती रवे।” \p \v 24 तव ईशु ओका साथे चाल्यो; आरू ओको पछल मोटी गर्दी होई, आरू ईशुन पछल चाल पड़ी आरू ईशु पर पड़ने लाग्या। \p \v 25 एक बायर हती, ओका बारा साल होय तक ओका लुहूय यो उहवनेन बीमारी हती। \v 26 ची घोणा मुवा–बुटीवावा क देखाड़ी पुन काहय चो दुःख वारू नी हयो, आरू ओको धन भी सच्च करीन भी ओको कोय फायदु नी हयो, पुन आरू ची बीमारी मा रई। \v 27 वो ईशु क वात सोमवीन गर्दी मा आवी ओको पछव रईन आवीन आरू ईशुन क छिंदरा क हाथ लागाड़ी, \v 28 काहकि ची कयती हती, “कदी हाव ओका ईशुन छिंदरो छिमलीस ते हाव आरगी होय जाईस।” \p \v 29 तत्काल ओको लुहूय यो बंद होय गयो, आरू ची आपसा डील मा जान लेदी कि हाव वो बीमारी रईन वारू होय गय। \v 30 ईशु तत्काल आपसा मन मा जान लेदु कि मारी शक्ति निकवीन, आरू गर्दीन पछव फिरीन कयो, कि “मारा छिंदरा क कुन हाथ लागाड़यो?” \p \v 31 ईशुन चेलाक ओको कयो, कि “तु देखतु छे आरू गर्दी तख पर पड़े आरू तु कयो कि कुन मख हाथ लागाड़यो?” \p \v 32 तव ईशु देखने करीन क जो हाथ लाग्याड़या ओको। चारो तरफ देखने लाग्यो। \v 33 तव वो बायर यो जाने की ईशु क साथे, बीहती–बीहती ओको पायमा पड़ी आरू आखी सच्चाई कयी। \v 34 ईशु तीनी बायर काजे कयो, “पोराय, थारो विश्वास ने तखं वारू करियो, खुसमा जा आरू बीमार से वाचीन रोवे?” \p \v 35 वो यो कयनो बाज रयो हतो कि प्रार्थना घर क सरदार घर रईन लोगहन आवीन कया, “थारी पोराय ते मर गय, हिमी गुरू क काँ दुःख देता से?” \p \v 36 “ईशु यो सोमव्यु कि यहूदियान प्रार्थना घर मा सरदार कयो मा बिहु विश्वास राखो।” \v 37 आरू ईशु ने पतरस आरू याकूब क भाई यहुन्ना क छुड़ीन, आरू दिसरा क नी आवने देतो। \v 38 प्रार्थना घरन क सरदार क घर पुग गयो, ईशु लोगहन क रोड़ता आरू आयड़ता देख्या। \v 39 तव ईशु ओको पास जाईन कयो, “तुमू काँ रड़ु पोराय मरी नी पुन सुव रया।” \p \v 40 चे ईशु क हासने लाग्या तेत्योर ईशु सबहन क बाहर निकाल्यो पोराय माय–बास क आरू ओको साथी पास गयो, जा चाँ पोराय पड़ रया हती। \v 41 आरू पोराय क हात धरीन ओको कयो, “ललीता कुमी” ओको मतलब, “हे पोराय, हाव तखं कयो तु उठ!” \p \v 42 आरू पोराय तत्काल उठीन चालने आरू फिरने लागी; काहकि ची पोराय बारा साल क हती। ओको पर लोगहन भोंगलाय गया। \v 43 ईशु उन लोगहन क कयो, कि यी घटना क बारामा कय क खबर नी चाले, आरू पछु ओको कयो, “वो पोराय क काहय खाने आप देवु।” \c 6 \s नासरत मा ईशु क विजुत नी करनो \r (मत्ती 13:53-58; लूका 4:16-30) \p \v 1 वाँ से निकलीन ईशु आपने देश मा नासरत आयो, आरू ओको चेला भी ओको पछव गया। \v 2 सब्त क दाहडू वो प्रार्थना घर मा प्रचार करने लाग्या, आरू खुब से मानसे सोमवीन चकित हुये आरू कयनो लाग्या, “इनीये क यी वात कयो से आय गय? यो कुन से ज्ञान से जो ओको दिया गया से? कोसो शक्ति क काम ओको हात से प्रगट होयते से?” \v 3 काय यो वो सुतार नी, जो मरियम क पोर्‍यो आरू याकूब, योसेस, यहूदा, आरू शमौन क भाई से? काय ओकी बहिनीस याहा हामरे वीच मा नी रयती? अतरान करीन त्या ओको विषय मा ठोकर खाय। \p \v 4 \x + \xo 6:4 \xo*\xt यहुन्ना 4:44\xt*\x*ईशु ने उनछे कयो, “कागळीयान क आपने देश, आरू आपने घरानो, आरू आपने घर क छुड़ीन आरू कयी भी आपमान काहनी नी हुता” \p \v 5 वो वाँ काही शक्ति क काम नी कर सक्या, केवल थुड़े–से बेमार पर हात राखीन तीनुक वारू कर्‍या। \s बारतो प्रेरितन क मुकल्या गया \r (मत्ती 10:5-15; लूका 9:1-6) \p \v 6 आरू ईशु क ओको विनभुरसा पर विछेळीयो हुयो, आरू वो चार आरू क गाव मा प्रचार करता फिर्‍यो। \v 7 ईशु ओका बारा चेलाक क आपने साथे बुलायु आरू तीनुक दुय करीन मोकलने लाग्या; आरू तीनुक साहळा पर हक दियो। \v 8 ईशु ओका आदेश देदो, “मार्ग क करता लाठी छुड़ीन आरू काही नी ली जानु; ते रोटा, नी झुली बटुए मा पोशा, \v 9 पुन खासड़ा पेहरीन आरू दुई सुटरे नी पेहरीन।” \v 10 आरू ईशु ओका कयो, “वा कयी तुमू काही घर मा उतरो, ते जत्यार तक वाँ से वाट लागाड़्या नी होय तत्यार तक तीनी घर मा रूकाय रयो। \v 11 जिना स्थान मानसे तुमूक मान्य नी करे आरू तुमरी नी सोमवे, वाँ से चालता ही आपने तलवों की धुवो झाड़को नाखो कि उन पर गवा होय” \p \v 12 तत्यार त्या जाईन प्रचार कर्‍या कि पाप सुडो मन फिरावो, \v 13 आरू घण सवटा साहळा क निकाळ्या, आरू घण सवटा न बेमारी पर तेल लगाड़ियो आरू तीनुक वारू कर्‍यो। \s यहुन्ना बपतिस्मा देने वावा की हत्या \r (मत्ती 14:1-12; लूका 9:7-9) \p \v 14 हेरोदेस राजा ने भी ईशु की चर्चा सोमवी, काहकि ओको नाव फैल गया हुता, आरू उसने कयो, “यहुन्ना बपतिस्मा देनेवावा मरला मा से, जीव उठ्यो इनी करता ओका सी यो शक्ति क काम प्रगट होयते से” \p \v 15 दिसरा मानसे ने कयो, “यो एलियाह से।” पुन काही दिसरा ने कयो, “भविष्यव्दक्ता या भविष्यवक्ता मा से काही एक क समान से” \p \v 16 हेरोदेस ने यो सोमवीन कयो, “जिना यहुन्ना क मुनका मा ने कटाड़ीया हुता, चो जीव उठ्यो।” \v 17 हेरोदेस ने आपने भाई फिलिप्पुस कि लुगाई हेरोदेस क कारण, जिना उसने वियाव कर लेदा हुता, मानसे क मुकलीन यहुन्ना क धराया जेल मा नाख दिया हुता; \v 18 काहकि यहुन्ना ने हेरोदेस से कयो हुता, “आपने भाई कि लुगाई क राखने वारू नी” \p \v 19 अतरान करीन हेरोदेस ओका सी बैर राखती हुती आरू यो चाहती हुती ओका सी मारीन नाखने; पुन ओसो नी होय सके, \v 20 काहकि हेरोदेस यहुन्ना क न्यायी आरू चुखलो पुरूष जाईन ओको घाबराय हुतो, आरू ओको वाचाड्य राखता हुता, आरू ओकी वात सोमवीन खुब घाबराया हुता, पर खुशी से सोमव्या हुता। \p \v 21 ठीक मेखे आया जत्यार हेरोदेस ने आपने जनम दाहड़ा मा आपने प्रधान, आरू सेनापती, आरू गलील क मटे मानसे क करता खानो कर्‍या। \v 22 तो हेरोदेस की पोराय माहीय आवीन, आरू नाचीन हेरोदेस क आरू ओका साथे बोठनेवावा क खुश कर्‍या। तत्यार राजा ने पोराय से कयो, “तुखे जो जुवे मखे से मांग मे तुखे आपीस।” \v 23 आरू ओका सी शपथ खाई, “मे आपने आधा राज्य तक जो काय तु मारे से मांगीस मे तुखे आपीस” \p \v 24 वो बारतो जाईन आपसी माता से पुछा, मे काय मांग? वो बुली, यहुन्ना बपतिस्मा देनेवावा क मुनको। \p \v 25 वो छाटत राजा क साथे माहीय आवी आरू ओका सी विनती करी, “मे जुवे से कि तु हीमी यहुन्ना बपतिस्मा देनेवावा क मुनको एक थाली मा मखे मांगाळ दे।” \p \v 26 तत्यार राजा खुब नराज हुया, पुन आपसी शपथ क कारण आरू साथे बोठनेवावा क कारण ओका सी टावने नी चाह्या। \v 27 अळते: राजा ने छाटत एक शिपाई क हुकुम देकर मुकल्यो कि ओको मुनक काटीन लाया। \v 28 उसने जेलखाना मा जाईन ओको मुनक काटीन, आरू एक थावी मा राखीन लाया आरू पोराय क दिया, आरू पोराय ने आपसी आया क दिया। \v 29 यो सोमवीन यहुन्ना क चेला आया, आरू ओका धड़ क ली गया आरू गाड़ देदा। \s प्रेरितन न पछो आवनो \r (मत्ती 14:13-21; लूका 9:10-17; यहुन्ना 6:1-14) \p \v 30 प्रेरितन ईशु क साथे एखठा हईन, जो काय त्या कर्‍या आरू सिकाड्या हुता, सब ओको कयो। \v 31 उसने उनछे कयो, “तुमू आप अलग काही सुनला स्थान मा चालीन थुड़ा आराम करो।” काहकि खुब मानसे आवता जाता हुता, आरू तीनुकं खाने क मेखे भी नी मिवता हुता। \v 32 अतरान करीन वो ढोंड्या पर चढ़ीन सुनसान धरती मा अलग चालीन गया। \p \v 33 खुब ने तीनुकं जाता देखीन उवखता हुता, आरू सब नगर से एखटा हुयने वो पाये दोवड़ीन आरू उनको पेहल जाय पुग्या। \v 34 \x + \xo 6:34 \xo*\xt मत्ती 9:36\xt*\x*उसने उतरीन मोटी गर्दी देखीन, आरू उन पर तरस खाया, काहकि वो उन गाडरा क समान हुते, जेका काही राखनेवावा नी होय; आरू वो तीनुक खुब सी वात सिखाडने लाग्या। \v 35 जत्यार दाहडू खुब ढव गयो, तत्यार चेला ईशु क साथे आवीन कयनो लाग्या, “यो सुनसान धरती मा से, आरू दाहडू खुब ढल गयो से। \v 36 तीनुक विदा करीन की चार आरू क गाव आरू वस्ती मा जाईन, आपने करता काही खाने क मुवे लेदा” \p \v 37 उसने ने जवाब दिया, “तुमू ही तीनुक खाने क आपो।” त्या ओको कयो, “काय हामु दुय सौ दीनार दुय सौ काहकि दाहड़ा की दाहडकी रूटा मुवे ली तीनुकं खावड़ाया?” \p \v 38 उसने उनछे कयो, “जाईन देखा तुमरे साथे कतरा रूटा से?” त्या मालम करीन कयो, “पाच रूटा आरू दुई मासा भी” \p \v 39 तत्यार उसने तीनुकं हुकुम देदी की सब क खोड़ो पर पंगात–पंगात से बट्या दे। \v 40 वो सौव आरू पचास–पचास करीन पंगात–पंगात बट्या गया। \v 41 उसने उन पाच रूटा करीन आरू दुई मासा क लेदा, आरू सोरग क तरफ देखीन धन्यवाद कर्‍यो, आरू रूटा कर चेला क देता गया की वो मानसे क पुरसे, आरू वो दुई मासा भी उन सब मा वाट दीया। \v 42 सब खाईन तुप्त होय गया, \v 43 आरू त्या तुकड़ा से बारा मसका भरीन हाकल्या, आरू काय मासा से भी। \v 44 रूटा खानेवाला, मानसे पाच हजार हुता। \s ईशु क पानी पर चालने \r (मत्ती 14:22-33; यहुन्ना 6:15-21) \p \v 45 तत्यार ईशु ने छाटत आपसा चेला क ढोंड्या पर चढ़ने क करता मजबुर कर्‍यो कि वो उनछे पेहल उना पार कफरनहूम क चालीन जाय, जत्यार तक कि वा मानसे क वाट लागाड़्या कर्‍यो। \v 46 तीनुक वाट लागाड़ीन मग वो बयड़ा पर प्रार्थना क गया। \v 47 जत्यार शांत हुयी, ती ढोंड्यो दरिया क वीच मा हुती, आरू वो एखलो धरती पर हुता। \v 48 जत्यार उसने देखा कि वो खेते घबराय गया से, काहकि वाहवा ओको विरोध हुती, तो रात क चौथे पहर निकट वो दरिया पर चालतो हुतो ओको साथे आया; आरू उनछे अगोळ निकवी जाने जुवता हुता। \v 49 पुन त्या ओका सी दरिया पर चालता देखीन समझ्या कि भूत से, आरू आयड़ीन उठ्या। \p \v 50 काहकि सब ओका सी देखीन घाबराय गया हुता। पर उसने छाटत उनछे वात कि आरू कयो, “ढाढ़स बांधो: मे से बीहु मा।” \v 51 तत्यार वो ओको साथे ढोंड्यो पर आया, आरू वाहवो रूक गयो: आरू वो खुप ही आश्‍चर्‍य करने लाग्या। \v 52 वो उन रूटा क विषय मा नी समझ्या हुता, काहकि ओको मन वातड़ो होय गया हुता। \s गन्नेसरत मा बेमार क वारू करने \r (मत्ती 14:34-36) \p \v 53 ईशु पार उतरीन गन्नेसरत मा पुच्या, आरू ढोंड्यो घाट पर लागाड़या। \v 54 जत्यार वो ढोंड्यो पर से उतरियो, तो मानसे छाटत ओको उवख कर्‍यो, \v 55 आस पास क आखा देश मा दोवड़्या, आरू बेमार क खाटला पर नाखीन, वा–वा खबर सोमव्या कि वो से, वाँ–वाँ करता फिरीया। \v 56 आरू वा कयी वो गाव, नगर, या वस्ती मा जाता हुता, मानसे बेमारी क हाट मा राखीन ओका सी विनती करता हुते कि वो तीनुकं आपने छिंदरा क छेवड़ा ही क हात लागाड़ लेने दे: आरू जोतरा ओका सी हात लागाड़ हुते, सब वारू होय जाय हुते। \c 7 \s रीति पावनेन सवाल \r (मत्ती 15:1-9) \p \v 1 तव फरीसि आरू काही शास्त्री जो यरूशलेम छे आश हुते, ईशु क साथे एखठा हुया, \v 2 आरू त्या ओको काही चेला क विटळ मतलब बिना धुया हात छे रूटा खाय देख्या \p \v 3 काहकि फरीसि आरू सब यहूदि, डाहडान कि रीति पर चालता छे आरू जव तक भली भाति हात नी धुय लेता तव तक नी खाय; \v 4 आरू बजार मा आवीन, जव तक स्नान नी कर लेता, तव तक नी खाय; आरू घोणा सी दिसरी वात छे, जो ओको साथे मानने क करता पुच्याया गय छे, जोसो वाटको, आरू कोवषो आरू तांबान ठाहरा क धुवनु। \p \v 5 एरकरीन उन फरीसियों आरू शास्त्रीया ने ओको पुछा, “थारा चेला कयो डाहडा की रीति ने पर नी पर चालता, आरू बिना धुये हात छे रूटा खाया हुता?” \p \v 6 त्यो उनछे कयो, “यशायाह ने तुमू कपटियों क विषय मा घोणा ठीक भविष्यव्दाणी की; जोसो लिख्या छे।” \q1 यो मानसे हुठड़ा छे तो मारो विजुत करता छे, \q2 पर ओको मन मखे छे दूर रयता छे। \q1 \v 7 “यो व्यर्थ मारी आराधना करता छे, \q2 काहकि मानुस की हुकुम क न्याय ोउपदेश करीन सिकाड़ता छे \q2 त्या विचार करे कि यो यहोवा–भगवान क नियम छे।” \p \v 8 “काहकि तुमू यहोवा–भगवान की हुकुम क टावीन मानुस की रीति क मानता छे।” \p \v 9 त्यो उनछे कयो, “तुमू आपसी रीति क मानने क करता यहोवा–भगवान की हुकुम कोसी वारली तरह टावने देता होय! \v 10 काहकि मूसा ने कयो छे, आपने बास आरू आपसी माय क विजुत कर आरू जो काही बास वो माय क बुरा कये वो पाको मार नाखीन जाने।” \v 11 “पुन तुमू कयता होय की यदि काही आपने बास वो माय छे कये, जो काय तुखे मखे छे लाभ पुग सकता हुता, वो कुरबान मतलब संकल्प होय चुक्यो।” \v 12 तो तुमू ओको ओका बास वो ओकी माय की काय सेवा करने नी दिदा। \v 13 “इनीये प्रकार तुमू आपसी रीति छे, जिन्हे तुमू ने ठहराया छे, यहोवा–भगवान क वचन टावने देद होय; आरू ओसो घोणा छे काम करता होय।” \s मानुस क विटळ करने वावी वात \r (मत्ती 15:10-20) \p \v 14 तव ईशु ने मानसे क आपने साथे बुलावीन उनछे कयो, “तुमू आखा मारी सोमवु, आरू समझु। \v 15 ओसी काही समान नी जो मानुस मा बाहरता छे समाकर ओको विटळ कर्‍यो; पुन जो समान मानुस क माहाय छे निकवती छे वो ही ओको विटळ करती छे। \v 16 यदि काही क समवने क कान्टा छे तो समवने लेय” \p \v 17 जव वाँ गर्दी क साथे छे घर मा गया, ती ओको चेला ने इनीये सपनो क विषय मा उना छे पुछा। \v 18 ईशु उनछे कयो, “काय तुमू भी ओसो नीसमझ होय? काय तुमू नी समझते कि समान बाहरता छे मानुस क माहीय जाती छे, वो उको विटळ नी, कर सकती? \v 19 काहकि वो ओका मन मा नी पुन पेट मा जाती छे आरू शौच मा निकवती जाती छे?” यो कयकर त्यो सब खाने समान क चुखो ठहराया। \p \v 20 पछु त्यो कयो, “जो मानुस मा छे निकवता छे, चो मानुस क विटळ करता छे। \v 21 काहकि माहीय छे, मतलब मानुस क मन छे, बुरो विचार व्यभिचार, चुरी, हत्या, \v 22 लोभी, दुष्टता, छल, लुचपन, कुदिष्ट, निन्दा, दाहवाय, आरू मुर्खता निकवती छे। \v 23 यो सब बुरी वात माहीय ही छे निकवती छे आरू मानुस क विटळ करती छे” \s सोरूफिनीकी जाति की बायर क विश्वास \r (मत्ती 15:21-28) \p \v 24 पछु ईशु वाँ छे उठीन सोर आरू सीदोन क देश मा आश; आरू एक घर मा गया आरू जुवे था कि काही नी जाने; पुन वो साताय नी सक्या। \v 25 आरू तत्काल एक बायर जेरी नानली पोराय मा साहळा हुती, ओकी चर्चा सोमवीन कर आवी आरू ओका पाय पर पड़ी। \v 26 यो युनानी आरू सुरूफ‍िनिकी काहली जाति कि हुती। त्यो ओको विनती करी की मारी पोराय मा छे साहळा निकाव दे। \v 27 त्यो ओको कयो, “पेहल पोर्‍या क तुप्त हुयने दे, काहकि पोर्‍या क रोटा लीन कुत्रा क ओगव नाख्या वारू नी छे” \p \v 28 त्यो ओको जवाब दिया, “सच छे पोरबु; तव कुत्रा भी तो हावज क नेड़ो पोर्‍या क रोटा क चूर–चार खाय लेता छे” \p \v 29 ईशु ओको कयो, “इन वात क कारण शांती मा चाली जाय; साहळा तारी पोराय मा छे निकवी गय छे” \p \v 30 त्यो आपने घर आवीन देख्य कि पोराय खाटला पर पड़ी छे, आरू साहळा निकवी गय छे। \s बेहरा आरू गुंगा क वारू करने \p \v 31 पछु ईशु सोर आरू सीदोन क देश छे निकवीन दिकापुलिस छे हुता हुया गलील की ढोंड्या पर पुच्या। \v 32 तो मानसे ने एक बेहरा क जो हक्ला भी हुता, ओको साथे लावीन ओका सी रावन्या करी कि आपसा हात ओको राखे। \v 33 तव वो ओको गर्दी छे अलग ली गया, आरू आपसी आंगवी ओका कान्टा मा नाख्या आरू थुपीन ओकी जीभ क दरिया; \v 34 आरू सोरगदूत की आरू देखीन दम भरी, आरू उना छे कयो, “इप्फत्तह!” मतलब “उघड़ जा!” \p \v 35 ओका कान्टा उघड़ी गया, आरू उना की जीभ की गाठ भी उगड़ी गय आरू वो सच–सच बुलने लाग्या। \v 36 तव त्यो तीनुक चिताया की काही छे नी कयनो; पुन जोतरा त्यो तीनुक चिताया ओतरा ही वो आरू खबर करने लाग्या। \v 37 वो घोणा ही घबरायीन मा हईन कयनो लाग्या, “त्यो जो काय कर्‍या सब वारू कर्‍या छे; वो बेहरा क सोमवने की, आरू गूंगा क बुलने की शक्ति देता छे!” \c 8 \s ईशु चार हजार मानसक क खावड़ाया \r (मत्ती 15:32-39) \p \v 1 इनु दाहड़ा मा जव पछु मोटी गर्दी एखठी होय, आरू ओको साथ काय खाने क नी हुता, तो ईशु आपने चेला क साथे बुलावीन त्यो कयो, \v 2 हावखे इनीये गर्दी पर तरस आवता छे, काहकि यो तीन दाहड़ा छे मारे साथे छे, आरू ओको साथे काय भी खाने क नी। \v 3 “कदाम हांव उन लोगहन क भुखला घर मुकली दिस, तो वाट्ये घबराय पड़से; काहकि ओका मा सी कोय–कोय दुर सी आवला छे।” \p \v 4 ईशु क चेला ओको जवाब दिया, “याहा जंगल मा ओतरा रूटा काय कयो छे लावने कि यो तुप्त होय?” \p \v 5 ईशु ओको पुछा, “तुमरे साथे कतरा रूटा छे?” \p त्या कयो, “सात।” \p \v 6 तव त्यो मानसे क धरती पर बट्या की हुकुम दिदा, आरू वो सात रोटा लेदा आरू धन्यवाद करीन तुड़ीन आरू आपने चेला क देता गया कि ओको अगळ राखे, आरू त्या मानसे क अगळ परोस दिया। \v 7 ओको साथे थुड़ी सी नानी मासी भी हुती; त्यो यहोवा–भगवान धन्यवाद करीन तीनुक भी मानसे क अगळ रखने की हुकुम दी। \v 8 वो खाय तुप्त होय गया आरू चेला ने शेष तुकड़ा क सात खिल्ला भरीन हाकलिया। \v 9 आरू मानसे चार हजार क लग भग हुता; तव त्यो ओका वाट लागाड़्या, \v 10 आरू वो तत्काल आपसा चेला क साथे ढोंड्या पर चढ़ीन दलमनूता प्रदेश क चहड़ीन गया। \s फरीसियो द्वारा सोरगदूतीय सहलानी की मांगछे \r (मत्ती 12:38-42; 16:1-4) \p \v 11 \x + \xo 8:11 \xo*\xt मत्ती 12:38; लूका 11:16\xt*\x*पछु फरीसियो आवीन ईशु छे वाद–विवाद करने लाग्या, आरू उको जांचने क लेदा ओका सी काही सोरगदूतीय सहलानी मांगने। \v 12 \x + \xo 8:12 \xo*\xt मत्ती 12:39; लूका 11:29\xt*\x*त्यो आपसी आत्मा मा दम भरकर कयो, “इन टेहाव क मानसे काय सहलानी हेरता छे? हाव तुमू छे सच कयता छे कि इन टेहाव क मानसे क काही सहलानी नी दिया जाछे” \p \v 13 आरू वो तीनुक छुड़ीन पछु ढोंड्या पर चढ़ीन गया आरू पार चालीन गया। \s फरीसियों ने ईशु क चमत्कार करने क कहा \r (मत्ती 16:5-12) \p \v 14 चेला रूटा लेने भूल गया हुते, आरू ढोंड्या मा ओको साथे एक ही रोटा हुती। \v 15 \x + \xo 8:15 \xo*\xt लूका 12:1\xt*\x*ईशु ने तीनुक चिताया, “देखा, फरीसियों क खमीर आरू हेरोदेस क खमीर छे सावधान रयो” \p \v 16 वो आपस मा विचार करीन कयनो लाग्या, “हामरे साथे रोटा नी छे” \p \v 17 यो जानीन ईशु ने उनछे कयो, “तुमू काय आपस मा यो विचार करीन रया होय कि हामरे साथे रोटा नी? काय हिमी तक नी जानता आरू नी समझ्या? काय तुमरा मन वातड़ो होय गया छे?” \v 18 \x + \xo 8:18 \xo*\xt मरकुस 4:12\xt*\x*काय डुवा राखते हुया भी नी देखता, आरू कान्टा राखते हुया भी नी सोमवते? आरू काय तुमू स्मरण नी? \p \v 19 कि जव हाव ने पाच हजार क करता पाच रोटा तुड़ी हुती तुमू ने तुकड़ा कर्‍यो कोतरी मसका भरीन हाकलिया हुते त्या ओको कयो, “बारा मसका” \p \v 20 “आरू जव चार हजार क करता सात रोटा हुती ती तुमू तुकड़ा क कोतरा खिल्ला भरीन हाकलिया हुता?” \p त्या उनछे कयो, “सात मसका” \p \v 21 पर ईशु ओका क कयो, “काय तुमू हिमी तक नी समझ्या?” \s ईशु बैतसैदा गाव मा एक आंधवा क वारू कामो \p \v 22 वो बैतसैदा मा आश। \p आरू मानसे एक आंधवा क ओका साथे ली आश आरू ईशु क रावन्या करी कि ओको धर्‍यो। \v 23 वो उना आंधवा क हात धरीन ओको गाव क खयड़े ली गया, आरू ओका डुवा मा थुपीन उना पर हात राख्य, आरू ओका सी पुछा, “काय तु काही देखता छे?” \p \v 24 त्यो डुवा उचा करीन कयो, “मा मानुस क देखता छे; वो मखे चालता हुये झाड़को जोसो देखाय दिदा छे” \p \v 25 तव त्यो दुई कावा ओकी डुवा पर हात राख्य, आरू सब आंधवा ने ध्यान छे देख्य। वो वारू होय गयो, आरू सब सच–सच देखने लाग्या। \v 26 त्यो ओको यो कयकर घर मुकल्या, “इन गाव क माहीय पाय भी नी राखने” \s ईशु जो यहोवा–भगवान नेवाड़लो तारणारो छे \r (मत्ती 16:13-20; लूका 9:18-31) \p \v 27 ईशु आरू ओका चेला कैसरिया फिलिप्पी क आस पास गाव मा चाली गया। मार्ग मा त्यो आपने चेला छे पुछा, “मानसे मखे काय कये छे कि हाव कुन छे?” \p \v 28 \x + \xo 8:28 \xo*\xt मरकुस 6:14,15; लूका 9:7,8\xt*\x*त्या दियो, “यहुन्ना बपतिस्मा देनेवावा काही–काही एलियाह आरू काही–काही भविष्यवक्ता मा छे एक भी कये छे” \p \v 29 \x + \xo 8:29 \xo*\xt यहुन्ना 6:68,69\xt*\x*त्यो उनछे पुछा, “पुन तुमू मखे काय कये होय?” \p त्यो ओकाक पुछियो, “पुन तु मखे काय कयतु छे?” पतरस ने उका जवाब दिया, “तु मसीह छे” \p \v 30 तव त्यो तीनुक चितावीन कयो कि मारे विषय मा यो काही छे नी कयनो। \s आपसी मृत्यु क विषय की भविष्यव्दाणी \r (मत्ती 16:21-28; लूका 9:22-27) \p \v 31 तव ईशु तीनुक सिकाड़ने लाग्या कि मानुस क पोर्‍या मतलब मखे करता पाको छे कि वो घोणा दुःख हाकलिया, आरू सब डाहला पुजारा, आरू शास्त्री उको तुच्छ समझकर मार नाखे, आरू वो तीन दाहड़ा क बाद मर्‍या हुया मा छे जीवन उठ्यो छे। \v 32 त्यो यी वात त्यो सच–सच कय दीया। इन पर पतरस उको अलग ले जाईन दटावु लाग्या। \v 33 पुन त्यो पुगीन आपसा चेला क देख्या, आरू पतरस क लड़िया आरू कयो “हे शैतान मारे सामने छे दुर होय; काहकि तु यहोवा–भगवान की वात पर नी, पुन मानुस की वात पर मन लागाड़ छे!” \s ईशु क पछव चालने क मतलब \p \v 34 \x + \xo 8:34 \xo*\xt मत्ती 10:38; लूका 14:27\xt*\x*ईशु ने गर्दी क आपने चेला सहावत साथे बुलावीन ओका सी कयो, “जो काही मारे पछव आवने जुवे, वो आपने आप छे मना करो आरू आपसो कुरूस हुचलीन मारे पछव होय ले। \v 35 \x + \xo 8:35 \xo*\xt मत्ती 10:39; लूका 17:33; यहुन्ना 12:25\xt*\x*काहकि जो कुई आपसो जीव वाचावने जुवे चो उको खुवसे, पर जो कुई मखे आरू खुश खबर क करता आपसो जीव क खुवसे, वो उको वाचाड़से। \v 36 यदि मानुस जगमा क हासिल करे आरू आपने जीव क हानी झेलसे, तो उको काय लाभ होयछे? \v 37 मानुस आपसा जीव क बदले काय आपसे? \v 38 जो काही इन व्यभिचार आरू पापी जाति मखे छे आरू मारी वात छे लाजवाय, ते मानुस क पोर्‍या मतलब मखे भी जव वो सोरगदूत क साथे ओका बास क महिमा क साथे आवसे, तव उना छे भी लाजवायछे” \c 9 \p \v 1 ईशु उनछे कयो, “हाव तुमूछे सच कयता छे कि जो याहा उबा छे, ओका छे काही–काही ओसो छे, कि जव तक यहोवा–भगवान क राज्य क शक्ति सहीत आश हुया नी देख लेय, तव तक मृत्यु क हवाद कदी नी चाखसे” \s ईशु क रूपान्तर \r (मत्ती 17:1-13; लूका 9:28-36) \p \v 2 छव: दाहडु कि अळतेन ईशु पतरस आरू याकूब आरू यहुन्ना क साथे लेदा, आरू सुनला मा काही उचा बयड़ा पर ली गया। वाँ ओको सामने ओका रूप बदल गया, \v 3 आरू ओका छिंदरा ओसो चमकने लाग्या आरू याहा तक धव्य हुया, कि धरती पर काही धोबी भी वोसो धव्य नी कर सकता। \v 4 आरू तीनुक मूसा क साथे एलियाह देखाय दिया; वो ईशु क साथे वात करता हुते। \v 5 इन पर पतरस ने ईशु छे कयो, “हे गुरू, हामरे याहा रयने वारू छे: अतरान करीन हामु तीन मण्डप बनाड़े; एक तारे करता एक मूसा क करता, आरू एलियाह क करता।” \v 6 काहकि पतरस यो नी जानता हुता की काय जवाब देय, अतरान करीन की वो खुप घाबराय गया हुते। \p \v 7 तव एक बादल ने तीनुक छा लेदा, आरू उना बादल मा छे यो ओवाज निकव्य, “यो मारा मोंगावु पोर्‍या छे, हेकी सुनो।” \v 8 तव त्या एकदम चार आरू दूष्टि की, आरू ईशु यहोवा–भगवान क छुड़ीन आपने साथे आरू काही क नी देख्या। \p \v 9 बयड़ा छे उतरला टेहाव त्यो तीनुक हुकुम दी की जव तक मानुस क पोर्‍या मतलब मखे मरना बाद पछो जीवतो होय नी तव काय तुमू ने देख्या छे वाँ काय छे नी कयनो। \p \v 10 त्यो ओकी वात क मान्य; आरू आपस मा वाद विवाद करने लाग्या, “मर्‍यो हुयो मा छे जीवन उठने क काय मतलब छे।” \v 11 \x + \xo 9:11 \xo*\xt मत्ती 11:14\xt*\x*आरू त्या ओको पुछा, “शास्त्री काय कये छे कि एलियाह क पेहले आवने पाको छे?” \p \v 12 त्यो तीनुक जवाब दीया, “एलियाह सचमुच पेहले आवीन सब काय सधारछे, पुन मानुस क पोर्‍या मतलब मखे क विषय यो काय लिख्या छे कि वो घोणा दुख झेलसे, आरू तुच्छ नकार जाछे? \v 13 पुन मा तुमू छे कयता छे, कि एलियाह तो आय चुक्यो छे, आरू जोसो ओको शास्त्र मा लिख्या हुता, त्या जो काय जुवे ओको साथे कर्‍यो” \s दृष्टात्माग्रस्त पोर्‍या क वारू करने \r (मत्ती 17:14-21; लूका 9:37-43) \p \v 14 जव ईशु चेला क साथे आश, ती देख्या कि ओको चार आरू मोटी गर्दी लागी छे आरू शास्त्री ओको विवाद कर रया छे। \v 15 ओको देखता ही सुब घण घबरायीन करने लाग्या, आरू ओकी आरू दोवड़ीन ओको नमस्कार कर्‍यो। \v 16 त्यो उनछे पुछा, “तुमू इन छे काय विवाद कर रयो होय?” \p \v 17 गर्दी मा छे एक ने ओको जवाब दिया, “हे गुरू, हाव आपने पोर्‍या क, जिनाम विटळ आत्मा छे वो ओको बुलने नी देती अतरान करीन तारे साथे लावने हुतो। \v 18 वा कयी वो ओको धरायती छे, चो पटक देती छे: आरू वो मुय मा फेसटु भरीन लाता, आरू दात पीसता, आरू सूखता जाता छे। हाव ने तारा चेला छे कयो कि वो निकवीन दे, पुन वो निकवीन नी सके” \p \v 19 यो सोमवीन त्यो उनछे जवाब दिन कयो, “हे विनभुरसीया मानछे, हाव किही तक तुमरे साथे रयीस? आरू किही तक तुमरी रयीस? हाव किही तक तुमरे सहन करीस? ओको मारे साथे लावु!” \p \v 20 तव वो ओको ओका साथे ली आश: आरू जव त्यो ओको देख्या, तो उनी विटळ आत्मा ने तत्काल उको मरोड़ा; आरू वो धरती पर पड्यो, आरू मुय छे फेसटु बयाते हुये धरतीपर घसड़ने लाग्या। \p \v 21 ईशु ओको बाबो छे कहा, इसकी यो दशा किही छे। त्यो कयो, “बचपन छे। \v 22 दृष्ट आत्मा इनाक नष्ट करने क करता कदी आगठा आरू कदी पानी मा पाड़्या; पुन यदि तु काही कर सक्य, ती हामु पर तरस खाईन हामरी मदत कर!” \p \v 23 ईशु ने ओका सी कयो, “यदि तु काय कर सकता छे? यो काय वात छे! विश्वास करने वावा क करता सुब काही होय सकता छे” \p \v 24 पोर्‍या क बास ने तत्काल रड़ीरड़ीन कयो, “हे पोरबु हाव विश्वास करता छे, मार विनभुरसा क वदाड़ने बढावने क मदत कर!” \p \v 25 “जव ईशु ने देख्या कि मानसे दोड़ीन गर्दी लागी रये छे कयो, ती उनी विटळ आत्मा क तुखे हुकुम दम छे, ओका मा सी छे निकवीन आय, आरू उको पुगनेन कदी भरायने नी करने!” \p \v 26 तव वो आयड़ीन आरू उको घोणा मरोड़ कर निकळी आवी; पोर्‍या मर्‍यो हुतो ओसो हुय गयो, याहा तक की घोणा मानसे कयनो लाग्या कि वो मरी गयो। \v 27 पुन ईशु ने ओको हात धरीन उको उठाड़ियो, आरू वो उबो होय गया। \p \v 28 जव वो घर मा आयो, ती ओका चेला ने सुनला मा उको पूछा, “हामु ओको दृष्ट आत्मा क बाहरता काय नी निकाव सक्य?” \p \v 29 ईशु उनछे कयो, “यो जाति बिना प्रार्थना काही आरू उपाय छे नी निकवीन सकती” \s आपसी मृत्यु क विषय ईशु की पुन: भविष्यव्दाणी \r (मत्ती 17:22-23; लूका 9:43-45) \p \v 30 पछु ईशु वाँ छे चाल्या, आरू गलील मा हईन जाय रया हुता। वो नी जुवे हुता कि काही जाने, \v 31 काहकि ईशु आपने चेला क शिक्षा दिदा आरू उनछे कयता हुता, “मानुस क पोर्‍या मतलब मखे मानुस क हात मा धराया जाछे, आरू वो उको मार नाखने; आरू वो मरना क तीन दाहड़ा बाद जीवन उठसे” \p \v 32 पर यो वात उन क समझ मा नी आवी, आरू वो ईशु क पुछने से घाबराया हुता। \s आखान मोटु कुन? \r (मत्ती 18:1-5; लूका 9:46-48) \p \v 33 पछु ईशु कफरनहूम मा आश; आरू घर मा आवीन ईशु ओखे पुछा, “वाट मा तुमू काय वात पर विवाद कर रया हुते?” \p \v 34 वो चुप रया, काहकि मार्गा मा त्या आपस मा यो वाद–विवाद कर्‍यो हुता कि हामु मा छे मोठु कुन छे। \v 35 \x + \xo 9:35 \xo*\xt मत्ती 20:26,27; 23:11; मरकुस 10:43,44; लूका 22:26\xt*\x*तव त्यो बठीन बारा चेला क बुलायो आरू ओका कयो, “यदि काही मोठ हुयने जुवे, ती सुब छे नानो आरू सब सेवक बने।” \v 36 आरू त्यो एक पोर्‍या क लीन ओको वीच मा उबो कर्‍यो, आरू उको खुवाम मा लीन उनछे कयो, \v 37 “जु कुई मार नाव छे ओसो पोर्‍या मा छे काही एक क भी मान्य करता छे, चु मखे मान्य करता छे; आरू जु कुई मखे मान्य करता, वो मखे नी, वरना मखे मुकलने वावा क मान्य करतो छे” \s जो विरोध मा नी, वो पक्ष मा \r (लूका 9:49-50) \p \v 38 तव यहुन्ना ने ईशु छे कयो, “हे गुरू हामु ने एक मानुस क तारे नाव छे साहळा क निकावता देख्या आरू हामु उको मना करने लाग्या, काहकि वो हामु हाव छे काही नी हुता” \p \v 39 ईशु कयो, “उना क मा मना करू; काहकि ओसो काय नी जो नाव शक्ति काम करे, आरू तत्काल मखे वात कय सक्य, \v 40 \x + \xo 9:40 \xo*\xt मत्ती 12:30; लूका 11:23\xt*\x*काहकि जो हामरे विरोध मा नी, वो हामरी तरफ छे। \v 41 जु कुई एक वाटको पानी तुमूक एरकरीन पावने कि तु मसीह क होय ती हाव तुमू छे सच कयता छे कि वो आपसो हर फोव काही रीति छे नी खुवसे।” \s ठुकर क कारण बनने वावा क इसारो \r (मत्ती 18:6-9; लूका 17:1-2) \p \v 42 “जो काही इन नानो मा छे जो मखे पर विश्वास करता छे, काही क ठुकर खावड़ाने ती ओको करता वारू यो छे कि मोटी चक्‍की क पाट ओका गवाम बांधीन जाय आरू वो दरिया मा नाख दिया जाय।” \v 43 \x + \xo 9:43 \xo*\xt मत्ती 5:30\xt*\x*यदि तारे हात तुखे ठुकर खावड़ाने तो उको काटने नाखने। टुण्डा हईन जीवन मा भरायने करने तारे करता इनासे वारू छे कि दुई हात रयते हुये नरक कि आगठा मा नाखने जाने जो कदी बुझने की नी। \v 44 वा किड़ा नी मरता आरू आगठी नी बुझती। \v 45 यदि तारा पाय तुखे ठुकर खावड़ाया ती उको काटने नाखने। भागड़ा हुयने जीवन मा भरायने करने तारे करता इनासे भला छे कि दुई पाय रयते हुयो नरक मा नाखने जाने। \v 46 वा ओको कीड़ा नी मरता आरू आगठी नी उलायती। \v 47 यदि तेरी डुळा तुझे ठोकर खवाड़े तो उको निकाल डाल। काना होकर यहोवा–भगवान क राज्य भरायने करनो तेरे करता इनासे भला है कि दो डुळा रहते हुए तु नरक हाव डाला जाए। \v 48 वा ओको किड़ा नी मरता आरू आगठी नी उलायती। \p \v 49 काहकि हर एक जन आगठी सी नमकीन कर्‍यो जाछे। \p \v 50 \x + \xo 9:50 \xo*\xt मत्ती 5:13; लूका 14:34,35\xt*\x*“नमक वारू छे, पर यदि नमक क हवाद जात रयो, ती उको काय छे नमकीन करसे? आपने मा नमक राख्या, आरू आपस मा मेलमिलाप वारूस छे रयो।” \c 10 \s तलाक क विषय ईशु की शिक्षा \r (मत्ती 19:1-12; लूका 16:18) \p \v 1 पछु ईशु वाँ छे उठीन यहूदिया कि सीमा मा आरू यरदन नदी क पार आश। गर्दी ओका साथे पछु एखटी होय गया, आरू वो आपसी रीति क लारे तीनुक पछु सिकाड़ने लाग्यो। \p \v 2 तव फरीसि ने ओको साथे आवीन ओकी परीक्षा करने क ओको पुछ, “काय यो वारू छे कि मानुस आपसी बायर क छुड़ने?” \p \v 3 त्यो ओको जवाब दिया, “मूसा ने हुकुम काय नियम दिदो छे?” \p \v 4 \x + \xo 10:4 \xo*\xt मत्ती 5:31\xt*\x*त्या कयो, “मूसा ने त्याग पत्री लिखने आरू त्यागने की हुकुम देदी छे” \p \v 5 ईशु ने उनछे कयो, “तुमरे मन की वातड़ो हुयने क कारण उनछे तुमरे करता यो हुकुम लिखी। \v 6 पर सूष्टि क शुरू छे यहोवा–भगवान ने नर आरू नारी करीन तीनुक बनाड़े छे। \v 7 इनीये कारण मानुस आपसा माय बास छे अलग हुयने आपसी बायर क साथे रयछे, \v 8 आरू वो दुयु डील एकुत होयछे; एरकरीन वो हिमी दुई निही पर एकुत छे। \v 9 अतरानकरीन जिनाक यहोवा–भगवान ने जुड़ा छे उको मानुस अलग नी करने” \p \v 10 घर मा चेला ने ओका विषय मा ओको पछु पुछा। \v 11 \x + \xo 10:11 \xo*\xt मत्ती 5:32; 1 कुरन्थियो 7:10,11\xt*\x*त्यो उनछे कयो, “जो काही आपसी बायर क त्यागकर दीसरी छे वियाव करे तो वो उना पेहली क विरोध मा व्यभिचार करता छे; \v 12 आरू यदि बायर आपने घरवाळा क छुड़ीन दिसरा छे वियाव करे तो वो व्यभिचार करती छे” \s ईशु नानलो पोर्‍या क सय बरकत कर्‍यो \r (मत्ती 19:13; लूका 18:15-17) \p \v 13 पछु मानसे पोर्‍या क ईशु क साथे लावने लाग्या की वो उन पर हात राखने, पर चेला ने तीनुक लड़िया। \v 14 ईशु ने यो देखीन रीस हईन उनछे कयो, “पोर्‍या क मारे साथे आवने दो आरू तीनुक मना नी करो, काहकि यहोवा–भगवान क राज्य ओसो ही क छे। \v 15 \x + \xo 10:15 \xo*\xt मत्ती 18:3\xt*\x*हाव तुमू छे सच कयता छे की जो काही यहोवा–भगवान क राज्य क पोर्‍या क समान मान्य नी करे, वो उको कदी भरायने करने नी देख सके।” \v 16 आरू त्यो तीनुक खुवाम मा लेदो, आरू ओको मुनका पर हात राखीन तीनुक सय बरकत देद। \s धनवान मानुस आरू अमरकाय जीवन छे \r (मत्ती 19:16-30; लूका 18:18-30) \p \v 17 जव ईशु वाँ छे निकवीन मार्गा मा जा रया हुता, ती एक मानुस ओका साथे दोवड़ता हुया आश, आरू ओका ओगव घुटना टेकीन उको पुछा, “हे वारला गुरू, अमरकाय जीवन क हक हुयने क करता हाव काय करीस?” \p \v 18 ईशु ने उनछे कयो, “तु मखे वारला काय कयता छे? काही खरो नी, केवल एक मतलब यहोवा–भगवान। \v 19 तु हुकुम क ती जानता छे: ‘हत्या नी करने, व्यभिचार नी करने चुरी नी करने, झुठी गवा नी देने, छल नी करने, आपने बास आरू आपसी माय क विजुत करने’” \p \v 20 त्यो उनछे कयो, “हे गुरू, इन सबको हाव लड़कपन छे मानता आयु छे” \p \v 21 ईशु ने उना नजर करीन ओका सी मोंग कर्‍यो, आरू ओको कयो, “तुखे हाव एक वात कि घटी छे। जा, जो काय तारे छे उको वेचीन गरीब क दे, आरू तुखे सोरग मा धन हाववछे, आरू आवीन मारे पछव होय लेय” \v 22 इन वात छे ओका जुवान क चेहरो उदास होय गयो आरू वो शोक करता हुया जात रयो, काहकि वो घोणा धनवान हुता। \p \v 23 ईशु ने चार आरू देखीन आपसा चेला छे कयो, “धनवान क यहोवा–भगवान क राज्य मा भरायने करनो कोतरो वातड़ो छे!” \p \v 24 चेला ओकी वात छे घबराय हुया। अतरा पर ईशु ने पछु उनछे कयो, “हे पोर्‍या, जो धन पर भरोसा राखते छे, ओको करता यहोवा–भगवान क राज्य मा भरायने करने कोसो वातड़ो छे! \v 25 यहोवा–भगवान क राज्य मा धनवान भरायने करने छे उटड़ान क सुवी क गाळा मा छे निकाव जाने सहज छे” \fig शहरन भितड़ा आरू बाहरते बेपारी उटळा क अगुवाई कर रयु छे|alt="Merchant leading a camel outside a city wall and gate" src="hk00041c।tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="10:25"\fig* \p \v 26 चेला घोणा ही चकित हईन आपस मा कयनो लाग्या, “ती पछु कायका उध्दार होय सकता छे?” \p \v 27 ईशु उनकी आरू देखीन कयो, “यो मानुस क करता काटो सकता, पुन यहोवा–भगवान छे होय सकता छे; काहकि यहोवा–भगवान छे सब काही होय सकता छे” \p \v 28 पतरस ईशु क कयनो लाग्या, “देख, हामु तो सब काही छुड़ीन तारे पछव होय करता छे” \p \v 29 ईशु ने कयो, “हाव तुमू छे सच कयता छे कि ओसो काही नी, जो मारे कारण आरू खुश खबर क कारण करता घर आव भाई आव बहिनीस आव माय आव बास आव झोठा पोर्‍या खेत क छुड़ीन दीया होय, \v 30 आरू हिमी इन टेहाव सौ गुणा नी जुड़े, घर आरू भाई आरू बहिनीस आरू माय आरू झोठा पोर्‍या आरू खेतमा क, पर सताव क साथे आरू आवने वावा जगमा अमरकाय जीवन देखछे। \v 31 \x + \xo 10:31 \xo*\xt मत्ती 20:16; लूका 13:30\xt*\x*पर खुप छे जो पेहले छे, पछव होयछे; आरू जो पेहले होयछे” \s आपसी मृत्यु क विषय ईशु की तीसरी भविष्यव्दाणी \r (मत्ती 20:17-19; लूका 18:31-34) \p \v 32 ईशु आरू ओका चेला यरूशलेम क जाते हुय मार्ग मा हुत, आरू ईशु उन क ओगव जाय रयो हुता: चेला घबराय हुते आरू जो ओका पछव चालता हुते वो घाबराय हुये हुते। तव वो पछु उन बारा क लीन उनछे वो वात कयनो लाग्यो, जो उना पर आवनेवावी हुती, \v 33 देख, हामु यरूशलेम क जाते छे, आरू मानुस क पोर्‍या मतलब मखे डाहला पुजारा आरू शास्त्री क हात धराया जाछे, आरू वो ओको घात क योग्य ठरावछे, आरू गैरयहुदी क हात मा सौप देसे। \v 34 “वो ओको ठठ्ठा मा उड़ावसे उना पर थुपछे, उना कोड़े मारछे आरू उको घात करसे, आरू तीन दाहाड़ा क बाद वो जीवीन उठसे” \s याकूब आरू यहुन्ना क रावन्या \r (मत्ती 20:20-28) \p \v 35 तव जबदी क पोर्‍या याकूब आरू यहुन्ना ईशु क साथे आवीन कयो, “हे गुरू हामु जुवता छे की जो काही हामु तुखे मांगने, वो तु हामरे करता कर्‍यो” \p \v 36 ईशु ओका सी कयो, “तुमू काय जुवता होय की हाव तुमरे करता करीस?” \p \v 37 त्या ओको कयो, “हामु यो दे कि तारी महिमा मा हामु मा छे एक तारी जेवड़े आरू दिसरा तारे बाई बठ्या” \p \v 38 \x + \xo 10:38 \xo*\xt लूका 12:50\xt*\x*ईशु ने ओक कयो, “तुमू नी जानछे की काय मांगता होय? जो वाटका मा पानी पर छे, काय तुमू पीय सकता हुता? आरू जो बपतिस्मा मा लेने पर छे, काय तुमू लेय सकता होय?” \p \v 39 त्या उनछे कयो, “हामु छे होय सकता छे” \p ईशु ने उनछे कयो, “जो वाटको मा पानी पर छे तुमू पीनो छे; आरू जो बपतिस्मा मा लेने पर छे, उको मानछे। \v 40 पर जिनके करता तीयार कर्‍या गया छे, तिनुक छुड़ीन आरू काही क आपने जेवड़े आरू आपने बाई बठाडने मारो काम नी” \p \v 41 यो सोमवीन दस याकूब आरू यहुन्ना पर रिसियाने लाग्या। \v 42 \x + \xo 10:42 \xo*\xt लूका 22:25,26\xt*\x*ती ईशु ने उनको साथे बुलावीन उनछे कयो, “तुमू जानछे होय की जो गैरयहुदी क सरदार समझे जाय छे, वो उन पर पोरबुता करता छे; आरू उनमा जो मोठ छे, ओका पर हक जताते छे। \v 43 पर तुमू मा ओसो नी छे वरना जो काही तुमू मा मोठ हुयने जुवे वो तुमरा सेवक बनछे; \v 44 आरू जो काही तुमू मा प्रधान हुयने चाहतु से चो सब क दास बनछे। \v 45 काहकि मानुस क पोर्‍या मतलब मखे इनीये करता नी आश की ओकी सेवा टहल की जाय, पर अतरान करीन आश की सेवा टहल करे, आरू घोणा क छुटकारा क करता आपसो जीव आपे” \s आंधवा बरतिमाई क द्रूष्टिदान \r (मत्ती 20:29-34; लूका 18:35-43) \p \v 46 ईशु यरीहो नगर मा आय, आरू जव वो आरू ओका चेला, आरू एक मोटी गर्दी यरीहो छे निकवती हुती, तव तिमाई क पोर्‍या बरतिमाई, दूय आंधवा भिखारी, सड़क क धोड़े बठ्या हुतो। \v 47 वो यो सोमवीन की ईशु नासरत छे, आयड़ी कयनो लाग्या, “हे दाऊद की अवलियाद, ईशु हामरे पर दया कर” \p \v 48 घोणा ने उको लड़िया की चुप रये, पर वो आरू भी आयड़ने लाग्यो, “हे दाऊद की अवलियाद हामरे पर दया कर” \p \v 49 तव ईशु ने ठहरकर कयो, “उको बुलाया” \p आरू मानसे ने उना आंधवा क बुलावीन ओको कयो, “ढाढ़स बांध! उठ वो तुखे बुलाता छे” \p \v 50 वो आपसा छिंदरा नाखी शीघ्र उठ्यो, आरू ईशु क साथे आयो। \p \v 51 इन पर ईशु ने ओको कयो, “तु काय जुवे छे की हाव तारे करता करीस?” \p आंधवा ने ओको कयो, “हे रब्बी, यो की हाव देखने लीस” \p \v 52 ईशु ने ओको कयो, “चालीन जा, तारे विश्वास ने तुखे वारू कर दिया छे” \p वो तत्काल देखने लाग्यो, आरू मार्गा मा ओको पछव चाल देदो। \c 11 \s यरूशलेम मा विजय क भरायनो \r (मत्ती 21:1-11; लूका 19:28-40; यहुन्ना 12:12-19) \p \v 1 जव वो यरूशलेम क निकट, जैतुन बयड़ा पर बैतफगे आरू बैतनिया क साथे आय तो ईशु ने आपसा चेला मा छे दुई क यो कयकर मुकल्या, \v 2 सामने क गाव मा जावु, आरू उना मा पुगेती ही एक गदड़ा क पीलो, जिना पर कदी काही नी बठ्य, बांधाय हुयो तुमू मीवछे। उको छुड़ लावु। \v 3 यदि तुमू छे काही पुछ, “यो काय करता होय? ती कयनो, पोरबु क इनीये क योजना छे, आरू वो शीघ्र उको याहा मुकली देसे।” \p \v 4 त्या जाईन उना पीलो क बाहरता झोपला क साथे चौक मा बांधिया हुया देख्या, आरू छुड़ने लाग्या। \v 5 ओका छे जो वाँ उबो हुता काही–काही कयनो लाग्या, “यो काय करता होय, गदड़ी क पीलो क काय छुड़ने होय?” \p \v 6 जोसो ईशु कयो हुता, वोसो ही त्या ओको कय; तव मानसे ने तीनुक जाने दीया। \v 7 त्या पीलो क ईशु क साथे लावीन उना वो उना पर छिंदरा नाखीन आरू वो ओको पर बस गयो। \v 8 तव घोणा ने आपसा छिंदरा मार्गा मा आथरिया दिसरा खेत मा सी डावखा काटी–काटी कर आथरी दीया। \v 9 ओका ओगव–ओगव जाते आरू पछव चाल्या आवता हुता, आयड़ीन–आयड़ीन कर कये जाते हुते, “यहोवा–भगवान की महिमा होय धन्य छे वो जो पोरबु क नाव छे आवता छे! \v 10 हामरे बास दाऊद क राज्य जो आय रया छे; धन्य छे! आकाश मा महिमा होय!” \p \v 11 वो यरूशलेम पुगीन मंदिर मा आयो, आरू चार आरू सब समान क देखीन बारा क साथे बैतनिया गया, काहकि शांत होय गयो हुती। \s ईशु गुलर क झाड़को क साप दिदो \r (मत्ती 21:18-19) \p \v 12 दीसर दाहड़ा जव वो बैतनिया छे निकवीन तो ईशु क भुख लागी। \v 13 वो दुर छे अंजीर क झाड़को क किनारो देखीन त्यो उका पास मा गियो कि काय जाने उको काही देख्या: पर पान्टा क छुड़ीन काही नी देख्या; काहकि फव क टेहाव नी हुता। \p \v 14 इन पर त्यो ओको कयो, “हिमी छे काही तारे फव कदी नी खाय!” आरू ओका चेला सोमवीन रया हुता। \s मंदिर छे व्यापारी क निकावने जाने \r (मत्ती 21:12-17; लूका 19:45-48; यहुन्ना 2:13-22) \p \v 15 पछु ईशु यरूशलेम मा आय, आरू वो मंदिर मा गया; आरू वाँ जो लेन–देन कर रया हुता तीनुक खयड़े निकवीन लाग्या, आरू सराफों क पीढ़े आरू पेरवा वेचने वावा की चौकियां उलटाय देदी, \v 16 आरू मंदिर मा छे काही क ठाहरा लीन आवने जाने नी दीया। \v 17 आरू खबर करीन उनछे कयो, “काय यो नी लिख्या छे कि मार घर सुब जाती क करता प्रार्थना क घर कवायसे? पर तुमू ने इने डाकु की खुय बनाय दी छे” \p \v 18 यो सोमवीन डाहला पुजारा आरू शास्त्री ओका नाश करने क मेखे हेरने लाग्या; काहकि वो ओका सी घाबराय हुते। \p \v 19 शांत होयते ही वो नगर छे खयड़े चालीन गया। \s सुकलो गुलर क झाड़को छे शिक्षा \r (मत्ती 21:20-22) \p \v 20 पछु भोर क जव वो उधर छे जाते हुते तो त्या उना गुलर क झाड़का क मुवे तक सूखा हुया देख्या। \v 21 पतरस क वो वात याद आवी, आरू त्यो ओको कयो, “हे गुरू, देख! यो अंजीर क झाड़को जिनाक तु स्राप देदो हुतो, सुख गया छे!” \p \v 22 ईशु ने ओको जवाब दीया, “यहोवा–भगवान पर विश्वास राख। \v 23 हाव तुमू छे सच कयता छे कि जो काही इन बयड़ा छे कये तु उखड़ जा आरू दरिया मा जाय पड़, आरू थार मन मा संका नी करे वरना भुरसो करे कि जो कयता छे वो होय जाछे, तो ओका करता चो होयछे। \v 24 एरकरीन हाव तुमू छे कयता छे की जो काही तुमू प्रार्थना करीन मांगू, ती भुरसो कर ले कि तुमू मीवछे गया, आरू तुमरे करता होय जाछे। \v 25 \x + \xo 11:25 \xo*\xt मत्ती 6:14,15\xt*\x*आरू जव कदी तुमू उबो हुया प्रार्थना करता होय तो यदि तुमरा मन मा काही क हर काय विरोध होय, तो गुणा क माफ करू: \v 26 आरू यदि तुमू समा नी करो ती तुमरा बास भी जो सोरग मा छे, तुमरा गुणा क माफ नी करसे” \s ईशु क हक पर सवाल \r (मत्ती 21:23-27; लूका 20:1-8) \p \v 27 वो पछु यरूशलेम मा आयो, आरू जव ईशु मंदिर मा टहल रया हुता ती डाहला पुजारा आरू शास्त्री आरू प्राचीन ओको साथे आवीन पुछने लाग्या, \v 28 “तु यो काम काय हक छे करता छे? आरू यो हक तुखे काय ने दिया छे कि तु यो काम करे?” \p \v 29 ईशु ने ओको कयो, “हाव भी तुमू एक वात पूछता छे; मखे जवाब दो तो तुमू कयो की यो काम काय हक छे करता छे। \v 30 यहुन्ना क बपतिस्मा काय सोरग की तरफ छे हुतो या मानुस की तरफ छे हुता। मखे जवाब दे” \p \v 31 तव वो आपस मा विवाद करने लाग्या क “यदि हामु कये सोरग कि तरफ छे, तो वो कयसे, ‘पछु तुमू ओकी भुरसो काह नी कर्‍या?’ \v 32 आरू यदि हामु कये, मानुस की आरू छे, तो मानसे क घाबराय छे, काहकि सब जानता छे कि यहुन्ना सचसच भविष्यवक्ता हुता।” \p \v 33 शेवली कावा तीनुक ईशु क जवाब देदो, “हामु नी जानता।” ईशु ने उनछे कयो, “हाव भी तुमू क नी कयो की यो काम हाव काय हक छे करता छे” \c 12 \s दुष्ट किरसान क सपनो \r (मत्ती 21:33-46; लूका 20:9-19) \p \v 1 पछु ईशु सपनो मा ओका सी वात करने लागी: “काही मानुस ने अंगुर क वाड़ी लागाड़, आरू ओको चार आरू वाड़ बांधिया, आरू रास क कुण्डा खुद्या, आरू गुम्मट बनाड़े; आरू किरसान क ओको ठेका देकर परदेश चाली गया।” \v 2 पछु फव क टेम आयो त्यो किरसान क साथे एक चाकरीयो क मुकल्यो, कि किरसान छे अंगुर क वाड़ी क फव क भाग ले। \v 3 पर त्या ओको धरीन कुट्या आरू खाली हात फिर दीया। \v 4 पछु त्यो एक आरू चाकरीयो क ओको साथे मुकल्या; त्या ओका मुनका फुड़ देदो आरू ओकी विजुत नी कर्‍यो। \v 5 पछु मालकने एक आरू क मुकल्या; त्या उको मार नाख्या। तव त्यो आरू खुप क मुकल्या; उको छे त्या काही कुट्या, आरू काही क मार नाख्या। \v 6 हिमी एक ही रया गया हुता, जो ओका मोंगावु पोर्‍या हुता; आखरी मा त्यो उको भी ओको साथे यो सुचीन मुकल्या कि वो मारा पोर्‍या क विजुत करसे। \v 7 पर उन किरसान ने आपस मा कयो, “यो तो वारीस छे; आवु, हामु उको मार नाखने, तव मीरास हामरी होय जाछे।” \v 8 आरू तीनुक ओको धरीन मार दिया, आरू अंगुर न वाड़ी सी बाहर निकालीन मार न्हाखिया। \p \v 9 एरकरीन अंगुर क वाड़ी क भगवान काय करसे? \p \v 10 काय तुमू ने चुखलो शास्त्र मा यो वचन नी भोन्या। \p जिना दगड़ा क राजमिस्त्री ने निकम्मा ठहराया हुता, चो कुपरा क सिरा होय गया। \p \v 11 “यो पोरबु कि आरू छे हुया आरू हामरी दूष्टि मा घण मोटो छे!” \p \v 12 तव त्या शास्त्री आरू मुखी पुजारा ईशु क धरने चाह्या; काहकि समझी गया हुत की त्यो हामरे विरोध मा यो सपनो कयो छे। पर वो मानसे छे घाबराय, आरू उको छुड़ीन जात रयो। \s कैसर क कर देने \r (मत्ती 22:15-22; लूका 20:20-26) \p \v 13 तव त्या ईशु क वात मा फंसाने क करता काही फरीसियो आरू हेरोदियो क ओको साथे मुकल्या। \v 14 त्या आविन ओको कयो, “हे गुरू हामु जानता छे, कि तु सच छे, आरू काही की परवाह नी करता; काहकि तु मानुस क मुय देखीन वात नी करता, पुन यहोवा–भगवान क मार्ग सच छे देखाड़ छे। ती काय कैसर क कर देने वारू छे यो नी?” \p \v 15 “हामु दे, यो नी दे?” त्यो ओको कपट जानीन उनछे कयो, “मखे काय पारखते होय? एक दीनार मारे साथे लावु कि हाव ओको देखा” \p \v 16 वो ली आय, आरू त्यो उनछे कयो, “यो छाप आरू नाव कायका छे?” \p त्या कयो, “कैसर क।” \p \v 17 ईशु ने ओको कयो, “जो कैसर क छे वो कैसर क, आरू जो यहोवा–भगवान क छे यहोवा–भगवान क दो।” \p तव वो उना पर खुप भोंगलाय गयो करने लाग्या। \s पुनरूत्थान आरू वियाव \r (मत्ती 22:23-33; लूका 20:27-40) \p \v 18 \x + \xo 12:18 \xo*\xt प्रेरितन 23:8\xt*\x*पछु सदूकियो ने भी, जो कये छे कि मरे हुयो क जीव उठने छे ही नी, ईशु साथे आवीन उना छे पुछा, \v 19 “हे गुरू मूसा ने हामरे करता लिख्या छे कि यदि काही क भाई बिना अवलियाद मर जाय आरू उना कि बायर रया जाय, ती ओको भाई ओकी बायर छे वियाव कर लेय आरू आपने भाई क करता अवलियाद पैदा कर्‍यो। \v 20 सात भाई हुता। पेहला भाई वियाव बिना अवलियाद मर गया। \v 21 तव दीसर भाई ने उनी बायर छे वियाव कर लेदा आरू बिना अवलियाद मर; आरू वोसो ही तीसरे ने भी कर्‍यो। \v 22 आरू सात छे अवलियाद नी हुय सब क पछव वो बायर भी मर गया। \v 23 शेवली कावा जीव उठने पर वो उको छे कुनीन बायर हयसे? काहकि वो सात क बायर होय चुकी हती” \p \v 24 ईशु ने उनछे कयो, “काय तुमू इन कारण छे भुल मा नी पड़्या होय कि तुमू नी ती चुखलो शास्त्र ही क जानता होय, आरू नी ही यहोवा–भगवान क शक्ति क?” \v 25 काहकि जव वो मर्‍यो हुया मा छे जीवन उठसे, तो वो नी वियाव करसे आरू नी वियाव मा दिया जाछे, पुन सोरगदूतन क समान होयछे। \v 26 मर्‍यो हुया क जीव उठने क विषय मा काय तुमू ने मूसा की किताब मा झाड़ी की काहनी मा नी भोन्या काय यहोवा–भगवान ने ओको कयो, “हाव अब्राहम क यहोवा–भगवान, आरू इसहाक क यहोवा–भगवान, आरू याकूब क यहोवा–भगवान, छे? \v 27 यहोवा–भगवान मर्‍यो हुया क नी वरना जीवतलान क यहोवा–भगवान छे; शेवली कावा तुमू मोटी भुल मा पड़्या होय!” \s आखान मोटली हुकुम \r (मत्ती 22:34-40; लूका 10:25-28) \p \v 28 शास्त्रीयो मा छे एक ने आवीन तीनुक विवाद करता सोमव्या, आरू यो जाईन कि ईशु ने तिनुक वारू रीति छे जवाब देदो, ओको पुछा, “सब छे मुखी हुकुम काहनी छे?” \p \v 29 ईशु ने ओको जवाब देदो, “सब हुकुम मा छे यो मुखी छे: ‘छे इस्राएल सोमव्य! पोरबु हामरे यहोवा–भगवान एक ही पोरबु छे, \v 30 आरू तु पोरबु आपसा यहोवा–भगवान सी थारा सब मन सी, आरू थारा सब जीव सी, आरू थारी सारी ओकल सी, आरू थारी सारी ताकत सी मोंग राख।’ \v 31 आरू दिसरा यो छे, ‘तु थार साथेवावा सी आपसे मोंग।’ इनासे मोटी आरू काही हुकुम नी।” \p \v 32 शास्त्री ने ओको कयो, “हे गुरू घोणा ठीक! तु ने सच कयो कि वो एक ही छे, आरू ओको छुड़ीन आरू काही नी। \v 33 आरू ओको सब मन, आरू सारी बुध्दी आरू सब जीव, आरू सारी शक्ति क साथ मोंग राखने; आरू साथेवावा छे आपने समान मोंग राखने, सब होमबली आरू बलिदान छे बढ़ीन छे।” \v 34 \x + \xo 12:34 \xo*\xt लूका 10:25-28\xt*\x*जव ईशु ने देख्या कि त्यो समझ छे जवाब ददो, तो ओको कयो, “तु यहोवा–भगवान क राज्य छे दूर नी।” \p आरू काही क पछु ओको काय पुछने क साहस नी हुया। \s मसीह कुनीन पोर्‍यो छे? \r (मत्ती 22:41-46; लूका 20:41-44) \p \v 35 पछु ईशु ने मंदिर मा खबर करता हुये यो कयो, “शास्त्री कोसो कये छे की मसीह दाऊद क पोर्‍यो छे?” \q1 \v 36 दाऊद ने आप ही चुखलो आत्मा मा हईन कयो छे: \q2 पोरबु ने मारे छे कयो, “मारे जेवड़े बठ्य, जव तक कि हाव तारी दुस्मन क तारे पाय कि पीढ़ी नी कर दिदा।” \m \v 37 “दाऊद ते आपसु ओको पोरबु कयता छे, पछु वो ओको पोर्‍यो कयो छे ठहरा?” \p आरू गर्दी क मानसे ओकी खुशी छे सोमवते हुते। \s शास्त्रीया छे सावधान \r (मत्ती 23:1-36; लूका 20:45-47) \p \v 38 ईशु ने आपसी खबर मा उनछे कयो, “शास्त्रीयो छे चोकचौळीया रयो, जो नांबा–नांबा चोगला पेहरीन हुये पुगनेन आरू बजारो मा नमस्कार, \v 39 आरू प्रार्थना घर मा मुखी–मुखी आसन आरू भोज मा मुखी–मुखी स्थान भी जुवता छे। \v 40 वो रंडायली क घर क खाय जातो छे, आरू देखाड़ने क करता मोटी मोटी प्रार्थना करता छे। सवटो दण्ड जुड़से।” \s गरीब रंडायली क दान \r (मत्ती 23:1-36; लूका 20:45-47) \p \v 41 ईशु मंदिर क भण्डार क सामने बठीन देख रया हुता कि मानसे मंदिर क भण्डार मा काय प्रकार दान नाखता छे; आरू खुप छे धनवान खुप काय नाख्या। \v 42 ओतरा मा एक गरीब रंडायली ने आवीन दुई दमडिया, जो एक आधला क बराबर होयती छे नाखी। \v 43 तव ईशु आपसा चेला क साथे बुलावीन उका कयो, “हाव तुमू छे सच कयता छे मंदिर क भण्डार मा नाखने वावा छे इन गरीब रंडायली सब जादा नाख्या छे; \v 44 काहकि सब आपसा धन क जादा मा छे नाख्या छे, पुन यो आपसी घोट मा छे जो काही ओको हुता, मतलब आपसी सारी जीविका नाख देदी छे।” \c 13 \s मंदिर क विनाश की भविष्यव्दाणी \r (मत्ती 24:1-2; लूका 21:5-6) \p \v 1 जव ईशु मंदिर छे निकवी रया हुता। तो ओका चेला मा छे एक ने ओको कयो, “हे गुरू, देख कोसो विशाल दगड़ आरू कोसो भव्य भवन छे।” \p \v 2 ईशु ने ओको कयो, “काय तुमू यो मोटा–मोटा भवन देखता होय: याहा दगड़ पर दगड़ भी वाच्या रयछे जो ढाया नी जाछे।” \s संकट आरू पीड़ा \r (मत्ती 24:3-14; लूका 21:7-19) \p \v 3 जव ईशु जैतुन क बयड़ा पर मंदिर क सामने बट्या हुता, तो पतरस आरू याकूब आरू यहुन्ना आरू अन्द्रियास ने अलग जाईन ओको पुछा, \v 4 “हामु कयो की यी वात किही होयछे? आरू जव यो सब वात पुरी हुयने पर होयछे उना टेहाव क काय सहलानी होयछे?” \p \v 5 ईशु उनछे कयनो लाग्यो, “चोकचौळीया रयो कि काही तुम्हें नी भरमाछे। \v 6 घोणा तारे मारे नाव छे आवीन कयसे, ‘हाव चो छे’ आरू घोणा क भरमाछे। \v 7 जव तुमू लड़ाई, आरू लड़ाई की चर्चा सोमवु, तो घाबराय; काहकि इन्दरो होयनो पाको छे, पुन उना टेहाव आखरी नी होयछे। \v 8 काहकि जाति पर जाति, आरू राज्य पर राज्य चढ़ाई करसे। हर कयी भुकंप होयछे, आरू अकाल पड़से। यो तो पीड़ा क शुरू ही होयछे।” \p \v 9 \x + \xo 13:9 \xo*\xt मत्ती 10:17-20; लूका 12:11,12\xt*\x*“पुन तुमू आपने विषय मा चौकचोळिया रहवो; काहकि मानसे तुमू महासभा मा सपछे आरू तुमू पंचायत मा कुटीन जाछे, आरू मारे कारण सरदार आरू राजा क ओगव उबो कर जाछे, ताकि ओको करता गवा होयछे। \v 10 पर पाको छे कि पेहले खुश खबर सब जाति मा खबर कर्‍यो जाछे।” \v 11 जव वो धरावीन तुमू ली जाय रया हता, ती पेहले चिंता नी करनो कि हामु काय कयसु; पर जु काय तुमू ओकी घड़ी देखाड़्या जाछे चा कयनो; काहकि बुलने वावा तुमू नी होय, पुन चुखलो आत्मा छे। \v 12 भाई आपसा भाई क आरू बास आपसा पोर्‍या घात क करता सपछे, आरू पोर्‍या माय बास क विरोध मा उठीन तीनुक माराय नाखे। \v 13 \x + \xo 13:13 \xo*\xt मत्ती 10:22\xt*\x*आरू मारे नाव क कारण सब मानसे तुमू छे बैर करसे पर जो आखरी तक धीरज धर रयछे, तीनान उध्दार होयछे। \s मोटली पीड़ा काव \r (मत्ती 24:15-28; लूका 21:20-24) \p \v 14 “शेवली कावा चुखलो शास्त्र मा विनाशकारी वस्तु उभी होई देखसु, भंनेवावा समझी लेय तव जो यहूदिया मा होय, वो बयड़ा पर ढास जाछे।” \v 15 \x + \xo 13:15 \xo*\xt लूका 17:31\xt*\x*जो छत पर होय, वो आपने घर छे काय लेने नेचो नी उतरे आरू नी माहाय जाछे; \v 16 आरू जो खेत मा होय, वो आपसा चादरो लेने क करता पछव नी आवे। \v 17 इनु दाहड़ा मा भारीस आरू दुध पावनाय होयछे ओको करता हाय! \v 18 आरू प्रार्थना कर्‍या करो कि यो जाड़े मा नी होय। \v 19 \x + \xo 13:19 \xo*\xt प्रकाशितवाक्य 7:14\xt*\x*काहकि वो दाहडु ओसो पीड़ा क होयछे कि सूष्टि क शुरू छे, जो यहोवा–भगवान ने सूजी छे, हिमी तक नी तो हुय आरू नी पछु किही होयछे। \v 20 यदि पोरबु इनु दाहड़ा क नी घटाड़तो, ती काही जनवार भी नी वाचता; पुन उन त्योने हुया क कारण जिनको त्यो त्योना छे, उन दाहाड़ा क घटाड्या। \p \v 21 “उना समय कदाम कोय तुमरे सी कये, देखो मसीह याहा छे, ‘यो देखो, वाँ छे’ तो भुरसो नी करने। \v 22 काहकि झुठा मसीह आरू झुठा भविष्यवक्ता उठ उबो होयछे, आरू सहलानी आरू घण मोटो काम देखाड़छे कि यदि होय सके तो त्योन्य हुया क भी भरमा दे। \v 23 पर तुमू चोकचौळीया रयो; देखो, हाव ने तुमू सब वात पेहले ही छे कय दी छे।” \s ईशु मानुस क पोर्‍या मतलब मखे क पुनरूत्थान \r (मत्ती 24:29-31; लूका 21:25-28) \p \v 24 \x + \xo 13:24 \xo*\xt प्रकाशितवाक्य 6:12\xt*\x*“उन दाहड़ा मा, उना पीड़ा क बाद दाहाडु आंधारो होय जाछे, आरू चाँद विजाव नी हुयो \v 25 \x + \xo 13:25 \xo*\xt प्रकाशितवाक्य 6:13\xt*\x*आरू आकाश छे तारागण पड़ने लागछे; आरू आकाश कि शक्ति हाल जाछे। \v 26 \x + \xo 13:26 \xo*\xt प्रकाशितवाक्य 1:7\xt*\x*तव मानसे मानुस क पोर्‍या मतलब मखे मोटी शक्ति आरू महिमा क साथ बादल मा आवता देखछे। \v 27 उना टेहाव वो आपने सोरगदूत क मुकलकर, धरती क इनीये छोर छे आकाश क उना छोर तक, चार दिशा छे आपने त्योन्य हुय मानसे क एखठा करसे। \s गुलर क झाड़को क उदाहरण \r (मत्ती 24:32-35; लूका 21:29-33) \p \v 28 “अंजीर क झाड़को छे यो सपनो सीकु: जव ओकी डावखा नरम होय जाय, आरू पान्टा निकवने लागता छे; ती तुमू जान लेता होय कि ग्रीष्मकाल निकट छे। \v 29 इनी प्रकार जव तुमू इन वात क होते देखो, ती जान लेय कि वो निकट छे वरना झोपला ही पर छे। \v 30 हाव तुमू छे सच कयता छे की जव तक यो सब वात नी होय लेछे, तव तक यो मानसे जाय नी रयछे। \v 31 आकाश आरू धरती टल जाछे, पुन मारी वात कदी नी टळसे। \s जागता रयो \r (मत्ती 24:36-44) \p \v 32 \x + \xo 13:32 \xo*\xt मत्ती 24:36\xt*\x*“उना दाहाड़ा यो घड़ी क विषय मा काही नी जानता, नी सोरगदूत आरू नी पोर्‍यो: पुन केवल बास। \v 33 देखो, जानता आरू प्रार्थना करता रयो; काहकि तुमू नी जानता की वो टेहाव किही आवसे। \v 34 \x + \xo 13:34 \xo*\xt लूका 12:36-38\xt*\x*यो उना मानुस की सी दशा छे, जो परदेश जाते टेहाव आपसा घर क छुड़ीन जाय, आरू आपसा दास क हक देय; आरू हर एक क ओका काम कय देय, आरू व्दारपाल क जागता रयने की हुकुम देय। \v 35 एरकरीन जागता रयो, काहकि तुमू नी जानता की घर क भगवान किही आवसे, शांत क या आदली राती क, या कुकड़ा क वाषने देने क टेहाव या भोर क। \v 36 ओसो नी होय की वो उचकाळुन आवीन तुमू सुवता रयछे। \v 37 आरू जो हाव तुमू छे कयता छे, चो सब छे कयता छे: जागता रयो!” \c 14 \s ईशु क विरोध षड्यन्त्र \r (मत्ती 26:1-5; लूका 22:1-2; यहुन्ना 11:45-53) \p \v 1 दुई दाहड़ा क बाद फसह आरू अखमीरी रोटा क पर्व हुयने वावा हुता। डाहला पुजारा आरू शास्त्री इन वात की खोज मा हुत की ईशु क कोसो छल छे धर कर मार नाखने; \v 2 पुन कये हुते, “पर्व क दाहडू नी, कयी ओसो नी होय की मानसे मा बलवा मच्या।” \s बैतनिया मा ईशु क अभिषेक \r (मत्ती 26:6-13; यहुन्ना 12:1-8) \p \v 3 \x + \xo 14:3 \xo*\xt लूका 7:37,38\xt*\x*जव ईशु बैतनिया मा शमौन कुड़ावा क घर खाने क बट्या हुया हुता, तव एक बायर संगमरमर क ठाहरा मा जटामासी क मोहंगलो चुखो इत्र लीन आवी: आरू पात्र तुड़ीन इत्र क ओको मुनक पर नाखीन। \v 4 पुन काही आपने मन मा रिसियाने कयनो लाग्या, “इन इत्र क काय सच्चाईानाश कर्‍या गया? \v 5 काहकि यो इत्र तो तीन सौ सोनान सिक्‍का सवटो मूल्य मा वेचिया जाय कर गरीब मा वाट्या जाय सकता हुता।” आरू वो ओको झाटकने लाग्या। \fig बाटली मा इस्तरन तेल|alt="Jars with spikenard" src="hk00117c।tif" size="col" copy="Horace Knowles ©" ref="14:3"\fig* \p \v 6 ईशु ने कयो, “उको छुड़ी दो; उको काय सताते होय? उना ने तो मारे साथे भलाई करी छे। \v 7 गरीब तुमरे साथ मा जलोम रहवे, आरू तुमू जब जुवे तव उनछे भलाई कर सकते होय; पर हाव तुमरे साथे जलोम नी रहवे। \v 8 जो काय वो कर सकी, त्यो कर्‍यो; त्यो मारे गाड़ने जाने की तीयारी मा पेहले छे मारी देह पर इत्र लागाड़ी छे। \v 9 हाव तुमू छे सच कयता छे की सब धरतीम मा वा कयी खुश खबर कर्‍या जाछे, वाँ ओका इनीये काम की चर्चा भी ओको फोम की जाछे।” \s यहूदा क विश्वास घात \r (मत्ती 26:14-16; लूका 22:3-6) \p \v 10 तव यहूदा इस्करियोती जो बारा चेला मा रयन एक हुता, डाहला पुजारा क साथे गया की ईशु क ओको हात धरीन देय। \v 11 वो यो सोमवीन खुश हुयो; आरू ओको पोशा आपने वायदो कर्‍यो; आरू वो मेखे हेरने लाग्या की ओको काही प्रकार धरीन देय। \s ईशु चेला क साथे फसह क पछव खानो \r (मत्ती 26:17-25; लूका 22:7-14,21,23; यहुन्ना 13:21-30) \p \v 12 अखमीरी रोटा क पर्व क पेहले दाहडु, जिनमा वो फसह क बलिदान करता हुते, ईशु क चेला ने उको पुछा, “तु कयो जुवे छे की हामु जाईन तारे करता फसह खाने की तीयारी कर्‍या?” \p \v 13 त्यो ओका चेला मा सी दुय क यो कयीन मुकल्यो, “नगर मा जावु, आरू एक मानुस पानी क हाण्डो हाकलीन हुया तुमू मीवछे, ओका पछव होय लेन: \v 14 आरू वो जिना घर मा जाय, उना घर क भगवान छे कयनो, ‘गुरू कयता छे की मारी पाहंनतराय शाला जिनमा आपसा चेला क साथे फसह खावु कयो छे?’ \v 15 वो तुमू एक सजी–सजावळी, आरू तीयार करी हुयी मोटी कमरो देखाय देसे, वो हामरे करता तीयार करू।” \p \v 16 चेला निकवीन नगर मा आश, आरू जोसो त्यो उनछे कयो हुता, वोसो ही देख्या; आरू फसह तीयार कर्‍या। \p \v 17 जव शाम हुयी, तो वो बारा क साथे आयु। \v 18 जव वो बठ्या खाने क रया हुते, तो ईशु ने कयो, “हाव तुमू छे सच कयता छे की तुमू मा छे एक, जो मारे साथे खाने क रया छे मखे धरावछे।” \p \v 19 चेला उदास होय गयो आरू एक करीन ओको पुछने लाग्या, “काय चु हाव ते नी छे?” \p \v 20 त्यो उनछे कयो, “वो बारा मा छे एक छे, जो मारे साथे थावी मा हात नाखता छे। \v 21 काहकि मानुस क पोर्‍या मतलब मखे तो जोसो ओको विषय मा लिख्या छे, जाता ही छे; पुन उना मानुस पर हाय ओका द्वारा मानुस क पोर्‍या मतलब मखे धराया जाय छे! यदि उना मानुस क जनम नी हुता तो ओको करता भलो होयतो।” \s पोरबु–भोजन \r (मत्ती 26:26-30; लूका 22:14-20; 1 कुरन्थियो 11:23-25) \p \v 22 जव वो खाय ही रया हुते, ईशु ने रोटा लीन, आरू सय बरकत मांगीन तुड़ी तीनुक दी, आरू कयो, “ले, यो मारी देह छे।” \p \v 23 पछु त्यो वाटको लीन धन्यवाद कर्‍या, आरू तीनुक दिया; आरू उन सब ने उको छे पीया। \v 24 आरू त्यो कयो, “यो भोनु की मारो लुहूय यो छे, जो खुप क करता वयाड़े जा छे। \v 25 हाव तुमू छे सच कयता छे की अंगुर क रस उना दाहड़े तक पछु कदी नी पीस, जव तक यहोवा–भगवान क राज्य मा नयो नी पीस।” \p \v 26 पछु वो भजन गावीन बाहरता जैतुन क बयड़ा पर गया। \s पतरस क मना की भविष्यव्दाणी \r (मत्ती 26:31-35; लूका 22:31-34; यहुन्ना 13:36-38) \p \v 27 तव ईशु ने उनछे कयो, “तुमू सब ठुकर खासे, काहकि लिख्या छे: ‘हाव गुवाळ क मारीस, आरू गाडरा इदीर तितर–बितर होय जाछे।’ \v 28 \x + \xo 14:28 \xo*\xt मत्ती 28:16\xt*\x*पुन हाव म्हार जीव उठने क बाद मा तुमरे सी पेहल गलील मा जाईस।” \p \v 29 पतरस ने ओको कयो, “यदि सब ठुकर खाय तो खाय, पर हाव ठुकर नी खाम।” \p \v 30 ईशु पतरस सी कयो, “हाव तुखे छे सच कयता छे की आज ही इनी रात क कुकड़ा क दुई कावा वाषने देने छे पेहले, तु तीन कावा मखे छे मुकर जाछे।” \p \v 31 पर त्यो आरू भी जो सी दीन कयो, “यदि मखे तारे साथे मरना भी पड़े तीभी तारे मना कदी नी करीस।” \p इनी प्रकार आरू सब ने भी कयो। \s गतसमनी मा प्रार्थना \r (मत्ती 26:36-46; लूका 22:39-46) \p \v 32 पछु वो गतसमनी नावन एक धरती मा आश, आरू ईशु ने आपसा चेला छे कयो, “याहा बठ्या रयो, जव तक हाव प्रार्थना करीस।” \v 33 आरू वो पतरस आरू याकूब आरू यहुन्ना क आपने साथे लेय गया; आरू खुप ही कमजोर आरू घबरायने हुयने लाग्या, \v 34 आरू त्यो कयो, “मारो मन खुप नराज छे याहा तक कि हाव मरना पर छे: तुमू याहा तक रूकु आरू जागता रयो।” \p \v 35 पछु वो थुड़ा अगळ ओगस आरू धरती पर टेकीन प्रार्थना करने लाग्यो की यदि होय सके तो यो घड़ी मखे पर छे टल जाय, \v 36 आरू कयो, “हे बाप, मखे छे सब काय होय सकता छे; इनीये वाटका क मारे साथे छे हटाय लेय: तव जोसो हाव जुवता छे वोसो नी, पर जो तु जुवता छे चो होय।” \p \v 37 पछु वो आश आरू तीनुक सुवता देखीन पतरस छे कयो, “हे शमौन, तु सुई रया छे? काय तु एक घड़ी भी नी जाग सके? \v 38 जागता आरू प्रार्थना करता रयो की तुमू परीक्षा मा नी पडु। आत्मा तो तीयार छे, पर शरीर दुर्बल छे।” \p \v 39 आरू वो पछु चालीन गया आरू तीनुक ओवाज मा प्रार्थना करी। \v 40 पछु आवीन तीनुक सुवता देख्या, काहकि ओकी डुवा नींद छे भर्‍या हुता; आरू नी जानता हुते की ओको काय जवाब देय। \p \v 41 पछु तीसरी बार आवीन उनछे कयो, “हिमी सुवता रयो आरू आराम करो, बस घड़ी आय पुच्या; देखो मानुस क पोर्‍या मतलब मखे क पापी क हात धराया जाता छे। \v 42 उठु चालु! देखो, मखे धरावने वावा नाट आय गयो छे।” \s ईशु क धोखा छे धरीन जाने \r (मत्ती 26:47-56; लूका 22:47-53; यहुन्ना 18:3-12) \p \v 43 ईशु यो कय ही रया हुता की यहूदा जो बारा मा छे एक हुता, आपने साथे डाहला पुजारा आरू शास्त्री आरू पुरनियो की आरू छे एक मोटी गर्दी लीन तत्काल आय पुच्या, जो तलवार आरू ड़ेगा लीन हुता। \v 44 ओको धरावने वावा ने तीनुक यो पता दीया हुता की जिनाक हाव गुवू चो छे, उको धरीन यत्न छे ली जाने। \p \v 45 वो आश, आरू तत्काल ओको साथे जाईन कयो, “हे गुरू!” आरू ओको घोणा चूमा। \v 46 तव लोगहन ईशु पर हात नाखीन आरू उको धर लेदा। \v 47 उन मा छे जो साथे उबो हुतो एक ने तलवार हापक कर पुजारा क दास पर चालाड़ी, आरू ओका कांटो तुड़ देदो। \v 48 ईशु ने उनछे कयो, “काय तुमू डाकू जानीन मखे धरने क करता तलवार आरू ड़ेगा लीन निकव्या होय? \v 49 \x + \xo 14:49 \xo*\xt लूका 19:47; 21:37\xt*\x*हाव तो हर दाहड़े मंदिर मा तुमरे साथे रयन खबर दिया करतो हुतो, आरू तव तुमू ने मखे नी दरिया: पुन यो एरकरीन हुयो छे की चुखलो शास्त्र की वात पुरी होयछे।” \p \v 50 इनीये पर सब चेला ओको छुड़ीन ढास गया। \p \v 51 एक जुवान आपसी उघाड़ा डील पर चादर पांगरी हुयो ओको पछव होय लेदा; आरू मानसे ने ओको दरिया। \v 52 पर वो चादर छुड़ीन उघाड़ा ढ़ास गया। \s महासभा क सामने ईशु \r (मत्ती 26:57,68; लूका 22:54-55,63,71; यहुन्ना 18:13,14,19,24) \p \v 53 पछु वो ईशु क डाहला पुजारा क साथे ली गया; आरू सब प्रधान पुजारा आरू पुरनिय आरू शास्त्री ओका याहा एखठा होय गया। \v 54 पतरस दुर ही दुर ओको पोछव–पछव डाहला पुजारा क आंगना मा माहाय तक गया, आरू प्यादो साथे बठीन आगठी तापने लाग्या। \v 55 मुखी पुजारा आरू सारी महासभा ईशु क मार नाखने क करता ओको विरोध मा गवा की खोज मा हुते, पर नी मिवी। \v 56 काहकि घोणा छे ओको विरोध मा झुठ गवा दे रया हुते, पर ओकान गवा एक ओसी नी हुती। \p \v 57 तव काय मानसे ने उठीन ओको क विरोध यो झुठ गवा देदी, \v 58 \x + \xo 14:58 \xo*\xt यहुन्ना 2:19\xt*\x*“हामु इना ओसो कये सोमव्या छे, हाव इन हाथ क बनायू होय मंदिर क उदार दीस, आरू तीन दहाड़ा मा दिसरा बनाय दिस, जो हाथ छे नी बने होय।” \v 59 इनीये पर भी उनकी गवा एक ओसी नी निकवी। \p \v 60 तव डाहला पुजारा ने वीच मा उबो हईन ईशु छे पुछा, “तु काही जवाब नी देतो?” \p \v 61 पुन वो चुप रियो, आरू काय जवाब नी दिया। डाहला पुजारा ने ओका सी पछु पुछा, “काय तु उना सयाळा धन्य क पोर्‍यो मसीह छे?” \p \v 62 ईशु ने कयो, “हाव छे: आरू तुमू मानुस क पोर्‍यो क ताकत वाळा यहोवा–भगवानन क जेवड़े तरफ बठ्या, आरू वादळा साथे आवता देखछे।” \p \v 63 तव डाहला पुजारा आपसा छिंदरा फाड़ीन कयो, “हिमी हामु गवा क आरू काय योजना छे?” \p \v 64 तुमू ने यो निन्दा सोमवीन। तुमरी काय राय छे? \v 65 तव काही तो ओका पर थुप्या, आरू काही ओका मुय ढांकने आरू उको धुमाट्या, \p आरू ओको कयनो लाग्या, “भविष्यव्दाणी कर!” आरू पौलुसने ओको धरीन थापुड़ मारा। \s पतरस क मना \r (मत्ती 26:69-75; लूका 22:56-62; यहुन्ना 18:15,18,25,27) \p \v 66 जव पतरस नेचो आंगना मा हुता, तो डाहला पुजारा की दासीयो मा छे एक वाँ आवी, \v 67 आरू पतरस क आगठो तापता देख्या उको टकटकी लागाड़ ़ी देख्या आरू कयनो लाग्या, “तु भी तो उना नासरत ईशु क साथे हुता।” \p \v 68 वो मुकर गया, आरू कयो, “हाव नी जानता आरू नी समझता छे कि तु काय कय रयी छे।” पछु वो बाहरता डेवढ़ी मा गया; आरू कुकड़ा वाषा। \p \v 69 वो दासी उको देखीन उनछे जो साथे उबो हुतो, पछु कयनो लागी, “यो उनमा छे एक छे।” \p \v 70 पुन वो पछु मुकर गया। थुड़ी वार बाद त्या जो साथे उबो हुत पछु पतरस छे कयो, “छाचो तु उनमा छे एक छे: काहकि तु गलीली भी छे।” \p \v 71 तव वो धिक्‍कारने आरू शपथ खाने लाग्या, “हाव उना मानुस क जेरी तुमू चर्चा करता होय, ओखे नी जानता।” \p \v 72 “तव तत्काल दूसरी बार कुकड़ो वाषो।” पतरस क वो वात जो ईशु ने ओका सी कयी हुती फोम आवी: “कुकड़ा दुई कावा वाषा ने छे पेहले तु तीन कावा मना करीस।” आरू वो इन वात क सुचीन रड़णे लाग्या। \c 15 \s पिलातुस क सामने ईशु \r (मत्ती 27:1,2,11,14; लूका 23:1-5; यहुन्ना 18:28-38) \p \v 1 भोर होयते ही तत्काल डाहला पुजारा, पुरनियो, आरू शास्त्रीयो ने वरना सारी महासभा ने सलाह करीन ईशु क बांधाड़या आरू ओको ली जाय पिलातुस क हाते सौप दीया। \v 2 पिलातुस ने ओको पुछा, “काय तु यहूदि यो क राजा छे?” \p “त्यो ओको क जवाब दीया; कि तु आप ही कय रया छे।” \p \v 3 डाहला पुजारा ओको पर खुप वात क दोष लागाड़ रया हुता। \v 4 पिलातुस ने ओको पछु, “काय तु काहय जवाब नी देतो, देख यो तुखे पर कोतरी वात क दोष लागाड़ रया छे?” \p \v 5 ईशु ने पछु काय जवाब नी दीया; याहा तक की पिलातुस क मोटा घबरायीन हुयो, \s मृत्यु दण्ड़ की हुकुम \r (मत्ती 27:15-26; लूका 23:13-25; यहुन्ना 18:39–19:16) \p \v 6 पिलातुस उना पर्व मा काही एक बन्दी क जिना वो जुवता हुता, ओको करता छुड़ी दीया करता हुता। \v 7 बरअब्बा नाव क मानुस उन बुलवाया क साथे बन्दी हुता, जा राजद्रोह टेमे मार्‍या हता। \v 8 आरू गर्दी ऊपर जाईन ओको रावन्या करने लागी, कि जोसो तु हामरे करता आश छे वोसो ही कर। \v 9 पिलातुस ने उनको जवाब दीया, “काय तुमू जुवता होय कि हाव तुमरे करता यहूदि यो क राजा क छुड़ दम?” \v 10 काहकि वो जानता हुता कि डाहला पुजारा ने उको डाह छे धराया हुता। \p \v 11 पुन डाहला पुजारा मानसक क जुर देवाड़ीया कि बरअब्बा क ओको करता छुड़ देय। \v 12 यो सोमवी पिलातुस ने उनछे पछु पुछा, “तो जिनाक तुमू यहूदि यो क राजा कयता होय, ओको हाव काय करीस?” \p \v 13 वो पछु आयड़ीन, “ओको कुरूस पर चढ़ाय देय!” \p \v 14 पिलातुस ने ओको कयो, “काय, यो बुराय करी छे?” पुन वो आरू भी आयड़ीन, “ओको कुरूस पर चढ़ाय देय!” \p \v 15 तव पिलातुस ने गर्दी क खुश करने कि मरजी छे, बरअब्बा क ओको करता छुड़ दीया, आरू ईशु क लागाड़ ़ी सौप दीया कि कुरूस पर चढ़ाय जाय। \s सैनिक द्वारा ईशु क विजुत नी करनो \r (मत्ती 27:27,31; यहुन्ना 9:2-3) \p \v 16 सैनिक ईशु क किलान माहाय क आंगना मा ली गया जो प्रीटोरियुम कहवाये छे, आरू सारी पलटन क किला मा बुलाय लाया। \v 17 तव त्या ओको बैंजनी छिंदरा पेहराया आरू काटान मुकट गुथीन ओका मुनका पर राख्या, \v 18 आरू यो कयन ओको नमस्कार करने लाग्या, “हे यहूदियो क राजा, नमस्कार!” \v 19 वो ओका मुनका पर सरकण्डे देता आरू ओको पर थुपता, आरू घटना टेकड़ीन ओको नमस्कार करावता रये। \v 20 ठजव वो ओको ठट्टा कर चुक्या, तो उना पर छे बैंजनी छिंदरा उतारीन तीनी छिंदरा पेहराया; आरू तव ओको कुरूस पर चढ़ावने क करता बाहरता ली गया। \s ईशु क कुरूस पर चढ़ावने जाने \r (मत्ती 27:32-44; लूका 23:26-43; यहुन्ना 19:17-27) \p \v 21 \x + \xo 15:21 \xo*\xt रोमियो 16:13\xt*\x*ईशु साथे दुय ड़ाखु कुरूस पर अलेक्जेन्द्रिया आरू रूफुस क बास शमौन, एक कुरेनी मानुस, जो गाव छे आय रयो हुतो उधर छे निकव्यो; त्या ओको अमथो मा दरिया कि ईशु क कुरूस हुचलीन ली चाल्या। \v 22 वो ईशु क गुलगुता नावन धरती पर, जिना क मतलब खोपड़ी की धरती छे, लायो। \v 23 वाँ उको गंधरस मिव्यो हुया अंगुरन रस देने लाग्या, पुन ओका नी लेदो। \v 24 तव त्या उको कुरूस पर चढ़ाया आरू ओका लुगड़ा पर चिठ्ठया नाखीन कि काही क काय मीवछे, तीनुक वाट लेदो। \v 25 आरू एक पहर दाहडु चढ़ी आश हुता, जव त्या ओको कुरूस पर चढ़ाया। \v 26 आरू ओको दोषपत्र लिखीन ओका ऊपर लागाड़ दीया गया कि यहूदि यो क राजा। \v 27 त्या ओको साथे दुई डाकू, एक ओकी जेवड़ा आरू एक ओकी डावू आरू कुरूस पर चढ़ाया। \v 28 तव चुखलो शास्त्र क वो वचन कि वो गुणेगार क साथ मा गिनाय गयो, त्यो पूरो हुयो। \p \v 29 \x + \xo 15:29 \xo*\xt मरकुस 14:58; यहुन्ना 2:19\xt*\x*आरू मार्ग मा जानेवावा मुनक हालवीन आरू यो कयकर ओकी वायकेड़ा उड़ावता हुता, “वाहा! मंदिर क उदारने, आरू तीन दाहड़ा मा बनावने! \v 30 कुरूस पर छे उतरीन आपने आप क वाचाड़ लेय।” \p \v 31 इनी रीति छे डाहला पुजारा भी, शास्त्रीयो सहावत, आपस मा ठट्टा छे कये हुते, “इनीये ने दिसरा क वाचाड़ सकता।” \p \v 32 “इस्राएल क राजा, मसीह, हिमी कुरूस पर रयन उतरीन आव कि हामु देखीन विश्वास करसु।” आरू जो ओको साथे कुरूस पर चढ़ाय गया, वो भी ओकी निंदा करता हुता। \s ईशु क जीव त्यागना \r (मत्ती 27:45-56; लूका 23:44-49; यहुन्ना 19:28-30) \p \v 33 सिरान हुयने पर सब धरती पर आंधारो होय गयो, आरू तीसरे पहर तक रया। \v 34 तीसरे पहर ईशु ने मोटो जुरे छे आयड़ीन कर कयो, “इलोई, इलोई लमा शबक्तनी?” जिनानस मतलब यो छे, “हे मारा यहोवा–भगवान, हे मारा यहोवा–भगवान, तु ने मखे काय छुड़ दीया?” \p \v 35 जो साथे उबो हुतो, ओका छे काय ने यो सोमवीन कयो, “देखो, वो एलियाह क पुकारता छे।” \v 36 आरू एक ने दोड़ीन छिंदरो लेपटायलो लाकड़ो सिरका मा डुबायो, आरू सरकण्डे पर राखीन ओको चुसाया आरू कयो, “ठहर जाय, देखा, एलियाह ओको उतारने क करता आवता छे कि नी।” \p \v 37 तव ईशु ने मोटा ओवाज मा आयड़ीन जीव छुड़ी दिया। \p \v 38 आरू मंदिर क परदो उपर सी नेड़ो तक फाटीन दुई तुकड़ा होय गया। \v 39 जो सुबेदार ओको सामने उबो होतो, जव उको यु आयड़ीन जीव छुड़ता हुयो देख्या, तो चु कयो, “सच यो मानुस, यहोवा–भगवान क पोर्‍या हुता।” \p \v 40 \x + \xo 15:40 \xo*\xt लूका 8:2,3\xt*\x*काही बायर भी दुर छे देख रयी हूती: उनमा मरियम मगदलीनी, नानू याकूब आरू यो योसेस की माय मरीयम, आरू सलोमी हुती। \v 41 जव वो गलील मा हुता तो यो ओको पछव होय लेती हूती आरू ओकी सेवा टहल कर्‍या करती हुती; आरू दिसरी घण सवटी बायर भी हुती, जो ओका साथ मा यरूशलेम मा आवली हुती। \s ईशु क गाड़ ़ीन जाने \r (मत्ती 27:57-61; लूका 23:50-56; यहुन्ना 19:38-42) \p \v 42 जव शांत होय गयो तो अतरान करीन की तियार क दाहडु हुता, जो आराम क एक दाहड़ु पेहेल हुये, \v 43 अरिमतियाह क रयनेवावा यूसुफ आयो, जो महासभा क सदस्य हुता आरू आप भी यहोवा–भगवान क राज्य की वाट जोहता हुता। वो हियाव करीन पिलातुस क साथे गया आरू ईशु क धोङ मांग्या। \v 44 पिलातुस क घबरायीन हुया की वो ओतरा शीघ्र मर गया; आरू त्यो सुबेदार क बुलावीन पुछा, “काय ओको मरा हुयो वार हुयी?” \v 45 जव त्यो सुबेदार क द्वारा हाल जान लेदा, तो धड़ यूसुफ क देवाड़ दिया। \v 46 तव त्यो सुवावी की एक चादर मूले लीन, आरू धड़ क उतारीन उना चादर मा लेपटीन, आरू एक झपला मा जो चट्टान मा खुदीन गयी हूती राख्या, आरू मोळवट्याम क दरवाज पर एक दगड़ ढाक दीया। \v 47 मरियम मगदलीनी आरू योसेस की माय मरियम देख रयी हुती कि वो काँ राख गया छे। \c 16 \s ईशु क नवलोजीवन \r (मत्ती 28:1-8; लूका 24:1-12; यहुन्ना 20:1-10) \p \v 1 जव आराम क दाहडु वीत गयो तो मरीयम मगदलीनी, आरू याकूब की माय मरियम, आरू सलोमी ने सुगन्ध इत्र समान मुवे लीन की आवीन ईशु क डील पर लागाड़या। \v 2 हापतान क पेहलो दाहडु मोटो सदारे जव दाहडु निकव्यु ही हुती, वो मोड़वाट्या पर आवी, \v 3 आरू आपस मा कयती हुती, “हामरे करता मोळवट्याम क झपला पर छे दगडू कुन धकल्यो?” \v 4 जव त्या डुवा उघाडीन, तो देख्या की दगडू धकल्यो हुया छे वो खुप ही मोटा हुता। \v 5 मोड़वाट्या क माहीय जाईन त्या एक जुवान क धव्व्या डोगला पेहरीन हुयो जेवड़ा तरफ बठ्या देख्या, आरू खुप भोंगलाय हुयी। \p \v 6 त्यो उनछे कयो, “चकित मत होय, तुमू ईशु नासरत क, जो कुरूस पर चढ़ाया गया हुता, हेरती होय। वो जीव उठ्यो छे, याहा नी छे; देख, यी वो स्थान छे, वा त्या ओको राख्या हुता।” \v 7 \x + \xo 16:7 \xo*\xt मत्ती 26:32; मरकुस 14:28\xt*\x*“पुन तुमू जायन, आरू ओका चेला आरू पतरस छे कयो की वो तुमू छे पेहल गलील क जाछे। जोसो ओका तुमु क कयो हतो, तुमु चाँ ओका हेरजु।” \p \v 8 आरू ची मोळवट्याम बाहरते निकलीन ढास गयो; काहकि कापती आरू घाबराई उका पर छा गयो; आरू त्या कुदाक काहय नी कयी काहकि ची बीहिती हुती। \s मरीयम मगदलीनी क ईशु क देखाय देने \r (लूका 24:13-35) \p \v 9 यो आयते जुनला नियम नी देखाय गयी हापतान क पेहल दाहडु सदारे होते ही ईशु जीवीन उठीन पेहल मरियम मगदलीनी क जिनमा छे त्यो सात साहळा निकावी हुती, देखाय दिया। \v 10 त्यो जाईन ईशु क साथी क शोक मा डूबे हुयो हुते आरू रड़ रयो हुते, खबर देदो। \v 11 त्या यो सोमवीन की वो जीवतो छे आरू त्यो देख्या छे, काहकि त्या पर ओका विश्वास नी हता। \s दुई चेला क ईशु क देखाय देने \r (लूका 24:13-35) \p \v 12 ओका बाद ईशु दिसरा रूप मा उनमा छे दुई क जव वो गाव की आरू जाय रया हुता, देखाय दीया। \v 13 त्या भी जाईन दिसरा क खबर दीया, पुन त्या उनकी भी भुरसो नी करी। \s ज्यारे क ईशु क देखाय देने \r (मत्ती 28:16-20; लूका 24:36-49; यहुन्ना 20:19-23; प्रेरितन 1:6-8) \p \v 14 पछव ईशु उन ज्यारे क भी, जव वो रोटा खाने बठ्या हुता देखाय दीया, आरू उन लोगहन क विनभुरसा आरू मन की वातड़ो हुयने पर उलाहना दीया, काहकि जिन्होने ओको जीव उठने क बाद ओको देख्या हुता, या उनकी भुरसो नी करी हुती। \v 15 \x + \xo 16:15 \xo*\xt प्रेरितन 1:8\xt*\x*आरू त्यो ओका कयो, “तुमू सब जगमा जाईन सब धरती पर मानसक क यी खुश खबर सोमवाड़ु। \v 16 जो विश्वास करसे आरू बपतिस्मा लेछे तीनी क उध्दार होयछे, पुन जो विश्वास नी करसे वो दोषी ठहराय जाछे; \v 17 जो विश्वास करनेवावा मा यो सहलानी होयछे की वो मारे नाव छे साहळा क निकावछे नोवली भाषा बुलछे, \v 18 घड़सा क उठाय लेछे, आरू यदि वो प्राणनाशक समान भी पी जाय तीभी उनकी काय हानी नी होयछे; वो बीमार पर हात राखछे, आरू वो वारू होय जाछे।” \s ईशु क सोरगदूतारोहण \r (लूका 24:50-53; प्रेरितन 1:9-11) \p \v 19 \x + \xo 16:19 \xo*\xt प्रेरितन 1:9-11\xt*\x*पोरबु ईशु ओका सी वात करने क बाद सोरग पर उठाय लेदो गयो, आरू यहोवा–भगवान की जेवड़े; तरफ बठ् गयो। \ms दिसरी पुरानी खतम \mr (लूका 16:9-10) \p \v 20 आरू त्या निकवीन हर जागु खबर कर्‍या, आरू पोरबु ओको साथे काम करता रया, आरू उनी सहलानी क लारे वो जो साथ हुयती हुती, वचन क हेरता रया। आमेन)